#कुख्यात
Explore tagged Tumblr posts
Text
Palamu: कुख्यात आपराधिक सरगना अमन साहू एक बार फिर पलामू सेंट्रल जेल में किया गया शिफ्ट
Palamu: कुख्यात आपराधिक गिरोह का सरगना अमन साहू को केन्द्रीय कारा मेदिनीनगर में शिफ्ट किया गया है। बुधवार की शाम उसे चाईबासा से यहां लाया गया। कारा अधीक्षक जितेन्द्र कुमार ने इसकी पुष्टि की है। अमन साहू को लाने से पहले उसे रखने के लिए विशेष निगरानी में एक प्रकोष्ठ (सेल) को रिक्त करा लिया गया था। यह सीसीटीवी कैमरे के दायरे में होगा। इसकी हरकत पर मानवीय एवं यांत्रिक नजर रखी जाएगी। 50 से अधिक…
View On WordPress
0 notes
Text
कुख्यात बदमाश को तीन जिलों से किया गया तडीपार
गोंदिया : हत्या, हत्या का प्रयास, छेड़छाड़, बलात्कार, चोरी, अवैध शराब बिक्री करने वाले आरोपी को उपविभागीय अधिकारी पर्वणी पाटिल ने 19 मई को आदेश जारी कर तीन महीने के लिए गोंदिया, भंडारा एवं बालाघाट जिले से तडीपार कर दिया है. Notorious crook was trafficked from three districts रामनगर थाना अंतर्गत ग्राम कुड़वा के वार्ड क्रमांक-3 निवासी कुख्यात अपराधी संदेश मधुकर खोब्रागड़े के खिलाफ हत्या, हत्या के…
View On WordPress
0 notes
Text
हरियाणा पुलिस के निशाने पर रहे कुख्यात अपराधी
हरियाणा पुलिस के निशाने पर रहे कुख्यात अपराधी
प्रशांत कुमार अग्रवाल हरियाणा पुलिस के निशाने पर रहे कुख्यात अपराधी 334 मोस्ट वांटेड सहित 11000 से अधिक पीओ और बेल जंपर्स को किया गिरफ्तार-पुलिस महानिदेशक अटल हिन्द /मोहित कोछड़ चंडीगढ़ – हरियाणा पुलिस ने गत वर्ष कुख्यात अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए 334 मोस्ट वांटेड व इनामी अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके अंजाम तक पहुंचाया। इसके अतिरिक्त, 11,463 उद्घोषित अपराधियों और बेल जंपर्स को भी काबू…
View On WordPress
0 notes
Text
Untold fact
नीली जीन्स- उत्तरी कोरिया (North Korea) अपनी तानाशाही सत्ता के लिए तो कुख्यात है. यहां कई ऐसे नियम हैं जो बेहद अजीबोगरीब हैं. ऐसा ही एक नियम, या यूं कहें कि एक प्रतिबंध चर्चा में रहता है. उत्तर कोरिया में नीली जीन्स (Blue Jeans ban North Korea) पहनने पर बैन लगा है. नीली जीन्स को अमेरिकी धनदौलत और कल्चर से जोड़कर देखा जाता है, इसलिए इसपर प्रतिबंध लगा है. कुत्तों के मालिक- इटली के रोम (Rome, Italy) में अगर आप कुत्तों का ध्यान नहीं रख सकते, तो आपको उनके मालिक बनने का हक नहीं है. खराब डॉग ओनर होने पर यहां प्रतिबंध लगा हुआ है. कुत्तों को रोज बाहर टहलाना, उनकी अच्छे से देखभाल करना यहां का कानून है. ऐसा ना करने पर लोगों के ऊपर 57 हजार रुपये तक का फाइन लगा दिया जाता है. (
#youtube#premium content#i sell custom content#subscribe#selling#whatsapp#video content#Facts#fish facts#history facts#interesting facts#did you know#information
2 notes
·
View notes
Text
Shaheed Diwas 2023: 23 मार्च को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने स्वतंत्रता के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए
Shaheed Diwas : 23 मार्च, 1931 को भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को ब्रिटिश सरकार ने लाहौर सेंट्रल जेल में फांसी दी थी
हर साल 23 मार्च को भारत शहादत दिवस मनाया जाता है। भारत के तीन वीर सपूतों ने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे । ये तीनों ही युवाओं के लिए आदर्श और प्रेरणा है। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु भारत की आजादी के लिए अपनी जान देने वाले क्रांतिकारि��ों में से एक थे। 23 मार्च, 1931 को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु नाम के तीन युवकों को ब्रिटिश सरकार ने फांसी दे दी थी। वह 23 वर्ष के थे। इसलिए ,शहीदों को श्रद्धांजलि के रूप में, भारत सरकार ने 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में घोषित किया। लेकिन क्या आपको पता है कि इन तीनों शहीदों की मौत भी अंग्रेजी हुकूमत की एक साजिश थी? भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव सभी को 24 मार्च को फाँसी देनी तय हुई थी, लेकिन अंग्रेजों ने एक दिन पहले 23 मार्च को भारत के तीनों वीर पुत्रो को फांसी पर लटका दिया। आखिर इसकी वजह क्या थी? आखिर भगत सिंह और उनके साथियों ने ऐसा क्या अपराध किया था कि उन्हें फांसी की सजा दी गई। भगत सिंह की पुण्यतिथि पर जानिए उनके जीवन के बारे में कई दिलचस्प बातें।
देश की आजादी के लिए सेंट्रल असेंबली में बम फेंका गया।
8 अप्रैल, 1929 को दो क्रांतिकारियों, भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने दिल्ली की सेंट्रल असेंबली में बम फेंका ��र ‘साइमन गो बैक’ नारे में भी संदर्भित किया गया था। ��हां कुख्यात आयोग के प्रमुख सर जॉन साइमन मौजूद थे। साइमन कमीशन को भारत में व्यापक विरोध का सामना करना पड़ा था। बम फेंकने के बाद दोनों ने भागने की कोशिश नहीं की और सभा में पर्चे फेंक कर आजादी के नारे लगाते रहे और अपनी गिरफ्तारी दी। जो पर्चे गिराए उनमें पहला शब्द “नोटिस” था। उसके बाद उनमें पहला वाक्य फ्रेंच शहीद अगस्त वैलां का था। लेकिन दोनों क्रांतिकारियों द्वारा दिया गया प्रमुख नारा ‘’इंकलाब जिंदाबाद’’ था । इस दौरान उन्हें करीब दो साल की सजा हुई।
करीब दो साल की मिली कैद
भगत सिंह करीब दो साल तक जेल में रहे। उन्होंने बहुत सारे क्रांतिकारी लेख लिखे, जिनमें से कुछ ब्रिटिश लोगों के बारे में थे, और अन्य पूंजीपतियों के बारे में थे। जिन्हें वह अपना और देश का दुश्मन मानते थे। उन्होंने कहा कि श्रमिकों का शोषण करने वाला कोई भी व्यक्ति उनका दुश्मन है, चाहे वह व्यक्ति भारतीय ही क्यों न हो।
जेल में भी जारी रखा विरोध
भगत सिंह बहुत बुद्धिमान थे और कई भाषाएँ जानते थे। वह हिंदी, पंजाबी, उर्दू, बांग्ला और अंग्रेजी आती जानते थे । उन्होंने बटुकेश्वर दत्त से बंगाली भी सीखी थी। भगत सिंह अक्सर अपने लेखों में भारतीय समाज में लिपि, जाति और धर्म के कारण आई लोगों के बीच की दूरी के बारे में चिंता और दुख व्यक्त करते थे।
राजगुरु, भगत सिंह और सुखदेव की फांसी की तारीख तय की गई
दो साल तक कैद में रहने के बाद, राजगुरु और सुखदेव को 24 मार्च, 1931 को फाँसी दी जानी थी। हालाँकि, उनकी फाँसी की ख़बर से देश में बहुत हंगामा हुआ और ब्रिटिश सरकार प्रतिक्रिया से डर गई। वह तीनों सपूतों की फांसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। भारतीयों का आक्रोश और विरोध देख अंग्रेज सरकार डर गई थी।
डर गई अंग्रेज सरकार
ब्रिटिश सरकार को इस बात की चिंता थी कि भगत सिंह , सुखदेव और राजगुरु की फाँसी के दिन भारतीयों का गुस्सा उबलने की स्थिति में पहुँच जाएगा, और स्थिति और भी बदतर हो सकती है। इसलिए, उन्होंने उसकी फांसी की तारीख और समय को बदलने का फैसला किया।
तय समय से पहले दी भगत सिंह,सुखदेव और राजगुरु को फांसी
ब्रिटिश सरकार ने जनता के विरोध को देखते हुए 24 मार्च जो फांसी का दिन था उसे 11 घंटे पहले 23 मार्च का दिन कर दिया। इसका पता भगत सिंह को नहीं था। 22 मार्च की रात सभी कैदी मैदान में बैठे थे। तभी वार्डन चरत सिंह आए और बंदियों को अपनी-अपनी कोठरियों में जाने को कहा। कुछ ही समय बाद नाई बरकत की बात कैदियों के कानों में पड़ी कि उस रात भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी जाने वाली है।
23 मार्च 1931 को शाम 7.30 बजे फांसी दे दी जायगी । कहते है कि जब भगत सिंह से उनकी आखिरी इच्छा पूछी गई तो उन्होंने कहा कि वह लेनिन (Reminiscences of Leni) की जीवनी पढ़ रहे थे और उन्हें वह पूरी करने का समय दिया जाए। लेकिन जेल के अधिकारियों ने चलने को कहा तो उन्होंने किताब को हवा में उछाला और कहा – ’’ठीक है अब चलो।’’
भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को 7 बजकर 33 मिनट पर 23 मार्च 1931 को शाम में लाहौर सेंट्रल जेल में फांसी दे दी गई। शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव एक दूसरे से मिले और उन्होंने एक-दूसरे का हाथ थामे आजादी का गीत गाया।
”मेरा रँग दे बसन्ती चोला, मेरा रँग दे। मेरा रँग दे बसन्ती चोला। माय रँग इे बसन्ती चोला।।’’
साथ ही ’इंक़लाब ज़िन्दाबाद’ और ’हिंदुस्तान आजाद हो’ का नारा लगये ।
उनके नारे सुनते ही जेल के कैदी भी इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। कहा जाता है कि फांसी का फंदा पुराना था लेकिन जिसे फांसी दी गई वह काफी तंदुरुस्त था। मसीद जलाद को फाँसी के लिए लाहौर के पास शाहदरा से बुलाया गया था। भगतसिंह बीच में खङे थे और अगल-बगल में राजगुरु और सुखदेव खङे थे। जब मसीद जल्लाद ने पूछा कि, ’सबसे पहले कौन जाएगा?’
तब सुखदेव ने सबसे पहले फांसी पर लटकाने की सहमति दी। मसीद जल्लाद ने सावधानी से एक-एक करके रस्सियों को खींचा और उनके पैरों के नीचे लगे तख्तों को पैर मारकर हटा दिया। लगभग 1 घंटे तक उनके शव तख्तों से लटकते रहे, उसके बाद उन्हें नीचे उतारा गया और लेफ्टिनेंट कर्नल जेजे नेल्सन और लेफ्टिनेंट एनएस सोढ़ी द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
तीन क्रांतिकारियों, भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का अंतिम संस्कार
ब्रिटिश सरकार की योजना थी इन सबका अंतिम दाह संस्कार जेल में करने की योजना बनाई थी। हालांकि, अधिकारियों को चिंता हुई कि अगर जेल से दाह संस्कार की प्रक्रिया से निकलने वाले धुएं को देखा तो जनता नाराज हो जाएगी। इसलिए, उन्होंने जेल की दीवार को तोड़ने और कैदियों के शवों को जेल के बाहर ट्रकों पर फेंकने का फैसला किया।
इससे पहले ब्रिटिश सरकार ने तय किया था कि भगत सिंह राजगुरु सुखदेव का अंतिम संस्कार रावी नदी के तट पर किया जाएगा, लेकिन उस समय रावी में पानी नहीं था। इसलिए उनके शव को फिरोजपुर के पास सतलुज नदी के किनारे लाया गया। उनके शवों को आग लगाई गई। इसके बारे में जब आस-पास के गाँव के लोगों को पता चल गया, तब ब्रिटिश सैनिक शवों को वहीं छोङकर भाग गये। कहा जाता है कि सारी रात गाँव के लोगों ने उन शवों के चारों ओर पहरा दिया था।
अगले दिन जब तीनों क्रांतिकारियों की मौत की खबर फैली तो उनके सम्मान में तीन मील लंबा जुलूस निकाला था। इसको लेकर लोगों ने ब्रिटिश सरकार का विरोध किया ।
फांसी से पहले भगत सिंह ने अपने साथियों को एक पत्र लिखा था।
साथियों,
स्वाभाविक है कि जीने की इच्छा मुझमें भी होनी चाहिए। मैं इसे छिपाना नहीं चाहता, लेकिन एक शर्त पर जिंदा रह सकता हूँ कि मैं कैद होकर या पाबंद होकर जीना नहीं चाहता।
मेरा नाम हिन्दुस्तानी क्रांति का प्रतीक बन चुका है और क्रांतिकारी दल के आदर्शों और कुर्बानियों ने मुझे बहुत ऊँचा उठा दिया है- इतना ऊँचा कि जीवित रहने की स्थिति में इससे ऊँचा मैं हर्गिज नहीं हो सकता। आज मेरी कमजोरियाँ जनता के सामने नहीं हैं। अगर मैं फाँसी से बच गया तो वे जाहिर हो जाएँगी और क्रांति का प्रतीक चिन्ह मद्धिम पड़ जाएगा या संभवतः मिट ही जाए।
लेकिन दिलेराना ढंग से हँसते-हँसते मेरे फाँसी चढ़ने की सूरत में हिन्दुस्तानी माताएँ अपने बच्चों के भगतसिंह बनने की आरजू किया करेंगी और देश की आजादी के लिए कुर्बानी देने वालों की तादाद इतनी बढ़ जाएगी कि क्रांति को रोकना साम्राज्यवाद या तमाम शैतानी शक्तियों के बूते की बात नहीं रहेगी।
For Full Information, Please Read Our Full Blog :
2 notes
·
View notes
Text
डकैती का फरार अपराधी गिरफ्तार, साढ़े सात लाख का माल बरामद
Fugitive robbery criminal arrested, goods worth Rs. 7.5 lakh recovered जालना (प्रतिनिधि): नया मोंढा स्थित मोहन एजेंसीज में 31 अगस्त 2024 को हुए 9.50 लाख रुपये की डकैती कांड में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. फरार आरोपी, जो बीड जिले का कुख्यात अपराधी है, को पुलिस ने से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के पास से चोरी की गई रकम, मोटरसाइकिल और कार सहित साढ़े सात लाख रुपये का सामान बरामद किया गया…
0 notes
Text
मुश्ताक खान अपहरण केस: हाथ जोड़े-गिड़गिड़ाया…मैं भी हूं गुनहगार, थाने आकर पुलिस से बोला बदमाश; अरेस्ट
फिल्मी कलाकारों को किडनैप कर रकम वसूलने के लिए कुख्यात हो चुके बिजनौर के लवी गैंग के सरगना लवी समेत आठ सदस्य को गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें बड़ी हवेली लगा गया था. गैंग के दो सदस्य फरार चल रहे थे. इनमें अंकित खन्ना उर्फ पहाड़ी और शुभम का नाम शामिल था. अब सोमवार देर शाम अंकित पहाड़ी रोता हुआ खुद ही बिजनौर कोतवाली शहर थाने में पहुंच गया. अंकित ने थाने पहुंचकर वहां मौजूद पुलिस स्टाफ के सामने हाथ…
0 notes
Text
राजस्थान: जयपुर पुलिस ने अमीर पुरुषों को वैवाहिक संबंधों में फंसाने, नकदी और गहने चुराने के आरोप में महिला को गिरफ्तार किया
राजस्थान पुलिस ने एक कुख्यात “चोर दुल्हन” को गिरफ्तार किया है, जो शादी करने के बाद अमीर लोगों से पैसे वसूलती थी। अधिकारियों ने कहा कि वैवाहिक ऐप्स पर खुद को एक आदर्श साथी के रूप में पेश करने वाली महिला अपने लक्ष्यों और उनके परिवारों का विश्वास हासिल करने के बाद लाखों के आभूषण और नकदी चुराती थी। आरोपी को उत्तराखंड में छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया. पुलिस के मुताबिक, उसने वैवाहिक ऐप पर जयपुर के एक…
0 notes
Text
लुइगी मैंगियोन 'सोमवार को सुरक्षात्मक हिरासत में कुख्यात कैदियों के साथ शामिल होंगे': युनाइटेडहेल्थकेयर सीईओ की हत्या के आरोपी व्यक्ति के लिए आगे क्या है?
लुइगी मंगियोने ब्रुकलिन में मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर (एमडीसी) में एक सुरक्षात्मक जेल इकाई में रैप मुगल शॉन “डिडी” कॉम्ब्स और बदनाम क्रिप्टो मुगल सैम बैंकमैन-फ्राइड जैसे हाई-प्रोफाइल कैदियों में शामिल हो सकते हैं। लुइगी मैंगिओन26 वर्षीय युवक पर गोली मारने का आरोप यूनाइटेडहेल्थकेयर के सीईओ ब्रायन थॉम्पसन ��िजनेस इनसाइडर के अनुसार, सोमवार की शुरुआत में मैनहट्टन होटल के बाहर, एकांत कारावास से…
View On WordPress
0 notes
Text
गोली से घायल कुख्यात अपराधी प्रिंस की इलाज के दौरान मौत
गोली से घायल कुख्यात अपराधी प्रिंस की इलाज के दौरान मौत
बेगूसराय। अपराधियों की गोली से घायल कुख्यात अपराधी अंकित कुमार उर्फ प्रिंस की रविवार की श���म एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों में जहां कोहराम मच गया है, वहीं प्रिंस के मित्रों में आक्रोश है। मौत की सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इसके अलावा पुलिस अलर्ट मोड में है तथा विभिन्न चौक-चौराहों पर जांच एवं छानबीन चल रही है।…
View On WordPress
0 notes
Text
कांगड़ा पुलिस ने सबसे कुख्यात नशा तस्कर और उसके साथी को किया गिरफ्तार, हेरोइन के इंजेक्शनों से फुले हुए थे हाथ
Kangra News: हिमाचल प्रदेश में मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार लोगों में से एक इस क्षेत्र में मादक पदार्थों का सबसे कुख्यात तस्कर है। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पहले से स्वापक औषधि और मन: प्रभावी पदार्थ अधिनियम (एनडीपीएस) के तहत आठ मामले दर्ज हैं। कांगड़ा की पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि बृजेश…
0 notes
Text
राज्य सायबर सेल ने सिम कार्ड खरीदते समय रखने वाली सावधानियां बतायीं
इटारसी। राज्य सायबर सेल ने आमजन को सायबर अपराधों से बचाने सिम कार्ड खरीदते एमय रखी जाने वाली सावधानियां बतायी हैं, क्योंकि मोबाइल आम आदमी की जिंदगी का अनिवार्य हिस्सा हो गया है। मोबाइल ने हमको जितनी सुविधा दी है, उतनी ही जोखिम की आशंका भी बढ़ा दी है। भारतीय पुलिस सेवा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, राज्य सायबर पुलिस मुख्यालय भोपाल योगेश देशमुख ने बताया कि सोचिए, क्या हो अगर आपके नाम की सिम कुख्यात…
0 notes
Text
0 notes
Text
Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar Date 04 December 2024 Time 11.00 to 11.05 AM Language Marathi आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर प्रादेशिक बातम्या दिनांक: ०४ डिसेंबर २०२४ सकाळी ११.०० वाजता.
नौदल दिवस आज साजरा होत आहे. १९७१ मध्ये ट्रायडंट अभियानादरम्यान पाकिस्तानच्या हल्ल्याला प्रत्यूत्तर देत चार पाणबुड्यांना समुद्रात बुडवण्यात भारतीय नौदलाला यश आलं होतं. यामध्ये शेकडो पाकिस्तानी नौदलाचे कर्मचारी मारले गेले होते. या विजयाची आठवण म्हणून नौदल दिवस साजरा केला जातो. नौदलाच्या कार्याचा गौरव करण्याच्या उद्देशाने देशभरात विविध कार्यक्रमांचं आयोजन करण्यात आलं आहे. यानिमित्त पुरी इथं ब्ल्यू फ्लॅग बीच वर होणार्या कार्यक्रमात राष्ट्रपती द्रौपदी मुर्मू सहभागी होणार आहेत. नौदल प्रमुख ॲडमिरल दिनेश के त्रिपाठी यावेळी उपस्थित असतील.
राज्यात भारतीय जनता पक्षाच्या गटनेत्याची निवड करण्यासाठी नवनियुक्त आमदारांची आज मुंबईत बैठक होत आहे. अर्थमंत्री निर्मला सीतारामन आणि गुजरातचे माजी मुख्यमंत्री विजय रुपाणी निरिक्षक म्हणून या बैठकीला उपस्थित आहेत. या बैठकीनंतर राज्यातलं सरकार स्थापनेचं चित्र स्पष्ट होईल. नवीन सरकाचा शपथविधी उद्या मुंबईत आझाद मैदानात होणार आहे. पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांच्यासह केंद्रीय मंत्री, राष्ट्रीय लोकशाही आघाडी शासित राज्यांचे मुख्यमंत्री देखील यावेळी उपस्थित राहणार आहेत.
तेलक्षेत्र नियमन आणि विकास सुधारणा विधेयक २०२४ ला काल राज्यसभेत मंजुरी देण्यात आली. या विधेयकाअंतर्गत तेलक्षेत्र नियमन आणि सुधरणा विधेयक १९४८ मध्ये सुधारणा करण्यात येणार आहे. धोरणात स्थैर्य, विवादांचं सुलभ निराकरण या विधेयकामुळे सोपं होईल, तसंच तेल आणि वायू क्षेत्रात व्यवसाय करणं सुलभ होईल, असं पेट्रोलियम आणि नैसर्गिक वायू मंत्री हरदीप सिंग पुरी यांनी सांगितलं. मागच्या तीन वर्षात तेलांच्या किमती कमी झाल्याचंही त्यांनी सांगितलं.
बँकिंग कायदे सुधारणा विधेयक २०२४ पारीत करण्यासंदर्भात लोकसभेत काल चर्चा करण्यात आली. या विधेयकानुसार नॉमिनीजची संख्या चारपर्यंत वाढवण्यात येणार आहे. या विधेयकानुसार बँकांना त्यांच्या लेखापरीक्षकांचे मानधन ठरवण्याचा अधिकारही देण्यात येणार आहे. या सुधारणांमुळे बँक प्रशासनात अधिक बळकटी येणार असून, ग्राहकांना चांगल्या सुविधांचा लाभ होईल, असं अर्थमंत्री निर्मला सीतारामन यांनी सांगितलं. तर बँकिंग कायद्यांकडे वेगळं न पाहता देशाच्या एकूण आर्थिक स्थितीसह त्याचा विचार करायला हवा असं काँग्रेस खासदार गौरव गोगोई म्हणाले.
जम्मू आणि काश्मीरमध्ये श्रीनगर इथल्या दाचिगाम जंगलात झालेल्या चकमकीत जुनैद अहमद भट हा कुख्यात दहशतवादी ठार झाला. दाचिगाम भागात दहशतवादी लपून बसल्याची माहिती मिळाल्यानंतर सुरक्षा दलांनी शोध मोहीम राबवली. यादरम्यान दहशतवाद्यांनी गोळीबार सुरू केला, त्याला भारतीय सुरक्षा दलांनी प्रत्युत्तर दिलं. भट हा लष्कर ए तोयबा या दहशतवादी संघटनेचा कमांडर असून, २० ऑक्टोबर रोजी गंदरबल जिल्ह्यात बोगदा बांधकामाजवळ झालेल्या स्फोटात त्याचा सहभाग होता, असं याबाबतच्या वृत्तात म्हटलं आहे.
भारतीय स्टेट बॅंकेनं आंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिनानिमित्त काल मुंबईत पॅरिस २०२४ पॅरालिम्पिक स्पर्धेतल्या भारताच्या पॅरालिम्पिक विजेत्यांचा विशेष सन्मान केला. या कार्यक्रमात २९ पॅरालिम्पिक विजेत्यांना धनादेश प्रदान करून त्यांच्या उल्लेखनीय कामगिरीचा गौरव करण्यात आला. एसबीआयमध्ये आम्हाला या विजेत्यांना प्रोत्साहन देण्याचा सन्मान लाभला आहे आणि आम्ही भारतीय क्रीडेसाठी समृद्ध, सर्वसमावेशक पर्यावरण तयार करण्यासाठी कटिबद्ध आहोत, असं भारतीय स्टेट बॅंकेचे अध्यक्ष सी.एस. सेट्टी यांन��� यावेळी सांगितलं.
गडचिरोली शहरासह अन्य तालुक्यात आणि शेजारच्या चंद्रपूर जिल्ह्यातही आज भूकंपाचे सौम्य धक्के जाणवले. या भूकंपाचा केंद्रबिंदू तेलंगणा राज्यातल्या मुलुगु इथं असून, भूकंपची तीव्रता पाच पूर्णांक तीन रिश्टर स्केल इतकी नोंदवण्यात आली. अशा प्रकारचे धक्के पुन्हा जाणवल्यास नागरिकांनी दक्षता घ्यावी, घाबरून न जाता इमारतीबाहेर मोकळ्या जागेत सुरक्षित स्थळी आश्रय घ्यावा, असं आवाहन जिल्हाधिकारी संजय दैने यांनी केलं आहे. नागपूर इथं देखील आज भूकंपाचे अतीसौम्य झटके जाणवले.
नांदेड शहरात आनंदनगर भागात आज पहाटे नैवेद्यम हॉटेलसह जीव्हीसी मोबाईल शॉपीला आग लागली. या आगीने नैवेद्यम हॉटेलच्या वरच्या मजल्यावर असलेल्या वैष्णवी मुलींच्या हॉस्टेललाही आगीने वेढले. त्याचवेळी जवळच असलेल्या एका मोबाईल शॉपी आणि श्री महालक्ष्मी ऑईल शोरूमचंही आगीमुळे मोठं नुकसान झालं. अग्निशमन दलाने हॉस्टेलमधून मुलींची सुखरूप सुटका केली. सुदैवाने या घटनेत कोणतीही जीवितहानी झाली नाही.
ओमान मधल्या मस्कत इथं सुरु असलेल्या पुरुषांच्या कनिष्ठ हॉकी आशियाई स्पर्धेत मलेशियाला नमवून भारतानं अंतिम फेरीत धडक मारली आहे. आज झालेल्या सामन्यात भारताने मलेशियाचा तीन - एक असा पराभव केला. अजिंक्यपदासाठी आज भारताची लढत पाकिस्तानसोबत होणार आहे.
फेंजल चक्रीवादळाचा परिणाम राज्यातल्या वातावरणावरही दिसून येत आहे. पुढच्या ४८ तासात कोकण, मध्य महाराष्ट्र आणि मराठवाड्यात तुरळक ठिकाणी पावसाची शक्यता हवामान विभागाने वर्तवली आहे. कोकणात किनारपट्टी भागात सोसाट्याचे वारे वाहतील आणि मेघगर्जनेसह विजांचा कडकडाट होण्याचा अंदाज हवामान विभागाने वर्तवला आहे.
0 notes
Text
West singhbhum naxali encounter : प सिंहभूम के टेबो जंगल में पुलिस से मुठभेड़ में कुख्यात नक्सली लंबू ढेर, उसके पास से दो पिस्टल, व अन्य सामान के साथ 1.32 लाख रुपये भी हुए बरामद
रामगोपाल जेना/चक्रधरपुर : पश्चिम सिंहभूम जिला पुलिस को उसके नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता हाथ लगी है. जिला पुलिस की विशेष टीम के साथ टेबो थाना क्षेत्र के तोमरोंग गांव के जंगलों में हुई मुठभेड़ में पीएलएफआइ का एरिया कमांडर लंबू मारा गया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने उसके पास से 2 पिस्टल, 7.65 एमएम पिस्टल के 4 जिंदा कारतूस, दो खोखे,, पीएलएफआइ की लेवी की रसीद, 7 मोबाइल…
0 notes