#चाय-कॉफी के फायदे और नुकसान
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कॉफी और चाय के नुकसान क्या है? || What are the disadvantages of coffee and tea?
#चाय-कॉफी के फायदे और नुकसान#चाय और कॉफी के नुकसान#चाय और कॉफी में क्या अंतर है#कैफीन के नुकसान क्या है#कैफीन टैबलेट के फायदे#चाय में कैफीन की मात्रा#कैफीन किसमें पाया जाता है#क्या चाय में निकोटिन पाया जाता है
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Bed Tea के शौकीन हैं? पहले जान लें खाली पेट चाय-कॉफी पीने के कितने नुकसान
Bed Tea के शौकीन हैं? पहले जान लें खाली पेट चाय-कॉफी पीने के कितने नुकसान
नई दिल्ली: चाय-कॉफी ज़्यादातर लोगों को पसंद होती है. हर व्यक्ति इन दोनों में से कोई एक चीज तो जरूर पीता है. वैसे चाय कॉफी पीने के कुछ फायदे भी हैं. चाय (Tea) में पाया जाने वाला एंटीऑक्सिडेंट्स हार्ट को हेल्दी (Healthy Heart) रखता है, बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) और शुगर लेवल को भी कम करने में मदद करता है. तो वहीं कॉफी (Coffee) भी फैट बर्न करके वेट लॉस में मदद करती…
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आँखों के लिए फायदेमंद विटामिन-ए के फायदे जानें
विटामिन जरूरी सूक्ष्म पोषक तत्वों (Micronutrients) का एक हिस्सा हैं, जो कई प्रक्रियाओं के सुचारू संचालन के लिए हमारे शरीर के लिए जरूरी होते हैं। इन्हीं में से एक विटामिन-ए है। विटामिन-ए के फायदे में त्वचा, हड्डियों और शरीर की अन्य कोशिकाओं को मजबूत रखना शामिल है।
स्वस्थ शरीर के लिए पर्याप्त मात्रा में विटामिन-ए की जरूरत होती है। यह कोशिका वृद्धि, इम्यूनिटी (Immunity Booster), दृष्टि और भ्रूण के विकास में मदद करता है। विटामिन-ए के फायदे में त्वचा (Vitamin A For Skin) के स्वास्थ्य, नाखूनों और बाल भी शामिल है। कई खाद्य पदार्थ विटामिन-ए से भरपूर होते हैं, जिनमें पशु-आधारित और पौधे-आधारित दोनों खाद्य पदार्थ शामिल होते है यानि वेज और नॉनवेज दोनों ही तरह के आहार में विटामिन-ए के स्रोत (Vitamin A Food Source) मौजूद हैं। यहाँ हम आपको विटामिन-ए के फायदे, विटामिन-ए के स्रोत और विटामिन-ए के उपयोग बताएंगे।
विटामिन-ए के फायदे: Vitamin-A Benefits in Hindi:
इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने और दिल, फेफड़े, किडनी के साथ-साथ शरीर के दूसरे आवश्यक अंगों के कार्यों को सही रखने के लिए विटामिन ए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अगर आपको आपके शरीर में विटामिन ए की कमी दिखती है तो आपका शरीर कई बिमारियों से ग्रसित हो सकता है।
विटामिन ए में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है, जो शरीर की कोशिकाओं के नुकसान को कम करने में मदद करता है।
विटामिन-ए मुक्त कणों (Free Radicals) को टूटने से रोकता है, जो सूजन जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करता है।
विटामिन-ए आँखों की बीमारियों के खतरे को कम करता है। इसकी कमी से रतौंधी (Night Blindness), आँख के सफेद हिस्से में धब्बे जैसी समस्यांए पैदा हो सकती है।
विटामिन-ए के स्रोत: Vitamin-A Sources in Hindi:
विटामिन-ए के अलग-अलग स्रोत हैं जिनमें पौधे-आधारित और पशु-आधारित स्रोत दोनों शामिल है। कॉड लिवर ऑयल, अंडे, फोर्टिफाइड अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, नारंगी और पीली सब्जियाँ विटामिन-ए के कुछ स्रोत है। सब्जियों और फलों के सेवन से आप आसानी से विटामिन-ए की पूर्ति कर सकते है। शरीर में विटामिन-ए की पूर्ति करने के लिए अंडा, दूध, गाजर, पीली या नारंगी सब्जियाँ, पालक, स्वीट पोटेटो, पपीता, दही, सोयाबीन और दूसरी पत्तेदार हरी सब्जियों का सेवन कर सकते है।
विटामिन-ए की कमी से होने वाले रोग: Vitamin-A Deficiency Diseases:
अंधापन की समस्या होना: अंधापन दृष्टि की हानि से जुडी एक परेशानी है जिसको सामान्य चश्में, कॉन्टेक्ट लेंस, दवाओं और सर्जरी से सही नहीं किया जा सकता। यह स्थिति किसी व्यक्ति के रोजमर्रा के जीवन को गलत तरह से प्रभावित कर सकता है। अगर आपको अचानक से दिखने में कमी लगें तो तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाएं और उनसे सलाह लें।
एनीमिया की समस्या होना: शरीर में खून की कमी होना एनीमिया कहलाता है। पुरुषों में हीमोग्लोबिन की मात्रा 12 से 16 प्रतिशत होना चाहिए जबकि महिलाओं में यह 11 से 14 प्रतिशत होना चाहिए। एनीमिया की समस्या होने पर काली चाय एवं कॉफी पीने से बचें।
पेशाब की ��ली में संक्रमण की समस्या होना: मूत्र का संक्रमण बैक्टीरिया जनित संक्रमण होता है। यह संक्रमण मूत्र-पथ (पेशाब करने के रास्ते) के एक हिस्से को संक्रमित करता है। जब यह निचले हिस्से को प्रभावित करता है, तब इसे सामान्य मूत्र संक्रमण या मूत्राशय में होने वाली सूजन कहा जाता है। आप इससे बचने के लिए गेहूँ का इस्तेमाल कर सकते है। इसके लिए आप एक मुट्ठी गेहूँ को पानी में मिलाएँ और सुबह पानी को छानकर मिश्री मिलाकर खाएं।
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इन 4 चीजों की अधिकता इम्यूनिटी को लगातार कर रही कमजोर, नहीं किया कंट्रोल तो हो सकते हैं कोरोना के शिकार इम्यूनिटी मजबूत होना बेहद जरूरी है। इम्यूनिटी के मजबूत होने से ही हर कोई अपने आपको रोगों से बचा पाएगा। खासकर कोरोना वायरस से। लेकिन क्या आपको पता है रोजाना के खान पान से जुड़ी कुछ चीजें ऐसी हैं जो आपकी इम्यूनिटी को कमजोर कर रही है। इस वजह से इन चीजों को अगर आप खाना कम कर देंगे या फिर छोड़ देंगे तो इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहेगी। नमक नमक ऐसी चीज है जो खाने के स्वाद को बढ़ाती है। लेकिन क्या आपको पता है ज्यादा नमक का सेवन करना भी आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है। इसके अधिक सेवन से शरीर की बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता कम करता है। जिसकी वजह से शरीर जल्द ही बीमारियों की चपेट में आ जाता है। इसलिए अगर आप बहुत ज्यादा नमक खाते हैं तो इसका सेवन सीमित करने से ही फायदे में रहेंगे। चाय और कॉफी चाय और कॉफी भी इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकती है। इन दोनों में कैफीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। जो ना केवल सेहत के लिए ठीक होती बल्कि आपके इम्यून सिस्टम को भी कमजोर करती है। इसी कारण इन दोनों चीजों के सेवन को सीमित करना ही सेहत के लिहाज से बेहतर है। मीठा खाना अगर आप मीठा बहुत ज्यादा खाता है तो सावधान हो जाइए। क्योंकि अधिक मीठा भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है। इसलिए अगर आप मीठा खाने की मात्रा को कम या फिर सीमित कर देंगे तो ये आपके सेहत के लिए अच्छा है। एनर्जी ड्रिंक किसी भी तरह का एनर्जी ड्रिंक सेहत के लिए अच्छा नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि एनर्जी ड्रिंक अगर आप पीते हैं तो उसे आज ही छोड़ दें। इसमें कई चीजें ऐसी मिली होती है जो सीधा इम्यून सिस्टम पर असर डालती हैं। आप चाहे तो होममेड एनर्जी ड्रिंक बना सकते हैं। (at Ghaziabad, India) https://www.instagram.com/p/CFI-GvMslxO/?igshid=19yh9vsu7b7o3
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भूखे पेट ना करें इन चीजों का सेवन,हो सकती है खतरनाक बीमारी
माना जाता है कि मानव शरीर में हर बीमारी की जड़ पेट होता है। कहा यह भी जाता है कि बीमारी का जन्म पेट की समस्याओं के कारण होता है। तो आज हम आपको बताने जा रहे कुछ खास जानकारी जिससे आप अपने पेट की बिमारियों को दूर कर सकते है, जिन्हें खाली पेट खाना बहुत ही नुकसानदायक हो सकता है आपको कोई खतरनाक बीमारी भी हो सकती है …..
भूखे पेट ना करें इन चीजों का सेवन:
केला: केले को सुबह पहले खाली पेट बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए क्योंकि अकेला सुबह के समय एसिडिटी को बढ़ा देता है और आपको इससे अल्सर का खतरा भी बना रहता है।
मसालेदार चीजे: इससे आपके पेट में जलन होगी और आपको एसिडिटी बढ़ेगी साथ ही साथ यह एसिडिटी आपको माइग्रेन की प्रॉब्लम भी पैदा कर सकती हैं और आपका तेज सिर दर्द भी हो सकता है।
नींबू संतरा और दही: सुबह के समय खट्टे फल और दही तो बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए यह जितने फायदे पहुंचाते हैं सुबह के समय खाली पेट उतने ही ज्यादा नुकसान भी पहुंचाते हैं।
टमाटर चाय और कॉफी: सुबह के समय आप चाय और कॉफी तो सब पीते होंगे लेकिन आपको पता है कि यह चाय और कॉफी आपके शरीर में एसिडिटी के मात्रा बहुत ही ज्यादा बढ़ा देती हैं।
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कहीं आप भी उनमे से तो नहीं जो दिन की शुरुआत एक कप कॉफी या चाय के साथ करते है?
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बाप रे बियर पीने के केवल 1 घंटे बाद ही आपको होता है ये बड़ा फायदा क्लिक कर जानें
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बीयर फायदे जिन्हें जान कर आप हैरान रह जायेगे चाय,कॉफी के बाद दुनिया का तीसरा लोकप्रिय पेय पदार्थ है वैसे ज्यादा पीना सेहत के लिए हानिकारक होता है लेकिन ऐसा भी नहीं है कि इसके सिर्फ नुकसान ही नुकसान हैं। कई शोधों में बीयर कुछ ऐसे फायदों के बारे में भी दावे हुए हैं जो आपको चौंका सकते हैं अगर आप कभी-कभी पी लेते हैं और वह भी बहुत संतुलित मात्रा में तो उसके कुछ भी हो सकते हैं जानिए बीयर के फायदे
1.बी…
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#.कैंसर से#.बीयर में विटामिन बी ज्यादा#.हड्डियों को#1 घंटे बाद ही#ऑक्सीडेंट#बाप रे बियर#बीयर का सेवन करने वाले#मजबूत बनती है#मात्रा में होता है#लड़ने में सहायक#लंबे जीते है#संतुलित
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कैसे बचें कोरोना से – जानें वो तरीके जिनसे आप कोरोना को रोक सकते हैं
अजानभा में आपका स्वागत है आज हम बात करेंगे उन उपायों पर जिनका पालन करने से ना सिर्फ आप कोरोना से बच सकते हैं बल्कि और भी कई बीमारियों को दूर हटा सकते हैं और अपने शरीर को लम्बे समय तक निरोगी रख सकते हैं।
जैसा की हमारे ऋषि मुनियों ने बताया है की हमारे खान पान, सोच, कार्य करने का ढंग और पर्यावरण का हमारे शरीर पर प्रभाव पड़ता है। आज हम जानेंगे की कैसे हम स्वयं को कोरोना से लड़ने के लिए तैयार कर सकते हैं।
1. खान पान : खान पान का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है इसलिए कहा गया है की जैसा होगा अन्न वैसा होगा मन। इसका ध्यान रखें की आप क्या खा रहे हैं और हमेशा शाकाहारी भोजन करें। इसकी परवाह ना करें की आपके दोस्त और परिवार के दूसरे लोग क्या कर रहे हैं। आपका शरीर स्वस्थ रखने की ज़िम्मेदारी आपकी है इसलिए दूसरों के विचारों से प्रभावित ना हों और अपने खाने पीने की सामग्री में हरी सब्जियां, फल, सलाद और दाल का सेवन करें और दूध पियें।
2. प्राणायाम : प्राणायाम करने से हमारा शरीर अंदर से मजबूत बनता ह�� और हमारे शरीर की रोग प्रतिरोध शक्ति बढ़ती है साथ ही साथ इसके मानसिक और आध्यात्मिक फायदे भी बहुत हैं तो आज से ही शुरू करें प्राणायाम।
3. नियमित व्यायाम करें : जिस प्रकार प्राणायाम से हमारा शरीर अंदर से मजबूत बनता है उसी प्रकार व्यायाम करने से हमारी मांसपेशियां मजबूत होती हैं और शारीरिक बल बढ़ता है। अपने अक्सर देखा होगा की शारीरिक रूप से मजबूत लोग अथवा प्रतिदिन जिम जाने वाले लोग काम बीमार पड़ते हैं।
4. ध्यान करना सीखें : ध्यान ( Meditation ) एक बहुत ही ज़रूरी हिस्सा है हमारे जीवन का जिसे हम लोग आज कल भूलते जा रहे हैं। ध्यान करने से हमारा आत्मविश्वास और अवचेतन मन की शक्ति बढ़ती है और जिसने अपने अवचेतन मन को साधना सिख लिया उनको भला कोई बीमारी क्या नुकसान पहुँचाएगी। आजकल आपको बहुत सारे ऑनलाइन ऑडियो टेप (Guided Meditation) मिल जायेगे जो सुनके आप मेडिटेशन कर सकते हैं और अपने आप को ज़्यादा शांत, एकाग्र और मजबूत बना सकते हैं।
5. पूरी नींद लें : नींद हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है, जब हम सोते हैं तब हम शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से तरो��ाजा हो रहे होते हैं। नींद की कमी से हमें कई प्रकार के शारीरिक, मानसिक और मनो-शारीरिक ( Psychosomatic ) बीमारियां होती हैं इसलिए पूरी नींद लें। 7-8 घंटे की पूरी नींद लेने से हमारे शरीर की रोगो से लड़ने की शक्ति बढ़ती है।
6. अंग्रेजी दवाइयों से बचें : जहाँ तक संभव हो अंग्रेजी दवाइयां ना लें हां अगर कोई विकल्प ना हो तो अलग बात है। हमारे शरीर में बिमारियों से लड़ने की शक्ति पहले से ही होती है इसलिए अगर आप ऊपर दिए गए 5 नियमों का पालन करेंगे तो आपको बीमारियां होंगी ही नहीं और अगर हो भी गयीं तो घरेलु उपायों से ठीक हो जाएगी।
7. शुगर लेना बंद कर दें : देखिये ये ज़रा मुश्किल काम है पर इसके परिणाम देख के आप हैरान रह जायेंगे मैंने 15 दिन शुगर लेना बंद किया था और मेरा वजन 5-7 किलो कम हो गया था। आप भी आजमा के देखिये, इतने फायदे हैं की आप सोच भी नहीं सकते। अगर आप को मीठी चीजें पसंद हों तो आप चाय कॉफी इत्यादि ले सकते हैं पर उसमे चीनी यानि की शक्कर की बजाय शुगर फ्री इस्तेमाल करें क्यूंकि इसमें फाइट नहीं होता जिससे की आपको स्वाद तो मिल जायेगा पर शरीर में शुगर नहीं प्रवेश करेगा।
तो दोस्तों पालन करें इन नियमों का और आपको जब परिणाम मिलने लगे तो कमेंट में बताएं। रोज नयी नयी जानकारियां प्राप्त करने के लिए अजानभा को सब्सक्राइब अवश्य करें।
कैसे बचें कोरोना से – जानें वो तरीके जिनसे आप कोरोना को रोक सकते हैं
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सलमान खान के भतीजे अब्दुल्लाह खान का मात्र 38 साल की उम्र में देहांत। कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट आनी बाकी है।
क्या कोरोना वायरस संक्रमण से मौत होने पर बीमाराशि मिलेगी ?
क्या संगीत ऑनलाइन घर बैठे सीखा जा सकता है ?
नवरात्री स्पेशल : नौ देवियों के नौ मंत्र जो देते हैं चमत्कारी फल
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ऊंटनी के दूध के फायदे और नुकसान – Camel Milk Benefits and Side Effects in Hindi
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ऊंटनी के दूध के फायदे और नुकसान – Camel Milk Benefits and Side Effects in Hindi
सेहत के लिए दूध कितना फायदेमंद है, आप शायद बचपन से सुनते आ रहे होंगे। दूध के स्वास्थ्य फायदों को देखते हुए इसे दैनिक आहार में शामिल करने की सलाह दी जाती है। वहीं, बात करें इसके स्रोत की तो गाय और भैंस को इसका मुख्य स्रोत माना जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है। विश्व भर के कई ��ेशों में गाय-भैंस के अलावा ऊंटनी के दूध का भी सेवन किया जाता है। जानकर हैरानी होगी कि शरीर के लिए ऊंटनी के दूध के फायदे कई सारे हैं। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम ऊंटनी के दूध के लाभ साझा करने जा रहे हैं।
लेख के अंत में ऊंटनी के दूध के नुकसान पर भी प्रकाश डाला गया है। पाठक इस बात पर भी ध्यान दें कि ऊंटनी का दूध लेख में शामिल की गईं बीमारियों के प्रभाव को वैकल्पिक रूप से कम करने में मदद कर सकता है, इसे इनका इलाज किसी भी तरीके से समझा न जाए।
तो आइये लेख की शुरुआत ऊंटनी के दूध के लाभ जानने से करते हैं।
विषय सूची
ऊंटनी के दूध के फायदे – Benefits of Camel Milk in Hindi
1. लिवर के लिए फायदेमंद
अमेरिकन जर्नल ऑफ एथनोमेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक शोध में पाया गया है कि ऊंटनी के दूध का उपयोग लिवर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। दरअसल, लिवर की कार्यप्रणाली में कुछ खास एंजाइम को रक्त में डालना भी शामिल है। वहीं, जब किसी वायरस अटैक की वजह से लिवर डैमेज की स्थिति बनती है, तो इन एंजाइम का स्तर बढ़ जाता है। हेपेटाइटिस-सी के मरीजों पर किए गए अध्ययन में देखा गया है कि ऊंटनी का दूध लिवर एंजाइम्स के बढ़े हुए स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, जो कि लिवर स्वास्थ्य की दृष्टि से एक सकारात्मक संकेत है। वहीं, दूसरी ओर शोध में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि ऊंटनी का दूध बढ़े हुए ग्लोब्युलिन (ब्लड में मौजूद एक प्रकार के प्रोटीन) के स्तर को कम कर सकता है और लिवर की बीमारी के दौरान कम होने वाले टोटल प्रोटीन, प्लेटलेट्स (एक प्रकार के ब्लड सेल्स) और एल्ब्यूमिन (लिवर द्वारा बनाए जाने वाले प्रोट��न) के स्तर को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है (1)।
2. मधुमेह को नियंत्रित करे
ऊंटनी के दूध के लाभ ब्लड शुगर (खून में शक्कर का स्तर) को नियंत्रित करने में भी मिल सकते हैं, क्योंकि इसमें एंटीहाइपरग्लाइसेमिक प्रभाव (ब्लड शुगर को कम करने वाला गुण) पाए जाते हैं (2)। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म द्वारा की गई रिसर्च में यह पाया गया है कि ऊंटनी का दूध लिपिड प्रोफाइल में सुधार करके और इन्सुलिन रेजिस्टेंस (जब कोशिकाएं इंसुलिन को प्रतिक्रिया देना बंद कर देती हैं, जिससे ब्लड शुगर बढ़ता है) को कम करके मधुमेह के घरेलू उपचार के रूप में काम कर सकता है (3)।
3. कैंसर से बचाव में मददगार
ऊंटनी का दूध कैंसर से बचाव कर सकता है। दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध से पता चलता है कि ऊंटनी के दूध का उपयोग ऑटोफैगी (Autophagy) को बढ़ावा देकर आंत और स्तन कैंसर कोशिकाओं पर एंटीप्रोलिफेरेटिव प्रभाव (बढ़ती कोशिकाओं को रोकने का प्रभाव) डाल सकता है। बता दें कि ऑटोफैगी सेल्स से जुड़ी एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें कोशिकाएं स्वयं से अनावश्यक घटकों को हटाने का काम करती हैं (4)। पाठक ध्यान दें कि घरेलू उपचार कैंसर के जोखिम को कुछ हद तक कम करने में मददगार हो सकते हैं। अगर काई व्यक्ति कैंसर की चपेट में आ गया है तो डॉक्टरी इलाज करवाना सबसे जरूरी है।
4. किडनी के लिए ऊंटनी का दूध
ऊंटनी का दूध अप्रत्यक्ष रूप से किडनी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, इस बात को कम ही लोग जानते हैं कि जेंटामाइसिन (बैक्टीरियल इन्फेक्शन के लिए उपयोग में लाई जाने वाली एंटीबायोटिक) का दुष्प्रभाव नेफोटॉक्सिक प्रभाव (किडनी को नुकसान पहुंचाने वाला) का कारण बन सकता है। यहां ऊंटनी का दूध प्रभावी रूप से सामने आ सकता है। एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक स्टडी में पाया गया है कि ऊंटनी का दूध इस प्रभाव को कम कर सकता है और इसके कारण होने वाले किडनी फेल्योर और सेल डैमेज से बचाने में मदद कर सकता है (5)।
5. आटिज्म के लक्षणों को कम करे
आटिज्म, तंत्रिका और विकास संबंधी एक विकार है, जो संचार और बातचीत की क्षमता को बाधित करता है। यह बचपन में शुरू होता है और यह जीवन भर रह सकता है (6)। इसके होने के पीछे कई कारण हैं, जिनमें एक नाम ऑक्सीडेटिव तनाव का भी है। यहां ऊंटनी के दूध के लाभ देखे जा सकते हैं, क्योंकि इसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट विटामिन (ए, सी और ई) और मिनरल्स (मैग्नीशियम और जिंक) पाए जाते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव को बढ़ा कर आटिज्म के लक्षण को कम करने में मदद कर सकते हैं (7)। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है। वहीं, आटिज्म से संबंधित पेशेंट रिपोर्ट में ऊंटनी के दूध का उपयोग से पीड़ित एक बच्चे में व्यवहारिक (Behavioral), भावनात्मक (Emotional) और बातचीत (Communication) से जुड़े सकारात्मक परिवर्तन देखे गए हैं (8)।
6. म��इक्रोबियल संक्रमण से आराम दिलाए
स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभदायक होने के साथ, ऊंटनी के दूध के फायदे माइक्रोबियल इंफेक्शन से लड़ने में भी देखे जा सकते हैं। इस दूध में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण एक नहीं बल्कि कई तरह के बैक्टीरिया जैसे ई.कोलाई और एस.औरियस से लड़ने में सहायक हो सकते हैं। साथ ही, ऊंटनी के दूध में पाया जाने वाला लैक्टोपेरोक्सिडेस, (Lactoperoxidase – एक तरह का एंजाइम) एंटीबैक्टीरियल गतिविधि को बढ़ाकर ग्राम नेगेटिव बैक्टीरिया को खत्म करने का काम कर सकता है (9)। ऊंटनी के दूध में पाए जाने वाले लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया में भी एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जो कई तरह के माइक्रोबियल संक्रमण फैलाने वाले जीवाणुओं को खत्म करने में मदद कर सकते हैं (10)।
7. आंत से जुड़ी समस्या से आराम
आंत से जुड़ी समस्या में भी ऊंटनी का दूध लाभदायक साबित हो सकता है। दरअसल, एक शोध में जिक्र मिलता है कि ऊंटनी का दूध पेट और आंतों से जुड़े विकारों से आराम दिलाने में मदद कर सकता है। साथ ही यह इम्यून सिस्टम को मजबूती देने में भी सहयोग कर सकता है, जिससे आंतों से जुड़ी समस्याओं से लड़ने में शरीर को मदद मिल सकती है (11)। वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में जिक्र मिलता है कि ऊंटनी के दूध में सायटोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं, जो म्यूकोसल बैरियर (पेट का एक गुण, जो इसे पाचन के लिए आवश्यक गैस्ट्रिक एसिड सुरक्षित रखने में मदद करता है) को मजबूत करने का काम कर सकता है, जिससे अल्सर जैसी समस्या से आराम मिल सकता है (12)।
8. एलर्जी से आराम दिलाए
ऊंटनी के दूध के फायदे बैक्टीरिया और फंगस से होने वाली एलर्जी से आराम दिलाने में मदद कर सकते हैं। दरअसल, इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल एवं एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं, जो एलर्जी फैलाने वाले इन जीवाणुओं को खत्म करने में मदद करते हैं। साथ ही, इस दूध में एंटीइन्फ्लामेट्री गुण भी मौजूद होता है। यह एलर्जी के कारण होने वाली सूजन को कम करने में लाभदायक साबित हो सकता है (13)।
वहीं, देखा जाता है कि कई शिशुओं व बच्चों को गाय के दूध से एलर्जी होती है, जिस कारण वे उसका सेवन नहीं कर पाते। ऐसे में, ऊंटनी के दूध का उपयोग किया जा सकता है। इलेक्ट्रॉन फिजिशियन नामक एक संस्था द्वारा किए गए शोध में पाया गया है कि ऊंटनी के दूध में गाय के दूध से अलग प्रोटीन पाया जाता है, जो बच्चों को नुकसान नहीं पहुंचाता (14)।
9. ऑटोइम्यून रोगों से आराम
जब शरीर का इम्यून सिस्टम गलती से शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने लगता है, तो इसके कारण होने वाले रोगों को ऑटोइम्यून रोग कहा जाता है। ऑटोइम्यून रोग के कारणों के बारे में साफ तौर से कुछ नही कहा जा सकता, पर माना जाता है कि कुछ खास तरह की दवाइयां, बैक्टीरिया और वायरस, इम्यून सिस्टम की इस नकारात्मक प्रतिक्रिया का कारण बन सकते हैं (15)। यहां ऊंटनी के दूध के ��कारात्मक प्रभाव देखे जा सकते हैं। माना जाता है कि ऊंटनी का दूध ऑटोइम्यून रोगों से आराम दिलाने में मदद कर सकता है। फिलहाल, इस लाभ के पीछे ऊंटनी के दूध में मौजूद कौन से गुण काम करते हैं, यह जानने के लिए अभी और शोध की आवश्यकता है (7)।
सेहत के लिए ऊंटनी के दूध एक फायदे जानने के बाद, लेख के अगले भाग में जानिए ऊंटनी के दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में।
ऊंटनी के दूध का पोषक तत्व – Camel Milk Nutritional Value in Hindi
ऊंटनी के दूध में विटामिन, मिनरल और कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत को लाभ पहुंचाने का काम करते हैं। इसमें 3.4 प्रतिशत प्रोटीन, 3.5 प्रतिशत फैट, 4.4 प्रतिशत लैक्टोज और पानी 87 प्रतिशत पाया जाता है (16) :
इसके अलावा, ऊंटनी के दूध की प्रति 100 ग्राम मात्रा में नीचे बताए गए मिनरल, बताई गई मात्रा में पाए जाते हैं –
जिंक : 0.53 मिलीग्राम
मैंगनीज : 0.05 मिलीग्राम
मैग्नीशियम : 10.5 मिलीग्राम
आयरन : 0.29 मिलीग्राम
सोडियम : 59 मिलीग्राम
पोटेशियम : 156 मिलीग्राम
कैल्शियम : 114 मिलीग्राम
इन सभी मिनरल्स के साथ, ऊंटनी का दूध कई तरह के विटामिन से भी समृद्ध होता है, जैसे विटामिन-ए, बी, सी, डी और विटामिन-ई।
आगे जानिए ऊंटनी के दूध को उपयोग में किस तरह लाया जा सकता है।
ऊंटनी के दूध का उपयोग – How to Use Camel Milk in Hindi
कैसे उपयोग करें :
ऊंटनी के दूध का उपयोग पीने के साथ ही, कॉफी, चाय, स्मूदी, सॉस, सूप, मैक एंड चीज, पैनकेक और वैफल्स बनाने में किया जा सकता है। इसके अलावा, ऊंटनी के दूध की मदद से पनीर, योगर्ट और बटर भी बनाया जा सकता है।
कितना उपयोग करें :
डाइटिशियन के परामर्श पर एक स्वस्थ व्यक्ति दिन में एक से दो कप ऊंटनी के दूध का सेवन कर सकता है। किसी स्वास्थ्य समस्या में इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टरी परामर्श जरूर लें।
लेख के अंत में जानिए क्या ऊंटनी के दूध के नुकसान भी हो सकते हैं?
ऊंटनी के दूध के नुकसान – Side Effects of Camel Milk in Hindi
एम.बोविस (Mycobacterium Bovis) एक प्रकार का बैक्टीरिया है, जो मवेशियों में टी.बी (Tuberculosis) का कारण बनता है। एनसीबीआई के एक शोध में मवेशियों के साथ ऊंटों में भी इस बैक्टीरिया के फैलने की बात कही गई है। वहीं, बहुत से संक्रमण जानवरों से इंसानों में प्रवेश करते हैं और ऐसे में ऊंटनी का दूध एम.बोविस के प्रसार का एक जोखिम कारक हो सकता है, जिससे इंसान भी संक्रमित हो सकते हैं। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है (17)।
ऊंटनी के कच्चे दूध का सेवन जूनोटिक संक्रमण (जानवरों से इंसानों में) का कारण बन सकता है, इसलिए इसके कच्चे दूध का सेवन न करने की सलाह दी जाती है (18)।
उम्मीद करते हैं कि इस लेख के जरिए आपको ऊंटनी के दूध के फायदे अच्छी तरह समझ आ गए होंगे। दैनिक आहार में शामिल कर ऊंटनी के दूध के ��ाभ प्राप्त किए जा सकते हैं। लेख में ऊंटनी के दूध का उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है, इस विषय में भी बताया गया है। साथ ही ऊंटनी के दूध के नुकसान से बचने के लिए हम यही सलाह देंगे कि इसका सेवन हमेशा उबाल कर ही करें। आशा करते हैं कि यह लेख आपके लिए लाभकारी होगा।
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सौम्या व्यास ने माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, भोपाल से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बीएससी किया है और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया, बेंगलुरु से टेलीविजन मीडिया में पीजी किया है। सौम्या एक प्रशिक्षित डांसर हैं। साथ ही इन्हें कविताएं लिखने का भी शौक है। इनके सबसे पसंदीदा कवि फैज़ अहमद फैज़, गुलज़ार और रूमी हैं। साथ ही ये हैरी पॉटर की भी बड़ी प्रशंसक हैं। अपने खाली समय में सौम्या पढ़ना और फिल्मे देखना पसंद करती हैं।
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इन 4 चीजों की अधिकता इम्यूनिटी को लगातार कर रही कमजोर, नहीं किया कंट्रोल तो हो सकते हैं कोरोना के शिकार
इम्यूनिटी मजबूत होना बेहद जरूरी है। इम्यूनिटी के मजबूत होने से ही हर कोई अपने आपको रोगों से बचा पाएगा। खासकर कोरोना वायरस से। लेकिन क्या आपको पता है रोजाना के खान पान से जुड़ी कुछ चीजें ऐसी हैं जो आपकी इम्यूनिटी को कमजोर कर रही है। इस वजह से इन चीजों को अगर आप खाना कम कर देंगे या फिर छोड़ देंगे तो इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहेगी।
नमक
नमक ऐसी चीज है जो खाने के स्वाद को बढ़ाती है। लेकिन क्या आपको पता है ज्यादा नमक का सेवन करना भी आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है। इसके अधिक सेवन से शरीर की बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता कम करता है। जिसकी वजह से शरीर जल्द ही बीमारियों की चपेट में आ जाता है। इसलिए अगर आप बहुत ज्यादा नमक खाते हैं तो इसका सेवन सीमित करने से ही फायदे में रहेंगे।
चाय और कॉफी
चाय और कॉफी भी इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकती है। इन दोनों में कैफीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। जो ना केवल सेहत के लिए ठीक होती बल्कि आपके इम्यून सिस्टम को भी कमजोर करती है। इसी कारण इन दोनों चीजों के सेवन को सीमित करना ही सेहत के लिहाज से बेहतर है।
मीठा खाना
अगर आप मीठा बहुत ज्यादा खाता है तो सावधान हो जाइए। क्योंकि अधिक मीठा भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है। इसलिए अगर आप मीठा खाने की मात्रा को कम या फिर सीमित कर देंगे तो ये आपके सेहत के लिए अच्छा है।
एनर्जी ड्रिंक
��िसी भी तरह का एनर्जी ड्रिंक सेहत के लिए अच्छा नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि एनर्जी ड्रिंक अगर आप पीते हैं तो उसे आज ही छोड़ दें। इसमें कई चीजें ऐसी मिली होती है जो सीधा इम्यून सिस्टम पर असर डालती हैं। आप चाहे तो होममेड एनर्जी ड्रिंक बना सकते हैं।
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केसर का पानी में मौजूद हैं ये सभी गुण, जानें इसके फायदे
केसर का इस्तेमाल तो हर घर में कई अवसरों पर किया जाता है।केसर कई तरह के गुणों से भरपूर होता है। यह हेल्थ के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ केसर कई बीमारियों को भी दूर करता है। केसर का आयुर्वेद में भी बहुत अधिक महत्व है। इसमें कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं।केसर कई गुणों से भरपूर होता है और इसका काफी महत्व भी है। यह एक ऐसी किचन सामग्री है जो सेहत के लिए कई मायनों में फायदेमंद है। पकवानों और व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए सदियों से केसर का उपयोग किया जाता है। साथ ही केसर के दूध का भी एक बेहद महत्व है। केसर का आयुर्वेद में भी बहुत महत्व है। इसमें कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं। यदि सही तरीके से केसर का उपयोग किया जाए तो कई स्वास्थ्य समस्याएं पूरी तरह ठीक हो जाती हैं।क्या आपको पता है केसर के पानी का सेवन करने से आप कई तरह की बीमारियों से बचे रह सकते हैं। आइए आपको बताते हैं केसर का पानी पीने के फायदे के बारे में-
1. गैस पर 1 गिलास पानी चढ़ा कर उबालें। फिर उसमें 8-9 केसर के धागे डालें। फिर इसे लगभग 10 मिनट के लिए पकने दें। पानी गुनगुना हो जानें के बाद इसका सेवन करें। यदि चाहें तो स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें शहद भी डाल सकते हैं। केसर के पानी का सेवन रोजाना सुबह या शाम को किया जा सकता है।
2. बहुत ही उपयोगी गुणों से युक्त होती है। यह उत्तेजक, वाजीकारक, यौनशक्ति बनाए रखने वाली होती है। यह कामोत्तेजक होती है। इसे त्रिदोष नाशक माना गया है।
3. गर्भवती महिलाओं को इस दौरान पेट में गैस बनना और मूड स्विंग जैसी आम समस्याएं होती हैं। केसर पाचन के लिए अच्छा माना जाता है। साथ ही यह अच्छी नींद लाने में भी मददगार होता है। इसका सेवन करने के लिए 1 कप गर्म पानी में 3-4 केसर के धागे डाल कर सेवन करें
4.अगर आप झड़ते और टूटते बालों की समस्या से परे��ान हैं तो दिन में दो बार केसर के पानी का सेवन जरूर करें। केसर में एंटीऑक्सिडेंट मौजूद होता है जो बालों को जड़ों से मजबूत बनाता है। यह सिर में होने वाले इंफेक्शन को भी कम करता है।
5. पीरियड्स के दौरान कम ब्लीडिंग होने पर और दर्द होने पर केसर के पानी का सेवन करना चाहिए। इससे समस्या दूर हो जाती है। साथ ही पेट में ऐंठन की समस्या भी नहीं रहती। हालांकि अगर आपको पहले से ही हैवी ब्लीडिंग होती है तो केसर के पानी का सेवन न करें।
6. केसर स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह त्वचा पर निखार लाता है और इसे हेल्दी बनाए रखता है। इसके अलावा चेहरे पर पिम्पल्स और दाग-धब्बे भी नजर नहीं आते।
7. भोजन के बाद हम सभी कुछ के मीठा खाने के आदि होते हैं जिससे शरीर का वजन काफी बढ़ जाता है। शुगर खाने की लत बहुत जल्दी लगती है इसे कम करना बहुत आसान नहीं होता है। लेकिन रोजाना सुबह एक गिलास केसर के पानी का सेवन करने से शुगर खाने की लत कम हो जाती है।
8. अगर आप दिनभर में बहुत ज्यादा चाय और कॉफी पीते हैं तो आपको अपनी ये आदत बदल देनी चाहिए। इसकी जगह पर आप दिन में दो बार केसर के पानी का सेवन करें। यह पूरे दिन आपकी बॉडी को एक्टिव रखता है और मूड को बेहतर बनाए रखता है।
9 . केसर तासीर में गर्म होता है इसलिए इसका ज्यादा सेवन नुकसानदेह भी हो सकता है। कुछ शोध बताते हैं कि एक दिन में 10.5 ग्राम केसर शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में सिरदर्द, चक्कर आना, भूख न लगना, कमजोरी और अत्यधिक मामलों में फेफड़े और किडनी पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
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कुछ लोगों को लेटते ही नींद आ जाती है। लेकिन कुछ लोगों को रोज रात को जल्दी सोने में परेशानी होती है। हालांकि "नेशनल स्लीप फॉउंडेशन" का कहना है कि रोजाना रात को सात से नौ घंटे की नींद लेना बेहद जरूरी है, लेकिन ज़्यादातर लोग इससे बहुत कम सोते हैं।
(और ��ढ़ें - कितनी देर सोना चाहिए)
पर अच्छी बात तो यह है कि ऐसे कई उपाय हैं जिनकी मदद से आप अपने शरीर और मस्तिष्क को जल्दी सोने के लिए तैयार कर सकते हैं। इस तरह आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप सुबह भी जल्दी उठ पाएंगे।
(और पढ़ें - अच्छी नींद के उपाय)
तो आइये आपको बताते हैं रात को जल्दी सोने के उपाय और फायदे
रात को जल्दी सोने के उपाय
1. सोने का समय तय करें
अगर आप व्यस्क हैं तो रोजाना 7.5 से 8.5 के आसपास नींद लेने की जरूरत है। बच्चे (पांच साल और उससे ऊपर) और किशोरों को 8.5 से 11 घंटे, यानी इस उम्र में व्यस्क से ज्यादा नींद लेने की आवश्यकता होती है।
अपनी उम्र और जीवनशैली के अनुसार रात को जल्दी सोने का समय तय करें। जिससे आप अपनी नींद को पूरा कर सके।
पर्याप्त नींद न लेने से आपके मस्तिष्क पर असर पड़ सकता है और इस कारणवश आप सुबह अपने रोजाना के कार्य सही ढंग से नहीं कर पाएंगे। तो रात में जल्दी सोने के लिए खुद को हमेशा प्रेरित करें।
(और पढ़ें - नींद न आने के कारण)
2. दिन के दौरान क्या करें जिससे रात को नींद अच्छी आये?
सोने से पहले रात को कैफीन का सेवन न करें - अगर आप रात को जल्दी सोने की कोशिश कर रहे हैं तो कॉफी और अन्य कैफीन वाले उत्पादों और निकोटीन से दूर रहें। उनका प्रभाव कई घंटों तक बना रहता है और अगर आप सोना भी चाहें तो भी इनकी वजह से आप सो नहीं पाते। जबकि जब आप शराब पीते हैं तो इससे नींद तो आती है, लेकिन यह नींद अच्छी और गहरी नहीं होती है।
रात को खाना ज्यादा न खाएं - आपका रात का खाना सोने से दो या तीन घंटे पहले ही पूरा हो जाना चाहिए। अगर आप सोने से कुछ देर पहले ही अधिक खाना खाते हैं तो आपको सोने में बेहद दिक्कत होगी और आप पूरी रात जगे रहेंगे।
रात को सोने से तुरंत पहले व्यायम न करें - रोजाना व्यायाम आपकी नींद के स्वरुप को बनाये रखने में मदद करता है, लेकिन कभी भी रात को सोने से कुछ देर पहले व्यायाम न करें। व्यायाम में उत्तेजित करने वाले प्रभाव होते हैं जो रात को सोने में दिक्कत पैदा करते हैं। (और पढ़ें - व्यायाम करने का सही समय)
झपकी लेना नियंत्रित करें - थकान को उतारने के लिए झपकी बेहद मदद करती है, लेकिन पूरे दिन में कभी लम्बी झपकी (आधे घंटे से ज्यादा) न लें और रात को सोने से पहले भी झपकी नहीं लेनी चाहिए। वरना, आपको रात को जल्दी सोने में दिक्कत हो सकती है।
दिन के दौरान हल्की रौशनी में रहें - कितनी और किस तरह की रौशनी आपकी नींद को प्रभावित करती है। सुबह और दिन के दौरान जितना हो सके उतना प्राकृतिक रौशनी लें। रात में रौशनी को थोड़ा कम रखें। इससे आपको रात में जल्दी सोने में मदद मिलेगी।
(और पढ़ें - दिन मेँ सोना अच्छा है या नहीं)
3. रात को सोने के लिए सही वातावरण बनाएं
सोने-जगने का रूटीन बनाएं - रात को सोने से पहले कुछ ऐसी चीज़ें करें, जिनसे आपको नींद आसानी से आ जाए। जैसे किताबें पढें, नहाएं, मूड को ठीक करने वाले गाने सुनें आदि।
आरामदायक बिस्तर चुनें - आपका बिस्तर, गद्दे आदि आरामदायक होने चाहिए। जिससे रात में सोने में किसी भी तरह की तकलीफ महसूस न हो।
थकान महसूस होने पर सो जाएं - अगर आप थका हुआ महसूस कर रहे हैं तो इसका मतलब है कि अब आपको सोने के लिए चले जाना चाहिए। जबरदस्ती जागते न रहे। दूसरे हाथ, अगर आप थके हुए नहीं हैं तो ��बरदस्ती भी सोने की कोशिश न करें।
रात में जल्दी सोने के लिए क्या खाएं
रात में जल्दी सोने के लिए आप उपायों के अलावा कुछ बेहतरीन खाद्य पदार्थ खा सकते हैं। यह बेहतरीन खाद्य पदार्थ आपको रात में जल्दी सोने में मदद करने के साथ आपकी नींद भी अच्छी बनाएंगे
चेरी
दूध
केला
बादाम
उबला अंडा
सलाद के पत्ते
हर्बल चाय आदि।
रात को सोने से कुछ घंटे पहले इन खाद्य पदार्थों को खाएं। इससे आपको तेजी से नींद लाने में मदद मिलेगी और बल्कि आपकी नींद की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा।
रात को जल्दी सोने के फायदे
1. र��त को जल्दी से कैंसर से बचाव होता है -
क्या आपको पता है कि जो लोग देर रात तक काम करते हैं उनमें ब्रेस्ट कैंसर व कोलन कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है? विशेषज्ञों का मानना है कि हल्की रौशनी मेलाटोनिन हार्मोन का स्तर कम कर देती है। मेलाटोनिन हार्मोन सोने और जागने के चक्र को बनाये रखता है। ये हार्मोन कैंसर से आपको बचाता है और ट्यूमर को कम करने में मदद करता है। इस बात को सुनिश्चित कर लें कि आपके कमरे में अँधेरा होना चाहिए और ��ात को सोने से पहले किसी भी तरह के उपकरण (जैसे मोबाईल या कम्प्यूटर) का इस्तेमाल न करें। इससे आपका शरीर जरूरत के अनुसार मेलाटोनिन का उत्पादन कर पाएगा।
2. रात में जल्दी सोने से तनाव कम होता है -
जब नींद पूरी नहीं होंगी तो आपका तनाव बढ़ता चला जाएगा। इससे आपको हाई ब्लड प्रेशर भी हो सकता है और तनाव को बढ़ाने वाले हॉर्मोन का उत्पादन भी अधिक होने लगेगा। हाई ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ा देता है और स्ट्रेस हॉर्मोन से आपको सोने में परेशानी हो सकती है। स्ट्रेस के प्रभाव को कम करने के लिए आराम देने वाली चीजों का इस्तेमाल करें।
(और पढ़ें - तनाव कम करने के तरीक)
3. रात को जल्दी सोने से सूजन कम होती है -
नींद की कमी से आपके शरीर में स्ट्रेस हार्मोन बढ़ता है और इससे शरीर में सूजन का स्तर भी अधिक होने लगता है। रात को जल्दी न सोने से ह्रदय से संबंधित समस्याओं और कैंसर व शुगर का जोखिम भी बढ़ सकता है।
(और पढ़ें - डायबिटीज डाइट चार्ट)
4. रात को जल्दी सोने से आप ताजा महसूस करते हैं -
रात को जल्दी सोने से शरीर ऊर्जा से भरपूर और ताजा महसूस करता हैं। चुस्त रहने से न केवल आप अच्छा अनुभव करते हैं, बल्कि अगली रात में अच्छी नींद लेने में भी मदद मिलती है।
5. नींद आपकी यादाश्त में भी सुधार करता है -
शोधकर्ता पूरी तरह से समझ नहीं पाए हैं कि हम क्यों सोते हैं और सपने भी क्यों देखते हैं, लेकिन उन्होंने पाया कि नींद स्मरण शक्ति को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती है। नींद के दौरान, आपका शरीर आराम करता है, लेकिन आपका मस्तिष्क भावनाओं, यादाश्त और अन्य चीजों में संबंध बनाने में व्यस्त होता है। यादाश्त को बेहतर करने के लिए गहरी नींद बेहद जरूरी है।
(और पढ़ें - स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय)
6. नींद आपका वजन कम करने में मदद करती है -
रिसर्चर ने पाया कि जो लोग रोजाना सात घंटे से भी कम नींद लेते हैं उनका वजन बढ़ सकता है। नींद की कमी से आपके शरीर के हॉर्मोन्स असंतुलित हो सकते हैं और इससे आपकी भूख में भी बदलाव आ सकता है। घ्रेलिन (ghrelin) और लेप्टिन (leptin), जो भूख को नियंत्रित करते हैं वो नींद की कमी से अनियंत्रित हो सकते हैं। अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं या बनाये रखना चाहते हैं तो रोजाना पर्याप्त नींद जरूर लें।
(और पढ़ें - motapa kam karne ke upay)
7. रात को जल्दी सोने से डिप्रेशन का जोखिम कम होता है -
नींद सेरोटोनिन समेत आपके शरीर के कई केमिकल पर असर डालती है। जिन लोगों को सेरोटोनिन की कमी होती है वो ज्यादातर डिप्रेशन से पीड़ित होते हैं। डिप्रेशन से छुटकारा पाने के लिए रोजाना 7 से 9 घंटे के बीच अपनी नींद पूरी करें।
(और पढ़ें - डिप्रेशन की दवा)
8. नींद शरीर को ठीक रखती है -
नींद में शरीर आराम तो करता ही है, साथ ही इस दौरान शरीर तनाव, सूरज की किरणों और अन्य विषाक्त पदार्थों से हुए नुकसान को भी ठीक करता है। जब आप सोते हैं तो आपके शरीर की कोशिकाएं प्रोटीन का उत्पादन करती हैं।
(और पढ़ें - पराबैंगनी किरणों के प्रभाव)
9. रात को जल्दी सोने से शुगर का जोखिम कम होता है -
कुछ रिसर्च से पता चला है कि अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो आपको टाइप 2 डायबीटीज हो सकती है। नींद पूरी न होने से आपके शरीर में ग्लूकोज की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है और शुगर का जोखिम बढ़ सकता है।
10. रात को जल्दी सोने से आपका ह्रदय स्वस्थ रहता है -
रोजाना रात को जल्दी सोने से आपकी ह्रदय की प्रणाली में तनाव और सूजन का स्तर कम हो जाता है, जिससे स्ट्रोक या हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ता नहीं है।
(और पढ़ें - हृदय रोग के लक्षण)
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