#10 चमत्कारिक
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होमो सेपियंस
आज हम होमो सेपियंस की एक उन्नत प्रजाति है, जो हजारों वर्षों के प्रगति और उन्नति के बाद इस मुकाम पर पहुंची है। हम मनुष्य की एक फाइटर जाती है जो बाकी मनुष्य प्रजातियां जैसे होमो निएंडरथल, होमो हबीलिस जैसे अन्य प्रजातियों से संघर्ष करके जीवित रही है। विशेषज्ञ मानते है कि हमारी अकारण बात करने की और चुगली करने की आदत से ही हम बच पाए। बाकी होमो प्रजातियां जितना कम का होता होगा उतना ही बोलते थे पर हम बिना कम के जो बकबक करते रहते है यही हमारी बचने की सबसे बड़ी वजह बनी। जब हमने आग की खोज कर ली होगी उसके बाद का जीवन बहुत हद तक आसान हो गया होगा। आग में मांस सेकते हुए कैंप फायर की तरह पूरा झुंड आग के आजू बाजू बैठता होगा और गप लगता होगा। इसी से नए किस्से कहानियां जन्म लेती होगी। यही से नए विचार का आदान प्रदान हुआ होगा। यहां तक कि ईश्वर और धर्म की संकल्पना भी यही जन्मी होगी। इसी झुंड को इकठ्ठा रखने के लिए नए कानून और रूल्स बने होंगे। जिसमे किसी चमत्कारी आसमानी ताकत का भय जरूर रखा होगा कि यह गलत काम करोगे तो वो शक्ति तुमको सजा देगी। यही से धर्म की स्थापना ��ुई होगी। शुरुवाती स्वरूप बस झुंड को एकसंग बंधे रखना ही इसका मतलब होगा। पर बाद में जब मुखिया या पुरोहित का वर्चस्व बढ़ा होगा तो उसे भी भगवान का समकक्ष दर्जा मिला होगा और वही से कर्मकांड और सत्ता उपभोगने का चलन शुरू हुआ होगा। हर कोई अपने किस्से कहानी में और चमत्कारिक तेल मसाला लगा के तड़का मार के बाते सुनता होगा जो बाद में चमत्कारी कहानियों में परिवर्तित हो गया होगा और बाद में उसी पे आधारित धार्मिक पुस्तकों ने जन्म लिया होगा। हर झुंड के मुखिया और कुछ मुख्य सदस्यों ने नियमावली का एक संग्रह बनाया होगा जिसमें झुंड के सदस्यों ने क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए इसपर निर्देश और नियम बनाए होंगे और बाद में सभी की मान्यता और सब पर थोपने के लिए उसे आसमानी दैवी किताब के रूप में प्रचलित किया होगा। जब दो झुंड आपस में टकराते होंगे तो दोनों झुंड के देवता और कुछ नियम एक दूसरे के किताबों में शामिल किए जाते होंगे। और कुछ इसी प्रकार धर्म, देवता, दानव, शैतान आदि का उद्गम हुआ होगा। ये सब शायद प्राचीन मानव ने खेती करना शुरू करने के बाद ही शुरू हुआ होगा। क्योंकि जब पेट भरा होता है तभी ये सब कल्पना दिमाग में जन्म लेती है। भूखा आदमी कभी धर्म और अध्यात्म के बारे में नहीं सोचता। कुछ 10 हजार साल पहले शुरू हुआ ये धर्म का सफर अब और कट्टर बन चुका है। और भी जादा घातक, खूनी और अराजक।
#homosapiens#Religions#development
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💥शिव, शिवलिंग और जुड़े रहस्य 💥
👉शिव कौन है? इस चित्रण में शिव को एक इंसान के रूप बनाया गया था, या भारतीय प्राचीन ऋषियों द्वारा मानव जाति के लिए इस ब्रह्मांडीय चेतना को समझने के लिए यह चित्र नियोजित किया गया था, । हम इस चित्रण के प्रत्येक पहलू का विश्लेषण करते हैं:
👉1. गंगा नदी सिर से बह रही है - जिसका अर्थ है; किसी भी व्यक्ति, जिसका शुद्ध विचार 365 दिनों के लिए एक सहज निर्बाध ढंग से व्यक्त किया जा रहा है; और जो कोई इस तरह के प्रवाह में एक डुबकी लेता है, दैवीय शुद्ध हो जाता है।
👉2. माथे पर आधा चाँद - जिसका अर्थ है; मन और अनंत शांति के साथ चित्त संतुलन।
👉3. तीसरा नेत्र - जिसका अर्थ है; जो अमोघ अंतर्ज्ञान की शक्ति के अधिकारी और भौंहों के मध्य से ब्रह्मांड को अनुभव-दर्शन करने की क्षमता है।
👉4. गले में नाग - जिसका अर्थ है; एकाग्रता की शक्ति और सांप की तीव्रता के साथ ध्यान में तल्लीन।
👉5. शरीर राख में लिपटे - किसी भी क्षण में मृत्यु के आगमन के बारे में मनुष्य को भूल नहीं।
👉6. शिव द्वारा त्रिशूल की पकड़ - जिसका अर्थ है; ब्रह्मांड सर्वव्यापी परमात्मा् की शक्ति द्वारा आयोजित किया जाता है और यह ब्रह्मांड मौलिक तीन क्षेत्रों (भौतिक, सूक्ष्म और कारण) में विभाजित है; जो अस्तित्व के आयाम हैं।
👉7. डमरू त्रिशूल से बंधा - जिसका अर्थ है्; स्पंदन इस पूरे ब्रह्मांड की प्रकृति में है और सब कुछ आवृत्तियों में भिन्नता से बना है; सभी तीन क्षेत्र विभिन्न आवृत्तियों के बने होते हैं और ब्रह्मांडीय चेतना द्वारा प्रकट, एक साथ बंधे हैं।
👉8. शिव ऋषियों और राक्षसों के साथ समान रूप से हैं - जिसका अर्थ है; निरपेक्ष चेतना या परमात्मा सभी आत्माओं का एकमात्र स्रोत है, इस प्रकार, अपने सभी बच्चों को प्यार करता है। हमारे कर्म हमें असुर या देवता बना रहे हैं।
👉9. शिव के साथ नशा - जिसका अर्थ है; शिव (कूटस्थ चेतना) के साथ एक आत्मा के मिलन के समय में चमत्कारिक नशा, शराब की बोतलों के कई लाख से अधिक है।
10 कैलाश शिव का वास है - जिसका अर्थ है; शांत वातावरण में आध्यात्मिकता का घर है। शिव अकेले हिंदुओं के लिए नहीं हैं।
👉11. पार्वती शिव की पत्नी हैं - प्रकृति और ब्रह्मांडीय चेतना सदा एक दूसरे से विवाहित हैं। दोनों एक दूसरे से सदा अविभाज्य हैं। प्रकृति और परमात्मा का नृत्य एक साथ, क्योंकि, पूर्ण निरंतर चेतना (परम सत्य) ब्रह्मांडीय चक्र की शुरुआत में द्वंद्व पैदा करते हैं।
👉12. शिव योगी हैं - वह निराकार सभी रूपों में है। समाविष्ट आत्मा ( जीव), योग के विज्ञान के माध्यम से ब्रह्मांडीय चेतना के साथ एकता को प्राप्त करने के लिए है। योग ही उसका सिद्धांत है।
👉13. ज्योतिर्लिंग ही शिव का प्रतीक है - लिंग एक संस्कृत शब्द है और इसका अर्थ "प्रतीक" होता है। ब्रह्मांडीय चेतना भौंहों के मध्य में गोलाकार प्रकाश के रूप में प्रकट होती है। यह आत्मबोध या आत्मज्ञान के रूप में कहा जाता है। समाविष्ट आत्मा प्रकृति के द्वंद्व और सापेक्षता की बाधाओं को पार करती है और मुक्ति को प्राप्त होती है।
👉14. शिवलिंग पर दूध डालना - सर्वशक्तिमान भगवान से प्रार्थना करना ; भौंहों के मध्य में, मेरे अंधकार को दूधिया प्रकाश में बदलना।शिवलिंग आमतौर पर काला इसलिए होता है क्योंकि साधारण मनुष्य के भ्रूमध्य में अन्धकार होता है जिसको दूधिया प्रकाश में बदलना ही मानव का वेदानुमत सर्वोत्तम कर्म है। इसका गीता में भी उल्लेख है।
👉15. शिवलिंग पर धतूरा प्रसाद - भगवान से प्रार्थना, आध्यात्मिक नशा करने के लिए अनुदान।
👉16. शिव महेश्वर हैं - शिव परमेश्वर ( पारब्रह्म ) नहीं है, क्योंकि परम चेतना अंतिम वास्तविकता है जो सभी कंपन से परे है। कूटस्थ चैतन्य एक कदम पहले है।
👉17. नंदी शिव के वाहन के रूप में - सांड धर्म का प्रतीक है। इस जानवर में लंबे समय तक के लिए बेचैनी के बिना शांति के साथ स्थिर खड़े़े रहने की अद्वितीय और महत्वपूर्ण विशेषता है। स्थिरता - आध्यात्मिकता का वाहन है।
👉18. बाघ की छाल का आसन - प्राणिक प्रवाह का भूमि में निर्वहन रोकना आवश्यक।
👉19. शिवलिंग की नंदी की सीगों के मध्य से दर्शन की प्रथा - नंदी की सींगें भौहों की प्रतीक हैं, जिनके मध्य ज्योति जागृत करने का लक्ष्य साधना।
👉20. राम और कृष्ण शिव भक्त - जब आकार में निराकार अवतरित होता है, मनुष्य के लिए अपनी असली पहचान स्थापित करता है।
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*🚩🔱ॐगं गणपतये नमः 🔱🚩*
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल (द्वितीया तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
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※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक :-03-अगस्त-2023
��ार:--------गुरुवार
तिथी :-----02द्बितिया:-16:17
पक्ष :------कृष्णपक्ष
माह:------द्बितिया श्रावण
नक्षत्र :-----धनिष्ठा:-09:56
योग:------सौभाग्य:-10:18
करण:-----तैतिल:-06:10
चन्द्रमा:-----कुम्भ
सुर्योदय:-----06:08
सुर्यास्त:------19:20
दिशा शूल-----दक्षिण
निवारण उपाय:----राई का सेवन
ऋतु :---------------वर्षा-ऋतु
गुलीक काल:---09:16से 10:55
राहू काल:-----14:11से15:50
अभीजित------12:00से12:56
विक्रम सम्वंत .........2080
शक सम्वंत ............1945
युगाब्द ..................5125
सम्वंत सर नाम:-----पिंगल
🌞चोघङिया दिन🌞
शुभ:-06:08से07:46तक
चंचल:-11:04से12:43तक
लाभ:-12:43से14:22तक
अमृत:-14:22से16:01तक
शुभ:-17:40से19:20तक
🌗चोघङिया रात🌓
अमृत:-19:20से20:41तक
चंचल:-20:41से22:12तक
लाभ:-00:49से02:10तक
शुभ:-03:27से04:48तक
अमृत:-04:48से06:09तक
आज के विशेष योग
वर्ष का134वा दिन, भद्रा प्रारंभ 26:29, पंचक, सूर्य आश्लेषा पर 15:53 संग चं.सू.स्त्री पु.वाहन महिष, वर्षा
🙏🪷वास्तु टिप्स🪷🙏
गुरुवार के दिन केले के पेड़ में हल्दी चढ़ाएं।
सुविचार
जब तक तुम और तुम्हारी पहचान अस्तित्व में नहीं है तब तक तुम किसी के लिए कुछ नहीं हो..👍 राधे राधे...
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
☀️ मेष राशि :- आज जो लोग दूसरे के लिए मांगते हैं, उन्हें कभी अपने लिए नहीं मांगना पड़ता। माता के स्वास्थ की चिंता रहेगी। किसी के बहकाने से अपने संबंध ना तोड़ें। पैर में चोट लग सकती है।
☀️ वृषभ राशि :- आज जिन लोगों का सहयोग आपने किया था, आज वे ही आपसे मुंह फेर रहे हैं। स्वास्थ्य बिगड़ सकता है, अपनी सेहत का ध्यान रखें। नए भवन में जाने के योग हैं।
☀️ मिथुन राशि :- आज अपने स्वभाव में परिवर्तन लाना बहुत जरूरी है। कार्यस्थल पर योजना लाभप्रद रहेगी। पड़ोसियों की मदद करनी पड़ सकती है। क्रोध की अधिकता से परिजन नाखुश होंगे। शेयर बाजार में निवेश से लाभ होगा।
☀️ कर्क राशि :- आज किसी के बहकावे में आप बहुत जल्द आ जाते हैं। समय रहते जरूरी कार्य पूरे करें। निजी जीवन में दूसरों को प्रवेश न दें। पिता के व्यवहार से म��� मुटाव होगा। जीवनशैली म���ं परिवर्तन के योग हैं। पुरानी दुश्मनी के चलते विवाद संभव है।
☀️ सिंह राशि :- आज सोचे हुए कार्य समय पर होंगे, जिससे मन प्रसन्न रहेगा। अपने वाक् चात��र्य से सभी काम आसानी से करवा लेंगे। कार्यस्थल पर अपनी अलग पहचान स्थापित करेंगे। प्रेम-प्रसंग के चलते मन उदास रहेगा।
☀️ कन्या राशि :- आज आपकी कार्यक्षमता में वृद्धि होगी। जीवनशैली में आये परिवर्तन से खुश होंगे। आजीविका के नए स्त्रोत स्थापित होंगे। पारिवारिक सौहार्द बना रहेगा। मांगलिक समारोह में सक्रिय भूमिका रहेगी।
☀️ तुला राशि :- आज आपको अपने हिसाब से जिंदगी जीना पसंद है। जो लोग आपके कार्यों की सराहना करते थे, वे आपका विरोध करेंगे। भवन-भूमि के विवादों का अंत होगा। पिता के व्यवसाय में रूचि कम रहेगी।
☀️ वृश्चिक राशि :- आज समय रहते अपने कार्य पूर्ण करें। पारिवारिक लोगों का सहयोग न मिलने से कार्य प्रभावित होंगे। घर में वास्तु अनुरूप परिवर्तन करें, तो पारिवारिक तनाव खत्म होगा। फैक्ट्री में प्रवेश द्वार पर पंचमुखी हनुमान की तस्वीर लगायें, चमत्कारिक लाभ होगा।
☀️ धनु राशि :- आज व्ययस्ता के कारण सेहत को न भूलें। अपने जीवन-साथी से नम्रता से बात करें और आप दोनों की वार्तालाप में स्नेह झलके न की बनावटी बातें करें। वाणी में मधुर रहें, यात्रा के योग हैं।
☀️ मकर राशि :- आज सेहत को नजरअंदाज न करें। आनावाश्यक किसी को परेशान करना अच्छी बात नहीं है। मेहमानों की खातिरदारी करनी पड़ेगी। अपने संपर्कों से रुके कार्य पूरे होंगे। बहनों के विवाह की चिंता रहेगी।
☀️ कुंभ राशि :- आज जल्दबाजी में किये फैसलों से भारी नुकसान हो सकता है। परिवार में आपकी बातों को सुना जायेगा। धार्मिक कार्यक्रमों में सहभागिता होगी। जीवन-साथी के स्वास्थ्य में सुधार होगा। परीक्षा परिणाम अनुकूल होगा।
☀️ मीन राशि :- आज तक समय से पहले और भाग्य से ज्यादा किसी को नहीं मिला। अपने बारी का इंजतार करें। संतान के सहयोग से कार्य पूरे होंगे। नए लोगों से संपर्क बनेंगे, जो भविष्य में लाभदायक रहेगा। वाहन सुख संभव है।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
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नींबू और मिर्च का गोरख-धंधा। नमस्कार दोस्तों, आज में बात करने जा रहा हूँ नींबू और मिर्च के गोरख धंदे की। शनिवार आते ही लगता है शनिदेव ने जैसे अपनी झोली में से लाखों नींबू और मिर्च लटकाने बालों को धरती पर भेज दिया है। हर तरफ सफ़ेद कपडे पहने हुए लोग और उनके हाथो में नींबू और मिर्च की माला। भारत एक सांस्कृतिक और विकसित देश है। लेकिन यहां अब भी व��ज्ञानिक तथ्यों से ज्यादा अंधविश्वास पर ही विश्वास किया जाता है। लोग अपने आप को बुरी आपदाओं से बचाने लिए अंधविश्वास से जुड़ी हर चीजों को मानते हैं। भारत में नींबू मिर्च को एक धागे में पिरोकर घरों, गाड़ियों , दुकानों और रिक्शा में भी लटकाना एक आम बात है, जो अक्सर हमें कही न कही देखने को मिलती है। …
#घर और ऑफिस में आखिर क्यो लटकाते है नींबू-मिर्च#निम्बू और हरी मिर्च का चमत्कारी टोटका#निम्बू मिर्च घर के बाहर लटकाने का कारण ?#नींबू और मिर्च का गोरख-धंधा।#नींबू के 10 चमत्कारिक टोटके#सड़क पर गिरे नींबू-मिर्च पर नहीं रखना चाहिए पांव#India#Nimbu Mirchi
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Bigde Kaam Banane Ka Mantra
Bigde Kaam Banane Ka Mantra
Bigde Kaam Banane Ka Mantra , ” Maanav Apane Poorvaarjit Karmaphalon Ke Anuroop Is Janm Mein Sukh-Dukh Bhogata Hai. In Sukh-Dukhon Ka Sanket Janmapatrika Se Praapt Hota Hai. Janmapatrika Mein Grah Balee Evan Shubh Sthiti Mein Hon, To Vyakti Ko Sukh Praapt Hota Hai, Vaheen, Ve Nirbal Evan Ashubh Sthiti Mein Hon, To Dukhon Ke Adhikata Rahatee Hai. Grahaadoshajany In Dukhon Ko Kuchh Had Tak Kam Kiya…
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#10 चमत्कारिक#9 फूल वाले लौंग#bigde kaam banane ka mantra#Bigde Kaam Banane Ka tarika#Bigde Kaam Banane Ka Upay#bigde kaam banane ki dua#business me safalta ke upay#har kam hone ki dua#interview me safalta ke upay#jivan me safalta in hindi#kaam pura hone ka mantra#kam banane ke upay#kapoor ke chamatkari upay#karya safalta ke upay#long ke totke hindi#naukri mantra in hindi#nimbu ke totke hindi#pariksha mein safalta ke upay#ruke hue kaam ke liye mantra#ruke hue kaam ki dua#ruke kaam banane ke upay#safalta ka mool mantra in hindi essay#safalta ka rahasya in hindi#safalta ke 28 mantra in hindi#safalta ke mantra in hindi pdf#safalta ke niyam#safalta ke upay#safalta ke upay hindi me#safalta ke upay in hindi#safalta pane ke tips in hindi
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Totke ���ैसा बरसाने Ka 10 चमत्कारिक टोटके, Jo भिखारी Ko भी मालामाल Kar दे//
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।। नमो नमः ।। ।।भाग्यचक्र ।। आज का पञ्चाङ्ग :- संवत :- २०७९ दिनांक :- 28 अगस्त 2022 सूर्योदय :- 06:08 सूर्यास्त :- 18:49 सूर्य राशि :- सिंह चंद्र राशि :- सिंह मास :- भाद्रपद तिथि :- प्रतिपदा ( प्रतिपदा तिथि दोपहर 14:46 तक तत्पश्चात द्वितीया तिथि ) वार :- सूर्यवार नक्षत्र :- पूर्वाफाल्गुनी योग :- सिद्ध करण :- बव अयन:- दक्षिणायन पक्ष :- कृष्ण ऋतू :- वर्षा लाभ :- 09:17 - 10:52 अमृत:- 10:53 - 12:28 शुभ :- 14:03 - 15:38 राहु काल :- 17:14 - 18:49 जय महाकाल महाराज :- *गणेशोत्सव:-* *वक्रत��ण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।* *निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥* 31 अगस्त 2022 से 09 सितंबर 2022 तक। *गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ* प्रथम पूज्य भगवान श्रीगणेश समस्त विघ्न बाधाओं का नाश करने वाले देवता हैं। इन्हीं को समर्पित एक वैदिक प्रार्थना है *गणपति अथर्वशीर्ष*। इसमें भगवान श्रीगणेश में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों का वास मानते हुए जीवन के समस्त दुखों को हरने की प्रार्थना की गई है। यह एक ऐसा चमत्कारिक स्तोत्र है जिसका नियमित पाठ करने से जीवन के समस्त संकटों का नाश हो जाता है। गणपति अथर्वशीर्ष स्तोत्र के पाठ से मनुष्य के जीवन में सर्वांगीण उन्नति होती है। सभी प्रकार के विघ्न बाधाएं दूर होती है। व्यापार या नौकरी में उन्नति होती है। आर्थिक समस्या दूर होने के साथ समृद्धि बढ़ती है। विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में आ रही रुकावटें दूर होती है। विचारों से नकारात्मकता खत्म होती है और पवित्रता आती है। शत्रु से व न्यायालय में विजय की प्राप्ति हेतु। मनुष्य ऐश्वर्यवान, धनवान व बुद्धिमान बनता है। उज्जैन अवंतिका तीर्थ में इन पवित्र सिद्धिदायक दस दिवसीय गणपति उत्सव में नित्य ब्राह्मणों द्वारा यजमानो की समस्त मनोकामनाओ की सिद्धि हेतु नित्य यथाशक्ति उनके निमित्त संकल्प के माध्यम से गणपति अथर्वशीर्ष के पाठ किए जातें हैं। *यदि आपमे से भी कोई इस दस दिवसीय उत्सव में अपने व अपने प्रियजनों की मनोकामनाओ की पूर्ति हेतु भगवान विघ्नहर्ता गणपति जी के अथर्वशीर्ष के पाठ करवाना चाहतें है तो हमसे 9522222969 पर कॉल करके या व्हाट्सएप्प के माध्यम से सम्पर्क कर सकते है।* नारायण नारायण। आज का मंत्र :- ""|| ॐ घृणि सूर्याय नमः।। ||"" *🙏नारायण नारायण🙏* जय महाकालेश्वर महाराज। माँ महालक्ष्मी की कृपा सदैव आपके परिवार पर बनी रहे। 🙏🌹जय महाकालेश्वर महाराज🌹🙏 महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग का https://www.instagram.com/p/ChyhkxxrCI5/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्रजी के चमत्कार की 10 बातें
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्रजी के चमत्कार की 10 बातें
Pandit dhirendra krishna garg : आजकल बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र गर्ग बहुत चर्चा में है। कहते हैं कि वह लोगों के मन की बात जानकर उनकी समस्या का समाधान कर देते हैं। ऐसा दावा है कि रामकथा के साथ ही वे दिव्य दरबार लगाते हैं, जिसमें वे चमत्कारिक रूप से लोगों के दु:ख दूर करते हैं। आओ जानते हैं उनके चमत्कार की 10 खास बातें। बागेश्वर धाम सरकार का दिव्य दरबार- Bageshwar dham sarkar divya darbar)…
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🚩 पाश्चात्य संगीत ( तामसिक संगीत) जैसे राॅक व पाॅप से जीवन-शक्ति (lifeforce) का ह्रास होता है। शास्त्रीय संगीत (सात्त्विक संगीत) से जीवन-शक्ति का अद्भुत विकास होता है।
🚩 पंडित शारंगदेव कृत 'संगीत रत्नाकर' ग्रंथ में संगीत को '' गीतम्, वादयम् तथा नृत्यं त्रयं संगीतमुच्यते " कहा है। गायन, वाद्य वादन एवं नृत्य - तीनों कलाओं के समावेश को संगीत के रूप में परिभाषित किया है। वेदों में सामवेद सम्पूर्ण दिव्य संगीत पर आधारित है। देवताओं में संगीत सभी को प्रिय है।
🚩 भगवान् शिव को डमरू प्रिय है, भगवान् श्रीकृष्ण को वंशी प्रिय है, देवी सरस्वती को वीणा प्रिय है व देवर्षि नारद जी को वीणा व करताल प्रिय है। देवी पार्वती को मृदंग प्रिय है। शंखनाद तो सभी को प्रिय है। सभी मन्दिरों में घंटनाद आरती का आवश्यक भाग है। यह सभी सात्त्विक संगीत के वाद्य यंत्र हैं। जो शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को लाभ पहुँचाते हैं। विश्वभर में सात्त्विक संगीतकार प्रायः दीर्घायुषी पाये जाते हैं।
🚩 आइए, आज हम संगीत की दिव्य प्रभावों से परिचित हों। कान द्वारा शास्त्रीय संगीत श्रवण से लाभ होता ही है अपितु कान बंद करवा के किसी व्यक्ति के आगे शास्त्रीय संगीत बजाया जाय तो भी संगीत के स्वर व ध्वनि की तरंगें उसके शरीर को स्पर्श कर जीवन-शक्ति को बढाती हैं। इस प्रकार शास्त्रीय संगीत आरोग्यता के लिए भी लाभदायी है।
🚩 जलप्रपात ( झरनों के कल-कल, छल-छल मधुर ध्वनि ), सागर की गमनागमन करती लहरें व पक्षियों का कलरव, गौ माता का रँभाना, वृक्ष के पत्तों से टकराकर गुज़रती शीतल पवन से जीवन-शक्ति का विकास होता है। इस से प्राणशक्ति की वृद्धि होती है, तनाव क्षीण होता है व कार्यक्षमता बढती है।
🚩 पाश्चात्य संगीत ( Rock music, Pop music played in bars & clubs) बजाने वाले व सुनने वाले की जीवन-शक्ति क्षीण होती है। डाॅ. डायमण्ड के प्रयोगों से यह सिद्ध हुआ है कि सामान्यतया हाथ का एक स्नायु 'डेल्टोइड' 40-45 किलोग्राम भार वहन कर सकता है। जब राॅक संगीत बजता है तब उसकी क्षमता मात्र 10-15 किलोग्राम भार वहन करने की रह जाती है। इस संगीत के लगातार सम्पर्क में रहने से उच्च रक्तचाप, हिंसक प्रवृत्ति, कर्ण रोग, यौन अपराध, हिस्टीरिया, आत्महत्या व कई प्रकार के मानसिक रोगों को उत्पन्न करता है। उदाहरण के तौर पर हंगेरी के धूर्त संगीतकार रेजसो सेरेस की ��चना ग्लूमी संडे सुनकर कई युवाओं ने आत्महत्या कर ली है। फिर कई देशों ने इस गाने को प्रतिबंधित कर दिया।
🚩 भारतीय शास्त्रीय संगीत सम्पूर्ण विश्व में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर चुका है और इसके अद्भुत वैज्ञानिक प्रभावों से वैज्ञानिक भी हतप्रभ हैं। भारतीय शास्त्रीय संगीत का जन्म सत्ययुग में हुआ था। संसार के अद्वितीय ग्रंथ, श्रीमद्भगवद्गीता को भगवान् श्रीकृष्ण ने बोल कर नहीं बल्कि गाकर सुनाया था, इसीलिए इसे गीता कहते हैं। गायत्री मंत्र के जापक को भी गायक कहा जाता है। गायत्री मंत्र बोला नहीं बल्कि गाया जाता है।
🚩 शास्त्रीय संगीत के सात स्वरों की उत्पत्ति भी जानना महत्त्वपूर्ण है।
'सा' की उत्पत्ति मोर के स्वर से,
'रे' की उत्पत्ति ऋषभ यानि नंदी से,
'ग' की उत्पत्ति अज यानि भेड़ से,
'म' की उत्पत्ति क्रौंच पक्षी से,
'प' की उत्पत्ति कोयल से (कहा भी जाता है पंचम स्वर से कोयल बोले),
'ध' की उत्पत्ति धैवत यानि घोड़े से,'नि' की उत्पत्ति हाथी से हुई है
उल्लेखनीय है यह सभी प्राणी केवल एक स्वर से ही बोल सकते हैं जबकि मनुष्य सारे स्वरों में गा सकता है। इन सप्त स्वरों का सकारात्मक शरीर के दिव्य सप्त चक्रों का विकास करता है।
🚩 भारतीय शास्त्रीय संगीत की महिमा का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि विधर्मी अकबर के दरबार में, नवरत्नों में शामिल तन्ना मिश्रा (तानसेन) जब राग मल्हार गाते थे तब आगरा में वर्षा हो जाती थी और जब राग दीपक गाया तो बुझे दीप स्वयं प्रज्वलित हो जाते थे। तन्ना मिश्रा के गुरू बैजू बावरा ने उनका अंहकार नष्ट करने के लिए एक दिव्य राग गाया तो दरबार में रखी पत्थर की शिला द्रवीभूत होकर पिघल गयी थी
🚩 शास्त्रीय संगीत ईश्वरोपासना का एक सुन्दर माध्यम भी है। इससे आत्मिक शांति तो मिलती ही है साथ ही ईश्वर को भी प्राप्त किया जा सकता है। प्राचीन भारत में एक प्रथा के रूप में मन्दिरों के प्रांगण में शास्त्रीय संगीत की कला सिखायी जाती रही थी। उत्तर भारत के अधिकांश मंदिरों को क्रूर यवनों ने नष्ट कर दिया था, इसीलिए यह प्रथा यहाँ कुछ शाही घरानों व गुरूकुलों तक ही रह गयी। दक्षिणी भारत में यह प्रथा अब भी अपने मध्यम स्वरूप में है।
🚩 बीसवीं सदी में पं. ओंमकारनाथ ठाकुर ने राग पूरिया गाकर के चमत्कारिक गायन से इटली के शासक मुसोलिनी को अनिद्रा रोग से मुक्ति दिलवायी थ���।
🚩 प्रसिद्ध सितार वादक रविशंकर के राग भैरवी के गायन से निबद्ध रचना सुनायी गयी। राग के प्रभाव से आँवला व सीताफल सरीखी फल प्रजातियों के बीजों में अंकुर फूटने की दर में 9 % की वृद्धि दर्ज की गयी।
🚩 भारतीय शास्त्रीय संगीत की ��िशेषता है राग पद्धति जो किसी कलाकार की व्यक्तिगत प्रतिभा को सामने लाती है। स्वर तथा ताल किसी न किसी रूप में चाहे वो अपने अधम स्वरूप ( lowest quality) में ही हो, विश्व के सभी संगीत में विद्यमान है लेकिन राग पद्धति केवल भारतीय शास्त्रीय संगीत की विशेषता है।
🚩 राग का मूल अर्थ है रँगना अर्थात् रंग देने की प्रक्रिया। राग मानव चित्त को अपने रंग में रंग देता है जिससे मानव चित्त प्रसन्न हो उठता है। सभी रागों के गायन का एक समय होता है। यह एक वैज्ञानिक कारण है जिससे राग का प्रभाव अपने पूर्ण प्रभाव का दर्शन कराये। रागों के श्रवण से कई लाभ भी होते हैं। पश्चिमी लोग इन रागों के अभ्यास अथवा श्रवण से अपनी आरोग्यता बढा रहे हैं। भारतीय तो अपने प्राचीन गौरव को लगभग विस्मृत कर चुके हैं। ऐसे दस रागों के माहात्म्य को जानेंगे।
🚩 हिंडोला राग का गायन वसंत ऋतु के प्रभातकाल में होता है। सकारात्मक मनोदशा का निर्माण करना इसकी विशेषता है। इसके श्रवण से उच्च रक्तचाप व गठिया का निवारण होता है।
🚩 कल्याणी राग का गायन रात्रि के प्रथम प्रहर में होता है। साहस और प्रेम की उत्पत्ति करना इसकी विशेषता है। यह तनाव व भय को दूर कर के आत्मविश्वास को जगाता है।
🚩 कांबोजी राग का गायन प्रातः व रात्रि के प्रथम प्रहर में होता है। आनंद, आशा व अभिलाषा को बढाना इसकी विशेषता है। यह तनाव व उदासी का निवारण करता है।
🚩 दीपक राग का गायन ग्रीष्मकाल की संध्या में होता है। क्रोध व नकारात्मक भावनाओं को दूर करना इसकी विशेषता है। यह एसिडिटी, अपच और उदर संबंधी रोगों का निवारण करता है।
🚩 केदार राग का गायन अर्धरात्रि में होता है। सकारात्मक सोच को बढाना इसकी विशेषता है। यह जुकाम, दमा और सिरदर्द का निवारण करता है।
🚩 मोहनम राग का गायन रात्रि के प्रथम प्रहर में होता है। साहस, चुनौती, दयालुता व प्रेम उत्पन्न करना इसकी विशेषता है। यह आधासीसी (migraine) व चिंता का निवारण करता है।
🚩 काफी राग का गायन निद्रावस्था से पूर्व में होता है। प्रेम, अनुभूति व रचनात्मकता उत्पन्न करना इसकी विशेषता है। यह अनिद्रा व निद्रा से संबंधित विकारों का निवारण करता है।
🚩 भैरवी राग का गायन पतझड़ में किसी भी समय किया जा सकता है। आनंद व शांति उत्पन्न करना इसकी विशेषता है। यह गठिया व मांसपेशियों से संबंधित रोगों का निवारण करता है।
🚩 चंद्रकौस राग का गायन अर्धरात्रि में होता है। यह मानसिक शांति को उत्पन्न करता है। यह मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी रोगों का निवारण करता है।
🚩 शिवरंजनी राग का गायन अर्धरात्रि के समय होता है। यह प्रोत्साहन देता है। यह ऑटिज्म व मस्तिष्क विकारों का निवारण करता है। यह स्मृतिवर्धक है।
🚩 शास्त्रीय संगीत के वैज्ञानिक रूप से सिद्ध लाभ का वैज्ञानिक विश्लेषण का अध्ययन करें।
🚩 ब्रेन बूस्ट ( Brain boost)
"मोजार्ट इफेक्ट" नाम की कोई चीज है, जिसने कई लोगों को यह विश्वास दिलाया कि संगीत सुनने, विशेष रूप से शास्त्रीय संगीत ने आपको अधिक स्मार्ट बना दिया है। आईक्यू में सुधार होता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि संगीत सुनने से डोपामाइन स्राव और परिवहन, सिनैप्टिक फ़ंक्शन, सीखने और स्म���ति में शामिल अप-विनियमित जीन की गतिविधि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा।
🚩 शास्त्रीय संगीत सुनने से जीन की गतिविधि में वृद्धि हुई है जो मुख्य रूप से इनाम और आनंद, संज्ञानात्मक कार्यों और उचित मस्तिष्क समारोह से संबंधित हैं।" कई शोधकर्ताओं ने पाया है कि शास्त्रीय संगीत सुनते समय छात्र बेहतर परीक्षण करते हैं। यह इतनी अच्छी तरह से प्रलेखित है कि इसे "मोजार्ट प्रभाव" (Mozart effect)
के रूप में जाना जाता है।
🚩 उपचार गुण (Therapy) 1800 के दशक से संगीत चिकित्सा का उपयोग विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में किया जाता रहा है। अध्ययनों से पता चला है कि आराम में सुधार और दर्द को कम करने की क्षमता के कारण सुखदायक शास्त्रीय संगीत अक्सर संज्ञाहरण के बाद की इकाइयों में बजाया जाता है। यह मस्तिष्क पर संगीत के प्रभाव के कारण होता है, जिससे यह व्यक्ति को शारीरिक पीड़ा के बजाय ध्वनियों पर ध्यान केंद्रित करता है।
🚩 सर्जरी से उबरने वाले, विकलांगता से निपटने वाले या उम्र बढ़ने के कहर से प्रभावित लोगों के लिए, संगीत शारीरिक दर्द के बजाय संगीत पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मस्तिष्क को पुन: प्रोग्राम करने में मदद करता है । यह क्षतिग्रस्त ऊतक के उपचार को गति देने के लिए भी दिखाया गया है।
🚩 3. तनाव-राहत और मूड चेंजर।
(Stress Remover & Mood changer)
यदि आप उदास या अभिभूत महसूस कर रहे हैं, तो अपने दिन के कुछ क्षण शास्त्रीय संगीत सुनने के लिए निकालें। इसके उपचार गुणों की तरह, इसका मूड और तनाव पर जबरदस्त प्रभाव पड़ता है और यह साबित हो गया है कि मालिश के समान ही शारीरिक प्रभाव पड़ता है।
🚩 निद्रा उपचार (Sleep Therapy)
शास्त्रीय संगीत का एक लाभ यह है कि यह आपके मन को शांत करते हुए आपके शरीर को शारीरिक रूप से आराम देने में मदद करता है। अनिद्रा से प्रभावित कॉलेज के छात्रों ने 45 मिनट की शास्त्रीय संगीत चिकित्सा के साथ यादृच्छिक नींद एड्स को प्रतिस्थापित करने पर सुधार दिखाया।
🚩 अब के ग्रीष्मकालीन अवकाश में अपने बालकों को गौरवशाली हिन्दू अतीत की लुप्त होती धरोहर, शांतिदायी, दीर्घायुष्य का प्रदाता, बहु-रोगनिवारक, ईश्वर से योग कराने में सक्षम, जीवन-शक्ति का विकास करने वाला व कार्यक्षमता की वृद्धि करने वाला भारतीय शास्त्रीय संगीत का विधिवत अध्ययन दिलवायेंगे। स्वयं भी थोड़ा समय निकालकर इस सात्त्विक संगीत का लाभ अवश्य उठायेंगे व औरों को भी बतायेंगे।
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एक नदी में 80 किमी नीचे, एक झरने के ऊपर और लगभग समुद्र में बहते हुए बैल बच गया
एक नदी में 80 किमी नीचे, एक झरने के ऊपर और लगभग समुद्र में बहते हुए बैल बच गया
न्यूजीलैंड के पश्चिमी तट पर बाढ़ के दौरान एक नदी में बह गया एक युवा बैल चमत्कारिक रूप से बच गया, एक हफ्ते बाद, 80 किलोमीटर (49 मील) नीचे की ओर, एक ब्लैकबेरी झाड़ी में सूँघते हुए, अहानिकर हो गया। हिरण और पशुपालक टोनी पीकॉक ने कहा कि 18 महीने का बैल 10 फरवरी को मारुइया नदी के ऊपर शेनान्दोआ क्षेत्र में एक पैडॉक में 37 अन्य लोगों के साथ चर रहा था, जब मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। “यह मेरे खेत पर अब तक…
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तोशिबा जीएम के रूप में पहचान की यूपी रोडवेज की बस में जलकर मौत हो गई | समाचार - टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
तोशिबा जीएम के रूप में पहचान की यूपी रोडवेज की बस में जलकर मौत हो गई | समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया वीडियो
फरवरी 17, 2022, 10:51 पूर्वाह्न ISTस्रोत: TOI.in ये एक जलती हुई बस से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे एक आदमी के भयानक दृश्य हैं। हाल ही में मथुरा में 71 यात्रियों को लेकर जा रही उत्तर प्रदेश रोडवेज की एक बस में आग लग गई। जबकि 70 यात्री चमत्कारिक रूप से बच गए, एक व्यक्ति अपनी जान नहीं बचा सका। बाद में एकमात्र पीड़ित की पहचान 53 वर्षीय शैलेश उपाध्याय के रूप में हुई, जो तोशिबा के महाप्रबंधक थे।…
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विंड चाइम कहां और कैसे लगाएं, जानिए 10 फायदे #news4
विंड चाइम के एक अलग स्वरूप का भारत में प्राचीन काल से ही उपयोग होता आया है। दरअसल, यह बौद्ध संस्कृति की देने है। चायनीज ज्योतिष फेंगशुई में विंड चाइम का बहुत महत्व है। आओ जानते हैं इसके 10 खास चमत्कारिक फायदे। क्या होती है विंड चाइम : छोटी-छोटी घंटियों के बंच को विंड चाइम कहते हैं। यह कई प्रकार की घंटियों से बनती है। इसीलिए यह कई तरह की वैरायटी में मिलती है। जैसे गोल स्तूप जैसी घंटी, हिन्दू…
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आज का पंचांग और राशिफल, 8 जुलाई 2023, शनिवार
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
*🚩🔱ॐगं गणपतये नमः🔱🚩*
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
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#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
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श्री हनुमानजी महाराज के पूजन-दर्शन से जीवन के समस्त संकटों का नाश हो जाता है। आज किसी भी हनुमान मंदिर में जाएं और हनुमानजी को गुड़ का नैवेद्य लगाएं। वहीं बैठकर हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें। अत्यंत चमत्कारिक रूप से लाभ प्राप्त होगा। जिस कामना को मन में धारण करके पाठ करेंगे वह तीन दिन में पूरी हो जाएगी। आज से बुध का कर्क राशि में गोचर प्रारंभ हो रहा है जिसके कारण सभी राशि के जातकों के लिए उत्तम समय प्रारंभ होने वाला है। आपको बस सोच समझकर निर्णय लेना है, जो निर्णय लेंगे वह पूरा होगा। आज गणेशजी के दर्शन भी करें।
विक्रम संवत : 2080 शालिवाहन शके : 1945 मास : श्रावण (प्रथम शुद्ध) कृष्ण पक्ष ऋतु : वर्षा अयन : दक्षिणायन तिथि : षष्ठी रात्रि 9:50 तक नक्षत्र : पूर्वाभाद्रपद रात्रि 8:34 तक योग : सौभाग्य सायं 5:21 तक करण : गर प्रात: 10:59 तक पश्चात वणिज सूर्योदय : 5:49:00 सूर्यास्त : 7:14:21 दिनकाल : 13 घंटे 25 मिनट 20 सेकंड रात्रिकाल : 10 घंटे 35 मिनट 02 सेकंड चंद्रास्त : प्रात: 10:47 चंद्रोदय : रात्रि 11:26
आज की ग्रह स्थिति सूर्य राशि : मिथुन चंद्र राशि : कुंभ, दोप 2:56 से मीन में मंगल : सिंह बुध : कर्क गुरु : मेष शुक्र : सिंह शनि : कुंभ वक्री राहु : मेष केतु : तुला
दिन का चौघड़िया शुभ : प्रात: 7:30 से 9:10 चर : दोप 12:32 से 2:12 अमृत : दोप 3:53 से सायं 5:34 रात्रि का चौघड़िया लाभ : सायं 7:14 से रात्रि 8:34
त्याज्य समय राहु काल : प्रात: 9:10 से 10:51 यम घंट : दोप 2:12 से 3:53 आज विशेष : आज का शुभ रंग : नीला, काला आज के पूज्य देव : श्री हनुमानजी महाराज आज का मंत्र : ऊं हं हनुमते नम:
आज का राशिफल
मेष : परिवार वालों में प्रेम बढ़ेगा आज का दिन आपके लिए ठीक रहेगा, दाम्पत्य जीवन में मधुरता बढ़ेगी। परिवार वालों में प्रेम बढ़ेगा, धन लाभ के आसार हैं। मित्रों संग मुलाकात हो रही है।
वृषभ : खर्चों पर रोक लगाने की जरूरत है आज का दिन आपके लिए ठीक रहेगा, आपका वैवाहिक रिश्ता मजबूत बनेगा, अनावश्यक खर्चों पर रोक लगाने की जरूरत है, धन लाभ के आसार हैं।
मिथुन : बिजनेस वालों के लिए दिन अच्छा आज का दिन आपके लिए अच्छा रहेगा। रूके हुए काम पूरे होंगे। धन लाभ के आसार हैं, बिजनेस वालों के लिए दिन अच्छा है। सैलरी में बढ़ोतरी होगी।
कर्क: रूके हुए काम पूरे होंगे आज का दिन आपके लिए बेहतरीन रहेगा, प्रेमी के रिश्ते में मधुरता बढ़ेगी। सैलरी में बढ़ोतरी होगी। धन लाभ के आसार हैं। रूके हुए काम पूरे होंगे।
सिंह :बेहतरीन रहेगा आजका दिन आज का दिन आपके लिए बेहतरीन रहने वाला है। आज आप कुछ काम ऐसे करेंगे, जिससे आपको खुशी मिलेगी। परिवार वालों के बीच प्रेम और शांति बनी रहेगी।
कन्या : दुखी और परेशान ना हों आज का दिन आपके लिए अच्छा रहेगा। किसी बात को लेकर दुखी और परेशान ना हों। मन से किसी भी काम को करेंगे ना उसमे आपको खुशी मिलेगी। दिन अच्छा है।
तुला : रूके हुए काम वक्त पर पूरे होंगे आज का दिन आपके लिए अच्छा रहने वाला है। पूजा पाठ में मन लगेगा। पुराना कर्जा मिलेगा। रूके हुए काम वक्त पर पूरे होने से मन खुश और शांत रहेगा।
वृश्चिक : परिवार में प्रेम बना रहेगा आज का दिन आपके लिए अच्छा ही रहने वाला है। मंदिर जाने का मौका मिलेगा। परिवार में प्रेम बना रहेगा। जो चाहते हैं वो हासिल होगा। आय के श्रोत बनेगा।
वृश्चिक : धन लाभ के आसार हैं आज का दिन आपके लिए आनंदमय रहेगा। धार्मिक स्थान पर जाने की योजना बन सकती है। मित्रों संग वक्त बिताने का मौका भी मिलेगा। धन लाभ के आसार हैं।
धनु : परिवार में मान-सम्मान बढ़ेगा आज का दिन आपके लिए आनंदमय रहेगा। नौकरी वाले लोगों को पदोन्नति मिलेगी। मौसम परिवर्तन के कारण आपके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव हो सकता है। धन लाभ के आसार हैं।
कुंभ: ज्या��ा किसी से उलझे नहीं आज का दिन आपके लिए काफी अच्छा रहेगा। किसी बात को लेकर ज्यादा किसी से उलझे नहीं। सेहत का ख्याल रखें और मन से खुश रहने का प्रयास करें।
मकर: मित्रों संग सैर-सपाटा करने का मौका आज का दिन आपके लिए सामान्य रहेगा। आज आपको दौड़ भाग से राहत मिलेगी। बच्चों संग बाहर घूमने जा सकते है। मित्रों संग सैर-सपाटा करने का मौका मिलेगा। आज का दिन आपके लिए आनंदमय रहेगा। नौकरी वाले लोगों को पदोन्नति मिलेगी। मौसम परिवर्तन के कारण आपके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव हो सकता है। धन लाभ के आसार हैं।
मीन: मान-सम्मान में प्राप्ति होगी आज का दिन आपके लिए अच्छा ही रहेगा। मान-सम्मान में प्राप्ति होगी। रूके हुए काम पूरे होंगे। वाणी पर कंट्रोल रखे वरना पत्नी संग झगड़ा हो सकता है।
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हवन के 10 चमत्कारिक फायदे
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Natural Remedies घर में मौजूद प्राकृतिक औषधियाँ
आज हम अपने चारों ओर रासायनिक तत्वों से घिरे हुए है जिस कारण हमें स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है,लेकिन इनमें से ज्यादातर समस्याओं को हम प्राकृतिक तरीके से हम कर सकते है बिना किसी साइड इफेक्ट के।तो चलिए जानते हैं कौन सी ऐसी 10 प्राकृतिक औषधि है जो चमत्कारिक असर दिखाते है
एलोवेरा :- इसके रस को आप जेल के रूप में फेसवॉश और बालों को धोने के रूप में उपयोग कर सकते है।
फायदा:- एलोवेरा एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल गुणों से युक्त है।यह चेहरे के मुँहासे और दाग को खत्म करने के साथ बालों के डेंड्रफ को भी साफ करने में प्राकृतिक औषधि के रूप में उपयोग किया जाता हैं।
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