सूंड सुंडाला दुंद दूंदाला मस्तक मोटा कान भजन लिरिक्स | Sund Sundala Dund Dundala Bhajan Lyrics
सूंड सुंडाला दुंद दूंदाला मस्तक मोटा कान भजन लिरिक्स | Sund Sundala Dund Dundala Bhajan Lyrics
सूंड सुंडाला दुंद दूंदाला मस्तक मोटा कान भजन लिरिक्स, Sund Sundala Dund Dundala Bhajan Lyrics
।। दोहा ।।
प्रथम गुरूजी को वंदना, द्वितीय आद गणेश।
तृतीये सिमरा सारदा , मारे कंठ करो प्रवेश।
~ सूंड सुंडाला दुंद दूंदाला ~
सूंड सुंडाला दुंद दूंदाला ,
मस्तक मोटा कान।
गणपति देव बड़ा बलवान।
जो गणपति को प्रथम मानता ,
उनका सारा दुःख मिट जाता।
रिध्धि सिद्धि सुख सम्पति पाता ,
भव से बेडा पार उतर जाता।
मेरी…
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