#कई गांवो में
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सरिसवा नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी, नेपाल सीमा से सटे कई गांव हुए जलमग्न
पूर्वी चंपारण,29 सितम्बर (हि.स.)। नेपाल के पहाड़ी व तराई क्षेत्र में हुई बारिश के बाद रक्सौल प्रखंड में बहने वाली नेपाल की गाद, तिलावे व सरिसवा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। इस क्षेत्र की सभी नदियां उफन रही है। नदी का पानी निचले इलाकों के कई गांवो में तेजी से फैल रही है। दर्जनो गांवों में बाढ़ जैसी हालात उत्पन्न हो गयी है। वही बाढ़ का पानी सरेह में फैल जाने के कारण धान की…
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जामुन एक ऐसा वृक्ष जिसके अंग अंग में औषधि है।
अगर जामुन की मोटी लकड़ी का टुकडा पानी की टंकी में रख दे तो टंकी में शैवाल, हरी काई नहीं जमेगी और पानी सड़ेगा भी नहीं।
जामुन की इस खुबी के कारण इसका इस्तेमाल नाव बनाने में बड़ा पैमाने पर होता है।
पहले के जमाने में गांवो में जब कुंए की खुदाई होती तो उसके तलहटी में जामून की लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है जिसे जमोट कहते है।
दिल्ली की निजामुद्दीन बावड़ी का हाल ही में हुए जीर्णोद्धार से ज्ञात हुआ 700 सालों के बाद भी गाद या अन्य अवरोधों की वजह से यहाँ जल के स्तोत्र बंद नहीं हुए हैं।
भारतीय पुरातत्व विभाग के प्रमुख के.एन. श्रीवास्तव के अनुसार इस बावड़ी की अनोखी बात यह है कि आज भी यहाँ लकड़ी की वो तख्ती साबुत है जिसके ऊपर यह बावड़ी बनी थी। श्रीवास्तव जी के अनुसार उत्तर भारत के अधिकतर कुँओं व बावड़ियों की तली में जामुन की लकड़ी का इस्तेमाल आधार के रूप में किया जाता था।
स्वास्थ्य की दृष्टि से विटामिन सी और आयरन से भरपूर जामुन शरीर में न केवल हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता। पेट दर्द, डायबिटीज, गठिया, पेचिस, पाचन संबंधी कई अन्य समस्याओं को ठीक करने में अत्यंत उपयोगी है।
एक रिसर्च के मुताबिक, जामुन के पत्तियों में एंटी डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो रक्त शुगर को नियंत्रित करने करती है। ऐसे में जामुन की पत्तियों से तैयार चाय क�� सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों को काफी लाभ मिलेगा।
सबसे पहले आप एक कप पानी लें। अब इस पानी को तपेली में डालकर अच्छे से उबाल लें। इसके बाद इसमें जामुन की कुछ पत्तियों को धो कर डाल दें। अगर आपके पास जामुन की पत्तियों का पाउडर है, तो आप इस पाउडर को 1 चम्मच पानी में डालकर उबाल सकते हैं। जब पानी अच्छे से उबल जाए, तो इसे कप में छान लें। अब इसमें आप शहद या फिर नींबू के रस की कुछ बूंदे मिक्स करके पी सकते हैं।
जामुन की पत्तियों में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं. इसका सेवन मसूड़ों से निकलने वाले खून को रोकने में और संक्रमण को फैलने से रोकता है। जामुन की पत्तियों को सुखाकर टूथ पाउडर के रूप में प्रयोग कर सकते हैं. इसमें एस्ट्रिंजेंट गुण होते हैं जो मुंह के छालों को ठीक करने में मदद करते हैं। मुंह के छालों में जामुन की छाल के काढ़ा का इस्तेमाल करने से फायदा मिलता है। जामुन में मौजूद आयरन खून को शुद्ध करने में मदद करता है।
जामुन की लकड़ी न केवल एक अच्छी दातुन है अपितु पानी चखने वाले (जलसूंघा) भी पानी सूंघने के लिए जामुन की लकड़ी का इस्तेमाल करते।
☘️एक कदम आयुर्वेद की ओर☘️
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Saraikela sengel jansabha - खरसावां के नारायणबेड़ा में आयोजित सेंगेल जनसभा में कई मुद्दों पर हुआ विचार, आदिवासी समाज को उन्नत बनाने जैसे कई मुद्दों पर जनांदोलन का भी लिया गया निर्णय
सरायकेला : सरायकेला जिले के खरसावां प्रखंड के सुदूरवर्ती नारायणबेड़ा में सेंगेल जनसभा आयोजित हुई, आदिवासी सेंगेल अभियान के तहत बनाये गए खरसावां ब्लॉक बीडीओ सोमराय मार्डी की अध्यक्षता में आयोजित सभा में आगामी 14 मई को खरसावां प्रखंड के 24 संताल गांवों की एक सेंगेल जनसभा गठित करने का निर्णय लिया गया. निर्णय लिया गया कि आगामी 14 मई को खरसावां प्रखंड के 24 संथाल गांवो की एक सेंगेल जनसभा आयोजित होगी.…
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छाता के कई गांव प्रधान पहुंचे डीएम ऑफिस बोले 84 कोस परिक्रमा मार्ग में नहीं है हमारे गांव
छाता के कई गांव प्रधान पहुंचे डीएम ऑफिस बोले 84 कोस परिक्रमा मार्ग में नहीं है हमारे गांव
मथुरा अभी न्यूज़ ( आरती शर्मा/अनुज शर्मा ) शासन ने जब से ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग का सौंदर्यीकरण करने के लिए कदम उठाया है तभी से यह मार्ग विवादों में आता जा रहा है मथुरा क्षेत्र और बाहरी क्षेत्रों के कई ग्रामीण लगातार प्रशासनि�� कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं इनका कहना है कि हमारे क्षेत्र चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग में नहीं है जबकि विगत में चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग हमारी क्षेत्रों से होकर गुजरती थी मथुरा के जिलाधिकारी कार्यालय पर आज एक बार फिर कई गांवों के ग्रामीण और वहां के प्रधान पहुंचे अभी टीवी स्क्रीन पर दिखाई दे रहा है यह सभी प्रधान और ग्रामीण मथुरा के छाता क्षेत्र के गांवो के है इन ग्रामीणों का कहना है कि एक समाचार पत्र के माध्यम से हमें यह मालूम है कि हमारे गांव चोरासी कोस परिक्रमा मार्ग में नहीं है इनका कहना है कि पौराणिक ग्रंथों और मानचित्र के अनुसार न होकर सेकसाई से सीधे कोसीकला और कोसीकला से सीधे शेरगढ़ इसी के बीच कई गांव परिक्रमा मार्ग में रह गए हैं इस सूची को पुन ठीक किया जाए और इन गांवों को जोड़ा जाए इसी को लेकर हमने जिला अधिकारी से बात की उन्होंने हमारी बात को बड़ी ध्यान से सुना और मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष नागेंद्र प्रताप से बात की लेकिन अभी वह 2 दिन के लिए लखनऊ गए हैं हुए हैं जैसे ही वह वापस मथुरा लौटेंगे तो इस मामले में जरूर कार्यवाही करेंगे जिलाधिकारी ने हमको यह आश्वासन दिया है
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Rewari News: इस बूथ पर रोका मतदान, कल होगा दोबारा, जानिए वजह
Rewari News: इस बूथ पर रोका मतदान, कल होगा दोबारा, जानिए वजह
बुजुर्ग मतदान को लेकर हुआ झगडा, तीन घायल, फोर्स तैनात रेवाडी: जिले में शनिवार को पंच व सरपंचो के मतदान प्रकिया जारी है।मतदान को लेकर कई गांवो में सुबह से तना तना रही। गांव कसोली में बुर्जग मतदान करवाने को लेकर दो ग्रुपो में झगडा हो गया। जिसमें तीन लोग घायल हो गए। मतदान रोका, कल होगा दोबारा: लिसाना गांव के बूथ नंबर 35 पर वार्ड 4 व 6 के पंच के लिए मतदान को रोक दिया गया है। चुनाव प्रत्याशियो का…
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तक्षक का दर्द और बदला तो देखो आंसू भी आएंगे और सीना चौड़ा भी होजाएगा।
सन 711ई. की बात है। अरब के पहले मुस्लिम आक्रमणकारी मुहम्मद बिन कासिम के आतंकवादियों ने मुल्तान विजय के बाद एक विशेष सम्प्रदाय हिन्दू के ऊपर गांवो शहरों में भीषण रक्तपात मचाया था। हजारों स्त्रियों की छातियाँ नोच डाली गयीं, इस कारण अपनी लाज बचाने के लिए हजारों सनातनी किशोरियां अपनी शील की रक्षा के लिए कुंए तालाब में डूब मरीं।लगभग सभी युवाओं को या तो मार डाला गया या गुलाम बना लिया गया। भारतीय सैनिकों ने ऎसी बर्बरता पहली बार देखी थी।*
एक बालक *तक्षक* के पिता कासिम की सेना के साथ हुए युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो चुके थे। लुटेरी अरब सेना जब *तक्षक* के गांव में पहुची तो हाहाकार मच गया। स्त्रियों को घरों से खींच खींच कर उनकी देह लूटी जाने लगी।भय से आक्रांत तक्षक के घर में भी सब चिल्ला उठे। *तक्षक* और उसकी दो बहनें भय से कांप उठी थीं।
*तक्षक* की माँ पूरी परिस्थिति समझ चुकी थी, उसने कुछ देर तक अपने बच्चों को देखा और जैसे एक निर्णय पर पहुच गयी। माँ ने अपने तीनों बच्चों को खींच कर छाती में चिपका लिया और रो पड़ी। फिर देखते देखते उस क्षत्राणी ने म्यान से तलवार खीचा और अपनी दोनों बेटियों का सर काट डाला।उसके बाद ���रबों द्वारा उनकी काटी जा रही गाय की तरफ और बेटे की ओर अंतिम दृष्टि डाली, और तलवार को अपनी छाती में उतार लिया।
आठ वर्ष का बालक *तक्षक* एकाएक समय को पढ़ना सीख गया था, उसने भूमि पर पड़ी मृत माँ के आँचल से अंतिम बार अपनी आँखे पोंछी, और घर के पिछले द्वार से निकल कर खेतों से होकर जंगल में भाग गया।
25 वर्ष बीत गए। अब वह बालक बत्तीस वर्ष का पुरुष हो कर कन्नौज के गुर्ज�� प्रतिहार वंश के प्रतापी शासक नागभट्ट द्वितीय का मुख्य अंगरक्षक था। वर्षों से किसी ने उसके चेहरे पर भावना का कोई चिन्ह नही देखा था। वह न कभी खुश होता था न कभी दुखी। उसकी आँखे सदैव प्रतिशोध की वजह से अंगारे की तरह लाल रहती थीं। उसके पराक्रम के किस्से पूरी सेना में सुने सुनाये जाते थे। अपनी तलवार के एक वार से हाथी को मार डालने वाला तक्षक सैनिकों के लिए आदर्श था। कन्नौज नरेश नागभट्ट अपने अतुल्य पराक्रम से अरबों के सफल प्रतिरोध के लिए ख्यात थे। सिंध पर शासन कर रहे अरब कई बार कन्नौज पर आक्रमण कर चुके थे,पर हर बार योद्धा गुर्जर प्रतिहार उन्हें खदेड़ देते। युद्ध के सनातन नियमों का पालन करते नागभट्ट कभी उनका पीछा नहीं करते, जिसके कारण मुस्लिम शासक आदत से मजबूर बार बार मजबूत हो कर पुनः आक्रमण करते थे। ऐसा पंद्रह वर्षों से हो रहा था।
इस बार फिर से सभा बैठी थी, अरब के खलीफा से सहयोग ले कर सिंध की विशाल सेना कन्नौज पर आक्रमण के लिए प्रस्थान कर चुकी है और संभवत: दो से तीन दिन के अंदर यह सेना कन्नौज की सीमा पर होगी। इसी सम्बंध में रणनीति बनाने के लिए महाराज नागभट्ट ने यह सभा बैठाई थी। सारे सेनाध्यक्ष अपनी अपनी राय दे रहे थे...तभी अंगरक्षक तक्षक उठ खड़ा हुआ और बोला---
*महाराज, हमे इस बार दुश्मन को उसी की शैली में उत्तर देना होगा।*
महाराज ने ध्यान से देखा अपने इस अंगरक्षक की ओर, बोले- "अपनी बात खुल कर कहो तक्षक, हम कुछ समझ नही पा रहे।"
*"महाराज, अरब सैनिक महाबर्बर हैं, उनके साथ सनातन नियमों के अनुरूप युद्ध कर के हम अपनी प्रजा के साथ घात ही करेंगे। उनको उन्ही की शैली में हराना होगा।"*
महाराज के माथे पर लकीरें उभर आयीं, बोले-
"किन्तु हम धर्म और मर्यादा नही छोड़ सकते सैनिक। "
तक्षक ने कहा-
*"मर्यादा का निर्वाह उसके साथ किया जाता है जो मर्यादा का अर्थ समझते हों। ये बर्बर धर्मोन्मत्त राक्षस हैं महाराज। इनके लिए हत्या और बलात्कार ही धर्म है।"*
"पर यह हमारा धर्म नही हैं बीर"
"राजा का केवल एक ही धर्म होता है महाराज, और वह है प्रजा की रक्षा। देवल और मुल्तान का युद्ध याद करें महाराज, जब कासिम की सेना ने दाहिर को पराजित करने के पश्चात प्रजा पर कितना अत्याचार किया था। ईश्वर न करे, यदि हम पराजित हुए तो बर्बर अत्याचारी अरब हमारी स्त्रियों, बच्चों और निरीह प्रजा के साथ कैसा व्यवहार करेंगे, यह आप भली भाँति जानते हैं।"
महाराज ने एक बार पूरी सभा की ओर निहारा, सबका मौन *तक्षक* के ��र्कों से सहमत दिख रहा था। महाराज अपने मुख्य सेनापतियों मंत्रियों और तक्षक के साथ गुप्त सभाकक्ष की ओर बढ़ गए।
अगले दिवस की संध्या तक कन्नौज की पश्चिम सीमा पर दोनों सेनाओं का पड़ाव हो चूका था, और आशा थी कि अगला प्रभात एक भीषण युद्ध का साक्षी होगा।
आधी रात्रि बीत चुकी थी। अरब सेना अपने शिविर में निश्चिन्त सो रही थी। अचानक *तक्षक* के संचालन में कन्नौज की एक चौथाई सेना अरब शिविर पर टूट पड़ी। अरबों को किसी हिन्दू शासक से रात्रि युद्ध की आशा न थी। वे उठते,सावधान होते और हथियार सँभालते इसके पुर्व ही आधे अरब गाजर मूली की तरह काट डाले गए।
इस भयावह निशा में *तक्षक* का शौर्य अपनी पराकाष्ठा पर था।वह घोडा दौड़ाते जिधर नि��ल पड़ता उधर की भूमि शवों से पट जाती थी। आज माँ और बहनों की आत्मा को ठंडक देने का समय था....
उषा की प्रथम किरण से पुर्व अरबों की दो तिहाई सेना मारी जा चुकी थी। सुबह होते ही बची सेना पीछे भागी, किन्तु आश्चर्य! महाराज नागभट्ट अपनी शेष सेना के साथ उधर तैयार खड़े थे। दोपहर होते होते समूची अरब सेना काट डाली गयी। अपनी बर्बरता के बल पर विश्वविजय का स्वप्न देखने वाले आतंकियों को पहली बार किसी ने ऐसा उत्तर दिया था।
विजय के बाद महाराज ने अपने सभी सेनानायकों की ओर देखा, उनमे तक्षक का कहीं पता नही था।सैनिकों ने युद्धभूमि में *तक्षक* की खोज प्रारंभ की तो देखा-लगभग हजार अरब सैनिकों के शव के बीच *तक्षक* की मृत देह दमक रही थी। उसे शीघ्र उठा कर महाराज के पास लाया गया। कुछ क्षण तक इस अद्भुत योद्धा की ओर चुपचाप देखने के पश्चात महाराज नागभट्ट आगे बढ़े और तक्षक के चरणों में अपनी तलवार रख कर उसकी मृत देह को प्रणाम किया। युद्ध के पश्चात युद्धभूमि में पसरी नीरवता में भारत का वह महान सम्राट गरज उठा-
"आप आर्यावर्त की वीरता के शिखर थे *तक्षक*.... भारत ने अबतक मातृभूमि की रक्षा में प्राण न्योछावर करना सीखा था, आप ने मातृभूमि के लिए प्राण लेना सिखा दिया। भारत युगों युगों तक आपका आभारी रहेगा।"
*इतिहास साक्षी है, इस युद्ध के बाद अगले तीन शताब्दियों तक अरबों कीें भारत की तरफ आँख उठा कर देखने की हिम्मत नही हुई।*
*तक्षक ने सिखाया कि मातृभूमि की रक्षा के लिए प्राण दिए ही नही, लिए भी जाते है, साथ ही ये भी सिखाया कि दुष्ट सिर्फ दुष्टता की ही भाषा जानता है, इसलिए उसके दुष्टतापूर्ण कुकृत्यों का प्रत्युत्तर उसे उसकी ही भाषा में देना चाहिए अन��यथा वो आपको कमजोर ही समझता रहेगा।
पर देश का दुर्भाग्य देखो ,कोंग्रेस वामपंथीयो ने भारत भूमि के ऐसे वीर को इतिहास में जगह तक नही दी ,कैसा पाप किया इन पापियों ने।
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विम्स के आर्थो विभाग में एक बार फिर से “अपर लिम्ब एवं हिप रिप्लेसमैन्ट” द्वारा 40 वर्षीय मरीज नीरज (काल्पनिक नाम) को दिया नया जीवन।
पूरी तरह से चल��े से लाचार इस चालीस वर्षीय मरीज के दोनो पैरो एवं कूल्हो का सफल प्रत्यारोपण (हिप रिप्लेसमेन्ट) कर विम्स के विख्यात आर्थो सर्जन डॉ शाहिद मीर एवं उनकी टीम ने मरीज को पैरो पर खडा करके रच दिया इतिहास, मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ।
आदरणीय प्रधानमंत्री जी के “आरोग्य भारत-स्वस्थ भारत” मिशन को साकार करते हुए साठ साल से ऊपर के बीपीएल कार्डधारक बीस गाँव गोद लेकर वहां के बुजुर्गो की आंखो का निशुल्क आपरेशन कर लैन्स प्रत्यारोपित करेगा विम्स- डॉ सुधीर गिरि, चेयरमैन, वेंक्टेश्वरा समूह।
आजादी के अमृत महोत्सव में “बेटी बचाओ-बेटी पढाओ” स्कीम के तहत किसी भी नार्मल डिलीवरी से बेटी होने पर निशुल्क डिलीवरी के साथ प्रोत्साहन राशि भी देगा विम्स- डॉ राजीव त्यागी, प्रतिकुलाधिपति, श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय/संस्थान।
आज राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय के तत्वाधान में संचालित 750 बेडेड मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल विम्स ने चालीस वर्षीय नीरज के पूरी तरह नष्ट हो चुके दोनो पैरो एवं कूल्हो के सफल प्रत्यारोपण (हिप रिप्लेसमेन्ट सर्जरी) कर वर्षो से बिस्तर से उठने में नाकाम इस मरीज को उसके पैरो पर खडा करके नया जीवनदान दिया है। इस शानदार सफल सर्जरी पर समूह चेयरमैन डॉ सुधीर गिरि ने प्रसन्नता पर व्यक्त करते हुए पूरी आर्थो टीम की प्रशंसा करते हुए आजादी के अमृत महोत्सव में आदरणीय प्रधानमन्त्री जी के “स्वस्थ भारत-आरोग्य भारत” मिशन को आगे बढाते हुए पश्चिमी यूपी के 20 गांवो के बीपीएल कार्डधारक 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गो के लिए आंखो के निशुल्क आपरेशन एवं निशुल्क चश्मा देने की घोषणा की है।
विम्स के हडडी रोग विभाग द्वारा सफल “कूल्हा प्रत्यारोपण” की विस्तार से जानकारी देते हुए आर्थो विभाग के विख्यात सर्जन डॉ शाहिद मीर ने बताया कि दोनो पैरो एवं कूल्हे पूरी तरह से खो चुका यह मरीज एक सप्ताह पहले विम्स में भर्ती हुआ था। मरीज पिछले कई वर्षो से चलना फिरना तो दूर बिस्तर से उठ भी नहीं पा रहा था। अब उसके दोनो पैरो एवं कूल्हो की सफल सर्जरी द्वारा प्रत्यारोपण कर उसको पूरी तरह ठीक कर दिया है। विम्स में सभी प्रकार के एडवान्स उपचार एवं दुलर्भ शल्य चिकित्सा (रेयर/एडवान्स सर्जरी) उपलब्ध है। हम अपने मरीजो को शानदार एडवान्स चिकित्सीय सुविधाऐ देने की ओर लगातार काम कर रहे है।
इस सफल सर्जरी करने वालो की टीम में आर्थो टीम के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ शाहिद मीर, डॉ सचिन सिंह, डॉ अमित कुमार एवं निश्चेतन विभाग (एनस्थीसिया) के एसोसिएट प्रो डॉ अवधेश शर्मा रहे। सर्जरी टीम को बधाई देने वालो मे कुलपति डॉ पीके भारती, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एनके कालिया, हॉस्पिटल मुख्य प्रबन्धक डॉ एमए चौधरी, डॉ मानिक त्यागी, डॉ ईकराम ईलाही, डॉ एएस ठाकुर, डॉ दीपक, डॉ मोनिका देशववाल, डॉ शुभम अग्रवाल, मेरठ परिसर निदेशक डॉ प्रताप सिंह, डॉ राजेश सिंह, डॉ राकेश यादव, अलका सिंह, विम्स सलाहकार डॉ आरएनसिंह, डॉ संजीव भट् डॉ ऐना ब्राउन, डॉ विवेक सचान, डॉ सीपी कुशवाह, एचआर हेड शिवशंकर, अरूण गोस्वामी, ब्रजपाल, मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे। बहुत ही शानदार न्यूज़ कवरेज के लिए टीम मीडिया का हार्दिक आभार। धन्यवाद डॉ राजीव त्यागी प्रतिकुलाधिपति श्री वेंकटेश्वरा विश्वविद्यालय मेरठ/ गजरौला उत्तर प्रदेश। 🙏🙏
#SuccessfulOperation #Surgery #VIMSHospital #SVUGajraula #UttarPradesh #India
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बूथ सशक्तिकरण के लिए विधायक पंकज सिंह ने किया नोएडा के कई गांवो में दौरा
बूथ सशक्तिकरण के लिए विधायक पंकज सिंह ने किया नोएडा के कई गांवो में दौरा
नोएडा: भारतीय जनता पार्टी नोएडा महानगर द्वारा बूथ सशक्तिकरण अभियान का आयोजन नोएडा विधानसभा के विभिन्न गांव अट्टा, हरौला, झुंडपुरा, बहलोलपुर और बरौला में किया गया। जिसमे मुख्य अथिति प्रदेश उपाध्यक्ष व नोएडा विधायक पंकज सिंह जी उपस्थिति रहे। इस दौरान विधायक पंकज सिंह जी ने अट्टा हरौला झुंडपुरा और बरौला , बहलोलपुर सहित विभिन्न गांव का दौरा किया। (more…)
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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आमाकड़ा में झलमलको लया-लयोर गोटुल रच्चा उत्सव में हुए शामिल कांकेर-अंतागढ़ क्षेत्र के विकास के लिए...
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सपा से भाजपा मे वापसी के बाद प्रत्याशी विजयलक्ष्मी गौतम जोर-शोर से चलाया जनसंपर्क
सपा से भाजपा मे वापसी के बाद प्रत्याशी विजयलक्ष्मी गौतम जोर-शोर से चलाया जनसंपर्क
त्रिशूल तिवारी सलेमपुर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी विजयलक्ष्मी गौतम ने भाजपा सलेमपुर मण्डल के देवपार, मधवापुर, चाँदपलिया, चेरो आदि विभिन्न गांवो में जनसंपर्क किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र और प्रदेश की सरकार ने विकास के कई काम किए हैं। प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बनने का दावा करते हुए कहा कि विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जाएगा। भाजपा प्रत्याशी ने चु��ाव के बाद प्राथमिकता पर सभी…
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छत्तीसगढ़ जब नहीं बना था तब से यहां की इकाई को शिवसेना छत्तीसगढ़ ही कहा जाता है 1984 में 14 जुलाई के दिन प्रदेश प्रमुख धनंजय सिंह परिहार जी सहयोगियों के साथ अविभाजित मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ की धरा पर शिवसेना के केसरिया ध्वज की स्थापना किया था, तब से लगातार संगठन में कई लोग आये तो कई साथी चले गए पृथक छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के लिए राजनीतिक संघर्ष में अद्वितीय भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ शिवसैनिकों के मुख से जब आज के नवयुवक पृथक छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के समय के संघर्ष को सुनते हैं तब रोम रोम खड़े हो जाते हैं और स्वत गर्व महसूस होता है कि उन्हें भी उस पार्टी के सदस्य होने का गौरव प्राप्त हुआ जिस के संघर्ष की देन है आज पृथक छत्तीसगढ़ राज्य लेकिन जिस उद्देश्य से पृथक छत्तीसगढ़ राज्य की मांग को शिवसेना ने संघर्ष किया था वैसा छत्तीसगढ़िया को राज्य निर्माण के 21वे वर्ष में आज भी न्याय विकास व भागीदारी नहीं मिली है जिस तरह बालासाहेब ठाकरे जी सदैव स्थानीय को रोजगार व अन्य चीजों में प्राथमिकता मिले इसके लिए पक्षधर रहे वैसे ही प्रदेश प्रमुख जी के नेतृत्व में शिवसैनिकों का छत्तीसगढ़ के लिए विचार है शिवसेना छत्तीसगढ़ ने पृथक राज्य निर्माण के लिए छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों गांवो के सड़क से लेकर मध्यप्रदेश और दिल्ली के जंतर मंतर में प्रदर्शन किया हैl जब देश का कलंक बाबरी ढांचा हटाया गया तब भी प्रदेश प्रमुख जी के नेतृत्व में शिवसेना छत्तीसगढ़ के तकरीबन 50शिवसैनिक वहां गए थेl किसानों की बात हो या बेरोजगारी की समस्या महिला सुरक्षा या किसी गरीब साधु के सत्य अत्याचार प्रदेश प्रमुख के नेतृत्व में सदैव राज्य के बाद शिवसेना के खिलाफ पर राजनीतिक षड्यंत्र रचा गया लेकिन अनेकों उतार-चढ़ाव के बीच भी छत्तीसगढ़ राज्य में शिवसेना समाज कार्य करके अपना केसरिया ध्वज बुलंद किए हुए हैं हालांकि जिन्होंने शिवसेना को समाप्त करने की सोच से कार्य किया था उनकी हस्ती समय के साथ आज किसी न किसी तरह धूल के अवश्य मिल गए हैंll
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Rewari News: ये कैसा प्रचार, गांव के गौरवपट पर चिपका दिए पोस्टर
Rewari News: ये कैसा प्रचार, गांव के गौरवपट पर चिपका दिए पोस्टर
धारूहेडा: जिले में पंचायती राज संस्थाओं के जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्यों के आम चुनाव 9 व 12 नंवबर हो होने है। प्रत्यासियो की ओर से जोर शोर से प्रचार व प्रसार किया रहा है। Rewari News: हवा में घुल रहा जहर, आंखो मे हो रही जलन लेकिन कई गांवो में प्रत्यासियो ने अपने अपने पोस्टर गांव के गौरवपट पर ही चिपटा दिए है। ऐसा नहीं है कि गांव के लोग प्रत्यासियो को पोस्टर लगाने का विरोध कर रहे है, लेकिन इसके…
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#Niganiyawas news#Poster for Election#DHARUHERA NEWS#election news#posters pasted on the pride of the village#REWARI NEWS#What kind of propaganda is this#चिपका दिए पोस्टर
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बिग ब्रेकिंग न्यूज़
ईसानगर उप जिलाधिकारी धौरहरा द्वारा किया गया निरीक्षण
संवाददाता नीरज अवस्थी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ईसानगर का निरीक्षण शासन के आदेशों के तहत आज उपजिलाधिकारी रेणु जी द्वारा किया गया, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ईसानगर का किया निरीक्षण ।अधीक्षक डॉ0 बी0 के0 स्नेही को दिए आवश्यक दिशा निर्देश। और बताया कि गांव गांव स्तर पर पूरे ब्लॉक ईसानगर में निगरानी समितियों को सुचारू रूप से एक्टिवेट कर दिया जाए ।ताकि ग्रामीण स्तर पर कोविड-19 की रोकथाम हो सके ।वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से पूरा जनजीवन अस्त व्यस्त है। साथ ही कोरोना शहरों की ओर से गांव की तरफ धीरे-धीरे बढ़ रहा है। लोगों को जीना बेहाल किए हुए हैं। कई लोग सिंप्टोमेटिक हैं ।कई पॉजिटिव भी है। इन्हीं सब को देखते हुए शासन द्वारा गांव स्तर पर गठित निगरानी समितियों को व्यापक रूप से एक्टिवेट करने के आदेश दिए हैं ।इन समितियों में गांव की आशा आंगनबाड़ी और क्षेत्रीय शिक्षक ,शिक्षामित्र ,सफाई कर्मी आदि सदस्य हो सकते हैं ।यह लोग अपने गांव में मीटिंग कर सिंप्टोमेटिक और नॉन सिंप्टोमेटिक मरीजों की निगरानी करते हैं ।और उनको व्यापक उचित स्वास्थ्य संबंधी सलाह, शिक्षा आदि भी देते हैं ।इन सबके कार्य करने से बहुत हद तक कोविड19 पर कंट्रोल पाया जा सकता है। उप जिलाधिकारी ने बताया कि इस समय टेस्टिंग ,ट्रीटमेंट, ट्रैकिंग, ट्रेसिंग ,पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ।साथ ही लोगों को 45 वर्ष से ऊपर के हैं ।��नको कोविड-19 का टीका अवश्य लगवाना चाहिए ।इसका बचाव सिर्फ भारत सरकार की कोविड-19 की गाइड लाइन और टीकाकरण ही है ।इस दौरान सामुदायिक केंद्र पर अधीक्षक डॉ0 बी0के0स्नेही के अलावा समस्त स्टाफ मौजूद मिला ।डॉक्टर स्नेही ने बताया कि हम लोग सीमित संसाधनों के बावजूद भी अपने ब्लॉक में जनमानस तक पूरी स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करा रहे हैं। साथ ही प्रतिदिन दो टीमें चला करके जांच कराई जा रही है। 238 आशाओ, 4 आर आर टी की टीम द्वारा प्रतिदिन कोविड-19 के बारे में जानकारी सलाह और उनको दवाएं आदि पहुंचाई जा रही हैं। आशा, एएनएम, घर घर जाकर के सर्वे कर रहे हैं। और सभी सिंप्टोमेटिक और संदिग्ध मरीजों को भी मेडिसिन किट मुहैया करा रही हैं।उपजिलाधिकारी जी द्वारा कविरहा ओर गुरूदीन पुरवा गांव का निरीक्षण भी किया।और निगरानी समितियों के सदस्यों द्वारा दी जा रही सेवाओ की जानकारी प्राप्त की।विकास खण्ड द्वारा सम्बन्धित गांवो में सेनेटाइज करवाया जा रहा है।
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प्रदेश में जल्द शुरू होगी जिनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा, स्ट्रेन का पता लगाकर किया जा सकेगा उपचार Divya Sandesh
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प्रदेश में जल्द शुरू होगी जिनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा, स्ट्रेन का पता लगाकर किया जा सकेगा उपचार
जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि वायरस के स्ट्रेन का पता लगाने के लिए जिनोम सिक्वेसिंग की जरूरत होती है। फिलहाल यह सुविधा केंद्र सरकार के नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यह तय किया है कि जिनोम सिक्वेसिंग की सुविधा प्रदेश की एसएमएस मेडिकल कॉलेज में प्रारंभ किया जाए। इसके लिए विभाग के अधिकारियों के जरूरी तैयारियां भी प्रारंभ कर दी गई हैं।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि जिनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा देश भर केवल 10 जगह है, यहां हर राज्य से वहां सैंपल भेजे जाते हैं। प्रदेश सरकार ने स्ट्रेन का पता लगाने के लिए कई दिनों पहले सैंपल भेजा था। हाल ही पता लगा है कि राजस्थान में यूके का स्ट्रेन है। उन्होंने कहा प्रदेश में जिनोम सिक्वेंसिंग के शुरू होने से पता चल सकेगा कि वायरस किस स्ट्रेन का है। चिकित्सक स्ट्रेन के अनुसार ही इलाज कर सकेंगे।
तीसरी-च���थी लहर से निपटने के लिए शुरू की तैयारियां- चिकित्सा मंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों और चिकित्सकों द्वारा देश भर में तीसरी और चौथी लहर के बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक होने की आशंका जताई जा रही है। साथ ही इस लहर को बच्चों के लिए खतरनाक होने की संभावना बताई जा रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर विभाग ने अभी से ��ैयारी करना शुरू कर दिया है। सरकार शॉट टर्म और लॉन्ग टर्म दोनों योजनाओं पर विस्तार से काम कर रही है। राज्य के सभी बच्चों के अस्पतालों में स्थित नीकू, पीकू, एसएनसीयू तथा मातृ एवं शिशु चिकित्सालयों में सेंट्रलाइज ऑक्सीजन सिस्टम विकसित करने, ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने की योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह सतर्क और तैयार है।
घर-घर जाकर बांटी जा रही दवा, लिए जा रहे हैं सैंपल- चिकित्सा मंत्री ने कहा कि पिछली लहर में बुजुर्ग और शहरी क्षेत्रों के लोग कोरोना से ज्यादा संक्रमित हो रहे थे लेकिन इस बार कोरोना गांवों और युवाओं तक भी पहुंच गया है। अब तक 7 लाख आईएलआई (वायरस के लक्षण वाले) लोगों को चिन्हित किया है। सरकार कोरोना के नियंत्रण में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। विभाग द्वारा गांवों में टीमें बनाकर घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है, जरूरी दवाइयों की किट बांटी जा रही हैं। आईएलआई केसेज, सिंप्टोमेटिक केसेज को चिन्हित किया जा रहा है।
एंटीजन टेस्ट से मिल सकेगी 15-20 मिनट में रिपोर्ट- स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में अब तक आरटीपीसीआर टेस्ट ही किए जा रहे हैं। प्रदेश की 68 जगहों पर 1 लाख 45 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता विकसित कर और प्रतिदिन 99 हजार टेस्ट तक किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांवों में खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण वाले केसेज ज्यादा आ रहे हैं। ऎसे में उनकी तुरंत जांच के लिए राज्य सरकार ने एंटीजन टेस्ट करने को फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि जहां आटीपीसीआर टेस्ट की विश्वसनीयता 70 फीसद है तो एंटीजन टेस्ट की विश्वसनीयता 40 प्रतिशत ही है लेकिन एंटीजन से पजिटिव केसेज की पता 15 से 20 मिनट में ही चल जाता है। उन्होंने कहा कि नेगेटिव लेकिन लक्षण वाले लोगों के सैंपल का आरटीपीसीआर किया जा सकेगा। सरकार का ध्यान ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कर फैलते संक्रमण को रोकने पर है।
विलेज कमेटियों हुई फिर से एक्टिव- डॉ. शर्मा ने कहा कि पिछले दौर में बनी विलेज कमेटियों ने पहली लहर में बेहतरीन काम किया था। अनुशासन बनाकर उन पर निगरानी के साथ अच्छा काम किया था। गांवो में बाहर से आने-जाने वालों पर निगरानी रखने की बात हो। गांवो में सरकारी स्कूल या भवन को सरकारी क्वारंटीन सुविधा विकसित की थी। वही काम अब फिर से किया जा रहा है।
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सभी सीएचसी में लगेंगे ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, 50 बेड से होगा उपचार- चिकित्सा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कोरोना को हराने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है। हाल ही मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के चिकित्सा विभाग के 249 ब्लॉकों में स्थित सीएचसी को सुदृढ़ करने के निर्देश मिले हैं। उन्होंने कहा कि सभी सीएचसी में ऑक्सीजन जनरेशन के प्लांट लगाने, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पहुंचाने और रेमडेसिविर जैसी दवाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी सीएचसी में 50 बेडों से मरीजों का उपचार किया जा सकेगा ताकि जिला अस्पताल और राजधानी के अस्पतालों का प्रेशर कम हो सके। उन्होंने कहा कि सीएचसी की संख्या बढ़ानी भी पड़ी तो 350 तक बढ़ाई जा सकती है।
जीवन को दें प्राथकिमता, प्रोटोकॉल की करें कड़ाई से पालना- स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में मजबूरी में लॉकडाउन ��गाना पड़ा है। यदि हम संक्रमण की चेन को तोड़ना चाहते हैं तो बेवजह घर से बाहर ना निकलें। मास्क जरूर लगाएं। दो गज की दूरी रखें, बार-बार हाथ धोएं और सरकार द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि सामाजिक समारोहों से परहेज करें। जीवन रहेगा तो शादी-समारोह सब हो सकेंगे। जिंदगी को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर लॉकडाउन का पालन करें और घरों में रहें।
जनप्रतिनिधि आगे आएं, आमजन को कोरोना से बचाने की है चुनौती- चिकित्सा मंत्री ने कहा कि पिछेल दिनों मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी प्रधान, उपप्रधान, जिला प्रमुख, उप प्रमुख, सरपंच, उपसरपंच, वार्ड मेंबर सहित सभी पंचायतीराज संस्थाओं के चुने हुए प्रतिनिधियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर विलेज कमेटियों को मजबूत करने के लिए दिशा-निर्देश दिए और गांवों में कोविड के एप्रोप्रिएट बिहेवियर और अनुशासन की पालना सुनिश्चित करने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों शहरों के मेयर, सभापति, उपसभापति, चेयरमैन, वाइस चेयरमेन, पार्षद सबको आगे आना होगा। सभी प्रतिनिधियों के सामने आमजन को बचाने की चुनौती है। सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है लेकिन 8 करोड़ की आबादी में इसी गति से संक्रमण फैलता रहा तो सरकार कितने भी संसाधन बढ़ा दे पूर्ति नहीं की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि हम अनुशासन में रहेंगे और कोविड गाइडलाइन की पालना करेंगे तो निश्चित रूप से यह संक्रमण की चेन टूटेगी। उन्होंने कहा कि पहले दौर में पूरे अनुशासन के साथ कोरोना को हराया है, दूसरे दौर में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कोरोना को मात देंगे।
चिकित्साकर्मियों व मेडिकल स्टाफ का बढ़ाएं मनोबल चिकित्सा मंत्री ने कहा कि पिछले 13-14 महीनों से प्रदेश का चिकित्साकर्मी, नसिर्ंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ युद्ध स्तर पर अपनी जाम जोखिम में डालकर बिना रूके आमजन की सेवा कर रहा है। ऎसे में हमारा यह कर्त्तव्य बनता है कि उनकी हौसला अफजाई करें। उनका मनोबल बना रहेगा तभी ये लड़ाई लड़ी जा सकेगी।
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अखिल भारतीय रजक महासंघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी धर्मेन्द्र रजक हिलौन्धा ने गांवों जनसंपर्क किया गया
सतना। नागौद-अखिल भारतीय रजक महासंघ मप्र के प्रदेश मीडिया प्रभारी धर्मेन्द्र रजक हिलौन्धा के द्वारा रैगांव सर्किल के अंतर्गत कई गांवो में ग्राम हिलौन्धा,उमरहट ,नागौद में पहुंच कर जनसंपर्क किया एंव जानकारी दी सभी युवा वरिष्ठ समाजसेवीयो को 21 फरवरी को लेकर रजक समाज के युवाओं वरिष्ठ को जानकारी देकर पहुंच कर युवाओं वरिष्ठ को जागरूक किया गया 21 फरवरी को होने वाले चतुर्थ प्रान्तीय महाधिवेशन चलने के लिये…
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किसान कल्याण के लिए समर्पित है केंद्र सरकार: राजीव रंजन
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पटना: केंद्र सरकार द्वारा पेश हालिया बजट को गांवो और किसानों को समर्पित बताते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा “ केंद्र सरकार द्वारा हालिया पेश बजट गांव और किसानों को और मजबूत करने वाला है. किसानों की आय दुगनी करने उद्देश्य से इस बजट में कई प्रावधान किए गये हैं. इस बजट में कृषि क्षेत्र को मिलने वाले क्रेडिट टारगेट को बढाकर 16 लाख कर दिया गया है, जिससे किसानो को अपनी जरूरतों के लिए ऋण…
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