#अपर्याप्त
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freshwastelandpeace · 29 days ago
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#जैनधर्म_की_सच्चाई
मोक्ष के लिए सही मंत्र क्या है? गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में स्पष्ट है कि 'ॐ-तत्-सत्' सांकेतिक मंत्र का जाप आवश्यक है। जैन धर्म का 'णमोकार मंत्र' मोक्ष के लिए अपर्याप्त है।
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chocolatechopshopsandwich · 1 month ago
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ओम' मंत्र का महत्व
गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में बताया गया है कि मोक्ष प्राप्ति के लिए 'ॐ-तत्-सत्' मंत्र का जाप आवश्यक है। जैन धर्म में 'णमोकार मंत्र' का जाप मोक्ष के लिए अपर्याप्त है। संत रामपाल जी महाराज का तत्वज्ञान सही पूजा विधि को उजागर करता है। अधिक जानकारी के लिए देखें Sant Rampal Ji Maharaj Youtube चैनल।
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narsinghdas3 · 1 month ago
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ओम' मंत्र का महत्व
गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में बताया गया है कि मोक्ष प्राप्ति के लिए 'ॐ-तत्-सत्' मंत्र का जाप आवश्यक है। जैन धर्म में 'णमोकार मंत्र' का जाप मोक्ष के लिए अपर्याप्त है। संत रामपाल जी महाराज का तत्वज्ञान सही पूजा विधि को उजागर करता है। अधिक जानकारी के लिए देखें Sant Rampal Ji Maharaj Youtube चैनल।
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तनाव और नींद की कमी: हृदय स्वास्थ्य के लिए छिपे हुए खतरे
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दीर्घकालिक तनाव और अपर्याप्त नींद हृदय स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाल सकती है। यहाँ कुछ मुख्य तरीके बताए गए हैं जिनसे वे हृदय को प्रभावित करते हैं:
बढ़ा हुआ रक्तचाप: तनाव और नींद की कमी से रक्तचाप में वृद्धि हो सकती है, जिससे हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे समय के साथ हृदय संबंधी समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है।
अनियमित हृदय गति: उच्च तनाव स्तर हृदय की लय को बाधित कर सकता है, जिससे धड़कन बढ़ जाती है या अनियमित हृदय गति होती है, जो विभिन्न हृदय संबंधी समस्याओं से जुड़ी होती है।
दिल का दौरा पड़ने का अधिक जोखिम: लंबे समय तक तनाव रक्त वाहिकाओं को संकीर्ण कर सकता है और दिल का दौरा पड़ने का जोखिम बढ़ा सकता है, खासकर जब आराम की कमी से यह और भी बढ़ जाता है, जिससे शरीर की लचीलापन कमज़ोर हो जाता है।
रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि: नींद की कमी और तनाव रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकते हैं, जिससे हृदय रोग का जोखिम कारक बन सकता है, खासकर मधुमेह या प्री-डायबिटीज़ वाले व्यक्तियों में।
सूजन: तनाव और अपर्याप्त नींद दोनों ही शरीर में सूजन पैदा कर सकते हैं, जो रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और प्लाक बिल्डअप में योगदान देता है, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
Dr. Md. Farhan Shikoh, MBBS, MD (Medicine), DM (Cardiology), रोगियों को इन जोखिम कारकों को समझने और प्रबंधित करने में मदद कर��े के लिए समर्पित हैं। विशेषज्ञ परामर्श के लिए, सुकून हार्ट केयर, सैनिक मार्केट, मेन रोड, रांची, झारखंड: 834001 पर जाएँ या 6200784486 पर कॉल करें। drfarhancardiologist.com पर अधिक जानें।
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sundartatips · 12 days ago
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धंसी हुई आंखों को बाहर निकालने का तरीका Exercise, Homemade Treatment & Tips
धंसी हुई आंखों को बाहर निकालने का तरीका Exercise और Treatment : – अपने चेहरे को खुबसुरत बनाने के लिए लोग हर संभव प्रयास करते हैं। पिचके हुए गाल हो या धंसी हुई आंखें ये सभी हमारे अच्छे फेसलुक को भी बिगाड़ देती हैं। धंसी हुई आंखों की वजह कोई गंभीर बीमारी भी हो सकती हैं। इसलिए समय पर इसका इलाज करना आवश्यक हो जाता हैं। हालांकि ज्यादात्तर लोग इस समस्या का सामना पोषक तत्वों की कमी, अपर्याप्त नींद, बढती…
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jangrasposts · 19 days ago
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#जैनधर्मको_वास्तविकता
गीताकाे अध्याय १७ श्लोक २३ मा बताईएको छ कि मोक्ष प्राप्तिको लागि 'ॐ-तत्-सत्' मन्त्रको जप आवश्यक छ। जैन धर्ममा 'णमोकार मन्त्र' को जप मोक्षको लागि अपर्याप्त छ। सन्त रामपालजी महाराजको तत्त्वज्ञानले सही पूजा विधिलाई उजागर गर्दछ।
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dharmarajdas · 21 days ago
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#जैनधर्मको_वास्तविकता
ओम् मन्त्रको महत्त्व
गीताकाे अध्याय १७ श्लोक २३ मा बताईएको छ कि मोक्ष प्राप्तिको लागि 'ॐ-तत्-सत्' मन्त्रको जप आवश्यक छ। जैन धर्ममा 'णमोकार मन्त्र' को जप मोक्षको लागि अपर्याप्त छ। सन्त रामपालजी महाराजको तत्त्वज्ञानले सही पूजा विधिलाई उजागर गर्दछ।
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rajkumaraggarwal-blog1 · 21 days ago
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पेंशन घोटाले में हरियाणा पुलिस ने की बेपरवाह और अपर्याप्त जांच। 
“पेंशन घोटाले में हरियाणा पुलिस ने की बेपरवाह और अपर्याप्त जांच। सिर्फ एक सेवादार और क्लर्क के फसाकर पार्षदों और अधिकारियों को बचाया गया” CBI की हाई कोर्ट में रिपोर्ट चंडीगढ़ (राजकुमार अग्रवाल ) बीते  वर्ष 2017 में याचिकर्ता राकेश बैंस और सुखविंदर सिंह ने अपने वकील प्रदीप रापड़िया के माध्यम से हाई कोर्ट में याचिका दायर करते हुए कहा था कि पूरे हरियाणा में मृत व्यक्तियों को पेंशन बांटी हुई दिखाकर…
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शीघ्रपतन से मुक्ति पाने के उपाय: जानिए कैसे?
शीघ्रपतन का इलाज: मनोवैज्ञानिक और शारीरिक कारणों का समाधान
शीघ्रपतन (Early Discharge) यौन स्वास्थ्य से जुड़ी एक समस्या है, जिसमें पुरुष यौन क्रिया के दौरान अपेक्षा से पहले ही स्खलित हो जाता है। इस स्थिति में, पुरुष और उसका साथी दोनों यौन संतुष्टि नहीं प्राप्त कर पाते हैं, क्योंकि स्खलन बहुत जल्दी हो जाता है।
शीघ्रपतन के मुख्य कारण:
मनोवैज्ञानिक कारण: तनाव, चिंता, अवसाद, या यौन प्रदर्शन को लेकर दबाव शीघ्रपतन का कारण बन सकते हैं। किसी भी यौन क्रिया के दौरान अत्यधिक उत्तेजना भी इस समस्या का हिस्सा हो सकती है।
शारीरिक कारण: हार्मोनल असंतुलन, न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर में परिवर्तन, या तंत्रिका तंत्र में कोई समस्या शीघ्रपतन का कारण बन सकती है। कभी-कभी, प्रोस्टेट या मूत्रमार्ग में संक्रमण भी इसे उत्पन्न कर सकता है।
अनुभव की कमी: यौन अनुभव की कमी या प्रारंभिक यौन जीवन में अपर्याप्त नियंत्रण भी शीघ्रपतन का कारण बन सकता है। समय के साथ यौन अनुभव बढ़ने पर इस पर नियंत्रण पाना संभव हो सकता है।
शीघ्रपतन (Early Discharge) यौन स्वास्थ्य से जुड़ी एक आम समस्या है, जिससे ��ई पुरुष प्रभावित होते हैं। इसमें स्खलन उस समय हो जाता है जब पुरुष और उसका साथी इसे टालना चाहते हैं, जिससे यौन संतुष्टि अधूरी रह जाती है। यह समस्या कई बार अस्थायी हो सकती है, लेकिन यदि लंबे समय तक बनी रहती है तो इसे चिकित्सा परामर्श की आवश्यकता होती है। आज ही दिल्ली में शीघ्रपतन का उपचार (Premature Ejaculation Treatment in Delhi) प्राप्त करे डॉ विनोद रैना द्वारा।
शीघ्रपतन के और विस्तार से कारण:
मनोवैज्ञानिक कारण:
तनाव और चिंता: दैनिक जीवन के तनाव या यौन प्रदर्शन के बारे में अत्यधिक चिंता करने से शीघ्रपतन हो सकता है।
अपर्याप्त आत्म-विश्वास: यौन क्रिया के दौरान आत्म-विश्वास की कमी या अतीत में असफल अनुभवों के कारण शीघ्र स्खलन हो सकता है।
रिश्तों में समस्याएं: अगर किसी रिश्ते में भावनात्मक दूरी या संघर्ष है, तो यह यौन प्रदर्शन पर असर डाल सकता है और शीघ्रपतन का कारण बन सकता है।
शारीरिक कारण:
हार्मोनल असंतुलन: शरीर में हार्मोन का असंतुलन स्खलन को प्रभावित कर सकता है, जि���से शीघ्रपतन हो सकता है।
न्यूरोट्रांसमीटर का असंतुलन: मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर में बदलाव स्खलन को नियंत्रित करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
प्रोस्टेट या मूत्रमार्ग में संक्रमण: किसी प्रकार का संक्रमण भी शीघ्र स्खलन का कारण हो सकता है।
अनुवांशिक कारण: कुछ मामलों में शीघ्रपतन आनुवांशिक रूप से भी हो सकता है, जहां परिवार में इस समस्या का इतिहास हो।
शीघ्रपतन के दुष्प्रभाव:
यौन संतुष्टि की कमी: शीघ्रपतन के कारण पुरुष और उनका साथी दोनों यौन संतुष्टि पूरी तरह से प्राप्त नहीं कर पाते, जिससे असंतोष हो सकता है।
रिश्तों पर प्रभाव: जब एक साथी यौन रूप से संतुष्ट नहीं होता, तो यह संबंधों में तनाव और गलतफहमी पैदा कर सकता है।
आत्म-सम्मान में कमी: पुरुष अक्सर अपने यौन प्रदर्शन को लेकर चिंतित हो जाते हैं, जिससे आत्म-सम्मान में कमी आ सकती है।
मानसिक स्वास्थ्य पर असर: लगातार शीघ्रपतन से अवसाद और चिंता का स्तर बढ़ सकता है, जो सामान्य जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करता है। इस समस्या के समाधान के लिए दिल्ली के गुप्त रोग डॉक्टर (Gupt Rog Doctor in Delhi) से परामर्श लेना महत्वपूर्ण है, जो उचित उपचार और मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं। डॉ रैना सेफ हैंड्स में सभी योन सम्बन्धी समस्याओं का उपचार प्रदान किया जाता है।
जीवनशैली में सुधार:
तनाव कम करना: ध्यान, योग और अन्य रिलैक्सेशन तकनीकों से तनाव को कम करके शीघ्रपतन को नियंत्रित किया जा सकता है।
व्यायाम: नियमित शारीरिक व्यायाम से यौन स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है और स्खलन पर नियंत्रण बढ़ सकता है।
संतुलित आहा��: सही पोषण यौन स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होता है, जिसमें विटामिन्स और मिनरल्स यौन कार्यों को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
इसलिए, शीघ्रपतन का सही समय पर इलाज जरूरी है, ताकि यौन जीवन को संतुलित और संतोषजनक बनाए रखा जा सके। अगर यह समस्या बार-बार सामने आती है, तो विशेषज्ञ से परामर्श लेना फायदेमंद हो सकता है।  
डॉ. विनोद रैना, सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर
पता: इ-34 एकता अपार्टमेंट साकेत, नई दिल्ली – 110017
फ़ोन नंबर: 9873322916, 9667987682
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pawandhiman23 · 29 days ago
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*#जैनधर्म_की_सच्चाईओम' मंत्र का महत्व
गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में बताया गया है कि मोक्ष प्राप्ति के लिए 'ॐ-तत्-सत्' मंत्र का जाप आवश्यक है। जैन धर्म में 'णमोकार मंत्र' का जाप मोक्ष के लिए अपर्याप्त है। ��ंत रामपाल जी महाराज का तत्वज्ञान सही पूजा विधि को उजागर करता है। अधिक जानकारी के लिए देखें Sant Rampal Ji Maharaj Youtube चैनल।
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dharmpal123 · 29 days ago
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#जैनधर्म_की_सच्चाई
ओम' मंत्र का महत्व
गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में बताया गया है कि मोक्ष प्राप्ति के लिए 'ॐ-तत्-सत्' मंत्र का जाप आवश्यक है। जैन धर्म में 'णमोकार मंत्र' का जाप मोक्ष के लिए अपर्याप्त है।
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skunal31 · 30 days ago
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ओम' मंत्र का महत्व
गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में बताया गया है कि मोक्ष प्राप्ति के लिए 'ॐ-तत्-सत्' मंत्र का जाप आवश्यक है। जैन धर्म में 'णमोकार मंत्र' का जाप मोक्ष के लिए अपर्याप्त है। संत रामपाल जी महाराज का तत्वज्ञान सही पूजा विधि को उजागर करता है। अधिक जानकारी के लिए देखें Sant Rampal Ji Maharaj Youtube चैनल।
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narinderkumarsblog · 30 days ago
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#जैनधर्म_की_सच्चाई
ओम' मंत्र का महत्व
गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में बताया गया है कि मोक्ष प्राप्ति के लिए 'ॐ-तत्-सत्' मंत्र का जाप आवश्यक है। जैन धर्म में 'णमोकार मंत्र' का जाप मोक्ष के लिए अपर्याप्त है।
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kuradass61 · 30 days ago
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ओम' मंत्र का महत्व
गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में बताया गया है कि मोक्ष प्राप्ति के लिए 'ॐ-तत्-सत्' मंत्र का जाप आवश्यक है। जैन धर्म में 'णमोकार मंत्र' का जाप मोक्ष के लिए अपर्याप्त है। संत रामपाल जी महाराज का तत्वज्ञान सही पूजा विधि को उजागर करता है। अधिक जानकारी के लिए देखें Sant Rampal Ji Maharaj Youtube चैनल।
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rakesh-kumars-posts · 30 days ago
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#जैनधर्म_की_सच्चाई
मोक्ष के लिए सही मंत्र क्या है? गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में स्पष्ट है कि 'ॐ-तत्-सत्' सांकेतिक मंत्र का जाप आवश्यक है। जैन धर्म का 'णमोकार मंत्र' मोक्ष के लिए अपर्याप्त है।
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jangrasposts · 19 days ago
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#जैनधर्मको_वास्तविकता
गीताकाे अध्याय १७ श्लोक २३ मा बताईएको छ कि मोक्ष प्राप्तिको लागि 'ॐ-तत्-सत्' मन्त्रको जप आवश्यक छ। जैन धर्ममा 'णमोकार मन्त्र' को जप मोक्षको लागि अपर्याप्त छ। सन्त रामपालजी महाराजको तत्त्वज्ञानले सही पूजा विधिलाई उजागर गर्दछ।
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