#इंडिया न्यूज़ आज
Explore tagged Tumblr posts
Text
Latest News, Breaking News Today - Entertainment, Cricket, Business, Politics | Prime TV India
आज की गतिशील दुनिया में, अपडेट रहना बहुत ज़रूरी है। प्राइम टीवी इंडिया मनोरंजन, क्रिकेट, व्यापार और राजनीति सहित विभिन्न क्षेत्रों में नवीनतम और ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए आपका वन-स्टॉप गंतव्य है। चाहे आप मूवी के शौकीन हों, क्रिकेट के दीवाने हों, व्यापार के दीवाने हों या राजनीतिक घटनाक्रमों पर नज़र रखने वाले हों, प्राइम टीवी इंडिया सुनिश्चित करता है कि आप कभी भी कोई पल न चूकें।
मनोरंजन समाचार: ग्लैमर की आपकी दैनिक खुराक
बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर से लेकर हॉलीवुड की चर्चा तक, प्राइम टीवी इंडिया आपको मनोरंजन से जुड़ी सभी चीज़ों से अपडेट रखता है।
नवीनतम मूवी रिलीज़: समीक्षा, रेटिंग और बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन।
सेलिब्रिटी समाचार: विशेष साक्षात्कार, पर्दे के पीछे की कहानियाँ और स्टार गॉसिप।
ओटीटी अपडेट: स्ट्रीमिंग अनुशंसाएँ, वेब सीरीज़ समीक्षाएँ और ट्रेंडिंग शो।
संगीत और पुरस्कार: नवीनतम ट्रैक, पुरस्कार शो हाइलाइट्स और वायरल ट्रेंड।
हमारे चौबीसों घंटे कवरेज के साथ मनोरंजन की दुनिया की चकाचौंध और ग्लैमर से जुड़े रहें।
क्रिकेट समाचार: हर क्रिकेट प्रशंसक के लिए
क्रिकेट भारत में सिर्फ़ एक खेल नहीं है; यह एक जुनून है। प्राइम टीवी इंडिया आपक�� लिए सभी क्रिकेट गतिविधियों की व्यापक कवरेज लाता है।
लाइव मैच अपडेट: बॉल-बाय-बॉल कमेंट्री और लाइव स्कोर।
मैच के बाद का विश्लेषण: विशेषज्ञ समीक्षा, खिलाड़ियों का प्रदर्शन और महत्वपूर्ण क्षण।
टूर्नामेंट और फिक्स्चर: आईपीएल, आईसीसी टूर्नामेंट और घरेलू लीग पर अपडेट रहें।
खिलाड़ियों के साक्षात्कार: अपने पसंदीदा क्रिकेटरों की विशेष कहानियाँ और अंतर्दृष्टि।
चाहे वह एक रोमांचक टी20 हो या एक गहन टेस्ट मैच, प्राइम टीवी इंडिया क्रिकेट प्रेमियों को जोड़े रखता है।
व्यावसायिक समाचार: वाणिज्य की दुनिया में आगे बढ़ें
पेशेवरों, निवेशकों और उद्यमियों के लिए, व्यापार जगत के बारे में जानकारी रखना आवश्यक है। प्राइम टीवी इंडिया प्रदान करता है:
बाजार के रुझान: शेयर बाजार की गतिविधियों और आर्थिक नीतियों के बारे में जानकारी।
स्टार्टअप की कहानियाँ: उद्यमियों और नवीन विचारों की प्रेरक यात्राएँ।
उद्योग विश्लेषण: रियल एस्टेट, प्रौद्योगिकी, खुदरा और बहुत कुछ में क्षेत्रवार अपडेट।
वित्तीय सलाह: प्रमुख विशेषज्ञों से निवेश, बचत और करों पर सुझाव।
जानकारी के साथ खुद को सशक्त बनाएँ ताकि आप सूचित वित्तीय निर्णय ले सकें।
राजनीतिक समाचार: जानें कि राष्ट्र को क्या आकार देता है
राजनीति हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करती है, और प्राइम टीवी इंडिया सुनिश्चित करता है कि आप नवीनतम राजनीतिक घटनाक्रमों के बारे में अच्छी तरह से अवगत रहें।
चुनाव अपडेट: मतदान परिणाम, घोषणापत्र और राजनीतिक बहस।
नीति परिवर्तन: नए कानूनों और उनके निहितार्थों का विश्लेषण।
वैश्विक राजनीति: अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की भूमिका।
विशेष साक्षात्कार: नेताओं और नीति निर्माताओं से महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में सुनें।
राष्ट्र की दिशा को प्रभावित करने वाले निर्णयों और घटनाओं के बारे में जानकारी रखें।
आज की ताज़ा ख़बरें: वास्तविक समय के अपडेट
ब्रेकिंग न्यूज़ सटीकता और तात्कालिकता की मांग करती है। प्राइम टीवी इंडिया वास्तविक समय के अपडेट देने में माहिर है, जो घटनाओं को जैसे-जैसे सामने आते हैं, कवर करता है।
प्राकृतिक आपदाएँ: भूकंप, बाढ़ और बचाव प्रयासों पर रिपोर्ट।
राष्ट्रीय कार्यक्रम: देश भर से महत्वपूर्ण मील के पत्थर और घोषणाएँ।
वैश्विक अलर्ट: अंतर्राष्ट्रीय संकटों, समझौतों और सफलताओं पर अपडेट।
सभी ��्रेणियों में विश्वसनीय, अप-टू-मिनट समाचारों के लिए प्राइम टीवी इंडिया पर भरोसा करें।
प्राइम टीवी इंडिया क्यों चुनें?
प्राइम टीवी इंडिया समाचार वितरण के अपने व्यापक और उपयोगकर्ता-अनुकूल दृष्टिकोण के साथ अलग है:
विविध कवरेज: हर क्षेत्र से समाचार- मनोरंजन, खेल, व्यवसाय और बहुत कुछ।
24/7 पहुंच: वेबसाइट, ऐप और सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से अपडेट।
विशेषज्ञ अंतर्दृष्टि: उद्योग के नेताओं से विश्लेषण और राय।
मल्टी-फ़ॉर्मेट सामग्री: हर पसंद के लिए लेख, वीडियो, लाइव अपडेट और पॉडकास्ट।
कभी भी, कहीं भी अपडेट रहें
प्राइम टीवी इंडिया अपने दर्शकों के लिए पहुंच और सुविधा सुनिश्चित करता है।
मोबाइल ऐप: अपनी पसंदीदा समाचार श्रेणियों के लिए वैयक्तिकृत सूचनाएँ प्राप्त करें।
वेबसाइट: गहन लेख और लाइव कवरेज ब्राउज़ करें।
सोशल मीडिया: त्वरित अपडेट के लिए ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर प्राइम टीवी इंडिया का अनुसरण करें।
निष्कर्ष
चाहे वह बॉलीवुड का रोमांच हो, क्रिकेट का रोमांच हो, व्यवसाय की पेचीदगियाँ हों या राजनीति की गतिशीलता, प्राइम टीवी इंडिया में यह सब है। विश्वसनीय अपडेट, आकर्षक सामग्री और विशेषज्ञ अंतर्दृष्टि के साथ, यह समाचार उत्साही लोगों के लिए अंतिम गंतव्य है।
#Hindi news (हिंदी समाचार) website#watchlivetvcoverages#LatestKhabar#BreakingnewsinHindiofIndia#World#Sports
1 note
·
View note
Text
#आखिर_ऊंट_आ_ही_गया_पहाड़केनीचे
पवित्र श्रीमद्देवीभागवत महापुराण के तीसरे स्कंद में भगवान शिव स्वयं कहते है कि उनका जन्म मृत्यु हुआ करता है और वे अविनाशी नही।
Jawab To Dena Padega
#आखिर_ऊंट_आ_ही_गया_पहाड़केनीचे
श्री शिव महापुराण में विद्यवेश्वर संहिता भाग-1 पृष्ठ 17.18 अध्याय 9-10 में स्पष्ट है कि सदाशिव यानि काल ब्रह्म श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी तथा शिव जी के पिता जी हैं।
Jawab To Dena Padega
@JournoVijender
@1stIndiaNews1
#आखिर_ऊंट_आ_ही_गया_पहाड़केनीचे
पत्रकार महोदय शिव जी को लोक कथा के अनुसार महामृत्युंजय कहा जा रहा है वह अपने मृत्यु के डर से अपने ही साधक भस्मासुर से डर कर भाग रहे थे। ऐसा पुराणों में प्रमाण है।
Jawab To Dena Padega
#आखिर_ऊंट_आ_ही_गया_पहाड़केनीचे
संत रामपाल जी महाराज ने तो गिरते भक्ति स्तर को फिर से एक नवीन रोशनी दी है। भक्त समाज को दोबारा पवित्र वेद, पवित्र गीता की तरफ मोड़ा है व सही मायने में हिन्दू धर्म का पुनरुथान किया है।
Jawab To Dena Padega
#आखिर_ऊंट_आ_ही_गया_पहाड़केनीचे
जिस महापुरूष के बताए गए ज्ञान का अनुसरण करने ��े आज लाखों करोडों लोगों को जीने की राह मिल रहीं हैं और बुराईयों का अंत हो रहा हैं। ऐसे पूर्ण संत के नाम के पीछे महाराज न लगाना आपके अभिमान को दर्शाता है।
Jawab To Dena Padega
#आखिर_ऊंट_आ_ही_गया_पहाड़केनीचे
विजेंद्र सोलंकी जी पहले आप अपने धर्म ग्रंथ से मिलान कीजिए फिर कहिए की अंध श्रद्धा भक्ति खतरा ए जान और ज्ञान गंगा पुस्तक में लिखी बातें गलत हैं।
Jawab To Dena Padega
#आखिर_ऊंट_आ_ही_गया_पहाड़केनीचे
संत रामपाल जी महाराज जी और उनके अनुयायियों ने कई बार भारत सरकार से प्रार्थना की है कि एक बार यह आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा भारत देश के सभी धर्म गुरुओं के बीच करवाई जाए जिससे जनता को हमारे धर्मशास्त्रोंमेंसही भक्तिविधि का पता चल सके
Jawab To Dena Padega
#आखिर_ऊंट_आ_ही_गया_पहाड़केनीचे
हाल ही में @1stIndiaNews के एंकर @JournoVijender जी ने हमारी पुस्तक "अंध श्रद्धा भक्ति खतरा ए जान" को सरेआम फाड़कर फेंक दिया बिना गहराई से पढ़े !
👉 जहां अभिमान हो वहां ज्ञान नहीं होता 👈
Jawab To Dena Padega.
#आखिर_ऊंट_आ_ही_गया_पहाड़केनीचे
@JournoVijender ने अपने अल्पज्ञान से शास्त्र प्रमाणित पुस्तक "ज्ञान गंगा" व "अंध श्रद्धा भक्ति पुस्तक" को अधूरा पढ़कर लोगों को भ्रमित करने का कार्य कर रहे हैं!
Jawab To Dena Padega
आखिर क्यों आपने अधूरी जानकारी से लोगों को गुमराह करने का प्रयास कि
#आखिर_ऊंट_आ_ही_गया_पहाड़केनीचे
फर्स्ट इंडिया न्यूज़ एंकर विजेंद्र सोलंकी जी संत रामपाल जी महाराज की पुस्तक अंध श्रद्धा भक्ति खतरा ए जान में लिखा ज्ञान शास्त्र प्रमाणित है। जिसको आप कभी भी गलत साबित नहीं कर सकते।।
Jawab To Dena Padega
#आखिर_ऊंट_आ_ही_गया_पहाड़केनीचे
पहले ये जांच परख लेना चाहिए कि सच है क्या!
श्रीमद्देवी भागवत पुराण पृष्ठ नंबर 123 पर लिखा है शिवजी अपनी माता दुर्गा से कहते है की रज गुण ब्रह्मा, सत गुण विष्णु, के बाद मुझ तम गुण शिवजी की उत्पति भी आपने ही की है।
0 notes
Text
Facebook Twitter Instagram Ban| क्या ये Facebook Twitter Instagram भारत में कल से हो जाएंगे बंद?
अगर आप सोशल मीडिया का प्रयोग करते हैं। तो आपने Facebook Twitter Instagram Ban होने जैसी कुछ न्यूज़ पढ़ी या सुनी होगी। इस पोस्ट में मैं आपको इसी के बारे पूरी जानकारी देने जा रहा हूँ।
फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया दिग्गजों को भारत में प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है यदि वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए नए मध्यस्थ दिशानिर्देशों (intermediary guidelines) का पालन करने में विफल रहते हैं। इन दिशानिर्देशों को स्वीकार करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITy) द्वारा दी गई तीन महीने की समय सीमा आज यानी 25 मई को समाप्त हो रही है। लेकिन अभी तक किसी भी दिग्गज ने नए नियमों को स्वीकार नहीं किया है। इन कंपनियों द्वारा अपने कार्यान्वयन में कुल छह महीने की देरी की मांग के बावजूद नियम कल से प्रभावी होंगे।
घरेलू सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू, जो कि ट्विटर का भारतीय संस्करण है, एकमात्र ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसने अब तक केंद्र के intermediary guidelines को स्वीकार किया है।यहाँ समझिये Online News और social media regulation पर भारत सरकार के दिशा-निर्देश क्या हैं?
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि नियमों का पालन नहीं करने पर सरकार उनके खिलाफ देश के कानून के मुताबिक कार्रवाई भी कर सकती है.
इस बीच, फेसबुक ने संकेत दिया है कि वह आईटी नियमों का पालन करेगा। “हमारा उद्देश्य आईटी नियमों के प्रावधानों का पालन करना है और कुछ ऐसे मुद्दों पर चर्चा करना जारी रखना है जिनके लिए सरकार के साथ अधिक जुड़ाव की आवश्यकता है। आईटी नियमों के अनुसार, हम परिचालन प्रक्रियाओं को लागू करने और दक्षता में सुधार करने के लिए काम कर रहे हैं। फेसबुक प्रतिबद्ध है लोगों की स्वतंत्र रूप से और सुरक्षित रूप से हमारे मंच पर खुद को व्यक्त करने की क्षमता, “कंपनी के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा।
फरवरी में नए नियमों की घोषणा की गई थी, जिसमें मुख्य अनुपालन अधिकारी, नोडल संपर्क व्यक्ति और निवासी शिकायत अधिकारी की नियुक्ति सहित अतिरिक्त उचित परिश्रम का पालन करने के लिए ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की आवश्यकता होती है।
अधिकारियों का सुझाव है कि शिकायतों के लिए सार्वजनिक संपर्क के महत्व और अनुरोधों के लिए एक acknowledgement system की आवश्यकता को देखते हुए, नियमों के लागू होने के पहले दिन से एक शिकायत अधिकारी की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण आवश्यकता होगी।
25 फरवरी को, सरकार ने सोशल मीडिया फर्मों के लिए कड़े नियमों की घोषणा की थी, जिसमें ��न्हें 36 घंटे के भीतर अधिकारियों द्वारा किसी भी फ्लैग्ड सामग्री को हटाने और देश में स्थित एक अधिकारी के साथ एक मजबूत शिकायत निवारण तंत्र स्थापित करने की आवश्यकता थी।
सरकार ने ‘significant social media intermediary’ को परिभाषित करने के लिए 50 लाख पंजीकृत उपयोगकर्ताओं को सीमा के रूप में निर्धारित किया था, जिसका अर्थ है कि ट्विटर, फेसबुक और Google जैसे बड़े खिलाड़ियों को अतिरिक्त मानदंडों का पालन करना होगा। फरवरी में दिशानिर्देशों की घोषणा करते हुए, सरकार कहा था कि नए नियम तुरंत प्रभावी होते हैं, जबकि महत्वपूर्ण सोशल मीडिया प्रदाताओं (उपयोगकर्ताओं ���ी संख्या के आधार पर) को अनुपालन शुरू करने से पहले तीन महीने का समय मिलेगा।
महत्वपूर्ण सोशल मीडिया कंपनियों को एक मासिक अनुपालन रिपोर्ट भी प्रकाशित करनी होगी जिसमें प्राप्त शिकायतों और की गई कार्रवाई के विवरण के साथ-साथ सक्रिय रूप से हटाई गई सामग्री का विवरण भी होगा। उन्हें भारत में एक भौतिक संपर्क पता अपनी वेबसाइट या मोबाइल ऐप, या दोनों पर प्रकाशित करने की भी आवश्यकता होगी।
सरकार द्वारा उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, भारत में 53 करोड़ व्हाट्सएप उपयोगकर्ता, 44.8 करोड़ YouTube उपयोगकर्ता, 41 करोड़ फेसबुक ग्राहक, 21 करोड़ इंस्टाग्राम ग्राहक हैं, जबकि 1.75 करोड़ खाताधारक माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर पर हैं। कू के करीब 60 लाख उपयोगकर्ता हैं, जिसने नए दिशानिर्देशों के तहत एक प्रमुख social media intermediary बनाया है।
Congress toolkit विवाद क्या है?
Congress toolkit विवाद में, दिल्ली पुलिस ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ट्विटर इंडिया के स्थानीय कार्यालयों का दौरा किया, जब ट्विटर ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के एक ट्वीट को “हेरफेर मीडिया” के रूप में चिह्नित किया।
ट्विटर के अनुमानित फैसले ने देश भर में भारतीय उपयोगकर्ताओं के बीच व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है।
सूत्रों ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, जिन्हें मासिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने की आवश्यकता थी कि कितनी शिकायतें दर्ज की गईं और सुलझाई गईं, ऐसा करने में विफल रही हैं। सूत्रों ने कहा कि कुछ प्लेटफार्मों ने अनुपालन प्रस्तुत करने के लिए छह महीने तक का और समय मांगा है।
भारत जैसे लोकतंत्रों में अपने विशाल उपयोगकर्ता आधार और लाभदायक राजस्व के कारण, यूएस-आधारित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बहुत बड़े हो गए हैं। हालांकि, किसी भी प्लेटफॉर्म ने भारत के घरेलू कानूनों का पालन करने के लिए कोई झुकाव नहीं दिखाया है।
इसके बजाय, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने अपने fact-checking mechanism और ट्वीट्स को लेबल करने के उनके मानदंडों के बारे में पारदर्शी होने से इनकार कर दिया है।
फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ��ो बनाने के लिए नए नियम पेश किए गए थे – जिन्होंने भारत में पिछले कुछ वर्षों में उपयोग में अभूतपूर्व वृद्धि देखी है – अपने प्लेटफॉर्म पर होस्ट की गई सामग्री के लिए अधिक जवाबदेह और जिम्मेदार।
सोशल मीडिया कंपनियों को शिकायत मिलने के 24 घंटे के भीतर नग्नता या मॉर्फ्ड फोटो दिखाने वाले पोस्ट को हटाना होगा।
नियम यह भी कहते हैं कि जो उपयोगकर्ता स्वेच्छा से अपने खातों को सत्यापित करना चाहते हैं, उन्हें ऐसा करने के लिए एक उपयुक्त तंत्र दिया जाना चाहिए, और visible mark of verification दिया जाना चाहिए।
जब कोई महत्वपूर्ण social media intermediary स्वयं सामग्री को हटाता है, तो उपयोगकर्ताओं को पूर्व सूचना और स्पष्टीकरण प्रदान करना होगा। ऐसे मामलों में, उपयोगकर्ताओं को मध्यस्थ द्वारा की गई कार्रवाई पर विवाद करने के लिए पर्याप्त और उचित अवसर प्रदान करना होगा।
1 note
·
View note
Text
विपक्ष की महाबैठक में मान मनौव्वल का दौर? मल्लिकार्जुन खड़गे ने क्यों कहा- 'हममें से कुछ लोगों के बीच मतभेद' Opposition Meeting: बेंगलुरु में विपक्ष की महाबैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर निशाना साधा और दूसरे दलों को मनाने की कोशिश भी की।
बेंगलुरु में संयुक्त विपक्ष की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- 'हम यहां 26 पार्टियां हैं। हम सब मिलकर आज 11 राज्यों में सरकार में हैं। बीजेपी को अकेले 303 सीटें नहीं मिलीं। उसने अपने सहयोगियों के वोटों का इस्तेमाल किया और सत्ता में आई और फिर उन्हें त्याग दिया। आज बीजेपी अध्यक्ष और उनके नेता अपने पुराने सहयोगियों से समझौता करने के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य भाग-दौड़ कर रहे हैं।'
स्टोरी में आगे पढ़ें
बेंगलुरु में विपक्ष की महाबैठक में मान मनौव्वल का दौर शुरू
मल्लिकार्जुन खड़गे इस बैठक में अपने सहयोगी दलों को मनाने का प्रयास करते नजर आए
राज्य स्तर पर हममें से कुछ लोगों के बीच मतभेदः खड़गे
मतभेद हैं, लेकिन वैचारिक नहीं
मल्लिकार्जुन खड़गे इस बैठक में अपने सहयोगी दलों को मनाने का प्रयास करते नजर आए। उन्होंने सभी दलों के बीच मतभेदों को लेकर बात की और बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा- 'हम जानते हैं कि राज्य स्तर पर हममें से कुछ लोगों के बीच मतभेद हैं। ये मतभेद वैचारिक नहीं हैं। ये मतभेद इतने ��ड़े नहीं हैं कि हम आम आदमी और मध्यम वर्ग, युवाओं, गरीबों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के लिए इन्हें अपने पीछे नहीं रख सकते, जिनके अधिकारों को पर्दे के पीछे चुपचाप कुचला जा रहा है।'
सीटों को लेकर फंस सकता है पेंच
विपक्षी एकता दिखाने का सबसे बड़ा नुकसान कांग्रेस ���ो झेलना पड़ सकता है। इस वक्त कुछ राज्यों में चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस का मनोबल बढ़ गया है, जो विपक्षी एकता में टकराव का कारण बन सकता है। इस बैठक में कांग्रेस खुद को बुरा दिखाने के प्रयास से भी बचना चाहेगी और कम सीटों पर चुनाव जीतने के लिए राजी भी हो सकती है। कांग्रेस अगर आधी सीट भी छोड़ने के लिए राजी होती है, तो यह कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी के लिए आत्महत्या के समान होगा। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बैठक के क्या नतीजे निकलकर सामने आते हैं।
रिपब्लिक भारत पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News राजनीति न्यूज़ और देश-विदेश की ताजा खबर, इंडिया न्यूज लेटेस्ट स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट
0 notes
Text
Reporter kaise bane
Reporter kaise bane
रिपोर्टर बनने के लिए स्टूडेंट्स का किसी भी संकाय से 12th या ग्रेजुएशन पास होना जरूरी है, फिर उसके बाद मीडिया से संबंधित डिग्री या डिप्लोमा करके न्यूज़ रिपोर्ट बना जा सकता है, लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि मीडिया कोर्स में एडमिशन लेने से पहले आप ये डिसाइड करें कि आप News चैनल में रिपोर्टर बनना चाहते हंबय फिर न्यूज़पेपर में या डिजिटल मीडिया में, उसी के अनुसार आपको कोर्स का चयन करना चाहिए। जिससे आपको सफलता मिलना तय हो जाता हैं।
Reporter banne ke liye Course
रिपोर्टर बनने के लिए अनेकों कोर्स विभिन्न यूनिवर्सिटीज में संचालित किए जा रहे हैं, जिनमे आप एडमिशन लेकर News Reporting के फील्ड में कैरियर बना सकेंगे। आप रिपोर्टर बनने के लिए जर्नलिज्म एंड मॉस कॉम्युनिकेशन से जुड़े कोर्स कर सकते हैं, जोकीं निम्न हैं-
Journalism and mass communication course after 12th
डिप्लोमा इन जर्नलिज्म बैचलर ऑफ जर्नलिज्म (BJ) बीए इन जर्नलिज्म बीए इन जर्नलिज़म एंड मास कॉम्युनिकेशन डिप्लोमा इन टीवी जर्नलिज्म डिप्लोमा इन प्रिंट जर्नलिज्म डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया डिप्लोमा इन प्रिंट मीडिया डिप्लोमा इन डिजिटल मीडिया बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कॉम्युनिकेशन (BJMC) बीएससी मास कॉम्युनिकेशन बैचलर ऑफ मास कॉम्युनिकेशन (BMC) बीएससी इन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया
Journalism and mass communication course after graduation
पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म मास्टर ऑफ जर्नलिज्म (MJ) एमए इन जर्नलिज्म एमए इन जर्नलिज़म एंड मास कॉम्युनिकेशन पीजी डिप्लोमा इन टीवी जर्नलिज्म पीजी डिप्लोमा इन प्रिंट जर्नलिज्म पीजी डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पीजी डिप्लोमा इन प्रिंट मीडिया पीजी डिप्लोमा इन डिजिटल मीडिया मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कॉम्युनिकेशन (MJMC) एमएससी मास कॉम्युनिकेशन मास्टर ऑफ मास कॉम्युनिकेशन (MMC) एमएससी इन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया
Mass Communication & Journalism Course kaise kare
रिपोर्टर बनने के लिए आप अपनी योग्यता के अनुसार उपरोक्त कोर्स में से कोई सा भी कोर्स कर सकते हैं, लेकिन इन कोर्स में एडमिशन आपको दो तरह से मिल सकता है। एक तो आप डायरेक्ट ही Media College में एडमिशन ले सकते हैं और दूसरा आप प्रवेश परीक्षा पास करके इंडिया के बेस्ट मीडिया कॉलेजों में प्रवेश पा सकते हैं।
Mass Communication & Journalism Course Entrance exam
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कॉम्युनिकेशन (IIMC) एंट्रेंस ए��्जाम माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम जामिया मिलिया इस्लामिया एंट्रेंस एग्जाम चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम हैदराबाद यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम सिम्बायोसिस इंस्टिट्यूट ऑफ कॉम्युनिकेशन एंट्रेंस एग्जाम मनोरमा इंस्टिट्यूट ऑफ मॉस कॉम्युनिकेशन एंट्रेंस एग्जाम मुंबई यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम, आदि
Career scope as a Reporter in Hindi
रिपोर्टिंग के फील्ड में आज के समय मे बहुत ही उम्दा कैरियर विकल्प मौजूद हैं। इस फील्ड की खास बात तो यही है कि इसमे कैरियर के भरपूर अवसर मौजूद हैं। एक रिपोर्टर के तौर पर आप न्यूज़ चैनल में जॉब कर सकते हैं। इतना ही नही आप न्यूज़पेपर और न्यूज़ पोर्टल्स में भी न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर जॉब कर सकते हैं।
ये भी पढ़ें: बीजेएमसी कोर्स की डिटेल में जानकारी
मौजूदा समय मे न्यूज़ चैनल्स और न्यूज़पेपर की कमी नही है, ये न्यूज़ चैनल्स और न्यूज़पेपर्स हर बड़े शहर में अपने News Reporter नियुक्त करते हैं। इसके अलावा सभी न्यूज़ चैनल्स और न्यूज़पेपर अपने न्यूज़ पोर्टल्स के लिए भी कंटेन्ट राइटर हायर करते हैं। इसके अलावा आप न्यूज़ पोर्टल्स और न्यूज़ वेबसाइटों में भी रिपोर्टर की जॉब कर सकते हैं।
वैसे तो आजकल काफी लोग मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म कोर्स किये हुए भी बेरोजगार नजर आ रहे हैं, लेकिन असल मे उनके पास वो नॉलेज वो स्किल्स और टैलेंट नही होता है, जो एक रिपोर्टर या मीडियाकर्मी में होनीं चाहिए, जिस वजह से उनको जॉब नही मिल पाती है। जिन लोगों को मीडिया इंडस्ट्री में जॉब नही मिल पा रही है, उनके लिए आगे आर्टिकल में हम एक बेहतरीन रिपोर्टर बनने का तरीका बताएंगे, जिसके जरिये वे अच्छी- खासी कमाई भी कर सकेंगे।
Mass Communication & Journalism me Career ke kya option hain
मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म से संबंधित कोर्स करने के बाद आप रिपोर्टर के अलावा मीडिया के अन्य क्षेत्रों व फ़िल्म इंडस्ट्री में भी कैरियर बना सकते हैं। चलिये जानते हैं, आप रिपोर्टर के अलावा Mass Communication & Journalism कोर्स के बाद और क्या-क्या बन सकते हैं।
फ़िल्म डायरेक्टर असिस्टेंट डायरेक्टर न्यूज़ एंकर कास्टिंग डायरेक्टर आर्ट डायरेक्टर फ़िल्म प्रोडक्शन मैनेजर फिल्म स्क्रिप्ट राइटर स्क्रीनप्ले राइटर वीडियो एडिटर साउंड इंजीनियर सिनेमेटॉग्राफर पब्लिक रिलेशन ऑफिसर इवेंट मैनेजर सेलिब्रिटी मैनेजर क्रिएटिव एड राइटर कंटेंट राइटर सोशल मीडिया मैनेजर
Reporter ko salary kitni milti hai
एक अच्छे रिपोर्टर को सैलरी 50 हजार से लेकर कई लाख रुपये मासिक हो सकती है, ये डिपेंड करता है कि आपको News Reporting के फील्ड में कितना नॉलेज है और आप कितने बड़े मीडिया हाउस में जॉब कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें: फिल्म डायरेक्टर कैसे बनें?
अगर आप फ्रेशर हैं तो आपको इस फील्ड में 10 से 15 हजार के बीच सैलरी मिल जाती है। अगर आपको एक से 2 साल का अनुभव है तो आपको 20 से 30 हजार के बीच मासिल सैलरी मिल सकती है। इसी तरह से जैसे- जैसे आपको एक्सपीरिएंस बढ़ता जाता है, उसी तरह आपकी सैलरी में बढ़ोतरी होती रहती है।
Reporter banne ke liye skills
राइटिंग स्किल्स प्रेजेंटेशन स्किल गुड़ कॉम्युनिकेशन स्किल न्यूज सेंस कैमरा फ्रेंडली न्यूज़ राइटिंग हिंदी एंड इंग्लिश की अच्छी जानकारी मीडिया एथिक्स की जानकारी।
Mass Communication & Journalism Course ki Fees
इस कोर्स की फीस इस बात पर निर्भर करती है कि स्टूडेंट्स किस तरह के मीडिया कॉलेज से जर्नलिज्म कोर्स कर रहे हैं। अगर आप गवर्नमेंट Media College से मीडिया कोर्स करते हैं तो वंहा पर फीस 5 हजार से लेकर 25 हजार सालना तक होती है। यदि स्टूडेंट्स निजी मीडिया कॉलेज से कोर्स करते हैं तो वंहा पर फीस 40 हजार से 1 लाख सालना तक होती है।
ये भी पढ़ें- बॉलीवुड में कैसे जाएं?
Mass Communication and Journalism College
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कॉम्युनिकेशन नई दिल्ली पुणे यूनिवर्सिटी जामिया मिलिया इस्लामिया दिल्ली इलाहाबाद यूनिवर्सिटी माखन लाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी भोपाल मनोरमा इंस्टिट्यूट ऑफ कॉम्युनिकेशन बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी हैदराबाद यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी गुरुघासीदास यूनिवर्सिटी बिलासपुर छत्तीसगढ़ पंजाब यूनिवर्सिटी ISOMES मीडिया कॉलेज सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ कॉम्युनिकेशन, आदि
Reporter kaise bane इससे संबंधित गूगल में सर्च किये जाने वाले प्रश्न-
TV news reporter kaise bane
टीवी न्यूज रिपोर्टर बनने के लिए स्टूडेंट्स को ऐसे ही मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म कोर्स नही करना चाहिए, बल्कि उनको टीवी न्यूज रिपोटिंग या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या टीवी जर्नलिज्म में डिप्लोमा या डिग्री करना चाहिए। इसमे सिर्फ आपको टीवी जर्नलिज्म के बारे में पढ़ाया जाता है, जिससे आपको टीवी न्यूज इंडस्ट्री का अच्छा नॉलेज हो जाता है। इस वजह से आपको आसानी से TV News Reporter की जॉब मिल सकती है।
ये भी पढ़ें: टीवी सीरियल एक्टर कैसे बनें?
वंही अगर आप सिर्फ मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा करते हैं तो इसमे आपको टीवी न्यूज रिपोर्टिंग, न्यूज़ पेपर रिपोर्टिंग, वेब जर्नलिज्म, सिनेमा व एडवरटाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशन आदि की जानकारी दी जाती है। इसमे मीडिया और फ़िल्म प्रोडक्शन के सभी सब्जेक्ट के बारे बेसिक पढ़ाया जाता है। जिस वजह से आपको टीवी न्यूज रिपोर्टिंग की भी बेसिक जानकारी ही हो पाती है, जब आपको इस फील्ड का अच्छा नॉलेज नही होगा तो फिर टीवी न्यूज रिपोर्टर की जॉब मिलेगी कैसे?
इसलिए टीवी न्यूज रिपोर्टर बनने के लिए आप टीवी जर्नलिज्म, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में डिग्री या डिप्लोमा करना चाहिए। जिससे आपको टीवी न्यूज इंडस्ट्री का अच्छा नॉलेज होगा और आपको आसानी से जॉब भी मिल जाएगी।
Crime reporter kaise bane
क्राइम रिपोर्टर बनने के लिए कैंडिडेट को बहुत तेज तर्रार और निडर होने की जरूरत होती है, क्योंकि क्राइम रिपोर्टर क्राइम से संबंधित न्यूज़ को कवर करते हैं, जिसमे उनको काफी खतरा भी रहता है। अगर आपको ��ीवी इंडस्ट्री में क्राइम रिपोर्टर बनना है तो आप टीवी जर्नलिज्म, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से संबंधित कोर्स करना चाहिए। अगर आपको न्यूज़ पेपर में क्राइम रिपोर्टर बनना है तो आपको प्रिंट जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा करना ज्यादा बेहतर होगा।
Media reporter kaise bane
मीडिया रिपोटर बनने के लिए आप सबसे पहले ये निश्चित करें कि आपको किस मीडिया में रिपोर्टर बनना है। अगर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जैसेकि टीवी में रिपोर्टर बनना है तो आप इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या टीवी जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा करें। अगर समाचारपत्र में मीडिया रिपोटर बनना है तो प्रिंट मीडिया से संबंधित कोर्स करें।
Press reporter kaise bane
प्रेस रिपोर्टर बनने के लिए भी आपको सबसे पहले ये डिसिजन लेना होगा कि आपको टीवी में प्रेस रिपोर्टर बनना है या फिर न्यूज़ पेपर में, फिर उसी के अनुसार आप मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा करें।
Sport Reporter kaise bane
अगर आपको स्पोर्ट फील्ड में रुचि है और आपको स्पोर्ट जैसेकि क्रिकेट या अन्य किसी खेल का बहुत अच्छा नॉलेज है, तो फिर आप मीडिया से संबंधित कोर्स करके बड़े आसानी से स्पोर्ट रिपोर्टर बन सकते हैं।
ये भी पढ़े: फ़िल्म में वीडियो एडिटर कैसे बने?
पत्रकार बनने के लिए क्या क्या करना पड़ता है?
न्यूज़ रिपोर्टर भी पत्रकार ही होते हैं और पत्रकार बनने के लिए आप मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा कर सकते हैं। अगर टीवी इंडस्ट्री में पत्रकार बनना है तो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और टीवी जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा करें।
रिपोर्टर कोर्स करने के बाद जॉब कैसे मिलती है।
जब पा मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा कर लेते हैं तो फिर उसके बाद आपको इंटर्नशिप करनी पड़ती है। अगर आप टीवी न्यूज चैनल में रिपोर्टर बनना चाहते हैं तो आप किसी अच्छे न्यूज़ चैनल में इंटर्नशिप करें। अगर आप न्यूज़पेपर में जॉब करना चाहते हैं तो आपको अच्छे न्यूज़ पेपर में इंटर्नशिप करना चाहिए। फिर इंटर्नशिप पूरी करने के बाद आप विभिन्न मीडिया संस्थानों में जॉब पा सकते हैं।
पत्रकारिता का कोर्स कितने साल का होता है?
पत्रकारिता यानिकि जर्नलिज़म एंड मास कॉम्युनिकेशन कोर्स 1 साल से लेकर 3 साल तक के होते हैं। बैचलर डिग्री 3 साल मास्टर डिग्री 2 साल, डिप्लोमा 2 साल और पीजी डिप्लोमा 1 साल का होता है।
पत्रकार (Journalist) के लिए कौन सी डिग्री चाहिए?
जर्नलिस्ट बनने के लिए कैंडिडेट के मास जर्नलिज़्म एंड मास कॉम्युनिकेशन में डिग्री या डिप्लोमा होना चाहिए।
रिपोर्टर बनने के लिए कौन सा सब्जेक्ट ले?
रिपोर्टर बनने के लिए कैंडिडेट किसी भी सब्जेक्ट से 12th या ग्रेजुएशन पास होना चाहिए। उसके बाद इस फील्ड से संबंधित आप कोर्स कर सकते हैं।
ये भी पढ़ें: सफल न्यूज़ एंकर कैसे बनें?
मैं 12वीं के बाद पत्रकारिता कैसे ज्वाइन कर सकता हूं?
आपको 12वीं के बाद पत्रकारिता जॉइन करने के लिए मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म में डिप्लोमा या बैचलर डिग्री कोर्स करना होगा।
क्या मैं बिना डिग्री के पत्रकार बन सकता हूं?
पत्रकार बनने के लिए मीडिया कोर्स करना कोई जरूरी नही है। अगर ���पकी रीडिंग और राइटिंग स्किल अच्छी है मीडिया इंडस्ट्री के रूल, रेगुलेशन से अच्छी तरह रूबरू हैं तो फिर आप बिना कोर्स किये ही पत्रकार बन सकते हैं। पहले तो मीडिया कोर्स भी नही हुआ करते थे, तब लोग बिना कोर्स किये ही पत्रकारिता करते थे। आज भी बहुत से ऐसे पत्रकार हैं, जिन्होंने कोई भी पत्रकारिता में डिग्री या डिप्लोमा नही किया है।
ये भी पढ़ें- जर्नलिज्म एंड मास कॉम्युनिकेशन से बनाएं, फ़िल्म इंडस्ट्री में कैरियर
मीडिया में जॉब कैसे करे?
मीडिया में जॉब करने के लिए आपको सबसे पहले मीडिया से संबंधित कोर्स करना होता है, फिर मीडिया इंडस्ट्री में इंटर्नशिप करनी पड़ती है, फिर उसके बाद आप इस फील्ड में जॉब कर सकते हैं।
क्या मैं बीए के बाद पत्रकारिता कर सकता हूं?
��ां, आप बीए करने के बाद पत्रकरिता की शुरुआत कर सकते हैं। इसके लिए आप किसी भी न्यूज़पेपर या न्यूज़ चैनल में इंटर्नशिप करें। फिर उसके बाद पत्रकरिता कर सकते हैं।
क्या मैं खुद को पत्रकार कह सकता हूं?
अगर आप मीडिया इंडस्ट्री में फ़ोटो जर्नलिस्ट, रिपोर्टर, एडिटर, कैमरामैन हैं तो आप खुद को पत्रकार कह सकते हैं।
एक लोकल न्यूज़ एंकर कितना कमाता है?
एक लोकल न्यूज़ एंकर वह होता है, जोकीं लोकल लेवल या छोटे- मोटे न्यूज़ चैनल में एंकरिंग करता है, उसकी सैलरी 15 से 25 हजार के बीच होती है।
रिपोर्टर का काम क्या है?
रिपोर्टर का काम अपने मीडिया संगठन के लिए न्यूज़ एकत्र करना या फील्ड में जाकर रेपिर्टिंग करना, न्यूज़ लिखना और प्रस्तुत करना होता है।
पत्रकारिता के लिए सबसे अच्छी डिग्री कौन सी है?
पत्रकारिता के लिए सबसे अच्छी डिग्री बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कॉम्युनिकेशन या मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कॉम्युनिकेशन होती है।
ये भी पढ़े: फ़िल्म में डबिंग आर्टिस्ट कैसे बने?
रिपोर्टर कितने प्रकार के होते हैं?
रिपोर्टर कई तरह के होते हैं। छोटे- मोटे मीडिया संस्थानों में तो सीमित ही रिपोर्टर होते हैं, लेकिन बड़े मीडिया संस्थानों में हर क्षेत्रों के अलग- अलग रिपोर्टर होते हैं, जैसेकि स्पोर्ट रिपोर्ट, क्राइम रिपोर्टर, इकोनॉमिक रिपोर्टर, आदि।
पत्रकार कौन बन सकता है?
कोई भी 12th या ग्रेजुएशन किया हुआ कैंडिडेट पत्रकार बन सकता है। बशर्ते उसकी उम्र 18 से 35 साल के बीच हो तो अच्छा है।
पत्रकार बनने के लिए कौन सा कॉलेज सबसे अच्छा है?
पत्रकार (journalist) बनने के लिए इंडिया में सबसे अच्छा कॉलेज इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कॉम्युनिकेशन (IIMC) है, जोकीं नई दिल्ली में हैं।
दैनिक भास्कर के पत्रकार कैसे बने?
दैनिक भास्कर में पत्रकार बनने के लिए सबसे पहले आप पत्रकारिता में डिग्री या डिप्लोमा हासिल करें। फिर उसके बाद किसी अच्छे न्यूज़पेपर में इंटर्नशिप करें। फिर उसके बाद आप दैनिक भास्कर या अन्य अच्छे समाचार पत्रों में पत्रकार बन सकते हैं।
पत्रकारिता कोर्स के बाद अगर जॉब न मिले, तो क्या करें?
अगर किसी कारणवश आपको पत्रकारिता कोर्स करने के बाबजूद जॉब नही मिल पाती है तो आपको निराश होने की जरूरत नही है, आप खुद का एक न्यूज पोर्टल शुरू कर सकते हैं, जोकीं आप 3 से 5 हजार में ही स्टार्ट कर सकते हैं। फिर आप एडसेंस और विज्ञापन के जरिए अच्छी खासी इनकम कर सकते हैं।
ये भी पढ़े – बिना कोर्स किये एक्टर कैसे बनें?
दोस्तों उम्मीद करता हूँ, Reporter kaise bane, ये आर्टिकल आपको पसंद आया होगा, क्योंकि इस आर्टिकल में मैंने इस फील्ड से जुड़ी सारी जानकारी डिटेल में दी है।
0 notes
Text
Breaking News in Hindi Live Updates: यूपी, बिहार समेत देश के छह राज्यों में उपचुनाव, लंबी कतारों में इंतजार कर वोट दे रहे लोग
Breaking News in Hindi Live Updates: यूपी, बिहार समेत देश के छह राज्यों में उपचुनाव, लंबी कतारों में इंतजार कर वोट दे रहे लोग
छवि स्रोत: इंडिया टीवी ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिंदी लाइव अपडेट्स ताज़ा ख़बरलाइव अपडेट: हमारे दैनिक जीवन में समाचारों की अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कुछ लोगों की सुबह यह अधूरी ही रहती है कि दुनिया में क्या हो रहा है? जो लोग डिजिटल तकनीक को समझते हैं, वे अ��ने खाली समय में या यात्रा करते हुए भी देश-दुनिया की खबरों की जानकारी लेते रहते हैं। आज के दौर में, जबकि लोग खबरें पाने के लिए न्यूज वेबसाइट्स…
View On WordPress
0 notes
Text
दीदी को 2 मई को दरवाजा दिखाया जाएगा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांठी, पश्चिम बंगाल में कहा: हाइलाइट्स | भारत समाचार
दीदी को 2 मई को दरवाजा दिखाया जाएगा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांठी, पश्चिम बंगाल में कहा: हाइलाइट्स | भारत समाचार
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के कांथी में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 2 मई को राज्य छोड़ना होगा। “दीदी सरकार ‘(दरवाजे पर सरकार) के बारे में बात कर रही है, लेकिन उन्हें 2 मई को दरवाजा दिखाया जाएगा,” पीएम मोदी ने कहा कि जो विधानसभा चुनाव से पहले बड़े पैमाने पर चुनावी राज्य का दौरा कर रहे हैं। बाद में दिन में, पीएम मोदी…
View On WordPress
#असम विधानसभा चुनाव#आज की ताजा खबर#आज समाचार#इंडिया न्यूज़ आज#गूगल समाचार#पश्चिम बंगाल चुनाव#पश्चिम बंगाल में 2021 के चुनाव#भारत#भारत समाचार#विधानसभा चुनाव 2021#विधानसभा चुनाव पीएम मोदी का भाषण
0 notes
Text
यदि हम एक शानदार काम करते हैं, तो हम 2022 में कोरोनावायरस महामारी को समाप्त कर सकते हैं: बिल गेट्स | इंडिया न्यूज - टाइम्स ऑफ इंडिया
यदि हम एक शानदार काम करते हैं, तो हम 2022 में कोरोनावायरस महामारी को समाप्त कर सकते हैं: बिल गेट्स | इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया
बिल गेट्स, अरबपति परोपकारी और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष, आशावादी हैं कि कोविद -19 महामारी 2022 में समाप्त हो सकती है यदि देश सहयोग करते हैं और “एक शानदार काम” करते हैं। टीओआई के सुरोजीत गुप्ता के साथ एक स्काइप साक्षात्कार में, गेट्स ने एक संभावित विनिर्माण के निर्माण में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया टीका। संपादित अंश: जिस तरह से महामारी फैली है, क्या आपको लगता है…
View On WordPress
#आज समाचार#इडय#इंडिया न्यूज़ आज#एक#एस्ट्राजेनेका#ऑफ#क#कम#कर#करत#करनवयरस#गटस#गूगल समाचार#जैव प्रौद्योगिकी#टइमस#टीका#ट्रेसिंग से संपर्क करें#त#ताज़ा खबर#नयज#बल#बिल & amp; मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन#बिल गेट्स#भारत#भारत समाचार#म#महमर#यद#शनदर#सकत
0 notes
Text
दुनिया में रविवार को भारत की कोविद की गिनती | इंडिया न्यूज - टाइम्स ऑफ इंडिया
दुनिया में रविवार को भारत की कोविद की गिनती | इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया
नई दिल्ली: भारत ने पहली बार रविवार को सभी देशों के बीच सबसे ज्यादा ताजे कोविद -19 मामले जोड़े। दुनिया में 53,641 मामलों में भारत की गिनती अमेरिका (49,038) और ब्राजील (24,801) में पाए गए संक्रमणों से अधिक थी, दोनों देशों में वायरस के सबसे ज्यादा केसोलेड हैं, जो कि worldometers.info के आंकड़ों के अनुसार है। भारत ने पहली बार सोमवार से रविवार तक दुनिया में कोविद के मामलों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या…
View On WordPress
#आज समाचार#इडय#इंडिया न्यूज़ आज#ऑफ#क#कवद#कोरोनावाइरस#गनत#गूगल समाचार#टइमस#ताज़ा खबर#दनय#दैनिक परीक्षण#नए कोरोना मामले#नयज#भरत#भारत#भारत में कोरोनावायरस#भारत समाचार#म#रववर
0 notes
Text
कोरोनावायरस इंडिया लाइव अपडेट: भारत का कोविड टैली 2.52 करोड़ पर, 2.78 लाख से अधिक मौतें Over
कोरोनावायरस इंडिया लाइव अपडेट: भारत का कोविड टैली 2.52 करोड़ पर, 2.78 लाख से अधिक मौतें Over
कोरोनावायरस नवीनतम अपडेट: भारत की वसूली दर 85.60 प्रतिशत तक सुधरी है। (फाइल) नई दिल्ली: भारत की COVID-19 मृत्यु संख्या 2,78,719 के साथ चढ़ गई रिकॉर्ड 4,329 ताजा मौतेंकेंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, जबकि कोरोनोवायरस के मामलों में एक दिन की वृद्धि 2.63 लाख रही, जो 28 दिनों में सबसे कम है। आंकड़ों से पता चलता है कि देश ने 24 घंटे की अवधि में 2,63,533 नए…
View On WordPress
#कोरोनावाइरस#कोरोनावायरस इंडिया न्यूज़#कोरोनावायरस के मामले ताजा खबर#कोरोनावायरस भारत के मामले आज#कोरोनावायरस लाइव अपडेट#कोविड इंडिया अपडेट#भारत कोरोनावायरस ताजा खबर
0 notes
Text
Breaking News in Hindi Live Updates: देश और दुनिया की बड़ी खबरें, यहां पढ़िए एक क्लिक पर
Breaking News in Hindi Live Updates: देश और दुनिया की बड़ी खबरें, यहां पढ़िए एक क्लिक पर
छवि स्रोत: इंडिया टीवी ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिंदी लाइव अपडेट्स ब्रेकिंग न्यूज हाइलाइट्स: हमारे दैनिक जीवन में खबरों की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है कुछ लोगों की सुबह यह जाने अनजाने में ही रहती है कि दुनिया में क्या हो रहा है? जो लोग डिजिटल तकनीक को समझते हैं, वे अपने खाली समय में या यात्रा करते हुए भी देश-दुनिया की खबरों की लेते रहते हैं आज के दौर में, जबकि लोग खबरों के लिए न्यूज वेबसाइट्स पर लगातार…
View On WordPress
0 notes
Text
महाराष्ट्र सरकार द्वारा दी गई मराठा कोटा संवैधानिक, केंद्र ने SC को बताया | भारत समाचार
महाराष्ट्र सरकार द्वारा दी गई मराठा कोटा संवैधानिक, केंद्र ने SC को बताया | भारत समाचार
नई दिल्ली: महाराष्ट्र मराठों को आरक्षण कोटा देने की विधायी क्षमता है और इसका निर्णय संवैधानिक है क्योंकि 102 वें संशोधन ने अपनी राज्य को सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गों (एसईबीसी) की सूची घोषित करने से इनकार नहीं किया है, केंद्र ने ���ंगलवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया। 102 वें संविधान संशोधन अधिनियम 2018 ने अनुच्छेद 338B डाला, जो राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (NCBC) की संरचना, कर्तव्यों और…
View On WordPress
#आज की ताजा खबर#आज समाचार#इंडिया न्यूज़ आज#गूगल समाचार#बंबई उच्च न्यायालय#बिहार#भारत#भारत समाचार#मराठा कोटा#महाराष्ट्र#हाईकोर्ट
0 notes
Text
भारत चीन सीमा पर तनाव जारी है - खुफिया रिपोर्ट: एलएसी से कुछ सैनिकों को हटाने पर भी तनाव बरकरार है
भारत चीन सीमा पर तनाव जारी है – खुफिया रिपोर्ट: एलएसी से कुछ सैनिकों को हटाने पर भी तनाव बरकरार है
भारत-चीन सीमा तनाव के बीच एलएसी पर पिछले साल चीनी सेना की तेजी को अमेरिकी खुफिया समुदाय ने बेहद गंभीर माना है। अमेरिकी संसद (कांग्रेस) को सौंपी गई अपनी हालिया खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल सैनिकों को हटाने के बावजूद भारत-चीन सीमा पर तनाव जारी है और चीन अपनी ताकत दिखाने के लिए सभी तरह के हथकंडे खोलना चाहता है। अमेरिका के राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के कार्यालय (ओडीएनआई) ने संसद को दी अपनी…
View On WordPress
#इंडिया चाइना न्यूज़ आज#एलएस#क#कछ#खफय#चन#जर#तनव#पर#बरकरर#भ#भरत#भारत चीन सीमा#भारत चीन सीमा विवाद#रपरट#विश्व समाचार हिंदी में#विश्व हिंदी समाचार#स#सनक#सम#ह#हटन#हमें सीनेट
0 notes
Text
ज्योतिष: ठंड का कहर अभी बाकी- शनि अस्त में नक्षत्र परिवर्तन होने के साथ ही अब बारिश, बर्फ़बारी और शीतलहर की सम्भावना
ज्योतिष: ठंड का कहर अभी बाकी- शनि अस्त में नक्षत्र परिवर्तन होने के साथ ही अब बारिश, बर्फ़बारी और शीतलहर की सम्भावना
शनि केवल इंसानो को ही नहीं प्रकृति को भी प्रभावित करते हैं … ज्योतिष शास्त्र में शनि को क्रूर ग्रह माना गया है। माना जाता है कि शनि की दृष्टि सभी राशियों को प्रभावित करती है। शनि शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के फल जीवन में प्रदान करते हैं। शनि व्यक्ति को कर्म के आधार पर फल देने का कार्य करते हैं, इसी कारण इन्हे न्याय का देवता भी कहा जाता है। यानि यदि व्यक्ति अच्छे कार्य करता है तो शनि देव उसे शुभ फल…
View On WordPress
#अर्थ इंजन डेटा कैटलॉग#आईएमडी अलर्ट#आईएमडी ने जारी किया अलर्ट#आज का मौसम#आज तापमान#उत्तर प्रदेश में ठंड#उत्तर भारत#उत्तर भारत ठंढा हो गया#उत्तर भारत में शीत लहर#उत्तरी हवाएँ#उद्धारकर्ता शीत-दिन#एनएचसी#एनओएए#ऑल इंडिया वेदर फ्रंट न्यूज़#ऑल इंडिया वेदर वार्निंग बुलेटिन#ऑल टाइम रिकॉर्ड#कोहरा#क्लोरोफिल#चंडीगढ़ में ठंड#जलवायु#जीपीएम#जीवविज्ञान#ज्योतिष#झारखंड में बारिश#झारखंड में मौसम#टेंपरामेंट#ट्रम#ठंडी तपिश#ठंडी लहरें#तापमान
0 notes
Text
'यह भगवान राम की इच्छा है': अयोध्या विवाद के मुकदमेबाज इकबाल अंसारी को राम मंदिर के लिए पहला निमंत्रण मिला 'भूमि पूजन' | इंडिया न्यूज - टाइम्स ऑफ इंडिया
‘यह भगवान राम की इच्छा है’: अयोध्या विवाद के मुकदमेबाज इकबाल अंसारी को राम मंदिर के लिए पहला निमंत्रण मिला ‘भूमि पूजन’ | इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया
अयोध्या: राम मंदिर के ‘भूमि पूजन’ के लिए पहला निमंत्रण कार्ड अयोध्या इसके द्वारा प्राप्त किया गया इकबाल अंसारी, जो अयोध्या भूमि विवाद मामले में वादियों में से एक थे। “मेरा मानना है कि यह भगवान राम की इच्छा थी कि मुझे पहला निमंत्रण मिले। मैं इसे स्वीकार करता हूं। अयोध्या में हिंदू और मुसलमान सौहार्द से रहते हैं। मंदिर की भूमि की पूजा की जा रही है और प्रधान मंत्री हैं।” नरेंद्र मोदीइस…
View On WordPress
#अयधय#अयोध्या#असर#आज समाचार#इकबल#इकबाल अंसारी#इचछ#इडय#इंडिया न्यूज़ आज#उत्तर प्रदेश#ऑफ#क#केंद्रीय मंत्रिमंडल#गूगल समाचार#टइमस#ताज़ा खबर#नमतरण#नयज#नरेंद्र मोदी#पजन#पहल#भगवन#भम#भारत#भारत समाचार#मकदमबज#मदर#मल#मोहन भागवत#यह
0 notes