होली 2023 में कब है | Holi 2023 Date | होलिका दहन 2023 | Holi kab hai 20...
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Holika Dahan 2024: इस साल कब किया जाएगा होलिका दहन, जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Holika Dahan 2024: पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा की रात होलिका दहन किया जाता है. होलिका दहन होली से एक दिन पहले किया जाता है. होली (Holi) हिंदुओं का लोकप्रिय त्योहार है और इस दिन एक-दूसरे को रंग लगाए जाते हैं. वहीं, धार्मिक परिपाटी पर होलिका दहन का विशेष महत्व है. होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में देखा जाता है. माना जाता है कि एक समय में हिरण्यकश्यप नामक राजा रहा…
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Holi 2024 Kab Hai? Holi Festival in Hindi
"होली-2024 कब है?" इस प्रश्न का उत्तर हमारे ब्लॉग पोस्ट में प्राप्त करें, जहां हम आपको हिंदू पौराणिक कथाओं और हिंदू पंचांग के अनुसार विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे। हमारे ब्लॉग पोस्ट में आपको होलिका दहन मुहूर्त, पूजा विधि, चंद्र ग्रहण के प्रभाव, धुलेटी (रंगो वाली होली), पारंपरिक व्यंजनों, होली का त्यौहार मनाना और सावधानियों के बारे में जानकारी मिलेगी। हमारी पोस्ट पढ़ें और अपनी होली की तैयारी आसान बनाएं।
होली हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसका इंतजार लोग महाशिरात्रि के बाद वसंत माह की शुरुआत से ही करने लगते हैं। क्योंकि यह संस्कृति, धर्म और परंपरा का उत्सव है, जो जीवंत रंगों के साथ लोगों में खुशी और उत्साह फैलाता है। आइए जानते हैं जीवंत रंगों का त्योहार होली कब है? Know more information...
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Holi 2024: इस साल कब की जाएगी होलिका दहन, जानिए तिथिHoli 2024: रंगों का त्योहार होली हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इससे एक दिन पहले होलिका दहन मनाया जाता है। इस हिसाब से साल 2024 में होली 25 मार्च को है
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होली कब है 24 मार्च या 25 मार्च को क्या आपको पता है ?
प्राचीन काल से ही होली जैसे त्यौहार का प्रचलन चली आ रही है, लेकिन आपके मन में यह सवाल जरुर आया होगा की होली कब मनाया जाता है ? हिन्दू मान्यता के अनुसार होली, फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। सालों से चली आ रही परम्परा के तहत, होली त्यौहार को दो दिन मनाया जाता है, जिसमे से पहला दिन होलिका दहन की जाती है, और दुसरे दिन रंगों के साथ होली का त्यौहार मनाया जाता है। होली कब है 2024 पूरी खबर पढ़े।
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✨ होली विशेष - Holi Specials 2023
होली कब, कैसे क्यों और कहाँ?
❀ होली - होलिका दहन, धुलण्डी, दूज, लक्ष्मी जयंती, चैतन्य महाप्रभु जयंती, फाल्गुन पूर्णिमा
आरती:
❀ आरती कुंजबिहारी की
❀ श्री चित्रगुप्त आरती
❀ श्री खाटू श्याम जी आरती
❀ श्री राम स्तुति
❀ श्री कुबेर जी आरती
❀ श्री सत्यनारायण आरती
❀ ॐ जय जगदीश हरे आरती
मंत्र | नामावली | स्तोत्र | अष्टकम:
❀ मधुराष्टकम्: धरं मधुरं वदनं मधुरं
❀ श्री राधा कृपा कटाक्ष स्त्रोत्र
❀ महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि
❀ ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः
❀ श्री कृष्णाष्टकम्
❀ श्री दशावतार स्तोत्र: प्रलय पयोधि-जले
❀ दैनिक हवन-यज्ञ विधि
होली भजन:
❀ आज बिरज में होरी रे रसिया
❀ होली खेल रहे नंदलाल
❀ फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद किशोर
❀ अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं
❀ मेरे बांके बिहारी लाल
❀ श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी
❀ इक दिन वो भोले भंडारी बन करके ब्रज की नारी
❀ छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल
❀ मंगल गीत: हेरी सखी मंगल गावो री
❀ अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो
❀ सीता राम, सीता राम, सीताराम कहिये
❀ सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
❀ श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
चालीसा:
❀ राधा चालीसा ❀ दुर्गा चालीसा ❀ नवग्रह चालीसा ❀ राम चालीसा ❀ राणी सती दादी चालीसा
मंदिर:
❀ श्री राधा रानी मंदिर, बरसाना
❀ पागल बाबा मंदिर
❀ प्रेम मंदिर
❀ श्री दाऊजी मंदिर, हाथरस
❀ ब्रजभूमि के प्रसिद्ध मंदिर
❀ द्वारका, गुजरात के विश्व विख्यात मंदिर
❀ दिल्ली के प्रसिद्ध श्री कृष्ण मंदिर
❀ भारत के चार धाम
ब्लॉग:
❀ क्या रंग महोत्सव होली विदेशों में प्रसिद्ध है?
दुनियाँ में रंगों के त्यौहार नाम से प्रसिद्ध, भारत के इस पर्व की सबसे अधिक धूम-धाम, भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा-वृंदावन मे होती है। आइए जानें! भारत मे तीन दिनों तक चलने वाला तथा ब्रजभूमि मे पाँच दिनों तक चलने वाले इस उत्सव से जुड़ी कुछ विशेष जानकारियाँ, आरतियाँ एवं भजन, होलिका दहन, धुलण्डी, दूज होली विशेषांक 2023..
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🐚 चैतन्य महाप्रभु जयंती - Chaitanya Mahaprabhu Jayanti
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✨ लक्ष्मी जयंती - Lakshmi Jayanti
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🐚 सत्यनारायण व्रत - Satyanarayan Vrat
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Holi 2023: क्या है होलिका दहन का सही समय, जाने किस तरह होंगी होली पर सभी मनोकामनायें पूरी
Holi 2023: क्या है होलिका दहन का सही समय, जाने किस तरह होंगी होली पर सभी मनोकामनायें पूरी
Holi 2023: क्या है होलिका दहन का सही समय, जाने किस तरह होंगी होली पर सभी मनोकामनायें पूरी
भारत मे हिन्दू धर्म के अनुसार फाल्गुनी मास कि पूर्णिमा के दिन होली मनाई जाती है। होली का त्यौहार बुराई के अंत और अच्छाई कि जीत कि ख़ुशी मे मनाया जाने वाला त्यौहार मना जाता है इस दिन सभी लोग अपने पुराने विवादों और कुविचारों को होलिका दहन के साथ जलाकर एक नये जीवन कि शुरुआत करते है। हर साल कि तरह इस होली 8 मार्च 2023 को बुधवार के दिन पड़ रही है।
इस लेख मे हम आगे आपको बतायगे कि इस साल 2023 मे होली क्या खास है और कब है होलिका दहन का सही समय जानिए पूरी जानकारी यहां।
होलिका दहन 2023 किस दिन और क्या है सही समय
होलिका दहन फाल्गुनी पूर्णिमा के दिन होती है और इस साल 6 मार्च कि शाम से लेकर 7 मार्च कि शाम 6 बजकर 9 से रात 8 बजकर 15 मिनिट तक है, यह समय अलग- अलग शहरों मे अलग दिन पड़ सकती है।
Holi 2023: क्या है होलिका दहन का सही समय
क्या है विधि
भारत मे अलग अलग त्योहारों को मानाने के अलग अलग तरीके और उनकी पूजा के अलग विधि होती है ठीक उसी प्रकार होलीका दहन कि पूजा कि भी एक विधि है जो ओस प्रकार से है।
- सबसे पहले होलिका कि पूजा कि जाती है।
- उसकी पूजा करने वाले व्यक्ति का मुँह पूर्व दिशा कि ओर होना चाहिए।
- पूजा मे निम्न सामग्री का होना आवश्यक है जैसे जल, गुड़,फूल, हल्दी चावल, बतासे और ग़ुलाल जिससे होलिका कि पूजा कि जाती है।
- उसके बाद नयी फसलो कि पाकी हुयी बाले होलिका मे अर्पित करते है।
- इसके बाद होलिका को एक धागे से 3 से 7 बार लपेट दिया जाता है।
- अब होलिका को सही समय पर अग्नि से जला देना है।
होली पर करें इन देवी देवताओं कि पूजा होंगी सभी मनोकामनायें पूरी
कृष्ण पूजा - धार्मिक ग्रंथो कि माने तो होली के दिन कान्हा जी कि पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है,मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने राधा को रंग लगाया था इसलिए यह त्यौहार इतना पवित्र माना जाता है।
लक्ष्मी पूजन - पुरानी मान्यताओ होली के दिन माँ लक्ष्मी का पूजन करवाने से पैसो कि तंगी दूर हो जाती है और परिवार मे समृद्धि भी आती है, ऐसे मे माँ लक्ष्मी के पूजन से आपको आर्थिक लाभ होंगे।
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Holika Dahan 2023 in MP: मध्य प्रदेश में होलिका दहन का ये है सही शुभ मुहूर्त, तारीख को लेकर दूर कर लें अपना कन्फ्यूजन
Holika Dahan 2023:HN/ आजकल देश में होली की धूम है. रंगों के इस त्योहार की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. पूरे देश में मध्य प्रदेश के होली की बात ही निराली है. प्रदेश में यह कई जगह पांच दिनों तक खेली जाती है.होली की शुरूआत होलिका दहन से होती है. लेकिन इस बार इस बात होलिका दहन को लेकर कंफ्यूजन पैदा हो गया है. आइए हम आपको बताते हैं कि होलिका दहन कब है और इसका शुभ मूहुर्त क्या है.
होलिका दहन पर…
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'फाल्गुन आयो रे...', जानिए कब है होली? फाल्गुन महीने में महाशिवरात्रि भी पड़ती है तो वहीं इस माह में एकादशी और संकष्टी भी आती है और इस माह का समापन होली से होता है।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
🌻🛕 *ऊँ गं गणपतये नमः*🛕🌻
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
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※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
फाल्गुन का महीना मस्ती का महीना कहलाता है, कड़कड़ाती सर्दी के बाद धूप की गर्मी ना केवल इंसान को ऊर्जा से भर देती है बल्कि वो मन में चंचलता भी पैदा करती है, जिसकी वजह से ही इंसान का मन इस मौसम में काफी मस्ती भरा होता है। इस महीने का प्रारंभ आज से हो गया है और इसका समापन होली के त्योहार के साथ 7-8 मार्च को होगा, इसी महीने में महाशिवरात्रि भी पड़ती है तो वहीं इस माह में एकादशी और संकष्टी भी आती है। इस महीने की शुरुआत होते ही ब्रजवासियों के चेहरे पर मुस्कान बिखर जाती है क्योंकि फाल्गुन शुरू होते ही फगुआ जो शुरू हो जाता है, इस महीने कभी वो फूलों से , कभी रंग से तो कभी दूध-दही और बांस से होली खेला करते हैं। चलिए आपको विस्तार से बताते हैं इस महीने के त्योहारों और व्रत की लिस्ट जिसे देखकर आप अपने पूरे महीने की रूपरेखा तैयार कर सकते हैं।
फाल्गुन माह के व्रत-त्योहार
9 फरवरी- संकष्टी चतुर्थी व्रत
12 फरवरी- यशोदा जयंती
13 फरवरी- शबरी जयंती
14 फरवरी- जानकी जयंती
16 फरवरी- विजया एकादशी
18 फरवरी- महाशिवरात्रि,
18 फरवरी- प्रदोष व्रत
19 फरवरी- पंचक प्रारंभ
20 फरवरी- सोमवती अमावस्या
22 फरवरी- फुलैरा दूज
23 फरवरी- विनायक चतुर्थी
24 फरवरी- पंचक समाप्त, 24 फरवरी- माता शबरी जयंती
27 फरवरी- होलाष्टक प्रारंभ
3 मार्च- आमलकी एकादशी
3 मार्च- रंगभरी एकादशी
4 मार्च- प्रदोष व्रत 4 मार्च- गोविंद द्वादशी
7 मार्च- होलिका दहन
8 मार्च- होलाष्टक समाप्त, होली, फाल्गुन मास समाप्त
क्यों मनाते हैं होली?
होली प्रेम, हंसी, दुलार और बुराई पर अच्छाई का पर्व है, फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाने वाले इस पर्व से जुड़ी तो कई कहानियां है लेकिन सबसे प्रचलित कहानी भक्त प्रहलाद और हिरण्याकश्यप असुर की है। प्रहलाद बहुत बड़ा विष्णु भक्त था लेकिन हिरण्याकश्यप को ये बिल्कुल अच्छा नहीं लगता था, वो खुद को ही ईश्वर मानता था इसलिए सोचता था कि उसका बेटा प्रहलाद उसकी पूजा करे लेकिन ऐसा हुआ नहीं, वो अपने ही बेटे को काफी प्रताड़ित करता था। उसकी एक बहन थी होलिका, जिसे कि वरदान मिला था कि वो अग्नि से नहीं जलेगी इसलिए हिरण्याकश्यप ने कहा कि वो प्रहलाद को लेकर आग में बैठ जाए लेकिन हुआ ठीक उल्टा, होलिका आग में जल गई और प्रहलाद सकुशल आग से वापस आ गया। इसी वजह से होलिका दहन किया जाता है और इसके दूसरे दिन रंग वाली होली खेली जाती है। माना जाता है होलिका दहन के साथ बुराईयों का नाश होता है और प्रहलाद यानी खुशी का संचार होता है।
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होली के दिन जरूर करें ये आसान उपाय, चमक जाएगी किस्मत, मिलेगा ढेर सारा पैसा और तरक्की
होली के दिन जरूर करें ये आसान उपाय, चमक जाएगी किस्मत, मिलेगा ढेर सारा पैसा और तरक्की
रंगों का पर्व होली इस साल 18 मार्च 2022, शुक्रवार को मनाया जाएगा. रंगों से तरबतर होने और खुशियां मनाने के लिए लोग बेसब्री से इस त्योहार का इंतजार करते हैं. वैसे भी भारत की होली पूरी दुनिया में मशहूर है. मथुरा-वृंदावन की होली देखने के लिए तो दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं. यदि आप इस होली का पूरा जश्न मनाने के साथ-साथ अपने जीवन में सुख-समृद्धि की एंट्री भी चाहते हैं तो होली के दिन आसान उपाय कर…
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होली 2023 में कब है | Holi 2023 Date | होलिका दहन 2023 | Holi kab hai 20...
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Holika Dahan 2024: इस साल कब किया जाएगा होलिका दहन, जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Holika Dahan 2024: पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा की रात होलिका दहन किया जाता है. होलिका दहन होली से एक दिन पहले किया जाता है. होली (Holi) हिंदुओं का लोकप्रिय त्योहार है और इस दिन एक-दूसरे को रंग लगाए जाते हैं. वहीं, धार्मिक परिपाटी पर होलिका दहन का विशेष महत्व है. होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में देखा जाता है. माना जाता है कि एक समय में हिरण्यकश्यप नामक राजा रहा…
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होली 2021 दिनांक: 2021 में होली महोत्सव कब है?
होली 2021 दिनांक: 2021 में होली महोत्सव कब है?
भारत में होली 2021 की तिथि: रंगों का त्योहार कहा जाता है, होली व्यापक रूप से पूरे भारत में मनाई जाती है। इस साल, त्योहार 28 मार्च को होलिका दहन के साथ शुरू होगा, इसके बाद अगले दिन 29 मार्च, 2021 को रंगवाली होली होगी।
त्योहार सर्दियों के अंत और वसंत की शुरुआत का प्रतीक है। के दौरान होली मनाई जाती है फाल्गुन महीना, जो आमतौर पर मार्च के महीने में पड़ता है। इस पर शुरू होता है पूर्णिमा तिथि या महीने…
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होलाष्टक 2021: होलाष्टक में यह उपाय देता है धन लाभ, जानें इस दौरान क्या करें व क्या करें?
होलाष्टक 2021: होलाष्टक में यह उपाय देता है धन लाभ, जानें इस दौरान क्या करें व क्या करें?
ज्योतिष शास्त्र में होली से आठ दिन पूर्व शुभ कार्यों के करने की मनाही …।
हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों से एक होली का पावन त्योहार इस महीने यानि मार्च 2021 में आने वाला है। इसके पूर्व होलाष्टक प्रारंभ हो जाएगा। होलाष्टक प्रत्येक वर्ष होली के लगभग आठ दिन पहले शुरू हो जाता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक इस वर्ष होलाष्टक फाल्गुन शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से शुरु हो रहे हैं। ऐसे में यह 22 मार्च से शुरू…
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नायिका
मेरी कहानी की नायिका
जब होली दहन होते देखती है
तो भरी आवाज़ में कहती है
इस साल होली ठंडी है
इससे ज़्यादा आग तो यहाँ है
और अपना सीना ठोकती है
नायक बात को अनसुना करते हुए
होली के तेज़ में उसकी
सिलवेट वाली तस्वीर खींचता है
उसे लगता है वो जानता है सब
ये जो हो रहा है वो भी
और जो होने वाला है वो भी
या यूँ भी कह सकते हैं कि सिर्फ उसे ऐसा लगता है
उसे नायिका की भारी आवाज़ सुनाई नहीं पड़ती
नायक को लगता है वो सूत्रधार है कहानी का
और तभी यकायक नायिका के सीने की आग
उसकी आँखों के ज्वालामुखी से फूटने लगती है
नायक हक्का बक्का रह जाता है
ये उसकी समझ से परे है
नायिका अपने हाथों में चेहरा छुपाये
पूरी आग उड़ेल देती है बाहर
नायक उसे थामने की कोशिश करता है
पर आग को थामना मुमकिन कब है
पीछे होली अब भी जल रही है
यहाँ ज्वालामुखी उफ़ान पर है
अब कहानी का सूत्रधार नायिका है
पर मेरा सवाल है ये कहानी किसकी थी!!
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