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शाहीन बाग पर SC ने कहा- प्रदर्शनकारी इस तरह नहीं घेर सकते सड़क
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग में करीब दो महीनों से नागरिकता कानून (CAA) और नेशनल रजिस्टर फॉर सिटीजन (NRC) के विरोध में प्रदर्शन हो रहा है। धरना प्रदर्शन की वजह से यातायात बाधित हो रहा है। शाहीन बाग इलाके में सड़कें बंद हैं। वहां पुलिस का कड़ा पहरा है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); इस मामले पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी आपत्ति जताई है। कोर्ट ने कहा कि सार्वजनिक रास्तों को कोई कैसे बंद कर सकता है। अगर आप प्रदर्शन करना चाहते हैं तो प्रदर्शन के लिए निर्धारित स्थान होना चाहिए।' सुप्रीम कोर्ट में अब इस मामले की अगली सुनवाई 17 फरवरी को होगी। अदालत ने कहा है कि अगर इतने दिनों इंतजार किया है तो एक हफ्ता और भी कर सकते हैं। Shaheen Bagh protest matter in Supreme Court: Protest has been going on for a long time, how can you block a public road, observes Justice Sanjay Kishan Kaul. pic.twitter.com/91KE6SA50M — ANI (@ANI) February 10, 2020 जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस के. एम. जोसेफ की बेंच ने कहा कि, इस मामले में पुलिस और सरकार को पक्षकार बनाया गया है, ऐसे में उनकी बात सुनना जरूरी है। सर्वोच्च अदालत ने दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को सुनवाई दिल्ली चुनाव की वजह से टाल दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि दिल्ली में शनिवार को मतदान को प्रभावित नहीं करना चाहता। Shaheen Bagh protest matter: Supreme Court issues notice to Delhi Government & Delhi Police and posts the matter for 17th February. https://t.co/WpMB1EGXf6 — ANI (@ANI) February 10, 2020 बता दें, नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में करीब दो महीने से शाहीन बाग में प्रदर्शन चल रहा है। मोदी सरकार ने पिछले साल 12 दिसंबर CAA पास कराया था। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक सरकार सीएए और एनआरसी को खत्म करने का फैसला नहीं करती है, तब तक वे अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। ये भी पढ़े... अनोखी शादी: दूल्हे के हाथों में लगी CAA की मेहंदी, बारात में शामिल हुई गाय लोकसभा में गृह मंत्रालय का जवाब- देशभर में अभी नहीं लागू होगा NRC उद्धव ठाकरे का बड़ा बयान, कहा- महाराष्ट्र में लागू नहीं होगा एनआरसी Read the full article
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CAA: अमित शाह की विपक्ष को चुनौती, राहुल पर बरसे, कहा- कानून नहीं पढ़ा तो इटली में ट्रांसलेट कर भेज दूं...
चैतन्य भारत न्यूज जोधपुर. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के पक्ष में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राजस्थान के जोधपुर में जनसभा की। इस दौरान गृह मंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेताओं पर जमकर हमला बोला। शाह ने यह ऐलान किया कि, 'जितना भी भ्रम फैलाना है, फैला लें लेकिन बीजेपी इस कानून पर एक इंच भी पीछे नहीं हटेगी।' (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); अमित शाह ने विपक्षी नेताओं का नाम लेते हुए कहा कि, 'कांग्रेस, ममता दीदी, एसपी, बीएसपी, केजरीवाल एंड कंपनी सभी इस कानून का विरोध कर रहे हैं, इन सभी को मैं चुनौती देता हूं कि वो साबित करें इससे किसी अल्पसंख्यक को नुकसान होगा।' शाह ने आगे कहा कि, 'राहुल बाबा, अगर कानून पढ़ा है तो इसपर चर्चा करने के लिए आ जाइए। अगर नहीं पढ़ा है तो मैं आपको इटली में इसका ट्रांसलेशन भेजने के लिए तैयार हूं।' केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @AmitShah जोधपुर, राजस्थान में नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए। #IndiaSupportsCAA https://t.co/G5qI49Gpzg — BJP (@BJP4India) January 3, 2020 हम इस कानून पर पीछे नहीं हटेंगे : शाह शाह ने चुनौती देते हुए कहा कि,' भले ही सारी पार्टी एक हो जाएं, लेकिन बीजेपी CAA पर एक इंच भी वापस नहीं आएगी। जितना भी भ्रम फैलाना है, फैला लो। लेकिन ��म इस कानून पर पीछे नहीं हटेंगे।' गृह मंत्री ने यह भी कहा कि, 'भारतीय जनता पार्टी ने देश के अंदर नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जनजागरण अभियान का आयोजन किया है। जिनको वोटबैंक की राजनीति करने की आदत है वही इसका विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने CAA के खिलाफ दुष्प्रचार किया है, जिसकी वजह से देश के हजारों युवा गुमराह हुए। इसी वजह से हम CAA को लेकर जनजागरण कर रहे हैं।' अल्पसंख्यकों के प्रति जाहिर की चिंता अल्पसंख्यकों के प्रति चिंता जाहिर करते हुए शाह बोले कि, 'पाकिस्तान-बांग्लादेश-अफगानिस्तान से जो हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख, ईसाई और पारसी अल्पसंख्यक आए, उनकी किसी ने चिंता नहीं की। लेकिन मोदी सरकार ने इस वादे को निभाया। अल्पसंख्यकों को भारत में नागरिकता देने का म���ात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, राजेंद्र प्रसाद, सरदार पटेल समेत सभी नेताओं ने इसका वादा किया था, क्या ये भी सांप्रदायिक थे। कांग्रेस ने वोटबैंक की वजह से कुछ नहीं किया, लेकिन नरेंद्र मोदी 56 इंच की छाती वाले हैं वह किसी से नहीं घबराते हैं।' Home Minister Amit Shah in Jodhpur, Rajasthan: Gehlot ji, instead of opposing this (Citizenship Amendment Act) first focus on the children who are dying in Kota everyday, show some concern, mothers are cursing you. pic.twitter.com/5EUnd04tFl — ANI (@ANI) January 3, 2020 'शरणार्थियों के अच्छे दिन' शाह ने कहा, 'अब शरणार्थियों के अच्छे दिन आ गए हैं, क्योंकि अब शरणार्थी भारत के नागरिक बन गए हैं। विपक्ष कुछ भी कहे लेकिन मैं डंके की चोट पर कहता हूं कि जो आए हैं ये देश उनका भी उतना है, जितना मेरा है। ये नरेंद्र मोदी का शासन है, यहां किसी को डरने की जरूरत नहीं है। जो शरणार्थी पड़ोसी मुल्क से यहां आए हैं, उनमें अधिकतर दलित हैं। आप याद रखना कि इसका विरोध करना दलितों का विरोध करना होगा, जिसे देश याद रखेगा।' ये भी पढ़े... नागरिकता कानून के समर्थन में पीएम मोदी ने शुरू किया#IndiaSupportsCAA अभियान, ट्वीट कर छेड़ी मुहिम नागरिकता कानून पर बवाल, विरोध में सत्याग्रह पर बैठी कांग्रेस, सोनिया-राहुल-मनमोहन ने पढ़ा संविधान का प्रस्तावना उप्र में नागरिकता कानून पर बवाल, 9 लोगों की मौत, 21 जिलों में इंटरनेट बैन, 31 जनवरी तक धारा 144 लागू Read the full article
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नागरिकता कानून के समर्थन में पीएम मोदी ने शुरू किया #IndiaSupportsCAA अभियान, ट्वीट कर छेड़ी मुहिम
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में ट्वीटर कैंपेन की शुरुआत की है। #IndiaSupportsCAA हैशटैग का प्रयोग करते हुए पीएम मोदी ने लोगों से इस अभियान का समर्थन करने की अपील की है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि, 'सीएए प्रताड़ित शरणार्थियों को नागरिकता देता है। ये किसी की नागरिकता छीनता नहीं है। नमो ऐप के वॉलिंटियर मॉड्यूल के वाइस सेक्शन में आप कंटेंट, ग्रॉफिक्स और वीडियो देखने के लिए इस हैशटैग को देखें। इस हैशटैग के जरिए सीएए के पक्ष में अपना समर्थन दें।' #IndiaSupportsCAA because CAA is about giving citizenship to persecuted refugees & not about taking anyone’s citizenship away. Check out this hashtag in Your Voice section of Volunteer module on NaMo App for content, graphics, videos & more. Share & show your support for CAA.. — narendramodi_in (@narendramodi_in) December 30, 2019 इसके अलावा पीएम मोदी ने आध्यात्मिक गुरु सदगुरु का एक वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो में सदगुरु ने CAA का समर्थन किया है। पीएम के मुताबिक, सदगुरु ने ऐतिहासिक संदर्भ का जिक्र करते हुए बड़े ही अच्छे तरीके से CAA की जरूरत को समझाया है। Do hear this lucid explanation of aspects relating to CAA and more by @SadhguruJV. He provides historical context, brilliantly highlights our culture of brotherhood. He also calls out the misinformation by vested interest groups. #IndiaSupportsCAA https://t.co/97CW4EQZ7Z — Narendra Modi (@narendramodi) December 30, 2019 गौरतलब है कि, नागरिकता कानून का कांग्रेस, टीएमसी समेत लगभग सभी विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। राजधानी दिल्ली, यूपी, पश्चिम बंगाल, बिहार, असम में इस कानून के विरोध में जोरदार प्रदर्शन हुए थे। यूपी में तो इन प्रदर्शनों में 19 लोग मारे गए थे। दिल्ली में भी हिंसक प्रदर्शन हुए थे। क्या कहता है संशोधित कानून? संशोधित नागरिकता कानून के अनुसार 31 दिसंबर, 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी व ईसाई समुदाय के सदस्यों को अवैध शरणार्थी नही माना जाएगा। उन्हें भारत की नागरिकता दी जाएगी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 12 दिसंंबर 2019 की रात नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 को अपनी सहमति दी। इसके साथ ही ये विधेयक कानून बन गया। ये भी पढ़े... उप्र में नागरिकता कानून पर बवाल, 9 लोगों की मौत, 21 जिलों में इंटरनेट बैन, 31 जनवरी तक धारा 144 लागू नागरिकता कानून के खिलाफ ��ल रहा देश, कुछ इलाकों में मोबाइल सेवा बंद, इंटरनेट पर भी रोक, जाम में घंटों फंसे रहे लोग नागरिकता कानून पर बवाल, विरोध में सत्याग्रह पर बैठी कांग्रेस, सोनिया-राहुल-मनमोहन ने पढ़ा संविधान का प्रस्तावना Read the full article
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CAA : जुमे की नमाज से पहले पूरे प्रदेश में अलर्ट, यूपी के 21 शहरों में इंटरनेट बंद
चैतन्य भारत न्यूज लखनऊ. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन जारी है। शुक्रवार को दोबारा प्रदर्शन की आशंकाओं को देखते हुए उत्तर प्रदेश में सख्ती ज्यादा बढ़ा दी गई है। यूपी के कई जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर रोक है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); बता दें बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज से पहले यूपी के कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुआ था। इसके बाद से कई शहरों में हाई अलर्ट जारी है। पूरे प्रदेश में पहले से ही धारा 144 लागू है। 27 दिसंबर यानी आज फिर जुमे की नमाज है। इस दौरान सोशल मीडिया पर कोई भ्रामक मैसेज न वायरल हो, इसलिए प्रशासन ने यूपी के 15 शहरों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दी है। इनमें राजधानी लखनऊ, गाजियाबाद, मेरठ, अलीगढ़, सहारनपुर, बुलंदशहर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, शामली, संभल, फिरोजाबाद, मथुरा आगरा, कानपुर और सीतापुर आदि शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, मेरठ और अलीगढ़ में गुरुवार रात 10 बजे से ही इंटरनेट बैन का आदेश दिया गया है। इसके अलावा पश्चिम यूपी के संवेदनशील मुजफ्फरनगर जिले में 28 दिसंबर तक इंटरनेट बंद रखा गया है। न सिर्फ इंटरनेट बल्कि SMS सेवाओं पर भी रोक लगा दी गई है। यूपी पुलिस के DGP ओपी सिंह ने कहा है कि, 'प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह से कंट्रोल में है, हम लगातार हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है। अभी तक कुल 21 जिलों में इंटरनेट को बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हम किसी निर्दोष को नहीं पकड़ रहे हैं, लेकिन जो हिंसा में शामिल होगा उसे नही छोड़ा जाएगा।' ये भी पढ़े... नागरिकता कानून पर बवाल, विरोध में सत्याग्रह पर बैठी कांग्रेस, सोनिया-राहुल-मनमोहन ने पढ़ा संविधान का प्रस्तावना उप्र में नागरिकता कानून पर बवाल, 9 लोगों की मौत, 21 जिलों में इंटरनेट बैन, 31 जनवरी तक धारा 144 लागू नागरिकता संशोधन कानून पर बोले रजनीकांत, ट्वीटर पर लोगों ने जमकर किया ट्रोल Read the full article
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नागरिकता कानून पर बवाल, विरोध में सत्याग्रह पर बैठी कांग्रेस, सोनिया-राहुल-मनमोहन ने पढ़ा संविधान का प्रस्तावना
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी है। राजधानी दिल्ली में महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर कांग्रेस इसके विरोध में सत्याग्रह कर रही है। इस सत्याग्रह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); जानकारी के मुताबिक, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल,एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, केसी वेणुगोपाल, आनंद शर्मा, दिग्विजय ��िंह और बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता भी इसमें शामिल हुए हैं। सत्याग्रह के दौरान सोनिया, मनमोहन और राहुल ने संविधान का प्रस्तावना भी पढ़ा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि, 'केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया नागरिकता कानून एमपी में लागू नहीं होगा। कांग्रेस सरकार इसे लागू नहीं करेगी।' राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, 'नागरिकता कानून के कारण लोकतंत्र खतरे में है। पीएम मोदी इसे लेकर गुमराह कर रहे हैं। केंद्र का एजेंडा आरएसएस का एजेंडा है, वो देश को बांटना चाहते हैं। इस बीच हम उनसे मुकाबला करने को तैयार हैं। पूरा देश उनका मुकाबला करने को तैयार है।' महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता बाला साहेब थोराट बोले, 'महाराष्ट्र संतों की भूमि है, जहां शिवाजी से लेकर अंबेडकर तक महानायक हुए। महाराष्ट्र ने कभी धर्म के नाम पर बांटने का समर्थन नहीं किया और आज भी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ खड़ा है।'
प्रियंका गांधी ने कहा कि, 'बिजनौर के 22 साल के बच्चे अनस के नाम, जो अपने परिव���र के लिए कॉफी की मशीन चलाकर कमाता था, जिसकी कुछ समय पहले ही शादी हुई थी, वहां के 21 साल के सुलेमान के नाम, जो यूपीएससी के लिए पढ़ाई कर रहा था, जिसकी मां ने कल शाम मुझसे कहा- मेरा बेटा वतन के लिए शहीद हुआ है। उन सभी बच्चों के नाम जो इस आंदोलन में शहीद हुए हैं। बिजनौर के ओमराज सैनी के नाम, जिसके 5 बच्चे अभी भी उनका घर पर इंतजार कर रहे हैं, वो अस्पताल में घायल हैं। उन सबके नाम आज हम संकल्प करें कि हम इस संविधान की रक्षा करेंगे, इस संविधान को नष्ट नहीं होने देंगे।' बता दें सत्याग्रह शुरू होने से पहले प्रियंका और राहुल ने अपने-अपने ट्वीटर अकाउंट से पोस्ट कर सभी को 'सत्याग्रह' में शामिल होने का आह्वान किया था। राहुल ने ट्वीट में लिखा था कि, 'प्रिय छात्रों और युवाओं, क्या यह काफी नहीं है कि हम भारत की अनुभूति करें। यह वह समय है जब आपको दिखाना होगा कि आप नफरत के जरिये देश को बर्बाद होने देंगे या नहीं होने देंगे। राजघाट पर दिन में तीन बजे मेरे साथ सत्याग्रह में शामिल होइए, ताकि मोदी-शाह की ओर से शुरू की गई नफरत और हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया जाए।'
वहीं प्रियंका ने ट्वीट में लिखा था कि, 'ये देश एक साझा रिश्ता है, साझा ख्वाब है। इस मिट्टी को हमने मेहनतों के रंग से सींचा है, संविधान हमारी शक्ति है। देश को फूट डालो और राज करो की राजनीति से बचाना है। आइए आज दोपहर 3 बजे से बापू की समाधि राजघाट पर मेरे साथ संविधान पाठ का हिस्सा बनिए।' ये भी पढ़े... उप्र में नागरिकता कानून पर बवाल, 9 लोगों की मौत, 21 जिलों में इंटरनेट बैन, 31 जनवरी तक धारा 144 लागू नागरिकता संशोधन कानून पर बोले रजनीकांत, ट्वीटर पर लोगों ने जमकर किया ट्रोल नागरिकता कानून को लेकर देशभर में बवाल, UP के गाजियाबाद, मेरठ, बरेली समेत 14 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद Read the full article
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नागरिकता कानून पर बवाल, विरोध में सत्याग्रह पर बैठी कांग्रेस, सोनिया-राहुल-मनमोहन ने पढ़ा संविधान का प्रस्तावना
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी है। राजधानी दिल्ली में महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर कांग्रेस इसके विरोध में सत्याग्रह कर रही है। इस सत्याग्रह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); जानकारी के मुताबिक, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल,एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, केसी वेणुगोपाल, आनंद शर्मा, दिग्विजय सिंह और बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता भी इसमें शामिल हुए हैं। सत्याग्रह के दौरान सोनिया, मनमोहन और राहुल ने संविधान का प्रस्तावना भी पढ़ा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि, 'केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया नागरिकता कानून एमपी में लागू नहीं होगा। कांग्रेस सरकार इसे लागू नहीं करेगी।' राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, 'न��गरिकता कानून के कारण लोकतंत्र खतरे में है। पीएम मोदी इसे लेकर गुमराह कर रहे हैं। केंद्र का एजेंडा आरएसएस का एजेंडा है, वो देश को बांटना चाहते हैं। इस बीच हम उनसे मुकाबला करने को तैयार हैं। पूरा देश उनका मुकाबला करने को तैयार है।' महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता बाला साहेब थोराट बोले, 'महाराष्ट्र संतों की भूमि है, जहां शिवाजी से लेकर अंबेडकर तक महानायक हुए। महाराष्ट्र ने कभी धर्म के नाम पर बांटने का समर्थन नहीं किया और आज भी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ खड़ा है।' प्रियंका गांधी ने कहा कि, 'बिजनौर के 22 साल के बच्चे अनस के नाम, जो अपने परिवार के लिए कॉफी की मशीन चलाकर कमाता था, जिसकी कुछ समय पहले ही शादी हुई थी, वहां के 21 साल के सुलेमान के नाम, जो यूपीएससी के लिए पढ़ाई कर रहा था, जिसकी मां ने कल शाम मुझसे कहा- मेरा बेटा वतन के लिए शहीद हुआ है। उन सभी बच्चों के नाम जो इस आंदोलन में शहीद हुए हैं। बिजनौर के ओमराज सैनी के नाम, जिसके 5 बच्चे अभी भी उनका घर पर इंतजार कर रहे हैं, वो अस्पताल में घायल हैं। उन सबके नाम आज हम संकल्प करें कि हम इस संविधान की रक्षा करेंगे, इस संविधान को नष्ट नहीं होने देंगे।' बता दें सत्याग्रह शुरू होने से पहले प्रियंका और राहुल ने अपने-अपने ट्वीटर अकाउंट से पोस्ट कर सभी को 'सत्याग्रह' में शामिल होने का आह्वान किया था। राहुल ने ट्वीट में लिखा था कि, 'प्रिय छात्रों और युवाओं, क्या यह काफी नहीं है कि हम भारत की अनुभूति करें। यह वह समय है जब आपको दिखाना होगा कि आप नफरत के जरिये देश को बर्बाद होने देंगे या नहीं होने देंगे। राजघाट पर दिन में तीन बजे मेरे साथ सत्याग्रह में शामिल होइए, ताकि मोदी-शाह की ओर से शुरू की गई नफरत और हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया जाए।' वहीं प्रियंका ने ट्वीट में लिखा था कि, 'ये देश एक साझा रिश्ता है, साझा ख्वाब है। इस मिट्टी को हमने मेहनतों के रंग से सींचा है, संविधान हमारी शक्ति है। देश को फूट डालो और राज करो की राजनीति से बचाना है। आइए आज दोपहर 3 बजे से बापू की समाधि राजघाट पर मेरे साथ संविधान पाठ का हिस्सा बनिए।' ये भी पढ़े... उप्र में नागरिकता कानून पर बवाल, 9 लोगों की मौत, 21 जिलों में इंटरनेट बैन, 31 जनवरी तक धारा 144 लागू नागरिकता संशोधन कानून पर बोले रजनीकांत, ट्वीटर पर लोगों ने जमकर किया ट्रोल नागरिकता कानून को लेकर देशभर में बवाल, UP के गाजियाबाद, मेरठ, बरेली समेत 14 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद Read the full article
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CAA के विरोध में आज राजघाट पर 'सत्याग्रह' करेगी कांग्रेस, प्रियंका बोली- भारतीयता का सबूत मांगने की इजाजत किसी को नहीं
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) के खिलाफ आज कांग्रेस पार्टी सत्याग्रह करने जा रही है। कांग्रेस दिल्ली के राजघाट पर सोमवार दोपहर को प्रदर्शन करेगी। इस सत्याग्रह में कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता शामिल होंगे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को ट्वीट कर सभी से उनके साथ आने की और इस सत्याग्रह का हिस्सा बनने की अपील की। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा कि, 'प्रिय, छात्र और युवाओं। सिर्फ भारतीय होना महसूस करने से कुछ नहीं होगा। इस नाजुक वक्त पर आपको दिखाना भी होगा कि आप भारतीय हैं और भारत को नफरत से खत्म नहीं किया सकता है। मेरे साथ दोपहर तीन बजे राजघाट पर जुड़ें, मोदी-शाह की नफरत भरी राजनीति के खिलाफ प्रदर्शन का हिस्सा बनें।' प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट कर लोगों से अपील की और कहा कि, 'ये देश एक साझा रिश्ता है, साझा ख्वाब है। इस मिट्टी को हमने मेहनतों के रंग से सींचा है, संविधान हमारी शक्ति है। देश को फूट डालो और राज करो की राजनीति से बचाना है। आइए आज दोपहर 3 बजे से बापू की समाधि राजघाट पर मेरे साथ संविधान पाठ का हिस्सा बनिए।' इससे पहले प्रियंका ने नागरिकता कानून को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि, 'किसी की भारतीयता साबित करने के लिए क��सी को भी सबूत मांगने की इजाजत नहीं है।' दरअसल रविवार को प्रियंका बिजनौर में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मारे गए अनस और सुलेमान के ��रिजनों से मिलने पहुंची थीं और इस दौरान उन्होंने यह बात कही। ये भी पढ़े... जामिया विवाद: धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी, कहा- सरकार ने संविधान और छात्रों पर हमला किया उप्र में नागरिकता कानून पर बवाल, 9 लोगों की मौत, 21 जिलों में इंटरनेट बैन, 31 जनवरी तक धारा 144 लागू नागरिकता संशोधन कानून पर बोले रजनीकांत, ट्वीटर पर लोगों ने जमकर किया ट्रोल Read the full article
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बुलेटप्रूफ जैकेट भी पार कर गई गोली, पर्स में रखे सिक्कों में जा लगी, बची कांस्टेबल की जान
चैतन्य भारत न्यूज फिरोजाबाद. नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश के कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। इस दौरान फिरोजाबाद में एसएसपी सचिन पटेल के साथ चल रहे कॉन्स्टेबल विजेंद्र कुमार (24) को दूसरा जीवन मिला। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
दरअसल शुक्रवार को फिरोजाबाद में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान एक बुलेट विजेंद्र के बुलेटप्रूफ जैकेट के आर-पार चली गई और सिक्कों से भरे पर्स में जाकर फंस गई। विजेंदर ने पर्स जैकेट की ऊपर वाली जेब में रखा हुआ था जिससे उनकी जान बच गई। आश्चर्य वाली बात यह है कि इस बात की जानकारी विजेंद्र को हिंसक प्रदर्शन के करीब 15 घंटे बाद पता चली जब उन्होंने अपनी जैकेट उतारी। Firozabad: Narrow escape for Police Constable Vijendra Kumar after a bullet pierced his bullet proof vest and got stuck in his wallet that was kept in his jacket's front pocket. He says 'It happened yesterday during the protests, I really feel like this is my second life.' pic.twitter.com/XlnkXqZX61 — ANI UP (@ANINewsUP) December 22, 2019 इसके बाद विजेंद्र ने डीएम और एसएसपी को इस घटना की जानकारी दी। विजेंद्र ने कहा कि, 'यह मेरा दूसरा जीवन है और मैं भगवान का शुक्रगुजार हूं।' विजेंद्र ने बताया कि, 'भारी पथराव और फायरिंग के बीच मुझे हिंसक भीड़ को रोकना था। इसी दौरान एक गोली मेरे सीने की तरफ आई। मेरी बुलेटप्रूफ जैकेट तो इससे ��हीं बचा पाई लेकिन मेरे पर्स जिसमें मैंने भगवान शिव की तस्वीर और कुछ सिक्के रखे थे उसने बचा लिया।'
जानकारी के मुताबिक, इस हिंसक प्रदर्शन में 40 पुलिसकर्मी घायल हो गए जिसमें थानाध्यक्ष, सब इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबल भी शामिल हैं। गौरतलब है कि, नागरिकता कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। वहीं घायल पुलिसकर्मियों का आंकड़ा 263 पहुंच चुका है। इनमें 57 पुलिसकर्मी प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से घायल हुए हैं। ये भी पढ़े... उप्र में नागरिकता कानून पर बवाल, 9 लोगों की मौत, 21 जिलों में इंटरनेट बैन, 31 जनवरी तक धारा 144 लागू नागरिकता कानून को लेकर देशभर में बवाल, UP के गाजियाबाद, मेरठ, बरेली समेत 14 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद नागरिकता कानून पर बेटी ने किया विरोध तो पापा सौरव गांगुली ने ऐसे किया बचाव, उठे कई सवाल Read the full article
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CAA के खिलाफ उप्र में विरोध प्रदर्शन जारी, अब तक 18 की मौत, 4500 लोग हिरासत में, 263 पुलिसकर्मी घायल
चैतन्य भारत न्यूज लखनऊ. नागरिकता संशोधन कानून 2019 (CAA) के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हिंसात्मक होता जा रहा है। राजधानी दिल्ली समेत अनेक राज्यों में यह प्रदर्शन हिंसक हो गया है, जिसमें व्यापक पैमाने पर सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा है। उत्तर प्रदेश में भी नागरिकता कानून को लेकर बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। इस हिंसा में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
263 पुलिसकर्मी हुए घायल जानकारी के मुताबिक, उत्तरप्रदेश में अब तक 4,500 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। जब��ि हिंसा फैलाने के आरोप में 705 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही पुलिस ने सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भी आपत्तिजनक पोस्ट करने के 14,101 मामलों में कार्रवाई की गई है। बता दें हिंसा के दौरान उत्तर प्रदेश में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। घायल पुलिसकर्मियों का आंकड़ा 263 तक पहुंच गया है। इसमें 57 पुलिसकर्मी प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से घायल हुए हैं।
दंगाइयों की संपत्ति जब्त कर होगी नुकसान की भरपाई हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों को चिह्नित किया जाएगा और उनकी संपत्ति जब्त कर नुकसान की भरपाई की जाएगी। इसके लिए राज्य सरकार ने 4 लोगों की एक टीम भी बनाई है जो दंगाइयों की संपत्ति जब्त करने की कार��रवाई शुरू करेगी। पहले यह टीम नुकसान हुई संपत्ति का जायजा लेगी और फिर अगले कदम पर इसकी कार्रवाई शुरू करेगी। हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए उत्तरप्रदेश के 21 जिलों में सोमवार तक इंटरनेट सेवा बंद रखने का फैसला किया गया है।
31 जनवरी तक धारा 144 लागू गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश में पिछले तीन दिनों से लगातार हिंसक विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। राज्य सरकार और पुलिस दोनों ने जनता से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील की बावजूद इसके प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश के कई हिस्सों में दंगे और आगजनी की। पूरे प्रदेश में बढ़ती हिंसा और बवाल को देखते हुए 31 जनवरी, 2020 तक धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके अलावा हिंसाग्रस्त इला��ों में पुलिस और सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। ये भी पढ़े... उप्र में नागरिकता कानून पर बवाल, 9 लोगों की मौत, 21 जिलों में इंटरनेट बैन, 31 जनवरी तक धारा 144 लागू नागरिकता संशोधन कानून पर बोले रजनीकांत, ट्वीटर पर लोगों ने जमकर किया ट्रोल नागरिकता कानून को लेकर देशभर में बवाल, UP के गाजियाबाद, मेरठ, बरेली समेत 14 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद नागरिकता कानून पर बेटी ने किया विरोध तो पापा सौरव गांगुली ने ऐसे किया बचाव, उठे कई सवाल Read the full article
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CAA के खिलाफ उप्र में विरोध प्रदर्शन जारी, अब तक 18 की मौत, 4500 लोग हिरासत में, 263 पुलिसकर्मी घायल
चैतन्य भारत न्यूज लखनऊ. नागरिकता संशोधन कानून 2019 (CAA) के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हिंसात्मक होता जा रहा है। राजधानी दिल्ली समेत अनेक राज्यों में यह प्रदर्शन हिंसक हो गया है, जिसमें व्यापक पैमाने पर सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा है। उत्तर प्रदेश में भी नागरिकता कानून को लेकर बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। इस हिंसा में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
263 पुलिसकर्मी हुए घायल जानकारी के मुताबिक, उत्तरप्रदेश में अब तक 4,500 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। जबकि हिंसा फैलाने के आरोप में 705 लोगों ���ो गिरफ्तार किया गया है। साथ ही पुलिस ने सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भी आपत्तिजनक पोस्ट करने के 14,101 मामलों में कार्रवाई की गई है। बता दें हिंसा के दौरान उत्तर प्रदेश में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। घायल पुलिसकर्मियों का आंकड़ा 263 तक पहुंच गया है। इसमें 57 पुलिसकर्मी प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से घायल हुए हैं।
दंगाइयों की संपत्ति जब्त कर होगी नुकसान की भरपाई हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों को चिह्नित किया जाएगा और उनकी संपत्ति जब्त कर नुकसान की भरपाई की जाएगी। इसके लिए राज्य सरकार ने 4 लोगों की एक टीम भी बनाई है जो दंगाइयों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू करेगी। पहले यह टीम नुकसान हुई संपत्ति का जायजा लेगी और फिर अगले कदम पर इसकी कार्रवाई शुरू करेगी। हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए उत्तरप्रदेश के 21 जिलों में सोमवार तक इंटरनेट सेवा बंद रखने का फैसला किया गया है।
31 जनवरी तक धारा 144 लागू गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश में पिछले तीन दिनों से लगातार हिंसक विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। राज्य सरकार और पुलिस दोनों ने जनता से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील की बावजूद इसके प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश के कई हिस्सों में दंगे और आगजनी की। पूरे प्रदेश में बढ़ती हिंसा और बवाल को देखते हुए 31 जनवरी, 2020 तक धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके अलावा हिंसाग्रस्त इलाकों में पुलिस और सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। ये भी पढ़े... उप्र में नागरिकता कानून पर बवाल, 9 लोगों की मौत, 21 जिलों में इंटरनेट बैन, 31 जनवरी तक धारा 144 लागू नागरिकता संशोधन कानून पर बोले रजनीकांत, ट्वीटर पर लोगों ने जमकर किया ट्रोल नागरिकता कानून को लेकर देशभर में बवाल, UP के गाजियाबाद, मेरठ, बरेली समेत 14 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद नागरिकता कानून पर बेटी ने किया विरोध तो पापा सौरव गांगुली ने ऐसे किया बचाव, उठे कई सवाल Read the full article
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जामा मस्जिद पर भीम आर्मी का प्रदर्शन, चंद्रशेखर आजाद पुलिस हिरासत में
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद को शुक्रवार देर रात जामा मस्जिद से जंतर मंतर तक मार्च निकालने के दौरान दरियागंज के निकट हिरासत में ले लिया गया। इससे पहले चंद्रशेखर ने खुद ट्वीट कर कहा था कि दिल्ली गेट से गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को रिहा कर दिया जाए तो वह अपनी गिरफ्तारी देने के लिए तैयार हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); यदि दिल्ली पुलिस बातचीत करना चाहती है तो पहले दिल्ली गेट से गिरफ्तार किए हमारे लोगों को रिहा करें। @DelhiPolice — Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) December 20, 2019 बता दें नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चंद्रशेखर शुक्रवार दोपहर दिल्ली के जामा मस्जिद में हुए प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे थे। हिरासत में लिए जाने से पहले चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट किया कि, 'अगर दिल्ली पुलिस बातचीत करना चाहती है तो पहले दिल्ली गेट से गिरफ्तार किए हमारे लोगों को रिहा करें।' इसके अलावा उन्होंने लिखा कि, 'सभी लोगों को रिहा कर दिया जाए, मैं गिरफ्तारी देने को तैयार हूं। साथियों संघर्ष करते रहना और संविधान की रक्षा के लिए एकजुट रहना। जय भीम, जय संविधान।' सभी लोगों को रिहा कर दिया जाए मैं गिरफ्तारी देने को तैयार हूँ। साथियों सँघर्ष करते रहना और संविधान की रक्षा के लिए एकजुट रहना। जय भीम जय संविधान — Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) December 20, 2019 खबरों के मुताबिक, चंद्रशेखर ने गुरुवार को घोषणा की थी कि, वह शुक्रवार को दिल्ली के जामा मस्जिद से जंतर-मंतर तक मार्च निकालेंगे। पुलिस इस तैयारी में थी कि चंद्रशेखर को पहले ही हिरासत में ले लिया जाएगा। हालांकि, चंद्रशेखर पुलिसकर्मियों को झांसा देकर जामा मस्जिद के अंदर दाखिल हुए और पुलिस घंटों तक हिरासत में लेने के लिए उनकी तलाश करती रही। ये भी पढ़े... नागरिकता कानून को लेकर देशभर में बवाल, UP के गाजियाबाद, मेरठ, बरेली समेत 14 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद उप्र में नागरिकता कानून पर बवाल, 9 लोगों की मौत, 21 जिलों में इंटरनेट बैन, 31 जनवरी तक धारा 144 लागू नागरिकता कानून पर बेटी ने किया विरोध तो पापा सौरव गांगुली ने ऐसे किया बचाव, उठे कई सवाल Read the full article
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नागरिकता कानून को लेकर देशभर में बवाल, UP के गाजियाबाद, मेरठ, बरेली समेत 14 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन हो रहा है। जिसके चलते प्रशासन ने उत्तर प्रदेश के 14 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में गुरुवार रात 10 बजे से 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); बता दें उत्तर प्रदेश के कई शहरों समेत देशभर में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन हुआ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी अफर��तफरी का माहौल रहा। विशेषकर पुराने लखनऊ में तनाव पैदा हो गया। नागरिकता कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया और कई वाहनों को आग के हवाले कर उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया। Internet services suspended in Prayagraj till 10 am tomorrow. #CitizenshipAmendmentAct pic.twitter.com/3MTOcNfW8O — ANI UP (@ANINewsUP) December 19, 2019 Bareilly District Administration: Internet services to be suspended in the district from 11 pm today till 21 December, 10 am. #CitizenshipAmendmentAct — ANI UP (@ANINewsUP) December 19, 2019 इसी बीच भीड़ की हिंसा को दबाने के दौरान पुलिस कार्रवाई में घायल हुए एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई। पुलिस अभी यह नहीं पुष्टि कर रही है कि मौत फायरिंग की वजह से हुई है या नहीं। मारे गए शख्स का नाम मोहम्मद वकील है। इसके अलावा उत्तरप्रदेश पुलिस ने कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ देशद्रोह और दंगे के मामले दर्ज किए हैं। ये भी पढ़े... नागरिकता कानून पर बेटी ने किया विरोध तो पापा सौरव गांगुली ने ऐसे किया बचाव, उठे कई सवाल बीजेपी ने जारी किया 16 साल पुराना वीडियो, जब मनमोहन सिंह ने की थी बांग्लादेश शरणार्थियों को नागरिकता देने की अपील नागरिकता कानून के खिलाफ जल रहा देश, कुछ इलाकों में मोबाइल सेवा बंद, इंटरनेट पर भी रोक, जाम में घंटों फंसे रहे लोग Read the full article
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बीजेपी ने जारी किया 16 साल पुराना वीडियो, जब मनमोहन सिंह की थी बांग्लादेश शरणार्थियों को नागरिकता देने की अपील
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। वामपंथी दलों ने आज भारत बंद बुलाया है और इसका समर्थन कांग्रेस समेत कई अन्य विपक्षी दलों ने किया है। इस प्रदर्शन में तो अब वो पार्टियां और नेता भी शामिल हैं जिन्होंने कभी खुद से नागरिकता संशोधन कानून में बदलाव की अपील कर पड़ोसी देशों से आए गैर मुस्लिम लोगों के प्रति लचीला रुख अपनाने को कहा था। इसी बीच बीजेपी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का एक वीडियो जारी किया है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); इस वीडियो में मनमोहन सिंह ने बांग्लादेश के अल्पसं��्यकों को भारत में नागरिकता देने के लिए नरम रवैया अपनाए जाने के लिए उस समय के उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी से मांग की थी। यह वीडियो साल 2003 में राज्यसभा में मनमोहन सिंह द्वारा दिए गए बयान का है। वीडियो में देखा जा सकता है मनमोहन सिंह बांग्लादेश में धार्मिक आधार पर हिंसा के शिकार हुए शरणार्थियों के लिए सरकार को सहानुभूतिपूर्ण बर्ताव रखने का सुझाव दे रहे हैं। In 2003, speaking in Rajya Sabha, Dr Manmohan Singh, then Leader of Opposition, asked for a liberal approach to granting citizenship to minorities, who are facing persecution, in neighbouring countries such as Bangladesh and Pakistan. Citizenship Amendment Act does just that... pic.twitter.com/7BOJJMdkKa — BJP (@BJP4India) December 19, 2019 2003 में विपक्ष में रहते हुए मनमोहन सिंह ने राज्यसभा में तत्कालीन उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के सामने शरणार्थियों का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि, 'शरणार्थियों के साथ जिस तरह का व्यवहार किया जा रहा है, उसपर मैं कुछ कहना चाहता हूं। देश के बंटवारे के बाद बांग्लादेश जैसे देशों में अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार हुआ है। ये हमारा दायित्व बनता है कि अगर इन शरणार्थियों के साथ इस प्रकार व्यवहार किया जाता है कि उन्हें हमारे देश में शरण लेनी पड़े, तो इन सभी को नागरिकता देते हुए हमें उदार होना चाहिए। मैं उम्मीद करता हूं कि माननीय उपप्रधानमंत्री इस प्रस्ताव पर विचार करेंगे।’ बता दें मोदी सरकार ने जब नागरिकता संशोधन कानून को राज्यसभा में पेश किया गया था, तब बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी मनमोहन सिंह के इसी बयान का हवाला दिया था। उन्होंने कहा था कि, 'हमारी सरकार मनमोहन सिंह की बात को ही आगे बढ़ा रही है, जो कि आप (कांग्रेस) नहीं कर पाए थे।' नागरिकता संशोधन कानून में पाकिस्तान-बांग्लादेश-अफगानिस्तान से आने वाले हिंदू-जैन-बौद्ध-सिख-ईसाई-पारसी शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी जाएगी। पहले भारत की नागरिकता के लिए 11 साल का समय लगता था, लेकिन अब ये समयसीमा को 6 साल कर दिया गया है। ये भी पढ़े... नागरिकता कानून के खिलाफ जल रहा देश, कुछ इलाकों में मोबाइल सेवा बंद, इंटरनेट पर भी रोक, जाम में घंटों फंसे रहे लोग नागरिकता कानून के खिलाफ आज भारत बंद, देशभर में प्रदर्शन जारी, कई जगह धारा 144 लागू नागरिकता संशोधन कानून : जामिया के बाद अब दिल्ली के सीलमपुर में हिंसक प्रदर्शन-आगजनी, कई वाहनों में तोड़फोड़, हालात काबू में Read the full article
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नागरिकता कानून के खिलाफ जल रहा देश, कुछ इलाकों में मोबाइल सेवा बंद, इंटरनेट पर भी रोक, जाम में घंटों फंसे रहे लोग
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर देशभर में प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शन पर अब प्रशासन की सख्ती दिखने लगी है। देश के कई हिस्सों में धारा 144 लगाई गई है। साथ ही राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में मोबाइल सेवाओं को बंद कर दिया गया है। इ��के साथ ही इंटरनेट सर्विस को भी बंद कर दिया गया है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); दरअसल पुलिस को यह सूचना मिली है कि कुछ इलाकों में प्रदर्शनकारी बड़ी संख्या में जुट रहे हैं और विरोध उग्र हो सकता है, जिसके बाद ऐहतियात के तौर पर यह कदम उठाया गया है। दिल्ली-NCR के कुछ हिस्सों में पुलिस के आदेश पर एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और रिलायंस जियो सहित टेलीकॉम कंपनियों की इंटरनेट, वायस और एसएमएस सर्विसेज़ को सस्पेंड कर दिया गया। Karnataka: Protests continue at Town Hall in Bengaluru against the #CitizenshipAmendmentAct. pic.twitter.com/V6LqbqJSNA — ANI (@ANI) December 19, 2019 प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली में कुल 19 मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए हैं। विरोध-प्रदर्शनों का असर यातायात पर भी पड़ रहा है। गुरुवार सुबह दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर आठ किलोमीटर लंबा जाम लग गया। इस वजह से लोग घंटों तक इसमें फंसे रहे और उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दरअसल विपक्षी पार्टियों द्वारा गुरुवार को भारत बंद को लेकर दिल्ली पुलिस ने दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर सील कर दिया था। बाद में इसे खोलकर बैरिकेडिंग लगाई गई है जिसके चलते काफी लंबा जाम लग गया। Massive traffic jam at Delhi-Gurugram border, earlier today pic.twitter.com/3nGWkvhFYW — ANI (@ANI) December 19, 2019 दिल्ली पुलिस ने मंडी हाउस और लालकिला इलाके में धारा 144 लगा दी है। लाल किले के पास रोक के बावजूद प्रदर्शन करने पहुंचे लोगों को अब पुलिस ने हिरासत में लेना शुरू कर दिया है। पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया है। Sambhal: A State Transport bus set ablaze, allegedly during protest against #CitizenshipAmendmentAct. More details awaited. pic.twitter.com/rtjO2rEF1A — ANI UP (@ANINewsUP) December 19, 2019 बता दें दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, कर्नाटक के कई हिस्सों में भी प्रदर्शन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। प्रदर्शनकारियों ने यहां पुलिस पर पथराव किया और नारेबाजी की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। Sambhal District Magistrate: Internet services have been suspended till further orders, following violence during protest over #CitizenshipAmendmentAct today. https://t.co/f6JUtydRO5 — ANI UP (@ANINewsUP) December 19, 2019 ये भी पढ़े... नागरिकता कानून के खिलाफ आज भारत बंद, देशभर में प्रदर्शन जारी, कई जगह धारा 144 लागू नागरिकता संशोधन कानून : जामिया के बाद अब दिल्ली के सीलमपुर में हिंसक प्रदर्शन-आगजनी, कई वाहनों में तोड़फोड़, हालात काबू में नागरिकता संशोधन एक्ट : असम में पुलिस फायरिंग के दौरान चार लोगों की मौत, 190 लोग गिरफ्तार Read the full article
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नागरिकता कानून के खिलाफ आज भारत बंद, देशभर में प्रदर्शन जारी, कई जगह धारा 144 लागू
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act- CAA) के विरोध में आज भारत बंद का आह्वान किया गया है। साथ ही ��ेश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शन को देखते हुए देश के कई हिस्सों में धारा 144 लगाई गई है। उत्तर प्रदेश, कर्नाटक के कई हिस्सों में बड़े प्रदर्शन की संभावना है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); Karnataka CM BS Yediyurappa has held a meeting with senior police officers including Bangalore City Police Commissioner Bhaskar Rao today and instructed them to take all measures to avoid any untoward incident, in the view of protests against #CitizenshipAct and NRC https://t.co/GqKrqnEmgZ — ANI (@ANI) December 19, 2019 विपक्षी पार्टियों द्वारा आज भारत में प्रदर्शन किया जा रहा है। इन पार्टियों को कई विश्वविद्यालयों का समर्थन भी मिला है। मुंबई में कांग्रेस -एनसीपी के प्रदर्शन में शिवसेना ने शामिल होने से इनकार कर दिया है। वहीं बिहार में लेफ्ट के प्रदर्शन से लालू यादव की पार्टी आरजेडी ने दूरी बना ली है। धारा 144 का उल्लंघन न करें। अभिभावक बच्चों को समझाएं कि किसी भी सम्मेलन का हिस्सा न बने अन्यथा वैधानिक कार्यवाही की जाएगी ।- @dgpup pic.twitter.com/rOK6UZyTWC — UP POLICE (@Uppolice) December 19, 2019 बिहार के दरभंगा में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान लेेफ्ट पार्टियों ने ट्रेन रोकी। साथ ही नागरिकता संशोधन एक्ट के मद्देनजर हैदराबाद पुलिस ने ट्वीट किया है कि आज किसी भी रैली, प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी गई है। उत्तर प्रदेश में पहले से ही धारा 144 लागू कर दी गई है। डीजीपी ने छात्रों के माता-पिता से अपील की है कि अपने बच्चों को प्रदर्शन में नहीं जाने दें। दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन की आशंका के कारण सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए दिल्ली मेट्रो ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया, जसोला विहार, शाहीन बाग और मुनीरका स्टेशनों के एंट्री और एग्जिट बंद कर दिए हैं। साथ ही दिल्ली पुलिस ने कहा 'हम भारत के लोग' बैनर तले लाल किला से शाहीन बाग तक के प्रदर्शन को अनुमति नहीं दी गई है। ये भी पढ़े... नागरिकता संशोधन कानून : जामिया के बाद अब दिल्ली के सीलमपुर में हिंसक प्रदर्शन-आगजनी, कई वाहनों में तोड़फोड़, हालात काबू में जो राजनीतिक विरोध करना है करो, हर हाल में लागू होगा CAA : अमित शाह जामिया छात्रों की पिटाई का वीडियो लाइक कर ट्रोल हुए अक्षय कुमार, मांगी माफी Read the full article
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नागरिकता संशोधन कानून : जामिया के बाद अब दिल्ली के सीलमपुर में हिंसक प्रदर्शन-आगजनी, कई वाहनों में तोड़फोड़, हालात काबू में
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हो रहा है। उत्तर पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में भी बड़ी संख्या में लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया। उनकी मांग की थी कि भेदभाव वाले संविधान विरोधी नए नागरिकता कानून को वापस लिया जाए। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने कई गाड़ियों के शीशे भी तोड़ दिए। इस दौरान उन्होंने ��थराव भी किया जिसमें कुछ पुलिसवाले और प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं। हालांकि, अब हालात काबू में है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे पुलिस की टीम ने उपद्रवियों को मौके पर से हटा दिया है और हालात शांतिपूर्ण हो गए हैं। बता दें भीड़ इतनी बेकाबू हो गई थी कि पुलिस ने उसे नियंत्रण में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। जानकारी के मुताबिक, भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग किया और इस दौरान कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया। प्रदर्शन और हिंसा के चलते सीलमपुर से जाफराबाद सड़क को बंद कर दिया गया था। साथ ही सीलमपुर, जफरबाद, वेलकम, मौजपुर-बाबपुर, गोकुलपुरी समेत कई मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिए गए थे। यानी मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो नहीं रूक रही है, हालांकि मेट्रो सेवा चालू है। #WATCH Delhi: Earlier visuals of protesters targeting policemen in Seelampur. #CitizenshipAmendmentAct pic.twitter.com/JPJLub29ln — ANI (@ANI) December 17, 2019 कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद सीलमपुर में यह बवाल करीब दो घंटे तक चला। इस दौरान हाथ में तिरंगा लेकर कई लोग प्रदर्शन कर रहे थे और नए नागरिकता कानून को हटाने की मांग कर रहे थे। देखते-देखते प्रदर्शन ने उग्र रूप से ले लिया, जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। साथ ही मौके पर अतिरिक्त फोर्स भी तैनात की गई। गौरतलब है कि इससे पहले रविवार रात जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में भी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसा और प्रदर्शन हुआ था। Delhi: Police take away protesters from the spot in Jafrabad area where a clash broke out between police and protesters, during protest against #CitizenshipAmendmentAct today. Police has also used tear gas shells to disperse the protesters. pic.twitter.com/GU5mzV0dKm — ANI (@ANI) December 17, 2019 ये भी पढ़े... नागरिकता संशोधन एक्ट : असम में पुलिस फायरिंग के दौरान चार लोगों की मौत, 190 लोग गिरफ्तार नागरिकता कानून: जामिया में हिंसक प्रदर्शन, 50 छात्रों की रिहाई के बाद तड़के 4 बजे खत्म हुआ धरना, NHRC में दिल्ली पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ असम में प्रदर्शन तेज, 16 दिसंबर तक इंटरनेट और स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद Read the full article
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