#अलसी का सेवन
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सर्दियों में दिल की सेहत बनाए रखने के लिए अपनाएं ये 5 आयुर्वेदिक टिप्स
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दिल, शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो शरीर के हर हिस्से में खून पंप करके ऑक्सीजन और पोषण पहुंचाता है। खराब लाइफस्टाइल, अस्वास्थ्यकर खानपान और शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण आजकल दिल की बीमारियां, जैसे हार्ट अटैक और स्ट्रोक, तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में दिल का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। हेल्दी लाइफस्टाइल के साथ आयुर्वेदिक फूड्स का सेवन हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करता है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डॉ. दीक्षा भावसार सावलिया ने दिल को स्वस्थ रखने के लिए कुछ विशेष फूड्स के फायदे बताए हैं।
1. लहसुन
लहसुन को आयुर्वेद में दिल के लिए बेहतरीन टॉनिक माना गया है। इसमें एंटी-एजिंग और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और ब्लड वेसल्स में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ने से रोकता है।
2. अनार
अनार दिल के लिए एक सुपरफूड है। यह ट्राइग्लिसराइड्स और एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) के स्तर को कम करता है, जबकि एचडीएल (अ���्छे कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ाता है। यह हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और रक्त प्रवाह को सुधारता है।
3. ग्रीन टी
ग्रीन टी में कैटेचिन और एंटीऑक्सीडेंट कंपाउंड्स होते हैं, जो एलडीएल और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके दिल की बीमारियों के खतरे को कम करते हैं। यह दिल की सेहत को बनाए रखने में मददगार है।
4. दालचीनी
दालचीनी आयुर्वेद में दिल के लिए फायदेमंद मानी जाती है। यह ब्लड शुगर, ट्राइग्लिसराइड्स, एलडीएल और कुल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करती है। इसे भोजन में शामिल करने से दिल की सेहत में सुधार होता है।
5. अर्जुन छाल की चाय
अर्जुन की छाल को आयुर्वेद में सबसे अच्छा कार्डियो टॉनिक माना जाता है। यह ब्लड को डिटॉक्सीफाई करता है, कफ और पित्त दोष को संतुलित करता है, और दिल के लिए फायदेमंद होता है। इसकी चाय हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करती है।
6. बादाम
बादाम फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीशियम और विटामिन ई से भरपूर होता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है, जिससे हृदय स्वस्थ रहता है।
7. अखरोट
अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होता है, जो दिल और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद है। यह हेल्दी ब्लड प्रेशर बनाए रखने और दिल की बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
8. अलसी के बीज
अलसी के बीज फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड का बेहतरीन स्रोत हैं। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
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sex time kaise badhaye
सेक्स टाइम बढ़ाने के लिए अपनाएं ये कारगर उपाय
सेक्स टाइम कम होना एक आम समस्या है, लेकिन इसे हल करने के कई तरीके हैं। यह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य से भी जुड़ा हुआ है। यहां कुछ प्रभावी उपाय दिए गए हैं:
1. पेल्विक फ्लोर एक्स��साइज (Kegel Exercise)
क्या है: पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों क�� मजबूत करने का व्यायाम।
कैसे करें:
पेशाब रोकने की कोशिश करें और उन मांसपेशियों को महसूस करें।
इन्हें 5-10 सेकंड तक कसें और छोड़ें।
इसे दिन में 10-15 बार करें।
फायदा: स्खलन को नियंत्रित करने में मदद करता है।
2. स्खलन रोकने की तकनीक (Techniques)
स्टॉप-स्टार्ट तकनीक:
स्खलन के करीब पहुंचने पर रुकें, गहरी सांस लें, और फिर दोबारा शुरू करें।
स्क्वीज़ तकनीक:
स्खलन के करीब आने पर लिंग के सिर को हल्के से दबाएं।
धीमी गति:
सेक्स के दौरान गति धीमी रखें और गहराई पर ध्यान दें।
3. आहार में सुधार करें
जिंक और मैग्नीशियम:
यौन शक्ति बढ़ाने के लिए फायदेमंद।
स्रोत: पालक, नट्स, बीज, और समुद्री भोजन।
ओमेगा-3 फैटी एसिड:
स्रोत: मछली, अखरोट, अलसी के बीज।
ड्राई फ्रूट्स और केसर:
दूध में बादाम, अखरोट और केसर मिलाकर नियमित सेवन करें।
4. आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपाय
अश्वगंधा: तनाव को कम करके यौन शक्ति बढ़ाती है।
शिलाजीत: यौन स्टैमिना बढ़ाने में सहायक।
सफेद मूसली: यह यौन क्षमता को प्राकृतिक रूप से बढ़ाता है।
तैल मालिश: रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने के लिए आयुर्वेदिक तेल से मालिश करें।
5. मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें
तनाव कम करें: ध्यान और योग करें।
खुद को आराम दें: किसी भी प्रकार की नकारात्मक सोच से बचें।
पार्टनर के साथ संवाद करें: बेहतर समझ और भावनात्मक जुड़ाव प्रदर्शन को बेहतर बनाता है।
6. डॉक्टर की सलाह लें
यदि घरेलू उपाय और तकनीक से सुधार न हो तो यौन रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।
डॉक्टर आपको सही दवा और थेरेपी सुझा सकते हैं।
7. जीवनशैली में बदलाव करें
नियमित व्यायाम करें: यह शरीर को फिट और ऊर्जावान बनाए रखता है।
पूरी नींद लें: थकावट कम होगी और प्रदर्शन बेहतर होगा।
धूम्रपान और शराब से बचें: ये यौन शक्ति को कमजोर कर सकते हैं।
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निष्कर्ष
सेक्स टाइम बढ़ाने के लिए शारीरिक, मानसिक और आहार संबंधी उपायों का संतुलन बेहद जरूरी है। इन सुझावों को अपनाकर आप न केवल अपने यौन जीवन को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ा सकते हैं। अगर समस्या बनी रहती है, तो विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
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*🚩🔱ॐगं गणपतये नमः 🔱🚩*
*🌹सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल (चतुर्थी तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
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#bageshwardhamsarkardivyadarbar
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#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक:-03-जनवरी-2025
वार:--------शुक्रवार
तिथी:--04चतुर्थी:-23:39
पक्ष:------शुक्लपक्ष
माह:-----पौषमास
नक्षत्र:---घनिष्ठा:-22:21
योग :-----वज्र:-12:37
करण:---वणिज:-12:25
चन्द्रमा:-���कर 10:47/कुम्भ
सूर्योदय:-----07:30
सूर्यास्त:-----17:54
दिशा शूल------पश्चिम
निवारण उपाय:----दही का सेवन
ऋतु :-------शिशिर ऋतु
गुलीक काल:---08:31से 09:51
राहू काल:-11:11से12:32
अभीजित--12:10से12:53
विक्रम सम्वंत .........2081
शक सम्वंत ............1946
युगाब्द ..................5126
सम्वंत सर नाम:---कालयुक्त
🌞चोघङिया दिन🌞
चंचल:-07:30से08:48तक
लाभ:-08:48से10:06तक
अमृत:-10:06से11:24तक
शुभ:-12:42से14:00तक
चंचल:-16:36से17:54तक
🌓चोघङिया रात🌗
लाभ:-21:16से22:58तक
शुभ:-00:50से02:32तक
अमृत:-02:32से04:14तक
चंचल:-04:14से05:56तक
आज के विशेष योग
वर्ष का 271वा दिन, भद्रा प्रारंभ 12:25 से 23:39 तक भूलोक अशुभ दिशा पश्चिम पंचक प्रारंभ 10:47, विनायक चतुर्थी, रवियोग समाप्त 22:21,
🌹 👉 टिप्स 👈🌹
पौष महिने मे ताम्बे की वस्तु दान करे।
*सुविचार*
दोपहर में दीया जलाने से अंधकार नहीं हमारा वजूद खत्म होता है।..👍🏻 सदैव खुश मस्त स्वास्थ्य रहे।
राधे राधे वोलने में व्यस्त रहे।
*💊💉आरोग्य उपाय🌱🌿*
*पेट साफ करने का घरेलू उपाय -*
1. भोजनोपरांत 125 ग्राम मट्ठे में 2 ग्राम अजवायन और आधा ग्राम काला नमक मिलाकर खाने से गैस बनना खत्म हो जाता है।
2. उसी तरह एक लहसुन की फांक छीलकर बीज निकाली हुई मुनक्का को नग में ��पेटकर, भोजन के बाद चबाकर निगल जाएं। इससे पेट की रुकी हुई वायु तत्काल निकल जाएगी।
3. इसके अलावा अलसी के पत्तों की सब्जी बनाकर खाने से गैस की शिकायत दूर हो जाती है।
4. अदरक के छोटे टुकड़े कर उस पर नमक छिड़ककर दिन में दो-तीन बार उसका सेवन करें। गैस की परेशानी से छुटकारा मिलेगा, शरीर हलका होगा और भूख खुलकर लगेगी।
5. अजवायन दो ग्राम, नमक आधा ग्राम चबाकर खाएं। पेट दर्द और गैस से आराम मिलेगा। इसके अलावा पानी के साथ हिंगाष्टक चूर्ण खाने से सभी प्रकार वायु विकार दूर होते हैं।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
पुराना रोग उभर सकता है। अपेक्षा दु:ख का कारण होती है। मालूम पड़ेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यवसाय ठीक चलेगा। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। बनते काम बिगड़ सकते हैं। दु:खद समाचार मिल सकता है। उत्साह में कमी रहेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्वाभिमान को चोट पहुंच सकती है।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। दूसरों के काम में दखल न दें। बात बिगड़ सकती है। प्रमाद न करें। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। कार्यप्रणाली की प्रशंसा होगी। निवेश लाभदायक रहेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। वरिष्ठजनों का सहयोग प्राप्त होगा।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। निवेश शुभ रहेगा। परिवार में तनाव रह सकता है। निवेश सोच-समझकर करें। धनार्जन सहज ही होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
अप्रत्याशित लाभ हो सकता है, जोखिम न लें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। विवाद से बचें। प्रसन्नता रहेगी। घर-परिवार की चिंता रहेगी। जल्दबाजी न करें।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। पुराना रोग उभर सकता है। कुसंगति से हानि होगी। वस्तुएं संभालकर रखें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति पर अतिविश्वास न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। उतार-चढ़ाव रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। चिंता बनी रहेगी।
👩🏻🦰 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
��काया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नौकरी में अधिकारी वर्ग प्रसन्न रहेगा। निवेश लाभदायक रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। आलस्य हावी रहेगा। आय में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। रुके काम पूर्ण होंगे। प्रसन्नता बनी रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। हृदय रोगी विशेष ध्यान रखें। घर-बाहर से सहयोग मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। नौकरी में तनाव रह सकता है। विवाद न करें।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। अधिकारी साहस कर पाएंगे आय के नए प्राप्त हो सकते हैं। अधिकारी वर्ग अप्रसन्न रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। शुभ समय।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
चोट व दुर्घटना से बचें। बड़ा नुकसान हो सकता है। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। तनाव रहेगा। पुराना रोग उभर सकता है। लेन-देन में सावधानी रखें। दुष्टजन हानि पहूंचा सकते हैं। घर में मतभेद बढ़ सकते हैं। दुष्टजन हानि पहूंचा सकते हैं। जोखिम न लें। विवाद से बचें।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। दूसरों के व्यवहार में सावधानी रखें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। पार्टनरों से मतभेद हो सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ में कमी हो सकती है। धैर्य रखें। काम में मन नहीं लगेगा।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
कुसंगति से हानि होगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। आय में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। सुख के साधन जुटेंगे। चोट व रोग से बचें। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मित्र व संबंधी सहयोग करेंगे। रुके कार्यों में गति आएगी। शुभ समय।
🐡 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
भूमि व भवन के खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। कार्य में बेहतरी तथा परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। कुछ चिंता तथा तनाव रह सकते हैं। व्यवसाय ठीक चलेगा।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
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अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए इन आहार सामग्रियों को शामिल करें!
स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शरीर के अंगों, कोशिकाओं और ऊतकों द्वारा निर्मित यह एक प्रणाली है, जो शरीर को विषाणुओं से लड़ने में मदद करती है। यह विषाणुओं को शरीर में प्रवेश करने से रोकती है और यदि कोई जीवाणु प्रवेश कर जाए, तो यह उन्हें नष्ट करके शरीर के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद करती है। विपरीत में, इस क्षमता में कमी से शरीर आसानी से बीमारियों के शिकार हो सकता है और इसलिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखना अत्यंत आवश्यक है। इस लिए, एक स्वस्थ जीवनशैली के माध्यम से यह संभव हो सकता है। अपने आहार में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले आहार पदार्थों को शामिल करके मदद मिल सकती है, जिसके बारे में इस लेख में विस्तार से चर्चा की गई है। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले आहार के साथ इस लेख में जानें अन्य टिप्स और जानकारी:
आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए संतुलित आहार का आहार लेना आवश्यक है। आप निम्न फलों को अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं:
सेब ,नींबू, अनार ,आलूबुखारा।
इम्यून सिस्टम को बढ़ाने वाले पेय पदार्थों में निम्नलिखित शामिल हैं:
ग्रीन टी , छाछ, लस्सी ,फलों का रस, नारियल पानी ,हल्दी वाला दूध पर्याप्त मात्रा में पानी, आवश्यकतानुसार गर्म पानी में शहद ।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए आप निम्नलिखित जड़ी-बूट���यों, मसालों और बीजों का उपयोग कर सकते हैं:
लौंग ,अलसी, लहसुन ,अदरक ,इलायची, दालचीनी, मेथी दाना ,काली मिर्च ।
आप इन सभी को काढ़ा या सूप तैयार करने में उपयोग कर सकते हैं। ध्यान दें कि यदि आपको पहले से सर्दी, जुकाम या बुखार है, तो आपको कुछ वस्तुओं से परहेज करना चाहिए। किसी भी वस्तु का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।
Fytika आपके लिए गिलोय, अश्वगंधा, नीम, तुलसी, मुलेठी, दालचीनी, काली मिर्च जैसी प्रभावी प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाली सामग्रीयों का एक अद्वितीय मिश्रण प्रस्तुत करता है, जो आसानी से सेवन किया जा सकने वाले टैबलेट के रूप में होता है।Fytika Immunity Booster टैबलेट एक आहार पूरक है जिसमें प्राकृतिक सामग्री का एक मिश्रण है जो अपनी प्रतिरोधक गुणों के लिए जाने जाते हैं। इसका उद्देश्य शरीर की प्रतिरोधक प्रणाली को समर्थन करना और मजबूत बनाना है, जिससे संक्रमण से बचाव हो सके, संपूर्ण स्वास्थ्य को सुधारा जा सके और एक मजबूत इम्यून प्रतिक्रिया को प्रोत्साहित किया जा सके।
FYTIKA IMMUNITY BOOSTER के मुख्यतः तत्व
गिलोय: "अमृत की जड़" के रूप में जाने जाने वाला गिलोय एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है, संक्रमण से लड़ती है और शरीर को विषाक्त करने में मदद करती है।
तुलसी (होली बेसिल): आयुर्वेद में पूज्य, तुलसी एक एडाप्टोजेन जड़ी बूटी है जो प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत करती है, तनाव को कम करती है और संपूर्ण कल्याण को बढ़ाती है।
अश्वगंधा: एक प्रसिद्ध एडाप्टोजेन जड़ी बूटी, अश्वगंधा प्रतिरोधक क्षमता का समर्थन करती है, तनाव को नियंत्रित करती है और विभिन्न तनावकारकों के प्रति शरीर की सहनशीलता को बढ़ाती है। • नीम: अपने प्रबल एंटीमाइक्रोबियल और एंटीवायरल गुणों के साथ, नीम रक्त को शुद्ध करने, लिवर स्वास्थ्य का समर्थन करने और प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है।
लौंग: प्राचीनकाल में मसाले के रूप में इस्तेमाल होने वाला लौंग, प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, संक्रमण से लड़ता है और संपूर्ण प्रतिरोधक समर्थन के लिए एंटी-इन्फ्लामेटरी लाभ प्रदान करता है। • दालचीनी: अपने स्वादिष्ट स्वाद के अलावा, दालचीनी में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है और प्रतिरोधक क्षमता का समर्थन करती है।
FYTIKA IMMUNITY BOOSTER के लाभ
प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत बनाता है: Fytika Immunity Booster शरीर की प्राकृतिक सं��क्षण प्रणाली को मजबूत करके संक्रमण और रोगों के खिलाफ लड़ने की क्षमता में मदद करता है।
संपूर्ण स्वास्थ्य का समर्थन करता है: Fytika Immunity Booster में प्राकृतिक तत्वों का शक्तिशाली मिश्रण होने से महत्वपूर्ण पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट्स प्राप्त होते हैं, जो संपूर्ण स्वास्थ्य और कल्याण के लिए योगदान करते हैं।
प्रतिरोधक प्रतिक्रिया को बढ़ाता है: Fytika Immunity Booster प्रतिरोधक प्रतिक्रिया को अनुकूलित करने में मदद करता है, जिससे यह सक्षम होता है कि यह हानिकारक कीटाणुओं को पहचानें और उनसे संघर्ष करें।
बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है: प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत करके, Fytika Immunity Booster आम बीमारियों, जैसे की जुकाम, फ्लू और संक्रमण, से सुरक्षा प्रदान करता है।
ऊर्जा स्तर को बढ़ाता है: संपूर्ण स्वास्थ्य और कल्याण का समर्थन करके, Fytika Immunity Booster ऊर्जा स्तर में सुधार करता है, जिससे आप सक्रिय और उत्पादक रह सकते हैं।
संक्षेप में, Fytika Immunity Booster एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार है जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। इसके नेचुरल संघटकों का मिश्रण शरीर की प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत बनाने, संक्रमणों से लड़ने और सामान्य स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह उत्पाद आपको आम बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है, ऊर्जा स्तर को बढ़ाता है और संपूर्ण कल्याण को प्रोत्साहित करता है। इसे नियमित रूप से सेवन करके आप अपनी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर सकते हैं और स्वस्थ जीवनशैली का आनंद ले सकते हैं।
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अपने हृदय प्रणाली की देखभाल कैसे करें
लंबे और स्वस्थ जीवन के लिए अपने दिल की देखभाल करना ज़रूरी है। अपने हृदय प्रणाली को दुरुस्त रखने के लिए आप कुछ ज़रूरी कदम उठा सकते हैं:
दिल को स्वस्थ रखने वाला आहार लें: अपने खाने में भरपूर मात्रा में फल, सब्ज़ियाँ, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट शामिल करें। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे मछली और अलसी, दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
नियमित रूप से व्यायाम करें: हर हफ़्ते कम से कम 150 मिनट मध्यम एरोबिक गतिविधि या 75 मिनट जोरदार गतिविधि करने का लक्ष्य रखें। नियमित व्यायाम ��िल को मज़बूत बनाता है और रक्त संचार को बेहतर बनाता है।
स्वस्थ वज़न बनाए रखें: स्वस्थ वज़न बनाए रखने से दिल की बीमारी का जोखिम कम होता है। अपने बीएमआई और कमर की परिधि पर नज़र रखें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आप स्वस्थ सीमा में हैं।
धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुँचाता है और दिल की बीमारी का जोखिम बढ़ाता है। अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो धूम्रपान छोड़ने से आपके दिल की सेहत में काफ़ी सुधार हो सकता है।
शराब का सेवन सीमित करें: हालांकि मध्यम मात्रा में शराब का सेवन दिल के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन अत्यधिक शराब पीने से उच्च रक्तचाप और अन्य हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। अनुशंसित सीमाओं का पालन करें।
तनाव को नियंत्रित करें: पुराना तनाव हृदय रोग में योगदान दे सकता है। तनाव के स्तर को नियंत्रित करने में मदद के लिए गहरी साँस लेना, ध्यान या योग जैसी विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें।
नियमित जाँच करवाएँ: नियमित स्वास्थ्य जाँच से संभावित हृदय संबंधी समस्याओं का जल्द पता लगाने में मदद मिलती है। अपने कोलेस्ट्रॉल, रक्तचाप और समग्र हृदय स्वास्थ्य की नियमित रूप से निगरानी करना महत्वपूर्ण है।
स्वस्थ हृदय को बनाए रखने के बारे में अधिक मार्गदर्शन के लिए, Dr. Md. Farhan Shikoh, MBBS, MD (Medicine), DM (Cardiology) से सुकून हार्ट केयर, सैनिक मार्केट, मेन रोड, रांची, झारखंड: 834001 पर परामर्श लें। आप उनके क्लिनिक पर 6200784486 पर पहुँच सकते हैं या अधिक जानकारी के लिए drfarhancardiologist.com पर जा सकते हैं।
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बवासीर का दर्द कैसे कम करें: जानिए आसान घरेलू उपाय
बवासीर का दर्द एक बेहद असहनीय स्थिति हो सकती है। यह समस्या तब और भी गंभीर हो जाती है जब दर्द आपके रोजमर्रा के जीवन में हस्तक्षेप करता है। इस ब्लॉग में, हम बवासीर के दर्द को कम करने के कुछ प्रभावी और सरल घरेलू उपायों के बारे में चर्चा करेंगे।
बवासीर क्या है? बवासीर, जिसे पाइल्स भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें गुदा के पास की नसों में सूजन हो जाती है। बवासीर का दर्द कैसे कम करें: इससे दर्द, खुजली, और कभी-कभी रक्तस्राव जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
बवासीर के दर्द को कम करने के उपाय
गर्म पानी का स्नान: गुदा के आसपास की सूजन और दर्द को कम करने के लिए गर्म पानी का स्नान करें। इसे सिट्ज़ बाथ के रूप में भी जाना जाता है।
फाइबर युक्त आहार का सेवन: अपने आहार में फाइबर को शामिल करें। यह मल को नरम करता है और कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है, जिससे बवासीर का दर्द कम होता है।
तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं: अधिक पानी पिएं और तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं। यह शरीर में नमी बनाए रखता है और कब्ज की संभावना को कम करता है।
अलसी का तेल: अलसी का तेल बवासीर के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। रोज़ाना अलसी का तेल लेने से मल नरम होता है और दर्द में कमी आती है।
आइस पैक का उपयोग: गुदा के आसपास बर्फ से सिकाई करने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है।
बवासीर के दर्द से बचाव के उपाय
व्यायाम करें: नियमित रूप से व्यायाम करने से शरीर में रक्त संचार सही रहता है और बवासीर की संभावना कम होती है।
कब्ज से बचें: कब्ज से बचने के लिए पर्याप्त फाइबर युक्त आहार लें और दिनभर में पर्याप्त पानी पिएं।
लंबे समय तक बैठे न रहें: लंबे समय तक बैठने से बचें, क्योंकि यह बवासीर की समस्या को बढ़ा सकता है।
बवासीर का दर्द असहनीय हो सकता है, लेकिन सही देखभाल और घरेलू उपायों का पालन करके आप इसे कम कर सकते हैं। यदि दर्द बहुत अधिक हो और घरेलू उपायों से राहत नहीं मिल रही है,बवासीर का दर्द कैसे कम करें,आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
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कंप्यूटर पर काम करने से पड़ता है आंख पर प्रेशर, आजमाएं ये टिप्स
आजकल हर कोई काम के स्ट्रेस से जूझता रहता है। काम का प्रेशर इतना है कि लोगों को घंटों बैठ कर लैपटॉप पर काम करना पड़ता है। जिससे आंख पर प्रेशर (Pressure on eye) बड़ने लगता है और दूसरी कई परेशानियां होने लगती हैं। इस परेशानी का हल क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है। आइए जानते हैं इस लेख में।
सवाल
ऑफिस में पूरा समय लैपटॉप पर मुझे काम करना पड़ता है, जिससे मेंरे आंख पर प्रेशर पड़ता है। क्या आप मुझे बता सकते हैं कि मुझे मेरी आंखों का ख्याल कैसे रखना चाहिए?
जवाब
आजकल लगभग हर जॉब में लैपटॉप की जरूरत होती है, लेकिन इसके फायदों क�� साथ-साथ इसके नुकसान भी हैं। ऑफिस में हम लगातार 9 घंटे काम करते हैं और ज्यादा वर्कलोड होने पर इससे ज्यादा भी काम करते हैं। देर तक लैपटॉप पर काम करने की वजह से आंख पर प्रेशर पड़ता है, जिससे आंखों में परेशानियां होने लगती हैं, जैसे आंखों में जलन, आंख लाल होना, आंखों में ड्राईनेस। कुछ आसान तरीकों से हम अपनी आंखों की देखभाल कर सकते हैं लेकिन अगर आंखों की तकलीफ बढ़ जाए, तो आंखों के डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
जानिए आंख पर प्रेशर कम करने के तरीके (Learn ways to reduce pressure on the eye)
आंख पर प्रेशर कम करना है, तो कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करते समय लाइट एडजेस्टमेंट करना जरूरी है।
ज्यादा तेज रोशनी से भी आंख पर प्रेशर पड़ता है। कभी-कभी सूरज की रोशनी लैपटॉप की स्क्रीन पर पड़ने से भी आंख पर प्रेशर पड़ सकता है इसलिए खिड़की पर पर्दे लगाकर काम करें।
लगातार लैपटॉप पर काम करना भी अवॉयड करना चाहिए, बीच-बीच में लैपटॉप की स्क्रीन से नजर हटाकर कुछ और काम करें। इससे आंख पर प्रेशर कम होगा (Pressure on eye)।
मॉनिटर पर काम करते हुए हम पलके नहीं झपकाते इसलिए आंखों में ड्राइनेस होती है इसलिए काम करने के दौरान पलकों को झपकाना जरूरी है।
स्क्रीन पर फॉन्ट साइज बड़ा करें, जिससे देखने में परेशानी न हो।
कंप्यूटर के सामने काम करने के लिए आंखों का चेकअप कराकर चश्मा बनवा लें। ड्राई आई (dry eye) के लिए आर्टिफिशियल टियर का इस्तेमाल करें जो आपके आंख पर प्रेशर के लक्षणों को ध्यान में रखकर डॉक्टर द्वारा दिया जाएगा।
आंखों की रोशनी बढ़ाने वाले फूड्स
आंख पर प्रेशर कम करने के लिए खाएं संतुलित भोजन (Eat a balanced diet to reduce pressure on the eye)
शरीर के साथ ही आंखों के लिए भी संतुलित भोजन का सेवन बहुत जरूरी है। गाजर (carrot) को आंखों के लिए अच्छा माना जाता है। गाजर में विटामिन ए की भरपूर मात्रा होती है। हालांकि, आंख पर प्रेशर कम करने के लिए केवल विटामिन ए ही नहीं, बल्कि अन्य पोषक तत्व भी आंखों के लिए बेहद जरूरी है। इसलिए अपने आहार में विटामिन सी, विटामिन ई, कॉपर और जिंक युक्त चीजों के साथ-साथ अंडे, कद्दू, हरी सब्जियां, चुकंदर, पालक, स्ट्रॉबेरीज, मछली और अलसी के बीज भी शामिल करें। अलसी के बीज और मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड की अच्छी मात्रा पाई जाती है।
धूम्रपान से बनाएं दूरी (Create distance from smoking)
धूम्रपान (smoking) न करना केवल शरीर के लिए ही नहीं, बल्कि आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर होता है। अधिक धूम्रपान करने से आंखों की रोशनी कम होती है। धूम्रपान करने से मोतियाबिंद (cataracts) के विकास की संभावना बढ़ जाती है और इससे ऐज-रिलेटेड मैकुलर डिजनरेशन (AMD) का जोखिम भी बढ़ सकता है। यही नहीं, धूम्रपान करने से वो एंटी-ऑक्सिडेंट भी कम हो जाते हैं, जो आंखों के लिए फायदेमंद हैं। इसलिए आंख पर प्रेशर के प्रभाव को कम करना है स���मोकिंग छोड़नी होगी।
सनग्लासेस का करें इस्तेमाल (Use sunglasses)
धूप के चश्में केवल फैशन के लिए नहीं पहने जाते, बल्कि इनसे सूर्य की अल्ट्रावॉयलेट (UV) रोशनी से भी आंखों का बचाव होता है। सूर्य की UV किरणें हमारी आंखों को हानि पहुंचा सकती हैं। इन किरणों से आंखों की अन्य समस्याओं के साथ-साथ आई कैंसर होने की भी खतरा बना रहता है।
आंखों की करें सुरक्षा (Protect your eyes)
आंखें हमारे शरीर के सबसे नाजुक हिस्सों में से एक होती हैं। इसलिए आंखों की सुरक्षा का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। चाहे आप घर के काम कर रहे हों, खेल खेल रहे हों या ऑफिस में लैपटॉप पर ही काम कर रहे हों, हर समय अपनी आंखों को बचाएं रखें। खेल खेलते समय भी आंखों पर चश्मा, सेफ्टी ग्लासेज, गॉगल्स, फेस मास्क, वाइसर्स, हेल्मेट्स आदि पहन कर रखें।
आंखों को भी दें आराम (Give the eyes a rest)
आंख पर प्रेशर कम करने और उनकी रोशनी सुरक्षित रखने के लिए अपनी आंखों को उचित आराम दें। हर एक घंटे बाद थोड़ी देर के लिए अपने कंप्यूटर से दूर हट जाएं। काम के दौरान थोड़ी-थोड़ी देर पर आंखों को ठंडे पानी से धोएं। इसके अलावा आप अपनी सीट पर बैठे हुए भी कुछ मिनट के लिए आंखों को बंद करके रखें। साथ ही, आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए आपको अपनी नींद का भी ध्यान रखना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए डॉ. सुरेश गर्ग (Eye & Laser Hospital in Delhi) से परामर्श लें।
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कोलेस्ट्रॉल की आयुर्वेदिक दवा
कोलेस्ट्रॉल की आयुर्वेदिक दवा: "आयुर्वेद में कई प्राकृतिक उपचार और दवाएं हैं जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं। यहां कुछ प्रमुख आयुर्वेदिक दवाओं का उल्लेख किया गया है:
अर्जुन छाल: अर्जुन की छाल का पाउडर कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है। इसे पानी के साथ लेना चाहिए।
गुग्गुल: गुग्गुल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए उपयोगी हो सकता है। इसे ताड़े पानी के साथ लेना चाहिए।
अलसी बीज: अलसी के बीज का सेवन कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है। इसे पीसकर पानी में मिलाकर रात भर भिगोएं और सुबह खाली पेट लें।
त्रिफला: त्रिफला कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है और शरीर को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है।"
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Benefits of flaxseed: इस तरह करें अलसी के बीजों का सेवन, दूर भाग जाएंगी ये बीमारियां, मिलेंगे खास फायदे
Benefits of flaxseed: इस तरह करें अलसी के बीजों का सेवन, दूर भाग जाएंगी ये बीमारियां, मिलेंगे खास फायदे
benefits of flaxseed: अलसी एक ऐसी चीज है, जो हर घर के किचन में आसानी से मिल जाती है. यह न सिर्फ खाने के स्वाद को बढ़ाती है, बल्कि आपको कई गंभीर बीमारियों से दूर रखने में भी मददगार है. अगर आप मोटापे से परेश���न हैं या फिर त्वचा संबंधित बीमारी के शिकार हैं तो अलसी का सेवन कीजिए. यह ब्लड कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में भी मदद करती है. इस खबर में हम आपके लिए अलसी के फायदे और इसके सेवन का सही तरीका बता रहे…
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#benefits of eating flaxseed seeds#Benefits of flaxseed#benefits of flaxseed for health#consumption of flaxseed#how to consume flaxseed#अलसी का सेवन#अलसी के फायदे#अलसी बीज खाने के लाभ#कैसे करें अलसी का सेवन#सेहत के लिए फायदेमंद अलसी
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बालों को स्वस्थ और मजबूत बनाता है अलसी , जानें कैसे अभी इसी वक़्त
बालों को स्वस्थ और मजबूत बनाता है अलसी , जानें कैसे अभी इसी वक़्त #health
अलसी का सेवन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है यह कई प्रकार के विटामिंस और खनिज पदार्थों से भरपूर होती है जो हमारे शरीर को स्वस्थ और निरोगी बनाए रखने में मदद करती है अगर आप रोजाना अलसी का सेवन करते हैं तो इससे आपको बहुत सारे फायदे होते हैं अलसी में पाए जाने वाले पोषक तत्त्व हमारी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं अलसी में पाए जाने वाला विटामिन बी और विटामिन ए हमारी त्वचा को…
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sex time badhane ki dava
सेक्स टाइम बढ़ाने की समस्या का समाधान
आज के समय में कई लोग यौन समस्याओं से जूझ रहे हैं, जिनमें से एक प्रमुख समस्या है सेक्स का समय कम होना। यह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक तनाव का कारण भी बन सकता है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। इस ब्लॉग में, हम सेक्स टाइम बढ़ाने के लिए उपलब्ध दवाओं, प्राकृतिक उपचारों और जीवनशैली में बदलाव के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
1. सेक्स टाइम बढ़ाने की दवाएं (Medicines for Increasing Sex Timing)
(a) एलोपैथिक दवाएं
ड्यूरा-टैबलेट्स (Dura Tablets): शीघ्रपतन को नियंत्रित करने में मदद करती है।
सेनेग्रा (Sildenafil): यौन स���नशक्ति और परफॉर्मेंस को बेहतर बनाती है।
डिप्रोक्सेटाइन (Dapoxetine): यह विशेष रूप से शीघ्रपतन के इलाज के लिए उपयोग की जाती है।
नोट: इन दवाओं का उपयोग डॉक्टर की सलाह से ही करें।
(b) आयुर्वेदिक दवाएं
अश्वगंधा: तनाव को कम करती है और यौन शक्ति बढ़ाती है।
शिलाजीत: यह यौन सहनशक्ति बढ़ाने में सहायक है।
सफेद मूसली: यह यौन ऊर्जा को प्राकृतिक रूप से बढ़ाने के लिए प्रभावी है।
(c) होम्योपैथिक दवाएं
कैलेकैरिया कार्ब (Calcarea Carb): यौन कमजोरी के इलाज के लिए उपयोगी।
लाइकोपोडियम (Lycopodium): आत्मविश्वास और यौन प्रदर्शन को बढ़ाती है।
2. प्राकृतिक और घरेलू उपचार (Natural and Home Remedies)
(a) पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (Kegel Exercise)
यह आपकी मांसपेशियों को मजबूत करता है और स्खलन को नियंत्रित करने में मदद करता है।
(b) जड़ी-बूटियों का उपयोग
अश्वगंधा: इसे दूध के साथ रात में लें।
गोक्सुरा (Gokshura): यह टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने में सहायक है।
(c) आहार में सुधार
ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, अखरोट और किशमिश का सेवन करें।
ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त भोजन (मछली, अलसी के बीज)।
3. तकनीकी उपाय और थेरेपी (Techniques and Therapies)
स्टॉप-स्टार्ट विधि: स्खलन के करीब पहुंचने पर रुकें और गहरी सांस लें।
स्क्वीज़ तकनीक: स्खलन से पहले लिंग के सिर को हल्के से दबाएं।
4. जीवनशैली में सुधार (Lifestyle Changes)
तनाव कम करने के लिए ध्यान और योग करें।
शराब और धूम्रपान से बचें।
नियमित व्यायाम से शारीरिक ऊर्जा बढ़ाएं।
5. डॉक्टर से सलाह लेना क्यों जरूरी है?
यदि दवाएं और घरेलू उपाय कारगर न हों, तो यौन रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।
डॉक्टर आपकी स्थिति को बेहतर तरीके से समझकर सही दवा या थेरेपी का सुझाव देंगे।
Click here to Read A Blog- Sex Timing Kaise Badhaye
निष्कर्ष
सेक्स टाइम बढ़ाने के लिए कई दवाएं और प्राकृतिक उपाय उपलब्ध हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है एक संतुलित जीवनशैली अपनाना। सही आहार, नियमित व्यायाम और मानसिक तनाव कम करके आप अपनी यौन क्षमता को बेहतर बना सकते हैं। अगर समस्या बनी रहती है, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
#SexualHealth#IntimacyTips#SexTiming#PrematureEjaculation#AyurvedicRemedies#HealthyLifestyle#StressFreeLife#MensHealth#NaturalRemedies#RelationshipGoals
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*🚩🔱ॐगं गणपतये नमः 🔱🚩*
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल(सप्तमी तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
#योगी_जी
#bageshwardhamsarkardivyadarbar
#kedarnath
#badrinath
#JaiShriRam
#yogi
#jodhpur
#udaipur
#RSS
#rajasthan
#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक:-03-जनवरी-2024
वार:---------बुधवार
तिथी :----07सप्तमी:-19:49
पक्ष:-----कृष्णपक्ष
माह:-----पौषमास
नक्षत्र:---उत्तराफाल्गुनी:14:46
योग:---शोभन:-30:21
करण:-----बव:-19:49
चन्द्रमा:-------कन्या
सूर्योदय:-----07:30
सूर्यास्त:-----17:54
दिशा शूल------उत्तर
निवारण उपाय:---धनिया का सेवन
ऋतु :-------शिशिर ऋतु
गुलीक काल:---11:24से 12:42
राहू काल:---12:42से14:00
अभीजित------ नहीं है
विक्रम सम्वंत .........2080
शक सम्वंत ............1945
युगाब्द ..................5125
सम्वंत सर नाम:------पिंगल
🌞चोघङिया दिन🌞
लाभ:-07:30से08:48तक
अमृत:-08:48से10:06तक
शुभ:-11:24से12:42तक
चंचल:-15:12से 16:32तक
लाभ:-16:32से 17:54तक
🌗चोघङिया रात🌓
शुभ:-19:32से21:12तक
अमृत :-21:12से22:52तक
चंचल :-22:52से00:31तक
लाभ :-03:51से05:31तक
🙏आज के विशेष योग 🙏
वर्ष का286वा दिन, सर्वसिद्बि योग 14:46 से 31:27, रवियोग 14:46 तक,
👉वास्तु टिप्स👈
घर के बाहर जो स्वास्तिक बना है उसकी रोज पूजा करे।
*सुविचार*
जीवन को लक्ष्य स��� बांधें न कि लोगों या चीजों से..
👍🏻 राधे राधे
*💊💉आरोग्य उपाय🌱🌿*
*पेट साफ करने का घरेलू उपाय -*
1. भोजनोपरांत 125 ग्राम मट्ठे में 2 ग्राम अजवायन और आधा ग्राम काला नमक मिलाकर खाने से गैस बनना खत्म हो जाता है।
2. उसी तरह एक लहसुन की फांक छीलकर बीज निकाली हुई मुनक्का को नग में लपेटकर, भोजन के बाद चबाकर निगल जाएं। इससे पेट की रुकी हुई वायु तत्काल निकल जाएगी।
3. इसके अलावा अलसी के पत्तों की सब्जी बनाकर खाने से गैस की शिकायत दूर हो जाती है।
4. अदरक के छोटे टुकड़े कर उस पर नमक छिड़ककर दिन में दो-तीन बार उसका सेवन करें। गैस की परेशानी से छुटकारा मिलेगा, शरीर हलका होगा और भूख खुलकर लगेगी।
5. अजवायन दो ग्राम, नमक आधा ग्राम चबाकर खाएं। पेट दर्द और गैस से आराम मिलेगा। इसके अलावा पानी के साथ हिंगाष्टक चूर्ण खाने से सभी प्रकार वायु विकार दूर होते हैं।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
पुराना रोग उभर सकता है। अपेक्षा दु:ख का कारण होती है। मालूम पड़ेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यवसाय ठीक चलेगा। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। बनते काम बिगड़ सकते हैं। दु:खद समाचार मिल सकता है। उत्साह में कमी रहेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्वाभिमान को चोट पहुंच सकती है।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। दूसरों के काम में दखल न दें। बात बिगड़ सकती है। प्रमाद न करें। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। कार्यप्रणाली की प्रशंसा होगी। निवेश लाभदायक रहेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। वरिष्ठजनों का सहयोग प्राप्त होगा।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। निवेश शुभ रहेगा। परिवार में तनाव रह सकता है। निवेश सोच-समझकर करें। धनार्जन सहज ही होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
अप्रत्याशित लाभ हो सकता है, जोखिम न लें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। विवाद से बचें। प्रसन्नता रहेगी। घर-परिवार की चिंता रहेगी। जल्दबाजी न करें।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। पुराना रोग उभर सकता है। कुसंगति से हानि होगी। वस्तुएं संभालकर रखें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति पर अतिविश्वास न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। उतार-चढ़ाव रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। चिंता बनी रहेगी।
👩🏻🦰 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नौकरी में अधिकारी वर्ग प्रसन्न रहेगा। निवेश लाभदायक रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। आलस्य हावी रहेगा। आय में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। रुके काम पूर्ण होंगे। प्रसन्नता बनी रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। हृदय रोगी विशेष ध्यान रखें। घर-बाहर से सहयोग मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। नौकरी में तनाव रह सकता है। विवाद न करें।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। अधिकारी साहस कर पाएंगे आय के नए प्राप्त हो सकते हैं। अधिकारी वर्ग अप्रसन्न रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। शुभ समय।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
चोट व दुर्घटना से बचें। बड़ा नुकसान हो सकता है। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। तनाव रहेगा। पुराना रोग उभर सकता है। लेन-देन में सावधानी रखें। दुष्टजन हानि पहूंचा सकते हैं। घर में मतभेद बढ़ सकते हैं। दुष्टजन हानि पहूंचा सकते हैं। जोखिम न लें। विवाद से बचें।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। दूसरों के व्यवहार में सावधानी रखें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। पार्टनरों से मतभेद हो सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ में कमी हो सकती है। धैर्य रखें। काम में मन नहीं लगेगा।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
कुसंगति से हानि होगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। आय में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। सुख के साधन जुटेंगे। चोट व रोग से बचें। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मित्र व संबंधी सहयोग करेंगे। रुके कार्यों में गति आएगी। शुभ समय।
🐡 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
भूमि व भवन के खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। कार्य में बेहतरी तथा परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। कुछ चिंता तथा तनाव रह सकते हैं। व्यवसाय ठीक चलेगा।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
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हर्ट हेल्थ के लिए रामबाण 5 न्यूट्रिएंट्स (Nutrients)
आजकल हार्ट हेल्थ (दिल की बीमारी) एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है। कई संस्थानों की रिपोर्ट्स और रिसर्च ये साबित करती हैं कि पिछले लगभग 10 सालों से दिल की बीमारी तेज़ी से हर उम्र के लोगो के बीच में बढ़ी है और लोगो को हार्ट अटैक आने की गति भी बहुत तेज़ हो गयी है। विशेषकर युवावर्ग के बीच तेज़ी से बढ़ती दिल की बीमारियां एक चिंताजनक विषय है। तेज़ी से बढ़ती दिल की समस्याओं और बिमारियों के साथ, यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि हम अपने दिल को कैसे स्वस्थ रखें।
इस लेख में आप जानेंगे कि कैसे कुछ विटामिन, मिनरल्स और फैटी एसिड दिल की सेहत को बनाए रखने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और अगर आप इन पोषक तत्वों (न्यूट्रिएंट्स) अपने आहार या सप्लीमेंट्स के द्वारा नियमित रूप से सेवन करते हैं तो आप अपने हार्ट को हेल्दी रख सकतें हैं।
यह पाँच महत्वपूर्ण पोषक तत्व हैं जो आपके हार्ट को हेल्दी रखने में मदद कर सकते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid)
ओमेगा-3 फैटी एसिड दिल की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। ये सूजन को कम करते है, रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) को नियंत्रित करने और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मदद करते हैं, जो रक्त में पाए जाने वाले वसा होते हैं और ��िल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकते हैं। ओमेगा-3 फ���टी एसिड मछली जैसे सैल्मन, मैकेरल और सार्डिन और फ्लेक्स सीड्स (अलसी के बीज ) और अखरोट में पाए जाते हैं। आजकल ओमेगा -3 से युक्त सप्लीमेंट्स भी मौजूद है, जिनका सेवन हेल्थ एक्सपर्ट के परामर्श पर किया जा सकता है।
मैग्नीशियम (Magnesium)
मैग्नीशियम एक मिनरल (खनिज) होता है जो दिल की धड़कन (हार्ट बीट्स) को रेगुलर करने और हेल्दी ब्लड प्रेशर के लेवल को बनाए रखने में मदद करता है। यह मांसपेशियों और नसों के हेल्दी काम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हरी पत्तेदार सब्जियाँ, नट्स, बीज और साबुत अनाज मैग्नीशियम के अच्छे स्रोत होते हैं।
विटामिन डी (Vitamin D)
विटामिन डी शरीर की ओवरआल हेल्थ के लिए बेहद ज़रूरी है, जिसमें दिल की सेहत भी शामिल होती है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और हार्ट सिस्टम के काम को सहायता देता है। विटामिन डी धूप, फोर्टिफाइड फूड्स और मल्टीविटामिन या विटामिन डी से युक्त सप्लीमेंट्स से प्राप्त की जा सकता है।
फोलिक एसिड (फोलेट या विटामिन बी9) (Folic Acid)
फोलिक एसिड, इसे विटामिन बी9 के नाम से भी जाना जाता है। यह होमोसिस्टीन के स्तर को कम करने में मदद करता है, जिसकी ज्यादा मात्रा होना दिल की बीमारी के खतरे को बढ़ता है। हरी पत्तेदार सब्जियाँ, दालें और फोर्टिफाइड अनाज फोलिक एसिड के अच्छे स्रोत हैं।
पोटैशियम (Potassium)
पोटैशियम एक खनिज (मिनरल) है जो शरीर में सोडियम के लेवल को बैलेंस करने में मदद करता है। सोडियम हेल्दी ब्लड प्रेशर बनाए रखने के लिए बहुत ज़रूरी होता है। यह हेल्दी हार्ट और मांसपेशियों के काम करने के तरीको को भी सपोर्ट करता है। केले, संतरे, आलू और पालक में बहुत अच्छी मात्रा में पोटैशियम होता है।
निष्कर्ष
इन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को अपने आहार या सप्लीमेंट के रूप में लेने से आपकी दिल की सेहत में बहुत हद तक अच्छी रह सकती है। ओमेगा-3 फैटी एसिड, मैग्नीशियम, विटामिन डी, फोलिक एसिड और पोटैशियम से भरपूर संतुलित आहार खाने से आप अपने दिल को हेल्दी और सुरक्षित रख सकते हैं और दिल की बीमारी के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं। याद रखें अच्छा आहार, रेगुलर एक्सरसाइज और हेल्दी लाइफस्टाइल भी हेल्दी हार्ट के लिए बहुत ज़रूरी है।
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अलसी के फायदे जान लेंगे तो हो जाएंगे हैरान, इन बीमारियों को रखती है दूर
अलसी के फायदे जान लेंगे तो हो जाएंगे हैरान, इन बीमारियों को रखती है दूर
नई दिल्लीः दोस्तों गर्मियों के मौसम में अपनी सेहत का ख्याल रखना बहुत जरूरी होता है. क्योंकि गर्मियों में बीमारियां हमें जल्दी जकड़ लेती है. ऐसे में खुद को सेहतमंद बनाए रखने के लिए आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका इस्तेमाल करने से आप कई बीमारियों से खुद को दूर रख सकते हैं. क्योंकि यह चीज कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है. हम बात कर रहे हैं अलसी की. जी हां अलसी जितनी छोटी…
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Why magnesium is important for bone and brain || हड्डी और ब्रेन के लिए क्यों जरूरी होती है मैग्नीशियम
why-magnesium-is-important-for-bone-and-brain - मैग्नीशियम शरीर की मजबूती और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए जरूरी है । ज्यादातर लोगों को इसकी कमी का पता ही नहीं चलता है, जिससे उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सेहतमंद रहने और शरीर को कारगर तरीके से चलाने के लिए जरूरी है, संतुलित आहार इससे प्रोटीन ,विटामिन आयरन के साथ-साथ हमारे शरीर को मैग्नीशियम की भी जरूरत होती है। जो हमें आहार से मिलती है। शरीर में 50 फीसदी मैग्निशियम हड्डियों में पाया जाता है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती है और ओस्टियोपोरोसिस हो जाता है. मैग्निशियम की कमी से शारीरिक और मानसिक वीकार भी आ सकते हैं, जैसे याददाश्त का कम होना ,नाखूनों में सफेद धब्बे का पड़ना,कमजोरी थकान और तनाव जैसी स्थिति आदि गर्भवती महिलाओं को पैर में दर्द रहता है इसकी कमी की वजह से महिलाओं को पीरियड के दौरान पैरों में दर्द की शिकायत रहती है। मैग्निशियम शरीर में आराम पहुंचा कर अच्छी नींद लाने में मददगार है। यह शरीर में ATP(Adenosine triphosphate) ऊर्जा का उत्पादन करता है इसकी कमी से थकावट और शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होती है। याददाश्त होती है मजबूत: सेहत के साथ हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए शरीर को मैग्नीशियम की जरूरत होती है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती है एवं लगातार सिर दर्द की शिकायत रहती है। मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा से याददाश्त मजबूत होती है .विज्ञान पत्रिका न्यूरॉन में छपी एक शोध के अनुसार यादाश्त को बढ़ाने के लिए मैग्निशियम का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए . इसकी पर्याप्त शरीर को ओस्टियोपोरोसिस से बचाती है कोरोनरी हार्ट डिजीज से बचाव के लिए भी मैग्नीशियम का सेवन लगातार करना चाहिए, इसकी कमी से दिल के दौरे का खतरा अधिक हो जाता है ।इसलिए दिल को मजबूत बनाए रखने के लिए मैग्निशियम सेवन जरूरी है यह शरीर को उच्च रक्तचाप से बचाता है। एक शोध में यह भी पाया गया कि अगर शरीर में मैग्नीशियम की कमी हो जाए तो इसके कारण टाइप -2 डायबिटीज होने की आशंका बढ़ जाती है। फल व सब्जियों में मौजूद होती है मैग्निशियम मैग्नीशियम की डे��िशियेंसी से बचने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां टोफू राजमा काजू ,बादाम ,तिल, पालक और अन्य साबुत अनाज खासकर साबुत गेहूं में एक कप में 160 एमजी मैग्निशियम पाया जाता है ।गर्भावस्था में मां और गर्व में पल रहे बच्चों के लिए भी मैग्निशियम बहुत जरूरी है. गर्भ में पल रहे बच्चे के उत्त को के निर्माण व मरम्मत के लिए 350 से 400 एमजी अतिरिक्त मैग्नीशियम की जरूरत होती है इसकी कमी से भ्रूण के विकास में बाधा होती है प्रतिदिन एक केले के सेवन से 30 से 32 एमजी मैग्निशियम शरीर को मिल जाता है. इससे शरीर के धमनियों में खून पतला रहने के कारण खून का बहाव सही रहता है खजूर पौष्टिक और स्वादिष्ट होता है एक सौ ग्राम खजूर में 43 एमजी मैग्नीशियम पाया जाता है खजूर में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन ,कैल्शियम, पोटेशियम आयरन, फास्फोरस आदि भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं प्रतिदिन पांच से छह ब��दाम खाने से 75 mg तक मैग्नीशियम होता है इसके अलावा बदाम में कैल्शियम विटामिन E जिंक ओमेगा 3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में मौजूद होता है दही में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम और मैग्नीशियम पाए जाते हैं जो शरीर को ओस्टियोपोरोसिस की समस्या से बचाता है प्रतिदिन के आहार में इसे लेना चाहिए। सोयाबीन भी मैग्नीशियम की कमी को पूरा कर सकता है इससे भिगोकर अंकुरित करके खाने से बहुत फायदे मिलते हैं नियमित रूप से पालन करने से आयरन की पूर्ति होती है बल्कि मैग्निशियम भी प्राप्त होती है। पालक डायबिटीज और कैंसर के रोगियों के लिए भी बहुत गुणकारी है एक चम्मच अलसी प्रतिदिन देने से उन 39mg मैग्नीशियम की प्राप्ति होती है। मैग्नीशियम की कमी को पूरा करने के लिए सप्ताह में कम से कम 1 दिन मछली का सेवन जरूर करना चाहिए विटामिन बी बी - 12 ओमेगा- 3 फैटी एसिड और मैग्नीशियम से भरपूर मछली में 53 एमजी मैग्नीशियम पाया जाता है। Read the full article
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तेजी से वजन बढ़ाने और मोटा होने के लिए खाएं ये 11 चीजे - Eat these 11 things to gain weight fast and become fat
आप दालें, राजमा, छोले, लोबिया, मछली, मीट, दही और अंडा जरूर खाएं. 11- हेल्दी फैट है जरूरी-
वजन बढ़ाने के लिए
आपको
खाने
में फैट वाली चीजें भी शामिल करनी होंगी. इससे आपको
वजन बढ़ाने
में मदद मिलेगी. आप इसके
लिए
मूंगफली, तिल, बादाम, अखरोट, पिस्ता, सूरजमुखी के बीज, अलसी के बीज, खरबूजे के बीज खा सकते हैं.
कुछ लोगों के लिए वजन बढ़ाना या मसल्स बनाना उतना ही मुश्किल हो सकता है जितना कि मोटे लोगों के लिए वजन कम करना होता है। हालांकि आप अपने आहार में कुछ खाद्य पदार्थों को शामिल करके आसानी से कुछ ही समय में वजन को बढ़ा सकते हैं और यह अधिक प्रभावी हो सकते हैं।
तेजी से वजन बढ़ाने और मोटा होने के लिए खाएं ये 11 चीजे - Eat these 11 things to gain weight fast and become fat
1.वजन बढ़ाने के लिए खाएं प्रोटीन सप्लीमेंट – Vajan badhane ke liye khayen Protein supplements
वजन बढ़ाने में प्रोटीन सप्लीमेंट सबसे अधिक प्रभावी होता है। मट्ठा, सोया, अंडा और मटर प्रोटीन सहित कई प्रकार के प्रोटीन सप्लीमेंट उपलब्ध हैं। व्हे प्रोटीन सप्लीमेंट्स और मास गेनर्स सप्लीमेंट्स जो आपको मसल्स मास बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
कुछ लोग सोचते हैं कि व्हे प्रोटीन अस्वास्थ्यकर है, लेकिन ऐसा नहीं है। मट्ठा प्रोटीन डेयरी से बना है और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और बीमारी के जोखिम को कम करने में मदद करने के लिए दिखाया गया है। आप इसे अपने वर्कआउट से पहले या बाद में और दिन में किसी भी समय इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसके अलावा आप घर पर भी प्रोटीन शेक को घर पर बना सकते है जो अधिक फायदेमंद होता है। आप जो स्मूदी खुद बनाते हैं, वह रेडीमेड स्मूदी खरीदने की तुलना में अधिक पौष्टिक होगी। जल्दी वजन बढ़ाने के लिए आप उच्च ऊर्जा वाले नाश्ते के साथ अपने दिन की शुरुआत करें। प्रोटीन के लिए, मूंगफली बटर, बादाम का मक्खन, अलसी, या चिया बीज का सेवन करें। प्रोटीन सामग्री को बढ़ाने के लिए सूप, मसले हुए आलू और दलिया जैसे व्यंजनों का सेवन कर सकते है।
2.वजन बढ़ाने के लिए नट्स और नट बटर खाएं – Nuts and nut butters for Gain Weight Fast
अगर आप जल्दी वजन बढ़ाना चाहते हैं तो नट्स और नट बटर सही विकल्प हैं। सिर्फ एक मुट्ठी कच्चे बादाम (लगभग 1/4 कप) में 170 कैलोरी, 6 ग्राम प्रोटीन, 4 ग्राम फाइबर और 15 ग्राम स्वस्थ वसा होता है।
नट्स में कैलोरी बहुत अधिक होती हैं, इसलिए आप भोजन के साथ या नाश्ते के रूप में प्रतिदिन केवल दो मुट्ठी भर नट्स का सेवन करके कैलोरी को जोड़ सकते हैं। आप विभिन्न प्रकार के स्नैक्स या व्यंजनों में नट बटर में स्मूदी, योगर्ट और क्रैकर्स आदि को मिला सकते हैं।
इसके अलावा आप पीनट बटर का भी सेवन कर सकते हैं। लेकिन यदि आपको मूंगफली से एलर्जी है, तो आप दूसरे नट बटर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
3.जल्दी वजन बढ़ाने के लिए दूध के साथ केला खाएं – Banana and milk to Gain Weight Fast
जल्दी वजन बढ़ाने के लिएदूध और केला भी अच्छा विकल्प है। इसमें शुगर और कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो आपका वजन तेजी से बढ़ाने का काम करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि दूध के साथ केला खाने से और भी कई फायदे होते हैं, इसलिए आप इसका सेवन जरूर करें।
4.तेजी से वजन बढ़ाने के लिए खाएं लाल मांस – Teji se vajan badhane ke liye khayen red meat
अगर आप जल्दी से अपनी मांसपेशियों का विकास करना चाहते है तो रेड मीट का प्रतिदिन सेवन करें, इससे सिर्फ मांसपेशियां ही नहीं बनती हैं बल्कि वजन भी बहुत आसानी से बढ़ जाता है। रेड मीट में ल्यूसिन (leucine), क्रिएटिन (creatine) एवं अन्य आवश्यक पोषक तत्व पाये जाते हैं जो मांसपेशियों में वृद्धि के साथ ही शरीर का वजन भी बढ़ाने में मदद करते हैं। रेड मीट में प्रोटीन और फैट भी पाया जाता है। लेकिन याद रखें कि रेड मीट का सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
5.जल्दी वजन बढ़ाने के लिए खाएं पनीर – Cheese For Weight Gain Fast
जल्दी वेट गेन करने में पनीर (Cheese) या चीज आपकी मदद कर सकता है। इसमें प्रचुर मात्रा में कैलोरी और फैट होता है। अगर पनीर को अधिक मात्रा में खाया जाए तो इससे पर्याप्त प्रोटीन शरीर को मिल जाता है। पनीर तो वैसे भी बहुत स्वादिष्ट होता है। इससे भोजन और सब्जियों के रूप में खाने से आप अपने शरीर की कैलोरी (calorie) बढ़ा सकते हैं। इसमें हेल्दी फैट पाया जाता है और इसे खाने से वजन आसानी से बढ़ सकता है।
6.फास्ट वेट गेन करने के लिए सैल्मन मछली खाएं – Fast weight gain karne ke liye Salmon fish khaye
रेड मीट की तरह, सैल्मन मछली प्रोटीन और स्वस्थ वसा के उत्कृष्ट स्रोत हैं। सैल्मन मछली के सभी पोषक तत्वों में से, ओमेगा -3 फैटी एसिड सबसे महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध हैं। यह आपके स्वास्थ्य के लिए कई लाभ प्रदान करते हैं और बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। सैल्मन मछली में प्रोटीन और वसा पाया जाता है जो हमारी मांसपेशियों के विकास में मदद करता है, इससे आपका वजन जल्दी से बढ़ जाता है।
7.जल्दी वजन बढ़ाने के लिए दूध पियें – Jaldi vajan badhane ke liye piye dudh
तेजी से वजन बढ़ाने और मसल मास बनाने के लिए दूध को बहुत पहले से इस्तेमाल किया जा रहा है। दूध में फैट, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, विटामिन और मिनरल ये सभी बहुत संतुलित मात्रा में मौजूद होते हैं।
मिल्क सबसे बेहतरीन प्रोटीन का स्त्रोत में से एक है जो कि कैसिइन प्रोटीन और व्हे प्रोटीन दोनों की आपूर्ति करता है। कई शोध में पाया गया है कि मिल्क, कैसिइन प्रोटीन और वे प्रोटीन सब बड़ी मात्रा में मसल मास बढ़ाने में मदद करतें हैं जो कि प्रोटीन के फायदों से भी कहीं ज्यादा है।
8.वेट गेन करने के लिए खाएं डार्क चॉकलेट – Dark Chocolate To increases weight fast
डार्क चॉकलेट में कोकोआ की मात्रा 70% होती है। फैटी फूड की तरह डार्क चॉकलेट में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, इसे खाकर आपके शरीर को कई कैलोरीज मिल जाएंगी जो वेट गेन में मददगार होंगी। हर 100 ग्राम के डार्क चॉकलेट बार में 600 कैलोरी होती हैं और इसके साथ ही अन्य माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और घटक होते हैं जैसे कि फाइबर, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट।
9.जल्दी वजन बढ़ाने के लिए खाना चाहिए अंडे – Whole Eggs benefits for weight gain
जल्दी वजन बढ़ाने और मसल बनाने में अंडे को सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। इनमें प्रोटीन और हेल्दी फेट्स की मात्रा बहुत अधिक होती है, इसके लिए आप होल एग का सेवन करें। अंडे में सबसे ज्यादा लाभकारी पोषण तत्व अंडे के योल्क में या पीली जर्दी में पाए जाते हैं। यह मांशपेशियों के विकास में मदद करता है।
10.वजन बनाने के लिए खाएं किशमिश – Vajan banana ke liye khaye kishmish
दुबलापन हटाने और वजन बढ़ाने के लिए किशमिश का सहारा भी लेना है। 50 ग्राम किशमिश रात को पानी में भिगो दे। सुबह भली प्रकार चबा चबा कर खाएं। दो तीन माह के प्रयोग से वजन बढेगा। किशमिश में कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो वजन बढ़ाने में सहायक होती है।
11.वेग गेन करने के लिए दही खाएं – Weight gain karne ke liye dahi khaye
दही में मौजूद गुड बैक्टीरिया से भूख ज्यादा लगती है और जब आप जादा खाते है तो आसानी से वजन बढ़ाने लगता है। इसलिए अगर आप वजन तेजी से बढ़ाना है तो दही को अपनी डाइट में शामिल करें।
तेजी से ��जन बढ़ाने और मोटा होने के लिए क्या खाना चाहिए (Best Healthy Foods to Gain Weight Fast) का यह पोस्ट आपको कैसा लगा | हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।
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