#गिड़गिड़ा
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पूछताछ के दौरान गिड़गिड़ा उठा ट्रेनी डॉक्टर का हत्यारा, पुलिस से बोला, मुझे फांसी दो; फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा सैंपल
Kolkata News: कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हैवानियत करने वाला आरोपी अब फांसी देने के लिए गिड़गिड़ा रहा है. उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है और पूछताछ के दौरान कहा, “हां मैंने अपराध किया है, मुझे फांसी दे दो.” पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी संजय रॉय में लंबे समय से मारपीट करने की प्रवृति थी. पूछताछ में उसने अपनी मां, बहन और पत्नी पर भी हमले की बात कबूल की है. कोलकाता पुलिस…
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फिरौन का इम्तेहान
है वक्त ए इमतेहा फिरौन ए जदीद का है इंतजार में अजल लम्हा लम्हा फिरौन का । बहुत नाज है गुस्ताख ए इंसानियत को है उसको शौक बहुत खुद के खुदनुमाई का । गिड़गिड़ा रहा है अपने ही जश्न ए फतह में सजा के मासूमियत लूटने चला घर दोस्तों का । है तारीख में दर्ज कत्ल ए इंसानियत उसका दरिंदा ए सर जमीं निकला उस्ताद शैतान का। पैमाना ए इंसाफ देख कातिल भी शरमाये इंसाफ अदालतों में उसके मानिंद कत्ल का
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Pakistan: कंगाली के बाद भारत के सामने गिड़गिड़ाया पाकिस्तान,निकली हेकड़ी
Pakistan:पाकिस्तान कंगाली की कगार पर है.उसकी अर्थव्यवस्था चौपट हो चुकी है.पाकिस्तान के लोग दो जून की रोटी के लिए तरस रहे हैं.आटे के लिए पाकिस्तान में गोलियां चल रहीं हैं.लंबी-लंबी कतारें आटे को लेने के लिए लग रहीं हैं.आलू टमाटर जैसी आम चीजों के लिए वहां दंगे हो रहे हैं.चौपट अर्थव्यवस्था ने पाकिस्तान को सबक सिखा दिया है.
अब वो भारत के सामने गिड़गिड़ा रहा है.आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान के सुर बदल गए हैं और वो शांति की बात कर रहा है.पाकिस्तान के पीएम शहबाज(Pakistan PM Shehbaz Sharif) अब शांतिदूत बनने का ढोंग कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान ने भारत के साथ तीन युद्ध लड़े हैं और पाकिस्तान सबक सीख चुका है.
जंग को लेकर गिड़गिड़ाया पाकिस्तान
पाकिस्तान ने भारत से टकराने को अपनी भूल माना है.पाकिस्तान के पीएम शहबाज ने पाकिस्तानी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में अपनी गलती मानी है. उन्होंने कहा, ‘इंडिया हमारा पड़ोसी देश है.हम लोग अपने पड़ोसी चुन नहीं सकते पर हम लोग हैं.लेकिन ये अब हम पर निर्भर करता है कि, हम शांति से रहें और तरक्की करें या फिर एक-दूसरे से झगड़कर अपना समय और संसाधन बर���बाद करें. पाकिस्तान और भारत के बीच तीन युद्ध हो चुके हैं और इन युद्ध में जो दुष्प्रभाव हुए हैं वो हैं बेरोजगारी,गरीबी और आर्थिक नुकसान.हमने अपना सबक सीख लिया है. हम अब शांति से जीना चाहते हैं और अपनी समस्याओं को सुलझाना चाहते हैं.
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अखिलेश के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में एक-एक वोट के लिए गिड़गिड़ा रहे सपा प्रत्याशी, ऑडियो वायरल
अखिलेश के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में एक-एक वोट के लिए गिड़गिड़ा रहे सपा प्रत्याशी, ऑडियो वायरल
Azamgarh news: समाजवादी पार्टी के नेता व एमएलसी राकेश यादव उर्फ गुड्डू का एक आडियों वायरल हो रहा है. जिसमें वह एक बीडीसी को अपने पक्ष में वोट करने के लिए धन का लालच दे रहे हैं. Source link
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भारत के गेंहू को सड़ा बताकर लौटाने वाला तुर्की, गेहूं के एक-एक दाने को हुआ मोहताज
नई दिल्ली। तुर्की ने भारत के गेहूं को सड़ा हुआ बताकर वापिस लौटा दिया था। तुर्की द्वारा गेहूं की खेप लौटाए जाने की खबर ने ग्लोबल मार्केट में खूब चर्चा बटोरी। तुर्की ने भारत के गेहूं की क्वालिटी को लेकर सवाल उठाए थे। इसके बाद भारत ने मिस्र के साथ गेहूं खरीद का करार कर लिया था। अब वही तुर्की गेहूं के एक-एक दाने को मोहताज है। रूस और यूक्रेन समेत कई देशों से गेहूं मांग चुका तुर्की, अब गेहूं के लिए मिस्र के आगे गिड़गिड़ा रहा है। लेकिन अभी तक गेहूं खरीद का कोई करार नहीं हो सका है।
ये भी पढ़ें: बंदरगाहों पर अटका विदेश जाने वाला 17 लाख टन गेहूं, बारिश में नुकसान की आशंका
बढ़ गई है गेहूं के इम्पोर्ट की लागत
– रूस यूक्रेन के बीच बीते पांच महीने से ज्यादा समय से जंग चल रही है। इससे गेहूं के इम्पोर्ट की लागत लगातार बढ़ रही है। पहले मिस्र ने भारत से 5 लाख टन गेहूं निर्यात करने पर सहमति जताई थी। भारत ने भी यह डील स्वीकार कर ली थी। लेकिन मिस्र ने सड़ा गेहूं बताकर उस खेप को लौटा दिया। अब मिस्र के सामने भी गेहूं का संकट खड़ा हो गया है।
ये भी पढ़ें: विपक्ष ने गेहूं संकट पर पूछा सवाल, तो केंद्रीय मंत्री तोमर ने दिया ये जवाब
फिर से भारत ही करेगा मिस्र को गेहूं की मदद
– भारत सरकार गेहूं निर्यात पर लगे प्रतिबंध को जल्द हटाने जा रही है, जिससे बड़ी मात्रा में बंदरगाहों पर फंसे गेहूं की खेप को निर्यात किया जा सके। आखिर में, भारत ही मिस्र को गेहूं देकर उसकी मदद करेगा। जल्दी ही इस पर करार हो सकता है।
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ज्ञानवापी को लेकर चौंकाने वाले रहस्य उजागर होना लगातार जारी
काशी मंदिर मस्जिद विवाद का हल तभी होगा जब ज्ञानवापी हिंदुओं को सौप दिया जाय । क्योंकि सनातन हिन्दू धर्म प्राचीन काल से चली आ रही है इससे स्पष्ट है कि वहाँ मस्जिद हो ही नही सकता ।
पुरातत्ववेत्ता अगर खुदाई करेतो सच्चाई पता चल ही जाएगी कि यहाँ हिंदुओं के आराध्य भगवान शिवजी का मंदिर है । History Says काशी मंदिर मस्जिद विवाद का एकमात्र हल इस स्थल को हिंदुओं को सौंप दिया जाय ।
मस्जिद के नीचे मिले अवशेष यह स्पष्ट बता रहे हैं कि मस्जिद पहले मंदिर था उसे तोड़कर मस्जिद बनाया गया है।
ज्ञानवापी परिसर को लेकर जब से वीडियोग्राफी और सर्वे की बात की जा रही है पूरे भारत के अखबारों में तरह तरह के दावे और रहस्योद्धाटन लगातार छापे जा रहे हैं ।
-ज्ञानवापी परिसर को लेकर जब से वीडियोग्राफी और सर्वे की बात की जा रही है पूरे भारत के अखबारों में तरह तरह के दावे और रहस्योद्धाटन लगातार छापे जा रहे हैं ।
10 मई 2022 के दैनिक जागरण अखबार में ये खबर छपी है कि अंजुमन इंतजामिया कमेटी एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा को हटाने की मांग कर रही है दरअसल मस्जिद पक्ष की तरफ से ये दलील दी गई थी कि अदालत ने वीडियोग्राफी के लिए कहा है ना कि दीवार को खुरचने के लिए । इस पर अखबार में एडवोकेट कमिश्नर के पक्ष में ये दलील दी गई है कि ज्ञानवापी परिसर के पत्थरों पर कमल के फूल और मंदिर के अन्य निशानों की जांच के लिए दीवार खुर्चने में बुराई नहीं है । इस तरह के चौंकाने वाले खुलासों के बारे में देश को पहले जानकारी नहीं थी
ज्ञानवापी में तहखाने को लेकर इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है । स्वराज मैगजीन में छपे एक लेख में लिखा था कि जिसे ज्ञानवापी का तहखाना कहा जा रहा है दरअसल वो पुराने तोड़े गए विश्वनाथ मंदिर का गर्भगृह है । इंडिया टीवी न्यूज चैनल की करीब एक साल पुरानी रिपोर्ट में विश्वनाथ मंदिर के पक्षकार विजय शंकर रस्तोगी का एक बयान भी है जिसमें रस्तोगी जी ने दावा किया है कि मस्जिद में एक तहखाना है और तहखाने में अत्यंत विशाल शिवलिंग आज भी विद्यमान है
ऐसे में मेरे मन में भी ये सवाल उठ रहा है कि ज्यादातर शिव मंदिरों में शिवलिंग जमीन से सतह पर उठा हुआ होता है लेकिन काशी विश्वनाथ में ऐसा क्यों है कि मंदिर का शिवलिंग जमीन के नीचे खोदकर स्थापित किया गया है । मेरा अनुमान है कि संभवत: मराठा महारानी अहिल्या बाई होल्कर ने जब शिवलिंग को यहां स्थापित करवाया होगा तो उनके मन में ये भय होगा कि आगे भी शिवलिंग पर हमला करके मुसलमान तोड़ सकते हैं इसलिए शिवलिंग को जमीन के अंदर गहरे में स्थापित किया जाए ताकी इसको तोड़ पाना आसान ना हो । (अगर आप चाहते हैं कि ये जानकारियां पूरे हिंदू समाज तक पहुंचे तो इसे हर ग्रुप में जरूर शेयर कर दें ।)
अब हो सकता है ज्ञानवापी वाले पुराने विश्वनाथ मंदिर का भी जब निर्माण हुआ हो तो इसी भय की वजह से शिवलिंग जमीन की सतह के नीचे स्थापित करवाया गया हो ताकी मुस्लिम आक्रांता शिवलिंग को ना तोड़ सकें । और क्योंकि वो शिवलिंग विशाल रहा होगा तो उसने जमीन के नीचे काफी जगह ली होगी जिसे संभवत: अब तहखाना कहा जा रहा है लेकिन स्वराज मैगजीन के शब्दों में शायद वही गर्भगृह है
साल 1669 में जब औरंगजेब ने इस म��दिर का विध्वंस किया था । पूरी घटना का जिक्र डॉ मोतीचंद्र की किताब काशी का इतिहास में है । मंदिर का पुराना नक्शा देखने पर साफ पता चलता है कि प्राचीन मंदिर अष्टकोणीय था और उसके चारों तरफ भी छोटे मंदिरों की श्रृंखला थी । डॉ मोतीचंद्र की किताब के मुताबिक इन छोटे मंदिरों को तोड़वा दिया गया और अष्टकोण मंदिर को चीरते हुए तीन तरफ से एक दीवार उठा दी गई । कुछ लोग ये भी दावा करते हैं कि औरंगजेब के सेनापतियों ने जानबूझकर मस्जिद की पश्चिमी दीवार को मंदिर की ही दीवार रहने दिया ताकी सदैव हिंदुओं को अपमानित होने का बोध सालता रहे । डॉ मोतीचंद्र की किताब काशी का इतिहास के मुताबिक गर्भगृह और आगे के परिसर को बढाकर और मंदिरों को तोड़कर मस्जिद के दालान में बदल दिया गया ।
इस संबंध में कुछ और ही चौंकाने वाले खुलासे यूट्यूब चैनल यूपी तक पर उन महिलाओं ने किए जिन्होंने मां श्रृंगार गौरी का केस दायर किया था । इन महिलाओं ने यू्ट्यूब चैनल पर कहा कि अंजुमन इंतजामिया ने जो बैरीकेड्स लगाए हैं उन बैरीकेड्स के अंदर साल में एक बार दर्शन करने के लिए ये महिलाएं गई थीं और उन महिलाओं ने दावा किया कि आज भी ज्ञानवापी परिसर के अंदर नंदी की प्रतिमा मौजूद है जो कि कथित मस्जिद या ढांचे की तरफ देख रही है । महिलाओं ने कहा उसके अंदर हनुमान जी और गणेश जी की भी प्रतिमा है ।
जैसे हिंदुओं को क्या करना चाहिए और एक वीडियो ये भी है कि कैसे योगी जी के सामने गिड़गिड़ा रहे हैं मौलाना । आप से निवेदन है कि आप जरूर चैनल को सब्रस्क्राइब करें और ऑल नोटिफिकेशन वाला बेल आइकन दबाएं धन्यवाद ।
इस संबंध में एक और वकीर हरिशंकर जैन ने एक टीवी न्यूज चैनल पर दिए गए बयान में आशंका जताई की इस पर भी निगाह रखी जानी चाहिए कि क्या ज्ञानवापी परिसर में प्राचीन निशानों को हटाने के लिए कोई तोड़फोड़ भी की गई है ।
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Delhi Doctors Strike Continue Patients Trapped Between Government And Doctors, All Affected Till Investigation And Treatment - उखड़ रहीं सांसें...गिड़गिड़ा रहे तीमारदार: डॉक्टरों की हड़ताल से मरीज बेहाल, नहीं मिल रहा उपचार, देखें तस्वीरें
Delhi Doctors Strike Continue Patients Trapped Between Government And Doctors, All Affected Till Investigation And Treatment – उखड़ रहीं सांसें…गिड़गिड़ा रहे तीमारदार: डॉक्टरों की हड़ताल से मरीज बेहाल, नहीं मिल रहा उपचार, देखें तस्वीरें
Delhi Doctors strike – फोटो : अमर उजाला दिल्ली में डॉक्टरों की हड़ताल अब मरीजों के लिए आफत बन चुकी है। मरीजों को न ओपीडी में इलाज मिल रहा है और न ही इमरजेंसी में कोई देखभाल करने वाला है। दरअसल नीट पीजी काउंसलिंग को जल्द से जल्द कराने के लिए बीते सप्ताह शुक्रवार से रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। सरकार और डॉक्टरों के बीच मरीज फंस गए हैं। न जांच हो रही हैं, ना ही इलाज मिल रहा है। उत्तर प्रदेश के…
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. "लक्ष्मीजी की अंगूठी" एक निर्धन व्यक्ति था। वह नित्य भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करता। एक बार दीपावली के दिन भगवती लक्ष्मी की श्रद्धा-भक्ति से पूजा-अर्चना की। कहते हैं उसकी आराधना से लक्ष्मी प्रसन्न हुईं। वह उसके सामने प्रकट हुईं और उसे एक अंगूठी भेंट देकर अदृश्य हो गईं। अंगूठी सामान्य नहीं थी। उसे पहनकर जैसे ही अगले दिन उसने धन पाने की कामना की, उसके सामने धन का ढेर लग गया। वह खुशी के मारे झूम उठा। इसी बीच उसे भूख लगी, तो मन में अच्छे पकवान खाने की इच्छा हुई। कुछ ही पल में उसके सामने पकवान आ गए। अंगूठी का चमत्कार मालूम पड़ते ही उसने अपने लिए आलीशान बंगला, नौकर-चाकर आदि तमाम सुविधाएं प्राप्त कर लीं। वह भगवती लक्ष्मी की कृपा से प्राप्त उस अंगूठी के कारण सुख से रहने लगा। अब उसे किसी प्रकार का कोई दु:ख, कष्ट या चिंता नहीं थी। नगर में उसका बहुत नाम हो गया। एक दिन उस नगर में जोरदार तूफान के साथ बारिश होने लगी। कई निर्धन लोगों के मकानों के छप्पर उड़ गए। लोग इधर-उधर भागने लगे। एक बुढ़िया उसके बंगले में आ गई। उसे देख वह व्यक्ति गरजकर बोला- ‘ऐ बुढ़िया कहाँ चली आ रही है बिना पूछे।’ बुढ़िया ने कहा, ‘कुछ देर के लिए तुम्हारे यहां रहना चाहती हूँ।’ लेकिन उसने उसे बुरी तरह डांट-डपट दिया। उस बुढ़िया ने कहा, ‘मेरा कोई आसरा नहीं है। इतनी तेज बारिश में कहाँ जाऊँगी ? थोड़ी देर की ही तो बात है।’ लेकिन उसकी किसी भी बात का असर उस व्यक्ति पर नहीं पड़ा। जैसे ही सेवकों ने उसे द्वार से बाहर किया, वैसे ही जोरदार बिजली कौंधी। देखते ही देखते उस व्यक्ति का मकान जलकर राख हो गया। उसके हाथों की अंगूठी भी गायब हो गई। सारा वैभव पलभर में राख के ढेर में बदल गया। उसने आँख खोलकर जब देखा, तो सामने लक्ष्मीजी थीं, जो बुढ़िया कुछ देर पहले उसके सामने दीन-हीन होकर गिड़गिड़ा रही थीं, वही अब लक्ष्मीजी के रूप में उसके सामने मंद-मंद मुस्कुरा रही थीं। वह समझ गया उसने बुढ़िया को नहीं, साक्षात लक्ष्मीजी को घर से निकाल दिया था। वह भगवती के चरणों में गिर पड़ा। देवी बोलीं, ‘तुम इस योग्य नहीं हो। जहाँ निर्धनों का सम्मान नहीं होता, मैं वहाँ निवास नहीं कर सकती। यह कहकर लक्ष्मीजी उसकी आँखों से ओझल हो गईं। "जय लक्ष्मी माता" Subscribe Us On YouTube : https://www.youtube.com/c/RadheRadheje Follow Us On Instagram : https://www.instagram.com/jaishreeradheradheje Follow Us On twitter https://twitter.com/RadheRadheje https://www.instagram.com/p/CHh9KMPAlAP/?igshid=os7xibxgqff8
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भारत के चक्रव्यूह में फंसा चीन, कभी गिड़गिड़ाहट तो कभी दे रहा है युद्ध की धमकी
भारत के चक्रव्यूह में फंसा चीन, कभी गिड़गिड़ाहट तो कभी दे रहा है युद्ध की धमकी
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नई दिल्ली: लद्दाख समेत समूची LAC पर भारत की जबरदस्त जवाबी तैयारी से चीन को सूझ नहीं रहा है कि वह अब क्या कदम उठाए. इसीलिए वह कभी अपने मंत्रियों के जरिए शांति की बात कर रहा है तो वहीं अपने सरकारी मीडिया तंत्र ग्लोबल टाइम्स के जरिए भारत का मजाक उड़ाकर खुद को तसल्ली देने में लगा है.
डिसएंगेजमेंट के लिए गिड़गिड़ा रहा है चीन चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने बुधवार को भारत से आग्रह किया कि अपने…
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300 मजदूरों को हटा करके ठेकेदारों ने नए पल्लेदारों को ट्रकों में यूपी बिहार से लाया गया सतना 26 अगस्त को रेलवे स्टेशन सतना के माल गाड़ियों मैं लोडिंग अनलोडिंग में काम करने वाले पल्लेदारों को जो 25 से 35 वर्षों से पल्लेदारी का कार्य कर रहे थे लगभग 300 मजदूरों को हटा करके ठेकेदारों ने नए पल्लेदारों को ट्रकों में यूपी बिहार से लाकर के उसे काम कराना चाहते थे सतना रेलवे स्टेशन में कार्यरत पल्लेदारों ने जमकर हंगामा किया वहां पर रेलवे पुलिस पहुंच कर ठेकेदार के साथ में खड़े होकर के नए मजदूरों को काम करने के लिए कार्यस्थल में ले गए पुराने मजदूर काफी गिड़गिड़ा रहा था रोजी रोटी के लिए मिन्नत कर रहा था वह दृश्य देख कर के ऐसा लग रहा था पुलिस का जुल्म ठेकेदार की गुंडागर्दी किसी अंग्रेजों की हुकूमत के गुलामी से कम नहीं थी जब गरीब मजदूर की रोजी रोटी का संकट खड़ा कर दिया गया भोले भाले गरीब मजदूर 300 मजदूरों ने हाथ जोड़े गिड़गिड़ा थे अर्जु मिन्नत करते किसी का दिल पसीज नहीं रहा था उन गरीबों का दर्द बयां कर रही थी काफी मिन्नत के बाद ठेकेदार और रेलवे पुलिस ने एक शर्त रखी उसमें कहा गया कि आप लोग 8:00 सुबह से 11:00 बजे रात तक काम करें���े तो रखा जाएगा वरना अभी हट जाओ नए श्रमिक काम करेंगे लेकिन पेट की आग के सामने आंखों में आंसू सिसकते हुए 8:00 बजे सुबह से 11:00 बजे रात तक का काम करने को जब पुराने श्रमिकों ने स्वीकार किया तब जाकर के उनको काम करने जाने दिया यह असली तस्वीर गुलामी की उद्योगपतियों की दादागिरी पुलिस का जुल्म गुलामी का रास्ता है यह आज रेलवे की ठेकेदार व उद्योगपति एवं पुलिस के जुल्म की आज की घटना की एटक यूनियन निंदा करती है राज्य एवं केंद्र सरकार से एटक के प्रांतीय सचिव राम सरोज कुशवाहा जिला एटक अध्यक्ष अरुण तिवारी राज किशोर मिश्रा मांग करते हैं आज की इस घटना की निष्पक्ष जांच किया जाए ठेकेदार का टेंडर निरस्त किया जाए रेलवे पुलिस के खिलाफ कारवाही किया जाए मजदूरों से 8 घंटा काम लिया जाए 8 घंटे के बाद दुगने दर से ओवरटाइम का भुगतान किया जाए श्रम कानून का पालन कराया जाए मजदूरों के ऊपर शोषण दमन जुर्म पर रोक लगाई जाय ।
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दुनिया के सामने पाक गिड़गिड़ा रहा दुनिया के सामने पाक गिड़गिड़ा रहा है और डांट खा रहा है। https://www.instagram.com/p/B1bY8_3hsZTdOxSF0vu93OOgWugdyqJcnv8KZI0/?igshid=11kmmc6ufaliz
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Pakistan PM Imran khan seeks help from US and UN after removing Article 370
इमरान ने दुनियाभर से मांगी मदद, USA ने कहा- भारत पर हमले की भूल न करे पाक
हाईलाइट
370 पर दुनिया के सामने गिड़गिड़ाया PAK
अमेरिका ने पाक को दी भारत पर हमला न करने की नसीहत
370 पर पाकिस्तान की मदद नहीं करना चाहते अन्य देश
जम्मू-कश्मीर को विशेष अधिकार देने वाली धारा 370 और 35 A हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान में बौखलाहट देखी जा रही है। पाक संसद में एक-दूसरे को गालियां दी जा रही हैं। पाकिस्तान की अवाम भारत का विरोध कर रही है। पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायुक्त को वापस भेज दिया है। पाक के मंत्री फवाद चौधरी ने जंग की चुनौती दी है। व्यापारिक रिश्ते तोड़ दिए गए हैं। इन सभी हथकंडों के बाद पाक पीएम इमरान खान दुनियाभर में मदद के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं। इस मामले पर कोई भी देश पाकिस्तान की मदद के लिए आगे नहीं आ रहा है। आगे पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें – https://www.bhaskarhindi.com/news/pakistan-pm-imran-khan-seeks-help-from-us-and-un-after-removing-article-370-80791
#पाक पीएम इमरान खान#यूएसए#आ��्टिकल 370#आतंकी हमला#जम्मू-कश्मीर#पाकिस्तान#pakistan pm imran khan#Imran khan seeks help from US and UN#Imran khan seeks help after removing Article 370#article 370#Article 35A#pakistan#pm imran khan#usa#jammu and kashmir#terrorist attack#war between india and pakistan#world news#bhaskarhindi news
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🙏❣️🌹जय श्री राधा कृष्ण :श्रीमद्भागवत महापुराण : परीक्षित द्वारा कलियुग का दमन❣️सूत जी ने कहा - कलियुग शुद्र के रूप में हाथ में डंडा लेकर गाय-बैल को बेरहमी से पीट रहा था। पीड़ा से वे बार-बार मल-मूत्र त्याग रहे थे। राजा परीक्षित ने कलियुग को ललकारा - अरे दुष्ट! तू कौन है। तेरी पौशाक राजा जैंसी है पर कर्म शुद्रो जैसे हैं मै ��ुझ जैंसे उंदड को भयानक दंड दूंगा। बैल रुपी धर्म ने कहा - राजन! जब तक भगवान श्रीकृष्ण थे तब तक सतयुग के चारों चरण - तप, पवित्रता, दया और सत्य सुरक्षित थे पर कलियुग के आने से अधर्म के अंश गर्व, आसक्ति और मद से मेरे तीनों पैर नष्ट हो गए हैं। केवल सत्य रूपी एक पैर शेष है जिसके बल पर मै चल फिर रहा हूँ। लेकिन अधर्मी कलियुग इसे भी तोड़ देना चाहता है। यह गौमाता पृथ्वी है। राजा परीक्ष��त ने अपने धार्मिक कृत्यों से उस बैल के तीनों पैरों को जोड़ दिया और कलियुग से कहा - मेरे राज्य में धर्म और सत्य का निवास है इसलिए यहाँ से चला जा अन्यथा भयानक मृत्यु का पात्र होगा। कलियुग गिड़गिड़ा कर अभयदान मांगने राजा के चरणों में गिर पड़ा और बोला - हे सार्वभौम राजन! आपकी आज्ञा से जहां कहीं भी जाकर रहने का विचार करता आप मुझे धनुष बाण लिए ललकारते नजर आते हो। मैं कहाँ जाऊँ मुझे रहने का स्थान दीजिए। कलियुग की प्रार्थना सुनकर उसे चार स्थान बताये! - द्यूत (जूआ), मद्यपान (शराब घर), स्त्री - प्रसंग (काम भोग विलास) और हिंसा। इस पर भी कलियुग को संतोष नहीं हुआ और राजा से कुछ और स्थान मांगे तब राजा ने - स्वर्ण (धन) स्थान भी दे दिया। कलियुग के प्रभाव से इन पांच स्थानों से झूंठ, मद्, काम, हिंसा और वैर के साथ रजोवृत्ति का भी जन्म हो गया। अतः आत्म कल्याण के लिए प्रेरित व्यक्ति को ऐंसे स्थानो पर कदापि नहीं जाना चाहिए। कलियुग ने वहां से प्रस्थान किया और महान परम यशस्वी सौभाग्यशाली चक्रवर्ती सम्राट राजा परीक्षित के राज्य में प्रजा सुखी और संपन्न जीवन व्यतीत करने लगी! आप सभी प्रेमी भक्तों से प्रार्थना आप स्वयं भी कथा पढें और अच्छी लगे तो like/share करें। पुण्य मिलेगा 🌹❣️🙏आप सभी प्रेमी भक्तों पर श्री राधा कृष्ण जी की असीम कृपा हमेंशा बनी रहे :प्रणाम 🌹❣️🙏 https://www.instagram.com/p/BzxugK3g2If/?igshid=1e4m597ofjs0m
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कोरोना आखिरी महामारी नहीं, अगली चुनौती के लिए तैयार रहे दुनिया: WHO
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