#कपिल शर्मा परिवर्तन
Explore tagged Tumblr posts
loksutra · 3 years ago
Text
टीव्ही न्यूज ऑफ द डे कपिल शर्माचे वजन कमी झाल्यामुळे त्याचे परिवर्तन, निमा डेन्झोंगपा प्रसारित होणार आहे.
टीव्ही न्यूज ऑफ द डे कपिल शर्माचे वजन कमी झाल्यामुळे त्याचे परिवर्तन, निमा डेन्झोंगपा प्रसारित होणार आहे.
आजच्या टीव्ही बातम्या: टीव्हीचे जग आजही थिरकत आहे. एक शो थांबला असताना अभिनेत्री उर्फी जावेद तिच्या ड्रेसिंग सेन्समुळे पुन्हा ट्रोल झाली. दुसरीकडे, कपिल शर्मा फिटनेसकडे वळला आहे, त्याचप्रमाणे त्याने वजनही कमी केले आहे. आज आम्ही तुमच्यासाठी अशाच काही मजेशीर आणि मजेशीर बातम्या घेऊन आलो आहोत, ज्या ऐकून तुम्हाला आनंद तर होईलच, शिवाय आश्��र्याचा धक्का बसेल. चला तर मग त्या बातम्यांवर एक नजर टाकूया. हेही…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
darshaknews · 3 years ago
Text
लाफ्टर चॅलेंजचा विजेता बनल्यानंतर कपिल शर्माला 3 लाखांपेक्षा कमी मिळाले, कॉमेडियन संतापला
लाफ्टर चॅलेंजचा विजेता बनल्यानंतर कपिल शर्माला 3 लाखांपेक्षा कमी मिळाले, कॉमेडियन संतापला
कपिल शर्मा मी अजून पूर्ण केले नाही: कॉमेडियन कपिल शर्मा सध्या त्याच्या नेटफ्लिक्स स्टँडअप स्पेशल शो आय एम नॉट डन यटमुळे चर्चेत आहे. या शोमध्ये तो त्याच्या आयुष्याशी संबंधित एकापेक्षा एक किस्सा सांगत आहे. कपिलने ‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चॅलेंज सीझन 3’ बद्दल असाच एक किस्सा सांगितला, ज्यापैकी तो विजेता ठरला. कपिल म्हणाला, मी लाफ्टर चॅलेंज जिंकले, माझ्या आयुष्यातील हा पहिलाच महत्त्वाचा क्षण होता जेव्हा…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
mayindianews · 2 years ago
Text
कपिल शर्मा ने अपने संडे ज्ञान का खुलासा खुद की कुछ डापर-दिखने वाली तस्वीरों के साथ किया, यहां देखें
कपिल शर्मा ने अपने संडे ज्ञान का खुलासा खुद की कुछ डापर-दिखने वाली तस्वीरों के साथ किया, यहां देखें
कपिल शर्मा हाल ही में एक रोल पर हैं। द कपिल शर्मा शो टेलीविजन सेट पर वापस आ गया है और 2022 में उनके द्वारा किए गए शारीरिक परिवर्तन और वजन घटाने ने सभी प्रमुख सुर्खियां बटोरीं। 47वें टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में और उसके बाद बुसान फिल्म फेस्टिवल में शोकेस किया गया। इसलिए, आलसी सप्ताहांत पर भी कपिल शर्मा को पिसने से कोई नहीं रोक सकता है। रविवार को, कॉमेडियन और अभिनेता ने अपने इंस्टाग्राम…
View On WordPress
0 notes
24gnewshindi · 4 years ago
Text
द कपिल शर्मा शो: फिर से गुदगुदी आ कला 'कप्पू शर्मा' की टीम, इस बार बार ये परिवर्तन परिवर्तन
द कपिल शर्मा शो: फिर से गुदगुदी आ कला ‘कप्पू शर्मा’ की टीम, इस बार बार ये परिवर्तन परिवर्तन
नई दिल्ली: टीवी के कंट्रोल शो ‘द कपिल शर्मा शो’ (द कपिल शर्मा शो) के लिए न्यूज न्यूज। आने वाला समय आने वाला है। ‘दकंपिल शर्मा’ शो के नए सीजन के साथ रीक्रिएट करने के लिए डांसिंग है। अब एक बार फिर हंस-हंसकर लोट-पोत होने वाले हैं। बंद होने की स्थिति में बंद होने की स्थिति में. इस दिन वायरल होने के बाद शिकायत करने वाला ‘द कपिल शर्मा शो’ (द कपिल शर्मा शो)। यह शो टीवी 21 नवंबर से शुरू होगा। इस बार…
View On WordPress
0 notes
abhay121996-blog · 4 years ago
Text
'मोदी के मुरीद' गुलाम नबी आजाद पर फूटा कांग्रेसियों का गुस्सा, जम्मू में जलाया पुतला Divya Sandesh
#Divyasandesh
'मोदी के मुरीद' गुलाम नबी आजाद पर फूटा कांग्रेसियों का गुस्सा, जम्मू में जलाया पुतला
जम्मू पूर्व राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के पीएम मोदी की तारीफ करने पर जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के नेता कार्यकर्ता नाराज हैं। इस सिलसिले में जम्मू कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गुलाम नबी आजाद के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान गुलाम नबी के पुतले जलाए गए और नारेबाजी हुई। बता दें कि हाल ही में गुलाम नबी ने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ कर उन्हें जमीन से जुड़ा व्यक्ति बताया था।
जम्मू की सड़कों पर आज कांग्रेस कार्यकर्ता अपने ही वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद के खिलाफ प्रदर्शन करते दिखे। इस दौरान गुलाम नबी आजाद का पुतला भी जलाया गया। कार्यकर्ताओं ने कहा, ‘कांग्रेस ने उन्हें ऊंचा दर्जा दिया लेकिन आज जब पार्टी को सहयोग की जरूर है तो वह बीजेपी से दोस्ती बढ़ा रहे हैं। वह यहां डीडीसी चुनाव प्रचार के वक्त नहीं आए लेकिन अब यहां आकर पीएम की तारीफ कर रहे हैं।’
जम्मू में हुई थी जी-23 की बैठक बता दें कि कांग्रेस के कई नेता पार्टी आलाकमान के विरोध में खुलकर सामने आ गए हैं। पिछले दिनों ग्रुप जी-23 में शामिल इन नेताओं ने जम्मू-कश्मीर में एक आयोजन किया और कांगेस में नेतृत्व परिवर्तन और संगठनात्मक फेरबदल की मांग की थी। इस कार्यक्रम में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल समेत कई नेता मौजूद थे।
पीएम मोदी को लेकर क्या बोले थे आजाद? इसके बाद गुलाम नबी ने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी। ��न्होंने कहा था कि प्रधा��मंत्री बनने के बाद भी वह जमीन से जुड़े हुए हैं और खुद को गर्व से चाय वाला बताते हैं। इससे करीब 3 सप्ताह पहले राज्यसभा में विदाई भाषण के दौरान पीएम मोदी ने भरी हुई आंखों से नबी आजाद की प्रशंसा की थी।
पीएम मोदी ने गुलाम आजाद को किया था सैल्यूट आजाद के जम्‍मू-कश्‍मीर के मुख्‍यमंत्री रहने के दौरान हुई एक आतंकी घटना का जिक्र कर मोदी भावुक भी हुए थे और आजाद को सैल्‍यूट किया था। राज्‍यसभा का कार्यकाल खत्‍म होने के बाद आजाद इन दिनों जम्‍मू कश्‍मीर के दौरे पर आए हैं।
दिल्ली पहुंचे जम्मू-कश्मीर कांग्रेस चीफ गुलाम नबी के इसी बयान से जम्मू-कश्मीर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर नाराज हैं और वह दिल्ली पहुंच गए हैं। यहां वह कांग्रेस महासचिव प्रभारी संगठन केसी वेणुगोपाल और राज्य की इंचार्ज रजनी पाटिल से मुलाकात करेंगे।
0 notes
onlinekhabarapp · 5 years ago
Text
यसरी घट्दैछ ‘द कपिल शर्मा शो’को लोकप्रियता
भारतीय व्यङ्ग्यकार कपिल शर्माको टेलिभिजन कार्यक्रम ‘द कपिल शर्मा शो’ को लोकपि्रयता दिन प्रतिदिन घट्न थालेको भारतीय सञ्चारमाध्यमहरुले जनाएका छन् । आइतबार सार्वजनिक भएको यो वर्षको ३० औं साप्ताहिक टीआरपी रिपोर्टका अनुसार द कपिल शर्मा शो उत्कृष्ट ५ को सूचीमा अटाउन सकेको छैन । त्यसो त अघिल्लो साताको टीआरपी रिपोर्टमा पनि द कपिल शर्मा शोले उत्कृष्ट ५ मा स्थान बनाउन सकेको थिएन ।
पछिल्लो टीआरपी रिपोर्टमा द कपिल शर्मा शोसहित अन्य थुप्रै लोकपि्रय टेलिभिजन कार्यक्रमको लोकप्रियतामा फरक आएको देखिएको छ ।
एकताको दर्शकको सर्वाधिक रुचीको विषय बनेको कपिल शर्माको उक्त कार्यक्रमले बिस्तारै दर्शकको साथ गुमाउन थालेको हो । विस्तारै उनको कार्यक्रमले टीआरपीमा समेत स्थान गुमाउँदै गएको हो ।
यस्तो छ पछिल्लो साताको टीआरपी रिपोर्टमा उत्कृष्ट पाँच स्थानमा पर्न सफल भारतीय टेलिभिजन कार्यक्रमहरुः
१. कुण्डली भाग्य
एकता कपूरद्वारा निर्मित यो धारावाहिकले लामो समयदेखि पहिलो नम्बरमा आफ्नो स्थान बनाइरहेको छ । जीटिभीबाट प्रसारण हुने यो धारावाहिकको मुख्य भूमिकामा प्रस्तुत भएका श्रद्धा आर्या तथा धीरज धूपरको जोडीलाई दर्शकहरुले अत्यन्त मन पराका छन् । शायद उनीहरुकै जोडीका कारण हुनसक्छ, यो कार्यक्रमले प्रत्येक साताको टीआरपीमा पहिलो स्थान सुरक्षित गर्दै आइरहेको छ ।
२. ये रिश्ता क्या कहलाता है
अघिल्लो हप्ता तेस्रो स्थानमा रहेको यो धारावाहिकमा हालै मात्र एउटा नयाँ ट्वीस्ट आएको छ । धारावाहिकमा कार्तिक तथा नायराको जोडीलाई छुट्याएपछि कथामा नयाँ ट्वीस्ट ल्याउँदै उनीहरुलाई पुनः मिलाइएको छ । दर्शकहरुलाई कथामा आएको यही परिवर्तन यति धेरै मन पर्‍यो कि यसले टीआरपीमा दोस्रो स्थान हासिल गर्न सफल भयो । यो धारावाहिक स्टार प्लसबाट प्रसारण हुन्छ ।
३. कुमुकम भाग्य
जीटिभीबाट लामो समयदेखि प्रसारण भैरहेको यो धारावाहिकलाई पनि दर्शकहरुले अहिलेसम्म मन पराइरहेका छन् । अभिषेक र प्रज्ञाको जोडीलाई दर्शकहरुले ��न पराइरहेका छन् । अघिल्लो साता टीआरपीको दोस्रो स्थानमा रहेको यो धारावाहिक यो साता तेस्रो स्थानमा झरेको छ ।
४. नच बलिए-९
थुप्रै वटा पुराना कार्यक्रमहरुलाई पछि पार्दै नृत्यमा आधारित रियालिटी शो ‘नच बलिए-९’ टीआरपीको उत्कृष्ट ४ मा उक्लिएको छ । एक साताअघि मात्रै पि्रमियर भएको यो रियालिटी शोले सोच्दै नसोचेको दर्शकको साथ पाएको हो । यो शो स्टार प्लसबाट प्रसारण हुन थालेको हो ।
५. तारक मेहताका उल्टा चश्मा
सब टिभीबाट प्रसारण हुने हास्य प्रधान धारावाहिक हो तारक मेहताका उल्टा चश्मा । हालै मात्र यो धारावाहिकले प्रसारणको ११ वर्ष पुरा गरेको छ । पछिल्लो टीआरपी रिपोर्टमा यो धारावाहिक पाँचौं स्थानमा रहन सफल भएको छ । यो धारावाहिकलाई बालबालिकाहरुले समेत उत्तिकै मन पराउँछन् ।
यसबाहेक जीटिभीबाट प्रसारण हुने तुझसे है राब्ता, स्टार प्लसबाट प्रसारण हुने ये रिस्ते है प्यारके, स्टार प्लसबाटै प्रसारण हुने कसौटी जिन्दगी कि २, कलर्श टेलिभिजनबाट प्रसारण हुने डान्स दिवाने तथा जीटिभीबाट प्रसारण हुने गुड्डन तुमसे ना हो पाएगाले टीआरपीमा क्रमशः ६ देखि १० स्थान हासिल गर्न सफल भएका छन् ।
0 notes
youthsansar · 5 years ago
Text
३३ वर्षमा यति परिवर्तन भए रामायणका सीता राम....
आउँदो शनिबार द कपिल शर्मा शोमा विशेष पाहुनाको उपस्थिती हुनेछ । यी पाहुनासँग पुरानो याद ताजा गर्ने पूरा तयारी भएको छ । यो हप्ता हास्यकलाकार कपिल शर्माको शोमा रामानन्द सागरको सिरियल रामायणका स्टार्स अरुण गोविल, दीपिका चिखलिआ र सुनिल लहरी आउँदैछन् ।
रामानन्द सागरको सिरियल रामायण जनवरी सन् १९८७ देखि जुलाई १९८८ सम्म चलेको थियो र अत्यधिक हिट भएको थियो । पछि थुप्रै प्रोडक्सन हाउसले रामायणमा सिरियल…
View On WordPress
0 notes
airnews-arngbad · 5 years ago
Text
Regional Marathi Text Bulletin, Aurangabad Date – 17 August 2019 Time 7.10 AM to 7.20 AM
आकाशवाणी औरंगाबाद प्रादेशिक बातम्या दिनांक -१७ ऑगस्ट २०१९ सकाळी ७.१० मि. ****  कलम ३७० हटवण्याच्या निर्णयाला आव्हान देणाऱ्या याचिकांतून काहीही अर्थबोध नाही - याचिकेत दुरुस्ती करण्याचे सर्वोच्च न्यायालयाचे निर्देश  कृषी क्षेत्रात परिवर्तनासंबंधीचा अहवाल पुढच्या दीड महिन्यात पंतप्रधानांना सादर केला जाणार  माजी पंतप्रधान अटल बिहारी वाजपेयी यांना काल पहिल्या पुण्यतिथीनिमित्त देशभरातून आदरांजली  सरकारी गृहनिर्माण धोरणात बदल; सरकारी गृहयोजनेतून एका व्यक्तीला एकच घर घेता येणार आणि  ७६ लाख रुपये फसवणूक प्रकरणी औरंगाबाद इथं पेट्रोल पंपचालक अकील अब्बास याला अटक **** जम्मू काश्मिरला विशेष दर्जा देणारं कलम ३७० हटवल्याच्या निर्णयाला आव्हान देणाऱ्या याचिकांतून काहीही अर्थबोध होत नसल्याचं सर्वोच न्यायालयानं म्हटलं आहे. या याचिकांवर काल झालेल्या सुनावणी दरम्यान, सरन्यायाधीश रंजन गोगोई यांनी याचिका दाखल करणारे वकील एम एल शर्मा यांना या याचिकेत दुरुस्त्या करण्याचे निर्देश दिले. जम्मू काश्मीरच्या परिस्थितीत दिवसेंदिवस सुधारणा होत असल्याचं केंद्र सरकारनं न्यायालयाला सांगितलं. दरम्यान, काश्मीरमधून कलम ३७० हटवल्याप्रश्नी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषदेत बैठक घेण्याचा पाकिस्तानाचा प्रयत्न निष्फळ ठरला आहे. कलम ३७० हा भारताचा अंतर्गत मुद्दा असून, बाहेरच्या व्यक्तींना त्यात हस्तक्षेप करण्याचा काहीही अधिकार नसल्याचं, संयुक्त राष्ट्रातले भारताचे दूत सय्यद अकबरुद्दीन यांनी म्हटलं आहे. दहशतवाद थांबला, तरच दोन्ही देशांमध्ये चर्चा शक्य आहे, असंही अकबरुद्दीन यांनी म्हटलं आहे. **** अयोध्येतल्या बाबरी मशि��ीच्या खांबांवर हिंदू देवदेवतांच्या मूर्ती आढळून आल्या होत्या, अशी शिल्पं मशिदींमध्ये आढळून येत नाहीत, असा युक्तिवाद रामलल्ला विराजमान या पक्षानं सर्वोच्च न्यायालयात केला आहे. काल झालेल्या सुनावणीत या पक्षानं आपला युक्तिवाद सबळ करण्यासाठी १९५० साली झालेल्या पाहणी अहवालातले पुरावे न्यायालयासमोर सादर केले. या पुराव्यानुसार मशिदीपूर्वी या ठिकाणी मंदीरच होतं, असं दावा या पक्षानं केला आहे. **** कृषी क्षेत्रात परिवर्तन करण्यासाठी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या अध्यक्षतेखाली नेमण्यात आलेल्या मुख्यमंत्र्यांच्या उच्चाधिकार समितीची दुसरी बैठक काल मुंबईत झाली. ही समिती पुढच्या दीड महिन्यात आपला अंतिम अहवाल पंतप्रधानांना सादर करेल, अशी माहिती बैठकीनंतर पत्रकार परिषदेत मुख्यमंत्र्यांनी दिली. बाजार समिती कायद्यात सुधारणा, करार शेती, शेतीत नवीन तंत्रज्ञान, जीवनाश्यक वस्तू कायद्यातून कृषी उत्पादनांना वगळणे, ई-नाम, कृषी निर्यात आदी विषयांवर या बैठकीत चर्चा झाली. या सर्व मुद्यांवरील चर्चेवर पुढील आठवडाभरात सर्व राज्ये आपल्या सूचना देणार असून त्यानुसार अहवाल अंतिम करून पंतप्रधानांना सादर केला जाईल, असं फडणवीस म्हणाले. शेती क्षेत्राची उत्पादकता, विपणन आणि कृषीमालाची निर्यात या बाबींवर अधिक लक्ष करण्यात येणार असल्याचं त्यांनी यावेळी सांगितलं. **** दिंडोरीचे माजी आमदार धनराज महाले यांनी काल शिवसेनेत प्रवेश केला. पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे यांनी मुंबईत मातोश्री या आपल्या निवासस्थानी महाले यांचं स्वागत केलं. **** पूर परिस्थितिच्या पार्श्वभूमीवर राज्यातल्या कॉंग्रेस पक्षाच्या नेत्यांनी काल नवी दिल्लीत पक्षाच्या अध्यक्षा सोनिया गांधी यांची भेट घेऊन त्यांना पूरस्थितीची माहिती दिली. प्रदेशाध्यक्ष बाळासाहेब थोरात, यांच्यासह पक्षाचे राज्यातले, राज्यातले ज्येष्ठ नेते यावेळी उपस्थित होते. **** माजी पंतप्रधान अटल बिहारी वाजपेयी यांना काल त्यांच्या पहिल्या पुण्य���िथीनिमित्त देशभरातून आदरांजली वाहण्यात आली. राष्ट्रपती रामनाथ कोविंद, पंतप्रधान नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शहा, यांनी दिल्लीत अटलजींच्या 'सदैव अटल' या स्मृती स्थळावर पुष्पांजली अर्पण केली. अण्वस्त्राचा प्रथम वापर न करणं, हे भारताचं सध्याचं धोरण आहे. मात्र भविष्यात काय होईल, हे परिस्थितीच ठरवेल असं संरक्षण मंत्री राजनाथ सिंह यांनी म्हटलं आहे. ते काल पोखरण इथं बोलत होते. वाजपेयी यांच्या पहिल्या पुण्यतिथीनिमित्त राजनाथसिंह यांनी त्यांना आदरांजली वाहिली. देशभरात ठिकठिकाणी अटलजींना आदरांजली अर्पण करण्यासाठी विविध कार्यक्रम घेण्यात आले. औरंगाबाद इथं गारखेडा परिस���ातल्या जनुभाऊ रानडे सभागृहात अभिवादन सभा घेण्यात आली. बीड इथं अटल जनसेवक संपर्क कार्यालयात खासदार प्रीतम मुंडे यांनी वाजपेयी यांच्या प्रतिमेला पुष्पहार अर्पण करून अभिवादन केलं. **** भारत, प्रदूषणमुक्त करण्याचा निर्धार केंद्रीय परिवहन मंत्री नितीन गडकरी यांनी व्यक्त केला आहे. ते काल मुंबईत एका कार्यक्रमात बोलत होते. आपल्या खात्यानं प्रत्येक प्रकल्प हाती घेण्याआधी त्यावर सखोल प्रयोग केले आणि मगच अंमलबजावणी केली. असंही त्यांनी नमूद केलं. **** पारशी नूतन वर्षानिमित्त राज्यपाल सी.विद्यासागर राव आणि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांनी जनतेला शुभेछा दिल्या आहेत. हा दिवस “उत्तम विचार, उत्तम वाणी आणि उत्तम कृती” या पारशी समाजाच्या मार्गदर्शक त्रिसूत्रींचं स्मरण करुन देतो, असं राज्यपालांनी आपल्या संदेशात म्हटलं आहे. **** हे बातमीपत्र आकाशवाणीच्या औरंगाबाद केंद्रावरून प्रसारीत केलं जात आहे. **** राज्य सरकारच्या कुठल्याही गृह योजनेत यापुढे एकच घर घेता येणार असून घरांची मागणी जास्त आणि उपलब्धता कमी असल्यानं सरकारी गृहनिर्माण धोरणात बदल केले जाणार आहेत. म्हाडा अध्यक्ष उदय सामंत यांनी काल रत्नागिरीत ही माहिती दिली. या संदर्भातल्या नव्या धोरणाच्या मान्यतेसाठी प्रस्ताव विचाराधीन आहे, त्याला मान्यता मिळाल्यानंतर सरकारी योजनेतून आता एकदाच घर मिळेल. आधी सरकारी योजनेतून घर मिळालेल्या व्यक्तीला त्यानंतर राज्यातल्या कोणत्याही गृहनिर्माण योजनेत अर्ज सादर करता येणार नाही, असं सामंत यांनी सांगितलं. **** राज्य शासनाचा ‘ज्ञानोबा-तुकाराम’ पुरस्कार यंदा नागपूरचे ज्येष्ठ साहित्य संशोधक आणि संतसाहित्याचे अभ्यासक डॉ. म.रा. जोशी यांना जाहीर झाला आहे. केंद्रीय रस्ते वाहतूक आणि महामार्ग मंत्री नितीन गडकरी यांचे हस्ते उद्या नागपूर इथं या पुरस्काराचं वितरण केलं जाणार आहे. **** डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठाच्या उस्मानाबाद उपकेंद्राचं शैक्षणिक विकासात मोठे योगदान आहे, या उप केंद्राचं स्वतंत्र विद्यापीठात रूपांतर व्हावं यासाठी प्रयत्न करू, अशी ग्वाही उस्मानाबादचे खासदार ओमप्रकाशराजे निंबाळकर यांनी दिली. आहे. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठाच्या उप केंद्राचा १५ वा वर्धापन दिन काल उस्मानाबाद इथं साजरा झाला त्यावेळी ते बोलत होते. कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले हे समारंभाच्या अध्यक्षस्थानी होते. यावेळी प्रख्यात सर्जन, समाजसेवक डॉ. दामोधर बळीराम पतंगे यांना ‘जीवन साधना पुरस्कार�� प्रदान करण्यात आला. **** औरंगाबाद इथला पेट्रोल पंपचालक अकील फजल अब्बास याला एका महिलेची ७६ लाख रुपयांची फसवणूक केल्या प्रकरणी काल अटक करण्यात आली. २०१५ मध्ये अब्बास यांनं एका महिलेस ५१ लाख रुपये गुंतवल्यास त्यावर २० टक्के नफा देण्याचं अमिष दिलं होतं. मात्र, अशा प्रकारचा नफा न मिळाल्यामुळे महिलेनं गेल्या २२ जून रोजी पोलिसात तक्रार केल्यानंतर त्याला अटक करण्यात आली. **** नाशिक कृषी उत्पन्न बाजार समितीचे सभापती शिवाजी चुंभळे यांना तीन लाख रूपयांची लाच स्वीकारतांना काल लाचलुचपत प्रतिबंधक विभागान अटक केली. या बाजार समितीत काम करणाऱ्या दहा कर्मचाऱ्यांना पुन्हा रूजू करून घेण्यासाठी चुंभळे यांनी दहा लाख रूपये लाच मागितली होती. **** पैठण इथल्या जायकवाडी धरणाचे आठ दरवाजे अर्ध्या फुटानं उघडून सुमारे चार हजार दोनशे घनफूट प्रतिसेकंद वेगानं गोदावरी नदीपात्रात पाणी सोडलं जात आहे. सध्या धरणाच्या डाव्या कालव्यातून चौदाशे घनफूट प्रतिसेकंद, उजव्या कालव्यातून नऊशे घनफूट प्रतिसेकंद, तर जलविद्युत प्रकल्पातून सुमारे सोळाशे घनफूट प्रतिसेकंद वेगानं पाणी सोडण्यात येत आहे. नाशिक आणि अहमदनगर जिल्ह्यातल्या धरणातून जायकवाडी धरणात होणारी पाण्याची आवक आता मंदावली असून, सध्या धरणात एक्क्याण्णव पूर्णांक ३५ शतांश टक्के एवढा पाणीसाठा झालेला आहे. **** माहिती आणि जनसंपर्क महासंचालनालय, मराठी भाषा विभाग, महाराष्ट्र सायबर, राज्य मराठी विकास संस्था यांच्या संयुक्त विद्यमानं आजपासून मुंबईत दोन दिवसाचं पहिलं राज्यस्तरीय ‘मराठी समाज माध्यम’ संमेलन आयोजित करण्यात आलं आहे. मराठी भाषा समृद्ध करणं हा या संमेलनाच्या आयोजनाचा उद्देश आहे. दोन दिवस चालणाऱ्या या संमेलनात वादविवाद, मुलाखती, काव्यवाचनासह विविध विषयांवर चर्चासत्रं होणार आहेत. **** मराठी पत्रकार परिषदेचं बेचाळिसावं राष्ट्रीय अधिवेशन आज आणि उद्या नांदेड इथं होत आहे, मालेगाव रस्त्यावरच्या भक्ती लॉन इथं होणाऱ्या या अधिवेशनात देशभरातून अडीच हजार प्रतिनिधी सहभागी होणार आहेत. **** भारतीय क्रिकेट संघाचे मुख्य प्रशिक्षक म्हणून रवि शास्त्री यांची फेरनिवड करण्यात आली आहे. कपिल देव यांच्या अध्यक्षतेखालील झालेल्या त्रिसदस्यीय सल्लागार समितीनं काल ही घोषणा केली. शास्त्री यांची ही नियुक्ती दोन वर्षांसाठी असेल. त्यांची चौथ्यांदा या पदी निवड झाली आहे. **** मध्य रेल्वेच्या सोलापूर विभागात रेल्वे दुहेरीकरणाच्या कामामुळे काही गाड्या रद्द करण्यात आल��या आहेत तर काही गाड्यांचे मार्ग बदलण्यात आले आहेत. नांदेड-पनवेल ही गाडी आज, पनवेल-नांदेड ही गाडी उद्या तर नागपूर - कोल्हापूर ही गाडी उद्या आणि मंगळवारी पूर्णतः रद्द करण्यात आली आहे. उत्तर रेल्वेच्या दिल्ली विभागातील बल्लभगड रेल्वे स्थानकावर सुरू असलेल्या कामांमुळे नांदेड विभागातून जाणाऱ्या आणि येणाऱ्या रेल्वे गाड्यांमध्ये बदल झाला आहे. ***** ***
0 notes
globalexpressnews · 6 years ago
Photo
Tumblr media
Sanju: आसान नहीं था रणबीर कपूर का संजय दत्त बनने का सफर, देखें धांसू Making Video खास बातें'संजू' का मेकिंग वीडियो वायरललोगों को खूब आया पसंदरणबीर ने ऐसे लिया था लुकनई दिल्ली: संजय दत्त के विवादास्पद जीवन को चित्रित करने के लिए राजकुमार हिरानी और रणबीर कपूर को दुनियाभर से प्रशंसा प्राप्त हो रही है. वहीं, अब निर्माताओं ने एक बीटीएस वीडियो जारी की है जिसमें राजकुमार हिरानी फ़िल्म के मुख्य अभिनेता रणबीर कपूर को संजू में ट्रांसफॉर्म करते हुए नज़र आ रहे है. निर्माताओं द्वारा जारी किए गए इस वीडियो में संजय दत्त के सही लुक और रणबीर कपूर के परिवर्तन को हासिल करने के लिए टीम की दर्दनाक यात्रा से रूबरू करवाया गया है. अनुभवी फिल्म निर्माता राजकुमार हिरानी को प्रतिष्ठित अभिनेता संजय दत्त को सही दिखाने के लिए पूरी टीम के साथ अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. कपिल शर्मा की Biopic के लिए हो जाएं तैयार, ये एक्टर निभा सकता है मशहूर कॉमेडियन का किरदार इस मेकिंग वीडियो में राजकुमार हिरानी की कड़ी मेहनत और समर्पण का खुलासा किया गया है जिनकी बदौलत रणबीर कपूर को संजय दत्त में बदलने की मेहनत सफ़ल हुई. पहले दिन अविश्वसनीय कमाई के साथ रिकॉर्ड बनाने वाली संजू बॉक्स ऑफिस पर लोगों का दिल जीत रही है. देखें मेकिंग वीडियो- राजकुमार हिरानी के निर्देशन में बनी यह फिल्म एक सप्ताह में 200 करोड़ से अधिक का आंकड़ा पार कर चुकी है और बॉक्स ऑफिस पर अभी भी अपनी मजबूत पकड़ बनाये हुए है. जबकि 'संजू' रणबीर कपूर की पहली 200 करोड़ की कमाई करने वाली फिल्म हैं, वहीं 3 इडियट्स और पीके के बाद राजकुमार हिरानी के लिए यह तीसरी फिल्म है. 'संजू' रणबीर कपूर और संजय दत्त ने मीडिया पर यूं उतारा गुस्सा, बोले- बाबा बोलता है बस हो गया... "संजू" में संजय दत्त के युवा दिनों से ले कर जेल से रिहा होने तक के दिनों की यात्रा दिखाई गई है. संजय दत्त का जीवन समय-समय पर सुर्खियों बटोर चुका है, लेकिन फिर भी अभिनेता के जीवन से जुड़े कई अविश्वसनीय पहलू अभी भी अनकहे है. राजकुमार हिरानी की संजू में अभिनेता के जीवन से जुड़े अनजान किस्से ज��से कि ड्रग्स, औरतें, माता-पिता और दोस्तों के साथ संबंध और आंतरिक संघर्ष से दर्शकों को रूबरू करवाया गया है. टिप्पणियां राजकुमार हिरानी द्वारा लिखित और निर्देशित यह बायोपिक रणबीर कपूर, मनीषा कोइराला, परेश रावल, अनुष्का शर्मा, दीया मिर्जा और सोनम कपूर जैसे कलाकारों से लैस है. फॉक्स स्टार द्वारा प्रस्तुत, यह बायोपिक राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित है. वहीं विधु विनोद चोपड़ा और राजकुमार हिरानी द्वारा निर्मित "संजू" बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा रही है. VIDEO: मैं हर फिल्म के दौरान नर्वस होता हूं : राजू हिरानी ...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...
0 notes
aajkarashifal · 8 years ago
Text
​मेलों और मिठाईयों का त्योहार मकर संक्रांति
आचार्य कृष्णदत्त शर्मा क्या है मकर संक्रांति सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करना ‘मकर संक्रांन्ति’ कहलाता है। इसी दिन से सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं। शास्त्रों में उत्तरायण के समय को देवताओं का दिन तथा दक्षिणायन को देवताओं की रात कहा गया है। इस तरह मकर संक्रान्ति एक तरह से देवताओं की सुबह होती है। इस दिन स्नान, दान, जप, तप, श्राद्ध तथा अनुष्ठान का बहुत महत्व है। कहते हैं कि इस मौके पर किया गया दान सौ गुना होकर वापस फलीभूत होता है। मकर संक्रान्ति के दिन घी-तिल-कंबल-खिचड़ी दान का खास महत्व है। पूरे देश का त्योहार मकर संक्रांति ऐसी मान्यता है कि गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर तीर्थ राज प्रयाग में ‘मकर संक्राति’ पर्व के दिन सभी देवी-देवता अपना स्वरूप बदल कर स्नान के लिए आते हैं। इस मौके पर इलाहाबाद (प्रयाग) के संगम स्थल पर हर साल लगभग एक मास तक माघ मेला लगता है, जहां लोग कल्पवास भी करते हैं। बारह साल में एक बार कुंभ मेला लगता है, यह भी लगभग एक महीने तक रहता है। इसी तरह 6 बरसों में अर्धकुंभ मेला भी लगता है। मकर सक्रान्ति पर्व हर साल 14 जनवरी को पड़ता है। एक और प्रसिद्ध मेला बंगाल में मकर संक्रांन्ति पर्व पर गंगा सागर में लगता है। गंगा सागर के मेले के पीछे पौराणिक कथा है, कि आज के दिन गंगा जी स्वर्ग से उतरकर भागीरथ के पीछे-पीछे चल कर कपिल मुनि के आश्रम में जाकर सागर में मिल गईं। गंगा जी के पावन जल से ही राजा सगर के 60 हजार शापग्रस्त पुत्रों का उद्धार हुआ था। इसी घटना की स्मृति में यह तीर्थ का नाम गंगा सागर के नाम से विख्यात हुआ और हर साल 14 जनवरी को गंगा सागर में मेले का आयोजन होने लगा। महाराष्ट्र में ऐसा माना जाता है कि मकर संक्रांन्ति से सूर्य की गति तिल-तिल बढ़ने लगती है, इसलिये इस दिन तिल के बने मिष्ठान बनाकर एक-दूसरे को बांटने की परंपरा है। महाराष्ट्र और गुजरात में मकर संक्रांन्ति पर्व पर अनेक खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन होता है। पंजाब, जम्मू-कश्मीर एवं हिमाचल प्रदेश में लोहड़ी के नाम से मकर सक्रान्ति पर्व मनाया जाता है। एक प्रचालित लोक कथा के अनुसार मकर संक्रान्ति के दिन कंस ने श्री कृष्ण को मारने के लिए लोहिता नाम की राक्षसी को गोकुल भेजा था। जिसे श्री कृष्ण ने खेल-खेल में ही मार डाला था। उसी घटना के फलस्वरूप लोहड़ी पर्व मनाया जाता है। सिंधी समाज भी मकर संक्रांन्ति के एक दिन पूर्व इसे ‘��ाल लोही’ के रूप में मनाता है। दक्षिण भारत में मकर संक्रान्ति को पोंगल के रूप में मनाया जाता है। इस दिन तिल, चावल, दाल की खिचड़ी बनायी जाती है। इस मौके पर बैलों की लड़ाई होती है, इसे मत्तु पोंगल भी कहते है। तमिलनाडु में तमिल पंचांग का नया साल पोंगल ही होता है। राजस्थान की प्रथा के अनुसार इस दिन महिलाएं तिल के लड्डू तथा चूरमें के लड्डू बनाकर सास-ससुर या दूसरे बड़े-बुजुर्गों का देती हैं और उनका आशीर्वाद लेती हैं। राजस्थान-हरियाणा में मुख्य रूप से दाल, बाटी, चूरमा, खीर-पूरी का भगवान को भोग लगाकर भोजन किया जाता है। कई जगहों पर विशाल दंगल का आयोजन भी किया जाता है। राजस्थान की राजधानी जयपुर में पतंग प्रतियोगिताएं भी होती हैं। इसके अलावा दक्षिण बिहार के मदार क्षेत्र में भी एक मेला लगता है। ग्रंथों में है इसके महत्व का वर्णन मकर संक्रांति के त्योहार का वर्णन जाने-माने ग्रंथों में भी मिलता है। माघे मासि महादेव यो दद्यात् घृतकम्बलम् । स भुक्त्वा सकलान भोगान् अन्ते मोक्षं च विन्दति।। माघ मासे तिलान यस्तु ब्राहमणेभ्यः प्रयच्छति। सर्व सत्त्व समाकीर्णं नरकं स न पश्यति ।। (महाभारत अनुशासन पर्व) मकर संक्रांन्ति के दिन गंगा स्नान और गंगा तट पर दान की खास महिमा है। तीर्थ राज प्रयाग में मकर संक्रांन्ति मेला तो सारी दुनिया में विख्यात है। इसका वर्णन करते हुए गोस्वामी तुलसीदास जी ने भी श्री रामचरित मानस में लिखा है माघ मकर गत रवि जब होई। तीरथ पतिहिं आव सब कोई।। देव दनुज किंनर नर श्रेनीं। सादर मज्जहिं सकल त्रिबेनी।। एस्ट्रॉलजी में मकर संक्रांति एस्ट्रॉलजी के अनुसार इस दिन सूर्य अपनी कक्षाओं में बदलाव कर दक्षिणायन से उत्तर तरफ होकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। जिस राशि में सूर्य की कक्षा का परिवर्तन होता है, उसे ‘संक्रमण’ या ‘संक्रांन्ति’ कहा जाता है। मकर संक्रांन्ति से सूर्य उत्तरायण हो जाने का मतलब गरम मौसम की शुरुआत की तरह देखा जाता है। मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट। http://dlvr.it/N3cYzC
0 notes
onlinekhabarapp · 6 years ago
Text
प्रचण्डले गल्ती स्वीकार गरे पार्टीमा ठाउँ दिन्छौंः वैद्य
२३ पुस, काठमाडौं । माओवादीले सञ्चालन गरेको दशक लामो जनयुद्धको दोस्रो ठूला नेता हुन्, मोहन वैद्य ‘किरण’ । २०६४ सालको संविधानसभा निर्वाचनबाट पार्टी देशको सबैभन्दा ठूलो दल बन्दा उनी दोस्रो वरियतामै रहे ।
संविधानसभा विघटन भएपछि २०६९ सालमा माओवादी विभाजन भएर बनेको ड्यास माओवादीलाई उनैले नेतृत्व गरे । अहिले नेकपा (क्रान्तिकारी माओवादी) का महासचिव छन् ।
नाम क्रान्तिकारी भएपनि जनयुद्धकालीन माओवादी जस्तो क्रान्तिकारी भने छैन, उनको पार्टी । वैद्य नै महासचिव हुँदाको नेकपा (मशाल) जत्तिको पनि क्रान्तिकारी छवि बनाउन सकेको छैन, यो पार्टीले । तर, नेपालमा नयाँ जनवादी राज्यसत्ता स्थापना गरेरै छाड्ने उनको प्रतिबद्धता भने कायम छ ।
सात दशक उमेर पार गरिसकेक��� वैद्य ‘पार्टीलाई ठूलो बनाएर जनताको शासन ल्याउन’ भन्दै निरन्तर देश दौडाहामा छन् । पार्टीको कामले उपत्यका बाहिर रहेको भन्दै टार्दै आएका उनले हालै मात्र अन्तर्वार्ताका लागि समय दिए ।
बैद्यले दिएकै समयमा क्रान्तिकारी पार्टीको कार्यालय पुग्दा त्यहाँ केही चहलपहल थिएन । पिए वा अरु सहयोगीलाई भन्न पनि परेन, सिधै वैद्यलाई भेटिए ।
कुराकानीको क्रममा उनले आफ्ना क्रान्तिकारी विचारमा कुनै कमी नआएको आभास गराउन खोजे । पार्टी सानो भएपछि ‘किरण’माथि ‘चैतन्य’ हावी भएको उनले स्विकारेनन् । वैद्यले छुट्टएिर गएको विप्लव नेतृत्वको पार्टीसँग एकीकरणको गुञ्जाइस नरहेको बताए । बरु, गल्ती स्वीकार गरेर आए नेकपाका अध्यक्ष पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचण्ड’लाई आफ्नो पार्टीमा ठाउँ दिन सक्ने जनाए ।
कुनै बेलाका उनकै चेला रहेका प्रचण्डले भने वैद्यलाई ‘यान्त्रिक जडसुत्रवादी’ भनेका छन् ।
वैद्य भने प्रधानमन्त्री एवं नेकपाका अर्का अध्यक्ष केपी शर्मा ओलीलाई पुरातनपन्थी मान्दा रहेछन् । उनले भने, ‘बैचारिक रुपमा ओलीजीमा पुरातनपन्थी चिन्तन, प्रवृत्ति र अलिकति दम्भ पनि छ । व्यक्तिगत रुपमा भने भन्नुपर्ने केही छैन ।’
वैद्यले अनलाइनखबरसँग आफ्ना कुरा यसरी राखेः
यसरी कम्युनिष्ट भएँ
म ७२ पुगेर ७३ वर्षमा छु । जन्मस्थान प्यूठान हो । प्रावि, निमावी, मावी र कलेज तहमा पढाएँ, धेरै होइन थोरै समय । पढ्ने, पढाउने बेलामै गरिब जनताको मुक्ति कम्युनिष्ट सिद्धान्तबाट हुन्छ भनेर राजनीतिमा लागेँ । सरसंगत पनि कम्युनिष्ट विचाराधारामा आकषिर्त गराउने खालकै थियो । निम्नमध्यम वर्गीय परिवारको भएकाले पनि कम्युनिष्टप्रति आकर्षण भयो भन्ने लाग्छ ।
कम्युनिस्ट पार्टीको सदस्यता २०२१ सालमा पाएँ । २०२८ देखि पूर्णकालीन राजनीतिमा लागेँ । २०३१ सालमा केन्द्रीय सदस्य बनेँ । त्यतिबेला पार्टीमा मेरो नाम ‘कपिल’ थियो ।
मैले पछिल्लो पटक दर्शनसम्बन्धी पुस्तक ‘हिमाली दर्शन’ प्रकाशनमा ल्याएको छु । पुराना रचनाहरुको संस्करण निकाल्ने सोच छ । तिनलाई परिमार्जन, संशोधन गर्नुपर्ने छ । समालोचना र राजनीतिसम्बन्धी किताव पनि निकाल्ने योजना छ तर, लेख्न भ्याएको छैन ।
म वाहिरबाट हेर्दा राम्रो देखिने तर, गुदी केही नहुने खालको काम गर्ने व्यक्ति होइन । बरु बाहिर नदेखियोस् तर, भित्र गुदी हुनैपर्छ भन्ने सोच राख्छु ।
बाहिर ठुलो तामझाम गर्ने तर, जनताको काम नगर्ने जस्तो झुक्याउने काम सत्तामा गएका नेताहरूले गरेका छन् । जनताको मनोभावना बुझ्दै त्यसलाई सिद्धान्त, राजनी��िसँग गाँस्नुपर्ने हुन्छ । जनतासँगको सम्बन्ध पनि मजबुत बनाउनुपर्ने हुन्छ । जनताको समस्या सुन्ने, भावना बुझ्ने र त्यसलाई संल्लेषण गरेर जनतालाई सुखी बनाउने गरी सेवा पुर्‍याउनु नेताको धर्म हो । यो असाध्यै गाह्रो कुरा हो । यो भन्न सजिलो हुन्छ, गर्न गाह्रो हुन्छ ।
श्रीमतीलाई लेखपढमा लाग भनेर मैले भन्ने भइ नै हाल्यो । महिलाहरूलाई घरमा भ्याई नभ्याइ हुन्छ । बढी त उनको आफ्नै पहलमा एसईई उतीर्ण भएकी छन् । यो उनकै मिहिनेतको फल हो ।
सेक्टरकाण्डबारे बेखर
२०४५ चैतमा सेक्टर काण्ड हुँदा म पार्टी महासचिव थिएँ । तर त्यो मैले गराएको होइन । निर्णय गरेर ‘एक्सन’ लिने पार्टीका साथीहरूले घट्नाबारे केन्द्रीय कार्यालयलाई थाहा पनि दिइएनन् ।
पञ्चायती दमन कालमा त्यस्तो घट्ना अस्वभाविक पनि होइन । पार्टीमा मेरो नेतृत्व भएकाले कतिले मलाई जोडेर सेक्टर काण्डलाई ठूलो घटना बनाउँछन् तर, त्यो त्यस्तो कुरै होइन । त्यसलाई ठूलो मान्ने हो भने त जनयुद्धमा कत्रा-कत्रा घट्ना भए, भए !
२०४६ सालको परिवर्तन एक कदम अगाडि हो । दलीय प्रतिबन्ध हट्नु सकारात्मक पक्ष थियो तर, पर्याप्त थिएन । नयाँ जनवादी क्रान्तिका लागि लडेकाहरूका लागि त अपुग नै हो । त्यसैले पुरानो राज्यसत्ता, पुरानो व्यवस्थाको ठाउँमा जनताको राज्यसत्ता, जनताको व्यवस्था स्थापना गर्ने हाम्रो लक्ष्य छ ।
नयाँ जनवादी क्रान्तिमार्फत् देशलाई अर्धसामन्ती, अर्धऔपनीवेशिक अवस्थाबाट मुक्त गरेर सर्वहारा वर्गको नेतृत्वमा सम्पूर्ण शोषित पीडित जनताको राज्यसत्ता स्थापित गर्नुपर्छ भन्ने हाम्रो मान्यता हो । त्यही उद्धेश्य प्राप्तीका लागि २०५२ सालमा जनयुद्ध शुरु गरेका हौं ।
घुमीफिरी संसद
जनयुद्ध शुरु हामी संसदीय व्यवस्था आएकै थियौं । घुमीफिरी रुम्जाटार भने जस्तो अहिले पनि त्यही संसदीय व्यवस्थामा छौं । आमूल परिवर्तन भएन, साथीहरूले क्रान्तिप्रति धोकाधडी गरे । जनताप्रति विश्वासघात गरे ।
त्यतिबेला मुल नेतृत्वमा रहेकैले पार्टी नीतिहरू फेरे । बहुमतले गरेको भएपनि नयाँ जनवाद छोडेर संसदीय बाटोमा जाने निर्णय गलत थियो । मैले संविधान सभाको चुनावमा जाने निर्णयलाई चाहिँ गलत भन्न खोजेको होइन । संविधानसभा बहस, छलफल गर्ने ठाउँ हो । त्यहाँबाट पनि नयाँ जनवाद पारित गराउन सकिन्थ्यो ।
तर, साथीहरूले संसदीय लोकतन्त्र भन्ने पहिला नै निर्णय गरे । त्यो राजनीतिक गल्ती भयो ।
संविधानसभामा पार्टीको बहुमत भएर के गर्नु, त्यतिखेरसम्म साथीहरुले पार्टीको ‘लाइन’ नै छडिसकेका थिए । पहिलो संविधानसभामा म पनि सभासद बनेर जान त गएँ, तर त्यति रुचि थिएन । पछि त त्यहाँ बस्नै मन लागेन । त्यहाँ भूमिका खेल्न त्यत्रा साथीहरू पनि थिए, त्यसैले पार्टीलाई राम्रो बनाउन म संविधानसभाबाट बाहिरिएँ । प्रचण्डले छोड्नुहुन्न भन्दाभन्दै मैले नै छोड्छु भनेर निस्किएको हुँ ।
संसदलाई उपयोग गर्नुपर्छ भन्नेमा विमती छैन । त्यसलाई हाम्रो सिद्धान्तले स्विकार गरेको पनि छ । कम्युनिस्टहरूले संसदमा गएर बहस, छलफल गर्नुपर्छ भन्नेमा कुनै विवाद छैन तर, संसद साधन मात्र हो, सबथोक होइन । सबैथोक त राज्यसत्ता नै हो ।
नेतृत्वले टेकेको धर्ती छाड्यो
क्रान्तिका लागि पार्टी एकता गर्नुपर्छ तर, हतार गर्नुहुँदैन । राजनीतिक छलफल, बहस गर्दै गरौं । राजनीतिक विचार मिल्दा पार्टी एकता हुन्छ, त्यो नै नमिली एकता गर्ने कुरा भएन
पार्टी सच्चिनुपर्छ भनेर मैले पहिलेदेखि भन्दै आएको थिएँ । खरिपाटी सम्मेलनमा पनि यही कुरा राखेको हुँ । साथीहरू हामीसँग बैठकमा बस्दा क्रान्ति गर्ने हो भन्थे तर, व्यवहारमा संसदीय व्यवस्थामै गए । राजनीतिक रुपमा सच्चिदै सच्चिएनन् ।
साथीहरूले लाइन छाडे, धोका दिए । प्रचण्डजी र बाबुरामजी मिल्नुभयो । उहाँहरूले एक पछि अर्को गलत गरेपछि हामीले विद्रोह गर्‍यौं । सही गरिएछ भन्ने नै लाग्छ ।
बादलजीहरूलाई प्रचण्डबाट अलग नभएको भए हुने रहेछ भन्ने लाग्यो, फर्किनुभयो । विप्लवजी अर्कै ढंगले जानुपर्छ भन्ने सोचेर जानुभयो । विचार नमिलेपछि जानुभयो, राम्रै भयो । विचार नमिलेपछि सँगै नबस्नु नै राम्रो ।
हामीले २०७० को चुनाव असफल पार्ने प्रयास गर्‍यौं तर, सकेनौं । हामीलाई पनि चुनावमा लैजान भनेर गोलमेच सम्मेलन गरेका थिए तर, झारा टार्ने खालको । एक दिन कुरा सुन्ने अनि त्यतिमै सक्ने खालको थियो । साँच्चै बहस गरेर अगाडि जानेगरी सम्मेलन गर्न खोजिएन ।
गोलमेच सम्मेलन भनेपछि अधिकार सम्पन्न हुनुपर्ने हो तर, सम्मेलनको अधिकारको परिभाषा नै गरिएन । स्पष्ट परिभाषा गरेर महत्व स्थापित गरेको गोलमेच सम्मेलनमा बस्न हामी चाहन्थ्यौं । सुशील कोइरालाजीले प्रयास पनि गर्नुभयो तर, सम्मेलनलाई अधिकारसम्पन्न बनाउन सक्नु भएन र हामी गएनौं ।
चुनावमा कहिले हारिन्छ, कहिले जितिन्छ । यो सामान्य कुरा हो । नेपाली काँग्रेस, एमालेले पनि यस्तो अवस्था भोगेकै हो । जहिल्यै सरकारमा जानुपर्छ भन्ने सोच चाहिँ गलत हो । पार्टी कमजोर भयो भने बलियो बनाउने हो, बनाउन सकिन्छ भन्ने उदाहरण त त्यो बेलाको माओवादी पार्टी नै हो नि । जनयुद्ध शुरु गर्नुभन्दा पहिला माओवादी सानै थियो ।
तर, टेकेको धर्ती नै छाड्नु मुल समस्या हो । धरातलमै नरहेपछि, संसदीय व्यवस्थालाई स्विकार गरिसके��छि भ्रष्ट बन्नु ठूलो कुरा होइन । सत्तामा गएका साथीहरूको विषयमा यो भन्दा धेरै के भनौं !
कतिपय साथी पार्टी एकताको प्रक्रियामा लागेका छन्, तर अहिले एकता गाह्रो छ । तल्काललाई कसैसँग एकता हुने सम्भावना देख्दिन । गल्ती स्विकार्नुभयो भने प्रचण्डजीलाई पार्टीमा ल्याउन सकिन्छ । विप्लव -नेत्रविक्रम चन्द)हरूको लाइनै के हो, हामीलाई थाहा छैन । के गर्न खोजेको हो, त्यो पनि थाहा भएन ।
क्रान्तिका लागि पार्टी एकता गर्नुपर्छ तर, हतार गर्नुहुँदैन । राजनीतिक छलफल, बहस गर्दै गरौं । राजनीतिक विचार मिल्दा पार्टी एकता हुन्छ, त्यो नै नमिली एकता गर्ने कुरा भएन ।
बाबुरामजी नयाँ शक्ति भनेर हिँडिरहनुभएको छ । पहिला उहाँ माक्र्सवाद वा उदारवादले मात्र हुँदैन, माक्र्सवाद र उदारवादलाई जोडेर जानुपर्‍यो भन्नुहुन्थ्यो । अहिले माक्र्सवाद पनि ठीक छैन, उदारवाद पनि ठीक छैन, नयाँ ढंगले जानुपर्छ भनिरहनुभएको छ । ‘नयाँ’ भनेर भ्रमित पार्न नयाँ शब्द जोड्नुभएको होला तर, उहाँ पुरानै मान्छे भनेर चिनिनुहुन्छ ।
विचार पुरानो भएपछि नाम नयाँ राखेर के काम ? बाबुरामजीको विचारै छैन त के नयाँ, के पुरानो ? उहाँले जति नयाँ भने पनि त्यही संसदीय व्यवस्था हो, त्योभन्दा माथि वा पर होइन । शब्दले सजाएर पुरानो विचार नयाँ हुँदा पनि हुँदैन ।
राजनीतिमा असम्भवै भन्ने त केही हुँदैन तर, अब बाबुरामजी, प्रचण्डजीहरूसँग एकठाउँमा बसेर काम गर्न गाह्रै होला । प्रचण्डजीहरूले पनि कुनै कालखण्डमा गएर गल्ती गरिएछ भन्नसक्नुहुन्छ । गल्ती महसुस गरेर र्फकनुभयो भने पार्टीमा ल्याउन, एकै ठाउँमा बसेर काम गर्न सकिएला ।
प्रम केपी शर्मा ओलीबारे
ओलीजी भन्न त समृद्ध नेपाल र अरु पनि के-के भन्नुहुन्छ । भने पनि साथीले गर्ने भएनन् । देश ठुलो व्यापार घाटामा छ तर, निर्यातमुखी उद्योग स्थापनाका लागि केही गरेको हैन । भारतबाट विजुली ल्याएर लोडसेडिङ हट्यो भन��एको छ ।
यत्रो नेपाली श्रमशक्ति विदेशमा छ, स्वरोजगारको उपाय खोजिँदैन । रोजगारको नाममा कार्यकर्ता मात्र भर्ती गरिन्छ । उल्टोपाल्टो काम गरेर हिंड्नुभएको छ, ओलीजी । उहाँहरूले केही गर्न सक्नुहुन्न ।
राष्ट्रियताको त्यत्रो मुद्दा छ, खै सम्बोधन गरेको ? भारतले सीमा मिचेको छ । ठुला जलविद्युत आयोजनाहरु त्यही भारतलाई दिएको छ । मानव संशाधन विदेश पठाउने अनि प्राकृतिक श्रोतसाधन पनि विदेशीलाई दिने गरेपछि कसरी हुन्छ नेपालको विकास ?
देशको भविष्य बनाउने त चिन्तन नै छैन । पार्टीलाई पुरानो सत्ता सुहाउँदो बनाउनुभएको छ- दुई तिहाई भन्दै फुल्लिने तर, देश र जनताको लागि केहि नगर्ने । उहाँहरू सत्तामा पुग्ने, मोजमस्ती गरेर बस्ने कुरासँग त हामीलाई के मतलब भयो र !
व्यक्तिगत आलोचना होइन, प्रधानमन्त्री ओलीजीको केही पनि चित्त बुझ्दो छैन । ��हाँ न कसैको सुझाव लिनुहुन्छ न त आलोचना सुन्न सक्नुहुन्छ । आफ��ले जे बोल्यो, जे भन्यो त्यो मात्र ठीक भन्ने बलमिच्याँई देखिन्छ ।
उहाँ एक रुढीवादी, पुरातनपन्थी मान्छे, त्यसमाथि अहिले त दुई तिहाईको दम्भ पनि चढेको छ । त्यो दम्भले गर्दा अरुको कुरा नसुन्नुभएको होला । तर, त्यो दुई तिहाईको पनि एक वर्ष त खेरै गयो ।
ओलीजीले नयाँ जनवादी सत्ता चलाउँनुहुन्छ भन्ने आशा कसैले गरेको होइन, तर यही पुरानो सत्ता पनि चलाउन सक्नुभएन । घोषणाहरु गर्ने, काम नगर्ने देखियो । भरतमोहन अधिकारीजी नै भनिरहनुभएको छ- ओलीजीले अर्थमन्त्री बनाएका डा. युवराज खतिवडाले अर्थतन्त्रको प्राविधिक कुरा जान्नुभएको छ तर, दृष्टिकोण छैन ।
यो सरकारबारे हामीले केही भन्नै पर्दैन, माधव नेपालजी, झलनाथ खनालजीहरू नै भनिरहनुभएको छ । तर, ओलीजी सुनिरहनुभएको छैन किनभने उहाँमा पुरातनपन्थी चिन्तन र दम्भ पनि छ ।
0 notes
onlinekhabarapp · 8 years ago
Text
चलचित्र संघमा उदयको नेतृत्व, अस्तित्व नस्विकार्नेलाई यस्तो चेतावनी
हल सञ्चालक र चलचित्र वितरकहरुको संस्था नेपाल चलचित्र संघको अध्यक्षमा प्रदिपकुमार उदय सर्वसम्मत चयन भएका छन् । हेटौडामा सम्पन्न संघको ४४ औं वाषिर्क साधारण सभाले उदयलाई अध्यक्षमा निर्विरोध चयन गरेका हो ।
यस्तै कार्यसमिति सदस्यहरुमा अशोक शर्मा, बीरेन्द्र नारायण श्रेष्ठ, मधुसुधन प्रधान, नरेन्द्र महर्जन, गोपाल कायस्थ चयन भएका छन् । त्यस्तै अर्जुन श्रेष्ठ, मदनमान बज्राचार्य, विक्रम पराजुली, कपिल द्धा, राजिबकुमार शाह, निराज पोखरेल, नारायणप्रसाद आचार्य र ओम जैसी कार्यसमिती सदस्य छनौट भएका छन् ।
यसरी चयन भएका सदस्यहरुबाटै केही दिनपछि उपाध्यक्ष सहित बाँकी पदाधिकारीको घोषणा गरिने नव निर्वाचित अध्यक्ष उदयले बताए । यस्तै संघको पूर्वाञ्चल क्षेत्र अन्तर्गत सभापतिमा चैतन्य बराल र सचिबमा परशुराम चौधरी चयन भएका छन् । बर्तमान अध्यक्ष नकिम उद्दिनले बैशाखदेखि प्रदीप कुमार उदयको नयाँ कार्यसमितिलाई कार्यभार सुम्पने जानकारी कार्यक्रममा गराए ।
अध्यक्ष पदमा निर्विरोध विजयी भएपछि उदयले सबै जना मिलेर संघलाई अगाडि बढाउनुपर्ने बताए । उनले अन्य संघसंस्थालाई आफूहरुको अस्तित्व स्विकार गर्न आग्रह गरे । उनले भने-‘कसैले आफ्नो औचित्य स्विकार गरोस् भन्ने चाहना राख्नेहरुले अरुको पनि औचित्य स्विकार गर्नुपर्छ । अरुले हाम्रो अस्तित्व स्विकार गर्दैननु् भने हामी पनि गर्न वाध्य हुने छैनौ ।’
संघको ४४ औं वाषिर्क साधारण सभाको उद्घाटन गर्न हेटौडा पुगेका राष्ट्रिय प्रजातन्त्र पार्टीका अध्यक्ष कमल थापाले नेपाली चलचित्र समय अनुसार परिवर्तन हुँदै जानु पर्ने बताए ।
२०४५ सालमा आफु तात्कालिन सञ्चारमन्त्री हुँदा वर्षमा एउटा नेपाली सिनेमा बन्ने गरेको अध्यक्ष थापाले बताए । चलचित्र विकास बोर्डका अध्यक्ष राजकुमार राईले सिनेमा हल समय अनुसार सुधार हुन नसकेको भन्दै मोफसलका फिल्म हलमा नेपाली चलचित्र चल्न छाडेको बताए ।
0 notes
onlinekhabarapp · 8 years ago
Text
चलचित्र संघको अध्यक्षमा प्रदिप उदय निर्विरोध
काठमाडौं । हल सञ्चालक र चलचित्र वितरकहरुको संस्था नेपाल चलचित्र संघको अध्यक्षमा प्रदिपकुमार उदय सर्वसम्मत चयन भएका छन् ।
हेटौडामा सम्पन्न संघको ४४ औं वार्षिक साधारण सभाले उदयलाई अध्यक्षमा निर्विरोध चयन गरेका हो । यस्तै कार्यसमिति सदस्यहरुमा अशोक शर्मा, बीरेन्द्र नारायण श्रेष्ठ, मधुसुधन प्रधान, नरेन्द्र महर्जन, गोपाल कायस्थ चयन भएका छन् । त्यस्तै अर्जुन श्रेष्ठ, मदनमान बज्राचार्य, विक्रम पराजुली, कपिल द्धा, राजिककुमार शाह, निराज पोखरेल, नारायणप्रसाद आचार्य र ओम जैसी कार्यसमिती सदस्य छनौट भएका छन् ।
यसरी चयन भएका सदस्यहरुबाटै केही दिनपछि उपाध्यक्ष सहित बाँकी पदाधिकारीको घोषणा गरिने नव निर्वाचित अध्यक्ष उदयले बताए ।
यस्तै संघको पूर्वाञ्चल क्षेत्र अन्तर्गत सभापतिमा चैतन्य बराल र सचिबमा परशुराम चौधरी चयन भएका छन् । बर्तमान अध्यक्ष नकिम उद्दिनले बैशाखदेखि प्रदीप कुमार उदयको नयाँ कार्यसमितिलाई कार्यभार सुम्पने जानकारी कार्यक्रममा गराए ।
संघको ४४ औं वाषिर्क साधारण सभाको उद्घाटन राष्ट्रिय प्रजातन्त्र पार्टीका अध्यक्ष कमल थापाले नेपाली चलचित्र समय अनुसार परिवर्तन हुँदै जानु पर्ने बताए ।
२०४५ सालमा आफु तात्कालिन सञ्चारमन्त्री हुँदा वर्षमा एउटा नेपाली सिनेमा बन्ने गरेको अध्यक्ष थापाले बताए ।
चलचित्र विकास बोर्डका अध्यक्ष राजकुमार राईले सिनेमा हल समय अनुसार सुधार हुन नसकेको भन्दै मोफसलका फिल्म हलमा नेपाली चलचित्र चल्न छाडेको बताए ।
चलचित्र संघका अध्यक्ष नकिम उद्दिनले नेपाली चलचित्र डिजटल प्रविधीमा गएपछि नेपाली फिल्मले ८० प्रतिसत भन्दा बढी नेपाली बजार ओगट्न सफल भएको धारणा राखे ।
0 notes
abhay121996-blog · 3 years ago
Text
16 जून: पढ़े आज दिनभर की बड़ी खबरें Divya Sandesh
#Divyasandesh
16 जून: पढ़े आज दिनभर की बड़ी खबरें
देश-
पिछले 24 घंटों में आए कोरोना के 62 हजार से ज्यादा नए मामले, 2541 लोगों की हुई मौत
नौसेना के जहाज निर्माण पर भी लगा ‘लॉकडाउन’, नहीं मिली ऑक्सीजन
दिल्ली में दिखा प्री मानसून का असर कुछ हिस्सों में हल्की बारिश
तेलंगाना में 20 जून तक बढ़ा स्कूलों व कॉलेजों में ग्रीष्मकालीन अवकाश
रायपुर: प्रदेश में आज से नया शिक्षा सत्र प्रारम्भ, बच्चों के स्कूल आने पर प्रतिबन्ध
विदेश-
कुलभूषण जाधव मामले में सुनवाई 5 अक्टूबर तक स्थगित
जो बाइडेन ने भारतीय-अमेरिकी को संघीय न्यायाधीश के रूप में किया नामित
इजराइल में सत्ता परिवर्तन के बाद गाजा पर फिर हवाई हमला
राजस्थान- 
राजस्थान में लगी दो करोड़ वैक्सीनेशन डोज, चिकित्सा मंत्री ने दी बधाई
विदेश जाने वाले व्यक्ति 28 दिन पूरे होने पर लगवा सकते है दूसरी डोज
नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा, 3 गिरफ्तार
मुख्यमंत्री पिछले डेढ़ साल से दफ्तर भी नहीं गए, ना ही राज्य का दौरा किया : डॉ. पूनियां
खेल-
बीसीसीआई ने डीसीएचएल के खिलाफ जीती कानूनी लड़ाई
वेस्टइंडीज और बांग्लादेश दौरे के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम घोषित,स्मिथ सहित कई बड़े खिलाड़ी बाहर
एशियन कप क्वालीफायर्स : भारत और अफगानिस्तान के बीच मुकाबला 1-1 से ड्रॉ
मनोरंजन-
फरहान अख्तर की ‘तूफान’ 16 जुलाई को अमेजन प्राइम वीडियो पर होगी रिलीज
जल्द लौटने वाला है ‘द कपिल शर्मा शो’, कृष्णा अभिषेक ने दिया ये हिंट
रामायण में सुमंत का किरदार निभाने वाले एक्टर चंद्रशेखर का लम्बी बीमारी के बाद निधन
Download app: अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप
0 notes