#अगन
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shotsyfeather · 6 months ago
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आकाश है कोई प्रेम कवि मैं उसकी लिखी कविता...
मेरे जैसा कोई नहीं आया जग में, युग बीता...
छू ना सके कोई मुझे छू ले तो हाए लग जाए अगन 🦢🪕🪞
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sikhizm · 4 days ago
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ਗੁਣ ਗਾਵਹੁ ਪੂਰਨ ਅਬਿਨਾਸੀ ਕਾਮ ਕ੍ਰੋਧ ਬਿਖੁ ਜਾਰੇ
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Gun Gavoh Puran Abinasi, Kaam Krodh Bikh Jaare; English Translation Sorath Mahala- 5th ( Gun Gavoh Puran Abinasi ) I have cast away (burnt) all the poisonous vices like sexual desires and anger by singing the praises of the perfect and ever-existent Lord. We have been enabled to cross this arduous ocean of life successfully in the company of the holy saints. (1) The perfect Guru has cast away all our doubts and dual-mindedness, including the darkness of ignorance. Now we have perceived the Lord (within us) very close by, reciting the Lord's True Name with love and devotion. (Pause) We have satiated in body and mind by partaking in the wealth of True Name. Now we are perceiving the Lord pervading everywhere so there is no need to wander around here and there (in His search). (2) The person, who is imbued with the love of the Lord (in his heart engages himself in worship, penance, and disciplined life of meditation due to the light of the knowledge gained. The Guru-minded person who has attained the jewel of the nectar of True Name, has been rewarded with success for all efforts. (3) Such a person gets rid of all his ills, sufferings, and sins including the bondage of Yama (god of death), with the help of True Name. O, Nanak! With the Grace of the Lord, I am thrilled in my body and spirit, enjoying eternal bliss. (4-12-23) Download Hukamnama PDF Download PDF Hindi Translation सोरठि महला ५ ॥ गुण गावहु पूरन अबिनासी काम क्रोध बिख जारे ॥ महा बिखम अगन को सागर साधू संग उधारे ॥१॥ पूरै गुर मेटिओ भरम अंधेरा ॥ भज प्रेम भगत प्रभ नेरा ॥ रहाउ ॥ हरि हरि नाम निधान रस पीआ मन तन रहे अघाई ॥ जत कत पूर रहिओ परमेसर कत आवै कत जाई ��२॥ जप त�� संजम ज्ञान तत बेता जिस मन वसै गोपाला ॥ नाम रतन जिन गुरमुख पाया ता की पूरन घाला ॥३॥ कल कलेस मिटे दुख सगले काटी जम की फासा ॥ कहु नानक प्रभ किरपा धारी मन तन भए बिगासा ॥४॥१२॥२३॥ ( Gun Gavoh Puran Abinasi ) सोरठि महला ५ ॥ पूर्ण अविनाशी परमात्मा का गुणगान करो जिसके फलस्वरूप कामवासना एवं क्रोध का विष जल जाता है। यह सृष्टिं महाभयंकर अग्नि का सागर है और साधुओं की संगति करने से ही इससे उद्धार होता है।॥ १॥ पूर्ण गुरु ने भ्रम का अन्धकार नष्ट कर दिया है। प्रेमपूर्वक भक्ति करते हुए प्रभु का भजन करो चूंकि वह हमेशा ही निकट रहता है॥ रहाउ॥ हरि-नाम-भण्डार में से नामामृत का पान करने से मनं एवं तन तृप्त रहते हैं। परमेश्वर सर्वत्र ही परिपूर्ण हो रहा है। वह न किधर जाता है और न ही कहीं से आता है॥ २॥ जिसके मन में भगवान का निवास है, उसे ही पूजा, तपस्या, संयम का ज्ञान है और वही तत्ववेता है। जिसे गुरु के सान्निध्य में नाम-रत्न की उपलब्धि हो गई है, उसकी साधना सफल है॥ ३॥ उसके समस्त कलह-क्लेश एवं दुख-दर्द नाश हो गए हैं और उसकी मृत्यु की फाँसी भी कट गई है। हे नानक ! प्रभु ने उस पर अपनी कृपा की है, जिससे उसका मन-तन विकसित हो गया है॥ ४॥ १२ ॥ २३ ॥ Punjabi Translation ਅਰਥ: ( Gun Gavahu Pooran Abinasi ) (ਹੇ ਭਾਈ! ਪੂਰੇ ਗੁਰੂ ਦੀ ਸਰਨ ਪਉ। ਜੇਹੜਾ ਮਨੁੱਖ ਪੂਰੇ ਗੁਰੂ ਦੀ ਸਰਨ ਪਿਆ) ਪੂਰੇ ਗੁਰੂ ਨੇ (ਉਸ ਦਾ) ਭਰਮ ਮਿਟਾ ਦਿੱਤਾ. (ਉਸ ਦਾ ਮਾਇਆ ਦੇ ਮੋਹ ਦਾ) ਹਨੇਰਾ ਦੂਰ ਕਰ ਦਿੱਤਾ। (ਹੇ ਭਾਈ! ਤੂੰ ਭੀ ਗੁਰੂ ਦੀ ਸਰਨ ਪੈ ਕੇ) ਪ੍ਰੇਮ-ਭਰੀ ਭਗਤੀ ਨਾਲ ਪ੍ਰਭੂ ਦਾ ਭਜਨ ਕਰਿਆ ਕਰ, (ਤੈਨੂੰ) ਪ੍ਰਭੂ ਅੰਗ-ਸੰਗ (ਦਿੱਸ ਪਏਗਾ) ।ਰਹਾਉ। (ਹੇ ਭਾਈ! ਪੂਰੇ ਗੁਰੂ ਦੀ ਸਰਨ ਪੈ ਕੇ) ਸਰਬ-ਵਿਆਪਕ ਨਾਸ-ਰਹਿਤ ਪ੍ਰਭੂ ਦੇ ਗੁਣ ਗਾਇਆ ਕਰ। (ਜੇਹੜਾ ਮਨੁੱਖ ਇਹ ਉੱਦਮ ਕਰਦਾ ਹੈ ਗੁਰੂ ਉਸ ਦੇ ਅੰਦਰੋਂ ਆਤਮਕ ਮੌਤ ਲਿਆਉਣ ਵਾਲੇ) ਕਾਮ ਕ੍ਰੋਧ (ਆਦਿਕ ਦੀ) ਜ਼ਹਰ ਸਾੜ ਦੇਂਦਾ ਹੈ। (ਇਹ ਜਗਤ ਵਿਕਾਰਾਂ ਦੀ) ਅੱਗ ਦਾ ਸਮੁੰਦਰ (ਹੈ, ਇਸ ਵਿਚੋਂ ਪਾਰ ਲੰਘਣਾ) ਬਹੁਤ ਕਠਨ ਹੈ (ਸਿਫ਼ਤਿ-ਸਾਲਾਹ ਦੇ ਗੀਤ ਗਾਣ ਵਾਲੇ ਮਨੁੱਖ ਨੂੰ ਗੁਰੂ) ਸਾਧ ਸੰਗਤਿ ਵਿਚ (ਰੱਖ ਕੇ, ਇਸ ਸਮੁੰਦਰ ਵਿਚੋਂ) ਪਾਰ ਲੰਘਾ ਦੇਂਦਾ ਹੈ।੧। ਹੇ ਭਾਈ! ਪਰਮਾਤਮਾ ਦਾ ਨਾਮ (ਸਾਰੇ ��ਸਾਂ ਦਾ ਖ਼ਜ਼ਾਨਾ ਹੈ, ਜੇਹੜਾ ਮਨੁੱਖ ਗੁਰੂ ਦੀ ਸਰਨ ਪੈ ਕੇ ਇਸ) ਖ਼ਜ਼ਾਨੇ ਦਾ ਰਸ ਪੀਂਦਾ ਹੈ, ਉਸ ਦਾ ਮਨ ਉਸ ਦਾ ਤਨ (ਮਾਇਆ ਦੇ ਰਸਾਂ ਵਲੋਂ) ਰੱਜ ਜਾਂਦੇ ਹਨ। ਉਸ ਨੂੰ ਹਰ ਥਾਂ ਪਰਮਾਤਮਾ ਵਿਆਪਕ ਦਿੱਸ ਪੈਂਦਾ ਹੈ। ਉਹ ਮਨੁੱਖ ਫਿਰ ਨਾਹ ਜੰਮਦਾ ਹੈ ਨਾਹ ਮਰਦਾ ਹੈ।੨। ਨਾਮ ਰਤਨ ਹੇ ਭਾਈ! ਜਿਸ ਮਨੁੱਖ ਨੇ ਗੁਰੂ ਦੀ ਸਰਨ ਪੈ ਕੇ ਨਾਮ ਰਤਨ ਲੱਭ ਲਿਆ, ਉਸ ਦੀ (ਆਤਮਕ ਜੀਵਨ ਵਾਲੀ) ਮੇਹਨਤ ਕਾਮਯਾਬ ਹੋ ਗਈ। (ਗੁਰੂ ਦੀ ਰਾਹੀਂ) ਜਿਸ ਮਨੁੱਖ ਦੇ ਮਨ ਵਿਚ ਸ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦਾ ਪਾਲਣ-ਹਾਰ ਆ ਵੱਸਦਾ ਹੈ, ਉਹ ਮਨੁੱਖ ਅਸਲੀ ਜਪ ਤਪ ਸੰਜਮ ਦਾ ਭੇਤ ਸਮਝਣ ਵਾਲਾ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਉਹ ਮਨੁੱਖ ਆਤਮਕ ਜੀਵਨ ਦੀ ਸੂਝ ਦਾ ਗਿਆਤਾ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ।੩। ਹੇ ਨਾਨਕ! ਆਖ-ਜਿਸ ਮਨੁੱਖ ਉਤੇ ਪ੍ਰਭੂ ਨੇ ਮੇਹਰ ਕੀਤੀ (ਉਸ ਨੂੰ ਪ੍ਰਭੂ ਨੇ ਗੁਰੂ ਮਿਲਾ ਦਿੱਤਾ, ਤੇ) ਉਸ ਦਾ ਮਨ ਉਸ ਦਾ ਤਨ ਆਤਮਕ ਆਨੰਦ ਨਾਲ ਪ੍ਰਫੁਲਤ ਹੋ ਗਿਆ। ਉਸ ਮਨੁੱਖ ਦੀ ਜਮਾਂ ਵਾਲੀ ਫਾਹੀ ਕੱਟੀ ਗਈ (ਉਸ ਦੇ ਗਲੋਂ ਮਾਇਆ ਦੇ ਮੋਹ ਦੀ ਫਾਹੀ ਕੱਟੀ ਗਈ ਜੋ ਆਤਮਕ ਮੌਤ ਲਿਆ ਕੇ ਜਮਾਂ ਦੇ ਵੱਸ ਪਾਂਦੀ ਹੈ) , ਉਸ ਦੇ ਸਾਰੇ ਦੁੱਖ ਕਲੇਸ਼ ਕਸ਼ਟ ਦੂਰ ਹੋ ਗਏ।੪।੧੨।੨੩। Read the full article
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sumersingh1986 · 1 month ago
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#GodMorningWednesday
#परमात्मा_का_विधान
अग्नि कुण्ड....
जो शिष्य गुरू से विमुख हो जाता है। नाम खण्डित कर देता है तो स्वाभाविक ही वह गुरू में कुछ दोष निकालेगा। जिस कारण से नरक में अगन कुण्ड में गिरेगा।
• जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
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pawankumar1976 · 1 month ago
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#GodMorningWednesday
#परमात्मा_का_विधान
अग्नि कुण्ड....
जो शिष्य गुरू से विमुख हो जाता है। नाम खण्डित कर देता है तो स्वाभाविक ही वह गुरू में कुछ दोष निकालेगा। जिस कारण से नरक में अगन कुण्ड में गिरेगा।
• जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
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madanlal123 · 1 month ago
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#GodMorningWednesday
#परमात्मा_का_विधान
अग्नि कुण्ड....
जो शिष्य गुरू से विमुख हो जाता है। नाम खण्डित कर देता है तो स्वाभाविक ही वह गुरू में कुछ दोष निकालेगा। जिस कारण से नरक में अगन कुण्ड में गिरेगा।
• जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
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abhay1233 · 1 month ago
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#परमात्मा_का_विधान
अग्नि कुण्ड....
जो शिष्य गुरू से विमुख हो जाता है। नाम खण्डित कर देता है तो स्वाभाविक ही वह गुरू में कुछ दोष निकालेगा। जिस कारण से नरक में अगन कुण्ड में गिरेगा।
• जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
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rakesh-kumars-posts · 1 month ago
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#GodMorningWednesday
#परमात्मा_का_विधान
अग्नि कुण्ड....
जो शिष्य गुरू से विमुख हो जाता है। नाम खण्डित कर देता है तो स्वाभाविक ही वह गुरू में कुछ दोष निकालेगा। जिस कारण से नरक में अगन कुण्ड में गिरेगा।
• जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
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ramchander123 · 1 month ago
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#परमात्मा_का_विधान
अग्नि कुण्ड....
जो शिष्य गुरू से विमुख हो जाता है। नाम खण्डित कर देता है तो स्वाभाविक ही वह गुरू में कुछ दोष निकालेगा। जिस कारण से नरक में अगन कुण्ड में गिरेगा।
• जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
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almostseverepaper · 1 month ago
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#GodMorningWednesday
#परमात्मा_का_विधान
अग्नि कुण्ड....
जो शिष्य गुरू से विमुख हो जाता है। नाम खण्डित कर देता है तो स्वाभाविक ही वह गुरू में कुछ दोष निकालेगा। जिस कारण से नरक में अगन कुण्ड में गिरेगा।
• जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
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aartividhi · 8 months ago
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सिया राम जी का डंका लंका में लिरिक्स | Siya Ram Ji Ka Danka Lanka Me Lyrics
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सिया राम जी का डंका लंका में लिरिक्स
बजवा दिया बजरंग बाला ने सिया राम जी का डंका लंका में बजवा दिया बजरंग बाला ने मंगल को जन्मे मंगल ही करते मंगल मये हनुमान जय हनुमान जय जय हनुमान सिया राम जी का डंका लंका में, बजवा दिया बजरंग बाला ने जंगरिया हनुमान जी की जय हो सूती मंदोतरी सपनो आयो, सपनो विश्वा विस रे, कूदता देखिया रीछ वानरा, कटता देखिया सीस रे, सिया राम जी का डंका लंका में, बजवा दिया बजरंग बाला ने।। कहे मंदोतरी सुन पिया रावण , आ कई कुबुद्ध कमाई रे, तीन लोक री सीता माँ जानकी, ज्याने तू हर लाई रे, सिया राम जी का डंका लंका में, बजवा दिया बजरंग बाला ने।। मेघनाथ सा पुत्र हमारे, कुम्भकरण सा भाई रे, लंका सरीका कोट हमारे , सात समुद्र आडी खाई रे, सिया राम जी का डंका लंका में, बजवा दिया बजरंग बाला ने।। हनुमान सा पायक उनका, लक्ष्मण जैसा भाई रे, जलती अगन में कूद पड़े वो, कोट गिने ना खाई रे, सिया राम जी का डंका लंका में, बजवा दिया बजरंग बाला ने।। सीता राम जानकी बैठे है मेरे सीने में, सीता राम और जानकी बैठे है मेरे सीने में, देखलो मेरे दिल के नगीने में, सीता राम जानकी बैठे है मेरे सीने में।। रावण मार राम घर आये, घर घर बटत बधाई जी, सुनीजन मुनिजन आरती उतारे, तुलसीदास जस गाई रे।। सिया राम जी का डंका लंका में, बजवा दिया बजरंग बाला ने, बजवा दिया बजरंग बाला ने, सिया राम जी का डंका लंका मे, बजवा दिया बजरंग बाला ने।। Read the full article
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mydailythoughts62 · 11 months ago
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pareeksarveshkr · 1 year ago
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ठीक है यार, बहुत हुआ…🖊
तैश तैश में आकर हमने एक दूजे को ठुकरा दिया एक ने कहा कोई मेरा अपना नहीं एक ने सबको बेगाना बता दिया गुज़ारी उम्रें साथ में जिसने, सब कुछ वो झुटला दिया एक ने तोड़ दिए सब रिश्ते सारे, एक ने सब कुछ जला दिया सुनी न कहानी दोनों ने, बस खुद को सच्चा मान लिया भड़क रही थी ज्वाल अगन सी, घी तेल सब मिला दिया अनैतिक प्रहार हुए कई और कई बातें कह डाली कहा जो था राज़ बीच का, वो भी बात बता डाली बे तुके से तर्क थे हाज़िर, कोई बात बवाली सी रहा मौन वो पक्ष दूसरा कुछ मर्यादा युद्ध की शायद थी उसने अपने मन संभाली एक पक्ष में लोग चार थे, एक अकेला राही था एक ने लिया सहारा अश्क़ों का एक ने कलम स्याही का कुछ देर सब प��रहार एक पक्ष के, सामने से क्या कहा जाता जब पूछे प्रश्न का उत्तर मिलता, उसको बुरा बताया जाता पूछ लिया जब क्या कहा कब कैसे हुआ सब सारी बात बता डाली कर बैठे अभिमान स्वयं पर फिर आवाज़ दबा डाली, फिर आवाज़ दबा डाली उम्र, तवज्जो और तजुर्बे में पक्ष ज़रा वो छोटा था चल कोई नहीं ये बात इतनी पर हमने भी कौनसा सोचा था …🖊
Enough man, now am jus' tired of all the shit happening, idk one day what's gonna happen, if it'll be the same circle where we all end up again but at least can we do some bit to make this lifetime peaceful...😩😩
Always tried to care up for them, but they never counted upon it, only times a bit was done wrong they raged up the whole fire, well enough of it mann....🤧🤧
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lemonadesandlavender · 2 years ago
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जैसे पेड़ से फल गिरते हैं।
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तुम कैसे बाकी की दूनियाँ से अलग हो।
माना था मैंने एक ज़माने में, तुम जैसी आखे मैने न अपने बरामदे पर खडे रहकर सडक पर से अपने एक हाथ में राशन से भरी थैली और दूसरे हाथ मे अपने नन्हे की उंगली पकडे गुज़रते हुए किसी अनजान की देखी है, न शीशे में।
कई साल यूँही बीत गए, अब भी हम रोज़ सुबह शाम एक दूसरे को देखते है, कभी प्यार तो कभी तृष्णा की नज़रो से।
बाहर आँगन मे इकलौता पेड जो तुमने इतनी शिद्दत से पाल पोसकर बढाया है, मै हर दूसरे दिन उसे पानी पिलाती हूँ, वह मुझसे यूँ बातें करता है जैसे मै बहती हवा हूँ, उसके जीवित होने का एक मूल्य कारण।
उस पेड़ पर अब कई फल उग आए है और मैं वादा करती हूँ, जैसे ही वे फल अपनी जगह उस नम ज़मीन पर बनाएँगे, मै एक एक फल को रसोई के ओटे पर रखी लाल टोकरी मे सजा दूँगी, ताकि जैसे ही तूम लौटकर आओ, तुम्हारी आँखे मुझ ही को तराशे।
उस ही पल मे मुझे ये भी समझ जाएगा कि तुम्हारी आँखे इस पूरे ज़माने की आखों से अलग नही हैं, बस उनकी अगन मेरे आँखो में झाँकते वक्त कुछ कर बैठती हैं, जिससे मेंरी साँसों अटक जाती हैं और मुझे जीने की एक और वजह मिल जाती है, बिल्कुल उस गिरे हुए फल की तरह।
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publictaknews · 2 years ago
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जब फिरोज खान ने फरदीन खान के प्यार अगन को अपनी सबसे बड़ी निराशा बताया बॉलीवुड
अभिनेता फरदीन खान भले ही लंबे समय से फिल्मों में नजर नहीं आए हों, लेकिन प्रेम अगन में डेब्यू के बाद वह एक बड़ा नाम बन गए। उन्हें 1998 में उनके पिता फिरोज खान ने लॉन्च किया था, जिन्होंने 1998 में प्रेम आंगन का निर्देशन किया था। हालांकि यह फिल्म नहीं चली, लेकिन अंततः फरदीन ने इसके लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता। जैसा कि फरदीन एक साल पुराना है, उस समय को याद करते हैं जब फिरोज खान ने प्रेम आंगन को अपनी…
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gostcoder · 5 years ago
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Redmi Earbuds S रिव्यु: इट अगेंस्ट एग अगेंस्ट अगेन, विथ दिस सुपर अफोर्डेबल प्राइस टैग
Redmi Earbuds S रिव्यु: इट अगेंस्ट एग अगेंस्ट अगेन, विथ दिस सुपर अफोर्डेबल प्राइस टैग
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सस्ती सच वायरलेस इयरबड्स के लिए एक समझौता होना जरूरी नहीं है। दुर्भाग्य से, यह हमेशा ऐसा ही रहा है। गुणवत्ता, ध्वनि, बैटरी जीवन, चार्जिंग मामले की गुणवत्ता, साथी ऐप्स और इतने पर निर्माण करें, आपको मंडल भर में किसी न किसी किनारों के साथ करना होगा। सब के बाद, यह धारणा थी कि आप अधिक महंगा वायरलेस इयरबड की लागत की तुलना में काफी कम भुगतान कर रहे हैं। बहुत ज्यादा हमें उस तरह की याद दिलाता है जिस…
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newsbabahindi-blog · 5 years ago
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“नायक 2 इज बैक अगेन”: अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण में पोस्टर-इन वेन्यू रामलीला मैदान में एक पोस्टर AAP के अरविंद केजरीवाल को "नायक 2" के रूप में दिखाता है
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