Rajasthan English Medium Teacher Recruitment 2023
Rajasthan English Medium Teacher 2023 : राजस्थान में अंग्रेजी माध्यम के स्कूलो में 9712 पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जरी किया है l राजस्थान इंग्लिश मीडियम स्कूल संविधा टीचर भर्ती 2023 में गैर अनुसूचित क्षेत्र के लिए 9108 पद और अनुसूचित क्षेत्र के लिए 604 पद रखे गए है l इस भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन 31 जनवरी से 1 मार्च 2023 तक कर सकते है l Rajasthan English Medium Teacher 2023 के लिए अभ्यर्थीयों को…
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मां बीड़ी कारखाने में मजदूर, पापा थे कंडक्टर, बेटी का हौसला तो देखिए... क्रैक कर दिखाया UPSC
नई दिल्ली: एक बहुत पुरानी कहावत है, जहां चाह...वहां राह। मतलब, अगर आपने कुछ करने का ठान लिया, तो फिर मंजिल तक पहुंचने का रास्ता खुद-ब-खुद बन जाता है। और, तमिलनाडु के तेनकासी जिले की रहने वालीं एस इनबा ने इस कहावत को पूरी तरह से सही साबित कर दिखाया है। इनबा के पिता श्रीनिवासन राज्य परिवहन निगम में कंडक्टर के पद से रिटायर हैं। मां एस स्टेला बीड़ी बनाने के एक कारखाने में काम करती हैं। वक्त बचता है, तो कुछ और पैसे कमाने के लिए पास की दुकान पर फूल माला बनाने चली जाती हैं। इनबा ने जब यूपीएससी की तैयारी के लिए कोचिंग सेंटर जॉइन किया, तो कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन लग गया। ऐसी कई मुश्किलों के बावजूद इनबा ने यूपीएससी की परीक्षा क्रैक की है।इनबा को यूपीएससी में 851वीं रैंक मिली है। हालांकि, इस रैंक तक पहुंचने से पहले इनबा के सामने चुनौतियों का एक बड़ा पहाड़ खड़ा था। आर्थिक समस्याएं थी, लॉकडाउन था और ऐसी ही कई अन्य परेशानियां थीं। लेकिन, इन सबके ऊपर इनबा का हौसला भारी पड़ा। करीब ढाई साल तक उन्होंने अपने जिले की सरकारी लाइब्रेरी को ही अपना घर बना लिया। वो 12-12 घंटे तक मेहनत करती थीं। विपरीत हालातों पर जीत हासिल करने के जज्बे और उनकी लगन ने उन्हें आज पूरे देश के लिए एक मिसाल बना दिया है। वासुदेवनल्लूर के नादर कम्युनिटी हायर सेकेंडरी स्कूल से उन्होंने अंग्रेजी मीडियम में 10वीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद 12वीं के लिए उन्होंने तेनकासी जिले के ही एमकेवीके मैट्रिकुलेशन स्कूल में एडमिशन लिया। 2020 में इनबा ने कोयंबटूर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल कर ली। अब वो वक्त आ चुका था, जब इनबा को अपने करियर का फैसला लेना था। उन्होंने तय किया कि वो यूपीएससी परीक्षा पास कर सिविल सर्विस में जाएंगी। इनबा ने सिविल सर्विस की कोचिंग के लिए चेन्नई में शंकर आईएएस अकादमी में एडमिशन ले लिया।
लॉकडाउन की वजह से छोड़नी पड़ी कोचिंग
परिवार की आर्थिक समस्याओं के बावजूद यहां तक पहुंची इनबा के सामने मुश्किलों का असली दौर अब शुरू हुआ। जैसे ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए कोचिंग सेंटर में एडमिशन लिया, देश में कोरोना वायरस की वजह से ल़ॉकडाउन लग गया। उन्हें कोचिंग सेंटर छोड़ना पड़ा। अब इनबा ऑनलाइन कोचिंग लेने के लिए मजबूर थी। समस्या ये थी कि उनके घर पर इंटरनेट की सुविधा नहीं थी। ऐसे में शेंगोट्टई इलाके की सरकारी लाइब्रेरी उनके काम आई। इनबा ने अगले ढाई साल तक इस लाइब्रेरी को ही अपना दूसरा घर बना लिया। वो सुबह 8 बजे ही लाइब्रेरी आ जातीं और रात को 8 बजे इसके बंद होने पर ही घर जातीं।
दो बार प्री परीक्षा में हुईं फेल
लाइब्रेरी में इनबा को अखबारों, किताबों के साथ-साथ फ्री वाईफाई की भी सुविधा मिली। अब उनके लिए ऑनलाइन कोचिंग हासिल करने में कोई मुश्किल नहीं थी। इसके बाद अब वो दिन आया जब इनबा यूपीएससी की परीक्षा में बैठी। हालांकि, उन्हें पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली। इसके बाद दिसंबर 2022 में एक प्रवेश परीक्षा पास करके उन्होंने चेन्नई के एक निःशुल्क सरकारी कोचिंग संस्थान 'अखिल भारतीय सिविल सेवा संस्थान' में एडमिशन ले लिया। इस बीच आया और दूसरी बार भी उन्हें असफलता हाथ लगी।
और आखिरकार इनबा ने हासिल की कामयाबी
दो-दो असफलताओं से जूझने के बावजूद इनबा ने हिम्मत नहीं हारी। वो फिर से यूपीएससी की परीक्षा में बैठीं और इस बार उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया गया। इनबा ने पूरी रणनीति के साथ इंटरव्यू की तैयारी की और जब 16 अप्रैल 2024 को यूपीएससी का रिजल्ट घोषित हुआ तो इनबा का नाम मेरिट लिस्ट में था। उन्हें 851वीं रैंक मिलीं। इनबा बताती हैं कि उनकी प्रेरणा कोई और नहीं, बल्कि उनकी मां हैं, जिन्होंने हर मुश्किल के बावजूद इनबा की पढ़ाई पर कोई असर नहीं पड़ने दिया। वहीं, इनबा की कामयाबी पर उनकी मां भी बेहद खुश हैं और हर किसी से अपनी बेटी के संघर्ष की कहानी बता रही हैं। http://dlvr.it/T6Hx5z
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jamshedpur school scam : जमशेदपुर में निजी स्कूलों में क्वालिटी एजुकेशन की आड़ में चल रहा गोरखधंधे का खेल,कदमा डीबीएमएस में 9वीं व 11वीं के फेल बच्चों के मामले ने पकड़ा तूल, एसडीओ ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश
जमशेदपुर: जमशेदपुर के अंग्रेजी मीडियम स्कूलों के कारगुजारियों का परत दर परत खुलासा होने लगा है. वैसे इसका खुलासा तब हो रहा है जब बच्चे फेल हो रहे हैं. आरोप लग रहे हैं कि उन बच्चों को फेल किया जा रहा है जो स्कूल के टीचरों से ट्यूशन नहीं लेते हैं. इतना ही नहीं बच्चों के अभिभावक यह भी आरोप लगा रहे हैं कि उनके बच्चों के एडमिशन के वक्त डेढ़ से दो लाख का डोनेशन लिया गया है. कदमा स्थित डीबीएमएस स्कूल के…
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एडटेक कंपनी 'लीड' 3000 महात्मा गांधी सरकारी स्कूलों में पढ़ायेगी इंग्लिश
लीड’ (LEAD) ने राजस्थान सरकार के साथ किया एमओयू
न्यूजवेव @ जयपुर
भारत की सबसे बड़ी स्कूल एडटेक कंपनी ‘लीड’ (LEAD) ने राजस्थान में इंग्लिश मीडियम के महात्मा गांधी सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को अंग्रेजी बोलने, लिखने और पढने के कौशल को विकसित करने के लिये राजस्थान सरकार के साथ करार किया है।
लीड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक, सुमीत मेहता ने कहा, “बच्चे को विभिन्न विषयों की क्वालिटी एजुकेशन प्रदान करने के उद्देश्य से प्री-प्राइमरी स्कूल स्तर से ही बच्चों को अंग्रेजी में ग्रेड स्तर की दक्षता प्राप्त करने की शुरुआत की जायेगी।
मेहता ने कहा कि लीड अपने अनूठे अंग्रेजी भाषा प्रोग्राम को राजस्थान के सभी जिलों में 3000 से अधिक महात्मा गांधी सरकारी स्कूलों (MGGS) में लागू करेगा। इसके माध्यम से छात्र स्किल के रूप में इंग्लिश बोलना व लिखना सीखेंगे। इसके लिये राजस्थान के एमजीजीएस स्कूलों में लीड की अंग्रेजी भाषा लैब उपलब्ध होगी। इसके तहत कक्षाओं के लिए स्मार्ट टीवी, छात्रों के लिए क्यूआर-संवर्धित पुस्तकें और टीचर्स के लिये इंटीग्रेटेड टैबलेट शामिल हैं। छात्र उच्चारण, वॉक्यूबुलेरी, रीडिंग एवं राइटिंग स्किल और व्याकरण आदि सीखेंगे। इतना ही नहीं, एक वर्ष में 1.5 वर्ष के इंग्लिश स्किल डेवलपमेंट को कवर किया जाएगा।
प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग के निदेशक IAS नवीन जैन ने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में, महात्मा गांधी सरकारी स्कूलों (MGGS) में पढ़ने वाले बच्चों को अब तक हिंदी से अंग्रेजी माध्यम में जाने पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन, लीड द्वारा अंग्रेजी भाषा कार्यक्रम की कक्षाओं के बाद वे इस चुनौती का आसानी से सामना करने में सक्षम होंगे।
लीड का स्मार्ट स्कूल सिस्टम
लीड का अंग्रेजी भाषा कार्यक्रम 2.5 मिलियन से अधिक छात्रों को ग्रेड स्तर पर लाने की सीख के आधार पर विकसित किया गया है। लीड का इंटीग्रेटेड स्कूल एडटेक सिस्टम एनईपी 2020 के अनुरूप है और इसमें स्कूलों के सभी क्षेत्रों के लिए अनुकूलित, एआई-सक्षम पेशकश शामिल है। शिक्षा के प्रति लीड के समग्र दृष्टिकोण में प्रत्येक शिक्षक को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेंचमार्क टूल और संसाधनों के साथ सशक्त बनाने के लिए शिक्षक क्षमता प्रणालीय पारंपरिक कक्षाओं को डिजिटल रूप से सक्षम, मल्टी-मॉडल अध्यापन-अध्ययन स्थानों में बदलने के लिए स्मार्ट क्लास समाधानय, छात्रों के सीखने और आत्मविश्वास को बढ़ावा देने के लिए एक एकीकृत पाठ्यक्रमय और प्रशासनिक कार्यों को सुव्यवस्थित करने, परिचालन दक्षता बढ़ाने और स्कूलों को कार्रवाई योग्य डेटा प्रदान करने के लिए स्मार्ट स्कूल सिस्टम शामिल हैं।
याद दिला दें कि जुलाई में, लीड ने भारत में कम शुल्क वाले स्कूल क्षेत्र में प्रवेश की घोषणा की है। लीड 2028 तक 60,000 स्कूलों में 25 मिलियन छात्रों को प्रेरक शिक्षा प्रदान करने के मिशन पर है।
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उत्तराखंड मे अब हिन्दी में भी होगी एमबीबीएस की पढ़ाईः डॉ. धन सिंह रावत
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उत्तराखंड मे अब हिन्दी में भी होगी एमबीबीएस की पढ़ाईः डॉ. धन सिंह रावत
देहरादून, 10 अगस्त 2023/ आज उत्तराखंड चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया से मुलाकात की। इस दौरान डॉ. रावत ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को ऊधमसिंह नगर जनपद में एम्स ऋषिकेश के सैटालाइट सेंटर के भूमि पूजन कार्यक्रम में आमंत्रित किया।
उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को सूबे के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में शैक्षिक सत्र 2023-24 से हिन्दी माध्यम में एमबीबीएस पाठ्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ करने के लिये भी आमंत्रित किया। जिस पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी सहमति प्रदान कर दोनों कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने उत्तराखंड आने का आश्वासन दिया।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी बयान में बताया कि उन्होंने नई दिल्ली में आज केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया से मुलाकात कर उत्तराखंड की स्वास्थ्य सुविधाओं एवं भविष्य की योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की।
डॉ. रावत ने बताया कि उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को ऊधमसिंह नगर जनपद में स्वीकृत एम्स ऋषिकेश के सेटेलाइट सेंटर के भूमि पूजन हेतु आमंत्रित किया। उन्होंने बताया कि ऊधमसिंह नगर में एम्स ऋषिकेश का सेटेलाइट सेंटर स्थापित होने पर पूरे कुमाऊं मंडल को इसका लाभ मिलेगा और प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को और मजबूती मिलेगी।
उन्होंने बताया केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को सूबे के मेडिकल कॉलेजों में शैक्षिक सत्र 2023-24 से एमबीबीएस की पढ़ाई अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी में कराये जाने की जानकारी दी। उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को हिन्दी मीडियम में एमबीबीएस पाठ्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ करने के लिये भी आमंत्रित किया। जिस पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दोनों कार्यक्रमों में शामिल होने पर अपनी सहमति जताई और शीघ्र उत्तराखंड आने का सकारात्मक आश्वासन दिया।
डॉ. रावत ने बताया कि मध्य प्रदेश की भांति उत्तराखंड में भी मेडिकल की पढ़ाई अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी माध्यम में होगी। इसके लिये चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है। उन्होंने बताया कि मेडिकल पाठ्यक्रम हिन्दी में तैयार करने के लिये विभाग ने राजकीय मेडिकल कॉलेजों के विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक विशेष समिति गठित की। इस समिति ने मध्य प्रदेश में लागू एमबीबीएस के हिन्दी पाठ्यक्रम का अध्ययन कर राज्य के मेडिकल कॉलेजों के लिये हिन्दी माध्यम में सिलेबस तैयार किया और इसे हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय को सौंपा। विश्वविद्यालय ने भी हिन्दी मीडियम पाठ्यक्रम लागू करने की सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी है। शीघ्र ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री के हाथों इसे प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में लागू कर दिया जायेगा। यह उन छात्रों के लिये बड़ी सौगात होगी जो हिन्दी मीडियम के स्कूलों से पढ़कर आये हैं।
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रायपुरः Swami Atmanand English and Hindi medium school छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से संचालित आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम स्कूलों इन दिनों बंपर भर्तियां निकली है। आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम स्कूल में करीब 80 पदों के लिए आवेदन मंगाए गए हैं। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इच्छुक उम्मीदवार 28 मार्च 2023 तक आवेदन कर सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक दुर्ग जिले में संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम स्कूलों में शिक्षक और गैर शिक्षक के कई पद खाली हैं। शिक्षा विभाग ने 79 पदों पर भर्ती निकाली है। इसके लिए जो शैक्षणिक पद हैं उसमें व्याख्याता, प्रधान पाठक, शिक्षक, सहायक शिक्षक, विज्ञान प्रयोगशाला और ग्रंथपाल ही आवेदन कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी से एनओसी लेना होगा।
इन स्कूलों में जिन पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं, उनमें व्याख्याता हिंदी, अंग्रेजी, गणित, भौतिक, रसायन, सामाजिक विज्ञान, भूगोल, इतिहास, अर्थशास्त्र, राजनीति और वाणिज्य के एक-एक पद खाली हैं। इसी तरह प्रधान पाठक पूर्व माध्यमिक शाला एवं प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षक हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, विज्ञान, कला और सहायक शिक्षक के लिए गणित के साथ ही सहायक विज्ञान प्रयोग शाला और ग्रंथपाल के लिए एक-एक पद स्वीकृत है।
जो शिक्षक इन पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं। वो एनओसी प्राप्त करने के बाद शासन की वेबसाइट durg.gov.in में जाकर फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं। आवेदन को लेकर पूरी जानकारी आपको यहां से मिल जाएगी।
ऐसे शिक्षक और शासकीय कर्मचारी जिनकी सेवा अवधि तीन साल या उससे कम बची हुई है वे इन पदों के लिए योग्य नहीं माने जाएंगे। इसलिए ऐसे लोग आवेदन नहीं कर सकते हैं।
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नये सत्र से हिन्दी में भी होगी मेडिकल की पढ़ाईः डाॅ. धन सिंह रावत
नये सत्र से हिन्दी में भी होगी मेडिकल की पढ़ाईः डाॅ. धन सिंह रावत
हिन्दी पाठ्यक्रम अपनाने वाला देश का दूसरा राज्य होगा उत्तराखंड
चिकित्सा शिक्षा का हिन्दी पाठ्यक्रम तैयार करने को समिति गठित
नये सत्र से हिन्दी में भी होगी मेडिकल की पढ़ाईः डाॅ. धन सिंह रावत प्रदेश के राजकीय मेडिकल काॅलेजों में अगले सत्र से एमबीबीएस की पढ़ाई अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी मीडियम में भी की जायेगी। इसके लिये चिकित्सा शिक्षा विभाग ने एक चार सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन कर दिया गया है। जो…
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उत्तराखंड ब्रेकिंग: अब हिंदी में होगी MBBS की पढ़ाई, बनेगा देश का दूसरा राज्य
उत्तराखंड ब्रेकिंग: अब हिंदी में होगी MBBS की पढ़ाई, बनेगा देश का दूसरा राज्य
देहरादून: प्रदेश के राजकीय मेडिकल काॅलेजों में अगले सत्र से एमबीबीएस की पढ़ाई अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी मीडियम में भी की जायेगी। इसके लिये चिकित्सा शिक्षा विभाग ने एक चार सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन कर दिया गया है।
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मध्य प्रदेश सरकार द्वारा वहां के मेडिकल काॅलेजों में लागू हिन्दी मीडियम एमबीबीएस पाठ्यक्रम का अध्ययन कर नये पाठ्यक्रम का ड्राफ्ट तैयार करेगा। जिसका विस्तृत अध्ययन के उपरांत सभी…
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उत्तराखंड ब्रेक��ंग: अब हिंदी में होगी MBBS की पढ़ाई, बनेगा देश का दूसरा राज्य
उत्तराखंड ब्रेकिंग: अब हिंदी में होगी MBBS की पढ़ाई, बनेगा देश का दूसरा राज्य
देहरादून: प्रदेश के राजकीय मेडिकल काॅलेजों में अगले सत्र से एमबीबीएस की पढ़ाई अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी मीडियम में भी की जायेगी। इसके लिये चिकित्सा शिक्षा विभाग ने एक चार सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन कर दिया गया है।
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मध्य प्रदेश सरकार द्वारा वहां के मेडिकल काॅलेजों में लागू हिन्दी मीडियम एमबीबीएस पाठ्यक्रम का अध्ययन कर नये पाठ्यक्रम का ड्राफ्ट तैयार करेगा। जिसका विस्तृत अध्ययन के उपरांत सभी…
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राधिका मदान को एक हॉलिवुड स्टार पर है क्रश, सोशल मीडिया पर किया खुलासा पिछली बार दिग्गज अभिनेता इरफान के साथ फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' में उनकी बेटी के किरदार में दिखाई दीं ऐक्ट्रेस …
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तुम यही डिजर्व करते हो... सीधा पंगा! विराट कोहली के बारे में ये क्या लिख गए नवीन-उल-हक?
लखनऊ: गौतम गंभीर से भिड़ने से पहले विराट कोहली की कहासुनी लखनऊ के मीडियम पेसर नवीन-उल-हक से हुई थी। इस प���रे विवाद की वह तीसरे अहम किरदार है, जिसकी वजह से झगड़ा शुरू हुआ। अब अफगानिस्तान के इस खिलाड़ी ने सोशल मीडिया पर 1 मई की रात हुए कांड पर पहली प्रतिक्रिया दी है। नवीन-उल-हक ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर अंग्रेजी में, 'YOU GET WHAT YOU DESERVE THATS HOW IT SHOULD BE AND THATS HOW IT GOES' जिसका हिंदी अनुवाद होता है- 'आपको वही मिलता है जिसके आप हकदार हैं, ऐसा ही होना चाहिए और ऐसा ही होता है' किसकी ओर इशारा?मैच में तीन विकेट लेने वाले नवीन-उल-हक कहना चाह रहे हैं कि मैदान पर जो कुछ भी हुआ, आप उसी के लायक थे। यह इशारा किसकी ओर है? क्या यह विराट कोहली को जवाब है? हालांकि फैंस अब अपने-अपने तरीके से उनकी बात का मतलब निकालने में जुटे हैं, लेकिन नवीन ने किसी का नाम नहीं लिखा है। मगर समझने वाले समझ चुके हैं कि उनका इशारा किस ओर है? विराट ने भी दी प्रतिक्रियाइससे पहले विराट कोहली ने भी इंस्टाग्राम स्टोरी पर अपनी पहली प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने लिखा, 'हम जो कुछ भी सुनते हैं वह एक राय है, तथ्य नहीं। हम जो कुछ भी देखते हैं वह एक संदर्भ में होता है, जरूरी नहीं सच हो।' निश्चित तौर पर विराट कोहली के चाहने वाले इससे काफी उत्साहित हैं और इसका स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया जा रहा है।नवीन-विराट कैसे भिड़े? सिर्फ 127 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी लखनऊ टीम पावरप्ले के दौरान ही घुटने टेक चुकी थी। अपनी टीम का दबदबा देख कोहली विरोधी बल्लेबाजों को खूब चिढ़ाते दिखे। इस दौरान नवीन-उल-हक से उनकी कहाचुनी हुई। विराट ने उस वक्त जूते दिखाकर अफगान क्रिकेटर को जवाब दिया था। मैच खत्म होने के बाद हाथ मिलाने के दौरान भी दोनों के बीच कहा-सुनी हुई। बाद में इस प्रकरण में गौतम गंभीर की एंट्री हुई हालांकि, कोहली और गंभीर दोनों पर आईपीएल आचार संहिता के उल्लंघन के लिए मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है, जबकि नवीन पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। http://dlvr.it/SnPDcm
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सोशल मीडिया पर छलका दीपक डोबरियाल का दर्द, बोले- 'फिल्मों के पोस्टर में नहीं मिलती जगह'
सोशल मीडिया पर छलका दीपक डोबरियाल का दर्द, बोले- ‘फिल्मों के पोस्टर में नहीं मिलती जगह’
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दीपक डोबरियाल ने इंस्टाग्राम पर कई फिल्मों के पोस्टर शेयर किए हैं. दीपक डोबरियाल (Deepak Dobriyal) ने सोशल मीडिया पर एक-एक कर कई फिल्मों के पोस्टर शेयर किए हैं, जिसमें एक्टर ने महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं, लेकिन इसके बाद भी इन फिल्मों के…
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सोशल मीडिया पर छलका दीपक डोबरियाल का दर्द, बोले- 'फिल्मों के पोस्टर में नहीं मिलती जगह'
सोशल मीडिया पर छलका दीपक डोबरियाल का दर्द, बोले- ‘फिल्मों के पोस्टर में नहीं मिलती जगह’
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नये सत्र से हिन्दी में भी होगी मेडिकल की पढ़ाईः डाॅ0 धन सिंह रावत
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नये सत्र से हिन्दी में भी होगी मेडिकल की पढ़ाईः डाॅ0 धन सिंह रावत
देहरादून, 04 नवम्बर 2022
प्रदेश के राजकीय मेडिकल काॅलेजों में अगले सत्र से एमबीबीएस की पढ़ाई अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी मीडियम में भी की जायेगी। इसके लिये चिकित्सा शिक्षा विभाग ने एक चार सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन कर दिया गया है। जो मध्य प्रदेश सरकार द्वारा वहां के मेडिकल काॅलेजों में लागू हिन्दी मीडियम एमबीबीएस पाठ्यक्रम का अध्ययन कर नये पाठ्यक्रम का ड्राफ्ट तैयार करेगा। जिसका विस्तृत अध्ययन के उपरांत सभी औपचारिकताएं पूर्ण करते हुये अगले सत्र से सूबे के राजकीय मेडिकल काॅलेजों में लागू कर दिया जायेगा।
सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डाॅ0 धन सिंह रावत ने बताया कि वर्तमान में केन्द्र सरकार द्वारा राष्ट्रभाषा हिन्दी को विशेष महत्व दिया जा रहा है। जिसके तहत न्यायपालिका सहित केन्द्र व राज्य सरकारों के सभी विभागों का कामकाज हिन्दी भाषा में किये जाने पर जोर दिया जा रहा है। यही नहीं शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में भी अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी भाषा में भी पाठ्यक्रम लागू किये जा रहे हैं। उत्तराखंड के अधिकतर विद्यालयों में छात्र-छात्राएं की पढ़ाई हिन्दी मीडियम से ही कराई जाती है। अक्सर देखने में आया है कि पर्वतीय क्षेत्रों से अपनी स्कूली शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र-छात्राओं को अंग्रेजी माध्यम से की जाने वाली मेडिकल की पढ़ाई में दिक्कत होती है। स्वयं डाॅक्टरी की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राएं समय-समय पर मेडिकल शिक्षा के पाठ्यक्रम को हिन्दी मीडियम में भी उपलब्ध कराने की मांग सरकार से करते आये हैं।
इन सभी बातों का संज्ञान लेते हुये चिकित्सा शिक्षा विभाग ने नये सत्र से एमबीबीएस की पढ़ाई अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी माध्यम से भी कराने का निर्णय लिया है। डाॅ0 रावत ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार पहले ही अपने मेडिकल काॅलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई हिन्दी माध्यम में शुरू कर चुका है। जो कि हिन्दी मीडियम में एमबीबीएस की पढ़ाई हिन्दी में कराने वाला देश का पहला राज्य बन चुका है।
विभागीय मंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश के बाद उत्तराखंड देश का दूसरा राज्य होगा जहां मेडिकल काॅलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी माध्यम में भी कराई जायेगी। जिसके लिये चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत राजकीय मेडिकल काॅलेजों के विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक चार सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है। राजकीय मेडिकल काॅलेज श्रीनगर के प्राचार्य डाॅ0 सी0एम0एस0 रावत की अध्यक्षता में गठित समिति में हल्द्वानी मेडिकल काॅलेज के प्रोफेसर डाॅ0 ए0के0 सिंह एवं डाॅ0 हरि शंकर पाण्डेय को सदस्य जबकि दून मेडिकल काॅलेज देहरादून के प्रोफेसर डाॅ0 दौलत सिंह को सदस्य सचिव नामित किया गया है। समिति मध्य प्रदेश के मेडिकल काॅलेजों में लागू एमबीबीएस के हिन्दी पाठ्यक्रम का अध्ययन कर राज्य के मेडिकल काॅलेजों के लिये सिलेबस तैयार करेगी।
समिति द्वारा तैयार हिन्दी मीडियम पाठ्यक्रम को हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय को सौंप दिया जायेगा। विश्वविद्यालय द्वारा हिन्दी मीडियम पाठ्यक्रम की सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने के उपरांत इसे सूबे के मेडिकल काॅलेजों में अगले सत्र से लागू कर दिया जायेगा।
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जब राधिका मदान 14 दिन के सेल्फ क्वारेंटाइन ’वनवास 'से हुईं आजाद, माँ ने ऐसे किया स्वागत - जब राधिका मदान 14-दिन के स्व-संगरोध से स्वतंत्र थी तो उनकी माँ ने स्वागत किया। बॉलीवुड - समाचार हिंदी में
जब राधिका मदान 14 दिन के सेल्फ क्वारेंटाइन ’वनवास ‘से हुईं आजाद, माँ ने ऐसे किया स्वागत – जब राधिका मदान 14-दिन के स्व-संगरोध से स्वतंत्र थी तो उनकी माँ ने स्वागत किया। बॉलीवुड – समाचार हिंदी में
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14 दिन के वनवास के बाद बेटी से मिलने पर मां ने ऐसा किया। घर पर सेल्फ आइसोलेशन में 14 दिन का ‘वनवास’ ठहराने के बाद राधिका मदन (राधिका मदन) अपनी मां से मिलीं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर मां के साथ अपनी…
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