संत रामपाल जी बताते हैं कि मानवता की मिसाल, मानवता की सेवा, परम कर्तव्य है। इसी को ध्यान में रखकर उनके शिष्य सतलोक आश्रम धनाना धाम, हरियाणा में 335 यूनिट रक्तदान किए। जहाँ ब्लड लेने स्वयं रोहतक पीजीआई की टीम पहुंची।
संत रामपाल जी बताते हैं कि मानवता की सेवा, परम कर्तव्य है। इसी को ध्यान में रखकर उनके शिष्यों ने सतलोक आश्रम धनाना धाम, हरियाणा में 335 यूनिट रक्तदान किया। जहाँ ब्लड लेने स्वयं रोहतक पीजीआई की टीम पहुंची।
संत रामपाल जी बताते हैं कि मानवता की सेवा, परम कर्तव्य है। इसी को ध्यान में रखकर उनके शिष्यों ने सतलोक आश्रम धनाना धाम, हरियाणा में 335 यूनिट रक्तदान किया। जहाँ ब्लड लेने स्वयं रोहतक पीजीआई की टीम पहुंची।
रक्तदान, पुण्य का काम, हर बूंद में जीवन देने की शक्ति है और इस शक्ति को पहचाना है संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने, जिन्होंने लोगों की जिंदगियाँ बचाने के लिए संत रामपाल जी के 74वें अवतरण दिवस पर किया सैकड़ों यूनिट रक्तदान।
संत रामपाल जी बताते हैं कि मानवता की सेवा, परम कर्तव्य है। इसी को ध्यान में रखकर उनके शिष्यों ने सतलोक आश्रम धनाना धाम, हरियाणा में 335 यूनिट रक्तदान किया। जहाँ ब्लड लेने स्वयं रोहतक पीजीआई की टीम पहुंची।
संत रामपाल जी बताते हैं कि मानवता की सेवा, परम कर्तव्य है। इसी को ध्यान में रखकर उनके शिष्य सतलोक आश्रम धनाना धाम, हरियाणा में 335 यूनिट रक्तदान किए। जहाँ ब्लड लेने स्वयं रोहतक पीजीआई की टीम पहुंची।
रक्तदान, पुन्य का काम, हर बूंद में जीवन देने की शक्ति है और इस शक्ति को पहचाना है संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने, जो लोगों की जिंदगियाँ बचाने के लिए संत रामपाल जी के 74वें अवतरण दिवस पर किया सैकड़ों यूनिट रक्तदान।