#हरिद्वार में पति की हत्या
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प्रेमी के साथ मिलकर महिला ने की पति की हत्या, 21 साल के बेटे ने दराती से काटा पिता का गला करन खुराना,हरिद्वार हरिद्वार के भगवानपुर थाना क्षेत्र में खुब्बनपुर में एक हत्या का मामला सामने आया है, जिसमे एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की गला दबाकर हत्या कर दी। पत्नी का नाम बबली है जिसने अपने प्रेमी लाल सिंह के साथ मिलकर अपने पति बालेश की हत्या कर दी। ऐसा बताया जा रहा है की हत्या में बालेश का बेटा अरुण भी शामिल था। अरुण और लाल सिंह बालेश की लाश को घर से गांव जाने वाले सुनसान रास्ते में फेंक के आए थे। …
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Uttarakhand Crime News: महिला ने कुल्हाड़ी से पति को काट डाला, गुस्से में बेटे ने भी कर दी मां की हत्या; डबल मर्डर से क्षेत्र में सनसनी
Uttarakhand Crime News: महिला ने कुल्हाड़ी से पति को काट डाला, गुस्से में बेटे ने भी कर दी मां की हत्या; डबल मर्डर से क्षेत्र में सनसनी
Uttarakhand Crime News: हरिद्वार: रुड़की में रविवार को दोहरे हत्याकांड का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां पहले एक महिला ने अपने पति को कुल्हाड़ी से काट डाला, वहीं पिता की हत्या से गुस्साए बेटे ने अपनी मां का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद बेटा थाने पहुंचा और खुद पुलिस को पूरी घटना बताई, जिससे हड़कंप मच गया। मिली जानकारी अनुसार, बहादराबाद थाना क्षेत्र के मरगूबपुर गांव निवासी इनामुल हक (60…
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Uttarakhand Crime News: महिला ने कुल्हाड़ी से पति को काट डाला, गुस्से में बेटे ने भी कर दी मां की हत्या; डबल मर्डर से क्षेत्र में सनसनी
Uttarakhand Crime News: महिला ने कुल्हाड़ी से पति को काट डाला, गुस्से में बेटे ने भी कर दी मां की हत्या; डबल मर्डर से क्षेत्र में सनसनी
Uttarakhand Crime News: हरिद्वार: रुड़की में रविवार को दोहरे हत्याकांड का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां पहले एक महिला ने अपने पति को कुल्हाड़ी से काट डाला, वहीं पिता की हत्या से गुस्साए बेटे ने अपनी मां का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद बेटा थाने पहुंचा और खुद पुलिस को पूरी घटना बताई, जिससे हड़कंप मच गया। मिली जानकारी अनुसार, बहादराबाद थाना क्षेत्र के मरगूबपुर गांव निवासी इनामुल हक (60…
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Uttarakhand Crime News: महिला ने कुल्हाड़ी से पति को काट डाला, गुस्से में बेटे ने भी कर दी मां की हत्या; डबल मर्डर से क्षेत्र में सनसनी
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Uttarakhand Crime News: हरिद्वार: रुड़की में रविवार को दोहरे हत्याकांड का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां पहले एक महिला ने अपने पति को कुल्हाड़ी से काट डाला, वहीं पिता की हत्या से गुस्साए बेटे ने अपनी मां का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद बेटा थाने पहुंचा और खुद पुलिस को पूरी घटना बताई, जिससे हड़कंप मच गया। मिली जानकारी अनुसार, बहादराबाद थाना क्षेत्र के मरगूबपुर गांव निवासी इनामुल हक (60…
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Uttarakhand Crime News: महिला ने कुल्हाड़ी से पति को काट डाला, गुस्से में बेटे ने भी कर दी मां की हत्या; डबल मर्डर से क्षेत्र में सनसनी
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Uttarakhand Crime News: हरिद्वार: रुड़की में रविवार को दोहरे हत्याकांड का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां पहले एक महिला ने अपने पति को कुल्हाड़ी से काट डाला, वहीं पिता की हत्या से गुस्साए बेटे ने अपनी मां का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद बेटा थाने पहुंचा और खुद पुलिस को पूरी घटना बताई, जिससे हड़कंप मच गया। मिली जानकारी अनुसार, बहादराबाद थाना क्षेत्र के मरगूबपुर गांव निवासी इनामुल हक (60…
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पत्नी ने कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर पति को मारा, तो बेटे ने मां को मौत के घाट उतारा, डबल मर्डर से हरिद्वार में सनसनी
पत्नी ने कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर पति को मारा, तो बेटे ने मां को मौत के घाट उतारा, डबल मर्डर से हरिद्वार में सनसनी https://www.biharjharkhandnewslive.com/
हरिद्वार जिले के बहादराबाद क्षेत्र के गांव मरगूबपुर में रविवार दोपहर दिल दहला देने वाली घटना घटित हुई। पत्नी ने कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर पति को मारा बाद में बेटे ने सौतेली मां की हत्या कर दी। हरिद्वार जिले के बहादराबाद क्षेत्र के गांव मरगूबपुर में रविवार दोपहर दिल दहला देने वाली घटना घटित हुई। डबल मर्डर से शहर में सनसनी फैल गई। गृहकलह के चलते पत्नी ने कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर पति को मौत…
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पति पत्नी और वो: पति ने अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर की पत्नी की हत्या
पति पत्नी और वो: बबली अरमान हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा
पति ने अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर पत्नी और उसके प्रेमी को मौत के घाट उतार दिया। ये मामला है देहरादून के सेलकुई का जहां इस वारदात को अंजाम दिया गया।
इस मामले में पुलिस ने पति मुशीर अली सहित प्रेमी महिला को गिरफ़्तार किया है। दरअसल राजधानी के सेलाकुई थाने में पुलिस ने मृतक अरमान की मिसिंग रिपोर्ट 3 दिसम्बर को दर्ज की थी। जांच पड़ताल के दौरान जब मुशीर अली से सख़्ती से पूछताछ की गई तो उसने पुलिस के सामने अपने जुर्म का इकबाल किया। आरोपी मुशीर ने अरमान की हत्या के साथ ही अपनी पत्नी की हत्या की बात भी पुलिस को बयां की। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने अपनी पत्नी की हत्या 20 दिन पहले की थी और शव को हरिद्वार में झाड़ियों में फेंक दिया था। वही अरमान लगातार बबली की ढूंढ़खोज में लगा था। पत्नी की हत्या का किसी को पता न चले इसके लिए आरोपी ने कुछ वक्त बाद अरमान की भी हत्या कर दी।
आरोपी मुशीर अली और प्रेमिका किरन साहनी अरेस्ट
मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देहरादून एसएसपी ने दोनों की गिरफ़्तारी की जानकारी दी। वही पुलिस ने गुमशुदा अरमान के शव को नेपाली फार्म तिराहे रायवाला से बरामद कर लिया है और आरोपी की पत्नी के शव को जल्द ही बरामद किया जाएगा। देहरादून एसएसपी ने बताया कि आरोपी को जल्द ही पुलिस कस्टड़ी रिमांड में लिया जाएगा।
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पति की हत्या के आरोप में पत्नी गिरफ्तार साला व बेटा फरार
पति की हत्या के आरोप में पत्नी गिरफ्तार साला व बेटा फरार
रिपोर्ट: फरमान खान लक्सर: थाना खानपुर क्षेत्र में 13 जुलाई को सीताराम पुत्र सोल्लू गिरी निवासी तुगलपुर थाना खानपुर जनपद हरिद्वार के द्वारा अपने भाई जयभगवान गिरी निवासी तुगलपुर की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। तभी से इस केस की जांच गोरधनपुर पुलिस चौकी प्रभारी आशीष शर्मा द्वारा की जा रही थी। वहीं पुलिस द्वारा मृतक युवक की पत्नी अर्चना गिरी से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो महिला ने बताया…
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धारदार हथियार से सरेआम पत्नी की गला रेत कर हत्या,पति फरार हो गया
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धारदार हथियार से सरेआम पत्नी की गला रेत कर हत्या,पति फरार हो गया
हरिद्वार/शनिवार की रात राज कुमार पत्नी राजेश उम्र करीब 27 वर्ष निवासी लखीमपुर खीरी यूपी हाल हेतमपुर रोशनाबाद सिड़कुल की उसके पति ने तेज धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर आसपास सहित मौके पर मौजूद मृतका के भाई से जानकारी ली। पूछताछ के दौरान मृतका के भाई ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन राज कुमारी और उसके पति राजेश के बीच किसी बात को लेकर कुछ समय से मनमुटाव चल रहा था। जिसकारण दोनों एक सप्ताह से अलग अलग रह रहे थे।
पुलिस पत्नी के हत्यारोपी की तलाश में सम्भावित ठिकाने पर छापेमारी कर रही है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है।
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वह अपनी पत्नी और उसके प्रेमी को अपनी आंखों के सामने रखता था, और शारीरिक संबंध और ब्लैकमेल करता था
वह अपनी पत्नी और उसके प्रेमी को अपनी आंखों के सामने रखता था, और शारीरिक संबंध और ब्लैकमेल करता था
पत्नी ने प्रेमी के साथ की पति की हत्या उत्तराखंड समाचार: आरोपी की पत्नी और उसके प्रेमी ने पुलिस को बताया कि संजीव उसका हाथ नहीं ढूंढ पा रहा था और उसे ब्लैकमेल कर रहा था। एक तरफ वह उनके प्यार में बाधक बन रहा था तो दूसरी तरफ संजीव समाज में उनका अपमान करने की धमकी दे रहा था। हल्की हलाल उत्तराखंड के हरिद्वार में अवैध संबंध की एक बेहद ��ुखद घटना सामने आई है. जहां एक पत्नी ने अपने दूध प्रेमी के साथ…
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🚩महाशिवरात्रि का ऐसा है इतिहास, इसदिन शिवजी को ऐसे करें प्रसन्न-09 मार्च 2021
🚩तीनों लोकों के मालिक भगवान शिव का सबसे बड़ा त्यौहार महाशिवरात्रि है ।महाशिवरात्रि भारत के साथ कई अन्य देशों में भी धूम-धाम से मनाई जाती है ।
🚩‘स्कंद पुराण के ब्रह्मोत्तर खंड में शिवरात्रि के उपवास तथा जागरण की महिमा का वर्णन है : ‘शिवरात्रि का उपवास अत्यंत दुर्लभ है । उसमें भी जागरण करना तो मनुष्यों के लिए और भी दुर्लभ है । लोक में ब्रह्मा आदि देवता और वशिष्ठ आदि मुनि इस चतुर्दशी की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हैं । इस दिन यदि किसी ने उपवास किया तो उसे सौ यज्ञों से अधिक पुण्य होता है ।
🚩शिवलिंग का प्रागट्य!
🚩पुराणों में आता है कि ब्रह्मा जी जब सृष्टि का निर्माण करने के बाद घूमते हुए भगवान विष्णु के पास पहुंचे तो देखा कि भगवान विष्णु आराम कर रहे हैं। ब्रह्मा जी को यह अपमान लगा ‘संसा�� का स्वामी कौन?’ इस बात पर दोनों में युद्ध की स्थिति बन गई तो देवताओं ने इसकी जानकारी देवाधिदेव भगवान शंकर को दी।
🚩भगवान शिव युद्ध रोकने के लिए दोनों के बीच प्रकाशमान शिवलिंग के रूप में प्रकट हो गए। दोनों ने उस शिवलिंग की पूजा की। यह विराट शिवलिंग ब्रह्मा जी की विनती पर बारह ज्योतिर्लिंगों में विभक्त हुआ। फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को शिवलिंग का पृथ्वी पर प्राकट्य दिवस महाशिवरात्रि कहलाया।
🚩बारह ज्योतिर्लिंग (प्रकाश के लिंग) जो पूजा के लिए भगवान शिव के पवित्र धार्मिक स्थल और केंद्र हैं। वे स्वयम्भू के रूप में जाने जाते हैं, जिसका अर्थ है "स्वयं उत्पन्न"।
🚩1. सोमनाथ यह शिवलिंग गुजरात के सौराष्ट्र में स्थापित है।
🚩2. श्री शैल मल्लिकार्जुन मद्रास में कृष्णा नदी के किनारे पर्वत पर स्थापित है।
🚩3. महाकाल उज्जैन के अवंति नगर में स्थापित महाकालेश्वर शिवलिंग, जहां शिवजी ने दैत्यों का नाश किया था।
🚩4. ॐकारेश्वर मध्यप्रदेश के धार्मिक स्थल ओंकारेश्वर में नर्मदा तट पर पर्वतराज विंध्य की कठोर तपस्या से खुश होकर वरदान देने हेतु यहां प्रकट हुए थे शिवजी। जहां ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित हो गया।
🚩5. नागेश्वर गुजरात के द्वारकाधाम के निकट स्थापित नागेश्वर ज्योतिर्लिंग।
🚩6. बैजनाथ बिहार के बैद्यनाथ धाम में स्थापित शिवलिंग।
🚩7. भीमाशंकर महाराष्ट्र की भीमा नदी के किनारे स्थापित भीमशंकर ज्योतिर्लिंग।
🚩8. त्र्यंम्बकेश्वर (महाराष्ट्र) नासिक से 25 किलोमीटर दूर त्र्यंम्बकेश्वर में स्थापित ज्योतिर्लिंग।
🚩9. घुश्मेश्वर महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में एलोरा गुफा के समीप वेसल गांव में स्थापित घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग।
🚩10. केदारनाथ हिमालय का दुर्गम केदारनाथ ज्योतिर्लिंग। हरिद्वार से 150 पर मील दूरी पर स्थित है।
🚩11. काशी विश्वनाथ बनारस के काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग।
🚩12. रामेश्वरम् त्रिचनापल्ली (मद्रास) समुद्र तट पर भगवान श्रीराम द्वारा स्थापित रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग।
🚩दूसरी पुराणों में ये कथा आती है कि सागर मंथन के समय कालकेतु विष निकला था उस समय भगवान शिव ने संपूर्ण ब्रह्मांड की रक्षा करने के लिये स्वयं ही सारा विषपान कर लिया था। विष पीने से भोलेनाथ का कंठ नीला हो गया और वे नीलकंठ के नाम से पुकारे जाने लगे। पुराणों के अनुसार विषपान के दिन को ही महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाने लगा।
🚩कई जगहों पर ऐसा भी वर्णन ��ता है कि शिव पार्वती का उस दिन विवाह हुआ था इसलिए भी इस दिन को शिवरात्रि के रूप में मनाने की परंपरा रही है।
🚩पुराणों अनुसार ये भी माना जाता है कि सृष्टि के प्रारंभ में इसी दिन मध्यरात्रि भगवान शंकर का ब्रह्मा से रुद्र के रूप में अवतरण हुआ था। प्रलय की वेला में इसी दिन प्रदोष के समय भगवान शिव तांडव करते हुए ब्रह्मांड को तीसरे नेत्र की ज्वाला से समाप्त कर देते हैं। इसीलिए इसे महाशिवरात्रि अथवा कालरात्रि कहा गया।
🚩शिवरात्रि वैसे तो प्रत्येक मास की चतुर्दशी (कृष्ण पक्ष) को होती है परन्तु फाल्गुन (कृष्ण पक्ष) की शिवरात्रि (महाशिवरात्रि) नाम से ही प्रसिद्ध है।
🚩महाशिवरात्रि से संबधित पौराणिक कथा!!
🚩एक बार पार्वती जी ने भगवान शिवशंकर से पूछा, 'ऐसा कौन-सा श्रेष्ठ तथा सरल व्रत-पूजन है, जिससे मृत्युलोक के प्राणी आपकी कृपा सहज ही प्राप्त कर लेते हैं?
🚩उत्तर में शिवजी ने पार्वती को 'शिवरात्रि' के व्रत का विधान बताकर यह कथा सुनाई- 'एक बार चित्रभानु नामक एक शिकारी था । पशुओं की हत्या करके वह अपने कुटुम्ब को पालता था। वह एक साहूकार का ऋणी था, लेकिन उसका ऋण समय पर न चुका सका। क्रोधित साहूकार ने शिकारी को शिवमठ में बंदी बना लिया। संयोग से उस दिन शिवरात्रि थी।'
🚩शिकारी ध्यानमग्न होकर शिव-संबंधी धार्मिक बातें सुनता रहा। चतुर्दशी को उसने शिवरात्रि व्रत की कथा भी सुनी। संध्या होते ही साहूकार ने उसे अपने पास बुलाया और ऋण चुकाने के विषय में बात की। शिकारी अगले दिन सारा ऋण लौटा देने का वचन देकर बंधन से छूट गया। अपनी दिनचर्या की भांति वह जंगल में शिकार के लिए निकला। लेकिन दिनभर बंदी गृह में रहने के कारण भूख-प्यास से व्याकुल था। शिकार करने के लिए वह एक तालाब के किनारे बेल-वृक्ष पर पड़ाव बनाने लगा। बेल वृक्ष के नीचे शिवलिंग था जो बिल्वपत्रों से ढका हुआ था। शिकारी को उसका पता न चला।
🚩पड़ाव बनाते समय उसने जो टहनियां तोड़ीं, वे संयोग से शिवलिंग पर गिरी। इस प्रकार दिनभर भूखे-प्यासे शिकारी का व्रत भी हो गया और शिवलिंग पर बेलपत्र भी चढ़ गए। एक पहर रात्रि बीत जाने पर एक गर्भिणी मृगी तालाब पर पानी पीने पहुंची। शिकारी ने धनुष पर तीर चढ़ाकर ज्यों ही प्रत्यंचा खींची, मृगी बोली, 'मैं गर्भिणी हूं। शीघ्र ही प्रसव करूंगी। तुम एक साथ दो जीवों की हत्या करोगे, जो ठीक नहीं है। मैं बच्चे को जन्म देकर शीघ्र ही तुम्हारे समक्ष प्रस्तुत हो जाऊंगी, तब मार लेना���' शिकारी ने प्रत्यंचा ढीली कर दी और मृगी जंगली झाड़ियों में लुप्त हो गई।
🚩कुछ ही देर बाद एक और मृगी उधर से निकली। शिकारी की प्रसन्नता का ठिकाना न रहा। समीप आने पर उसने धनुष पर बाण चढ़ाया। तब उसे देख मृगी ने विनम्रतापूर्वक निवेदन किया, 'हे पारधी! मैं थोड़ी देर पहले ऋतु से निवृत्त हुई हूं। कामातुर विरहिणी हूं। अपने प्रिय की खोज में भटक रही हूं। मैं अपने पति से मिलकर शीघ्र ही तुम्हारे पास आ जाऊंगी।' शिकारी ने उसे भी जाने दिया। दो बार शिकार को खोकर उसका माथा ठनका। वह चिंता में पड़ गया। रात्रि का आखिरी पहर बीत रहा था। तभी एक अन्य मृगी अपने बच्चों के साथ उधर से निकली। शिकारी के लिए यह स्वर्णिम अवसर था। उसने धनुष पर तीर चढ़ाने में देर नहीं लगाई। वह तीर छोड़ने ही वाला था कि मृगी बोली, 'हे पारधी!' मैं इन बच्चों को इनके पिता के हवाले करके लौट आऊंगी। इस समय मुझे मत मारो।
🚩शिकारी हंसा और बोला, सामने आए शिकार को छोड़ दूं, मैं ऐसा मूर्ख नहीं। इससे पहले मैं दो बार अपना शिकार खो चुका हूं। मेरे बच्चे भूख-प्यास से तड़प रहे होंगे। उत्तर में मृगी ने फिर कहा, जैसे तुम्हें अपने बच्चों की ममता सता रही है, ठीक वैसे ही मुझे भी। इसलिए सिर्फ बच्चों के नाम पर मैं थोड़ी देर के लिए जीवनदान मांग रही हूं। हे पारधी! मेरा विश्वास कर, मैं इन्हें इनके पिता के पास छोड़कर तुरंत लौटने की प्रतिज्ञा करती हूं।
🚩मृगी का दीन स्वर सुनकर शिकारी को उस पर दया आ गई। उसने उस मृगी को भी जाने दिया। शिकार के अभाव में बेल-वृक्ष पर बैठा शिकारी बेलपत्र तोड़-तोड़कर नीचे फेंकता जा रहा था। पौ फटने को हुई तो एक हृष्ट-पुष्ट मृग उसी रास्ते पर आया। शिकारी ने सोच लिया कि इसका शिकार वह अवश्य करेगा। शिकारी की तनी प्रत्यंचा देखकर मृग विनीत स्वर में बोला, हे पारधी भाई! यदि तुमने मुझसे पूर्व आने वाली तीन मृगियों तथा छोटे-छोटे बच्चों को मार डाला है, तो मुझे भी मारने में विलंब न करो, ताकि मुझे उनके वियोग में एक क्षण भी दुःख न सहना पड़े। मैं उन मृगियों का पति हूं। यदि तुमने उन्हें जीवनदान दिया है तो मुझे भी कुछ क्षण का जीवन देने की कृपा करो। मैं उनसे मिलकर तुम्हारे समक्ष उपस्थित हो जाऊंगा।
🚩मृग की बात सुनते ही शिकारी के सामने पूरी रात का घटनाचक्र घूम गया, उसने सारी कथा मृग को सुना दी। तब मृग ने कहा, 'मेरी तीनों पत्नियां जिस प्रकार प्रतिज्ञाबद्ध होकर गई हैं, मेरी मृत्यु से अपने धर्म का पालन नहीं कर पाएंगी। अतः जैसे तुमने उन्हें विश्वासपात्र मानकर छोड़ा है, वैसे ही मुझे भी जाने दो। मैं उन सबके साथ तुम्हारे सामने शीघ्र ही उपस्थित होता हूं।' उपवास, रात्रि-जागरण तथा शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ने से शिकारी का हिंसक हृदय निर्मल हो गया था। उसमें भगवद् शक्ति का वास हो गया था। धनुष तथा बाण उसके हाथ से सहज ही छूट गया। भगवान शिव की अनुकंपा से उसका हिंसक हृदय कारुणिक भावों से भर गया। वह अपने अतीत के कर्मों को याद करके पश्चाताप की ज्वाला में जलने लगा।
🚩थोड़ी ही देर बाद वह मृग सपरिवार शिकारी के समक्ष उपस्थित हो गया, ताकि वह उनका शिकार कर सके, किंतु जंगली पशुओं की ऐसी सत्यता, सात्विकता एवं सामूहिक प्रेमभावना देखकर शिकारी को बड़ी ग्लानि हुई। उसके नेत्रों से आंसुओं की झड़ी लग गई। उस मृग परिवार को न मारकर शिकारी ने अपने कठोर हृदय को जीव हिंसा से हटा सदा के लिए कोमल एवं दयालु बना लिया। देवलोक से समस्त देव समाज भी इस घटना को देख रहे थे। घटना की परिणति होते ही देवी-देवताओं ने पुष्प-वर्षा की। तब शिकारी तथा मृग परिवार मोक्ष को प्राप्त हुए'।
🚩परंपरा के अनुसार, इस रात को ग्रहों की स्थिति ऐसी होती है जिससे मानव प्रणाली में ऊर्जा की एक शक्तिशाली प्राकृतिक लहर बहती है। इसे भौतिक और आध्यात्मिक रूप से लाभकारी माना जाता है इसलिए इस रात जागरण की सलाह भी दी गयी है ।
🚩शिवरात्रि व्रत की महिमा!!
🚩इस व्रत के विषय में यह मान्यता है कि इस व्रत को जो जन करता है, उसे सभी भोगों की प्राप्ति के बाद, मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह व्रत सभी पापों का क्षय करने वाला है ।
🚩महाशिवरात्रि व्रत की विधि!!
इस व्रत में चारों पहर में पूजन किया जाता है। प्रत्येक पहर की पूजा में "ॐ नम: शिवाय" का जप करते रहना चाहिए। अगर शिव मंदिर में यह जप करना संभव न हों, तो घर की पूर्व दिशा में, किसी शान्त स्थान पर जाकर इस मंत्र का जप किया जा सकता है । चारों पहर में किये जाने वाले इन मंत्र जपों से विशेष पुण्य प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त उपवास की अवधि में रुद्राभिषेक करने से भगवान शंकर अत्यन्त प्रसन्न होते हैं।
🚩फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी अर्थात् महाशिवरात्रि पृथ्वी पर शिवलिंग के प्राकट्य का दिवस है और प्राकृतिक नियम के अनुसार जीव-शिव के एकत्व में मदद करनेवाले ग्रह-नक्षत्रों के योग का दिवस है । इस दिन रात्रि-जागरण कर ईश्वर की आराधना-उपासना की जाती है । ‘शिव से तात्पर्य है ‘कल्याणङ्क अर्थात् यह रात्रि बडी कल्याणकारी रात्रि है ।
🚩महाशिवरात्रि का पर्व अपने अहं को मिटाकर लोकेश्वर से मिलने के लिए है । आत्मकल्याण के लिए पांडवों ने भी शिवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया था, जिसमें सम्मिल��त होने के लिए भगवान श्रीकृष्ण द्वारिका से हस्तिनापुर आये थे । जिन्हें संसार से सुख-वैभव लेने की इच्छा होती है वे भी शिवजी की आराधना करते हैं और जिन्हें सद्गति प्राप्त करनी होती है अथवा आत्मकल्याण में रुचि है वे भी शिवजी की आराधना करते हैं ।
शिवपूजा में वस्तु का मूल्य नहीं, भाव का मूल्य है । भावो हि विद्यते देवः । आराधना का एक तरीका यह है कि उपवास रखकर पुष्प, पंचामृत, बिल्वपत्रादि से चार प्रहर पूजा की जाये । दूसरा तरीका यह है कि मानसिक पूजा की जाये ।
🚩 हम मन-ही-मन भावना करें :
ज्योतिर्मात्रस्वरूपाय निर्मलज्ञानचक्षुषे । नमः शिवाय शान्ताय ब्रह्मणे लिंगमूर्तये ।।
‘ज्योतिमात्र (ज्ञानज्योति अर्थात् सच्चिदानंद, साक्षी) जिनका स्वरूप है, निर्मल ज्ञान ही जिनके नेत्र है, जो लिंगस्वरूप ब्रह्म हैं, उन परम शांत कल्याणमय भगवान शिव को नमस्कार है ।
🚩‘ईशान संहिता में भगवान शिव पार्वतीजी से कहते हैं : फाल्गुने कृष्णपक्षस्य या तिथिः स्याच्चतुर्दशी । तस्या या तामसी रात्रि सोच्यते शिवरात्रिका ।।तत्रोपवासं कुर्वाणः प्रसादयति मां ध्रुवम् । न स्नानेन न वस्त्रेण न धूपेन न चार्चया । तुष्यामि न तथा पुष्पैर्यथा तत्रोपवासतः ।।
🚩‘फाल्गुन के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि को आश्रय करके जिस अंधकारमयी रात्रि का उदय होता है, उसीको ‘शिवरात्रि' कहते हैं । उस दिन जो उपवास करता है वह निश्चय ही मुझे संतुष्ट करता है । उस दिन उपवास करने पर मैं जैसा प्रसन्न होता हूँ, वैसा स्नान कराने से तथा वस्त्र, धूप और पुष्प के अर्पण से भी नहीं होता ।
🚩शिवरात्रि व्रत सभी पापों का नाश करनेवाला है और यह योग एवं मोक्ष की प्रधानतावाला व्रत है ।
🚩महाशिवरात्रि बड़ी कल्याणकारी रात्रि है । इस रात्रि में किये जानेवाले जप, तप और ��्रत हजारों गुणा पुण्य प्रदान करते हैं ।
🚩स्कंद पुराण में आता है : ‘शिवरात्रि व्रत परात्पर (सर्वश्रेष्ठ) है, इससे बढकर श्रेष्ठ कुछ नहीं है । जो जीव इस रात्रि में त्रिभुवनपति भगवान महादेव की भक्तिपूर्वक पूजा नहीं करता, वह अवश्य सहस्रों वर्षों तक जन्म-चक्रों में घूमता रहता है ।
🚩यदि महाशिवरात्रि के दिन ‘बं' बीजमंत्र का सवा लाख जप किया जाय तो जोड़ों के दर्द एवं वायु-सम्बंधी रोगों में विशेष लाभ होता है ।
🚩व्रत में श्रद्धा, उपवास एवं प्रार्थना की प्रधानता होती है । व्रत नास्तिक को आस्तिक, भोगी को योगी, स्वार्थी को परमार्थी, कृपण को उदार, अधीर को धीर, असहिष्णु को सहिष्णु बनाता है । जिनके जीवन में व्रत और नियमनिष्ठा है, उनके जीवन में निखार आ जाता है
स्त्रोत : संत श्री आशारामजी आश्रम द्वारा प्रकाशित "ऋषि प्रसाद पत्रिका"
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ॐ नमः शिवाय दो मुखी रुद्राक्ष सीधे सीधे भगवान शिव और माँ पारवती का स्वरुप है | इसे अर्धनारीश्वर का स्वरुप भी कहा गया है | इस रुद्राक्ष को धारण करने से शिव और शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है | अगर आप किसी से बहुत प्रेम करते हैं और उसे हमेशा के लिए पाना चाहते हैं तो उसे दो मुखी रुद्राक्ष गिफ्ट में दें। इसके धारक का क्षेत्र में सम्मान बढ़ता है, रूप, सौंदर्य अवं वाक्शक्ति की वृद्धि करता है | पति पत्नी के आपसी मतभेदों को कम करके ग्रहस्थ सुख की बढ़ोतरी करता है | इसके धारण से भूत प्रेत की बाधा भी दूर होती है और सभी प्रकार की इच्छाएँ धीरे धीरे पूर्ण होने की ओर बढ़ने लगती हैं | दो मुखी रुद्राक्ष का धारक महाशिवपुराण के अनुसार ब्रह्म हत्या एवं गाए हत्या के पाप से भी मुक्त हो सकता है | दो मुखी रुद्राक्ष भगवान चन्द्र देव के अधिकार क्षेत्र में आता है | इसके धारण करने से मन में चन्द्रमा की चांदनी जैसी शीतलता प्रदान होती है | मनुष्य ने जीवन में कई प्रकार के अगर पाप भी किए हों और अंतिम अवस्था में अगर दो मुखी रुद्राक्ष धारण किया हो तो जीवन में पापी होने के बावजूद मरणोपरांत स्वर्ग की प्राप्ति होती है (at Har Ki Pauri Haridwar-हर की पौड़ी हरिद्वार) https://www.instagram.com/p/CFvu7YCgjv4/?igshid=1xf0886it7m6t
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मामूली विवाद में पति ने कर दी पत्नी की हत्या, देसी तमंचे सहित पुलिस ने किया गिरफ्तार।
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मामूली विवाद में पति ने कर दी पत्नी की हत्या, देसी तमंचे सहित पुलिस ने किया गिरफ्तार।
हरिद्वार, संजय राजपूत। जनपद के लक्सर कोतवाली क्षेत्र के महाराजपुर कला गांव में आज सुबह पति ने अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या में प्रयुक्त देसी तमंचा व हत्यारोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार लक्सर कोतवाली क्षेत्र के महाराजपुर कला गांव में आपसी विवाद के चलते आरोपी अर्जुन ने अपनी ही पत्नी नीतू की गोली मारक��� हत्या कर दी। जिसकी सूचना ग्राम वासियों ने लक्सर कोतवाली पुलिस को दी। हत्या की सूचना मिलते ही लक्सर कोतवाली पुलिस व पुलिस क्षेत्राधिकारी विवेक कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तथा शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मौके पर जांच क��ती पुलिस। फोटो: आँखों देखी लाइव न्यूज़ लक्सर पुलिस क्षेत्राधिकारी विवेक कुमार ने बताया आज सुबह सूचना प्राप्त हुई थी कि महाराजपुर कला गांव में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची है तथा हत्या में प्रयुक्त देसी तमंचा व हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा।
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उत्तराखंड: पति ने गोली मारकर कर दी पत्नी की हत्या, 6 महीने पहले हुई थी शादी
उत्तराखंड: पति ने गोली मारकर कर दी पत्नी की हत्या, 6 महीने पहले हुई थी शादी
हरिद्वार: हरिद्वार जिले से सनसनीखेज खबर सामने आयी है। कोतवाली क्षेत्र के महाराजपुर कला गांव में आपसी झगड़े के चलते पति ने अपनी पत्नी को गोली मारी दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया गया कि अवैध संबंधों के शक के चलते पति ने पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। ��तया जा रहा है कि दोनों की शादी 6 माह पहले ही हुई थी। गोली लगने से 25 वर्षीय विवाहिता की मौके पर ही मौत हो गई। मामले की सूचना मिलने पर…
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बड़ी खबर: पूर्व PCS सचिव पूनम भगत गिरफ्तार, बहु की हत्या के आरोप में 24 दिनों से थी फरार
बड़ी खबर: पूर्व PCS सचिव पूनम भगत गिरफ्तार, बहु की हत्या के आरोप में 24 दिनों से थी फरार
हरिद्वार: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव पूनम भगत को आखिरकार ज्वालापुर पुलिस ने रुड़की क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पूनम भगत पर उनकी नव विवाहिता बहू की हत्या का आरोप है। इस मामले में जहां पुलिस ने आरोपी बेटे को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया था। वही पूर्ण भगत का छोटा बेटा बेटी और उसका पति अभी भी फरार चल रहे हैं। दहेज हत्या के आरोप में फरार चल रही पूर्व महिला नेता पूनम भगत को ज्वालापुर पुलिस ने…
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हत्यारोपी पति की जमानत याचिका खारिज
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हत्यारोपी पति की जमानत याचिका खारिज
हरिद्वार । दहेज के लिए पत्नी को प्रताड़ित व उसकी हत्या करने के आरोपी पति की जमानत याचिका तृतीय एडीजे कोर्ट ने खारिज कर दी है। शासकीय अधिवक्ता कुशलपाल सिंह चोहान ने बताया कि 10 मार्च 2020 को आरापी पति व ससुरालियों । पर दहेज की खातिर एक महिला की हत्या करने का आरोप लगाया था। चमोली के गांव कलसी निवासी शिकायतकर्ता शिवचंद्र ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2018 उसकी पुत्री शर्मीला की शादी आरापी अजय पुत्र साधुराम निवासी शिवमन्दिर निकट जटवाडा रे थाना ज्वालापुर के साथ की। शादी में काफी दान दहेज व दो लाख रुपये नगद दिए थे, पुत्री शर्मीला के पति अजय व उसके ससुरालीजन पर कम दहेज लाने के ताने देकर प्रताडित व मारपीट करने का आरोप लगाया था। 10 मार्च 2020 की दोपहर ढाई बजे ससुराल पक्ष की ओर से पुत्री की संदिग्धावस्था की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही पीड़ित परिजन चमौली से अस्पताल पहुंचे थे। तब तक पुत्री शर्मिला मृत्यु हो चुकी थी। पीडित पक्ष ने मृतका के गले पर दबाव के निशान देखे थे। आरोप लगाया था कि ससुरालीजन ने दहेज की खातिर पुत्री को पंखे से लटका कर उसकी हत्या कर दी हे। ज्वालापुर पुलिस ने आरोपी पति अजय ��ो गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। न्यायालय ने आरोपी अजय की जमानत याचिका खारिज कर दी है।
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