दशहरा पर निबंध | Dussehra Par Nibandh
दशहरा पर निबंध, Dussehra Par Nibandh,
भारत एक के त्योहारों का देश है और दशहरा एक गौरवपूर्ण त्यौहार है विशेषत हिंदू धर्मावलंबी के लिए यह त्यौहार हर्षोल्लास की त्यौहार है। दशहरा आश्विन मास में शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है। शरद ऋतु के बेहद ही मनमोहक वातावरण में यह त्यौहार भारत लगायत नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान, म्यांमार और भूटान में धूमधाम से मनाए जाते हैं।
दशहरा त्योहार के पावन अवसर पर…
View On WordPress
0 notes
दशहरा क्यों मनाया जाता है?
Hindi Me Jankari Home Festivalदशहरा क्यों मनाया जाता है? दशहरा के बारे में कौन नहीं जानता. ये सभी हिन्दुओं के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण पर्व है. लेकिन क्या आप जानते है की दशहरा क्यों मनाया जाता है? Dussehra के पर्व को विजया दशमी भी कहा जाता है. क्यूंकि इस दिन अच्छाई बुराई पर विजय प्राप्त करती है. दशहरा का पर्व रितिमत तरीके से मनाया जाता है. ये काफी प्रभावित है रामायण से जिसमें की भगवान राम और…
View On WordPress
0 notes
Dussehra (दशहरा) or VijayaDashami (विजयादशमी): The Festival of "Victory of Truth over Untruth"
🚩🚩जय श्री राम🚩🚩
आप सभी को 'असत्य पर सत्य के जीत' के इस पावन पर्व पर आप सभी को शुभकामनाएं और बधाई🙏
#Dussehra (VijayaDashmi):
सायक एक नाभि सर सोषा।
अपर लगे भुज सिर करि रोषा॥
लै सिर बाहु चले नाराचा।
सिर भुज हीन रुंड महि नाचा॥
#दशहरा (विजयादशमी या #आयुध_पूजा) हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। #अश्विन (क्वार) मास के #शुक्ल पक्ष की #दशमी तिथि को इसका आयोजन होता है। भगवान #राम ने इसी दिन #रावण का वध किया था तथा देवी #दुर्गा ने नौ रात्रि एवं दस दिन के युद्ध के उपरान्त #महिषासुर पर विजय प्राप्त किया था। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है।
इस पर्व को भगवती के '#विजया' नाम पर भी '#विजयादशमी' कहते हैं। इस दिन भगवान #रामचंद्र चौदह वर्ष का वनवास भोगकर तथा #रावण का वध कर अयोध्या पहुँचे थे। इसलिए भी इस पर्व को 'विजयादशमी' कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि आश्विन शुक्ल दशमी को तारा उदय होने के समय '#विजय' नामक मुहूर्त होता है। यह काल सर्वकार्य सिद्धिदायक होता है। इसलिए भी इसे विजयादशमी कहते हैं।
दशहरे का उत्सव #शक्ति और शक्ति का समन्वय बताने वाला उत्सव है। #नवरात्रि के नौ दिन जगदम्बा की उपासना करके शक्तिशाली बना हुआ मनुष्य विजय प्राप्ति के लिए तत्पर रहता है। इस दृष्टि से दशहरे अर्थात विजय के लिए प्रस्थान का उत्सव का उत्सव आवश्यक भी है।
🌹जय माता दी🌹
0 notes
Dussehra Nibandh in Hindi - Dusshera also know as Vijayadashami is an Indian Festival that reflects the victory of good over evil in Hindu mythology.
0 notes
दशहरा क्यों मनाया जाता है इन हिंदी | दशहरा पर निबंध
विजयदशमी दशहरा कब और क्यों मनाया जाता है | और दशहरा पर निबंध के बारे में आज बात करने
दशहरा का महत्व | Importance of Dussehra
जब राम ने रावण मारा है | उसी विजय की शान दशहरा
हुई धर्म की अधर्म पर , शक्ति की पहचान दशहरा ”
भगवान श्री कृष्ण जी ने कहा था कि जब धर्म खत्म होने लगता है तब अधर्म का विकास होता है | और फिर में अवतार लेता हूं और अधर्म का बिनाश करता हूं | भारत में अनेकों त्यौहार और हर एक त्योहार अलग अलग परम परा के अनुसार बनाया जाता है | और हर एक त्योहार की अपनी विशेषता है और हर एक त्योहार का संबंध किसी ना किसे से है | और आज हम बात करेंगे विजयदशमी यानी कि दशहरा के बारे में दशहरा क्यों बनाया जाता है | आए जानते है
1 note
·
View note
Essay on Dussehra in Hindi - दशहरा पर निबंध 150 words - दशहरा हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह भारत में सबसे महत्वपूर्ण
0 notes
स्वतंत्र दिवस पर निबंध 2022 - Republic day essay in hindi
स्वतंत्र दिवस पर निबंध 2022 – Republic day essay in hindi
स्वतंत्र दिवस पर निबंध republic day essay in hindi)
भारतवर्ष सदा से उत्सव – प्रिय देश रहा है । यहां की सभी जातियां अपने – अपने उत्सव मनाती हैं । हिन्दू दशहरा , दिवाली और होली मनाते हैं । मुसलमान ईद , शबे – रात और मुहर्रम मनाते हैं ; ईसाई क्रिसमस का पर्व अपने निराले ही डंग से मनाते हैं । किन्तु स्वाधीनता पाने के बाद भारत में सब जातियों और सब वर्गों का एक नया राष्ट्रीय पर्व बन गया है – गणतंत्र दिवस…
View On WordPress
0 notes
Bhagirathi And Ganga Story In Hindi | गंगा की कहानी
Bhagirathi And Ganga Story In Hindi : गंगा, जाह्नवी और भागीरथी ये भारत की सबसे पवित्र नदी गंगा के ही नाम हैं. गंगा सिर्फ एक नदी ही नहीं बल्कि यह माँ का स्थान पाने वालो पापों का उद्धार करने वाली हितकारीणी है. एक समय में गंगा देवलोक में बहती थी. यह प्रथ्वी पर कैसे आई. इस सम्बन्ध में कई पौराणिक कथाएँ प्रचलित है इस सम्बन्ध में भागीरथी की कथा को प्रमुखता दी जाती हैं. चलिए आज हम जानते है कि गंगा की कहानी क्या है.
Bhagirathi Ganga Story In Hindi | गंगा की कहानी
नारद पुराण में गंगा नदी के उद्भव और उनके पृथ्वी पर लाए जाने की कथा का वर्णन मिलता हैं. जीव की जन्म जन्मातर के इस चक्र के लिए गंगा को मोक्षदायिनी माना गया है कहते है जिसके दाह संस्कार के बाद उसकी भस्मी को गंगा जी में डाल दिया जाए वह मोक्ष को प्राप्त कर लेता है तथा जन्म जन्म के इस चक्कर से मुक्ति पा लेता हैं.
प्राचीन समय में सागर नामक राजा हुआ करते थे उनके दो पत्नियाँ थी एक का नाम केशनी तथा दूसरी का नाम सुमति था. इन्हें कोई पुत्रर नहीं था. पुत्र प्राप्ति के लिए इन्होने कठोर तपस्या की यज्ञ करवाए ऋषि औरवा ने उन्हें दो वरदान दिए. दोनों रानियों से पूछा कि आपके पास दो विकल्प है. एक प्रतापी सत्यनिष्ठ राजा जबकि दूसरी तरफ साठ हजार पुत्र.
केशनी ने एक बेटे को चुना तथा सुमति ने साठ हजार पुत्रों को. समय बीतता गया. केशनी का बेटा बड़ा होकर राजा बना, सुमति के साठ हजार पुत्र बड़े अहंकारी थे. वे उस राजा के जीवन में तथा देवों के कार्यों में बाधा��ं उत्पन्न करने लगे. राजा एक अश्वमेध यज्ञ का आयोजन करवाया. तथा यज्ञ के घोड़े को खुला छोड़ दिया.
उस समय यज्ञ के इस घोड़े के साथ यह मान्यता होती थी कि जो उस राजा से प्रसन्न होता था अपने राज्य से घोड़े को जाने देता था. मगर जो राजा से खुश नहीं होते थे वे घोड़े को पकड़ लेते थे. सुमति के उन साठ हजार बेटों ने घोड़े को रोककर उनके उनके कार्य में विघ्न डालना चाहा, इसके लिए वे घोड़े का पीछा करने लगा.
राजा इंद्र ने यहाँ अपनी चाल चली. वे उस घोड़े को लेकर ऋषि कपिला के आश्रम में छिपा देते हैं. जिसकी खबर उस संत को नहीं होती हैं. जब सागर के साठ हजार पुत्र ऋषि की कुटियाँ में घोड़ा बंधा पाते है तो वे उसे चोर कहकर अपमानित करते हैं. ध्यान मुद्रा में बैठे ऋषि क्रोधित हो गये उनकी आँखों की ज्वाला से साठ हजार पुत्र वहीँ जलकर राख हो गये.
जब सागर को उनके पुत्रों के इस हश्र की खबर मिली तो वे ऋषि कपिला के आश्रम पहुचे तथा सम्पूर्ण घटनाक्रम जाना. उन्होंने ऋषि से जब पुनर्जीवन की बात पूछी तो कपिला बोले- जो मृत्यु को प्राप्त हो चुके है अब उसका कुछ नहीं हो सकता. मगर इन साठ हजार आत्माओं का यदि मोक्ष चाहते हैं तो इसकी राख को गंगाजी में बहाना होगा. तभी इनके जीवन का कल्याण होगा तथा वे जीवन मृत्यु के चक्र से निकल कर मोक्ष को प्राप्त करेगे.
राजा सगर अपने पुत्रों को मोक्ष दिलाने के कार्य में विफल रहे और उसका देहांत हो गये इसके बाद अंशुमान शासक बने तथा इनके घर राजा दिलीप का जन्म हुआ. दिलीप ने अपने पूर्वजों की आत्मा की शान्ति के लिए हिमालय में जाकर गंगा मैया की कठोर तपस्या की, मगर उनकी तपस्या सफल नहीं हो पाई, वे भी तीन पीढ़ियों के इस अधूरे कार्य को राजा भगीरथ को सौप कर चले गये.
भागीरथ के कोई सन्तान नही थी उनहोंने राज काज का कार्य मंत्रियों को सौप दिया तथा स्वयं हिमालय में रहकर ब्रह्माजी जी की आराधना करने लगे. इनकी कठोर तपस्या से ब्रह्माजी प्रसन्न हुए तथा उन्होंने गंगा जी को पृथ्वी लोक पर लाने का वरदान दे दिया. मगर गंगा के वेग को धारण करने की धरती लोक में किसी के पास क्षमता नहीं थी. अतः शिवजी की तपस्या राजा भगीरथ ने की तथा उन्हें अपने जटाओं में गंगा उतारने के लिए राजी किया. इस तरह शिवजी के मुकुट से गंगा धरती लोक पर आई तथा राजा भागीरथ के साठ हजार पूर्वजों का कल्याण किया.
राजा दशरथ का इतिहास
राजस्थान के प्रमुख मेले और त्यौहार
गंगा सफाई अभियान पर निबंध
गंगा दशहरा पर्व का इतिहास महत्व
गंगा दशहरा कथा महत्व इतिहास
गणगौर व्रत कथा, महत्व, इतिहास
गंगा नदी पर निबंध
आशा करता हूँ दोस्तों आज के लेख में ganga river story & Bhagirathi And Ganga Story In Hindi आपकों अच्छी लगी होगी. यदि आपकों हमारा यह लेख अच्छा लगा हो तो प्लीज इसे सोशल मिडिया पर भी शेयर करे.
0 notes
Essay On Dhanteras In Hindi | धनतेरस पर निबंध 2018
Essay On Dhanteras In Hindi | धनतेरस पर निबंध 2018
Essay On Dhanteras In Hindi | धनत���रस पर निबंध 2018: हेल्लों फ्रेड्स आज के धनतेरस निबंध (Hindi Nibandh On Dhanteras) में हम जानेगे Dhanteras 2018 Significance, Worship Method, Poem Shopping Dhan Teras Dhanteras Puja Vidhi In Hindi पर विस्तार से चर्चा करेगे. होली दिवाली दशहरा रक्षाबंधन ईद क्रिसमस की तरह धनतेरस भी एक महत्वपूर्ण हिन्दू पर्व हैं. विद्यार्थियों को यदि Short Dhanteras Essay लिखने को कहा…
View On WordPress
0 notes
दुर्गा पूजा पर निबंध Durga Puja Essay in Hindi
दुर्गा पूजा पर निबंध Durga Puja Essay in Hindi
दुर्गा पूजा प्रतिवर्ष हिन्दुओं द्वारा मनाया जाने वाला एक प्रसिद्ध त्यौहार है. यह भव्य त्यौहार माता दुर्गा की पूजा-आराधना के साथ मनाया जाता है. यह त्यौहार माँ दुर्गा द्वारा महिषासुर के अंत की ख़ुशी में मनाया जाता है. इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतिक माना जाता है. इस त्यौहार के बीच अन्य त्यौहार दशहरा भी बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है.
दुर्गापूजा त्योहार वैसे तो वर्ष में दो बारा आता है.…
View On WordPress
0 notes
दिवाली पर निबंध - Essay on Diwali in Hindi
दिवाली पर निबंध – Essay on Diwali in Hindi
Essay on Diwali in Hindi: हम सभी जानते है कि हमारे देश भारत में बहुत सारे त्यौहार मनाए जाते है। जैसे- होली,जन्माष्टमी, दशहरा, दिवाली इत्यादि। इन सभी त्योहारों में दिवाली हिंदुओं का सबसे प्रमुख त्यौहार है। दिवाली को लोग बड़ी उत्साह से मनाते हैं। दिवाली को दीपावली भी कहा जाता है यानी कि दीपों का त्यौहार। इसके साथ ही दिवाली रोशनी व खुशी तथा भरपूर मनोरंजन का त्यौहार है। तो अब हम इस निबंध में दिवाली के…
View On WordPress
0 notes
Essay On diwali In Hindi For Class 9 | दिवाली पर निबंध कक्षा 9 के लिए | Hindi Nibandh On Diwali
Essay On diwali In Hindi For Class 9 | दिवाली पर निबंध कक्षा 9 के लिए | Hindi Nibandh On Diwali
Essay On Diwali In Hindi For Class 9 | दिवाली पर निबंध कक्षा 9 के लिए | Hindi Nibandh On Diwali: आज के इस निबंध लेखन short essay on Diwali in Hindi for class 9 में आपका स्वागत हैं. छात्र के लिए दिवाली का निबंध हिंदी में नौवी के लिए Diwali Essay In Hindi For Class 9 की आप खोज कर रहे है तो आप सही स्थान पर हैं. विद्यार्थियों को होली दिवाली दशहरा पर हिंदी में निबंध भाषण रिपोर्ट अनुच्छेद पैराग्राफ आदि…
View On WordPress
0 notes