#केला में आयरन
Explore tagged Tumblr posts
Text
Unripe Bananas: A Nutritious Powerhouse for Your Health । कच्चे केले के फायदे: अपनी डाइट में क्यों शामिल करें
जब भी आप केले के बारे में सोचते हैं, तो आपके दिमाग में पके हुए, मीठे केले आते होंगे। लेकिन क्या आपने कभी कच्चे केले के फायदे के बारे में सोचा है? कच्चे केले न केवल स्वास्थ्यवर्धक होते हैं बल्कि इसमें कई विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर के लिए बेहद लाभकारी होते हैं। आइए जानते हैं कच्चे केले के कुछ खास फायदों के बारे में।
कच्चे केले के पोषक तत्व
कच्चे केले में विटामिन C, विटामिन A, और B कॉम्प्लेक्स (B5, B6, B9) पाए जाते हैं।
यह पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक, और सोडियम जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स से भरपूर होता है।
इसमें रेज़िस्टेंट स्टार्च होता है, जो फाइबर की तरह काम करता है और शुगर लेवल को नहीं बढ़ाता।
वजन घटाने में सहायक
कच्चा ��ेला कम कैलोरी और उच्च फाइबर वाला होता है, जो वजन घटाने या स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद करता है।
इसका सेवन करने से फुलनेस का एहसास होता है, जिससे बार-बार खाने की इच्छा कम होती है।
इसमें मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स आपके शरीर को पोषण देते हैं और कमजोरी को रोकते हैं।
डायबिटीज में लाभकारी
कच्चे केले का शुगर कंटेंट कम होता है और इसमें पाया जाने वाला रेज़िस्टेंट स्टार्च शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
डायबिटीज से पीड़ित लोग कच्चे केले का सेवन कर सकते हैं ताकि वे अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित रख सकें।
Also Read:
Unlock the Secrets of Rogan Badam Shirin: The Miraculous Sweet Almond Oil for Skin, Hair, and Health
दिल की सेहत के लिए फायदेमंद
कच्चे केले में फाइबर और पोटैशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो दिल की सेहत को बेहतर बनाए रखते हैं।
यह कोलेस्ट्रॉल को घटाने और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक होता है, जिससे हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है।
पाचन तंत्र के लिए अच्छा
कच्चे केले में मौजूद फाइबर अच्छे बैक्टीरिया की ग्रोथ को बढ़ाते हैं, जिससे आंतों की सेहत बेहतर रहती है।
यह पाचन को सुधारता है और कॉन्स्टिपेशन से बचाता है।
इसमें पाए जाने वाले फाइबर और अन्य तत्व पोषक तत्वों के अवशोषण को बेहतर बनाते हैं।
ब्रेन फंक्शन में सुधार
कच्चे केले में पाया जाने वाला विटामिन B6 मस्तिष्क के न्यूरोट्रांसमीटर को बढ़ाता है, जिससे याददाश्त और कॉग्निटिव फंक्शंस में सुधार होता है।
यह मूड को बेहतर बनाने और मस्तिष्क की समग्र सेहत को बढ़ाने में सहायक है।
हड्डियों को मजबूत बनाए
कच्चे केले में मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों की मजबूती और बोन डेंसिटी को बनाए रखते हैं।
यह उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों से जुड़ी समस्याओं जैसे ऑस्टियोपोरोसिस से बचाने में मदद करता है।
अन्य फायदे
कच्चा केला एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, जो शरीर में क्रॉनिक इंफ्लेमेशन को कम करता है और बीमारियों से बचाता है।
यह एनर्जी देता है और इम्युनिटी को बढ़ाता है, जिससे बार-बार बीमार पड़ने की संभावना कम होती है।
स्किन और बालों की सेहत के ��िए भी यह बेहद लाभकारी है।
कच्चे केले का सेवन कैसे करें?
कच्चे केले को आप सब्जी, कोफ्ता, कबाब, या स्टफिंग के रूप में बना सकते हैं।
इसे उबालकर छोटे टुकड़ों में काटकर सलाद में इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसके छिलके को फेंकने की बजाय, उसका चटनी या भरता भी बना सकते हैं।
कितना कच्चा केला खाएं?
दिन में एक कच्चा केला खाना फायदेमंद है।
इससे अधिक सेवन करने पर ब्लोटिंग या गैस की समस्या हो सकती है।
यदि आपको केले से एलर्जी है, तो इसका सेवन न करें। हमेशा कच्चे केले को पका कर या उबालकर ही खाएं।
निष्कर्ष
कच्चा केला न सिर्फ एक साधारण फल है, बल्कि यह एक न्यूट्रिशनल पावरहाउस है। इसके सेवन से आप अपने दिल, दिमाग, हड्डियों, पाचन और इम्यूनिटी को बेहतर बना सकते हैं। इसे अपने दैनिक आहार में शामिल करें और इसके अद्भुत स्वास्थ्य लाभों का आनंद लें।
Also Read: The Incredible Health Benefits of Curd: Why You Should Include It in Your Daily Diet
मुख्य बिंदु:
🍌 कच्चे केले में विटामिन्स और मिनरल्स की भरमार होती है।
⚖️ यह कम कैलोरी और उच्च फाइबर के कारण वजन घटाने में मदद करता है।
💉 डायबिटीज के रोगियों के लिए यह शुगर को नियंत्रित करने में सहायक है।
❤️ इसमें पाया जाने वाला फाइबर दिल की सेहत को बेहतर बनाता है।
🌱 पाचन तंत्र को सुधारता है और अच्छे बैक्टीरिया की वृद्धि करता है।
🧠 ब्रेन फंक्शन और याददाश्त को बेहतर बनाता है।
🦴 हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में सहायक है।
ifnoincharge
Facebook
0 notes
Text
4 ताकतवर एनर्जी ड्रिंक्स: शक्ति बढ़ाने और कमजोरी से छुटकारा पाने के लिए रोज़ पीएं
Energy Drinks: अपने ऊर्जा स्तर को उच्च रखने के लिए घर पर बनाएं ये हेल्दी एनर्जी ड्रिंक्स: दिनभर काम के बाद थकान दूर हो जाएगी |
घर, ऑफिस, और व्यस्तताओं से भरे हुए जीवनशैली ने हमारे जीवन को अपार तरीके से प्रभावित कर दिया है। शाम के आने पर हमें अक्सर थकान और कमजोरी का अनुभव होता है। इस संघर्ष को दूर करने के लिए हम एनर्जी ड्रिंक्स की तलाश में निकल पड़ते हैं, जैसे प्रोटीन पाउडर और सप्लीमेंट्स। हालांकि, आप घर पर भी कुछ खास ड्रिंक्स तैयार करके अपनी एनर्जी को बढ़ा सकते हैं। ये एनर्जी ड्रिंक्स आपकी कमजोरी को दूर करने के साथ-साथ आपको ताकतवर बनाने में मदद करेंगे। इन ड्रिंक्स के सेवन से आप हमेशा एक्टिव और उर्जावान रह सकते हैं, इसलिए आप इन्हें अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं।
एनर्जी ड्रिंक के फायदे आधुनिक जीवनशैली के दौरान हमारे शरीर पर दबाव बढ़ता है और यही कारण है कि हम अक्सर थकान और कमजोरी का अनुभव करते हैं। इस संघर्ष से निजात पाने के लिए, एनर्जी ड्रिंक एक शक्तिशाली सहायक साबित होता है। इसके सेवन से ��में तत्परता, ऊर्जा और प्रफुल्लता की अनुभूति होती है।
घर पर बनाई गई एनर्जी ड्रिंक, जो अन्य विकल्पों के मुकाबले कम शक्कर युक्त होती है, शरीर को कोई हानि नहीं पहुंचाती है। इससे हमारी सेहत और सुरक्षा का ख्याल रखा जाता है। एनर्जी ड्रिंक सेवन से हमें शक्ति प्राप्त होती है और कमजोरी दूर होती है। यह हमें सक्रिय बनाकर संघर्षों के सामने बलवान बनाता है। एनर्जी ड्रिंक थकान को दूर करके हमें ऊर्जावान बनाता है, जिससे हम जीवन के हर क्षेत्र में सशक्त और प्रभावी रह सकते हैं।
घर पर कैसे तैयार करें होममेड एनर्जी ड्रिंक नारियल पानी और नींबू
कई बार आपके शरीर में पानी की कमी से थकान और कमजोरी का अनुभव होता है। इससे निजात पाने के लिए, नारियल पानी एक उत्कृष्ट नैचुरल एनर्जी ड्रिंक माना जाता है। इसमें पोटैशियम और पानी की मात्रा होने से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है।
इसके साथ ही, नारियल पानी में नींबू का रस मिलाने से इसकी शक्तिदायकता बढ़ जाती है। नींबू में विटामिन सी के साथ-साथ अन्य पोषक तत्व भी होते हैं, जो आपको तत्परता और जीवंतता की अनुभूति कराते हैं। यह आपके लिए एक उत्कृष्ट एनर्जी ड्रिंक है, जो थकान और कमजोरी को दूर करने में मदद करता है। घर पर नारियल पानी और नींबू से एनर्जी ड्रिंक बनाने के लिए, निम्न विधि का पालन करें:
सर्वोत्तम मल्टीविटामिन
इसके लिए आप एक कप नारियल पानी लें। इसमें 1 चम्मच शहद और 4-5 बूंद नींबू का रस मिला लें। इसके बाद आप स्वादानुसार नमक भी डाल सकते हैं। फिर इसे थकान और कमजोरी महसूस होने पर पीएं, और नयी ऊर्जा का आनंद लें।
आंवला और शहद आंवला और शहद से बनी घरेलू एनर्जी ड्रिंक, सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इस ड्रिंक का सेवन न केवल ऊर्जा प्रदान करता है, बल्कि यह आपकी त्वचा और बालों के लिए भी आपके लिए लाभदायक साबित होता है। इसमें मौजूद आंवला और शहद से बनी एनर्जी ड्रिंक आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने के साथ-साथ युवाओं को यौवन शक्ति प्रदान करती है और बूढ़े लोगों को युवा जैसी ताकत देती है।
घर पर आंवला और शहद से एनर्जी ड्रिंक बनाने के लिए, निम्न विधि का पालन करें:
हरे आंवलों को पीसकर कपड़े से छानकर उसका रस निकालें। अब, 15 ग्राम (तीन छोटे चम्मच) हरे आंवलों के रस में 15 ग्राम शहद को अच्छी तरह मिलाएं। इस आंवला-शहद मिश्रण को एनर्जी ड्रिंक के रूप में रोजाना प्रात: व्यायाम के बाद सेवन करें। इसके बाद दो घंटे तक कुछ न खाएं और शारीर को आराम दें।
केला और डार्क चॉकलेट केला और डार्क चॉकलेट एक स्वास्थ्यवर्धक जोड़ी हैं, जिनमें पोटैशियम और कैलोरी की अच्छी मात्रा मौजूद होती है। इसलिए, इन्हें आप एक एनर्जी ड्रिंक के रूप में आसानी से उपभोग कर सकते हैं। यह ड्रिंक आपको तत्परता और ऊर्जा में तत्पर बनाती है। इसके ��ाथ ही आपकी कमजोरी और थकाना भी दूर होता है।
घर पर केला और डार्क चॉकलेट से एनर्जी ड्रिंक बनाने के लिए, निम्न विधि का पालन करें:
एक केला और एक डार्क चॉकलेट लें। दोनों को एक गिलास दूध के साथ मैश करें। एनर्जी ड्रिंक तैयार है! इस ड्रिंक को पीने से तुरंत ऊर्जा मिलेगी।
चिया सीड्स और तरबूज चिया सीड्स और तरबूज का जूस एक रिफ्रेशिंग ड्रिंक है, जिसमें विटामिन सी और आयरन की अच्छी मात्रा होती है. आप इसे और भी स्वादिष्ट बना सकते हैं चिया सीड्स को भीगा कर मिलाकर पीने के लिए. चिया सीड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स मौजूद होते हैं, जो दिनभर काम करने की ताकत प्रदान करते हैं.
घर पर चिया सीड्स और तरबूज ड्रिंक को बनाने की विधि है:
एक कटोरी तरबूज का रस निकालें। दूसरी कटोरी में चिया सीड्स को पानी में 15-20 मिनट भीगो दें, ताकि वे गूल जाएं। भीगे हुए चिया सीड्स को तरबूज के रस में मिलाएं। अब इस मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाएं और तत्परता से पीजिए। ये एनर्जी ड्रिंक्स आपकी शक्ति को बढ़ाने और कमजोरी से छुटकारा पाने में मदद करेंगे। इन्हें रोज़ पीने से आप ऊर्जावान और स्वस्थ रहेंगे।
0 notes
Text
Healthy Foods: Best Sexologist in Patna, Bihar | Dr. Sunil Dubey
गुप्त व यौन रोगियों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव कि वे अपने दैनिक जीवन में निम्नलिखित फल और सब्जियों को शामिल करें और अपने स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाए :-
विश्व-प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य व भारत के सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर में से एक डॉ. सुनील दुबे ने सभी लोगो को अपने डाइट में कुछ फल व सब्जियों को शामिल करने का सुझाव दिया है। वे एक लम्बे समय से दुबे क्लिनिक में पटना के सर्वश्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट के पद पर आसीन है और सभी प्रकार के गुप्त व यौन रोगियों को आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार प्रदान करते आ रहे है। दुबे क्लिनिक भारत का सबसे भरोसेमंद आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी चिकित्सा विज्ञान क्लिनिक में शीर्ष रैंक पर है। यह प्रामाणिक क्लिनिक पटना के लंगर टोली, चौराहा, के पास स्थित है।
आज का यह टॉपिक में, कुछ महत्वपूर्ण फलों और सब्जियों के महत्व से सम्बंधित हैं। ये फल और सब्जियाँ स्वस्थ शरीर और स्वस्थ यौन जीवन में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि व्यक्ति इनका सेवन करें, तो वे हमेशा के लिए स्वस्थ और समृद्ध जीवन प्राप्त कर सकते है। विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य और सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि यदि आप प्रकृति में विश्वास करते हैं और इसके संसाधनों व साधनो का उपयोग करते हैं तो आपको हमेशा प्राकृतिक उपचार और पोषण का चयन करना चाहिए। आयुर्वेद सभी चिकित्सा-उपचारों का आधार है जो प्राकृतिक तरीको से समस्त शरीर को सुदृढ़ बना��ा है। इस चिकित्सा-उपचार की खास बात यह है कि इसके सेवन से शरीर पर किसी भी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है।
चलिए जानते है उन फलों और सब्जियों के नाम व उनकी विशेषता जो निम्नलिखित है:-
1. केला
केले का वैज्ञानिक नाम मूसा पैराडाइसियाका लिन है जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, प्राकृतिक शर्करा, फाइबर, पोटेशियम और कैलोरी होता है। यह मानसिक और हृदय संबंधी स्वास्थ्य के बेहतरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें पोटेशियम होता है जो रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है और तनाव और चिंता के स्तर को कम करने में मदद करता है। आम तौर पर, ज़्यादातर लोग केले का शेक पीना पसंद करते हैं।
2. अनानास
अनानास का वैज्ञानिक नाम अनानास कोमोसस है जिसमें विटामिन और खनिज जैसे- विटामिन ए, विटामिन बी 6, विटामिन ई, विटामिन के, कैल्शियम, फोलेट (विटामिन बी 9), आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, जिंक और एंजाइम होते हैं। यह एंजाइम और एंटीऑक्सीडेंट का उत्पादन भी करता है। यह यौन इच्छा को बढ़ाने में मदद करता है और शीघ्रपतन की समस्या को प्रबंधित करने में भी सहायक होता है।
3. गाजर
गाजर का वैज्ञानिक नाम डौकस कैरोटा है जिसमें विटामिन सी, विटामिन के1, विटामिन बी6, कैल्शियम, आयरन, बायोटिन, पोटैशियम और ल्यूटिन जैसे महत्वपूर्ण तत्व होते है। इसमें बीटा कैरोलीन और एंटी-ऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं। यह लिंग क्षेत्र के रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है। यह हमेशा शीघ्रपतन को रोकने और स्खलन से निपटने में पुरुष को मदद करता है।
4. एवोकाडो
एवोकाडो का वैज्ञानिक नाम पर्सिया अमेरिकाना है जिसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा (पॉलीअनसेचुरेटेड और संतृप्त), फाइबर, सोडियम और कैलोरी होती है। इसमें कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है और साथ ही सोडियम का स्तर भी कम होता है। यह लिंग क्षेत्र में रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है। यह स्खलन के लिए भी उपयोगी है। संभावित रूप से देखा जाय तो, यह शीघ्रपतन के प्रबंधन में मदद करता है। यह इष्टतम यौन प्रदर्शन को बढ़ाता है और शीघ्रपतन और यौन हार्मोन के लिए चयापचय प्रोटीन में मदद करता है। आम तौर पर, इसे व्यक्ति में एक प्राकृतिक यौन बूस्टर के रूप में माना जाता है।
5. लहसुन
लहसुन एक प्रजाति है और जिसका वैज्ञानिक नाम एलियम सैटिवम है। इसमें उच्च स्तर के पोटेशियम, फास्फोरस, जस्ता, सल्फर, सेलेनियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, लोहा और कम स्तर का सोडियम होता है। यह कामोद्दीपक गुणों से परिपूर्ण होता है जो स्खलन के बिना संभोग की अवधि को बढ़ाने में मदद करता है। इस मसाले का यौगिक एलिसिन रक्त परिसंचरण में भी सुधार करता है। यह शीघ्रपतन और स्तंभन दोष के प्रबंधन में सहायक होता है।
6. शतावरी
शतावरी वसंत ऋतु में पायी जाने वाली सब्जी है जिसे आम तौर पर बगीचे में लगाया जाता है। शतावरी का वैज्ञानिक नाम शतावरी ऑफिसिनेलिस है जिसमें प्रोटीन, वसा, फाइबर, पोटेशियम, विटामिन सी, विटामिन के, फोलेट और कैलोरी होती है। यह सब्जी खनिजों और विटामिन-सी से भरपूर होती है। यह शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने और रक्त की उपस्थिति को बढ़ाने में मदद करती है। यह मूत्र पथ के स्वास्थ्य और यौन स्वास्थ्य में भी सुधार करता है। अधिकांश समय, यह देखा गया है कि यह शीघ्रपतन क�� इलाज में उपयोगी सिद्ध होता है।
7. अखरोट
अखरोट एक प्रजाति है जिसका वैज्ञानिक नाम जुग्लान्स है। इसमें मैग्नीशियम, तांबा, फास्फोरस, लोहा, कैल्शियम, जस्ता, पोटेशियम, सेलेनियम, विटामिन बी 6, फोलेट और थायमिन होता है। यह हृदय-स्वस्थ वसा से भरपूर होता है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट अधिक होते हैं। अखरोट के नियमित सेवन से मस्तिष्क के स्वास्थ्य में सुधार होता है और हृदय रोग और कैंसर के खतरा कम होता है। इसका सेवन करने से शीघ्रपतन के रोगियों को अपने समय को प्रबंधन करने में भी मदद मिलता है।
8. तरबूज
तरबूज एक रसीला फल और बेल सामान आकर है जिसका वैज्ञानिक नाम सिट्रुलस लैनाटस है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी 6, पोटेशियम, बिना वसा, कोलेस्ट्रॉल या सोडियम होता है। मुख्य रूप से, यह विटामिन सी से भरपूर होता है जो कोलेजन बनाने और शरीर को आयरन को अवशोषित करने में मदद करने में एक अभिन्न भूमिका निभाता है। यह एक हाइड्रेटिंग फ़ूड भी है जो शरीर को प्राकृतिक वियाग्रा से भर देता है। यह बेहतर इरेक्शन का हमेशा समर्थन करता है और व्यक्तियों में कामेच्छा को भी बढ़ाने में मदद करता है।
9. पालक
पालक एक हरी पत्ती वाली सब्जी है जिसका वैज्ञानिक नाम स्पिनेशिया ओलेरासिया है। यह विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, आयरन, पोटेशियम, प्रोटीन और फोलेट सहित कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह फाइबर से परिपूर्ण होता है जो वजन प्रबंधन, रक्त शर्करा विनियमन, कम कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह, आंत्र कैंसर, स्वस्थ मल त्याग, हृदय स्वास्थ्य, कम हृदय रोग और बेहतर आंत स्वास्थ्य में मदद करता है। यह पुरुषों की यौन क्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह र��्त में फोलिक एसिड के स्तर को भी बनाए रखता है। यह लिंग क्षेत्र में रक्त प्रवाह में सुधार करता है और स्वस्थ यौन कार्य को बनाए रखता है। यह इरेक्शन के लिए एक आवश्यक यौन पोषक तत्व और प्राकृतिक भोजन है।
10. अदरक
अदरक को आमतौर पर मसाले के रूप में उपयोग किया जाता है जिसका वैज्ञानिक नाम ज़िंगिबर ऑफ़िसिनेल है। अदरक की जड़ का उपयोग कई सामान्य बीमारियों जैसे- सिरदर्द, जुकाम, मतली और उल्टी को कम करने और इलाज के लिए किया जाता है। यह फेनोलिक यौगिकों, टेरपेन्स, पॉलीसेकेराइड्स, लिपिड, कार्बनिक अम्ल और कच्चे फाइबर जैसे विभिन्न रासायनिक घटकों में समृद्ध है। यह शरीर को ठीक करता है जिससे रक्त प्रवाह तेज़ होता है। यह कामेच्छा को भी बढ़ाता है और यौन प्रदर्शन को बढ़ाता है। यह इरेक्शन को बनाए रखने में मददगार है, खासकर लिंग की मांसपेशियों में, जिससे इरेक्शन व शारीरिक मजबूती को बनाये रखती है।
11. शहद
शहद एक प्राकृतिक तरल पदार्थ है जिसमें ज़्यादातर चीनी के साथ-साथ अमीनो एसिड, विटामिन, खनिज, लोहा, जस्ता और एंटीऑक्सीडेंट का मिश्रण होता है। शहद से कामेच्छा, स्तंभन कार्य, शुक्राणुजनन, अधिवृषण शुक्राणुओं की संख्या और सामान्य शुक्राणु प्रतिशत में सुधार होता है, और मनुष्यों सहित स्तनधारी प्रजातियों में शुक्राणु सिर और पूंछ की असामान्यताओं और क्रोमेटिन क्षति के प्रतिशत को कम करता है।
12. हरा प्याज
हरा प्याज, एक सब्जी जिसे स्प्रिंग प्याज भी कहा जाता है, एक गुच्छेदार पौधा है जिसका वैज्ञानिक नाम एलियम फिस्टुलोसम है। यह विटामिन के, विटामिन ए, विटामिन सी और फोलेट (फोलिक एसिड) और पोटेशियम का एक उत्कृष्ट स्रोत है। स्वाभाविक रूप से, इसमें कैलोरी, वसा और सोडियम कम होता है। यह शीघ्रपतन को नियंत्रित करने के लिए एक अच्छा घरेलू उपाय है।
13. ऑयस्टर
ऑयस्टर एक अत्यधिक पौष्टिक शेलफिश है जिसका वैज्ञानिक नाम ऑस्ट्रेडी है जो मोलस्क की प्रजाति है। इसमें प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, जिंक, कॉपर, विटामिन बी12, आयरन और कैलोरी होती है। यह विटामिन डी, कॉपर, जिंक और मैंगनीज के स्रोत से भरपूर है। यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है। साथ-ही-साथ, इसके नियमित सेवन से व्यक्ति का यौन स्वास्थ्य सुदृढ़ होता है।
14. मिर्च मिर्च
मिर्च को चिली या मिर्च भी कहा जाता है जो पौधों के बेरी-फल की किस्म का होता है। मिर्च का वैज्ञानिक नाम कैप्सिकम फ्रूटसेंस है। यह कैरोटीनॉयड के प्रमुख स्रोतों में से एक है, जो विटामिन ए और विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड) के अग्रदूत हैं। इसमें उच्च स्तर के कैरोटीनॉयड और एल-एस्कॉर्बिक एसिड होते हैं, जिनमें प्रो विटामिन ए और विटामिन सी गतिविधि के लिए आरडीए होता है। यह रक्त वाहिकाओं के फैलाव और रक्त के प्रवाह को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है।
15. कॉफी
कॉफी का नाम सुनते ही, कैफीन नामक पहली चीज है जो सभी के दिमाग में आती है। कॉफी का वैज्ञानिक नाम कॉफ़ी अरेबिका है जिसमें कई रासायनिक घटक होते हैं जैसे कि एल्कलॉइड, फेनोलिक एसिड, फ्लेवोनोइड्स, टेरपेनोइड्स, इत्यादि। इसमें ��ड़ी संख्या में उपयोगी पोषक तत्व भी होते हैं, जिनमें राइबोफ्लेविन (विटामिन बी 2), नियासिन (विटामिन बी 3), मैग्नीशियम, पोटेशियम, कई फेनोलिक यौगिक और एंटीऑक्सिडेंट शामिल हैं; जो आंतरिक सूजन को कम करने और बीमारी से बचाने में मदद करते हैं। एंटीऑक्सिडेंट रक्त वाहिकाओं की रक्षा करते हैं, परिसंचरण में सहायता करते हैं, और धीरे-धीरे लिंग क्षेत्र में रक्त के प्रवाह में सुधार करते हैं जिससे पुरुषों को इरेक्शन प्राप्त होता है और उसे बनाए रखता है।
16. डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट में कोको सॉलिड, कोको शुगर और बटर होता है जबकि मिल्क चॉकलेट में कोको सॉलिड, कोको बटर, किसी न किसी रूप में दूध और शुगर भी होता है। इसमें कैफीन और ब्रोमीन जैसे उत्तेजक तत्व भी शामिल होते हैं। अच्छी क्वालिटी की डार्क चॉकलेट में फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, मैंगनीज और कुछ अन्य मिनरल भरपूर मात्रा में उपलब्ध होते हैं। मुख्य रूप से, डार्क चॉकलेट के दो तत्व जैसे एंटीऑक्सीडेंट और कैफीन रक्त प्रवाह को बढ़ा सकते हैं और यौन इच्छा को बढ़ा सकते हैं।
17. अंडे
अंडे उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन, वसा, संतृप्त वसा, आयरन, विटामिन, खनिज और कैरोटीनॉयड सहित कैलोरी का अच्छा स्रोत हैं। अंडे का वैज्ञानिक नाम ओवम है। यह ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन जैसे रोग से लड़ने वाले पोषक तत्वों का भंडार है। अगर हम इसकी समृद्धि के बारे में बात करें तो इसमें उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन, सेलेनियम, फॉस्फोरस, कोलीन, विटामिन बी12 और कई एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। अंडे में विटामिन ई होने से यौन हार्मोन में सुधार करके यौन प्रदर्शन और ऊर्जा को बढ़ाने में मदद मिलती है।
18. मशरूम
मशरूम को खेती की जाने वाली सफ़ेद बटन मशरूम के रूप में भी जाना जाता है। यह विटामिन बी2, विटामिन बी3, विटामिन बी5, फोलेट, विटामिन डी, फॉस्फोरस, सेलेनियम, कॉपर और पोटैशियम का अच्छा स्रोत होता है। सेलेनियम शरीर में कोशिका क्षति को रोकने में मदद करता है, विटामिन डी कोशिका वृद्धि में मदद करता है, और विटामिन बी6 शरीर को लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है। सभी पोषक तत्व मानव शरीर में एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने में मदद करते हैं। यह यौन इच्छा और उसके कार्यों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। खासकर, यह महिलाओं में कामेच्छा को बढ़ाने में मदद करता है।
19. दाल
मसूर दाल की एक प्रजाति है जिसका वैज्ञानिक नाम लेंस कलिनारिस है। दाल में पोटेशियम, फाइबर, फोलेट और पौधे के रसायन अधिक होते हैं और सोडियम और संतृप्त वसा कम होती है। मुख्य रूप से, यह फाइबर, फोलेट और पोटेशियम से भरपूर होता है जो हृदय और उसके रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह ऊर्जा देने वाले आयरन और विटामिन बी1 का भी अच्छा स्रोत है जो स्थिर हृदय गति को बनाए रखने में मदद करता है। प्रोटीन और आयरन से भरपूर फलियां यौन इच्छा को बढ़ावा दे सकती हैं। यह उन महिलाओं के लिए अच्छा है जो एनीमिया से पीड़ित हैं, खासकर रजोनिवृत्ति या गर्भावस्था के दौरान।
20. बादाम:
बादाम प्रोटीन, फाइबर, विटामिन ई, कैल्शियम, कॉपर, मैग्नीशियम और राइबोफ्लेविन से भरपूर होते हैं। यह आयरन, पोटेशियम, जिंक और विटामिन बी (नियासिन, थायमिन और फोलेट) का भी अच्छा स्रोत है। यह यौन कार्यों को बेहतर बनाने में मदद करता है जैसे- यौन इच्छा और संभोग की गुणवत्ता में सुधार।
अगर आप किसी भी तरह की गुप्त या यौन समस्या से पीड़ित हैं, तो आप बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे से परामर्श कर सकते हैं। वह दुबे क्लिनिक में प्रैक्टिस करते हैं, जहाँ हर दिन चालीस से अधिक गुप्त व यौन रोगी अपनी यौन समस्याओं को ठीक करने के लिए इस क्लिनिक में आते हैं। अपने संपूर्ण यौन विकार को दूर करने के लिए पूर्णकालिक विश्वसनीय आयुर्वेदिक उपचार और दवा प्राप्त करें।
शुभकामनाओं के साथ
दुबे क्लिनिक
भारत का एक प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी क्लिनिक
हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586
स्थल: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना-04
#sexologist#bestsexologist#bestsexologistinpatna#bestsexologistinbihar#bestsexologistnearme#health#nature#ayurvedic#naturalremdies#food
0 notes
Text
*🌞~ आज दिनांक - 20 मार्च 2024 का वैदिक हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिन - बुधवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2080*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - वसंत*
*⛅मास - फाल्गुन*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - एकादशी मध्य रात्रि 02:22 तक तत्पश्चात द्वादशी*
*⛅नक्षत्र - पुष्य रात्रि 10:38 तक तत्पश्चात अश्लेषा*
*⛅योग - अतिगण्ड शाम 05:01 तक तत्पश्चात सुकर्मा*
*⛅राहु काल - दोपहर 12:47 से 02:18 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:43*
*⛅सूर्यास्त - 06:51*
*⛅दिशा शूल - उत्तर*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:08 से 05:56 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:23 से 01:10 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - आमलकी एकादशी, पयोव्रत समाप्त*
*⛅विशेष - एकादशी को शिम्बी (सेम) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🌹आमलकी एकादशी - 20 मार्च 2024🌹*
*🔹एकादशी में क्या करें, क्या न करें ?🔹*
*🌹1. एकादशी को लकड़ी का दातुन तथा पेस्ट का उपयोग न करें । नींबू, जामुन या आम के पत्ते लेकर चबा लें और उँगली से कंठ शुद्ध कर लें । वृक्ष से पत्ता तोड़ना भी वर्जित है, अत: स्वयं गिरे हुए पत्ते का सेवन करें ।*
*🌹2. स्नानादि कर के गीता पाठ करें, श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें ।*
*🌹हर एकादशी को श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*
*राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे ।*
*सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने ।।*
*एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से श्री विष्णुसहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
*🌹3. `ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ इस द्वादश अक्षर मंत्र अथवा गुरुमंत्र का जप करना चाहिए ।*
*🌹4. चोर, पाखण्डी और दुराचारी मनुष्य से बात नहीं करना चाहिए, यथा संभव मौन रहें ।*
*🌹5. एकादशी के दिन भूल कर भी चावल नहीं खाना चाहिए न ही किसी को खिलाना चाहिए । इस दिन फलाहार अथवा घर में निकाला हुआ फल का रस अथवा दूध या जल पर रहना लाभदायक है ।*
*🌹6. व्रत के (दशमी, एकादशी और द्वादशी) - इन तीन दिनों में काँसे के बर्तन, मांस, प्याज, लहसुन, मसूर, उड़द, चने, कोदो (एक प्रकार का धान), शाक, शहद, तेल और अत्यम्बुपान (अधिक जल का सेवन) - इनका सेवन न करें ।*
*🌹7. फलाहारी को गोभी, गाजर, शलजम, पालक, कुलफा का साग इत्यादि सेवन नहीं करना चाहिए । आम, अंगूर, केला, बादाम, पिस्ता इत्यादि अमृत फलों का सेवन करना चाहिए ।*
*🌹8. जुआ, निद्रा, पान, परायी निन्दा, चुगली, चोरी, हिंसा, मैथुन, क्रोध तथा झूठ, कपटादि अन्य कुकर्मों से नितान्त दूर रहना चाहिए ।*
*🌹9. भूलवश किसी निन्दक से बात हो जाय तो इस दोष को दूर करने के लिए भगवान सूर्य के दर्शन तथा धूप-दीप से श्रीहरि की पूजा कर क्षमा माँग लेनी चाहिए ।*
*🌹10. एकादशी के दिन घर में झाडू नहीं लगायें । इससे चींटी आदि सूक्ष्म जीवों की मृत्यु का भय रहता है ।*
*🌹11. इस दिन बाल नहीं कटायें ।*
*🌹12. इस दिन यथाशक्ति अन्नदान करें किन्तु स्वयं किसीका दिया हुआ अन्न कदापि ग्रहण न करें ।*
*🌹13. एकादशी की रात में भगवान विष्णु के आगे जागरण करना चाहिए (जागरण रात्र 1 बजे तक) ।*
*🌹14. जो श्रीहरि के समीप जागरण करते समय रात में दीपक जलाता है, उसका पुण्य सौ कल्पों में भी नष्ट नहीं होता है ।*
*🔹पेठे का रस🔹*
*🔸सफेद पेठा (प्रचलित नाम – कुम्हड़ा, गुजराती – भूरूं कोहलु, मराठी – कोहळा, अंग्रेजी – Ash Gourd) आयुर्वेद के अनुसार अत्यंत लाभदायी फल, सब्जी तथा अनेकों रोगों में उपयोगी औषधि भी है ।*
*🔸यह रस में शीतल, पित्त एवं वायु का शमन करनेवाला, शरीर पुष्टिकर, वजन बढ़ाने में सहायक एवं वीर्यवर्धक है ।*
*🔸यह अम्लपित्त (hyperacidity), शरीर की जलन, सिरदर्द, नकसीर (नाक से खून आना), टी.बी. के कारण कफ के साथ खून आना, खूनी बवासीर, मूत्र की रुकावट एवं जलन, नींद की कमी, प्यास की अधिकता, श्वेतप्रदर एवं अत्यधिक मासिक स्राव आदि पित्तजनित समस्याओं में अक्सीर औषधि है ।*
*🔸स्मरणशक्ति की कमी, पागलपन, मिर्गी आदि मानसिक समस्याओं, चर्मरोग, पुराना बुखार, शारीरिक एवं मानसिक कमजोरी आदि में भी अत्यंत लाभदायी है ।*
*🔸आधुनिक अनुसंधानों के अनुसार यह कैल्शियम, आयरन, जिंक एवं मैग्नेशियम का अच्छा स्रोत है । इसमें निहित एंटी ऑक्सीडेंट मधुमेह (diabetes), उच्च रक्तचाप (High B.P.), कैंसर आदि रोगों से सुरक्षा करने में सहायक है ।*
*🔸सेवन-विधि : 15 से 25 मि.ली. रस सुबह खाली पेट लें ।*
*🔹सावधानी - सर्दी, जुकाम, दमा (asthma) आदि कफ-संबंधी समस्याओं में तथा भूख कम लगती हो तो इसका सेवन नहीं करना चाहिए ।*
https://chat.whatsapp.com/BsWPoSt9qSj7KwBvo9zWID 9837376839
#motivational motivational jyotishwithakshayg#tumblr milestone#akshayjamdagni#mahakal#panchang#hanumanji
0 notes
Text
6 महीने के बच्चे के जल्दी शारीरिक विकास के लिए आहार और सुझाव
6 महीने की आयु में बच्चे का शारीरिक विकास अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, और इसक��� लिए सही पोषण की आवश्यक���ा होती है। इस आयु में, आपके बच्चे को सभी महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिससे उसके शारीरिक और मानसिक विकास को सही तरीके से समर्थित किया जा सकता है।
1. माँ का दूध (Breast Milk):
आपके बच्चे के लिए माँ का दूध सबसे महत्वपूर्ण आहार होता है। यह न केवल उसके बढ़ते विकास के लिए आवश्यक पोषण प्रदान करता है, बल्कि उसके लिए एंटीबॉडिज़ भी प्रदान करता है, जो उसकी स्वास्थ्य को सुरक्षित रखते हैं। आपको बच्चे को कम से कम 6 महीने तक मातृमाँ का दूध पिलाना चाहिए, और फिर उसे अन्य आहार की ओर प्रेरित कर सकते हैं।
2. बच्चों के लिए सॉलिड आहार (Solid Foods) आरंभ करें:
6 महीने के बाद, आप अपने बच्चे को सॉलिड आहार देना शुरू कर सकते हैं। पहले सोलिड आहार के रूप में चावल का पानी, दल का पानी, और बेबी सीरियल जैसे आसान और पाचन सहायक आहार दें। धीरे-धीरे, आप अपने बच्चे को और भूरे और विविध आहार की ओर ले जा सकते हैं।
3. आहार की आवश्यकताओं का ध्यान रखें:
अपने बच्चे के लिए सही पोषण का ध्यान रखें। उसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन, और मिनरल्स की सहायता से सही विकास के लिए उपयुक्त आहार प्रदान करें। निम्नलिखित आहार विकल्प सहायक हो सकते हैं:
दल और पुल्सेस: मूंग दाल, तुअर दाल, और मसूर दाल जैसी पुल्सेस पौष्टिक होती हैं और प्रोटीन प्रदान करती हैं।
अनाज़: ब्राउन राइस, वीटन ब्रेड, और ओटमील जैसे अनाज़ बच्चे के लिए उपयुक्त होते हैं।
फल और सब्जियाँ: अनानास, केला, अदरक, लौकी, और गाजर जैसे फल और सब्जियाँ पौष्टिकता देने में मदद करती हैं।
डैरी उत्पाद: दही और पनीर बच्चे के लिए कैल्शियम की आवश्यकताओं को पूरा करते हैं
4. अलर्जी संवेदनशीलता की देखभाल:
कुछ बच्चे खासकर अलर्जिक हो सकते हैं। सॉलिड आहार देने के बाद, अपने बच्चे के रिएक्शन की नजर रखें और किसी भी अलर्जिक प्रतिक्रिया की दिशा में कार्रवाई करें।
5. पानी की देखभाल:
बच्चे को पर्याप्त पानी पिलाना बहुत महत्वपूर्ण है। 6 महीने के बच्चे को पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन उसकी मात्रा कम होती है। पानी को सुरक्षित और स्वच्छ रखें, और यह सुनिश्चित करने के लिए ध्यान दें कि बच्चे को पीने के लिए सुरक्षित बोतल दी जाए।
6. फल और सब्जियाँ:
आप अपने बच्चे को पीरियड के बाद से फल और सब्जियों का स्वाद दिलाने में बहुत ही आत्मीय हो सकते हैं। ध्यानपूर्वक और सुरक्षित तरीके से उन्हें छिलकर और कटकर प्रिपेयर करें, और उन्हें छोटे टुकड़ों में पेश करें।
7. विटामिन और मिनरल की खास देखभाल:
आपके बच्चे के लिए विटामिन D और आयरन की आवश्यकता हो सकती है, जिन्हें उसक�� पोषण में शामिल करें। आप अपने पेड़ियाट्रिशियन से सलाह प्राप्त कर सकते हैं, कि वो आपके बच्चे के लिए किस खास पोषण की सलाह देते हैं।
8. संवाद के साथ आहार:
अपने बच्चे को सॉलिड आहार के साथ संवाद (चेवन) करने का मौका दें। यह उसके बोलने और भाषा विकास को सहयोग कर सकता है।
9. पोषण की देखभाल:
आपके बच्चे को पोषण की देखभाल करने के लिए आवश्यक है, जैसे कि उसके आहार को स्वादानुसार तैयार करना, उसे खिलाना, और उसके साथ खाने का महौल प्रदान करना।
10. स्वस्थ खासियतों और सैनिटेशन की देखभाल:
बच्चे की आयु में, स्वस्थता और सैनिटेशन का महत्वपूर्ण होता है। यह ध्यान दें कि आपके बच्चे का आहार स्वच्छ और सुरक्षित हो, और उसके जीवन में सफाई का ध्यान रखें।
11. बच्चे के फिजिकल विकास के लिए खेलने का मौका:
बच्चे को शारीरिक विकास के लिए गतिविधियों का समर्थन करें, जैसे कि वह लट्ठमार गतिविधियों, रेखा क्रीड़ा, और खिलौनों के साथ खेल सकते हैं। इससे उनकी शारीरिक क्षमता और संतुलन विकसित हो सकती है
12. नियमित चेकअप:
बच्चे के शारीरिक विकास को नियमित रूप से मॉनिटर करने के लिए पेड़ियाट्रिशियन के पास जाएं। वे आपको उपयुक्त सलाह देंगे और आपके बच्चे के विकास को ट्रैक करेंगे।
सावधानियाँ:
आपके बच्चे की आयु के अनुसार उसे अधिकांश खाने की जरूरत नहीं होती है, इसलिए खाने की मात्रा को स्वास्थ्य ग्रंथियों की सलाह पर आधारित रूप से प्रबंधित करें।
अपने बच्चे को सोड़ीम पोषण, तेल, चीनी, और अन्य प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से दूर रखें।
किसी भी नए आहार को शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें, खासकर अगर आपके बच्चे में किसी प्रकार की खास स्वास्थ्य समस्या है।
समापन रूप से, 6 महीने के बच्चे के जल्दी शारीरिक विकास के लिए सही आहार और सुझावों का पालन करना महत्वपूर्ण होता है। आपके बच्चे की आयु के हिसाब से उसके लिए उपयुक्त आहार प्रदान करें और उसके शारीरिक विकास का समर्थन करें, ताकि वह स्वस्थ और सुखमय जीवन जी सके।
News Source: SM Hindi News
0 notes
Text
*🚩🔱ॐगं गणपतये नमः🔱🚩*
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधेकृष्णा*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल(अष्टमी, नवमी तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
#योगी_जी
#JaiShriRam
#yogi
#jodhpur
#udaipur
#RSS
#rajasthan
#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक:-13-मई-2023
वार:---------शनिवार
तिथि :-------08अष्टमी:-06:51
:-------09नवमी:-28:43
पक्ष:---------कृष्णपक्ष
माह:--------ज्येष्ठ
नक्षत्र:-------धनिष्ठा:-11:35
योग:--------ब्रह्म:-09:23
करण:-------कोलव:-06:51
चन्द्रमा:-------कुम्भ
सुर्योदय:------05:57
सुर्यास्त:-------19:12
दिशा शूल-------पूर्व
निवारण उपाय:---उङद ,वाह्वारंग का सेवन
ऋतु :------------ग्रीष्म-ऋतु
गुलिक काल:---05:57से 07:37
राहू काल:-------09:20से11:00
अभीजित-------11:56से12:50
विक्रम सम्वंत .........2080
शक सम्वंत ............1945
युगाब्द ..................5125
सम्वंत सर नाम:------पिंगल
🌞चोघङिया दिन🌞
शुभ:-07:42से09:20तक
चंचल:-12:38से14:16तक
लाभ:-14:16से15:54तक
अमृत:-15:54से17:32तक
🌗चोघङिया रात🌓
लाभ:-19:12से20:28तक
शुभ:-21:49से23:10तक
अमृत:-23:10से00:31तक
चंचल:-00:31से01:52तक
लाभ:-04:35से05:56तक
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
🌸आज के विशेष योग🌸
वर्ष का 53वाँ दिन, श्री दादूदयाल पुण्य विश्व एकता दिवस कालाष्टमी, त्रिनोकनाथाष्टमी (बंगाल), दग्धयोग 05:48 से 28:43, स्थिरयोग 11:35 से 28:43,(नवमी तिथि क्षय),
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
🌺👉वास्तु टिप्स 👈🌺
तुलसी के पौधे को हमेशा गमले में ही लगाएं।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
*सुविचार*
जिन्दगी रोज नई सुबह देकर हमें नया दिन नही देती बल्कि सुबह देकर हमारे जीवन का एक दिन छीन लेती हैं।👍🏻राधे राधे...
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
*💊💉आरोग्य उपाय🌿🍃*
*शरीर की कमजोरी दूर करे केला -*
केला आपके शरीर को तत्काल ऊर्जा प्रदान करता है और इसलिए इसे मांसपेशियों की कमजोरी के लिए सबसे अच्छा उपचार माना जाता है। केला खाने वालों का उर्जा का स्तर साधारण व्यक्ति से ज्यादा होता है। एनर्जी लेवल बढ़ाने के साथ ही केले में विटामिन, आयरन और फाइबर पाया जाता है। यह पोटेशियम में भी समृद्ध हैं, जिसकी कमी मांसपेशियों में रक्त प्रवाह को प्रतिबंधित कर सकती है और मांसपेशियों में दर्द का कारण बन सकती है। इसके लिए आप एक दो केला रोजाना खाइए।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग अपने कार्य में सफलता प्राप्त करेगा। किसी यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। बहस में न पड़ें। प्रेम-प्रसंग में सफलता प्राप्त होगी। व्यापार लाभदायक रहेगा।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
किसी तरह की शारीरिक पीड़ा की आशंका है। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। नकारात्मकता रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। बेकार की बातों पर ध्यान न दें। भागद��ड़ रहेगी। आय बनी रहेगी।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
किसी तरह से धनहानि की आशंका है। सावधान रहें। थोड़े प्रयास से कार्यसिद्धि होगी। लोगों की सहायता कर पाएंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पुरुषार्थ सिद्धि होगी। आय होगी। निवेश लाभदायक रहेगा।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात हो सकती है। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। निवेश से लाभ होगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
किसी बड़ी समस्या का हल सहज ही प्राप्त होगा। बेरोजगारी दूर करने की इच्छा पूर्ण होगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। निवेश शुभ रहेगा। भाग्य अनुकूल है। प्रसन्नता रहेगी।
👩🏻🦱 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
कोई बड़ा खर्च हो सकता है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। किसी व्यक्ति से अकारण विवाद हो सकता है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश में जल्दबाजी न करें।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
लेनदारी वसूली के लिए शुभ समय है, प्रयास करें। सफलता मिलेगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नए काम मिलेंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। भाग्य का साथ रहेगा। पारिवारिक चिंता रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। निवेश में जल्दबाजी न करें।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
कमजोर तबके के लोगों की सहायता कर पाएंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। कारोबार अच्छा चलेगा। नए काम मिलेंगे। काफी समय से अटके काम पूर्ण होंगे। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। लाभ होगा।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
किसी धार्मिक कार्य में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। धन प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। दूसरे के कार्य में हस्तक्षेप न करें। निवेश में जल्दबाजी न करें।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण आवश्यक है। अड़ियलपना हानि देगा। विवेक का प्रयोग करें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में अधिकारियों की अपेक्षाएं बढेंगी। आय बनी रहेगी।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कारोबार में मन��नुकूल स्थिति रहेगी। निवेश से लाभ होगा। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। छोटी-मोटी यात्रा हो सकती है। बुद्धि का प्रयोग करें। लाभ होगा।
🐠 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। निवेश लाभदायक रहेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। व्यस्तता रहेगी। घरेलू कार्यों पर व्यय होगा। प्रसन्नता रहेगी।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
0 notes
Text
Pregnancy में क्या खाएं? | Pregnancy Food in Hindi
Pregnancy Food in Hindi : नमस्कार दोस्तों, मैं आपको बताने वाली हूँ, कि Pregnancy में क्या खाएं? हर औरत का सपना होता है। कि उसका बच्चा दुनिया मे आए, तो वह हेल्थी और स्ट्रोंग हो। महिलाएं जब Pregnant होती है। तो वह अपने बेबी के हेल्थी होने के लिए न जाने कितने नुस्खे ढूंढती है। ना जाने क्या-क्या खाती है। फिर भी उनका बेबी हेल्थी नही होता। और इस वजह से वह टेंशन भी बहुत ज्यादा लेती है। जबकि Pregnancy में महिलाओं को खुश रहना चाहिए। और खुद का और अपने बेबी का अच्छे से ख्याल रखना चाहिए। एक Pregnant महिला के लिए पौष्टिक आहार लेना बहुत जरूरी है। क्योंकि बच्चे और माँ दोनो की हेल्थ पर बुरा असर न पड़े। आइये दोस्तों, मैं आपको बताती हूँ। कि आप Pregnancy में क्या खाएं? जिससे आपका बेबी हेल्थी हो। Pregnancy में फल खाएं। Pregnency में हर महिला को पूरे दिन में अपने खाने में फल जरूर शामिल करने चाहिए। कम से कम 5 तरह के फल खाने चाहिए। अनार, सेब, केला, नाशपाती, संतरा। आप चाहे तो फलो का जूस भी पी सकती हैं। इससे आपका बेबी हेल्थी होगा। और आप भी हेल्थी रहोगी। सूखे मेवे खाए। Pregnancy के दौरान हर महिला को पूरे दिन में अलग अलग तरह के सूखे मेवे खाने चाहिए। जैसे काजू, किशमिश, बादाम, खजूर आदि। सूखे मेवे में पोषक तत्व अधिक मात्रा में मौजूद होते है। इनमे विटामिन्स, मिनिरल्स, आयरन इत्यादि होते है। जो आपके शिशु और आपके लिए बहुत फायदेमंद है। इससे आपका खून भी बढ़ेगा। और आपके बेबी और आपकी हड्डियां मजबूत होगी। हरी पत्तेदार सब्जियां खाए। Pregnancy में बच्चे की हेल्थ व माँ दोनो के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां बहुत जरूरी होती है। हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मेथी, फली, बिन्स आदि खाएं। क्योंकि इनमें विटामिन, केल्शियम, पोटेशियम, आयरन, फाइवर, प्रोटीन भरपूर मात्रा में मिलते है। जो बच्चे और माँ दोनो के लिए जरूरी है। बच्चे के विकास के लिए उसकी हड्डियों की मजबूती के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां प्रेग्नेंट महिला के आहार में जरूर शामिल करें। Pregnancy में दाल खाएं। Pregnancy के दौरान महिला को अपने भोजन में अलग-अलग तरह की दालों को शामिल करना चाहिए। जैसे मूंग दाल, मसूर दाल, अरहर की दाल ,दालों से बनी खिचड़ी, राजमा, छोले आदि अपने भोजन में जरूर शामिल करनी चाहिए। क्योंकि इनमें भरपूर मात्रा में फाइवर केल्शियम आयरन प्रोटीन आदि पाए जाते है। जो कि बच्चे के हेल्थ के लिए जरूरी है। और इससे महिला व बच्चे में रोगो की समस्या दूर रहती है। दूध व अंडा खाएं। Pregnancy में महिला को प्रतिदिन अंडा और दूध अपने आहार में जरूर शामिल करने चाहिए। क्योंकि इनमें प्रोटीन कैलोरी पोषक तत्व वसा विटामिन खनिज लवण शामिल होते है। जो कि Pregnancy में बहुत लाभदायक होते है। Pregnancy में सबूत अनाज खाए। Pregnancy में महिला को दूसरे तीसरे माह में अपने आहार में साबुत अनाज जैसे ओट्स, भूरे चावल, किनोआ आदि जरूर शामिल करना चाहिए। क्योंकि इनमें अधिक मात्रा में कैलोरी, विटामिन बी, मैग्नीशियम प्रोटीन आदि भरपूर मात्रा में मिलते है। जो कि बच्चे के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। शुद्ध जल का सेवन करे। Pregnancy के दौरान महिला को शुद्ध जल का सेवन करन�� चाहिए। इससे उसके गर्भ में परेशानी नहीं होती। बच्चा भी गर्भ में सही से रहता है। और जल को उबाल कर पीना चाहिए। पूरे दिन में थोड़े-थोड़े अंतराल में पानी का सेवन करना चाहिए। इससे आपको डिलीवरी के टाइम परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। और पानी की कमी भी नही होगी। बिना वसायुक्त मांस खाएं। प्रेगनेंट महिला को बिना वसा युक्त मास का सेवन जरूर करना चाहिए। क्योंकि इनमें प्रचुरमात्रा में आयरन जिंक लोह तत्व विटामिन बी आदि पाए जाते है। जो कि हीमोगलिबिन व आयरन की कमी को दूर करता है। क्योंकि आमतौर पर Pregnant महिलाओं में ये कमी हो जाती है। इसलिए अपने आहार मे वसायुक्त मास जरूर शामिल करें। प्रेगनेंसी में ये चीजें भूल कर भी न खाए। * कच्चा पपीता न खाएं। *नशीले पदार्थ से दूर रहे। * जंक फूड से बचे। *ज्यादा तेल मसाले वाले पदार्थ न खाए। *अंगूर, अनानास न खाए। *ब्लैक टी, कॉफी न पिए। *कच्चे अंडे, कच्चा मास न खाएं। * मिट्टी चोक भी न खाएं। – जेनब खान Read the full article
0 notes
Text
How To Store Bananas For A Week Kitchen Hacks pra
How To Store Bananas For A Week Kitchen Hacks pra
How To Store Bananas For A Week : केला (Banana) एक ऐसा फल है जिसे हर सीजन में हर उम्र के लोग खाना पसंद करते हैं. केला में भरपूर मात्रा में विटामिन्स, मिनरल्स आदि पाए जाते हैं जो आसानी से शरीर की जरूरतों को पूरा कर देता है. इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर और आयरन होता है जो हमारे हार्ट, किडनी, डाइजेशन सिस्टम आदि को हेल्दी रखता है. इसके अलावा, इसमें कई ऐसे एन्जाइम होते हैं जो…
View On WordPress
0 notes
Text
World Thyroid Day: थायराइड की समस्या को दूर करने के लिए करें इन तीन चीजों का सेवन Divya Sandesh
#Divyasandesh
World Thyroid Day: थायराइड की समस्या को दूर करने के लिए करें इन तीन चीजों का सेवन
इंटरनेट डेस्क। आज विश्व थायराइड दिवस मनाया जा रहा है। हेल्थ इश्यू के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए प्रति वर्ष 25 मई को ये दिवस मनाया जाता है। थाइराइडस आज के समय में व्यक्ति के लिए बड़ी परेशानी का कारण बनी हुई है।
थायराइड हार्मोन की गड़बड़ी के कारण व्यक्ति को हाइपोथायरायडिज्म, हाइपरथायरायडिज्म और थायरॉयडिटिस आदि का सामना करना पड़ जाता है। इस वजह से व्यक्ति को थकान, बालों का झडऩा, वजन बढऩा या वजन कम होना आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आज हम आपको उन चीजों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो इस समस्या को दूर करने में सहायक है।
थायराइड की समस्या दूर करने के लिए नियमित रूप से दिन में एक केला खाना चाहिए। इसमें पोटेशियम, विटामिन बी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। थायराइड की समस्या को दूर करने के लिए आपका पेट भी ठीक रहना चाहिए। इसी कारण से व्यक्ति को खिचड़ी का सेवन करना चाहिए। चना में प्रोटीन, आयरन, जिंक जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो थायराइड को नियंत्रित करने में बहुत ही उपयोगी होते हैं। इसी कारण चने का सेवन करना चाहिए।
0 notes
Text
Foods to increase Blood Oxygen डाइट में ये चीज़े बढ़ाएंगी आपका ब्लड ऑक्सीजन लेवल
Foods to increase Blood Oxygen :- देश में चल रहे ��ोरोना संकट में बहुत से लोग वायरस की चपेट में आने से अपना ऑक्सीजन लेवल बनाये रखने में दिक्कत महसूस कर रहे हैं। इन्फेक्शन की वजह से फेफड़ों में गंभीर संक्रमण से फेफड़ों की कार्य क्षमता पर बहुत प्रभाव पड़ता है ।
जब आपकी Cells /कोशिकाओं को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती है, तो वे कार्य करने में असमर्थ होते हैं जिसके कारण आपकी हृदय गति बढ़ जाती है, आपको चक्कर आने लागते हैं और आपकी सांस ढीली हो जाती है। रक्त में ऑक्सीजन के निम्न स्तर को hypoxemia/ हाइपोक्सिमिया कहा जाता है।
पल्स Oximeter द्वारा Blood Oxygen को मापना
1.) पल्स ऑक्सिमेट्री टेस्ट Pulse Oximeter Test
Pulse Oximeter Test पल्स ऑक्सीमेट्री जब हमारे हाथ की ऊँगली पर लगाया जाता है तो ये हमारे tissue/उत्तक से light transmitting या कहें प्रकाश संचारित करता है जिससे ये ओक्सिमीटर आपके रक्त में ऑक्सीजन की रीडिंग आपको मीटर में दिखाता है जो 99 % तक आती है, also called saturation of oxygen in blood।
आहार परिवर्तन से आपके रक्त में पर्याप्त ऑक्सीजन प्राप्त करने में मदद मिल सकती है। इस लेख में, हम विभिन्न ऑक्सीजन युक्त खाद्य पदार्थों (Foods to increase Blood Oxygen) पर चर्चा करेंगे जो रक्त में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाते हैं।
ऑक्सीजन से भरपूर आहार जिसमें फलों, अंकुरित बीज और हरी सब्जियों और नट्स की अधिक मात्रा होती है। इसके पीछे एक मुख्य कारण यह है कि ये खाद्य पदार्थ पानी-ऑक्सीजन और हाइड्रोजन से बने होते हैं। इसलिए रक्त में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने के लिए अपने आहार में ऑक्सीजन से भरपूर इन खाद्य पदार्थों को शामिल करने का प्रयास करें। आपको ये सभी सामग्रियां अपनी रसोई में मिलेंगी, जो अपनाने के लिए उपयोगी और सस्ती हैं।
1.) पालक Spinach to Increase Oxygen हाल के एक अध्ययन से पता चलता है कि पालक में उच्च Iron लौह तत्व होता है और यह ऑक्सीजन से भरपूर सबसे अच्छे खाद्य पदार्थों में से एक है। पालक में मौजूद आयरन लौह तत्व मस्तिष्क में ऑक्सीजन के प्रवाह को बढ़ावा देने में मदद करता है, जिससे आपकी मांसपेशियां और दिमाग अधिक मजबूती से काम करते हैं। यह फाइटोन्यूट्रिएंट्स में भी समृद्ध है और इसे दुनिया के सबसे स्वास्थ्यप्रद भोजन के रूप में स्थान दिया गया है।
2.) नींबू Lemon to Increase Blood Oxygen नींबू शीर्ष ऑक्सीजन युक्त खाद्य पदार्थों में से एक है। हालांकि नींबू प्रकृति में अम्लीय Acidic है, यह शरीर के अंदर क्षारीय Alkaline हो जाता है। नींबू में इलेक्ट्रोलाइटिक गुण होते हैं, जो इसे सर्वश्रेष्ठ क्षारीय Alkaline भोजन में से एक बनाते हैं। यह ��र्दी, खांसी, फ्लू, hyperacidity, heartburn और वायरस से जुड़ी अन्य शारीरिक बीमारियों से राहत दिलाने में तेज़ी से मदद करता है। इसके अलावा, नींबू Liver के लिए एक उत्कृष्ट टॉनिक है क्योंकि यह इस महत्वपूर्ण अंग को सक्रिय करने और साफ करने में मदद करता है।
3.) तरबूज Water Melon to Increase Blood Oxygen तरबूज ऑक्सीजन युक्त भोजन का एक अन्य स्रोत है और क्षारीय alkaline पदार्थों में उच्च है। तरबूज का Ph value पीएच स्तर 9 है, जो हमारे शरीर के लिए अत्यधिक आवश्यक है। अपने उच्च फाइबर और H2O सामग्री के कारण, तरबूज मूत्रवर्धक Diuretic के रूप में काम करता है। तरबूज में लाइकोपीन और बीटा-कैरोटीन भी समृद्ध मात्रा में होता है। ये तत्व हमारे शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसे जीवनदायी भोजन भी माना जाता है। इसलिए तरबूज खाना शुरू कर दें।
4.) शकरकंद Sweet Potatoes to Increase Blood Oxygen शकरकंद में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं और ये गुण हमारे शरीर को हर तरह के नुकसान से बचाने में मदद करते हैं। यह हमारे शरीर के लिए उपयोगी मैग्नीशियम, पोटेशियम और अन्य खनिजों में भी समृद्ध है।यह कोशिकाओं को नुकसान से बचाएगा क्योंकि यह शरीर की कोशिकाओं को ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ावा देगा।
5.) कीवी Kiwi to Increase Blood Oxygen यह ऑक्सीजन से समृद्ध सबसे स्वादिष्ट खाद्य पदार्थों में से एक है। कीवी विटामिन सी का एक समृद्ध स्रोत है। इसमें कई फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं जो आपके स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। यह कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कणों को संतुलित करने में भी मदद करता है। अपने दैनिक दिनचर्या आहार में कीवी का सेवन शुरू करें क्योंकि यह आपके रक्त कोशिकाओं को ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाता है।
6.) लालबेरी और ब्लूबेरी Red & Blue berries to Increase Blood Oxygen आपके शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ावा देने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है लालबेरी और ब्लूबेरी खाना। ब्लूबेरी और लाल जामुन दोनों में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। इसके अलावा ब्लूबेरी खाने से आपकी सीखने और स्मरण शक्ति भी बढ़ती है। इसलिए, यदि आपके शरीर को ऑक्सीजन की एक स्थिर आपूर्ति की आवश्यकता है, तो अधिक लालबेरी और ब्लूबेरी खाएं।
Read Also :-Corona Vaccine की दोनों डोज़ लेने के बाद भी कोरोना का ख़तरा बना रहता है?
7.) ब्रोकोली Broccoli to Increase Blood Oxygen ब्रोकोली को विभिन्न प्रकार के चिकित्सा और पोषण लाभों से जोड़ा जाता है। यह एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन से समृद्ध भोजन है, जो हमारे शरीर में ऑक्सीजन की एक व्यवहार्य आवश्यकता प्रदान करता है। यह हमारे शर��र में ऑक्सीजन चयापचय के दीर्घकालिक समर्थन की आपूर्ति कर सकता है। ब्रोकली का हर दिन सेवन करें क्योंकि इस भोजन में मौजूद ऑक्सीजन सामग्री हमारे सिस्टम के कामकाज को बहुत उच्च स्तर पर लाने में मदद करती है।
8.) एवोकैडो Avocado to Increase Blood Oxygen एवोकैडो एक बेहतरीन भोजन है और यह विटामिन और खनिज का एक समृद्ध स्रोत है। दोनों पोषक तत्व हमारे दिमाग में ऑक्सीजन में शरीर में रक्त के प्रवाह और एड्स में सुधार करने में मदद करते हैं। इसलिए ��क्त के प्रवाह और शरीर के पीएच स्तर को संतुलित बनाए रखने के लिए नियमित रूप से एवोकाडो का सेवन करें।
9.) केला Banana to Increase Blood Oxygen जब शरीर अत्याधिक एसिडिक / अम्लीय होता है तो शरीर में ऑक्सीजन के स्तर में कमी हो सकती है। इन सभी स्थितियों से कुछ कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे कि केला, टमाटर, आलू और हरी पत्तेदार सब्जियों से भरपूर सब्जियों और फलों का सेवन एसिडिटी को कम करने और हाइपोक्सिमिया का इलाज करने में मदद कर सकता है। फल और सब्जियां भी विटामिन ई और विटामिन सी जैसे एंटीऑक्सिडेंट के समृद्ध स्रोत हैं जो ऑक्सीजन को ले जाने वाली रक्त कोशिकाओं को मुक्त कणों के विनाशकारी प्रभाव से रोकते हैं।
10.) पैशन फ्रूट Passion Fruit, स्वीट ग्रेप्स, Sweet Grapes, नाशपाती, किशमिश, अनानास और वेजिटेबल जूस खाद्य पदार्थों के इस समूह में सबसे अद्भुत ऑक्सीजन समृद्ध खाद्य पदार्थों में से एक शामिल है।
इन खाद्य पदार्थों का पीएच Ph Value 8.5 है। ये विटामिन ए, बी और सी के साथ ही एंटीऑक्सिडेंट में उच्च हैं। ये खाद्य पदार्थ खून को बनने में मदद करते हैं, जो बदले में रक्तचाप को कम करने और हृदय रोग की संभावना को कम करने में मदद करता है। इसके इलावा इन सब्जियों के रस cellular detoxification के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
Read Also :-अगर पहले से है गंभीर बीमारी तो वैक्सीन लगवाने में बरतें सावधानी
11.) खरबूजे, आम, नीबू, पपीता और अजमोद
इन खाद्य पदार्थों का पीएच मान Ph Value 8.5 है जो शरीर के लिए बहुत लाभदायक है। ये खाद्य पदार्थ किडनी क्लींजर के रूप में सबसे अच्छा काम करते हैं। पपीता बड़ी आंत की सफाई में मदद करता है और bowel movement को बनाए रखता है। खरबूजे, आम, और नीबू विटामिन में उच्च होते हैं और पाचन के समय alkaline/क्षारीय भी होते हैं। जब Parsley अजमोद (हरा धनिया) को कच्चा खाया जाता है, तो यह आंतों से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में काफी मदद करता है और एक अच्छा मूत्रवर्धक के रूप में काम करता है, गुर्दे की सफाई करता है।
12.) शिमला मिर्च (Cayenne) और खरबूजा
ये खाद्य पदार्थ 8.5 के पीएच मान के समूह में आते हैं। ये खाद्य पदार्थ एंजाइम से भरे होते हैं, जो endocrine system अंतःस्रावी तंत्र के लिए बहुत आवश्यक होते हैं।
शिमला मिर्च में विटामिन ए की मात्रा अधिक होती है। शिमला मिर्च की ऐसी गुणवत्ता मुक्त कणों से लड़ने में आवश्यक है जो तनाव और बीमारी के लिए जिम्मेदार हैं। इसमें ठीक जीवाणुरोधी गुण भी हैं। खरबूजा फाइबर का एक समृद्ध स्रोत हैं और इसमें शुगर वैल्यू भी कम है।
13.) चिकोरी, कीवी और फलों का रस
इन खाद्य पदार्थों का पीएच मान Ph Value 8.5 होता है। ये खाद्य पदार्थ anti-oxidant और फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होते हैं, Flavonoids एक केमिकल कंपाउंड है जो नेचुरल खाद्य पदार्थों में पाया जाता है।
इनमें नेचुरल शुगर होती है, जो ��ोजन पचने पर अम्लीय यौगिक एसिडिक कंपाउंड नहीं बनाती है। इसलिए, ये खाद्य पदार्थ शरीर को क्षारीय रखने में मदद करते हैं और आपके शरीर को अधिक ऊर्जा प्रदान करते हैं।
रक्त में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने के अन्य तरीके: Other ways to Increase Blood Oxygen
जो लोग COPD "क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज" से पीड़ित हैं, उनके लिए शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बनाये रखना एक लगातार संघर्ष करने जैसे होता है। इसलिए ऐसे मरीज को अपने ऑक्सीजन लेवल के प्रति हमेशा सावधानी बरतनी चाहिए। यदि आपको या आपके किसी प्रियजन को सामान्य साँस लेने में कठिनाई हो रही है, तो आप इसे सुधारने के कुछ तरीके पढ़ सकते हैं।
1.) फ्रेश रहें, नेचुरल रहें आपके घर में ऑक्सीजन को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक विकल्प हैं। स्नेक प्लांट, मनी प्लांट, अरेका पाम, चीनी सदाबहार या जरबेरा डेज़ी जैसे पौधों को जोड़ना वास्तव में आपके घर में तेजी से और स्वाभाविक रूप से ऑक्सीजन बढ़ा सकता है। आप अपने घर को साफ और हवादार रखने में मदद करने के लिए प्राकृतिक एयर प्यूरीफायर जैसे कि मोम की मोमबत्तियाँ, नमक के दीये, पीस लिली और बांस का पौधा भी लगा सकते हैं।
2.) शांत रहें जब आप शांत होते हैं, तो श्वास सरल हो जाता है, तनाव का स्तर कम हो जाता है और आपके ऑक्सीजन का स्तर बढ़ जाता है। आप अपने ऑक्सीजन के स्तर को सांस लेने, आराम करने और बेहतर बनाने में मदद करने के लिए योग, ध्यान, सकारात्मक सोच अभ्यास और लेखन की कोशिश कर सकते हैं।
3.) नियमित रूप से व्यायाम करें मेडुला ऑबोंगटा मस्तिष्क का एक भाग है जो श्वसन दर को नियंत्रित करता है। ऑक्सीजन शरीर के सभी ऊतकों, अंगों और कार्यों के लिए आवश्यक है। व्यायाम आपके रक्त में ऑक्सीजन को बढ़ाता है। हल्के व्यायाम, जैसे कि ताई ची, योग और चलना भी आपके ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ा सकते हैं।
4.) स्वस्थ तरल पदार्थों का सेवन करें हाइड्रेटेड रहना शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, यह आपके ऑक्सीजन के स्तर को ठीक करने में भी मदद कर सकता है। पानी दो हाइड्रोजन परमाणुओं और एक ऑक्सीजन परमाणु से बना है। बहुत सारा पानी पीने से आपको हाइड्रेटेड रहने में मदद मिलेगी और आपके रक्त में ऑक्सीजन बढ़ेगा। आप सब्जियों के रस जैसे तरल पदार्थों की भी कोशिश कर सकते हैं और फलों का रस एक अच्छा विकल्प हो सकता है। क्योंकि सब्जियां और ताजे फल खनिज, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट से भरे होते हैं।
Read Also:- Immune Boosting Foods: डाइट में शामिल करें ये चीजें, इम्यूनिटी होगी मजबूत
0 notes
Text
सुबह खाली पेट केले का सेवन क्यों करना चाहिए, इसके क्या फायदे होंगे खुद जाने
सुबह खाली पेट केले का सेवन क्यों करना चाहिए, इसके क्या फायदे होंगे खुद जाने #DailyHealthtips #Health #Ayurveda #BananaHealth
नाश्ता हमेशा स्वस्थ होना चाहिए, इसलिए नाश्ते में पौष्टिक भोजन करना हमेशा अच्छा होता है।
केला पोटैशियम, मैग्नीशियम और पोषक तत्वों से भरपूर होता है। केला खाना शरीर के लिए अच्छा होता है। केला दिल को नियंत्रित करने में मदद करता है और कब्ज, दस्त और टेंशन भी को ठीक करता है।
SSSB में निकली फायरमेन पदों पर 10वीं पास लोगो के लिए दिल्ली में नौकरी – Apply Online for 706 Posts
इंडियन एयरफोर्स में हो रही है…
View On WordPress
0 notes
Text
वजन कम करने का तरीका
आज के भागती दौड़ती जिंदगी में खुद का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी हो जाता है। अगर आपका आज अच्छा है, तो कल को सही तरीके से बेहतर कर पाएंगे। आज के समय में शरीर को बीमारियों का घर कहा जा सकता है, तो ऐसे में सतर्क रहकर कार्य करें।
कई बीमारियों की वजह बढ़ता वजन है। डॉक्टर के मुताबिक वजन कम कर लेने से भी कुछ हद तक समस्याओं से बचा जा सकता है। वजन कम करना आसान (wazan kam karne ka tarika) तो नहीं पर कोशिश जरूर की जा सकती है।
वजन कम करना क्यों है जरूरी
ऐसा माना जाता है कि बढ़ता हुआ वजन कई बीमारियों को बुलावा देता है। जिसमें मोटापा, शुगर ,हार्ट प्रॉब्लम मुख्य है। अगर आप के वजन पर कंट्रोल नहीं रखा गया तो कहीं ना कहीं यह सारी बीमारियां अपने विकराल रूप में आ जाती हैं। वजन कम करने से हमारी दैनिक, शारीरिक गतिविधि सही तरीके से सही दिशा में अग्रसर होती है। वजन नियंत्रित रखने से मेटाबॉलिज्म रेट सही रहता है इसलिए वजन पर पूरा ध्यान दें।
अगर आप अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं, तो हम आपको वजन कम करने के कारगर उपाय बताने जा रहे हैं आप जरूर उन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल कर लाभ लें।
कैसे करें वजन कम घरेलू तरीके से
अगर आप बढ़ते वजन से बहुत ज्यादा परेशान हैं, तो घरेलू रूप से उपाय किए जा सकते हैं। wazan kam karne ka tarika in hindi
1) नींबू और शहद
वजन कम करने (wazan kam karne) में इन दो सामग्री का मुख्य योगदान माना गया है। अगर आप सुबह खाली पेट गर्म नींबू पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर रोज पिएं इससे आपको जल्द ही फर्क महसूस होगा।
2) सेब का सिरका
फलों में सेब फायदेमंद है लेकिन अगर आप सेब के सिरके में थोड़ा सा शहद मिला कर पिए तो वजन घटाने में मदद मिल सकती है। सेब में पेपरिन फाइबर वजन घटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
3) पत्ता गोभी
पत्तागोभी को ज्यादा से ज्यादा सब्जियों और सलाद के रूप में उपयोग किया जाता है ऐसा इसलिए क्योंकि पत्ता गोभी में उपस्थित टेरिटरिक एसिड कार्बोहाइड्रेट को वसा में परिवर्तित होने से रोक देता है। ऐसे में पत्ता गोभी को बहुत ज्यादा फ्राई नहीं करें तो बेहतर होगा।
4) अजवाइन पाउडर
अगर आप अजवाइन पाउडर को गर्म पानी में डालकर पिए तो इससे फायदा होगा। साथ में अगर शहद मिला लिया जाए तो और भी अच्छा होगा।
5) इलायची
अगर आप वजन कम करना चाहे तो रोजाना इलायची का सेवन करें। अगर रात में सोने से पहले इसे लिया जाए तो और भी फायदेमंद होगा। इलायची जमे हुए फैट को कम करती है और पाचन में सहायता करती है।
6) त्रिफला चूर्ण
इसमें त्रिफला चूर्ण आपके लिए फायदेमंद है। अगर आप त्रिफला चूर्ण को रात में ही भीगा कर रख दे और सुबह तब तक उबालें जब तक वह आधा ना हो जाए। साथ ही इसमें एक चम्मच शहद भी मिलाएं। नियमित रूप से सेवन करने से वजन कम किया जा सकते हैं।
7) पुदीना
यह हमारी पाचन संबंधी समस्या को खत्म करती है। यदि पुदीना के रस को पानी में घोलकर पिया जाए तो निश्चित रूप से ही आपको सफलता होगी।
8) आंवला
आंवला में विटामिन सी पाया जाता है और यह एंटी ऑक्सीडेंट भी है। यह मेटाबॉलिज्म को सही कर वजन कम करने में भी सहायक है। ऐसे में अगर आप रोजाना आंवले का सेवन करें तो आपके लिए फायदेमंद है।
9) हल्दी
हल्दी में बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को मजबूती प्रदान करते हैं। यह पोषक तत्व आयरन, ओमेगा 3 फैटी एसिड, फाइबर होते हैं, जो शरीर से चर्बी को भी कम करते हैं।
10) सौफ
अगर आप सौफ हो बारीक पीस लें और उसे गुनगुने पानी के साथ पिए तो इससे बहुत ही ज्यादा फायदा होगा इसका उपयोग जरूर करें।
11) ग्रीन टी
अगर सोने से पहले ग्रीन टी पिया जाए तो इससे मेटाबॉलिज्म सही रहता है और वजन नियंत्रित रहता है लेकिन इसे बहुत ज्यादा सेवन करने से बचें।
वजन घटाने के बेहतरीन घरेलु नुस्खे
वजन कम करने के लिए खानपान का रखें ख्याल
अगर आप वजन कम करना (wazan kam karne) चाहते हैं, तो अपने खान-पान को व्यवस्थित रखें। कई सारे ऐसे आहार हैं, जो वजन बढ़ाने में सहायक हैं उन्हें पूरी तरह से त्याग दें।
1) वजन कम करने के लिए यदि आप जौ, बाजरा ,रागी ,मसूर, आंवला, अंकुरित अनाज, उबली हुई सब्जियों का उपयोग करें तो फायदेमंद होता है।
2) इसके अलावा ककड़ी, गाजर, सेब, चुकंदर आवश्यक रूप से ले।
3) हमेशा मौसमी फलों का सेवन करें इसमें आपको ऊर्जा मिलेगी।
4) हमेशा दूध का सेवन करें दूध में कैल्शियम हैं, जो वजन को कम करने में सहायक है।
5) जब भी रात्रि का भोजन करें तो वह हल्का ही करें। हल्का भोजन जल्दी पचता है और इससे पाचन शक्ति भी मजबूत होती है।
6) रात में भोजन के बाद तुरंत नहीं सोना चाहिए। कम से कम 2 घंटे का अंतराल जरूर रखें।
7) भोजन कभी भी जल्दबाजी में ना करें अच्छे से चबा चबा कर ही भोजन करें।
अपने जीवन शैली में करें बदलाव
अगर आप वजन कम करना (wazan kam karne) चाहते हैं, तो निरंतर रूप से खानपान के अलावा अपनी जीवनशैली में भी बड़ा बदलाव करें।
1) सुबह उठे, आलस त्यागे और सैर पर जाएं।
2) अगर आप सुबह सुबह योग का अभ्यास करें इससे निश्चित रूप से ही आपको फायदा होगा।
3) वजन घटाने के लिए वसा युक्त पदार्थों से दूरी बना ले।
4) ज्यादा से ज्यादा भोजन में हरी सब्जियां, दही, दाल का उपयोग करें।
5) गुनगुने पानी का सेवन करें।
6) अगर आप सप्ताह में 1 दिन उपवास करें तो इससे भी फायदा होगा।
7) आपके लिए अंकुरित अनाज का सेवन करना फायदेमंद होगा।
8) नींद हमेशा 6 से 8 घंटे की ही लें।
7 दिन में पेट की चर्बी कम करने के तरीके
खाना खाना ना छोड़े
कई बार लोग गलतियां कर बैठते हैं वह यह कि वजन कम करने के चक्कर में खाना खाना ही छोड़ देते हैं। शरीर को ऊर्जा की आवश्यकता होती है ऐसे में आप खाना छोड़ कर खुद को मुसीबत में डाल रहे हैं। आप खाना जरूर खाएं। आपको यह याद रखना है कि आप को संपूर्ण पोषक तत्वों से युक्त भोजन ही करना है। भले ही आप थोड़ा कम खाएं पर खाना छोड़ देना सही नहीं है।
अगर आप खाना छोड़ते हैं, तो शरीर में कमजोरी आ जाएगी। यह भी ध्यान रखने योग्य है खाना भरपेट न खाए बल्कि पेट से थोड़ा कम ही खाएं तब बेहतर फायदा देखा जा सकेगा।
वजन कम करने के लिए बनाए बेहतरीन जूस
अगर आप वजन कम करना चाह रहे हैं लेकिन अपने खानपान में नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं तो ऐसे में आप इस जूस से भी अपना वजन कम कर सकते हैं। इसे बनाना बेहद ही आसान है और सारी सामग्री घर में ही मिल जाती है।
जूस बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
खीरा — एक, धनिया पत्ती — आधी कटोरी, नींबू का रस — एक चम्मच, एलोवेरा रस — 1 बड़ा चम्मच ,अदरक — कीसा हुआ, पानी — एक गिलास
आप सारी सामग्री को मिक्सी में पीस लें और उसे छानकर पी लें। इस बात का ध्यान रहे कि इसमें नमक ना मिला हो।
लौकी का जूस
इसी प्रकार लौकी के रस से भी आप अपना वजन कम कर सकते हैं। आयुर्वेदिक में भी लौकी के जूस को फायदेमंद बताया गया है।
सबसे पहले आप लोकी को छीलकर किस लें। एक गिलास पानी के साथ उसे मिक्सी में पीस लें। अब उसे छान ले। आप चाहे तो उसमें सेंधा नमक डाला जा सकता है। इस जूस को रोजाना पीने से बहुत ही जल्द फायदा होता है इसे आप जरूर आजमाएं।
वजन कम करने के लिए महत्वपूर्ण डाइट
जब भी वजन कम करने की सोचते हैं, तो एक डाइट चार्ट का होना जरूरी है जो आपकी मदद कर सके।
1) सुबह का ड्रिंक — अगर आप सुबह-सुबह गुनगुना पानी पिए तो निश्चित रूप से फायदेमंद होगा।
2) नाश्ता — नाश्ता वजन कम करने के लिए कम कैलोरी का करें। जिसमें ओट्स, दलिया, ब्राउन ब्रेड, आमलेट लिया जा सकता है।
3) स्नैक्स — ऐसा भी होता है कि आपको स्नेक्स लेने का मन करें। ऐसे में आप दो बिस्किट और ग्रीन टी ले सकते हैं। वजन कम करने के लिए से तरबूज, केला, संतरा भी लिया जा सकता है।
4) लंच — दोपहर के खाने में भी कैलोरी का विशेष ध्यान रखना होगा। ऐसे में आप ब्राउन राइस, फिश, दाल ,ब्रोकली, उबली सब्जी, रोटी ले सकते हैं। साथ ही साथ रायता ,सलाद, हरी सब्जी और दाल लेना भी अनिवार्य है। ऐसे में आप व्हाइट ब्रेड ना ले और कम से कम तेल का उपयोग करें।
5) शाम का नाश्ता — कभी-कभी शाम को भी जोरों की भूख लग जाती है तो आप थोड़े ड्राई फ्रूट्स, उबले अंडे, ग्रिल्ड सेंडविच, फल ले सकते हैं।
6) डिनर — एक बात याद रखें कि डिनर हल्का ही ले। इसके लिए आप चावल, चपाती, चिकन, राजमा ले सकते हैं।
7) सोने से पहले — अगर आप सोने से पहले ऐसा ड्रिंक ले जो वजन कम करने में सहायक हो तो अच्छा होगा।
उम्र के हिसाब से क्या हो सही डाइट चार्ट
वजन कम करने के लिए डाइट चार्ट का पालन करना जरूरी है लेकिन यदि उम्र के हिसाब से नया डाइट चार्ट बनाया जाए तो और भी फायदेमंद होगा।
1) 20 – 30 वर्ष — यह उम्र नाजुक उम्र है जिसमें सभी प्रकार का आहार लेना अनिवार्य है। इसमें कैल्शियम, आयरन, फालेट होना बहुत जरूरी है। अगर आप दूध, दही, पालक, दाल, मूंगफली, बींस को अपने आहार में शामिल करें, तो बहुत ही फायदेमंद होगा।
2) 30 – 40 वर्ष — इस उम्र में थोड़ी शारीरिक परेशानी आ जाती है और अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो मैग्नीशियम की मात्रा का जरूर समावेश करें। आप बादाम, पालक, काजू, दही और सभी सब्जियों का उपयोग जरूर करें।
3) 40 — 50 वर्ष — बढ़ती उम्र में वजन करने में बहुत मुश्किल हो सकती हैं। ऐसे में आप विटामिन सी, विटामिन ई युक्त आहार के साथ सब फल, ब्रोकली, टमाटर ,पीनट बटर, सनफ्लावर तेल, हरी सब्जी ,बादाम, गाजर ले तो बहुत ही फायदेमंद होगा।
4) 50 से ज्यादा वर्ष — इस उम्र में हड्डियां कमजोर हो जाती है इसलिए कैल्शियम और विटामिन डी आहार में जरूर शामिल करें। हड्डियों को मजबूत करने के लिए मछली, चिकन, लो फैट मिल्क, दही, चीज़ का भरपूर उपयोग करें। इस उम्र में वजन कम करने के बारे में गंभीरता से सोचते हुए निर्णय ले।
निष्कर्ष
वजन कम करना थोड़ा मुश्किल है लेकिन अगर धैर्य और लगन के साथ इसे किया जाए तो निश्चित रूप से आपको सफलता मिलेगी। वजन कम करने में कुछ समय लग सकता है ऐसे में आप कोशिश करते रहिए।
हमारे बताएं सुझावों को अमल में लाकर आपको फायदा होगा। जीवन में आने वाली हर परेशानियों का सामना दृढ़ता से करें और आगे बढ़े। साथ ही अपने परिवार का पूरा ख्याल रखें।
Source : https://www.ghareluayurvedicupay.com/wazan-kam-karne-ka-tarika/
#wazan kam karne ka tarika#wazan kam karne ka nuskha#wazan kam karne ka gharelu nuskha#wazan kam karne ka aasan tarika#gharelu ayurvedic upchar#gharelu ayurvedic nuskhe#gharelu ayurvedic ilaj
0 notes
Link
लोक आस्था के महापर्व की छटा बाजारों में भी निखर रही है। गुरुवार काे शहर के सभी बाजाराें, चौराहों और गली-माेहल्लाें तक में पूजन सामग्री खरीदारी की धूम रही। शुक्रवार को संध्या अर्घ्य और शनिवार काे उदीयमान सूर्य काे अर्घ्य के लिए सूप-डालियाें में सजाई जाने वाली सामग्री रोग प्रतिरोधक क्षमता से भरपूर रहेंगी। लाेक आस्था के इस महापर्व का उद्देश्य और संदेश ही स्वास्थ्य, सुहाग और संतति की रक्षा है।
इसलिए स्वच्छता का खास ध्यान रखा जाता है। लिहाजा बाजार में केले, नारियल, सेब-संतरे, अलुआ-सुथनी, हल्दी, गागर नींबू, गन्ना और पानी सिंघाड़े की जमकर बिक्री हुई। छठ रूपी प्रकृति के महापर्व की डालियों में मौसमी फल और किसानों के श्रम से उपजाई हर सामग्री की अपनी खूबियां हैं।
अधिकतर चीजों में राेग प्रतिरोधक शक्ति यानी इम्युनिटी बढ़ाने वाले गुण हाेते हैं। मैठी, पिलखी, कांटी और मोतीपुर के साथ ही हाजीपुर और रांची से भी गन्ने की खेप पहुंची है। अघाेरिया बाजार चाैक पर रांची का काला गन्ना 70 से 80 रुपए जोड़ा तक बिका। जानिए, किस खाद्य सामग्री व फल के क्या हैं फायदे
छठ पूजा का मूल संदेश ही स्वच्छता है। छठ का प्रसाद आम दिनों ही नहीं, कोरोना काल में भी सेहत अच्छी रखने में कारगर है।
ठेकुआ - आटा, गुड़ और घी से बने ठेकुए सर्दियों में होने वाले संक्रमण से बचाता है।
गन्ना : सर्दियों में गन्ना पाचन काे बेहतर करता है। दांतों काे मजबूत बनाता है।
डाभ नींबू : डाभ या गागर नींबू विटामिन सी की भरपूर मात्रा के कारण प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
चावल के लड्डू : शरीर को हाइड्रेट रखता है। यह पचने में भी आसान हाेता है।
केला : मैग्नीज, विटामिन बी 6 और आयरन से भरपूर केले बलवर्धक हाेते और गैस की समस्या दूर करते हैं।
नारियल : एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण सेहत और सौंदर्य के लिए फायदेमंद। इम्युनिटी बढ़ाता है।
सुथनी : खून की कमी और इससे जुड़ी बीमारियाें में फायदेमंद है।
जल सिंघारा : यह गुणकारी फल शक्तिवर्धक और रोगनाशक हाेता है।
मांग के हिसाब से बढ़ते-घटते रहे दाम
स्थानीय गन्ना 40 से 50 रुपए जोड़ा बिका। पानी सिंघारा 50 से 60 रुपए किलो और अलुआ-सुथनी 20 से 25 रुपए पाव बिका। पत्ता हल्दी 20 से 25 रुपए पाव, मूली 25 से 30 रुपए किलो और गागर नींबू 20 से 30 रुपए जोड़ा रहा। भाव लाेगाें की भीड़ के मुताबिक कम-ज्यादा हाेता रहा।
केला, नारियल, सेब, खाजा से लेकर सूप, डगरा तक के भाव सुबह में अधिक, ताे शाम ढलने के साथ कम रहे। गांवों से सामग्री लेकर शहर पहुंचे विक्रेता शाम में इसे औने-पौने दाम पर बेच कर चलते बने। इधर, लोगों ने मिट्टी के हाथी, कलश और मिट्टी के बर्तन-दीपों की भी जमकर खरीदारी की। हाथी 200 से 300 रुपए नग और दीये 80 रुपए सैकड़ा रहा।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Today evening Arghya with disease-resistant materials, worship of Bhuvan Bhaskar tomorrow
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2UFvzls
0 notes
Photo
बच्चा प्लान कर रहे हैं तो जरूर खाएं ये चीजें, स्वस्थ शिशु होगा पैदा
बच्चा प्लान करने वाले कपल्स को अपने खान-पान पर खास तवज्जो देनी चाहिए। शरीर में कुछ तत्वों की कमी की वजह से फर्टिलिटी पर बुरा असर होता है।अक्सर देखा जाता है कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने से व्यक्ति की फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ने लगता है। ऐसे में शादी के बाद वो युवा जोड़े जो बेबी प्लान करने की सोच रहे होते हैं उनकी मुश्किलें और बढ़ जाती हैं। आमतौर पर शिशु के जन्म को सिर्फ महिला की सेहत से जोड़कर देखा जाता है लेकिन आपको बता दें, शिशु के जन्म के लिए महिला और पुरूष दोनों की अच्छी सेहत जिम्मेदार होती है।
अगर आपको स्वस्थ बच्चा चाहिए तो उन चीजों को डाइट में शामिल जरूर करें जो पुरुषों का स्पर्म काउंट और महिलाओं की फर्टिलिटी बढ़ाने में कारगर होती हैं। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे फलों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिनको खाने से मां न केवल तनाव से दूर रहती है बल्कि बच्चा भी हेल्दी पैदा होता है। किसी महिला के अंडे को ऑव्युलेट होने से पहले परिपक्व होने में लगभग सौ दिन लगते हैं। वहीं पुरुषों के वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या भी बहुत कुछ खानपान पर ही निर्भर करती है। इसका सीधा मतलब यही है कि होने वाले बच्चे की सेहत कैसी होगी यह माता-पिता बनने से पहले उनकी सेहत पर निर्भर करता है-
कीवी में विटमिन सी, ई, ए, पोटैशियम, फॉलिक ऐसिड होता है। इस फल को खाने से खांसी और घबराहट की समस्या दूर होती है। इसलिए इस फल को प्रेग्नेंसी के दौरान बहुत अच्छा माना जाता है।
सेब तो हर हाल में हेल्थ के लिए बेहतर माना जाता है। डॉक्टर तो हर दिन एक सेब खाने की सलाह देते हैं। वहीं प्रेग्नेंसी में तो सेब और अच्छा माना जाता है। विटमिन ए, सी और फाइबर से भरपूर सेब बच्चे में किसी भी तरह की ऐलर्जी को होने से रोकता है।
जैतून का तेल शरीर में इंसुलिन की मात्रा को सही रकता है और जलन-सूजन कम करता है। ये दोनों ही चीजें मर्दानगी के लिए जरूरी हैं इसलिए इस तेल का इस्तेमाल करें।
फोलिक एसिड एक ओर जहां गर्भ धारण की क्षमता को बढ़ाता है वहीं ये गर्भ के विकास के लिए भी बहुत जरूरी तत्व है। यह शिशु के दिमाग और रीढ़ की हड्डी के विकास में अहम भूमिका निभाता हैं-सोयाबीन, आलू, गेंहू, चुकंदर, केला और ब्रोकली में भरपूर मात्रा में फोलिक एसिड पाया जाता है।
डेयरी प्रोडक्ट्स में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है। ये न केवल फर्टिलिटी को बढ़ाने का काम करते हैं बल्कि हड्डियों को भी मजबूती देने का काम करता है। ऐसी महिलाओं को दूध, दही, अंडे और मछली जैसी फर्टिलिटी बूस्ट करने वाली चीजों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
खट्टे फल जैसे नींबू, संतरे में विटामिन सी होता है जो पुरुषों में स्पर्म काउंट बढ़ाता है। साथ ही स्पर्म ज्यादा तेजी से अंडे की तरफ जाते हैं। इसलिए अगर आप बच्चा प्लान कर रहे हैं तो ये जरूर खाएं।
अनार भी गर्भावास्था में बहुत फ़ायदेमंद होता है। इसमें मौजूद विटमिन के, कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन से भरपूर अनार एनर्जी का बेहतरीन सोर्स है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
ब्रॉकली में विटामिन सी होता है जो मर्दानगी को बढ़ाने में असरदार होता है और जरूरी भी। पुरुषों में विटामिन सी से स्पर्म क्वालिटी अच्छी होती है।
https://kisansatta.com/if-the-child-is-planning-then-definitely-eat-these-things-a-healthy-baby-will-be-born32945-2/ #AHealthyBabyWillBeBorn, #IfTheChildIsPlanning, #ThenDefinitelyEatTheseThings a healthy baby will be born, If the child is planning, then definitely eat these things Life #Life KISAN SATTA - सच का संकल्प
0 notes
Text
अपनी डाइट में शामिल करें ये खास चीजें, सालभर रहेंगे फिट
चैतन्य भारत न्यूज नए साल की शुरुआत हो चुकी है। इसकी शुरुआत होते ही लोग नए-नए संकल्प लेने लगते हैं। चाहे वो कामकाज को लेकर हो या अपनी फिटनेस को लेकर ही क्यों न हो। आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप पूरे साल फिट रह सकते हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); हरी सब्जियां हरी सब्जियों में कैलोरी और फैट कम होता है इसलिए आप अपनी डाइट में पालक, बथुआ सरसों का साग, मेथी, मूली के पत्ते, बंद गोभी जैसा हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें। यह कोलोस्ट्रोल को कम करने, डाइबीटिज को रोकने और वजन घटाने में भी सहायक होती हैं। अंकुरित अनाज अगर आपको पूरे साल फिट रहना है तो रोज अंकुरित मूंग दाल खाएं। मूंग दाल में प्रोटीन, विटामिन के साथ-साथ मिनरल्स भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। अंकुरित मूंग दाल वजन कम करने में भी सहायक होता है, साथ ही ब्लड प्रेशर सही रखता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है। इसके अलावा आप अंकुरित चने भी खा सकते हैं। अंगूर अगर आप अपने आहार में अंगूर शामिल करते हैं तो मोटापे के खतरे को कम किया जा सकता है। साथ ही इसके सेवन से पेट के बैक्टीरिया को भी बेहतर बनाया जा सकता है। केला केले शरीर के लिए बहुत अच्छे होते हैं। केले में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होते हैं जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं। हाई बीपी के मरीजों के लिए केला खाना खासतौर पर फायदेमंद होता है। केले में आयरन की मात्रा भी अच्छी होती है। रोजाना एक केला खाने से एनीमिया का खतरा कम हो जाता है। चीकू चीकू पेट पर जमी अतिरिक्त वसा को जलाने में कारगर है। यह आपके पाचन तंत्र को सही बनाए रखता है और इरिटेबेल बाउल सिंड्रोम यानी आईबीएस (Irritable Bowel Syndrome (IBS) से बचाता है। चीकू में ग्लूकोज पाया जाता है जो शरीर को तुरंत एनर्जी देने का काम करता है। अंडा दिन में एक अंडा खाने से आप कई तरह की बीमारियों से दूर रहेंगे। दरअसल अंडे में विटामिन ए, डी, बी और बी12 के अलावा लूटीन जैसे पोषक तत्व होते हैं। अंडा आंखों के लिए काफी फायदेमंद हैं। इसे खाने से आपको प्रोटीन, कैल्शियम और ओमेगा 3 फैटी एसिड मिलता है। ब्रोकली ब्रोकली में प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, विटामिन ए, सी और कई दूसरे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये शुगर लेवल को संतुलित बनाता है। अमरुद अमरुद विटामिन सी, लाइकोपिन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। इसमें केले के बराबर मात्रा में पोटैशियम होता है, जो ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखने में मदद करता है। इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। ये भी पढ़े... ठंड में बीमारियों से बचने के लिए आहार में शामिल करें ये चीजें, बढ़ाएगी रोगों से लड़ने की क्षमता मूली को ना समझें मामूली, इसे खाने से शरीर को होते हैं ये बेहतरीन फायदे सर्दियों में खाएंगे ये चीजें तो रहेंगे सेहतमंद, इनसे करें परहेज Read the full article
#2020dietchart#2020काडाइटचार्ट#2020काफिटनेसचार्ट#breakfast#diet#dietforfitness#fruits#fruitsofbenefits#happynewyear2020#happynewyear2020image#अंकुरितअनाज#अंगूर#अंडा#अमरुद#केला#चीकू#ब्रोकली#हरीसब्जियां
0 notes
Text
Navratri Special Fast recipe : नवरात्रि पर कई लोग पूरे 9 दिन व्रत रखेंगे, आज घर पर इस तरह बनाएं कच्चे केले की टिक्की, ये है आसान रेसिपी? Divya Sandesh
#Divyasandesh
Navratri Special Fast recipe : नवरात्रि पर कई लोग पूरे 9 दिन व्रत रखेंगे, आज घर पर इस तरह बनाएं कच्चे केले की टिक्की, ये है आसान रेसिपी?
लाइफस्टाइल डेस्क। आज से चैत्र नवरात्रि की शुुरुआत हो गई है। ऐसे में कई लोग पूरे 9 दिन तक मां की आराधना के लिए व्रत भी रखेंगे। अब व्रत है तो व्रत के अनुसार ही घर में टेस्टी और सेहतमंद रेसिपी भी बनाई जानी चाहिये। आज नवरात्रि की शुरुआत वाले दिन आप व्रत में घर पर कच्चे केले की टिक्की बना सकते हैं। कच्चा केला वजन तो कम करता ही है साथ ही इसमें मौजूद आयरन और कैल्शियम शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है।
तो आइए आज विशेष दिन के मौके पर आपको बनाना सिखाते हैं कच्चे केले की टिक्की…
सामग्री कच्चे केले- 3 हरी मिर्च- 2 अदरक- 1 इंच टुकड़ा हरे मटर उबले हुए- 1/4 कप हींग- 1 चुटकी लाल मिर्च पाउडर- 1/4 चम्मच गरम मसाला पाउडर 1/2 चम्मच आमचूर- 1/4 चम्मच नमक- स्वादानुसार तेल- तलने के लिए वरमिसेली / सेवियां कुटा हुआ- 1/2 कप
बनाने का तरीका इस प्रका है…
सबसे पहले कच्चे केलों को उब��लकर छील लें। इसके बाद आप इन्हें एक बाउल में अच्छी तरह से मैश कर लें। अब मिक्सी में हरी मिर्च, अदरक और मटर डालकर पीस लें। मिश्रण को आप जिस बाउल में आपके उबले केले डालकर मैश किए हैं उसमें मिला दें। हींग, लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला पाउडर, आमचूर और नमक डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लें।
अब कड़ाही में तेल डालकर उसे गर्म होने के लिए गैस पर रख दें। कड़ाही में कम से कम आधी कढ़ाही जितना तेल भर लें ताकि इसमें टिक्की पूरी तरह से डीप फ्राई हो सके। अब बाउल में जो मिश्रण रखा है उसे थोड़ा-थोड़ा हाथ में लेकर उसकी गोल-गोल टिक्की बनाएं।
मिश्रण से बनी इन टिक्की को आप एक बाउल में डली सेवईं में रोल कर लें। ध्यान रखें कि सेवईं को आप पहले ही बाउल में अच्छी तरह से क्रश कर लें। जब आप इसे तेल में फ्राई करेंगे तब इससे टिक्की का स्वाद और भी क्रिस्पी हो जाएगा। लीजिये तैयार है आपके कच्चे केले की टिक्की। स्पेशल रेसिपी के साथ आप अपना व्रत खोल सकते हैं।
0 notes