#गर्मी के सिर दर्द
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बहुत तेज़ हवा चल रही है। कई दिनों बाद मेरे चेहरे पर मुझे ठंड महसूस हो रही है। पिछले कुछ दिनों से बहुत गर्मी थी। शरीर एकदम झुलस चुका था गर्मी के मारे। न जाने कितने बोतल पानी के गटकने के बाद भी संतोष नहीं होता था। बारिश होना गर्मी में जन्नत के समान है। मगर बारिश भी नहीं हो रही। बस हवा है। ऐसी गर्मी में सफर करना मुश्किल है। मगर ज़िंदगी सर्दी गर्मी के लिए कहाँ रुकती। एग्जाम्स तो और नहीं रुकते। अब सोचता हूँ बेकार इतने फॉर्म्स भर दिए। ख़ैर।
रात को सर दर्द करता रहता है। शायद अधिक सोचने के कारण। बीमार रहना मुझे एकदम पसंद नहीं। मगर बीमारी टालना अपने हाथ में नहीं। कुछ भी अपने हाथ में नहीं। जीवन ऐसा ही है। कभी कभी विज्ञान से भरोसा उठने लगता है और उन बातों पर यकीन होने लगता है जिसे मैं हंसकर टाल दिया करता था। लोग कहते है व्रत करने से भगवान हम सबका ख्याल रखते है। मगर माँ को भूखे देखना एकदम अच्छा नहीं लगता। मेरे लिए तो व्रत करने के भी कोई फायदे नहीं।
छत पर हवा सुंदर है। आसमान में तारे बहुत कम है। न जाने कहाँ छिप गए है सब। सिर घुमाने पर चाँद दिखा। रात बहुत शांत होती है। काश दिन भी ऐसा होता। दिन बहुत शोर भरा होता है। शोर मुझे नहीं पसंद। शांति मेरी सबसे प्रिय चीज़ है। और रात में शांति है। रात ने कभी मुझे नहीं रोका सच होने से। सच—जैसा मैं हूँ। दिन मुझे नकाब में रखता है। हँसना सीखना पड़ता है दिन में जीने के लिए। और कुछ सीखने में बहुत मेहनत है। जब खुद को बदलने की बात हो तब मैं आलसी हूँ। बचपन में रात से डर लगता था। क्योंकि दिन में कोई फ़िक्र नहीं थी नक़ाब लगा कर घूमने की। मगर अब दिन और रात के मायने बदल चुके है।
एक दिन जीवन सही होगा मगर सही करने में जीवन लगेगा। न जाने ये कितना सही होगा। ज़िंदगी लगाना ज़िंदगी के लिए। ख़ैर सब लगाते है मैं कोई पहला नहीं। जीवन को जीने के बहुत तरीके हो सकते थे मगर हम इंसानों ने एक अजीब सा तरीका चुना है। और बदलाव लाना मेरे बस की बात नहीं।।।
—praphull
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महिलाओं में अधकपारी (Migraine) है ज्यादा कॉमन! जानें इसके रिस्क फैक्टर्स
माइग्रेन (Migraine) को हिंदी में अधकपारी के नाम से जाना जाता है। यह एक न्यूरोलॉ��िकल समस्या है। इसमें सिर दर्द एक किनारे से शुरू होकर धीरे-धीरे पूरे सिर में फैल जाता है। आंकड़ों के अनुसार 10 में से एक व्यक्ति में माइग्रेन के लक्षण नजर आते हैं। कभी-कभी 2 घंटे में ही इसके लक्षणों से राहत मिल जाती है, तो कभी काफी दिनों तक व्यक्ति को इस सिरदर्द का सामना करना पड़ता है। हैरानी की बात तो यह है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधकपारी 3 गुणा ज्यादा कॉमन है।
एक नजर डालें अधकपारी के लक्षणों पर (Migraine Symptoms)
सिर के एक हिस्से में तेज दर्द होना और धीरे-धीरे उस दर्द का बढ़ते हुए पूरे मस्तिष्क में फैल जाना।
रौशनी, आवाज या सुगंध के प्रति अतिसंवेदनशीलता
जी घबराना या उल्टी आना
आंखें लाला होना या आंखों से पानी आना
भूख न लगना
सिर चकराना एवं धुंधला नजर आना
बहुत ज्यादा कमजोरी व थकावट का एहसास होना
बहुत पसीना आना या अत्यधिक ठंड लगना
अधकपारी के रिस्क फैक्टर्स (Migraine Risk Factors)
हार्मोनलव बदलाव- पीरियड्स, ओव्यूलेशन, प्रेगनेंसी व अन्य अवस्थाओं में महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल परिवर्तन नजर आते हैं, जो उनमें अधकपारी का खतरा बढ़ा देते हैं।
तनाव- इस फैक्टर को अधकपारी के लिए 80% तक जिम्मेदार माना गया है। आजकल लोगों में मानसिक तनाव बढ़ गया है। काम, घर-परिवार, नौकरी, पढ़ाई व अन्य कई बातों को लेकर लोग दबाव में रहने लगे हैं और यही दबाव उनमें इस बीमारी ��ा खतरा बढ़ाता है।
मौसम में बदलाव- बारिश के बीच में अचानक से तेज गर्मी पड़ना, इस तरह मौसम में आया बदलाव भी अधकपारी के जोखिम को बढ़ा सकता है। 53% मामलों में ऐसा देखने को मिलता है।
खानपान में लापरवाही- समय पर खाना न खाना, भोजन स्किप करना आदि बातें 57% तक माइग्रेन के लिए जिम्मेदार होती हैं।
शराब और धूम्रपान का सेवन- इस बीमारी के लिए शराब को 38% तक और धूम्रपान को 36% तक जिम्मेदार माना गया है।
जरूरत से ज्यादा दवाइयां खाना- हर छो��ी-छोटी बीमारी के लिए ओवर द काउंटर दवाइयां लेने की आदत भी अधकपारी का कारण बन सकती है।
इस बारे में कंसल्टेंट फिजिशियन डॉक्टर निखिलेश चतुर्वेदी बताते हैं कि तेज धूप में निकलने से या लंबी दूरी की यात्रा करने से अधकपारी ट्रिगर हो सकता है। इस बीमारी से बचाव करने के लिए जीवनशैली और खान-पान में बदलाव करना जरूरी है।
क्या है अधकपारी का घरेलू इलाज? (Home Remedies for Migraines)
कई बार दवाईयों के बिना नीचे बताये गये 8 घरेलू उपायों की मदद से भी अधकपारी के लक्षणों से राहत पायी जा सकती है-
अपने मस्तिष्क को आराम देने के लिए मेडि��ेशन करें या संगीत सुनें
किसी शांत और अंधेरे कमरे में लेट जाएं
अपने माथे पर ठंडा कपड़ा या आइस पैक रखें
अधिक मात्रा में लिक्विड चीजें पियें
कॉफ़ी, चाय या संतरे का जूस न पिएं
टीवी बिल्कुल भी न देखें
कई बार सोने से भी आराम मिल सकता है
डॉक्टर की सलाह पर दर्द निवारक दवाईयां लें
अधकपारी (Migraine) में बरतें ये सावधानियां
सबसे पहले अपने खानपान पर ध्यान दें। बाहर के जंक व प्रोसेस्ड फूड से परहेज करें। तेल-मसाले वाली चीजें ज्यादा न खाएं। ज्यादा मात्रा में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। ओमेगा 3 फैटी एसिड एवं विटामिन बी युक्त खाने का सेवन ज्यादा करें।
अपने सोने का सही समय निर्धारित करें और उसी पैटर्न को फॉलो करें। रात में ज्यादा देर तक न जागे। कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लें। साथ ही सही समय पर सोएं और सही समय पर उठें।
खुद को तनावमुक्त रखने की कोशिश करें। इसके लिए योगा करें, गाने सुनें या फिर मेडिटेशन करें। तनाव से अधकपारी बहुत ज्यादा ट्रिगर हो सकता है, इसीलिए सावधानी बरतें।
एक्सरसाइज को अपने जीवन का अहम हिस्सा बना लें। रोज सुबह उठकर वॉक करें। इसके अलावा आप साइकलिंग व अपनी पसंद के अनुसार शारीरिक गतिविधियां भी कर सकते हैं।
पानी का सेवन ज्यादा मात्रा में करें।
अधकपारी (Migraine) में क्या न करें?
तेज धूप, रौशनी या तेज आवाज से आपका सिरदर्द बहुत ज्यादा गंभीर हो सकता है। इसीलिए ऐसी जगहों पर न जाएं जहाँ बहुत ज्यादा शोर हो। इसके अलावा तेज रौशनी और धूप में जाने से भी परहेज करें, इससे अधकपारी ��े लक्षण गंभीर हो सकते हैं।
वैसे संतरा, कीवी आदि खट्टे फल शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं लेकिन माइग्रेन के मरीजों को इन चीजों से परहेज करना चाहिये। इससे उनकी परेशानी बढ़ सकती है।
इसके अलावा चाय, कॉफी, सुअर का मांस, चॉकलेट, दूध आदि चीजों से भी अधकपारी के मरीजों को परहेज करना चाहिये। तेज आवाज में अधकपारी से पीड़ित लोगों को नहीं जाना चाहिये, इससे उनकी तकलीफें बढ़ सकती हैं।
अगर जरूरत न हो, तो ज्यादा देर तक मोबाइल, टीवी या लैपटॉप का इस्तेमाल न करें, इससे सिरदर्द की समस्या और भी ज्यादा गंभीर हो सकती है।
ज्यादा देर खाली पेट न रहें। खाने में तेल-मसाले को नजरअंदाज करें और जंक फूड भी न खाएं वरना माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है।
ज्यादा भारी एक्सरसाइज बिल्कुल भी न करें। इससे भी सिरदर्द की समस्या बढ़ सकती है।
निष्कर्ष (Conclusion)
अधकपारी से बचाव करना आपके हाथों में है। अगर उपर बताये गये बातों का ध्यान व्यक्ति रखे तो वो काफी हद तक इस बीमारी को नियंत्रित कर सकता है। इसके अलावा समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप कराना और उनके कहे अनुसार दवाइयां लेना भी जरूरी है। इससे माइग्रेन के लक्षणों से काफी हद तक राहत पायी जा सकती है।
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*🌞~ आज दिनांक - 16 जुलाई 2024 का हिन्दू पंचांग ~🌞*
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*⛅दिन - मंगलवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायण*
*⛅ऋतु - वर्षा*
*⛅मास - आषाढ़*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - दशमी रात्रि 08:33 तक तत्पश्चात एकादशी*
*⛅नक्षत्र - विशाखा रात्रि 02:14 जुलाई 17 तक तत्पश्चात अनुराधा*
*⛅योग - साध्य प्रातः 07:19 तक तत्पश्चात शुभ*
*⛅राहु काल - शाम 04:07 से शाम 05:47 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:04*
*⛅सूर्यास्त - 07:28*
*⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:39 से 05:21 तक*
*⛅ अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:19 से दोपहर 01:13*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:25 जुलाई 17 से रात्रि 01:07 जुलाई 17 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - कर्क संक्रा��ति पुण्यकाल सूर्योदय से प्रातः 11:29 तक*
*⛅विशेष - दशमी को कलंबी शाक त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹वर्षा ऋतु में स्वास्थ्यप्रदायक अनमोल कुंजियाँ🔹*
*🔸1. वर्षा ऋतु में मंदाग्नि, वायुप्रकोप, पित्त का संचय आदि दोषों की अधिकता होती है । इस ऋतु में भोजन आवश्यकता से थोड़ा कम करोगे तो आम (कच्चा रस) तथा वायु नहीं बनेंगे या कम बनेंगे, स्वास्थ्य अच्छा रहेगा । भूल से भी थोड़ा ज्यादा खाया तो ये दोष कुपित होकर बीमारी का रूप ले सकते हैं ।*
*🔸2. काजू, बादाम, मावा, मिठाइयाँ भूलकर भी न खायें, इनसे बुखार और दूसरी बीमारियाँ होती हैं ।*
*🔸3. अशुद्ध पानी पियेंगे तो पेचिश व और कई बीमारियाँ हो जाती हैं । अगर दस्त हो गये हों तो खिचड़ी में देशी गाय का घी डाल के खा लो तो दस्त बंद हो जाते हैं । पतले दस्त ज्यादा समय तक न रहें इसका ध्यान रखें ।*
*🔸4. बरसाती मौसम के उत्तरकाल में पित्त प्रकुपित होता है इसलिए खट्टी व तीखी चीजों का सेवन वर्जित है ।*
*🔸5. जिन्होंने बेपरवाही से बरसात में हवाएँ खायी हैं और शरीर भिगाया है, उनको बुढ़ापे में वायुजन्य तकलीफों के दुःखों से टकराना पड़ता है ।*
*🔸6. इस ऋतु में खुले बदन घूमना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है ।*
*🔸7. बारिश के पानी में सिर भिगाने से अभी नहीं तो 20 वर्षों के बाद भी सिरदर्द की पीड़ा अथवा घुटनों का दर्द या वायु संबंधी रोग हो सकते हैं ।*
*🔸8. जो जवानी में ही धूप में सिर ढकने की सावधानी रखते हैं उनको बुढ़ापे में आँखों की तकलीफें जल्दी नहीं होतीं तथा कान, नाक आदि निरोग रहते हैं ।*
*🔸9. बदहजमी के कारण अम्लपित्त (Hyper acidity) की समस्या होती है और बदहजमी से जो वायु ऊपर चढ़ती है उससे भी छाती में पीड़ा होती है । वायु और पित्त का प्रकोप होता है तो अनजान लोग उसे हृदयाघात (Heart Attack) मान लेते हैं, डर जाते हैं । इसमें डरें नहीं, 50 ग्राम जीरा सेंक लो व 50 ग्राम सौंफ सेंक लो तथा 20-25 ग्राम काला नमक लो और तीनों को कूटकर चूर्ण बना के घर में रख दो । ऐसा कुछ हो अथवा पेट भारी हो तो गुनगुने पानी से 5-7 ग्राम फाँक लो ।*
*🔸10. अनुलोम-विलोम प्राणायाम करो – दायें नथुने से श्वास लो, बायें से छोड़ो फिर बायें से लो और दायें से छोड़ो । ऐसा 10 बार करो । दोनों नथुनों से श्वास समान रूप से चलने लगेगा । फिर दायें नथुने से श्वास लिया और 1 से सवा मिनट या सुखपूर्वक जितना रोक सकें अंदर रोका, फिर बायें से छोड़ दिया । कितना भी अजीर्ण, अम्लपित्त, मंदाग्नि, वायु हो, उनकी कमर टूट जायेगी । 5 से ज्यादा प्राणायाम नहीं करना । अगर गर्मी हो जाय तो फिर नहीं करना या कम करना ।*
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गर्मियों में तापमान बढ़ते ही माइग्रेन अटैक भी बढ़ने लगते हैं!
सिर दर्द और माइग्रेन ऐसी समस्या है, जिससे अमूमन ज्यादातर लोग पीड़ित होते हैं। माइग्रेन न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम है लेकिन ज्यादा गर्मी में भी इसकी समस्या हो सकती है।
परामर्श लें:- डॉ. हिमांशु गुप्ता(Best Neurosurgeon In Jaipur) DNB (Neurosurgery) माइक्रोस्कोपिक एंड इंडोस्कोपिक ब्रेन एंड स्पाइन न्यूरोसर्जन
जीवन रेखा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, जयपुर अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें- +91- 96500 52767
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FreeHealthCamp by Mewar University Hospital at Village Genia
गतदिवस दिनांक 26.05.2024 रविवार को गांव गेनिया में मेवाड़ यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल की तरफ से नि:शुल्क चिकित्सा एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया गया जिसमें ज्यादातर मरीज भीषण गर्मी से ग्रसित पहुंचे। इनमें डिहाइड्रेशन, सिर दर्द, उल्टी होना, आंखों में जलन आदि के लक्षण देखने को मिले। इनके अलावा शिविर में पहुंचे मरीजों में घुटनों में तकलीफ, कमर दर्द, चर्म रोग, नजर का कमजोर होना, दांतों में सड़न, दांत में कीड़े लगना आदि समस्याएं भी सामने आई। कैंप में 100 से ज्यादा मरीजों ने लाभ उठाया। डॉक्टरों ने मरीजों का उपचार किया। भीषण गर्मी में बीमारियों से बचाव हेतु विभिन्न स्वास्थ्य टिप्स बताए।
मेवाड़ यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. ज्ञान माहेश्वरी ने बताया कि शिविर में हॉस्पिटल से जनरल मेडिसिन विभाग, दंत रोग विभाग, फिजियोथैरेपी विभाग से डॉक्टरों की टीम ने मौजूद रह सलाह दी। मरीजों की कई जरूरी जांचें करके निःशुल्क दवाइयां भी वितरित की गई।
मेवाड़ यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल की तरफ से 2 जून को भी ग्राम सेमलिया में निःशुल्क चिकित्सा एवं परामर्श शिविर आयोजित किया जाएगा।
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कमर दर्द , सर्वाइकल और चारपाई.....
हमारे पूर्वज वैज्ञानिक थे।
सोने के लिए खाट हमारे पूर्वजों की सर्वोत्तम खोज है। हमारे पूर्वजों क्या लकड़ी को चीरना नहीं जानते थे ? वे भी लकड़ी चीरकर उसकी पट्टियाँ बनाकर डबल बेड बना सकते थे। डबल बेड बनाना कोई रॉकेट साइंस नहीं है। लकड़ी की पट्टियों में कीलें ही ठोंकनी होती हैं। चारपाई भी भले कोई साइंस नहीं है , लेकिन एक समझदारी है कि कैसे शरीर को अधिक आराम मिल सके। चारपाई बनाना एक कला है। उसे रस्सी से बुनना पड़ता है और उसमें दिमाग और श्रम लगता है।
जब हम सोते हैं , तब सिर और पांव के मुकाबले पेट को अधिक खून की जरूरत होती है ; क्योंकि रात हो या दोपहर में लोग अक्सर खाने के बाद ही सोते हैं। पेट को पाचनक्रिया के लिए अधिक खून की जरूरत होती है। इसलिए सोते समय चारपाई की झोली ही इस स्वास्थ का लाभ पहुंचा सकती है।
दुनिया में जितनी भी आरामदायक कुर्सियां देख लें , सभी में चारपाई की तरह झोली बनाई जाती है। बच्चों का पुराना पालना सिर्फ कपडे की झोली का था , लकडी का सपाट बनाकर उसे भी बिगाड़ दिया गया है। चारपाई पर सोने से कमर और पीठ का दर्द का दर्द कभी नही होता है। दर्द होने पर चारपाई पर सोने की सलाह दी जाती है।
डबलबेड के नीचे अंधेरा होता है , उसमें रोग के कीटाणु पनपते हैं , वजन में भारी होता है तो रोज-रोज सफाई नहीं हो सकती। चारपाई को रोज सुबह खड़ा कर दिया जाता है और सफाई भी हो जाती है, सूरज का प्रकाश बहुत बढ़िया कीटनाशक है। खटिया को धूप में रखने से खटमल इत्यादि भी नहीं लगते हैं।
अगर किसी कोई डॉक्टर Bed Rest लिख देता है तो दो तीन दिन में उसको English Bed पर लेटने से Bed -Soar शुरू हो जाता है । भारतीय चारपाई ऐसे मरीजों के बहुत काम की होती है । चारपाई पर Bed Soar नहीं होता क्योकि इसमें से हवा आर पार होती रहती है ।
गर्मियों में इंग्लिश Bed गर्म हो जाता है इसलिए AC की अधिक जरुरत पड़ती है जबकि सनातन चारपाई पर नीचे से हवा लगने के कारण गर्मी बहुत कम लगती है ।
बान की चारपाई पर सोने से सारी रात Automatically सारे शारीर का Acupressure होता रहता है ।
गर्मी में छत पर चारपाई डालकर सोने का आनद ही और है। ताज़ी हवा , बदलता मौसम , तारों की छाव ,चन्द्रमा की शीतलता जीवन में उमंग भर देती है । हर घर में एक स्वदेशी बान की बुनी हुई (प्लास्टिक की नहीं ) चारपाई होनी चाहिए।
भारतीय पूर्वजों की सोच और समझ को मेरा सैल्यूट है।
🙏🙏🙏🙏🙏
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Today's Horoscope!
गुरुवार को कर्क राशि के लोगों को ऑफिस में किसी भी प्रकार की बहस व टकराव से बचते हुए, संतुलित दृष्टिकोण से विवादों का हल करना होगा, वहीं मकर राशि के जो लोग व्यापार कर रहे हैं उनको सौदा करते समय सावधानी बरतनी होगी अन्यथा नुकसान हो सकता है.
मेष - इस राशि के लोग ऑफिस की ओर से दिये गए काम की तुलना करने से बचें, कार्य छोटा हो या बड़ा कार्य की इंपॉर्टेंस को कम न करें. व्यापारी वर्ग को आर्थिक मामलों में बहुत सोच समझकर कदम उठाने होंगे, वित्तीय मामलों में जोखिम उठाना नुकसानदायक साबित हो सकता है. आज के दिन युवा वर्ग आत्मविश्वास से परिपूर्ण अनुभव करेंगे, जिस कारण वह कठिन कार्य को भी चुटकियों में निपटाने में सफल होंगे. पारिवारिक दृष्टि आकस्मिक खर्च आर्थिक तंगी का सामना करा सकते हैं, जिससे घर का माहौल कुछ खराब हो सकता है. सेहत की बात करे तो बढ़ती गर्मी में सिर दर्द की समस्या से परेशान हो सकते हैं, कुछ देर आराम करने के बाद सिर दर्द में आराम मिलेगा.
वृष - वृष राशि के लोगों का ऑफिस में कार्य करने में मन लगेगा, और उसमें सफलता भी प्राप्त होगी. आज का दिन व्यापारी वर्ग के लिए शुभ बीतने वाला है, क्योंकि आज आप तनाव लिए बगैर सफलता अर्जित करने में सफल होंगे. युवा वर्ग को प्राथमिकताओं के साथ अनदेखी करने से बचना होगा, ऐसा करना अपने करियर के साथ खिलवाड़ करने जैसा होगा. वैचारिक मतभेद होने के कारण अपनों की नाराजगी और पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. कल की तरह आज भी अपना और माता-पिता की सेहत का ध्यान रखना होगा.
मिथुन - इस राशि के नौकरीपेशा लोग नए बदलाव के लिए खुद को तैयार रखें, क्योंकि ऑफिस की कार्यप्रणाली में बदलाव संभावना नजर आ रही हैं. व्यापारी वर्ग के लिए ग्रहों की स्थिति शुभ संकेत लेकर आई है, जिस कारण व्यावसायिक विस्तार व प्रतिस्पर्धा में जीत का योग बनेगा. युवाओं को त्वरित लाभ देने वाली गतिविधियों से सचेत रहते हुए, इनसे उचित दूरी भी बनाकर रखनी होगी, क्योंकि इस तरह की योजनाओं से मानसिक और आर्थिक दोनों ही तौर पर नुकसान होता है. परिवार दृष्टि से जहां एक ओर गृह उपयोगी वस्तुओं में वृद्धि होगी, तो वहीं दूसरी ओर धन खर्च होने की प्रबल आशंका लग रही है. स्वास्थ्य से संबंधित परेशानी बढ़ने पर डॉक्टर की सलाह ��ेने में देर न करें.
कर्क - कर्क राशि के लोगों को ऑफिस में किसी भी प्रकार की बहस व टकराव से बचते हुए, संतुलित दृष्टिकोण से विवादों का हल करना उचित होगा. कारोबार हो या घर सभी जगह वरिष्ठों के सहयोग का लाभ मिलेगा, जिसके चलते कई समस्याओं का अंत होगा. युवाओं का सामाजिक जीवन व्यस्त रहेगा, जिस कारण उनके पर्सनल काम भी पेंडिंग लिस्ट में शामिल हो सकते हैं. जीवनसाथी की बातों को अनदेखा न करें, क्योंकि संबंधों को प्रेम से सींचने की आवश्यकता है. सेहत की बात करें तो अस्वस्थता की सूरत में लापरवाही न करें, और डॉक्टर से तुरंत संपर्क करके इलाज शुरू करें.
सिंह - इस राशि के लोगों को कार्यस्थल पर वर्क लोड अधिक होने पर जिम्मेदारी को साझा करना चाहिए, जिससे ��ाम जल्दी पूरा हो सके. व्यापारियों को बड़े मुनाफे के चक्कर में छोटे मुनाफे को इग्नोर करने से बचना होगा क्योंकि छोटे मुनाफे भी आपकी आर्थिक स्थिति में राहत का काम करेंगे. युवाओं को प्रेम का अनुभव होगा, प्रेम के स्पर्श से जीवन खिल गया है आज आप कुछ इस तरह का अनुभव कर सकते हैं. परिवार से जुड़े निर्णय लेते समय मन मस्तिष्क से परिस्थितियों का भली-भांति अवलोकन कर ले, तत्पश्चात ही कोई निर्णय ले. ग्रहों की स्थिति को देखते हुए आपका इम्यून सिस्टम काफी कमजोर लग रहा है, इसलिए हेल्थ को लेकर एक्टिव रहें.
कन्या - कन्या राशि के लोग अपनी कार्यप्रणाली में दूसरों को हस्तक्षेप करने का अवसर न दें, अन्यथा आप के बने बनाए काम भी बिगड़ सकते हैं. व्यापारी वर्ग कारोबार से संबंधित काम खुद मिटाने का प्रयास करें, दूसरों पर निर्भरता से बचें अन्यथा निराशा हाथ लग सकती है. युवा वर्ग की बुद्धि प्रखर है जिसके चलते वह कठिनाइयों से चोटिल हुए बगैर बाहर निकलने में सफल होंगे. लंबे अरसे के बाद परिवार संग सुखद समय व्यतीत करने का अवसर मिलेगा. शारीरिक तौर पर फिट रहने के लिए खानपान के अतिरेक नकारात्मकता से भी बचना होगा.
तुला - इस राशि के लोगों को स्वतंत्र रूप से कार्य करने पर जोर देना चाहिए, इससे आपका कौशल उभर कर आएगा. बिजली के समान से संबंधित व्यापार करने वालों के लिए आज का दिन आर्थिक मामलों में अच्छा रहने वाला है. अतीत का दामन पकड़ कर चलने से युवाओं का नुकसान के सिवा कुछ नहीं होगा, ऐसे में अतीत को भुलाना ही आपके लिए उचित होगा. काम की अधिकता के चलते परिवार के संग बनाए गए प्लान को कैंसिल करना पड़ सकता है, जिसकी वजह से सभी लोग आपसे नाराज भी हो सकते हैं. सेहत के बात करें तो हेल्दी बने रहने के लिए संतुलित खानपान अपनाकर दिनचर्या को व्यवस्थित करें.
वृश्चिक - वृश्चिक राशि के लोगों को ऑफिस में मानसिक श्रम आज ज्यादा करना पड़ेगा, श्रम को कम करने के लिए आप अपने सहयोगियों से मदद ��ी ले सकते हैं. जो व्यापारी नया व्यापार शुरू कर रहे हैं तो उसको लेकर पूरी तैयारी पहले ही कर लें अन्यथा आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. पारिवारिक संबंधों को लेकर अत्यधिक संजीदा हो सकते हैं जबकि सरल सहज रवैया प्रसन्नचित्त रखेगा. अग्नि प्रधान ग्���ह पेट में जलन की समस्या को बढ़ा सकते हैं ऐसे में आपको तरल पदार्थ और हल्के भोजन का सेवन करना चाहिए.
धनु - इस राशि के लोग सहकर्मियों के संग बातचीत करने से बचें क्योंकि अनावश्यक बातचीत विवाद को जन्म दे सकती है. आज का दिन फुटकर व्यापारी के लिए शुभ रहेगा, आज आप व्यापार को बढ़ाने में सफल हो पाएंगे. युवा वर्ग को हालात चाहे जैसे भी हो अपना दृष्टिकोण स्पष्ट रखना होगा, व चीजों को दिल पर लेने से बचें. यदि किसी प्रकार की मदद की जरूरत है तो अपनों से कहने में संकोच न करें. हेल्थ की बात करें तो जिन लोगों को यूरिक एसिड की समस्या है वह लोग हेल्थ को लेकर सचेत रहें.
मकर- मकर राशि के के लोगों को ऑफिशियल संबंधों में अत्यधिक विश्वास करने से बचना होगा क्योंकि यह आपको मानसिक रूप से नुकसान पहुंचा सकता है. जो लोग व्यापार कर रहे हैं उनको सौदा करते समय सावधानी बरतनी होगी अन्यथा नुकसान हो सकता है. अपनों से छोटों को वह स्वयं को अतीत में की गई भूलों के लिए क्षमा करें, और आगे बढ़े. पारिवारिक दृष्टि से आज का दिन बेहद शुभ बीतने वाला है, परिवार की ओर से कई तरह की प्रसन्नता आपकी झोली में गिर सकती है. सेहत की बात करें तो आज आप कई तरह की शारीरिक समस्याओं से घिर सकते हैं जिसमें कमर दर्द से ज्यादा ग्रसित होंगे.
कुंभ - इस राशि के लोग आज के दिन अपने मजबूत और कमजोर पक्ष का अवलोकन करेंगे, और उसी के आधार पर उचित दिशा में आगे बढ़ेंगे. व्यापारियों को आज के दिन पिछले किए गये निवेशों से लाभ होगा. युवा वर्ग को किताबों को पढ़ने के लिए समय निकालना होगा, ऐसा करना आप के ज्ञान में वृद्धि करेगा. परिवार व सहकर्मियों के प्रति सख्त रवैया रख सकते हैं जबकि सामंजस्य के लिए माहौल को हल्का रखना आवश्यक है. सेहत की दृष्टि से झुक कर काम करने वाले लोग दर्द और स्पाइन के दर्द से परेशान हो सकते हैं.
मीन - मीन राशि के लोगों का गंभीरता के बजाय विनोद प्रिय रवैया लक्ष्य के निकट पहुंचाने व योजनाओं को आकार देने में मदद करेगा. व्यापारी वर्ग को प्लानिंग और मजबूती के साथ अपना हर एक कदम बढ़ाना होगा, जिससे व्यापार में मुनाफा हो. युवाओं के मन में अज्ञात मार्ग पर चलने को लेकर डर व संशय आ सकता है, लेकिन फिर भी आपको साहस के साथ कदम बढ़ाने होंगे. परिवार के प्रसन्नता के लिए अंतर्मन की पुकार सुनें, साथ ही उनकी इच्छा का भी ध्यान रखें. सेहत की बात करें तो दिन के अंत तक आपको स्वास्थ्य से संबंधित कुछ समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
आपका दिन शुभ व मंगलमय हो।
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वर्ल्ड कैंसर डे का मकसद जागरूकता फैलाना ही है -
कैंसर दुनिया की सबसे एक दौर में सबसे बड़ी समस्या बन के उभरी थी | पहले कैंसर होना ही नहीं बचना जैसा था |अभी तो कई अत्याधुनिक मशीने और तरीके के विकास से इसमें कमी लायी गयी है |दुनिया भर में हर साल 76 लाख लोग कैंसर से दम तोड़ते हैं जिनमें से 40 लाख लोग समय से पहले (30-69 वर्ष आयु) मर जाते हैं। इसलिए समय की मांग है कि इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के साथ कैंसर से निपटने की व्यावहारिक रणनीति विकसित करना था। वर्ष 2025 तक, कैंसर के कारण समय से पहले होने वाली मौतों के बढ़कर प्रति वर्ष 60 लाख होने का अनुमान है। यदि विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2025 तक कैंसर के कारण समय से पहले होने वाली मौतों में 25 प्रतिशत कमी के लक्ष्य को हासिल किया जाए तो हर साल 15 लाख जीवन बचाए जा सकते हैं।और इसलिए ही वर्ल्ड कैंसर डे का महत्व बढ़ जाता है |
सबसे पहले वर्ल्ड कैंसर डे कब मना -
विश्व कैंसर दिवस प्रतिवर्ष फ़रवरी के दूसरे रविवार को मनाया जाता है|1933 में अंतर्राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ ने स्विट्जरलैंड में जिनेवा में पहली बार विश्व कैंसर दिवस मनाया। यह दिवस कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने, लोगों को शिक्षित करने, इस रोग के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए दुनिया भर में सरकारों और व्यक्तियों को समझाने तथा हर साल लाखों लोगों को मरने से बचाने के लिए मनाया जाता है |इस बीमारी के सबसे बड़ी दिक्कत है की शुरुआती दौर में इसका पता नहीं लगता है |कैंसर बहुत ही घातक माना जाता है ये कई तरह का होता है |
कैंसर आखिर क्या है -
मानव शरीर कईं अनगिनत कोशिकाओं यानी सैल्स से बना हुआ है और इन कोशिकाओं में निरंतर ही विभाजन होता रहता है । यह एक सामान्य प्रक्रिया है और इसपर शरीर का पूरा नियंत्रण होता है। लेकिन कभी-कभी जब शरीर के किसी विशेष अंग की कोशिकाओं पर शरीर का नियंत्रण बिगड़ जाता है और कोशिकाएं बेहिसाब तरीकेसे बढ़ने लगती हैं, उसे कैंसर कहा जाता हैं। जब शरीर की कोशिकाओं के जीन परिवर्तन की शुरुआत होती है वही से कैंसर की शुरुआत होती है |कोई विशेष कारण नहीं है की वो बदलते होते है कभी -कभी वो स्वम ही बदलने लगते है |फिर दूसरे कारणों की वजह से ऐसा हो सकता है, जैसे- गुटका-तंबाकू जैसी नशीली चीजें खाने से, अल्ट्रावॉलेट रे या फिर रेडिएशन आदि इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं । ऐसा देखा गया है की कैंसर शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता यानि इम्यून सिस्टम की कोशिकाओं को समाप्त कर देता है|जैसे-जैसे शरीर में कैंसर वाली कोशिकाएं बढ़ती रहती हैं, वैसे-वैसे ट्यूमर यानि एक प्रकार की गांठ उभरती रहती है।यदि इसका उपचारसही समय पर न किया जाए तो यह पूरे शरीर में फैल जाता है।
कैंसर कितने प्रकार के होते है -
जानकारों की माने तो कैंसर 200 तरह के होते है |लेकिन हम आपको सभी कैंसर के बारे में नहीं बता पाएंगे |हम यह��ँ पर उन्ही कैंसर पर ध्यान देंगे |जो ज्यादा लोगों को प्रभावित करता है |उसमे से तो कई के नाम आप भी बखूबी जानते होंगे |लेकिन चलिए हम भी आपको इनके बारे में अपने स्टाइल में बताते है |
1 - ब्लड कैंसर -
लोगों में सबसे तेजी से बढ़ने वाले कैंसर में ब्लड कैंसर सबसे आगे है।इस कैंसर में व्यक्ति के शरीर की रक्त कोशिकाओं में कैंसर पैदा होने लगता हैऔर इसी के चलते शरीर में रक्त की कमी हो जाती है और कैंसर बहुत तेजी से शरीर में संक्रमित होना शुरू हो जाता है।इसमें आपको ब्लड का बार -बार जाँच किया जाता है |धीमी गति से बढ़ने वाले रक्त कैंसर के कई रोगियों में लक्षण दिखाई नहीं देते हैं तेजी से बढ़ने वाले रक्त कैंसर के लक्षणों में थकान, वज़न घटना, बार-बार संक्रमण, नील पड़ना और खून बहना शामिल हैं|रक्त कैंसर के इलाज के लिए कीमोथैरेपी के अलावा कभी-कभी विकिरण चिकित्सा और मूल-कोशिका प्रत्यारोपण का भी इस्तेमाल किया जा सकता है|
2-ब्रेन कैंसर -
ब्रेन कैंसर व्यक्ति के सिर वाले भाग में पनपता है ।ब्रेन कैंसर का ही दूसरा नाम ब्रेन ट्यूमर भी है ।इस कैंसर वाले रोगी के दिमाग वाले भाग में एक ट्यूमर यानि गांठ बन जाती है और यह गांठ समय के साथ-साथ बड़ी होने लगती है और धीरे-धीरे पूरे मस्तिष्क में फैल जाती है ��एक वीक से ज्यादा समय तक लगातार सर दर्द होना और लगातार दर्द निवारक लेने के बाद भी सही नहीं होना ब्रेन कैंसर का लक्षण हो सकता है |
3 - स्तन कैंसर -
स्तन कैंसर या जिसे ब्रैस्ट कैंसर भी कहते हैं, यह विशेषकर महिलाओं को होता है, परंतु ऐसा नहीं है कि यह पुरुषों को नहीं हो सकता। इस कैंसर से ग्रसित औरतों के स्तन में एक प्रकार की गांठ बननी शुरु हो जाती है,जो धीरे-धीरे समयानुसार बढ़ने लगती है। यदि इससे बचाव करना है तो नियमित रूप से स्तन की जांच करवाते रहें।स्तन कैंसर के लक्षणों में स्तन में गांठ होना, निपल से खून मिला हुआ रिसाव और निपल या स्तन की बनावट या प्रकृति में बदलाव शामिल हैंइसका इलाज कैंसर की अवस्था पर निर्भर करता है इसमें कीमोथेरेपी (रसायनों से उपचार), रेडिएशन थेरेपी (किरणों से उपचार), हॉर्मोन से उपचार और ऑपरेशन करना शामिल हो सकते हैं|
4 - स्किन कैंसर -
चर्म कैंसर यानि स्किन कैंसर के मामले भी देश में बहुत तेजी से सामने आए हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि स्किन कैंसर बहुत अधिक गर्मी में रहने, उचित भोजन न करने और शून्य शारीरिक गतिविधि न करने से शरीर में पनपता है । स्किन कैंसर हर उम्र के व्यक्ति को हो सकता है । ये रोग बहुत खतरनाक श्रेणी में है आज 4 फरवरी के दिन कैंसर वर्ल्ड डे होने के साथ हमारा भी कर्तब्य बनता है की आपको इन रोगों के लिए जागृत करे | हमारा उद्देश्य हमेशा से यही रहा है की आपको जागरूक किया जाये |
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सूखी खांसी का घरेलू उपाय
आज के इस दौर में हम मनुष्य खुद को बिल्कुल स्वस्थ रखना चाहते हैं लेकिन इस बदलती हुई आधुनिक जीवन शैली में हमारे खान पान, रहन सहन के तरीकों की वजह से कई प्रकार की बीमारियों से सामना हो ही जाता है। ना चाहते हुए भी हम उन बीमारियों से दूर नहीं रहते हैं। कई बार ऐसा भी होता है कि हम छोटी सी समस्या को बढ़ा देते हैं और बाद में बहुत सी समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। इनमें से एक मुख्य समस्या सूखी खांसी की है, जो बहुत ही गंभीर समस्या हो सकती है।
क्या है सूखी खांसी | Kya Hai Sukhi Khansi
आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि खांसी होने पर खुद के ऊपर ध्यान नहीं दिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि खांसी ही तो है ठीक हो जाएगी पर ऐसा होता नहीं और यह खांसी सूखी खांसी के रूप में नजर आती है।
दरअसल सूखी खांसी, खांसी का एक प्रकार है जिसमें कफ बहुत कम मात्रा में होता है। इसमें परेशानी बहुत बढ़ जाती है जिसे ठीक होने में काफी समय भी लग जाता है।
सूखी खांसी के प्रमुख लक्षण | Sukhi Khansi Ke Pramukh Lakshan
कुछ प्रमुख लक्षणों के माध्यम से आप सूखी खांसी की पहचान एवं उसका इलाज कर सकते हैं।
1) कफ का ना होना।2) रात के समय में खांसी का बढ़ जाना।3) बार बार ऐसा लगना की गले में कुछ अटका हुआ हो।4) जी मिचलाना।5) ठंड लगना।6) बार बार बुखार का एहसास होना।7) सिर दर्द होना।8) उल्टी का एहसास होना।
सूखी खांसी के घरेलू उपाय | Sukhi Khansi Ke Gharelu Upay
सूखी खांसी एक ऐसी समस्या है, जो कभी भी किसी को भी हो सकती है। कई बार जब इसका इलाज करवा कर थक चुके हो ऐसे में घरेलू इलाज के माध्यम से भी आप इसे ठीक कर सकते हैं।
1) अदरक
अगर आप बहुत ज्यादा खांसी से परेशान हो चुके हैं, तो अदरक को बारीक कूटे। उसे एक गिलास पानी में तब तक उबालें, जब तक पानी आधा ना हो जाए। अब उस पानी को पिए ध्यान रखें पानी को गर्म ही पीना है, तभी वह फायदेमंद होगा।
2) हल्दी
हल्दी को प्राचीन काल से ही औषधीय गुणों का खजाना माना जाता है। अगर हल्दी को पानी में उबाला जाए और साथ में दालचीनी पाउडर, काली मिर्च पाउडर मिला लिया जाए तो इससे सूखी खांसी में राहत महसूस होगी।
3) प्याज
प्याज बहुत ही फायदेमंद है। अगर प्याज के रस में एक चम्मच शहद डालकर दिन में इसका सेवन करें तो सूखी खांसी की समस्या खत्म नजर आती है।
4) तुलसी
किसी भी प्रकार की खांसी को दूर करने में तुलसी का अहम योगदान होता है। अगर तुलसी के पत्तों में शहद, काली मिर्च, गुड़ डालकर पकाया जाए और थ���ड़ा थोड़ा इसका सेवन किया जाए तो बहुत ही फायदा मिलता है और सूखी खांसी जल्दी ठीक होने लगती है।
5) सोंठ
खांसी होने पर सोंठ का उपयोग भी किया जा सकता है। इसे रात में दूध के साथ उबालकर सोने से पहले पी ले। इससे यह आपकी आंतरिक उर्जा को विकसित कर सूखी खांसी को ठीक करने में मददगार रहेगा।
6) गरम पानी के गरारे
अगर आप दिन में कम से कम तीन चार बार गर्म पानी के गरारे करें तो यह आपके लिए बहुत ही फायदेमंद होगा। गर्म पानी में थोड़ा सा नमक मिलाने से भी आपकी खांसी में राहत मिलेगी। इसे जरूर एक बार अपना कर देखें निश्चित रूप से आप को राहत मिलेगी।
7) मुलेठी
अगर आप मुलेठी को चाय में डालकर पीते हैं, तो इससे आपको सूखी खांसी में राहत मिलेगी और अगर आप चाहे तो मुलेठी को कूट-कूट कर भी डाला जा सकता है।
8) आंवला
अगर आप अपने भोजन में आंवले की कुछ मात्रा का उपयोग करें तो इससे भी सूखी खांसी से बचा जा सकता है। आंवला एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और साथ ही साथ इनमें विटामिन सी होता है, जो सूखी खांसी में आपको राहत दिलाता है।
9) गर्म दूध और हल्दी
प्राचीन काल से यह माना जाता है कि यदि आप गर्म दूध में हल्दी डालकर पिए तो इससे भी किसी प्रकार की भी खासी को ठीक किया जा सकता है।
10) शहद
अगर आप सूखी खांसी से बहुत ज्यादा परेशान हैं, तो दिन में तीन चार बार शहद का सेवन करें इससे आपको राहत मिलेगी और जल्द ही खांसी ठीक हो पाएगी।
11) सेब का सिरका
जिस प्रकार से सेब स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है उसी प्रकार से सेब का सिरका भी फायदेमंद है। अगर आप सेब के सिरके को पानी के साथ पिए तो निश्चित रूप से खांसी ठीक होने में मददगार रहेगा। अगर सिरके को गर्म पानी के साथ पिए तो और भी फायदेमंद होता है।
12) भाप
अगर आप चाहे तो दिन में तीन चार बार गर्म पानी का भाप लेकर भी खासी को ठीक कर सकते हैं।
13) लहसुन
लहसुन को गुणों की खान कहा जाता है। इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ खांसी को ठीक करने में भी सहायक है। इसके लिए लहसुन की दो तीन कलियों को गर्म पानी में उबाल ले और उसे पिए निश्चित रूप से आप की सूखी खांसी मे राहत मिलेगी।
14) पीपल की गांठ
अगर आप पीपल की गांठ को पीसकर शहद के साथ मिलाकर खाएं तो इससे आपकी सूखी खांसी में बहुत ही ज्यादा आराम मिलेगा और जल्द ही खांसी ठीक हो जाएगी।
रात को सूखी खांसी होने पर क्या करें | Raat Ko Sukhi Khansi Hone Par Kya Kare
कई बार ऐसा होता है कि दिन में सूखी खांसी ज्यादा नहीं आती पर रात में बहुत ही दिक्कत का सामना करना पड़ता है। लगातार खांसी आने से सही तरीके से नींद भी नहीं आ पाती और पूरी रात बेचैनी बनी रहती है। ऐसे में कुछ उपाय करके रात में आप चैन की नींद ले सकते है।
1) अपने सिर को थोड़ा ऊंचा करके सोए। इसके लिए थोड़ा ऊंचा तकिया लेकर ही सोए।
2) कई बार ऐसा भी होता है कि लगातार धूम्रपान करते रहने से भी खांसी की समस्या बनी रहती है। ऐसे में आपके लिए धूम्रपान छोड़ना ही बेहतर विकल्प होगा।
3) सोते समय सलाईन नेजल स्प्रे का उपयोग करें इससे रात में खांसी से बचा जा सकता है।
4) सोने के समय हर्बल चाय का उपयोग करें तो यह बहुत ही फायदेमंद होगा। अगर इसमें थोड़ी शहद मिला ली जाए तो सोने पर सुह��गा होगा।
5) अगर आप ज्यादा खांसी से परेशान हैं,तो रात में करवटलेकर सोना भी फायदेमंद होगा।बदलते मौसम में हो सकती है
सूखी खासी— हम लगातार मौसम में बदलाव देखते हैं। बारिश के दिनों में भी तेज धूप और गर्मी से लोग परेशान और बेहाल रहते हैं। ऐसे में अन्य शारीरिक समस्याओं के अलावा सूखी खांसी की समस्या देखी जा सकती है जो कि बच्चों और बुजुर्गों में ज्यादा देखी जाती है। ऐसे में बहुत आवश्यक होता है कि अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाया जाए। उचित आहार, रहन-सहन से ही आप बदलते मौसम में सूखी खांसी से दूर रह सकते हैं।
पढ़े खांसी के लिए दवा, खासी लिए बेस्ट सिरप, खांसी के लिए बेस्ट टैबलेट
छोटे बच्चों में सूखी खांसी के उपचार | Cote Bacho Main Sukhi Khansi Ke Upchar
बच्चों में खांसी कई प्रकार की हो सकती है। कई बार तो बच्चों में सूखी खांसी की वजह समझ ही नहीं आती और बच्चे इतने छोटे होते हैं कि वह खुद समस्या बता नहीं पाते हैं।
अगर बच्चों में लगातार खांसी की समस्या हो रही हो, तो कुछ उपायों के माध्यम से उपचार किया जा सकता है। घरेलू उपचारों के माध्यम से बच्चों को आसानी से ठीक किया जा सकता है।
1) अगर छोटे बच्चों कोपर्यावरण के दुष्प्रभाव सेदूर रखा जाए तो खांसी जैसे समस्या नहीं आ पाती है। कुछरूम फ्रेशनर और डिओडरेंटहवा में दुष्प्रभाव डालतेहैं जिन से बच्चों को दूररखना ही बेहतर होगा।
2) बच्चों को सूखी खांसी से दूर रखने के लिए घर में बनाए गए तरल पदार्थ आवश्यक रूप से जैसे सूप, जूस आदि देना चाहिए।
3) छोटे बच्चों को सूखी खांसी से दूर रखने का सबसे अच्छा उपाय मां का दूध है। इससे बच्चों को स्वस्थ रखा जा सकता है। मां के दूध से बच्चों का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
4) बच्चों की सूखी खांसी को दूर करने के लिए नारियल तेल में तुलसी के पत्तों को पीसकर लाइए। इस तेल को बच्चे के पेट, छाती, गले में लगाएं इससे बच्चे को सूखी खांसी में राहत मिलेगी।
5) बच्चे की सूखी खांसी को गाजर के रस के माध्यम से भी ठीक किया जा सकता है बस आपको गाजर के रस को थोड़ा गुनगुना करना होगा।
6) गरम सरसों के तेल से बच्चों के सिर, पेट, छाती, पैर में मालिश करने से भी सूखी खांसी में राहत मिल सकती है।
7) इसके अलावा आप नारियल तेल में थोड़ा कपूर डालकर भी बच्चे को सूखी खांसी से राहत दे सकते हैं। इस नारियल तेल और कपूर को आप दो-तीन दिन तक उपयोग भी कर सकते हैं।
8) बच्चों को भिंडी के सूप के माध्यम से भी सूखी खांसी से राहत दिया जा सकता है। इसके लिए भिंडी को टुकड़ों में काटकर 10 मिनट तक उबालने के लिए रख दें। उबले पर इसे छानकर पीने से बच्चों को राहत मिल सकती है।
नजरअंदाज ना करें अपनी खांसी| Najarandaj Na Karo Apni Kahani
ऐसा देखा जाता है कि हम अपनी दिनचर्या में इतना व्यस्त हो जाते हैं कि खुद पर ध्यान ही नहीं देते हैं। जब बात सूखी खांसी की हो, तो कभी भी इसे नजरअंदाज करने की गलती ना करें। किसी भी समस्या से बचने का एकमात्र उपाय खुद की देखभाल है। ��ही समय पर होने वाली खांसी को पहचान कर उसका इलाज किया जाना जरूरी है
खासतौर से बच्चों और बुजुर्गों के लिए। हमेशा किसी भी प्रकार की खांसी के प्रति सतर्क रहें और घरेलू इलाज अपनाएं।
सूखी खांसी हो सकती है प्राणघातक | Sukhe Khansi Ho Sakti Hai Pranghatak
लगातार होने वाले सूखी खांसी से मनुष्य के अंदर कमजोरी आने लगती है। धीरे-धीरे इस खांसी का असर पसली, फेफड़े और पेट पर ही पड़ता है। अगर खांसी ज्यादा ही बढ़ जाए तो ऐसे में खतरनाक भी हो सकता है। इस खांसी से मांसपेशियों और हड्डियों में भी गहरा प्रभाव पड़ने लगता है, जो शरीर को खोखला भी कर देता है। ऐसे प्राणघातक खांसी से ��चाव बेहद आवश्यक हो जाता है। ऐसे में ध्यान रखें खुद का और अपने परिवार का भी।
सतर्क रहें सावधान रहें | Satark Rahe Savdhan Rahe
जहां हमारे चारों और कई प्रकार की बीमारियां फैली हुई हैं ऐसे में सतर्क रहने की आवश्यकता है। अपने आसपास भी साफ सफाई रखें और सावधान रहिए। एक बार अगर सूखी खांसी शुरू हो जाए, तो उसे खत्म करना आसान नहीं होता है। ऐसे में समस्या के आने से पहले ही उसे जड़ से खत्म करना सही साबित होता है।
जिस घर में छोटे बच्चे व बुजुर्ग उन्हें खास ध्यान रखने की आवश्यकता है। खुद सतर्क रहकर इस समस्या से दूर रहना ही बेहतर विकल्प है। अगर घरेलू उपाय अपनाया जाए तो निश्चित रूप से राहत महसूस होगी। हमेशा स्वस्थ रहें प्रसन्न रहें और सफल रहे।
Reference: https://www.ghareluayurvedicupay.com/sukhi-khansi-ka-gharelu-upay-in-hindi/
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इंद्रायण के फायदे और नुकसान
इंद्रायण एक बारहमासी लत�� (बेल) है, जो भारत के बलुई क्षेत्रों के खेतों में उगाई जाती है। इंद्रायण के तीन प्रकार हैं। बड़ी इंद्रायण, छोटी इंद्रायण और लाल इंद्रायण। इसकी हर प्रकार की बेल पर लगभग 50-100 फल लगते हैं, जो कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए प्रयोग में लाए जाते हैं। इंद्रायन से प्राप्त लाभों में घावों को ठीक करना, मुंहासों का उपचार, कब्ज का इलाज, जोड़ों का दर्द, बवासीर, आदि शामिल हैं।
आयुर्वेद में इंद्रायण का महत्व-
आयुर्वेद के अनुसार इंद्रायण में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो अनगिनत बीमारियों के उपचार में सहायता करते हैं। इंद्रायण का वानास्पतिक नाम सिटुल्स कोलोसिंथिस (Citrullus colocynthis) है। जिसे कोलोसिंथ (Colocynth) के नाम से भी जाना जाता है। इंद्रायण का फल तरबूज के परिवार से संबंध रखता है, जो बुखार से निदान दिलाने, सूजन को कम करने, रक्त को साफ करने, कफ निसारक और मधुमेह (डायबिटीज) को नियंत्रित करने में सहायता करता है। प्रकृति से इंद्रायण तीखा और गर्म होता है, जो रेचक (पेट साफ़ करने), पित्तकफ, कामला (पीलिया), खांसी, सांस संबंधी समस्या, पेट के रोग, गांठ, व्रण (घाव), गुल्म (वायु का गोला), गलगण्ड (कंठमाला), प्रमेह (डायबिटीज), आमदोष (गठिया), अपच, अश्मरी (पथरी), श्लीपद (Filaria) और ज्वर आदि बीमारियों में लाभदायक होता है।
इंद्रायण के फायदे
इंद्रायण की जड़, पत्ते और फलों में कई पौष्टिकारक गुण होते हैं, जो स्वास्थ के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। ��इए जाने इन्द्रायन के कुछ अन्य स्वास्थ्य लाभों के बारे में-
कब्ज में लाभदायक-
इंद्रायण को कब्ज की समस्या के लिए फायदेमंद औषधि माना जाता है। इसका फल कब्ज और पेट की तमाम समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। इंद्रायण फल रस निकालकर उसमें एक चौथाई चम्मच हींग, अजवाइन, इलायची, खड़ा नमक (rock salt) आदि मिलाएं। अब इस मिश्रण की एक चौथाई चम्मच को एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर सेवन करें। ऐसा करने से कब्ज से जल्द छुटकारा मिलता है।
मधुमेह में फायदेमंद-
इंद्रायण में एंटी-डाइबेटिक गुण होते हैं, जो मधुमेह को कम करने में मदद करते हैं। मुख्य रूप से इंद्रायण टाइप 2 मधुमेह (Type 2 diabetes) के रोगीयों के लिए अधिक फायदेमंद होता है। इसलिए टाइप 2 मधुमेह से ग्रस्त रोगीयों को इंद्रायण का सेवन करना चाहिए।
बवासीर के उपचार में कारगर-
इंद्रायण के औषधीय गुण बवासीर को ठीक करने में मदद करते हैं। इसके लिए इंद्रायण की जड़ और पिप्पली को पीसकर, छोटी गोलियां बना लें। इन गोलियों को सूरज की रोशनी में सुखाकर, पानी के साथ सेवन करें। नियमित रूप से ऐसा करने से बवासीर का प्रभाव कम होता है।
मुंहासों को कम करने सहायक-
इंद्रायण का प्रयोग कील-मुंहासे जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए भी किया जाता है। इसके लिए इंद्रायण की जड़ों को पीसकर रस निकाला जाता है। इस रस को मुंहासों पर लगाने से मुंहासों में मौजूद बैक्टीरिया मरने लगता और मुंहासे ठीक होने लगते हैं।
दर्द और सूजन को कम करने में मददगार-
इंद्रायण ऑस्टियोआर्थराइटिस (जोड़ों की बीमारी) के दर्द और सूजन को कम करने में सहायता करता है। दरअसल इंद्रायण की जड़ के रस में इथेनॉल (ethanol) होता है। जिसके सेवन से सूजन वाली कोशिकाओं में प्रो-इंफ्लामेटरी साइटोकिन्स (pro-inflammatory cytokines) का स्तर कम हो जाता है। परिणामस्वरूप जोड़ों की सूजन और दर्द कम हो जाता है।
आंतों के कीड़ों के उपचार में फायदेमंद-
इंद्रायण जड़ी-बूटी का उपयोग पेट की समस्याओं को दूर करने बड़े पैमाने पर किया जाता है। इंद्रायण आंतों के कीड़ों को दूर करना में भी कारगर औषधि है। इसके लिए इंद्रायण की जड़ों को धोने और सुखने के बाद पीसकर पाउडर तैयार कर लें। सुबह के समय एक गिलास पानी में चुटकीभर पाउडर मिलाकर सेवन करने से आंतों के कीड़ों नष्ट होने लगते हैं।
बालों के लिए लाभदायक-
इंद्रायण को बालों के विकास के लिए टॉनिक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, जो बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा इंद्रायण तेल को सिर में लगाने से भी बालों का तेज विकास होता है। साथ ही बालों के झड़ने और सफेद बाल की समस्या भी कम होती है।
सिरदर्द से राहत दिलाने में मददगार-
तनाव एवं सिरदर्द होने पर इंद्रायण फल के रस को सर पर लगाने या इसकी जड़ के छा�� को तिल के तेल में उबालकर, मस्तक पर लगाकर मालिश करने से सिरदर्द में आराम मिलता है।
स्तन के सूजन के इलाज में फायदेमंद-
किसी बीमारी के साइड इफेक्ट के कारण स्तन में आई सूजन पर इंद्रायण की जड़ को पीसकर लेप करने से स्तन की सूजन कम होती है।
पेट की बीमारियों के इलाज में लाभकारी-
इंद्रायण का औषधीय गुण पेट संबंधी विभिन्न बीमारियों को दूर करने में लाभप्रद होता है-
इंद्रायण का मुरब्बा पेट की समस्याओं में आराम करता है।
ताजे इंद्रायण फल के गूदे को गरम पानी के साथ और सूखे गूदे को अजवायन के साथ खाने से पेचिश (Dysentery) में आरम मिलता है।
इंद्रायण फल के गुदे को गरम करके पेट पर बांधने से आंतों के कीड़े मर जाते हैं।
फोड़ा के इलाज में लाभकारी-
इंद्रायण का औषधीय गुण फोड़ों के इलाज में लाभकारी होता है। सर्दी-गर्मी से शरीर पर फोड़े हो जाते हैं। ऐसे में इंद्रायण के फल को पीसकर नारियल तेल में मिलाकर लगाने से फूंसी- फोड़े ठीक होने लगते हैं। इसके अतिरिक्त लाल और बड़ी इंद्रायण की जड़ों को बराबर मात्रा में पीसकर लेप के रूप में फोड़े पर लगाने से भी लाभ मिलता है।
इंद्रायण के नुकसान
अधिक मात्रा में इंद्रायण का सेवन करना आंतों के नुकसान और रक्तस्राव से संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है।
इंद्रायण के अधिक सेवन कभी-कभी गंभीर दस्त की दिक्कत भी हो सकती है।
गर्भावस्था और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इंद्रायण का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए।
स्वास्थ्य समस्या की दवाओं के साथ इंद्रायण का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार करें।
कहां पाया जाता है इंद्रायण?
पूरे भारत के बलुई क्षेत्रों (रेगितानी मिटटी) में इंद्रायण की बेल पाई जाती है। कई बार यह खेतों में अपने आप भी उग जाती है तो कई जगह पर इसकी खेती भी की जाती है। इंद्रायण बेल की लंबाई 20 से 30 फुट तक होती है।
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बरसात के मौसम में कैसे रखें सेहत का ख्याल। """"""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""'''''"""" गर्मी के मौसम के बाद मानसून की प्रतीक्षा रहती है, लगता है कि बरसात के मौसम की फुहारों से कुछ राहत मिलेगी परन्तु बरसात का सुहाना मौसम अपने साथ अनेक बीमारियां भी लाता है। बरसात के इस मौसम में कालरा, पेचिस, दस्त, गैस्ट्रोइंट्राइटिस, फूड पॉयजनिंग, बदहजमी के साथ मलेरिया, वायरल फीवर, डेंगू, चिकुनगुनिया, कन्जेक्टवाइटिस, पीलिया, टाइफाइड बुखार, जापानी इन्सेफेलाइटिस, फोड़े-फंुसी एवं अन्य रोगों के आक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। कुछ सावधानियाँ अपनाकर बरसात की बीमरियों से बचा जा सकता है। बरसात के मौसम में पानी प्रदूषित हो जाता है। इस मौसम में वैक्टीरिया एवं वायरस तेजी के साथ पनपते हैं। भोजन बहुत जल्दी प्रदूषित हो जाता है। प्रदूषित पानी एवं खाने-पीने की चीजों से कालरा, गस्ट्रोइंट्राइटिस, दस्त, पेचिस आदि गंभीर रोग हो सकते हैं इससे बचाव के लिये साफ पानी पिये, बासी भोजन, खुले एवं कटे फल, खुली चाट-पकौड़ी एवं भोजन आदि का प्रयोग न करें। दस्त आदि होने पर तत्काल ओ0आर0एस0 का घोल लेना प्रारंभ कर दें। बरसात के मौसम में गंदगी एवं जल-भराव के कारण मच्छर तेजी के साथ पनपते हैं जिससे मलेरिया बुखार का खतरा बढ़ जाता है। मलेरिया बुखार से बचने के लिए आस-पास की साफ-सफाई पर ध्यान दें। आस-पास पानी व इकट्ठा होने दें जिससे मच्छर न पनप सकंे तथा मच्छर दानी लगाकर सोना चाहिए। बरसात के मौसम में वायरल फीवर बहुत तेजी के साथ फैलता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है इसलिए इससे बचने के लिए रोगी व्यक्ति से सम्पर्क नहीं रखना चाहिए। बरसात के मौसम में डेंगू फैलने की सम्भावना ज्यादा रहती है। डेंगू बुखार वायरल बुखार है जो मानसून के दौरान मादा एडिज इजिप्टी नामक मच्छर द्वारा फैलता है। इसमें तेज बुखार सिर दर्द आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, जी मिचलाना और उल्टी आना, जोड़ों और मांसपेसियों में एंेठन और अकड़न, त्वचा पर चक्कते उभरना शारीरिक कमजोरी एवं थकान आदि के लक्षण होते है। यह लक्षण पाये जाने पर तत्काल चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। इससे बचाव के लिये घर के गमलों को अच्छी तरह से साफ करें, घर में पानी न इक्टठा होने दें। जिससे मच्छर न पनप सकें। शरीर पर पूरे कपड़े पहने। इस मौसम में चिकुनगुनिया बुखार भी काफी फैलता है इसका वायरस भी एडिज मच्छर की एक प्रजाति द्वारा फैलता है। इसमें तेज बुखार जोड़ों में अकड़न तेज दर्द, यहां तक की चलना फिरना भी मुश्किल हो जाता है। यह दर्द काफी दिन तक रहता है। इससे बचाव के लिये भी मच (at Dr Avinash Chandra) https://www.instagram.com/p/CCDf1S6FJ0s/?igshid=bh5eauw9y1ca
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कोई नहीं जानता होगा सिर दर्द होने पर ये 9 उपाय मिलेगी तुरंत राहत, दवाई के नाम है हैरान कर देने वाले
कोई नहीं जानता होगा सिर दर्द होने पर ये 9 उपाy मिलेगी तुरंत राहत, दवाई के नाम है हैरान कर देने वाले #headache #massage #Why does a headache occur? #Summer headaches
सिर दर्द Headache होने पर कई प्रकार के उपचार हम करते हैं ऐसे में ज्यादातर उपचार घरेलू होते है लेकिन वह बेहद ही कारगर होते हैं।
सिरदर्द क्यों होता है?
Headache Home Remedies सिरदर्द मुख्य रूप से तनाव, अत्यधिक शारीरिक और मानसिक परिश्रम, अपर्याप्त नींद और भूख, मोशन सिकनेस, अत्याधिक शोरगुल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के अधिक प्रयोग के कारण सिरदर्द हो सकता हैं। कभी-कभी,अधिक अधिक सोचना, अपर्याप्त मात्रा…
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#-2 तोला इमली#-अनार के पेड़#-कासनी#-जौ को महीन#-बढ़िया क्वालिटी#-सीप और नौसादर#अत्याधिक शोरगुल#अधिक#अपर्याप्त#अपर्याप्त मात्रा#आराम मिलता है।#इलेक्ट्रॉनिक#उसका आटा बना#कभी-कभी#कारगर उपाय है#कारगर होते हैं।#कोई नहीं जानता#गर्मी#गर्मी के सर दर्द#गर्मी के सिर दर्द#गुलाब जल#घिसकर#घोलकर उस#चीनी मिलाकर पी लें#चुना को घी#तुरंत राहत#दालचीनी#निजात#निजात मिलती#नींद और भूख
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गर्मी में होने वाली बीमारियां, लक्षण और उनसे बचने के उपाय : डॉ निखिल चौधरी ,वरिष्ठ चिकित्सक,आईजीआईएमएस
देशभर में इस वक्त मई-जून की प्रचंड गर्मी पड़ रही है। खासकर उत्तर भारत में तो झुलसा देने वाली गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। एक तो पहले ही लॉकडाउन की वजह से लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे थे। साथ में अब तेज धूप, गर्म हवाओं और तेजी से बढ़ते तापमान ने भी लोगों को घरों में कैद कर दिया है। पारा लगातार 44-45 डिग्री के आसपास बना हुआ है। इतनी भीषण गर्मी की वजह से घरों के अंदर रहने वाले लोगों की तबीयत भी खराब हो रही है। इसी विषय पर डॉ निखिल चौधरी ,वरिष्ठ चिकित्सक ,आईजीआईएमएस ने कहा की
वैसे भी हर मौसम अपने साथ कुछ कॉमन बीमारियां लेकर आता है। सर्दी-जुकाम, खांसी और फ्लू सर्दी के मौसम में और डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बीमारियां बारिश के मौसम में परेशानी का सबब बनती हैं। ठीक वैसे ही गर्मी के मौसम की भी कुछ कॉमन बीमारियां हैं जिन्हें अगर गंभीरता से न लिया जाए तो कई बार ये जानलेवा भी साबित हो सकती हैं। आप भले ही कितने भी फिट और हेल्दी क्यों न हों आपको बीमारियों से बचने के लिए जरूरी ऐहतियाती कदम जरूर उठाने चाहिए। हम इस आर्टिकल में आपको गर्मी में होने वाली 8 सबसे कॉमन बीमारियों और उनसे बचने के उपाय के बारे में बता रहे हैं।
लू लगना (हीट स्ट्रोक)
गर्मी में लू लगना सबसे कॉमन समस्या लेकिन यह एक गंभीर स्थिति है और अगर समय रहते इसका इलाज न हो तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। लक्षणों की बात करें तो लू लगने पर शरीर का तापमान 104 डिग्री फैरेनहाइट या इससे अधिक हो जाता है, सांस लेने की गति तेज हो जाती है, दिल की धड़कन बढ़ने लगती है, सिर में दर्द होने लगता है, बेहोशी आने लगती है और उल्टी आने लगती है।
बचने के उपाय: गर्मी में लू लगने से बचने के लिए ढीले व हल्के कपड़े पहनें, जहां तक संभव हो ठंडी जगहों पर रहें, अधिक मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें, दिन के सबसे गर्म समय यानी दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच कड़ी धूप में बाहर निकलने से बचें। अगर बाहर निकलना जरूरी हो तो टोपी और छाते का इस्तेमाल करें और खाली पेट घर से बाहर न निकलें।
धूप से त्वचा का जलना (सनबर्न)
गर्मी के मौसम में जब सूरज की किरणें बेहद तेज हों, ऐसे में बार-बार धूप में बाहर जाने से आपकी त्वचा जल सकती है और इसे ही सनबर्न कहते हैं। अगर आपकी स्किन का रंग गुलाबी या लालिमा भरा हो, छूने पर त्वचा पर गर्माहट महसूस हो, दर्द, असहजता या खुजली होने लगे, त्वचा में सूजन हो, साथ में अगर सिरदर्द, बुखार और थकान भी हो तो सनबर्न गंभीर हो सकता है। सूर्य की हानिकारक यूवी किरणों के संपर्क में देर तक रहने के कारण सनबर्न हो जाता है।
बचने के उपाय: इसके लिए जहां तक संभव हो धूप में कम से कम निकलें, सीधे धूप की जगह छाया वाली जगह में बैठें, धूप से बचने के लिए टोपी, छाता और सनग्लास का इस्तेमाल करें, पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें, बाहर निकलते वक्त हाथ, पैर और सिर को ढक कर रखें, स्किन क��� सनबर्न से बचाने के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
घमौरी (हीट रैश)
गर्मी के मौसम में घमौरियां होना भी त्वचा से संबंधित सामान्य समस्या है जो वयस्कों या बच्चों किसी को भी हो सकती है। जब गर्मी के कारण किसी व्यक्ति को बहुत ज्यादा पसीना निकलता है लेकिन वह पसीना कपड़े की वजह से या फिर किसी और कारण से त्वचा में ही दबा रह जाता है और बाहर नहीं निकल पाता तो स्किन पर छाले या छोटे-छोटे गांठ हो जाते हैं, इसे ही घमौरियां कहते हैं। कुछ घमौरियां कांटेदार या अधिक खुजली वाली होती हैं।
बचने के उपाय: घमौरी से बचने के लिए जहां तक संभव हो गर्मी के मौसम में हल्के सूती कपड़े पहनें जिससे आपकी त्वचा सांस ले पाए। ठंडे वातावरण में रहें, गर्मी से बचने के लिए एसी-कूलर का इस्तेमाल करें, ऐसा काम न करें जिससे ज्यादा पसीना निकले, त्वचा को ड्राई यानी सूखा रखने की कोशिश करें, स्किन पर पाउडर भी लगा सकते हैं।
विषाक्तता (फूड पाइजनिंग)
फूड पाइजनिंग भी गर्मियों में होने वाली सबसे कॉमन बीमारियों में से एक जो दूषित खाना या पानी के सेवन के कारण होती है। अगर आप किसी ऐसे भोजन को खा लें जो कई तरह के वायरस, बैक्टीरिया या विषैले तत्वों के संपर्क में आया हो तो फूड पाइजनिंग की समस्या हो जाती है। दूषित खाना या पानी का सेवन करने के 2 से 3 घंटे के अंदर व्यक्ति में उल्टी आना, मतली, पतला दस्त, पेट में दर्द व ऐंठन और बुखार जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं। समय पर इलाज न हो तो यह समस्या जानलेवा भी साबित हो सकती है।
बचने के उपाय: फूड पाइजनिंग से बचने के लिए बाहर की खाने-पीने की चीजों से बचें और साथ ही घर पर भी खाना बनाते और खाते वक्त कई जरूरी बातों का ध्यान रखें। अपने हाथ, बर्तन, भोजन बनाने की सतहों को अच्छे से साफ करें, पके हुए भोजन को कच्चे भोजन से दूर रखें, भोजन को अच्छे से सही तापमान पर पकाएं, जल्दी खराब होने वाली चीजों को तुरंत फ्रिज में रखें। गर्मी के मौसम में बचा हुआ और बासी खाना काने से परहेज करें।
दस्त (डायरिया)
चूंकि गर्मी के मौसम खाने-पीने की चीजें अगर ज्यादा देर तक बाहर रखी हों तो वह जल्दी खराब हो जाती हैं और इसी कारण से दस्त या डायरिया की समस्या गर्मियों के मौसम की कॉमन समस्या है। डायरिया, ढीले और पानी के मल के रूप में पहचाने जाते हैं। दिन में अगर 3 बार से ज्यादा पानी के साथ पतला दस्त हो तो यह डायरिया का लक्षण हो सकता है। कई बार डायरिया के साथ पेट दर्द, बुखार, सिरदर्द और कमजोरी भी होने लगती है।
बचने के उपाय: जहां तक संभव हो पानी को उबालकर ही पिएं, फल और सब्जियों को अच्छी तरह से धोकर ही काटें। गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी न हो इसके लिए खूब सारा पानी पिंए और आप चाहें तो पानी में नमक और चीनी मिलाकर भी पी सकते हैं ताकि शरीर में इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बना रहे।
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🚩आप चाय पीते हैं तो जरूर पढ़ें, फायदा करता है कि नुकसान ? 25 दिसंबर 2021
🚩दो सौ वर्ष पहले भारतीय घरों में चाय नहीं होती थी। पहले घर पर अतिथि आते थे तो देशी गाय का दूध-लस्सी आदि दिया जाता था लेकिन आज कोई भी घर आये अतिथि को पहले चाय पूछते हैं। ये बदलाव अंग्रेजों की देन है। कई लोग घर, दुकान, ऑफिस या यात्रा के दौरान दिन में कई बार चाय लेते रहते हैं, यहाँ तक कि उपवास में भी चाय लेते हैं! किसी भी डॉक्टर के पास जायेंगे तो वो शराब-सिगरेट-तम्बाखू छोड़ने को कहेगा, पर चाय नहीं, क्योंकि यह उसे पढ़ाया नहीं गया और वह भी खुद चाय का गुलाम है। परन्तु किसी अच्छे वैद्य के पास जायेंगे तो वह पहली सलाह देगा- चाय ना पियें।
🚩चाय और कॉफी में दस प्रकार के जहर होते हैं...
★'टैनिन': यह विष 18 प्रतिशत होता है। यह पेट में छिद्र और वायु उत्पन्न करता है।
★‘थिन’: यह विष 3 प्रतिशत होता है। इसके कारण मानसिक विकार उत्पन्न होते हैं तथा यह विष फेफड़ों और मस्तिष्क में जड़ता को निर्मित करता है।
★‘कैफिन’: यह विष 2.75 प्रतिशत होता है। यह गुर्दों (किडनियों) को दुर्बल बनाता है।
★‘वॉलाटाइल’: यह विष आंतों को हानि पहुंचाता है।
★‘कार्बोनिक अम्ल’: अम्लपित्त (एसिडिटी) बढ़ाता है।
★‘पैमिन’: पाचनशक्ति को दुर्बल करता है।
★‘एरोमोलीक’: आँतों पर हानिकारक प्रभाव डालता है।
★‘सायनोजन’: अनिद्रा और पक्षाघात जैसे भयंकर रोग उत्पन्न करता है।
★‘ऑक्सेलिक अम्ल’: शरीर के लिए अत्यंत हानिकारक होता है।
★‘स्टिनॉयल’: रक्तविकार और नपुंसकता उत्पन्न करता है।
इसीलिए चाय अथवा कॉफी का सेवन कभी नहीं करना चाहिए।
🚩चाय कितना नुकसान पहुंचाता है?
🚩हमारे गर्म देश में चाय, और गर्मी बढ़ाती है, पित्त बढ़ाती है। चाय के सेवन करने से शरीर में उपलब्ध विटामिन्स नष्ट होते हैं। इसके सेवन से स्मरण शक्ति में दुर्बलता आती है। चाय का सेवन लिवर पर बुरा प्रभाव डालता है।
🚩●चाय से भूख मर जाती है, दिमाग सूखने लगता है, गुदा और वीर्याशय ढीले पड़ जाते हैं। डायबिटीज़ जैसे रोग होते हैं। दिमाग सूखने से उड़ जाने वाली नींद के कारण आभासित कृत्रिम स्फूर्ति को स्फूर्ति मान लेना, यह बड़ी गलती है। चाय-कॉफी के विनाशकारी व्यसन में फँसे हुए लोग स्फूर्ति का बहाना बनाकर हारे हुए जुआरी की तरह व्यसन में अधिकाधिक गहरे डूबते जाते हैं। वे लोग शरीर, मन, दिमाग और पसीने की कमाई को व्यर्थ गँवा देते हैं और भयंकर व्याधियों के शिकार बन जाते हैं।
🚩●चाय का सेवन रक्त आदि की वास्तविक ऊष्मा को नष्ट करने में ��ारी भूमिका निभाता है।
🚩●चाय में उपलब्ध कैफीन हृदय पर बुरा प्रभाव डालती है, अत: चाय का अधिक सेवन प्राय: हृदय के रोग को उत्पन्न करने में सहायक होता है।
🚩●जो लोग चाय बहुत पीते हैं उनकी आंतें जवाब दे जाती हैं, कब्ज घर कर जाती है और मल निष्कासन में कठिनाई आती है। चाय पीने से कैंसर तक होने की संभावना भी रहती है।
🚩●चाय पीने से अनिद्रा की शिकायत भी बढ़ती जाती है, न्यूरोलॉजिकल गड़बड़ियां आ जाती हैं। चाय में उपलब्ध यूरिक एसिड से मूत्राशय या मूत्र नलिकायें निर्बल हो जाती हैं, जिसके परिणाम स्वरूप चाय का सेवन करने वाले व्यक्ति को बार-बार मूत्र आने की समस्या उत्पन्न हो जाती है। अधिक चाय पीने से खुश्की आ जाती है और दांत भी खराब होते हैं।
🚩यह सावधानी अवश्य रखें
🚩रेलवे स्टेशनों या टी-स्टॉलों पर बिकने वाली चाय का सेवन यदि न करें तो बेहतर होगा क्योंकि ये बरतन को साफ किये बिना कई बार इसी में चाय बनाते रहते हैं जिस कारण कई बार चाय विषैली हो जाती है। चाय को कभी भी दोबारा गर्म करके न पिएं तो बेहतर होगा। बाज़ार की चाय अक्सर अल्युमीनियम के भगोने में खदका (उबाल) कर बनाई जाती है जो बहुत नुकसान करता है। कुछ जगह पर तो दूध भी कलर से बनाकर उसकी चाय बनाई जाती है जो शरीर को अत्यंत नुकसान पहुँचाती है।
🚩कई बार हम लोग बची हुई चाय को थरमस में डालकर रख देते हैं लेकिन भूलकर भी ज्यादा देर तक थरमस में रखी चाय का सेवन न करें। जितना हो सके चायपत्ती को कम उबालें तथा एक बार चाय बन जाने पर इस्तेमाल की गई चायपत्ती को फेंक दें।
🚩चाय-कॉफी को हमेशा के लिए त्याग दें क्योंकि चाय के हर कप के साथ एक चम्मच या उससे अधिक शक्कर ली जाती है जो वजन बढ़ाती है और अनेक बीमारियां बुलाती है। अगर पीनी ही पड़ी तो गुड़, नींबू मिलाकर काली चाय पीएं, शक्कर और दूध नहीं मिलाएं। चाय के साथ नमकीन, खारे बिस्कुट, पकौड़ी आदि लेते हैं, यह विरुद्ध आहार है; इससे त्वचा रोग होते हैं।
🚩चाय का विकल्प
🚩संकल्प कर लें कि चाय नहीं पियेंगे। दो दिन से एक हफ्ते तक याद आएगी ; फिर सोचेंगे अच्छा हुआ छोड़ दी। एक दो दिन सिर दर्द हो सकता है।
🚩सुबह ताजगी के लिए गर्म पानी लें, चाहे तो उसमें आंवले के टुकड़े मिला दें तो और स्फूर्ति आ जाएगी।
🚩तुलसी पत्ते, गुड़ और नींबू मिलाकर चाय बनाकर पियें तो चाय की लत भी छूट जाएगी और शरीर निरोग होने लगेगा।
🚩चाय की जगह देशी गाय के दूध का उपयोग करना चाहिए इससे स्वास्थ्य में चार चांद लग जायेंगे और सभी बीमारियां भाग जाएंगी।
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💐🌼🌺🛕[श्री भक्ति ग्रुप मंदिर]🛕🌺🌼💐
🕉 ॐ शं शनैश्चराय नमः 🕉
🌄 #सुप्रभातम 🌄
🗓 #आज_का_पञ्चाङ्ग 🗓
🌻 #शनिवार, ११ #सितंबर २०२१ 🌻
सूर्योदय: 🌄 ०६:०७
सूर्यास्त: 🌅 ०६:२७
चन्द्रोदय: 🌝 १०:१५
चन्द्रास्त: 🌜२१:२६
अयन 🌕 दक्षिणायने (उत्तरगोलीय)
ऋतु: ❄️ शरद
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 भाद्रपद
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 पञ्चमी (१९:३७ तक)
नक्षत्र 👉 स्वाती (११:२३ तक)
योग 👉 इन्द्र (१४:४२ तक)
प्रथम करण 👉 बव (०८:४७ तक)
द्वितीय करण 👉 बालव (१९:३७ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 सिंह
चंद्र 🌟 वृश्चिक (२९:१२ से)
मंगल 🌟 कन्या (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 कन्या (अस्त, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 कुम्भ (उदय, पूर्व, वक्री)
शुक्र 🌟 तुला (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४८ से १२:३८
अमृत काल 👉 २५:३६ से २७:०६
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०५:५९ से ११:२३
रवियोग 👉 ११:२३ से ३०:००
विजय मुहूर्त 👉 १४:१८ से १५:०८
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:१५ से १८:३९
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५० से २४:३७
राहुकाल 👉 ०९:०६ से १०:४०
राहुवास 👉 पूर्व
गुलिक काल 👉 ०५:५९ से ०७:३३
यमगण्ड 👉 १३:४७ से १५:२०
होमाहुति 👉 बुध
दिशाशूल 👉 पूर्व
अग्निवास 👉 आकाश
चन्द्रवास 👉 पश्चिम (उत्तर २८:१३ से)
शिववास 👉 कैलाश पर (१९:३७ नन्दी पर)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ - काल २ - शुभ
३ - रोग ४ - उद्वेग
५ - चर ६ - लाभ
७ - अमृत ८ - काल
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ - लाभ २ - उद्वेग
३ - शुभ ४ - अमृत
५ - चर ६ - रोग
७ - काल ८ - लाभ
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
उत्तर-पश्चिम (वाय विन्डिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
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ऋषिपंचमी (गर्ग-अंगीरा ऋषि) जयन्ती,
विवाहादि मुहूर्त (हिमाचल, पंजाब, कश्मीर, हरियाणा) आदि के लिये तुला-वृश्चिक लग्न प्रातः ०६:५६ से ११:२२ तक, नीवखुदाई एवं गृहारम्भ+व्यवसाय आरम्भ+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:४५ से ०९:१७ तक, गृहप्रवेश मुहूर्त प्रातः ११:५८ से दोपहर १२:४८ तक, उद्योग-मशीनिरी आरम्भ मुहूर्त प्रातः ०७:१५ से ०९:१७ तक, वाहनादि क्रय-विक्रय मुहूर्त दोपहर १२:२३ से सायं ०५:०२ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ११:२३ तक जन्मे शिशुओ का नाम
स्वाति नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (रो, ता) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम विशाखा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमश (ती, तू, ते) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
सिंह - २८:०९ से ०६:२८
कन्या - ०६:२८ से ०८:४६
तुला - ०८:४६ से ११:०७
वृश्चिक - ११:०७ से १३:२६
धनु - १३:२६ से १५:३०
मकर - १५:३० से १७:११
कुम्भ - १७:११ से १८:३७
मीन - १८:३७ से २०:००
मेष - २०:०० से २१:३४
वृषभ - २१:३४ से २३:२९
मिथुन - २३:२९ से २५:४४
कर्क - २५:४४ से २८:०५
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त - ०५:५९ से ०६:२८
चोर पञ्चक - ०६:२८ से ०८:४६
शुभ मुहूर्त - ०८:४६ से ११:०७
रोग पञ्चक - ११:०७ से ११:२३
शुभ मुहूर्त - ११:२३ से १३:२६
मृत्यु पञ्चक - १३:२६ से १५:३०
अग्नि पञ्चक - १५:३० से १७:११
शुभ मुहूर्त - १७:११ से १८:३७
रज पञ्चक - १८:३७ से १९:३७
शुभ मुहूर्त - १९:३७ से २०:००
शुभ मुहूर्त - २०:०० से २१:३४
रज पञ्चक - २१:३४ से २३:२९
शुभ मुहूर्त - २३:२९ से २५:४४
चोर पञ्चक - २५:४४ से २८:०५
शुभ मुहूर्त - २८:०५ से ३०:००
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आप यदि लक्ष्य बनाकर कार्य करेंगे तो सोची हुई योजनाएं अवश्य ही सफल होंगी आर्थिक लाभ पाने के लिए आज दिन के आरंभ से ही जोड़-तोड़ करना आरंभ करेंगे आज मन में अनैतिक साधनों से धन कमाने के विचार भी आएंगे मार्ग सही हो या गलत हो इस का आपके ऊपर प्रभाव नहीं पड़ेगा दोपहर बाद का समय कार्य व्यवसाय के लिए विशेष अनुकूल है इसका उचित लाभ उठाएं आज भागीदारी के कार्यों की अपेक्षा अपने बल पर किया कार्य तुरंत एवं आशाजनक लाभ देगा भागीदारों अथवा पति पत्नी के बीच किसी गलतफहमी को लेकर झगड़ा होने की संभावना है दुर्व्यसनों से आज दूर ही रहें अन्यथा मानहानि के साथ कोर्ट कचहरी की नौबत भी आ सकती है घुटने कमर अथवा अन्य शरीर के जोड़ों में दर्द के कारण थोड़ी परेशानी होगी।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपके लिए व्यावसायिक दृष्टिकोण से शुभ फलदाई है पूर्व में मिली असफलता अथवा किसी पुराने प्रसंग को लेकर दिमाग गरम रहेगा अपनी असफलताओं का ठीकरा परिजनों पर उतारने के कारण घर का वातावरण भी अशांत करेंगे आज किसी कुटुंबी जन्��� से लगाई आशा अचानक टूटने पर धैर्य पर नियंत्रण खो सकते हैं महिलाएं आज विशेष करो वाणी एवं व्यवहार पर नियंत्रण रखें अन्यथा बात का बतंगड़ बनते देर नहीं लगेगी कार्यक्षेत्र पर आज कई दिनों की मंदी टूटेगी मध्यान्ह के आस-पास आकस्मिक लाभ होने की संभावना है कारोबारियों को कोई नया लंबे समय तक लाभ देने वाला सौदा हाथ लगने की संभावना है लेकिन दिमाग की गर्मी यहां भी रुकावट डाल सकती है इसका विशेष ध्यान रखें यात्रा आज अति आवश्यक होने पर ही करें अक्समात चोट लगने अथवा अधिक रक्त बहने के कारण कमजोरी आने की संभावना है किसी भी प्रकार की शल्य चिकित्सा आज ना कराएं।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन बीते कल की तुलना में आरामदायक रहेगा बुद्धि विवेक आने से पूर्व में की गई गलतियों का पश्चाताप करें लेकिन स्वभाव में थोड़ा अहम रहने के कारण जल्दी से गलती नहीं मानेंगे कार्यक्षेत्र पर आज ले देकर काम निकालना पड़ेगा जिस काम से लाभ की संभावना रहेगी उसी में बाद में हानी उठानी पड़ सकती है धन का निवेश अनुभवों की सलाह के बाद ही करें अन्यथा दो-तीन दिन के लिए टालना ही बेहतर रहेगा नौकरीपेशा जातक आज कार्य क्षेत्र पर बेवजह टकराव से बचें किसी अन्य की गलती आपके साथ आने पर क्रोध आएगा फिर भी धैर्य का परिचय दें अन्यथा बेवजह की मुश्किलें होंगी धन की आमद सामान्य रहेगी लेकिन आज आवश्यकता पड़ने पर किसी से कर्ज लेने की संभावना है दांपत्य जीवन में थोड़ी बहुत गर्मागर्मी के बाद शांति स्थापित होगी खानपान में संयम बरतने पर पेट में कब्ज दर्द गैस की शिकायत हो सकती है।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आप की आशाओं के विपरीत रहने वाला है दिन के आरंभिक भाग को छोड़ के समय व्यथा भ्रमण आर्थिक कारणों से मानसिक क्लेश एवं प्रियजनों का विरोध देखना पड़ेगा कार्यक्षेत्र पर आज पूर्व में लिए किसी निर्णय तुम्हें हानि हो सकती है जिसके कारण मन कुछ समय के लिए शोक में डूबा रहेगा आज आर्थिक व्यवहार सोच समझकर ही करें उधार किसी को भूलकर भी ना दें अन्यथा वसूली नहीं कर पाएंगे दांपत्य जीवन में आज अधिक उतार-चढ़ाव देखना पड़ेगा आपके उद्दंड व्यवहार के कारण जीवन साथी को कष्ट होगा व्यवहार में नरमी लाएं अन्यथा किसी प्रियजन से संबंध विच्छेद हो सकता है वैष्णो से आज दूर ही रहें अन्यथा लंबे समय के शारीरिक एवं मानसिक कष्ट भोगने पड़ेंगे धन की आमद न्यून रहेगी इसके विपरीत खर्च बड़े चढ़े रहेंगे।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपको सुख एवं सम्मान की प्राप्ति कराएगा आज जिन कामों को करने से अन्य लोग संकोच करेंगे आपको उन्हीं कामों को करने में आनंद आएगा कार्यक्षेत्र पर आज अनिश्चितता रहेगी धन की आमद अचानक एवं आवश्यकता से कम ही होगी लेकिन किसी पुराने कार्य के पूर्ण होने से मन में संतोष होगा निकट भविष्य में आय के नए स्रोत बनेंगे आज सरकारी कार्यों को अविलंब पूरा करने का प्रयास करें अन्यथा बाद में आज ऐसी सुविधा नहीं मिल पाएगी अधिकारी आज आप पर मेहरबान रहेंगे पारिवारिक वातावरण आनंददायक रहेगा किसी मित्र रिश्तेदार के शुभ आयोजन में सम्मिलित होने का अवसर मिलेगा उपहार सम्मान का आदान-प्रदान होगा।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिए विपरीत फलदाई है लेकिन आज स्वभाव से जिद को दूर रखना पड़ेगा अन्यथा आप जिस लाभ के अधिकारी हैं उस में कुछ ना कुछ कमी अवश्य आएगी आज आपके व्यवहार में दिखावा अधिक रहेगा केवल खाना पूर्ति के लिए ही अन्य लोगों से बात करेंगे मंगल एवं केतु गोचर में आपकी राशि से अष्टम है लंबी यात्रा अथवा मशीनरी कार्यों में अतिरिक्त सावधानी बरतें शारीरिक कष्ट होने की संभावना है कार्य क्षेत्र पर आज आप केवल अपने मन की ही करेंगे इसके कारण सहकर्मी को परेशानी होगी धन की आमद परिश्रम के बाद भी सामान्य से कम रहेगी दांपत्य जीवन में उतार चढ़ाव देखना पड़ेगा जीवनसाथी को शारीरिक कष्ट रहने के कारण मानसिक रूप से हिम्मत देने का प्रयास करें। आज क्रोध में आकर आपके द्वारा किसी बड़े बुजुर्ग तापमान हो सकता है क्रोध पर संयम रखें अन्यथा आगे परिस्थितियां मुश्किल भरी होंगी।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आर्थिक विषयों को छोड़ अन्य सभी प्रकार से सभी कार्यों में आपकी आशा के अनुकूल रहेगा दिन का आरंभ परिजनों के साथ मौज मस्ती का वातावरण मिलने से मानसिक रूप से शांति भरा रहेगा कार्यक्षेत्र पर पूर्व में की गई मेहनत आज आर्थिक रुप से फलित होगी लेकिन जितना आपने विचार किया था उससे कम ही रहेगी आज कोई पुराना उधार वापस मिलने की संभावना भी है संध्या काल कार्यक्षेत्र पर अक्समात व्यस्तता बढ़ेगी इस कारण अत्यंत थकान अनुभव करेंगे परिवार एवं दांपत्य में छोटी मोटी नोकझोंक लगी रहेगी इसका मुख्य कारण संतान हो सकती है आज यात्रा का मन बना रहे हैं तो इसे एक बार विचार अवश्य करें व्यवसाय की यात्रा को छोड़ अन्य यात्रा हानिकारक ही रहेगी।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन की परिस्थितियां हानिकारक बनी हुई है आज आप जिस के कार्य को हाथ में लेके अथवा जो भी नया कार्य आरंभ करने का मन बनाएंगे उसमें कोई ना कोई बाधा अवश्य आएगी विशेषकर आज धन की कमी प्रत्येक क्षेत्र में खलेगी मध्यान्ह की बात परिस्थिति में थोड़ा सुधार आएगा दूर रहने वाले परिजन अथवा किसी अन्य व्यवहार से कामना पूर्ति होने पर कुछ राहत अनुभव करेंगे संध्या बाद से परिस्थितियां आप की पकड़ में आने लगेगी मित्र परिचितों से शुभ समाचार की प्राप्ति होती है संतानों से नरमी से पेश आएं अन्यथा मानहानि हो सकती है नेत्रों में जलन पित के कारण खट्टी डकारें अथवा बुखार होने की संभावना है। अजय धन संबंधित वायदे किसी से भी ना करें आवश्यक कार्यों के लिए कल की प्रतीक्षा करना हितकर रहेगा।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन वैसे तो आप प्रत्येक क्षेत्र में बुद्धि विवेक एवं धैर्य का परिचय देंगे लेकिन कुछेक घरेलू मामलों में धैर्य नहीं रख पाएंगे विशेषकर आज माता से किसी बात पर कहा सुनी हो सकती है सार्वजनिक क्षेत्र पर शक्ति में वृद्धि होगी लेकिन आप बुद्धि विवेक से एवं भाई बंधुओं के सहयोग से इन पर विजय पा लेंगे। कार्यक्षेत्र पर दिन के आरंभ में मंदी रहेगी लेकिन धीरे धीरे गति आने से आवश्यकतानुसार धन लाभ हो जाए आज दिन ठीक-ठाक ही है फिर भी किसी के बहकावे अथवा कही सुनी बातों में ना आएं सरकारी कार्य में अवरोध आएंगे इसलिए आज इन्हें टालने का ही प्रयास करें आशा अधिकारी के कार्य में निवेश से बचें घर परिवार एवं दांपत्य में मिलाजुला फल मिलेगा बाहर की अपेक्षा घर में अधिक शांति अनुभव करेंगे सिर अथवा बदन दर्द की शिकायत हो सकती धारदार हथियारों के प्रयोग में सावधानी बरतें। विपरीतलिंगी आकर्षण अधिक रहेगा।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके लिए शुभ फलदाई है आज दिन के पहले भाग में जिस मनोकामना को लेकर कार्य करेंगे मध्यान्ह बाद उसके पूर्ण होने पर उत्साह बढ़ेगा आज आप को पूर्व में लिए किसी निर्णय पर संतोष होगा कार्य व्यवसाय मैं दिन भर रुक रुक कर धन की आमद होती रहेगी इसकी तुलना में खर्च आज सोच समझकर ही करेंगे लेकिन निकट भविष्य में किसी महत्वपूर्ण कार्य पर अधिक खर्च करने की योजना बनेगी किसी मित्र परिचित के शुभ आयोजनों में सम्मिलित होने का योग ब��� रहा है लेकिन आज आप स्वयं धर्म एवं आध्यात्मिक कार्य में व्यवहारिकता मात्र ही रखेंगे परिवार का वातावरण रुठा हुआ रहेगा माता-पिता अथवा भाई-बंधुओं से सुख की प्राप्ति अवश्य होगी लेकिन कलह क्लेश के बाद ही छाती अथवा गले में संक्रमण होने से का कफ एवं जलन की समस्या रहेगी।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपको मिला जुला फल देगा दिन का प्रथम भाग तो शांति से व्यतीत हो जाएगा लेकिन मध्यान्ह बाद से विभिन्न प्रकार की मानसिक बेचैनी बनेगी। आज किसी को पूर्व में किए गए वादे के कारण बंधन जैसा अनुभव करेंगे पूर्ण ना कर पाने पर मानहानि का भय अंदर ही अंदर जाएगा दोपहर के बाद स्थिति में सुधार आने लगेगा पराक्रम शक्ति में वृद्धि होगी उलझन को अपने बुद्धि विवेक से धीरे-धीरे कम कर देंगे कारोबारी दशा आज दयनीय ही रहने वाली है आर्थिक लाभ के लिए किसी अन्य के भरोसे बैठना पड़ेगा आज मजबूरी में उधार लेने की नौबत भी आ सकती है संभव हो तो आज की जगह कर लेना ज्यादा ठीक रहेगा शरीर मैं कुछ ना कुछ कमी बनी रहेगी चेहरे का रंग भी फीका नजर आएगा स्त्री वर्ग से बोलचाल में नरमी बरतें अन्यथा मामूली बात करा सकती है।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज दिन के आरंभ से मध्यान्ह तक मन में किसी न किसी कारण से भय बना रहेगा सुख की कमी आज हर क्षेत्र में अनुभव होगी घर में आज शांत रहने का प्रयास करें परिजन आपकी छोटी सी बात को भी बड़ा बनाकर पेश करेंगे कार्य क्षेत्र से भी आज कोई ज्यादा आशा नहीं रखें आर्थिक लाभ थोड़ा बहुत अवश्य होगा लेकिन धन हाथ में रुक नहीं पाएगा व्यवसाई वर्ग जिसका रेकी कुछ दिन से आशा लगाए बैठे थे आज उस में विफलता अथवा अचानक निरस्त होने की संभावना है भाई बंधुओं से आज बनाकर रहना उत्तम होगा परस्पर ईर्ष्या-द्वेष के संबंध होने पर भी किसी आवश्यक कार्य में इनकी ज़रूरत पड़ेगी पति पत्नी कही सुनी बातों पर ध्यान ना दें अन्यथा दिनभर मानसिक रूप से अशांत ही रहेंगे यात्रा के समय अतिरिक्त सावधानी बरतें दुर्घटना में चोट आदि का भय है रक्त पित्त विकार गैस के कारण जलन हो सकती है।
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〰〰〰〰〰🙏राधे राधे🙏
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🙏🌹🙏जय श्री शनिदेव जी🙏🌹🙏
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