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drsunildubeyclinic · 2 months ago
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Top-class Best Sexologist Patna, Bihar for SD Treatment due to Relationship Problems | Dr. Sunil Dubey
रिश्ते की समस्याओं के होने से यौन समस्या:
आज के समय में शादीशुदा जोड़ों के बीच रिश्तों की समस्याएँ का होना बहुत ही आम हैं, लेकिन अगर यह स्थिति अगर किसी जोड़े के जीवन में लम्बे समय तक बनी रहे, तो यह उनके यौन समस्याओं का कारण बनती है। भारत में, एक तिहाई शादीशुदा जोड़े अपने जीवन से खुश नहीं हैं। कारण चाहे जो भी हो, यह पारिवारिक व शादी-शुदा जीवन के लिए अच्छा संकेत नहीं होता है। आज का सत्र रिश्तो की समस्याओं के कारण होने वाले गुप्त व यौन समस्याओं पर आधारित है, जहाँ पुरुष व महिला दोनों ही अपने-अपने यौन जीवन में समस्याओं का सामना करते है।
विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे, जो पिछले 35 वर्षो से पटना में सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के रूप में कार्यरत हैं, कहते हैं कि आज के समय में गुप्त व यौन रोग के कई मामले रिश्तों की समस्याओं से जुड़े होते हैं। वे दुबे क्लिनिक में सभी तरह के गुप्त व यौन रोगियों का इलाज करते हैं, बताते है कि कई शादीशुदा जोड़े रिश्तों की समस्याओं के कारण अपने-अपने यौन विकारों के लिए चिकित्सा व उपचार हेतु क्लिनिक आते हैं। वे उनके गुप्त व यौन समस्याओं को दूर करने के लिए व्यापक आयुर्वेदिक उपचार, हर्बल चिकित्सा, प्रभावी भस्म और स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देश प्रदान करते हैं। वे रोगियों के उनके समस्याओं के अनुसार ही उनका इलाज करते है जहाँ वे शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, जीवनशैली, व अन्य कारक के कारण इससे पीड़ित होते है।
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अपने प्रैक्टिस, अनुभव, व परामर्श के अनुसार, उनका मानना है कि जोड़े के बीच रिश्तों की समस्याएँ प्रमुख मुद्दे नहीं हैं, बल्कि इसके कारण मनोवैज्ञानिक संघर्ष का दैनिक जीवन में बने रहना जोड़े के जीवन में एक प्रमुख मुद्दा है। आइए कुछ सामान्य रिश्ते संबंधी मुद्दों पर नज़र डालते है जो पुरुषों या महिलाओं में गुप्त व यौन समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
संचार टूटना: एक दूसरे से बातचीत न करना।
विश्वास के मुद्दे: एक दूसरे को शक की दृष्टि से देखना।
संघर्ष और बहस: छोटी-छोटी बातो पर बहस का मुद्दा।
भावनात्मक वियोग: एक दूसरे के प्रति लगाव का न होना।
अंतरंगता से बचना: यौन क्रिया के दूर रहना।
यौन इच्छाओं में अंतर: एक दूसरे के संभोग में अंतर होना।
बेवफाई: अपने पार्टनर को धोखा देना।
वित्तीय तनाव: पैसे की तंगी का होना।
पेरेंटिंग संघर्ष: संतान प्राप्ति हेतु संघर्ष करना।
भावनात्मक समर्थन की कमी: परस्पर सहयोग में कमी।
डॉ. सुनील दुबे बताते हैं कि अगर किसी व्यक्ति के दैनिक जीवन में रिश्ते की समस्याएं की स्थिति बनी रहती हैं, तो यह उसकी मानसिक स्थिति, शारीरिक स्वास्थ्य और दैनिक जीवनशैली को बुरी तरह से प्रभावित करती हैं। एक निश्चित समय के बाद, ये रिश्ते की समस्याएं उनके जीवन में जटिल बन जाती हैं और उनके यौन स्वास्थ्य को मानसिक व भावनात्मक र���प से प्रभावित करती हैं। इस रिश्ते की समस्या के कारण पुरुष और महिला दोनों अपने यौन जीवन में संघर्ष करते देखे ज��� सकते हैं।
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रिश्तों में समस्याओं के कारण होने वाले यौन विकार:
पुरुषों या महिलाओं में कामेच्छा में कमी होना।
पुरुषों में स्तंभन दोष (नपुंसकता) का होना।
पुरुषों में अर्जित शीघ्रपतन की स्थिति का होना।
पुरुषों में स्खलन में देरी या विकृत स्खलन का होना।
महिलाओं में योनि तनाव या वागिनिस्मुस की स्थिति का होना।
महिलाओं में डिस्पेर्यूनिया (पीड़ा विकार) का होना।
महिलाओं में संभोग सुख की कमी का होना।
पुरुषों या महिलाओं में यौन संतुष्टि में कमी होना।
पुरुषों या महिलाओं में संभोग से परहेज करना।
पुरुषों या महिलाओं में बेवफाई की स्थिति।
रिश्तों से जुड़ी समस्याओं का यौन जीवन पर प्रभाव:
डॉ. सुनील दुबे भारत के सफल आयुर्वेदिक चिकित्सा अनुसंधान, सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान और यौन चिकित्सा परामर्श के विशेषज्ञ हैं। भारत के अधिकांश लोग उन्हें बिहार में सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट के रूप में जानते हैं क्योंकि वे एक उच्च शिक्षित, सबसे अनुभवी और सफल सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर हैं जो पटना से तालुक रखते है। उनका कहना है कि विवाहित जोड़ों के बीच खराब संबंध शादी-शुदा जीवन के लिए अभिशाप से कम नहीं है क्योंकि इस रिश्ते की समस्या के कारण न केवल एक व्यक्ति बल्कि पूरा परिवार प्रभावित होता है।
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जोड़े के बीच भावनात्मक संकट बढ़ जाता है।
दंपत्ति के बीच आत्मीयता कम हो जाती है।
दंपत्ति के बीच संवाद कम हो जाता है।
दंपत्ति के बीच संघर्ष की स्थिति बढ़ जाता है।
दंपत्ति के बीच संबंधों में संतुष्टि कम हो जाती है।
दंपति के बीच तलाक की स्थिति बन जाती है।
आयुर्वेदिक दृष्टिकोण:
डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि रिश्तों की समस्याएं जोड़े के यौन जीवन को प्रभावित करती हैं, जहां यौन ऊर्जा असंतुलित हो जाती है, महत्वपूर्ण ऊर्जा कम हो जाती है और मन भावनात्मक रूप से अशांत रहता है। इस स्थिति में, व्यक्ति को आयुर्वेदिक दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है जो उसे तनाव से राहत, हार्मोनल का संतुलन, कामेच्छा में वृद्धि, प्रजनन कल्याण और विषहरण उन्हें प्राकृतिक रूप से संतुलित बनाते है। इसका शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और व्यक्ति अपने वात, पित, व कफ को संतुलित करता है।
परामर्श और चिकित्सा:
डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि यदि कोई व्यक्ति अपने रिश्ते में परेशानी का सामना एक लम्बे समय से कर रहा है, तो उसे व्यक्तिगत सहायता, उपचार और चिकित्सा हेतु आयुर्वेद विशेषज्ञ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। वास्तव में, आयुर्वेदिक सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर अन्य चिकित्सक से अधिक प्रभावी होते हैं जो सेक्सोलॉजी चिकित्सा में भी विशेषज्ञ हो। अपनी काउंसलिंग में, वह युगल चिकित्सा, यौन चिकित्सा, संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा (सीबीटी), भावनात्मक रूप से केंद्रित चिकित्सा (ईएफटी) प्रदान करते हैं। अपने आयुर्वेदिक उपचार में, वह जड़ी-बूटियाँ, प्राकृतिक रसायन, प्रभावी भस्म, हर्बल उपचार और महत्वपूर्ण स्वास्थ्य दिशानिर्देश प्रदान करते हैं।
विवाहित जोड़ों को सुझाव जो रिश्ते की समस्याओं का सामना कर रहे हैं-
अपने-अपने संचार में सुधार करने की कोशिश करें।
सहानुभूति और आपसी समझ का अभ्यास करें।
नियमित रूप से डे�� नाइट्स शेड्यूल करें।
अंतरंग गतिविधियों (गैर-यौन) में शामिल हों।
क्षमा और संघर्ष समाधान का अभ्यास करें।
आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान में प्रमाणित और विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से परामर्श करें। दुबे क्लिनिक हमेशा उन लोगों (पुरुषों और महिलाओं) के लिए सही विकल्प है जो अपने-अपने गुप्त व यौन समस्याओं से जड़ से छुटकारा पाना चाहते हैं।
अधिक जानकारी हेतु:
दुबे क्लिनिक
भारत का प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी क्लिनिक
डॉ. सुनील दुबे, विश्व-प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य
हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586
वेन्यू: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना-04
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drpalclinic · 4 years ago
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यौन समस्याओं को गुप्त रोग के रूप में भी नाम दिया गया है जो मानव को विवाहित जीवन या यौन जीवन का आनंद लेने से रोकता है। गुप्त रोग होने पर अब आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है बिना सोचे चलें आएं डॉ पाल क्लिनिक पर ।   Dr. Pal (Sex Specialist ) - 9416072941 Visit Our Website for More Details- http://drpal.in/ Address- Shop No. 1, Shivpuri Market, Under Assandh Road Flyover, Panipat 132103, Haryana #Guptrogkailaj #guptrog #guptrogdoctor #guptroginfemale #guptrogkadoctor #sexualdysfunction #erectiledysfunction #malesexualdysfunction #maleimpotence #prematureejaculationinpanipat #maleinfertility #menshealth #Maleguptrog #Femaleguptrog #mahilaokguptrog #purshokguptrog #mensguptrogproblem #maledysfunctiontreatment #sexually #sexiest #sexsexsex #sex #guptrogtreatmentinpanipat #guptrogclinicinpanipat #DrPalClinic #Drpalclinicinpanipat #DrPal #BestSexClinicinPanipat #Panipat #Haryana
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drsunildubeyclinic · 3 months ago
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Top Sexologist in Patna, Bihar for Hypogonadism Treatment | Dr. Sunil Dubey
हाइपोगोनाडिज्म (टेस्टोस्टेरोन में कमी) के बारे में:
हाइपोगोनाडिज्म तीन शब्दों (हाइपो + गोनाड + इस्म) से मिलकर बना है, जिसका निम्नलिखित अर्थ है "हाइपो" का अर्थ है नीचे, "गोनाड" का अर्थ है प्रजनन अंग (पुरुष में वृषण, महिला में अंडाशय) और "इस्म" एक चिकित्सा स्थिति के भाव को इंगित करता है।
हाइपोगोनाडिज्म एक चिकित्सा स्थिति है जिसमें यौन हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है या अनुपस्थित होता है, विशेष रूप से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन और महिलाओं में एस्ट्रोजन, जिससे उनके प्रजनन और यौन कार्य बाधित होता है। यह तब होता है जब गोनाड पर्याप्त मात्रा में यौन हार्मोन का उत्पादन नहीं करते हैं, जिसके निम्नलिखित कारण है –
पुरुषों में हाइपोगोनाडिज्म होने पर –
टेस्टोस्टेरोन में कमी हो जाती है।
शुक्राणु उत्पादन में कमी हो जाती है।
स्तंभन दोष हो जाता है।
कामेच्छा में कमी आ जाती है।
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महिलाओं में हाइपोगोनाडिज्म होने पर –
एस्ट्रोजन हॉर्मोन में कमी हो जाती है।
अनियमित मासिक धर्म शुरू हो जाता है।
बांझपन का कारण बनता है।
योनि का सूखापन हो जाता है।
विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे, जो की पटना में शीर्ष व श्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर हैं, कहते हैं कि आनुवंशिक, आघात, संक्रमण, हार्मोन, दवा और उम्र बढ़ने जैसे कई जिम्मेदार कारक है, जो किसी व्यक्ति को इस यौन समस्या हाइपोगोनाडिज्म की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अध्ययनों और सर्वेक्षणों के अनुसार, यह पाया गया कि पुरुष गुप्त रोगी महिलाओं की तुलना में हाइपोगोनाडिज्म से अधिक पीड़ित होते हैं। वर्त्तमान समय में, भारत में हाइपोगोनाडिज्म से पीड़ित पुरुषों का प्रतिशत 5-20% है जबकि महिलाओं का प्रतिशत 3-12% है। सामान्यतः 40 वर्ष की आयु के बाद पुरुषों या महिलाओं में इस यौन समस्या की संभावना बढ़ जाती है जब यौन हार्मोन का स्तर हर साल 1% कम होते जाता है।
हाइपोगोनाडिज्म के प्रकार:
पुरुषों या महिलाओं के यौन जीवन में हाइपोगोनाडिज्म के तीन प्रकार होते हैं –
प्राथमिक हाइपोगोनाडिज्म: गोनाडल डिसफंक्शन
द्वितीयक हाइपोगोनाडिज्म: पिट्यूटरी या हाइपोथैलेमिक डिसफंक्शन
मिश्रित हाइपोगोनाडिज्म: प्राथमिक और द्वितीयक का संयोजन
हाइपोगोनाडिज्म के कारण:
आनुवंशिक विकार: क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम और टर्नर सिंड्रोम
चोट या आघात: वृषण चोट और रीढ़ की हड्डी की चोट
संक्रमण: ऑर्काइटिस (वृषण सूजन) और मेनिन्जाइटिस
कैंसर उपचार: कीमोथेरेपी और विकिरण उपचार
हार्मोनल असंतुलन: पिट्यूटरी ट्यूमर और हाइपोथायरायडिज्म
उम्र बढ़ने: देर से शुरू होने वाला हाइपोगोनाडिज्म (LOH)
दवा: स्टेरॉयड और ओपिओइड (बीपी की दवाएँ)
डॉ. सुनील दुबे जो आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान के विशेषज्ञ हैं, वे दुबे क्लिनिक में प्रतिदिन अभ्यास करते हैं। दुबे क्लिनिक पटना के लंगर टोली चौराहा में स्थित एक प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान क्लिनिक है। पूरे भारत से भिन्न-भिन्न प्रकार के गुप्त व यौन रोगी अपनी यौन समस्याओं को सुधारने के लिए इस क्लिनिक में आते हैं। वह उनसबो को उनकी गुप्त व यौन समस्याओं के वास्तविक कारणों का पता लगाने में मदद करते हैं और अपना व्यापक आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार प्रदान करते हैं। वास्तव में, वे बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर पिछले 35 वर्षो से रहे हैं क्योंकि पटना और बिहार के अधिकांश गुप्त व यौन रोगी (विवाहित और अविवाहित) अपने-अपने इलाज और चिकित्सा हेतु उन्हें पहली प्राथमिकता देते हैं। उन्होंने अपने क्लिनिकल सेक्सोलॉजिस्ट पेशे में आयुर्वेद के माध्यम से पुरुषों और महिलाओं के विभिन्न गुप्त व यौन रोगों पर अपना शोध किया है। अपने शोध के पांच वर्षों के बाद, उन्होंने उनके लिए सबसे प्रभावी और रामबाण आयुर्वेदिक उपचार की सफलतापूर्वक खोज की हैं।
उनका कहना है कि किसी भी गुप्त व यौन समस्या को उसके लक्षण खुद का ख्याल रखने का संकेत देते हैं। वास्तव में, हाइपोगोनाडिज्म पुरुषों और महिलाओं में होने वाला एक जटिल यौन समस्या है जो समग्र यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। सभी लोगो को इसके लक्षणों के बारे में पता होना चाहिए जो उनको एहतियात बरतने और उपचार लेने में मदद करते हैं।
पुरुषों में होने वाले हाइपोगोनाडिज्म के लक्षण:
यौन इच्छा या कामेच्छा के स्तर का कम होना।
स्तंभन दोष या इरेक्शन की समस्या का होना।
शुक्राणुओं की संख्या में कमी का होना।
बांझपन की समस्या का होना।
वजन का बढ़ना।
मांसपेशियों का कम होना।
बालों का झड़ना।
महिलाओं में होने वाले हाइपोगोनाडिज्म के लक्षण:
अनियमित मासिक धर्म का होना।
बांझपन की समस्या का होना।
यौन इच्छा या कामेच्छा में कमी का होना।
योनि में सूखापन का होना।
गर्मी लगना व बेचैनी होना।
रात में पसीना आना।
मूड में उतार-चढ़ाव का होना।
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डॉ. सुनील दुबे ने यह भी कहते है कि इस हाइपोगोनाडिज्म के कारण व्यक्ति को अपने यौन या दैनिक जीवन में कई जटिलताओं का सामना करना पड़ता है जैसे- बांझपन, ऑस्टियोपोरोसिस, हृदय रोग, अवसाद, चिंता और रिश्ते से जुड़ी समस्याएं। इसलिए, उन्हें अपने दैनिक जीवन में कुछ बदलाव करके इस यौन समस्या से बचने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए-
स्वस्थ जीवनशैली की आदतों का पालन करना।
नियमित चिकित्सा जांच करवाना।
स्टेरॉयड, ओपिओइड दवाओं जैसे हानिकारक पदार्थों से बचना।
दीर्घकालिक चिकित्सा स्थितियों - मधुमेह और उच्च रक्तचाप का प्रबंधन करना।
हाइपोगोनाडिज्म का निदान और आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार:
जैसा कि हम पहले ही जान चुके हैं कि 30-50 वर्ष की आयु के 12% भारतीय पुरुष हाइपोगोनाडिज्म से प्रभावित होते हैं। 40 वर्ष की उम्र के बाद, इस यौन समस्या की संभावना बढ़ जाती है और 15% से अधिक पुरुष इससे प्रभावित होते हैं। यदि कोई व्यक्ति अपने यौन स्वास्थ्य का ध्यान रखता है और स्वस्थ दिनचर्या का पालन करता है, तो किसी भी गुप्त व यौन विकार की संभावना कम हो जाती है। वास्तव में, शहरी लोग ग्रामीण लोगों की तुलना में इस यौन समस्या से अधिक पीड़ित होते हैं।
हाइपोगोनाडिज्म का निदान मरीज के शारीरिक परीक्षण, हार्मोन स्तर परीक्षण (टेस्टोस्टेरोन, एलएच, और एफएसएच), वीर्य विश्लेषण (पुरुष), पैल्विक परीक्षा (महिला), और इमेजिंग अध्ययन (अल्ट्रासाउंड या एमआरआई) पर आधारित होता है। अगर हम उपचार के बारे में बात करें, तो –
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एचआरटी)
टेस्टोस्टेरोन थेरेपी
गोनाडोट्रोपिन थेरेपी
प्रजनन उपचार
जीवनशैली में बदलाव (व्यायाम, आहार)
यौन परामर्श
डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार सभी दवाओं की जड़ है और यह सभी तरह के गुप्त व यौन समस्याओं के लिए संपूर्ण समाधान प्र��ान करती है। वास्तव में, इस आयुर्वेदिक चिकित्सा की उपचार प्रक्रिया प्रकृति बेस होती है जहाँ यह समग्र स्वास्थ्य सहित विशेष गुप्त व यौन समस्या का ख्याल रखती है। वह दुबे क्लिनिक में सभी प्रकार के गुप्त व यौन रोगियों का इलाज करते हैं जहाँ वे आयुर्वेदिक दवाएँ, प्रभावी भस्म, प्राकृतिक रसायन, स्वदेशी उपचार और महत्वपूर्ण स्वास्थ्य दिशा-निर्देश प्रदान करते हैं।
कोई भी रोगी (मधुमेह, हृदय, किडनी या अन्य) अपनी गुप्त व यौन समस्याओं को सुधारने के लिए इस आयुर्वेदिक दवा का उपयोग कर सकता है। हर दिन, भारत से सौ से ज़्यादा लोग दुबे क्लिनिक से फ़ोन पर संपर्क करके उनसे सलाह लेते हैं। वे ज़रूरतमंद लोगों को ऑन-कॉल कंसल्टेशन और इन-क्लिनिक ट्रीटमेंट विशेषाधिकारों के ज़रिए अपना समस्त चिकित्सा, इलाज और दवाइयाँ मुहैया कराते हैं।
अगर आप किसी भी प्रकार के गुप्त व यौन समस्या से परेशान है तो दुबे क्लिनिक में फ़ोन पर अपॉइंटमेंट बुक करें। अपॉइंटमेंट का समय रोज़ाना सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक उपलब्ध है। अपनी सभी गुप्त व यौन समस्याओं का पूर्ण समाधान पाएँ। यह क्लिनिक पूरे भारत में कूरियर के ज़रिए दवाइयाँ पहुँचाने की सुविधा भी प्रदान करता है, जहाँ सफल परामर्श के बाद मरीज़ आसानी से अपनी दवाइयाँ प्राप्त कर सकते हैं। खुशहाल शादीशुदा ज़िंदगी के लिए, सही जगह की ओर एक कदम...
और अधिक जानकारी के लिए: -
दुबे क्लिनिक
भारत का प्रमाणित आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी क्लिनिक
डॉ. सुनील दुबे, सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट
हेल्पलाइन नंबर: +91 98350-92586
स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना-04
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