#Sharjeel Usmani
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vilaspatelvlogs · 4 years ago
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एल्गार परिषद पर विवाद: हिंदूओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोपी शरजील का क्राइम रिकॉर्ड खंगालने मुंबई से अलीगढ़ पहुंची टीम
एल्गार परिषद पर विवाद: हिंदूओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोपी शरजील का क्राइम रिकॉर्ड खंगालने मुंबई से अलीगढ़ पहुंची टीम
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप अलीगढ़7 मिनट पहले कॉपी लिंक शरजील आजमगढ़ का रहने वाला है। उसके पिता अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। 30 जनवरी को पुणे में एल्गार परिषद के कार्यक्रम में शरजील ने दिया था विवादित बयान इसके बाद पुणे व लखनऊ में केस दर्ज हुआ, CAA-NRC विरोध प्रदर्शन के दौरान भी हिंसा भड़काने का लगा था आरोप अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय…
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upenews · 4 years ago
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FIR against Sharjeel Usmani now in Lucknow
FIR against Sharjeel Usmani now in Lucknow
उस्मानी 30 जनवरी को पुणे के गणेश कला क्रीड़ा मंच में आयोजित एल्गार परिषद कार्यक्रम में शामिल हुआ था. उसने हिंदू समुदाय के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसका वीडियो वायरल हो गया और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठी. शरजील उस्मानी (Photo Credit: IANS) लखनऊ: शरजील उस्मानी (Sharjeel Usmani ) के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में विवादास्पद भाषण के संबंध में मामला…
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everythingshouldbereality · 4 years ago
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Former Aligarh Muslim University student Sharjeel Usmani booked for sedition in Lucknow
Former Aligarh Muslim University student Sharjeel Usmani booked for sedition in Lucknow
Image Source : VIDEO GRAB INDIA TV Sharjeel Usmani booked for sedition in Lucknow An FIR under several charges, including sedition, has been registered in Lucknow’s Hazratganj police station against former Aligarh Muslim University student Sharjeel Usmani. The FIR was registered on the complaint moved by Anuraj Singh, a Lucknow resident.  Singh said that he found a video of Sharjeel’s speech at…
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hafeezmates-blog · 4 years ago
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kisansatta · 4 years ago
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बेगुनाह छात्रों की गिरफ़्तारी आखिर कब तक
जब हमारे संविधान का निर्माण हुआ था तब  इस बात को ध्यान में रखा गया था की किसी भी बेगुनाह या मासूम को सजा न हो जाए लेकिन आज जब हम आज़ाद और सेक्युलर भारत तस्वीर देखते हैं तो पाते हैं कि  सरकार के किसी भी फैसले के खिलाफ प्रश्न उठाने वाले ,तर्क करने वाले या सरकार की किसी नीति के विरुद्ध धरना प्रदर्शन करने वाले को या तो गिरफ्तार कर लिया जाता है या तो उसे आतंकवादी  घोषित कर प्रताड़ना जाती है. सरकर की बनाई गई हर नीति से देश का हर नागरिक सहमत हो यह किसी भी देश में किसी भी प्रकार से संभव नहीं है।  भारत एक लोकतांत्रिक देश है और यहाँ हर नागरिक को  अपने विचार व्यक्त करने का और एक अहिंसक प्रकार से सरकार  के विरुद्ध निराशा जताते हुए प्रदर्शन करना बिलकुल जायज़ है। इसका क़तई यह मतलब नहीं के सत्ता में बैठे लोगो से असहमति जताने के लिए किसी व्यक्ति विशेष को या किसी एक समुदाय को आतंकवादी घोषित कर दिया जाए और अपमानित करते हुए उसे उसके घर से बिना उसके परिजनों को सूचित किये गिरफ्तार कर लिया जा।
वही देखने में आता है के विकास दुबे जैसे खतरनाक अपराधी जिस पर पहले से 60 मुक़दमे दर्ज हो और 8 पुलिसकर्मियो की  ऑन ड्यूटी हत्या का आरोप हो उसे बड़ी आसानी से बिना किसी चार्जशीट फाइल किये बिना किसी पूछताछ के,एक मनघडंत फ़िल्मी कहानी दर्शा कर एनकाउंटर की भेंट चढ़ा दिया जाता है .दंगे भड़काने वाले भाषण देने ��ाले कपिल मिश्रा जैसे अपराधी खुले आम घूमते हैं तो वही पिछड़े हुए दलितों और मुस्लमान वर्ग के लोगो की आवाज़ बनने वाले उस्मानी जैसे होनहार छात्र को गिरफ्तार करने के लिए एक आतंकवादी दस्ता जाता है.
शरजील उस्मानी की गिरफ़्तारी :
आपको बताते चले, अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता शरजील उस्मानी को बीते बुधवार उनके निवास स्थान सिधारी, आजमगढ़ से गिरफ्तार किया गया जिनके ऊपर आई.पि .सी की धारा “एटेम्पट टू मर्डर “(307),147 (रायटिंग ), 148 (घातक हथियार से लैस होते हुए दंगा), 149 (गैरकानूनी विधानसभा के एक सामान्य वस्तु के अभियोग में अपराध करना), 153 (दंगे भड़काने वाले) and 153 A (जुलूस में हथियार लेकर चलाना) , 188 (लोक सेवकों के आदेश की अवज्ञा), 322 (भड़काऊ शिकायतें), 353 (लोक सेवकों पर हमला) and 506 (आपराधिक धमकी देना) और सेक्शन  67 इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट, के तहत संगीन आरोप लगे है.
“द वायर” की रिपोर्ट के मुताबिक़ उनके भाई का कहना है की बुधवार की शाम को ५ बजे उनके घर ५ लोग सादे कपड़ो में आते हैं और ये दवा करते हैं के वो क्राइम ब्रांच से हैं , परिवारजनों द्वारा उनके वह आने की वजह पूछे जाने पर उनमे से एक ने कहा के “आपको जानने की ज़रूरत नहीं है शरजील को पता है के हम यहाँ क्यों आए हैं “. शरजील के हाथो को बंधा जाता है और उनका सर निचे झुका दिया जाता है. उनके भाई अरीब  का कहना है की अपनी पहचान बताए बिना ही वो शरजील के कमरे को देखने की मांग करते हैं उनका कुछ सामान जैसे की ‘लैपटॉप,सारी किताबे और कुछ कपडे साथ ले जाते हैं.आगे बताते हुए उनके भाई ने जानकारी दी कि हम सबको खड़ा कर तस्वीरें ली और शरजील से हमारा क्या सम्बन्ध है यह भी पूछा गया.”
यह गिरफ़्तारी अपने आप में ही एक अजीब संकेत देती है जहाँ विकास दुबे जैसे घातक अपराधी जिसके पास ए  के -४७ जैसे खतरनाक हथियार पाने की शंका जताई जाती है उसे बिना हथकड़ी के गिरफ्तार किया जाता है और शरजील जैसे होनहार छात्र को इस तरह अपमानित कर अपने साथ ले जाया जाता ह।
शरजील के पिता तारिक़ उस्मानी का कहना है
“मुझे यकीन है कि यह गिरफ्तारी नहीं है। उन्होंने हमें यह नहीं बताया कि क्या आरोप लगाए जा रहे हैं, उन्होंने हमें उसके साथ कोई बातचीत करने की अनुमति नहीं दी”
माँ सीमा उस्मानी ने कहा
“एक अभिभावक के रूप में, और अधिक महत्वपूर्ण बात, नागरिक के रूप में, हमें यह जानने का अधिकार है”.
ए.एम.यू में भूगोल पढ़ाने वाले उस्मानी के पिता तारिक उस्मानी ने द हिंदू को बताया कि लगभग 24 घंटे तक उन्हें पता नहीं था कि उनका बेटा कहां है। “मेरा छोटा बेटा अरीब, जो कि शरजील के साथ आज़मगढ़ में था, ने मुझे फोन पर बताया कि सादा कपड़ो में  पांच पुलिसकर्मियों ने शरजील को तब उठाया जब वह चाय पीने गया। वे उसे निवास पर ले आए और उसका लैपटॉप और किताबें जब्त कर लीं। परिवार के सदस्यों की तस्वीरें खींची गईं, लेकिन जब उन्होंने उद्देश्य पूछा तो उन्हें बताया गया कि शारजील इसके बारे में जानता है। ”
गुरुवार को शाम में ही, डॉ उस्मानी ने कहा, एक स्थानीय पुलिस स्टेशन के एक निरीक्षक ने फोन करके कहा कि उनके बेटे को अदालत में पेश किया गया है।
जहा आजमगढ़ पुलिस ने कोई भी जानकारी न होने की इत्तेला दी तो वही अमर उजाला की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ “जिले के एडिशनल एसपी (क्राइम) अरविं द कुमार ने बताया है कि गिरफ्तारी लखनऊ पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने की थी और पिछले दिसंबर में अलीगढ़ में दर्ज मामले से संबंधित है।”
क्या है गिरफ़्तारी की वजह :
आपको बताते चले कि उस्मानी उन लोगों में से एक थे, जिन्होंने कैंपस के अंदर एएमयू में सीएए-एनआरसी-एनपीआर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। पुलिस का आरोप है कि छात्रों ने पत्थर फेंके और फैलने  से इनकार कर दिया, यह दावा करते हुए कि 19 पुलिसकर्मी मैदान में घायल हुए थे, जिसके बाद उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन की अनुमति से परिसर में प्रवेश किया।
अपनी ओर से, छात्र पुलिस के दावे का मुकाबला करते हैं और कहते हैं कि पुलिस द्वारा कैंपस के अंदर उन पर हमला किया गया था जिसमें जबरन प्रवेश किया गया था। हर्ष मंडेर और प्रोफेसर चमन लाल के नेतृत्व में एक टीम द्वारा निर्मित एक तथ्य-खोज रिपोर्ट ने इस दावे को पुष्ट किया है, और पुलिस पर गंभीर क्रूरता का आरोप लगाया, खासकर मॉरिसन बॉयज़ हॉस्टल के अंदर, और कहा कि लगभग 100 छात्र घायल हो गए, कम से कम 20 गंभीर रूप से ।
हाल ही में पुलिस ने इस मामले की चार्जशीट फाइल की है जिसका मतलब है कि यह केस अब ट्रायल में है. उस्मानी के वकील अले नबी का कहना है कि “सोमवार को कोर्ट खुलते ही उनकी बेल के लिए अर्ज़ी दी जाएगी उनके खिलाफ दर्ज मामले बेहद संगीन ��ैं लेकिन फिर भी मुझे यकीन है की उन्हें बेल मिल जाएगी.”
क्या हैं शरजील कि चार्जशीट में :
शरजील की चार्जशीट का संज्ञान लेते वक़्त हमने पाया कि मामले के आई.ओ. इंस्पेक्टर अमित कुमार ये दलील देते हैं की छात्रों ने कई सारे वाहन तोड़े हैं लेकिन जब कुछ दिनों बाद कुछ वीडियोज़ सामने आए तो उनमे साफ़ दिखा की पुलिस ही वाहनों को तोड़ रही है. तो इस प्रकार से चार्जशीट में शरजील के खिलाफ लगे कई आरोप असंगत साबित होते हैं.
छात्रनेता कि मामले पर राय
ए. एम्. यु. के छात्र नेता,अबुल फ़राज़ शाज़ली का कहना है :
” सी ए ए और एन आर सी कि लड़ाई इस बात पर आधारित थी कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है या हिन्दुओ की मातृभूमि? जब १९४७ में जो भारत बना जिसे हम आज का भारत कहते हैं वह इस क़ानून के आधार पर बना था के यहाँ सभी धर्मो के लोगो को रहने का अधिकार प्राप्त है,अपनी बात को रखने की स्वतंत्रता होगी मगर मौजूदा हालातो में अल्पसंख्यकों और दलितों की आवाज़ को दबाने की कोशिश की जा रही है। जो भी इन समुदायों के पक्ष में बोलता है उसे सरकार हिन्दुओ का दुश्मन बना कर प्रस्तुत कर धर्म के आधार पर भय की राजनीती करती है।”
यह बेहद शर्मनाक वाकिया है और हम सरकर से अपील करते हैं के किसी भी प्रदर्शनकारी के विरुद्ध कार्यवाही करने से पहले यह सुनिश्चित करे कि उनके मौलिक अधिकार उन्हें प्राप्त हो और साथ ही जो जनता उनके फैसले कि विरुद्ध खड़ी है उन्हें यह समझाने का प्रयास करे कि यह फैंसला उनके खिलाफ नहीं है ।  हमारा यह मांनना है कि सत्ता में बैठे लोग ज���ता को यह बात स्पष्ट नहीं कर सके कि सी. ऐ. ऐ. और एन. आर. सी. जैसे क़ानून उनके हित में किस प्रकार से है।
लेखक : लुब्ना हाश्मी
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electronics-store · 4 years ago
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Ex-AMU Student Leader Arrested Over Campus Protest Against CAA: Police He was arrested for alleged role in December 15 and subsequent violence during campus protest(FILE) Aligarh: …
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vilaspatelvlogs · 4 years ago
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Sharjeel Usmani पर कार्रवाई को लेकर Shiv Sena ने साधा योगी सरकार पर निशाना, कही ये बात
Sharjeel Usmani पर कार्रवाई को लेकर Shiv Sena ने साधा योगी सरकार पर निशाना, कही ये बात
मुंबई: शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में शरजील उस्मानी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है. हालांकि इसके साथ ही शिवसेना ने किसान आंद��लन को लेकर केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना भी साधा है.   शरजील उस्‍मानी के खिलाफ कार्रवाई की मांग  सामना (Saamana) लिखता है,  ‘शरजील नामक बकरे को घसीटकर यहां लाकर उस पर कठोर कार्रवाई करने की इच्छा सभी की है लेकिन इतना हाय-तौबा मचाने की आवश्यकता…
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newscafe-asifistan · 4 years ago
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Kashmiri magazine editor summoned to police station, a day after Muslim youth leader rumored ‘missing’ in India’s Azamgarh
Subang, 10 July 2020: Indian-administered Kashmir’s police summoned the editor and the founder of the prominent Kashmiri news magazine The Kashmir Walla, Fahad Shah this Thursday for questioning about a military encounter reported in his magazine on 19 May.  
At the same time, a young Muslim leader, Sharjeel Usmani - was allegedly ‘abducted’ on Wednesday by people claiming to be from Uttar Pradesh Crime Branch, said his supporters.
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Picture: Fahad Shah, the editor (left) and Sharjeel Usmani, the young leader (right)
Fahad Shah, the editor, was earlier summoned to the police station for questioning as well, reportedly on 20 May. He was accused of ‘defaming the police’ through reports published in the Kashmiri magazine.
He is now in the police station, according to updates. The magazine has issued a statement, which says, “We collect facts and cover every side of the story. It is clear that the facts of these stories that we put out were unpalatable to the police authorities who want no fact to be published.”  
Well-known for his journalistic works, Shah has recently protested against the new media policy which has been enforced in the Indian-administered Kashmir, requiring every media house to submit each report to authorities for approval before publishing - which was widely condemned by the journalists in Kashmir.  
“We ask the authorities to immediately stop this intimidation and allow us to carry on with our professional duties. Journalism is not a crime,” said the statement published on Friday in the magazine. 
Meanwhile, reports have confirmed that Usmani has been sent to judicial custody, with cases awaiting hearings on several issues. 
His family alleged that they did not make it clear if there was a charge against Usmani at the time of his arrest, with one man (from those claiming to be the crime branch) saying, “You don’t need to know. Sharjeel knows why we’re here.”
They also seized his laptops, mobile phone and all the books in his possession. Shortly after that, activists claimed that he was ‘abducted’ as they had no information about where he was taken. 
Some have also drawn parallels with other people who disappeared after being picked up in similar manners, as rumors spread in social media that he went ‘missing’.   
Although no statement came from the Azamgarh police, reports from Indian media later clarified that he was indeed arrested, ending the confusion. The report described it as a move from the police taken for curbing extremism.  
Usmani has led protests against the Citizenship Bill brought by India in 2019, known as CAA-NPR-NRC, which stripped millions of Indian Muslims from their citizenship. He also played a vocal role in the protest against Delhi riot earlier in 2020, a massacre that proved fatal for the country’s Muslim community. 
10 July 2020, 04:30 PM
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everythingshouldbereality · 4 years ago
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Pune: AMU alumnus Sharjeel Usmani booked over Elgar Parishad speech
Pune: AMU alumnus Sharjeel Usmani booked over Elgar Parishad speech
Image Source : VIDEO GRAB INDIA TV Pune: AMU alumnus Sharjeel Usmani booked over Elgar Parishad speech The Pune City Police on Tuesday filed an FIR against former Aligarh Muslim University (AMU) student Sharjeel Usmani in connection with a speech he delivered at an Elgar Parishad event. The Elgar Parishad conclave took place in the city on January 30 this year. Pune police commissioner Amitabh…
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imjuzzsaying · 4 years ago
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The case being made is that the police as an institution is communally biased in its behaviour and anti-Muslim in its conduct. 
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jaksnews · 4 years ago
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अकादमिक रूप से उज्ज्वल, जेल में जबकि अन्य को मुक्त कर दिया गया था: अलीगढ़ अदालत ने एएमयू छात्र को जमानत दी
अकादमिक रूप से उज्ज्वल, जेल में जबकि अन्य को मुक्त कर दिया गया था: अलीगढ़ अदालत ने एएमयू छात्र को जमानत दी
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द्वारा लिखित अमिल भटनागर | नई दिल्ली | प्रकाशित: 4 सितंबर, 2020 2:53:26 पूर्वाह्��
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शारजील उस्मानी
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्र शारजील उस्मानी के अकादमिक रिकॉर्ड को ध्यान में रखते हुए, इस तथ्य के साथ कि मामले में गिरफ्तार अन्य लोगों को पहले ही जमानत मिल चुकी है, अलीगढ़ की एक अदालत ने उन्हें सीएए हिंसा विरोधी…
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diaryofanangryasianguy · 5 years ago
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12/14/19
Violent protests rage in India for fourth day over citizenship law
Prime Minister Narendra Modi's government says the new law will save religious minorities such as Hindus and Christians from persecution in neighbouring Bangladesh, Pakistan, and Afghanistan by offering them a path to Indian citizenship. But critics say the law, which does not make the same provision for Muslims, weakens the secular foundations of India.
"With the passing of this Bill the Muslim community is scared and this Bill, which is now a law, is discriminatory in nature," said Mr Sharjeel Usmani, an undergraduate student at AMU. "We will protest against it till it is taken back."
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tnwmalayalam · 4 years ago
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ബാബറി മസ്ജിദ് പുനര്‍നിര്‍മിക്കുമെന്ന് സിഎഎ അക്രമത്തില്‍ ജാമ്യം ലഭിച്ച മുന്‍ അലിഗഡ് മുസ്ലിം യൂണിവേഴ്സിറ്റി വിദ്യാര്‍ത്ഥി ഷാര്‍ജീല്‍ ഉസ്മാനി
ബാബറി മസ്ജിദ് പുനര്‍നിര്‍മിക്കുമെന്ന് ഡിസംബര്‍ 15 ന് എഎംയുവിലെ പൗരത്വ ഭേദഗതി നിയമത്തിനെതിരായ പ്രതിഷേധത്തിനിടെ നടന്ന അക്രമത്തില്‍ അറസ്റ്റിലായ മുന്‍ അലിഗഡ് മുസ്ലിം യൂണിവേഴ്സിറ്റി (എഎംയു) വിദ്യാര്‍ത്ഥി നേതാവ് ഷാര്‍ജീല്‍ ഉസ്മാനി. തന്റെ ട്വിറ്റര്‍ അക്കൗണ്ടിലൂടെ��ാണ് ഉസ്മാനി ഇക്കാര്യം വ്യക്തമാക്കിയത്. നിലവില്‍ ഇദ്ദേഹം ജാമ്യത്തിലാണ്.
‘നിങ്ങളുടെ എല്ലാ പ്രാര്‍ത്ഥനകള്‍ക്കും പിന്തുണയ്ക്കും എല്ലാവര്‍ക്കും…
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vilaspatelvlogs · 4 years ago
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क्या योगी सरकार करेगी शरजील उस्मानी को गिरफ्तार? महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष ने की अपील
क्या योगी सरकार करेगी शरजील उस्मानी को गिरफ्तार? महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष ने की अपील
लखनऊ: शरजील उस्मानी (Sharjeel Usmani) के भड़काऊ भाषण को लेकर सियासत लगातार गर्म हो रही है.  एल्गार परिषद में ��िए गए बयान की गर्मी महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश तक देखी जा सकती है. महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) ने इस मामले को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को चिट्ठी लिखी है. साथ में उन्होंने शरजील उस्मानी को गिरफ्तार करने की भी अपील की…
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newscountryindia · 4 years ago
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Sharjeel Usmani hurt Hindu sentiments at Elgar event: Fadnavis
Sharjeel Usmani hurt Hindu sentiments at Elgar event: Fadnavis
Image Source : TWITTER Sharjeel Usmani/Twitter Senior BJP leader Devendra Fadnavis on Tuesday alleged that Sharjeel Usmani, an alumnus of the Aligarh Muslim University, had insulted sentiments of Hindus during his speech at the Elgar Parishad conclave held recently in Pune, and demanded strict action against him. Fadnavis, who is the Leader of Opposition in the Maharashtra Legislative Assembly,…
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newscafe-asifistan · 4 years ago
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Indo-China tension: Muslim political party excluded from all party meeting as India debates constitution
Muslim student leader accuses the constitution-centered debate of ‘whitewashing’ oppression on the country’s Muslim minority community
Putrajaya, 20 June 2020: The Indian Muslim political party AIMIM was excluded from the all party meeting called by the country’s Prime Minister Narendra Modi to discuss the Indo-Chinese border tensions, according to statements from leaders and activisists of the minority community.
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Picture: Asaduddin Owaisi, the Leader of AIMIM - The All India Majlis-e-Ittehad-ul-Muslimeen
The virtual meeting was held in the afternoon this Friday, where all other political parties of India were duly present.
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This came at a time when the Indian social media is debating the country’s constitution which seemingly provides a legal weapon for activists to cement their arguments for a more inclusive society.
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However, Sharjeel Usmani, a Muslim student leader has told the website Dalit Camera that “Invoking the constitution in the anti-NRC-NPR-CAA movement does not help us.”
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In a brief email interview conducted on 03 June, Usmani has told the Dalit Camera that “the.argument suggests that every protestor irrespective of religion is equal and they are collectively resisting an attack on the constitution. But that is not true. This is deceptive, immoral and whitewashing of the exclusion Muslims face.”
Usmani has accused the constitution-centered argument to be “misleading” and “invisibilizing” the oppression and dehumanization of the Muslim community in India.
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            Picture: Muslim activists protesting against the NRC/CAA bill in India
Earlier, the BJP-led Government abrogated Article 370 from the constitution on 05 August 2019, resulting in a year-long lockdown in the Jammu and Kashmir region and violent clashes between militants and state security personnels. 
The abrogation, in turn, has led to the border tensions in LAC (Line of Actual Control) and the war cries in consequence that India and China are facing now.
20 June 2020, 5:15 PM
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