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#कोरोना में संक्रमण बढ़ रहा है
dainiksamachar · 9 months
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सात महीने बाद गुरुग्राम में कोविड से पहली मौत, मुंबई से लौटीं दो महिलाएं कोरोना पॉजिटिव
गुड़गांव: कोरोना संक्रमण का खतरा () बढ़ रहा है। सोमवार को कोरोना संक्रमित एक महिला की मौत हो गई। उसका इलाज प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा था। आयु 47 वर्ष थी। कोरोना रोधी वैक्सीन लग चुकी थी। महिला संक्रमण के साथ शुगर, हाइपरटेंशन, कोरोनरी आर्टरी डिजीज व हृदय संबंधी सहित अन्य रोगों से ग्रस्त थी। वहीं दिसंबर में कोरोना वायरस के वेरिएंट का पता लगाने के लिए भेजे गए 6 सैंपल में 3 की रिपोर्ट आ गई है, जिसमें ओमिक्रॉन वेरिएंट की पुष्टि हुई है। नए वेरिएंट जेएन1 का कोई मामला सामने नहीं आया है। 2023 दिसंबर में शहर में कोरोना के 25 मामले सामने आए थे। जिसमें 15 महिलाएं व 10 पुरुष संक्रमित हुए थे। स्वास्थ्य विभाग लगातार संक्रमितों के सैंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज रहा है। दिसंबर के शुरुआत में भेजे गए 6 सैंपल में तीन सैंपल की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पता लग गई है। इन रिपोर्ट में तीन संक्रमितों के ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। तीनों फिलहाल स्वस्थ हैं।मुंबई से लौटी महिलाएं मिलीं संक्रमितसाल के पहले दिन सोमवार को शहर में दो नए संक्रमितों का पता लगा और दो के कोरोना को मात देने पर स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें डिस्चार्ज किया। संक्रमित 35 वर्षीय महिला सेक्टर- 50 की रहने वाली हैं और कुछ दिन पूर्व कनाडा से आने के बाद मुंबई गई थीं और वहां से लौटने पर यहां जांच कराने पर कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इसी तरह 57 वर्षीय दूसरी संक्रमित महिला डीएलएफ फेस फोर की रहने वाली हैं। इनके जयपुर और मुंबई से लौटने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को मिली है। 23 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकीएक दिन में 115 कोरोना संदिग्ध मरीजों के जांच करने को सैंपल लिए गए। इसमें 60 रैपिड एंटीजन और 65 आरटीपीसीआर टेस्ट हुए। फिलहाल 23 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। फिलहाल जिले में सक्रिय संक्रमितों की संख्या 5 है और सभी संक्रमित होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे हैं। http://dlvr.it/T0rbqR
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thebharatexpress · 1 year
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कोरोना पाबंदी: भारत के इन राज्यों में सरकार ने लगाई पाबंदी! तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए लिया गया फैसला
नई दिल्ली : Mask Mandatory in These States देश के कई राज्यों में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। देश के अलग-अलग राज्यों से रोजाना हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में देशभर में 5357 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई है और 10 संक्रमितों की मौत हो गई है। हालात को देखते हुए इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि अगर संक्रमण ऐसी ही तेजी से बढ़ा तो फिर से पाबंदियों का दौर लौट सकता है।…
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sharpbharat · 2 years
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jamshedpur corona alert - जमशेदपुर में कोरोना का एक बार फिर से संक्रमण बढ़ा, दो नये कोरोना पोजिटिव मिले, एक्टिव केस की संख्या भी बढ़ी, एच3एन2 के भी नये केस आने से हड़कंप
जमशेदपुर : जमशेदपुर में एक बार फिर से कोरोना का संक्रमण फैलता नजर आ रहा है. बुधवार को एक बार फिर से दो लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये. बुधवार को जमशेदपुर में 42 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया, जिसमें 33 आरटीपीसीआर टेस्ट हुआ. नौ लोगों ने रैपिड टेस्ट किया, जिसमें दो लोग कोरोना पोजिटिव पाये गये. इस तरह लगातार कोरोना के केस एक बार फिर से बढ़ चुका है और अब एक्टिव केस की संख्या आठ हो चुकी है. लोगों को…
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rickztalk · 2 years
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Lockdown News : क्या भारत में लॉकडाउन लगाने की होगी जरूरत ? जानें विशेषज्ञों की राय
Lockdown News : क्या भारत में लॉकडाउन लगाने की होगी जरूरत ? जानें विशेषज्ञों की राय
Lockdown News in India : दुनिया के कई देशों में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. इन देशों में कई प्रतिबंध लगाये गये हैं. इस खबर के बाद अब भारत के लोगों के मन में आशंका पैदा हो गयी है कि क्या यहां भी लॉकडाउन लगाने पर सरकार विचार करेगी ? तो आइए जानते हैं इसपर क्या है विशेषज्ञों की राय ? विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में कोरोना संक्रमण के मौजूदा परिदृश्य को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर…
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अब प्रदेश में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील
अब प्रदेश में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील
देहरादून : कोरोना वायरस का प्रकोप एक बार फिर से बढ़ रहा है। चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए सरकार सतर्क हो गई हैं। वहीं सचिव स्वास्थ्य डॉ.आर राजेश कुमार की ओर से सभी सीएमओ को अलर्ट रहने और कोविड पॉजिटिव मरीजों के 10 प्रतिशत सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा गया है। केंद्र…
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365store · 2 years
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चीन की राजधानी बीजिंग में भी लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन, सरकार के विरोध में लोग लगा रहे नारे
चीन की राजधानी बीजिंग में भी लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन, सरकार के विरोध में लोग लगा रहे नारे
Image Source : AP चीन में लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन बीजिंग: चीन में एक बार फिर कोरोना कहर बनकर टूट रहा है। लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वहीं कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए कड़े प्रतिबंधों के खिलाफ लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन राजधानी बीजिंग तक फैल गए हैं जबकि चीन ने सोमवार को इससे जुड़ी चिंताओं को खारिज कर दिया। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि…
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sabkuchgyan · 2 years
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चीन में छह महीने बाद कोरोना से मौत का पहला मामला आया सामने, लगा सकती है सरकार की सख्त पाबंदियां
चीन में छह महीने बाद कोरोना से मौत का पहला मामला आया सामने, लगा सकती है सरकार की सख्त पाबंदियां
चीन में 6 महीने बाद कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत का पहला मामला सामने आया है। यह मौत ऐसे समय में हुई है जब चीन में कोविड-19 के मामले एक बार फिर से बढ़ रहे हैं। चीनी प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर काबू पाने के लिए सख्त जीरो कोविड नीति लागू की है.देश में बड़े पैमाने पर लॉकडाउन लागू किया गया है और टेस्टिंग भी बढ़ा दी गई है. क्वारंटाइन के नियमों का भी सख्ती से पालन कराया जा रहा है। सरकार की…
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xmtnews · 2 years
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Corona और Ebola से भी ज्यादा खतरनाक है ये वायरस: WHO
Corona और Ebola से भी ज्यादा खतरनाक है ये वायरस: WHO
कोरोना वायरस संक्रमण से दुनिया अभी जूझ रही है, कई देशों में मामले बढ़ रहे हैं और इसके साथ-साथ वायरस के नए रूप भी सामने आ रहे हैं. अभी कोरोना से मुक्ति मिली नहीं है कि इस बीच एक नया वायरस सामने आया है, जिसे काफी खतरनाक बताया जा रहा है और इस वायरस का नाम है मारबर्ग. यह वायरस पहले भी दस्तक दे चुका है. साल 1967 में इसके सबसे ज्यादा मामले देखे गए थे. इस वायरस के बारे में ये कहा जाता था कि यदि इसकी…
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24daynews · 3 years
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वाराणसी के व्यापारी कोविद संक्रमण के कारण दो दिन एक सप्ताह में अपनी दुकानें बंद कर देंगे - वाराणसी के चरित्र सप्ताह में दो दिन बंद रहेंगे
वाराणसी के व्यापारी कोविद संक्रमण के कारण दो दिन एक सप्ताह में अपनी दुकानें बंद कर देंगे – वाराणसी के चरित्र सप्ताह में दो दिन बंद रहेंगे
प्रतीकात्मक तस्वीर – फोटो: अमर उजाला ख़बर सुनना ख़बर सुनना वाराणसी में कोरोनावायरस के संक्रमण में कमी के लिए पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश की पहल पर वाराणसी व्यापार मंडल, खाद्य व्यापार मंडल, महानगर उद्योग व्यापार समिति, श्री पांडेयपुर व्यापार मंडल, लोहा व्यापार समिति सहित अन्य प्रमुख व्यापार मंडलों में सप्ताह: दो दिन की दुकानें बंद रखने का फैसला लिया गया है। इन सभी व्यापार मंडलों से संबंधित दुकानें…
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allgyan · 3 years
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वैक्सीन कैसे हमारे तक आती है प्रयोग के लिए -
वैक्सीन कैसे हमारे तक आती है प्रयोग के लिए -
वैक्सीन क्या है ?
वैक्सीन कैसे हमारे तक आती है प्रयोग के लिए जानने से पहले हमे ये पहले जानना होगा की वैक्सीन क्या होती है और ये कैसे हमारे शरीर में काम करती है।सरल भाषा में समझे तो ये कह सकते है की ये एक टिका होती है जो जीवों के शरीर का उपयोग करके बनाया गया द्रव्य है जिसके प्रयोग से शरीर में किसी रोग विशेष से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। शरीर की विभिन्न रक्षापंक्तियों को भेदकर परजीवी रोगकारी जीवाणु अथवा विषाणु शरीर में प्रवेश कर पनपते हैं और जीवविष (toxin) उत्पन्न कर अपने परपोषी के शरीर में रोग उत्पन्न करने में समर्थ होते हैं। इनके फलस्वरूप शरीर की कोशिकाएँ भी जीवविष तथा उसके उत्पादक सूक्ष्म कीटाणुओं की आक्रामक प्रगति के विरोध में स्वाभाविक प्रतिक्रिया द्वारा प्रतिजीवविष (antitoxin), प्रतिरक्षी (antibody) अथवा प्रतिरक्षित पिंड (immune tody) उत्पन्न करती हैं।
कीटाणुओं के जीवविषनाशक प्रतिरक्षी के विकास में कई दिन लग जाते हैं। यदि रोग से तुरंत मृत्यु नहीं होती और प्रतिरक्षी के निर्माण के लिए यथेष्ट अवसर मिल जाता है, तो रोगकारी जीवाणुओंकी आक्रामक शक्ति का ह्रास होने लगता है और रोग शमन होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है। जिस जीवाणु के प्रतिरोध के लिए प्रतिरक्ष उत्पन्न होते हैं वे उसी जीवाणु पर अपना घातक प्रभाव डालते हैं। आंत्र ज्वर (typhoid fever) के जीवाणु के प्रतिरोधी प्रतिरक्षी प्रवाहिका (dysentery) अथवा विषूचिका (cholera) के जीवाणुओं के लिए घातक न होक केल आंत्र ज्वर के जीवाणु को नष्ट करने में समर्थ होते हैं। प्रतिरक्षी केवल अपने उत्पादक प्रतिजन (antigen) के लिए ही घातक होने के कारण जाति विशेष के कहलाते हैं।
टिका या वैक्सीन लगाने का अभिप्राय क्या है -
एक वैक्सीन आपके शरीर को किसी बीमारी, वायरस या संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करती है। वैक्सीन में किसी जीव के कुछ कमज़ोर या निष्क्रिय अंश होते हैं जो बीमारी का कारण बनते हैं। प्राकृतिक रूप से तो प्रतिरक्षी रोगाक्रमण की प्रतिक्रिया के कारण बनते हैं, परंतु टीके द्वारा एक प्रकार का शीतयुद्ध छेड़कर शरीर में प्रतिरक्षी का निर्माण कराया जाता है। रोग उत्पन्न करने में असमर्थ मृत जीवाणुओं का शरीर में प्रवेश होते ही प्रतिरक्षियों का उत्पादन होने लगता है।मृत जीवाणुओं का उपयोग आवश्यक होता है। ऐसी अवस्था में जीवित जीवाणुओं का उपयोग आवश्यक होता है। ऐसी अवस्था में जीवित जीवाणुओं की आक्रामक शक्ति का निर्बल कर उन्हें पहले निस्तेज कर दिया जाता है जिससे उनमें रोगकारी क्षमता तो नहीं रहती, किंतु प्रतिरक्षी बनाने की शक्ति बनी रहती है।वैक्सीन लगने का नकारात्मक असर कम ही लोगों पर होता है, लेकिन कुछ लोगों को इसके साइड इफ़ेक्ट्स का सामना करना पड़ सकता है।हल्का बुख़ार या ख़ारिश होना, इससे सामान्य दुष्प्रभाव हैं
वैक्सीन की खोज कब और कहा हुई ?
वैक्सीन का एक प्रारंभिक रूप चीन के वैज्ञानिकों ने 10वीं शताब्दी में खोज लिया था।लेकिन 1796 में एडवर्ड जेनर ने पाया कि चेचक के हल्के संक्रमण की एक डोज़ चेचक के गंभीर संक्रमण से सुरक्षा दे रही है। चेचक (smallpox) के विषाणु को वैरियोला (Variola) कहते हैं। विषाणु के लिए इस टिके का उपयोग प्राचीन काल से होता आया है। यह विषाणु चेचक उत्पन्न कर सकता है, इस कारण निर्दोष नहीं है। अत: गत 150 वर्षों से वैरियोला के स्थान पर गोमसूरी (cowpox) के वैक्सीनिया (Vaccnia) नामक विषाणु का उपयोग किया जा रहा है। वैरियोला का उपयोग सभी देशों में वर्जित है। गोमसूरी का वैक्सीनिया नामक विषाणु मनुष्य में चेचक रोग उत्पन्न नहीं कर पाता परंतु उसे प्रतिरक्षी चेचक निरोधक होते हैं। गोमसूरी के विषाणु बछड़े, पड़वे या भेड़ की त्वचा में संवर्धन करते हैं। त्वचा का जल और साबुन से धो पोंछकर उसमें हलका सा खरोंच कर दिया जाता है जिसपर वैक्सीनिया का विलयन रगड़ दिया जाता है।
लगभग 120 घंटे में पशु की त्वचा पर मसूरिका (pox) के दाने उठ आते हैं। अधिकतर दाने पिटका के रूप में होते हैं जिनमें से कुछ जल अथवा पूययुक्त होते हैं जिन्हें क्रमश: जलस्फोटिका और पूयस्फोटिका कहते हैं। इन दानों को खरोंचकर खुरचन एकत्र कर लेते हैं। खरोंचने का कार्य हलके हलके किया जाता है जिससे केवल त्वचा की खुरचन ही प्राप्त हो, उसके साथ रुधिर न आ पाए। इस खुरचन को ग्लिसरीन के विलयन के साथ यंत्रों द्वारा पीस लेते हैं।उन्होंने इस पर और अध्ययन किया. उन्होंने अपने इस सिद्धांत का परीक्षण भी किया और उनके निष्कर्षों को दो साल बाद प्रकाशित किया गया। तभी 'वैक्सीन' शब्द की उत्पत्ति हुई।वैक्सीन को लैटिन भाषा के 'Vacca' से गढ़ा गया जिसका अर्थ गाय होता है। वैक्सीन को आधुनिक दुनिया की सबसे बड़ी चिकित्सकीय उपलब्धियों में से एक माना जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, वैक्सीन की वजह से हर साल क़रीब बीस से तीस लाख लोगों की जान बच पाती है।
वैक्सीन आम इंसानो तक पहुंचने तक कहा -कहा से गुज़रना पड़ता है -
बाज़ार में लाये जाने से पहले वैक्सीन की गंभीरता से जाँच की जाती है. पहले प्रयोगशालाओं में और फिर जानवरों पर इनका परीक्षण किया जाता है।उसके बाद ही मनुष्यों पर वैक्सीन का ट्रायल होता है।अधिकांश देशों में स्थानीय दवा नियामकों से अनुमति मिलने के बाद ही लोगों को वैक्सीन लगाई जाती हैं। कोरोना की वैक्सीन कैसे बनी पूरी प्रक्रिया बताते है। सबसे पहले वैज्ञानिक मास्टर सेल बैंक से डीएनए की एक शीशी निकालता है. हर कोविड-19 वैक्सीन में यह डीएनए होता है।इन शीशियों को माइनस 150 डिग्री से भी कम तापमान पर सुरक्षित रखा जाता है और इसमें प्लाजमिड्स (Plasmids) नाम के डीएनए की छोटी र��ंग होती है हर प्लाजमिड में कोरोनावायरस का जीन होता है।  इसमें एक तरह से कोरोनावायरस प्रोटीन बनाने को इंसानी सेल के लिए निर्देश होते हैं। इसके बाद वैज्ञानिक प्लाजमिड को पिघलाकर और ई कोली बैक्टीरिया को संशोधित कर उसमें प्लाजमिड को डाला जाता है।इस एक शीशी से 5 करोड़ वैक्सीन तैयार की जा सकती है।
संशोधित बैक्टीरिया को फ्लास्क में रखकर घुमाया जाता है और फिर से उसे गर्म वातावरण में रखा जाता है ताकि बैक्टीरिया मल्टीप्लाई हो सकें।पूरी रात बैक्टीरिया को बढ़ने देने के बाद उन्हें एक बड़े से फरमेंटर में डाला जाता है। इसमें 300 लीटर तक पोषक तरल पदार्थ होता है। चार दिन तक इसे ऐसे ही छोड़ दिया जाता है।ये बैक्टीरिया हर 20 मिनट में मल्टीप्लाई होते हैं। इस प्रक्रिया में अरबों प्लाजमिड डीएनए बन जाते हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक खबर के अनुसार फरमेशन पूरा होने के बाद वैज्ञानिक केमिकल मिलाकर बैक्टीरिया को अलग करते हैं। इसके बाद प्लाजमिड को सेल्स से अलग किया जाता है. इसके बाद मिश्रण को छाना जाता है और बैक्टीरिया को हटा दिया जाता है. इसके बाद सिर्फ प्लाजमिड्स बचते हैं।फिर इनकी शुद्धता की जांच होती है और पिछले सैंपल से तुलना कर यह देखा जाता है कि कहीं इसके जीन सिक्वेंस में कोई बदलाव तो नहीं आ गया।प्लाजमिड की शुद्धता की जांच के बाद एनजाइम (Enzymes) नाम के प्रोटीन को इसमें मिलाया जाता है।  यह प्लाजमिड को काटकर कोरोनावायरस जीन को अलग कर देता है।इस प्रक्रिया में दो दिन लग जाते हैं।
बचे हुए बैक्टीरिया या प्लासमिड को अच्छे से फिल्टर कर लिया जाता है, जिससे एक लीटर बोतल शुद्ध डीएनए मिलता है।DNA के क्रम को फिर से जांचा जाता है और इसे एक टेम्पलेट के तौर पर अगली प्रक्रिया के लिए रखा जाता है। एक बोतल डीएनए से 15 लाख वैक्सीन तैयार होती हैं।डीएनए की प्रत्येक बोतल को फ्रीज और सील कर दिया जाता है। इसके बाद एक छोटे मॉनिटर के साथ इसे बॉक्स में बंद कर दिया जाता है. यह मॉनिटर रास्ते में इसका तापमान रिकॉर्ड करता है।एक कंटेटेनर में 48 बैग रखे जाते हैं और ढेर सारी ड्राई आइस से ढक दिया जाता है ताकि इसका तापमान माइनस 20 डिग्री तक बना रहे। इसलिए हम लोगों तक एक शीशी की वैक्सीन भी पहुंचने के पीछे वैज्ञानिकों की अथक प्रयास और बहुत सारी मेहनत लगती है। अगर आपको हमारे आर्टिकल पसंद आ रहे है तो हमे प्यार दे।
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dainiksamachar · 10 months
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ये कोरोना में भी झूठ बोले थे... अमेरिकी सीनटरों की बाइडेन से चीन पर तुरंत यात्रा प्रतिबंध लगाने की मांग
वाशिंगटन: चीन में फैल रही रहस्यमयी बीमारी को लेकर अमेरिका के पांच सीनटरों ने राष्ट्रपति जो बाइडेन को पत्र लिखा है। मार्को रुबियो के नेतृत्व में पांच रिपब्लिकन सीनेटरों ने शुक्रवार को लिखे अपने पत्र में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन से कहा है कि चीन पर ट्रेवल बैन लागू कर दिया जाए। सीनटरों का कहना है कि चीन में सांस से जुड़ी एक बीमारी लगातार बढ़ रही है। इसके दूसरे देशों में भी फैलने का खतरा है। ऐसे में बाइडेन प्रशासन पर इस ध्यान देते हुए अमेरिका और चीन के बीच यात्रा पर रोक लगा दे। चिट्ठी में कहा गया है कि देर करने पर कोरोना महामारी की तरह ये रहस्यमयी निमोनिया हमारे देश में भी फैल सकता है।चिट्ठी में कहा गया है कि चीन में फैल रही इस बीमारी के बारे में अभी दुनिया कुछ नहीं समझ पा रही है। ये बीमारी आने वाले समय में किसी बड़ी परेशानी की वजह भी बन सकती है क्यों हम इस नई बीमारी से उत्पन्न खतरों के बारे में अधिक नहीं जानते। जब तक बीमारी की ठीक से जानकारी नहीं हो जाती, तब तक हमें अमेरिका और चीन के बीच यात्रा को प्रतिबंधित कर देना चाहिए। ताकि हम भविष्य में हम देश में किसी महामारी के फैलने और लॉकडाउन लगाने जैसे अंदेशों से बच सकें। बाइडेन से कहा- चीन पर विश्वास ना करें इस चिट्ठी में रिपब्लिक सीनटरों ने बाइडेन से कहा है कि आप जानते हैं चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का स्वास्थ्य संकटों के बारे में झूठ बोलने का एक लंबा इतिहास रहा है। कोविड19 महामारी के दौरान चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने इस बीमारी की सच्चाई भयावहता को छुपाया और चीजों में पारदर्शिता की कमी रखी। इससे अमेरिका को कोरोना बीमारी के बारे में सही जानकारी नहीं मिल सकी और इसका क्या नतीजा हुआ ये हमने देखा। ऐसे में हमारी मांग है कि चीन फिलहाल सभी तरह की यात्रा रोक दी जाए और बीमारी के बारे में चीजें साफ होने का इंतजार किया जाए।चीन में बीते कुछ हफ्ते से एक नई बीमारी बच्चों में फैल रही है। निमोनिया जैसी इस बीमारी में बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होती है। इस बीमारी के एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलने की बात कही जा रही है। चीन के उत्तरी इलाके में फैली ये बीमारी चिंता का सबब बन रही है। दावा किया जा रहा है कि चीन के उत्तरी इलाके के अस्पतालों में बड़ी संख्या में बच्चे इस बीमारी की चपेट में हैं और अस्पतालों में जगह नहीं बची है। चीन की ओर से इसे एक आम फ्लू कहा गया है लेकिन इस पर चिंता दुनियाभर के देशों में हैं क्योंकि चार साल पहले चीन से शुरू हुए कोविड संक्रमण के मामले पूरी दुनिया में फैल गए थे और इसने एक महामारी का रूप ले लिया था। लाखों लोग इस बीमारी की चपेट में आकर मरे थे। ऐसे में कोविड की तरह इस बीमारी के फैल जाने से दुनिया में एक डर है। http://dlvr.it/SzbgBv
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ihlnews · 4 years
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उत्तराखंड: ताज होटल तीन दिन के लिए सील, 76 लोगों के संक्रमित मिलने के बाद सख्त फैसला
उत्तराखंड: ताज होटल तीन दिन के लिए सील, 76 लोगों के संक्रमित मिलने के बाद सख्त फैसला
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। ऋषिकेश में होटल ताज में 76 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा तीन दिन के लिए होटल बंद कर दिया गया है। टिहरी-गढ़वाल एसएसपी ने बताया कि होटल को सैनिटाइज करके एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया।  आपको बता दें कि ऋषिकेश में बदरीनाथ राजमार्ग स्थित सिंगटाली के समीप ताज होटल में शनिवार को 25 अन्य कर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए थे।…
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fenomikiaq-blog · 4 years
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MP News in Hindi
Latest News Madhya Pradesh
सीनियर IAS की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव, मंत्री हुए क्वारंटाइन
भोपाल. मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मप्र के वरिष्ठ आईएएस संजय दुबे की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है। प्रमुख सचिव, ऊर्जा संजय दुबे की कोगेना रिपोर्ट शनिवारको पॉजीटिव आई थी। आज उनकी पत्नी और बेटे की रिपोर्ट भी पॉजीटिव आई है।
मंत्री भी हुए क्थोरंटाइन मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया है। उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी कि मेरे परिवार के सदस्य की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके चलते मैं स्वयं क्वारंटाइन हो गया हूं। मेरे संपर्क में जो लोग भी आए हों, कृपया सुरक्षा की दृष्टि से अपनी जांच करा लें। मैं अगले सप्ताह तक अपने सभी कार्यक्रम निरस्त करता हूं । बता दें कि उनकेपरिवार के लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
एक्टिव केस बढ़े संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है। प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या 10 हजार के करीब पहुंच गई है। प्रदेश में अभी संक्रमितों की संख्या 9986 है। जबकि कुल संक्रमितों की संख्या 44433 हो गई है। वहीं प्रदेश में मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। बीते 24 घंटों में प्रदेश में 13 लोगों की मौत हुई है जिसके बाद मौतों का आकड़ा बढ़कर 1094 हो गया है। ------------------------- उज्जैन में पुलिस ने खुद को आईपीएस अफसर बताने वाले को किया गिरफ्तार ऐसे जमा रहा था धौंस
उज्जैन। में पुलिस ने खुद को आईपीएस अफसर बताने वाले से एक धोखेबाज को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक टोल टैक्स नाके पर उसने खुद को आईपीएस अधिकारी बताते हुए अपना नाम ज्योतिर्मय विजयवर्गीय बताया। शंका होने पर टोल नाके पर मौजूद कर्मचारियों ने उज्जैन पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद जब पुलिस वहां पहुंची तो उसकी पोल खुल गई और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
रविवार की सुबह एसटीएफ को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति अपने आप को आईपीएस अफसर बताकर धौंस जमा रहा है। इसी आधार पर पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और उसे हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उसने अपना नाम ज्योतिर्मय विजयवर्गीय बताया। उसने बताया कि वह इंदौर में रहता है उसके माता-पिता देवास में निवास करते हैं। उसने अभी तक कई लोगों को ठगा है। यह जानकारी भी सामने आई है कि वह ऐसे बैंक अकाउंट का चेक देकर पैसे लेता था,‍ जिसमें जीरो बैलेंस था। उसके पास से 100 चेक बुक और एक लक्जरी गाड़ी मिलने की जानकारी सामने आ रही है।
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jaivendra · 4 years
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Coronavirus Testing in India near 25 millions Image Source : PTI
नई दिल्ली। कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण पूरी तरह से बेकाबू हो चुका है। हर दिन जिस तरह से नए मामले सामने आ रहे हैं उन्हें देखते हुए लग रहा है कि संक्रमण पर किसी का कंट्रोल नहीं रहा है। पिछले 24 घंटों यानि रविवार सुबह 8 बजे से लेकर सोमवार सुबह 8 बजे के दौरान देशभर में कोरोना वायरस के 62064 नए मामले सामने आए हैं और देश में अब कुल कोरोना वायरस मामलों का आंकड़ा बढ़कर 22,15,074 हो गया है।  
कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से देश में मौतों का सिलसिला भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान इस जानलेवा वायरस की वजह से पूरे देश में 1000 से ज्यादा लोगों की जान गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 24 घंटों के दौरान देश में कुल 1007 लोगों को कोरोना की वजह से जान गंवानी पड़ी है और अबतक इस वायरस की वजह से देश में कुल 44386 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में कोरोना वायरस की मृत्यु दर 2 प्रतिशत है।
हालांकि कोरोना वायरस से ठीक होने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है लेकिन जिस रफ्तार से नए केस आ रहे हैं उस रफ्तार से ठीक होने वालों का आंकड़ा नहीं बढ़ रहा। पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में 54859 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं और अबतक कुल 15,35,743 लोग ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना के कुल एक्टिव मामलों का आंकड़ा 6,34,945 है। कोरोना वायरस से रिकवरी का रेट अब बढ़कर 69.33 प्रतिशत हो गया है।
कोरोना के मामलों की पहचान के लिए देश में टेस्टिंग को लगातार बढ़ाया जा रहा है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार अबतक देश में कुल 2.45 करोड़ से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं, रविवार को देशभर में कुल 477023 टेस्ट किए गए हैं।
वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के मामलों की बात करें तो दुनियाभर में कुल मामलों का आंकड़ा बढ़कर 2 करोड़ के पार पहुंच गया है, अबतक दुनियाभर में कोरोना वायरस की वजह से 7.33 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि पूरी दुनिया में 1.28 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से ठीक भी हो चुके हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले अमेरिका में हैं जहां पर 51.99 लाख से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 1.65 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, इसके बाद ब्राजील में 30.35 लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं और 1.01 हजार से ज्यादा की जान गई है। रूस में भी 8.87 लाख से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 14 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई है।
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bhaskarhindinews · 4 years
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राजस्थान: इस मॉडल ने दी कोरोना के संक्रमण को मात, अब पूरे देश में हो सकता है लागू
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देश में नोवल कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जिसे रोकने के लिए 14 दिनों का लॉकडाउन लागू है। इस बीच कोविड-19 को रोकने के लिए राजस्थान का भीलवाड़ा मॉडल काफी उपयोगी साबित हो सकता है। भीलवाड़ा में पहला कोरोना पॉजिटिव केस सामने आया तो लगा था कि यहां भी इटली जैसा हश्र होगा। हालांकि राज्य सरकार ने तुरंत एक्शन लिया और पूरे शहर में कर्फ्यू लगातर बॉर्डर को सील कर दिया। जिसके बाद डॉक्टरों की सहायता से कोरोना संक्रमित आंकड़े को 27 पर रोक दिया। कोविड-19 से जंग के लिए भीलवाड़ा मॉडल को देश में लागू किया जा सकता है।
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sabkuchgyan · 2 years
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Covid-19 in China: चीन में तेजी से फैल रहा है कोरोना संक्रमण, चोंगकिंग में लोगों की आवाजाही पर रोक
Covid-19 in China: चीन में तेजी से फैल रहा है कोरोना संक्रमण, चोंगकिंग में लोगों की आवाजाही पर रोक
Covid-19 in China: चीन में एक बार फिर कोरोना का मामले बढ़ रहे हैं। यहां चोगकिंग में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। तब से, चीन एक शून्य कोविड नीति पर वापस आ गया है। जानकारी के मुताबिक, कोरोना मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए चांगचींग के लोगों को अपनी आवाजाही कम करने को कहा गया है. चोंगकिंग के स्वास्थ्य अधिकारी ली पान ने कहा कि यहां के निवासियों को अपने-अपने स्थानों पर रहने को कहा गया है, उन्हें…
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