CO-founder Gurukul99 | Digital Marketer | Content writer
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हरिवंश राय बच्चन और उनकी कविताएं किसी परिचय का मोहताज नहीं है। वह उत्तर छायावादी काल के प्रमुख कवियों में से एक थे। जिनकी कविताओं में एक अलग ही प्रकार की भाषा ���ैली देखने को मिलती है, जोकि उन्हें हिंदी जगत के अन्य कवियों से काफी अलग बनाती है।
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Google Search Console एक फ्री tool है जिससे हम अपनी वेबसाइट पर आने वाले users के बारे में बेहतर जान सकते हैं जैसे – Google में किसी keyword को सर्च करने पर हमारी website को कितनी बार क्लिक किया गया, किसी keyword पर हमारी website की average rank क्या है, हमारे कितने post Google में index हो चुके हैं इत्यादि।
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एक छोटी सी Introduction से शुरू करते हैं। Blogger google का खुद का blogging platform है, जो सबसे पहले 1999 में Pyra Labs द्वारा launch किया गया था, जो 2003 में google ने acquire करके अपने अनुसार modify कर लिया।
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जैसे स्वाति नक्षत्र में बरसी पानी की एक बूंद यदि केले के गर्भ में चली जाए, तो मोती बन जाती है। समुन्द्र की सीपी में पड़ जाए तो मोती बन जाती है, लेकिन यदि सर्प के मुंह में चली जाए तो विष बन जाती है। ठीक उसी प्रकार से मनुष्य यदि अच्छे लोगों की संगति में रहता है तो अच्छा बनता है। वहीं बुरे लोगों के साथ उठता बैठता है, तो उसमें अवगुण आते हैं।
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सांप की जीभ का दो भागों में कटा होना कौन से आश्चर्य की बात है? परंतु यदि हम आपसे कहें कि सांप की जीभ का दो भागों में कटा होना धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना गया है। जाने क्यों ?
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डॉ. भीमराव आंबेडकर
पानी की एक बूंद जो समुद्र में मिल जाने के बाद अपना अस्तित्व खो देती है। लेकिन मनुष्य को समाज में रहकर अपना अस्तित्व नहीं खोना चाहिए। क्यूंकि व्यक्ति स्वतंत्र है, और उसका जन्म समाज के विकास के लिए नहीं, अपितु स्वयं के विकास के लिए हुआ है।
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वह चंदन भी क्या चंदन है, जो अपना वन महका ना सका। वह जीवन भी क्या जीवन है, जो काम देश के आ ना सका।
उपयुक्त पंक्तियां चंडी प्रसाद भट्ट के जीवन पर सटीक बैठती हैं।
जिन्होंने जीवनपर्यंत देश में राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने के लिए कार्य किया। अपने सामाजिक कार्यों के चलते चंडी प्रसाद भट्ट को एशिया के नोबेल पुरस्कार रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया है।
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“सद्गुरु” के तौर पर प्रख्यात जग्गी वासुदेव का व्यक्तित्व किसी परिचय का मोहताज नहीं है। वह एक महान लेखक होने के साथ-साथ योग गुरु भी हैं। इनके द्वारा संचालित ईशा फाउंडेशन पर्यावरण और समाज सेवा के कार्यों में प्रमुख रूप से सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
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इस युग में भीष्म पितामह, गुरु द्रोणाचार्य, युधिष्ठिर, अर्जुन, भीम, कृपाचार्य, बलराम, अभिमन्यु, अश्वत्थामा, कर्ण जैसे महारथी हुए। जिनमें से आज हम कर्ण जैसे दानवीर के जीवन से जुड़े उस किस्से की चर्चा करेंगे। जिसने कर्ण जैसे महारथी को सम्पूर्ण संसार में एक दानवीर के रूप में विख्यात कर दिया।
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आधुनिक युग को विज्ञान का युग कहा जाता है। आज मानव जीवन के हर क्षेत्र में विज्ञान का वर्चस्व देखा जा सकता है।वैसे तो रामायण और महाभारत के समय में भी लाखों अस्त्रों और वैज्ञानिक तकनीकों के बारे में पता चलता है। परन्तु उस समय के आविष्कार समय के साथ ऐसे लुप्त हुए, कि जैसे उनका कोई अस्तित्व ही ना हो।विज्ञान का युग ......Read more
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शहीद भगत सिंह के बारे में कौन नहीं जानता होगा? सरकारी दस्तावेजों में भले ही भगत सिंह को शहीद मान लिया गया हो। लेकिन भारतीय नागरिकों के दिल में भगत सिंह आज भी जिंदा हैं। भगत सिंह ब्रिटिश सरकार से भारत देश को आजादी दिलवाना चाहते थे। जिसके लिए उन्होंने क्रांति का मार्ग चुना
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काक चेष्टा, बको ध्यानं,स्वान निद्रा तथैव च, अल्पहारी, गृह त्यागी,विद्यार्थी पंच लक्षणम।।
दोहे के अनुसार, एक विद्यार्थी में पांच लक्षण होने चाहिए।
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तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा !
उक्त उदघोष से भारतीयों के दिलों में आज़ादी की अलख जगाने वाले नेता जी सुभाष चन्द्र बोस भारत के स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। इन्होंने ना केवल भारत की आज़ादी के लिए संघर्ष किया अपितु भारतीयों को विचारों की गुलामी से बाहर निक��लने का भी पूरा प्रयास किया। जिसके कारण सुभाष चन्द्र बोस आज भी भारतीयों के दिल में जिंदा हैं। ...Read more
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योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तर प्रदेश (वर्तमान उत्तराखण्ड) के पौड़ी गढ़वाल स्थित यमकेश्वर तहसील के पंचुर गांव में हुआ था। इनका पूरा नाम अजय सिंह बिष्ट है। इनके पिता जी का नाम आंनद सिंह बिष्ट है जोकि फॉरेस्ट रेंजर थे। जिनका साल 2020 में 20 अप्रैल को निधन हो गया। इनकी माता का नाम सावित्री देवी है। योगी आदित्यनाथ अपने सभी सात भाई बहनों में पांचवे स्थान पर हैं। साल 1977 में योगी आदित्यनाथ ने टिहरी इलाके के गजा स्थित स्थानीय स्कूल से प्राइमरी शिक्षा ग्रहण की। तत्पश्चात् साल 1987 में मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की और साल 1989 में ऋषिकेश के श्री भत इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। साथ ही साल 1992 में उन्होंने श्रीनगर के हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित विषय से बीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की।
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आधी आबादी के हक़ और सम्मान की लड़ाई जीवनपर्यंत लड़ने वाले सावित्रीबाई फुले के नाम से हर कोई पर��चित होगा। पर क्या आप जानते है कि उन्होंने अपने जीवन के आखिरी समय को भी मानव जाति की सेवा में ही लगा दिया था।तो आइये जानते है उनके बारे में ....Read more
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On-page SEO उन तकनीकों को कहते हैं जिनको हम अपने वेबसाइट या blog के अंदर apply कर सकते हैं। इनमे आपके blog के कंटेंट की quality, blog की loading स्पीड, meta tags (जिनके बारे में हम आगे पढ़ेंगे) etc आते हैं।
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