कैलाश से बड़ा समाचार : एक महत्वपूर्ण और हर्ष का अवसर
परमशिव का आशीर्वाद!
एसपीएच की कृपा और आशीर्वाद से: कैलाश ने आज एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक अधिग्रहण की घोषणा की!!
कैलाश भारत ने नित्यानंद जन्मभूमि (एसपीएच नित्यानंद परमशिवम के पैतृक घर) को कानूनी रूप से सुरक्षित किया है और प्रेम एवं भक्ति सहित इसे अरुणाचलेश्वर परमशिव, उनकी जीवित अभिव्यक्ति एसपीएच और उनके भक्तों को अर्पण किया है।
नित्यानंद जन्मभूमि अरुणाचलेश्वर परमशिव मंदिर, तिरुवन्नामलाई के छठे प्रहर में स्थित है।
अरुणाचलेश्वर परमशिव के दिव्य आलिंगन में, उनकी पवित्र छाया और चरण हर साल कम से कम 300 दिनों के लिए 6वें प्रहरम की शोभा बढ़ाते हैं।
अरुणाचलेश्वर परमशिव के मंदिर में अरुणागिरी योगेश्वर के पवित्र चरणों में श्रद्धापूर्वक अर्पित किए गए पंजीकृत दस्तावेज़, उनकी दिव्य कृपा के साक्षी हैं क्योंकि उन्होंने इस अवसर पर स्वर्गीय वर्षा करके, पवित्र भक्ति में एकत्रित आत्माओं को शुद्ध करके आशीर्वाद दिया।
उनके आशीर्वाद से आच्छादित, भक्तों को दैवीय कृपा प्राप्त होती है, उनकी असीम करुणा से प्रचुर वरदान प्राप्त होते हैं।
एसपीएच के पैतृक इतिहास का नवीनीकरण और संरक्षण कैलाश के लिए सर्वोपरि कर्तव्य है, जो इस स्थान को भक्तों और शिष्यों के लिए एक अनमोल खजाना बनाता है।
*जैसे श्री राम जन्मभूमि राम के सभी भक्तों के लिए पवित्र है और श्री कृष्ण जन्मभूमि कृष्ण के सभी भक्तों के लिए पवित्र है, उसी प्रकार श्री नित्यानंद जन्मभूमि एसपीएच नित्यानंद परमशिवम के सभी भक्तों के लिए पवित्र क्षेत्र है, केवल इसलिए नहीं कि वह यहाँ पैदा हुए और बड़े हुए, बल्कि इसलिए भी कि यह स्थान अरुणाचलेश्वर मंदिर के छठे प्रहरम के अंदर स्थित है।
इस मील के पत्थर की पवित्रता का गवाह बनें; जैसे ही आप तिरुवन्नामलाई की पवित्र मिट्टी पर पैर रखते हैं, एसपीएच की दिव्य उपस्थिति का अनुभव करेंगे।
आध्यात्मिकता से सुगंधित वातावरण, अरुणाचल परमशिव और उनके भक्तों के लिए एसपीएच के शाश्वत प्रेम को दर्शाता है।
अरुणाचलेश्वर परमशिव के सभी भक्तों को पोषण देने के लिए हिंदू धर्म के सर्वोच्च धर्माध्यक्ष के दिव्य दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए, औषध अन्नदान की पवित्र भेंट निरंतर प्रवाहित होती रहती है, जो दिन-रात आत्माओं का धीरे-धीरे पोषण करती है।
यह दिव्य पोषण, क्षुद्धा पूर्ति, एसपीएच की असीम करुणा का एक प्रमाण बन जाता है, जो सभी समर्पित अनुयायियों के उल्लासपूर्ण समारोहों को समृद्ध करता है। इस आध्यात्मिक पोषण के माध्यम से, प्रत्येक भक्त की पवित्र यात्रा को गहराई से बढ़ाया जाता है, उन्हें अरुणाचलेश्वर परमशिव की दिव्य कृपा और उनके जीवित अभिव्यक्ति एसपीएच के आशीर्वाद और अनुग्रह के साथ जोड़ा जाता है।
समृद्ध करें और आनंद लें, साझा करें और उत्सव मनाएं!
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सांसद चौधरी के प्रयासों से मिली नई ट्रेन जिले के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर अभूतपूर्व स्वागत
जिलेवासियों में छाया अपार हर्ष, सांसद चौधरी के प्रति जताया आभार
पुणे : पाली सांसद और पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री पीपी चौधरी के लगातार प्रयासों के बाद पुणे राजस्थानी प्रवासी समाज और पाली जिलेवासियों को एक नई ट्रेन की सौगात मिली। पुणे-जोधपुर-बीकानेर (20475/76) नई ट्रेन के ठहराव बुधवार को जिले के पांच स्टेशनों पर हुआ। सांसद चौधरी के आग्रह पर ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पाली-मारवाड़, रानी,…
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बिहार दिवस: पटना के गाँधी मैदान में 22 से 24 मार्च 2023 तक होगा बिहार दिवस का आयोजन कार्यक्रम, जानें विस्तार से पूरा शेड्यूल!
बिहार सरकार द्वारा राज्य स्तरीय विज्ञान ड्रामा प्रतियोगिता में चयनित ड्रामा टीम तथा राज्य स्तरीय रोल प्ले को बिहार दिवस समारोह में प्रस्तुत करने के संबंध में पत्र जारी किया गया है।
बिहार दिवस का आयोजन और कार्यक्रम
हर्ष के साथ सूचित करना है कि बिहार दिवस का आयोजन दिनांक - 22 से 24 मार्च 2023 तक गाँधी मैदान पटना में आयोजित किया जा रहा है।
इस भव्य समारोह में राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद् बिहार पटना के सौजन्य से राज्य स्तरीय विज्ञान ड्रामा प्रतियोगिता 2022 के विजेता टीम का प्रस्तुतिकरण उक्त तिथियों को किया जाएगा। ड्रामा टीम कुल ( 09 व्यक्ति) दिनांक 21.03.2023 को SCERT परिषद् में आना सुनिश्चित करेंगे।
बिहार दिवस: प्रतिभागियों के लिए दिशा-निर्देश
सभी प्रतिभागियों के आवासन एवं भोजनादि की व्यवस्था नेहरु छात्रावास SCERT में दिनांक 21.03.2023 के रात्रि से की गई है।
सभी प्रतिभागियों का यात्रा भत्ता के भुगतान हेतु बैंक पासबुक की छाया प्रति, आधार कार्ड की छाया प्रति एवं बैंक से लिंक मोबाईल नं० अवश्य साथ लेकर आयेंगे।
किसी भी परिस्थिति में प्रतिभागियों के माता / पिता/अभिभावक के आवासन तथा यात्रा की व्यवस्था राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद् के द्वारा वहन नहीं किया जायेगा। यदि प्रतिभागी के माता/पिता/अभिभावक प्रतिभागी के साथ आते हैं तो उन्हें अपनी व्यवस्था स्वयं करनी होगी।
अनुरोध है कि संलग्न सूची के ड्रामा टीम को कार्यक्रम में सहभागिता हेतु दिनांक 21.03.2023 के अपराह्न तक SCERT परिषद् में भेजना सुनिश्चित करेंगे।
विभागीय पत्र
बिहार दिवस: राज्य स्तरीय विज्ञान ड्रामा प्रतियोगिता के प्रतिभागियों की सूची,
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सत्यमेव जयते 2 मूवी रिव्यू: जॉन अब्राहम की SMJ2 80 के दशक के मसाला फेयर के लिए एक श्रद्धांजलि है
सत्यमेव जयते 2 मूवी रिव्यू: जॉन अब्राहम की SMJ2 80 के दशक के मसाला फेयर के लिए एक श्रद्धांजलि है
कहानी: सत्य आज़ाद (जॉन अब्राहम), एक ईमानदार गृह मंत्री अपने भ्रष्टाचार विरोधी विधेयक के साथ देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करना चाहते हैं। हालांकि, यह न केवल अपने सहयोगियों से, बल्कि उनकी पत्नी विद्या (दिव्या खोसला कुमार) से भी पर्याप्त ‘हां’ प्राप्त करने में विफल रहता है, जो विपक्ष की सदस्य हैं, जो विधानसभा में ‘नय’ को वोट देती हैं। जब शहर में कुछ भीषण हत्याएं होती हैं, तो एसीपी जय आजाद (जॉन अब्राहम…
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काव्यस्यात्मा 1061
" उदास द्वंद्व को गढ़ता हुआ "
-© कामिनी मोहन पाण्डेय।
राग-द्वेष
प्रेम-घृणा
हर्ष-शोक
निश्चय-अनिश्चय
संशय-भ्रम
संकल्प-विकल्प
आलोक-अंधकार
और भी सहस्त्रों
द्वंद में जूझता हुआ
एक उत्तर ढूँढ़ता हुआ।
अनिवार्य प्रश्न
विकल मन और
आक्रोश के बीच
उठता सिर्फ़ प्रेम का प्रश्न
होने और न होने में
सिर्फ़ होने का प्रश्न।
भाव-बोध में घुलता
उत्तर की विकलता।
नहीं, कुछ तो हैं जो एक है
स्नायुमण्डल से गुज़रता हुआ
भावनाओं में उमड़ता हुआ
बस एक की ही चाहत को
दो में बदलता हुआ।
काँपती हुई कायाएँ
देख रही घनघोर घटाएँ।
पाँव के चलते रहने की
चिंता देकर
न जाने क्यूँ
चुप है नियंता।
अंत से पहले तक
चलते-चलते
भटकती हुई
आवाज़ तैर रही हैं
ठहर जाती है
एक पेड़ के नीचे
सुख से नहीं
दुख से भी नहीं
अच्छाई से नहीं
बुराई से भी नहीं
जहाँ तक छाया
बस वही तक है विस्तार
जैसे डूबते-डूबते
बदलती सोलह कलाएँ
चाँद के आर-पार
नहीं देखती
फैला हुआ तिमिर वन का संसार।
बस एक दीए की तरह
झिलमिलाता हुआ
चल रहा
अपनी कामयाबी पर
मुस्कुराता हुआ।
नाकामयाबी का सवाल नहीं
तब तक, जब तक
शब्द कविता बन ज़ेहन में घुलकर
ज़िंदगियों को जोड़ता हुआ
चल रहा
आक्रोश को छोड़ता हुआ।
सब जानता हूँ,
लेकिन नहीं
एक समय में
एक की ही हरकत को देखता हुआ
एक की ही चिंता में
ज़ोर से चिल्लाता हुआ।
अनगढ़-सा
नाज़ुक अँगुलियों से
लगातार
उदास द्वंद्व को गढ़ता हुआ
आकार देते हुए चल रहा हूँ
प्रेम की उत्तेजनाओं से बचता हुआ।
-© कामिनी मोहन पाण्डेय।
#kaminimohan
#काव्यस्यात्मा
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इस गाँव को उन बच्चों की नज़र से देखना है -अजेय
इस गाँव तक पहुँच गया हैएक काला, चिकना, लंबा-चौड़ा राजमार्ग
जीभ लपलपातालार टपकाता एक लालची सरीसृप
पी गया है झरनों का सारा पानीचाट गया है पेड़ों की तमाम पत्तियाँ
इस गाँव की आँखों मेंझोंक दी गई है ढेर सारी धूल
बदरंग कर दी गई हैइस गाँव की हरी-भरी देह
चैन ग़ायब हैइस गाँव के मन मेंसपनों की बयार नहींसंशय का गर्दा उड़ रहा है
बड़े-बड़े डायनोसॉर घूम रहे हैंइस गाँव के स्वप्न मेंतीतर, कोयल और हिरण नहींदनदना रहे हैं हेलिकॉप्टरऔर भीमकाय डंपर
इस काले-चिकने लंबे-चौड़े राजमार्ग से होकरइस गाँव में आया हैएक काला, चिकना, लंबा-चौड़ा आदमी
इस गाँव के बच्चे हैरान हैंकि इस गाँव के सभी बड़े लोग एक स्वर मेंउस वाहियात आदमी को ‘बड़ा आदमी’ बतला रहेजो उनके क्रिकेट खेलने की जगह परकाला धुआँ उड़ाने वाली मशीन लगाना चाहता है!
जो उनकी खिलौना पनचक्कियोंऔर नन्हे गुड्डे-गुड्डियों कोधकियाता रौंदता आगे निकल जाना चाहता है!
मुझे इस गाँव कोएक ‘बड़े आदमी’ की तरह डाक बंगलेया शेवेर्ले की काली खिड़की से नहीं देखना है
मुझे इस गाँव कोउन ‘छोटे बच्चों’ की तरह अपनेकच्चे घर के जर्जर किवाड़ों से देखना हैऔर महसूस करना हैइन दीवारों का दरक जानाइन पल्लों का खड़खड़ानाइस गाँव की बुनियादों का हिल जाना!
https://www.hindwi.org/kavita/children-literature/is-gaanv-ko-un-bachchon-kii-na-r-se-dekhana-hai-ajey-kavita
खटमल - नागार्जुन
उमड़ उमड़ आए खटमलमैं जागा सारी रातबिस्तर क्या था, जंगल था,मैं भागा सारी रातख़ून खींचता रहा रगों सेआगा सारी रातअस्पताल में यों हम बैठेनागा सारी रात
अभी-अभी मारा, फिर कैसेनिकला यह पाताल सेतरुण गुरिल्ला मात खा गएशिशु खटमल की चाल सेरात्रि-जागरण-दिन की निद्राचिपके मेरे भाल सेयम की नानी डरती होगीखटमल के कंकाल से
निकल आया फिर कहाँ सेखटमलों का यह हजूममैं ज़रा जाता हूँ बाहरमैं ज़रा आता हूँ घूमरक्त बीजों की फ़सल कोमौत क्या सकती है चूममगर बाहर मच्छरों ने भी मचा रक्खी है धूम
हम भी भागे, छिपकलियाँ भी भागीं सारी रातहम भी जागे, छिपकलियाँ भी जागीं सारी रात
जीत गई छिपकलियाँ, लेकिन हमने मानी हारअपने बूते सौ पचास भी मच्छर सके न मार
जीत गईं छिपकलियाँ, लेकिन हमने मानी हारअपने बूते सौ पचास भी खटमल सके न मार
https://www.hindwi.org/kavita/children-literature/khatmal-nagarjun-kavita
भालू की नाक - अवधेश कुमार
शहर में भालू आयाआलू लायापहाड़ सेशहरियों के लिएऔरतों के बदले मेंआलू के बदलेऔरतें देना आसान हैभालू को शहरियों के लिए।
नाच दिखाया उसनेगश्त लगाईगलियों में झाँका खिड़कियों के भीतरपालनों में।
अब पसंद है उसेनवजात शिशुआलू के बदलेभालू कोअब दे रहे हैं नवजात शिशु शहरिएआलू के बदले।
सूँघने की शक्ति हो गई है तेज़ भालू कीनाक कीनाक को ऊपर घूमता हैसारे शहर मेंभालू।
भालू आया-भाला आयाआलू लाया-आलू लाया(हर्ष चारों ओर घनघोर छाया)नवजात शिशु सुनता है यह गानामाना-उसके लिए यह बेमानी हैजब भी कोई नवजात शिशु आता हैनाक से ख़बर पहुँचती है भालू आता है।
नाक हो गई है अत्यधिक संवेदनशीलभालू कीनाक भालू हो गई हैधड़ाक!एक हल्काकोमल प्यारा छोटा-सामगर कस कर मुक्का मारता हैनवजात शिशु भालू की नाक पर।
पीड़ा से तिलमिलाता है भालूआलू लेकर वापस भागावापस पहाड़ पर।
शहर सुनसान हैख़ाली मकान हैकेवल एक नवजात शिशुखोल रहा हैअपनी मुट्ठी!
https://www.hindwi.org/kavita/children-literature/bhaaluu-kii-naak-avdhesh-kumar-kavita
बाघ आया उस रात - नागार्जुन
“वो इधर से निकलाउधर चला गया ऽऽ”वो आँखें फैलाकरबतला रहा था—“हाँ बाबा, बाघ आया उस रात,आप रात को बाहर न निकलो!जाने कब बाघ फिर से आ जाए!”“हाँ, वो ही ही ही! वो ही जोउस झरने के पास रहता हैवहाँ अपन दिन के वक़्तगए थे न एक रोज़?बाघ उधर ही तो रहता हैबाबा, उसके दो बच्चे हैंबाघिन सारा दिन पहरा देती हैबाघ या तो सोता हैया बच्चों से खेलता है...”दूसरा बालक बोला—“बाघ कहीं काम नहीं करतान किसी दफ़्तर मेंन कॉलेज में ऽऽ”छोटू बोला—“स्कूल में भी नहीं...”पाँच-साला बेटू नेहमें फिर से आगाह किया“अब रात को बाहर होकर बाथरूम न जाना!”
https://www.hindwi.org/kavita/children-literature/nagarjun-kavita
खिलौनेवाला - सुभद्राकुमारी चौहान
वह देखो माँ आजखिलौनेवाला फिर से आया है।कई तरह के सुंदर-सुंदरनए खिलौने लाया है।हरा-हरा तोता पिंजड़े मेंगेंद एक पैसे वालीछोटी-सी मोटर गाड़ी हैसर-सर-सर चलने वाली।सीटी भी है कई तरह कीकई तरह के सुंदर खेलचाभी भर देने से भक-भककरती चलने वाली रेल।गुड़िया भी है बहुत भली-सीपहिने कानों में बालीछोटा-सा ‘टी सेट’ हैछोटे-छोटे हैं लोटा-थाली।छोटे-छोटे धनुष-बाण हैंहैं छोटी-छोटी तलवारनए खिलौने ले लो भैयाज़ोर-ज़ोर वह रहा पुकार।मुन्नू ने गुड़िया ले ली हैमोहन ने मोटर गाड़ीमचल-मचल सरला कहती हैमाँ से लेने को साड़ीकभी खिलौनेवाला भी माँक्या साड़ी ले आता है।साड़ी तो वह कपड़े वालाकभी-कभी दे जाता हैअम्मा तुमने तो लाकर केमुझे दे दिए पैसे चारकौन खिलौने लेता हूँ मैंतुम भी मन में करो विचार।तुम सोचोगी मैं ले लूँगा।तोता, बिल्ली, मोटर, रेलपर माँ, यह मैं कभी न लूँगाये तो हैं बच्चों के खेल।मैं तलवार ख़रीदूँगा माँया मैं लूँगा तीर-कमानजंगल में जा, किसी ताड़काको मारूँगा राम समान।तपसी यज्ञ करेंगे, असुरों—को मैं मार भगाऊँगायों ही कुछ दिन करते-करतेरामचंद्र बन जाऊँगा।यहीं रहूँगा कौशल्या मैंतुमको यहीं बनाऊँगा।तुम कह दोगी वन जाने कोहँसते-हँसते जाऊँगा।पर माँ, बिना तुम्हारे वन मेंमैं कैसे रह पाऊँगा।दिन भर घूमूँगा जंगल मेंलौट कहाँ पर आऊँगा।किससे लूँगा पैसे, रूठूँगातो कौन मना लेगाकौन प्यार से बिठा गोद मेंमनचाही चीज़ें देगा।
https://www.hindwi.org/kavita/children-literature/subhadrakumari-chauhan-kavita-1
https://www.hindwi.org/kavita/children-literature/sohan-lal-dwivedi-kavita
https://www.hindwi.org/kavita/children-literature/sumitranandan-pant-kavita-1
https://www.hindwi.org/kavita/children-literature/sumitranandan-pant-kavita
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A Season Better Left Unseen, Dibyendu Bhattacharya Was The Soul Missing From This One!
A Season Better Left Unseen, Dibyendu Bhattacharya Was The Soul Missing From This One!
(फोटो क्रेडिट – एपिसोड स्टिल)
देखे सीजन 2 की समीक्षा: स्टार रेटिंग:
ढालना: हर्ष छाया, सूर्य शर्मा, दिब्येंदु भट्टाचार्य, आंचल सिंह, अपेक्षा पोरवाल, अंकुर राठी, अयन जोया, सयानदीप सेनगुप्ता, मेयांग चांग, नंदीश संधू
बनाने वाला: सिद्धार्थ सेनगुप्ता
निर्देशक: आशीष आर शुक्ला
स्ट्रीमिंग चालू: सोनीलिव
भाषा: हिंदी (उपशीर्षक के साथ)
रनटाइम: 30-40 मिनट/एपिसोड (कुल: 10 एपिसोड)
(फोटो क्रेडिट – एपिसोड…
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🚩देश-विदेश में 14 फरवरी को छाया रहा मातृ-पितृ पूजन दिवस - 14 फरवरी 2022
🚩जब भी 14 फरवरी निमित्त मातृ-पितृ पूजन की बात आती है तो सबकी जुबान पर एक ही नाम आता है- बापू आसारामजी का, जिन्होंने इस अद्भुत पर्व की सौगात संपूर्ण विश्व को दी, जिसे आज विश्वपटल पर देश-विदेश की गणमान्य हस्तियों द्वारा सराहा जा रहा है।
सन 2006 से शुरू हुए इस पर्व ने आज समाज में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। ये पर्व न सिर्फ हिन्दू, बल्कि मुसलमान और ईसाई धर्म को मानने वाले भी बड़े उत्साह से मनाते देखे जा रहे हैं।
🚩कौन से माता-पिता चाहेंगे कि उनकी संतान चरित्रहीन हो???
किसी भी देश का युवावर्ग उस देश की रीढ़ की हड्डी होता है। पाश्चात्य कल्चर का अन्धानुकरण कर भारत का युवा चारित्रिक पतन की खाई में गिरता चला जा रहा था पर बापू आसारामजी की इस अनूठी मुहिम ने युवाओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया और समाज में बढ़ती माता-पिता और बच्चों के बीच की दूरी को दूर किया।
इसलिए बापू आसारामजी द्वारा शुरू की गई इस अनूठी पहल को हर धर्म, हर जाति द्वारा सराहा गया है।
विश्व के अमेरिका, दुबई, सऊदी अरब, कनाडा, पाकिस्तान, बर्मा, नेपाल, इटली, इंग्लैंड आदि कई देशों में स्कूल, कॉलेज, वृद्धाश्रम, समाजसेवी संस्थाओं, घर, परिवार, मोहल्ले आदि में जगह-जगह पर मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया गया।
🚩माता-पिता अपने बच्चों सहित अपने-अपने क्षेत्रों में जहाँ-जहाँ ये कार्यक्रम आयोजित किये गए वहाँ-वहाँ बड़ी संख्या में पधारे और एक नये उत्साह, नये संस्कार, एक नयी दिव्य अनुभूति और एक अनोखे हर्ष के साथ सबके मुखमंडल प्रफुल्लित हो उठे।
सच में जिन्होंने भी इस पर्व को मनाया, अपने माता-पिता की पूजा की, अपनी दिव्य संस्कृति को अपनाया, उनके जीवन में कुछ नया देखने को जरूर मिला।
पूजन में आये परिजनों का कहना था कि हम अपने बच्चों को इतने ऊँचे संस्कार देने का कभी सोच भी नहीं सकते थे, जिन महापुरुष ने इस संस्कारी दिवस की नींव रखी है, जो हमने यहाँ अनुभव किया, तो हमें नहीं लगता कि उन्होंने कुछ गलत किया होगा! यह सब देखकर तो अब हमारी भी तीव्र इच्छा होने लगी है बापूजी के दर्शन की। देशभर से कई युवा सेल्फी वीडियो बनाकर मातृ पितृ पूजन दिवस को अपना समर्थन दे रहे हैं।
🚩ग्राउंड लेवल से लेकर सोशल मीडिया तक बड़े जोरशोर से मातृ-पितृ पूजन दिवस की धूम मची है।
आज ट्विटर पर लाखों ट्वीट्स द्वारा लोग बापू आसारामजी की इस अनूठी पहल का स्वागत करते दिखे।
🚩देखा जाए तो वैलेंटाइन डे भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं है; ये भी सच है कि वैलेंटाइन डे के पीछे बाजार की ताकत है। भारत की सभी समस्याओं का समाधान हिंदू धर्म की जड़ों में ही छिपा है; भारत जब पूरी तरह हिंदू राष्ट्र हो जाएगा तो फिर से महान हो जाएगा, इसके लिए सतयुग की तरफ देश को लौटाने के सभी प्रयास किए जाने चाहिए।
आज जहाँ एक ओर वैलेंटाइन डे का प्रभाव अंधाधुंध बढ़ता जा रहा है तथा इसके कुप्रभाव व दुष्परिणाम समाज के सामने प्रत्यक्ष हो रहे हैं- एड्स, नपुसंकता, दौर्बल्य जैसी गुप्त बीमारियों, छोटी उम्र में ही गर्भाधान (Teenage Pregnency), ऑपरेशन आदि का सामना समाज को करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर बापू आसारामजी के करोड़ों समर्थकों द्वारा हर साल देशभर में सभी स्थानों पर ग्राउंड लेवल हो या सोशल मीडिया की सभी साइट्स, मातृ-पितृ पूजन दिवस का प्रचार जनवरी से ही शुरू हो जाता है।
🚩अनादिकाल से भारत के महान संत ही समाज की रक्षा करते आये हैं। समाज को संवारने का दैवीकार्य महान ब्रह्मवेत्ता तत्वज्ञ संतों द्वारा ही होता आया है।
जब-जब समाज कुकर्म और पाप की गहरी खाई में गर्क होने लगता है, अधर्म बढ़ने लगता है तो किसी न किसी महापुरुष को परमात्मा (ईश्वर) धरती पर प्रकटाते हैं या स्वयं भगवान् धरती पर ��वतार लेते हैं और इस दिशाहीन समाज को एक नयी दिशा देकर, समाज को सुसंस्कारित कर, समाज में धर्म की स्थापना करते हैं जैसा कि भगवद्गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है।
🚩महापुरुषों की गाथा सुज्ञ समाज अनंत काल तक गाता रहता है। ऐसे ही कई महापुरुष जैसे- संत कबीर, गुरु नानकजी, संत तुलसीदासजी, संत लीलाशाहजी महाराज, संत तुकारामजी, संत ज्ञानेश्वरजी, स्वामी विवेकानंदजी, स्वामी अखंडानन्दजी आदि महान संतों का यश आज भी जीवित है।
करोड़ों-अरबों लोग धरती पर आते हैं और यूँ ही चले जाते हैं लेकिन संतों का नाम, आदर, पूजन व यश अनंत काल तक मानवमात्र के हृदयों में अंकित रहता है।
ऐसे ही संत आज इस धरा पर हैं लेकिन बहिर्मुख व कृतघ्न समाज को दिखता कहाँ है!
कहाँ पहचान पाते हैं हम उन संतों को!!
गुरुनानक जैसे महान संतों को जेल डलवा दिया जाता है। दो बार तो गुरुनानकजी को भी जेल जाना पड़ा। संत कबीरजी जैसों को वेश्याओं द्वारा बदनाम करवाया जाता है। स्वामी नित्यानंदजी के ऊपर यौन शोषण का झूठा आरोप लगाया गया था। लेकिन उनकी पूजा आज भी होती है क्योंकि "धर्म की जय और अधर्म का नाश" ये प्राकृतिक सिद्धांत है।
🚩आज समाज को एक अद्भुत प्यारा सा पर्व देकर हिन्दू संत आसारामजी बापू ने सभी के दिलों पर राज किया है, सबको प्रेम दिया है, सभी को सन्मार्ग पर ले चलने का बड़ा महान कार्य किया है।
कई समाज के बुद्धिजीवी तो संत आसारामजी बापू के प्रति आभार व्यक्त कर रहे हैं लेकिन भारत में ही विदेशी षड्यंत्र द्वारा ( क्रिश्चयन मिशनरीज, विदेशी कंपनियों के फंड से ) उन्हें जेल भिजवा दिया गया और समाज मूकदर्शक बनकर देखता रहा।
जहां आज का मानव बिना चमत्कार के किसी को नमस्कार नहीं करता, वहीं आज भी बापू आसारामजी के करोड़ों अनुयायी उनके लिए पलकें बिछाये बैठे हैं।
बिना सत्य के बल के कोई करोड़ों के जनसमूह को अपनी ओर आकर्षित नहीं कर सकता, इतना तो हर समझदार इंसान समझ सकता है।
उनकी सत्प्रेरणा से देश-विदेश में 14 फरवरी को माता-पिता का आदर-सत्कार, पूजन करके करोड़ों लोगों ने मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया।
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The review Satyameva Jayate 2 Movie: मनमोहन देसाई को मिलाप की श्रद्धांजलि, समयमेव जयते 2 मसाला फिल्मों का असली कॉकटेल है
The review Satyameva Jayate 2 Movie: मनमोहन देसाई को मिलाप की श्रद्धांजलि, समयमेव जयते 2 मसाला फिल्मों का असली कॉकटेल है
Movie Review: सत्यमेव जयते 2कलाकार: जॉन अब्राहम , दिव्या खोसला कुमार , हर्ष छाया , गौतमी कपूर , जाकिर हुसैन , दया शंकर पांडे और अनूप सोनीलेखक: मिलाप मिलन जवेरीनिर्देशक: मिलाप मिलन जवेरीनिर्माता: टी सीरीज और एम्मे एंटरटेनमेंटथिएटर: 25 नवंबर 2021रेटिंग: 3/5
लेखक-निर्देशक मिलाप मिलन जावेरी, जिन्होंने अपने करियर में अब तक 28 फिल्में लिखी हैं और 5 फिल्मों का निर्देशन किया है, उनके पास फिल्में लिखने…
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सत्यमेव जयते 2 की समीक्षा: तीन जॉन अब्राहम, दो बहुत अधिक, एक फिल्म के मैडेनिंग मेस में
सत्यमेव जयते 2 की समीक्षा: तीन जॉन अब्राहम, दो बहुत अधिक, एक फिल्म के मैडेनिंग मेस में
सत्यमेव जयते 2 रिव्यू: फिल्म का प्रमोशनल पोस्टर। (छवि सौजन्य: जोहन्नाब्राहम )
ढालना: जॉन अब्राहम, दिव्या खोसला कुमार, गौतमी कपूर, हर्ष छाया
निदेशक: मिलाप मिलन ज़वेरिक
रेटिंग: 1 स्टार (5 में से)
एक आदर्शवादी गृह मंत्री जो एक हत्यारे भ्रष्टाचार विरोधी योद्धा में बदल जाता है और उसका शीर्ष-बंदूक जुड़वां, एक खूंखार पुलिस वाला जिसे एक हत्यारे को पकड़ने का काम सौंपा जाता है, केवल वही भूमिका नहीं होती…
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मन भाये चित हुलसाये - Jain Bhajan Lyrics
मन भाये चित हुलसाये – Jain Bhajan Lyrics
मन भाये चित हुलसाये
तर्ज : मन डोले…
मन भाये चित हुलसाये मेरे छाया हर्ष अपार रे –
लख वीर तुम्हारी मूरतियां ॥
देख लिया मैंने जग सारा तुमसा नजर ना आये,
वीतराग मुद्रा तुम धारे बैठे ध्यान लगाय-
प्रभू तुम बैठे ध्यान लगाय,
सुरपति आवे, मंगल गावे, नाचे दे दे ताल रे,
लख वीर तुम्हारी मूरतियां ॥
अष्ट कर्म को जीत प्रभू तुम पाया केवलज्ञान,
दे उपदेश बहुत जन तारे कहां तक करूं बखान-
प्रभू मैं…
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कौन छुपके तारकों में गीत गाता!
कौन छुपके तारकों में गीत गाता!
कौन छुपके तारकों में गीत गाता!
आ गई प्रमुदित निशा
चिर-ज्योत्सना के पट लपेटे,
तारकों के मोतियों को
पीत अंचल में समेटे।
शुभ्र यह परिधान अग-जग को लुभाता
कौन छुपके तारकों में गीत गाता!
चंद्रिका लुक-छुप विटप में
है उतरती शान्त भू पर,
है बहुत उद्विग्न मिलने
को धरा से आज अम्बर।
दामिनी तिरती गगन जब मुस्कराता
कौन छुपके तारकों में गीत गाता!
तारिकाओं के उठे घूँघट
अधर पर हर्ष छाया,
तोड़ सारे बन्ध यौवन
मत्त…
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🕉ॐ नमः शिवाय🕉
🌄#सुप्रभातम🌄
🗓#आज_का_पञ्चाङ्ग🗓
🌻#सोमवार, २६ #जुलाई २०२१🌻
सूर्योदय: 🌄 ०५:४३
सूर्यास्त: 🌅 ०७:०७
चन्द्रोदय: 🌝 २१:१३
चन्द्रास्त: 🌜०७:३४
अयन 🌕 दक्षिणायने (उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🌦️ वर्षा
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 श्रावण
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 तृतीया (२६:५४ तक)
नक्षत्र 👉 धनिष्ठा (१०:२६ तक)
योग 👉 सौभाग्य (२२:४० तक)
प्रथम करण 👉 वणिज (१५:२४ तक)
द्वितीय करण 👉 विष्टि (२६:५४ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कर्क
चंद्र 🌟 कुंम्भ
मंगल 🌟 सिंह (उदित, पूर्व, मार्गी)
बुध 🌟 कर्क (अस्त, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 कुम्भ (उदय, पूर्व, वक्री)
शुक्र 🌟 सिंह (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५६ से १२:५१
अमृत काल 👉 २७:०६ से २८:४१
विजय मुहूर्त 👉 १४:४० से १५:३५
गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:०१ से १९:२५
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०३ से २४:४४
राहुकाल 👉 ०७:१५ से ०८:५८
राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम
यमगण्ड 👉 १०:४० से १२:२३
होमाहुति 👉 मंगल
दिशाशूल 👉 पूर्व
अग्निवास 👉 आकाश
भद्रावास 👉 मृत्युलोक (१५:२४ से २६:५४ तक)
चन्द्रवास 👉 पश्चिम
शिववास 👉 क्रीड़ा में (२६:५४ से कैलाश पर)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ - अमृत २ - काल
३ - शुभ ४ - रोग
५ - उद्वेग ६ - चर
७ - लाभ ८ - अमृत
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ - चर २ - रोग
३ - काल ४ - लाभ
५ - उद्वेग ६ - शुभ
७ - अमृत ८ - चर
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
पश्चिम-दक्षिण (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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श्रावण प्रथम सोमवार व्रत, विवाहादि मुहूर्त (पंजाब- कश्मीर- हिमाचल- हरियाणा) आदि प्रदेश के लिये) कर्क-कन्या लग्न प्रातः ०५:५१ से १०:२५ तक, नीवखुदाई एवं गृहारम्भ मुहूर्त प्रातः ०९:११ से १०:२६ तक, गृहप्रवेश+ देवप्रतिष्ठा मुहूर्त दोपहर १२:०६ से ०१:०० तक, भूमि-भवन+वाहनादि क्रय-विक्रय मुहूर्त दोपहर ०२:१४ से सायं ०७:१४ तक, व्यवसाय आरम्भ मुहूर्त प्रातः ०९:११ से १०:५२ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १०:२६ तक जन्मे शिशुओ का नाम
धनिष्ठा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (गे) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम शतभिषा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (गो, सा, सी, सू) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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पञ्चक रहित मुहूर्त
अग्नि पञ्चक - ०५:३२ से ०७:१४
शुभ मुहूर्त - ०७:१४ से ०९:३३
रज पञ्चक - ०९:३३ से १०:२६
शुभ मुहूर्त - १०:२६ से ११:५१
चोर पञ्चक - ११:५१ से १४:१२
शुभ मुहूर्त - १४:१२ से १६:३१
रोग पञ्चक - १६:३१ से १८:३५
शुभ मुहूर्त - १८:३५ से २०:१६
मृत्यु पञ्चक - २०:१६ से २१:४२
अग्नि पञ्चक - २१:४२ से २३:०५
शुभ मुहूर्त - २३:०५ से २४:३९
मृत्यु पञ्चक - २४:३९ से २६:३४
अग्नि पञ्चक - २६:३४ से २६:५४
शुभ मुहूर्त - २६:५४ से २८:४९
रज पञ्चक - २८:४९ से २९:३३
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उदय-लग्न मुहूर्त
कर्क - २८:५२ से ०७:१४
सिंह - ०७:१४ से ०९:३३
कन्या - ०९:३३ से ११:५१
तुला - ११:५१ से १४:१२
वृश्चिक - १४:१२ से १६:३१
धनु - १६:३१ से १८:३५
मकर - १८:३५ से २०:१६
कुम्भ - २०:१६ से २१:४२
मीन - २१:४२ से २३:०५
मेष - २३:०५ से २४:३९
वृषभ - २४:३९ से २६:३४
मिथुन - २६:३४ से २८:��९
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आपका आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। दिन के पूर्वार्ध में समाज के श्रेष्ठ लोगो से पहचान होगी परन्तु घर के ही किसी सदस्य को इससे परेशानी होसकती है फिर भी निकट भविष्य को देखते हुए लाभदायक रहेगी। आज कार्यक्षेत्र में अधिकारियों की कृपा दृष्टि रहेगी आज इनका कोई भेद पता लगने से नरम व्यवहार करेंगे। शेयर मार्केट एवं सट्टे में निवेश से आकस्मिक लाभ हो सकता है। वैसे भी आज मध्यान बाद आकस्मिक धनलाभ की संभावना अधिक है। क्रोधी स्वभाव के कारण परिवारजनों के साथ व्यर्थ विवाद होने से रंग में भंग की स्थिति बनेगी। लंबी दूरी की यात्रा के प्रसंग बनेंगे। अग्नि से सावधानी रखें।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज दिन आपके लिए आपके लिए लाभदायी रहेगा। आज प्रातःकाल के समय दिनचर्या थोड़ी सुस्त रहेगी लेकिन मध्यान आते आते गति पकड़ लेगी। कम समय मे बेहतर कार्य कर अधिकारी एवं सहकर्मी से प्रशंशा मिलेगी। आज कोई भी कार्य हो आप युक्तियों के बल पर उसे पूर्ण कर ही लेंगे। आज शेयर एवं सर्राफा व्यवसायियो को सरकारी कार्य से लाभ होगा। अन्य व्यवसाय से जुड़े जातको को भी संतोषजनक लाभ होगा। आज किसी सामाजिक कार्य अथवा धर्म क्षेत्र में अर्थ एवं श्रमदान से भी सम्मान में वृद्धि होगी। घर में मित्र रिश्तेदारो के आगमन से चहल-पहल रहेगी।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिए उतार चढ़ाव से भरा रहेगा। दिन के आरम्भ से ही किसी अन्य के काम से भाग दौड़ करनी पड़ेगी फिर भी तुरंत कोई निष्कर्ष ना निकलने पर मायूस होंगे। आज अन्य लोगो की जगह अपने काम पर ध्यान दें अन्यथा बाद में पछताना पड़ेगा। नौजरी पेशाओ को कार्य क्षेत्र में प्रतिकूल परिस्थिति का सामना करना पड़ेगा आज अपने काम से काम रखें। अर्थ लाभ के लिए आज विशेष परिश्रम करने पर ही आशा से कुछ कम सफलता मिलेगी। व्यर्थ की यात्रा से थकान होगी। सर्जरी अथवा बीमारी पर खर्च होने की सम्भवना है। पारिवारिक वातावरण भी अस्त-व्यस्त रहेगा।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आपका आज का दिन अशुभ फलदायी रहेगा। पूर्व में बरती लापरवाही एवं असंयमित खान-पान एवं कार्य की अधिकता के कारण सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। सर पेट, कमर, घुटनो की समस्या रहने से बेचैनी रहेगी कार्य क्षेत्र पर भी इनका असर देखने को मिलेगा दिनचर्या आज धीमी ही रहेगी। धन अथवा किसी प्रियजन संबंधित अशुभ समचार मिलने से मन चिंताग्रस्त रहेगा। आज अपनी गलतियों का दोष किसी अन्य पर थोपने पर निजी सम्बंधियों से अनबन भी हो सकती है। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन लाभ की तुलना में अधिक खर्च वाला रहेगा। लोहे के औजार एवं अग्नि के कार्यो में विशेष सावधानी बरतें।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आप का दिन लाभदायक सिद्ध होगा। आज भौतिक सुख के साधनो में वृद्धि होगी इसके ऊपर खर्च भी बजट से ज्यादा होगा फिर भी आज व्यापार में उन्नति के साथ-साथ पुराने रुके धन की उगाही होने पर खर्च अखरेगा नही। आज आप अपनी कल्पना को साकार रूप देने में सफल रहेंगे। लेकिन प्रेम प्रसंगों से बचकर रहे धन के साथ मान हानि भी हो सकती है। मध्यान पश्चात का समय कार्य क्षेत्र पर अलग अलग राय बनने से भ्रम में डालेगा लेकिन तुरंत निर्णय लेने की क्षमता भ्रम की स्थिति से बाहर निकाल लेगी। संध्या बाद कोई मनइच्छित कार्य होने से प्रसन्न रहेंगे। पेट मे जलन गैस एवं आँख संबंधित समस्या बन सकती है।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपको अनुकूल फल देगा। आज आपका स्वभाव एवं व्यवहार बनावटी रहेगा दिखावा अधिक पसंद करेंगे। छोटी छोटी उपलब्धियों को भी बड़ा चढ़ा कर पेश करेंगे समाज में दिखावे की प्रतिष्ठा बढ़ने से दिनभर मानसिक रूप से प्रसन्न रहेंगे। आरोग्य अच्छा रहेगा घर के लोग डरे सहमे से रहेंगे जिसके कारण शांति का वातावरण छाया रहेगा। आज बैठे बिठाए ही कार्य क्षेत्र पर नई योजनाएं हाथ में आएगी फिर भी आज आर्थिक लाभ के लिये लंबा इंतजार करना पड़ेगा। परिवार जनों के साथ आपसी संबंधों को महत्व देने से कई समस्याओं का समाधान स्वतः ही हो जाएगा। संतान का सुख संतोष प्रदान करेगा। रक्त अथवा पित्त संबंधित शिकायत हो सकती है। मादक एवं तले पदार्थो का परहेज रखें।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आपका आज का दिन आनंददायक रहेगा। आज के दिन आपका बुद्धि विवेक जाग्रत रहेगा प्रत्येक कार्य सोच समझ कर ही करेंगे जिसके परिणाम स्वरूप आज हानि अथवा धोखा होने की संभावना ना के बराबर रहेगी। आज शारीरिक एवं मानसिक रूप से भी चुस्त रहेंगे। व्यापार अच्छा चलने से आर्थिक स्थिति सुधरेगी फिर भी आज आर्थिक विषयो में बड़ो की सला�� लेकर कार्य करें। किसी इच्छित कार्य के पूर्ण होने से ख़ुशी होगी। बेरोजगारों को थोड़ा प्रयास करने पर रोजगार मिल सकता है। मित्रों अथवा परिजनों के साथ बाहर घूमने के प्रसंग बन सकते है। रक्तचाप अथवा अजीर्ण की शिकायत हो सकती है।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज दिन के कुछ भाग को छोड़ शेष समय अशुभ फलदायी रहेगा। दिन के आरम्भ से ही विवाद का भय रहेगा आज किसी की बातों में ना आए अन्यथा दांपत्यजीवन में कलह-क्लेश हो सकता है। कार्य क्षेत्र पर भी स्वयं के निर्णय से ही कार्य करने में लाभ मिल सकेगा सहकर्मियों की लत लतीफी कार्यो में विलंब के साथ गरमा गरमी कराएगी। भागीदारी के कार्यो से आज हानि की संभावना है। आर्थिक रूप से दिन सामान्य से कम फलदायक रहेगा। संतान की मनमानी से मन विचलित होगा। आज का दिन धैर्य से बिताने में ही भलाई है। शरीर के अंगों में दर्द एवं अकड़न की शिकायत रह सकती है।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन शुभफलदायी है। आज आपको प्रातः काल से ही धन लाभ की संभावनाएं बनने लगेंगी लेकिन टलते टलते मध्यान के आस पाँच ही हो पाएगी। व्यापारियों को दैनिक लाभ के अतिरिक्त भी आय के अवसर मिलेंगे। नए अनुबंध मिलने से भविष्य की आर्थिक योजनाएं बनाएंगे लेकिन अधूरे कार्य पूर्ण होंने पर ही नयी योजनाएं बनाना शुभ रहेगा। आज आप आध्यत्म एवं गूढ़ रहस्यों में भी रुचि लेंगे। परिवार के बुजुर्गो का सहयोग मिलेगा। दाम्पत्य जीवन में प्रेम बढ़ेगा। संतान से किसी मामूली बात पर मतभेद हो सकता है। गले अथवा मल मूत्र संबंधित विकार होने की संभावना है।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपको मिला-जुला फल देगा। आज दिन के आरम्भ से ही बे फिजूल की मानसिक दुविधाओं और उलझनों के कारण कार्य में उत्साह नहीं रहेगा। कार्य क्षेत्र पर काम करते समय भी मन कही और ही रहेगा शारीरिक रूप से भी शिथिलता और आलस्य अनुभव होगा। मध्यान पश्चात स्थिति सुधरेगी धन की आमद होने पर आर्थिक समस्याओं में कमी आएगी। आज बीते कुछ दिनों से दाम्पत्य में बनी कड़वाहट भ्रम दूर होने पर जीवनसाथी से सम्बन्ध मधुर होंगे लेकिन झगड़ा होबे के बाद ही। किसी पुराने मित्र से भेंट होने से हर्ष और खर्च होगा। सुख सुविधाएं जुटाने पर भी आज परिवार में सुख-शांति की कमी रहेगी।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आपका दिन का अधिकांश भाग कार्य करते हुए भी आनंद, मनोरंजन में बीतेगा। कार्य क्षेत्र पर कई दिनों से बन रही बाधाएं दूर होने से नए ���्रयोग अपनाएंगे फिर भी आज नये कार्यो का आरम्भ करने के लिए दिन शुभ नही है। व्यक्तिगत रूप से नौकरी करने वालों एवं व्यावसायिकों के लिए दिन अच्छा है धन लाभ की तुलना में सम्मान अधिक मिलेगा। दाम्पत्य जीवन का सुख भी आज छोटी मोटी बातों को छोड़ उत्तम रहेगा। खर्च अधिक रह सकते है इन पर नियंत्रण करे अन्यथा कर्ज लेना पड़ सकता है। उत्तम भोजन वाहन पर्यटन सुख मिलेगा। खान पान संतुलित रखें अन्यथा पेट खराब होने पर अन्य रोगों को निमंत्रण देगा।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन प्रतिकूल रहने से लगभग सभी कामो में अड़चने आएंगी। पूर्व में किये निवेश का धन फंसने अथवा हानि होने से मानसिक व्याकुलता रहेगी। नए अनुबंध सोच-समझ कर हाथ मे लें। आज आत्मविश्वाश और सहयोग की कमी रहने से कार्य हानि की संभावना अधिक है। आर्थिक लेन-देन आज ना करें विशेषकर आज किसी से उधार लेने दें से बचे वापसी में परेशानी आएगी। धार्मिक कार्यों एवं सामाजिक समारोह में धन एवं समय लगेगा। परिवार का वातावरण उदासीन रहेगा छोटी छोटी बातों पर परिजनों के साथ मतभेद उजागर होंगे। सेहत में पल पल में नरम गरम रहेगी।
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🦚🌈 श्री भक्ति ग्रुप मंदिर 🦚🌈
🙏🌹🙏जय श्री महाकाल🙏🌹🙏
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Out Of Love 2 का प्रीमियर 30 अप्रैल को होगा disneyplushotstar पर - Out Of Love 2 का प्रीमियर 30 अप्रैल को disneyplushotstar पर होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस वेब सीरीज का निर्माण समीर गोगेट और बीबीसी स्टूडियो द्वारा कुन्नूर में किया गया है। ओनी सेन इस सीजन में निर्देशक है। इस शो में अभिनेत्री मीनाक्षी चौधरी, संघमित्रा हितिशी, हर्ष छाया, एकावली https://thedepth.in/webseries-out-of-love-season-2-will-release-on-30-april/
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जॉन अब्राहम ने लखनऊ में सत्यमेव जयते 2 को हरी झंडी दिखाई
जॉन अब्राहम ने लखनऊ में सत्यमेव जयते 2 को हरी झंडी दिखाई
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नई दिल्ली: बॉलीवुड हंक जॉन अब्राहम स्टारर फिल्म ‘सत्यमेव जयते 2’ की शूटिंग उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर हो रही है। “पहले दिन, हम केवल मुख्य जोड़ी के साथ शूटिंग करेंगे, लेकिन बाद में, हर्ष छाया, गौतमी कपूर, शाद रंधावा, अनूप सोनी, और साहिल वैद जैसे अन्य कलाकार इसमें शामिल होंगे। हम विरासत सहित लखनऊ में शूटिंग करेंगे। महलों और कॉलेजों जैसी संरचनाएँ, निर्देशक मिलाप झवेरी को सूचित करती हैं,…
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🚩 वेलेंटाइन डे पे भारी पड़ा मातृ-पितृ पूजन दिवस, छाया रहा विश्वभर में-14 फरवरी 2021
🚩 आज जहाँ एक ओर वैलेंटाइन डे का प्रभाव अंधाधुंध बढ़ता आ रहा है तथा इसके कुप्रभाव व दुष्परिणाम समाज के सामने प्रत्यक्ष हो रहे हैं जैसे कि एड्स, नपुसंकता, दौर्बल्य, छोटी उम्र में ही गर्भाधान (Teenage Pregnency), ऑपरेशन आदि गुप्त बिमारियों का सामना समाज को करना पड़ रहा है ।
🚩 वेलेंटाइन डे मनाने से समाज में युवावर्ग का चारित्रिक पतन तथा विदेशी कंपनियों के गिफ्ट, गर्भनिरोधक सामग्री के पैसे अरबो-खरबो रूपये जाते देखकर और वृद्धाश्रमों की माँग बढ़ते देख हिन्दू संत आशारामजी बापू ने 2006 से एक अनूठी मुहिम की तरफ युवावर्ग को आकर्षित किया। जो है "मातृ पितृ पूजन दिवस" इसके कारण युवाओं का नैतिक, चारित्रिक पतन और विदेश में जाते पैसे और माता-पिता का अनादर करके वृद्धाश्रम भेजने आदि इन सभी पर रुकावट आई।
🚩 वेलेंटाइन डे का कुप्रभाव व मातृ-पितृ पूजन का सकारात्मक परिणाम देखकर देश- विदेश की सभी सम्मानीय एवं प्रतिष्ठित हस्तियों ने स्वागत किया। और देश-विदेश में 2006 से 14 फरवरी को 'वेलेंटाइन डे' की जगह मातृ पितृ पूजन दिवस मनाना शुरू किया गया।
🚩 जब इस विषय को लेकर सोशल साइट पर देखा गया तो देखने को मिला कि बापू आसारामजी के अनुयायियों ने जनवरी से ही 14 फरवरी "मातृ पितृ पूजन दिवस" निमित्त देश-विदेश में 14 फरवरी मातृ-पितृ पूजन निमित्त कार्यक्रम शुरू कर दिए थे ।
https://twitter.com/Asharamjiashrm?s=09
🚩 मातृ-पितृ पूजन को लेकर लगातार 15 दिन से Twitter, Facebook, Instagram, google, Whatsapp आदि पर भी उनके अनुयायी बहुत सक्रिय रहे । सोशल मीडिया से लेकर #ग्राउंड लेवल तक बड़े जोरशोर से ParentsWorshipDay मनाया गया।
🚩 इस कार्यक्रम को विश्वभर में जैसे कि अमेरिका, दुबई, सऊदी अरब, केनेडा, पाकिस्तान, बर्मा, नेपाल, इटली, लन्दन, ऑस्ट्रेलिया आदि कई देशों में स्कूल, कॉलेज, जाहिर स्थल, वृद्धाश्रम, समाज सेवी संस्थाओं, घर, परिवार, मोहल्ले आदि में जगह-जगह पर उनके अनुयाई तथा समाज सेवी संस्थाओं ने "मातृ पितृ पूजन दिवस" मनाया गया ।
🚩 माता-पिता अपने बच्चों सहित अपने-अपने क्षेत्रों में जहाँ-जहाँ ये कार्यक्रम आयोजित किये गए वहाँ वहाँ बड़ी संख्या में पधारे और एक नये उत्साह, एक नए जीवन, नये संस्कारों, एक नयी दिव्य अनुभूति और एक अनोखे हर्ष-उल्लास के साथ सबके मुखमंडल प्रफुल्लित दिखे ।
🚩 सच में जिन्होंने भी वेलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया, अपने माता-पिता की पूजा की, अपनी दिव्य संस्कृति को अपनाया उनके जीवन में कुछ नया देखने को जरूर मिला ।
🚩 कुछ पाश्चात्य संस्कृति (VALENTINE DAY) मनाने वाले मनचले लोग तर्क-कुतर्क करने लगे कि माता-पिता की पूजा एक ही दिन क्यों ? उन्हें जवाब इस तरह का है कि क्या आपने अपने जीवन में दिल से कभी अपने माता-पिता की पूजा की भी है या नहीं ? जरा ईमानदारी से अपने दिल पर हाथ रखकर तो कहना ।
और अगर सच्चे ह्रदय से माँ-बाप की पूजा होती तो क्या आप वैलेंटाइन-डे के इस कचरे को अपनाते ???
🚩 आज के कल्चर में वैलेंटाइन डे मनाने वाले आगे जाकर लड़के-लड़कियों के चक्कर में क्या-क्या कर बैठते हैं ये दुनिया जानती है । फिर समाज में और घर-परिवार में मुँह दिखाने लायक नहीं रहते । फिर या तो घर से भाग जाते हैं या तो आत्महत्या के विचार कर बैठते हैं और इसको अंजाम देते हैं ।
🚩 कुछ समय पूर्व ही कई अखबारों में पढ़ने को मिला कि जवान लड़के-लड़कियाँ नदी में कूदकर अथवा ट्रेन से कूदकर जान दे बैठे।क्या यही है आज का VELANTINEDAY....???
🚩 अनादिकाल से भारत के महान संत ही समाज की रक्षा करते आये हैं । समाज को संवारने का दैवीकार्य महान ब्रह्मवेत्ता तत्वज्ञ संतों द्वारा ही होता आया है और जब-जब समाज कुकर्म और पाप की गहरी खाई में गर्क होने लगता है, अधर्म बढ़ने लगता है तो किसी न किसी महापुरुष को परमात्मा (ईश्वर) धरती पर प्रकटाते हैं या स्वयं भगवान् धरती पर अवतार लेते हैं और इस दिशाहीन समाज को एक नयी दिशा देकर, समाज को सुसंस्कारित कर, समाज में धर्म की स्थापना करते हैं जैसा कि भगवद्गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है।
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् |
धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ||
🚩 महापुरुषों की गाथा सुज्ञ समाज अनंत काल तक गाता रहता है । ऐसे ही कई महापुरुष जैसे संत कबीर, गुरु नानक जी, संत तुलसीदास जी, संत लीलाशाह जी महाराज, संत तुकाराम जी, संत ज्ञानेश्वर जी, स्वामी विवेकानंद जी, स्वामी अखंडानन्द जी आदि महान सन्तों का यश आज भी जीवित है ।
करोड़���-अरबों लोग धरती पर जन्म लेते हैं और यूँ ही मर जाते हैं पर संतों का नाम,आदर,पूजन व यश सभी के हृदयों में अंकित है ।
🚩 ऐसे ही संत आज इस धरा पर हैं लेकिन बहिर्मुख व कृतघ्न समाज को दिखता कहाँ है!
कहाँ पहचान पाते हैं उन महान संतों को!!
🚩 गुरुनानक जैसे महान संतों को जेल में डलवा दिया जाता है । दो बार तो गुरुनानक जी को भी जेल जाना पड़ा । संत कबीरजी जैसों को वेश्याओं द्वारा बदनाम करवाया जाता है । भगवान बुद्ध पर दुष्कर्म का आरोप लगाया गया लेकिन उनकी पूजा आज भी होती है क्योंकि "धर्म की जय और अधर्म का नाश" ये प्राकृतिक सिद्धांत है ।
🚩 आज समाज को एक अद्भुत प्यारा सा पर्व देकर हिन्दू संत आसारामजी बापू ने सभी के दिलों में राज किया है । सबको प्रेम दिया है । सभी को सन्मार्ग पर ले चलने का अद्भुत महान कार्य किया है । कई समाज के बुद्धिजीवी तो हिन्दू संत आसारामजी बापू के प्रति आभार व्यक्त कर रहे हैं। लेकिन भारत में ही विदेशी षड़यंत्र द्वारा ( क्रिश्चयन मिशनरीज, विदेशी कंपनियों के मुआवजे से ) उन्हें जेल भिजवा दिया गया, मीडिया द्वारा बदनाम करवाया गया और सुज्ञ समाज देखता रह गया ।
🚩 गौरतलब है कि संत आसारामजी बापू 8 साल से जोधपुर जेल में बन्द है लेकिन उनके करोड़ो भक्त अभी तक उनसे जुड़े हैं ।
क्या ये उन महान संत की निर्दोषता का प्रमाण नहीं..?? क्या किसी बलात्कारी के पीछे करोड़ों का जन-समूह हो सकता है..???
है जो वंदनीय और पूजनीय वो, दिन अपने कारावास में बिताते हैं ।
सत्कार्यों का मिला कटुफल, उसको भी हंसकर सहते जाते हैं ।।
🚩 आज का मानव बिना चमत्कार के किसी को नमस्कार नहीं करता वहीं इनके करोड़ों अनुयायी आज भी इनके लिए पलकें बिछाये बैठे हैं ।
बिना सत्य के बल के कोई करोड़ों के जनसमूह को अपनी ओर आकर्षित नहीं कर सकता इतना तो हर समझदार इंसान समझ सकता है ।
🚩 लेकिन कई मूर्ख लोग मीडिया की बातों में आकर अपने ही संतों पर लांछन लगाने से पीछे नहीं हटते..!!
🚩 अगर मीडिया इतनी ही निष्पक्ष है तो क्यों संत आसारामजी बापू द्वारा किये गए और किये जा रहे अनेकों समाजसेवा के कार्यों को क्यों छुपा रही है ???
🚩 हर सिक्के के दो पहलू होते हैं मीडिया ने कहा बापू रेपिस्ट आपने मान लिया पर कभी आपने ये जानने का प्रयास किया कि उन पर रेप का आरोप ही नही है, छेड़छाड़ का केवल आरोप है और उनके खिलाफ कितने षड्यंत्र हुए और उसका खुलासा हुआ है वे आपको नही पता होगा। उनके द्वारा हुए और हो रहे समाज उत्थान के सेवाकार्यों को दृष्टिगोचर किया जा रहा है ।
🚩 हमारे देश में एक ओर 82 वर्षीय वरिष्ठ संत बापू आसारामजी को जमानत का भी अधिकार नहीं दूसरी ओर ऐसे ही कई केस हमारे सामने हैं जिनमें सबूत मिलने पर भी वो मजे से बाहर घूम रहे हैं ।
🚩 क्या हिन्दू संत होना ही गुनाह है या हिन्दू संस्कृति उत्थानार्थ कार्य करना गुनाह है??
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