#चाय के फायदे
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अदरक वाली चाय पीने के 3 ज़बरदस्त फायदे #explore #healthtips #healthylifestyle #health
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कॉफी और चाय के नुकसान क्या है? || What are the disadvantages of coffee and tea?
#चाय-कॉफी के फायदे और नुकसान#चाय और कॉफी के नुकसान#चाय और कॉफी में क्या अंतर है#कैफीन के नुकसान क्या है#कैफीन टैबलेट के फायदे#चाय में कैफीन की मात्रा#कैफीन किसमें पाया जाता है#क्या चाय में निकोटिन पाया जाता है
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हल्दी की चाय: इस सर्दी में हल्दी के 5 फायदों का लुत्फ उठाएं
हल्दी की चाय: इस सर्दी में हल्दी के 5 फायदों का लुत्फ उठाएं
हल्दी वाली चाय के फायदे: सर्दियों के मौसम में स्वस्थ और लचीले शरीर का प्रबंधन करना कठिन हो सकता है। भले ही कई लोग ठंड का आनंद लेते हैं, लेकिन यह उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। सर्दियों का समय गले में खराश, सर्दी, खांसी और शरीर में दर्द के लिए एक सामान्य समय होता है, जिसके कारण आप अपने बिस्तर पर कंबल ओढ़े रहना चाहते हैं। हल्दी की चाय लंबे समय से भारतीय पारंपरिक चिकित्सा (विशेष रूप से…
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सर्दी में चाय पीने के तीन जादुई फायदे💯
healthcoach #fitnessmodel
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Tulsi Leaves: किन रोगों में उपयोगी हैं तुलसी के पत्ते?
तुलसी के फायदे: मौसम बदलते ही आप अक्सर तुलसी के पत्तों को अपनी दैनिक जीवनशैली में शामिल करते होंगे। कई लोगों को तुलसी की चाय पीना पसंद होता है. दरअसल, तुलसी के इतने फायदे हैं कि इसका नियमित सेवन किया जा सकता है। तुलसी के पत्तों के नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे बीमार होने के खतरे से बचा जा सकता है। इसी तरह यह हृदय स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। मधुमेह के रोगी भी…
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लो इम्यूनिटी को तेजी से बूस्ट करता है गुड़, जानें मौसमी बीमारियों से बचाने में ये स्वीटनर कैसे है कारगर?
Image Source : SOCIAL Jaggery for cough cold flu remedies खांसी जुकाम में गुड़ खाने के फायदे: मौसमी इंफेक्शन और खांसी जुकाम में अक्सर कहा जाता है गुड़ खा लो। आज से नहीं दादी-नानी के जमाने ��े गुड़ को इम्यूनिटी बूस्टर फूड्स के रूप में देखा जाता है। लोग इसे अजवाइन के साथ लेते हैं। गुड़ का शरबत पीते हैं, गुड़ की चाय लेते हैं और फिर आप गुड़ को गर्म पानी के साथ कई प्रकार से ले सकते हैं। पर समझने वाली…
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क्या किडनी के मरीज चाय पी सकते हैं ?
किडनी के मरीज चाय पी सकते हैं, लेकिन इसमें सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि चाय के कुछ प्रकार किडनी पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। यहाँ इस पर विस्तृत जानकारी दी जा रही है:
चाय के फायदे:
एंटीऑक्सीडेंट्स: विशेष रूप से ग्रीन टी में कैटेचिन्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर सकते हैं, और किडनी के लिए लाभदायक हो सकते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद: कुछ शोध बताते हैं कि ग्रीन टी ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक हो सकती है, जो किडनी की सेहत के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि उच्च रक्तचाप किडनी की बीमारी का एक आम कारण होता है।
हाइड्रेशन: कैफीन-मुक्त चाय (जैसे हर्बल टी) शरीर को हाइड्रेट करने में मदद कर सकती है, जिससे किडनी बेहतर काम कर सकती है।
चाय के नुकसान:
ऑक्सलेट की मात्रा: ब्लैक टी में ऑक्सलेट की उच्च मात्रा होती है, जो किडनी स्टोन बनने का खतरा बढ़ा सकती है। किडनी स्टोन से पीड़ित लोगों के लिए यह हानिकारक हो सकता है।
कैफीन: कैफीन युक्त चाय (जैसे ब्लैक, ग्रीन, या ओलोंग टी) शरीर में मूत्रवर्धक (diuretic) का काम कर सकती है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है। यह स्थिति किडनी के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकती है।
पोटैशियम का स्तर: कुछ हर्बल चाय में पोटैशियम की मात्रा अधिक हो सकती है, जो किडनी के रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है। उन्नत किडनी रोग वाले लोगों को पोटैशियम का स्तर नियंत्रित करने में परेशानी हो सकती है, और इससे हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
फॉस्फोरस की मात्रा: कुछ बोतलबंद या रेडीमेड चाय में फॉस्फोरस के एडिटिव्स हो सकते हैं, जो किडनी के रोगियों के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
सुझाव:
संयमित मात्रा में चाय का सेवन करें, खासकर ग्रीन टी या कैफीन-मुक्त हर्बल टी जो ऑक्सलेट और कैफीन में कम हो।
डॉक्टर से परामर्श: किडनी की बीमारी के हर चरण में अलग-अलग आ��श्यकताएँ होती हैं, इसलिए किसी भी प्रकार की चाय या आहार का सेवन करने से पहले डॉक्टर या डाइटीशियन से सलाह लेना ज़रूरी है।
क्या आप किसी विशेष प्रकार की चाय के बारे में जानना चाहेंगे?
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बेदाग और निखरी त्वचा के लिए रोजाना पिएं मॉर्निंग डिटॉक्स वॉटर
अक्सर हम लोग अपने दिन की शुरुआत चाय या कॉफी से करते हैं. लेकिन जो लोग हेल्थ कॉन्शियस होते हैं वो लोग गर्म पानी पीते हैं या फिर शहद, नींबू का रस और गर्म पानी पीते हैं. इससे सेहत को कई तरह के फायदे मिलते हैं. वहीं कभी-कभी स्वाद के चक्कर में कई बार हम ऐसी चीजें खा लेते हैं जिन्हें पचा पाना हमारे शरीर के लिए मुश्किल हो जाता है। मैदा से लेकर प्रोसेस्ड फूड तक ऐसी चीजें हैं जो पेट में आसानी से नहीं पचती…
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बिछुआ चाय का जादू: इसके फायदों का अवलोकन और इसे बनाने का तरीका
बिछुआ चाय क्या है?
परिचय
स्वास्थ्य पेय उद्योग में बिछुआ चाय एक छिपा हुआ रत्न है। यह कभी-कभी अधिक लोकप्रिय जड़ी-बूटियों द्वारा ग्रहण कर लिया जाता है। स्टिंगिंग नेटल (अर्टिका डियोइका) की पत्तियों से बनी इस स्वादिष्ट हर्बल चाय के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। बिछुआ चाय अपनी पोषण संबंधी बहुमुखी प्रतिभा और पारंपरिक चिकित्सा में ऐतिहासिक उपयोग के कारण स्वास्थ्य प्रेमियों के बीच प्रसिद्ध हो गई है।
इस ब्लॉग म��ं हम आपको बिछुआ चाय बनाने का आदर्श तरीका बताने जा रहे हैं। इसमें बिछुआ चाय के सात आश्चर्यजनक लाभों पर भी प्रकाश डाला गया है जो अपने स्वस्थ आहार में सुधार करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति को निश्चित रूप से आज़माना चाहिए।
बिछुआ चाय कैसे बनाएं
सामग्री
- ताजी या सूखी बिछुआ पत्तियां (1-2 चम्मच सूखी या एक मुट्ठी ताजी)
- 2 कप पानी
- वैकल्पिक: स्वाद के लिए शहद, नींबू या अदरक
निर्देश
कटाई या खरीदारी - यदि आप ताजी बिछुआ का उपयोग कर रहे हैं तो दस्ताने पहनें और पत्तिय���ं को सावधानी से काटें। यदि आप हेल्थ फ़ूड स्टोर्स या ऑनलाइन में सूखे बिछुआ पत्तों की तलाश करना चाहते हैं।
तो आप हिमालयन मोनाल एग्रो की वेबसाइट से खरीद सकते हैंhttp://www.himalayanmonals.com
पानी उबालें - एक बर्तन में 2 कप पानी उबालें।
केतली में बिछुआ की पत्तियां डालें - उबलते पानी में बिछुआ की पत्तियां डालें। आंच कम करें और 10 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं
एक छलनी डुबोएं, चाय बनाएं और पत्तियां निकाल दें।
स्वाद - स्वाद बढ़ाने के लिए शहद, नींबू या अदरक मिलाएं।
आनंद लें - ठंडे पेय के लिए गर्म या आइस्ड नेटल चाय की चुस्की लें
बिछुआ चाय के स्वास्थ्य लाभ
पोषक तत्वों से भरपूर - बिछुआ चाय विटामिन ए, सी, के और विटामिन बी से भरपूर होती है। जिसमें आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज शामिल हैं।
सूजन रोधी गुण - बिछुआ में ऐसे यौगिक होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए, यह गठिया या अन्य सूजन संबंधी स्थितियों वाले लोगों के लिए फायदेमंद है।
पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है - चाय पाचन में मदद कर सकती है और अक्सर इसका उपयोग सूजन और गैस से राहत पाने के लिए किया जाता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली के कामकाज में सुधार करता है - उच्च मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट के साथ। बिछुआ चाय इस प्रकार आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर सकती है और बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकती है।
त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है - बिछुआ एक्जिमा और मुँहासे जैसी त्वचा की स्थिति में सुधार करने की क्षमता के लिए जाना जाता है, इसके सूजनरोधी और रोगाणुरोधी गुणों के लिए जाना जाता है ।
पथरी में लाभ दायक - बिछुआ में गुण होते हैं जो किडनी के कार्य को समर्थन देने के कार्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
एलर्जी के लक्षणों से राहत दिला सकता है - कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि स्टिंगिंग नेटल हे फीवर और अन्य एलर्जी के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। क्योंकि इसमें एंटीहिस्टामाइन गुण होते हैं।
निष्कर्ष
"बिछुआ चाय एक स्वादिष्ट, स्वास्थ्य वर्धक पेय है जो आपकी दैनिक दिनचर्या में आपके स्वास्थ्य के लिए लाभ है। इसे बनाना न केवल आसान है, बल्कि इसके ढेर सारे फायदे भी इसे आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए एक शक्तिशाली सहयोगी बनाते हैं।
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नीम: लाख दुखों की एक दवा
नीम, जिसे हम सभी ने अपने घरों में देखा है, एक ऐसा पेड़ है जो अपनी अद्भुत औषधीय गुणों के लिए मशहूर है। इसे भारतीय परंपरा में एक वरदान माना जाता है, और यह सदियों से हमारे जीवन का हिस्सा रहा है। आज हम बात करेंगे कि कैसे नीम लाखों बीमारियों के इलाज में सहायक हो सकता है।
नीम का परिचय
नीम एक सदाबहार पेड़ है जो मुख्य रूप से भारत और दक्षिण एशिया में पाया जाता है। इसके पत्ते, बीज, फल, और यहां तक कि छाल भी औषधीय गुणों से भरे हुए होते हैं। नीम को संस्कृत में "अर्जुन" और "अश्वत्थ" जैसे नामों से भी जाना जाता है। इसकी विशेषता यह है कि यह पेड़ 500 से अधिक बीमारियों के इलाज में मददगार है, इसलिए इसे 'लाख दुखों की एक दवा' कहा जाता है। पुराने समय में, नीम का उपयोग विभिन्न प्रकार के त्वचा रोग, जुखाम, बुखार, और पाचन संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता था। इसके साथ ही, नीम का उपयोग प्राकृतिक कीटनाशक के रूप में भी होता है, जिससे खेती में कीड़ों से बचाव किया जा सकता है। नीम के औषधीय गुण
नीमत्वचा की समस्याओं में लाभकारी: नीम का उपयोग त्वचा की समस्याओं के लिए किया जाता है। इसके पत्तों का पेस्ट बनाकर उसे चेहरे पर लगाने से पिंपल्स, एक्ने, और अन्य त्वचा संबंधित समस्याओं में राहत मिलती है। नीम का तेल भी त्वचा की बीमारियों जैसे एक्जिमा और सोरायसिस में फायदेमंद है।
मुँह और दांतों की देखभाल: नीम की दातून का इस्तेमाल हमारे पूर्वज सदियों से करते आ रहे हैं। यह दांतों की सड़न, मसूड़ों की सूजन, और अन्य मौखिक समस्याओं में मदद करता है। नीम के एंटी-बैक्टीरियल गुण मुँह की दुर्गंध को भी दूर करते हैं।
मधुमेह में सहायक: नीम की पत्तियों का सेवन रक्त में शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में सहायक है। मधुमेह के मरीज इसके पत्तियों का रस नियमित रूप से पी सकते हैं, जिससे उनका शुगर लेवल कंट्रोल में रह सकता है।
बालों की देखभाल: नीम का तेल बालों के लिए एक प्राकृतिक कंडीशनर का काम करता है। यह डैंड्रफ और बालों के झड़ने की समस्या को दूर करता है। इसके अलावा, नीम के पत्तों का पेस्ट ब��लों में लगाने से बाल मजबूत और चमकदार बनते हैं।
इम्यून सिस्टम को मजबूत करना: नीम के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। यह शरीर को विभिन्न संक्रमणों से बचाने में मदद करता है। नीम के कड़वे स्वाद के बावजूद, यह हमारे शरीर के लिए एक टॉनिक की तरह काम करता है।
मलेरिया और डेंगू से बचाव: नीम के पत्तों और छाल का इस्तेमाल मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों से बचाव में किया जाता है। इसके पत्तों का रस पीने से मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
पाचन तंत्र को दुरुस्त रखना: नीम का सेवन पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है। यह अपच, गैस, और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। इसके अलावा, नीम का उपयोग पेट के कीड़ों को मारने में भी किया जाता है।
नीम का उपयोग कैसे करें?
नीम की पत्तियों का रस:
नीम की ताजे पत्तियों का रस निकालकर हर रोज सुबह खाली पेट पीने से शरीर को कई बीमारियों से बचाया जा सकता है। हालांकि, इसका स्वाद कड़वा होता है, लेकिन इसके फायदे अमूल्य हैं।
नीम का तेल:
नीम का तेल त्वचा और बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसे बालों में लगाने से डैंड्रफ से छुटकारा मिलता है और बाल मजबूत होते हैं। त्वचा पर लगाने से खुजली और फंगल इन्फेक्शन से बचाव होता है।
नीम का पेस्ट:
नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर उसे चेहरे पर लगाने से त्वचा की चमक बढ़ती है और पिंपल्स जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
नीम की दातून:
नीम की दातून का इस्तेमाल दांतों और मसूड़ों को मजबूत करने में किया जा सकता है। इससे मुँह की दुर्गंध भी दूर होती है।
नीम का पेस्ट:
नीम की सूखी पत्तियों से बनी चाय पीने से शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन होता है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। यह मधुमेह के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होती है।
नीम का पाउडर:
नीम के सूखे पत्तों का पाउडर त्वचा और बालों के लिए उपयोग किया जा सकता है। इसे फेस पैक या हेयर मास्क के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। नीम का पाउडर खाने में भी उपयोग किया जा सकता है, जिससे शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और रक्त शुद्ध होता है।
नीम का ध्यान रखने योग्य बातें
नीम के कई फायदे हैं, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन भी हानिकारक हो सकता है। नीम का अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट दर्द, उल्टी, और कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, इसका सेवन हमेशा डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह पर ही करें।
निष्कर्ष
नीम एक ऐसा पेड़ है जो अपने गुणों से हमें स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह प्रकृति का एक उपहार है, जिसे सही तरीके से उपयोग करने पर हम कई बीमारियों से दूर रह सकते हैं। नीम के कड़वे स्वाद के बावजूद, इसके फायदे मीठे हैं, और इसे अपने जीवन में शामिल करके हम स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकते हैं।
याद रखें, नीम का सही मात्रा में और सही तरीके से उपयोग करना जरूरी है। इसका नियमित सेवन हमें बीमारियों से बचाने के साथ-साथ हमारे इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है। तो आज से ही नीम को अपने दैनिक जीवन में शामिल करें और इसके अनगिनत फायदों का आनंद लें।Visit Us: https://prakritivedawellness.com/pain-management-treatment-centre-in-prayagraj/
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घर पर Green Tea कैसे बनाएं: लाभ, रेसिपी, और टिप्स
उस देश में जहां चाय का महत्व अत्यधिक है, क्या आपने कभी Green Tea का स्वाद चखा है? Green Tea सामान्य चाय की तुलना में कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है। इस विस्तृत गाइड में, हम घर पर Green Tea कैसे बनाएं, इसके लाभ, और इसे कब पीना चाहिए इसका विवरण करेंगे।
Green Tea क्यों पीना चाहिए:
रेसिपी पर दिखाई गई बातों से पहले, Green Tea क्यों एक स्वस्थ विकल्प है, यह समझना महत्वपूर्ण है। रोजाना 2-3 कप Green Tea पीना, विशेषकर शाम को, एक सक्रिय और स्वस्थ जीवनशैली के लिए सहायक हो सकता है।
Green Tea के लिए सामग्री:
- 2 कप पानी
- 1 इंच कटा हुआ अदरक
- इलायची
- 2-3 पुदीने की पत्तियां
- 2-3 तुलसी की पत्तियां
- 1 चमच नींबू का रस
Green Tea बनाने की विधि:
1. एक पतीले में 2 कप पानी उबालें।
2. उबलने पर, पानी में कटा हुआ अदरक, इलायची, पुदीने की पत्तियां, और तुलसी डालें।
3. उबलने वाले पानी में एक चमच या एक चाय बैग Green Tea डालें।
4. इसे 2-3 मिनट के लिए पकने दें। ज्यादा पकाने से कड़वाहट आ सकती है।
5. पकने के बाद, गैस बंद करें और नींबू का रस डालें।
6. यदि चाय बैग का उपयोग किया गया है, तो इसे पतीले से निकालें। यदि चाय पत्तियों का उपयोग किया गया है, तो मिश्रण को छानें।
7. अच्छी तरह से मिलाएं और मजा करें।
Green Tea के लाभ:
Green Tea वजन घटाने, पाचन को मजबूत करने, कैंसर के खतरे को कम करने, मानसिक तनाव को कम करने और त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने जैसे विभिन्न लाभ प्रदान करती है।
Green Tea के साइड इफेक्ट्स:
Green Tea का अत्यधिक सेवन नींद की कमी, सिरदर्द, मतली, पाचन संबंधी समस्याएँ, और लिवर क्षति जैसे साइड इफेक्ट्स का कारण बन सकता है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि हरी चाय का सेवन मात्रित्व में किया जाए और किसी भी गंभीर स्वास्थ्य समस्या के मामले में डॉक्टर से परामर
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दिन में कई बार पीते हैं अदरक की चाय तो हो जाएं सावधान! फायदे की जगह हो सकते हैं ये नुकसान
Image Source : FREEPIK अदरक की चाय ठंड के दिनों में अदरक की चाय पीना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। सुबह की चाय में अगर अदरक न पड़ा हो तो मजा नहीं आता। अदरक को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है, लेकिन ज्यादा अदरक की चाय सेहत के लिए फायदेमंद होने की बजाय नुकसानदायक साबित हो सकती है। अदरक की चाय का ज्यादा सेवन पेट जुड़ी समस्याएं पैदा कर सकती है। इसके अलावा ज्यादा अदरक वाली चाय आपका बीपी भी…
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भारत मे आज कल वजन कम करेन के लिए एक नयी डाइट का इस्तमाल किया जा रहा है| जिसे कीाटोजेनिकी डाइट और कीटो डाइट के नाम से जाना जाता है |शाकाहारी और केटो आहार के स्वास्थ्य लाभों का बड़े पैमाने पर अध्ययन किया गया है। यह शरीर के फैट को बर्न करने मे बहुत उपयोगी है |इस कीटो डाइट के समर्थको का कहना है की यह बहुत कम समय मे वजन कम करता है और अधिक उर्जा प्रदान करता है कीटो डाइट : कीटो डाइट कम कार्बोहाइड्रेट आहार के लिए जाना जाता है जिसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम और वसा की ज्यादा होती है। इससे डाइटिंग पर रहने के बाद भी शरीर में उर्जा की कमी नहीं होती और वजन भी कंट्रोल में रहता है।इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें कार्बोहाइड्रेट की कमी शरीर के मेटाबॉलिज्म स्तर को बढ़ा देती है और वजन तेजी से कम होने लगता है। जब शरीर का इन्सु��िन लेवल गिर जाता है तो फैट बर्निंग बढ़ जाती है। इस डाइट से वेट लॉस तो होता ही है, भूख भी कम लगती है क्योंकि ऊर्जा बनी रहने के कारण भूख का एहसास ही नहीं होता है। वजन घटाने के लिए भारतीय शाकाहारी कीटो आहार योजना का पालन करने के नियम: प्रतिबंधित कार्ब्स: भारतीय आहार कार्बोहाइड्रेट से भरे होते हैं। इसलिए शाकाहारियों के लिए आहार में कार्ब्स को कम करना मुश्किल है। इस प्रकार, हम दिन के दौरान उपयोग किए जाने वाले अनाज या दालों की संख्या को कम करने की कोशिश करेंगे। लेकिन उच्च फाइबर सामग्री वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें। यह वजन कम करने में मदद करता है चीनी से परहेज करें: वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए चीनी से सख्ती से बचें। कृत्रिम मिठास के उपयोग से भी बचें। कृत्रिम मिठास रसायनों, ब्लीच और कई अन्य हानिकारक उत्पादों से भरी होती है। जरूरत पड़ने पर आप वजन घटाने के लिए स्टीविया को अपने भारतीय शाकाहारी केटो आहार योजना में शामिल कर सकते हैं। वसा: नारियल का तेल आसानी से पच जाता है। घी और तेल का परस्पर उपयोग किया जा सकता है। मक्खन भी एक अच्छा विकल्प है। मल्टीविटामिन्स: यदि आवश्यक हो तो किसी भी कमी से बचने के लिए मल्टीविटामिन्स, ओमेगा 3, कैल्शियम और मल्टी-मिनरल्स कैप्सूल का उपयोग करें। शाकाहारी और केटोजेनिक आहार दोनों ही वजन घटाने से जुड़े हैं। एक रिसर्च से पता चला है की शाकाहारी केटो आहार प्लान 2kg अधिक वजन कम करता है तुलना मे मांसाहारी आहार प्लान | खाने के लिए खाद्य पदार्थ:एक स्वस्थ शाकाहारी कीटो आहार में विभिन्न प्रकार की गैर-स्टार्च वाली सब्जियां, स्वस्थ वसा और प्रोटीन स्रोत शामिल होने चाहिए: 1. गैर-स्टार्च वाली सब्जियां: पालक, ब्रोकली, मशरूम, केल, फूलगोभी, तोरी और बेल 2. स्वस्थ वसा: जैतून का तेल, नारियल तेल, एवोकाडो, एमसीटी तेल और एवोकैडो तेल। 3. नट्स: बादाम, अखरोट, काजू, मैकाडामिया नट्स, पिस्ता, और ब्राजील नट्स 4. बीज: चिया, भांग, सन और कद्दू के बीज 5. अखरोट बटर: बादाम, मूंगफली, पेकान और हेज़लनट बटर 6. पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पाद: दूध, दही, और पनीर 7.प्रोटीन: अंडे, टोफू, टेम्पेह, स्पाइरुलिना, नाटो, और पोषण खमीर 8. कम कार्ब फल (मॉडरेशन में): जामुन, नींबू, और नीबू। यहाँ कुछ खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें आपको सीमित करना चाहिए: स्टार्च वाली सब्जियां: आलू, रतालू, बीट, पार्सन��प, गाजर, और शकरकंदचीनी-मीठा पेय: सोडा, मीठी चाय, स्पोर्ट्स ड्रिंक, जूस और एनर्जी ड्रिंकअनाज: रोटी, चावल, क्विनोआ, जई, बाजरा, राई, जौ, एक प्रकार का अनाज, और पास्ताफलियाँ: बीन्स, मटर, दाल और छोलेफल: सेब, केले, संतरे, जामुन, तरबूज, खुबानी, आलूबुखारा, मसालों: बारबेक्यू सॉस, शहद सरसों, केचप, marinades, और मीठा सलाद ड्रेसिंगमिठास: ब्राउन शुगर, सफेद चीनी, शहद, मेपल सिरप और एगेव अमृत कीटो डाइट के फायदे जब भी डाइट की बात होती है तब लोग कम कैलोरी वाले खाने को अपने प्लान मे शामिल करते है लेकिन कीटो डाइट उससे अलग है|इसलिए कम कैलोरी वाली डाइट के बजाय कीटो डाइट चार्ट को अपनाएं |इसके कई फायदे हैं उन्हीं फायदों में से कुछ के बारे में हम आपको बता रहे हैं। कुछ अध्ययनों ने उन्हें कैंसर के कम जोखिम, बीएमआई, कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप सहित कई हृदय रोग जोखिम कारकों के स्तर में सुधार किया। रोग की रोकथाम पर इसके प्रभावों के लिए कीटो आहार का भी अध्ययन किया गया है। एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और रक्त शर्करा, ये सभी हृदय रोग के जोखिम कारक हैं। अन्य अध्ययनों से पता चलता है कि यह आहार मस्तिष्क स्वास्थ्य की रक्षा कर सकता है और पार्किंसंस और अल्जाइमर रोगों का इलाज करने में मदद कर सकता है। ऐसे अध्ययन हैं जो बताते हैं कि कीटो आहार कैंसर के ट्यूमर के विकास को कम कर सकता है। हालाँकि, इस बात को साबित करने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।
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*🚩🔱ॐगं गणपतये नमः 🔱🚩*
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल (नवमी तिथि व दशमी तिथि श्राद्ध)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
#योगी_जी
#bageshwardhamsarkardivyadarbar
#kedarnath
#badrinath
#JaiShriRam
#yogi
#jodhpur
#udaipur
#RSS
#rajasthan
#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक :-08-अक्टूबर:-2023
वार :---------रविवार
तिथी :-----09नवमी:-10:13एम तक तत्पश्चात दशमी तिथि
पक्ष:--------कृष्णपक्ष
माह:---------आश्विन
नक्षत्र:--------पुष्य:-26:45
योग:---------सिद्बि:-30:03
करण:--------गर:-10:13
चन्द्रमा:------कर्क
सुर्योदय:------06:37
सुर्यास्त:-------18:14
दिशा शुल------पश्चिम
निवारण उपाय:---जौं,पान का सेवन
ऋतु :-----------शरद ऋतु
गुलीक काल:---15:21से 16:49
राहू काल:------16:49से18:18
अभीजित-------11:55से12:45
विक्रम सम्वंत .........2080
शक सम्वंत ............1945
युगाब्द ..................5125
सम्वंत सर नाम:------पिंगल
🌞चोघङिया दिन🌞
चंचल:-08:03से09:30तक
लाभ:-09:30से10:57तक
अमृत:-10:57से12:24तक
शुभ:-13:51से15:18तक
🌗चोघङिया रात🌓
शुभ:-18:14से19:48तक
अमृत:-19:48से21:21तक
चंचल:-21:21से22:54तक
लाभ :-02:02से03:35तक
शुभ :-05:05से06:37तक
🙏आज के विशेष योग🙏
वर्ष का 100वा दिन, भद्रा प्रारम्भ 23:24 से, रवि पुष्य 06:34से 26:45, दशमी श्राद्ध, वायुसेना, ज्वालामुखी योग 26:45से,
👉वास्तु टिप्स 👈
पितृ पक्ष में पशु पक्षियों को अन्न-जल अवश्य दे।
सुविचार
अच्छे लोगों कि भगवान परीक्षा बहुत लेता है,परंतु उनका साथ नहीं छोड़ता, बुरे लोगों को भगवान देता बहुत कुछ है लेकिन उनका साथ कभी नहीं देता।👍 राधे राधे...
*💊💉आरोग्य उपाय🌱🌿*
*गले के दर्द के लिए घरेलू उपचार :-*
*1. गले के दर्द में गर्म पानी से गरारे करें -*
गले के दर्द में सबसे पहले आप गर्म पानी में नमक मिला कर गरारे करें। नमक मिला गर्म पानी आपके गले में इंफेक्शन से होने वाली सूजन को कम करता है। आप दिन में तीन घंटे के अंतराल पर गर्म पानी के गरारे कर सकते हैं।
*2. गर्म दूध में हल्दी मिला कर पिएं :-*
गले के दर्द और सूजन में गर्म चीज़ें जैसे गर्म दूध और गर्म पानी बहुत आराम देते हैं। अगर गले में दर्द की वजह से खाने और पीने में परेशानी होती है, तो आपको गर्म दूध में थोड़ी हल्दी मिलाकर पीने से भी आराम मिलता है। इससे दूध के आवश्यक तत्व भी मिल जाते है और हल्दी के एंटी-सेप्टिक, पीड़ानाशक फायदे भी मिल जाते हैं और साथ ही संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया भी खत्म हो जाते हैं।
*3. गले के दर्द में तुरंत आराम दे मसाला चाय :-*
लौंग, तुलसी, अदरक और काली मिर्च को पानी में मिलाकर उबालें और इसके बाद इसमें चाय पत्ती डालकर इसकी चाय बनाएं। इस मसाला चाय भी गले के लिए बहुत लाभदायक होती है, जिससे गले के दर्द में तुरंत आराम मिलता है और चाय को गरम ही पीएं।
*4. गले की दर्द और सूजन को दूर करे मुलेठी :-*
मुलेठी औषधीय गुणों से भरपूर होती है, जो घरों में आसानी से मिल जाती है। गले में दर्द से बचने के लिए आप दिन में मुलेठी ��ा छोटा सा टुकड़ा मुंह में रखकर कुछ देर चबा सकते है। इससे आपके गले की दर्द और सूजन दोनों दूर होते है।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। अध्यात्म में रुचि रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होगी। लाभ की स्थिति बनेगी। कुसंगति से बचें। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
किसी व्यक्ति विशेष से विवाद हो सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। आय में निश्चितता रहेगी। चोट व दुर्घटना से हानि से हानि की आशंका है। कार्य करते समय लापरवाही न करें। निवेश व यात्रा आदि में जल्दबाजी न करें। आलस्य रहेगा।
👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
राजकीय बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। व्यस्तता के चलते थकान हो सकती है। विवाद से दूर रहें। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। भेंट, उपहार व यात्रा आदि पर व्यय होगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल रहेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त लाभदायक रहेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। स्थायी संपत्ति में वृद्धि हो सकती है। नए संपर्क बनेंगे। शत्रु पस्त होंगे। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। जोखिम न उठाएं।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
विद्यार्थी वर्ग अपने कार्य में सफलता प्राप्त करेगा। संगीत इत्यादि कार्यों में रुचि रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। विद्यार्जन के मौके मिलेंगे। किसी आशंका के चलते निर्णय लेने में दिक्कत हो सकती है।
🙎🏻♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
निवेश व यात्रा इत्यादि में हानि की आशंका है। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। भागदौड़ रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। कोई बुरी खबर प्राप्त हो सकती है। अपेक्षित कार्यों में विलंब होने से चिंता तथा तनाव बने रहेंगे।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
शत्रुओं का पराभव होगा। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। नए काम मिलेंगे। मित्रों तथा रिश्ते��ारों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलेगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
पारिवारिक चिंता में वृद्धि हो सकती है। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। कोई बड़ा कार्य करने का मन बनेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। भरपूर प्रयास करें। यात्रा लाभदायक रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। प्रमाद न करें।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। फालतू खर्च पर नियंत्रण रखें। किसी बड़ी समस्या से सामना हो सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। किसी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। धैर्य रखें।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
यात्रा लाभदायक रहेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं, प्रयास करें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। डूबी हुई रकम प्राप्त होने के योग हैं। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। प्रसन्नता रहेगी।
🐋 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा प्राप्त होगी। मान-सम्मान मिलेगा। भाग्य की अनुकूलता का लाभ लें। भरपूर प्रयास करें। योजना फलीभूत होगी। नए व्यापारिक अनुबंध हो सकते हैं। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी।
※══❖═══��राधे राधे▩═══❖══※
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यौन-शक्ति को स्वाभाविक रूप से बढाने तथा बेहतर प्रदर्शन के लिए 20 घरेलू उपचार
शीर्षक:
यौन-शक्ति को स्वाभाविक रूप से बढाने तथा बेहतर प्रदर्शन के लिए 20 घरेलू उपचार
परिचय:-
यौन-शक्ति को स्वाभाविक रूप से बढाने तथा बेहतर प्रदर्शन के लिए,स्तंभन दोष स्वस्थ और संतुष्ट यौन जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। चाहे आप अपनी यौन-शक्ति में सुधार करना चाहते हैं, कामेच्छा बढ़ाना चाहते हैं, या समग्र यौन प्रदर्शन में सुधार करना चाहते हैं, तो ऐसे कई प्राकृतिक घरेलू उपचार हैं जो मदद कर सकते हैं। इस व्यापक ब्लॉग पोस्ट में, हम यौन सहनशीलता बढ़ाने के लिए 20 प्रभावी घरेलू उपचारों के बारे में है। ये तरीके सुरक्षित,आसान हैं और आपको और आपके साथी को एक चरम अनुभव प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं जो बहुत संतोषजनक है।
विषयसूची:
1} आहार और पोषण-
यौन रोग के लिए पोषक तत्व
खाद्य पदार्थ जिन्हें आहार में शामिल किया जाना चाहिए
संतुलित आहार का महत्व
आहार और पोषण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जब बात सेक्सुअल स्टैमिना और सेक्स जीवन को सुधारने के बारे में होती है। सही पोषण न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आपके सेक्स लाइफ को भी प्रभावित कर सकता है।सेक्स यौन-शक्ति को स्वाभाविक रूप से बढाने तथा बेहतर प्रदर्शन के लिए सही आहार शरीर को ऊर्जा देता है और यौन इच्छा को बढ़ावा देता है। पोषणशील आहार में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स, और मिनरल्स का सही मात्रा में होना चाहिए। आवश्यकता के हिसाब से ही शरबत, जूस, और कॉफी की मात्रा को नियंत्रित रखना बेहद महत्वपूर्ण है।फल, सब्जियां, अनाज, और पौष्टिक तेल आपके आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। उनमें विटामिन्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, और विशेष खासियतें होती हैं जो आपके सेक्सुअल स्वास्थ्य को बेहतर बना सकती हैं।इसके अलावा, आप पर्यापन, नियमित भोजन, और हाइड्रेशन का ध्यान रखते हैं, तो ये सेक्सुअल स्टैमिना को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। इस तरह के सही आहार और पोषण के साथ, आप अपने सेक्स जीवन को सुधार सकते हैं और इसे अधिक खुशहाल बना सकते हैं।
2} नियमित व्यायाम-
शारीरिक फिटनेस यौन फिटनेस को प्रभावित करती है
यौन स्वास्थ्य के लिए अनुशंसित व्यायाम
योग और विश्राम ध्यान
सब्जी अनुपूरण
3} जिनसेंग:- .
प्राकृतिक ऊर्जा स्रोत
मैका रूट: एक शक्तिशाली कामोत्तेजक
कांटेदार बत्तख घास: भूख और सहनशक्ति बढ़ाती है
4} जीवनशैली में बदलाव-
तनाव प्रबंधन के लिए रणनीतियाँ
दिन का काम
शराब और तम्बाकू का उपयोग कम करें
5} कीगल व्यायाम-
पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत बनाना
केगेल व्यायाम के लिए चरण-दर-चरण मार्गदर्शिका
पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए लाभ
6} म��ोवैज्ञानिक तकनीकें-
पल के प्रति सचेत रहना
अपने साथी के साथ संचार और अंतरंगता
प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए ग्राफ़िक्स
7} एक्यूपंक्चर और एक्यूप्रेशर-
यौन स्वास्थ्य के लिए पारंपरिक चीनी दवा
दबाव का मतलब है कि यह सहनशक्ति बढ़ाता है
इन तकनीकों का वैज्ञानिक आधार
8} एक प्राकृतिक कामोत्तेजक-
कस्तूरी, चॉकलेट, और अन्य कामोत्तेजक खाद्य पदार्थ
आपके चैरिटी भोजन को स्वादिष्ट बनाने की विधियाँ
ये खाद्य पदार्थ शरीर पर कैसे प्रभाव डालते हैं
9} स्वस्थ वसा-
ओमेगा-3 फैटी एसिड और यौन स्वास्थ्य
आपके आहार में स्वस्थ वसा का एक स्रोत
सहनशक्ति में सुधार के लिए वसा को संतुलित करना
10} जलयोजन और विषहरण-
हाइड्रेटेड रहने का महत्व
बेहतर रक्त परिसंचरण के लिए आपके शरीर को डिटॉक्सीफाई करना
हर्बल चाय और रसदार स्नैक्स
11} हर्बल चाय और पूरक-
ग्रीन टी और जिन्कगो बिलोबा के फायदे
अनुशंसित खुराक और सावधानियां
सब्जियों का मिश्रण बहुत अच्छा प्रभाव डालता है
12} जीवनशैली की विशेषताएँ-
स्वस्थ वजन बनाए रखना
पोर्न का नियंत्रित उपयोग
यथार्थवादी यौन अपेक्षाएँ निर्धारित करना
13} होम्योपैथिक उपचार
यौन सहनशक्ति के लिए होम्योपैथिक उपचार
किसी योग्य होम्योपैथ से परामर्श
होम्योपैथी में सुरक्षा और प्रभावशीलता
14} पोषण संबंधी आपूर्ति-
यौन स्वास्थ्य के लिए विटामिन और खनिज
मात्रात्मक सिफ़ारिशें और विचार
दवाओं के साथ संभावित अंतःक्रिया
15} आवश्यक तेल-
कामेच्छा बढ़ाने के लिए अरोमाथेरेपी
आवश्यक तेलों का सुरक्षित उपयोग
गंध और उसका म��ड और इच्छा पर प्रभाव
16} संचार-
अपनी चाहतों और जरूरतों के बारे में अपने साथी से खुलकर बातचीत करें
मजबूत भावनात्मक बंधन बनाना
रिश्ते के मुद्दों से निपटना
17} तांत्रिक साधना
तंत्र व्यापक आनंद देता है
तंत्र में विश्राम तकनीक और सचेतनता
एक जोड़े के रूप में यांत्रिक अभ्यासों की खोज करना
18} पेल्विक फ्लोर व्यायाम-
सहनशक्ति में सुधार के लिए नियंत्रण का सुदृढीकरण
पुरुषों और महिलाओं के लिए व्यायाम
यौन स्वास्थ्य से परे लाभ
19} हार्मोन की भूमिका-
कोशिकाओं और यौन ऊर्जा को समझना
हार्मोनल संतुलन के प्राकृतिक तंत्र
चिकित्सकीय सलाह
निष्कर्ष :-
यौन वृद्धि के लिए 20 घरेलू उपचारों की समीक्षा यौन-स्वास्थ्य के लिए व्यापक दृष्टिकोण का महत्व है तथा इन घरेलू उपचारों को अपने जीवन में शामिल करके, आप स्वाभाविक रूप से अपनी यौन ऊर्जा को बढ़ा सकते हैं और अधिक संतोषजनक और संतुष्टिदायक अंतरंग संबंध बना सकते हैं।यौन-शक्ति को स्वाभाविक रूप से बढ़ाना और बेहतर प्रदर्शन प्राप्त करना एक स्वस्थ और संतुष्ट यौन जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। यह शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक स्वास्थ्य के साथ-साथ, आपके संबंधों को भी सुधार सकता है।सबसे पहले, सही आहार बहुत महत्वपूर्ण है। पोषणशील आहार जैसे कि फल, सब्जियां, पूरी अनाज, प्रोटीन, और हेल्दी तेल आपके यौन-शक्ति को बढ़ावा देते हैं।नियमित व्यायाम भी महत्वपूर्ण है। योग और व्यायाम से शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के साथ-साथ, ये यौन स्वास्थ्य को भी सुधार करते है ।और यौन-शक्ति को स्वाभाविक रूप से बढाने तथा बेहतर प्रदर्शन के लिए मानसिक स्वास्थ्य और तंत्र भी महत्वपूर्ण हैं। योग, मेडिटेशन, और दिनचर्या में बदलाव करके आप अपने मानसिक और यौन स्वास्थ्य को सुधार करते है आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपचार भी यौन-शक्ति को बढ़ावा देने में मदद करते है । यौन-शक्ति को स्वाभाविक रूप से बढाने तथा बेहतर प्रदर्शन के लिए इन तरीकों को अपनाने से आप यौन स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं और अपने संबंधों को भी बेहतर करते है आखिरकार, यह याद रखें कि यौन-शक्ति को सुधारने का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा आपकी सोच और आत्मविश्वास है। खुले मन से अपने साथी के साथ बात करें, सहयोगपूर्ण रूप से संवाद करें, और अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें - ये सभी यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते है |
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