#उन्माद
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sharpbharat · 1 month ago
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jharkhand cm hemant soren in giridih-गिरिडीह जिले के जमुआ पहुंचे सीएम हेमंत सोरेन, केदार हाजरा के समर्थन में की जनसभा, भाजपा पर साधा निशाना, कहा-दलित और आदिवासी विरोधी है भाजपा
गिरिडीह: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को जमुआ में झामुमो प्रत्याशी केदार हाजरा के लिए आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भाजपा आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक विरोधी है. इनके राज में आदिवासियों,अल्पसंख्यकों और दलितों पर हमले बढ़े हैं. झारखंड जैसे राज्य में भड़काऊ नारे देकर ये लोग उन्माद फैलाने का काम कर रहे हैं. लोगों को इनसे सावधान रहने की जरूरत है. सोरेन ने कोरोना…
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indlivebulletin · 2 months ago
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मध्य प्रदेश: बांधवगढ़ में वन विभाग के अधिकारियों ने हमलावर हाथी को पकड़ा
मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में हाथियों का आतंक सामने आया है. हाथियों के आतंक की वजह से दो लोगों की मौत हो गई थी. वन अधिकारियों ने बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य में एक हाथी को पकड़ा है. पकड़े गए हाथी ने ही दो लोगों को मार डाला था और एक दूसरे शख्स को बुरी तरह से घायल कर दिया था. वन विभाग के अधिकारियों ने हाथी को उन्माद की स्थिति में पकड़ा गया. हाथी का उन्माद की स्थिति में पाया जाने से आशय है कि…
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writerss-blog · 4 months ago
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डर (बंटवारा १९४७)
सौजन्य गूगल एक अनजाना डर सबमें भरा हुआ है कल क्या होगा इससे डरा हुआ है, समाज के बिगड़ते हालात आपस के रिश्तों में धार्मिक उन्माद प्यार और विश्वास के बिखर रहे जज्बात आम अवाम सहमा हुआ है । बंटवारा का एक दंश जो उन्नीस सौ सैंतालीस अब तक भरा नहीं, हिंदू हो या मुसलमान खोया है सबने कुछ ना कुछ कहीं उन कड़वी यादों का जख्म अब तक भरा नहीं कुछ ऐसा ही माहौल अब बना हुआ है । एक अनजाना डर सबमें भरा…
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astrologergopalshastri · 6 months ago
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Today's Horoscope -
मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ) आज का दिन सावधानी से व्यतीत करें। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धी आपको क्षति पहुचाने के लिए कुछ भी कर सकते है। घर मे भी किसी की चुगली का शिकार बनना पड़ेगा जिससे कुछ समय के लिए माहौल खराब होगा लेकिन शीघ्र ही स्थिति स्पष्ट होने से शांति स्थापित हो जाएगी। आध्यात्म में रुचि रहेगी साथ ही आडम्बर भी रहने से प्राप्ति न्यून रहेगी। आज अपने कार्य छोड़ अन्य की समस्या सुलझाने में स्वयं का नुकसान कर लेंगे जिसकी भरपाई बाद में असंभव ही रहेगी। परिवार अथवा रिश्तेदारी में विवाह अथवा अन्य मांगलिक आयोजन पर खर्च करने पड़ेंगे। महिलाये किसी ना किसी कारण से नाराज रहेंगी।
वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो) आज का दिन आपकी कीर्ति में वृद्धि करने वाला रहेगा। दिन के आरंभ में पुराने कार्य निपटाने में व्यस्त रहेंगे शीघ्र ही अन्य अनुबंध मिलने से आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। सामाजिक व्यवहारों से भी आज जम कर लाभ उठाएंगे। मध्यान के समय कार्य क्षेत्र पर सुस्ती रहेगी परन्तु संध्या से व्यस्तता बढ़ जाएगी। आज किसी अपरिचित को उधार ना दें निश्चित ही डूबेगा। सरकारी अथवा अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य ले देकरआज पूर्ण करने का प्रयास करें लाभदायक रहेगा इसके बाद परिस्तितियो में बदलाव आने से कार्य सफलता में संदेह रहेगा। पारिवारिक वातावरण में आनंद मंगल रहेगा आज मांगलिक कार्यकर्मो में भी व्यस्त रहेंगे इनपर खर्च भी करना पड़ेगा।
मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा) आज का दिन कार्यो में सफलता दिलाने वाला रहेगा फिर भी अतिआवश्यक कार्यो को आज ही पूर्ण करने का प्रयास करें बाद में स्थिति प्रतिकूल बनने वाली है। दिन का आरंभ किसी शुभ समाचार की प्राप्ति से होगा। महिलाये आज पुरुषों की अपेक्षा अधिक शांत रहेंगी घरेलू वातावरण को क्लेश मुक्त रखने में महत्त्वपूर्ण योगदान देंगी। आज आपको पैतृक व्यवसाय से अधिक लाभ होगा लेकिन आर्थिक लाभ में विलंब होने से कुछ समय के लिए परेशानी रहेगी संध्या का समय अधिक व्यस्त रहेगा रिश्तेदारी के व्यवहार निभाने में समय देना पड़ेगा। घर के बड़े लोग आपसे प्रसन्न रहेंगे रात्रि के समय अचानक अशुभ समाचार मिलने से बेचैनी रहेगी।
कर्क (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो) आज आप प्रातः काल से ही अधूरे कामो को पूर्ण करने में जुट जाएंगे लेकिन फिर भी अपने किये कार्यो से पूरी तरह आश्वस्त नही होंगे अधिके बेहतर करने मनोवृति कार्यो में विलंब करेगी आज आप जैसा भी करेंगे वह अन्य लोगो की अपेक्षा पहले ही बेहतर रहेगा। भ्रम में पड़कर स्वयं का नुकसान कर लेंगे लेकिन फिर भी आज का दिन आर्थिक रूप से हर हाल में संतोषजनक रहेगा पूर्व नियोजित खर्च भी होंगे महिलाये दिखावे के कारण आवश्यकता से अधिक खर्च करेंगी जिससे घरेलू कलह का कारण बन सकती है। संध्या के समय मनोरंजन के अवसर मिलने से मानसिक थकान मिटेगी। आज कुछ ऐसी घटनाएं घटेंगी जिनकी निकट भविष्य में पुनरावृति होगी।
सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे) आज का दिन अधिक थकान वाला रहेगा आप आज आवश्यक कार्यो को प्रातः काल मे ही ��ूर्ण करने का प्रयास करेंगे लेकिन कुछ कार्य फिर भी अधूरे रह सकते है। दैनिक कार्य आज अस्त-व्यस्त रहेंगे। व्यवसायी लोग थकान एवं उन्माद के कारण बेमन से कार्य करेंगे परन्तु आर्थिक रूप से दिन बेहतर रहेगा। पुराने आश्वासन आज फलीभूत होने से धन आगमन सुनिश्चित होगा। भविष्य की योजनाओं पर खर्च होगा। कार्य क्षेत्र पर सहयोगियों का बर्ताव कुछ समय के लिए क्रोध दिलाएगा। मांगलिक कार्यो पर खर्च अधिक होगा धर्म कर्म के लिए भी समय निकाल लेंगे। घर का वातावरण लगभग सामान्य ही रहेगा। विपरीत लिंगीय के कारण दुख होगा।
कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो) आज का दिन आशा से कुछ कम लाभ देगा फिर भी आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से कर लेंगे। नौकरी पेशा एवं व्यवसायी वर्ग को आज अतिरिक्त कार्य करना पड़ेगा इसका लाभ भी जल्द ही मिल जाएगा। व्यापार में वृद्धि होगी लेकिन आर्थिक लाभ के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। आज आपसे या किसी निकटस्थ से कुछ नुकसान भी हो सकता है जिसका सीधा असर धन और व्यवसाय पर भी पड़ेगा। सामाजिक व्यवहार पहले से अधिक बनेंगे परन्तु इनमें से अधिकांश लाभ की जगह खर्च ही करवाएंगे। परिवार में सुख शांति रहेगी बीच मे किसी गलतफहमी के कारण मामूली नारजगी रह सकती है। संध्या का समय थकान वाला रहेगा फिर भी सुख से बिताएंगे।
तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते) आज के दिन कार्य क्षेत्र एवं गृहस्थ में उठापटक वाली स्थिति रहेगी। व्यवसायी वर्ग भी एक साथ कई काम हाथ मे लेने पर उलझन की स्थिति से गुजरेंगे। मध्यान तक अधिक परिश्रम करना पड़ेगा परन्तु लाभ आशानुकूल नही रहने से निराशा होगी। अधिक कमाने की लालसा अनैतिक प्रवृतियों की ओर खींचेंगी जिसका आरंभ में लाभ मिलेगा परन्तु बाद में हानि दिखती नजर आएगी। नकारात्मक विचार मन पर हावी रहेंगे संध्या के बाद किसी बुजुर्ग के सहयोग से ���ामचलाऊ स्थिति बन सकेगी धन लाभ होने से कार्य चलते रहेंगे। किसी मांगलिक कार्यक्रम को लेकर अधिक खर्च करना पड़ेगा। महिलाओ का व्यवहार अटपटा रहेगा।
वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू) आज के दिन आप अतिआत्मविश्वास की भावना से ग्रसित रहेंगे यह घरेलू कलह एवं व्यवसाय में हानि का कारण बन सकती है।आज आप स्वयं को हर कार्य मे श्रेष्ठ दिखाने का प्रयास करेंगे जिस कारण किसी से वर्चस्व को लेकर तकरार होने की संभावना है। मन इच्छित कार्य ना होने से क्रोध आएगा। व्यवसायी वर्ग को पूर्व में किये निवेश का लाभ दुगना होकर मिलेगा परन्तु नवीन कार्यो में धन उलझ सकता है। धार्मिक कार्यो में दिखावे अथवा स्वार्थवश सहभागिता देंगे। सामाजिक क्षेत्र पर सम्मान में कमी आ सकती है बोलचाल में संयम रखें। विद्यार्थ वर्ग आज मानसिक दुविधा में रहने से श्रेष्ठ प्रदर्शन से चूकेंगे। घर मे मन ��म ही लगेगा।
धनु (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे) आज आपकी समस्त दिनचर्या अस्त-व्यस्त रहेगी। जिस भी कार्य मे हाथ डालेंगे उसमे असफलता मिलेगी अथवा विलंब होगा। आज लोभ अथवा किसी दुर्व्यसन के कारण सामाजिक क्षेत्र पर मान भंग हो सकता है घर परिवार में भाई बंधुओ से मतांतर के कारण तीखी झड़प होगी। आज आपका पक्ष लेने वाला कोई नही मिलेगा ना ही व्यवसाय में ही किसी का उचित सहयोग मिल सकेगा। महिलाये घरेलू कार्यो से परेशानी अनुभव करेंगी इसके विपरीत मनोरंजन पर अधिक ध्यान देंगी जिससे कुछ हानि भी हो सकती है। बाहर घूमने अथवा किसी समारोह के निमंत्रण में जाने की योजना बनाएंगे परन्तु यहां भी वैर विरोध का सामना करना पड़ेगा।
मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी) आज के दिन धन लाभ आपके व्यवहार के ऊपर काफी हद तक निर्भर रहेगा स्वभाव में चंचलता ना आने दे लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहें आशा से अधिक लाभ हो सकता है। व्यवसायी वर्ग व्यवसाय में तेजी रहने से उत्साहित रहेंगे व्यस्तता भी अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक रहेगी। नए कार्यो का विचार बना कर रखें जल्द ही इस पर काम करना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर अधीनस्थों के कारण थोड़ी असुविधा बनेगी फिर भी स्थिति संभाल लेंगे। दाम्पत्य जीवन मे खुशिया बढ़ेंगी महिलाये मानसिक रूप से चंचल फिर भी आर्थिक एवं अन्य कारणों से सहयोगी रहेंगी। आकस्मिक यात्रा के योग बन सकते है संभव हो तो टालें वरना उचित लाभ से वंचित रह सकते है।
कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा) आपके लिए आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। आज आपके लगभग सभी कार्य अंत में जाकर आर्थिक अथवा किसी अन्य कारण से अटक सकते है। आर्थिक मामलों को सुलझाने में किसी की चापलूसी करनी पड़ेगी अन्यथा उलझने ज्यादा बढ़ सकती है। सेहत भी नरम-गरम रहेगी इसकी अनदेखी कर कार्यो में जुटे रहेंगे जिससे बाद में तकलीफ बढ़ने की संभावना है। सभी प्रकार के जमीन अथवा सरकारी कार्य आज निरस्त रखें व्यर्थ भागदौड़ के बाद भी हासिल कुछ नही होगा। व्यर्थ के खर्च अधिक परेशान करेंगे धन कोष में कमी का कारण बनेंगे। घर के सदस्य आपसी विचारो से असहमत रहेंगे। बुजुर्गो के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें।
मीन (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची) आज का दिन आपको यश दिलाएगा। शारीरिक एवं मानसिक रूप से भी तंदुरुस्त रहेंगे। कार्य व्यवसाय में कई महत्त्वपूर्ण फैसले निकट भविष्य में लाभदायक सिद्ध होंगे। आज एक साथ अधिक कार्य करना पसंद करेंगे इससे व्यवसाय वृद्धि के साथ ही धन लाभ भी उचित मात्रा में हो सकेगा। विरोधी भी मुह ताकते रह जाएंगे। आज प्रेम प्रसंगों में ��मय बर्बाद ना करे इसकी जगह कार्य क्षेत्र पर समय दें अन्यथा लाभ की स्थिति ज्यादा देर नही टिकेगी। घरेलू एवं व्यक्तिगत सुख के साधनों पर आज अधिक खर्च होगा महिलाये महंगे सौंदर्य प्रसाधन पर खर्च करेंगी। छोटी मोटी बातो को छोड़ परिवार में सुख शांति बनी रहेगी।
आपका दिन शुभ व मंगलमय हो। समस्या चाहे कैसी भी हो 100% समाधान प्राप्त करे:- स्पेशलिस्ट- मनचाही लव मैरिज करवाना, पति या प्रेमी को मनाना, कारोबार का न चलना, धन की प्राप्ति, पति पत्नी में अनबन और गुप्त प्रेम आदि समस्याओ का समाधान। एक फोन बदल सकता है आपकी जिन्दगी। Call Now: - +91 78888 78978/+1(778)7663945 फीस संबंधी जानकारी के लिए #Facebook page के message box में #message करें। आप Whatsapp भी कर सकते हैं। Get to Know More About Astrologer Gopal Shastri: - www.ptgopalshastri.com #famousastrologer #astronews #astroworld #Astrology #Horoscope #Kundli #Jyotish #yearly #monthly #weekly #numerology #gemstone #real #onlinepuja #remedies #lovemarraigespecilist #prediction #motivation #happinessisachoice
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nishamittal · 7 months ago
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नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी की किताब सेंचुरी में लिखा है कि
पांच नदियों के प्रख्यात द्वीप राष्ट्र में एक महान नेता का उदय होगा। इस नेता का नाम 'वरण' या 'शरण' होगा।
वह एक शत्रु के उन्माद को हवा के जरिए समाप्त करेगा और इस कार्यवाही में 6 लोग मारे जाएंगे।' (सेंचुरी 6-27)
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prakashganatra · 9 months ago
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एक ज़र्रा जब सागर की विशालता पाने की इच्छा करता है तो उसे सबसे पहले पहाड़ों की ऊंचाइयों से गिरना पड़ता है। नदी बनकर निरन्तर नीचे की तरफ़ बहना पड़ता है। वो नदी जी कभी बाढ़ के उन्माद में संस्कार के तटों को तोड़कर विनाश करती है तो कभी विशालता की चाह में गंदे नालों को अपने मे समाविष्ट करती है।
इस प्रवाह के दौरान वो किसी साहित्यकार की सखी भी बनती है और शायर की महबूबा भी, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण असंख्य भक्तो की माता का पद प्राप्त करके आदर-सन्मान भी प्राप्त करती है। लेकिन ठहराव उसके स्वभाव में नही है, उसका लक्ष्य और भी निम्न स्तर पर है और लक्ष्य की चाहत में सबको छोड़कर बहते रहना उसकी विवशता है।
अन्ततोगत्वा जब वो अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हुए सागर में विलीन हो जाती है तब उसे इस तथ्य की प्रतीति होती है कि विशालता की अंधी दौड़ में उसने अपना नाम, पहचान, अस्तित्व और सबसे महत्वपूर्ण अपना मृदु स्वभाव और मधुर स्वाद भी खो दिया है। अब वो सिर्फ समुद्र का खारा पानी है जिसकी चाहत रेगिस्तान की रेत को भी नहीं है।
जीवन में बहाव जितना जरूरी है, उतना ठहराव भी जरूरी है। बड़े होने की चाह में आपका स्तर न गिरे ये द���खना भी आवश्यक है। अपने से ज्यादा बड़ों से मिलने में अपना स्वभाव और अस्तित्व दोनो खो जाते है। आगे बढ़ने के जुनून में जो मिला है उसके खो देना बुद्धिमत्ता नहीं है। दोस्ती हो या रिश्ते, उसकी कद्र करना ही हितकारी है।
प्रकाश गणात्रा (jp)
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astrovastukosh · 9 months ago
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आज दिनांक - 8 अप्रैल 2024 का वैदिक हिन्दू और सोमवती अमावस्या के उपाय पंचांग
दिन - सोमवार
विक्रम संवत् - 2080
अयन - उत्तरायण
ऋतु - वसंत
मास - चैत्र
पक्ष - कृष्ण
तिथि - अमावस्या रात्रि 11.50 तक, तत्पश्चात प्रतिपदा
नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद सुबह 10.12 तक तत्पश्चात रेवती
योग इंद्र शाम 06:14 तक तत्पश्चात वैधृति
राहु काल - सुबह 08:00 से 09:33 तक
सूर्योदय - 06:26
सूर्यास्त - 06:54
दिशा शूल - पूर्व दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:54 से 05:40 तक
अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:15 से दोपहर 01:05 तक
निशिता मुहूर्त- रात्रि 00.17 अप्रैल 09 से रात्रि 01.03 अप्रैल 09 तक
व्रत पर्व विवरण- सोमवती दर्श अमावस्या
विशेष - अमावस्या के दिन फूल, पत्ती, टहनी आदि तोड़ना व स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है ।
सोमवती दर्श अमावस्या : 8 अप्रैल 2024
1. जिनको पैसो की कमजोरी है वह तुलसी माता की 108 प्रदिक्षणा करें । और श्री हरि..., श्री हरि..., श्री हरि..., मंत्र जप करें । 'श्री' माना सम्पदा, 'हरि' माना भगवान की दया पाना । तो गरीबी चली जायेगी ।
2. इस दिन भी मौन रहकर स्नान करने से हजार गौदान का फल होता है ।
3. इस दिन पीपल और भगवान विष्णु का पूजन तथा उनकी 108 प्रदक्षिणा करने का विधान है । 108 में से 8 प्रदक्षिणा पीपल के वृक्ष को कच्चा सूत लपेटते हुए की जाती है । प्रदक्षिणा करते समय 108 फल पृथक रखे जाते हैं । बाद में वे भगवान का भजन करने वाले ब्राह्मणों या ब्राह्मणियों में वितरित कर दिये जाते हैं । ऐसा करने से संतान चिरंजीवी होती है ।
4. सोमवती अमावस्या के दिन तुलसी ��ी 108 परिक्रमा करने से दरिद्रता मिटती है ।
5. जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महीने भर का किया हुआ पुण्य दूसरे को (अन्नदाता को) मिल जाता है ।
(स्कंद पुराण, प्रभास खं. 207.11.13)
6. अमावस्या के दिन पेड़-पौधों से फूल-पत्ते, तिनके आदि नहीं तोड़ने चाहिए, इससे ब्रह्महत्या का पाप ल���ता है ! (विष्णु पुराण)
7. अमावस्या के दिन खेती का काम न करें, न मजदूर से करवाएं ।
8. अमावस्या के दिन श्रीमद्भगवद्गीता का सातवाँ अध्याय पढ़ें और उस पाठ का पुण्य अपने पितरों को अर्पण करें । सूर्य को अर्घ्य दें और प्रार्थना करें । आज जो मैंने पाठ किया मेरे घर में जो गुजर गए हैं, उनको उसका पुण्य मिल जाए । इससे उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पत्ति बढ़ेगी ।
गरीबी भगाने का शास्त्रीय उपाय
गरीबी है, बरकत नहीं है, बेरोजगारी ने गला घोंटा है तो फिक्र न करो । हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें ।
सामग्री : १. काले तिल २. जौ ३. चावल ४. गाय का घी ५. चंदन पाउडर ६. गूगल ७. गुड़ ८. देशी कपूर एवं गौ चंदन या कण्डा ।
विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवन कुण्ड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये मंत्रों से ५ आहुति दें ।
आहुति मंत्र
१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः
२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः
३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः
४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः
५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः
इस प्रयोग से थोड़े ही दिनों में स्वास्थ्य, समृद्धि और मन की प्रसन्नता दिखायी देगी ।
आरोग्यप्रदायक - सूर्य मन्त्र
ॐ नमोऽस्तु दिवाकराय अग्नि तत्वप्रवर्धकाय शमय शमय शोषय शोषय अग्नितत्वं समतां कुरु कुरु ॐ ।
गर्मी से उत्पन्न शारीरिक रोग, बुद्धि की विकलता ( उन्माद ,पागलपन ) अथवा दुर्बलता, दृष्टि-रोग, अग्नि- तत्व की बिषमता, शरीर में जलन आदि हो तो इनके निवारण के लिए सूर्य मन्त्र हैं । किसी भी अमावस्या को 40 बार जप करने से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता हैं ।
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jbmittal · 9 months ago
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नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी की किताब सेंचुरी में लिखा है कि
पांच नदियों के प्रख्यात द्वीप राष्ट्र में एक महान नेता का उदय होगा। इस नेता का नाम 'वरण' या 'शरण' होगा।
वह एक शत्रु के उन्माद को हवा के जरिए समाप्त करेगा और इस कार्यवाही में 6 लोग मारे जाएंगे।' (सेंचुरी 6-27)
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nirannjan17 · 10 months ago
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निवडणूक_डायरी_२०२४_लेख १
वस्तादांचा पहिला डाव!
मुत्सद्दी राजकारणी कसं असावं याचं उदाहरण देणारा हा लेख आहे. सगळे बोलतात पवारसाहेबांनी नमो रोजगार महामेळाव्याच्या स्टेज���र जाऊन आपलीच किंमत कमी करून घेतली पण वास्तवात तसं नाही एखाद्या माणसाला शिष्टाई ने पण उत्तर दिलं जाऊ शकतो याचं ऊत्तम उदाहरण महाराष्ट्रातील जनतेसमोर घालून दिलं.आताच्या तरूण राजकारणातील पीढीन राजकारणातील शिक्षणात जरूर आत्मसात करावा असा धडा. तर विषय असा आहे की एकीकडं लोकसभा निवडणुकीची तयारी जोरात सुरू असताना, आचारसंहिता लागायच्या आधी सरकारी खर्चानं प्रचाराचा धुरळा उडवला जात असताना महाराष्ट्राच्या पवारसाहेबांनी असा काही डाव टाकला की, त्यांची जिरवायच्या उद्देशानं मोहिमेवर निघालेले चोवीस तास कोमात गेले. डावातून कशी सुटका करून घ्यायची हे ठरवायला तिघा��णांच्या पगारी फौजेला चोवीस तास मंथन करावं लागलं. डाव अंगाशी आलाच होता, पण चितपट होण्याऐवजी त्यांनी सन्मानजनक सोडवणूक करून घेण्याचा मार्ग पत्करला. लोकसभा निवडणुकीचा निकाल काहीही लागला तरी निवडणूक संपल्यानंतरही पहिल्या टप्प्यातला हा किस्सा स्मरणात राहील. किंबहुना महाराष्ट्राच्या राजकीय संस्कृतीच्या ज्या काही दंतकथा सांगितल्या जातात, त्यात शरदचंद्र गोविंदराव पवार यांनी आणखी एका दंतकथेची भर घातली आहे. यशवंतराव चव्हाण हे केवळ मंचावरून घ्यायचं नाव नाही, तर तो आचरणात आणण्याचा विचार आहे, हेही यानिमित्तानं नव्या पिढीच्या लक्षात यायला हवं. त्याअर्थानं ही घटना नव्या पिढीचं राजकीय प्रशिक्षणच करणारी ठरली आहे. म्हणतात ना, राजकारण कधी कुणी कुणाला हाताला धरून शिकवत नाही. एकलव्यासारखं ते आत्मसात करायचं असतं.
प्रसंग अगदीच साधा आहे.
महाराष्ट्र सरकारच्यावतीने नमो रोजगार मेळाव्यांचं आयोजन करण्यात येत आहे. सरकारी कार्यक्रम म्हणजे सरकारी चौकट आली. राजशिष्टाचार आले. त्याचं पालन करायलाच लागतं. प्रत्येक जिल्ह्याला जिल्हाधिकारी कार्यालय असतं. तिथं एक राजशिष्टाचार अधिकारी असतात. त्यांच्याकडं सगळी जबाबदारी असते. म्हणजे एखाद्या सरकारी कार्यक्रमाची निमंत्रण पत्रिका तयार होत असताना संबंधित राजशिष्टाचार अधिका-याकडून ती मंजूर करून घ्यावी लागते. जिथं कार्यक्रम आहे तिथल्या सर्व लोकप्रतिनिधींची नावं आवश्यक त्या ज्येष्ठताक्रमानं आली आहेत का हे ते अधिकारी तपासतात. मंत्र्यांचा ज्येष्ठता क्रम असतो. खासदार असतील तर राज्यसभेच्या खासदाराचे नाव आधी येते. आमदार असतील तर विधान परिषदे��्या आमदाराचे नाव आधी येते. अशी काटेकोर तपासणी होऊनच सरकारी पत्रिका छपाईसाठी जाते. असं असताना बारामतीमध्ये होणा-या सरकारी कार्यक्रमाच्या पत्रिकेत माजी मुख्यमंत्री, माजी केंद्रीय मंत्री, विद्यमान राज्यसभा सदस्य शरद पवार यांचंच नावच नव्हतं. हा निर्णय काही उपजिल्हाधिकारी दर्जाचा अधिकारी घेऊ शकत नाही. किंवा जिल्हाधिकारीही घेऊ शकत नाहीत. थेट सरकारच्या वरिष्ठ पातळीवरूनच सूचना असल्याशिवाय अशी आगळिक कुणी अधिकारी करू शकत नाही.
सत्तेच्या मुजोरीचं असं प्रदर्शन अलीकडं वारंवार बघायला मिळतं. प्रत्येक सरकारी कार्यक्रम हा आपल्या पक्षाच्या प्रचाराचा कार्यक्रम आहे, असाच व्यवहार भारतीय जनता पक्षाकडून होताना दिसतो. त्यातूनच मग विरोधी पक्षांच्या लोकप्रतिनिधींना डावलण्यात येऊ लागलं. अनेक ठिकाणी त्यासंदर्भातील तक्रारी झाल्या. ज्यांना डावललं त्या लोकप्रतिनिधींनी काही ठिकाणी त्रागा केला. तक्रारी केल्या. आंदोलनं केली. निषेध केला. काहींनी त्याकडं दुर्लक्ष केलं. त्यांचा कार्यक्रम आहे तर तिथं आपण कशाला जायचं, अशी काहींनी स्वतःची समजूत काढली. त्यामुळं काळ सोकावत गेला. महाराष्ट्रासारख्या उदारमतवादी राज्यात सत्तेचा उन्माद वाढू लागला. दिल्लीवाले करतात तशी टगेगिरी इथेही केली जाऊ लागली. खरेतर अशा प्रकारांची प्रसारमाध्यमांनीही म्हणाव्या तेवढ्या गांभीर्यानं दखल घेतली नाही. सरकारी कार्यक्रम म्हणजे भाजपचा कार्यक्रम असा प्रसारमाध्यमांचाही समज झालाय. त्यामुळं राजशिष्टाचाराचा आग्रह धरणा-या विरोधी पक्षाच्या लोकप्रतिनिधींनाच कांगावाखोर आणि मूर्ख ठरवण्यात येऊ लागलं. देवाच्या काठीला आवाज नसतो, असं म्हणतात तसंच साहेबांच्या काठीलाही आवाज नसतो. पण फटका नेमका हवा तिथं बसतो. तसाच साहेबांच्या काठीचा फटका सरकारच्या वर्मावर बसला.बारामतीच्या नमो रोजगार मेळाव्याच्या निमंत्रण पत्रिकेत नाव नसल्यामुळं शरद पवारांनाही त्रागा करता आला असता. पत्रकार परिषद घेऊन निषेध व्यक्त करता आला असता. थोडी सहानुभूती गोळा करता आली असती. उलट्या प्रतिक्रियाही खूप आल्या असत्या. पक्ष फुटल्यामुळं, आमदार सोडून गेल्यामुळं वैफल्यग्रस्त बनलेले साहेब विरोधकांच्या मंचावर जाण्यासाठी किती आदळआपट करू लागलेत, अशी टीका झाली असती. पण ज्या साहेबांनी इंदिरा गांधी, यशवंतराव चव्हाण, अटलबिहारी वाजपेयी, नरेंद्र मोदी, मनमोहन सिंग, राजीव गांधी, सोनिया गांधी यांच्याबरोबर स्टेज शेअर केले आहे, त्यांना एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार यांच्याबरोबर मिरवण्याची हौस असण्याचं काही कारण नाही. मुद्दा राजशिष्टाचाराचा होता. महाराष्ट्रा��्या राजकीय संस्कृतीचा होता. त्यात पुन्हा मेळावा विद्या प्रतिष्ठानच्या प्रांगणात. म्हणजे त्यांनी स्वतः पन्नास वर्षांपूर्वी स्थापन केलेल्या संस्थेच्या प्रांगणात. सत्तेच्या धुंदीत राजशिष्टाचार फाट्यावर मारणा-यांना त्यांनी शिष्टाचाराने शह दिला. तुम्ही पहिल्यांदाच आमच्या गावी येताय, मी स्थापन केलेल्या संस्थेच्या प्रांगणात येताय तर चहापानासाठी आणि नंतर भोजनासाठी या, असं लेखी निमंत्रणच दिलं.
निमंत्रण प्रसारमाध्यमांकडेही गेलं. नमो रोजगार मेळावा त्याआधी फारसा चर्चेत नव्हता, पण शरद पवार यांनी मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्र्यांना भोजनाचं निमंत्रण दिलं आणि मेळाव्याचीही जोरदार प्रसिद्धी झाली. संबंधितांची पळता भुई थोडी झाली. मेळावा पुढं ढकलायचा, की ऑनलाइन उदघाटन करून मार्ग काढायचा अशाही चर्चा रंगल्या. ते झालं असतं तर आणखी हसं झालं असतं. सुदैवानं ते टाळलं. सगळे आले. साहेबही आले. सुप्रिया सुळेही आल्या. सुनेत्रा पवारही आल्या. सगळं गोड झालं असं म्हणता येणार नाही, पण कटुता टाळण्यात यश आलं. कार्यक्रमांच्या गर्दीचं कारण सांगून भोजनाचं निमंत्रणही नम्रपणे नाकारण्यात आलं.
बारामतीत साहेबांची लोकप्रियता तसूभरही कमी झालेली नाही, हेही दिसून आलं. राष्ट्रवादी काँग्रेस एकत्र असतानाच्या कुठल्याही कार्यक्रमात अजितदादा बोलायला उभे राहिले की, शिट्ट्या आणि टाळ्यांनी आसमंत दणाणून जायचा. दिल्लीतही ते दिसलं आणि अगदी अलीकडं षण्मुखानंद सभागृहातही दिसलं. अजितदादांची कार्यकर्त्यांच्यातली लोकप्रियता तिथं दिसायची. शिंदे-फडणवीस-पवार सरकारनं आयोजित केलेल्या मेळाव्यात बारामतीमध्ये अजितदादांच्या उपस्थितीत ८४ वर्षांच्या शरद पवार यांना जो प्रतिसाद मिळाला, त्यावरून महाराष्ट्राच्या राजकीय हवेचा अंदाज यायला हरकत नसावी!
वस्तादांनी टाकलेला पहिलाच डाव एवढा खतरनाक असेल, तर विरोधकांना पुढं फार सावधगिरी बाळगावी लागणार आहे, असा इशाराच जणू मिळाला आहे.
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suroy1974 · 10 months ago
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🌸श्रीरामकृष्णवचनामृत🌸 🌹🌹प्रथम भाग🌹🌹 🌸परिच्छेद ९२ पृष्ठ क्र.६३६🌸 🌸🌸🌸एक भक्त – यह भक्त का उन्माद, प्रेम का उन्माद या ज्ञान का उन्माद अगर संसारी आदमी को हो तो भला कैसे चल सकता है? 🌹🌹🌹श्रीरामकृष्ण देव – (संसारी भक्तों को देखकर) – योगी दो तरह के होते है। एक व्यक्त योगी और दूसरे गुप्त योगी। संसार मे गुप्त योगी होते है। उन्हें कोई समझते नही। संसारी के लिए मन से त्याग है, बाहर से नही।🌹🌹🌹 🌺🌺श्रीरामकृष्ण शरणम🌺🌺
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dainiksamachar · 10 months ago
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Opinion: अमेरिका के सामने अभी बौना जरूर है लेकिन तेजी से तगड़ा हो रहा है भारत का शेयर बाजार
लेखक: रुचिर शर्माअधिकांश वैश्विक निवेशक दुनिया के सबसे शक्तिशाली बाजार अमेरिका में शेयर की कीमतों में बढ़ोतरी से परेशान हैं। लेकिन भारत का चढ़ता बाजार (बुल मार्केट) और भी अधिक गतिशील और मजबूत है। अमेरिका और भारत हाल ही में डॉलर के संदर्भ में सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं। सिर्फ ये ही दो प्रमुख हैं जो बाकी सभी बाजारों से आगे हैं। उनके बाजार अपेक्षाकृत मजबूत अर्थव्यवस्थाओं और आशावादी घरेलू निवेशकों के एक बड़े आधार से संचालित होते हैं। हालांकि, दोनों देखने में एक ही लगें, लेकिन वाकई में दोनों की मजबूती का राज अलग-अलग है। अमेरिकी अपवाद: अमेरिका एक ऐतिहासिक विसंगति है। इसकी विकास गाथा सिर्फ एक बड़े सेक्टर पर लिखी गई है। वह है टेक सेक्टर। इसके अंदर भी बहुत हद तक मुट्ठीभर की विशालकाय कंपनियों के कंधों पर ही दारोमदार ��ै। टेक सेक्टर की उन विशाकाय अमेरिकी कंपनियों को हाल में शानदार सात (मेग्निफिशेंट सेवन) उपमा दी गई। ये कंपनियां पुरानी पड़ रही हैं, लेकिन बड़ी से बड़ी हो रही हैं। इस कारण बाकी सभी शेयरों का खून चूस रही हैं। पिछले वर्ष मैग्निफिसेंट सेवन में औसतन 80% की वृद्धि हुई है और उस दौरान की कुल बढ़त में आधे से अधिक का योगदान है। इस बीच, अमेरिका में सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाले 4,700 में से औसत स्टॉक में गिरावट आई है। यह हद से ज्यादा केंद्रित रिटर्न की कहानी है, जो एआई से जुड़े किसी भी स्टॉक के लिए बढ़ते उन्माद पर केंद्रित है और जिसे मुख्य रूप से सबसे बड़ी कंपनियों के लिए एक वरदान के रूप में देखा जाता है। स्मॉल कैप को परेशानी: यह कितना असामान्य है, इसका अंदाजा लगाने के लिए गौर करना होगा कि अतीत में बढ़ते अमेरिकी बाजारों के दौर में बड़े शेयर बमबम बोल रहे थे लेकिन छोटे शेयरों को नुकसान नहीं हुआ था। 1970 के दशक की शुरुआत में, फिर 90 के दशक के अंत में छोटे शेयरों ने दोहरे अंकों में वार्षिक रिटर्न दिया और बाकी उभरते बाजारों के साथ उनकी किस्मत भी चमक गई।अब, छोटे शेयर निचले पायदान पर और रेस से बाहर हैं। आमतौर पर संस्थागत निवेशकों की तुलना में खुदरा निवेशक बहुत ज्यादा जोखिम लेते हैं और बिल्कुल अलग पोर्टफोलियो रखते हैं। ठीक तीन साल पहले महामारी के चरम पर होने के वक्त खुदरा निवेशकों ने खुला विद्रोह कर दिया था। वो हेज फंड किंगपिन की पॉजिशन के खिलाफ दांव लगाकर उन्हें गलत साबित करने की कोशिश कर रहे थे। आज हेज फंड और रॉबिनहुड पर डे ट्रेडर्स दोनों के लिए टॉप 10 होल्डिंग्स में मैग्निफिसेंट सेवन का दबदबा है।भारत की शानदार बढ़त: इसके विपरीत भारत का तेजी से बढ़ता बाजार बहुआयामी मजबूती पर आधारित है। शेयर बाजार में लाभ सभी क्षेत्रों में समान रूप से वितरित किया जाता है और किसी भी क्षेत्र ने पिछले वर्ष की तुलना में कुल रिटर्न का एक चौथाई भी नहीं दिया। ऐपल जैसी विशाल टेक कंपनियों ने अकेले अमेरिकी शेयर बाजार के लाभ का उतना हिस्सा अपने नाम कर लिया है जितना भारत में कोई एक इंडस्ट्री नहीं कर पाई।जबकि भारत में लार्ज कैप स्टॉक्स में बढ़त हो रही है, मध्यम और छोटे शेयरों में और भी अधिक बढ़त हुई है। 2023 की शुरुआत से जमीन खोने के बजाय औसत स्टॉक 40% से अधिक बढ़ गया है। उभरते बाजारों में अब मूल्य के हिसाब से सभी ��्मॉल कैप शेयरों में भारत की हिस्सेदारी 25% है, जो ताइवान, दक्षिण कोरिया और चीन सहित किसी भी अन्य देश से अधिक है। बुलिश घरेलू निवेशक: ऐसी धारणा है कि चीन से पैसा निकलने से भारत को फायदा हो रहा है। दरअसल, विदेशी धन आ रहा है, लेकिन घरेलू धन जितनी मात्रा में नहीं। इस कारण, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के पास अब पब्लिक ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध 40% से भी कम स्टॉक हैं, जो एक दशक पहले के 60% से कम थे।एआई निर्मित आशावाद के बजाय भारत को इक्विटी कल्चर के प्रसार से बढ़ावा मिल रहा है क्योंकि बढ़ती आय के साथ लोगों का रुझान शेयर बाजार में निवेश की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। भारतीयों का 'सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लांस' में रखा पैसा पिछले दो वर्षों में तीन गुना होकर लगभग 110 अरब डॉलर हो गया है।मजबूत विकास: ब्लूमबर्ग डेटा के मुताबिक, पिछले दो दशकों में भारत में शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों की संख्या लगभग पांच गुना बढ़कर 2,800 हो गई है जिनमें एक करोड़ डॉलर से कम मूल्य वाले माइक्रो कैप शामिल नहीं हैं। इस बीच, अमेरिका में यह संख्या एक चौथाई घटकर 4,700 रह गई, जहां कुलीनतंत्र ने केवल तकनीक ही नहीं, बल्कि अधिकांश उद्योगों पर मजबूत पकड़ बनानी शुरू कर दी।दूसरी तरफ, भारत में लगभग 180 कंपनियां इस दशक में कम से कम तीन गुना हो गई हैं और अब उनका मूल्य 1 अरब डॉलर या उससे अधिक है। यह किसी भी अन्य देश से काफी आगे है, जिसमें 160 से कम के साथ अमेरिका और 80 से कम के साथ चीन शामिल है।ज्यादातर शेयर बाजारों में समय की धारा से इतर वृद्धि देखी जाती… http://dlvr.it/T3TVXF
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indlivebulletin · 2 months ago
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हिमंता बिस्वा सरमा के विवादित बयान पर झारखंड के पलामू में मामला दर्ज, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप
पलामू, 1 नवंबर (हि.स.)। झारखंड के पलामू जिले के हुसैनाबाद के पूर्व विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने असम के मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के झारखंड राज्य चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा पर विवादित भाषण देने एवं धार्मिक उन्माद फैलाने के प्रयास करने का आरोप लगाते हुए मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, डालटनगंज की अदालत में शुक्रवार को एक मामला दर्ज कराया है, जिसका परिवाद पत्र संख्या-3359/2024…
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ramdhirajdas · 11 months ago
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#RepublicDay2024🙏🏼🇨🇮🇨🇮🇨🇮🇨🇮🇪🇬 #RepublicDay नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी की किताब सेंचुरी में लिखा है कि 'पांच नदियों के प्रख्‍यात द्वीप राष्ट्र में एक महान राजनेता का उदय होगा। इस राजनेता का नाम 'वरण' या 'शरण' होगा। वह एक शत्रु के उन्माद को हवा के जरिए समाप्त करेगा और इस ,,,, #GodMorning
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ramkumarsstuff · 11 months ago
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#Great_Prophecies_2024
🔮नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी की किताब सेंचुरी में लिखा है कि
'पांच नदियों के प्रख्‍यात द्वीप राष्ट्र में एक महान राजनेता का उदय होगा। इस राजनेता का नाम 'वरण' या 'शरण' होगा। वह एक शत्रु के उन्माद को (सेंचुरी 6, श्लोक 27)
यही हैं वो महापुरुष
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anmols · 11 months ago
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#मेरे_अज़ीज़_हिंदुओं_स्वयं_पढ़ो_अपने_ग्रंथ
#SantRampalJiMaharaj
#हे_मेरी_कौम_के_हिंदुओं
#हिन्दू_भाई_संभलो
#Hindu #Hinduism #ayodhya #rammandir #Hindiquotes #Sanatani #SanatanDharma #ramayana #BhagavadGita #trendingreels #virals
नास्त्रेदमस भविष्यवाणी
संत रामपाल जी महाराज जी के विषय में!
'वह एक शत्रु के उन्माद को हवा के जरिए समाप्त करेगा और इस कार्रवाई में छः लोग मारे जाएंगे।' (सेंचुरी U-27)
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deepakmonsun · 11 months ago
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