#ऊर्जा क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा
Explore tagged Tumblr posts
Text
झोटवाड़ा के विकास के लिए जनता ने जताया कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का आभार
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का संक्षिप्त परिचय
झोटवाड़ा का सामाजिक और आर्थिक विकास
झोटवाड़ा, राजस्थान के पश्चिमी भाग में स्थित एक प्रमुख जिला है, जहां कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने अपनी भूमिका से समाज को समृद्धि और विकास की दिशा में अग्रसर किया है। उनकी प्रमुख पहल है सामाजिक जागरूकता और शिक्षा के प्रति उनकी महान संकल्पना। राठौड़ जी के कार्यकाल में झोटवाड़ा में विभिन्न शिक्षा संस्थानों की स्थापना हुई है, जिससे क्षेत्र के युवाओं को उच्च शैक्षिक स्तर तक पहुँचने का मौका मिला है।
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के योगदान
राठौड़ जी ने झोटवाड़ा में स्वास्थ्य व्यवस्था को भी मजबूत करने के लिए प्रयास किये हैं। उन्होंने नई स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना कर महिलाओं और बच्चों के लिए समृद्ध स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कृषि और ग्रामीण विकास को भी प्राथमिकता दी है, जिससे कि जिले के किसानों को नए-नए तकनीकी और व्यावसायिक अवसरों से लाभ मिल सके।
समाज में प्रेरणा और साझेदारी का महत्व
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का सपना है एक समृद्ध और समाजसेवी समाज का निर्माण करना, जिसमें सभी वर्गों के लोग अपनी सांझेदारी और प्रेरणा से विकास में योगदान दें। उनके उत्साही और सकारात्मक सोच ने लोगों में सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा दिया है और एक समृद्ध समाज की दिशा में एक नई राह दिखाई है।
समाप्ति
इस प्रकार, कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ जी ने झोटवाड़ा के विकास में अपने अद्वितीय और सकारात्मक योगदान के माध्यम से एक नया मानचित्र बनाया है। उनके कार्यों ने समाज में जागरूकता और सामाजिक समृद्धि के प्रति लोगों में एक नई ऊर्जा का संचार किया है। इस प्रकार, राठौड़ जी का योगदान अनमोल है और हमें इसे सराहनीय तरीके से स्थायी करना चाहिए।
4 notes
·
View notes
Text
About us
हेल्लो योउथ्! यूथ क्लब इंडिया में आपका स्वागत है। यहां, हम नई सोच और जुनून से भरे युवाओं का एक घर बनाते हैं। हमारा मकसद है आपको एक ऐसा प्लेटफार्म देना, जहां आपका टैलेंट चमक सके और आप अपने सपनों को हकीकत में बदल सकें।
हम यहां एक परिवार की तरह है, जहां एकता, जुनून और विकास एक साथ गुनगुनाते हैं। हम समझते हैं कि हर युवा अलग होता है, इसलिए हम उनकी अलग पहचान और शक्ति को समर्थन देना चाहते हैं। यूथ क्लब इंडिया में, हम करियर मार्गदर्शन से लेकर सामाजिक कार्यक्रम तक हर जगह अपना योगदान देते हैं।
चलिए, मिलकर बनाएं एक ऐसा सफर जहां आपका टैलेंट नई ऊंचाइयों तक पहुंचे और आप अपने आने वाले कल को रोशन करें। हम यहां हैं ताकि आपके सपनों को पूरा करने में मदद कर सकें और एक बेहतर भविष्य की ओर आपका साथ दे सकें। आइए, हमारे साथ जुड़कर युवाओं की ताकत को बढ़ाते हैं, "युवा क्लब इंडिया, जवानों की आवाज़ का मंच हैं ,एक साथ जुड़कर, बदलेंगे भविष्य का रंग।
साथ चलेंगे, सपनों की ऊंचाइयों की ओर।"क्योंकि ये युवा है, ये देश है, और ये हमारा क्लब है!
हमारा उद्देश्य:
हमारा उद्देश्य है एक ऐसा समाज बनाना यहां हर युवा अपने सपनों का परिचय करें और उन्हें हकीकत बनाएं। हम विशेष रूप से शिक्षा, करियर विकास और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करते हैं, क्योंकि हम जानते हैं कि ये तीनों ही पहलू एक सफल पूरी कहानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
हमारा संकल्प:
यूथ क्लब का संकल्प है एक समझदार, संवेदनशील और प्रगतिशील युवा समाज बनाने का। हम युवाओं को प्रोत्साहित करते हैं अपने विचार व्यक्त करते हैं, अलग सोचते हैं, और अपने सपनों की तलाश में आगे बढ़ते हैं। हम समझते हैं कि युवा शक्ति ही हमारे देश की असली ताकत है, और हम उन्हें इस ताकत का पूरा मौका देने में मदद करना चाहते हैं।
जनसंख्या का पावरहाउस:
भारत दुनिया भर मे�� एक से बड़ा युवा जनसंख्या के धरोहर से सम्पन्न देश है, जिसके 15 से 34 वर्ष के बीच के व्यक्तित्वों की बड़ी संख्या है। क्या जनसंख्या का लाभ उठाने का ये एक विशेष अवसर है देश के युवाओं को उनकी ऊर्जा, सृजनात्मकता और क्षमता का उपयोग करने के लिए। भारत के युवा देश के सामाजिक-आर्थिक वस्त्र को बनाने में योगदान देने वाले विविध भाषाएँ, संस्कृतियाँ और दृष्टिकोन एकत्र कर रहे हैं।
उम्मीद और सपनों का सफर:
भारत के युवा के सपने और उम्मीदें बहुत ही विविध है, जैसे कि देश खुद। अन्तर्राष्ट्रीय कारोबार व्यवसाय से लेकर, कल्पना से भरी कलाकारों तक, वैज्ञानिक और सामाजिक कार्यक्रमों तक, युवा भारत में सफलता की ओर नए पथ पर चल रहे हैं। महत्वाकांक्षा का भाव और व्यक्ति और सामाजिक सुधार की इच्छा युवाओं को शिक्षा, कुशलता विकास और व्यवसाय में योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं।
सांस्कृतिक विनम्रता और विविधता की प्रशंसा:
यूथ क्लब इंडिया भिन्न संस्कृतियों को महत्व देने में विशेषज्ञ है। सांस्कृतिक समन्वय के माध्यम से, कार्यक्रम, और कार्यशालाओं के द्वार, संगठन युवाओं को विभिन्न संस्कृतियों को समझने और विकास करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, एकता और समाज क�� भावना को बढ़ावा देते हैं।
पर्यावरण सुधार:
पर्यावरण सुधार यूथ क्लब इंडिया के मिशन का अवसर हिस्सा है। संगठन युवाओं के बीच पर्यावरण-चेतना को बढ़ाने का काम करता है, सशक्त प्रवृत्तियों और पर्यावरण संरक्षण अभियानों को बढ़ावा देते हुए एक हरि और टिकाऊ भविष्य बनाने की दिशा में योगदान देते हैं।
डिजिटल परिवर्तन:
युग में तकनीक, यूथ क्लब इंडिया तकनीक के ज्ञान और नवीनता का महत्व समझता है। हम डिजिटल कौशल विकास, व्यवसाय, और तकनीकी का समृद्ध इस्तेमाल बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। डिजिटल युग को अपने माध्यम से, हम युवा को ताकत में भाग लेने के लिए सशक्त बनाते हैं और उन्हें हमारे देश का भविष्य आकार देने के लिए प्रेरित करते हैं।
यूथ क्लब इंडिया क्यों चुने?
समग्र दृष्टिकोण: हम समग्र विकास में विश्वास करते हैं, विभिन्न रुचियों और कलाओं को ध्यान में रखने वाले कई कार्यक्रम का समर्थन करते हैं।
नवीनतम: हमारा नवीनतम में समर्पण हमें डिजिटल ट्रेंड के आगे रहने पर मजबूर करता है, इसके आशाओं से ध्यान रख कर कि हमारा समुदाय हमेशा नए ज्ञान और साधनों से सहायक हो।
समावेश: डिजिटल यूथ क्लब इंडिया एक समावेशी मंच है जो हर जीवन के व्यक्ति को अपने भानुमति के रंगों में स्वागत करता है, एक विविध और उन्नत समुदाय को बढ़ाने का स्थान।
विश्वास दर्शन: डिजिटल युग में सीमाएं मिलती जा रही हैं। डिजिटल यूथ क्लब इंडिया एक विश्वास दर्शन को बढ़ाने का समर्थन करता है, जो क्षेत्र भर की सीमाएं पर करके जुड़ें और सहयोग करने को बढ़ावा देता है।
कार्यक्रम और प्रयास:
यूथ क्लब इंडिया अपने विविध कार्यक्रमों और प्रयासों पर गर्व करता है जो आज के युवा के बहुत से रुचियां और जरूरतों का ध्यान रखते हैं। कुशलता विकास से लेकर सामुदायिक प्रतिस्पर्धा प्रोजेक्ट तक, हम उनकी रुचि को समझते हैं, उनके नए कुशलता विकास में मदद करते हैं, और उन्हें सामाजिक मुद्दों में योगदान देने का अवसर देते हैं।
हमारा परिवार:
यूथ क्लब एक परिवार है जिसका सभी सदस्य एक दूसरे का सम्मान करते हैं। हम टीम वर्क की अहमियत को समझते हैं और युवाओं को एक दूसरे के साथ जुड़ने और बढ़ने का प्रोत्साहन देते हैं। हर एक युवा, हर एक सोच हमारे लिए महत्वपूर्ण है।
निर्णय:
अंत में, भारत के युवा अपने देश का भविष्य नहीं, बाल्की अब का भी निर्माण कर रहे हैं। अपने सपने, उम्मीदें और दृढ़ संकल्प के साथ, युवा भारत का भविष्य नहीं, बालक वर्तमान परिवर्तन के निर्माण है। जबकि भारत आगे बढ़ता है, युवाओं को शक्तिशाली बनाने का उनका समर्पण इस देश को और इसके नागरिकों को इस सकारात्मक और विविध देश की ओर ले जाने में मुख्य भूमिका निभाता है। सरकार, निजी क्षेत्र और नागरिक समाज का मिलजुल कर काम करना बहुत जरूरी है, ताकत, सुशीलता और विकास के लिए एक बदलाव बन सके, जो युवा के उम्मीदों को पोषित करता है, भारत को एक तेजी से आगे बढ़ने वाले और ��धिक समृद्ध भविष्य की या बढ़ता है।
कैसे जुड़ें:
अगर आप भी चाहते हैं अपने आप को बेहतर बनाये, नए दोस्त बनाएं, और अपने सपनों को हकीकत बनाने में मदद चाहिए, तो आप हमारे साथ जुड़ सकते हैं। हमारे कार्यक्रम और गतिविधियों में भाग लें, हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हमसे जुड़ें, और एक नये और बेहतर कल की तरफ एक कदम बढ़ाये।
दोस्तों, हम यहां हैं एक दूसरे की मदद करने के लिए, एक दूसरे को प्रेरित करने के लिए। यूथ क्लब आपके साथ है, क्योंकि हम मानते हैं कि जब युवा मिलकर काम करते हैं, तो कुछ भी मुश्किल नहीं।https://youthclubindia.org/
धन्यवाद!
1 note
·
View note
Text
कृषि में आधुनिक तकनीक को अपनाना | khetivypar
कृषि, जो हमारी रोजमर्रा की जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा है, वर्तमान में आधुनिक तकनीक के साथ मिलकर नए दौर की शुरुआत कर रही है। खेतिव्यापर के क्षेत्र में आधुनिक तकनीक का उपयोग कृषि को सुगम और उत्तम बनाने के लिए किया जा रहा है, जिससे उत्पादकता में वृद्धि हो रही है और किसानों को नई संभावनाएं मिल रही हैं।
1. स्वतंत्र ऊर्जा स्रोतों का उपयोग
आधुनिक तकनीक के साथ, खेतिव्यापर में स्वतंत्र ऊर्जा स्रोतों का उपयोग हो रहा है। सौर ऊर्जा और बिजली सहित नई ऊर्जा स्रोतों का अधिक से अधिक उपयोग करके किसान स्वतंत्रता बढ़ा रहे हैं और अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा कर रहे हैं।
2. स्वच्छ और सुरक्षित खेती के लिए रोबोटिक्स
रोबोटिक्स का प्रयोग खेतिव्यापर में सुरक्षित और स्वच्छ खेती के लिए हो रहा है। खेतों में बोना जा रहा बीज, पौधों की देखभाल, और फसलों को प्रबंधन के लिए रोबोटिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे किसानों को समय और मेहनत बचा रहा है।
3. स्वतंत्र सिंचाई प्रणाली
आधुनिक सिंचाई प्रणालियों का उपयोग करके किसान सुनिश्चित कर रहे हैं कि पानी का सही ढंग से उपयोग हो रहा है। स��वतंत्र सिंचाई प्रणालियां सेंसर्स और तकनीकी उपकरणों का उपयोग करके मौसम और भूमि की स्थिति का मॉनिटरिंग करती हैं, जिससे पूरे खेती क्षेत्र को सही से पानी पहुंचता है और साथ ही पानी की बचत होती है।
4. डिजिटल बाजार और मार्गदर्शन
डिजिटल प्लेटफॉर्मों का उपयोग करके किसान बाजार में सीधे पहुंच रहे हैं और अच्छे मूल्य पर अपने उत्पादों को बेच रहे हैं। डिजिटल मार्गदर्शन की सुविधा से किसान बेहतरीन उत्पाद और बाजार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
5. खेतिव्यापर में तकनीकी शिक्षा का महत्व
आधुनिक तकनीक के साथ, कृषि में आधुनिक तकनीक को अपनाना, किसानों को तकनीकी शिक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया जा रहा है। इससे उन्हें नई तकनीकों का सीधा लाभ हो रहा है और उन्हें अपनी खेती में सुधार करने का एक नया पहलुवा मिल रहा है।
आखिरकार, खेतिव्यापर में आधुनिक तकनीक का उपयोग किसानों को सुगम और सुरक्षित खेती के लिए एक नए युग की शुरुआत कर रहा है। यह न केवल उत्पादकता में वृद्धि कर रहा है, बल्कि भविष्य में खाद्य सुरक्षा और विकास के साथ समृद्धि की ओर एक कदम बढ़ा रहा है। खेतिव्यापर में नई तकनीक के साथ, हम भारतीय कृषि को एक नई दिशा में बदल रहे हैं।
0 notes
Text
संस्कृति विवि के सभागार में ‘विद्वान आईडी’ के लाभ को लेकर हुई महत्वपूर्ण सेमिनार
संस्कृति विवि के सभागार में ‘विद्वान आईडी’ के लाभ को लेकर हुई महत्वपूर्ण सेमिनार
संस्कृति विवि के सभागार में ‘विद्वान आईडी’ के लाभ,दायरे और पंजीकरण के विषय को लेकर एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में विवि के कुलपति ने कहा कि यह पहल अनुसंधानकर्ताओं और वैज्ञानिकों के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है, जो उनके अनुसंधान कार्यों को संगठित रूप से प्रस्तुत करने और महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता दिलाने में मदद करेगा। विश्वविद्यालय के कुलपति, डॉ. एम. बी. चेट्टी (कुलपति) ने विद्यान आईडी के महत्व को लेकर इस आईडी के दायरे, लाभ और इसके पंजीकरण की पात्रता के बारे में विस्तार से चर्चा की और विशेषज्ञ तकनीकी मार्गदर्शन किया। आईडी का महत्व समझाते हुए डॉ. चेट्टी ने बताया कि इसमें कई प्रकार की आईडी होती हैं, जैसे कि गूगल स्कॉलर आईडी, ऑर्किड आईडी, स्कोपस आईडी और शोधकर्ता आईडी। इन आईडी को प्राप्त करने और पंजीकृत करने की तकनीकी जानकारी के साथ डॉ. चेट्टी ने इसे संशोधकों और छात्रों के लिए कैसे महत्वपूर्ण बनाया जाय, के बारे में सुझाव दिया। कुलपति ने कहा कि विद्वान आईडी का एक उपयोगी व्यक्ति��त उद्देश्य या संवर्धन प्रोफ़ाइल के रूप में भी उपयोग हो सकता है, जो विशेषज्ञों के अनुसंधान कार्य को सुविधाजनक बनाने में मदद करता है। इसका उपयोग संगठन के लिए सभी प्रकाशनों को शामिल करते हुए ग्रंथ सूची विश्लेषण के लिए भी किया जा सकता है, जिससे विश्वविद्यालय के अनुसंधान क्षेत्र में स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपयोगी डिजिटल डेटाबेस का निर्माण हो सकता है। डॉ. चेट्टी ने विद्यान आईडी के दायरे को स्पष्ट करते हुए कहा कि इसके माध्यम से वैज्ञानिक जानकारी और अनुसंधान द��ने वाले सभी लोग पंजीकृत हो सकते हैं, चाहे वे शोधकर्ता हों, शिक्षक हों, या और किसी भी क्षेत्र में काम कर रहे हों। विद्यान आईडी का उपयोग उनके अनुसंधान कार्यों को संगठित रूप से प्रस्तुत करने के लिए किया जा सकता है, जिससे उनके योगदान का महत्वपूर्ण संकेत मिलता है। उन्होंने विद्यान आईडी प्राप्त करने और पंजीकृत करने की प्रक्रिया को सरलता से समझाया और सभी उपस्थित व्यक्तियों को इसका अनुरोध किया कि वे इस अवसर का फायदा उठाएं और अपने अनुसंधान कार्यों को प्रोफेशनली प्रबंधित करने के लिए इस उपकरण का सही तरीके से उपयोग करें। डॉ. चेट्टी ने कहा कि यह उपकरण संगठन के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत हो सकता है जो सभी प्रकाशनों को एक स्थान पर जमा करने और उन्हें विश्लेषण करने में मदद कर सकता है। इसके माध्यम से, संस्थान अपने अनुसंधान क्षेत्र में नई ऊर्जा और नए उत्थानों की ओर बढ़ सकता है। और डॉ. सरस्वती घोष ने औपचारिक स्वागत का आयोजन किया और विद्यान आईडी के महत्व को विस्तार से बताया। सेमिनार में डॉ. घोष, डॉ. बी. के. वर्मा और रूप किशोर शर्मा ने अनुसंधान और शिक्षा क्षेत्र में नई दिशा देने का संकल्प लिया है। सेमिनार में नवनियुक्त हेड लाइब्रेरियन डा. बीके वर्मा को विद्वान आईडी और अन्य संशोधन स्रोत के लिए संग्रहण स्थल की जिम्मेदारी सौंपी गई।
Read the full article
0 notes
Text
हिमाचल प्रदेश में 5जी से होगी प्रौद्योगिकी के नए युग की शुरुआत
शिमला, 25 फरवरी, 2023 हिमाचल प्रदेश में प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक नए युग का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाल ही में राज्य के लिए 5जी सेवा शुरू की। प्रदेश सरकार प्रौद्योगिकी के माध्यम से लोगों को तीव्र गति से अविलंब, निर्बाध और अत्यधिक विश्वसनीय संचार प्रणाली उपलब्ध करना चाहती है। प्रदेश में 5जी तकनीक औद्योगिक क्रांति को बढ़ावा प्रदान करेगी। सभी अत्याधुनिक 5जी सेवाएं विभिन्न प्रकार के सेंसर और उपकरणों के माध्यम से लोगों को संचार के अत्याधुनिक अनुभवों से परिचित कराएगी। विनिर्माण क्षेत्र में 5जी के उपयोग से लागत कम होगी और उत्पादकता में सुधार होगा। इस सेवा से लॉजिस्टिक लागत वर्तमान के लगभग 14 प्रतिशत से 5 प्रतिशत होने की उम्मीद है। इस सेवा का सुरक्षा और निगरानी क्षेत्र में भी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। इस तकनीक के माध्यम से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रिमोट कंट्रोल के माध्यम से राहत उपलब्ध करवाना और सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित एचडी कैमरों से लाइव 4के फीड की सुविधा मिलेगी। यह जोखिम वाले औद्योगिक क्षेत्रों के संचालन जैसे गहरी खदानों, अपतटीय गतिविधियों आदि में लोगों की भूमिका को कम करने में भी सहायता करेगा। यह तकनीक देश भर के दूरस्थ क्षेत्रों में निर्बाध कवरेज प्रदान करेगी। यह ऊर्जा, स्पेक्ट्रम और नेटवर्क दक्षता में वृद्धि करेगा। 5जी सेवाओं के विस्तार से राज्य में डिजिटल बुनियादी ढांचा और मजबूत होगा। राज्य सरकार की प्रमुख परियोजनाओं जैसे पर्यटन, स्वास्थ्य सेवा, बागवानी, कृषि, शिक्षा आदि क्षेत्रों को भी विस्तार प्रदान करने में 5जी तकनीक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में भी आवश्यक परिवर्तन लाने के लिए प्रतिबद्ध है और अगले शैक्षणिक सत्र से तकनीकी शिक्षण संस्थानों में रोबोटिक्स, ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी, साइबर सुरक्षा, क्लाउड कंप्यूटिंग, डाटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसे नवीनतम पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। ताकि इन क्षेत्रों में युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकें। इसके लिए राज्य सरकार ने 20 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है। Read the full article
0 notes
Text
ऊर्जा क्षेत्र में अपने करियर को बढ़ावा देने के लिए, आरजीआईपीटी - टाइम्स ऑफ इंडिया जैसे डोमेन विशिष्ट संगठन से जुड़ें
ऊर्जा क्षेत्र में अपने करियर को बढ़ावा देने के लिए, आरजीआईपीटी – टाइम्स ऑफ इंडिया जैसे डोमेन विशिष्ट संगठन से जुड़ें
अक्षय ऊर्जा पर भारी जोर देने के साथ, अगले दशक में इस क्षेत्र में करियर के ढेर सारे अवसर होंगे: आरजीआईपीटी – भारत सरकार द्वारा स्थापित एक राष्ट्रीय महत्व का संस्थान जेईई एडवांस्ड रैंक लिस्ट वर्ष 2022 के लिए अभी घोषित की गई है! क्वालिफायर और अभिभावक अपने स्नातक कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए सभी संभावित तरीकों का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन कर रहे हैं। एक स्नातक कार्यक्रम के लिए एक संस्थान का चयन करना…
View On WordPress
#5 वर्षीय एकीकृत दोहरी डिग्री कार्यक्रम#अपन#आरजआईपट#आरजीआईपीटी का सिलेबस#इडय#ऊरज#ऊर्जा क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा#ऑफ#क#करयर#कषतर#जड#जस#टइमस#डमन#दन#बढव#म#राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान#राष्ट्रीय महत्व की संस्था#लए#वशषट#स#सगठन
0 notes
Text
UP Shramik Registration : पोर्टल पर पंजीकृत श्रमिकों के खाते में योगी सरकार भेजेगी पैसा, जानें प्रक्रिया
UP Shramik Registration : उत्तर प्रदेश सरकार चाहती है कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार जो भी योजनाएं श्रमिकों ( Labour ) के लाभ के लिए शुरू करती हैं ! उ��्हें उसका पूरा लाभ मिल सके, उसी उद्देश्य से यह श्रमिक पंजीकरण ( Shramik Panjikaran ) को शुरु किया गया है ! इसमें मजदूरों को अपना पंजीकरण करवाना होगा जिसके बाद उन्हें हर उस योजना का लाभ आसानी से मिल जाएगा जो उनके हित के लिए शुरु कि गई हो श्रमिक इस यूपी श्रम पंजीकरण का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन पोर्टल ( Labour Online Portal ) पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं ! UP Shramik Registration यह श्रम पंजीकरण योजना ( Shram Panjikaran Yojana ) उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा शुरू की गई है ! जिसमें राज्य के प्रत्येक श्रमिक को अपना पंजीकरण कराना होता है ! जिसके बाद उसे अपने लाभ के लिए शुरू की गई हर सरकारी योजना का लाभ मिलता है ! कोई भी मजदूर राज्य सरकार की ओर से इस श्रम पंजीकरण योजना ( UP Shramik Panjikaran ) में अपना पंजीकरण करा सकता है ! और उन्हें 12 हजार रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाती है ! यह राशि मजदूरों के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से जमा की जाती है ! यूपी श्रमिक कार्ड योजना मुख्य उद्देश्य यूपी श्रम पंजीकरण ( UP Shram Panjikaran ) का मूल उद्देश्य यह है कि राज्य में ऐसे मजदूर जो दिन-रात मेहनत कर अपने घरों से गुजारा करते हैं ! जिनकी आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है, वे अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि वे लोग निर्माण क्षेत्र में हैं ! या कोई अन्य क्षेत्र ! दिन-रात काम करने के बाद भी वे ज्यादा पैसा नहीं जमा कर पाते हैं और जब उनकी बेटी की शादी या उच्च शिक्षा की बात आती है ! तो कामकाजी परिवार उसक�� उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाता है या उसकी शादी नहीं हो पाती है ! ऐसे में मजदूरों की इन्हीं समस्याओं को देखते हुए उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) सरकार की ओर से यह श्रमिक पंजीकरण शुरू किया गया है ! जिसमें राज्य का कोई भी श्रमिक अपना पंजीकरण करा सकता है, जिसके बाद उसे श्रमिक कार्ड ( Labour Card ) दिया जाता है ! इस यूपी श्रमिक पंजीकरण के माध्यम से कार्ड राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई कई सरकारी योजनाओं का लाभ राज्य सरकार और केंद्र सरकार से आसानी से लिया जा सकता है ! श्रमिकों की बेटियों की शादी और उच्च शिक्षा का खर्च वहन किया जाता है ! उत्तर प्रदेश श्रमिक कार्ड पंजीकरण के माध्यम से उपलब्ध योजनाओं का लाभ:- - कन्या विवाह योजना - चिकित्सा सुविधा योजना - विकलांगता पेंशन योजना - विकलांग पेंशन योजना - पेंशन सहायता योजना - मेधावी छात्र छात्र पुरस्कार योजना - कौशल विकास तकनीकी योजना - सौर ऊर्जा सहायता योजना - मातृत्व लाभ योजना - निर्माण कार्यकर्ता अंतिम संस्कार योजना - गंभीर बीमारी सहायता योजना - शिशु हित लाभ योजना - श्रम खाद्य सहायता योजना - निर्माण श्रमिक मृत्यु सहायता योजना - संत रविदास शिक्षा सहायता योजना यूपी श्रमिक पंजिकरण के लाभ उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण ( Uttar Pradesh Shramik Panjikaran ) में मजदूरों के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए राज्य सरकार की ओर से सहायता दी जाती है ! इसका लाभ पंजीकृत श्रमिक को ही दिया जाता है ! राज्य में मजदूरों की बेटियों की शादी के लिए 55-55 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है ! यदि किसी श्रमिक ( Labour ) के घर की मरम्मत की गई है तो घर की मरम्मत के लिए 15,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है ! मजदूर की पत्नी क�� बच्चा होने पर 12 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है ! शिशु हित लाभ योजना के तहत बालक होने पर 10 हजार रुपये की राशि दी जाती है ! मुख्य दस्तावेज - आधार कार्ड - पहचान पत्र - राशन पत्रिका - बैंक खाता संख्या - पासपोर्ट साइज फोटो - मोबाइल नंबर - परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड - पहचान पत्र श्रम पंजीकरण ऑनलाइन आवेदन विधि (UP Shramik Registration ) अगर आप भी इस यूपी श्रम पंजीकरण ( UP Shram Panjikaran ) के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो आपको इस लेख में दी गई विधि को ध्यान से पढ़ना चाहिए ! सबसे पहले आपको इस उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजिकरण ( Uttar Pradesh Shramik Panjikaran ) की आधिकारिक वेबसाइट ( www.uplabour.gov.in ) को खोलना होगा ! इसके बाद आपके सामने इसका मेन पेज खुल जाएगा ! इस पेज में आपको न्यू रजिस्ट्रेशन का विकल्प दिखाई देगा जिस पर आपको क्लिक करना है ! अब आपको इस योजना ( UP Shramik Panjikaran ) के आवेदन पत्र में पूछी गई जानकारी को सही-सही भरना है ! उसके बाद आपको इसमें बताए गए दस्तावेज अपलोड करने होंगे ! अब आपको इसमें कैप्चर कोड डालकर सबमिट कर देना है ! Read the full article
0 notes
Text
Mr. Sam Pitroda (Innovations advisor to former PM Sh. Rajiv Gandhi) addressed at 'Rajasthan Innovation Vision (Rajiv-2021)' program as the key speaker:
Honourable Chief Minister, Honourable Ministers, government officers, ladies and gentlemen greetings from Chicago.
It is indeed a special honour and privilege for me to be with you to remember our great leader Rajiv Gandhi on his 77th birthday. I want to compliment the government of Rajasthan and department of IT for all the great things you are doing. Unfortunately it seems that someone has hacked my computer just at the time I started to speak, so I am talking to you through my mobile phone. My computer has been locked up. I am sure it is someone who didn’t want me to talk to you but I am delighted we are connected.
Rajiv Gandhi planted so many important seeds during his short tenure putting India into 21st century everything we are enjoying today, directly or indirectly has roots in the Rajiv Gandhi era.
I can tell you from my side he gave meaning to my own life, he gave me an opportunity to work in India for IT and telecom, technology missions, then India had only two million telephones.
Credit goes to Rajiv Gandhi and his vision, his political will and the support he gave all of us to take India into 21st century with great zeal, pride and opportunities.
Rajiv Gandhi’s vision was really to focus on great human capacity in IT and telecom.
He launched CDOT to train hundreds and hundreds in modern technology related to microcomputer, software, systems. He also created C DAC for advanced computing so India could make our own super computers. His idea was to take technology to help poor people at the bottom. He launched technology missions related to water, literacy, immunization, cooking oil, telecom and milk production, because of his initiative we could eradicate polio. Reason we are large manufacture of vaccine is because Rajiv Gandhi decided to produce in India.
We are also the largest producer of milk in the world.
Then we didn’t have all the advanced software, people had not even heard of computers, laptops were just coming out and we were heavily criticised by many that we are wasting time and energy going after computerization and telecom.
His idea was to use e-governance to improve justice to improve education, health, public services, financial systems and to improve efficiency of the government using modern technology tools.
All the things you talked about today in your various presentations, those things have roots in what we started in mid 80s.
He was a man in hurry, he wanted IT and computers to help us in railway reservations, in agriculture, in governance, in justice and many other areas.
I am delighted that Rajasthan government is fairly advanced in many areas and I am sure Rajiv Gandhi would have been proud of what you are doing in Rajasthan today. We still have a long way to go, we have to create a new mindset. Rajiv Gandhi thought about scientific temper, logical thinking, rational approach and I am concerned that today institutions are being captured. Civil society has very little role to play and scientific temper is not encouraged. Rajiv Gandhi would have been very disappointed today to see where we are in these three areas.
Rajasthan can show us a way in many of these IT areas related to government by really essentially improving justice, improving productivity & efficiency and taking IT to the next level to benefit people.
During Corona crisis, zoom calls, video conferencing and working from home, learning from home, students are now taking lessons online so corona crisis was closer to IT and telecom.
We lost Rajiv Gandhi too early, If Rajiv Gandhi had been around India would be very different. Today we are a nation of connected billions, we still think in the old paradigm. We need to really understand the role of hyper connectivity, role of IT and telecom in restructuring everything.
I am happy that you have ticked up Rajasthan to a great leap forward in IT, e-governance and improving public service. I want to once again compliment you all, want to thank Honourable Chief Minister for this opportunity, want to really apologise for the inconvenience caused because of some technical difficulty but I am convinced somebody tried to hack and block me from having this conversation. My computer is completely locked up, I’ve to use mobile phone to talk through face time. It is kind of late here, it's 2:15 or 2:30 I have another call, zoom call at 7 :30 in the morning so I would cut short. Once again thank Honourable Chief Minister, organisers for this opportunity and all the best in your efforts to take IT to improve Rajasthan, next time when I come, I promise to come there to really have a longer chat on IT with the minister and secretary to CM, lot’s of things that happening in this field. I am deeply involved in many of these things and I will be happy to share my experiences.
राजस्थान इनोवेशन विजन (राजीव-2021) कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में श्री सैम पित्रोदा (पूर्व इनोवेशन सलाहकार, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी एवं डॉ. मनमोहन सिंह जी) का सम्बोधन:
आदरणीय मुख्यमंत्री जी, आदरणीय मंत्रीगण, अधिकारियों एवं सभी उपस्थित जन, सभी को शिकागो से मेरी शुभकामनाएं।
यह मेरे लिए अत्यंत ही गर्व का विषय है कि मैं आपके बीच में अपने महान नेता राजीव गांधी जी का उनके 77वें जन्मदिन पर स्मरण कर रहा हूँ। राजस्थान सरकार और आईटी डिपार्टमेंट के द्वारा किए जा रहे कार्यों के लिए उनकी सराहना करता हूँ। दुर्भाग्य से ऐसा लगता है कि किसी ने ठीक उसी वक्त जब मैं बोलना शुरू कर रहा था, मेरा कंप्यूटर हैक किया इसलिए मैं अब आपसे मोबाइल फोन के जरिए बात कर रहा हूँ। मेरा कंप्यूटर लॉक हो गया है। मुझे विश्वास है कि कोई यह चाहता नहीं था कि मैं आपसे बात करूं लेकिन मैं खुश हूँ कि हम कनेक्टेड हैं।
राजीव गांधी ने अपने अल्प कार्यकाल में भारत को 21वीं सदी में ले जाने के लिए महत्वपूर्ण कार्यों का सूत्रपात किया जिसका फल आज हमें मिल रहा है। परोक्ष या अपरोक्ष रूप से इनकी जड़ें राजीव गांधी के समय में हैं।
अपनी तरफ से बता सकता हूँ कि उन्होंने मेरे जीवन को मायने दिए, मुझे भारत में आईटी, टेलीकॉम, टेक्नोलॉजी मिशनों में काम करने का मौका दिया। तब भारत में मात्र 2 मिलियन टेलीफोन थे।
बड़ी तादाद में लोगों को सॉफ्टवेयर और सिस्टम्स से जुड़ी मॉडर्न तकनीक में प्रशिक्षित करने के लिए CDOT को लांच किया। C DAC बनाया ताकि भारत खुद के सुपर कंप्यूटर बनाए । उनका इरादा तकनीक के इस्तेमाल से गरीब व्यक्ति की मदद करने का था। उन्होंने जल, साक्षरता, टीकाकरण, खाद्य तेल, टेलीकॉम और दुग्ध उत्पादन के लिए तकनीकी मिशनों को लांच किया। उनके प्रयासों से हम पोलियो को खत्म कर पाए। वैक्सीन के हम बड़े उत्पादक हैं इसका कारण है कि राजीव गांधी ने भारत में उत्पादन करने का निर्णय लिया।
हम दुनिया के सबसे बड़े दुग्ध उत्पादक हैं।
तब हमारे पास एडवांस्ड सॉफ्टवेयर नहीं थे, लोगों ने कंप्यूटर का नाम भी नहीं सुना था और लैपटॉप तो बस आने शुरू ही हुए थे और हमारी इस बात के लिए काफी आलोचना हुई थी कि हम कंप्यूटरीक��ण और टेलीकॉम के पीछे समय और ऊर्जा बर्बाद कर रहे हैं।
उनका विचार ई-गवर्नेंस के माध्यम से न्याय में सुधार लाने, शिक्षा, स्वास्थ्य, पब्लिक सर्विसेज, वित्तीय सेवाओं में सुधार लाने और सरकार की कार्यकुशलता को मॉडर्न तकनीक से जरिए सुधारने का था।
आज विभिन्न प्रेजेंटेशन के जरिए जिन भी विषयों की बात हुई है उनकी जड़ें उनमें हैं जो हमनें 80s के मध्य में शुरू की थीं। राजीव जी जल्दी में थे, वे चाहते थे कि आईटी और कम्प्यूटर की मदद रेलवे रिज़र्वेशन, खेती में, गवर्नेंस में, न्याय में और अन्य क्षेत्रों में ली जाए।
मुझे खुशी है कि राजस्थान सरकार कई क्षेत्रों में आगे है और मुझे विश्वास है कि जो काम राजस्थान में हो रहा है उसे लेकर राजीव गांधी अत्यंत ही गर्वित हुए होते। हमें और आगे जाना है और नया माइंडसेट तैयार करना है। राजीव गांधी साइंटिफिक टेम्पर, लॉजिकल थिंकिंग तथा रैशनल एप्रोच के बारे में सोचते थे और मैं आज चिंतित हूँ कि संस्थानों को कंट्रोल किया जा रहा है। सिविल सोसाइटी का रोल बहुत कम हो गया है एवं साइंटिफिक टेम्पर को प्रोत्साहित नहीं किया जा रहा है। राजीव गांधी बहुत निराश होते यह देखकर कि इन तीन क्षेत्रो में हम कहाँ हैं।
सरकार से संबंधित कई आईटी क्षेत्रों में जिसमें न्याय में सुधार, उत्पादन में सुधार और कार्यकुशलता होगी और लोगों के हित में आईटी को नेक्स्ट लेवल ले जाया जाएगा ऐसी उम्मीद राजस्थान देता है।
कोरोना संकट के समय जूम कॉल, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हुई घर से काम करना देखा गया, विद्यार्थी अब ऑनलाइन लेसन लेते हैं।
हमनें राजीव गांधी को बहुत जल्दी खो दिया, यदि वे आज होते तो भारत बहुत अलग होता। आज हम आपस में जुड़े हुए बिलियन लोगों का देश हैं, हम अभी भी पुरानी सोच रखते हैं। हमें पुनर्निर्माण के लिए हाइपर कनेक्टिविटी के बारे में, आईटी और टेलीकॉम की भूमिका के बारे में समझना होगा।
मुझे खुशी है कि आपने राजस्थान को आईटी, ई-गवर्नेंस और पब्लिक सर्विस में लंबी छलाँग दिलवाई है। एक बार पुनः आप सब को बधाई देता हूँ। माननीय मुख्यमंत्री जी को मुझे इस अवसर को प्रदान करने के लिए बधाई देता हूँ और तकनीकी समस्या के कारण होने वाली असुविधा के लिए माफी चाहता हूँ लेकिन मुझे यकीन है कि किसी ने मुझे हैक करने और इस बातचीत से ब्लॉक करने की कोशिश की। मेरा कंप्यूटर लॉक्ड है और मुझे मोबाइल फोन के जरिए फेस टाइम यूज करते हुए आपसे बात करनी पड़ी है। यहां शिकागो में लेट हो चुका है और रात्रि में 2:15 या 2: 30 बज रहे हैं। मेरी सुबह 7:30 बजे दूसरी कॉल है, ज़ूम कॉल है इसलिए मैं अपनी बात समाप्त करता हूँ। एक बार पुनः माननीय मुख्यमंत्री जी को, आयोजको�� को इस अवसर के लिए धन्यवाद देता हूँ तथा राजस्थान में आईटी के उपयोग से सुधार लाने के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूँ। वादा है कि अगली बार जब आऊंगा तो मंत्री जी एवं मुख्यमंत्री जी के सचिव के साथ आईटी और इस क्षेत्र में हो रही बहुत सी चीज़ों पर विस्तृत बातें करूंगा। बहुत सी ऐसे विषयों में मैं गहराई से जुड़ा हुआ हूँ एवं अपने अनुभव बांट कर मुझे खुशी होगी।
0 notes
Text
प्रशासन गांवों एवं शहरों के संग अभियान 2 अक्टूबर से Divya Sandesh
#Divyasandesh
प्रशासन गांवों एवं शहरों के संग अभियान 2 अक्टूबर से
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक हुई। बैठक में गांधी जयंती दो अक्टूबर से प्रदेश में प्रशासन गांवों के संग एवं प्रशासन शहरों के संग अभियान सं��ालित करने, विभिन्न सेवा नियमों में संशोधन, राजस्थान राज्य पारिस्थितिकी पर्यटन नीति-2021 के अनुमोदन, मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना लागू करने सहित कई महत्वपूर्ण निर्णय किए गए। बैठक में चिरंजीवी योजना, इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना, इंदिरा रसोई योजना, राजस्थान गवर्नमेंट हैल्थ स्कीम, राजीव गांधी युवा विकास प्रेरक योजना एवं कोविड वैक्सीनेशन पर भी चर्चा की गई।
यह खबर भी पढ़ें: वाजपेयी के साथ PMO में काम कर चुके हैं अश्विनी वैष्णव, संक्षिप्त में जानिए उनका अब तक का सियासी सफर
मंत्रिमंडल ने शिक्षा विभाग के कार्मिकों के सेवा नियमों में एकरूपता लाने तथा सरलीकरण के उद्देश्य से राजस्थान शैक्षिक (राज्य एवं अधीनस्थ) सेवा नियम-2021 की अधिसूचना के प्रारूप का अनुमोदन किया है। इससे विद्यमान पृथक-पृथक सेवा नियमों राजस्थान शिक्षा सेवा नियम-1970 तथा राजस्थान शिक्षा अधीनस्थ सेवा नियम-1971 की विसंगतियों एवं जटिलताओं को दूर किया जा सकेगा। इस संशोधन से विभाग में विभिन्न पदों पर पदोन्नति के लिए बेहतर अ��सर उपलब्ध हो सकेंगे। साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए विभिन्न पदों की आवश्यक शैक्षिक योग्यताओं में बदलाव हो सकेगा।
कैबिनेट ने राजस्थान पुलिस अधीनस्थ सेवा नियम-1989 में संशोधन को मंजूरी दी है। इस संशोधन के पश्चात भविष्य में अधीनस्थ पुलिस सेवा की सीधी भर्ती के लिए बार-बार आयु में अलग से छूट देने की आवश्यकता नहीं रहेगी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले प्रतिवर्ष भर्ती नहीं निकलने पर अभ्यर्थियों को ऊपरी आयु सीमा में छूट प्रदान करने के लिए अलग से बार-बार राज्य सरकार की अनुमति लेनी होती थी। बैठक में पशुपालन विभाग में वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी एवं उच्चतर पदों पर पदोन्नति में विसंगतियों को दूर करने के लिए राजस्थान पशुपालन सेवा नियम-1963 में संशोधन को भी मंजूरी दी गई। इससे विभाग में सभी अधिकारियों को समानुपातिक रूप से पदोन्नति का लाभ मिल सकेगा तथा जिला स्तरीय अधिकारियों (संयुक्त निदेशक) के पद प्रत्येक वर्ष पदोन्नति से भरे जा सकेंगे।
मंत्रिमंडल ने राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों के कार्मिकों के लिए राजस्थान तकनीकी शिक्षा अधीनस्थ सेवा नियम-1973 में संशोधन की स्वीकृति दी है। इससे राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेजों में कार्यरत अधीनस्थ सेवाओं के कार्मिकों के लिए साक्षात्कार के स्थान पर लिखित परीक्षा का प्रावधान किया जा सकेगा। कैबिनेट ने राजस्थान सेवा नियम-1951 तथा राजस्थान सिविल सेवा (चिकित्सा परिचर्या) नियम-2013 में संशोधन को भी मंजूरी दी है। बैठक में राजस्थान राज्य पारिस्थितिकी पर्यटन नीति-2021 का अनुमोदन किया गया। इससे राज्य में पारिस्थितिकी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध हो सकेंगे।
बैठक में राज्य में दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर परियोजना के क्रियान्वयन के लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) के गठन, राज्य सहयोग करार, शेयर होल्डिंग एग्रीमेंट तथा मेमोरेंडम एवं आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन का अनुमोदन किया गया। इससे राज्य सरकार द्वारा रीको को क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण के रूप में पदाभिहित करते हुए इस परियोजना का क्रियान्वयन किया जाएगा।
आमजन की समस्याओं का मौके पर ही निराकरण के लिए अभियान कैबिनेट के बाद मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रशासन गांवों के संग अभियान तथा प्रशासन शहरों के संग अभियान की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई। दोनों अभियान गांधी जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर 2021 से प्रारंभ होंगे। प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत प्रदेश की कुल 11341 ग्राम पंचायत मुख्यालय पर कैम्प का आयोजन कर 19 विभागों के कार्यों का संपादन किया जाएगा। इससे आमजन की समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण संभव होगा। इसी तरह प्रशासन शहरों के संग अभियान राज्य के कुल 213 नगरीय निकायों में संचालित किया जाएगा। इस अभियान में राज्य के 14 नगर विकास न्यास एवं 3 विकास प्राधिकरण भी शामिल होंगे।
मंत्रिपरिषद ने छठे राज्य वित्त आयोग के वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 के लिए प्रस्त���त अंतरिम प्रतिवेदन का भी अनुमोदन किया। राज्य सरकार द्वारा इस अंतरिम प्रतिवेदन को कार्यवाही रिपोर्ट के साथ आगामी विधानसभा सत्र में प्रस्तुत किया जाएगा। बैठक में शहरी क्षेत्रों के स्ट्रीट वेंडर्स एवं सर्विस सेक्टर के युवाओं तथा बेरोजगारों को स्वरोजगार तथा रोजमर्रा की जरूरतों के लिए इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना शुरू करने किए जाने पर भी चर्चा की गई। इस योजना के तहत 5 लाख जरूरतमंदों को 50 हजार रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध करवाना प्रस्तावित है। इससे जरूरतमंद वर्ग के ये लोग आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे।
बैठक में मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना लागू करने पर चर्चा की गई। यह योजना बिलिंग माह मई 2021 से लागू होना प्रस्तावित है। इसके तहत कृषि उपभोक्ताओं की द्विमासिक बिलिंग होगी तथा उन्हें प्रतिमाह 1 हजार रूपए अतिरिक्त अनुदान दिया जाएगा। योजना का लाभ फ्लेट श्रेणी के कृषि उपभोक्ताओं को भी देय होगा। मीटर चालू या बंद होने या खराब होने आदि सभी स्थितियों में इसका लाभ मिल सकेगा।
बैठक में राज्य में निजी क्षेत्र में नए कृषि महाविद्यालय स्वीकृत करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई। मंत्रिपरिषद ने विभिन्न विभागों से संबंधित कॉलेज हेतु मापदंड निर्धारण के लिए कैबिनेट सब-कमेटी बनाने का निर्णय किया गया। बैठक में प्रदेशवासियों को इलाज के भारी-भरकम खर्च से मुक्त करने के लिए प्रारंभ की गई महत्वाकांक्षी योजना ‘मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना’ की प्रगति, बेहतर क्रियान्वयन तथा सभी पात्र व्यक्तियों तक इसका लाभ पहुंचाने
0 notes
Link
अरब -इजराइल कूटनीति को चालीस साल से अधिक समय तक कवर करने के बाद मैं कह सकता हूं कि पिछले सप्ताह इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और इजराइल और बहरीन के बीच हालात सामान्य बनाने के लिए हुए समझौते अत्यंत ही असामान्य तरीके, लेकिन बहुत ही खुलासा करने वाले अंदाज में हुए।
यहां पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ‘शांति ��े न्यायमूर्ति’ की भूमिका का जिक्र नहीं करना चाहिए। हकीकत यह है कि इजराइल-अमीरात और इजराइल-बहरीन के बीच सामान्य रिश्तों की बहाली को ट्रम्प प्रशासन की इजराइल-फिलिस्तीन कूटनीति की लगातार विफलता की वजह से ही दिशा मिली।
मेरा नियम : मध्य एशिया में आप बड़ा परिवर्तन तभी हासिल करते हैं, जब बड़ी ताकतें गलत वजहों से कोई सही काम करते हैं। और यह सही कदम है। मिस्र और जॉर्डन ने भी इजराइल के साथ शांति स्थापित की, लेकिन व्यापार, पर्यटन और आपसी निवेश सीमित ही रहा। इजराइल व अमीरात और इजराइल व बहरीन अपने संबंधों को इसलिए सामान्य बनाना चाहते हैं, क्योंकि वे इन चीज़ों के साथ ही ईरान के खिलाफ इंटेलीजेंस इनपुट भी चाहते हैं।
सऊदी अरब पहले से ही इजराइल की एयर लाइंसों को अपने वायुक्षेत्र का इस्तेमाल करने की इजाजत देकर यह इनपुट पा रहा है। यह रोज नहीं होता। मेरे विचार में जो कुछ भी मध्य एशिया को यूरोपीय यूनियन की तरह अधिक और गृह युद्ध से जूझ रहे सीरिया की तरह नहीं बनाता है, वह अच्छा है।
मैं हर रात दुआ करता हूं कि ट्रम्प हार जाएं, लेकिन अगर वह और जैरेड कुशनेर (ट्रम्प के दामाद और एडवाइजर) इन समझौतों को आगे चलने में मदद करते हैं तो यह उनके लिए बेहतर है। मैं कोई अनुमान नहीं लगाना चाहता कि यह कैसा चलेगा, लेकिन जब अरब का तकनीकी तौर पर सबसे आधुनिक देश यूएई और क्षेत्र का सबसे तकनीकी तौर पर सक्षम गैर-अरब देश इजराइल समझौता करते हैं तो मुझे लगता हैं नई ऊर्जा उत्पन्न होगी और बेहतर ही होगा।
अगर यह सफल होता है तो ईरान के स्थायी विरोध मॉडल के समाधान का एक विकल्प होगा। क्योंकि इससे सिर्फ लेबनान, सीरिया, गाजा, इराक और ईरान जैसे विफल देशों को ही मदद मिली है। अब क्या हो रहा है? पहला, अमेरिका मध्य एशिया में अपनी सैन्य उपस्थिति तेजी से घटा रहा है। इसे भरने के लिए नए गठबंधन हो रहे हैं।
दूसरा, अब सुन्नी अरब देशों को समझ आ गया है कि फिलिस्तीन के सवाल पर एक-दूसरे को बाहर करके वे ज्यादा समय तक अपनी वैधता को बनाए नहीं रख सकते। उनका भविष्य अपने युवाओं को शिक्षा, व्यापारिक संबंध और वैश्विक संबंध उपलब्ध कराने पर ही निर्भर है। आज वे राजनीतिक बहुलवाद और मतभेदों को नकार रहे हैं, लेकिन आने वाले समय में उन्हें यह देना ही होगा। अभी उनके आधुनिकीकरण का मॉडल चीन है, अमेरिका नहीं।
वाशिंगटन इंस्टीट्यूट के अरब-इजराइल संबंधों के विशेषज्ञ डेविड मकोवस्की कहते हैं, ‘यूएई को लगता है इस समय अमेरिका से लाभ उठाने की ��सकी क्षमता सर्वाधिक है, क्योंकि ट्रम्प अगला चुनाव जीतने के लिए किसी बड़ी कूटनीतिक उपलब्धि की तलाश कर रहे हैं। अगर यूएई को अमेरिका से अत्याधुनिक एफ-35 जेट चाहिए, तो यही इन्हें पाने का सबसे उपयुक्त समय है। अमेरिका आठ सालों से इसे देने से इनकार कर रहा है।’
लेकिन इस डील का एक अनचाहा दुष्परिणाम यह भी है कि इसने यह साबित कर दिया है कि इजराइल की मौजूदा सरकार फिलिस्तीन के साथ दो देशों वाले समाधान को स्वीकार करने में अक्षम है। कुशनेर की इस योजना ने इजराइल के दक्षिणपंथी प्रधानमंत्री के सामने ऐसी दुविधा उत्पन्न कर दी है कि जिस योजना को बनाने में उन्होंने मदद दी उन्हें उसे नकारना भी पड़ सकता है।
कुशनेर का प्रस्ताव है कि इजराइल पश्चिमी तट से यहूदी बहुल 30% हिस्से को काट दे, जिससे फिलिस्तीनी बाकी 70% हिस्से में अपना देश बना सकें, जिसकी राजधानी येरुशलम के किनारे पर हो। लेकिन, नेतन्याहू के गठबंधन के कट्टरपंथी पूरे पश्चिमी तट की संप्रभुता बनाए रखने पर जोर दे रहे थे।
इसलिए नेतन्याहू ने सिर्फ 30% हिस्से को काटने की बात कही और 70% फिलिस्तीनियों को देने की कोई बात नहीं की। लेकिन ट्रम्प और कुशनेर ने इसे रोक दिया। इसके बाद यूएई की एंट्री हुई और उसने कहा कि अगर नेतन्याहू इस हिस्से को काटने की अपनी योजना को स्थगित करते हैं तो वह रिश्ते सामान्य बनाने को तैयार है।
अब इजराइल-फिलिस्तीन के मुद्दे का क्या होगा? मुझे संदेह है कि अंतरराष्ट्रीय शांति प्रक्रिया खत्म हो गई है। ट्रम्प इसमें तभी दखल देंगे, जब नेतन्याहू अपनी ही योजना को स्वीकार नहीं करेंगे। इसलिए फिलिस्तीन का मुद्दा बहुत हद तक इजराइल का अंदरूनी मसला बना रहेगा। पश्चिमी तट पर रहने वाले 25 लाख फिलिस्तीनियों के समक्ष कोई विकल्प न होने पर वे समान अधिकार और इजराइली नागरिकता की मांग कर सकते हैं।
यह इजराइल के यहूदी और लोकतांत्रिक चरित्र के लिए बड़ी चुनौती होगी। इजराइल-फिलिस्तीन का चाहे जो हो, लेकिन ट्रम्प-कुशनेर की शांति योजना अब तक की सबसे परिणामदायी योजना है। इसलिए नहीं कि इससे क्या हासिल हुआ, बल्कि इसने क्या खुलासा किया। (ये लेखक के अपने विचार हैं।)
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
थाॅमस एल. फ्रीडमैन, तीन बार पुलित्ज़र अवॉर्ड विजेता और ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ में नियमित स्तंभकार हैं।
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2FP7Lb1 via IFTTT
0 notes
Text
नॉलेज ब्लेकबोर्ड से नही लेबोरेट्री से दें- डॉ सुभाष गर्ग
आरटीयू का 9वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न, राज्य के 96 इंजीनियरिंग कॉलेजों में मिलेंगी 25,604 डिग्री न्यूजवेव@ कोटा राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (RTU) के 9वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि भविष्य में इंजीनियरिंग की पढ़ाई ब्लेकबोर्ड पर कम और लेबोरेट्री में अधिक होनी चाहिये। इंजीनियरिंग विद्यर्थियों को इंडस्ट्री में आ रहे नये बदलावों को देखते हुये प्रेक्टिकल लर्निंग पर फोकस करना होगा।
डॉ. गर्ग ने कहा कि तकनीकी शिक्षा सेल्फ एम्पलायमेंट का सेतु बन सकती है। यूनिवर्सिटी में ऐसे उच्च शिक्षित इंजीनियर तथा प्रोफेशनल्स तैयार करें जिनमें नवाचार करने का जज्बा हो। इसके लिये शिक्षाविदों को सिलेबस में बदलाव करने की पहल करनी होगी। इंजीनियरिंग कोर्सेस के सिलेबस में सोशल साइंस, हिस्ट्री, हृयूमन वैल्यू जैसे क्षेत्रों की जानकारी भी देनी होगी। डॉ. गर्ग ने कहा कि देश में आईआईटी एवं एम्स की क्वालिटी एजुकेशन के कारण ही दुनिया में अलग पहचान है। इसे यूनिवर्सिटी व कॉलेज लेवल पर भी बरकरार रखना होगा। उन्होंने दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय परिसर में ही आयोजित करने का सुझाव दिया। डिग्री को केवल मार्क्स तक सीमित न रखें विशिष्ट अतिथि आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो. पी.के.जैन ने कहा कि एडवांस टेक्नोलॉजी के दौर में इंजीनियरिंग विद्यार्थियों के सामने कई नई चुनौतियां सामने आयेंगी। उन्हें नई लर्निंग के लिये डिजिटल माध्यमों से अपडेट रहना होगा। स्किल इंडिया में प्रत्येक इंजीनियर अपने क्षेत्र के अनुभव से स्टार्टअप प्रारंभ कर सकते हैं। डिग्री को केवल मार्क्स तक सीमित नही रखें, अपने स्किल को भी उसमें जोडें। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक का उपयोग स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, यातायात की बेहतर सेवाएं, वैकल्पिक ऊर्जा, निर्माण उद्योग एवं स्मार्ट सिटीज को बेहतर बनाने जैसे कार्यों में कर सकते हैं। अध्यक्षता करते हुये कुलपति प्रो. आर.ए.गुप्ता ने आरटीयू का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 96 कॉलेज विश्वविद्यालय से सम्बद्ध हैं जिनमें एआईसीटीई द्वारा तैयार किये गये सिलेबस के अनुसार अंक प्रणाली के स्थान पर ग्रेडिंग सिस्टम को लागू किया है। कुलसचिव सुनीता डागा ने दीक्षांत समारोह में दी जाने वाली उपाधियों के बारे में जानकारी दी। 25,604 स्टूडेंट्स को प्रोफेशनल डिग्री दीक्षांत समारोह में 6 वर्षों में सवोच्च अंक प्राप्त करने वाली एमटेक छात्रा कु. स्वाति विजय को कुलाधिपति स्वर्ण पदक तथा बीटेक छात्रा जया मित्तल को कुलपति पदक प्रदान किया गया। दीक्षांत समारोह में 25604 विद्यार्थियों को कॉलेजों में उपाधियां वितरित करने की अनुमति दी गई। इनमें बीटेक की 22284, बीआर्क की 180, बीबीए की 32, होटल मैनेजमेंट की 17, एमटेक की 643, एमआर की 8, एमबीए की 1553, एमसीए की 872, पीएचडी की 15 उपाधियां प्रदान की जायेंगी। तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री ने यूआईटी ऑडिटोरियम परिसर में पौधारोपण किया। इस अवसर पर शिक्षाविदों, गणमान्य नागरिकों सहित राजीवगांधी स्टडी सर्किल के अनुज विलियम्स भी उपस्थित रहे। Read the full article
0 notes
Text
किसानों एवं असंगठित क्षेत्र के श्र���िकों के लिये 1500 करोड़ रूपये का प्रावधान
किसानों एवं असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिये 1500 करोड़ रूपये का प्रावधान : हरियाणा सरकार अगले वित्त वर्ष के लिए मनोहारी बजट लेकर आई है। बजट में कोई कर नहीं लगाया गया है। विभिन्न वर्गों के लिए रियायतें दी गई है। चुनावी वर्ष में हरियाणा के वर्ष 2019-20 के बजट में जहां जनता पर कोई नया कर नहीं थोपा गया, वहीं सरकार ने पांच एकड़ भूमि के किसानों तथा असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिये नई सामाजिक सुरक्षा योजना शुरू करने का ऐलान करते हुये इसके लिये 1500 करोड़ रूपये का प्रावधान किया है। वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार के पांचवां और अंतिम बजट पेश करते हुये कहा कि गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी वह हरियाणा मूल्य वर्धित कर की वर्तमान दरों में कोई परिवर्तन नहीं कर रहे हैं तथा न ही किसी नये कर का प्रस्ताव कर रहे हैं। चुनावी वर्ष का पूरा रंग बजट में उडेेलने का प्रयास है। इस बजट के प्रारूप का पहले ही अंदाजा लगाया जा रहा था। केंद्र के बजट की मानिद इस बजट की संरचना की गई है। इन्हे भी पढ़े :- नोटबंदी से 19 लाख करोड़ बैंकों में जमा हुए: बीरेंद्र सिंह वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने अर्थ शास्त्र के पुरोधा कौटिल्य के उदाहरण से अपना बजट अभिभाषण प्रारम्भ करके यह साबित करने की शायद कोशिश की, कि प्रस्तुत बजट वाकई शास्त्र संवत है और किसी को इस बारे आपत्ति की गुंजायश नहीं हो सकती है। कैप्टन अभिमन्यु द्वारा साथ ही इसमें हर वर्ग को लुभाने की कोशिश की गई। सुबह साढ़े दस बजे कैप्टन विधानसभा परिसर में पहुंचे। उन्होंने प्रश्नकाल के बाद 12 बजे बजट पेश करना शुरू किया। कैप्टन अपने परिवार के सदस्यों के साथ बजट पेश करने के लिए विधानसभा पहुंचे । घर से विधानसभा रवाना होने से पहले कैप्टन ने घर मे हवन यज्ञ भी किया। इसके बाद वित्त मंत्री सचिवालय पहुंचे और बजट दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। कैप्टन के साथ वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद व अन्य अधिकारी भी थे। 2019-20 के लिए 1,32,165.99 करोड़ रुपये के बजट का प्रस्ताव है, जो बजट अनुमान 2018-19 के 1,15,198.29 करोड़ रुपये के परिव्यय पर 14.73 प्रतिशत और संशोधित अनुमान 2018-19 के 1,20,375.40 करोड़ रुपये से 9.79 प्रतिशत अधिक है। इस बजट परिव्यय में 37,924.09 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय के रूप में 28.7 प्रतिशत और 94,241.90 करोड़ रुपये के राजस्व व्यय के रूप में 71.3 प्रतिशत परिव्यय शामिल है। बजट में विभिन्न विभागों के लिए राशि निर्धारित की गई है। इनमें कृषि विभाग के लिए 3834.33 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया गया। कृषि क्षेत्र के लिए 2210.51 करोड़ रुपये, पशुपालन के लिए 1026.68 करोड़ रुपये, बागवानी के लिए 523.88 करोड़ रुपये और मत्स्य पालन के लिए 73.26 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। किसानों की वित्तीय और सामाजिक सुरक्षा के लिए 1500 करोड़ रुपये का प्रावधान है। खेल और युवा : खेल और युवा मामले में 401.17 करोड़ रुपये की राशि आवंटित करने का प्रस्ताव है। शिक्षा में मौलिक और माध्यमिक शिक्षा के लिए 12,307.46 करोड़ रुपये के प्रावधान का प्रस्ताव किया गया। उच्च शिक्षा के लिए 2,076.68 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। तकनीकी शिक्षा के लिए 512.72 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। स्वास्थ्य : स्वास्थ्य विभाग के लिए 5,040.65 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के लिए 3,126.54 करोड़ रुपये, चिकित्सा शिक्षा व अनु��ंधान के लिए 1,358.75 करोड़ रुपये, आयुष के लिए 337.2 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। रोजगार: रोजगार के लिए 365.20 करोड़ रुपये का प्रस्ताव है। श्रम के लिए 58.57 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। बिजली: बिजली विभाग के लिए 12,988.61 करोड़ रुपये का आवंटन, नव और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के लिए 475.91 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया। सहकारिता: सहकारिता के लिए 1396.21 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। 2020-21 तक 750 करोड़ की कुल लागत से शाहबाद चीनी मिल में 60 केएलपीडी का एथनोल प्लांट लगाने का प्रावधान है। इन्हे भी पढ़े :- चुनाव लड़ने का फैसला पार्टी आलाकमान करेगा: कुमारी शैलजा वन विभाग के लिए 415.39 करोड़ ,गृह विभाग के लिए 5,150.51 करोड़ ,सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के लिए 216.96 करोड़ , पर्यटन विभाग के लिए 48.92 करोड़ , लोक निर्माण 3626.21 करोड़़, सूचना प्रद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिकस विभाग के लिए 152.75 करोड़ , उद्योग एवं वाणिज्य के लिए 406.72 करोड़ ,शहरी स्थानीय निकायों के लिए 3994.95 करोड़ ,पर्यवरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के लिए 13.09 करोड़ , श्रम 58.57 करोड़ ,सिंचाई एवं जल संसाधन 3,324.51 करोड़ ,विकास एवं पंचायत 816.91 करोड़ ,परिवहन व्यवस्था 2605.00 करोड़ रुपये का प्रस्ताव है। इसमें राज्य की स्वयं की 51,105 करोड़ रुपये की कर राजस्व प्राप्तियां और 10,024.95 करोड़ रुपये की गैर-कर राजस्व प्राप्तियां शामिल हैं। कर राजस्व के प्रस्तावित प्रमुख स्रोतों, जीएसटी से 22,750 करोड़ रुपये, वैट से 10,900 करो ़ रुपये, आबकारी से 7000 करोड़ रुपये और स्टाम्प एवं पंजीकरण से 6500 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। सरकारी कर्मचारियों को कई लाभ प्रदान हरियाणा सरकार ने, पहली बार कॉरपोरेट सैलरी पैकेज के तहत सरकारी कर्मचारियों को कई लाभ प्रदान करने के उद्देश्य से बैंकों के साथ बातचीत करके एक अनूठी पहल की है। इस योजना के तहत, कर्मचारियों की प्राकृतिक मृत्यु होने पर 2 लाख रुपये देना, 50,000 रुपये की चिकित्सा सुविधा और 30 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा जैसे कई लाभ प्रदान करने के लिए चार बैंकों-एसबीआई, एचडीएफसी, पीएनबी और हरको बैंक को चुना गया है। किसानों एवं असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिये 1500 करोड़ रूपये का प्रावधान स्त्रोत :- uttamhindu छायाचित्र भिन्न हो सकता है Read the full article
0 notes
Text
प्रधानमंत्री ने वीवाटेक के 5वें संस्करण में मुख्य भाषण दिया. जहां कन्वेंशन विफल हो जाता है, वहां इनोवेशन काम आता है : प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री ने वीवाटेक के 5वें संस्करण में मुख्य भाषण दिया.
जहां कन्वेंशन विफल हो जाता है, वहां इनोवेशन काम आता है : प्रधानमंत्री मोदी
महामहिम, मेरे अच्छे मित्र राष्ट्रपति मैक्रों,
पब्लिसिस समूह के अध्यक्ष श्री मौरिस लेवी,
दुनिया भर से शामिल हुए प्रतिभागियों,
नमस्ते!
इस कठिन समय में वीवाटेक के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई।
यह मंच फ्रांस के प्रौद्योगिकीयदृष्टिकोण को दर्शाता है। भारत और फ्रांस व्यापक विषयों पर साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इनमें प्रौद्योगिकी और डिजिटल क्षेत्र से जुड़े विषयसहयोग के उभरते क्षेत्र हैं। यह समय की मांग है कि इस तरह का सहयोग और आगे बढ़ता रहे। यह न केवल हमारे दोनों देशों बल्कि दुनिया को भी बड़े पैमाने पर मदद करेगा।
कई युवाओं ने फ्रेंच ओपन को बड़े उत्साह के साथ देखा। भारत की प्रौद्योगिकी कंपनियों में से एक, इंफोसिस, ने इस खेल प्रतियोगिता के लिए तकनीकी सहायता प्रदान की। इसी तरहफ्रांस की कंपनी, एटोस, भारत में सबसे तेज सुपर कंप्यूटर बनाने की परियोजना में शामिल है। चाहे फ्रांस की कैपजेमिनी हो या भारत की टीसीएस और विप्रो, सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ी हमारी प्रतिभाएं पूरी दुनिया में कंपनियों और नागरिकों की सेवा कर रही हैं।
मित्रों,
मेरा मानना है कि जहां परिपाटी विफल हो जाती है, वहां नवाचार मददगारसाबित हो सकता है। इसेकोविड-19 वैश्विक महामारी,जोकि हमारे युग का सबसे बड़ा व्यवधान है, के दौरान देखा गया है। सभी देशों को नुकसान हुआ है और सभी ने भविष्य को लेकर चिंता महसूस की है। कोविड-19 ने हमारे कई पारंपरिक तरीकों की परीक्षा ली। हालांकि, यह नवाचार ही था जो हमारे बचाव में आया। नवाचार से मेरा आशय है:
महामारी से पहले नवाचार।
महामारी के दौरान नवाचार।
जब मैं महामारी से पहले के नवाचार के बारे में बात करता हूं, तो ��ैं पहले से मौजूद उन प्रगति का उल्लेख करता हूं जिन्होंने इस महामारी के दौरान हमारी मदद की। डिजिटल तकनीक ने हमें इस स्थिति का सामना करने, एक-दूसरे से जोड़ने, आराम पहुंचाने और सांत्वना देने में मदद की। डिजिटल मीडिया के माध्यम से हम काम कर सके, अपने प्रियजनों के साथ बात कर सके और दूसरों की मदद कर सके। भारत की सार्वभौमिक और अनूठी बायोमेट्रिक डिजिटल पहचान प्रणाली-आधार- ने हमें गरीबों को समय पर वित्तीय सहायता प्रदान करने में मदद की। हम 800 मिलियन लोगों को मुफ्त भोजन की आपूर्ति कर सकेऔर कई परिवारों को खाना पकाने के ईंधन की सब्सिडी वितरित कर सके। भारत में हम छात्रों की मदद करने के लिए दो सार्वजनिक डिजिटल शिक्षा कार्यक्रमों -स्वयं और दीक्षा- को शीघ्रता से संचालित करने में सक्षम हुए।
दूसरे भाग में, महामारी के लिए नवाचार से हमारा आशय इस बात सेहै कि कैसे मानवता इस अवसर पर उठ खड़ी हुई और इस महामारी के खिलाफ लड़ाई को और अधिक प्रभावी बना दिया। इसमें हमारे स्टार्ट-अप सेक्टर की भूमिका सबसे ऊपर रही है। मैं आपको भारत का उदाहरण देता हूं। जब यह महामारी हमारे यहांपहुंची, तो हमारे पास जांच करने की क्षमतापर्याप्त नहीं थी और मास्क, पीपीई, वेंटिलेटर एवं ऐसे अन्य उपकरणों की कमी थी। हमारे निजी क्षेत्र ने इस कमी को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हमारे डॉक्टरों ने टेली-मेडिसिन को बड़े पैमाने पर अपनाया ताकि कोविडऔर अन्य गैर-कोविडवाली कुछ समस्याओं को आभासी माध्यम से हल किया जा सके। भारत में दो टीके बनाए जा रहे हैं तथाकई और टीके विकास या परीक्षण के चरण में हैं। सरकार के स्तर पर, हमारे स्वदेशी आईटी प्लेटफॉर्म, आरोग्य-सेतु, ने कारगर कांटेक्ट ट्रेसिंग को संभवबनाया। हमारे कोविन डिजिटल प्लेटफॉर्म ने पहले ही लाखों लोगों को टीका सुनिश्चित करने में मदद की है। अगर हम नवाचारको नहीं अपनाते, तो कोविड-19 के खिलाफ हमारी लड़ाई बहुत कमजोर होती। हमें इस अभिनव उत्साह को नहीं छोड़ना चाहिए ताकि अगली चुनौती आने पर हम और भी बेहतर तरीके से तैयार हो सकें।
मित्रों,
तकनीक और स्टार्ट-अप की दुनिया में भारत की प्रगति जगजाहिर है। हमारा देश दुनिया के सबसे बड़े स्टार्ट-अप इकोसिस्टमों में से एक है। हाल के वर्षों में कई मजबूत प्रतिष्ठान सामने आए हैं। नवाचार में जुटे अनुसंधानकर्ताओं और निवेशकों को जो चाहिए, भारत उसे मुहैया कराता है। मैं दुनिया को भारत में निवेश करने के लिए पांच स्तंभों के आधार पर आमंत्रित करता हूं: प्रतिभा, बाजार, पूंजी, इकोसिस्टम और खु��ेपन की संस्कृति।
तकनीक के क्षेत्र से जुड़ी भारतीय प्रतिभाओं का पूल दुनिया भर में मशहूर है। भारतीय युवाओं ने दुनिया की कुछ सबसे गंभीर समस्याओं का तकनीकी समाधान दिया है। आज, भारत में एक दशमलवएक आठ बिलियन मोबाइल फोन और सात सौ पचहत्तर मिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं। यहसंख्या कई देशों की आबादी से भी ज्यादा है। भारत में डेटा की खपत दुनिया में सबसे ज्यादा और सबसे सस्ती है। भारत के लोग सोशल मीडिया के सबसे बड़े उपयोगकर्ता हैं। यहां एक विविध और व्यापक बाजार है, जो आपकी प्रतीक्षा कर रहा है।
मित्रों,
इस डिजिटल प्रसार को एक अत्याधुनिक सार्वजनिक डिजिटल अवसंरचना बनाकर संचालित किया जा रहा है। पांच सौ तेईस हजार किलोमीटर लंबा फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क पहले से ही हमारे एक सौ छप्पन हजार ग्राम परिषदों को जोड़ चुक�� है। आने वाले समय में और भी बहुत से लोगों को जोड़ा जाएगा। देशभर में सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क आ रहे हैं। इसी तरह, भारत नवाचार की संस्कृति को पोषित करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। अटल इनोवेशन मिशन के तहत सात हजार पांच सौ स्कूलों में अत्याधुनिक इनोवेशन लैब हैं। हमारे छात्र विदेश के छात्रों सहित कई हैकथॉन में भाग ले रहे हैं। इससे उन्हें वैश्विक प्रतिभा और सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में बहुत जरूरी अनुभवप्राप्त हो रहा है।
मित्रों,
पिछले एक साल में, हमने विभिन्न क्षेत्रों में बहुत अधिक व्यवधान देखा है। इसमें से अधिकांश अभी भी जारी है। फिर भी, व्यवधान का मतलब हताशा नहीं होना चाहिए। इसके बजाय, हमें सुधार और तैयारी के जुड़वां आधार पर ध्यान देना चाहिए। पिछले साल इस समय दुनिया एक टीके की तलाश मेंथी। लेकिन आज हमारे पास काफी कुछ है। इसी तरह, हमें स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे और अपनी अर्थव्यवस्थाओं को दुरूस्त करने का काम जारी रखना होगा। हमने भारत में, खनन, अंतरिक्ष, बैंकिंग, परमाणु ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में बड़े सुधारों को लागू किया है। इससे पता चलता है कि एक राष्ट्र के रूप में भारत महामारी के बीच भी अनुकूलन करने में सक्षम और चुस्त है। और, जब मैं कहता हूं कि तैयारी, तो मेरा आशय होता है: हमारे ग्रह को अगली महामारी से बचाना। यह सुनिश्चित करना कि हम अपना ध्यान ऐसी स्थायी जीवन-शैलियों की ओर केन्द्रित करें, जो इकोलॉजिकल क्षरण को रोकें। यानी नवाचार के साथ-साथ अनुसंधान को आगे बढ़ाने में सहयोग को मजबूत करना।मित्रों,
इस डिजिटल प्रसार को एक अत्याधुनिक सार्वजनिक डिजिटल अवसंरचना बनाकर संचालित किया जा रहा है। पांच सौ तेईस हजार किलोमीटर लंबा फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क पहले से ही हमारे एक सौ छप्पन हजार ग्राम परिषदों को जोड़ चुका है। आने वाले समय में और भी बहुत से लोगों को जोड़ा जाएगा। देशभर में सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क आ रहे हैं। इसी तरह, भारत नवाचार की संस्कृति को पोषित करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। अटल इनोवेशन मिशन के तहत सात हजार पांच सौ स्कूलों में अत्याधुनिक इनोवेशन लैब हैं। हमारे छात्र विदेश के छात्रों सहित कई हैकथॉन में भाग ले रहे हैं। इससे उन्हें वैश्विक प्रतिभा और सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में बहुत जरूरी अनुभवप्राप्त हो रहा है।
मित्रों,
पिछले एक साल में, हमने विभिन्न क्षेत्रों में बहुत अधिक व्यवधान देखा है। इसमें से अधिकांश अभी भी जारी है। फिर भी, व्यवधान का मतलब हताशा नहीं होना चाहिए। इसके बजाय, हमें सुधार और तैयारी के जुड़वां आधार पर ध्यान देना चाहिए। पिछले साल इस समय दुनिया एक टीके की तलाश मेंथी। लेकिन आज हमारे पास काफी कुछ है। इसी तरह, हमें स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे और अपनी अर्थव्यवस्थाओं को दुरूस्त करने का काम जारी रखना होगा। हमने भारत में, खनन, अंतरिक्ष, बैंकिंग, परमाणु ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में बड़े सुधारों को लागू किया है। इससे पता चलता है कि एक राष्ट्र के रूप में भारत महामारी के बीच भी अनुकूलन करने में सक्षम और चुस्त है। और, जब मैं कहता हूं कि तैयारी, तो मेरा आशय होता है: हमारे ग्रह को अगली महामारी से बचाना। यह सुनिश्चित करना कि हम अपना ध्यान ऐसी स्थायी जीवन-शैलियों की ओर केन्द्रित करें, जो इकोलॉजिकल क्षरण को रोकें। यानी नवाचार के साथ-साथ अनुसंधान को आगे बढ़ाने में सहयोग को मजबूत करना।
मित्रों,
हमारे ग्रह के सामने आने वाली चुनौतियों को सामूहिक भावना और एक मानव-केन्द्रित दृष्टिकोण के जरिए ही दूर किया जा सकता है। इसके लिए मैं स्टार्ट-अप समुदाय से आगे ��कर नेतृत्व करने का आह्वान करता हूं। स्टार्ट-अप के क्षेत्र में युवाओं का दबदबा है। ये अतीत के बोझ से मुक्त लोग हैं। वे वैश्विक परिवर्तन को ताकत देने के लिए सबसे उपयुक्त हैं। हमारे स्टार्ट-अप कोस्वास्थ्य संबंधी देखभाल, अपशिष्ट पदार्थों के पुनर्चक्रणसहित पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकी, कृषि, सीखने के आधुनिक उपकरणों जैसे क्षेत्रों में संभावनाओं का पता लगाना चाहिए।
मित्रों,
एक खुले समाज और अर्थव्यवस्था के रूप में, अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के प्रति वचनबद्धएक राष्ट्र के रूप में, भारत के लिए भागीदारी मायने रखती है। फ्रांस और यूरोप हमारे प्रमुख साझेदारों में से हैं। राष्ट्रपति मैक्रों के साथ मेरी बातचीत में, मई में पोर्टो में यूरोपीय संघ के नेताओं के साथ मेरे शिखर सम्मेलन के दौरान, डिजिटल साझेदारी, स्टार्ट-अप से लेकर क्वांटम कंप्यूटिंग तक, एक प्रमुख प्राथमिकता के रूप में उभरी। इतिहास ने दिखाया है कि नई तकनीक में नेतृत्व से आर्थिक मजबूती, रोजगार और समृद्धि आती है। लेकिन, हमारी साझेदारी को मानवता की सेवा में एक बड़े उद्देश्य की पूर्ति भी करनी चाहिए। यह महामारी न केवल हमारे लचीलेपन की, बल्कि हमारी कल्पना की भी परीक्षा है। यह सभी के लिए अधिक समावेशी, देखभाल करने वाला और टिकाऊ भविष्य बनाने का मौका है। राष्ट्रपति मैक्रों की तरह, मुझे उस भविष्य को प्राप्त करने में मदद करने के लिए विज्ञान की शक्ति और नवाचार की संभावनाओं पर विश्वास है।
धन्यवाद।
#GoodGovernance#VivaTech#Technology#FranceDigitalindia#erp#Youth#YuvaShakti#PrivateSector#supply chain#Health#Healthcare#humandevelopment#science and technology#AadhaarUdupi#startupindia#Jobs#Employment#Development#environment
0 notes
Link
IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) महामारी में बहुत लोकप्रिय हो गया है, क्योंकि यह लोगों के बीच बातचीत को कम करता है। यह एक ही चीज़ पर काम करने के लिए कई लोगों की आवश्यकता के बिना चीजों को जोड़ने में मदद करता है। यह दूर से चीजों को नियंत्रित करने की सुविधा भी प्रदान करता है।
What is IoT?
इंटरनेट ऑफ थिंग्स का अर्थ दुनिया के सभी भौतिक घटकों और चीजों को लेना और उन्हें ��ंटरनेट से जोड़ना है।
एक इंटरनेट कनेक्शन एक अद्भुत चीज है, यह हमें हर तरह की आसानी प्रदान करता है जो पहले संभव नहीं था। यदि आप 90 के दशक से हैं, तो अपने मोबाइल फोन के बारे में सोचें, जब वह स्मार्टफोन था। आप कॉल और टेक्स्ट कर सकते हैं, लेकिन अब आप कोई भी फिल्म देख सकते हैं या कोई भी गाना सुन सकते हैं।
भ्रम इसलिए नहीं है क्योंकि विषय संकीर्ण है, बल्कि इसलिए है कि यह इतना व्यापक है। जब IoT में बहुत सारे उदाहरण और संभावनाएं हैं, तो आपके दिमाग में इस अवधारणा को तय करना मुश्किल हो सकता है।
स्पष्ट करने में मदद के लिए, चीजों को इंटरनेट से जोड़ने के लाभों और इसकी कमियों को समझना महत्वपूर्ण है।
Advantages of IoT
Monitor Data
IoT का प्राथमिक और मुख्य लाभ निगरानी है। यह हमें आपके घर में आपूर्ति की सटीक मात्रा या हवा की गुणवत्ता जानने में मदद करता है, यह अधिक डेटा भी प्रदान कर सकता है जो पहले आसानी से एकत्र करना संभव नहीं था।
उदाहरण के लिए, यह जानते हुए कि आपके पास प्रिंटर की स्याही कम है, निकट भविष्य में आपको स्टोर की एक और यात्रा से बचा सकता है। साथ ही, उत्पादों की समाप्ति की निगरानी करने से सुरक्षा में सुधार होगा।
Ease of Access
अभी, आप किसी भी स्थान से (लगभग) वास्तविक समय में आवश्यक जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। यह केवल एक स्मार्ट डिवाइस और इंटरनेट कनेक्शन लेता है।
हम वास्तविक जीवन में किसी व्यक्ति से पूछने के बजाय, अपना स्थान देखने के लिए Google मानचित्र का उपयोग करते हैं। टिकट बुकिंग पहले से कहीं ज्यादा आसान है। नवीनतम वैज्ञानिक अनुसंधान, या व्यावसायिक विश्लेषण से भी जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सकती है। यह केवल एक क्लिक दूर है।
Speedy Operation
यह सारा डेटा डालने से हम कई कार्यों को अद्भुत गति से पूरा कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, IoT स्वचालन को सरल बनाता है। स्मार्ट उद्योग दोहराए जाने वाले कार्यों को स्वचालित करते हैं, इस प्रकार कर्मचारियों को अपना समय और प्रयास अधिक चुनौतीपूर्ण चीजों में निवेश करने की इजाजत देता है।
Adapting to New Standards
चूंकि IoT एक निरंतर परिवर्तनशील विषय है, इसलिए उच्च तकनीक की दुनिया की अन्य तकनीकों की तुलना में इसके परिवर्तन न्यूनतम हैं। IoT के बिना, सभी नवीनतम चीज़ों पर नज़र रखना हमारे लिए जटिल होगा।
Better Time Management
कुल मिलाकर, यह एक चतुर समय बचाने वाला उपकरण है।
हम अपने दैनिक आवागमन के दौरान अपने फोन पर नवीनतम समाचार देख सकते हैं, या अपने पसंदीदा शगल के बारे में एक ब्लॉग देख सकते हैं, एक ऑनलाइन दुकान में एक आइटम खरीद सकते हैं, हम अपने हाथों की हथेली से लगभग सभी चीजें कर सकते हैं। आखिरकार, हमारे पास हमारे लिए बहुत अधिक समय होता है।
हालाँकि, कुछ भी संपूर्ण नहीं है।
Automation and Control
भौतिक वस्तुओं को वायरलेस प्रौद्योगिकी संरचना के साथ डिजिटल और केंद्रीय रूप से जोड़ा और नियंत्रित किया जा रहा है, कामकाज में स्वचालन और नियंत्रण की एक बड़ी मात्रा है। मानवीय हस्तक्षेप के बिना, मशीनें तेजी से और समय पर आउटपुट प्रदान करने के लिए एक दूसरे के साथ संचार कर रही हैं।
Saving Money
IoT का एक अन्य मुख्य लाभ पैसे की बचत है। यदि टैगिंग और निगरानी मशीनों की लागत बचाई गई राशि की तुलना में कम है, तो यही कारण है कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स को बहुत व्यापक रूप से अपनाया जा रहा है।
IoT मुख्य रूप से लोगों के दैनिक जीवन में उनके उपकरणों को एक दूसरे के साथ एक कुशल तरीके से ऊर्जा और लागत की बचत और संरक्षण के साथ संवाद करने में सहायक होता है।
डेटा को उपकरणों के बीच संचार और साझा करने की अनुमति देना और फिर इसे हमारे आवश्यक तरीके से अनुवाद करना, हमारे सिस्टम को कुशल बनाता है।
Disadvantages of IoT
Data Breach
डेटा तक पहुंच उत्कृष्ट है। दुर्भाग्य से, हमारा व्यक्तिगत डेटा अधिक खुला है। क्रेडिट कार्ड नंबर सबसे अधिक समझौता की गई जानकारी है, इसके बाद डेबिट कार्ड नंबर होता है।
डेटा उल्लंघनों तनावपूर्ण हैं। कंपनियां भी उनके बारे में चिंता करती हैं और अगर उनके ग्राहकों द्वारा उनके विवरण से समझौता किया जाता है त�� वे विश्वास खो सकते हैं। सबसे खराब उपकरणों को कहा जाता है: ऑफ-ब्रांड IoT गैजेट्स, सेकेंड-हैंड स्मार्ट डिवाइस और संदिग्ध ऐप्स।
Dependence on Technology
IoT मुख्य रूप से इंटरनेट कनेक्शन पर निर्भर है। जब कोई नहीं है, तो इसका उपयोग नहीं किया जा सकता है।
दूसरी ओर, हम मुख्य रूप से IoT के दैनिक उपयोग पर निर्भर हो गए हैं। व्यवसाय और निजी जीवन भी IoT पर निर्भर है।
यदि हमें वांछित जानकारी तक शीघ्रता से पहुंच नहीं मिलती है, तो हम सबसे अनावश्यक सामग्री के बारे में भी परेशान हो जाते हैं। IoT ने हमारे ध्यान अवधि में भारी कमी में योगदान दिया है।
Complexity in Operation
IoT भले ही आसानी से कार्यों का प्रबंधन कर रहा हो, इसके पीछे बहुत सारे जटिल ऑपरेशन किए जाते हैं। अगर गलती से सॉफ्टवेयर गलत कैलकुलेशन करता है, तो यह बाकी प्रोसेस को प्रभावित करेगा।
उपर्युक्त कभी-कभी बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है। हम नहीं जानते कि हमारे घर में गलत तापमान से कैसे निपटा जाए।
सबसे खराब स्थिति में, वाटर डैम सॉफ्टवेयर में त्रुटि कोड विनाशकारी बाढ़ का कारण बन सकता है।
यही कारण है कि, कई बार IoT में एक गलती को डीबग करना हमेशा आसान नहीं होता है।
Our Safety
सोचिए अगर कोई चतुर हैकर आपकी दवा के नुस्खे को बदल दे। या यदि कोई स्टोर स्वचालित रूप से आपको कोई ऐसा उत्पाद भेजता है जिससे आपको एलर्जी है, या ऐसा स्वाद जो आपको पसंद नहीं है, या कोई उत्पाद जो पहले ही समाप्त हो चुका है। नतीजतन, सुरक्षा अंततः उपभोक्ता के हाथों में सत्यापित करने के लिए है।
चूंकि सभी घरेलू उपकरण, औद्योगिक मशीनरी, सार्वजनिक क्षेत्र की सेवाएं जैसे जल आपूर्ति और परिवहन, और कई अन्य उपकरण सभी इंटरनेट से जुड़े हैं, इस पर बहुत सारी जानकारी उपलब्ध है। यह जानकारी हैकर्स द्वारा हमला करने की संभावना है। यह बहुत विनाशकारी होगा यदि अनधिकृत घुसपैठियों द्वारा निजी और गोपनीय जानकारी का उपयोग किया जाता है।
IoT हमारे लिए कई आश्चर्यजनक चीजें लेकर आया है और यह हमें कई क्षेत्रों में आश्चर्यचकित करता है: व्यवसाय, स्वास्थ्य सेवा, हमारा निजी जीवन। जहां तक कमियों का सवाल है, अब जब आप उनके बारे में अधिक जानते हैं, तो उन्हें नियंत्रण में रखने का प्रयास करें। अपने डेटा को सुरक्षित रखें और इस बात से अवगत रहें कि स्वचालन और आसान पहुंच आपको या आपके व्यवसाय को कैसे प्रभावित कर स��ती है।
Inter Compatibility
जैसे-जैसे विभिन्न निर्माताओं के उपकरण एक-दूसरे से जुड़े होंगे, टैगिंग और निगरानी में संगतता की समस्या बढ़ जाती है। इस नुकसान को दूर किया जा सकता है यदि निर्माता एक सामान्य मानक बनाते हैं, लेकिन अभी भी एक संभावना है कि तकनीकी समस्याएं अभी भी बनी रह सकती हैं।
आजकल, हमारे पास वायरलेस-सक्षम डिवाइस हैं और इस तकनीक में भी संगतता समस्याएं अभी भी मौजूद हैं! संगतता के मुद्दों के परिणामस्वरूप लोग एक अलग निर्माता से उपकरण खरीद सकते हैं, जिससे बाजार में इसका एकाधिकार हो सकता है।
Lesser Employment of Menial Staff
गैर-शिक्षित श्रमिकों और सहायकों को दैनिक गतिविधियों के स्वचालन के प्रभाव के रूप में अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है। इससे समाज में बेरोजगारी पैदा हो सकती है।
यह किसी भी तकनीक के अत्यधिक जोखिम की समस्या है और इसे शिक्षा से दूर किया जा सकता है। दैनिक गतिविधियों के स्वचालित होने के साथ, स्वाभाविक रूप से, मानव श्रम की कम आवश्यकताएं होंगी, मुख्य रूप से, श्रमिक और कम शिक्षित कर्मचारी।
Technology Takes Control of Life
हमारा जीवन तेजी से प्रौद्योगिकी द्वारा नियंत्रित हो रहा है और इस पर निर्भर होगा। युवा पीढ़ी पहले से ही हर छोटे से छोटे काम के लिए तकनीक की आदी है। हमें यह तय करना होगा कि हम अपने दैनिक जीवन का कितना हिस्सा मशीनीकरण और प्रौद्योगिकी द्वारा नियंत्रित करने के लिए तैयार हैं।
आपकी कार यह पहचान सकती है कि आपको कुछ घटकों में समस्या है; यह तकनीशियन से संपर्क करता है और स्थान भेजता है, और आपके फोन पर एक संदेश भेजकर आपको सूचित भी करता है!
आपका अलार्म सुबह 6:30 बजे बजता है; तुम उठो और इसे बंद कर दो। जैसे ही आप अपना अलार्म बंद करते हैं, यह गीजर को आपके पसंदीदा तापमान पर पानी गर्म करने की सूचना देता है और कॉफी बनाने वाला भी कॉफी बनाना शुरू कर देता है!
आप काम से घर लौटते समय अपने रास्ते पर हैं और आप अपने मोबाइल पर एक ऐप का उपयोग करके अपने घर में लाइट, एसी और टीवी को अपने पसंदीदा चैनल पर ट्यून करते हैं ताकि आपका घर आपके स्वागत के लिए तैयार हो जाए। अपना दरवाजा खोलो!
क्या वास्तव में एक वाहन "स्मार्ट" होगा यदि यह मालिकों को सचेत कर सकता है जब उनका खाना उनकी समाप्ति तिथि तक पहुंचने वाला है, उदाहरण के लिए। या शायद यह एक ऑनलाइन कैलेंडर को संदर्भित कर सकता है और कुछ वस्तुओं को वितरित करने के लिए नियमित आधार पर आदेश दे सकता है।
Conclusion
चूंकि IoT के कुछ नुकसान हैं, इसलिए उपभोक्ता का समय और पैसा बचाने के इसके फायदों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। तो निकट भविष्य में, यह बहुत आम होगा जब इंटरनेट ऑफ थिंग्स दैनिक जीवन में रोजमर्रा के उपयोग में होगा। इसकी कमियों को दूर करने के प्रयास पहले से ही चल रहे हैं।
ये इंटरनेट ऑफ थिंग्स के कुछ ही फायदे हैं। ब्लॉग से हमने सीखा कि यह विभिन्न पहलुओं में जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने की संभावनाओं को खोलता है। लेकिन यह जरूरी है कि हम इस तकनीक का सही तरीके से उपयोग करें ताकि यह तकनीक हमारे लिए सबसे अच्छा काम कर सके।
मेरे ब्लॉग को पढ़ने के लिए अपना बहुमूल्य समय देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं वास्तव में इसकी सराहना करता हूं।
नवीनतम टेक समाचार और समीक्षाओं के लिए yehbhidekho का अनुसरण करें, ट्विटर, फेसबुक हमारे साथ बने रहें। हमारे नवीनतम वीडियो के लिए, हमारे YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें।
0 notes
Quote
जीवन मंत्र डेस्क. 30 दिसंबर से 5 जनवरी के बीच धनु राशि में सूर्य, शनि, बुध, बृहस्पति और केतु रहेंगे। इन 5 ग्रहों के कारण कई लोगों के कामकाज में बदलाव हो सकते हैं। ग्रहों की ये स्थिति अचानक बड़े बदलाव भी लाने वाली हो सकती है। इन ग्रहों के कारण कई लोगों का स्थान परिवर्तन हो सकता है। वहीं इनके अलावा चंद्रमा कुंभ से मेष राशि तक जाएगा। सितारों की ये स्थिति 6 राशि वालों के लिए महत्वपूर्ण रहेगी। इन ग्रहों के प्रभाव से कई लोगों को जॉब और बिजनेस में फायदा भी हो सकता है। 12 राशियों के लिए कुछ ऐसा रहेगा ये हफ्ता ये सात दिन आर्थिक फायदे वाले रहेंगे। अधिकारियों से संबंधों में मजबूती आ सकती है। आप गंभीर रहेंगे तो इस सप्ताह आपको करियर में आगे बढ़ने के मौके मिल सकते हैं। आप जितने व्यावहारिक रहेंगे, उतने सफल भी होंगे। कॉन्फिडेंस से बात करें। आसपास के लोगों से समर्थन और सहायता मिल सकती है। बिजनेस में फायदा होने के योग बन रहे हैं। दोस्तों और रिश्तेदारों का महत्व आपके लिए ज्यादा होता जाएगा। अचानक यात्राओं का योग बनेगा। नए लोगों से मुलाकात हो सकती है। रुका पैसा वापस मिलने की संभावना है। राजनीति वाले लोगों के लिए समय शुभ रहेगा। सप्ताह के बीच का समय सावधानी से निकाल लें। आसपास के कुछ लोगों की मदद से आपको तरक्की में सहयोग मिल सकता है। इन दिनों में कुछ खास काम करने की इच्छा भी तेज हो सकती है। ऑफिस में आप पर थोड़ा दबाव हो सकता है। बड़े लोगों और अधिकारियों के साथ बातचीत में आप थोड़ी सावधानी रखें। बिना तैयारी के बात करेंगे, तो आप उलझ सकते हैं। इन दिनों में आपको निजी मामलों में सफलता मिलने के योग हैं। अविवाहित लोगों को विवाह प्रस्ताव मिल सकते हैं। कार्यक्षेत्र में सफलता और पैतृक व्यवसाय में फायदा हो सकता है। कुछ अनचाहे फैसले भी लेने पड़ सकते हैं। जरूरी दस्तावेजों संबंधी परेशानी हो सकती है। संभलकर रहना होगा। स्थितियों को सकारात्मक नजरिए से देखकर आगे बढ़ने की कोशिश करें। इस सप्ताह आप नई सोच और नई तकनीक से करियर में आगे बढ़ सकते हैं। संचार से जुड़े उपकरण की खरीददारी करने का मन बना सकते हैं। विज्ञान और तकनीक से जुड़े कामों में सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। आपके मन में जो नया विचार चल रहा है, इस सप्ताह उस पर ��ाम हो सकता है। कारोबार और नौकरी में अच्छी स्थितियां बन सकती हैं। सप्ताह की शुरुआत में बाहरी स्थानों से कोई अच्छी खबर मिलने के योग हैं। खर्चे बढ़ सकते हैं। आप सही दिशा में कदम आगे बढ़ाने की कोशिश में सफल हो सकते हैं। अच्छी तरह सोचकर और प्लानिंग से आगे बढ़ने से आपके काम पूरे हो सकते हैं। कारोबार या नौकरी से जुड़ा कोई बड़ा फैसला करने से पहले किसी अनुभवी की सलाह लें। इन दिनों में आपकी तारीफ हो सकती है। इस सप्ताह आपको ऐसे मौके मिल सकते हैं, जिनमें आप अपनी प्रतिभा सबके सामने दिखा सकेंगे। बड़े और अनुभवी लोगों से आपकी बातचीत सफल हो सकती है। इन दिनों में धन लाभ और फायदे के योग बन रहे हैं। अपनी आदतों और लालच पर नियंत्रण रखें। आपका वजन बढ़ सकता है और आपको अपने खानपान पर भी पूरा नियंत्रण रखना होगा। निजी संबंधों में भी परेशानियां आ सकती हैं। कुछ खास कामों को लेकर टेंशन बढ़ सकता है। ऑफिस में कुछ झंझट हो सकती है। विभिन्न स्थितियों में कई जिम्मेदारियां एक साथ निभानी पड़ सकती हैं। किसी पुराने व्यक्ति से भी मुलाकात होने के योग बन रहे हैं। महत्वपूर्ण यात्रा होने के योग बन रहे हैं। मानसिक रूप से शांत रहने की कोशिश करें। इस सप्ताह आपके कामकाज की भी तारीफ हो सकती है। सभी को साथ लेकर कोई बड़ा काम करने में सफलता मिल सकती है। डॉक्टर, वकीलों और शासकीय कर्मचारियों के लिए समय अच्छा कहा जा सकता है। धैर्य और लगातार कोशिश करने से आप सफल हो सकते हैं। चतुराई और कौशल से आपको सफलता मिल सकती है। अधूरे काम निपटने की भी संभावना है। साझेदारी संबंधी महत्वपूर्ण फैसले आप ले सकते हैं। इस सप्ताह जीवनसाथी की सेहत पर ग्रहों का बुरा असर हो सकता है। आप कुछ खास मामलों में फैसला नहीं ले पाएं। वैवाहिक जीवन में थोड़ी खटास आ सकती है। इन दिनों में आपके खर्चे बढ़ भी सकते हैं। कन्या राशि वालों को इस हफ्ते ऑफिस में खींचतान और मेहनत तो रहेगी, लेकिन फायदा भी हो सकता है। धन लाभ के योग भी बन रहे हैं। मान-सम्मान बढ़ेगा। सेविंग और इनकम में भी बढ़त हो सकती है। शेयर बाजार से जुड़े मामलों में सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। बिजनेस करने वाले लोगों के लिए समय अच्छा कहा जा सकता है। कुछ ज्यादा मेहनत भी करनी पड़ सकती है। इससे आपकी उन्नति के योग हैं। इस सप्ताह किस्मत का भी साथ मिल सकता है। सफलता के लिए आप बहुत बेचैन हो सकते हैं। इन दिनों में आपको मिलने वाली सूचनाएं बहुत खास भी हो सकती हैं। काम का बोझ बढ़ सकता है। जिस सकारात्मक बदलाव का इंतजार आपको है, वह इन दिनों में हो सकता है। पेट संबंधित परेशानियां हो सकती हैं। नई योजनाओं में निवेश के लिए समय ठीक नहीं कहा जा सकता। सप्ताह के कुछ दिन आपके लिए हेक्टिक हो सकते हैं। परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जैसे-जैसे दिन बीतेंगे, वैसे-वैसे अच्छा समय आ सकता है। भविष्य के लिए योजना बना लें और हर संभव मौके पर किस्मत को आजमाने की कोशिश करें। किसी खास काम के लिए आपको अच्छा ऑफर मिल सकता है। कोई ऐसा काम मिल सकता है, जो आम लोगों से जुड़ा हुआ हो। बिजनेस के सिलसिले में यात्रा के योग बन रहे हैं। इन दिनों में जोखिम लेने से बचना होगा। संतान के मामले में ये दिन थोड़े प्रतिकूल भी हो सकते हैं। अचानक धन लाभ के योग बन रहे हैं। बिजनेस में कुछ अच्छे मौके आपको मिल सकते हैं, लेकिन फैसले करने में आप असहजता भी हो सकते हैं। इस सप्ताह आपके सामने बहुत सी अच्छी स्थितियां बन सकती हैं। कुछ खास फैसले बिना दिमाग लगाए और आसानी से भी हो सकते हैं। कोई राज की बात इन दिनों में आपको पता चल सकती है। आप अपने लक्ष्यों को लेकर समर्पित रहेंगे। इस सप्ताह कोई खास काम अचानक शुरू हो सकता है और उसका फायदा भी आपको मिलेगा। पुरानी बातें आपके दिल- दिमाग में चल सकती है। इन दिनों में परेशानी कम हो सकती है। आपका समय अच्छा कहा जा सकता है। परेशानियों से निपटने में पार्टनर की मदद मिल सकती है। रोजमर्रा के काम रुक-रुक कर ही सही, लेकिन पूरे होने की संभावना है। इन दिनों में धन हानि भी हो सकती है, सावधान रहें। माता के लिए समय थोड़ा प्रतिकूल हो सकता है। नौकरीपेशा लोगों को तरक्की मिल सकती है। ठेकेदारों और बिजनेस करने वाले लोगों के लिए सप्ताह के ज्यादातर दिन शुभ कहे जा सकते हैं। धनु राशि वालों के लिए ये 7 दिन मिले-जुले हो सकते हैं। आपकी कुछ योजनाएं धीमी गति से भी पूरी होंगी। इन दिनों में अचानक यात्रा के योग बन रहे हैं। इस सप्ताह आप अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए तैयार रहेंगे। सप्ताह के बीच में कुछ नया सामान खरीदने का मन बनेगा। कम्प्यूटर, फोन या कोई व्हीकल पुराना या नया, आप खरीदने का मन बना सकते हैं। इन दिनों में आराम करने की इच्छा ज्यादा रहेगी। बॉस के साथ चल रही बातचीत में आपको सफलता मिल सकती है। दोस्तों से फायदा होगा। नई ऊर्जा का संचार होगा। लेखकों, बुद्धिजीवियों, कवि और प्रोफेसरों के लिए समय अच्छा है। सप्ताह के बीच में आपको रोजमर्रा के कामों से जुड़ा कोई अच्छा ऑफर आपको मिल सकता है। बिजनेस करने वाले लोगों को आगे बढ़ने के कुछ अच्छे मौके मिल सकते हैं। इन दिनों में अचानक धन लाभ के योग बन रहे हैं। बातचीत की चतुराई से आपको फायदा मिलेगा। ��मय में बदलाव भी महसूस होगा। इस सप्ताह आपकी महत्वाकांक्षाएं तेज हो सकती हैं। कम समय में बड़े और महत्वपूर्ण काम पूरा करने की कोशिश करेंगे। कम मेहनत में ज्यादा पैसा कमाने का भी मन बनेगा। इस हफ्ते आपको अचानक फायदा हो सकता है। कानूनी मामलों में आपको किस्मत का साथ मिलेगा। नौकरी या कारोबार में किसी उलझी हुई समस्या का समाधान निकालने में आप सफल हो सकते हैं। निवेश के लिए समय अच्छा रहेगा। माता की सेहत में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। शेयर बाजार से जुड़े लोगों के लिए समय अच्छा साबित हो सकता है। सेहत के लिए इन दिनों की शुरुआत थोड़ी जटिलता वाली हो सकती है। जोखिम न लें। आर्थिक हानि के योग बन रहे हैं। ऑफिस या फील्ड में किसी से अनबन भी हो सकती है। नौकरी में आप अपने काम से काम रखें। कोई बड़ा उलटफेर भी हो सकता है। इन दिनों में दुश्मन भी आपको परेशान कर सकते हैं। मैनेजमेंट वाले कामों में और कुछ व्यावहारिक मामलों में सफल रहेंगे। ऑफिस के विवाद सुलझाने में या समस्याओं का समाधान निकालने की कोशिश करेंगे तो फायदे में रहेंगे। सप्ताह के बीच में चंद्रमा की स्थिति से बिजनेस या अन्य तरीकों से रुका हुआ पैसा मिलने के योग बन रहे हैं। छोटी-मोटी यात्रा का योग बन रहा है। दोस्तों से मदद मिल सकती है। पुरानी योजना पर सफलता से काम हो सकता है। रोजमर्रा के कामकाज से भी फायदा हो सकता है। तकनीकी और संचार क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए ये हफ्ता अच्छा रहेगा। ऑफिस और फील्ड में अच्छे परफॉर्मेंस की कोशिश करें। अचानक यात्राओं का योग बन रहा है। आपको रुका हुआ पैसा मिल सकता है। बातचीत, भाषण कला में सफलता मिलेगी। संतान, शिक्षा, राजनीति, यात्रा, जमीन-जायदाद के मामलों से जुड़ा कोई नया काम इस सप्ताह आप कर सकते हैं। इसमें आपको सफलता मिलेगी। बदलते मौसम से आपको त्वचा या गले संबंधी परेशानी होने के योग बन रहे हैं। सावधान रहें। वैवाहिक जीवन में परेशानी आ सकती है। कुछ मामलों में पार्टनर से बहस होने की संभावना है। मतभेद भी हो सकते हैं। बड़े फैसले लेने से भी बचें। वाणी पर संयम रखें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 5 planets may cause good changes in the early days of the new year
http://poojakamahatva.blogspot.com/2019/12/5_28.html
0 notes
Text
जूनियर टेक्निकल आॅफिसर व जूनियर कंसल्टेंट फिल्ड आॅपरेशन के बंपर पदाें पर भर्ती, करें आवेदन
ECIL Technical officer recruitment 2018, इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ( ECIL ) ने जूनियर टेक्निकल आॅफिसर व जूनियर कंसल्टेंट फिल्ड आॅपरेशन के 506 रिक्त पदाें पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इच्छुक व योग्य इन पदाें के लिए 29 सितम्बर 2018 तक आवेदन कर सकते हैं। आवेदन अाैर अन्य जानकारी के लिए नीचे दिए गए अधिसूचना विवरण लिंक पर क्लिक करें।
इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ( ECIL ) में रिक्त पदाें का विवरणः कुल पद - 506
जूनियर टेक्निकल आॅफिसर - 100 पद वेतनमान - 19,032 रूपए।
जूनियर कंसल्टेंट फिल्ड आॅपरेशन ग्रेड -I वेतनमान - 17,498 रूपए।
जूनियर कंसल्टेंट फिल्ड आॅपरेशन ग्रेड -II वेतनमान - 15,912 रूपए।
इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ( ECIL ) में योग्यता मानदंड, शैक्षणिक योग्यता और अनुभव:
- Jr. Technical Officer - इलेक्ट्रॉनिक्स / मैकेनिकल / इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रुमेंटेशन / इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटर विज्ञान विषयाें में बीई/ बीटेक इंजीनियरिंग स्नातक।
- Jr. Consultant Field Operation (Gr-I) - तकनीकी शिक्षा बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी संस्थान से कम से कम 60% कुल अंकों के साथ किसी भी विषय में 3-वर्ष पूर्णकालिक डिप्लोमा। पोस्ट योग्यता प्रासंगिक औद्योगिक अनुभव एक अतिरिक्त लाभ होगा।
Jr. Consultant Field Operation (Gr-II) -इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक / आर एंड टीवी / इलेक्ट्रिकल और फिटर के कारोबार में आईटीआई (2 साल की अवधि) पारित किया हाे। संबंधित दायर में योग्यता औद्योगिक अनुभव पोस्ट एक अतिरिक्त लाभ होगा।
आयु सीमा: 24 - 28 साल।
इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ( ECIL ) में आवेदन कैसे करें: इच्छुक व योग्य उम्मीदवारद इन पदाें के लिए http://careers.ecil.co.in/advt3618.php के माध्यम से 29 सितम्बर 2018 तक आॅनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
आॅफलाइन आवेदन यहां भेजेः Personnel Manager-Recruitment Personnel Group, Recruitment Section ELECTRONICS CORPORATION OF INDIA LIMITED ECIL (Post), Hyderabad – 500 062, Telangana State
चयन प्रक्रियाः लिखित परीक्षा अाैर इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा।
महत्वपूर्ण तिथि:
आॅनलाइन आवेदन की अंतिम तिथिः 29 सितम्बर 2018 आवेदन की हार्डकाॅपी भेजने की अंतिम तिथिः 08 अक्टूबर 2018
ECIL Technical recruitment 2018:
ECIL Technical officer recruitment 2018, इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ( ECIL ) ने जूनियर टेक्निकल आॅफिसर व जूनियर कंसल्टेंट फिल्ड आॅपरेशन के 506 रिक��त पदाें पर भर्ती के लिए विस्तृत अधिसूचना यहां क्लिक करें।
इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ( ECIL ):
ईसीआईएल की स्थापना परमाणु ऊर्जा विभाग के अंतर्गत 11 अप्रैल, 1967 को हुई। इसका मुख्य उद्देश्य व्यावसायिक श्रेणी इलेक्ट्रानिक्स के क्षेत्र में सशक्त स्वदेशी क्षमता का विकास करना था। ईसीआईएल का प्रारंभिक आरोह, पूर्ण स्वावलंबन एवं तीन प्रमुख प्रौद्योगिकी लाइनों कम्प्यूटर, नियंत्रण प्रणालियां और संचार क्षेत्र के अनेक उत्पादों की डिजाइन, विकास, विनिर्माण और विपणन पर था।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://www.patrika.com/jobs/ecil-technical-officer-consultant-field-operation-506-posts-jobs-1-3450586/
0 notes