#दक्षिण मना रहा स्वतंत्रता दिवस
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एक राष्ट्र, एक भावना, एक पहचान
एक राष्ट्र, एक भावना, एक पहचान
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। राष्ट्र और उसके लोगों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए, तेलुगु सुपरस्टार महेश बाबू ने कहा कि भारत एक भावना और एक पहचान वाला राष्ट्र है। भारत के 75 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जनता को बधाई देने के लिए ट्विटर पर महेश बाबू ने ट्वीट किया, वन नेशन। एक भावना । एक पहचान! आजादी के 75 साल का जश्न! एक अन्य तेलुगु स्टार अल्लू अर्जुन ने भी इस अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं।…
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सवाई मानसिंह स्टेडियम में गांधी जयन्ती के अवसर पर आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा तथा गांधी सद्भावना सम्मान समारोह को संबोधित किया।
गांधी जी के विचार आज सारे विश्व के लिए प्रासंगिक है। उन्होंने अपने विचारों और जीवनशैली से संसार को सत्य और अहिंसा का संदेश दिया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की अहिंसावादी विचारधारा ने देश के स्वतंत्रता आंदोलन को प्रेरित किया। आज सारा विश्व हिंसा व अशांति से जूझ रहा है। ऐसे समय में मात्र गांधीवादी सोच ही विश्व को शांति और अहिंसा की ओर अग्रसर कर सकती है।
गांधी जी ने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरूआत दक्षिण अफ्रीका से की, जहां उन्होंने सरकार की रंगभेद की नीति को समाप्त करने के लिए सत्याग्रह किया। गांधी जी के द्वारा लिखी गई उनकी आत्मकथा ‘सत्य के प्रयोग’ सत्य और अहिंसा के दर्शन पर आधारित एक अद्वितीय रचना है। आज की युवा पीढ़ी को इसे जरूर पढ़ना चाहिए। इसके अध्ययन से युवा पीढ़ी में गांधीवादी सोच विकसित हो सकेगी। गांधी जी के द्वारा देश में सुदृढ़ की गई अहिंसावादी विचारधारा के कारण आज भारत का पूरे विश्व में सम्मान है।
गांधी जयन्ती के अवसर पर गांधी जी की विचारधारा पर चलते हुए समाज की उत्कृष्ट सेवा करने वाले 5 गांधीवादी विचारकों को गांधी सद्भावना सम्मान से सम्मानित किया। इनमें प्रसिद्ध गांधीवादी विचारक डॉ. एस.एन. सुब्बाराव (मरणोपरान्त), श्री नेमीचंद जैन (मरणोपरान्त), श्री अमरनाथ भाई जी, गांधी पीस फाउण्डेशन के अध्यक्ष श्री कुमार प्रशांत तथा भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति के फाउंडर और चीफ पेट्रन श्री डी.आर. मेहता शामिल थे। इन्हें 5 लाख रूपए की सम्मान राशि, मोमेन्टो, प्रशस्ति पत्र देकर व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। समाज के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले गांधीवादी विचारकों को प्रतिवर्ष गांधी सद्भावना सम्मान दिया जाएगा। साथ ही सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के इंटीग्रेटेड पोर्टल www.Schemes.rajasthan.gov.in का लोकार्पण भी किया। जिस पर आमजन 61 विभागों की 482 योजनाओं के बारे में जानकारी ले सकते हैं।
कार्यक्रम में प्रदेशभर से लोगों ने एक साथ मिलकर सर्वधर्म प्रार्थना करने का विश्व रिकॉर्ड बनाया। इसके लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्डस, लंदन के प्रतिनिधि प्रथम भल्ला द्वारा प्रोविजनल सर्टीफिकेट दिया गया। विभिन्न विद्यालयों से आये बच्चों ने हाथों में तिरंगा लहराते हुए वैष्णव जन तो तेने कहिये, दे दी हमे आजादी व धर्म वो एक ही सच्चा के गायन को सुना।
गांधी ज��� के विचारों को प्रसारित करने के लिए पहली बार अधिकारिक तौर पर एक अलग विभाग का निर्माण किया गया है। राजस्थान ऐसा करने वाला एकमात्र राज्य है। महात्मा गांधी के सिद्धांतों और आदर्शों पर चलते हुए हिंसामुक्त समाज की स्थापना के लिए शांति एवं अहिंसा विभाग की स्थापना की गई है। ये विभाग गांधी जी के विचारों को घर-घर तक पहुंचाने का कार्य कर रहा है, ताकि आमजन सभी प्रकार की हिंसा के उन्मूलन के लिए प्रेरित हों।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल में संयुक्त राष्ट्र संघ में 2 अक्टूबर को विश्व अहिंसा दिवस घोषित करने का प्रस्ताव रखा। इसका सभी देशों ने अनुमोदन किया। आज इस दिन को पूरी दुनिया अहिंसा दिवस के रूप में मना रही है, यह देश के लिए गौरव का विषय है। पूरे विश्व में देश को गांधीवादी विचारधारा से एक अलग पहचान मिली है। आज विविधताओं से भरे हमारे देश में युवाओं की चेतना में गांधी जी के विचारों का व्यापक समावेश आवश्यक है। उन्होंने कहा गांधी जी के व्यक्तित्व से प्रभावित होकर महान वैज्ञानिक आइन्स्टाइन ने कहा था कि आने वाली पीढ़ियों को विश्वास नहीं होगा कि ऐसा महापुरूष कभी इस संसार में आया था।
1971 में देश की पूर्वी सीमा पर आए शरणार्थी संकट के दौरान शरणार्थी शिवि��ों में सेवा करने की प्रेरणा गांधी जी से मिली। गांधी जी की जीवनी से परपीड़ा को अपना समझने तथा इसके निवारण के लिए संकल्पित होकर कार्य करने की सीख प्राप्त हुई। बाल्यकाल से ही गांधी जी के विचारों से जुडे़ संस्थान गांधी पीस फाउण्डेशन से जुड़ाव रहा। इसके शिविरों में गांधी जी के अहिंसा, करूणा, दया व आपसी सद्भाव के सिद्धांतों को आत्मसात करने का अवसर मिला।
पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती पर उनको श्रद्धांजली दी। देश के विकास में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। कार्यक्रम के अंत मेंएसएमएस स्टेडियम में उपस्थित बच्चों के बीच जाकर उनसे मिले।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में जहां विभिन्न देशों के मध्य युद्ध और तनाव की स्थिति है, केवल महात्मा गांधी का अहिंसावादी दर्शन ही शांति की पुर्नस्थापना कर सकता है। कला संस्कृति विभाग की शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने कहा कि गांधी जी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांत पर चलकर ही एक आदर्श समाज की स्थापना की जा सकती है।
इससे पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयन्ती पर शासन सचिवालय तथा गांधी सर्किल स्थित बापू की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। प्रातः शासन सचिवालय पहुंचे और यहां महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। शासन सचिवालय में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष बैठकर गांधी जी के प्रिय भजन वैष्णव जन तो तेने कहिये, रघुपति राघव राजा राम, राम रतन धन पायो व राम धुन का श्रवण किया। इसके बाद जेएलएन मार्ग स्थित गांधी सर्किल पहुंचे और गांधी जी की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती ममता भूपेश, कृषि मंत्री श्री लालचंद कटारिया, उद्योग मंत्री श्रीमती शकुंतला रावत, आपदा प्रबंधन मंत्री श्री गोविंद राम मेघवाल, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास, अल्पसंख्यक मामलात मंत्री श्री शाले मोहम्मद, राजस्थान क्रीड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमती कृष्णा पूनिया, राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री रमेश बोराणा, मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, विद्यार्थी व आमजन उपस्थित रहे।
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10 Lines on Republic Day in Hindi, गणतंत्र दिवस पर दस लाइन
29 अगस्त 1947 को गठित संविधान की प्रारूप समिति भीमराव रामजी आम्बेडकर की अध्यक्षता में थी।26 जनवरी 1930 को, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत की स्वतंत्रता की घोषणा की थी।ध्वजारोहण के लिए सभी सरकारी कर्मचारियों की उपस्थिति अनिवार्य होती है।यह देशभक्ति महसूस करने और Republic Day Essay in Hindi 10 Lines राष्ट्रवाद का पालन करने का दिन है।इस दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रम हमें लोगों के कल्याण के लिए जीने के लिए प्रेरित करते हैं।गणतंत्र दिवस पर निबंध प्रस्तावना उपसंहारप्रस्तावना भारत में हर साल 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। 26 जनवरी के अवसर पर देश के राष्ट्रपति इंडिया गेट के पास तिरंगा झंडा फहराते हैं। सर्वप्रथम गणतंत्र दिवस सन् 1950 में मनाया गया था। और इसी दिन पहली बार भारत का संविधान भी लागू किया गया था।
गणतंत्र दिवस का महत्व पर निबंध
गणतंत्र दिवस के अवसर पर कई सारे अनुष्ठान रखे जाते है जिसमें कई सारी प्रस्तुतियाँ होती हैं, और राष्ट्रगान गाया जाता है। गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय अवकाश है। इस दिन सभी लोगों की छुट्टी रहती है चाहे ऑफिस में काम करने वाले लोग हो या फिर कारखाने में। गणतंत्र दिवस के अवसर पर सभी लोग अपने घर पर छुट्टी मनाते हैं। यही वजह है कि गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय त्योहार के रूप में भी मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में भारत की राजधानी के इंडिया गेट में धूमधाम से परेड निकाली जाती है। परेड में भारत के सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भाग लेते हैं। हर साल, विभिन्न देशों से अतिथि वक्ता��ं को आमंत्रित किया जाता है। यह सब गणतंत्र दिवस पर आयोजित समारोह का एक हिस्सा है।
स्टेज पर पहुंचते ही कहें... माननीय मुख्य अतिथि, शिक्षक, माता-पिता और मेरे सभी प्रिय मित्र आप सबको मेरा नमस्कार... मैं ....नाम.... कक्षा ..... का छात्र हूं। मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि इस बार भारत अपना 71 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। भारतीय नागरिकों के लिए बहुत ही खास दिन है और आप सभी को गणतंत्र दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। मित्रों हम 26 जनवरी 1950 से हर साल गणतंत्र दिवस मनाते है क्योंकि इस दिन भारत को गणतंत्र देश के रूप में घोषित किया गया था और साथ ही साथ भारत का संविधान लंबे संघर्ष के बाद भारत में लागू हुआ था। 15 अगस्त 1947 को भारत को आज़ादी मिली और ढाई साल बाद 26 जनवरी 1950 को भारत डेमोक्रेटिक रिपब्लिक बना। भारत में गणतंत्र दिवस का इतिहास में बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के बड़े संघर्ष के बाद हमें अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली और हमारा संविधान बना।
स्टेज पर पहुंचते ही कहें... माननीय मुख्य अतिथि, शिक्षक, माता-पिता और मेरे सभी प्रिय मित्र आप सबको मेरा नमस्कार... मैं ....नाम.... कक्षा ..... का छात्र हूं। मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि इस बार भारत अपना 71 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। भारतीय नागरिकों के लिए बहुत ही खास दिन है और आप सभी को गणतंत्र दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। मित्रों हम 26 जनवरी 1950 से हर साल गणतंत्र दिवस मनाते है क्योंकि इस दिन भारत को गणतंत्र देश के रूप में घोषित किया गया था और साथ ही साथ भारत का संविधान लंबे संघर्ष के बाद भारत में लागू हुआ था। 15 अगस्त 1947 को भारत को आज़ादी मिली और ढाई साल बाद 26 जनवरी 1950 को भारत डेमोक्रेटिक रिपब्लिक बना। भारत में गणतंत्र दिवस का इतिहास में बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के बड़े संघर्ष के बाद हमें अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली और हमारा संविधान बना।प्रश्न: गणतंत्र दिवस पर भाषण कैसे तैयार करें?
उत्तर: ऊपर लेख में दी गई जानकारी की मदद से गणतंत्र दिवस पर आसानी से भाषण तैयार किया जा सकता है।
प्रश्न: भारतीय संविधान की मुख्य बातें क्या हैं?
उत्तर: यह लिखित और निर्मित होने के साथ ही दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है। इसमें विश्व के विभिन्न देशों के संविधानों की अच्छी बातों को जगह दी गई है। संसदीय प्रणाली ब्रिटेन से ली गई है तो मौलिक अधिकार अमेरिका के संविधान से और मौलिक कर्तव्य पूर्व सोवियत संघ से, राज्य के नीति निर्देशक तत्व आयरलैंड से तो सशोधन प्रक्रिया दक्षिण अफ्रीका के संविधान से। वयस्क मताधिकार की व्यवस्था भारतीय संविधान में की गई है। संविधान देश में एकीकृत और स्वतंत्र न्यायप्रणाली की व्यवस्था करता है। ऐसी बहुत सी खूबियां हैं जिनको नागरिकों के जीवन को बेहतर
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Republic Day Speech In Hindi: गणतंत्र दिवस पर भाषण हिंदी में
स्टेज पर पहुंचते ही कहें... माननीय मुख्य अतिथि, शिक्षक, माता-पिता और मेरे सभी प्रिय मित्र आप सबको मेरा नमस्कार... मैं ....नाम.... कक्षा ..... का छात्र हूं। मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि इस बार भारत अपना 71 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। भारतीय नागरिकों के लिए बहुत ही खास दिन है और आप सभी को गणतंत्र दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। मित्रों हम 26 जनवरी 1950 से हर साल गणतंत्र दिवस मनाते है क्योंकि इस दिन भारत को गणतंत्र देश के रूप में घोषित किया गया था और साथ ही साथ भारत का संविधान लंबे संघर्ष के बाद भारत में लागू हुआ था। 15 अगस्त 1947 को भारत को आज़ादी मिली और ढाई साल बाद 26 जनवरी 1950 को भारत डेमोक्रेटिक रिपब्लिक बना। भारत में गणतंत्र दिवस का इतिहास में बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के बड़े संघर्ष के बाद हमें अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली और हमारा संविधान बना।
स्टेज पर पहुंचते ही कहें... माननीय मुख्य अतिथि, शिक्षक, माता-पिता और मेरे सभी प्रिय मित्र आप सबको मेरा नमस्कार... मैं ....नाम.... कक्षा ..... का छात्र हूं। मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि इस बार भारत अपना 71 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। भारतीय नागरिकों के लिए बहुत ही खास दिन है और आप सभी को गणतंत्र दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। मित्रों हम 26 जनवरी 1950 से हर साल गणतंत्र दिवस मनाते है क्योंकि इस दिन भारत को गणतंत्र देश के रूप में घोषित किया गया Republic Day Speech in Hindi था और साथ ही साथ भारत का संविधान लंबे संघर्ष के बाद भारत में लागू हुआ था। 15 अगस्त 1947 को भारत को आज़ादी मिली और ढाई साल बाद 26 जनवरी 1950 को भारत डेमोक्रेटिक रिपब्लिक बना। भारत में गणतंत्र दिवस का इतिहास में बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के बड़े संघर्ष के बाद हमें अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली और हमारा संविधान बना।प्रश्न: गणतंत्र दिवस पर भाषण कैसे तैयार करें?
उत्तर: ऊपर लेख में दी गई जानकारी की मदद से गणतंत्र दिवस पर आसानी से भाषण तैयार किया जा सकता है।
प्रश्न: भारतीय संविधान की मुख्य बातें क्या हैं?
उत्तर: यह लिखित और निर्मित होने के साथ ही दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है। इसमें विश्व के विभिन्न देशों के संविधानों की अच्छी बातों को जगह दी गई है। संसदीय प्रणाली ब्रिटेन से ली गई है तो मौलिक अधिकार अमेरिका के संविधान से और मौलिक कर्तव्य पूर्व सोवियत संघ से, राज्य के नीति निर्देशक तत्व आयरलैंड से तो सशोधन प्रक्रिया दक्षिण अफ्रीका के संविधान से। वयस्क मताधिकार की व्यवस्था भारतीय संविधान में की गई है। संविधान देश में एकीकृत और स्वतंत्र न्यायप्रणाली की व्यवस्था करता है। ऐसी बहुत सी खूबियां हैं जिनको नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए भारतीय संविधान में जगह दी गई है। यह अपने आप में संपूर्ण है।प्रश्न: गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है? उत्तर: 26 जनवरी, 1950 को हमारे देश का संविधान लागू हुआ था, हमारा देश भारत गणतंत्र बना था। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के कारण यह दिन हमारे देश के राष्ट्रीय पर्व के तौर पर मनाया जाता है।
प्रश्न: गणतंत्र दिवस कैसे मनाया जाता है?
उत्तर: सभी सरकारी संस्थानों में यह पर्व मनाया जाता है। मुख्य आयोजन देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के रूप में होता है जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में देश की उपलब्धियों की झलक दिखाई जाती है। विद्यालयों में इस अवसर पर विशेष आयोजन होते हैं, प्रभातफेरियां निकाली जाती हैं, ��िरंगा फहराया जाता है, राष्ट्रगान गाया जाता है, गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day discourse), देशभक्ति के गीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आयोजित किए जाते हैं और मिठाइयां वितरित की जाती हैं।देश की समस्याओं को दूर करने के लिए वर्तमान व्यवस्था में व्यापक बदलाव की जरूरत होगी। भ्रष्टाचार हर समस्या की एकमात्र जड़ है। इसको अगर खत्म कर दिया जाए तो धीरे-धीरे बाकी सब समस्याएं कम होने लगेंगी। देश की राजनैतिक व्यवस्था में भी सुधार की भारी जरूरत है। इसके लिए राजनैतिक
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विजय दिवस 2021: महेश बाबू से लेकर अल्लू अर्जुन तक, दक्षिण के अभिनेता जिन्होंने स्क्रीन पर सैनिकों की भूमिका निभाई
विजय दिवस 2021: महेश बाबू से लेकर अल्लू अर्जुन तक, दक्षिण के अभिनेता जिन्होंने स्क्रीन पर सैनिकों की भूमिका निभाई
भारत 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर अपनी जीत के उपलक्ष्य में आज विजय दिवस मना रहा है, जिसके कारण बांग्लादेश का निर्माण हुआ। हर साल, 16 दिसंबर को, भारतीय उन बहादुरों को श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों की शक्ति की स्थापना की। पूर्वी पाकिस्तान में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, युद्ध 3 दिसंबर 1971 को शुरू हुआ और 13 दिन बाद 16 दिसंबर को पाकिस्तानी सेना के बिना शर्त आत्मसमर्पण के साथ…
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स्वतंत्रता दिवस 2020 : 15 अगस्त 1947 को आजादी के जश्न के दौरान कहां थे महात्मा गांधी? जानिए
चैतन्य भारत न्यूज 15 अगस्त 2020 को यानी आज देश अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। साल 1947 में इसी दिन भारत को अंग्रेजों की हुकूमत से आजादी मिली थी। भारत को आजादी दिलाने में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की अहम भूमिका रही थी। लेकिन क्या आपको ये पता है कि भारत को आजादी मिली थी तो महात्मा गांधी इस जश्न में शामिल नहीं थे। अब सवाल यह उठता है कि आखिर उस समय महात्मा गांधी थे कहां? स्वतंत्रता दिवस के इस खास दिन हम आपको इन सभी सवालों का जवाब दे रहे हैं- आजादी की निश्चित तिथि से दो हफ्ते पहले ही गांधीजी ने दिल्ली को छोड़ दिया था। उन्���ोंने चार दिन कश्मीर में बिताए और उसके बाद ट्रेन से वह कोलकाता की ओर रवाना हो गए, जहां साल भर से चला रहा दंगा खत्म नहीं हुआ था। 15 अगस्त 1947 जिस समय भारत को आजादी मिली थी तब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी इस जश्न में शामिल नहीं हो सके थे, क्योंकि तब वे दिल्ली से हजारों किलोमीटर दूर बंगाल के नोआखली में थे, जहां वे हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच हो रही सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए अनशन कर रहे थे। गांधीजी ने 15 अगस्त 1947 का दिन 24 घंटे का उपवास करके मनाया था। उस वक्त देश को आजादी तो मिली थी लेकिन इसके साथ ही मुल्क का बंटवारी भी हो गया था। पिछले कुछ महीनों से देश में लगातार हिंदू और मुसलमानों के बीच दंगे हो रहे थे। इस अशांत माहौल से गांधीजी काफी दुखी थे। 14 अगस्त की मध्यरात्रि को जवाहर लाल नेहरू ने अपना ऐतिहासिक भाषण 'ट्रिस्ट विद डेस्टनी' दिया था। इस भाषण को पूरी दुनिया ने सुना था लेकिन महात्मा गांधी ने इसे नहीं सुना क्योंकि उस दिन वे जल्दी सोने चले गए थे। हर साल स्वतंत्रता दिवस पर भारत के प्रधानमंत्री लाल किले से झंडा फहराते हैं, लेकिन 15 अगस्त, 1947 को ऐसा नहीं हुआ था। लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के मुताबिक नेहरू ने 16 अगस्त, 1947 को लाल किले से झंडा फहराया था। 15 अगस्त 1947 के दिन वायसराइल लॉज (अब राष्ट्रपति भवन ) में जब नई सरकार को शपथ दिलाई जा रही थी, तो लॉज के सेंट्रल डोम पर सुबह साढ़े दस बजे आजाद भारत का राष्ट्रीय ध्वज पहली बार फहराया गया था। इससे पहले 14-15 अगस्त की रात को स्वतंत्र भारत का राष्ट्रीय ध्वज कौंसिल हाउस के उपर फहराया गया, जिसे आज संसद भवन के रूप में जाना जाता है। 15 अगस्त 1947 को सुबह छह बजे की बात है। देश के इतिहास में पहली बार राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दिए जाने का कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में पहले समारोहपूर्वक यूनियन जैक को उतारा जाना था, लेकिन जब देश के अंतिम वायसराय लार्ड माउंटबेटन ने पंडित नेहरू के साथ इस पर विचार विमर्श किया, तो उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि यह ऐसा दिन है जब हर कोई खुशी चाहता है, लेकिन यूनियन जैक को उतारे जाने से ब्रिटेन की भावनाओं के आहत होने के अंदेशे के चलते उन्होंने समारोह से इस कार्यक्रम को हटाने की बात कही। इससे पहले 14 अगस्त 1947 की शाम को ही वायसराय हाउस के उपर से यूनियन जैक को उतार लिया गया था 15 अगस्त तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा का निर्धारण नहीं हुआ था। इसका फैसला 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से हुआ जोकि भारत और पाकिस्तान की सीमाअओं को निर्धारित करती थी। भारत 15 अगस्त को आजाद जरूर हो गया लेकिन उस समय उसका अपना कोई राष्ट्र गान नहीं था। हालांकि रवींद्रनाथ टैगोर 'जन-गण-मन' 1911 में ही लिख चुके थे, लेकिन यह राष्ट्रगान 1950 में ही बन पाया। 15 अगस्त को भारत के अलावा तीन अन्य देशों का भी स्वतंत्रता दिवस होता है। दक्षिण कोरिया जापान से 15 अगस्त, 1945 को आज़ाद हुआ। ब्रिटेन से बहरीन 15 अगस्त, 1971 को और फ्रांस से कांगो 15 अगस्त, 1960 को आजाद हुआ था। 15 अगस्त, 1947 को लॉर्ड माउंटबेटन ने अपने दफ़्तर में काम किया। दोपहर में नेहरू ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल की सूची सौंपी और बाद में इंडिया गेट के पास प्रिसेंज गार्डेन में एक सभा को संबोधित किया। 15 अगस्त 1947 को, 1 रुपया 1 डॉलर के बराबर था और सोने का भाव 88 रुपए 62 पैसे प्रति 10 ग्राम था। Read the full article
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Coronavirus China Italy | Coronavirus Outbreak China Italy Iran USA Japan France Live Today News Updates World Cases Novel Corona COVID-19 Death Toll | रूस में 24 घंटे में 6736 नए मामले मिले, डब्ल्यूएचओ ने कहा- 24 घंटे में संक्रमण के 2.12 लाख मामले मिले; दुनिया में अब तक 1.13 करोड़ संक्रमित
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Coronavirus China Italy | Coronavirus Outbreak China Italy Iran USA Japan France Live Today News Updates World Cases Novel Corona COVID-19 Death Toll | रूस में 24 घंटे में 6736 नए मामले मिले, डब्ल्यूएचओ ने कहा- 24 घंटे में संक्रमण के 2.12 लाख मामले मिले; दुनिया में अब तक 1.13 करोड़ संक्रमित
दुनियाभर में अब तक 5.33 लाख लोगों की जान जा चुकी है, 64.34 लाख लोग ठीक हुए हैं
सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका में 29.35 लाख संक्रमित, जबकि 1 लाख 32 हजार 318 मौतें
दैनिक भास्कर
Jul 05, 2020, 03:07 PM IST
वॉशिंगटन. दुनियाभर में कोरोनावावायरस से 1 करोड़ 13 लाख 79 हजार 083 लोग संक्रमित हैं। इनमें 64 लाख 34 हजार 012 मरीज ठीक हो चुके हैं। 5 लाख 33 हजार 388 लोगों की मौत हो गई है। रूस में 24 घंटे में संक्रमण के 6736 नए मामले मिले हैं। यहां संक्रमितों की संख्या 6.81 लाख हो चुकी है। वहीं, डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, 24 घंटे में संक्रमण के 2 लाख 12 हजार 326 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा 1.29 लाख केस अमेरिकी क्षेत्र में मिले हैं।
यहां अमेरिका में सबसे ज्यादा 53 हजार 213 और ब्राजील में 48 हजार 105 नए मामले मिले। इसके बाद दक्षिण एशिया क्षेत्र में सबसे ज्यादा मामले मिले। यहां 24 घंटे में 27,947 केस मिले और 534 मौतें हुई हैं।
10 देश जहां कोरोना का असर सबसे ज्यादा
देश
कितने संक्रमित कितनी मौतें कितने ठ��क हुए अमेरिका 29,35,982 1,32,318 12,60,405 ब्राजील 15,78,376 64,365 9,78,615 रूस 6,81,251 10,161 4,50,750 भारत 6,74,312 19,289 4,09,083 पेरू 2,99,080 10,412 1,89,621 स्पेन 2,97,625 28,385 उपलब्ध नहीं चिली 2,91,847 6,192 2,57,445 ब्रिटेन 2,84,900 44,198 उपलब्ध नहीं मैक्सिको 2,52,165 30,366 1,47,205 इटली 2,41,419 34,854 1,91,944
*ये आंकड़े https://www.worldometers.info/coronavirus/ से लिए गए हैं।
मैक्सिको: पांचवां देश जहां सबसे ज्यादा मौतें
मैक्सिको में मरने वालों की संख्या 30 हजार से ज्यादा हो गई है। मौतों के मामले में यह पांचवां सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। यहां शनिवार को 6,914 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 523 लोगों की जान गई है। यहां अब तक 2.25 लाख संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 1.47 लाख लोग ठीक हुए हैं।
अमेरिका से मौक्सिको आने वाले यात्रियों का तापमान चेक करते स्वास्थ्यकर्मी। सबसे ज्यादा मौतों के मामले में मैक्सिको 5वां देश है।
ब्राजील: 1 दिन में 1091 मौतें ब्राजील में 24 घंटे में 1091 मरीजों की मौत हुई है। देश में अब तक 64,265 लोग जान गंवा चुके हैं। यहां एक दिन पहले यानी शुक्रवार को 42,223 नए मामले दर्ज किए गए थे और 1290 लोगों की मौत हुई थी। ब्राजील कोरोना से प्रभावित होने और मौतों के मामले में अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है।
ब्राजील में चर्च खोले ��ाने के बाद प्रिस्ट मास्क पहने नजर आए। देश में अब तक 64,265 लोग जान गंवा चुके हैं।
अमेरिका: टेक्सास में 8258 नए मामले स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि शनिवार को जब देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा था, उस दिन टेक्सास में कोरोना के 8258 नए मामले दर्ज किए गए। वहीं, 33 लोगों की मौत हुई। राज्य में अब तक 1.91 लाख प्रभावित हो चुके हैं और 2608 लोगों ने इसके कारण जान गंवाई है। यहां 97 हजार लोग अब तक ठीक हो चुके हैं। वहीं, फ्लोरिडा में एक दिन में 11,445 नए मामले सामने आए हैं।
द.अफ्रीका: लॉकडाउन के 100 दिन पूरे दक्षिण अफ्रीका में लॉकडाउन के 100 दिन हो चुके हैं। देश में 27 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया था। यहां 1 मई से प्रतिबंधों में राहत देनी शुरू की गई। इसके बाद मामले भी बढ़ने शुरू हुए। देश में 24 घंटे में 10,853 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या 1.87 लाख हो गई है। वहीं, 3026 लोगों की जान जा चुकी है।
दक्षिण अफ्रीका में एक स्टोर में लोग मास्क पहने नजर आए। यहां 24 घंटे में 20 हजार से ज्यादा संक्रमित मिले हैं।
इजराइल: 29 हजार से ज्यादा मामले इजराइल में 24 घंटे में 977 नए मामले सामने आए हैं। यहां संक्रमितों की संख्या 29 हजार से ज्यादा हो चुकी है। देश में मरने वालों की संख्या 330 हो चुकी है। यहां 17 हजार 773 लोग ठीक हो चुके हैं। शनिवार को पुलिस ने कहा कि देश के सीमा पुलिस चीफ याकुव शब्ताई कोरोना संक्रमित मिले हैं।
चीन: हुबेई में एक भी नया केस नहीं नेशनल हेल्थ कमीशन ने शनिवार को कहा कि राज्य में एक भी नया केस नहीं मिला है। राज्य में फिलहाल 3 बिना लक्षण वाले मरीज हैं और 121 का इलाज किया जा रहा है। फिलहाल, यहां 68,135 संक्रमित हैं। इनमें से 63,623 को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। राज्य में अब तक 4512 लोगों की जान जा चुकी है।
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