#कोविड 19 मौत
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CG CORONA BREAKING: राजधानी के कोरोना ब्लास्ट .... 100 के पर हुए मरीज ...2 की मौत... छत्तीसगढ़ में कोरोना से मचा हड़कंप
CG CORONA BREAKING : आज 584 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज़ की पहचान हुई और 372 मरीज़ स्वस्थ होने के उपरांत डिस्चार्ज/रिकवर्ड हुए। CG CORONA BREAKING: राजधानी के कोरोना ब्लास्ट …. 100 के पर हुए मरीज …2 की मौत… छत्तीसगढ़ में कोरोना से मचा हड़कंप CG CORONA BREAKING: राजधानी के कोरोना ब्लास्ट …. 100 के पर हुए मरीज …2 की मौत… छत्तीसगढ़ में कोरोना से मचा हड़कंप
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संत रामपाल के बेटे ने बदली दान की परंपरा, जाट महासभा को दिया ऐतिहासिक यो...
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*संत रामपाल जी महाराज जी का समाज सुधार में योगदान* (इसके संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदु नीचे दिए गए हैं, कृपया इन बिंदुओं के अनुसार टिप्पणियां अवश्य करें।)
• नशा मुक्त भारत बनाना :- संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग सुनने मात्र से ही आत्मा निर्मल हो जाती है और उनसे नामदिक्षा लेने से मन के सभी विकार दूर हो जाते हैं। इसीलिए उनसे जुड़ने के उपरांत आज लाखों लोगों ने नशा छोड़ा है और सुखमय जीवन व्यतीत कर रहें हैं।
• समाज से दहेज जैसी कुप्रथा को जड़ से खत्म करना:- संत रामपाल जी के अनुयाई मात्र 17 मिनट में दहेज मुक्त विवाह (रमैनी) करते हैं जिसमें दोनों पक्षों की तरफ से किसी भी चीज का लेन देन नहीं किया जाता । इसी मुहिम के तहत आज हजारों ��ादियां हो चुकी हैं जिससे लड़कियों को न तो समाज में बोझ समझा जाता है और कन्या भ्रूण हत्या भी खत्म होती जा रही है।
• युवाओं में नैतिक और आध्यात्मिक जागृति लाना :- युवा पीढ़ी जो आज गलत दिशा में जाती जा रही है और अपने मूल उद्देश्य से वंचित रह जाती हैं तो वहीं दूसरी ओर संत रामपाल जी से जुड़े युवा अध्यात्म से जुड़कर सभी विकारों से दूर अपने उद्देश्य को सफल बना रहें हैं।
• भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करना :- संत रामपाल जी महाराज का कोई भी शिष्य रिश्वतखोरी और चोरी नहीं करते जिससे कि समाज में भ्रष्टाचार खत्म हो रहा है।
• समय समय पर रक्तदान और देहदान जैसे कार्यक्रम आयोजित करना :- संत रामपाल जी के अनुयाई रक्तदान और देहदान कर मानव समाज की मदद कर रहे हैं।
• सतभक्ति प्रदान करके विश्व को मोक्ष प्रदान करना: ऐसे समाज सुधार के कार्य करने वाले महान तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज वर्तमान में लगभग 11 सतलोक आश्रमों में 3 दिवसीय विशाल भंडारा साल में 6 बार करवाते है।
• भ्रूण हत्या के खिलाफ अभियान: भ्रूण हत्या, विशेषकर कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ जागरूकत��� फैलाने के लिए कार्यक्रम चलाना।
• अंतरधार्मिक सद्भावना: विभिन्न धर्मों के बीच सद्भावना और एकता को बढ़ावा देना। संत जी ने सभी धर्मग्रंथों के आधार पर एक परमात्मा की ओर ध्यान केंद्रित कर धार्मिक एकता का संदेश दिया।
• प्राकृतिक आपदाओं में राहत कार्य
COVID-19 महामारी के दौरान सहायता: कोविड-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन के चलते हरियाणा राज्य के कई शहरों में मजदूर फंस गए थे। स्थानीय प्रशासन स्थिति को संभालने में असमर्थ हो गया था। तब संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने उन मजदूरों के रहने, भोजन, पानी और अन्य ज़रूरतों का इंतज़ाम संत जी के आश्रम में ही किया। प्रशासन को भी राहत मिली और मजदूरों को उनके घरों तक पहुँचाया गया। रास्ते के लिए भोजन और पानी की बोतलें भी संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने निःशुल्क उपलब्ध करवाईं।
• बाढ़ पीड़ितों को सहायता: 2023 में हरियाणा के 12 जिलों में भयंकर बाढ़ आई थी, जहाँ संत रामपाल जी के शिष्यों ने बाढ़ पीड़ितों को भोजन और अन्य आवश्यक सामग्री ट्रैक्टरों में ले जाकर प्रदान की। संत जी के शिष्य जहां कहीं भी समाज सेवा का मौका देखते हैं, तुरंत आगे आकर सेवा कार्य में लग जाते हैं।
• रेल हादसे में सहायता: 2 जून 2023 को ओडिशा में भीषण रेल हादसा हुआ, जिसमें करीब 300 लोगों की मौत हो गई और करीब 1000 लोग घायल हो गए। इस दुख की घड़ी में संत रामपाल जी महाराज के ��नुयायी मसीहा बनकर आगे आए। 16 जून को ओडिशा के संबलपुर में संत रामपाल जी के अनुयायियों ने 278 यूनिट रक्तदान किया और घायलों की मदद की।
• पर्यावरण संरक्षण के लिए बड़े पैमाने पर पौधारोपण अभियान चलाना जैसे कि पंजाब और मध्यप्रदेश में लाखों पौधे रोपना। इन अभियानों का उद्देश्य पर्यावरण को हरा-भरा रखना और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करना है।
• स्वच्छता अभियान: संत रामपाल जी के अनुयायियों द्वारा नियमित रूप से स्वच्छता अभियानों का आयोजन किया जाता है। इन अभियानों का उद्देश्य समाज को स्वच्छ और स्वास्थ्यप्रद वातावरण प्रदान करना है।
• सामाजिक समानता और न्याय
– सामाजिक न्याय का प्रसार: संत रामपाल जी ने समाज में व्याप्त असमानताओं और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने सामाजिक न्याय और समानता के सिद्धांतों को अपने अनुयायियों के बीच फैलाया।
• गरीबों और बेसहारा लोगों की सहायता:
संत रामपाल जी के अनुयायी नियमित रूप से गरीबों और बेसहारा लोगों की सहायता करते हैं। वे भोजन, वस्त्र, और शिक्षा जैसी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए काम करते हैं।
• वृद्धों और अनाथों की देखभाल: संत रामपाल जी के अनुयायियों द्वारा वृद्धों और अनाथ बच्चों की देखभाल के लिए विशेष प्रयास किए जाते हैं, जिससे वे भी समाज में सम्मान और सुरक्षा के साथ जीवन व्यतीत कर सकें।
• आध्यात्मिकता के प्रति जागरूक करना: संत रामपाल जी महाराज अपने सत्संगों में शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान और पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब की वाणियों से शिक्षा देते हैं, जो व्यक्ति के भीतर बदलाव ला देती है और बुराइयों के प्रति घृणा उत्पन्न करती है।
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दिल्ली में जापानी इंसेफेलाइटिस की दस्तक, मच्छरों से फैलने वाली ये बीमारी है जानलेवा
साल 2019 में कोविड-19 ने भारत में दस्तक दी थी, इस बीमारी के कहर से पूरे देश में तबाही मच गई थी. देश में लॉकडाउन लगाया गया और बड़ी तादाद में लोगों की मौत हुई. ऐसी ही एक जपानी बीमारी अब देश में दस्तक दे रही है, जो काफी खतरनाक साबित हो सकती है. डेंगू बुखार की तरह यह बिमारी भी मुख्य रूप से मच्छर के काटने से फैलती है. बर्ड फ्लू की तरह ही यह बीमारी भी इंसानों में जानवरों से फैलती है, जिसका नाम जापानी…
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कोविड 19 नहीं बल्कि यह है दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारी, 2023 में हुई थी 12.5 लाख लोगों की मौत
World Dangerous Disease: दुनियाभर में हर साल बीमारियों से लाखों-करोड़ों लोगों की मौत होती है। इनमें से बहुत सारे मामले ऐसे होते हैं, जो सरकारी रेकॉर्ड में दर्ज नहीं होते। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया है कि दुनिया की सबसे ज्यादा जानलेवा संक्रामक बीमारी कौन सी है और हर साल इसके कितने मरीज सामने आ रहे हैं। मंगलवार को प्रकाशित विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, टीबी (ट्यूबरकुलोसिस)…
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covishield new information: कोविशील्ड,कोरोना वैक्सीन से ब्रेन स्ट्रॉक व हार्ट अटैक का खतरा, निर्माता ब्रिटिश कंपनी का कोर्ट में हलफनामा, 175 करोड़ लोंगो को लगे थे डोज, आईसीएमआर की विश्वसनीयता भी सवालों के घेरे में
नयी दिल्ली: ब्रिटेन की फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने माना है कि कोविड-19 वैक्सीन से खतरनाक साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. हालांकि ऐसा बहुत रेयर मामलों में ही होगा. एस्ट्राजेनेका का जो फॉर्मूला था उसी से भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ने कोवीशील्ड नाम से वैक्सीन बनाई. ब्रिटिश मीडिया के अनुसार, एस्ट्राजेनेका पर आरोप है कि उनकी वैक्सीन से कई लोगों की मौत हो गई. वहीं कई अन्य को गंभीर बीमारियों का सामना क��ना…
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Cancer Vaccine : Russia ने खोजा लिया कैंसर का इलाज
भारत के दोस्त रूस ने दुनिया के सबसे बड़े खतरे का इलाज निकाल लिया है। रूस ने ऐलान किया है कि उसने कैंसर जैसी लाइलाज बिमारी के लिए वैक्सीन बनाने पर वो काम कर रहा है और वो उसके बेहद करीब पहुँच चुका है। Cancer Vaccine का ऐलान किसी और ने नहीं बल्कि खुद रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने किया है कि वैज्ञानिक इस पर काम कर रहे हैं और वो इसके अंतिम चरण में है। अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने साफ कर दिया कि हम कैंसर की वैक्सीन और नई पीढ़ी की इम्युनो मॉड्यूलट्री दवाओं के निर्माण के बहुत करीब है। मॉस्को फोरम में अपने संबोधन में कहा कि मुझे उम्मीद है कि जल्द ही वैक्सीन लोगों के इलाज के लिए प्रभावी ढंग से इस्तेमाल हो सकेगी ,पुतिन ने ये नहीं बताया कि प्रस्तावित वैक्सीन किस तरह के कैंसर के इलाज में इस्तेमाल की जाएंगी। कैंसर का इलाज अपने आप में एक बहुत बड़ी कामयाबी है, कई देश और कंपनियां कैंसर के टीके पर काम कर रही है। ब्रिटेन की सरकार भी कैंसर के वैक्सीन के ट्रायल पर सालों से काम कर रही है। पिछले साल ब्रिटिश सरकार ने पर्सनलाइज्ड कैंसर के इलाज के लिए क्लिनिकल ट्रायल शुरू की थी और 2030 तक 10,000 मरीजों तक पहुंचने का टारगेट रखा है। Cancer Vaccine : Russia ने खोजा लिया कैंसर का इलाज ब्रिटेन जर्मनी की आयोएनटेक के साथ मिलकर ट्रायल कर रहा है। इसके अलावा फार्मास्यूटिकल्स कंपनी मॉडर्न और मार्क एंड कंपनी भी कैंसर की वैक्सीन बना रही है, जो कैंसर की मिडिल स्टेज में इस्तेमाल हो सकती है। मसलन रिसर्च के दौरान पता चला की 3 साल के इलाज के बाद सबसे घातक स्किन कैंसर की दोबारा होने या इससे मौत होने की संभावनाआधी हो गई। फिलहाल दुनिया के सामने कैंसर एक बहुत बड़ा खतरा हैं। WHO के मुताबिक वर्तमान में ह्यूमन पैपिलोमायरस के खिलाफ़ छः लाइसलैंड वैक्सीन मौजूद हैं जो स���्वाइकल कैंसर सहित कई कैंसर का कारण बनते हैं। साथ ही हेपेटाइटिस बी के खिलाफ़ भी टीके हैं जो लिवर कैंसर का कारण बनते हैं। आपको बता दें कि रूस जो ऐलान किया है उसके बाद पूरी दुनिया में सनसनी मची हुई है और सबसे पहले तब रूस ने कोविड 19 के दौरान स्पुतनिक भी वैक्सीन बनाई थी ,अब ये कहा जा रहा है की ��गर ये वाकई में कैंसर के इलाज के रूस बेहद करीब है तो रूस ने वो बनाया है जिसकी जरूरत दुनिया को सबसे ज्यादा है । कैंसर दुनिया के सामने एक बड़ा खतरा है और दुनिया भर में होने वाली मौतों में कैंसर एक बड़ी वजह है। WHO की कैंसर एजेंसी इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर के आंकड़े बताते हैं की साल 2022 में लगभग 2,00,00,000 कैंसर के नए मामले सामने आए और कैंसर की वजह से 97,00,000 लोगों की मौत हुई है। अकेले भारत में 14,13,316 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें महिला रोगियों का अनुपात अधिक है। देश में 1,92,000 नए मामलों के साथ स्तन कैंसर का अनुपात सबसे अधिक है । आकड़े बताते हैं कि प्रत्येक 5 में एक व्यक्ति को अपने जीवन काल में कैंसर हो जाता है , लगभग 9 में से एक पुरुष और 12 में से एक महिला की मौत हो जाती है । इससे आप अनुमान लगा सकते हैं कि कैंसर कितनी खतरनांक बीमारी है , फिलहाल रूस ने Cancer Vaccine को खोजने का ऐलान किया है अब देखना है कि कितना कारगर हो पाता है । Read the full article
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7. निमित्त मात्र
श्रीमद्भगवदगीता का जन्म रणक्षेत्र में हुआ था और वर्तमान महामारी (कोविड-19) का समय कुरुक्षेत्र युद्ध के समान है। गीता में एक वाक्यांश ‘निमित्त मात्र’ यानी ‘सर्वशक्तिमान के हाथों में एक उपकरण’ बड़े स्पष्ट तरीके से इसका सार प्रस्तुत करता है।
अर्जुन श्रीकृष्ण को यथास्वरूप देखना चाहता था और उसे समझने के लिए एक अतिरिक्त शक्ति की आवश्यकता थी, जैसे अंधे को पूर्ण हाथी को देखने के लिए आंख की आवश्यकता होती है। भगवान श्रीकृष्ण ने उसे अपने विश्वरूप को देखने के लिए दिव्य चक्षु दिया था। विश्वरूप दिखाने के अलावा, श्रीकृष्ण उसे भविष्य तक देखने की दृष्टि प्रदान करते हैं और अर्जुन देखता है कि कई योद्धा मौत के मुँह में प्रवेश कर रहे हैं।
तब भगवान अर्जुन को बताते हैं कि ये योद्धा जल्द ही मारे जाएंगे और तुम इस प्रक्रिया में केवल एक साधन मात्र हो। श्रीकृष्ण स्पष्ट करते हैं कि अर्जुन कर्ता नहीं है। वह यह भी सुनिश्चित करते हैं कि जब अर्जुन विजयी होगा तो वह अहम् भाव से मुक्त होगा, क्योंकि जीत अहंकार को सर्वाधिक बढ़ावा देती है।
वहीं श्रीकृष्ण ने अर्जुन को युद्ध के मैदान से पलायन नहीं करने दिया। निमित्त मात्र एक आंतरिक बोध है और इसका प्रतिफल निर्मल और अहंकार से मुक्त होना तय है।
कोरोना महामारी के समय सडक़ पर या नियंत्रण कक्ष में स्थित व्यक्तियों के लिए कठिनाइयाँ अर्जुन के विषाद की तरह ही होती हैं। इसका कोई इलाज नहीं होने के कारण हम अंदर से केवल निमित्त मात्र हैं और बाहर की दुनिया में हमें सौंपी गई जिम्मेदारी को सर्वोत्तम ढंग से निभाना चाहिए। यह छोटा सा अहसास वास्तव में एक वरदान हो सकता है क्योंकि गीता की कई अवधारणाएं तब तक स्पष्ट नहीं होती हैं जब तक कि उन्हें जीवन में अनुभव नहीं किया जाता है, खासकर कठिन परिस्थिति में। कोयले का ढेर अत्यधिक दबाव में हीरे में बदल जाता है और आग में तपकर सोना शुद्ध हो जाता है।
ये परीक्षण समय निमित्त मात्र की स्थिति को प्राप्त करने में सहायक हो सकते हैं और यह छोटा सा सूत्र हमें समर्पण के मार्ग के माध्यम से हमारे अंतरात्मा के करीब ले जाने की क्षमता रखता है।
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मोहल्ला क्लीनिक: दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए महोल्ला क्लीनिकों में नहीं हो रहा है, मरीजों को इलाज
मोहल्ला क्लीनिक बंद के चलते जनता परेशान
मोहल्ला क्लीनिक : भारत की राजधानी में गरीबों के इलाज के लिए दिल्ली सरकार ने दिल्ली के हर महोल्ले में एक-एक क्लिनिक खोले ताकि गरीब तबके के लोग वहां जाकर अपना मुफ्त में इलाज करा सके,
लेकिन अलीपुर में स्थित महोल्ला क्लिनिक में न तो डॉक्टरों का अतापता होता है और ना ही दवाइयों का ऐसे में दिल्ली सरकार पर बढे सवालिया निशान खड़े हो रहें हैं, आखिर जो महोल्ला क्लिनिक गरीबों का मुफ्त में इलाज करने के लिए खोले गए थे वो अब बंद कैसे पड़े हैं।
दिल्ली: दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं की खुलती दिख रही है पोल क्योंकि ��ोहल्ला क्लीनिक में नहीं हो रहा है बीमारियों का इलाज ऐसे में मोहल्ला क्लीनिक तक जाने वाले बीमार इलाज कराने जाते तो हैं लेकिन मोहल्ला क्लीनिक बंद पाकर निराश हो जाते हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर बहतरीन और मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा देने वाले मुख्य मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का दावा हैथा कि दिल्ली के तमाम हॉस्पिटल और मोहोल्ला क्लिनिक में मुफ्त इलाज करवाएंगे और 12 सौ से अधिक टेस्ट मुफ्त कर वाये जा रहे हैं लेकिन मोहोल्ला क्लिनिक का बंद होना दिल्ली सरकार पर कई बड़े सवाल खड़े करता है।
ऐसे में दिल्ली सरकार कोविड-19 के नए वेरिएंट को लेकर चिंतित तो है और सभी स्वास्थ्य एजेंसियां अलर्ट पर भी है लेकिन दूसरी तरफ दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य सेवाएं ठप होती भी दिखाई दे रही हैंread more
0R Pade :-दूध के दाम में हुई बढोतरी: नए साल की शुरूआत से पहले ही दिल्ली-NCR में बढ़ाए दूध के दाम, आम जनता को लगा महंगाई का झटका
or pade :-तुनिशा शर्मा की मौत: अभिनेत्री तुनिशा शर्मा की मौत पर बीजेपी विधायक ने “लव जिहाद” पर उठाया मुद्दा
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WHO on Covid-19: कोरोना खत्म! WHO ने कहा- 'Covid-19 अब नहीं है ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी'
पूरी दुनिया में मौत का कहर बरपाने वाले कोरोना वायरस को लेकर अब कुछ राहत की खबर आ रही है. WHO ने कोविड को लेकर बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि कोविड-19 अब पब्लिक ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी नहीं रह गया है. इसको लेकर इमरजेंसी कमेटी की 15वीं बैठक में फैसला लिया गया. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शुक्रवार को कहा कि कोरोनवायरस – जिसने दुनिया भर में 6.9 मिलियन से अधिक लोगों की जान ले ली. वह अब वैश्विक स्वास्थ्य…
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Covid-19: देश में कोविड-19 के 3,720 नए मामले।
नयी दिल्ली, तीन मई (भाषा) देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,720 नए मामले सामने आए हैं, ��हीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या 40,177 है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय द्बारा सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकडों के अनुसार संक्रमण से 20 और लोगों की मौत होने से मृतक संख्या 5,31,584 हो गई है। इनमें संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुन:मिलान करते हुए केरल ने वैश्विक महामारी से जान गंवाने वाले मरीजों की सूची में छह नाम जोड़े हैं।आंकडों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 4,49,56,716 हो गए हैं। मंत्रालय के अनुसार, उपचाराधीन मामले कुल मामलों का 0.09 प्रतिशत है, वहीं संक्रमण से उबरने की राष्ट्रीय दर 98.73 प्रतिशत है।संक्रमण से कुल 4,43,84,955 लोग ठीक हो चुके हैं।मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देशव्यापी टीकाकरण अभियान की शुरुआत से अब तक टीकों की कुल 220.66 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। गौरतलब है कि भारत में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। चार मई 2021 को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। पिछले साल 25 जनवरी को संक्रमण के कुल मामले चार करोड़ के पार चले गए थे। Pc:Daily Sabah Read the full article
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4 मौत: 500 से ज्यादा मरीज: CG करोना ब्रैकिंग- राजधानी में कोरोना ब्लास्ट ... इन जिलों में भी कोरोना से मचा हड़कंप ...
4 मौत: 500 से ज्यादा मरीज: CG करोना ब्रैकिंग- राजधानी में कोरोना ब्लास्ट … इन जिलों में भी कोरोना से मचा हड़कंप … आज 531 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज़ की पहचान हुई और 265 मरीज़ स्वस्थ होने के उपरांत डिस्चार्ज/रिकवर्ड हुए। 4 मौत: 500 से ज्यादा मरीज: CG करोना ब्रैकिंग- राजधानी में कोरोना ब्लास्ट … इन जिलों में भी कोरोना से मचा हड़कंप …
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#12 new corona patients#4 मौत: 500 से ज्यादा मरीज: CG करोना ब्रैकिंग- राजधानी में कोरोना ब्लास्ट ... इन जिलों में भी कोरोना से म#500#After Corona#CG Corona Braking#Timeline#इन#एक्सक्लूसिव#करोना#कोरोना#कोविड-19#छत्तीसगढ़#जिलों#ज्यादा#न्यूज़#ब्रेकिंग#ब्रैकिंग-#ब्लास्ट#भी#मचा#मरीज#में#मौत#राजधानी#राज्य#रायपुर#से#स्वास्थ्य#हड़कंप
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कोविड-19 अभी भी फ़्लू की तुलना में रोगियों के लिए अधिक घातक
कोविड-19 अभी भी फ़्लू की तुलना में रोगियों के लिए अधिक घातक। #कोविड19 #फ्लू #वायरस #लक्षण #संक्रमण #टीका #उपचार #स्वास्थ्य #कोरोनावायरस #इन्फ्लुएंजा
कोविड-19 और फ्लू: अमेरिका में पिछले सर्दियों में अस्पताल में भर्ती वयस्कों के लिए कोरोनावायरस के खिलाफ बेहतर प्रतिरक्षा, उपचार और विभिन्न वायरस वेरिएंटों के कारण कोविड के मौत का खतरा 2020 में 17-21% से करीब 6% हो गया, मिज़ूरी ��े वेटरन्स अफेयर्स सेंट लुईस हेल्थ केयर सिस्टम के क्लिनिकल एपिडेमियोलॉजी सेंटर के शोधकर्ताओं ने पाया। यह फ्लू के 3.7% की मौत की दर से कहीं अधिक था। Photo by Polina…
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छत्तीसगढ़ में H3N2 का खतरा, कोरोना से महिला की मौत
छत्तीसगढ़ में H3N2 का खतरा, कोरोना से महिला की मौत #chhattisgarhnews #corona
छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं. बिलासपुर में कोविड से महिला की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है और टेस्टिंग बढ़ाने का दावा किया जा रहा है. बुधवार को एक ही दिन में कोरोना के 6 नए मामले सामने आने के बाद नए वेरिएंट H3N2 का खतरा बढ़ गया है. लिहाजा, स्वास्थ्य विभाग ने नवरात्र पर्व पर लोगों को भीड़-भाड़ से बचने और सावधानी बरतने की अपील की हैं. देश में पिछले कुछ हफ्तों से कोविड-19 के नए…
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Financetime.in भारत में कोविड-19 के 120 नए मामले दर्ज, एक की मौत, स्वास्थ्य समाचार, ईटी हेल्थवर्ल्ड
नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार को अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत में 120 नए COVID-19 मामलों में एक दिन की वृद्धि देखी गई, जबकि सक्रिय मामले बढ़कर 1,916 हो गए हैं। केरल में एक मौत के साथ मरने वालों की संख्या 5,30,761 है, जो सुबह 8 बजे अपडेट किया गया। देश में संक्रमण के मामलों की संख्या 4.46 करोड़ (4,46,85,037) है। स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट के अनुसार, सक्रिय मामले अब कुल मामलों की…
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कोविड-19 के बाद तीन साल तक बढ़ा हार्ट अटैक, स्ट्रोक और मौत का खतरा, जानें ब्लड ग्रुप से क्या है कनेक्शन
कोविड-19 के बाद तीन साल तक बढ़ा हार्ट अटैक, स्ट्रोक और मौत का खतरा, जानें ब्लड ग्रुप से क्या है कनेक्शन #Covid #heartattack #stroke #death
COVID-19 Heart Attack: अमेरिका में एक नई रिसर्च में पता चला है कि कोविड-19 संक्रमण से हार्ट अटैक, स्ट्रोक और मौत का खतरा तीन साल तक बढ़ सकता है। यह खतरा उन लोगों में ज्यादा है जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है। स्टडी में यह भी पाया गया कि महामारी की शुरुआत में जब मूल SARS-CoV-2 स्ट्रेन फैला था, तब यह खतरा और भी ज्यादा था। यह रिसर्च अमेरिका की सबसे बड़ी मेडिकल रिसर्च एजेंसी, नेशनल ��ंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ…
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कोरोना से मरने वालों के परिजनों को मिलेंगे 50 हजार रुपये, सुप्रीम कोर्ट ने सरकारी योजना को दी मंजूरी
कोरोना से मरने वालों के परिजनों को मिलेंगे 50 हजार रुपये, सुप्रीम कोर्ट ने सरकारी योजना को दी��मंजूरी
नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर अब भी बरकरार है. रोजाना सैक��़ों लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं. वहीं अधिक लोगों की इससे मौत भी हो रही है. इस बीच सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में उस सरकारी नीति को मंजूरी दे दी गई है, जिसमें कोरोना (Corona Deaths) से मरने वाले व्यक्ति के आश्रित को 50,000 रुपये बतौर आर्थिक मदद के रूप में दिए जाने हैं. मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस एमआर शाह ने…
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#Corona Deaths#coronavirus#coronavirus gratia#covid 19#covid 19 gratia#Supreme Court#कोरोना वायरस#कोविड 19 मौत#कोविड-19#सुप्रीम कोर्ट
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