#mahakumbha
Explore tagged Tumblr posts
few-favorite-things · 4 years ago
Photo
Tumblr media
Uttarakhand: মানুষের সঙ্গে সংঘাত এড়াতে হাতির গলায় ‘রেডিও কলার’ লাগাবে এই রাজ্য – u’khand to put radio collars on elephants to stop conflict with humans এই সময় ডিজিটাল ডেস্ক: প্রায় প্রতিদিনই হাতির অস্বাভাবিক মৃত্যুর খবর মিলছে। কেরলে বোমা ভরে রাখা আনারস খেয়ে ফেলায় তা ফেটে গিয়ে হাতি মৃত্যুর ঘটনা নিয়ে তোলপাড় হয়েছিল নেট দুনিয়া। এবার হাতি নিয়ে রীতিমতো ব্যবস্থা নিল উত্তরাখণ্ড বনদফতর। ওয়াইল্ডলাইফ ইনস্টিটিউট অফ ইন্ডিয়ার সঙ্গে গাঁটছড়া বেঁধে কয়েকটি হাতিকে রেডিও কলার পরানোর সিদ্ধান্ত নিয়েছে বনদফতর। এর কারণ হিসেবে জানানো হয়েছে, পরের বছর মহাকুম্ভ মেলার কথা মাথায় রেখে এই ব্যবস্থা নেওয়া হয়েছে। যাতে তীর্থযাত্রীদের উপর হামলা না হয়, খাদ্যের খোঁজে গ্রামে ও লোকালয়ে ঢুকে না পড়ে, তা নজরদারি রাখা যাবে খুব সহজেই।
0 notes
art-now-india · 6 years ago
Photo
Tumblr media
the survival india monk, Suraj Prajapati
it is not just a painting,it is an experience of ujjain mahakumbha .
https://www.saatchiart.com/art/Painting-the-survival-india-monk/916462/3321224/view
1 note · View note
abhay121996-blog · 4 years ago
Text
Mahakumbha 2021 : कोरोना को मात दे रहा साधू-संतों का टोला..! महाकुंभ में ना मास्क, ना सोशल डिस्टेंसिंग, प्रशासन की लापरवाही सामने आई Divya Sandesh
#Divyasandesh
Mahakumbha 2021 : कोरोना को मात दे रहा साधू-संतों का टोला..! महाकुंभ में ना मास्क, ना सोशल डिस्टेंसिंग, प्रशासन की लापरवाही सामने आई
लाइफस्टाइल डेस्क। देशभर में एक तरफ कोरोना के मामले बढ़ रह हैं वहीं दूसरी ओर लोग ज्यादा लापरवाह होते नजर आ रह�� हैं। उत्तराखंड के हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ में भी ये नजारा आपको देखने को मिल सकता है। आज बुधवार को हरिद्वार में महाकुंभ का तीसरा शाही स्नान है जिसमें लाखों लोग पवित्र डुबकी लगा रहे हैं। लेकिन ना मास्क है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग। हर की पौड़ी घाट पर हजारों की संख्या में साधू-संतों के टोलों ने भी शाही स्नान में भाग लिया। लेकिन किसी भी साधू ने मास्क नहीं लगा रहा था। प्रशासन की तरफ से भी ढिलाई बरती जा रही है।
एएनआई न्यूज एजेंसी के अनुसार, हरिद्वार में आज बुधवार को लाखों की संख्या में लोगों ने शाही स्नान में भाग लिया। लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच भी श्रद्धालु लगातार कोरोना के प्रति लापरवाह नजर आ रहे हैं। साधू – संतों का टोला भी पूरी तरह कोरोना से बेखौफ हैं।
गौरतलब है कि महाकुंभ में कोरोनागाइड लाइन बनाई गई हैं लेकिन इनका पालन नहीं किया जा रहा है। साथ ही प्रशासन की ओर से भी लगातार ढिलाई बरती जा रही है। राज्य में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
0 notes
yatharthgeeta · 7 years ago
Link
DIE BHAGAVAD-GITA - YATHARTH GEETA Nach 5200 Jahren ein einzigartiger Beitrag zur grundlegenden philosophie Indiens und eine umfassende, authentische Interpretation der Bhagavad-gita. Die Gita in ihrer wahren Perspektive. Wissenschaft der Religion für die Menschheit Der Autor dieses Werkes, Yatharthgita, ist ein weltabgewandter Heiliger, der uber keinerlei schulische o. akademische Ausbildung ver fugt, doch sein geistiger Meister öffnete ihm die Augen mit der Fackel der Erkenntnis. Er bestimmte dessen Weg mit den Anweisungen dass er frei von fast allen weltlichenI Obliegenheiten sei, aber eine Verbindlichkeit habe er noch zu erfüllen, und zwar die folgerichtige Dokumentation der Yatharthgita, wie Sie ihm vom Herrn offenbart wurde, Von Haus aus hält Svami Adgadanand das Schreiben für ein Hindernis auf dem Meditationspfad, also versuchte er durch Anbetung und Wiederholung vom Gottesnamen dieseVerantwortung loszuwerden. Aber der Befehl des Herrn blieb eindeutig: “Schreibe die Gita-Philosophie nieder, wie sie dir vergönnt wurde.” Tauchten Fehler auf, so wurden sie vom Erhabenen selbst beseitigt. Was l’art pour l’art angefangen hat, wurde zu einem Zweck zum Wohl der Menschheit. Möge die Yatharthagita zu einer Schrift für das Gedeihen der gesamten Weltwerden. Mit dem Ehrentitel "Pride of World" wurde Svami Adgadanand, anlässlich des allerletzten Mahakumbhs des 20. Jahrhunderts in Haridwar in Anwesenheit von allen Shankracharyen, Mahamandleshwaren, Mitgliedern von Brahma Mahasabha und religiösen Gelehrten aus 44 Ländern verehrt Das Religiöse Parlament der Welt verlieh Svami Adgadanand für sein Werk "Yatharthgita", eine Interpretation der Srimadbhagwadgita, am 26. 1. 2001 bei den anläßlich des Mahakumbhas in Prayag stattfindenden Festlichkeiten den Ehrentitel "Prophet of the world". Zu Anlass des allerletzten Mahakumbhs des 20. Jahrhunderts wurde Svami Adgadanand in Anbetracht seines Werkes "Yatharthgita", einer wahren Analyse von Srimadbhagwadgita, vom Religiösen Parlament der Ehrentitel "Pride of India" verliehen. Für weitere Informationen, besuchen Sie unsere Website: http://yatharthgeeta.com/
1 note · View note
Link
Brahmachari Girish Ji Honoured at Dharma Sanskriti Mahakumbha 2016
0 notes
greport2018 · 6 years ago
Text
Madhya Pradesh Election 2018: क्या 'कार्यकर्ता महाकुंभ' से फिर इतिहास रचेगी बीजेपी?
Madhya Pradesh Election 2018: क्या ‘कार्यकर्ता महाकुंभ’ से फिर इतिहास रचेगी बीजेपी?
भोपाल, 25 सितंबर। भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ‘कार्यकर्ता महाकुंभ’ के जरिए आधिकारिक तौर पर चुनावी रैलियों का बिगुल बजाने वाली है। इस महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान सहित पार्टी के कई दिग्गज नेता शामिल होंगे।
बीजेपी इससे पहले साल 2008 और 2ं013 में भी इस तरह के महाकुंभ का आयोजन कर सत्ता का सुख भोग चुकी…
View On WordPress
0 notes
aryavrittravel · 8 years ago
Link
Maha kumbha Mela and Mahakala Temple Ujjain Trip
India has always been very welcoming and colors of its culture that I got to see this summer were incredible. I never had even the slightest idea that this trip would be so memorable. Me and my friends decided to attend the Mahakumbha Mela
Tumblr media
0 notes
smhoaxslayer · 8 years ago
Photo
Tumblr media
"The Youth" is misguiding Indian Youths with lies. This photo is of Shipra River, Ujjain, which was cleaned for Kumbh Mela last year. This is not Ganga Ghaat in Varanasi. Lie: https://www.facebook.com/TheYouth2u/photos/a.977567575645263.1073741828.977560692312618/1262622897139728 Source: 1. http://www.samaylive.com/regional-news-in-hindi/madhya-pradesh-news-in-hindi/346754/ujjain-ready-to-simhasth-2016.html 2. http://m.bhaskar.com/news/MP-IND-HMU-ujjain-viral-photos-before-simhastha-mahakumbha-5287505-PHO.html?seq=5 And with such lies and the text below the image, you can understand who all are running this page. LOL 😂 https://www.facebook.com/SMHoaxSlayer/photos/a.147357335599672.1073741828.140690692933003/428263870842349/?type=3
0 notes
thanerealty · 8 years ago
Photo
Tumblr media
A young Sadhu from Panchayeti Akhada checking out the latest version of #IOS #mahakumbha #kumbha #Ujjain #photography #kumbhamela #nagasadhu #nagamuni
0 notes
deepjsarma · 12 years ago
Link
0 notes
abhay121996-blog · 4 years ago
Text
Mahakumbha 2021 : हरिद्वार महाकुंभ में अब बचे हैं दो और शाही स्नान, 14 अप्रैल और 27 अप्रैल को पवित्र स्नान करने जाने वाले इन बातों का रखें ध्यान, तो नहीं उठानी पड़ेगी परेशानी Divya Sandesh
#Divyasandesh
Mahakumbha 2021 : हरिद्वार महाकुंभ में अब बचे हैं दो और शाही स्नान, 14 अप्रैल और 27 अप्रैल को पवित्र स्नान करने जाने वाले इन बातों का रखें ध्यान, तो नहीं उठानी पड़ेगी परेशानी
लाइफस्टाइल डेस्क। उत्तराखंड के हरिद्वार में महाकुंभ मेले में आज सोमवती अमावस्या के मौके पर दूसरा शाही स्नान आयोजित हुआ। इस दौरान मेला एवं पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था पहले से बेहतर कर दी है। वहीं पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने बताया कि महाकुंभ के स्नान को देखते हुए बाहरी राज्यों से हरिद्वार आने वाले वाहनों के रूट तय कर दिए गए हैं। भारी वाहनों का हरिद्वार में प्रवेश बंद कर दिया गया है तथा विभिन्न प्रांतों से आने वाले वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग एरिया बनाए गए हैं।
हरिद्वारा महाकुंभ में अभी 14 अप्रैल को मेष सक्रांति तथा 27 अप्रैल को पूर्णिमा का शाही स्नान होगा। इन दोनों ही शाही स्नानों पर भी महाकुंभ में श्रद्धालुओं की जमकर भीड़ उमड़ने वाली है। ऐसे में यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होगा।
तो आइये जानते हैं महाकुंभ में जाने से पूर्व किन बातों का रखें ध्यान और वहां कैसे पहुंचे?
1. उत्तर प्रदेश मुजफ्फर��गर सहारनपुर से आने वाले वाहन धीरवाली पार्किंग में खड़े किए जाएंगे जबकि बिजनौर वाले इलाकों से आने वाले वाहन गौरीशंकर पार्किंग में खड़े किए जाएंगे। गढ़वाल से आने वाले वाहन उत्तरी हरिद्वार में दूधाधारी पार्किंग में खड़ी किए जाएंगे।
2. बाहर से आने वाली बसों के लिए कई अस्थाई बस स्टैंड भी बनाए गए हैं जिसमें मुख्य रुप से ऋषि कुल में अस्थाई बस स्टैंड बनाया गया है इसके अलावा शहर में आने जाने के लिए शटल सेवा भी शुरू की गई है।
3. मुख्य मार्गों पर सभी प्रकार के वाहन बंद रहेंगे। हर की पौड़ी के दो किलोमीटर के आसपास के क्षेत्र को जीरो जोन घोषित कर दिया गया है वहां केवल पैदल यात्रियों को ही जाने की अनुमति होगी।
4. रेलवे ने भी इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए विशेष ट्रेनें नहीं चलाई है केवल सामान्य ट्रेनें चलेंगी जो हरिद्वार से पहले ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर रुकेगी वहां से यात्रियों को टेंपो और अन्य साधनों से अपने-अपने गंतव्य की ओर जाना होगा।
5. हरिद्वार को कई जोन तथा सेक्टरों में बांटा गया है इस बार मेला प्रशासन की ओर से कई नए घाट वह पुल भी बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में सभी बॉर्डर पर भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं जगह-जगह जांच की जा रही है तथा बाहर से आने वाले लोगों की कोविड जांच रिपोर्ट ना होने पर उन्हें लौटाया जा रहा है।
6. जगह-जगह सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है ड्रोन कैमरो के जरिए भीड़ एवं यातायात पर निगाह रखी जा रही है साथ ही मेला भवन में कंट्रोल कमांड सेंटर बनाया गया है इसके माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा मेले पर भीड़ एवं यातायात नियंत्रण में इसकी मदद ली जा रही है।
0 notes
abhay121996-blog · 4 years ago
Text
Mahakumbha Shahi Snan : सोमवती अमावस्या पर हरिद्वार में दूसरा शाही स्नान, कोरोना गाइडलाइन तोड़कर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई पवित्र डुबकी, DD के दो चैनलों पर सीधा प्रसारण Divya Sandesh
#Divyasandesh
Mahakumbha Shahi Snan : सोमवती अमावस्या पर हरिद्वार में दूसरा शाही स्नान, कोरोना गाइडलाइन तोड़कर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई पवित्र डुबकी, DD के दो चैनलों पर सीधा प्रसारण
लाइफस्टाइल डेस्क। उत्तराखंड के हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ में आज सोमवार को सोमवती अमास्या के मौके पर दूसरे शाही स्नान में लाखों लोगों ने पवित्र डुबकी लगाई है। तमाम अखाड़ों के साधु-संत आस्था भरी डुबकी लगा रहे हैं। साथ ही आज, 14 और 27 अप्रैल को होने वाली शाही स्नान का दूरदर्शन और डीडी उत्तराखंड चैनल पर लाइव टेलिकास्ट भी किया जा रहा है।
महाकुंभ के मौके पर आज सोमवती अमावस्या के दिन विशेष स्नान करने नेपाल के अंतिम राजा ज्ञानेंद्र वीर सिंह भी हरिद्वार पहुंचे हैं जिनका उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने स्वागत किया। हरिद्वार महाकुंभ में भीड़ भी बहुत ज्यादा देखने को मिल रही है। वहीं कोरोना गाइडलाइन की भी धज्जियां जमकर उड़ाई जा रही हैं। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रही है।
Uttarakhand: Sadhus participate in the second ‘shahi snan’ of Maha Kumbh at Har Ki Pauri ghat in Haridwar pic.twitter.com/VMjd4h5Gcp — ANI (@ANI) April 12, 2021
कुंभ मेले के आईजी संजय गुंज्याल ने कहा कि आम जनता को सुबह 7:00 बजे तक अनुमति दी गई थी। इसके बाद अखाड़ों के लिए खोल दिया जाएगा। हम लगातार कोरोना प्रोटोकॉल के पालन करने की अपील क��� रहे हैं। हालांकि महाकुंभ में भीड़ इतनी है कि सभी पर नजर रखी जाए ऐसा संभव नहीं है।
0 notes