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महाशिवरात्रि 2020: इस अनोखे मंदिर में एक शिवलिंग में होते हैं 1008 शिवलिंग के दर्शन
चैतन्य भारत न्यूज बड़वानी. इस बार 21 फरवरी यानी शुक्रवार को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। इस खास अवसर पर हम आपको आज भोलेनाथ के एक ऐसे मंदिर के बारे में बता रहे हैं जहां एक ही शिवलिंग पर छोटे-छोटे 1008 शिवलिंग बने हुए हैं। जी हां... देशभर से श्रद्धालु इस अनोखे शिवलिंग के दर्शन करने आते हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); 1100 साल पुराना शिवलिंग भोलेनाथ का यह अनोखा व अतिप्राचीन शिवलिंग मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के निवाली के समीप ग्राम वझर में है। शिवलिंग की ऊंचाई करीब साढ़े तीन फीट है। कहा जाता है क�� इस अनोखे शिवलिंग के दर्शन-पूजन से 1008 शिवलिंग की पूजा का पुण्य एकसाथ मिल जाता है। इतिहासकारों के मुताबिक, भोलेनाथ का यह शिवलिंग परमारकालीन राजाओं द्वारा बनवाया गया है। लिहाजा यह 1100 साल से भी ज्यादा पुरानी है। अच्छे से नहीं हो रहा रखरखाव काले पत्थर पर बने एक शिवलिंग पर बड़ी-ही नाजुकता और सफाई से 1008 शिवलिंगों को उकेरा गया है। हालांकि, इस अति महत्वपूर्ण प्राचीन शिवलिंग का रखरखाव अच्छे से नहीं हो रहा है। शिवलिंग को एक पेड़ के नीचे स्थापित किया गया है। पास ही नंदी भगवान की भी एक विशाल प्रतिमा रखी गई है। अन्य देवताओं की प्रतिमा भी विराजित मंदिर परिसर में न सिर्फ 1008 मुख वाला शिवलिंग बल्कि और भी कई देवताओं की प्रतिमा विराजित है। साथ ही यहां जैन प्रभु की प्रतिमाएं भी हैं। उचित रख-रखाव के अभाव के कारण यहां से कुछ प्रतिमाओं को केंद्रीय संग्रहालय इंदौर व अन्य स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। वर्षभर जलमग्न रहता है शिवलिंग वझर में स्थित 1008 शिवलिंग वाले मंदिर के अलावा यहां से 3 किमी दूर ग्राम फुलज्वारी में भी एक प्राचीन शिव मंदिर है। यह मंदिर गर्भगृह में है। जानकारी के मुताबिक, गर्भगृह में स्थापित यह शिवलिंग सालभर जलमग्न रहता है। वर्त्तमान में भी मंदिर के गर्भगृह में छह इंच से अधिक पानी भरा हुआ मिला। इस मंदिर के आसपास भी कई खंडित प्राचीन प्रतिमाएं रखी हुई हैं। ये भी पढ़े... महाशिवरात्रि 2020: आखिर क्यों महाशिवरात्रि को कहा जाता है सिद्धि रात्रि? शिव की पूजा से होते हैं दोषमुक्त महाशिवरात्रि 2020 : उज्जैन के राजा हैं महादेव तो रूद्र के रूप हैं काशी के कोतवाल महाशिवरात्रि 2020 : पाकिस्तान में है सबसे रहस्यमयी शिव मंदिर, यहां सती की याद में भगवान शिव ने बहाए थे आंसू Read the full article
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इस शिव मंदिर में हजारों लीटर जल चढ़ाने के बावजूद बाहर नहीं आता जल, दिन में तीन बार रंग बदलते हैं महादेव
चैतन्य भारत न्यूज देशभर में भगवान शंकर के कई ऐसे मंदिर हैं जो अपने आप में चमत्कारी है। हम आपको आज एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बता रहे हैं जो राजस्थान के जोधपुर के धुंधाड़ा कस्बे में स्थित है। इस मंदिर का नाम है समुझेश्वर महादेव जहां हजारों लीटर जल चढ़ाने के बाद भी जल बाहर नहीं आता है। साथ ही यह शिवलिंग दिन में तीन बार अपना रंग बदलता है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); इस रहस्यमयी मंदिर में 5 घंटों तक भगवान शिव के पास बैठा रहता है सांप ग्रामीणों का कहना है कि इस मंदिर का शिवलिंग 40 फीट तक गहरा है। शिवलिंग पर यदि एक साथ हजार घड़ों से भी पानी चढ़ाया दिया जाए तो भी यह कभी भी बाण से बाहर नहीं आता है। मंदिर के बारे में मान्यता है कि जब भगवान प्रसन्न होते हैं तो एक लोटे से भी पानी चढ़ाया जाए तो बाहर आने लगता है। इस मंदिर में भक्तों की सभी मन्नतें पूरी होती हैं। हर साल शिवरात्रि पर इस मंदिर में 20 किलो आटे से एक रोट बनाया जाता है। उस रोट में महज 750 ग्राम घी और 750 ग्राम गुड़ डाला जाता है। लेकिन फिर भी रोट घी से लदालद और एकदम मीठा बनता है। भगवान शिव के इस रहस्यमयी मंदिर में चढ़ाने के बाद दूध सफेद से हो जाता है नीला ग्रामीणों का कहना है कि सूर्य की पहली किरण इस शिवलिंग के ऊपर पड़ती है। सुबह यह शिवलिंग भूरे रंग का दिखता है, दोपहर में यह सफेद रंग और रात में यह पूरे काले रंग का दिखने लगता है। इस मंदिर की महिमा देशभर में है। यहां जोधपुर नरेश गजसिंह, क्रिकेट खिलाड़ी गौतम गंभीर, रूद्र प्रताप सिंह और समाजवादी पार्टी के नेता अमर सिंह समेत देश की नामी हस्तियां रुद्राभिषेक कर आशीर्वाद लेने अक्सर आती रहती हैं। ये भी पढ़े... ये है भगवान गणेश का अनोखा मंदिर, जहां चोर करते थे चोरी के माल का बंटवारा, बप्पा को भी देते थे हिस्सा शाकाहारी मगरमच्छ करता है इस मंदिर की रखवाली, खाता है ��िर्फ प्रसाद इन मंदिरों में होती है गणपति बप्पा की स्त्री अवतार में पूजा, दर्शन मात्र से दूर हो जाते हैं सारे कष्ट ये हैं भगवान गणेश का ऐसा अनोखा मंदिर जहां लगातार बढ़ रहा है मूर्ति का आकार देश का एकमात्र ऐसा मंदिर जहां गजमुख नहीं बल्कि इंसान के रूप विराजमान हैं भगवान गणेश ये हैं दुनिया का सबसे अनोखा मंदिर, जहां भक्तों को प्रसाद में मिलते हैं गहने और सोने-चांदी के सिक्के Read the full article
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