Tumgik
#Creemi Layer
opennewsmedia · 1 month
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भारत में सुप्रीम कोर्ट ने Sc St आरक्षण में वर्गीकरण करने तथा एससी एसटी में क्रीमी लेयर बनाने का विचार प्रकट किया है जो कि वर्तमान गरीब और अत्यधिक पिछड़े हरिजनों के उत्थान के लिए अत्यंत आवश्यक है। अभी एससी एसटी आरक्षण का भरपूर लाभ सिर्फ धनवान दलित समाज ही ले रहा है क्योंकि उनके पास सभी संसाधन उपलब्ध हैं जिस कारण उनके बच्चे अच्छी कोचिंग और स्कूल में जा रहे हैं और घर पर भी उनको सभी सुविधाओं का लाभ मिलता है जबकि एक आउटसोर्सिंग पर काम करने वाला सफाई कर्मी, अन्य कर्मचारी या ठेला लगाने बाला दलित धन के अभाव में अपने बच्चे को तुलनात्मक रेप से अच्छी शिक्षा नहीं दे पाता है तो जब किसी परीक्षा में गरीब और अमीर दलित के बच्चे प्रतिभाग करते हैं तो उनके आरक्षित वर्ग में एक धनवान दलित समाज का बच्चा अधिक नंबर लाता है और जिस कारण आरक्षण का लाभ उसी अमीर को मिल जाता है। जो दलित प्रोफेसर, आईएएस या अन्य बड़े पद पर कार्यरत है तो उसको आरक्षण की अब क्या आवश्यकता है। दलित समाज में जो पति पत्नी दोनों ही बड़े अधिकारी है उनके घर में प्रतिमाह लगभग 7 लाख रुपए वेतन आ जाता है। इतना धन आने के बाद वह अपनी संतान को बहुत अच्छा ट्यूशन, स्कूल, कॉलेज, कोचिंग उपलब्ध कराते हैं और इतना सब होने के बाबजूद भी उनको एससी एसटी आरक्षण का पूरा लाभ भी दिया जाता है जिसमे कि उन्हें वजीफा, रेलवे यात्रा पास और बहुत सी सुविधाएं निशुल्क दी जाती है।
अब आप तुलना करिए कि एक गरीब दलित हरिजन परिवार का बच्चा और अमीर दलित परिवार का बच्चा जब कोई प्रतियोगी परीक्षा देंगे तो किसके नंबर ज्यादा आयेगे, स्वाभाविक है कि जिस बच्चे को ज्यादा सुविधाएं मिली होंगी, तो जब मेरिट बनेगी तो गरीब बच्चे अपने ही आरक्षित वर्ग के अमीर बच्चों से बहुत नीचे और पीछे होंगे और आरक्षण का लाभ सिर्फ अमीर दलित तक ही सीमित रह जायेगा और गरीब दलित सिर्फ गरीब ही रहेगा। सिर्फ कुछ जातियों को ही इस आरक्षित वर्ग में लाभ मिल रहा है जबकि अन्य बहुत सी जातियां आज भी गरीबी के दलदल में ही फंसी हुई है और इस प्रकार डॉ भीमराव अंबेडकर का सामाजिक बराबरी का सपना अधूरा का अधूरा ही रहा जा रहा है ।
ऐसे में माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय को देखते हुए सभी लोगों को सामाजिक एकरूपता लाने के लिए एससीटी एसटी वर्ग में वर्गीकरण का समर्थन करना चाहिए। विशेष रूप से धनवान दलित समाज को ही अपने समाज के वंचित लोगो को बराबरी पर लाने का अवसर देना चाहिए और इस वर्गीकरण का समर्थन करना चाहिए। साथ ही scsct वर्ग में क्रीमीलेयर भी बनाया जाना बहुत आवश्यक है जिस से सभी दलित समाज को आरक्षण का पूरा लाभ मिल सके। जय हिन्द।
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scribblygryphon · 3 years
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Scribbly's Comforting Homemade Leek And Potato Soup Resippy
Because sometimes you just need a good thicc soop in you
2 large leeks
2 cloves garlic
1 medium onion
cooking oil (which one? follow your dreams)
2-3 sticks of celery (can be omitted but they give you a super fresh taste)
potatoes (how many? follow your heart)
1l of stock (chicken or veg stock is good)
double cream (can be omitted, but makes soop nice and creemy)
salt and pepper to taste
-Heat up cooking oil in a big pot (i use a copper bottom soop pot but any will do. use enough oil to cover the bottom)
-roughly chop onion and garlic, thow them in.
-Keep an eye on the onion and garlic, but while they're frying up roughly chop the leeks and celery
-When onions are lightly browned, chuck in the celery and leeks. Keep an eye on them for a bit; when they start gettin juicy, lid the pot and let them sweat in their own steam
-While celery and leeks are sweating, make up the stock and roughly chop the potatoes
-When the leeks are soft and shrunk and there's a thin layer of liquid in the bottom of the pot, chuck in the potatoes and add the stock. Let it heat up until it's nicely simmering, then turn down the heat and let it bubble for 30mins or until potatoes are falling apart soft. Might take longer for larger bits of tato
-When tatos are falling apart soft, take the pot off the heat and let it cool a little
-BLEND THE SOOP. BLEND IT UNTIL IT'S A SOOP.
-optional: add cream and salt and pepper to taste
-well done, you made a soop. there is now a lot of soop. have fun eating it all
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