#ड्राइव इन वैक्सीनेशन
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भोपाल: 45+ के लोग कार में बैठ-बैठे ही लगवा सकेंगे वैक्सीन; बुक करने पर नगर निगम पिक एंड ड्रॉप की देगा सुविधा
भोपाल: 45+ के लोग कार में बैठ-बैठे ही लगवा सकेंगे वैक्सीन; बुक करने पर नगर निगम पिक एंड ड्रॉप की देगा सुविधा
भोपाल में मध्यप्रदेश के पहले ड्राइव इन सिनेमा में राज्य सरकार के प्रयासों से ‘ड्राइव इन वैक्सीनेशन” शुरू हुआ है। स्वास्थ्य विभाग और यूनिसेफ के सहयोग से राज्य पर्यटन निगम की श्यामला हिल्स स्थित होटल लेक व्यू के परिसर में इसका संचालन किया जा रहा है। शनिवार को इसका शुभारंभ किया गया। इंदौर के बाद यह प्रदेश का दूसरा ड्राइव इन वैक्सीन सेंटर है। भोपाल में 45 साल से अधिक उम्र के लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन…
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#कोरोना वैक्सीनेशन#चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग#ड्राइव इन वैक्सीनेशन#राज्य पर्यटन विकास निगम#bhopal hindi news#Indore#mp news#vicharodaya
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कोविड टीकाकरण के लिए आज शनिवार को आयोजित होगा मेगा वैक्सीनेशन ड्राइव ,500 से भी अधिक टीकाकरण केंद्रों पर लगेंगे टीके
कोविड टीकाकरण के लिए आज शनिवार को आयोजित होगा मेगा वैक्सीनेशन ड्राइव ,500 से भी अधिक टीकाकरण केंद्रों पर लगेंगे टीके
कोविड टीकाकरण के लिए आज शनिवार को आयोजित होगा मेगा वैक्सीनेशन ड्राइव ,500 से भी अधिक टीकाकरण केंद्रों पर लगेंगे टीके उदयपुर/सतवीर सिंह पहाड़ा ब्यूरो हेड,देश में बढ़ते कोरोना मामलों एवं कोविड के नए वेरिएंट “ओमिक्रोन” के संभावित खतरे ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की चिंता की लकीरें बढ़ा दी है। विदेशों में कोविड का यह नया वेरिएंट काफी घातक सिद्ध हो रहा है परंतु इन सब के बीच राहत भरी खबर यह भी…
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वैक्सीनेशन रिकॉर्ड: 100% टीकाकरण करने वाला देश का पहला शहर बना भुवनेश्वर Divya Sandesh
#Divyasandesh
वैक्सीनेशन रिकॉर्ड: 100% टीकाकरण करने वाला देश का पहला शहर बना भुवनेश्वर
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ वैक��सीनेशन बहुत तेजी से हो रहा है। ऐसे में ओडिशा का भुवनेश्वर शहर देश का पहला ऐसा शहर बन गया है, जहां 100 फीसदी योग्य लोगों को वैक्सीनेट कर दिया गया है। यहां 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी हैं। समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए भुवनेश्वर के डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर अंशुमान रथ ने बताया कि लगातार वैक्सीनेशन ड्राइव चलाई गई और 100% वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है।भुवनेश्वर में 18 साल से ज्यादा उम्र के करीब 9 लाख लोग हैं, जिनमें से लगभग 31 हजार हेल्थ केयर वर्कर और 33 हजार फ्रंट लाइन वर्कर हैं। आंकड़ों के अनुसार, करीब 5 लाख 17 हजार लोग ऐसे में जिनकी उम्र 18 से 44 साल के बीच है जबकि करीब 3 लाख 25 हजार लोग ऐसे हैं जिनकी 45 साल से ज्यादा है। सभी को वैक्सीन दी जा चुकी है। अंशुमान रथ के मुताबिक, भुवनेश्वर में कोरोना वैक्सीन की 18 लाख 16 हजार डोज लगाई जा चुकी हैं। अंशुमान रथ ने बताया कि ऐसे लोगों की संख्या बहुत कम है, जिन्हें वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगी है। उन्होंने बताया कि इसके अलग-अलग कारण हैं। कुछ लोग दूसरे जिलों से काम करने के लिए आते हैं। वहीं, गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन देने को लेकर पूछने पर उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं को पहली डोज दी जा चुकी है। ऐसे में सोमवार को नीति आयोग की CEO अमिताभ कांत ने भी भुवनेश्वर में 100 वैक्सीनेशन करने के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को बधाई भी दी है। अमिताभ कांत ने कहा कि 100% कोरोना टीकाकरण करने वाला भुवनेश्वर देश का पहला शहर है, पुरी 24×7 पीने के पानी की आपूर्ति करने वाला पहला शहर है। इन उपलब्धियों के लिए और 2018 से हमारी राष्ट्रीय पुरुष और महिला हॉकी टीमों को प्रायोजित (Sponsor) करने के लिए सीएम नवीन पटनायक और ओडिशा के लोगों को बधाई।
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Good Newes: WHO में बजा चरखी-दादरी की वैक्सीनेशन ड्राइव का डंका, 30 गांव में लगे 100% डोज
Good Newes: WHO में बजा चरखी-दादरी की वैक्सीनेशन ड्राइव का डंका, 30 गांव में लगे 100% डोज
प्रदीप साहू. चरखी दादरी. दुनिया में स्वास्थ्य क्षेत्र की सबसे बड़ी संस्था डब्लयूएचओ (WHO) में भी इन दिनों वैक्सीनेशन (vaccination) ड्राइव को लेकर चरखी दादरी (Dadri) जिला की चर्चा हो रही है. जिला के 30 गांवों में 100 प्रतिशत से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं. इसको लेकर संगठन शोधकर रहा है और इस पर एनएचएम के साथ मिलकर एक डिटेल केस स्टडी बनाई जा रही है. स्वास्थ्य विभाग ने आगामी 15 दिनों…
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शहर के अस्पतालों में दो-दो सौ लोगों को लगेगी वैक्सीन #news4
शिमला : शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज (आइजीएमसी), कमला नेहरू अस्पताल (केएनएच) व रिपन अस्पताल में अब दोगुने लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई जाएगी। इन अस्पतालों में जहां रोजाना 100 लोग वैक्सीनेट होते थे, वहीं अब 200-200 लोगों को वैक्सीन की सुविधा मिलेगी। जिला स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीनेशन ड्राइव को तेज करने के लिए लक्ष्य बढ़ा दिए हैं। नवंबर तक जिले भर के 18 से अधिक आयुवर्ग के सभी लोगों को वैक्सीन…
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कोविड वैक्सीन लगवाने के बाद शारीरिक संबंध बनाना चाहिए या नहीं? पढ़िए खबर - पूरा देश ही इन दिनों कोरोना वायरस संक्रमण से त्रस्त है। इससे बचाने के लिए सरकार ने वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू किया हुआ है। इस ड्राइव में 18 से 45 वर्ष के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। लेकिन इस वैक्सीनेशन ड्राइव को लेकर लोगों के मन में कई तरह https://thedepth.in/is-it-safe-to-have-sexual-relationship-after-taking-the-covid-vaccine-read-the-story/
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18-44 साल के लोग अब बिना स्लॉट बुक किए ही लगवा सकेंगे वैक्सीन, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बदला नियम
चैतन्य भारत न्यूज सरकार ने वैक्सिनेशन के नियमों में बदलाव किया है। इससे 18-44 एज ग्��ुप के लोगों को काफी राहत मिलेगी। वैक्सीनेशन ड्राइव में सोमवार को एक नई सुविधा दी गई है। 18 से 44 साल की आयु के लोगों को अब पहले से ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेने की जरूरत नहीं होगी। इसकी शुरुआत आज यानी 24 मई से हो गई है। On-site registration & appointment is now being enabled for the 18-44 years age group on CoWIN. However, this feature is being enabled only for Government #COVID Vaccination Centers (CVCs), at the present moment in time: Union Ministry of Health and Family Welfare — ANI (@ANI) May 24, 2021 सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आदेश दिया है कि इस आयु वर्ग के लोग सीधे वैक्सीनेशन केंद्रों पर पहुंचकर टीका लगवा सकेंगे। यानी कि इस वर्ग के लोगों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा तो रहेगी ही, अब लोग ऑफलाइन भी वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। वेस्टेज रोकने के लिए किया फैसला दरअसल, जब से 18-44 आयु वर्ग के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हुआ है तब से हर दिन हजारों लोग Cowin पोर्टल पर वैक्सीन के लिए स्लॉट बुक करने के लिए जाते हैं और खाली हाथ लौट आते हैं। कई राज्यों से वैक्सीन के लिए स्लॉट बुक किए जाने के बाद भी लोग वैक्सीनेशन सेंटर नहीं पहुंच रहे थे। ऐसे में वैक्सीन वेस्टेज के मामले बढ़ रहे थे। इन रिपोर्ट्स के आधार पर ही केंद्र ने यह फैसला लिया है। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। यह सुविधा इसलिए शुरू की जा रही है, जिससे कि टीके की बरबादी रोकी जा सके। यानी कि अगर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के जरिए उतने लाभार्थी नहीं पहुंच रहे और वैक्सीन की डोज़ उपलब्ध हैं, तो सेंटर पर भी रजिस्टर्ड लोगों को वैक्सीन लगाई जाएंगी। मंत्रालय की ओर से साफतौर पर कहा गया है कि यह सुविधा फिलहाल केवल सरकारी वैक्सीनेशन केंद्र पर ही उपलब्ध है। Read the full article
#18-44सालकेलोग#CoronaVaccine#cowinregistration#onlineslotbookingforvaccination#कोरोनावैक्सीन#वैक्सिनेशन#वैक्सीन#वैक्सीनेशनकेलिएऑनलाइनबूकिं#स्लॉटबुकिंग#स्वास्थ्यमंत्रालय
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फरहान अख्तर पर यूजर ने लगाया सीनियर सिटीजंस वाले केंद्र पर वैक्सीन लगवाने का आरोप, एक्टर ने दिया जवाब [Source: Patrika : India's Leading Hindi News Portal]
फरहान अख्तर पर यूजर ने लगाया सीनियर सिटीजंस वाले केंद्र पर वैक्सीन लगवाने का आरोप, एक्टर ने दिया जवाब [Source: Patrika : India’s Leading Hindi News Portal]
मुंबई। एक्टर फरहान अख्तर ने हाल ही ड्राइव—इन वैक्सीनेशन केंद्र पर जाकर कोरोना वैक्सीन लगवाया है। इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर लोग एक्टर को ट्रोल करने लगे। लोगों का कहना है कि एक्टर ने अपने सेलेब होने का फायदा उठाते हुए बिना बुकिंग के उस केंद्र पर टीका लगवाया जहां सीनियर सिटीजंस को वैक्सीन लगती है। एक ट्वीटर यूजर ने तो उनसे ऑनलाइन बुकिंग का स्क्रीनशॉट शेयर करने के लिए कह दिया। फरहान को ट्रोल करते…
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मुुंबई: दादर में ड्राइव-इन वैक्सीनेशन की हुई शुरुआत, वरिष्ठ और विकलांग लोगों को दी जाएगी ये खास सुविधा
मुुंबई: दादर में ड्राइव-इन वैक्सीनेशन की हुई शुरुआत, वरिष्ठ और विकलांग लोगों को दी जाएगी ये खास सुविधा
मुंबई में पहला ड्राइव-इन वैक्सीनेश्न सेंटर की शुरुआत आज से हो चुकी है. दरअसल, मुंबई के दादर पश्चिम में शिवाजी पार्क के पास बहु-मंजिला कोहिनूर पार्किंग को टीकाकरण केंद्र में तब्दील किया गया है. बताया जा रहा है यहां केवल वरिष्ठ नागरिकों और विशेष रूप से विकलांग नागरिकों को ड्राइव-इन सुविधा प्रदान की जा रही है. जी/नोर्थ वार्ड के सहायक आयुक्त किरण दिघावकर ने बताया, “सात बूथों पर प्रतिदिन 5,000 लगों को…
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मध्य प्रदेश में 29 और 30 अप्रैल नहीं लगेगी वैक्सीन, 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन की प्लानिंग के लिए लिया फैसला
मध्य प्रदेश में 29 और 30 अप्रैल नहीं लगेगी वैक्सीन, 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन की प्लानिंग के लिए लिया फैसला
मध्य प्रदेश में 29 और 30 अप्रैल को सभी वैक्सीनेशन सेशन निलंबित किए गए है. मध्यप्रदेश के वैक्सीनेशन इंचार्ज ने बताया हैकि 18 से 44 साल तक की उम्र के लोगों की वैक्सीनेशन ड्राइव की प्लानिंग, ट्रेनिंग और ड्राई रन को देखते हुए फैसला लिया गया है. अभिनेता जिमी शेरगिल गिरफ्तार, कोरोना नियम तोड़ने के आरोप में कार्रवाई मध्य प्रदेश में इस समय 21 हजार से ज्यादा मरीज ऑक्सीजन या आईसीयू बेड पर हैं. इन मरीजों के…
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#Corona vaccination in Madhya Pradesh#Coronavirus in Madhya pradesh#hindi mp news#inoculation drive#latest mp news#mp news#vicharodaya
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राजस्थान में तेल, गैस के अतिरिक्त पोटाश और सिल्वर जैसे खनिजों के बड़े भण्डार मिलने से हिन्दी सिनेमा के लोकप्रिय गीत ‘मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे-मोती...‘ की कल्पना साकार हुई है। इन खनिजों के उत्पादन से यहां कई प्रकार के नए उद्योग-धंधों के विकास की संभावनाएं बढ़ी हैं। प्रवासियों को प्रदेश में उपजे इन अवसरों का भरपूर लाभ लेना चाहिए।
केरल के तिरुवनंतपुरम में राजस्थान फाउंडेशन और राजस्थान संघ, तिरुवनंतपुरम द्वारा आयोजित प्रवासी राजस्थानियों के साथ संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया। राज्य सरकार ने फूड प्रोसेसिंग सहित अनेक एमएसएमई उद्यमों को प्रोत्साहित करने के लिए फेसिलिटेशन एक्ट, नई औद्योगिक नीतियां और ‘वन स्टॉप शॉप‘ जैसी सुविधा���ं शुरू की हैं, जिससे उद्यमियों के लिए अधिक सकारात्मक माहौल बना है।
राज्य सरकार ने कई शैक्षणिक एवं औद्योगिक संस्थानों के साथ-साथ आधारभूत विकास के बड़े प्रोजेक्ट शुरू किए हैं। इनके चलते आने वाले समय में राजस्थान की सूरत एकदम बदल जाएगी। हमारी सरकार ने राज्य के महत्वपूर्ण राजमार्गों के आस-पास औद्योगिक क्षेत्र तथा अन्य गतिविधियां शुरू करने और विभिन्न संभागों में कच्चे माल की उपलब्धता के अनुसार कलस्टर विकसित करने का निर्णय लिया है। साथ ही, प्रदेश में नए उद्योग स्थापित करने के लिए 15 नए औद्योगिक क्षेत्र शुरू करने जा रहे हैं। संवाद कार्यक्रम के दौरान प्राप्त सुझावों पर विचार कर समुचित क्रियान्विति करने का विश्वास दिलाया।
हमारे प्रवासी देश और दुनिया में जहां-जहां भी हैं, हम वहां जाएंगे तथा उनके साथ संवाद स्थापित करेंगे। कोविड-19 महामारी के दौर में दूसरी जगहों पर बसे जिन लोगों को तकलीफें हुई हैं और आने वाले वक्त में उन्हें राजस्थान आने पर क्या-क्या सुविधाएं दी जा सकती हैं, इसका पूरा ध्यान राजस्थान फाउंडेशन के द्वारा रखा जाएगा। जिन जगहों पर फाउण्डेशन के चैप्टर नहीं हैं, वहां नए चैप्टर खोलकर गतिविधियां शुरू की जाएंगी। साथ ही, जहां पहले से फाउण्डेशन की मौजूदगी है, वहां इसकी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा।
प्रवासी राजस्थानियों को अपने गृह प्रदेश में आकर कार्य करने का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें पूरी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी। हम उद्यम स्थापना और निवेश से इतर सामाजिक एवं सांस्कृतिक व्यवहार के तहत केरल सहित देश के दूसरे राज्यों अथवा विदेशों में रह रहे प्रवासी राजस्थानियों के साथ संपर्क-संवाद लगातार जारी रखेंगे और हरसंभव मदद करेंगे। इसके लिए प्रदेश में जिला स्तर पर ‘नॉन-रेजिडेन्ट राजस्थान सेल‘ भी स्थापित की जाएंगी। साथ ही, राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर प्रवासियों के लिए विशेष ‘ग्रीवेन्स रीड्रेसल विण्डो‘ के माध्यम से उनकी समस्याओं का समयबद्ध समाधान किया जाएगा।
संवेदनशील और पारदर्शी राजस्थान सरकार ने कोविड महामारी के समय 24x7 काम करके तथा 10-10 घण्टे बैठकें कर प्रदेशवासियों को घातक वायरस के कहर से बचाने के लिए शानदार प्रबंधन किया।
राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त श्री धीरज श्रीवास्तव ने संवाद कार्यक्रम में कहा कि कोविड-19 के दौर में मुख्यमंत्री श्री गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए गए सराहनीय कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण को रोकने ��ें सफलता के साथ-साथ कोविड-19 टीकाकरण अभियान के लिए बेहतरीन प्रबंधन किया जा रहा है। डब्ल्यूएचओ की रैंकिंग में सभी 5 पैरामीटर को पूरा करने पर राजस्थान को ‘मोस्ट एफिशिएंट इंडियन स्टेट फोर कोविड-19 वैक्सीनेशन‘ घोषित किया गया है। साथ ही, राजस्थान में पहली ड्राइव में केन्द्र सरकार के 90 प्रतिशत वैक्सीन यूटिलाइज के लक्ष्य को प्राप्त कर 97 प्रतिशत वैक्सीन यूटिलाइज करने में सफलता प्राप्त की।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री गहलोत की दूरदर्शी सोच से यह मुमकिन हो पाया है कि हम दुनिया के कोने-कोने में बैठे राजस्थानी प्रवासियों को एक साथ जोड़ने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2000 में मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने दुनियाभर में बसे प्रवासी राजस्थानियों को गृह प्रदे��� से जोड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय राजस्थानी कॉन्क्लेव का आयोजन करवाया था। यह संकल्पना रखी गई थी कि प्रवासियों को राजस्थान में आकर अपनी संस्कृति से जुड़ने तथा राज्य के विकास कार्यों में भागीदार बनने में कोई दिक्कत नहीं हो, इसके लिए स्थाई व्यवस्था बनाई जाए। इसी विचार के साथ मार्च 2001 में राजस्थान फाउंडेशन बनाया गया, जिसका काम देश तथा विदेशों में बसे हुए प्रवासी राजस्थानियों को अपनी मातृभूमि से भावनात्मक रूप से जोड़ने का है।
इस अवसर पर सांसद श्री शशि थरूर, अन्य जनप्रतिनिधि, बड़ी संख्या में केरल में राजस्थानी प्रवासी और गणमान्यजन उपस्थित थे।
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18-44 साल के लोग अब बिना स्लॉट बुक किए ही लगवा सकेंगे वैक्सीन, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बदला नियम
चैतन्य भारत न्यूज सरकार ने वैक्सिनेशन के नियमों में बदलाव किया है। इससे 18-44 एज ग्रुप के लोगों को काफी राहत मिलेगी। वैक्सीनेशन ड्राइव में सोमवार को एक नई सुविधा दी गई है। 18 से 44 साल की आयु के लोगों को अब पहले से ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेने की जरूरत नहीं होगी। इसकी शुरुआत आज यानी 24 मई से हो गई है। On-site registration & appointment is now being enabled for the 18-44 years age group on CoWIN. However, this feature is being enabled only for Government #COVID Vaccination Centers (CVCs), at the present moment in time: Union Ministry of Health and Family Welfare — ANI (@ANI) May 24, 2021 सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आदेश दिया है कि इस आयु वर्ग के लोग सीधे वैक्सीनेशन केंद्रों पर पहुंचकर टीका लगवा सकेंगे। यानी कि इस वर्ग के लोगों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा तो रहेगी ही, अब लोग ऑफलाइन भी वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। वेस्टेज रोकने के लिए किया फैसला दरअसल, जब से 18-44 आयु वर्ग के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हुआ है तब से हर दिन हजारों लोग Cowin पोर्टल पर वैक्सीन के लिए स्लॉट बुक करने के लिए जाते हैं और खाली हाथ लौट आते हैं। कई राज्यों से वैक्सीन के लिए स्लॉट बुक किए जाने के बाद भी लोग वैक्सीनेशन सेंटर नहीं पहुंच रहे थे। ऐसे में वैक्सीन वेस्टेज के मामले बढ़ रहे थे। इन रिपोर्ट्स के आधार पर ही केंद्र ने यह फैसला लिया है। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। यह सुविधा इसलिए शुरू की जा रही है, जिससे कि टीके की बरबादी रोकी जा सके। यानी कि अगर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के जरिए उतने लाभार्थी नहीं पहुंच रहे और वैक्सीन की डोज़ उपलब्ध हैं, तो सेंटर पर भी रजिस्टर्ड लोगों को वैक्सीन लगाई जाएंगी। मंत्रालय की ओर से साफतौर पर कहा गया है कि यह सुविधा फिलहाल केवल सरकारी वैक्सीनेशन केंद्र पर ही उपलब्ध है। Read the full article
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भारत से मिली फ्री की वैक्सीन से भूटान ने 93 फीसदी लोगों का कैसे किया टीकाकरण? जानें सफलता का राज Divya Sandesh
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भारत से मिली फ्री की वैक्सीन से भूटान ने 93 फीसदी लोगों का कैसे किया टीकाकरण? जानें सफलता का राज
थिंपू भारत जब कोरोना के भीषण कहर से जूझ रहा है, उस समय तक पड़ोसी देश अपने 93 फीसदी लोगों का वैक्सीनेट कर चुका है। इस छोटे से पहाड़ी राज्य की इस सफलता पर दुनिया के सभी देश हैरान है। भूटान के कई इलाके तो ऐसे हैं जहां जाने के लिए सड़क भी उपलब्ध नहीं है। बर्फीली नदियों और ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों से घिरे इस देश ने भारत से मुफ्त में मिली वैक्सीन से सफलता की नई कहानी लिख दी है।
अबतक 93 फीसदी वयस्क आबादी का हुआ वैक्सीनेशन भारत के सीरम इंस्टीट्यूट में बनी ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की शीशियां पिछले महीने हेलीकॉप्टर से इस देश में पहुंची थी। जिसके बाद इस पहाड़ी देश ने वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू करने के लिए पूरे देश के स्वास्थ्यकर्मियों को तैनात किया गया। इन लोगों ने एक गांव से दूसरे गांव तक कभी बर्फ तो कभी नदियों को लांघते हुए वैक्सीनेशन का काम जारी रखा। इसी का नतीजा है कि इस देश में कुल आबादी के 93 फीसदी वयस्कों को अभी तक कोविड वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है।
ऊंचे पहाड़ और बर्फीली नदी भी नहीं बन सकी बाधा दुनिया से कटे और अलग-थलग रहने वाले भूटान के ग्रामीण इलाकों के लोगों को वैक्सीन के लिए मनाने में भी स्वास्थ्यकर्मियों को काफी परेशानी आई। लोकल वॉलंटियर्स और स्वास्थ्यकर्मियों ने इलाके के मुखिया को साथ लेकर लोगों को समझाया कि वैक्सीन लेने से कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा और यह स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने के लिए काफी जरूरी है।
मार्च के आखिरी में शुरू हुआ था वैक्सीनेशन पिछले शनिवार तक बौद्ध बहुल इस देश में 478,000 से अधिक लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली टीका खुराक दी थी। यह संख्या यहां की कुल वयस्क आबादी की 60 फीसदी से अधिक है। वहीं, अब भूटान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि उन्होंने अपनी कुल वयस्क आबादी के 93 फीसदी लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज दे दी है। मार्च के अंत और अप्रैल के शुरुआत में इस देश में 1,200 टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन पहुंचाई गई थी।
वैक्सीनेशन में दुनिया में छठवें स्थान पर भूटान न्यूयॉर्क टाइम्स के एक डेटाबेस के अनुसार, शनिवार तक भूटान में प्रति 100 लोगों में से 63 लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी थी। कोविड टीकाकरण की यह दर दुनिया में छठवें स्थान पर है। मतलब साफ है कि दुनिया में केवल 5 देश ही ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी आबादी को भूटान से ज्यादा वैक्सीनेट किया हुआ है। भूटान का यह दर भारत से सात गुना और वैश्विक औसत से छह गुना ज्यादा है।
भूटान के स्वास्थ्य मंत्री ने राजा और जनता को दिया श्रेय भूटान के स्वास्थ्य मंत्री डैशो डेचेन वांगमो ने इस सफलता का श्रेय देश के राजा और लोगों को दिया है। उन्होने कहा कि यहां के लोगों ने वैक्सीन लेने में कोई हिचकिचाहट नहीं दिखाई। वहीं, राजा के निर्देशन में पूरा वैक्सीनेशन अभियान बहुत ही प्रभावी ढंग से चला। डैशो डेचेन वांगमो ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि केवल 750,000 की आबादी वाला छोटा देश होने के कारण ही उन्होंने दो स���्ताह में इस आंकड़े को छूआ है।
भारत ने फ्री में दी थी सभी वैक्सीन भूटान के वैक्सीनेशन में सबसे बड़ी बात यह है कि इस देश में जितनी भी कोविड वैक्सीन लगाई गई है, उसे भारत ने दान में दिया है। इस वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाया है। भूटान की सरकार ने कहा है कि वह पहले दौर के बाद लगभग 8 से 12 सप्ताह के बाद दूसरी खुराक देने की योजना बना रही है। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी यूनिसेफ के लिए भूटान में काम करने वाले विल पार्क्स ने भी इस अभियान की खूब सराहना की है।
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Google Search और Maps पर अब यूजर्स देख पाएंगे Covid-19 वैक्सीनेशन की लोकेशन, जानें कैसे Divya Sandesh
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Google Search और Maps पर अब यूजर्स देख पाएंगे Covid-19 वैक्सीनेशन की लोकेशन, जानें कैसे
नई दिल्ली। भारत में कोरोनावायरस महामारी चरम पर है। कई राज्यों में अलार्मिंग स्थिति बन चुकी है। कई जगहों पर नाइट कर्फ्यू तो कई जगह पर पूरी तरह से लॉकडाउन लगाया जा चुका है। ऐसे में लोगों के लिए वैक्सीनेशन लेना और भी जरूरी हो चला है। लेकिन कई बार वैक्सीनेशन की लोकेशन को पता लगाना मुश्किल हो जाता है।
लेकिन अगर आप या Maps का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपके लिए Covid-19 वैक्सीनेशन सेंटर ढूंढना बेहद आसान हो जाता है। कंपनी ने इन दोनों प्लेटफॉर्म्स के जरिए कोविड वैक्सीनेशन सेंटर को ढूंढना बेहद आसान बना दिया है। इसके लिए कंपनी ने एक फीचर भी रोलआउट किया है जिसे भारतीय यूजर्स आसानी से इस्तेमाल कर पाएंगे।
के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी करेन देसाल्वो ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की पहुंच COVID-19 वैक्सीन तक हो इसके लिए हम यह जानना आसान कर रहे हैं कि आप कब, क्यों और कहां से वैक्सीनेशन लगवाई जा सकती है। उन्होंने अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा कि कुछ बातों के आधार पर वैक्सीनेशन लोगों के लिए ��ठिन हो सकता हैं जैसे जहां वे रहते हैं, वैक्सीनेशन सेंटर तक जाने के लिए उन्हें कितना ड्राइव करना होगा, क्या उनके पास अपॉइंटमेंट बुक करने के लिए बेहतर और विश्वसनीय इंटरनेट कनेक्शन है या नहीं।
इस फीचर को Google Search और Maps पर रोलआउट कर दिया गया है। अगर यूजर Covid-19 वैक्सीन लोकेशन पर ढूंढ रहे हैं तो उन्हें उनके नजदीक सभी वैक्सीनेशन सेंटर्स की जानकारी मिल जाएगी। कंपनी ने इस फीचर को टेस्ट किया है और यह सही काम कर रही है।
Google Search की बात करें तो यहां का इंटरफेस काफी अलग है। यहां पर वैक्सीनेशन सेंटर ढूंढते समय आपको कई और जानकारियां भी दी जाएंगी। दायीं तरफ आपको एक विकल्प मिलेगा “Where to get it” और जब आप इस पर क्लिक करेंगे तो आपको अपने नजदीकी वैक्सीनेशन सेंटर की जानकारी मिल जाएगी।
Google Search यूजर को इस बात का ओवरव्यू भी देता है कि भारत में अब तक कितने लोगों को पूरी तरह से टीका लगाया गया है, कितनी खुराक दी गई है और कुल जनसंख्या के कितने प्रतिशत लोग वैक्सीनेटेड हैं। ब्लॉग पोस्ट के अनुसार, “हम सभी ने महामारी के दौरान सीखा है कि कोई भी COVID-19 से सुरक्षित नहीं है जब तक कि हर कोई सुरक्षित नहीं है। दुनिया भर में सभी को वैक्सीन लगवाना एक चुनौतीपूर्ण, लेकिन आवश्यक काम है। हम अपने हिस्से का काम तब तक करते रहेंगे जब तक हम वहां पहुंच न जाएं।”
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दिल्ली में कोविड वैक्सीनेशन की साइटों की संख्या घटाई गई
दिल्ली में कोविड वैक्सीनेशन की साइटों की संख्या घटाई गई
प्रतीकात्मक फोटो. नई दिल्ली: Delhi Coronavirus: देश भर में 16 जनवरी से शुरू होने जा रही वैक्सीनेशन (Vaccination) ड्राइव के तहत देश की राजधानी में 89 वैक्सीनेशन साइटों को चिन्हित किया गया था लेकिन अब दिल्ली में इन वैक्सीनेशन साइटों की संख्या को घटाकर 75 कर दी गई हैं. दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक भारत सरकार की तरफ से वैक्सीनेशन साइट की संख्या घटाने के लिए कहा गया था. यह भी…
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कोरोना वैक्सीनेशन के लिए MP तैयार, राजधानी में इन जगहों पर Dry Run शुरू
कोरोना वैक्सीनेशन के लिए MP तैयार, राजधानी में इन जगहों पर Dry Run शुरू
संदीप भम्मरकर/भोपाल: मध्य प्रदेश में कोविड-19 की वैक्सीनेशन की तैयारियों को परखने के लिए राज्य में Dry Run की शुरुआत हो गई है, जो कि 11 बजे तक चलेगा. राजधानी भोपाल के 3 पॉइंट पर वैक्सीनेशन ड्राइव को लेकर मॉकड्रिल किया जा रहा है. जिसके लिए गोविंदपुर डिस्पेंसरी, जेके अस्पताल कोलार और गांधीनगर हेल्थ सेंटर को चुना गया है. इन तीनों सेंटर पर 75 स्वास्थ्यकर्मियों को एसएमएस भेजकर बुलाया गया है. Dry Run…
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