#2020 उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगे
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दिल्ली दंगे: हाईकोर्ट ने उमर खालिद और शरजील इमाम की जमानत याचिका 25 नवंबर तक स्थगित की
दिल्ली उच्च न्यायालय ने 2020 के उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों से संबंधित एक बड़ी साजिश का आरोप लगाने वाले यूएपीए मामले के संबंध में उमर खालिद, शरजील इमाम और अन्य आरोपी व्यक्तियों द्वारा दायर जमानत याचिकाओं पर सोमवार को सुनवाई स्थगित कर दी। न्यायमूर्ति नवीन चावला और न्यायमूर्ति शालिन्दर कौर की खंडपीठ के आज नहीं बैठने के कारण मामले की सुनवाई स्थगित कर दी गई। जमानत याचिका पर अगली सुनवाई 25 नवंबर को…
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परीक्षण के लिए लंबी सड़क - The hindu news
परीक्षण के लिए लंबी सड़क – The hindu news
दो-भाग की श्रृंखला में, हम 2020 के दिल्ली दंगों के ‘बड़ी साजिश’ मामले के निपटारे में देरी के कारणों को देखते हैं। इस पहले एक में, हम आपको केस कालक्रम के माध्यम से ले जाते हैं एक साल से अधिक का धैर्य, लगभग 400 अदालती तारीखें और 17,000 पन्नों की चार्जशीट उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों को “बड़े षड्यंत्र का मामला” बताती है, जिसकी सुनवाई अभी शुरू होनी बाकी है। जबकि कानूनी तकनीकी को अक्सर देरी के कारणों के…
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Delhi Police प्रमुख ने 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे की निगरानी के लिए बनाई समिति
Delhi Police प्रमुख ने 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे की निगरानी के लिए बनाई समिति
नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस के आयुक्त राकेश अस्थाना ने 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों की जांच की निगरानी के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ का गठन किया है। महानगर की एक अदालत ने दंगे की जांच को लेकर पुलिस बल को फटकार लगाई थी जिसके बाद यह कदम उठाया गया है। दंगों में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से ज्यादा व्यक्ति जख्मी हो गए थे। एक आधिकारिक आदेश में कहा गया, ‘‘सेवानिवृत्त एसीपी के. जी.…
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🚩सेक्युलरिज्म क्या है? संक्षेप में समझिये, फिर सेक्युलरिज्म का नशा उतर जाएगा! - 15 जुलाई 2021
🚩अमेरिका के NASA में एक प्रशिक्षु बेटी ने चित्र सार्वजनिक किया जिसमें वह अपनी मान्यताओं के साथ है. उससे सेक्युलरों की भावनाएँ आहत हो गईं।
🚩संक्षेप में सेक्युलरिज्म क्या है?
🚩1. दीपक जलाने का विरोध और घर दुकान जलाने पर चुप्पी।
🚩2. निर्दोष साधुओं के भीड़ द्वारा बेरहमी से मारने पर 33 सेकंड और चोर तबरेज के पुलिस कस्टडी में मरने पर 33 घण्टे चैनल कवरेज।
🚩3. थाली बजाना ग��त, पर डॉक्टर और पुलिस के सिर पर पत्थर बजाने पर चुप.
🚩4. बंगाल और राजस्थान में दलितों पर हो रहे अत्याचारों पर चुप्पी. नक्सलियों और आतंकवादियों द्वारा रक्षकों को मार देने पर चुप्पी. केरल में 3% जनसंख्या और 33% कोरोना रोगियों पर चुप्पी. परन्तु उत्तरप्रदेश पर शोर.
🚩5. लव जेहाद में बेटियों के मारे जाने पर चुप्पी परन्तु कानून बनाने पर शोर.
🚩कुछ साल पहले उत्तरप्रदेश के एक हिन्दू विधायक की नवयुवती बेटी ने अपने से दोगुनी उम्र के दलित के साथ विवाह किया. इस विवाह के लिए उसने अपने पिता को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया. चैनलवाले बेटी की भावनाएँ ही दिखा रहे थे. मेरा प्रश्न है कि क्या भावनाएँ केवल बेटी की हैं जो 18 साल की हो गई? क्या 40 साल की माँ और 45 साल के पिता की भावनाएँ नहीं होतीं?
🚩मनुष्य की सबसे बड़ी पूंजी उसकी सन्तान है। एक महीने का बच्चा बीमार हो जाए तो वह सब कुछ लुटा देता है। वही सन्तान जब बड़ी होकर विपरीत हो जाए तो उससे बड़ा दुःख कुछ नहीं होता। कई वृद्धों को देखा जिनकी सन्तान वृद्धावस्था में झटककर अलग हो गई। पैसा है परन्तु जीवन का एक एक पल भारी लगता है। चैनल वाले TRP के चक्कर में देश और समाज में कांटे बो रहे हैं।
🚩कई साल पहले कई सेक्युलर मित्रों ने कहा कि दलितों और अल्पसंख्यकों में वर्षों से भाईचारा है। कभी कभी गलतफहमी हो जाती है। भटके हुए युवा गुस्से में बम विस्फोट भी कर देते हैं या आग लगा देते हैं. उसे तुम्हारे जैसे साम्प्रदायिक दंगे का नाम देते हैं।
🚩दूसरों ने बताया कि औरंगजेब ने किसी की मजहब में दखलअंदाजी नहीं की। किसान नायक गोकुला जाट का झगड़ा तो केवल लगान का था।
🚩एक भाई को गुस्सा था कि राज्य में उनकी जाति 25% है परन्तु मुख्यमंत्री और प्रधानमन्त्री उनकी जाति का नहीं है. जब मैंने पूछा कि तुगलक, खिलजी, ऐबक, अकबर, औरंगजेब किस जाति के थे. ब्रिटिश वायसराय किस जाति के थे तो गुस्से से बेकाबू हो गया.
🚩एक भाई ने कहा कि गुरु अर्जुन देव और गुरु तेग बहादुर के बलिदान की बात पुरानी हो चुकी है। आज हम पढे लिखे हैं। इन बातों को भूल कर सेक्युलरिज़्म को आगे बढ़ाना चाहिए।
🚩एक ने बताया कि जम्मू कश्मीर में धारा 370 और 35A के कारण 2 लाख से अधिक वाल्मीकि पिछले 66 साल से वोट नहीं दे सकते तो इसके लिए हरियाणा या दिल्ली में शोर नहीं करना चाहिए।
🚩याद है ना आपको जब अमेरिका ने पाकिस्तान में घर में घुसकर आतंकी ओसामा बिन लादेन का खात्मा कर दिया था और उसको गहरे समंदर में पानी में फेंक दिया था, तो इस देश के एक बड़े नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था,
"ओसामाजी को इस्लामिक परंपराओं के अनुरूप दफनाया जाना चाहिए था."
विदेशी आतंकी, इस्लामिक जेहादी के लिए इतनी सहानुभूति और उत्तराखंड केदारनाथ आपदा में मारे गए तीर्थयात्रियों को उस समय की सरकार कचरे की तरह फूंक रही थी, उन्हें मलबे में सड़ने के लिए छोड़ दिया था, उनके शवों पर पेट्रोल डाल कर उन्हें जलाया जा रहा था. तब किसी सेक्युलर को समस्या नहीं थी. यही है सेक्युलरिज्म।
🚩बेंगलुरु के दंगे का पता चला और मैंने इसमें भीम-मीम भाईचारा खोजने की कोशिश की। भाईचारा मिल भी गया.
पूर्वी बेंगलुरु के पुल्केशी नगर के दलित कॉन्ग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के घर की ओर 1000 से भी अधिक की अल्पसंख्यक भीड़ ने हमलाकर आगजनी, पत्थरबाजी और दंगे किए, जिसके बाद इलाक़े में कर्फ्यू लगा दिया गया। केजी हल्ली थाना क्षेत्र में हुई इस घटना के मामले में ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI)’ के नेता मुजम्मिल पाशा को गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि वो इन दंगों का मास्टरमाइंड था। पुलिस को पता चला है कि पाशा दंगाइयों के बीच रुपए बाँट रहा था, जिसके बाद हिंसा भड़क गई। सीसीटीवी फुटेज से ये भी पता चला है कि पुलिस पर किए गए हमले की साजिश पहले ही अच्छी तरह से रच ली गई थी। सोशल मीडिया पोस्ट्स के जरिए पहले ही दंगाइयों को पूरी साजिश के बारे में बता दिया गया था और वो व्यवस्थित तरीके से वहाँ आए थे। पाशा ने BBMP का चुनाव भी लड़ा था लेकिन वो हार गया था।
वहीं एक अन्य आरोपित खलील स्थानीय कॉर्पोरेटर का पति है। दलित विधायक के भानजे के सिर पर उत्तर प्रदेश के पूर्व सपा नेता ।शहजेब ने 51 लाख रूपए इनाम रख दिया।
🚩क्या आपको टीना डाबी याद है?
2016 बैच की IAS प्रथम। 2018 में उसने दूसरे स्थान पर आए कश्मीरी अतहर आमिर-उल-शफी खान से निकाह/ शादी/ Marriage की। तब लिबरल जेहादी अम्बडेकरवादी और सेक्युलर लॉबी की ईद और क्रिसमस एक साथ हो गई थी। यहाँ सब इसे बहुत बड़ी घटना बता रहे थे।
सितंबर 2018 में अतहर खान से शादी के बाद टीना ने Instagram पर बायो में खान शब्द जोड़ते हुए खुद को Delhiite, Kashmiri Bahu, IAS, in that order लिखा (अपना परिचय कश्मीरी बहू और नाम टीना डाबी खान लिखा था)।
वैसे निकाह के लगभग 1 साल बाद ही अतहर आमिर-उल-शफी खान और टीना में अनबन की खबरें आने लगी थीं। जून 2019 में टीना डाबी खा�� ने अपने मेहंदी लगे हाथों का वीडियो अपलोड किया तो सेक्युलरों को परेशानी हुई, पर चुप रहे।
अचानक फरवरी/ मार्च 2020 में इन्स्टाग्राम पर अपनी बायो में "खान" सरनेम और "कश्मीरी बहू" का टैग हटा लिया। एक इंस्टा स्टोरी में हनुमान चालीसा की चौपाई का एक हिस्सा साझा करते हुए उन्होंने जयश्री राम का नारा भी लगाया। इंस्टा स्टोरी में टीना ने लिखा, "सबसुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना। जयश्री राम।"
सेक्युलर भीम-मीम वाले इस झटके से बाहर आते उससे पहले ही उनके अरमानों पर बिजली गिर गई। 22 जुलाई को राजस्थान श्रीगंगानगर जिला परिषद में पदभार ग्रहण करते हुए पूजा की। अंबेडरवादियों के लिए 440 वॉल्ट का झटका लगा।
🚩सेक्युलरिज्म की महिमा अपरम्पार है. यह तो सेक्युलरिज्म की एक छोटी सी झलक है.
सेक्युलरिज्म अनन्त, सेक्युलरिज्म कथा अनन्ता. हिंदुओं अपनी आँखों से सेक्युलरिज्म की पट्टी हटाओ तब बच पाओगे।
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2020 के कई कानूनों से समुदायों में बढ़ा भेदभाव, देश का सामाजिक तानाबाना भी हुआ कमज़ोर
2020 के कई कानूनों से समुदायों में बढ़ा भेदभाव, देश का सामाजिक तानाबाना भी हुआ कमज़ोर
पिछले अनेक दशकों से भारत में सांप्रदायिक दंगे, सांप्रदायिक तनाव और हिंसा का सबसे आम प्रकटीकरण रहे हैं। देश में अनेक भयावह सांप्रदायिक दंगे हुए हैं, जिनमें नेल्ली (1983), दिल्ली सिक्ख-विरोधी हिंसा (1984), भागलपुर (1989), बंबई (1992), गुजरात (2002), कंधमाल (2008), मुज़फ्फरनगर (2013) और हाल में उत्तर-पूर्वी दिल्ली (2020) शामिल हैं। इनमें बड़ी संख्या में लोगों की जानें गईं और निजी और सार्वजनिक…
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जेएनयू के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद को फरवरी में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए साम्प्रदायिक दंगों की साजिश के आरोप में आतंकवाद विरोधी कानून गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत अदालत ने 10 दिन की... from Live Hindustan Rss feedhttps://https://ift.tt/2FnGg8q
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'AAP' ने किया अटैक,चुनावी लाभ के लिए बीजेपी ने रचा था शाहीन बाघ विरोध
नई दिल्ली। सोमवार को AAP ने दावा किया कि, शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन “भाजपा द्वारा पटकथा” किया गया था और इसके नेतृत्व ने दिल्ली चुनाव में चुनावी लाभ के लिए आंदोलनकारियों के एक-एक कदम को भगवा पार्टी से एक ख��डन माना। AAP के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि, शाहीन बाग इलाके से अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय के कई सदस्य हैं, जो यहाँ नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के विरोध का केंद्र था, भाजपा में शामिल हो गया है।
भारद्वाज ने आरोप लगाया कि, दिल्ली चुनाव के लिए भाजपा का अभियान शाहीन बाग विरोध प्रदर्शनों के आसपास केंद्रित था और यह एकमात्र पार्टी थी जिसने आंदोलन के आसपास के विवाद से लाभ उठाया था। उन्होंने कहा,”दिल्ली विधानसभा चुनाव शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण या अन्य विकास संबंधी आख्यानों के मुद्दे पर लड़ा जा सकता था। लेकिन दिल्ली भाजपा ने शाहीन बाग के मुद्दे पर चुनाव लड़ने के लिए चुना। पूरे शाहीन बाग़ विरोध की पटकथा भाजपा ने लिखी थी। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने इन विरोधों के प्रत्येक चरण की पटकथा लिखी।”
यह भी पढ़े:- बीजेपी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा ने उड़ाया राहुल गाँधी का मज़ाक, कहा ‘प्रिंस ऑफ़ इन्कम्पीटेंस’
सौरभ भारद्वाज ने दावा किया, ”उन्होंने फैसला किया कि कौन क्या बोलेगा, कौन किस पर हमला करेगा और फिर कौन पलटवार करेगा। इन सभी चीजों को पूर्वनिर्मित और अच्छी तरह से स्क्रिप्ट किया गया था।” शाहीन बाग विरोध के पीछे प्रमुख लोग पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व की उपस्थिति में रविवार को भाजपा में शामिल हो गए थे। भारद्वाज ने दावा किया कि दिल्ली में, शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन और उसके आसपास के विवाद के कारण भाजपा का वोट प्रतिशत 18 से 38 हो गया है।
.@ManojTiwariMP हम भी यही के रहे हैं कि भाजपा के कुछ मुस्लिम भाई बहनों ने भाजपा के चुनावी रणनीति के तहत शाहीन बाग का प्रोटेस्ट रचा था। आप, @p_sahibsingh , @Anurag_Office ही गाली दे रहे थे शाहीन बाग के अपने भाई बहनों को। https://t.co/PHuyCnGiOM
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) August 17, 2020
भारद्वाज ने आरोप लगाया कि, इस विरोध के कारण, भाजपा ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में कुछ सीटों पर जीत दर्ज की और फिर दंगे करवाए, “भारद्वाज ने आरोप लगाया कि दिल्ली भाजपा के प्रमुख मनोज तिवारी के आरोपों के बाद जब उनका विरोध हुआ, तो उनकी पार्टी ने कोई भेदभाव नहीं किया। धर्म, जाति, पंथ या वंश के आधार पर। तिवारी ने हिंदी में एक ट्वीट में कहा,”अब भ्रम साफ हो रहा है और मुस्लिम भाई-बहन भाजपा के साथ चलना चाहते हैं … अरविंद केजरीवाल जी को विभाजित करना बंद करें। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा सभी धर्मों का प्रतिनिधित्व करती है और धर्म, जाति, पंथ या वंश के आधार पर भेदभाव नहीं करती है।”
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Faizal Farooq Accused Of North East Delhi Violence Gets Bail As Police Could Not Provide Required Evidences - उत्तर पूर्वी दिल्ली हिंसा के आरोपी फैजल फारूक को मिली जमानत, सबूत पेश नहीं कर पाई पुलिस
Faizal Farooq Accused Of North East Delhi Violence Gets Bail As Police Could Not Provide Required Evidences – उत्तर पूर्वी दिल्ली हिंसा के आरोपी फैजल फारूक को मिली जमानत, सबूत पेश नहीं कर पाई पुलिस
अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली Updated Tue, 23 Jun 2020 02:13 PM IST
दिल्ली हिंसा की तस्वीर – फोटो : जी पॉल
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उत्तर पूर्वी दिल्ली में फरवरी माह में हुई हिंसा के मामले में गिरफ्तार राजधानी स्कूल के मालिक फैजल फारूक को अदालत ने जमानत दे दी है। दंगे के दौरान स्कूल की छत से इलाके…
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पीएम मोदी से मिले मुख्यमंत्री केजरीवाल, दिल्ली हिंसा समेत इन अहम मुद्दों पर हुई चर्चा
चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुकालात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई जिनमें दिल्ली हिंसा और कोरोनावायरस भी शामिल थे। बता दें पिछले महीने दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने के बाद केजरीवाल की यह पीएम मोदी के साथ पहली मुलाकात है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा संसद भवन परिसर स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई इस मुलाकात के बाद केजरीवाल ने कहा कि, 'दिल्ली देश की राजधानी है और आगे ऐसे दंगे नहीं होने चाहिए। दंगे के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, चाहे वो किसी भी धर्म, पार्टी या चाहे कोई बड़ा व्यक्ति ही क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। जो भी कदम उठाए जाने की जरूरत है वो उठाए जाएंगे।' Delhi CM Arvind Kejriwal: Delhi Police acted in a swift manner to control the situation when rumours were spread on Sunday night. Had police acted with the same efficiency on Monday & Tuesday last week when riots were confined in a district, so many lives could have been saved. https://t.co/cylMaDduRM — ANI (@ANI) March 3, 2020 दिल्ली पुलिस की तारीफ की सीएम केजरीवाल ने कहा कि, 'दिल्ली पुलिस ने रविवार रात को अफवाहों के फैलने पर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तेजी से कार्रवाई की। उनके अनुसार, अगर दिल्ली पुलिस ने पिछले हफ्ते सोमवार और मंगलवार को फैली हिंसा के दौरान इसी तरह की कार्यकुशलता के साथ काम किया होता तो कई लोगों की जान बचाई जा सकती थी। हालांकि, दिल्ली पुलिस की ओर से जैसी तत्परता दिखाई गई वह काबिले तारीफ है।' विकास के लिए पीएम से सहयोग की मांग पीएम मोदी और केजरीवाल के बीच कोरोनावायरस के खतरों से निपटने के लिए भी बातचीत हुई। बता दें दिल्ली से कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है। इसके अलावा दिल्ली में 5 साल विकास के लिए भी मोदी से सहयोग की मांग की गई जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा सहयोग देने की बात कही। गृहमंत्री से भी की थी मुलाकात बता दें मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी औपचारिक मुलाकात की थी। केजरीवाल ने अमित शाह से मिलने के बाद एक ट्वीट में लिखा कि, 'गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक हुई जो बहुत अच्छी व फलदायक रही। हमने कई मुद्दों पर बातचीत की। दोनों में इस बात की सहमति बनी है कि दिल्ली के विकास के लिए हम साथ मिलकर काम करेंगे।' दिल्ली हिंसा में 47 की मौत गौरतलब है कि पिछले हफ्ते उत्तर-पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जमकर हिंसा हुई थी। हिंसा में मरने वालों की संख्या अब तक 47 हो चुकी है और करीब 200 लोग घायल हैं। घायलों का इलाज दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में जारी है। ये भी पढ़े... पीएम मोदी ने किया सोशल मीडिया छोड़ने का ऐलान, ट्वीट करते ही ट्रेंड करने लगा #NoSir अरविंद केजरीवाल ने तीसरी बार ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, पीएम मोदी से मांगा आशीर्वाद अमित शाह ने राहुल और केजरीवाल पर लगाया आरोप, कहा- इन्होंने CAA पर गुमराह कर दंगे कराए Read the full article
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दिल्ली हिंसा में बड़ा खुलासाः खालिद के खातों में सिंगापुर से आता था पैसा
पुरुषोत्तम वर्मा, नई दिल्ली, Updated Mon, 13 Jul 2020 05:51 AM IST
delhi violence – फोटो : PTI (File)
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की जांच में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फरवरी महीने में हुए दंगों के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली में हुए दं��े की साजिश में गिरफ्तार खालिद सैफी के बैंक खातों में सिंगापुर से भी पैसा आता था। रुपये खालिद सैफी के खुद व उसके एनजी�� के खातों में आते थे।
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उत्तर-पूर्वी जिले में बीते सप्ताह हुर्ई हिंसा में उपद्रवियों ने कम से कम 287 मकानों, 327 दुकानों और 372 वाहनों को नुकसान पहुंचाया है। यह खुलासा दंगों में हुए नुकसान को लेकर जारी उत्तर-पूर्वी जिले के... from Live Hindustan Rss feedhttps://https://ift.tt/2TkDxR9
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Big Disclosure In Delhi Violence As Money In Khalid's Accounts Used To Come From Singapore - दिल्ली हिंसा में बड़ा खुलासाः खालिद के खातों में सिंगापुर से आता था पैसा
Big Disclosure In Delhi Violence As Money In Khalid’s Accounts Used To Come From Singapore – दिल्ली हिंसा में बड़ा खुलासाः खालिद के खातों में सिंगापुर से आता था पैसा
पुरुषोत्तम वर्मा, नई दिल्ली, Updated Mon, 13 Jul 2020 05:51 AM IST
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की जांच में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फरवरी महीने में हुए दंगों के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली में हुए दंगे की साजिश में गिरफ्तार खालिद सैफी के बैंक खातों में सिंगापुर से भी पैसा आता था। रुपये खालिद सैफी के खुद व उसके एनजीओ के खातों में आते थे।
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पुलिस की स्पेशल सेल की जांच में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फरवरी महीने में हुए दंगों के मामले में खुलासा हुआ है कि ये विदेशी पैसे से कराए गए थे। from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://www.amarujala.com/photo-gallery/delhi-ncr/riots-in-delhi-were-planned-with-foreign-money?utm_source=rssfeed&utm_medium=Referral&utm_campaign=rssfeed
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दिल्ली हिंसा: जामिया की सफूरा जरगर को आखिरकार मिली जमानत
Edited By Vishnu Rawal | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 23 Jun 2020, 03:26:00 PM IST
दिल्ली हिंसा: जामिया की सफूरा जरगर को आखिरकार मिली जमानत
हाइलाइट्स
जामिया की सफूरा जरगर को दिल्ली हाई कोर्ट से जमानत
23 हफ्ते की गर्भवती, लोग कर रहे थे जमानत की मांग
दिल्ली हिंसा में यूएपीए क�� तहत जरगर को गिरफ्तार किया गया था
दिल्ली पुलिस ने कहा कि आरोप गंभीर है, जमानत का विरोध किया था
नई दिल्ली दिल्ली हाई कोर्ट से आखिरकार जामिया की सफूरा जरगर को जमानत मिल गई है। दिल्ली हिंसा से जुड़े केस में उनकी गिरफ्तारी हुई थी, अब उन्हें मानवीय आधार पर जमानत मिली है, जिसका केंद्र सरकार ने भी समर्थन किया। सफूरा 23 हफ्ते की गर्भवती हैं और उनकी बेल को लेकर सोशल मीडिया पर लंबे वक्त से मांग उठ रही थी। जस्टिस राजीव शकधर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई सुनवाई में 23 हफ्ते से गर्भवती सफूरा को 10 हजार रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही राशि की जमानत पेश करने पर रिहा करने का आदेश दिया। अदालत ने कहा कि सफूरा मामले से जुड़ी किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होंगी और न ही जांच या गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश करेंगी। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर फरवरी में उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा के आरोप में गैर कानूनी गतिविधियां निरोधक अधिनियम (यूएपीए) के तहत सफूरा जरगर को गिरफ्तार किया गया था।
सफूरा की जमानत का सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने मानवीय आधार पर विरोध नहीं किया। अदालत में सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस का पक्ष रखते हुए मेहता ने कहा कि सफूरा को मानवीय आधार पर नियमित जमानत दी जा सकती है और फैसला मामले के तथ्यों के आधार पर नहीं लिया जाना चाहिए और न ही इसे नजीर बनानी चाहिए।
दिल्ली की स्पेशल टीम के अपनी रिपोर्ट में बताया कि गवाह और सह आरोपी ने स्पष्ट रूप से जरगर को बड़े पैमाने पर बाधा डालने और दंगे के गंभीर अपराध में सबसे बड़े षड्यंत्रकारी के तौर पर बताया है। वह न केवल राष्ट्रीय राजधानी बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी दंगे की षड्यंत्रकारी है। इसके आधार पर जमानत नहीं देने को कहा गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि षड्यंत्र के पीछे यह विचार था कि ‘किसी भी हद तक जाएं’ भले ही यह पुलिस के साथ छोटा संघर्ष हो या दो समुदायों के बीच दंगा भड़काना हो या ‘‘देश की वर्तमान सरकार के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह को बढ़ावा देकर अलगाववादी आंदोलन को चलाने’’ की वकालत करना हो।
वकील ने कहा था, सफूरा की हालत नाजुक वहीं जरगर की ओर से पेश हुईं वकील नित्या रामकृष्णन ने सोमवार को हुई सुनवाई में कहा था महिला नाजुक हालत में हैं और चार महीने से ज्यादा की गर्भवती हैं और अगर पुलिस को याचिका पर जवाब देने के लिए वक्त चाहिए तो छात्रा को कुछ वक्त के लिए ��ंतरिम जमानत दी जानी चाहिए।
(भाषा के इनपुट के साथ)
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Big Disclosure In Delhi Violence As Money In Khalid's Accounts Used To Come From Singapore - दिल्ली हिंसा में बड़ा खुलासाः खालिद के खातों में सिंगापुर से आता था पैसा
Big Disclosure In Delhi Violence As Money In Khalid’s Accounts Used To Come From Singapore – दिल्ली हिंसा में बड़ा खुलासाः खालिद के खातों में सिंगापुर से आता था पैसा
पुरुषोत्तम वर्मा, नई दिल्ली, Updated Mon, 13 Jul 2020 05:51 AM IST
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की जांच में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फरवरी महीने में हुए दंगों के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली में हुए दंगे की साजिश में गिरफ्तार खालिद सैफी के बैंक खातों में सिंगापुर से भी पैसा आता था। रुपये खालिद सैफी के खुद व उसके एनजीओ के खातों में आते थे।
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दिल्ली दंगा: तीन छात्रों को तुरंत रिहा करने का आदेश, SC पहुंची पुलिस, कल है सुनवाई Divya Sandesh
#Divyasandesh
दिल्ली दंगा: तीन छात्रों को तुरंत रिहा करने का आदेश, SC पहुंची पुलिस, कल है सुनवाई
नई दिल्ली राजधानी की एक अदालत ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगे से जुड़े मामले में तीन छात्रों को तुरंत रिहा करने के आदेश दिए हैं। इनमें जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्र आसिफ इकबाल तनहा और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की छात्रा देवांगना कालिता व नताशा नरवाल शामिल हैं। कोर्ट ने गुरुवार को यह आदेश दिया।
दिल्ली हाई कोर्ट ने इन छात्र कार्यकर्ताओं को दो दिन पहले जमानत दी थी। इसके बाद कोर्ट का यह आदेश आया है। इन्हें पिछले साल फरवरी में दंगों से जुड़े एक मामले में गैर-कानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून के तहत मई 2020 में गिरफ्तार किया गया था। इन्हें उनके पते और जमानतदारों से जुड़ी जानकारी पूर्ण न होने का हवाला देते हुए समय पर जेल से रिहा नहीं किया गया था।
उधर, दिल्ली पुलिस ने में के इन ��ीनों को जमानत देने के आदेश को चुनौती दी है। सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की याचिका पर सुनवाई करेगा।
24 फरवरी 2020 को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा भड़क गई थी। इसने सांप्रदायिक टकराव का रूप ले लिया था। हिंसा में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी। करीब 200 लोग घायल हो गए थे। इन तीनों पर इनका मुख्य ‘साजिशकर्ता’ होने का आरोप है।
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