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2-18 आयु वर्ग के बच्चों के लिए कोवैक्सिन क्लिनिकल परीक्षण अगले 10-12 दिनों में शुरू होगा: सरकार
2-18 आयु वर्ग के बच्चों के लिए कोवैक्सिन क्लिनिकल परीक्षण अगले 10-12 दिनों में शुरू होगा: सरकार
नई दिल्ली: नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने मंगलवार को कहा कि कोवैक्सिन को भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने 2 से 18 साल के आयु वर्ग के दूसरे और तीन नैदानिक परीक्षणों के लिए मंजूरी दे दी है। अगले 10 से 12 दिन। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित ‘कोविड रोधी दवा 2DG’ पर टिप्पणी करते हुए, डॉ पॉल ने कहा: “हम उपचार प्रोटोकॉल में इसे जोड़ने के लिए कोविड -19 राष्ट्रीय…
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#2 से 18 वर्ष#2डीजी#उपचार प्रोटोकॉल#��ंटी-कोविड दवा#कोविड वैक्सीन ड्राइव#कोविड वैक्सीन बच्चे#कोवैक्सिन#कोवैक्सिन क्लिनिकल परीक्षण#कोवैक्सिन चिल्ड्रन ट्रायल#क्लिनिकल परीक्षण#डॉ वीके पॉल#बच्चों के लिए कोवैक्सिन परीक्षण#स्वास्थ्य मंत्रालय
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DRDO की एंटी-कोविड दवा की कीमत 990 रुपये प्रति पाउच
DRDO की एंटी-कोविड दवा की कीमत 990 रुपये प्रति पाउच
समाचार एजेंसी एएनआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित एंटी-कोविड दवा की कीमत 990 रुपये प्रति पाउच है। अधिकारियों ने कहा कि हैदराबाद स्थित फार्मा कंपनी डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज (डीआरएल) के सहयोग से विकसित यह दवा क��ंद्र और राज्य सरकार के अस्पतालों को रियायती कीमत पर उपलब्ध कराई जाएगी। डॉ रेड्डीज लैब द्वारा DRDO की 2DG एंटी-कोविड 19 दवा की कीमत 990…
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#2DG दवा की कीमत#2डीजी दवा#2डीजी दवा ऑनलाइन खरीदें#2डीजी दवा का उपयोग#2डीजी दवा की कीमत#डीआरडीओ कोविड दवा की कीमत
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लॉन्च हुई 2डीजी दवा, कोरोना संक्रमण से जंग में कैसे करेगी मदद? जानिए सब कुछ
लॉन्च हुई 2डीजी दवा, कोरोना संक्रमण से जंग में कैसे करेगी मदद? जानिए सब कुछ
आपदा 2डीजी दवा, आपदा से बचाव कैसे करें? सब कुछ। Source link
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बजाज हेल्थकेयर ने कोविड दवा 2डीजी के बाजार में लाइसेंस प्राप्त करने के मामले में रिकॉर्ड ऊंचाई हासिल की https://tinyurl.com/yfpw43wd #2डज #covid_दवा_2dg #ऊचई #क #करन #कवड #कोविड_दवा #दव #न #परपत #बजज #बजर #बजाज_हेल्थकेयर #म #ममल #रकरड #लइसस #हलथकयर #हसल
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लोगों को नहीं मिल रही 2डीजी ड्रग: अभी भी 'हवा' में ही है डीआरडीओ की बनाई गई एंटी कोविड दवा कोरोना से बचाव को लेकर डीआरडीओ की बनाई गई दवा अभी भी 'हवा' में ही है। कहने को तो डीआरडीओ की दवा बनाने वाली कंपनी ने गुरुवार को दवाओं की नई खेप को बाजार में लॉन्च कर दिया। लेकिन हकीकत यह है कि खुले बाजार में अभी भी यह दवा ढूंढे नहीं मिल रही है। कोविड के मरीजों के तीमारदारों से लेकर सामान्य लोग भी इस दवा को लेकर देशभर के अलग-अलग राज्यों के मेडिकल स्टोरों पर धक्के खा रहे हैं। https://www.instagram.com/p/CPYUaTgsOEj/?utm_medium=tumblr
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सावधान! 2DG के नाम पर बिक रही है कोरोना की नकली दवा, फार्मा कंपनी ने किया आगाह Divya Sandesh
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सावधान! 2DG के नाम पर बिक रही है कोरोना की नकली दवा, फार्मा कंपनी ने किया आगाह
नई दिल्लीदिग्गज दवा कंपनी डॉ र��ड्डीज लैबोरेटरीज (Dr Reddy’s Laboratories) ने लोगों और कोविड-19 के मरीजों को ऐसे एजेंट्स से सावधान रहने को कहा है जो 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2DG) के नाम पर बाजार में फर्जी दवा बेच रहे हैं। कंपनी का कहना है कि इस एंटी वायरस ड्रग को जून के मध्य में कमर्शियली लॉन्च किया जाएगा और अभी इसकी कीमतें तय की जा रही हैं। इस दवा को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज ने मिलकर विकसित किया है। देश में कोरोना के मरीजों के लिए इसके एमरजेंसी यूज को मंजूरी दी गई है।
हैदराबाद की कंपनी डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज ने एक एडवाइजरी में कहा कि 2डीजी को अभी मार्केट में लॉन्च नहीं किया गया है और इसकी कीमत भी अभी घोषित नहीं हुई है। कंपनी ने कहा कि इसकी कीमत आम लोगों की पहुंच में होगी ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीजों को इसका फायदा मिल सके। इसकी कीमत की घोषणा जल्दी की जाएगी। कंपनी ने कहा कि लोगों को 2डीजी दवा के बारे में सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे फर्जी मेसेज से बचकर रहना चाहिए।
और ट्रायल की जरूरत 2डीजी को डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज बना रही है। यह दवा सैशे के रूप में उपलब्ध है। जैसे आप ORS या ENO को पानी में घोलकर पीते हैं, वैसे ह�� इसे भी पानी में मिलाकर ले सके���गे। कोविड रीजों को पूरी तरह ठीक होने के लिए इस दवा की दो डोज 5 से 7 दिन तक देनी पड़ सकती है। माना जा रहा है कि इस दवा का एक सैशे 2डीजी 500 से 600 रुपये के बीच मिलेगा। सोमवार को इसका सॉफ्ट लॉन्च किया गया था।
विशेषज्ञों का कहना है कि 2डीजी को परंपरागत तौर पर कैंसर की दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। यह ग्लाइकोसिस की प्रक्रिया को रोकती है। यह ऐसी प्रक्रिया है जिससे कोशिकाएं ग्लूकोज को तोड़ती हैं। इससे वायरस को अपनी संख्या बढ़ाने और फैलने के लिए एनर्जी मिलती है। यह दवा इस प्रक्रिया को रोकती है जिससे यह कोविड-19 के इलाज में काफी मददगार साबित हो सकती है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के इलाज में इसके व्यापक इस्तेमाल के लिए और क्लिनिकल ट्रायल की जरूरत है।
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यूपी में भी जल्द मिलेगी कोरोना की 2डीजी दवा, सीएम योगी ने अधिकारियों को दिये ये निर्देश [Source: Patrika : India's Leading Hindi News Portal]
यूपी में भी जल्द मिलेगी कोरोना की 2डीजी दवा, सीएम योगी ने अधिकारियों को दिये ये निर्देश [Source: Patrika : India’s Leading Hindi News Portal]
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Government) ने डिफेन्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाईजेशन (डीआरडीओ DRDO) द्वारा तैयार एंटी कोविड दवा 2डीजी (Anti Covid Drug 2DG) को मंगवाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह इसके लिए केंद्र को मांग पत्र भेजें। टीम-9 के साथ कोरोना समीक्षा बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि 2डीजी दवा के लिए आवश्यक मांग पत्र केंद्र सरकार को तुरंत…
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बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति से निपटने के लिए वैक्सीन, दवाओं, ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर तथा अन्य आवश्यक संसाधनों की त्वरित खरीद के लिए महत्वपूर्ण निर्णय किए गए।
मंत्रिपरिषद ने प्रदेश में वैक्सीनेशन को गति देने तथा वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए ग्लोबल टेंडर आमंत्रित करने के प्रस्ताव का सर्वसम्मति से अनुमोदन किया। इससे विदेशी वैक्सीन निर्माताओं से वैक्सीन की 1 करोड़ डोज खरीदी जा सकेंगी। यह खरीद जल्द से जल्द हो, इसके लिए नेशनल हैल्थ मिशन को नोडल एजेंसी बनाकर शीघ्र ही एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) जारी किया जाएगा।
मंत्रिपरिषद ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि कोरोना संक्रमण का तेजी से प्रसार हो रहा है। देशभर में बड़ी संख्या में मौतें भी हो रही हैं। लेकिन केंद्र सरकार से वैक्सीन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित नहीं होने से टीकाकरण की गति काफी धीमी हो गई है। वैक्सीन की कमी के कारण प्रदेश में 18 से 44 आयु वर्ग के लिए तो वैक्सीनेशन कुछ ही स्थानों पर शुरू हो पाया है, जबकि दूसरी घातक लहर युवाओं को अधिक संक्रमित कर रही है। ऐसे में जीवन रक्षा के लिए वैक्सीनेशन को गति देना बेहद जरूरी है। मंत्रिपरिषद ने इसके लिए विदेशी कंपनियों से वैक्सीन खरीद के लिए ग्लोबल टेंडर ��र सहमति व्यक्त की।
बैठक में इस बात पर चर्चा की गई कि केंद्र सरकार द्वारा युवा वर्ग के लिए निःशुल्क वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण राज्य सरकार ने स्वयं के संसाधनों से करीब 3 हजार करोड़ रूपए व्यय कर निःशुल्क टीकाकरण का निर्णय किया है। ऐसे में तमाम प्रयास कर प्रदेश की इस युवा आबादी का टीकाकरण जल्द से जल्द कराया जाना बेहतर होगा।
मंत्रिपरिषद ने संकट की इस घड़ी में प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा के लिए विभिन्न जीवन रक्षक दवाओं, ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर, मेडिकल उपकरण आदि की खरीद तथा ऑक्सीजन परिवहन के लिए वित्तीय प्रक्रियाओं में शिथिलता के प्रस्तावों का भी अनुमोदन किया। इससे इन आवश्यक दवाओं तथा उपकरणों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने में आसानी होगी और रोगियों को समय पर समुचित उपचार मिल सकेगा। कोविड में आपातकालीन प्रयोग के लिए मंजूर की गई औषधि 2डीजी, केसीरीविमेब एवं इम्डीविमेब आदि के बाजार में उपलब्ध होने पर निर्माता कंपनी से सीधे ही उपापन करने तथा भविष्य में कोरोना की अन्य दवाओं को भी सीधे क्रय किए जाने के प्रस्ताव का भी बैठक में अनुमोदन किया गया।
राज्य मंत्रिपरिषद ने कोरोना संक्रमण के समय में प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा के लिए करीब 13 महीने से लगातार समर्पित सेवाएं दे रहे नर्सिंग कर्मियों की सराहना करते हुए अंतरराष्ट्रीय नर्सेज दिवस के अवसर पर नर्स ग्रेड-द्वितीय का पदनाम नर्सिंग ऑफिसर तथा नर्स ग्रेड-प्रथम का पदनाम सीनियर नर्सिंग ऑफिसर करने का निर्णय किया है। इससे उनकी लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी होगी।
बैठक में निर्णय लिया गया कि जिलों में संक्रमण की स्थिति की गहन समीक्षा और उसके अनुरूप पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लोगों को राहत देने के लिए प्रभारी मंत्री जिलों का नियमित दौरा करेंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंस, दूरभाष आदि के माध्यम से भी जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में रहेंगे। जरूरतमंदों की मदद, कोई भूखा ना सोए के संकल्प को साकार करने तथा उपचार के लिए भामाशाहों, स्वयंसेवी संस्थाओं आदि के सहयोग से संसाधन जुटाने के लिए भी समन्वय करेंगे। कोविड प्रोटोकॉल एवं लॉकडाउन की प्रभावी पालना के लिए ग्राम स्तरीय समितियों को सक्रिय करने, पंचायत स्तर तक के जनप्रतिनिधियों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के साथ ही आगामी आवश्यकताओं के मद्देनजर फीडबैक भी प्राप्त करेंगे।
मंत्रिपरिषद ने बैठक में कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा के लिए हरसम्भव प्रयास कर रही है। इसके लिए वित्तीय संसाधनों की भी कोई कमी नहीं रखी जा रही है। लेकिन कोरोना का संक्रमण जिस गति से फैल रहा है, उसके अनुरूप ऑक्सीजन की मांग लगातार बढ़ रही है। ��से में इस बात के प्रयास किए जाएं जिनसे राज्य कोरोना से लड़ने के लिए मेडिकल ऑक्सीजन, आवश्यक दवाओं, मेडिकल उपकरण सहित अन्य संसाधनों के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने की ओर आगे बढ़े। क्योंकि विशेषज्ञों के मुताबिक यह महामारी कब खत्म होगी कोई नहीं कह सकता। बैठक में बताया गया कि नगरीय विकास विभाग की ओर से 62 नगरीय निकाय क्षेत्रों में 105 ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए कार्यादेश जारी कर दिया गया है।
चिकित्सा विभाग की ओर से प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि जिस तरह से ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। उसे देखते हुए प्रत्येक ब्लॉक में एक सामुदायिक केंद्र को कोविड कंसल्टेशन एवं कोविड केयर सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इनमें रोगियों के लिए ओपीडी, आईपीडी के साथ डे-केयर की सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी। साथ ही, प्रदेश में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 5 लाख से अधिक व्यक्तियों का अब तक टीकाकरण किया गया है।
बैठक में राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने संक्रमण के गहराते संकट को देखते हुए अपील की है कि संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सभी स्व अनुशासन में रहें और महामारी रेड अलर्ट जनअनुशासन लॉकडाउन की पालना सुनिश्चित करें, अन्यथा हम कितने ही संसाधन जुटा लें, हमारे सभी प्रयास कम पड़ते चले जाएंगे।
बैठक में कहा गया कि लॉकडाउन की गाइडलाइन में 31 मई तक विवाह समारोह को स्थगित किए जाने की सलाह दी गई है। बड़ी संख्या में लोगों ने स्वविवेक से निर्णय कर शादियां स्थगित भी की हैं। अन्य लोग भी इस पहल में भागीदार बनकर कोविड की चुनौती से लड़ने में राज्य सरकार का सहयोग करें। आखातीज के अबूझ सावे पर बड़ी संख्या में विवाह होते आए हैं, लेकिन यह समय जीवन और मौत से संघर्ष का है। ऐसे में हमें विवाहों को टालकर जीवन बचाने के लिए आगे आना होगा। अतिआवश्यक होने पर लॉकडाउन गाइडलाइन की पालना करते हुए ही अधिकतम 11 लोगों की उपस्थिति में विवाह हों।
लॉकडाउन की इस अवधि में ईद का मुबारक पर्व भी आ रहा है। इस मौके पर अकीदतमंद जनअनुशासन का परिचय देकर घर पर ही इबादत करें। यह भी आग्रह किया है कि कोविड के इस दौर में लोग धार्मिक रीति-रिवाजों, त्योहार, उत्सव आदि के कार्यक्रम घर पर रहकर ही मनाएं। कोई भी व्यक्ति धार्मिक स्थलों पर नहीं जाएं, घर पर ही पूजा, प्रार्थना एवं इबादत करें। हमारे समन्वित प्रयासों से ही हम कोरोना की इस कठिन जंग को जीतने में कामयाब हो सकेंगे।
राज्य सरकार प्रदेशवासियों के स्वस्थ और सुरक्षित जीवन को लेकर बेहद चिंतित है। मंत्रिपरिषद ने अप��क्षा की है कि सभी लोग राज्य सरकार के इन प्रयासों को सार्थक रूप देने के लिए समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की अक्षरशः पालना सुनिश्चित कर अपनी और अपनों की जीवन रक्षा के दायित्व का जिम्मेदार नागरिक के रूप में निर्वहन करेंगे।
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कोरोना में 2डीजी के बाद अब एक और दवा पर ट्रायल शुरू, जल्द होगी उपलब्ध
कोरोना में 2डीजी के बाद अब एक और दवा पर ट्रायल शुरू, जल्द होगी उपलब्ध
कोरोना के खिलाफ DRDO की 2डीजी दवा के बाद सीएसआईआर ने एक नई दवा पर काम शुरू किया है। इसका नाम निक्लोसामाइड (niclosamide) है। इसका क्लीनिकल परीक्षण शुरू हो चुका है। लक्साई लाइफ साइंसेज (laxai life sciences) लैब पार्टनर है। अभी तक इस दवा का उपयोग टेपवर्म संक्रमण के खिलाफ होता रहा है। इसका ��स्तेमाल बच्चे और व्यस्क दोनों करते रहे हैं। सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ शेखर सी मांडे ने कहा कि यह एक जेनेरिक दवा…
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डीआरडीओ 2-डीजी: यहां एंटी-कोविड दवा का उपयोग करने के लिए दिशानिर्देश दिए गए हैं
डीआरडीओ 2-डीजी: यहां एंटी-कोविड दवा का उपयोग करने के लिए दिशानिर्देश दिए गए हैं
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने मंगलवार को अपनी कोविड रोधी दवा के उपयोग पर निर्देश जारी करते हुए कहा कि इसे आदर्श रूप से “मध्यम से गंभीर कोविड -19 रोगियों” के लिए “जितनी जल्दी हो सके” निर्धारित किया जाना चाहिए। 2-डीजी नाम से जानी जाने वाली दवा को अधिकतम 10 दिनों तक की अवधि के लिए निर्धारित किया जा सकता है। हालांकि, डीआरडीओ ने कहा कि अनियंत्रित मधुमेह, गंभीर हृदय रोग और तीव्र श्वसन संकट…
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#2-डीजी कोविड -19 दवा#2-डीजी डीआरडीओ#2-डीजी डीआरडीओ कीमत#2-डीजी दवा#2-डीजी साइड इफेक्ट#2dg . के दुष्प्रभाव#2डीजी ओरल सैचेट#2डीजी कोविड दवा की कीमत#इंडियन एक्सप्रेस न्यूज़#कोविड दवा भारत की कीमत#डीआरडीओ कोविड दवा दिशानिर्देश
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जून से सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मिलने लगेगी एंटी-कोविड मेडिसन 2डीजी, डॉक्टर रेड्डीज़ लैब ने की घोषणा
जून से सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मिलने लगेगी एंटी-कोविड मेडिसन 2डीजी, डॉक्टर रेड्डीज़ लैब ने की घोषणा
नवंबर से सरकारी और प्राइवेट प्रबंधन ने भौतिक-कोविट मेडिसन 2डीजी, डॉक्टर की घोषणा की। Source link
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डीआरडीओ की '2 डीजी' दवा से तीन से सात दिन में ठीक होंगे कोरोना मरीज : डॉ. अनंत नारायण भट्ट Divya Sandesh
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डीआरडीओ की '2 डीजी' दवा से तीन से सात दिन में ठीक होंगे कोरोना मरीज : डॉ. अनंत नारायण भट्ट
लखनऊ। कोरोना संक्रमण को मात देने के लिए रक्षा विकास अनुसंधान संगठन (डीआरडीओ ) द्वारा निर्मित 2डीजी दवा सौ फीसद कारगर बताई जा रही है। इसे बनाने वाली वैज्ञानिकों की टीम में शामिल गोरखपुर के डॉक्टर अनंत नारायण भट्ट ने खास बातचीत में बताया कि, “दवा 2 डीजी (2 डीऑक्सी डी ग्लूकोज) ट्रायल में कोरोना संक्रमण से शत प्रतिशत निजात दिलाने में कारगर रही है। उनका कहना है कि ट्रायल के दौरान सभी कोरोना मरीज 2 से 7 दिन के अंदर ठीक हुए हैं। उनको ऑक्सीजन और अन्य कोई जरूरत नहीं पड़ी। कुछ दिनों यह दवा हर आदमी की पहुंच में होगी। करीब हफ्ते भर पहले ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिलने के बाद हैदराबाद की डॉ रेड्डीज लैब ने इसका उत्पादन शुरू कर दिया है।”
डॉ. भट्ट का कहना है कि, “यह दवा आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना पर आधारित है। उनके मुताबिक कोविड के पहले वेव में ही डीआरडीओ ने दवा बनाने की ठान ली थी। इसके लिए एक टीम को हैदराबाद की डॉ रेड्डीज लैब में रिसर्च के लिए लगाया गया। दिल्ली में कार्यरत डॉ भट्ट को भी हैदराबाद भेजा गया। दिनरात एक कर रिसर्च टीम को आखिरकार कामयाबी मिल ही गई।”
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इस दवा के बाबत डॉ. भट्ट का कहना है कि, “जिन मरीजों पर इसका प्रयोग किया गया उन्हें तीन दिन बाद ही अलग से ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखने की जरूरत नहीं पड़ी। 42 प्रतिशत मरीज तीन दिन में और 75 से 80 प्रतिशत तक मरीज सात से आठ दिन में ही कोरोना संक्रमण से ठीक हो गए। 11 से 12 दिन में रिकवरी की दर शत प्रतिशत मरीजों में पाई गई है। पूरी तरह अपने ही देश में निर्मित यह दवा सैशे में पावडर के रूप में है।”
पूरी तरह देश में निर्मित कोविड मेडिसिन 2-डीजी को विकसित करने वाली टीम के अहम सदस्य डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनंत नारायण भट्ट गोरखपुर के गगहा इलाके के कौवाडील के रहने वाले हैं। उनका कहना है कि उन्हें इस बात पर गर्व की अनुभूति होत�� है कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले के रहने वाले हैं। बकौल डॉ भट्ट, आज गोरखपुर सीएम योगी के नाते पूरे विश्व में जाना जाता है। पूरा देश उनकी कर्मठता और ईमानदारी का कायल है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी कई बार तारीफ कर चुके हैं। डॉ भट्ट कहते हैं कि देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य होने के बावजूद यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहतरीन और तारीफ के काबिल कोविड प्रबंधन किया है। यही वजह है कि उनके कोविड प्रबंधन की तारीफ डब्लूएचओ, नीति आयोग व अन्य प्लेटफॉर्म पर हुई है।
ज्ञात हो कि कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडो) की दवा 2 डीजी की पहली खेप 10 हजार खुराक सोमवार को जारी कर दी गयी है। 2 डीजी दवा सीधे मरीज की कोशिकाओं में काम करेगी, जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली तेजी से ठीक होगी।
–आईएएनएस
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देश ही नहीं दुनिया को मदद करेगी डीआरडीओ की कोविड रोधी 2डीजी दवा: हर्षवर्धन Divya Sandesh
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देश ही नहीं दुनिया को मदद करेगी डीआरडीओ की कोविड रोधी 2डीजी दवा: हर्षवर्धन
नई दिल्लीकोविड-19 महामारी के इलाज में बेहद प्रभावी दवा आज आम लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगी। एक कार्यक्रम में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की विकसित इस दवा को लॉन्च कर दिया गया है। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया, डीआरडीओ के वैज्ञानिक समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
कोविड के खिलाफ एक और देसी ‘हथियार’ तैयार स्वास्थ्य मंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि डीआरडीओ की यह दवा देश ही नहीं, दुनिया को कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाएगी। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में उनका मंत्रालय अथक प्रयास कर रहा है जो आगे भी जारी रहेगा।
डॉ. रेड्डीज लैब कर रहा है उत्पादन 2डीजी का उत्पादन देश की दिग्गज दवा निर्माता कंपनी डॉ. रेड्डीज लैब कर रही है। यह दवा सैशे के रूप में उपलब्ध है। जैसे आप ORS या ENO को पानी में घोलकर पीते हैं, वैसे ही इसे भी पानी में मिलाकर ले सकेंगे। कोविड रीजों को पूरी तरह ठीक होने के लिए इस दवा की दो डोज 5 से 7 दिन तक देनी पड़ सकती है। इस दवा की कीमत को लेकर अभी कुछ औपचारिक ऐलान तो नहीं किया गया है, लेकिन कहा जा रहा है कि एक सैशे 2डीजी 500 से 600 रुपये के बीच मिलेगी।
रक्षा मंत्री ने बताई 2डीजी की खूबियां रक्षा मंत्री ने कहा, “मुझे बताया गया कि इसके प्रयोग से सामान्य उपचार की अपेक्षा लोग ढाई दिन जल्दी ठीक हुए हैं। साथ ही ऑक्सीजन पर निर्भरता भी लगभग 40% तक कम देखने को मिली है। इसका पाउडर फॉर्म में होना भी इसकी एक बड़ी खासियत है। इसे ORS घोल की तरह इसका इस्तेमाल लोग बड़ी आसानी से कर सकेंगे।”
आज सबसे ज्यादा सुखद दिन: हर्षवर्धन वहीं, स्वास्थ्य मंत्री ने खुशी का इजहार करते हुए कहा, “मई के महीने में आज का दिन हम सबके लिए सबसे ज्यादा सुखद दिन है। हम एक साल से ज्यादा समय से कोविड की जंग लड़ रहे हैं। रक्षा क्षेत्र के आउटकम के तहत ये हमारी पहली स्वदेशी दवा है, ये कोविड वायरस के प्रकोप को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कम करने की पूरी क्षमता रखती है।”
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Good news: कोरोना के इलाज में गेम चेंजर साबित हो सकती है डीआरडीओ की ये दवा, किसी भी स्ट्रेन पर है कारगर, अगले सप्ताह होगी लॉन्च Divya Sandesh
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Good news: कोरोना के इलाज में गेम चेंजर साबित हो सकती है डीआरडीओ की ये दवा, किसी भी स्ट्रेन पर है कारगर, अगले सप्ताह होगी लॉन्च
इंटरनेट डेस्क। देश में कोरोना संक्रमण के बीच अच्छी खबर आ है। खबर ये है कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की कोरोना मरीजों के इलाज के लिए दवा 2 डीआक्सी-डी ग्लूकोज (2-डीजी) अगले सप्ताह लॉन्च हो जाएगी।
डीआरडीओ की इस दवा की 10 हजार डोज का पहला बैच इस दौरान लॉन्च किया जाएगा। डीआरडीओ के अधिकारियों की ओर से इस प्रकार की जानकारी मिली है। उन्होंने बताया कि कोरोना रोगियो के लिए ये दवा डीआरडीओ के वैज्ञानिकों की एक टीम ने बनाई है।
माना जा रहा है कि डीआरडीओ की ओर से लॉन्च होने वाली ये दवा कोरोना के इलाज में गेम चेंजर साबित हो सकती है। बताया जा रहा है दवा की मात्र��� सामान्य कोशिकाओं तक कम ही जाने के कारण उन्हें किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होता है। डीआरडीओ के वैज्ञानिकों के अनुसार, 2डीजी कोरोना के हर स्ट्रेन से लडऩे में कारगर है। यह दवा वायरस के प्रोटीन के स्थान पर मानव कोशिकाओं के ही प्रोटीन में बदलाव कर देती है।
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