छत्तीसगढ में पारंपरिक रूप में गाये जाने वाले लोकगीतों में जसगीत का अहम स्थान है । छत्तीसगढ का यह लोकगीत मुख्यत: क्वांर व चैत्र नवरात में नौ दिन तक गाया जाता है | पारंपरिक रूप से मांदर, झांझ व मंजिरे के साथ गाये जाने वाला यह गीत अपने स्वरों के ऊतार चढाव में ऐसी भक्ति की मादकता जगाता है जिससे सुनने वाले का रोम रोम माता के भक्ति में विभोर हो उठता है । छत्तीसगढ के शौर्य का प्रतीक एवं मॉं आदि शक्ति के प्रति असीम श्रद्धा को प्रदर्शित करता यह लोकगीत नसों में बहते रक्त को खौला देता है, यह अघ्यात्मिक आनंद का ऐसा अलौकिक ऊर्जा तनमन में जगाता है जिससे छत्तीसगढ के सीधे साधे सरल व्यक्ति के रग रग में ओज उमड पडता है एवं माता के सम्मान में इस गीत के रस में लीन भक्त लोहे के बने नुकीले लम्बे तारों, त्रिशुलों से अपने जीभ, गाल व हाथों को छेद लेते हैं व जसगीत के स्वर लहरियों में थिरकते हुए ‘बोलबम’ ‘बोलबम’ कहते हुए माता के प्रति अपनी श्रद्धा प्रदर्शित करते हुए ‘बाना चढाते’ हैं वहीं गांव के महामाया का पुजारी ‘बैइगा’ आनंद से अभिभूत हो ‘माता चढे’ बम बम बोलते लोगों को बगई के रस्सी से बने मोटे रस्से से पूरी ताकत से मारता है, शरीर में सोटे के निशान उभर पडते हैं पर भक्त बम बम कहते हुए आनंद में और डूबता जाता है और सोंटे का प्रहार मांदर के थाप के साथ ही गहराते जाता है । Exploring with: @image___factory #navratri2021 #navratri #villagelife #villagebeauty_westend #villageofchhattisgarh #chhattisgarh😍 #chhattisgarhdiaries #chhattisgarhiya_sable_badhiya #chhattisgarhi #chhattisgarh #chhattisgarhtourism #chhattishgarhtourism #jasgeet #matarani#mata #sewa #about #lifeofchhattisgarh #dholak #image__factory #dslrphotography #canon #canon_photo #canonphoto #canon200d #instagram #photographylover #likeforlikes #cfor36garh https://www.instagram.com/p/CVCv9HHhDys/?utm_medium=tumblr
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