#12 लाख में घर
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MHADA Mumbai Lottery: 12 लाख में 4700 घरों के लिए म्हाडा की बंपर लॉटरी
Mumbai MHADA Lottery Update: बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। BMC अपने तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को माहुल में सस्ते घर उप��ब्ध करा रही है। घरों की कीमत लगभग 12 लाख रुपये है और इनकी बिक्री लॉटरी के माध्यम से होगी।आवेदन प्रक्रिया शुरू.. (MHADA Mumbai Lottery MHADA’s bumper lottery for 4700 houses for 12 lakhs) मुंबई: दुनिया भर में सपनों के शहर या मायानगरी…
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Ishwar TV Satsang | 22-11-2024 | Episode: 2581 | Sant Rampal Ji Maharaj ...
*🌺बन्दीछोड़ सतगुरु संत रामपाल जी महाराज जी की जय हो🌺*
♦♦♦
22/11/24
*🌼संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा दी गयी सतभक्ति से सर्व सुख प्राप्त होते हैं!🌼*
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#GodMorningEveryone
#FridayMotivation
#FridayThoughts
🥀🌺🌼🌸🌺🌼🌸🌺🥀
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Sant Rampal Ji Maharaj
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Supreme God Kabir
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1🔅 कबीर परमात्मा की सतभक्ति मर्यादा में रहकर करने से कैंसर, एड्स जैसी बीमारी भी ठीक होती हैं।
2🔅सतभक्ति करने वाले की पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है।
- ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
3🔅सतभक्ति करने वाले की अकाल मृत्यु नहीं होती जो मर्यादा में रहकर साधना करता है।
4🔅 वेद में लिखा है कि पूर्ण परमात्मा मर चुके हुए साधक को भी जीवित करके 100 वर्ष तक जीने की शक्ति भी दे सकता है। संत रामपाल जी महाराज ऐसी ही सतभक्ति बताते हैं।
5🔅 सतभक्ति मर्यादा में रह कर करने से सभी रोगों का नाश हो जाता है।
अधिक जानकारी के लिए देखें साधना 📺 रात्रि 07:30 बजे।
6🔅वेद बताते हैं पूर्ण परमात्मा की सतभक्ति से रोगियों के रोग नाश होते हैं और संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों को ये लाभ मिल भी रहे हैं।
7🔅 संत रामपाल जी महाराज की बताई सतभक्ति से आज लाखों परिवार रोगों से मुक्त होकर सुखी जीवन जी रहे हैं।
8🔅सतभक्ति करने से जीवन सुखी हो जाता है। पापों से बचाव होता है, गृह क्लेश भी समाप्त हो जाता है।
9🔅जो माता पिता सतभक्ति करते हैं फिर उनके बच्चे उनकी विशेष सेवा किया करते हैं।
10🔅 भूत-प्रेत, पित्तर-भैरव-बेताल जैसी आत्माऐं सतभक्ति करने वाले परिवार के आसपास नहीं आती। देवता उस भक्त परिवार की सुरक्षा करते हैं।
11🔅सतभक्ति करने से नशा अपने आप छूट जाता है। शराब, तम्बाकू तथा अन्य नशे के प्रति घृणा हो जाती है।
12🔅सतभक्ति करने से मानव जीवन सफल हो जाता है। परिवार में किसी प्रकार की बुराई नहीं रहती। परमात्मा की कृपा सदा बनी रहती है।
13🔅पूर्ण सतगुरू से दीक्षा लेकर मर्यादा में रहकर भक्ति करने से शुभ संस्कारों में वृद्धि होने से दुःख का वक्त सुख में बदलने लग जाता है।
14🔅सतभक्ति करने से शरीर स्वस्थ रहता है और भक्ति के प्रभाव से परिवार अपने-आप आदर करता है।
15🔅सतभक्ति करने वालों के परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है - यजुर्वेद अध्याय 8 मंत्र 13
16🔅सतभक्ति करने से इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है (जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है) जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
17🔅सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
18🔅सतभक्ति करने से चौरासी लाख योनि��ों का कष्ट दूर हो जाता है।
19🔅सतभक्ति करने से उजड़ा परिवार भी बस जाता है और पूरा परिवार सुख का जीवन जीता है। जीवन का सफर आसानी से तय हो जाता है क्योंकि जीवन का मार्ग साफ हो जाता है।
20🔅सत भक्ति करने से मनुष्यों को दैविक शक्तियां पूर्ण लाभ देती हैं और साधक परमेश्वर पर आश्रित रहने से बगैर किसी चिंता के जीवन ��ीता है।
21🔅सतभक्ति न करने वाले या शास्त्रविरूद्ध भक्ति करने वाले को यम के दूत भुजा पकड़कर ले जाते हैं जबकि सतभक्ति करने वाला व्यक्ति परमात्मा के साथ विमान में बैठकर अविनाशी स्थान यानी सतलोक चला जाता है।
🙏अवश्य सब्सक्राइब करें!
संत रामपाल जी महाराज यू ट्यूब चैनल पर और प्रतिदिन देखें शास्त्र अनुकूल पवित्र सत्संग!
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💥 *न्यू लॉचिंग, फ़ैमिली सिक्योरिटी प्लान @799/* 📢📢📢📢🎉🎊*सभी पॉइंट ध्यान से पढ़िए/देखिये तब समझ में आएगा**1.) अब केवल 799 रू में बड��ा धमाका*♦️ मोबाईल रिचार्ज पर स��ल्फ 2.5% कैशबैक *2).लेबल-1 में 40% की इनकम 200/-रू*लेबल-2 में 8% की इनकम 40/-रूलेबल-3 में 4% की इनकम 20/-रूलेबल-4 में 2% की इनकम 10/-रूलेबल-5 से 20 लेबल तक 1% कि इनकम 5/-रू♦️15 डायरेक्ट करते ही 5₹+10₹ प्रति id एक्सट्रा इनकम मिलेगा*♦️ 50 डायरेक्ट ID होने पर (5 ₹+ 5₹) = 10 रुपये एक्सट्रा इनकम♦️100 डायरेक्ट ID होने पर ( 5+5+10) = 20 रुपये एक्सट्रा इनकम...♦️ लीडरसिप_इनकम Bronze रैंक पर 2% Extra income यानि कि 10/-रु प्रति id Silver रैंक पर 2% Extra income यानि कि 10/-रु प्रति id Gold रैंक पर 3% Extra income यानि कि 15/-रु प्रति id Platinum रैंक पर 3% Extra income यानि कि 15/-रु प्रति id Diamond💎 रैंक पर 2% Extra income यानि कि 10/-रु प्रति id Kohinoor 💎 रैंक पर 2% Extra income यानि कि 10/-रु प्रति id *3).पहली ऐसी कंपनी जो 500BV का 10%CTO रॉयल्टी इनकम परडे देती है*... और एक्स्ट्रा रॉयल्टी इनकम60₹ यानि की 12% CTO Daily ♦️♦️♦️♦️♦️♦️♦️♦️♦️*टॉप ID लेने के लिए अपनी डिटेल* *भेजकर सबसे पहले अपनी ID बुक करें* 👇👇👇👇👇👇👇Name.....Mobile no....E-mail id .........Pincode. ...City....State......*4).पहली ऐसी कम्पनी जो रिपर्चेस से भी 29%CTO रॉयल्टी इनकम मंथली देती है..**5). पहली ऐसी कंपनी जो 5%CTO रिवॉर्ड इनकम मंथली देती है ..**6).मिनिमम 190₹ से 5लाख ₹ से अधिक तक विड्रॉल लगा सकते है।*वो भी बिना किसी ट्रांज़ैक्शन चार्ज केबिना किसी एडमिन चार्ज केबिना किसी हिडेन चार्ज केबिना किसी मेंटीनेंस चार्ज के*7). 20 लेबल तक रेफरल इनकम देती हैं ..**8).15 डायरेक्ट करते ही मिलेगा*a. 1% टीम परफॉमेंस बोनस इनकमb.फॅमिली स्पोर्ट सिस्टम c.कंपनी का फर्स्ट लेबल मिल जायेगाd.लीडरसिप इनकम 2%=10*9). पहली ऐसी कंपनी जो केवल मात्र आपकी इनकम का 5%TDS जमा करती है ..**10).50 डायरेक्ट ID होने पर अनलिमिटेड लेबल इनकम*और मंथ में 3 बार कंपनी C.T.O क्लब बोनस भी ले सकते हैं *11).कोई लेग मेंटेन का झंझट नही..**12).खरीदने और बेचने का झंझट नहीँ* *13).घर घर जाकर प्लान दिखाने की झंझट नही..**14). आप अपना खुद का रिचार्ज कर सकते हैं,*@) आप अपने घर का इलेक्ट्रिसिटी बिल भी जमा कर सकते हैं@) आप अपना LIC का प्रीमियम भी जमा कर सकते हैं@अपना यहां से लोगो का पैन कार्ड भी बना सकते हैं*15).Silver लेबल पर 15 हजार ₹ Mobile📱Fund**16).Gold लेबल पर 1.21 लाख ₹ Bike 🏍️ फण्ड**17).Platinum लेबल पर 6.51 लाख ₹ Car Found 🚗**18).Diamond 💎 लेबल पर 1Cr ₹ लक्ज़री कार रिवॉर्ड फंड🚘**19). कोहिनूर डायमंड पर 2.5Crore ₹ हाऊस फंड🏛️**रजिस्ट्रेश��� लिंक* 👇

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Dr. Pramod Paharia
स्पाइन सर्जन) MBBS, D.Ortho, DNB, M.Ch. (Ortho) पूर्व सर्जन- सर गंगा
Registration No:- DMC35679
Specialty:- Spine Surgeon
Fee:- 500
Mob :- 7354858466
राम हॉस्पिटल एवं इंडियन स्पाइनल इंज्यूरी सेन्टर, नई दिल्ली
समय :- दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक
क्लिनिक पता :- देहली हॉस्पीटल ओल्ड श्री टॉकीज बारादरी मुरार ग्वालियर
इंजेक्शन की नवीन तकनीक से स्पाइन रोगों का उपचार
सर्जरी के बिना ही सिर्फ इंजेक्शन तकनीक के जरिये स्पाइन (रीढ़ ) रोगों का बेहतर और विश्वसनीय | उपचार विश्वविख्यात डॉ. प्रमोद पहारिया द्वारा ग्वालियर में हो रहा है। आईये जानते हैं इस तकनीक के असाधारण लाभ-
इस ट्रीटमेंट की कितनी बार आवश्यकता होती है सिर्फ एक ही बार पर्याप्त है।
सर्जरी की अपेक्षा इस तकनीक के क्या फायदे हैं सर्जरी के दौरान पैरालिसिस, पैलाप्लेजिया, ब्लैडर एवं बोवेल के कंट्रोल में क्षति, पैरों में कमजोरी, इंफेक्शन इंप्लांट फैलियर जैसे जो कॉम्पिलकेशन देखने को मिलते हैं, वैसा इसमें खतरा नहीं है।
किस उम्र के लिये यह चिकित्सा है 15 से 85 वर्ष के मरीजों के लिये ।
एक डिस्क लेवल के ट्रीटमेंट में कितना खर्च आता है स्पाइन सर्जरी में जहां 3 लाख तक का खर्चा आता है वहीं यह उपचार मात्र 19000 तक में हो जाता है। विदेशों में इसका खर्च 50 गुना तक है।
कितने समय में रोगी घर जा सकता है एक घण्टे बाद ही घर जा सकता है। जबकि सर्जरी में 3 माह तक रोगी को अपने काम से अलग रहकर आर्थिक क्षति उठाना पड़ती है।
इस ट्रीटमेंट की सफलता की दर कितनी है
90 से 95% सफल है। अब तक लगभग 7,500 मरीज हमेशा के लिए ठीक हो चुके हैं। यह इंजेक्शन प्रॉब्लम साइट में लगाया जाता है।
इस ट्रीटमेंट का असर कब तक रहता है इसमें जड़ से इलाज होता है।
क्या यह स्टेरॉइड इंजेक्शन है
यदि ऑपरेशन के बाद दबाव बना रहता या दोबारा दबाव आ जाता है तो उसमें भी यह नहीं, यह एक भ्रम है। यह एक सेफ अमेरिकन प्रोसीजर है, जो एक विशेष मशीन की निगरानी में किया जाता है।

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10 लाख में पति की किडनी बेचकर बॉयफ्रेंड के साथ बीवी फरार, 12 साल की बच्ची की मां है महिला
घर की आर्थिक तंगी को दूर करने और अच्छे स्कूल में बेटी का एडमिशन कराने के नाम पर बीवी ने पति को किडनी बेचने के लिए मजबूर कर दिया। उसने 10 लाख में पति की किडनी का सौदा किया और सारा पैसा लेकर फेसबुक वाले बॉयफ्रेंड के साथ फरार हो गयी। पति की किडनी बेचकर प्रेमी के साथ महिला 10 लाख रुपये लेकर फरार हो गयी है। हैरान करने वाला यह मामला पश्चिम बंगाल के हावड़ा से सामने आया है। फेसबुक पर बने प्रेमी के साथ…

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करनाल के चोरापूरा गांव के रहने वाले प्रगतिशील किसान मुनीश ने 4 साल पहले 12/24 घर के कमरे से मशरूम की खेती की शुरुआत कर आज 2 केनाल में 3 शेड बनाकर तीन महीने की मशरूम की खेती से 4 लाख रुपये का कमा रहा मुनाफा, यानी तीन शेड की लागत 2 लाख और मुनाफा डबल चार लाख के करीब, अन्य किसानों को अच्छे मुनाफे के लिए अलग हटकर खेती करने की दे रहे सलाह, मुनीश ने कहा पहले साल जितनी लागत उससे दोगुना मुनाफे की 101 प्रतिशत गारंटी,अगले साल लागत कम मुनाफा ज्यादा,
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The Journey of Zakir Hussain: From Tabla Artist to Legendary Ustaad

Introduction
Zakir Hussain : जाकिर हुसैन की गिनती महान तबला वादकों में की जाती है. यही वजह है कि उनके नाम के आगे उस्ताद लगाया जाता है. वैसे उनका एक तबला वादक से उस्ताद जाकिर हुसैन बनने का सफर काफी दिलचस्प है. महज 12 साल की उम्र में अमेरिका को अपने तबले की धुन के जरिये मंत्र मुग्ध करने वाले जाकिर हुसैन को ये कला विरासत में मिली, जिसे उन्होंने मरते दम तक सहेज कर रखा. तबले की थाप पर संगीत की धुन रचने वाले जाकिर हुसैन ने अपने जीवन के 73 सालों में पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण जैसे सम्मान अपने नाम किए. घुंघराले बालों के साथ हंसमुख चेहरा जाकिर हुसैन का अलग ही व्यक्तित्व दर्शाता था. जो भी उनसे मिलता प्रभावित होता और अगर बात कर ले तो उनका दीवाना हो जाता था.
यही वजह है कि उस्ताद जाकिर हुसैन के सिर्फ फैन्स और दीवाने ही मिलेंगे लेकिन आलोचक नहीं. 15 दिसंबर, 2024 को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन ने दुनिया को अलविदा कह दिया. जाकिर हुसैन फेफड़ों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज थे. भारतीयों की नजर में ‘वाह उस्ताद’ का रुतबा हासिल कर चुके जाकिर हुसैन अब इस दुनिया में नहीं रहे. ऐसे में हम आपके लिए उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से लेकर आए हैं, जिनके बारे में आप शायद ही जानते होंगे.
Table of Content
जाकिर हुसैन का बचपन
जाकिर का हेयर स्टा��ल
तबले से करते थे बात
जब सीखी गणेश वंदना
5 रुपये से 5 लाख तक ली फीस
विकेटकीपिंग करते थे जाकिर
मुगल-ए-आज़म
फिल्मों में भी किया काम
जाकिर हुसैन का बचपन
जाकिर का हेयर स्टाइल
जाकिर हुसैन का हेयर स्टाइल भी काफी पॉपुलर हुआ था. हैरानी की बात है कि उन्होंने इसके बारे में कभी सोचा ही नहीं था. लोगों के साथ-साथ मीडिया ने ये एहसास कराया तो उन्होंने भी अपना हेयर स्टाइल नोटिस किया. अपने इस हेयर स्टाइल को लेकर उनका कहना था कि काम पर जाने की जल्दी में उन्हें बाल सुखाने और उन्हें कंघी करने का मौका ही नहीं मिलता था. वो नहा धोकर ऐसे ही घर से बाहर निकल जाया करते थे. अपने एक इंटरव्यू में जाकिर ने कहा था कि उन दिनों अमेरिका में लंबे बालों और दाढ़ी का हिप्पी स्टाइल चल रहा था. हालांकि, तब मैंने इस पर ध्यान नहीं दिया. जाकिर ने बताया कि उन्हीं दिनों ताज चाय वालों के साथ मेरा कॉन्ट्रैक्ट हुआ, जिसमें उन्होंने शर्त रखी कि आप बाल नहीं कटवाएंगे. कह सकते हैं कि ये मेरी मजबूरी भी बन गई थी.
तबले से करते थे बात
जाकिर हुसैन की संगीत के लिए दीवानगी देखिए कि वो अपने तबले से बातचीत करते थे. वो अक्सर उससे पूछते थे कि तुम्हें कोई तकलीफ़ तो नहीं. उसकी सफाई का काम जाकिर खुद किया करते थे. दरअसल, बचपन में एक बार जाकिर पंडित किशन महाराज का कार्यक्रम सुनने गए जो बिरजू महाराज के साथ तबला बजा रहे थे. जब किशन महाराज स्टेज पर जा रहे थे तब जाकिर ने उन्हें गुड लक कहा. इसके जवाब में किशन महाराज ने कहा- ‘देखते हैं बेटा आज साज क्या कहेगा.’ उस छोटी सी उम्र में जाकिर हुसैन को इन शब्दों का मतलब नहीं पता था, लेकिन बाद में एहसास हुआ कि साज की भी जुबान है. अगर वो नहीं बोलेगा तो जो चाहे कर लो, कुछ नहीं होगा.
यह भी पढ़ेंः Zakir Hussain के निधन पर Rahul Gandhi से लेकर योगी समेत दिग्गज नेताओं ने जताया दुख
जब सीखी गणेश वंदना
जाकिर हुसैन सुबह 3 बजे उठकर पिता के साथ 6 बजे तक रियाज किया करते थे. बचपन में सुर, लय और ताल के साथ जाकिर ने कई श्लोक और मंत्र भी सीखे. पिता ने उन्हें सरस्व���ी और गणेश वंदना भी सिखाई. जहां उनके पिता बेटे को एक बड़ा संगीतकार बनाना चाहते थे तो वहीं दूसरी तरफ जाकिर हुसैन की मां बीवी बेगम चाहती ही नहीं थीं कि उनका बेटा तबला बजाये. वो तो बेटे को इंजीनियर या डॉक्टर बनते देखना चाहती थीं, लेकिन तबला और जाकिर एक-दूजे के लिए ही बने थे. दोनों का साथ ऐसा बना कि जिंदगी भर नहीं टूटा.
5 रुपये से 5 लाख तक ली फीस
विकेटकीपिंग करते थे जाकिर
उस्ताद जाकिर हुसैन का बचपन में मन क्रिकेट खेलने में खूब रमता था. स्कूल के दिनों में जाकिर हुसैन टीम में बतौर विकेटकीपर खेलते थे. हालांकि, उनके मन में सिर्फ संगीत ही बसा था. उसी के साथ आगे बढ़ते हुए जाकिर हुसैन ने वो मुकाम हासिल किया जो भारत में किसी संगीतकार के पास नहीं है. 1988 में जब जाकिर हुसैन को पद्म श्री अवॉर्ड दिया गया था तब उनकी उम्र सिर्फ 37 साल थी. फिर साल 2002 में उन्हें संगीत की दुनिया में अपने योगदान के लिए पद्म भूषण से नवाजा गया. उन्हें 1992 और 2009 में म्यूजिक की दुनिया के सबसे बड़े सम्मान ग्रैमी अवॉर्ड से नवाजा गया. वर्ष 2023 जाकिर हुसैन को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पद्म विभूषण से सम्मानित किया था.
यह भी पढ़ेंः ‘मेरा जूता है जापानी’ से ‘रमैया वस्तावैया’ तक, आज भी दिल को सुकून देते हैं Raj Kapoor के ये 10 गाने
मुगल-ए-आज़म
के. आसिफ की फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ में जाकिर हुसैन के पिता अल्लाह रक्खा म्यूजिक कंपोज कर रहे थे. उस वक्त जाकिर को सलीम का किरदार ऑफर किया गया था. दिलीप कुमार को भी इस पर कोई आपत्ति नहीं थी, मगर जाकिर हुसैन के पिता इसके लिए राजी नहीं हुए. उनका मानना था कि इससे जाकिर अपने काम पर ध्यान नहीं दे पाएगा. पिता की एक ना की वजह से जाकिर हुसैन हिंदी सिनेमा की कल्ट फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ का हिस्सा बनते-बनते रह गए. हालांकि, उसके बाद जाकिर हुसैन ने 12 फिल्मों में काम किया.
फिल्मों में भी किया काम

Conclusion
वर्ष 2016 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ऑल स्टार ग्लोबल कॉन्सर्ट का आयोजन किया. इस कॉन्सर्ट में हिस्सा लेने वाले जाकिर हुसैन पहले भारतीय संगीतकार थे. 1979 से 2007 तक ज़ाकिर हुसैन अलग-अलग इंटरनेशनल समारोहों और एलबमों में अपने तबले का दम दिखाते रहे. यही वजह है कि वो जितने मशहूर भारत में रहे उतने ही विदेश में भी रहे. 73 साल की उम्र में जाकिर हुसैन ने इस दुनिया को अलविदा कह अपने करोड़ों फैन्स का दिल तोड़ दिया. भले ही उस्ताद जाकिर हुसैन अब हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन वो सदियों तक लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे.
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Top 15+ Paise Kamane Wala Game: अब घर बैठे गेम खेलकर कमाईये लाखों रूपए
आज के समय में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो घर पर बैठे ही Paise Kamane Wala Game खेलकर हर महीने लाखों रूपए तक बिना किसी समस्या के कमा लेते हैं। वहीँ कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो कि पूरा दिन बहुत मेहनत से अपने काम को करते हैं लेकिन फिर भी वह कुछ ही पैसे कमा पाते हैं।
अगर आप भी घर बैठे पैसे तो कमाना चाहते हैं लेकिन आपको किसी ऐसे गेम के बारे में जानकारी नहीं है जिसको खेलकर अच्छे पैसे कमाए जा सकें तो अब आ���को चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको 15 से भी ऐसे Paise Kamane Wala Game के बारे में बताने वाले हैं जिनको खेलकर आप भी हर महीने लाखों रूपए बिना किसी समस्या के बहुत ही आसानी के साथ कमा सकते हैं।
साथ ही हम आपको बता दें कि इन गेम्स को खेलने या फिर इनमें साइन अप करने के लिए आपको कोई भी पैसा नहीं होता है आप बिलकुल फ्री में इन गेम्स को खेल सकते हैं और अच्छा पैसा कमा सकते हैं। अगर आप इनमें से किसी भी गेम में साइन अप करते हैं तो आपको बोनस के रूप में कुछ पैसे दिए जाते हैं जिनसे आप अपने गेम को खेलना शुरू कर सकते हैं और फिर उन्हीं पैसों से लाखों रूपए कमा सकते हैं। आईये दोस्तों बिना किसी देरी इन Paise Kamane Wala Game के बारे में विस्तार से जानते हैं।
ये भी पढ़ें: ईमानदारी से पैसा कमाने का तरीका, घर बैठे बनें करोड़पति इन 11 तरीकों से (2024)
Table of Contents
1. Rush App
Rush App से पैसे कैसे कमायें
Rush App में अकाउंट बनाने का तरीका
2. Rummy Circle
Rummy Circle से पैसे कैसे कमायें
Rummy Circle पर अकाउंट कैसे बनायें
3. Gamezy
Gamezy से पैसे कैसे कमायें
Gamezy पर अकाउंट कैसे बनायें
4. Frizza
Frizza से पैसे कैसे कमायें
Frizza App में अकाउंट बनाने का तरीका
5. Brickz
Brickz से पैसे कैसे कमायें
Brickz App में अकाउंट बनाने का तरीका
6. PlayerZon
PlayerZon से पैसे कैसे कमायें
PlayerZon में अकाउंट बनाने का तरीका
7. AIO Games
AIO Games से पैसे कैसे कमायें
AIO Games में अकाउंट बनाने का तरीका
8. Loco Game
Loco Game से पैसे कैसे कमायें
Loco Game में अकाउंट बनाने का तरीका
9. A23 Rummy
A23 Rummy से पैसे कैसे कमायें
A23 Rummy में अकाउंट बनाने का तरीका
10. Teen Patti
Teen Patti से पैसे कैसे कमायें
Teen Patti में अकाउंट बनाने का तरीका
11. Easycash
Easycash से पैसे कैसे कमायें
Easycash में अकाउंट बनाने का तरीका
12. QuizUp
QuizUp से पैसे कैसे कमायें
QuizUp में अकाउंट बनाने का तरीका
13. 8 Ball Pool
8 Ball Pool से पैसे कैसे कमायें
8 Ball Pool में अकाउंट बनाने का तरीका
14. Probo
Probo से पैसे कैसे कमायें
Probo में अकाउंट बनाने का तरीका
15. FastWin
FastWin से पैसे कैसे कमायें
FastWin में अकाउंट बनाने का तरीका
Frequently Asked Questions (FAQs)
किस गेम में हम ऑनलाइन पैसे कमा सकते हैं?
कौन सा गेम सबसे ज्यादा पैसे देता है?
किस गेम में बिना इन्वेस्टमेंट के पैसे कमाए जा सकते हैं?
निष्कर्ष
1. Rush App
Rush App एक ऐसा Paise Kamane Wala Game है जो कि आज के समय में सभी भारतीयों के बीच काफी ज्यादा लोकप्रिय है और आज इसको 10 मिलियन से भी ज्यादा लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। इस ऐप में आपको सांप-सीढ़ी, लूड���, कार्ड गेम, क्रिकेट, कैरम जैसे शानदार गेम देखने को मिलते हैं जिनमें से किसी भी गेम को खेलकर आप हर महीने अच्छा पैसा कमा सकते हैं। गेम खेलने के साथ-साथ आप इस ऐप को अपने दोस्तों के पास रेफ़र करके भी अच्छे पैसे कमा सकते हैं। इस गेम में आपके साथ आपकी तरह ही अन्य आपकी तरह ही रियल प्लेयर खेलते हैं।
Download Rush App
पैसे निकालने का तरीका: UPI
साइन-अप बोनस: 50 रूपए
उपलब्धता: एंड्रॉइड और आईओएस
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, बोनस और कैशबैक से
रेफ़र करने पर कैशबैक: 110 रूपए से 885 रूपए तक
Rush App से पैसे कैसे कमायें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
Rush App में अकाउंट बनाने का तरीका
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
UPI अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
इन्टरनेट
Rush App इनस्टॉल होना चाहिए
Rush App पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
1,000 रूपए से 70 लाख रूपए तक प्रतिदिन।
2. Rummy Circle
Rummy Circle एक ऐसा Paise Kamane Wala Game है जिसमें आपको बहुत सारे गेम देखने को मिल जाते हैं जिनमें से आप अपने मनपसंद गेम को खेलकर अच्छे पैसे कमा सकते हैं। साथ ही जैसे ही आप इस ऐप में अपना अकाउंट बनाते हैं तो आपको काफी अधिक मात्रा में साइन अप बोनस भी मिलता है। और अगर आप इसके बाद भी फ्री में पैसा कमाना चाहते हैं तो आपइस ऐप को अपने दोस्तों के पास शेयर कर सकते हैं क्योंकि यह ऐप आपको रेफ़र करने पर काफी अच्छा कैशबैक देता है।
इस ऐप की सबसे महत्तवपूर्ण बात यह है कि अगर आपकी उम्र 18 वर्ष से कम है तो आप इस ऐप को नहीं खेल सकते हैं अर्थात् अगर आपकी आयु 18 वर्ष से कम है तो यह गेम आपके स्मार्टफ़ोन में डाउनलोड ही नहीं होगा।
Download Rummy Circle
पैसे निकालने का तरीका: बैंक अकाउंट
साइन-अप बोनस: 1,500 रूपए
उपलब्धता: एंड्रॉइड और आईओएस
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, बोनस और कैशबैक से
रेफ़र करने पर कैशबैक: 350 रूपए
पात्रता: 18 वर्ष आयु
Rummy Circle से पैसे कैसे कमायें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
अपनी टीम बनाकर
Rummy Circle पर अकाउंट कैसे बनायें
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
बैंक अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
इन्टरनेट
Rummy Circle App इनस्टॉल होना चाहिए
Rummy Circle App पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
2,000 रूपए से 5,000 रूपए प्रतिदिन।
ये भी पढ़ें: Instagram Se Paise Kaise Kamaye, इन 8 तरीकों से 2024 में करोड़पति बनिए
3. Gamezy
Gamezy एक ऐसा गेमिंग प्लेटफॉर्म है जिसमें आप लूडो, पूल, कैरम, फैंटेसी लीग जैसे बेहतरीन गेम खेलकर पैसे कमा सकते हैं। इस गेम में आप गेम्स को खेलने के अलावा अपने दोस्तों को रेफ़र करके भी पैसे कमा सकते हैं और साथ ही जब आप इस गेम में पहली बार साइन अप करते हैं तो आपको साइन अप बोनस के रूप में काफी अच्छे पैसे मिल जाते हैं जिनको आप अपने बैंक अकाउंट में बिना किसी समस्या के बहुत ही आसानी के साथ ट्रान्सफर भी कर सकते हैं।
Download Rummy Circle
पैसे निकालने का तरीका: बैंक अकाउंट, UPI अकाउंट
साइन-अप बोनस: 1,200 रूपए
उपलब्धता: एंड्रॉइड और आईओएस
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, बोनस और कैशबैक से
रेफ़र करने पर कैशबैक: 1,216 रूपए
निकासी सीमा: न्यूनतम ₹25
Gamezy से पैसे कैसे कमा��ें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
Gamezy पर अकाउंट कैसे बनायें
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
UPI अकाउंट या बैंक अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
इन्टरनेट
Gamezy App इनस्टॉल होना चाहिए
Gamezy App पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
2,000 रूपए से 5,000 रूपए प्रतिदिन।
4. Frizza
Frizza एक ऐसा Paise Kamane Wala Game है जिसमें आपको डाउनलोड करते ही पैसे मिलना शुरू हो जाते हैं। जब आप Frizza ऐप को डाउनलोड करने के बाद इसको अपने नंबर से साइन अप करते हैं तो साइन अप करने के पैसे आपको तुरंत मिल जाते हैं। साथ ही आप इस गेम को अपने दोस्तों के पास शेयर कर सकते हैं ये गेम आपको हर रेफ़र के पैसे देता है। आप जितने ज्यादा लोगों के पास इस ऐप को रेफ़र कर देंगे उतने ही ज्यादा पैसे आप कमा सकेंगे। साथ ही आप इस ऐप में आपको क्विज़ गेम्स, पज़ल आदि गेम्स देखने को मिल जाते हैं जिनमें से आप अपनी पसंद के गेम को खेलकर पैसे कमा सकते हैं।
गेम्स के साथ-साथ इस ऐप में आपको आप समाचार लेख और कई तरह के वीडियो देखकर भी अपना मनोरंजन कर सकते हैं और मनोरंजन के साथ-साथ पैसे भी कमा सकते हैं। आज के समय में इस ऐप को 10 मिलियन से भी ज्यादा लोग इस्तेमाल कर रहे हैं और पैसे कमा रहे हैं।
Download Frizza
पैसे निकालने का तरीका: बैंक अकाउंट, UPI अकाउंट
साइन-अप बोनस: 50 रुपये
उपलब्धता: एंड्रॉइड और आईओएस
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, बोनस और कैशबैक से, समाचार लेख और वीडियो देखकर
रेफ़र करने पर कैशबैक: 100 रुपये
निकासी सीमा: न्यूनतम ₹20
Frizza से पैसे कैसे कमायें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
समाचार लेख करके
वीडियो देखकर
Frizza App में अकाउंट बनाने का तरीका
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
UPI अकाउंट या बैंक अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
इन्टरनेट
Frizza App इनस्टॉल होना चाहिए
Frizza App पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
2,000 रूपए से 10,000 रूपए प्रतिदिन।
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5. Brickz
Brickz ऐप का पूरा नाम Brickz – Make Money है। जैसा कि आप इसके नाम से ही समझ सकते हैं कि इस ऐप की सहायता से पैसों को कमाया जा सकता है। यह एक ऐसा Paise Kamane Wala Game है जिसको आज 1 लाख से भी ज्यादा लोग खेल रहे हैं। आप इस ऐप की सहायता से अपने घर पर बैठे-बैठे डॉलर में कमाई कर सकते हैं। इस ऐप को कनाडा के एक व्यक्ति ने बनाया था जिसको आज अधिकांश लोग पसंद करते हैं और इस ऐप से घर पर बैठे-बैठे डॉलर में कमाई करते हैं।
Download Brickz
पैसे निकालने का तरीका: बैंक अकाउंट, UPI अकाउंट
साइन-अप बोनस: 50 रुपये
उपलब्धता: एंड्रॉइड और आईओएस
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, बोनस और कैशबैक से
रेफ़र करने पर कैशबैक: 150 रूपए
निकासी सीमा: न्यूनतम ₹50
Brickz से पैसे कैसे कमायें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
Brickz App में अकाउंट बनाने का तरीका
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
UPI अकाउंट या बैंक अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
ईमेल
इन्टरनेट
Brickz App इनस्टॉल होना चाहिए
Brickz App पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
2,000 रूपए से 10,000 रूपए प्रतिदिन।
6. PlayerZon
दोस्तों जैसा कि हम जानते हैं कि आज के समय में लोग फ्री फायर और पबजी जैसे गेम्स को काफी पसंद करते हैं। अगर आप फ्री फायर और पबजी जैसे लड़ाकू गेम्स को पसंद करते हैं तो यह ऐप आपके लिए बहुत ही ज्यादा बेहतर ऐप हो सकता है क्योंकि इस ऐप में आप पबजी और फ्री फायर जैसे अन्य भी बहुत सारे गेम्स को खेल सकते हैं और साथ ही पैसे भी कमा सकते हैं। अगर आप इस गेम को केवल मनोरंजन के लिए खेलना चाहते हैं तब भी आपके लिए यह ऐप काफी बेहतर हो सकता है क्योंकि इस ऐप में आप मनोरंजन करने के लिए भी गेम खेल सकते हैं और अगर पैसे कमाना चाहते हैं तो पैसे भी कमा सकते हैं।
Download PlayerZon
पैसे निकालने का तरीका: बैंक अकाउंट, UPI अकाउंट
साइन-अप बोनस: 5 रुपये
उपलब्धता: एंड्रॉइड
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, बोनस और कैशबैक से
रेफ़र करने पर कैशबैक: 10 रुपये
निकासी सीमा: न्यूनतम ₹10
PlayerZon से पैसे कैसे कमायें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
मनोरंजन करके
PlayerZon में अकाउंट बनाने का तरीका
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
UPI अकाउंट या बैंक अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
इन्टरनेट
PlayerZon App इनस्टॉल होना चाहिए
PlayerZon App पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
500 रूपए से 1,000 रूपए प्रतिदिन।
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7. AIO Games
AIO Games एक ऐसा Paise Kamane Wala Game है जो एंड्राइड और आईओएस दोनों के लिए उपलब्ध है। AIO Games में आप लूडो, कैरम, फैंटेसी गेम्स, बॉटल शूट, रम्मी और पोकर जैसे कई गेम्स बिना किसी समस्या के खेल सकते हैं और साथ ही इन्हीं गेम्स को खेलकर पैसे ��ी कमा सकते हैं। इस गेम में आप किसी कंप्यूटर या फिर किसी एआई के साथ नहीं खेलते हैं बल्कि इस गेम आपको आपके जैसे हीओ अन्य खिलाड़ियों के साथ खिलाया जाता है और अगर आप उनको हरा देते हैं तो आप अच्छे खासे पैसे आसानी के साथ कमा सकते हैं।
Download AIO Games
पैसे निकालने का तरीका: बैंक अकाउंट, UPI अकाउंट
साइन-अप बोनस: 100 रुपये
उपलब्धता: एंड्रॉइड या आईओएस
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, बोनस और कैशबैक से
रेफ़र करने पर कैशबैक: 100 रुपये
निकासी सीमा: न्यूनतम ₹10
AIO Games से पैसे कैसे कमायें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
मनोरंजन करके
AIO Games में अकाउंट बनाने का तरीका
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
UPI अकाउंट या बैंक अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
इन्टरनेट
AIO Games इनस्टॉल होना चाहिए
AIO Games पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
600 रूपए प्रतिदिन।
8. Loco Game
Loco Game एक ऐसा Paise Kamane Wala Game है जिसमें आप जितनी ज्यादा देर गेम खेलते हैं उतने ही ज्यादा पैसे कमा सकते हैं। इस गेम में आपको वॉच घंटों के अनुसार पैसे मिलते हैं। साथ ही इस गेम में आपको किसी भी प्रकार के निवेश की आवश्यकता नहीं होती है यह गेम बिलकुल फ्री है और आप इस गेम को जितना चाहे उतना फ्री में खेल सकते हैं। इस गेम में आपको पहले 10,000 वॉच घंटों के लिए 4 रुपये मिलते हैं किन्तु जैसे ही आपके 10,000 वॉच घंटे पूरे हो जाते हैं तो आपको हर घंटे के 2 रूपए मिलना शुरू हो जायेंगे। इस प्रकार आप इस गेम से अच्छे खासे पैसे मनोरंजन के साथ-साथ कमा सकते हैं।
Download Loco Game
पैसे निकालने का तरीका: बैंक अकाउंट, UPI अकाउंट
उपलब्धता: एंड्रॉइड और आईओएस
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, बोनस और कैशबैक से
रेफ़र करने पर कैशबैक: 100 रुपये
Loco Game से पैसे कैसे कमायें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
Loco Game में अकाउंट बनाने का तरीका
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
UPI अकाउंट या बैंक अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
इन्टरनेट
Loco Game इनस्टॉल होना चाहिए
Loco Game पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
2 रूपए प्रति घंटा।
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9. A23 Rummy
अगर आप ऑनलाइन गेम्स की सहायता से पैसे कमाना चाहते हैं तो यह ऐप आपके लिए काफी ज्यादा बेहतर हो सकता है क्योंकि इस ऐप में आपको कैरम, पूल और लूडो जैसे बेहतरीन गेम खेलने को मिलते हैं जिनको खेलकर आप अच्छे पैसे कमा सकते हैं। इस ऐप में आपको ख़ास कर कार्ड गेम जैसे रम्मी वगेरा देखने को मिलते हैं और अधिकांश लोग इस गेम में इन्ही गेम्स को खेलकर हर महीने लाखो रूपए बिना किसी समस्या के बहुत ही आसानी के साथ कमा सकते हैं। इस ऐप में आज 4 करोड़ से भी ज्यादा लोग गेम खेलकर पैसे कमा रहे हैं और अपने सपनों को पूरा कर रहे हैं।
Download A23 Rummy
पैसे निकालने का तरीका: बैंक अकाउंट, UPI अकाउंट
साइन-अप बोनस: 250 रुपये
उपलब्धता: एंड्रॉइड और आईओएस
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, बोनस और कैशबैक से
रेफ़र करने पर कैशबैक: 15,000 रुपये
A23 Rummy से पैसे कैसे कमायें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
A23 Rummy में अकाउंट बनाने का तरीका
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
UPI अकाउंट या बैंक अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
इन्टरनेट
A23 Rummy इनस्टॉल होना चाहिए
A23 Rummy पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
10,000 रूपए से 20,000 रूपए प्रतिदिन।
10. Teen Patti
Teen Patti एकमात्र ऐसा Paise Kamane Wala Game है जिसमें आपको 3D तीन पत्ती कार्ड देखने को मिलते हैं। इस गेम को ऑक्ट्रो इंक ने अपनी बहुत सारी नाकाम कोशिशों के बाद बनाया था। तीन पत्ती गेम को आप प्ले स्टोर से डाउनलोड या इनस्टॉल कर सकते हैं। इस गेम के आज 50 मिलियन से भी ज्यादा डाउनलोड हैं और इस गेम को 50 मिलियन से भी ज्यादा लोग खेलते हैं। साथ ही इस गेम में आप किसी कंप्यूटर या फिर किसी एआई के साथ नहीं बल्कि अपने ही जैसे रियल प्लेयर्स के साथ गेम खेलते हैं।
Download Teen Patti
पैसे निकालने का तरीका: बैंक अकाउंट, UPI अकाउंट
उपलब्धता: एंड्रॉइड और आईओएस
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, स्पिन घुमाकर, स्पिन बोनस से
Teen Patti से पैसे कैसे कमायें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
स्पिन घुमाकर
स्पिन बोनस से
Teen Patti में अकाउंट बनाने का तरीका
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
UPI अकाउंट या बैंक अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
इन्टरनेट
Teen Patti इनस्टॉल होना चाहिए
Teen Patti पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
1 रूपए से 1,000 रूपए प्रतिदिन।
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11. Easycash
Easycash एक ऐसा पैसे कमाने वाला ऐप है जिसमें आपको कुछ टास्क दिए जाते हैं जिनको अगर आप पूरा कर लेते हैं तो आपको डॉलर के रूप में पैसे ��िलते हैं। साथ ही इस ऐप में आप वीडियो देखकर भी बहुत ही आसानी के साथ पैसे कमा सकते हैं। इस ऐप की सबसे ख़ास बात यह है कि इस ऐप में आपको पैसे ट्रान्सफर करने में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं कर पड़ता है और आप बहुत ही आसानी के साथ अपने कमाए गये पैसों को बैंक अकाउंट या फिर किसी UPI में ट्रान्सफर कर सकते हैं।
Download Easycash
पैसे निकालने का तरीका: बैंक अकाउंट, UPI अकाउंट
साइन-अप बोनस: 100 रुपये
उपलब्धता: एंड्रॉइड या आईओएस
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, बोनस और कैशबैक से, वीडियो देखकर
रेफ़र करने पर कैशबैक: 100 रुपये
निकासी सीमा: न्यूनतम ₹100
Easycash से पैसे कैसे कमायें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
वीडियो देखकर
टास्क पूरे करके
Easycash में अकाउंट बनाने का तरीका
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
UPI अकाउंट या बैंक अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
इन्टरनेट
Easycash इनस्टॉल होना चाहिए
Easycash पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
200 रूपए से 600 रूपए प्रतिदिन।
12. QuizUp
दोस्तों अगर आप गेम खेलने के साथ-साथ अपने ज्ञान को भी बढ़ाना चाहते हैं तो यह ऐप आपके लिए सबसे ज्यादा बेहतरीन ऐप है क्योंकि इस ऐप में आप विभिन्न विषयों पर अपनी जानकारी को परख सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं। साथ ही इस ऐप में आप दुनिया भर के खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करके अच्छे पैसे कमा सकते हैं। आज इस ऐप का इस्तेमाल 50 हजार भी ज्यादा लोग कर रहे हैं और गेम खेलने के साथ-साथ अपने ज्ञान को भी बढ़ा रहे हैं और पैसे भी कमा रहे हैं।
Download QuizUp
पैसे निकालने का तरीका: बैंक अकाउंट, UPI अकाउंट
उपलब्धता: एंड्रॉइड या आईओएस
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, बोनस और कैशबैक से,
रेफ़र करने पर कैशबैक: 100 रुपये
निकासी सीमा: न्यूनतम ₹100
QuizUp से पैसे कैसे कमायें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
सही उत्तर बताकर
QuizUp में अकाउंट बनाने का तरीका
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
UPI अकाउंट या बैंक अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
इन्टरनेट
QuizUp इनस्टॉल होना चाहिए
QuizUp पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
200 रूपए से 1,000 रूपए प्रतिदिन।
13. 8 Ball Pool
8 Ball Pool की स्थापना Miniclip द्वारा की गई थी जिसका इस्तेमाल आज लाखों लोग कर रहे हैं और पैसे कमा रहे हैं। जितने भी लोग पूल गेम को पसंद करते हैं उनके लिए यह गेम काफी ज्यादा बेहतर गेम हो सकता है क्योंकि इस गेम में आप पूल गेम को खेलने के साथ-साथ पैसे भी कमा सकते हैं। यही कारण है कि आज इस गेम के 1 बिलियन से भी ज्यादा डाउनलोड हैं और इस गेम को 1 बिलियन से भी ज्यादा लोग खेल रहे हैं। आप इस गेम में दुनिया भर के खिलाड़ियों के साथ खेल सकते हैं।
Download 8 Ball Pool
पैसे निकालने का तरीका: बैंक अकाउंट, UPI अकाउंट
उपलब्धता: एंड्रॉइड या आईओएस
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, बोनस और कैशबैक से,
रेफ़र करने पर कैशबैक: 100 रुपये
8 Ball Pool से पैसे कैसे कमायें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
8 Ball Pool में अकाउंट बनाने का तरीका
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
UPI अकाउंट या बैंक अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
इन्टरनेट
8 Ball Pool इनस्टॉल होना चाहिए
8 Ball Pool पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
100 रूपए से 1,000 रूपए प्रतिदिन।
14. Probo
Probo एक ऐसा पैसे कमाने वाला गेम है जिसमें आप केवल हाँ या न में जवाब देकर काफी अच्छे पैसे कमा सकते हैं। इस ऐप में आपसे खेल, समाचार और क्रिप्टो जैसे विभिन्न विषयों पर प्रश्न पूछे जाते हैं और अगर आप सही उत्तर देते हैं तो आपको पैसे मिल जाते हैं। Probo ऐप को एक तरह का भविष्यवाणी प्लेटफॉर्म भी कह सकते हैं क्योंकि इस ऐप में आपको भविष्य के प्रश्नों का उत्तर देना होता है और अगर आपका उत्तर सही होता है तो आप अच्छे पैसे कमा लेते हैं।
Download Probo
पैसे निकालने का तरीका: बैंक अकाउंट, UPI अकाउंट
उपलब्धता: एंड्रॉइड या आईओएस
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, बोनस और कैशबैक से, प्रश्नों का उत्तर देकर
रेफ़र करने पर कैशबैक: 100 रुपये
Probo से पैसे कैसे कमायें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
Probo में अकाउंट बनाने का तरीका
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
UPI अकाउंट या बैंक अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
इन्टरनेट
Probo इनस्टॉल होना चाहिए
Probo पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
200 रूपए से 1,000 रूपए प्रतिदिन।
15. FastWin
FastWin एक ऐसा Paise Kamane Wala Game है जिसकी सहायता से आप घर बैठे बिना किसी समस्या के पैसे कमा सकते हैं। इस ऐप में आपको लूडो, कैरम, पूल गेम जैसे गेम्स के साथ-साथ पबजी और फ्री फायर जैसे गेम भी देखने को मिल जाते हैं जिनको खेलकर आप पैसे कमा सकते हैं। साथ ही इस गेम में आपको साइन अप करते ही पैसे मिलना शुरू हो जाते हैं और आप जितना ज्यादा इस गेम को खेलते हैं उतने ज्यादा पैसे आपको मिलते रहते हैं।
Download FastWin
पैसे निकालने का तरीका: बैंक अकाउंट, UPI अकाउंट
उपलब्धता: एंड्रॉइड या आईओएस
पैसे कमाने की विधि: दोस्तों को रेफ़र करके, गेम खेलकर, बोनस और कैशबैक से, प्रश्नों का उत्तर देकर
रेफ़र करने पर कैशबैक: 100 रुपये
FastWin से पैसे कैसे कमायें
दोस्तों के पास शेयर करके
साइन अप करके
गेम खेलकर
डेली बोनस लेकर
FastWin में अकाउंट बनाने का तरीका
Requirements:
स्मार्टफ़ोन
UPI अकाउंट या बैंक अकाउंट
सिम कार्ड नंबर
इन्टरनेट
FastWin इनस्टॉल होना चाहिए
FastWin पर अकाउंट बना होना चाहिए।
Income:
1,000 रूपए से 5,000 रूपए प्रतिदिन।
Frequently Asked Questions (FAQs)
किस गेम में हम ऑनलाइन पैसे कमा सकते हैं?
अगर आप ऑनलाइन गेम खेलकर पैसे कमाना चाहते हैं तो आप पोकर, रमी, विन पत्ती, लूडो, सांप और सीढ़ी जैसे बेहतरीन ��ेम को खेलकर ऑनलाइन पैसे कमा सकते हैं।
कौन सा गेम सबसे ज्यादा पैसे देता है?
आज के समय में बहुत सारे ऐसे गेम हैं जिनसे हम ऑनलाइन पैसे कमा सकते हैं किन्तु कौन सा गेम सबसे ज्यादा पैसे देता है यह बात गेम पर नहीं बल्कि आपके खेलने के तरीके पर निर्भर करती है। अगर आप अच्छी तरह से गेम को खेलेंगे और जीतेंगे तो आप सबसे ज्यादा पैसे कमा पाएंगे।
किस गेम में बिना इन्वेस्टमेंट के पैसे कमाए जा सकते हैं?
अगर आप बिना इन्वेस्टमेंट के पैसे कमाना चाहते हैं तो आप MPL, My11Circle, Winzo, Paytm First Games, Dream11, Rummy circle, 8 Ball Pool, MX Player, Rozdhan और PokerBaazi जैसे गेम्स को खेल सकते हैं क्योंकि इन गेम्स में आपको किसी भी तरह की इन्वेस्टमेंट की जरुरत नहीं होती है।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 15 से भी ज्यादा Paise Kamane Wala Game के बारे में विस्तार से बताया है। अगर आप भी ऑनलाइन गेम खेलकर पैसे कमाना चाहते हैं तो आपको इस आर्टिकल के बाद किसी अन्य आर्टिकल को पढ़ने की आवश्यकता नहीं होगी। आशा करते हैं आपको हमारा आज का यह आर्टिकल जरुर पसंद आया होगा। दोस्तों अगर आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में जरुर शेयर करें ताकि वह भी Paise Kamane Wala Game के बारे में जान सकें और ऑनलाइन गेम को खेलकर पैसे कमा सकें।
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*🌞~ आज दिनांक - 30 नवम्बर 2024 का वैदिक हिन्दू पंचांग शुद्ध गणना के साथ पीपल की शास्त्रों में महिमा ~🌞*
*🙏Akshay Jamdagni ✍️*
*👉9837376839* 👉https://chat.whatsapp.com/BsWPoSt9qSj7KwBvo9zWID
*⛅दिनांक - 30 नवम्बर 2024*
*⛅दिन - शनिवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - हेमन्त*
*⛅मास - मार्गशीर्ष*
*⛅पक्ष - कृष्ण*
*⛅तिथि - चतुर्दशी प्रातः 10:29 तक तत्पश्चात अमावस्या*
*⛅नक्षत्र - विशाखा दोपहर 12:35 तक तत्पश्चात अनुराधा*
*⛅योग - अतिगण्ड शाम 04:45 तक तत्पश्चात सुकर्मा*
*⛅राहु काल - प्रातः 09:46 से प्रातः 11:07 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:07*
*⛅सूर्यास्त - 05:49*
*⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:17 से 06:10 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:07 से दोपहर 12:50 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:02 दिसम्बर 01 से रात्रि 12:55 दिसम्बर 01 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - दर्श अमावस्या*
*⛅विशेष - अमावस्या को तिल का तेल खाना व लगाना निषिद्ध है | (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹पीपल-वृक्ष का ��हत्त्व क्यों ?🔹*
*🔸 पीपल को सभी वृक्षों में श्रेष्ठ वृक्ष माना गया है। इसे 'वृक्षराज' कहा जाता है । पूज्य बापूजी के सत्संग वचनामृत में आता है : "पीपल की शास्त्रों में बड़ी भारी महिमा गायी है । भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है : अश्वत्थः सर्ववृक्षाणां... 'मैं ने सब वृक्षों में पीपल का वृक्ष हूँ।' (गीता १०.२६)*
*🔸 पीपल में विष्णुजी का वास, देवताओं का वास बताते हैं अर्थात् उसमें सत्त्व का प्रभाव है । पीपल सात्त्विक वृक्ष है । संस्कृति विज्ञान पीपल देव की पूजा से लाभ होता है, उनकी सात्त्विक तरंगें मिलती हैं । हम भी बचपन में पीपल की पूजा करते थे ।*
*🔸 इसके पत्तों को छूकर आनेवाली हवा चौबीसों घंटे आह्लाद और आरोग्य प्रदान करती है ।*
*🔸 बिना नहाये पीपल को स्पर्श करते हैं तो नहाने जितनी सात्त्विकता, सज्जनता चित्त में आ जाती है और नहा-धोकर अगर स्पर्श करते हैं तो दोगुनी आती है ।*
*🔸 शनिदेव स्वयं कहते हैं कि 'जो शनिवार को पीपल को स्पर्श करता है, उसको जल चढ़ाता है, उसके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उसको कोई पीड़ा नहीं होगी ।'*
*🔸 पीपल का पेड़ प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन देता है और थके हारे दिल को भी मजबूत बनाता है ।*
*🔸 पीपल के वृक्ष से प्राप्त होनेवाले ऋण आयन, धन ऊर्जा स्वास्थ्यप्रद हैं। पीपल को देखकर मन प्रसन्न, आह्लादित होता है । पीपल ऑक्सीजन नीचे को फेंकता है और २४ घंटे ऑक्सीजन देता है। अतः पीपल के पेड़ खूब लगाओ । अगर पीपल घर या सोसायटी की पश्चिम दिशा में हो तो अनेक गुना लाभकारी है ।*
*🔹पीपल की शास्त्रों में महिमा🔹*
*🔸 'पीपल को रोपने, रक्षा करने, छूने तथा पूजने से वह क्रमशः धन, पुत्र, स्वर्ग और मोक्ष प्रदान करता है ।*
*🔸 अश्वत्थ के दर्शन से पाप का नाश और स्पर्श से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। उसकी प्रदक्षिणा करने से आयु बढ़ती है ।*
*🔸 पीपल की ७ प्रदक्षिणा करने से १० हजार गौओं के, और इससे अधिक बार परिक्रमा करने पर करोड़ों गौओं के दान का फल प्राप्त होता है। अतः पीपल-वृक्ष की परिक्रमा नियमित रूप से करना लाभदायी है ।*
*🔸 पीपल को जल देने से दरिद्रता, दुःस्वप्न, दुश्चिता तथा सम्पूर्ण दुःख नष्ट हो जाते हैं। जो बुद्धिमान पीपल वृक्ष की पूजा करता है उसने अपने पितरों को तृप्त कर दिया ।*
*🔸 मनुष्य को पीपल के वृक्ष के लगानेमात्र से इतना पुण्य मिलता है जितना यदि उसके सौ पुत्र हों और वे सब सौ यज्ञ करें तब भी नहीं मिल सकता है । पीपल लगाने से मनुष्य ध���ी होता है ।*
*🔸पीपल की जड़ के पास बैठकर जो जप, होम, स्तोत्र-पाठ और यंत्र-मंत्रादि के अनुष्ठान किये जाते हैं उन सबका फल करोड़ गुना होता है ।' (पद्म पुराण)*
*🔸 घर की पश्चिम दिशा में पीपल का वृक्ष मंगलकारी माना गया है । (अग्नि पुराण)*
*🔸 'जो मनुष्य एक पीपल का पेड़ लगाता है उसे एक लाख देववृक्ष (पारिजात, मंदार आदि विशिष्ट वृक्ष) लगाने का फल प्राप्त होता है ।' (स्कंद पुराण)*
*🔸 'सम्पूर्ण कार्यों की सिद्धि के लिए पीपल और बड़े के मूलभाग में दीपदान करना अर्थात दीपक जलाना चाहिए ।'*
*👉ऐसी ही "सनातन धर्म" की "Astrology और VastuShastra" की रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी पाने के लिए अभी जुड़ें "Astro Vastu Kosh" से*
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#हिन्दूसाहेबान_नहींसमझे_गीतावेदपुराणPart120 के आगे पढिए.....)
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#हिन्दूसाहेबान_नहींसमझे_गीतावेदपुराणPart121
आदरणीय गरीबदास साहेब जी की अमृतवाणी में सृष्टी रचना का प्रमाण
संत गरीबदास जी की अमृतवाणी में सृष्टी रचना का प्रमाण
आदि रमैणी (सद् ग्रन्थ पृष्ठ नं. 690 से 692 तक)
आदि रमैंणी अदली सारा। जा दिन होते धुंधुंकारा।।1।।
सतपुरुष कीन्हा प्रकाशा। हम होते तखत कबीर खवासा ।।2।।
मन मोहिनी सिरजी माया। सतपुरुष एक ख्याल बनाया।।3।।
धर्मराय सिरजे दरबानी। चैसठ जुगतप सेवा ठांनी।।4।।
पुरुष पृथिवी जाकूं दीन्ही। राज करो देवा आधीनी।।5।।
ब्रह्मण्ड इकीस राज तुम्ह दीन्हा। मन की इच्छा सब जुग लीन्हा।।6।।
माया मूल रूप एक छाजा। मोहि लिये जिनहूँ धर्मराजा।।7।।
धर्म का मन चंचल चित धार्या। मन माया का रूप बिचारा।।8।।
चंचल चेरी चपल चिरागा। या के परसे सरबस जागा।।9।।
धर्मराय कीया मन का भागी। विषय वासना संग से जागी।।10।।
आदि पुरुष अदली अनरागी। धर्मराय दिया दिल सें त्यागी।।11।।
पुरुष लोक सें दीया ढहाही। अगम दीप चलि आये भाई।।12।।
सहज दास जिस दीप रहंता। कारण कौंन कौंन कुल पंथा।।13।।
धर्मराय बोले दरबानी। सुनो सहज दास ब्रह्मज्ञानी।।14।।
चैसठ जुग हम सेवा कीन्ही। पुरुष पृथिवी हम कूं दीन्ही।।15।।
चंचल रूप भया मन बौरा। मनमोहिनी ठगिया भौंरा।।16।।
सतपुरुष के ना मन भाये। पुरुष लोक से हम चलि आये।।17।।
अगर दीप सुनत बड़भागी। सहज दास मेटो मन पागी।।18।।
बोले सहजदास दिल दानी। हम तो चाकर सत सहदानी।।19।।
सतपुरुष सें अरज गुजारूं। जब तुम्हारा बिवाण उतारूं।।20।।
सहज दास को कीया पीयाना। सत्यलोक लीया प्रवाना।।21।।
सतपुरुष साहिब सरबंगी। अविगत अदली अचल अभंगी।।22।।
धर्मराय तुम्हरा दरबानी। अगर दीप चलि गये प्रानी।।23।।
कौंन हुकम करी अरज अवाजा। कहां पठावौ उस धर्मराजा।।24।।
भई अवाज अदली एक साचा। विषय लोक जा तीन्यूं बाचा।।25।।
सहज विमाँन चले अधिकाई। छिन में अगर दीप च��ि आई।।26।।
हमतो अरज करी अनरागी। तुम्ह विषय लोक जावो बड़भागी।।27।।
धर्मराय के चले विमाना। मानसरोवर आये प्राना।।28।
मानसरोवर रहन न पाये। दरै कबीरा थांना ला��े।।29।।
बंकनाल की विषमी बाटी। तहां कबीरा रोकी घाटी।।30।।
इन पाँचों मिलि जगत बंधाना। लख चैरासी जीव संताना।।31।।
ब्रह्मा विष्णु महेश्वर माया। धर्मराय का राज पठाया।।32।।
यौह खोखा पुर झूठी बाजी। भिसति बैकुण्ठ दगासी साजी।।33।।
कृतिम जीव भुलांनें भाई। निज घर की तो खबरि न पाई।।34।।
सवा लाख उपजें नित हंसा। एक लाख विनशें नित अंसा।।35।।
उपति खपति प्रलय फेरी। हर्ष शोक जौंरा जम जेरी।।36।।
पाँचों तत्त्व हैं प्रलय माँही। सत्त्वगुण रजगुण तमगुण झांई।।37।।
आठों अंग मिली है माया। पिण्ड ब्रह्मण्ड सकल भरमाया।।38।।
या में सुरति शब्द की डोरी। पिण्ड ब्रह्मण्ड लगी है खोरी।।39।।
श्वासा पारस मन गह राखो। खोल्हि कपाट अमीरस चाखो।।40।।
सुनाऊं हंस शब्द सुन दासा। अगम दीप है अग है बासा।।41।।
भवसागर जम दण्ड जमाना। धर्मराय का है तलबांना।।42।।
पाँचों ऊपर पद की नगरी। बाट बिहंगम बंकी डगरी।।43।।
हमरा धर्मराय सों दावा। भवसागर में जीव भरमावा।।44।।
हम तो कहैं अगम की बानी। जहाँ अविगत अदली आप बिनानी।।45।।
बंदी छोड़ हमारा नामं। अजर अमर है अस्थीर ठामं।।46।।
जुगन जुगन हम कहते आये। जम जौंरा सें हंस छुटाये।।47।।
जो कोई मानें शब्द हमारा। भवसागर नहीं भरमें धारा।।48।।
या में सुरति शब्द का लेखा। तन अंदर मन कहो कीन्ही देखा।।49।।
दास गरीब अगम की बानी। खोजा हंसा शब्द सहदानी।।50।।
उपरोक्त अमृतवाणी का भावार्थ है कि आदरणीय गरीबदास साहेब जी कह रहे हैं कि यहाँ पहले केवल अंधकार था तथा पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी सत्यलोक में तख्त (सिंहासन) पर विराजमान थे। हम वहाँ चाकर थे। परमात्मा ने ज्योति निरंजन को उत्पन्न किया। फिर उसके तप के प्रतिफल में इक्कीस ब्रह्मण्ड प्रदान किए। फिर माया (प्रकृति) की उत्पत्ति की। युवा दुर्गा के रूप पर मोहित होकर ज्योति निरंजन (ब्रह्म) ने दुर्गा (प्रकृति) से बलात्कार करने की चेष्टा की। ब्रह्म को उसकी सजा मिली। उसे सत्यलोक से निकाल दिया तथा शाप लगा कि एक लाख मानव शरीर धारी प्राणियों का प्रतिदिन आहार करेगा, सवा लाख उत्पन्न करेगा। यहाँ सर्व प्राणी जन्म-मृत्यु का कष्ट उठा रहे हैं। यदि कोई पूर्ण परमात्मा का वास्तविक शब्द (सच्चानाम जाप मंत्र) हमारे से प्राप्त करेगा, उसको काल की बंद से छुड़वा देंगे। हमारा बन्दी छोड़ नाम है। आदरणीय गरीबदास जी ��पने गुरु व प्रभु कबीर परमात्मा के आधार पर कह रहे हैं कि सच्चे मंत्र अर्थात् सत्यनाम व सारशब्द की प्राप्ति कर लो, पूर्ण मोक्ष हो जायेगा। नहीं तो नकली नाम दाता संतों व महन्तों की मीठी-मीठी बातों में फंस कर शास्त्र विधि रहित साधना करके काल जाल में रह जाओगे। फिर कष्ट पर कष्ट उठाओगे।
।।गरीबदास जी महाराज की वाणी।।
(सत ग्रन्थ साहिब पृष्ठ नं. 690 से सहाभार)
माया आदि निरंजन भाई, अपने जाऐ आपै खाई।
ब्रह्मा विष्णु महेश्वर चेला, ऊँ सोहं का है खेला।।
सिखर सुन्न में धर्म अन्यायी, जिन शक्ति डायन महल पठाई।।
लाख ग्रास नित उठ दूती, माया आदि तख्त की कुती।।
सवा लाख घडि़ये नित भांडे, हंसा उतपति परलय डांडे।
ये तीनों चेला बटपारी, सिरजे पुरुषा सिरजी नारी।।
खोखापुर में जीव भुलाये, स्वपना बहिस्त वैकंुठ बनाये।
यो हरहट का कुआ लोई, या गल बंध्या है सब कोई।।
कीड़ी कुजंर और अवतारा, हरहट डोरी बंधे कई बारा।
अरब अलील इन्द्र हैं भाई, हरहट डोरी बंधे सब आई।।
शेष महेश गणेश्वर ताहिं, हरहट डोरी बंधे सब आहिं।
शुक्रादिक ब्रह्मादिक देवा, हरहट डोरी बंधे सब खेवा।।
कोटिक कर्ता फिरता देख्या, हरहट डोरी कहूँ सुन लेखा।
चतुर्भुजी भगवान कहावैं, हरहट डोरी बंधे सब आवैं।।
यो है खोखापुर का कुआ, या में पड़ा सो निश्चय मुवा।
ज्योति निरंजन (कालबली) के वश होकर के ये तीनों देवता (रजगुण-ब्रह्मा, सतगुण-विष्णु, तमगुण-शिव) अपनी महिमा दिखाकर जीवों को स्वर्ग नरक तथा भवसागर में (लख चैरासी योनियों में) भटकाते रहते हैं। ज्योति निरंजन अपनी माया से नागिनी की तरह जीवों को पैदा करते हैं और फिर मार देते हैं। जिस प्रकार नागिनी अपनी दुम से अण्डों के चारों ओर कुण्डली बनाती है फिर उन अण्डों पर अपना फन मारती है। जिससे अण्डा फूट जाता है। उसमें से बच्चा निकल जाता है। उसको नागिनी खा जाती है। फन मारते समय कई अण्डे फूट जाते हैं क्योंकि नागिनी के काफी अण्डे होते हैं। जो अण्डे फूटते हैं उनमें से बच्चे निकलते हैं यदि कोई बच्चा कुण्डली (सर्पनी की दुम का घेरा) से बाहर निकल जाता है तो वह बच्चा बच जाता है नहीं तो कुण्डली में वह (नागिनी) छोड़ती नहीं। जितने बच्चे उस कुण्डली के अन्दर होते हैं उन सबको खा जाती है।
माया काली नागिनी, अपने जाये खात। कुण्डली में छोड़ै नहीं, सौ बातों की बात।।
इसी प्रकार यह कालबली का जाल है। निरंजन तक की भक्ति पूरे संत से नाम लेकर करेगें तो भी इस निरंजन की कुण्डली (इक्कीस ब्रह्मण्डों) से बाहर नहीं निकल सकते। स्वयं ब्रह्मा, विष्णु, महेश, आदि माया शेराँवाली भी निरंजन की कुण्डली में है। ये बेचारे अवतार धार कर आते हैं और जन्म-मृत्यु का चक्कर काटते रहते हैं। इसलिए विचार करें सोहं जाप जो कि ध्रुव व प्रहलाद व शुकदेव ऋषि ने जपा, वह भी पार नहीं हुए। क्योंकि श्री विष्णु पुराण के प्रथम अंश के अध्याय 12 के श्लोक 93 में पृष्ठ 51 पर लिखा है कि ध्रुव केवल एक कल्प अर्थात् एक हजार चतुर्युग तक ही मुक्त है। इसलिए काल लोक में ही रहे तथा ‘ऊँ नमः भगवते वासुदेवाय’ मन्त्र जाप करने वाले भक्त भी कृष्ण तक की भक्ति कर रहे हैं, वे भी चैरासी लाख योनियों के चक्कर काटने से नहीं बच सकते। यह परम पूज्य कबीर साहिब जी व आदरणीय गरीबदास साहेब जी महाराज की वाणी प्रत्यक्ष प्रमाण देती हैं।
अनन्त कोटि अवतार हैं, माया के गोविन्द। कर्ता हो हो अवतरे, बहुर पड़े जग फंध।।
सतपुरुष कबीर साहिब जी की भक्ति से ही जीव मुक्त हो सकता है।
जब तक जीव सतलोक में वापिस नहीं चला जाएगा तब तक काल लोक में इसी तरह कर्म करेगा और की हुई नाम व दान धर्म की कमाई स्वर्ग रूपी होटलों में समाप्त करके वापिस कर्म आधार से चैरासी लाख प्रकार के प्राणियों के शरीर में कष्ट उठाने वाले काल लोक में चक्कर काटता रहेगा। माया (दुर्गा) से उत्पन्न हो कर करोड़ों गोबिन्द(ब्रह्मा-विष्णु-शिव) मर चुके हैं। भगवान का अवतार बन कर आये थे। फिर कर्म बन्धन में बन्ध कर कर्मों को भोग कर चैरासी लाख योनियों में चले गए। जैसे भगवान विष्णु जी को देवर्षि नारद का शाप लगा। वे श्री रामचन्द्र रूप में अयोध्या में आए। फिर श्री राम जी रूप में बाली का वध किया था। उस कर्म का दण्ड भोगने के लिए श्री कृष्ण जी का जन्म हुआ। फिर बाली वाली आत्मा शिकारी बना तथा अपना प्रतिशोध लिया। श्री कृष्ण जी के पैर में विषाक्त तीर मार कर वध किया। महाराज गरीबदास जी अपनी वाणी में कहते हैं:
ब्रह्मा विष्णु महेश्वर माया, और धर्मराय कहिये।
इन पाँचों मिल परपंच बनाया, वाणी हमरी लहिये।।
इन पाँचों मिल जीव अटकाये, जुगन-जुगन हम आन छुटाये।
बन्दी छोड़ हमारा नामं, अजर अमर है अस्थिर ठामं।।
पीर पैगम्बर कुतुब औलिया, सुर नर मुनिजन ज्ञानी।
येता को तो राह न पाया, जम के बंधे प्राणी।।
धर्मराय की धूमा-धामी, जम पर जंग चलाऊँ।
जोरा को तो जान न दूगां, बांध अदल घर ल्याऊँ।।
काल अकाल दोहूँ को मोसूं, महाकाल सिर मूंडू।
मैं तो तख्त हजूरी हुकमी, चोर खोज कूं ढूंढू।।
मूला माया मग में बैठी, हंसा चुन-चुन खाई।
ज्योति स्वरूपी भया निरंजन, मैं ही कर्ता भाई।।
संहस अठासी दीप मुनीश्वर, बंधे मुला डोरी।
ऐत्यां में जम का तलबाना, चलिए पुरुष कीशोरी।।
मूला का त��� माथा दागूं, सतकी मोहर करूंगा।
पुरुष दीप कूं हंस चलाऊँ, दरा न रोकन दूंगा।।
हम तो बन्दी छोड़ कहावां, धर्मराय है चकवै।
सतलोक की सकल सुनावें, वाणी हमरी अखवै।।
नौ लख पटट्न ऊपर खेलूं, साहदरे कूं रोकूं।
द्वादस कोटि कटक सब काटूं, हंस पठाऊँ मोखूं।।
चैदह भुवन गमन है मेरा, जल थल में सरबंगी।
खालिक खलक खलक में खालिक, अविगत अचल अभंगी।।
अगर अलील चक्र है मेरा, जित से हम चल आए।
पाँचों पर प्रवाना मेरा, बंधि छुटावन धाये।।
जहाँ ओंकार निरंजन नाहीं, ब्रह्मा विष्णु वेद नहीं जाहीं।
जहाँ करता नहीं जान भगवाना, काया माया पिण्ड न प्राणा।।
पाँच तत्व तीनों गुण नाहीं, जोरा काल दीप नहीं जाहीं।
अमर करूं सतलोक पठाँऊ, तातैं बन्दी छोड़ कहाऊँ।।
कबीर परमेश्वर (कविर्देव) की महिमा बताते हुए आदरणीय गरीबदास साहेब जी कह रहे हैं कि हमारे प्रभु कविर् (कविर्देव) बन्दी छोड़ हैं। बन्दी छोड़ का भावार्थ है काल की कारागार से छुटवाने वाला, काल ब्रह्म के इक्कीस ब्रह्मण्डों में सर्व प्राणी पापों के कारण काल के बंदी हैं। पूर्ण परमात्मा (कविर्देव) कबीर साहेब पाप का विनाश कर देते हैं। पापों का विनाश न ब्रह्म, न परब्रह्म, न ही ब्रह्मा, विष्णु, शिव जी कर सकते हैं। केवल जैसा कर्म है, उसका वैसा ही फल दे देते हैं। इसीलिए यजुर्वेद अध्याय 5 के मन्त्र 32 में लिखा है ‘कविरंघारिरसि‘ कविर्देव (कबीर परमेश्वर) पापों का शत्रु है, ‘बम्भारिरसि‘ बन्धनों का शत्रु अर्थात् बन्दी छोड़ है।
इन पाँचों (ब्रह्मा-विष्णु-शिव-माया और धर्मराय) से ऊपर सतपुरुष परमात्मा (कविर्देव) है। जो सतलोक का मालिक है। शेष सर्व परब्रह्म-ब्रह्म तथा ब्रह्मा-विष्णु-शिव जी व आदि माया नाशवान परमात्मा हैं। महाप्रलय में ये सब तथा इनके लोक समाप्त हो जाएंगे। आम जीव से कई हजार गुणा ज्यादा लम्बी इनकी उम्र है। परन्तु जो समय निर्धारित है वह एक दिन पूरा अवश्य होगा। आदरणीय गरीबदास जी महाराज कहते हैं:
शिव ब्रह्मा का राज, इन्द्र गिनती कहां। चार मुक्ति वैकुंण्ठ समझ, येता लह्या।।
संख जुगन की जुनी, उम्र बड़ धाारिया। जा जननी कुर्बान, सु कागज पारिया।।
येती उम्र बुलंद मरैगा अंत रे। सतगुरु लगे न कान, न भैंटे संत रे।।
चाहे संख युग की लम्बी उम्र भी क्यों न हो वह एक दिन समाप्त जरूर होगी। यदि सतपुरुष परमात्मा (कविर्देव) कबीर साहेब के नुमाँयदे पूर्ण संत(गुरु) जो तीन नाम का मंत्र (जिसमें एक ओ3म तत् सत् सांकेतिक हैं) देता है तथा उसे पूर्ण संत द्वारा नाम दान करने का आदेश है, उससे उपदेश लेकर नाम की कमाई करेंगे तो हम सतलोक के अधिकारी हंस हो सकते हैं। सत्य साधना बिना बहुत लम्बी उम्र कोई काम नहीं ��एगी क्योंकि निरंजन लोक में दुःख ही दुःख है।
कबीर, जीवना तो थोड़ा ही भला, जै सत सुमरन होय। लाख वर्ष का जीवना, लेखै धरै ना कोय।।
कबीर साहिब अपनी (पूर्णब्रह्म की) जानकारी स्वयं बताते हैं कि इन परमात्माओं से ऊपर असंख्य भुजा का परमात्मा सतपुरुष है जो सत्यलोक (सच्च खण्ड, सतधाम) में रहता है तथा उसके अन्तर्गत सर्वलोक ख्ब्रह्म (काल) के 21 ब्रह्मण्ड व ब्रह्मा, विष्णु, शिव शक्ति के लोक तथा परब्रह्म के सात संख ब्रह्मण्ड व अन्य सर्व ब्रह्मण्ड, आते हैं और वहाँ पर सत्यनाम-सारनाम के जाप द्वारा जाया जाएगा जो पूरे गुरु से प्राप्त होता है। सच्चखण्ड (सतलोक) में जो आत्मा चली जाती है उसका पुनर्जन्म नहीं होता। सतपुरुष (पूर्णब्रह्म) कबीर साहेब (कविर्देव) ही अन्य लोकों में स्वयं ही भिन्न-भिन्न नामों से विराजमान हैं। जैसे अलख लोक में अलख पुरुष, अगम लोक में अगम पुरुष तथा अकह लोक में अनामी पुरुष रूप में विराजमान हैं। ये तो उपमात्मक नाम हैं, परन्तु वास्तविक नाम उस पूर्ण पुरुष का कविर्देव (भाषा भिन्न होकर कबीर साहेब) है।
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#हिन्दूसाहेबान_नहींसमझे_ग���तावेदपुराणPart120 के आगे पढिए.....)
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#हिन्दूसाहेबान_नहींसमझे_गीतावेदपुराणPart121
आदरणीय गरीबदास साहेब जी की अमृतवाणी में सृष्टी रचना का प्रमाण
संत गरीबदास जी की अमृतवाणी में सृष्टी रचना का प्रमाण
आदि रमैणी (सद् ग्रन्थ पृष्ठ नं. 690 से 692 तक)
आदि रमैंणी अदली सारा। जा दिन होते धुंधुंकारा।।1।।
सतपुरुष कीन्हा प्रकाशा। हम होते तखत कबीर खवासा ।।2।।
मन मोहिनी सिरजी माया। सतपुरुष एक ख्याल बनाया।।3।।
धर्मराय सिरजे दरबानी। चैसठ जुगतप सेवा ठांनी।।4।।
पुरुष पृथिवी जाकूं दीन्ही। राज करो देवा आधीनी।।5।।
ब्रह्मण्ड इकीस राज तुम्ह दीन्हा। मन की इच्छा सब जुग लीन्हा।।6।।
माया मूल रूप एक छाजा। मोहि लिये जिनहूँ धर्मराजा।।7।।
धर्म का मन चंचल चित धार्या। मन माया का रूप बिचारा।।8।।
चंचल चेरी चपल चिरागा। या के परसे सरबस जागा।।9।।
धर्मराय कीया मन का भागी। विषय वासना संग से जागी।।10।।
आदि पुरुष अदली अनरागी। धर्मराय दिया दिल सें त्यागी।।11।।
पुरुष लोक सें दीया ढहाही। अगम दीप चलि आये भाई।।12।।
सहज दास जिस दीप रहंता। कारण कौंन कौंन कुल पंथा।।13।।
धर्मराय बोले दरबानी। सुनो सहज दास ब्रह्मज्ञानी।।14।।
चैसठ जुग हम सेवा कीन्ही। पुरुष पृथिवी हम कूं दीन्ही।।15।।
चंचल रूप भया मन बौरा। मनमोहिनी ठगिया भौंरा।।16।।
सतपुरुष के ना मन भाये। पुरुष लोक से हम चलि आये।।17।।
अगर दीप सुनत बड़भागी। सहज दास मेटो मन पागी।।18।।
बोले सहजदास दिल दानी। हम तो चाकर सत सहदानी।।19।।
सतपुरुष सें अरज गुजारूं। जब तुम्हारा बिवाण उतारूं।।20।।
सहज दास को कीया पीयाना। सत्यलोक लीया प्रवाना।।21।।
सतपुरुष साहिब सरबंगी। अविगत अदली अचल अभंगी।।22।।
धर्मराय तुम्हरा दरबानी। अगर दीप चलि गये प्रानी।।23।।
कौंन हुकम करी अरज अवाजा। कहां पठावौ उस धर्मराजा।।24।।
भई अवाज अदली एक साचा। विषय लोक जा तीन्यूं बाचा।।25।।
सहज विमाँन चले अधिकाई। छिन में अगर दीप चलि आई।।26।।
हमतो अरज करी अनरागी। तुम्ह विषय लोक जावो बड़भागी।।27।।
धर्मराय के चले विमाना। मानसरोवर आये प्राना।।28।
मानसरोवर रहन न पाये। दरै कबीरा थांना लाये।।29।।
बंकनाल की विषमी बाटी। तहां कबीरा रोकी घाटी।।30।।
इन पाँचों मिलि जगत बंधाना। लख चैरासी जीव संताना।।31।।
ब्रह्मा विष्णु महेश्वर माया। धर्मराय का राज पठाया।।32।।
यौह खोखा पुर झूठी बाजी। भिसति बैकुण्ठ दगासी साजी।।33।।
कृतिम जीव भुलांनें भाई। निज घर की तो खबरि न पाई।।34।।
सवा लाख उपजें नित हंसा। एक लाख विनशें नित अंसा।।35।।
उपति खपति प्रलय फेरी। हर्ष शोक जौंरा जम जेरी।।36।।
पाँचों तत्त्व हैं प्रलय माँही। सत्त्वगुण रजगुण तमगुण झांई।।37।।
आठों अंग मिली है माया। पिण्ड ब्रह्मण्ड सकल भरमाया।।38।।
या में सुरति शब्द की डोरी। पिण्ड ब्रह्मण्ड लगी है खोरी।।39।।
श्वासा पारस मन गह राखो। खोल्हि कपाट अमीरस चाखो।।40।।
सुनाऊं हंस शब्द सुन दासा। अगम दीप है अग है बासा।।41।।
भवसागर जम दण्ड जमाना। धर्मराय का है तलबांना।।42।।
पाँचों ऊपर पद की नगरी। बाट बिहंगम बंकी डगरी।।43।।
हमरा धर्मराय सों दावा। भवसागर में जीव भरमावा।।44।।
हम तो कहैं अगम की बानी। जहाँ अविगत अदली आप बिनानी।।45।।
बंदी छोड़ हमारा नामं। अजर अमर है अस्थीर ठामं।।46।।
जुगन जुगन हम कहते आये। जम जौंरा सें हंस छुटाये।।47।।
जो कोई मानें शब्द हमारा। भवसागर नहीं भरमें धारा।।48।।
या में सुरति शब्द का लेखा। तन अंदर मन कहो कीन्ही देखा।।49।।
दास गरीब अगम की बानी। खोजा हंसा शब्द सहदानी।।50।।
उपरोक्त अमृतवाणी का भावार्थ है कि आदरणीय गरीबदास साहेब जी कह रहे हैं कि यहाँ पहले केवल अंधकार था तथा पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी सत्यलोक में तख्त (सिंहासन) पर विराजमान थे। हम वहाँ चाकर थे। परमात्मा ने ज्योति निरंजन को उत्पन्न किया। फिर उसके तप के प्रतिफल में इक्कीस ब्रह्मण्ड प्रदान किए। फिर माया (प्रकृति) की उत्पत्ति की। युवा दुर्गा के रूप पर मोहित होकर ज्योति निरंजन (ब्रह्म) ने दुर्गा (प्रकृति) से बलात्कार करने की चेष्टा की। ब्रह्म को उसकी सजा मिली। उसे सत्यलोक से निकाल दिया तथा शाप लगा कि एक लाख मानव शरीर धारी प्राणियों का प्रतिदिन आहार करेगा, सवा लाख उत्पन्न करेगा। यहाँ सर्व प्राणी जन्म-मृत्यु का कष्ट उठा रहे हैं। यदि कोई पूर्ण परमात्मा का वास्तविक शब्द (सच्चानाम जाप मंत्र) हमारे से प्राप्त करेगा, उसको काल की बंद से छुड़वा देंगे। हमारा बन्दी छोड़ नाम है। आदरणीय गरीबदास जी अपने गुरु व प्रभु कबीर परमात्मा के आधार पर कह रहे हैं कि सच्चे मंत्र अर्थात् सत्यनाम व सारशब्द की प्राप्ति कर लो, पूर्ण मोक्ष हो जायेगा। नहीं तो नकली नाम दाता संतों व महन्तों की मीठी-मीठी बातों में फंस कर शास्त्र विधि रहित साधना करके काल जाल में रह जाओगे। फिर कष्ट पर कष्ट उठाओगे।
।।गरीबदास जी महाराज की वाणी।।
(सत ग्रन्थ साहिब पृष्ठ नं. 690 से सहाभार)
माया आदि निरंजन भाई, अपने जाऐ आपै खाई।
ब्रह्मा विष्णु महेश्वर चेला, ऊँ सोहं का है खेला।।
सिखर सुन्न में धर्म अन्यायी, जिन शक्ति डायन महल पठाई।।
लाख ग्रास नित उठ दूती, माया आदि तख्त की कुती।।
सवा लाख घडि़ये नित भांडे, हंसा उतपति परलय डांडे।
ये तीनों चेला बटपारी, सिरजे पुरुषा सिरजी नारी।।
खोखापुर में जीव भुलाये, स्वपना बहिस्त वैकंुठ बनाये।
यो हरहट का कुआ लोई, या गल बंध्या है सब कोई।।
कीड़ी कुजंर और अवतारा, हरहट डोरी बंधे कई बारा।
अरब अलील इन्द्र हैं भाई, हरहट डोरी बंधे सब आई।।
शेष महेश गणेश्वर ताहिं, हरहट डोरी बंधे सब आहिं।
शुक्रादिक ब्रह्मादिक देवा, हरहट डोरी बंधे सब खेवा।।
कोटिक कर्ता फिरता देख्या, हरहट डोरी कहूँ सुन लेखा।
चतुर्भुजी भगवान कहावैं, हरहट डोरी बंधे सब आवैं।।
यो है खोखापुर का कुआ, या में पड़ा सो निश्चय मुवा।
ज्योति निरंजन (कालबली) के वश होकर के ये तीनों देवता (रजगुण-ब्रह्मा, सतगुण-विष्णु, तमगुण-शिव) अपनी महिमा दिखाकर जीवों को स्वर्ग नरक तथा भवसागर में (लख चैरासी योनियों ��ें) भटकाते रहते हैं। ज्योति निरंजन अपनी माया से नागिनी की तरह जीवों को पैदा करते हैं और फिर मार देते हैं। जिस प्रकार नागिनी अपनी दुम से अण्डों के चारों ओर कुण्डली बनाती है फिर उन अण्डों पर अपना फन मारती है। जिससे अण्डा फूट जाता है। उसमें से बच्चा निकल जाता है। उसको नागिनी खा जाती है। फन मारते समय कई अण्डे फूट जाते हैं क्योंकि नागिनी के काफी अण्डे होते हैं। जो अण्डे फूटते हैं उनमें से बच्चे निकलते हैं यदि कोई बच्चा कुण्डली (सर्पनी की दुम का घेरा) से बाहर निकल जाता है तो वह बच्चा बच जाता है नहीं तो कुण्डली में वह (नागिनी) छोड़ती नहीं। जितने बच्चे उस कुण्डली के अन्दर होते हैं उन सबको खा जाती है।
माया काली नागिनी, अपने जाये खात। कुण्डली में छोड़ै नहीं, सौ बातों की बात।।
इसी प्रकार यह कालबली का जाल है। निरंजन तक की भक्ति पूरे संत से नाम लेकर करेगें तो भी इस निरंजन की कुण्डली (इक्कीस ब्रह्मण्डों) से बाहर नहीं निकल सकते। स्वयं ब्रह्मा, विष्णु, महेश, आदि माया शेराँवाली भी निरंजन की कुण्डली में है। ये बेचारे अवतार धार कर आते हैं और जन्म-मृत्यु का चक्कर काटते रहते हैं। इसलिए विचार करें सोहं जाप जो कि ध्रुव व प्रहलाद व शुकदेव ऋषि ने जपा, वह भी पार नहीं हुए। क्योंकि श्री विष्णु पुराण के प्रथम अंश के अध्याय 12 के श्लोक 93 में पृष्ठ 51 पर लिखा है कि ध्रुव केवल एक कल्प अर्थात् एक हजार चतुर्युग तक ही मुक्त है। इसलिए काल लोक में ही रहे तथा ‘ऊँ नमः भगवते वासुदेवाय’ मन्त्र जाप करने वाले भक्त भी कृष्ण तक की भक्ति कर रहे हैं, वे भी चैरासी लाख योनियों के चक्कर काटने से नहीं बच सकते। यह परम पूज्य कबीर साहिब जी व आदरणीय गरीबदास साहेब जी महाराज की वाणी प्रत्यक्ष प्रमाण देती हैं।
अनन्त कोटि अवतार हैं, माया के गोविन्द। कर्ता हो हो अवतरे, बहुर पड़े जग फंध।।
सतपुरुष कबीर साहिब जी की भक्ति से ही जीव मुक्त हो सकता है।
जब तक जीव सतलोक में वापिस नहीं चला जाएगा तब तक काल लोक में इसी तरह कर्म करेगा और की हुई नाम व दान धर्म की कमाई स्वर्ग रूपी होटलों में समाप्त करके वापिस कर्म आधार से चैरासी लाख प्रकार के प्राणियों के शरीर में कष्ट उठाने वाले काल लोक में चक्कर काटता रहेगा। माया (दुर्गा) से उत्पन्न हो कर करोड़ों गोबिन्द(ब्रह्मा-विष्णु-शिव) मर चुके हैं। भगवान का अवतार बन कर आये थे। फिर कर्म बन्धन में बन्ध कर कर्मों को भोग कर चैरासी लाख योनियों में चले गए। जैसे भगवान विष्णु जी को देवर्षि नारद का शाप लगा। वे श्री रामचन्द्र रूप में अयोध्या में आए। फिर श्री राम जी रूप में बाली का वध किया था। उस कर्म का दण्ड भोगने के लिए श्री कृष्ण जी का जन्म हुआ। फिर बाली वाली आत्मा शिकारी बना तथा अपना प्रतिशोध लिया। श्री कृष्ण जी के पैर में विषाक्त तीर मार कर वध किया। महाराज गरीबदास जी अपनी वाणी में कहते हैं:
ब्रह्मा विष्णु महेश्वर माया, और धर्मराय कहिये।
इन पाँचों मिल परपंच बनाया, वाणी हमरी लहिये।।
इन पाँचों मिल जीव अटकाये, जुगन-जुगन हम आन छुटाये।
बन्दी छोड़ हमारा नामं, अजर अमर है अस्थिर ठामं।।
पीर पैगम्बर कुतुब औलिया, सुर नर मुनिजन ज्ञानी।
येता को तो राह न पाया, जम के बंधे प्राणी।।
धर्मराय की धूमा-धामी, जम पर जंग चलाऊँ।
जोरा को तो जान न दूगां, बांध अदल घर ल्याऊँ।।
काल अकाल दोहूँ को मोसूं, महाकाल सिर मूंडू।
मैं तो तख्त हजूरी हुकमी, चोर खोज कूं ढूंढू।।
मूला माया मग में बैठी, हंसा चुन-चुन खाई।
ज्योति स्वरूपी भया निरंजन, मैं ही कर्ता भाई।।
संहस अठासी दीप मुनीश्वर, बंधे मुला डोरी।
ऐत्यां में जम का तलबाना, चलिए पुरुष कीशोरी।।
मूला का तो माथा दागूं, सतकी मोहर करूंगा।
पुरुष दीप कूं हंस चलाऊँ, दरा न रोकन दूंगा।।
हम तो बन्दी छोड़ कहावां, धर्मराय है चकवै।
सतलोक की सकल सुनावें, वाणी हमरी अखवै।।
नौ लख पटट्न ऊपर खेलूं, साहदरे कूं रोकूं।
द्वादस कोटि कटक सब काटूं, हंस पठाऊँ मोखूं।।
चैदह भुवन गमन है मेरा, जल थल में सरबंगी।
खालिक खलक खलक में खालिक, अविगत अचल अभंगी।।
अगर अलील चक्र है मेरा, जित से हम चल आए।
पाँचों पर प्रवाना मेरा, बंधि छुटावन धाये।।
जहाँ ओंकार निरंजन नाहीं, ब्रह्मा विष्णु वेद नहीं जाहीं।
जहाँ करता नहीं जान भगवाना, काया माया पिण्ड न प्राणा।।
पाँच तत्व तीनों गुण नाहीं, जोरा काल दीप नहीं जाहीं।
अमर करूं सतलोक पठाँऊ, तातैं बन्दी छोड़ कहाऊँ।।
कबीर परमेश्वर (कविर्देव) की महिमा बताते हुए आदरणीय गरीबदास साहेब जी कह रहे हैं कि हमारे प्रभु कविर् (कविर्देव) बन्दी छोड़ हैं। बन्दी छोड़ का भावार्थ है काल की कारागार से छुटवाने वाला, काल ब्रह्म के इक्कीस ब्रह्मण्डों में सर्व प्राणी पापों के कारण काल के बंदी हैं। पूर्ण परमात्मा (कविर्देव) कबीर साहेब पाप का विनाश कर देते हैं। पापों का विनाश न ब्रह्म, न परब्रह्म, न ही ब्रह्मा, विष्णु, शिव जी कर सकते हैं। केवल जैसा कर्म है, उसका वैसा ही फल दे देते हैं। इसीलिए यजुर्वेद अध्याय 5 के मन्त्र 32 में लिखा है ‘कविरंघारिरसि‘ कविर्देव (कबीर परमेश्वर) पापों का शत्रु है, ‘बम्भारिरसि‘ बन्धनों का शत्रु अर्थात् बन्दी छोड़ है।
इन पाँचों (ब्रह्मा-विष्णु-शिव-माया और धर्मराय) से ऊपर सतपुरुष परमात्मा (कविर्देव) है। जो सतलोक का मालिक है। शेष सर्व परब्रह्म-ब्रह्म तथा ब्रह्मा-विष्णु-शिव जी व आदि माया नाशवान परमात्मा हैं। महाप्रलय में ये सब तथा इनके लोक समाप्त हो जाएंगे। आम जीव से कई हजार गुणा ज्यादा लम्बी इनकी उम्र है। परन्तु जो समय निर्धारित है वह एक दिन पूरा अवश्य होगा। आदरणीय गरीबदास जी महाराज कहते हैं:
शिव ब्रह्मा का राज, इन्द्र गिनती कहां। चार मुक्ति वैकुंण्ठ समझ, येता लह्या।।
संख जुगन की जुनी, उम्र बड़ धाारिया। जा जननी कुर्बान, सु कागज पारिया।।
येती उम्र बुलंद मरैगा अंत रे। सतगुरु लगे न कान, न भैंटे संत रे।।
चाहे संख युग की लम्बी उम्र भी क्यों न हो वह एक दिन समाप्त जरूर होगी। यदि सतपुरुष परमात्मा (कविर्देव) कबीर साहेब के नुमाँयदे पूर्ण संत(गुरु) जो तीन नाम का मंत्र (जिसमें एक ओ3म तत् सत् सांकेतिक हैं) देता है तथा उसे पूर्ण संत द्वारा नाम दान करने का आदेश है, उससे उपदेश लेकर नाम की कमाई करेंगे तो हम सतलोक के अधिकारी हंस हो सकते हैं। सत्य साधना बिना बहुत लम्बी उम्र कोई काम नहीं आएगी क्योंकि निरंजन लोक में दुःख ही दुःख है।
कबीर, जीवना तो थोड़ा ही भला, जै सत सुमरन होय। लाख वर्ष का जीवना, लेखै धरै ना कोय।।
कबीर साहिब अपनी (पूर्णब्रह्म की) जानकारी स्वयं बताते हैं कि इन परमात्माओं से ऊपर असंख्य भुजा का परमात्मा सतपुरुष है जो सत्यलोक (सच्च खण्ड, सतधाम) में रहता है तथा उसके अन्तर्गत सर्वलोक ख्ब्रह्म (काल) के 21 ब्रह्म���्ड व ब्रह्मा, विष्णु, शिव शक्ति के लोक तथा परब्रह्म के सात संख ब्रह्मण्ड व अन्य सर्व ब्रह्मण्ड, आते हैं और वहाँ पर सत्यनाम-सारनाम के जाप द्वारा जाया जाएगा जो पूरे गुरु से प्राप्त होता है। सच्चखण्ड (सतलोक) में जो आत्मा चली जाती है उसका पुनर्जन्म नहीं होता। सतपुरुष (पूर्णब्रह्म) कबीर साहेब (कविर्देव) ही अन्य लोकों में स्वयं ही भिन्न-भिन्न नामों से विराजमान हैं। जैसे अलख लोक में अलख पुरुष, अगम लोक में अगम पुरुष तथा अकह लोक में अनामी पुरुष रूप में विराजमान हैं। ये तो उपमात्मक नाम हैं, परन्तु वास्तविक नाम उस पूर्ण पुरुष का कविर्देव (भाषा भिन्न होकर कबीर साहेब) है।
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आध्यात्मिक जानकारी के लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी के मंगलमय प्रवचन सुनिए। Sant Rampal Ji Maharaj YOUTUBE चैनल पर प्रतिदिन 7:30-8.30 बजे। संत रामपाल जी महाराज जी इस विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। आप सभी से विनम्र निवेदन है अविलंब संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
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Ishwar TV Satsang | 09-01-2025 | Episode: 2629 | Sant Rampal Ji Maharaj ...
*🥰बन्दीछोड़ सतगुरु संत रामपाल जी महाराज जी की जय हो🥰*
♦♦♦
09/01/25
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1🪕कबीर परमात्मा की सतभक्ति मर्यादा में रहकर करने से कैंसर, एड्स जैसी बीमारी भी ठीक होती हैं।
2🪕सतभक्ति करने वाले की पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है।
- ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
3🪕सतभक्ति करने वाले की अकाल मृत्यु नहीं होती जो मर्यादा में रहकर साधना करता है।
4🪕वेद में लिखा है कि पूर्ण परमात्मा मर चुके हुए साधक को भी जीवित करके 100 वर्ष तक जीने की शक्ति भी दे सकता है। संत रामपाल जी महाराज ऐसी ही सतभक्ति बताते हैं।
5🪕 सतभक्ति मर्यादा में रह कर करने से सभी रोगों का नाश हो जाता है।
अधिक जानकारी के लिए देखें साधना टीवी रात्रि 07:30 बजे।
6🪕वेद बताते हैं पूर्ण परमात्मा की सतभक्ति से रोगियों के रोग नाश होते हैं और संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों को ये लाभ मिल भी रहे हैं।
7🪕संत रामपाल जी महाराज की बताई सतभक्ति से आज लाखों परिवार रोगों से मुक्त होकर सुखी जीवन जी रहे हैं।
8🪕सतभक्ति करने से जीवन सुखी हो जाता है। पापों से बचाव होता है, गृह क्लेश भी समाप्त हो जाता है।
9🪕जो माता पिता सतभक्ति करते हैं फिर उनके बच्चे उनकी विशेष सेवा किया करते हैं।
10🪕भूत-प्रेत, पित्तर-भैरव-बेताल जैसी आत्माऐं सतभक्ति करने वाले परिवार के आसपास नहीं आती। देवता उस भक्त परिवार की सुरक्षा करते हैं।
11🪕सतभक्ति करने से नशा अपने आप छूट जाता है। शराब, तम्बाकू तथा अन्य नशे के प्रति घृणा हो जाती है।
12🪕सतभक्ति करने से मानव जीवन सफल हो जाता है। परिवार में किसी प्रकार की बुराई नहीं रहती। परमात्मा की कृपा सदा बनी रहती है।
13🪕पूर्ण सतगुरू से दीक्षा लेकर मर्यादा में रहकर भक्ति करने से शुभ संस्कारों में वृद्धि होने से दुःख का वक्त सुख में बदलने लग जाता है।
14🪕सतभक्ति करने से शरीर स्वस्थ रहता है और भक्ति के प्रभाव से परिवार अपने-आप आदर करता है।
15🪕सतभक्ति करने वालों के परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है - यजुर्वेद अध्याय 8 मंत्र 13
16🪕सतभक्ति करने से इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है (जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है) जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
17🪕सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
18🪕सतभक्ति करने से चौरासी लाख योनियों का कष्ट दूर हो जाता है।
19🪕सतभक्ति करने से उजड़ा परिवार भी बस जाता है और पूरा परिवार सुख का जीवन जीता है। जीवन का सफर आसानी से तय हो जाता है क्योंकि जीवन का मार्ग साफ हो जाता है।
20🪕सत भक्ति करने से मनुष्यों को दैविक शक्तियां पूर्ण लाभ देती हैं और साधक परमेश्वर पर आश्रित रहने से बगैर किसी चिंता के जीवन जीता है।
21🪕सतभक्ति न करने वाले या शास्त्रविरूद्ध भक्ति करने वाले को यम के दूत भुजा पकड़कर ले जाते हैं जबकि सतभक्ति करने वाला व्यक्ति परमात्मा के साथ विमान में बैठकर अविनाशी स्थान यानी सतलोक चला जाता है।
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📚शास्त्र अनुकूल पूर्ण रूप से सत्य प्रमणित तत्व ज्ञान और सुखदायक तथा मोक्षदायक सतभक्ति धर्म के झूठे धर्म गुरुओं का पर्दाफाश कर रही है!
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#हिन्दूसाहेबान_नहींसमझे_गीतावेदपुराणPart120 के आगे पढिए.....)
📖📖📖
#हिन्दूसाहेबान_नहींसमझे_गीतावेदपुराणPart121
आदरणीय गरीबदास साहेब जी की अमृतवाणी में सृष्टी रचना का प्रमाण
संत गरीबदास जी की अमृतवाणी में सृष्टी रचना का प्रमाण
आदि रमैणी (सद् ग्रन्थ पृष्ठ नं. 690 से 692 तक)
आदि रमैंणी अदली सारा। जा दिन होते धुंधुंकारा।।1।।
सतपुरुष कीन्हा प्रकाशा। हम होते तखत कबीर खवासा ।।2।।
मन मोहिनी सिरजी माया। सतपुरुष एक ख्याल बनाया।।3।।
धर्मराय सिरजे दरबानी। चैसठ जुगतप सेवा ठांनी।।4।।
पुरुष पृथिवी जाकूं दीन्ही। राज करो देवा आधीनी।।5।।
ब्रह्मण्ड इकीस राज तुम्ह दीन्हा। मन की इच्छा सब जुग लीन्हा।।6।।
माया मूल रूप एक छाजा। मोहि लिये जिनहूँ धर्मराजा।।7।।
धर्म का मन चंचल चित धार्या। मन माया का रूप बिचारा।।8।।
चंचल चेरी चपल चिरागा। या के परसे सरबस जागा।।9।।
धर्मराय कीया मन का भागी। विषय वासना संग से जागी।।10।।
आदि पुरुष अदली अनरागी। धर्मराय दिया दिल सें त्यागी।।11।।
पुरुष लोक सें दीया ढहाही। अगम दीप चलि आये भाई।।12।।
सहज दास जिस दीप रहंता। कारण कौंन कौंन कुल पंथा।।13।।
धर्मराय बोले दरबानी। सुनो सहज दास ब्रह्मज्ञानी।।14।।
चैसठ जुग हम सेवा कीन्ही। पुरुष पृथिवी हम कूं दीन्ही।।15।।
चंचल रूप भया मन बौरा। मनमोहिनी ठगिया भौंरा।।16।।
सतपुरुष के ना मन भाये। पुरुष लोक से हम चलि आये।।17।।
अगर दीप सुनत बड़भागी। सहज दास मेटो मन पागी।।18।।
बोले सहजदास दिल दानी। हम तो चाकर सत सहदानी।।19।।
सतपुरुष सें अरज गुजारूं। जब तुम्हारा बिवाण उतारूं।।20।।
सहज दास को कीया पीयाना। सत्यलोक लीया प्रवाना।।21।।
सतपुरुष साहिब सरबंगी। अविगत अदली अचल अभंगी।।22।।
धर्मराय तुम्हरा दरबानी। अगर दीप चलि गये प्रानी।।23।।
कौंन हुकम करी अरज अवाजा। कहां पठावौ उस धर्मराजा।।24।।
भई अवाज अदली एक साचा। विषय लोक जा तीन्यूं बाचा।।25।।
सहज विमाँन चले अधिकाई। छिन में अगर दीप चलि आई।।26।।
हमतो अरज करी अनरागी। तुम्ह विषय लोक जावो बड़भागी।।27।।
धर्मराय के चले विमाना। मानसरोवर आये प्राना।।28।
मानसरोवर रहन न पाये। दरै कबीरा थांना लाये।।29।।
बंकनाल की विषमी बाटी। तहां कबीरा रोकी घाटी।।30।।
इन पाँचों मिलि जगत बंधाना। लख चैरासी जीव संताना।।31।।
ब्रह्मा विष्णु महेश्वर माया। धर्मराय का राज पठाया।।32।।
यौह खोखा पुर झूठी बाजी। भिसति बैकुण्ठ दगासी साजी।।33।।
कृतिम जीव भुलांनें भाई। निज घर की तो खबरि न पाई।।34।।
सवा लाख उपजें नित हंसा। एक लाख विनशें नित अंसा।।35।।
उपति खपति प्रलय फेरी। हर्ष शोक जौंरा जम जेरी।।36।।
पाँचों तत्त्व हैं प्रलय माँही। सत्त्वगुण रजगुण तमगुण झांई।।37।।
आठों अंग मिली है माया। पिण्ड ब्रह्मण्ड सकल भरमाया।।38।।
या में सुरति शब्द की डोरी। पिण्ड ब्रह्मण्ड लगी है खोरी।।39।।
श्वासा पारस मन गह राखो। खोल्हि कपाट अमीरस चाखो।।40।।
सुनाऊं हंस शब्द सुन दासा। अगम दीप है अग है बासा।।41।।
भवसागर जम दण्ड जमाना। धर्मराय का है तलबांना।।42।���
पाँचों ऊपर पद की नगरी। बाट बिहंगम बंकी डगरी।।43।।
हमरा धर्मराय सों दावा। भवसागर में जीव भरमावा।।44।।
हम तो कहैं अगम की बानी। जहाँ अविगत अदली आप बिनानी।।45।।
बंदी छोड़ हमारा नामं। अजर अमर है अस्थीर ठामं।।46।।
जुगन जुगन हम कहते आये। जम जौंरा सें हंस छुटाये।।47।।
जो कोई मानें शब्द हमारा। भवसागर नहीं भरमें धारा।।48।।
या में सुरति शब्द का लेखा। तन अंदर मन कहो कीन्ही देखा।।49।।
दास गरीब अगम की बानी। खोजा हंसा शब्द सहदानी।।50।।
उपरोक्त अमृतवाणी का भावार्थ है कि आदरणीय गरीबदास साहेब जी कह रहे हैं कि यहाँ पहले केवल अंधकार था तथा पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी सत्यलोक में तख्त (सिंहासन) पर विराजमान थे। हम वहाँ चाकर थे। परमात्मा ने ज्योति निरंजन को उत्पन्न किया। फिर उसके तप के प्रतिफल में इक्कीस ब्रह्मण्ड प्रदान किए। फिर माया (प्रकृति) की उत्पत्ति की। युवा दुर्गा के रूप पर मोहित होकर ज्योति निरंजन (ब्रह्म) ने दुर्गा (प्रकृति) से बलात्कार करने की चेष्टा की। ब्रह्म को उसकी सजा मिली। उसे सत्यलोक से निकाल दिया तथा शाप लगा कि एक लाख मानव शरीर धारी प्राणियों का प्रतिदिन आहार करेगा, सवा लाख उत्पन्न करेगा। यहाँ सर्व प्राणी जन्म-मृत्यु का कष्ट उठा रहे हैं। यदि कोई पूर्ण परमात्मा का वास्तविक शब्द (सच्चानाम जाप मंत्र) हमारे से प्राप्त करेगा, उसको काल की बंद से छुड़वा देंगे। हमारा बन्दी छोड़ नाम है। आदरणीय गरीबदास जी अपने गुरु व प्रभु कबीर परमात्मा के आधार पर कह रहे हैं कि सच्चे मंत्र अर्थात् सत्यनाम व सारशब्द की प्राप्ति कर लो, पूर्ण मोक्ष हो जायेगा। नहीं तो नकली नाम दाता संतों व महन्तों की मीठी-मीठी बातों में फंस कर शास्त्र विधि रहित साधना करके काल जाल में रह जाओगे। फिर कष्ट पर कष्ट उठाओगे।
।।गरीबदास जी महाराज की वाणी।।
(सत ग्रन्थ साहिब पृष्ठ नं. 690 से सहाभार)
माया आदि निरंजन भाई, अपने जाऐ आपै खाई।
ब्रह्मा विष्णु महेश्वर चेला, ऊँ सोहं का है खेला।।
सिखर सुन्न में धर्म अन्यायी, जिन शक्ति डायन महल पठाई।।
लाख ग्रास नित उठ दूती, माया आदि तख्त की कुती।।
सवा लाख घडि़ये नित भांडे, हंसा उतपति परलय डांडे।
ये तीनों चेला बटपारी, सिरजे पुरुषा सिरजी नारी।।
खोखापुर में जीव भुलाये, स्वपना बहिस्त वैकंुठ बनाये।
यो हरहट का कुआ लोई, या गल बंध्या है सब कोई।।
कीड़ी कुजंर और अवतारा, हरहट डोरी बंधे कई बारा।
अरब अलील इन्द्र हैं भाई, हरहट डोरी बंधे सब आई।।
शेष महेश गणेश्वर ताहिं, हरहट डोरी बंधे सब आहिं।
शुक्रादिक ब्रह्मादिक देवा, हरहट डोरी बंधे सब खेवा।।
कोटिक कर्ता फिरता देख्या, हरहट डोरी कहूँ सुन लेखा।
चतुर्भुजी भगवान कहावैं, हरहट डोरी बंधे सब आवैं।।
यो है खोखापुर का कुआ, या में पड़ा सो निश्चय मुवा।
ज्योति निरंजन (कालबली) के वश होकर के ये तीनों देवता (रजगुण-ब्रह्मा, सतगुण-विष्णु, तमगुण-शिव) अपनी महिमा दिखाकर जीवों को स्वर्ग नरक तथा भवसागर में (लख चैरासी योनियों में) भटकाते रहते हैं। ज्योति निरंजन अपनी माया से नागिनी की तरह जीवों को पैदा करते हैं और फिर मार देते हैं। जिस प्रकार नागिनी अपनी दुम से अण्डों के चारों ओर कुण्डली बनाती है फिर उन अण्डों पर अपना फन मारती है। जिससे अण्डा फूट जाता है। उसमें से बच्चा निकल जाता है। उसको नागिनी खा जाती है। फन मारते समय कई अण्डे फूट जाते हैं क्योंकि नागिनी के काफी अण्डे होते हैं। जो अण्डे फूटते हैं उनमें से बच्चे निकलते हैं यदि कोई बच्चा कुण्डली (सर्पनी की दुम का घेरा) से बाहर निकल जाता है तो वह बच्चा बच जाता है नहीं तो कुण्डली में वह (नागिनी) छोड़ती नहीं। जितने बच्चे उस कुण्डली के अन्दर होते हैं उन सबको खा जाती है।
माया काली नागिनी, अपने जाये खात। कुण्डली में छोड़ै नहीं, सौ बातों की बात।।
इसी प्रकार यह कालबली का जाल है। निरंजन तक की भक्ति पूरे संत से नाम लेकर करेगें तो भी इस निरंजन की कुण्डली (इक्कीस ब्रह्मण्डों) से बाहर नहीं निकल सकते। स्वयं ब्रह्मा, विष्णु, महेश, आदि माया शेराँवाली भी निरंजन की कुण्डली में है। ये बेचारे अवतार धार कर आते हैं और जन्म-मृत्यु का चक्कर काटते रहते हैं। इसलिए विचार करें सोहं जाप जो कि ध्रुव व प्रहलाद व शुकदेव ऋषि ने जपा, वह भी पार नहीं हुए। क्योंकि श्री विष्णु पुराण के प्रथम अंश के अध्याय 12 के श्लोक 93 में पृष्ठ 51 पर लिखा है कि ध्रुव केवल एक कल्प अर्थात् एक हजार चतुर्युग तक ही मुक्त है। इसलिए काल लोक में ही रहे तथा ‘ऊँ नमः भगवते वासुदेवाय’ मन्त्र जाप करने वाले भक्त भी कृष्ण तक की भक्ति कर रहे हैं, वे भी चैरासी लाख योनियों के चक्कर काटने से नहीं बच सकते। यह परम पूज्य कबीर साहिब जी व आदरणीय गरीबदास साहेब जी महाराज की वाणी प्रत्यक्ष प्रमाण देती हैं।
अनन्त कोटि अवतार हैं, माया के गोविन्द। कर्ता हो हो अवतरे, बहुर पड़े जग फंध।।
सतपुरुष कबीर साहिब जी की भक्ति से ही जीव मुक्त हो सकता है।
जब तक जीव सतलोक में वापिस नहीं चला जाएगा तब तक काल लोक में इसी तरह कर्म करेगा और की हुई नाम व दान धर्म की कमाई स्वर्ग रूपी होटलों में समाप्त करके वापिस कर्म आधार से चैरासी लाख प्रकार के प्राणियों के शरीर में कष्ट उठाने वाले काल लोक में चक्कर काटता रहेगा। माया (दुर्गा) से उत्पन्न हो कर करोड़ों गोबिन्द(ब्रह्मा-विष्णु-शिव) मर चुके हैं। भगवान का अवतार बन कर आये थे। फिर कर्म बन्धन में बन्ध कर कर्मों को भोग कर चैरासी लाख योनियों में चले गए। जैसे भगवान विष्णु जी को देवर्षि नारद का शाप लगा। वे श्री रामचन्द्र रूप में अयोध्या में आए। फिर श्री राम जी रूप में बाली का वध किया था। उस कर्म का दण्ड भोगने के लिए श्री कृष्ण जी का जन्म हुआ। फिर बाली वाली आत्मा शिकारी बना तथा अपना प्रतिशोध लिया। श्री कृष्ण जी के पैर में विषाक्त तीर मार कर वध किया। महाराज गरीबदास जी अपनी वाणी में कहते हैं:
ब्रह्मा विष्णु महेश्वर माया, और धर्मराय कहिये।
इन पाँचों मिल परपंच बनाया, वाणी हमरी लहिये।।
इन पाँचों मिल जीव अटकाये, जुगन-जुगन हम आन छुटाये।
बन्दी छोड़ हमारा नामं, अजर अमर है अस्थिर ठामं।।
पीर पैगम्बर कुतुब औलिया, सुर नर मुनिजन ज्ञानी।
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धर्मराय की धूमा-धामी, जम पर जंग चलाऊँ।
जोरा को तो जान न दूगां, बांध अदल घर ल्याऊँ।।
काल अकाल दोहूँ को मोसूं, महाकाल सिर मूंडू।
मैं तो तख्त हजूरी हुकमी, चोर खोज कूं ढूंढू।।
मूला माया मग में बैठी, हंसा चुन-चुन खाई।
ज्योति स्वरूपी भया निरंजन, मैं ही कर्ता भाई।।
संहस अठासी दीप मुनीश्वर, बंधे मुला डोरी।
ऐत्यां में जम का तलबाना, चलिए पुरुष कीशोरी।।
मूला का तो माथा दागूं, सतकी मोहर करूंगा।
पुरुष दीप कूं हंस चलाऊँ, दरा न रोकन दूंगा।।
हम तो बन्दी छोड़ कहावां, धर्मराय है चकवै।
सतलोक की सकल सुनावें, वाणी हमरी अखवै।।
नौ लख पटट्न ऊपर खेलूं, साहदरे कूं रोकूं।
द्वादस कोटि कटक सब काटूं, हंस पठाऊँ मोखूं।।
चैदह भुवन गमन है मेरा, जल थल में सरबंगी।
खालिक खलक खलक में खालिक, अविगत अचल अभंगी।।
अगर अलील चक्र है मेरा, जित से हम चल आए।
पाँचों पर प्रवाना मेरा, बंधि छुटावन धाये।।
जहाँ ओंकार निरंजन नाहीं, ब्रह्मा विष्णु वेद नहीं जाहीं।
जहाँ करता नहीं जान भगवाना, काया माया पिण्ड न प्राणा।।
पाँच तत्व तीनों गुण नाहीं, जोरा काल दीप नहीं जाहीं।
अमर करूं सतलोक पठाँऊ, तातैं बन्दी छोड़ कहाऊँ।।
कबीर परमेश्वर (कविर्देव) की महिमा बताते हुए आदरणीय गरीबदास साहेब जी कह रहे हैं कि हमारे प्रभु कविर् (कविर्देव) बन्दी छोड़ हैं। बन्दी छोड़ का भावार्थ है काल की कारागार से छुटवाने वाला, काल ब्रह्म के इक्कीस ब्रह्मण्डों में सर्व प्राणी पापों के कारण काल के बंदी हैं। पूर्ण परमात्मा (कविर्देव) कबीर साहेब पाप का विनाश कर देते हैं। पापों का विनाश न ब्रह्म, न परब्रह्म, न ही ब्रह्मा, विष्णु, शिव जी कर सकते हैं। केवल जैसा कर्म है, उसका वैसा ही फल दे देते हैं। इसीलिए यजुर्वेद अध्याय 5 के मन्त्र 32 में लिखा है ‘कविरंघारिरसि‘ कविर्देव (कबीर परमेश्वर) पापों का शत्रु है, ‘बम्भारिरसि‘ बन्धनों का शत्रु अर्थात् बन्दी छोड़ है।
इन पाँचों (ब्रह्मा-विष्णु-शिव-माया और धर्मराय) से ऊपर सतपुरुष परमात्मा (कविर्देव) है। जो सतलोक का मालिक है। शेष सर्व परब्रह्म-ब्रह्म तथा ब्रह्मा-विष्णु-शिव जी व आदि माया नाशवान परमात्मा हैं। महाप्रलय में ये सब तथा इनके लोक समाप्त हो जाएंगे। आम जीव से कई हजार गुणा ज्यादा लम्बी इनकी उम्र है। परन्तु जो समय निर्धारित है वह एक दिन पूरा अवश्य होगा। आदरणीय गरीबदास जी महाराज कहते हैं:
शिव ब्रह्मा का राज, इन्द्र गिनती कहां। चार मुक्ति वैकुंण्ठ समझ, येता लह्या।।
संख जुगन की जुनी, उम्र बड़ धाारिया। जा जननी कुर्बान, सु कागज पारिया।।
येती उम्र बुलंद मरैगा अंत रे। सतगुरु लगे न कान, न भैंटे संत रे।।
चाहे संख युग की लम्बी उम्र भी क्यों न हो वह एक दिन समाप्त जरूर होगी। यदि सतपुरुष परमात्मा (कविर्देव) कबीर साहेब के नुमाँयदे पूर्ण संत(गुरु) जो तीन नाम का मंत्र (जिसमें एक ओ3म तत् सत् सांकेतिक हैं) देता है तथा उसे पूर्ण संत द्वारा नाम दान करने का आदेश है, उससे उपदेश लेकर नाम की कमाई करेंगे तो हम सतलोक के अधिकारी हंस हो सकते हैं। सत्य साधना बिना बहुत लम्बी उम्र कोई काम नहीं आएगी क्योंकि निरंजन लोक में दुःख ही दुःख है।
कबीर, जीवना तो थोड़ा ही भला, जै सत सुमरन होय। लाख वर्ष का जीवना, लेखै धरै ना कोय।।
कबीर साहिब अपनी (पूर्णब्रह्म की) जानकारी स्वयं बताते हैं कि इन परमात्माओं से ऊपर असंख्य भुजा का परमात्मा सतपुरुष है जो सत्यलोक (सच्च खण्ड, सतधाम) में रहता है तथा उसके अन्तर्गत सर्वलोक ख्ब्रह्म (काल) के 21 ब्रह्मण्ड व ब्रह्मा, विष्णु, शिव शक्ति के लोक तथा परब्रह्म के सात संख ब्रह्मण्ड व अन्य सर्व ब्रह्मण्ड, आते हैं और वहाँ पर सत्यनाम-सारनाम के जाप द्वारा जाया जाएगा जो पूरे गुरु से प्राप्त होता है। सच्चखण्ड (सतलोक) में जो आत्मा चली जाती है उसका पुनर्जन्म नहीं होता। सतपुरुष (पूर्णब्रह्म) कबीर साहेब (कविर्देव) ही अन्य लोकों में स्वयं ही भिन्न-भिन्न नामों से विराजमान हैं। जैसे अलख लोक में अलख पुरुष, अगम लोक में अगम पुरुष तथा अकह लोक में अनामी पुरुष रूप में विराजमान हैं। ये तो उपमात्मक नाम हैं, परन्तु वास्तविक नाम उस पूर्ण पुरुष का कविर्देव (भाषा भिन्न होकर कबीर साहेब) है।
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आध्यात्मिक जानकारी के लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी के मंगलमय प्रवचन सुनिए। Sant Rampal Ji Maharaj YOUTUBE चैनल पर प्रतिदिन 7:30-8.30 बजे। संत रामपाल जी महाराज जी इस विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। आप सभी से विनम्र निवेदन है अविलंब संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
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Jamshedpur theft - आजादनगर में महिला के घर से लाखों के जेवरात व नगदी की चोरी, बेटी, दामाद के खिलाफ शिकायत दर्ज
जमशेदपुर : जमशेदपुर के आजादनगर थाना क्षेत्र के ज़ाकिर नगर के अब्दुल कलाम रोड से 26 जुलाई को 10 तोला सोना और 12 लाख रुपए नगद की चोरी हो गयी. इस केस की प्राथमिकी 2 नवम्बर को दर्ज करायी गयी है. मामले में एफआईआर मदीना खातून ने दर्ज करायी है. उसका आरोप हे कि 26 जुलाई को दोपहर करीब 12 बजे उसके घर उनकी बेटी, दामाद, उनके बच्चे और एक लड़की आरफा आयी. सभी उसके घर में रुके. रात में उन लोगों ने उनके साथ भोजन…
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UTTARAKHAND SOLAR ENERGY NEWS
उत्तराखंड:- गढ़वाल जिलों में सौर ऊर्जा परियोजना को लेकर लोगो में दिख रहा है रुझाव , कई जगह ग्रिड फुल, बुनियादी ढांचे के लिए माँगा गया बजट-DYSUN SOLAR
DYSUN SOLAR
संक्षेप:-
गढ़वाल जिलों में सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट को लेकर लोगो में दिखा काफी उत्साह | UPCL ने शासन से इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने के लिए सरकार से मांगा बजट। उत्तरकाशी, टिहरी और अल्मोड़ा में सबसे ज्यादा सौर प्रोजेक्ट लग रहे हैं। सरकार द्वारा लायी गई योजना का लोग ले रहे है लाभ
विस्तार:-
उत्तराखंड के गढ़वाल जिलों में सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट लगाने को जबर्दस्त उत्साह नजर आ रहा है। उत्तरकाशी, टिहरी और अल्मोड़ा में सबसे ज्यादा प्रोजेक्ट लग रहे हैं। उत्तरकाशी व कई जगहों पर तो UPCL की क्षमता के हिसाब से ग्रिड फुल हो गई है। अब निगम ने सरकार से इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने के लिए बजट की मांग की है।
सरकार ने सौर ऊर्जा की नई योजना जारी की गई है। इसके तहत 20 kw से लेकर 200 किलोवाट तक के सोलर प्रोजेक्ट लगाए जा सकते हैं। पर्वतीय जिलों में सरकार इस योजना में 50% तक सब्सिडी दे रही है तथा महिला के नाम से प्रोजेक्ट होने पर 5% अतिरिक्त सब्सिडी दे रही है। इस योजना के तहत आप 20, 25, 50, 100 और 200 किलोवाट के सोलर प्लांट लगा सकते हैं। तथा प्रोजेक्ट लगाने पर यह आपकी आय का मुख्य स्रोत भी बनता है। जिससे आप 10,000 से लेकर 120,000 तक महीने की इनकम कर सकते है
पात्र व्यक्ति अपनी निजी भूमि या लीज पर जमीन लेकर सोलर प्लांट लगा सकते हैं तथा अपनी जमीन को सोर ऊर्जा लगाने के लीज़ पर भी दे सकते है | योजना के तहत केवल राज्य के स्थायी निवासी ही इस योजना का लाभ ले सकते है। उनकी आयु 18 साल से अधिक होनी चाहिए। योजना के तहत 50 किलोवाट के सोलर प्लांट के लिए 750-1000 वर्ग मीटर, 100 किलोवाट के लिए 1500-2000, 200 किलोवाट के लिए 3000-4000 वर्गमीटर जमीन जरूरी होगी। पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में जाएगा
योजना पर 50 हजार प्रति किलोवाट का खर्च अनुमानित होगा। 50 किलोवाट से 76000 यूनिट, 100 किलोवाट से 152000 और 200 किलोवाट से 304000 यूनिट बिजली सालाना यह पावर प्लांट बना कर देगा । योजना के तहत यूपीसीएल 25 साल के लिए बिजली खरीदेगा। जो भी बिजली यूपीसीएल के पास आएगी, उसका पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में जाएगा। जिसका पर यूनिट 4.64 रूपए के हिसाब से सरकार पे करेगी | इसका असर नजर आ रहा है। उत्तरकाशी में लोग इस योजना का लाभ ले रहे है तथा उनकी आय का एक मुख्य स्त्रोत भी बन चुका है | आलम ये है कि उत्तरकाशी में तो अब नए प्रोजेक्ट की गुंजाइश ही नहीं बची है।
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ऐसे समझें प्रोजेक्ट से कमाई का गणित
अगर आप 50 किलोवाट का प्रोजेक्ट लगाते हैं तो इस पर कुल खर्च 25 लाख का होगा। इससे सालाना 76 हजार यूनिट बिजली पैदा होगी। कुल 17 लाख 50 हजार रुपये का लोन मिलेगा। एमएसएमई योजना के तहत 7 लाख 50 हजार की सब्सिडी मिलेगी। बिजली वर्तमान 4.49 रुपये प्रति यूनिट की दर से बेचने पर सालाना 3 लाख 41 हजार 240 की कमाई होगी। सालाना 35 हजार का खर्च मेंटिनेंस का होगा। माहवार किश्त 9,557 रुपये और कमाई 15,963 रुपये होगी। लोन खत्म होने के बाद माहवार कमाई 25,520 रुपये हो जाएगी।
प्रोजेक्ट को लेकर जरूरी दस्ता��ेज:-
1.नाम 2. आधार कार्ड 3.एड्रेस 4.पिन कोड 5.कैपेसिटी 6. कांटेक्ट नंबर 7.इ-मेल ID 8. लोकेशन ऑफ़ प्लांट 9.यूनिट नाम 10.डेट ऑफ़ बर्थ 11. पैन नंबर 12.खसरा नंबर 13.यूनिट एड्रेस 14. लैंड डिटेल 15. NOC फ्रॉम कस्टमर 16.डोमिकिले
अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते है तो ���ीचे दी गए हमारी वेबसाइट पर जाकर हमसे जुड़े |
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे:-
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Day☛1355(i)✍️+91/CG10☛Bsp☛12/07/24 (Fri) ☛ 21:58
आज ऑफिस तो नही गया था, कल ही declear कर दिया था कि आज ऑफिस नहीं जाऊंगा, बॉस के घर वार्षिक कार्यक्रम चल रहा है, न्योता हमें भी मिला था। बारिश मौसम खराबी के चलते हम नही जा सका।
अर्थ फाऊंडेशन के कुछ काम को कर रहा हुं ,अभी तो इंट्री बहुत ज्यादा बचा है, समय मिलने पर वो भी पूरा हो जाएगा यार।
म्यूचुअल फंड में पैसा निवेश करने का बहुत बड़ा फायदा है, आज उसके फायदे के बारे में हिसाब किया, नतीजा चौकाने वाला था, मात्र 2.40 लाख सालाना जमा करने पर 50% सालाना ब्याज पर 5 साल बाद मूलधन मिश्रित राशि 18,22,500 ₹..... सच में निवेश का फायदा चमत्कारी है, जिसने कंपाउंडिंग के सिद्धांत को समझा वही धनाढ्य बना है, अति शीघ्र उस पर अमल किए जाना चाहिए।
एक नज़र इन दो परियों को तो देखो, साथ मिलकर खेल रही है......😊👍💕😘
साची और प्रिंसेस
Okay good night 🌃
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