#आत्म-विकास
Explore tagged Tumblr posts
Text
विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व: कैसे बनें एक अनुशासित छात्र?
अनुशासित छात्र लिखते हुए विद्यार्थी जीवन में अनुशासन के महत्व को जानें और सीखें कैसे बनें एक अनुशासित छात्र। यह लेख आपको सफलता के लिए आवश्यक कौशल और रणनीतियाँ प्रदान करेगा। विद्यार्थी जीवन एक महत्वपूर्ण समय होता है जो हमारे भविष्य की नींव ��खता है। इस समय में अनुशासन का महत्व अत्यधिक होता है। यह लेख आपको बताएगा कि अनुशासन क���यों महत्वपूर्ण है और कैसे आप एक अनुशासित छात्र बन सकते हैं। आइए, इस…
#अध्ययन कौशल#अनुशासन#आत्म-विकास#छात्र जीवन टिप्स#लक्ष्य निर्धारण#विद्यार्थी जीवन#शैक्षणिक सफलता#समय प्रबंधन
0 notes
Text
नकरात्मक विचारों को कैसे परास्त करें: एक व्यक्तिगत अनुभव*
परिचय:**
नमस्कार दोस्तों,
आज हम बात करेंगे एक ऐसे विषय पर जो हर किसी के मन में कभी न कभी आता है - नकरात्मक विचार। ये विचार हमारे मन में आकर्षण पैदा करते हैं, लेकिन उनसे छुटकारा पाने का रास्ता कहां है, इस पर हम विचार करेंगे। मैं अपने व्यक्तिगत अनुभव से आपको बताने वाला हूं कि कैसे मैंने नकरात्मक विचारों को समझा और उनसे निपटने के लिए कुछ उपायों का इस्तेमाल किया।
#सकारात्मक सोच#मानसिक स्थिति#आत्म-सुधारणा#नकरात्मक विचारों का सामना#आत्म-आत्मविश्वास निर्माण#ध्यान तकनीकें#मानसिक स्वास्थ्य#व्यक्तिगत विकास#तनाव से निपटना
0 notes
Text
लखनऊ, 17.05.2024 । माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में महात्मा गांधी इंटर कॉलेज, मलिहाबाद, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमे 43 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी ज़िम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना ।
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ रवीन्द्र कुमार त्रिपाठी शिक्षकों एवं रेड ब्रिगेड से तंजीम अख्तर ने दीप प्रज्वलित किया ।
महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ रवीन्द्र कुमार त्रिपाठी ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, "महिलाओं के योगदान के बिना किसी भी समाज की समृद्धि संभव नहीं है । आज का समय नारी सशक्तिकरण का है जहां हर एक महिला को अपने सपनों को पूरा करने का अधिकार है । हमें देश के युवा वर्ग को सिखाना चाहिए कि महिलाओं का सम्मान करना केवल एक उत्कृष्टता का प्रतीक नहीं है बल्कि यह समाज के संगठन में एक अहम अंग है । हमारे समाज में अनेक महिलाएं हैं जो अपनी क्षमताओं और ताकत को पहचान चुकी हैं । हमें उनका उचित समर्थन करना चाहिए ताकि वे अपने सपनों को पूरा कर सकें और समाज हित में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें । हमें समाज में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्रों में महिलाओं के साथ समानता और न्याय का संवाद बढ़ाना होगा । इसी उत्साह और जागरूकता के साथ हम सभी को महिलाओं के प्रति समर्थन का संकल्प लेना चाहिए । यह हमारे समाज की निरंतर प्रगति और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा ।"
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं | महिलाओं एवं बालिकाओं के खिला�� देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है | आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है | आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं | फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा | आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका तंजीम अख्तर ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया |
कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र वितरित किये गये ।
कार्यशाला में महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ रवीन्द्र कुमार त्रिपाठी, शिक्षकों श्री अरुन कुमार वर्मा, श्री पप्पू कुमार, चमन आरा जी, श्रीमती वैशाली गुप्ता, फौजिया वसी जी, सुश्री सरला देवी, सुश्री समा कौसर, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, तंजीम अख्तर तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही l
#selfdefenseforwomen #womenempowerment #selfdefensetraining #selfdefence #FemaleEmpowerment #EmpowerWomen #selfprotection #personaldefense #safetyfirst #safetytips #strongertogether #ServeHumanity #selfdefencewarrior
#MahatmaGandhiInterCollege #DrRavindraKumarTripathi
#GoCampaign #RedBrigadeTrust #AjayPatel #SushmitaBharti
#NarendraModi #PMOIndia
#YogiAdityanath #UPCM
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust
#KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
#followers #highlight
www.helputrust.org
@narendramodi @pmoindia
@MYogiAdityanath @cmouttarpradesh
@theGOCampaign @redbrigadetrust.org
@HelpUEducationalAndCharitableTrust @HelpU.Trust
@KIRANHELPU
@HarshVardhanAgarwal.HVA @HVA.CLRS @HarshVardhanAgarwal.HelpUTrust
@HelpUTrustDrRupalAgarwal @RupalAgarwal.HELPU @drrupalagarwal
@followers @highlight
9 notes
·
View notes
Text
शादी से पहले कुंडली मिलन के बावजूद इतने ज्यादा तलाक और पति-पत्नी में विचारों में असामानता क्यों होती है? क्या कुंडली मिलन एक वहम है?
शादी से पहले कुंडली मिलन और शादी के बाद होने वाले तलाक या विचारों में असामानता के बीच कोई सीधा संबंध नहीं होता है, और इसमें कई कारण हो सकते हैं।
सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियां: शादी के बाद कई बार सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियां बदल सकती हैं जो दोनों पति-पत्नी को समझने और समर्थन करने में मदद कर सकती हैं, या उन्हें एक दूसरे के साथ समस्याओं का सामना करने में कठिनाई पैदा कर सकती हैं।
व्यक्तिगत विकास: शादी के बाद, व्यक्तिगत विकास में अलग-अलग राहें हो सकती हैं जिससे दोनों की आत्म-समझ और दृष्टिकोण में बदलाव हो सकता है।
संबंधों में संवाद की कमी: संबंधों में संवाद की कमी या सही तरीके से ��मस्याओं का सामना नहीं करना भी एक कारण हो सकता है।
कुंडली मिलन एक वैज्ञानिक योजना नहीं है, और इसे सिर्फ एक व्यक्ति के जीवन में होने वाले घटनाओं को पूर्वानुमान करने का प्रयास माना जाता है। यह भारतीय ज्योतिष शास्त्र का हिस्सा है जिसमें ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति का अध्ययन किया जाता है। हालांकि, इसे विशेषज्ञता के रूप में न लेकर और भी कई कारण हो सकते हैं जो संबंधों में समस्याएँ उत्पन्न कर सकते हैं।
अच्छे और सुखद जीवन के लिए संबंधों में संवाद, समझदारी, और समर्थन महत्वपूर्ण होते हैं, जो व्यक्तिगत और सामाजिक परिस्थितियों पर निर्भर करते हैं।
#astrology#astro observations#astro community#aries horoscope: star sign dates#12th house#birth chart#8th house#astrologer#cancer horoscope: star sign dates#numerology
2 notes
·
View notes
Text
आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला : जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग, सरोजनी नगर, कानपुर रोड, लखनऊ
लखनऊ, 04.03.2024 l माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग, इंडस्ट्रियल स्टेट, सरोजनी नगर, कानपुर रोड, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें 144 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी जिम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना l
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य डॉ. लुबना, शिक्षिकाओं एवं रेड ब्रिगेड से यास्मीन बानो ने दीप प्रज्वलित किया |
जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य डॉ. लुबना ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “पंडित जवाहर लाल नेहरू के अनुसार, लोगों को जगाने के लिये महिलाओं का जागृत होना जरुरी है ।" एक बार जब वो अपना कदम उठा लेती है, परिवार आगे बढ़ता है, गांव आगे बढ़ता है और राष्ट्र विकास की ओर उन्मुख होता है । भारत में, महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये सबसे पहले समाज में उनके अधिकारों और मूल्यों को मारने वाले उन सभी राक्षसी सोच को मारना जरूरी है जैसे दहेज प्रथा, अशिक्षा, यौन हिंसा, असमानता, भ्रूण हत्या, महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा, बलात्कार, वेश्यावृत्ति, मानव तस्करी आदि | आज की इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला में आए हुए प्रशिक्षकों से आप निश्चित ही आत्मरक्षा के गुर सीख पाएंगे तथा अपने जीवन में किसी तरह की समस्या आने पर इस प्रशिक्षण का उपयोग करके अपने आपको बचा पाएंगे |
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं | महिलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है | आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है | आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं | फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा | आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका यास्मीन बानो ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया |
कार्यशाला के समापन के बाद, छात्राओं ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि, हमें हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस 'आत्मरक्षा प्रशिक्षण' कार्यशाला में सीखने का मौका मिला । अगर हमें कोई पकड़ लेता है, तो हमें उससे कैसे बचना है, यह भी हमें अब पता है । अधिकांश लड़कियां अपने आप को दुर्बल महसूस करती हैं, लेकिन सेल्फ डिफेंस के माध्यम से हमें सिखाया गया है कि हमें कभी भी दुर्बल नहीं होना चाहिए । हम इन तकनीकों का उपयोग करके अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं ।
जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य डॉ. लुबना एवं शिक्षक/ शिक्षिकाओं सृष्टि मैसी, शिल्पी, सदफ खान, श्रेया मिश्रा, दीपलता साहू, श्रीम���ी अंजिली तिवारी, श्रीमती स्वाति मिश्रा, सुश्री सिंड्रेला, सुश्री ज्योति तिवारी, सुश्री रचना मिश्रा, श्रीमती दीपिका, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, यास्मीन बानो तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट क��� स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही l
#Selfdefenseforwomen #Womenempowerment #Selfdefensetraining
#Selfdefence #FemaleEmpowerment #EmpowerWomen #EmpoweringWomen #Selfprotection #Personaldefense #Safetyfirst #Safetytips
#Strongertogether #ServeHumanity #Selfdefencewarrior #FairFight
#GSRMMCollegeofNursing #DrLubna
#GoCampaign #RedBrigadeTrust #AjayPatel #SushmitaBharti
#NarendraModi #PMOIndia
#YogiAdityanath #UPCM
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust
#KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
www.helputrust.org
0 notes
Text
आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला : जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग, सरोजनी नगर, कानपुर रोड, लखनऊ
लखनऊ, 04.03.2024 l माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग, इंडस्ट्रियल स्टेट, सरोजनी नगर, कानपुर रोड, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें 144 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी जिम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना l
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य डॉ. लुबना, शिक्षिकाओं एवं रेड ब्रिगेड से यास्मीन बानो ने दीप प्रज्वलित किया |
जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य डॉ. लुबना ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “पंडित जवाहर लाल नेहरू के अनुसार, लोगों को जगाने के लिये महिलाओं का जागृत होना जरुरी है ।" एक बार जब वो अपना कदम उठा लेती है, परिवार आगे बढ़ता है, गांव आगे बढ़ता है और राष्ट्र विकास की ओर उन्मुख होता है । भारत में, महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये सबसे पहले समाज में उनके अधिकारों और मूल्यों को मारने वाले उन सभी राक्षसी सोच को मारना जरूरी है जैसे दहेज प्रथा, अशिक्षा, यौन हिंसा, असमानता, भ्रूण हत्या, महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा, बलात्कार, वेश्यावृत्ति, मानव तस्करी आदि | आज की इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला में आए हुए प्रशिक्षकों से आप निश्चित ही आत्मरक्षा के गुर सीख पाएंगे तथा अपने जीवन में किसी तरह की समस्या आने पर इस प्रशिक्षण का उपयोग करके अपने आपको बचा पाएंगे |
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं | महिलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है | आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है | आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं | फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा | आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका यास्मीन बानो ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया |
कार्यशाला के समापन के बाद, छात्राओं ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि, हमें हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस 'आत्मरक्षा प्रशिक्षण' कार्यशाला में सीखने का मौका मिला । अगर हमें कोई पकड़ लेता है, तो हमें उससे कैसे बचना है, यह भी हमें अब पता है । अधिकांश लड़कियां अपने आप को दुर्बल महसूस करती हैं, लेकिन सेल्फ डिफेंस के माध्यम से हमें सिखाया गया है कि हमें कभी भी दुर्बल नहीं होना चाहिए । हम इन तकनीकों का उपयोग करके अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं ।
जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य डॉ. लुबना एवं शिक्षक/ शिक्षिकाओं सृष्टि मैसी, शिल्पी, सदफ खान, श्रेया मिश्रा, दीपलता साहू, श्रीमती अंजिली तिवारी, श्रीमती स्वाति मिश्रा, सुश्री सिंड्रेला, सुश्री ज्योति तिवारी, सुश्री रचना मिश्रा, श्रीमती दीपिका, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, यास्मीन बानो तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही l
#Selfdefenseforwomen #Womenempowerment #Selfdefensetraining
#Selfdefence #FemaleEmpowerment #EmpowerWomen #EmpoweringWomen #Selfprotection #Personaldefense #Safetyfirst #Safetytips
#Strongertogether #ServeHumanity #Selfdefencewarrior #FairFight
#GSRMMCollegeofNursing #DrLubna
#GoCampaign #RedBrigadeTrust #AjayPatel #SushmitaBharti
#NarendraModi #PMOIndia
#YogiAdityanath #UPCM
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust
#KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
www.helputrust.org
0 notes
Text
आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला : जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग, सरोजनी नगर, कानपुर रोड, लखनऊ
लखनऊ, 04.03.2024 l माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग, इंडस्ट्रियल स्टेट, सरोजनी नगर, कानपुर रोड, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें 144 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी जिम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना l
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य डॉ. लुबना, शिक्षिकाओं एवं रेड ब्रिगेड से यास्मीन बानो ने दीप प्रज्वलित किया |
जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य डॉ. लुबना ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “पंडित जवाहर लाल नेहरू के अनुसार, लोगों को जगाने के लिये महिलाओं का जागृत होना जरुरी है ।" एक बार जब वो अपना कदम उठा लेती है, परिवार आगे बढ़ता है, गांव आगे बढ़ता है और राष्ट्र विकास की ओर उन्मुख होता है । भारत में, महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये सबसे पहले समाज में उनके अधिकारों और मूल्यों को मारने वाले उन सभी राक्षसी सोच को मारना जरूरी है जैसे दहेज प्रथा, अशिक्षा, यौन हिंसा, असमानता, भ्रूण हत्या, महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा, बलात्कार, वेश्यावृत्ति, मानव तस्करी आदि | आज की इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला में आए हुए प्रशिक्षकों से आप निश्चित ही आत्मरक्षा के गुर सीख पाएंगे तथा अपने जीवन में किसी तरह की समस्या आने पर इस प्रशिक्षण का उपयोग करके अपने आपको बचा पाएंगे |
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं | महिलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है | आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है | आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं | फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा | आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका यास्मीन बानो ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया |
कार्यशाला के समापन के बाद, छात्राओं ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि, हमें हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस 'आत्मरक्षा प्रशिक्षण' कार्यशाला में सीखने का मौका मिला । अगर हमें कोई पकड़ लेता है, तो हमें उससे कैसे बचना है, यह भी हमें अब पता है । अधिकांश लड़कियां अपने आप को दुर्बल महसूस करती हैं, लेकिन सेल्फ डिफेंस के माध्यम से हमें सिखाया गया है कि हमें कभी भी दुर्बल नहीं होना चाहिए । हम इन तकनीकों का उपयोग करके अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं ।
जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य डॉ. लुबना एवं शिक्षक/ शिक्षिकाओं सृष्टि मैसी, शिल्पी, सदफ खान, श्रेया मिश्रा, दीपलता साहू, श्रीमती अंजिली तिवारी, श्रीमती स्वाति मिश्रा, सुश्री सिंड्रेला, सुश्री ज्योति तिवारी, सुश्री रचना मिश्रा, श्रीमती दीपिका, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, यास्मीन बानो तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही l
#Selfdefenseforwomen #Womenempowerment #Selfdefensetraining
#Selfdefence #FemaleEmpowerment #EmpowerWomen #EmpoweringWomen #Selfprotection #Personaldefense #Safetyfirst #Safetytips
#Strongertogether #ServeHumanity #Selfdefencewarrior #FairFight
#GSRMMCollegeofNursing #DrLubna
#GoCampaign #RedBrigadeTrust #AjayPatel #SushmitaBharti
#NarendraModi #PMOIndia
#YogiAdityanath #UPCM
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust
#KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
www.helputrust.org
0 notes
Text
आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला : लखनऊ लॉ कॉलेज, अहिमामऊ, सुल्तानपुर रोड, लखनऊ
लखनऊ, 21.03.2024 l माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में लखनऊ लॉ कॉलेज, अहिमामऊ, सुल्तानपुर रोड, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें 38 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी जिम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना l
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल, शिक्षकों एवं रेड ब्रिगेड से तंजीम अख्तर, महिमा शुक्ला ने दीप प्रज्वलित किया |
लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल ने हेल्प यू एजुकेशनल एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “महिला सशक्तिकरण का अर्थ महिलाओं को समाज में उचित स्थान और सम्मान दिलाना हैं । जो न सिर्�� समाज के विकास और प्रगति में महिलाओं की भूमिका को मजबूत करता है अपितु समाज को समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ाता है । हमारे बीच आकर आपने महिलाओं और बच्चों को उन अनैतिक ताकतों, जो कानून, समाज और नैतिकता के खिलाफ हैं, से आत्मरक्षा करने का तरीका सिखाया । हमें उम्मीद है कि आज की इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला में आए हुए प्रशिक्षकों से आप निश्चित ही आत्मरक्षा के गुर सीख पाएंगे तथा अपने जीवन में किसी तरह की समस्या आने पर इस प्रशिक्षण का उपयोग करके अपने आपको बचा पाएंगे ।"
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं | महिलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है | आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है | आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं | फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा | आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका तंजीम अख्तर, महिमा शुक्ला ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया |
कार्यशाला में लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल एवं शिक्षकों श्री अखंड प्रसाद सिंह, डॉ मोहन कुमार, श्री रितेश प्रकाश सिंह, श्री सौमित्र सिंह, श्री उपेन्द्र नाथ तिवारी, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, तंजीम अख्तर, महिमा शुक्ला तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही l
#Selfdefenseforwomen #Womenempowerment #Selfdefensetraining #Selfdefence #FemaleEmpowerment #EmpowerWomen #EmpoweringWomen #Selfprotection #Personaldefense #Safetyfirst #Safetytips
#strongertogether #ServeHumanity #selfdefencewarrior #FairFight
#lucknowlawcollege #DrChhoteLal
#GoCampaign #RedBrigadeTrust #AjayPatel #SushmitaBharti
#NarendraModi #PMOIndia
#YogiAdityanath #UPCM
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust
#KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
#followers #highlight
www.helputrust.org
0 notes
Text
जीवन में स्पष्टता और उद्देश्य के लिए ब्रह्मांडीय ज्ञान का उपयोग करना
व्यक्तिगत विकास और आत्म-खोज की यात्रा अक्सर हमें सांसारिक दुनिया से परे ज्ञान की तलाश करने के लिए प्रेरित करती है। विशाल ब्रह्मांड में, कई लोग मानते हैं कि व्यक्तिगत विकास के लिए ब्रह्मांडीय संदेश मार्गदर्शक के रूप में काम करते हैं, जो अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं जो व्यक्तियों को जीवन की जटिलताओं को नेविगेट करने में मदद करते हैं। यह लेख बताता है कि कैसे ब्रह्मांडीय ज्ञान हमारे व्यक्तिगत विकास को प्रभावित कर सकता है और हमारे जीवन के उद्देश्य को पूरा करने में हमारी सहायता कर सकता है।
व्यक्तिगतविकासकेलिएब्रह्मांडीयसंदेशोंकाअधिकार
माना जाता है कि व्यक्तिगतविकासकेलिएलौकिकसंदेश एक उच्च स्रोत से आते हैं, जो गहन अंतर्दृष्टि और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं जो हमारे बारे में हमारी समझ और ब्रह्मांड में हमारे स्थान को नाटकीय रूप से बदल सकते हैं। ये संदेश अक्सर हमारे जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों में आते हैं, जब हमें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता होती है, स्पष्टता और दिशा प्रदान करते हैं। चाहे ध्यान, सपने या सहज ज्ञान युक्त चमक के माध्यम से, इन संदेशों को प्राप्त करना और उनकी व्याख्या करना सीखना किसी व्यक्ति की आध्यात्मिक और व्यक्तिगत विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण घटक हो सकता है।
ब्रह्मांडीयआवृत्तिमेंट्यूनिंग
ब्रह्मांडीय संदेशों को प्रभावी ढंग से प्राप्त करने के लिए, व्यक्ति को ब्रह्मांड की उच्च आवृत्तियों में ट्यून करना चाहिए। ध्यान, प्रार्थना और चिंतन सहित विभिन्न आध्यात्मिक गतिविधियाँ व्यक्ति को इस लक्ष्य तक पहुँचने में मदद करती हैं। चिंतन के लिए एक शांत स्थान बनाने से मन और हृदय को ब्रह्मांड की सूक्ष्म फुसफुसाहटों के लिए खोलने में मदद मिलती है, जिससे व्यक्ति इन संदेशों में निहित ज्ञान के खजाने का दोहन कर सकता है।
दैनिकजीवनमेंब्रह्मांडीयज्ञानकोएकीकृतकरना
दैनिक जीवन में ब्रह्मांडीय संदेशों से प्राप्त अंतर्दृष्टि को एकीकृत करने से गहन परिवर्तन हो सकते हैं। ये अंतर्दृष्टि अक्सर हमें सकारात्मक परिवर्तन करने, अपने कार्यों को अपने गहनतम मूल्यों के साथ फिर से जोड़ने और पूर्णता और खुशी की ओर ले जाने वाले मार्गों का अनुसरण करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। ब्रह्मांडीय ज्ञान को लागू करके, व्यक्ति अधिक आत्मविश्वास और अपनी यात्रा की स्पष्ट समझ के साथ जीवन को आगे बढ़ा सकते हैं।
जीवनकेउद्देश्यकेलिएब्रह्मांडीयसमर्थनकीतलाशकरना
जबकि ब्रह्मांडीय संदेश दिशा प्रदान करते हैं,
जीवन उद्देश्य के लिए लौकिक समर्थन व्यक्ति के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक पोषण प्रदान करता है। यह समर्थन विभिन्न तरीकों से प्रकट हो सकता है, जैसे कि समकालिकताएँ जो नए अवसरों के द्वार खोलती हैं या ऐसे मुठभेड़ जो हमारे जीवन में महत्वपूर्ण लोगों को लाते हैं। इस समर्थन को पहचानना और अपनाना व्यक्तियों को अपने सपनों को साकार करने की दिशा में साहसिक कदम उठाने के लिए सशक्त बना सकता है। ब्रह्मांडीय मार्गदर्शन के साथ चुनौतियों का सामना करना
किसी के जीवन के उद्देश्य को साकार करने का मार्ग अक्सर चुनौतियों से भरा होता है। हालाँकि, जीवन के उद्देश्य के लिए ब्रह्मांडीय समर्थन के साथ, व्यक्ति अपने संघर्षों में अकेले नहीं हैं। यह ब्रह्मांडीय समर्थन लचीलापन और दृढ़ता को प्रोत्साहित करता है, बाधाओं को दूर करने की शक्ति प्रदान करता है और दीर्घकालिक लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मन की शांति प्रदान करता है।
निष्कर्ष
जीवन में गहन अर्थ और दिशा की तलाश करने वालों के लिए, व्यक्तिगत विकास के लिए ब्रह्मांडीय संदेशों और जीवन के उद्देश्य के लिए ब्रह्मांडीय समर्थन का एकीकरण परिवर्तनकारी हो सकता है। ये ब्रह्मांडीय अंतर्दृष्टि और समर्थन न केवल व्यक्तिगत चुनौतियों के माध्यम से हमारा मार्गदर्शन करते हैं, बल्कि हमारे कार्यों को हमारे महान जीवन म���शन के साथ संरेखित करने में भी मदद करते हैं। ब्रह्मांडीय ज्ञान से जुड़ने और उसका उपयोग करने के तरीके के बारे में अधिक जानकारी और मार्गदर्शन के लिए, angels-light.org एक मूल्यवान संसाधन है। यह प्लेटफ़ॉर्म ऐसे उपकरण और अंतर्दृष्टि प्रदान करता है जो आपको अपने आस-पास की ब्रह्मांडीय ऊर्जाओं को अपनाने में सहायता कर सकते हैं, जिससे आपको उद्देश्य और व्यक्तिगत विकास से भरा जीवन जीने में मदद मिलती है। इस ब्रह्मांडीय मार्गदर्शन से जुड़कर, हम ब्रह्मांड के विशाल ज्ञान द्वारा समर्थित अपनी यात्रा की वास्तविक क्षमता को उजागर कर सकते हैं।
0 notes
Text
How much does maha mrityunjaya Puja cost in ujjain?
वैदिक विधि से किये गए महामृत्युंजय ज���प का विशेष महत्व है और अगर यह उज्जैन में विद्वान ब्राह्मणो द्वारा किया जा रहा हो तो अति उत्तम फलदायक होता है। महामृत्युंजय मंत्र की महत्ता, उच्चारण विधि, और इससे क्या क्या लाभ प्राप्त होते है ये बहुत से लोगो को नहीं पता है
महामृत्युंजय मंत्र का महत्व: महामृत्युंजय मंत्र सनातन धर्म में मृत्यु से भय को दूर करने वाला एक प्रभावशाली मंत्र है। इसका उच्चारण, जप, या ध्यान करने से व्यक्ति को भगवान शिव द्वारा आरोग्य, दीर्घायु, और जीवन के विभिन्न कठिनाइयों से बचाने की शक्ति मिलती है।
महामृत्युंजय मंत्र का उच्चारण विधि: महामृत्युंजय मंत्र का उच्चारण करने के लिए व्यक्ति को श्वास लेने की विधि का पालन करना चाहिए। इसे शुभ समय और शुद्ध मन से करने से इसके प्रभाव में वृद्धि होती है।
महामृत्युंजय मंत्र: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
उज्जैन – महामृत्युंजय जाप के लिए उत्तम स्थान: उज्जैन नगरी एक प्राचीन एवं पवित्र नगर है। यहां पर महाकालेश्वर मंदिर अपने भगवान शिव के रूप में प्रसिद्ध है और यहां पर महामृत्युंजय मंत्र के जाप का विशेष महत्व है। यहां लाखों श्रद्धालु वर्ष भर में यात्रा करते हैं और मंत्र के जाप से भगवान की कृपा प्राप्त करते हैं।
महामृत्युंजय जाप के लाभ: शारीरिक और मानसिक रूप से रोगों से रक्षा करता है। जीवन के विभिन्न कठिनाइयों को दूर करने में सहायक होता है। ध्यान और धारणा की शक्ति को बढ़ाता है। आत्म-विकास और आध्यात्मिक उन्नति में सहायक होता है।
महामृत्युंजय मंत्र शरीर, मन, और आत्मा के संतुलन को बनाए रखने में सहायक होता है और एक पवित्र जीवन की प्राप्ति के लिए साधकों के लिए एक अमूल्य संसाधन है। हम सभी को इस मंत्र का नियमित जाप करते रहना चाहिए।
How much does maha mrityunjaya Puja cost in ujjain?
Maha mrityunjaya puja cost is determined by the sort of yagna performed and the number of mantras sung.
The maha mrityunjaya puja cost in ujjain lasts three to four days and costs between Rs. 40,000 and Rs. 50,000 & it can be manage on call. Following the recitations, there is a Havan. Depending on the number of recitations, the havan might be small, medium, or large.
Our Other Puja Services
Book Rudrabhishek Puja in Ujjain Book Mangal Dosh Puja in Ujjain
0 notes
Text
आत्मज्ञान का मार्ग
संत गरीबदास जी मार्गदर्शन करते हैं: "70 जन्मों के दुख से बचने के लिए अवैध संबंधों और नशे से बचें।"
आध्यात्मिक विकास और आत्म-जागरूकता को अपनाएँ।
💁💁VISIT "SA True Story" YouTube channel.
सत्य घ��नाओं पर आधारित
#नशा_नाश_का_कारण_है
#alcohol #alcoholfree #alcoholic #drugfree #drugfreeindia #drugaddiction #intoxication #photochallenge #photographychallenge #trending #viral
#alcoholfreelife #mentalhealth #healthyliving #mentalwellness #hangoverfree #soberlife
#trendingnow #viralpost #rehab
#reelsvideo #reelitfeelit #addiction
#SaintRampalJi #SantRampalJiMaharaj
0 notes
Text
विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व: कैसे बनें एक अनुशासित छात्र?
अनुशासित छात्र लिखते हुए विद्यार्थी जीवन में अनुशासन के महत्व को जानें और सीखें कैसे बनें एक अनुशासित छात्र। यह लेख आपको सफलता के लिए आवश्यक कौशल ���र रणनीतियाँ प्रदान करेगा। विद्यार्थी जीवन एक महत्वपूर्ण समय होता है जो हमारे भविष्य की नींव रखता है। इस समय में अनुशासन का महत्व अत्यधिक होता है। यह लेख आपको बताएगा कि अनुशासन क्यों महत्वपूर्ण है और कैसे आप एक अनुशासित छात्र बन सकते हैं। आइए, इस…
#अध्ययन कौशल#अनुशासन#आत्म-विकास#छात्र जीवन टिप्स#लक्ष्य निर्धारण#विद्यार्थी जीवन#शैक्षणिक सफलता#समय प्रबंधन
0 notes
Text
लखनऊ, 01.05.2024 । माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में बाल विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी रेजि. डे स्कूल, चारबाग, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमे 261 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी ज़िम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना ।
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा बाल विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी रेजि. डे स्कूल के प्रधानाध्यापक डॉ आर.के. पांडेय ने दीप प्रज्वलित किया |
बाल विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी रेजि. डे स्कूल के प्रधानाध्यापक डॉ आर.के. पांडेय ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “वर्तमान समय में लड़कियां लड़कों से कंधा मिलाकर चल रही हैं | वे किसी भी क्षेत्र में लड़कों से पीछे नहीं है और मेरा यह मानना है कि यदि हमें विकसित भारत का निर्माण करना है तो हमें लड़कियों को हर क्षेत्र में वरीयता देनी होगी | लड़कियों को वरीयता देने के साथ-साथ हमें उनमें आत्मबल एवं आत्म सम्मान का भी विकास करना होगा | हर मनुष्य के जीवन में तीन प्रकार के बल होते हैं: पहला बल है विद्या का बल, जो कि एक अच्छा जीवन यापन करने के लिए अत्यंत जरूरी है | आप कहीं भी चले जाइए अगर आप शिक्षित हैं तो आपका हर जगह सम्मान होगा |दूसरा बल है धन का बल, यदि आप धनवान है तो आपको हर कोई सर आंखों पर बिठाएगा और तीसरा बल है आत्मबल अर्थात अपनी आत्मा का बल, यदि आप शारीरिक और आत्मिक रूप से बलवान है तो आप अपनी रक्षा स्वयं कर सकते हैं | हिंदी की एक कहावत है "मन के हारे हार है, मन के जीते जीत", आज हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में आप सभी को स्व-रक्षा करने की तकनीक सिखाई जाएगी और मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप सभी इसे सीखेंगे और अपने आत्मबल में वृद्धि करेंगे |"
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्ष�� के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्धहैं | महिलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भ��दभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है | आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है | आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं | फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा | आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका तंजीम अख्तर ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया |
कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र वितरित किये गये ।
कार्यशाला में बाल विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी रेजि. डे स्कूल के प्रधानाध्यापक डॉ आर.के. पांडेय, शिक्षिकाओं श्रीमती अनीता मिश्रा, श्रीमती रश्मि खानिजु, डॉ मुक्ति मुखर्जी, श्रीमती अरुणिमा उपाध्याय, श्रीमती नमिता सिंह, श्रीमती अजिंदर परवाल, श्रीमती नंदिता सिंह, कु. कल्पना तिवारी, शिक्षकों डॉ रजत मिश्रा, श्री गौरव सिंह, श्री शैलेश तिवारी, श्री सुधीर राय, श्री तारकेश्वर गौड़, श्री अजीत सिंह, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, तंजीम अख्तर तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही l
#selfdefenseforwomen #womenempowerment #selfdefensetraining #selfdefence #FemaleEmpowerment #EmpowerWomen #selfprotection #personaldefense #safetyfirst #safetytips #strongertogether #selfdefencewarrior
#BalVidyaMandirSeniorRegimentDaySchool #CharbaghLucknow #RKPandey
#GoCampaign #RedBrigadeTrust #AjayPatel #SushmitaBharti
#NarendraModi #PMOIndia
#YogiAdityanath #UPCM
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust
#KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
#followers #highlight
www.helputrust.org
@narendramodi @pmoindia
@MYogiAdityanath @cmouttarpradesh
@theGOCampaign @redbrigadetrust.org
@bvmLucknow
@HelpUEducationalAndCharitableTrust @HelpU.Trust
@KIRANHELPU
@HarshVardhanAgarwal.HVA @HVA.CLRS @HarshVardhanAgarwal.HelpUTrust
@HelpUTrustDrRupalAgarwal @RupalAgarwal.HELPU @drrupalagarwal
@followers @highlight @topfans
9 notes
·
View notes
Text
आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला : लखनऊ लॉ कॉलेज, अहिमामऊ, सुल्तानपुर रोड, लखनऊ
लखनऊ, 21.03.2024 l माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में लखनऊ लॉ कॉलेज, अहिमामऊ, सुल्तानपुर रोड, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें 38 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी जिम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना l
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल, शिक्षकों एवं रेड ब्रिगेड से तंजीम अख्तर, महिमा शुक्ला ने दीप प्रज्वलित किया |
लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल ने हेल्प यू एजुकेशनल एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “महिला सशक्तिकरण का अर्थ महिलाओं को समाज में उचित स्थान और सम्मान दिलाना हैं । जो न सिर्फ समाज के विकास और प्रगति में महिलाओं की भूमिका को मजबूत करता है अपितु समाज को समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ाता है । हमारे बीच आकर आपने महिलाओं और बच्चों को उन अनैतिक ताकतों, जो कानून, समाज और नैतिकता के खिलाफ हैं, से आत्मरक्षा करने का तरीका सिखाया । हमें उम्मीद है कि आज की इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला में आए हुए प्रशिक्षकों से आप निश्चित ही आत्मरक्षा के गुर सीख पाएंगे तथा अपने जीवन में किसी तरह की समस्या आने पर इस प्रशिक्षण का उपयोग करके अपने आपको बचा पाएंगे ।"
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं | महिलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है | आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है | आत��मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं | फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा | आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका तंजीम अख्तर, महिमा शुक्ला ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया |
कार्यशाला में लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल एवं शिक्षकों श्री अखंड प्रसाद सिंह, डॉ मोहन कुमार, श्री रितेश प्रकाश सिंह, श्री सौमित्र सिंह, श्री उपेन्द्र नाथ तिवारी, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, तंजीम अख्तर, महिमा शुक्ला तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही l
#Selfdefenseforwomen #Womenempowerment #Selfdefensetraining #Selfdefence #FemaleEmpowerment #EmpowerWomen #EmpoweringWomen #Selfprotection #Personaldefense #Safetyfirst #Safetytips
#strongertogether #ServeHumanity #selfdefencewarrior #FairFight
#lucknowlawcollege #DrChhoteLal
#GoCampaign #RedBrigadeTrust #AjayPatel #SushmitaBharti
#NarendraModi #PMOIndia
#YogiAdityanath #UPCM
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust
#KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
#followers #highlight
www.helputrust.org
0 notes
Text
आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला : लखनऊ लॉ कॉलेज, अहिमामऊ, सुल्तानपुर रोड, लखनऊ
लखनऊ, 21.03.2024 l माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में लखनऊ लॉ कॉलेज, अहिमामऊ, सुल्तानपुर रोड, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें 38 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी जिम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना l
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल, शिक्षकों एवं रेड ब्रिगेड से तंजीम अख्तर, महिमा शुक्ला ने दीप प्रज्वलित किया |
लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल ने हेल्प यू एजुकेशनल एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “महिला सशक्तिकरण का अर्थ महिलाओं को समाज में उचित स्थान और सम्मान दिलाना हैं । जो न सिर्फ समाज के विकास और प्रगति में महिलाओं की भूमिका को मजबूत करता है अपितु समाज को समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ाता है । हमारे बीच आकर आपने महिलाओं और बच्चों को उन अनैतिक ताकतों, जो कानून, समाज और नैतिकता के खिलाफ हैं, से आत्मरक्षा करने का तरीका सिखाया । हमें उम्मीद है कि आज की इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला में आए हुए प्रशिक्षकों से आप निश्चित ही आत्मरक्षा के गुर सीख पाएंगे तथा अपने जीवन में किसी तरह की समस्या आने पर इस प्रशिक्षण का उपयोग करके अपने आपको बचा पाएंगे ।"
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं | महिलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है | आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है | आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं | फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा | आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका तंजीम अख्तर, महिमा शुक्ला ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया |
कार्यशाला में लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल एवं शिक्षकों श्री अखंड प्रसाद सिंह, डॉ मोहन कुमार, श्री रितेश प्रकाश सिंह, श्री सौमित्र सिंह, श्री उपेन्द्र नाथ तिवारी, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, तंजीम अख्तर, महिमा शुक्ला तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही l
#Selfdefenseforwomen #Womenempowerment #Selfdefensetraining #Selfdefence #FemaleEmpowerment #EmpowerWomen #EmpoweringWomen #Selfprotection #Personaldefense #Safetyfirst #Safetytips
#strongertogether #ServeHumanity #selfdefencewarrior #FairFight
#lucknowlawcollege #DrChhoteLal
#GoCampaign #RedBrigadeTrust #AjayPatel #SushmitaBharti
#NarendraModi #PMOIndia
#YogiAdityanath #UPCM
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust
#KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
#followers #highlight
www.helputrust.org
0 notes
Text
आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला : नेशनल इंटर कॉलेज, राणा प्रताप मार्ग, लखनऊ
लखनऊ, 06.05.2024 । माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में नेशनल इंटर कॉलेज, राणा प्रताप मार्ग, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमे 26 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी ज़िम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना ।
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा नेशनल इंटर कॉलेज की शिक्षिकाओ डॉ. अंजलि, सुश्री शिखा गुप्ता, श्रीमती रीतू चंद्रा एवं रेड ब्रिगेड से तंजीम अख्तर ने दीप प्रज्वलित किया ।
नेशनल इंटर कॉलेज की शिक्षिका डॉ. अंजलि ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “महिला सशक्तिकरण के प्रति हमारा समर्थन अपने मूल्यों का प्रतिबिम्ब है । हमारे समाज में महिलाओं का सम्मान और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए और इसे हम सभी संयम और समर्थन से साकार कर सकते हैं । महिलाओं को सुरक्षित रखना हम सभी की जिम्मेदारी है । हमें महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक स्वायत्तता के लिए सशक्त करने का समर्थन करना होगा तथा उन्हें यह बताना होगा कि देश की उन्नति में उनका महत्वपूर्ण योगदान है | आज हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में आप सभी आत्मरक्षा के गुर सीखेंगे और मुझे यह संपूर्ण विश्वास है कि यह कार्यशाला आपके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाएगी |”
नेशनल इंटर कॉलेज की शिक्षिका सुश्री शिखा गुप्ता ने कहा कि, "महिलाओं के सुरक्षित रहने का सवाल एक महत्वपूर्ण विषय है, जो हमें समाज के सभी सदस्यों के सहयोग और सहभागिता की आवश्यकता को समझाता है । हम सभी को समझना होगा कि समाज में महिलाओं का सम्मान और सुरक्षा केवल एक व्यक्ति या संगठन की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि हम सभी की जिम्मेदारी है । हमें महिलाओं की सुरक्षा के लिए समाज में एक साथ काम करने की आवश्यकता है । महिलाओं की सुरक्षा के लिए हमें समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता को बढ़ाने की आवश्यकता है । हमें महिलाओं को उनकी आत्मा को जानने और समझने का मौका देना होगा तभी देश का विकास संभव है ।"
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं | महिलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है | आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है | आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं | फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा | आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका तंजीम अख्तर ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया |
कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र वितरित किये गये ।
कार्यशाला में नेशनल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य श्री रामचन्द्र, शिक्षकों डॉ. अंजलि, सुश्री शिखा गुप्ता, श्री नीरज त्रिपाठी, श्रीमती रीतू चंद्रा, श्री अवध कुमार सरोज, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, तंजीम अख्तर तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही l
#Selfdefenseforwomen #Womenempowerment #Selfdefensetraining #Selfdefence #FemaleEmpowerment #EmpowerWomen #Selfprotection #Personaldefense #Safetyfirst #Safetytips #Strongertogether #ServeHumanity #Selfdefencewarrior
#Nationalintercollege #RamChandra
#GoCampaign #RedBrigadeTrust #AjayPatel #SushmitaBharti
#NarendraModi #PMOIndia
#YogiAdityanath #UPCM
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust
#KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
#followers #highlight
www.helputrust.org
0 notes