#सुरक्षा कर्मी
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Bsusc new vacancy 2024 : बिहार राज्य में नाइ भर्ती सुरक्षा गार्ड कर्मी ऐसे करे आवेदन
Bsusc New vacancy 2024 क्या आप भी बिहार राज्य विश्विघालय सेवा पटना के द्वारा सुरक्षा गार्ड , सफाई कर्मी और मानव बल के पदों पर भर्ती के माध्यम से पूरा करने के लिए एक ऑफिसियल सुचना जारी किया है जिसमे जानकारी दी जाती है की Bsusc New Vacancy 2024 के बारे में पुरे विस्तार से प्रदान करेंगे | हम आपको बता देना चाहते है की , बिहार राज्य विश्विघालय सेवा आयोग पटना से इसे जुडी जानकारी दी गई ताकि आप आसानी से…
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दिल्ली में कार चालक ने बोनेट पर लटका कर 100 मीटर तक घसीटे दो ट्रैफिक पुलिस कर्मी, आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज
Delhi News: दिल्ली के बेर सराय रेड लाइट क्रॉसिंग से एक खतरनाक वीडियो सामने आया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि दो ट्रैफिक पुलिसकर्मी एक कार के बोनट पर लटके हुए हैं, जबकि ड्राइवर तेज गति से गाड़ी चला रहा है और उनसे बचने की कोशिश कर रहा है. यह घटना शनिवार शाम करीब साढ़े सात बजे की बताई जा रही है. दिल्ली के बेर सराय की यह वीडियो राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल भी खड़े कर रही है. वीडियो…
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saraikela forest guards strike-सरायकेला में दूसरे दिन भी जारी रहा वनरक्षियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल
सरायकेला: झारखंड सरकार ने राज्य अवर वन क्षेत्र कर्मी संवर्ग नियमावली 2014 में संशोधन करके झारखंड राज्य अवर वन क्षेत्र कर्मी संवर्ग नियमावली, 2024 बनाकर लागू करने की सिफारिश की है. इसको लेकर शुक्रवार से ही राज्य भर में वनरक्षक सरकार के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. हड़ताल के दूसरे दिन भी वन रक्षी कार्यस्थल पर धरने पर डटे रहे जिससे वनों की सुरक्षा पर खतरा मंडराने लगा है. हड़ताली वन…
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आखिर अतीक-अशरफ तक कैसे पहुंचे थे हत्यारे, जांच आयोग ने मीडिया को क्यों लताड़ा?
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में साल 2023 में 15 अप्रैल को माफिया और उसके भाई अशरफ को भारी पुलिसकर्मियों की सुरक्षा व्यवस्था होने के बाद भी हत्या कर दी गई थी। दोनों को कॉल्विन अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय मारा गया था। तीन हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे और ताबड़तोड़ फायरिंग करके हत्या कर दी थी। मामले की जांच के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस दिलीप बाबा साहब भोंसले की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय आयोग का गठन किया गया था। गुरुवार को यूपी विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन की रिपोर्ट पेश की गई, जिसमें बताया गया कि इस हत्या में राज्य और पुलिस तंत्र की कोई मिलीभगत नहीं थी। यह एक पूर्व नियोजित साजिश थी। हालांकि, आयोग की रिपोर्ट में मीडिया पर सवाल जरूर उठाए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती और बरेली जेल से अशरफ को लाने के दौरान पुख्ता सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। पुलिस रिमांड के दौरान भी दोनों की सुरक्षा में 21 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। न्यायिक आयोग की रिपोर्ट में मीडिया की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं। कहा गया है कि मीडिया ने अतीक और अशरफ की बाइट लेने के लिए आत्मसंयम का परिचय नहीं दिया। इसी का फायदा उठाते हुए अतीक और अशरफ ने मीडिया को खूब उकसाया भी। अतीक को गुजरात से और अशरफ को बरेली से प्रयागराज लाने तक मीडिया हर जगह पर मौजूद रही और लगातार लाइव कवरेज करती रही ��ै। रिपोर्ट में कहा गया कि 15 अप्रैल को जब अतीक और अशरफ को मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था, तो मीडिया ने अतीक और अशरफ से नजदीकी तौर पर संपर्क किया। अतीक और अशरफ गेट नंबर 2 से आपातकालीन कक्ष की ओर जा रहे थे, तभी मीडिया माइक और कैमरे उनके चेहरे के सामने आ गए। अचानक से फ्लैश लाइट पड़ने के कारण सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को व्यावहारिक रूप से अंधा कर दिया था। दोनों से मीडिया कर्मियों को दूर रखने में पुलिस असर्थ हो गई थी। तीनों हमलावर मीडिया कर्मी बताकर उन सभी के बीच में आ गए और दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या का लाइव टेलीकास्ट हुआ था। http://dlvr.it/TBMPWs
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Dear sir ..
Apologies for five days brack in text posting work but I were presented or registered my presence from heart ❤️ like on your canvas ..my phone was out work so I buy a new phone today ..
My phone was went out of work in Osiya Dham ..
That's story at here as a yaatra vritant ..in Hindi ..
मित्रों इन दो रोज में मैंने ओसियां धाम की श्री सच्चियाय माता जी के दर्शन लाभ की यात्रा की सड़क मार्ग से ! तो आप के साथ यात्रा वृतांत साझा कर रहा हूँ ! यात्रा दिनांक 2 /10 /2024 को आरम्भ की 11 नंबर हाईवे से फलोदी वाया ओसियां पहुंचा संध्या के समय ! पहले पहल श्री सच्चियाय माता जी के दर्शन किये जो बहुत ही सहज और सुलभ रूप से हुए जैसे की मैंने अनुमान लगाया था ! मंदिर की परिक्रमा का भी लाभ सुरक्षा गार्ड साहब की कृपा दृस्टि से मिल गया सो उन्हें हृदय से साधुवाद भी दिया आभार रूपी शब्दों में ! दर्शन लाभ के बाद मैंने चाय पी ओसियां धाम के मुख्य चोहराये पर जिसे चबुतरा चौक के सम्बोधित किया जाता है ! फिर उसी चौक से मैंने आरम्भ की रेखा चित्र की अभिव्यक्ति मेरी स्केच बुक में ! शुद्ध जैन भोजनालय में भोजन लेने से पहले रेखाचित्र और फिर भोजन के बाद कुछ और रेखा चित्र उकेरे !
विश्राम के लिए स्थान मिला इस अंतराष्ट्रीय चित्रकार को ओसियां धाम की अंतराष्ट्रीय सच्चियाय माता धर्मशाला में ! एक सामान्य सिंगल बेड वाला नॉन ऐसी रूम एक बिस्तर के साथ ! तो कुछ पल विश्राम करते हुए मैंने मोबाइल को चार्जर के साथ इलेक्ट्रिक प्लेट के साथ प्लग किया और मोबाइल को उसी दीवार से बहार उभरी हुई प्लेट पर रख दिया ! और थोड़ी देर के लिए खुली हवा में बैठने को निचे प्रांगण में आकर उसी अंतराष्ट्रीय धर्मशाला के और वहाँ हो रही मानवीय क्रीड़ा जिसमे पानी भरना , बच्चों द्वारा खेलना और यात्रियों द्वारा खुली हवा में गपशप करना के दृश्यों को उकेरा अपनी स्केच बुक में ! स्केच मैं बल्ब की शेड में बना रहा था जो लगा हुआ था ऑफिस के आगे उस अंतराष्ट्रीय श्री सच्चियाय माता धर्मशाला के ! वहां का स्टाफ भी मुझे स्केचिंग करते हुए दे�� कर अचंभित था तो एक दो स्टाफ कर्मी ने अपना स्केच ऑन डिमांड भी मुझसे बनवाया और उन स्केचेस के फोटो अपने मोबाइल से लिए ! शायद वो उनके लिए कला का पहला साक्षात् था इस तरह की लाइव स्केचिंग का !
वही मुझे बीकानेर के सु प्रसिद्ध दूध विक्रेता स्वर्गीय श्री रामा मोदी जी के पुत्र श्री हरिओम माखेचा जी ने देखा और सीधे अपने चित परिचित अंदाज में मुझसे पूछा पुरोहित आप अठे बिराजो हो क्या कद सुन थे अठे हो ! उन्होंने मेरे हाथ में पेंसिल और नोटबुक / स्केच बुक देखकर ये अनुमान लगाया की मैं अंतराष्ट्रीय धर्मशाला में कमरे बुक करने का कार्य कर रहा हूँ ! ऐसा इस लिए भी रहा होगा की वे मुझसे दूर थे और रौशनी भी कम थी और दूसरा उनके व्यवसाय में नोटबुक और पेंसिल का मतलब सीधे बुक करना ही है ! सो उनकी कोई गलती नहीं थी और उनकी विशेषता ये थी की उन्होंने उस कम रोशनी में भी मुझ बीकानेर वाले को जाती सम्बोधन के साथ जोर से पुकार कर उस अंतराष्ट्रीय श्री सच्चियाय माता धर्मशाला के स्टाफ मेंबर के जहन में मेरी साख स्वतः ही बना दी ! और श्री हरिओम जी ने बीकानेर के युवा के लिए एक माइत की भूमिका निभादि सो उन्हें बारम्बार प्रणाम !
उस प्रांगण में कुछ देर स्केचिंग करने और ठंडी हवा खाकर मैं सोने के लिए वापस रूम में आया तो पाया की मेरा फ़ोन जमींदोज हो रखा है ! यानी किसी गिलहरी /छिपकली ने मोबाइल को गिया दिया क्लेक्ट्रिक प्लेट से ! फ़ोन स्क्रीन में अनेको क्रेक्स आ गये थे और फ़ोन पर टेक्स्ट टाइप होने बंद पूरी स्क्रीन का कोई 10 प्रतिशत भाग ही कार्य करने में सक्षम था ! पर फ़ोन करने और फ़ोन सुन ने में फ़ोन कार्य कर रहा था सो घर पर माँ को ये जानकारी दी की मेरा फ़ोन आउट ऑफ़ वर्क हो रहा है अगले दो दिन बात न हो पाए तो आप लोग चिंता मत करना !
धर्मशाला के रूम पत्थर के बने है सो देर रात में जाकर कहीं रूम में पंखे की हवा ठंडी हुई और मन को शांत किया की अब तो नया फ़ोन लेना ही हैं ( जो खुश खबरि भी है मेरे साहित्यकार परिवार के लोगों के लिए ) तो मन को शांत किया ! उसी दौरान निचे चौक में एक रंगा परिवार के समूह ने भजन संध्या आयोजित की जिसमे मित्र बलदेव रंगा ने परिवार को उत्साहित करते हुए सभी को अवसर देते हुए भजन गवाए और मैंने उनके भजन संध्या कार्यक्रम के स्केच भी बनाये !
किसी ने मच्छरों के अटैक पर काउंटर अटक करते हुए टृयूबलाइट ही बंद करदी और मेरे स्केच की दूकान भी ! पर स्केचिंग करते हुए मैंने भजन में तल���न हो ते हुए श्री हरिओम मखीचा जी का एक स्केच भी बनाया और उन्हें दिखा ते हुए कहा की ये आप है और अब आप इस स्केच पर अपने हस्ताक्षर कर दिजिये , उन्होंने मेरे आग्रह की रक्षा करते हुए दो हस्ताक्षर किये अपने ही स्केच पर जो मेरे लिए उस पल की सच्ची उपलब्धि थी आशीर्वाद स्वरुप में श्री हरिओम माखेच जी के हस्ताक्षर के साथ ! जिसे मैंने उनके द्वारा मुद्रित दूध दही के कूपन और उनकी खुद की प्लास्टिक टोकन मनी पर ही देखा था पर अब वो मेरे पास भी था उनके स्वयं के द्वारा दिया हुआ मेरी स्केच बुक पर ! फिर करीब रात्रि 1 बजे मुझे नींद आयी !
अगली सुबह यानी दिनांक 3 /10 /2024 को सुबह नित्य कर्म सम्पूर्ण करके मैंने पहली चाय अंतराष्ट्रीय धर्मशाला के सामने स्थित होटल से चाय ली और ठंडी हवा में उसका स्वाद लिया , सफारी जीप के आने जाने के उपक्रम के साथ जो की रेगिस्तान की सफारी करवाती है जात्रियों को !
चाय के बाद मैंने मेरी स्केच बुक ली और मंदिर की और रुख किया रास्ते में मुझे ऐतिहासिक 16 वीं शताब्दी के निर्मित मंदिरों के दो तीन भग्नावशेष दिखे तो मैंने उन्हें उकेरा आज कल वो पुरातत्व विभाग के संगरक्षण में है और उस स्थान पर पार्किंग प्लेस बना लिया गया है स्थानीय लोगो के द्वारा जो कितना उचित है ये सोचने का विषय है ?
वहाँ से आगे चला तो मैं फिर पहुंचा चबूतरा चौक जहाँ बस स्टेण्ड है पुराना और उस बस स्टेण्ड पर दो दुकाने है पुराणी एक चाय की और एक पकोड़े की ! पकोड़े बनाते किशनासार गांव के उपाध्याय जी और चाय बनाते है ओसियां धाम के ही राठौर जी ! बीकानेर श्री सच्चियाय माता पद यात्री संग के आप दोनों अति घनिष्ट और अति आदर भाव भी रखते है सो पिता जी की वजह से वे मुझे भी पहचानते है ! पर इस बार मैंने अपना परिचय अलग तरह से दिया उस बस स्टैंड पर बैठ कर वहाँ स्केच बनाकर जो उनके लिए सरप्राइस था ! मेरी कला अभिव्यक्ति के प्रति लाड दिखाते हुए उपाध्याय जी पकोड़े वालो ने मुझे चाय पिलाई अपने चित परिचित हास्य अंदाज में की ये चाय पियो सा आप कई ओरो सु ओबति चीज हो सा !वे वरिष्ठ थे सो उन्हें प्रणाम करते हुए उनकी उपहार स्वरुप चाय की मनवार को स्वीकारा और अपने आर्ट कॉलेज के चित्रकला विभाग के अध्यक्ष वरिष्ठ चित्रकार भारत डॉ, विद्या सागर उपाध्याय जी को याद किया की , योगेंद्र की परख सिर्फ उपाध्याय परिवार / समाज के गुणी जनो को ही है शायद ? या गुरु जी का आशीर्वाद की जहा भी जाएगा उपाध्याय परिवार को अपने साथ पायेगा एक संगरक्षक की भांति ! ॐ गुरूवेनमः !
अब चाय के उपहार स्वरुप रिटर्न गिफ्ट भी बनता है सो मैंने उनसे 50 रूपए के पकोड़े मांगे उन्होंने घर से ताज़ी मुंग की दाल मंगवाकर मेरे लिए स्वादिष्ट पकोड़े बनाये और उन्हें पैक करवाकर मैं धर्मशाला की और मुड़ा तो रस्ते में मुझे दो और मंदिर के भग्नावषेश दिखे जिसे मैं एक और टी स्टॉक की छत के निचे बैठकर उकेरने लगा ! चित्र बन रहा था और टी स्टाल का मालिक मेरे लिए कुलड़ टी बना रहा था ! मैंने मंदिर के साथ उसकी टी स्टाल और उसे भी अपने स्केच का विषय बनालिया और उसने कुलड़ टी की कीमत मे मेरे लिए 5 रूपए की छूट दी साथ ही स्केच की फोटो भी अपने मोबाइल में कैद की !
मैंने पकोड़े और चाय का लुत्फ़ उसकी टी स्टाल में ही लिया और उसने मेरी स्केच बुक में बने सभी स्केच का !
फिर मैंने खुद को कातन बावड़ी की और मोड़ा वहाँ से मैंने बावड़ी के भीतर से पुरे ओसियां माता जी के मंदिर को लैंडस्केप फॉर्म के ड्रा किया फॉर बावड़ी से बहार आकर उस बावड़ी के मुख्य द्वार का चित्र उकेरा ! बावड़ी को संग्रक्षित किया गया है ये अच्छी बात लगी मुझे , बहुत वर्षों पहले बावड़ी का मुख्य द्वार खंडित और असुरक्षित था !
कातन बावड़ी से आते समय मुझे रास्ते में एक बुजुर्ग मिले जो पुस्तकें बेच रहे थे ! मैंने उनसे पूछा की क्या है इन पुस्तकों में जिसे आप बेच रहे हो ? वे बोले ज्ञान है
लेलो ! तो मैंने उनसे ज्ञान के विषय पर काफी देर चर्चा की तो ज्ञात हुआ की आप कबीर पंथी और सर्वधर्म विचारधारा के ज्ञान के प्रचारक है ! तो उनसे हसी ठठोला करते हुए मैंने उन्हें एक पुराना किस्सा सुनाया , दिल्ली की बस में एक हरियाणवी बुजुर्ग एक पना 2 रूपए में बेच रहा था फोटो कॉपी , और जोर जोर से बोल रहा था 2 रूपए में ज्ञान जीवन का ज्ञान सफल होने का ज्ञान ! मैंने उस बुजुर्ग से कहा दादा ये ज्ञान इतना करगर है क्या ? तो बोले हां ! तो मैंने वापस कहा तो फिर खुद पर क्यों नहीं आजमाते ? क्यों ये 2 - 2 रूपए के लिए गले फाड़ रहे हो ? वो बुजुर्ग निरुत्तर था ! वैसे मैंने उन बुजुर्ग को पहले ही ये कह दिया था की आप मेरी इस बात को अन्यथा न लें ! मैंने उन्हें चाय के लिए भी निमंत्रण दिया पर वे स्वीकार नहीं पाए साथी कर्मचारी की वजह से या उनका ज्ञान उन्हें रोक रहा था ! फिर उन्होंने मुझे एक पुस्तक पकड़ाई की ये लो इसे पढ़ना ये फ्री है ! मैंने पुस्तक ली पढ़ी तो पाया की पूर्णरूप से कबीर पंथी संत की लेखनी थी साथ में संत के स्वयं के धर्म चिंतन का उल्लेख भी ! अगले दिन वही बुजुर्ग फिर टकराये संयोग से पुस्तक मेरे पास थी तो मैंने वापस उन बुजुर्ग को थमाई और बोला मैंने इसे पढ़ लिया है अब आप इस पुस्तक को किसी और को देना फ्री में मेरी और से ! गौर तलब बात ये भी है की मैंने उन बुजुर्ग के स्केच भी बनाये थे और उन्होंने अपने स्केच बनते हुए देखे थे मेरे द्वारा मेरी स्केच बुक में !
हमारी चर्चा धर्म पर भी हुई मैंने कहा धर्म दो प्रकार के है एक कर्म का धर्म और एक आस्था का धर्म ! उन्होंने भी धर्म के लिए कई उदाहरण दिए ! मैंने कहा धर्म प्रकृति हित में किया जाने वाला उपक्रम है ! और भक्ति भाव से है भक्ति में अभिव्यक्ति की कोई जगह नहीं , अभिव्यक्ति अभिनय को जन्मदेति है आडम्बर और अभिमान की और ले जाती है भाव पूर्ण भक्ति मौन में भी पूर्णता पाती है ! आदि आदि एक लघु शाश्त्रार्थ हुआ हमारे बिच और वे मुझे पुस्तक बेचना भूल गए ! या वे अपने धर्म के विषय में सोचने लगे थे शायद !
करीब 4 बजे मैंने खुद को जैन मंदिर की और मोड़ा वहाँ पहुंचा तो प्रवेश पाने से पहले ही एक सेवादार ने टोक दिया की आप सफ़ेद चादर अपनी काली टीशर्ट पर डालें फिर भीतर प्रवेश करे ! मैंने उन सझन से कहा की इसकी कोई आवश्यकता नहीं मैं बहार से ही प्रणाम कर लेता हूँ ! तो उन्होंने मेरी विनम्रता को देखते हुए कहा की आप आँगन तक जाकर बहार से ही दर्शन कर सकते है तो उनके आग्रह की रक्षा करते हुए मैंने भीतर आँगन तक जाकर मुख्य मंदिर के सामने से प्रतिमा को प्रणाम किया ! वहा के सफाई कर्मचारी ने कहा की आप केमेरा में हो और आप ने काले कपडे पहने है ये नियमावली के बहार है ! मैंने कहा मुझे विदित नहीं था वरना इस से पहले जब भी इस मंदिर में आया हूँ मेरे सफ़ेद पोषक ही रही है कुरता पझामा ! वो सफाई कर्मी भी मंदिर की सेंड स्टोन से झड़ी सेंड डस्ट की बुआरी करता हुआ मुस्कुराते हुए अपने कार्य में तलीन हो गया !
जैन मंदिर से वापसी की मैंने श्री सच्चियाय माता ओसियां मंदिर की ओर और वहाँ मंदिर की पेडियों के मध्य चप्पल खोलने वाले स्थान तक जाकर एक कुर्सी पर बैठकर उन चप्पल जमा करने वाले कार्यालय साथ ही वहाँ के सुरक्षा कर्मियों के और जात्रियों के कुछ स्केच बनाये और फिर मंदिर से निचे चौक में पंहुचा ! वहां एक दुकानदार से कुर्सी मांगी और फिर उस चौक की चहल कदमी को दुकानदारों को यात्रियों के स्केच बनाये ! एक दो व्यक्ति ने अपने सेल्फ स्केच बनवाये तो एक चाय की दूकान वाला अपने स्केच को देख कर अति हर्षित हुआ ! उसने आस पास वाले सभी पहचान वालों को इकठा कर लिए की देखो ऐ भा सा आपां ने मंडे है !
उस स्थान से स्केच करने के बाद संध्या कालीन भोजन जैन भोजनालय में लिया और फिर इत्मीनान से श्री सच्चियाय माता जी के दर्शन करने को निज मंदिर तक गया ! ऊपर गार्ड साहब को अपनी स्केच बुक संभलाकर सुकून के साथ माता जी के दर्शन किये उसी समय पुजारी टीम के एक सदस्य ने जोर से साथी पुजारी ��े कहा भाउ काले इये भाउ ही महरो चितर मंडियों हो बारे ! दर्शन के बाद प्रसाद भी मिला और गुपत फेरी का लाभ भी ! बोलो सच्चियाय मात की जय ! ओसियों ऋ धनियोनि ने खोमा !
दर्शन लाभ के उपरांत मैं चबूतरा चौक बस स्टेण्ड आया और राठोड जी से कहा अब एक चाय पिलाओ आप , उन्होंने चाय पिलाई और मैंने स्केच का उपक्रम पुन्ह आरम्भ किया ! और कई स्केच बनाये ! देर रात तक स्केच बनाये और फिर बीकानेर धर्मशाला की और रुख किया वहां सच्चियाय माता पैदल संग और रंगा परिवार की और से राती जोगा ( रात्रिजागरण ) रखा गया था हर वर्ष की भांति बस इस बार स्थान अलग था पर भाव वही भक्ति वही ! तो राति जोगे की रीत को निभाते हुए मैंने भी मेहँदी से एक चंदा सीधे हाथ में एक बालक से मेहँदी मांग कर लगायी ! उस समय मुझे मेरे बचपन की एक घटना याद आयी ! मैं रातीजोगे वाली रात को ओसियां की धर्मशाला में सो रहा था और सुबह उठा तो मैंने देखा की मेरे हाथ में ये मेहँदी लगी है जो मैंने नहीं लगायी तो किसने लगाई ! किसी बालिका ने ही लगायी थी पर कौन थी ये आज तक गौण है ! माँ सच्चियाय ही जाने वो कौन थी !
कुछ समय यानी करीब 3 बजे तक जागरण में उपस्थिति देते हुए जब नींद ने आवाज देनी शुरू की तो मैं रूम पर आगया पर आते आते रास्ते में भी कुछ स्केच परिचितों के उकेरे ! फिर रूम में आकर सो गया ! ( इस बिच फ़ोन ने इतना सहयोग तो किया की मैं अपनी डेली आर्ट वर्क पोस्ट इमेज को तो पोस्ट कर पाया पर टेक्स्ट नहीं टाइप कर पाया ! ) .
अगली सुबह दिनांक 4 /10 /24 को नित्य कर्म सम्पन करके कुछ पल बांसुरी बजाई सुबह सुबह तो अनेकों बचे रूम के आगे आकर सुन ने लगे बांसुरी की धुन मेरी आँखें बंद थी और ध्यान धुन में मगन था ! जब बांसुरी बजाना रोका तो पता चला की कितने मन संगीत और सुर से एकाकार होने को व्याकुल है पर ये सुर साज उनके लिए निरंतर जारी रखे कौन ? ये प्रश्न ही है संस्कृति के पोशाकों से पालकों से !
बांसुरी के स्वर से अलग होकर मैं फिर निकला मेरे रूम से बहार और चाय की तलाश की नजदीक वाली होटल में उसे बोला की तुम 5 रूपए बति ले लेना पर चाय पूरी देना और देना स्टील की गिलास में ! सुबह की ठंडी हवा में गरम चाय पिते हुए आगे का प्लान सोचा तो मुझे वापस रूम के भीतर आने पर धर्मशाला के प्रांगण में ही सुबह सुबह की अनेको मानवीय क्रीड़ाएं देखने और उकेरने को मिली और मैंने उन्हें उकेरा स्केच बुक में ! काफी बच्चे अपनी जिज्ञासा लेकर आये मेरे पास तो किसी ने स्केच बुक देखने की मांग की किसी ने अपना स्केच बनाने को कहा तो किसी ने अपने स्केच को मोबाइल में शूट भी किया वो मेरा लाइव इंटरेक्ट था आर्ट के लिए और आर्ट एजुकेशन के लिए लाइक ऐ ओपन आर्ट इंस्टिट्यूट इन अंतराष्ट्रीय श्री सच्चियाय माता धर्मशाला फ्रॉम ऐ अंतराष्ट्रीय आर्टिस्ट ऑफ़ बीकानेर। नाम योगेंद्र कुमार पुरोहित।
कुछ देर में मेरे माता जी और पिताजी भी ओसियां पहुँच गए और फिर हमने समूह में आयोजित होने वाले महा प्रसादी ( कड़ाई ) में अपने परिवार की उपस्थिति दर्ज करवाई , पिताजी संगी पदयात्रियों से संग सदस्यों से मिले पारिवारिक भेंट अर्पित की कलश में फिर प्रसादी ग्रहण की ( हलवा,चावल दाल ) ! प्रसादी से पूर्व दर्शन के लिए गए माता पिता जी के इन्तजार में मैंने कार ड्राइवर साब को पकोड़े और चाय का नाश्ता भी करवाया उसी चबूतरा चौक के बस स्टैंड पर नाश्ता होने के बाद और इन्तजार में मैंने कुछ और स्केच उकेरे उस पल एक बहुत भारी भरकम शरीर वाला युवा मेरे सामने आकर बोला मेरा भी बनाओ भा एक चित्र तो उसका स्केच बनाया ! उसके साथी ने मेरे स्केच करते हुए का वीडियो भी बनाया ! फिर दो बच्चे उत्सुकता से मेरे पास आये स्केच बनते देख कर वे उत्साहित हो रहे थे एक ने कहा मैं भी स्केच बनाता हूँ पर आप जैसे नहीं बना पाता ! तो मैंने कहा अभ्यास करते रहो मेरे से भी अच्छे बनलोगे एक दिन तुम भी स्केच ! फिर एक ने कहा हमारा भी बनाओ आप, तो उन दोनों का भी स्केच बना���ा और उस स्केच को देखकर वे बच्चे जो अंतर मन से हसे वो अपने आप में मेरे लिए विशेष उपलब्धि रही इस धर्म यात्रा की वहाँ उन पलों में मेरा कला धर्म पूर्णता पा गया ! बच्चों ने स्केच किया हुआ पेज माँगा तो मैंने उन्हें कहा मोबाइल है तुम्हारे पास तो फोटो शूट कर लो ! बच्चों ने फोटो शूट किया और अपने पिता और माता को दिखाया तब तक मेरे माता पिता भी आगये और हम चल् दिए बीकानेर धर्मशाला की और महा प्रसादी ( कड़ाई प्रसाद ) के उपक्रम में शामिल होने को अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने को !
प्रसादी ग्रहण करने के बाद वापसी की बीकानेर को और अब यहाँ से लेपटॉप के माध्यम से ये यात्रा वृत्तांत मेरी धर्म यात्रा मेरी कर्म यात्रा का आप के लिए कुछ स्केचेस के फोटो इमेजेज के साथ .
Photo can't share at here now ..
You have a great sleep sir ..
Warm regards
Yogendra Kumar Purohit
Master of Fine Arts
Bikaner,India
DAY 6076
Jalsa, Mumbai Oct 6, 2024 Sun 11:11 Pm
Birthday - EF Ami Trivedi , Naresh Dhokia, Nileshkumar Bodawala Monday, 7 October ...
birthday greetings to all the Ef 👆🏼👆🏼 and wishes for a lovely day ..🌹🌹
Much though the mind wanders towards the thoughts of what is to be done , among the several pending .. one thought that ever remains is the time to be spent with Babuji and his mind and words and works ..
It is a lament .. and must needs be fulfilled ..
A letter response by Babuji draws attention and I spend an entire evening considering it and evaluating how simply a complex thought was put across ..
..." you need the meaning of getting close in a proper way to a poem ?
do you understand the right meaning of reaching close to a dish of food that is served to you ..?
understand that a poem is the food of the mind ..
the asamarthata असमर्थता , the helplessness of a poem ?? the helplessness of a chair is that it cannot do the work of a bed .. !!
a poem is the art of words .. the sound and rhythm are its soul .. when you give sound does the soul reverberate ..
let me compare TS Elliot and Tulsidas ..
the rendition of TS Elliot's 'The Wasteland' can only be experienced by an English speaking jaw ..
the joy of the rendition of a Tulsidas chaupayi चौपाई , will be different from the joy derived from the rendition of a film song ... "
the simplicity of words and thoughts .. yet reaching the very heart of a unique explanation ..
सुकून की बात मत करऐ गालिब,
बचपन वाला इतवार अब नहीं आता !!
my love and affection ..
Amitabh Bachchan
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पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल र्को ं+ सिक्योरिटी
चंडीगढ़, 21 मार्च : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल र्को ं+ सिक्योरिटी दी जाएगी। प्रदेश में वीआईपी सुरक्षा के आकलन के लिए बनाई कमेटी से इनपुट मिला है कि किसान आंदोलन वन और टू के कारण उन्हें खतरा बना हुआ है। जिसके बाद सरकार ने ये फैसला लिया है। वहीं पूर्व गृहमंत्री अनिल विज की सुरक्षा का घेरा कम किया जाएगा। हरियाणा में अर्ब ं प्लस सिक्योरिटी वाले 3 नेता हो जाएंगे। जिसमें गर्वनर बंडारू दत्तात्रेय, सीएम नायब सैनी के साथ पूर्व सीएम मनोहर लाल भी शामिल हो जाएंगेर्। ं प्लस सुरक्षा में 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो और पुलिस कर्मी समेत 55 ट्रेंड जवान तैनात किए जाते हैं। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला को ङ्घ+ कैटेगरी की सुरक्षा मिली थी।
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“बेतिया में सर्वश्रेष्ठ स्त्री रोग अस्पताल: स्वास्थ्य सेवाओं की श्रृंगारी व्यवस्था”
प्रस्तावना:
भारतीय समा�� में महिलाओं का स्वास्थ्य सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण है। विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं, जो विशेषकर महिलाओं को प्रभावित करती हैं, के लिए समर्थ और श्रृंगारी स्त्री रोग अस्पतालों की आवश्यकता है। बेतिया, बिहार के इस छोटे शहर में स्थित सर्वश्रेष्ठ स्त्री रोग अस्पताल ने स्वास्थ्य सेवाओं की एक नई मिसाल स्थापित की है। इस लेख में, हम जानेंगे कि��बेतिया में स्त्री रोग अस्पताल का महत्व क्या है और इसने कैसे इस क्षेत्र में सुधार किया है।
स्त्री रोग अस्पताल का महत्व:
महिलाओं के स्वास्थ्य का समर्थन: बेतिया में स्थित सर्वश्रेष्ठ स्त्री रोग अस्पताल महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल का समर्थन करता है। यहाँ पर स्त्री रोगों के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मी हैं जो महिलाओं को शीघ्र और प्रभावी उपचार प्रदान करते हैं।
उन्नत सुविधाएं और सामग्री: बेतिया के स्त्री रोग अस्पताल में उन्नत सुविधाएं और नवीनतम तकनीकी सामग्री है, जो रोगीयों को बेहतर चिकित्सा सेवा प्रदान करने में सहायक होती हैं।
सामाजिक जागरूकता और शिक्षा: इस अस्पताल ने समाज में स्त्री स्वास्थ्य के महत्व को बढ़ावा देने के लिए सामाजिक जागरूकता और शिक्षा कार्यक्रमों का आयोजन किया है। यहाँ पर स्वास्थ्य शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं जो महिलाओं को स्वस्थ जीवनशैली के लाभ के बारे में शिक्षित करते हैं।
आपातकालीन सेवाएं: यह स्त्री रोग अस्पताल आपातकालीन स्थितियों में भी सहायक है। अस्पताल में निगमित आपातकालीन सेवाएं हैं जो रोगीयों को तत्परता से चिकित्सा सहायता प्रदान करती हैं।
सामाजिक समर्थन: स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों में समाजिक समर्थन अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह स्त्री रोग अस्पताल समर्थन गतिविधियों, सम्मेलनों, और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन करके महिलाओं को सामाजिक रूप से समर्थित करने का कारण बनता है।
गर्भावस्था सेवाएं: स्त्री रोग अस्पताल ने गर्भावस्था सेवाओं को भी महत्वपूर्ण धारा के रूप में शामिल किया है। यहाँ पर गर्भवती महिलाओं के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर्स और चिकित्सक उपलब्ध हैं जो सुरक्षित और स्वस्थ गर्भावस्था की सुनिश्चित करते हैं।
नारी सुरक्षा और अधिकार: स्त्री रोग अस्पताल ने महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े उनके अधिकारों की रक्षा करने के लिए भी कई पहलुओं को मजबूती से अपनाया है। यह नारी सुरक्षा एवं अधिकार को बढ़ावा देने के लिए समर्थ है और जागरूकता फैलाने के लिए सामाजिक अभियानों में भाग लेता है।
तकनीकी सुधार और नवाचार: स्त्री रोग अस्पताल ने नवीनतम चिकित्सा तकनीक और नवाचारों को अपनाकर अपनी सेवाएं मोदना की हैं। यह बिहार के स्वास्थ्य सेवाओं को मॉडर्न और उन्नत बनाने में सहायक है।
समाप्ति:
बेतिया में सर्वश्रेष्ठ स्त्री रोग अस्पताल ने स्वास्थ्य सेवाओं की श्रृंगारी व्यवस्था का एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। यहाँ पर स्त्री रोगों के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों का समृद्धि से समर्थन है और नवीनतम तकनीकी सामग्री का उपयोग करके रोगीयों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवा प्रदान की जा रही है। इसके अलावा, समाज में स्त्री स्वास्थ्य के महत्व को बढ़ावा देने के लिए यह समाजिक जागरूकता और शिक्षा कार्यक्रमों का भी संचालन कर रहा है। इस प्रकार, बेतिया में स्त्री रोग अस्पताल ने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया है और एक स्वस्थ समाज की दिशा में कदम बढ़ाया है।
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समान काम समान वेतन की मांग को लेकर उपनल कर्मियों का हल्ला बोल,पूर्व सीएम हरीश रावत ने उपनलकर्मियों की मांगों का किया समर्थन समर्थन
समान काम समान वेतन की मांग को लेकर उपनल कर्मियों का हल्ला बोल, सैनिक कल्याण मंत्री के आवास का घेराव,उपनलकर्मियों और पुलिस में आपसी झड़प देहरादून :- उपनल कर्मी द्वारा समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण जैसी मांगों को लेकर प्रदेश में उपनल कर्मी आंदोलनरत हैं। शुक्रवार कोबड़ी संख्या में उपनलकर्मियों ने परेड ग्राउंड से सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी के आवास तक कूच किया। कूच के दौरन सुरक्षा बल और…
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मकर संक्रांति पर्व पर सुरसराई घाट झारा में लगा विशाल मेला,सुरक्षा व्यवस्था दिखी चुस्त दुरुस्त
सरई । सिंगरौली जिले के सरई तहसील अंतर्गत सुरसराई घाट झारा में मकर संक्रांति पर्व पर रविवार को मेले का आयोजन शुरू हुआ। यह मेला आगामी 26 जनवरी तक चलेगा, जहां पर सिंगरौली और सीधी जिले के लोग गोपद में स्नान करने के उपरांत मेले का आनंद उठाते दिखे, आदिवासी संस्कृतियों से लैस इस मेले का आयोजन दशकों से चला आ रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस कर्मी तैनात किए गये हैं। सिंगरौली जिले के सरई व सीधी जिले के…
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तुम्हारा कौन सा रेप हुआ या मर्डर हुआ, छात्राओं को धमकाने वाली अधीक्षिका नापी; महिलाकर्मी को भी हटाया
Madhya Pradesh News: डिंडोरी शहर के कस्तूरबा कन्या छात्रावास की सुरक्षा व्यवस्था का बुरा हाल है। छात्रावास में महिला कर्मी के पति का आधी रात घुसने के मामले में छात्राओं की शिकायत पर अधीक्षिका द्वारा गैर जिम्मेदाराना जवाब से नाराज छात्राओं ने बरसते पानी में विरोध जताया और जमकर नारेबाजी की। मामला तूल पकड��ने के बाद छात्रावास की अधीक्षिका और एक महिला कर्मी को वहां से हटा दिया गया है। महिला कर्मी का…
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नियमित एवं निविदा / संविदा कर्मचारियों की तमाम समस्याओं को लेकर विद्युत मजदूर पंचायत के जिला कमेटी की तरफ से विद्युत खंड प्रथम कार्यालय प्रांगण में चौथे दिन धरना प्रदर्शन जारी
नियमित एवं निविदा / संविदा कर्मचारियों की तमाम समस्याओं को लेकर विद्युत मजदूर पंचायत के जिला कमेटी की तरफ से विद्युत खंड प्रथम कार्यालय प्रांगण में चौथे दिन धरना प्रदर्शन जारी
नियमित एवं निविदा / संविदा कर्मचारियों की तमाम समस्याओं को लेकर विद्युत मजदूर पंचायत के जिला कमेटी की तरफ से विद्युत खंड प्रथम कार्यालय प्रांगण में चौथे दिन धरना प्रदर्शन जारी रहा इस दौरान जनपद संगठन की तरफ से हटाए गए संविदा कर्मी केसरी सिंह को वापस लेने की मांग के साथ-साथ विद्युत कर्मियों के सुरक्षा सहित कई मांगे को लेकर धरना प्रदर्शन जारी रहा कार्यवाहक अध्यक्ष सुशील कुमार मौर्य ने बताया कि केसरी सिंह जोकि सिविल लाइन विद्युत के केंद्र पर तैनात थे जिनका वहा के अवर अभियंता अभिषेक मिश्रा द्वारा जबरन आरोपित करके वहां से निष्कासित कर दिया गया वह बेहद निंदनीय है हम चाहते हैं तत्काल हस्तक्षेप करके इस कर्मचारी को कार्य पर वापस कराया जाए और संगठन की तरफ से चेतावनी भी दी गई कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक अनुरोध धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
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West singhbhum hirni fall : दो दिन से लगातार बारिश के कारण उफनाया हिरणी फॉल, सुरक्षा की दृष्टि से लोगों के हिरणी फॉल की ओर जाने पर लगी रोक
रामगोपाल जेना/बंदगांव : दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण बंदगांव प्रखंड स्थित हिरणी फॉल भी शुक्रवार को उफना गई हैं. लगातार बारिश के कारण पहाड़ी नदियों का जल स्तर बढ़ गया है. हिरणी फॉल के झरने के चार मीटर ऊपर से पानी बह रहा हैं. वहीं सुरक्षा की दृष्टि से किसी को भी हिरणी फॉल के झरने की ओर नहीं जाने दिया जा रहा हैं. हिरणी फॉल में तैनात सुरक्षा कर्मी लगातार उस पर नजर बनाए हुए हैं. मालूम रहे…
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मिशन गगनयान: ISRO की बड़ी छलांग, अब नए प्लेटफॉर्म से लॉन्चपैड तक सीधे पहुंचने की तैयारी, टेस्टिंग भी सफल
नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो अपने पर काम रही है। चंद्रयान और आदित्य एल-1 की सफलता के बाद ये मिशन इसरो को और ऊंचाइयों पर पहुंचाएगा। गगनयान भारत का पहला मानव मिशन होगा। इसरो ने गगनयान मिशन के लिए ‘सीई-20 क्रायोजेनिक इंजन’ तैयार कर लिया है। इसरो ने इस इंजन का सफल परीक्षण भी किया। गगनयान मानव अंतरिक्ष मिशन के लिए एलवी��म लॉन्चिंग पैड के ‘क्रायोजेनिक चरण’ को शक्ति प्रदान करता है। इसरो ने कहा कि सीई-20 क्रायोजेनिक इंजन मानव मिशन के लिए अंतिम परीक्षणों में सफल रहा। इंजन की टेस्टिंग से इसकी क्षमता का पता चलता है। इसरो के मुताबिक, पहली मानव रहित उड़ान ‘एलवीएम3 जी1’ के लिए पहचाना गया सीई-20 इंजन सभी जरूरी परीक्षणों से गुजरा। अब मिशन के अगले चरण के लिए इसरो तैयार है। पहले लॉन्च पैड के आसपास के चार किलोमीटर के दायरे में कोई नहीं होता था। यहां तक की लॉन्च पैड को सुरक्षा देने वाले सीआईएसएफ कर्मी भी उड़ान भरने से दो घंटे पहले पोस्ट छोड़ देते थे। लेकिन 2025 में पहली बार भारतीय अंतरिक्ष यात्री स्पेससूट पहनकर एक विशेष मंच के माध्यम से लॉन्च पैड तक पहुंचेंगे। इसरो 19 साल पुराने लॉन्च पैड को भी अपग्रेड कर रहा है।8 घंटे से लेकर 1 दिन तक स्पेस में रहेंगे एस्ट्रोनॉटसतीश धवन स्पेस सेंटर (SDSC) के निदेशक ए. राजराजन ने कहा कि एक अलग लॉन्च पैड को तैयार करने में समय लगता है। इसलिए दूसरे लॉन्च पैड में सुधार का काम किया जा रहा है। हर बार जब हम कुछ प्रयोग करते हैं तो कुछ नए संशोधन भी करते हैं। उन्होंने कहा कि यह करीब 2000 करोड़ का निवेश है। जिस भी रॉकेट से अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा जाएगा, उसमें भी अधिक सुरक्षा सुविधाएं जोड़ी जाएंगी। मिशन आठ घंटे से एक दिन तक चल सकता है। अंतरक्षि यात्री पूरे समय क्रू मॉड्यूल में ही रहेंगे। इसमें 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान बनाए रखा जाएगा। सेंटर के अधिकारियों ने कहा कि मिशन के दौरान कई बातों को ध्यान में रखने की भी जरूरत है। जैसे मिशन के दौरान ईंधन लीक हो सकता है, ऐसी स्थिति में रॉकेट में विस्फोट भी हो सकता है। उन्होंने बताया कि गगनयान मिशन साल 2025 तक लॉन्च होगा। हालांकि इसके शुरुआती चरणों को इसी साल यानी 2024 तक पूरा किया जा सकता है। इसमें दो मानवरहित मिशन को अंतरिक्ष में भेजना शामिल है। जब ये मिशन सफल होंगे उसके बाद ही एस्ट्रोनॉट को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।क्या है गगनयान मिशन?गगनयान मिशन ISRO की ओर से विकसित भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस मिशन में तीन अंतरिक्ष मिशन शामिल हैं। इन तीन मिशनों में से दो मानवरहित होंगे, जबकि एक मानव युक्त मिशन होगा। गगनयान मिशन भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन है। इस मिशन के तहत तीन चालक दल के सदस्यों को 400 किलोमीटर की कक्षा में तीन दिनों के मिशन के लिए लॉन्च करना और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है। इसरो ने इस मिशन की टेस्टिंग पिछले साल की थी। वहीं हाल ही में इसरो ने इसके क्रायोजेनिक इंजन की टेस्टिंग की।कितने चरणों ��ें होगा गगनयान मिशन पूरा?गगनयान मिशन पांच चरणों में पूरा होगा। इसका अंतिम चरण तब खत्म होगा जब एक अंतरिक्ष यान में तीन इंसान को बैठाकर अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। इससे पहले इसरो कई स्तरों पर यह सुनिश्चित करना चाहता है कि इस मिशन में कोई कमी न रह जाए। इसलिए पिछले साल एजेंसी ने टेस्ट फ्लाइट किया, जिसके जरिए ये टेस्ट किया गया कि इंसानों को ले जाने वाला कैप्सूल सुरक्षित रूप से धरती पर वापस लौट सकता है। यह सुनिश्चित किया गया है कि हवा से जमीन पर कैप्सूल गिरने से क्या कोई नुकसान हो रहा है या नहीं। http://dlvr.it/T4xFjh
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Noida Lift Accident: लिफ्ट में महिला की मौत के जिम्मेदार,AOA अध्यक्ष,उपाध्यक्ष, महासचिव व मैनटेनेंस कंपनी के खिलाफ FIR
Noida Lift Accident: सेक्टर-137 पारस टियरा सोसायटी में लिफ्ट का तार टूटने से हुए हादसे में वृद्ध महिला की मौत के बाद सोसायटी वासी डरे हुए हैं। मृतक वृद्ध महिला के पुत्र की शिकायत पर पुलिस ने पारस टियरा सोसायटी ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों, लिफ्ट का संचालन करने वाली तथा लिफ्ट लगाने वाली कंपनी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पारस टियरा सोसायटी लिफ्ट हादसा
बता दें कि पारस टियरा सोसाइटी में रहने वाली (70 वर्षीय) श्रीमती सुशीला देवी पत्नी देवीदयाल प्रसाद गुरुवार को लिफ्ट से नीचे जा रही थी। इस दौरान अचानक लिफ्ट की केबल टूट गई। केबल टूटने की वजह से लिफ्ट तेजी से नीचे आकर गिरी। इस घटना में लिफ्ट में सवार सुशीला देवी गंभीर रूप से घायल होकर लिफ्ट में ही बेहोश होकर गिर गई। हादसे की जानकारी मिलने पर सोसाइटी के मेंटेनेंस विभाग के कर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने लिफ्ट के अगजोस्ट फैन के रास्ते सुशीला देवी को बेहोशी की हालत में बाहर निकाला। गंभीर स्थिति में परिजन उन्हें पास के ही फेलिक्स अस्पताल ले गए जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। सुशीला देवी की मौत की सूचना जैसे ही सोसाइटी में पहुंची तो लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। बड़ी संख्या में लोग सोसाइटी में एकत्रित हो गए। सोसायटी वासियों ने वर्तमान पारस टियरा अपार्टमेंट ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्यों पर गंभीर आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। सोसायटी वासियों का आरोप था कि मेंटेनेंस शुल्क वसूलने के बावजूद भी उनकी सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। जिस कारण यह दर्दनाक हादसा हुआ है।
Noida News
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12वीं के छात्र ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या , छानबीन में जुटी पुलिस
राकेश रमन सरकार@समाचार चक्र साहिबगंज। शहर के दहला दुर्गा स्थान के समीप साहिबगंज मंडल कारा में पदस्थापित सुरक्षा कर्मी सह रिटायर्ड आर्मी जवान कृष्णकांत ओझा के 19 वर्षीय पुत्र नितिन कुमार ओझा उर्फ ओमजी ओझा ने मंगलवार को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली । घटना की सूचना पाकर एसडीपीओ राजेंद्र दूबे, नगर थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता, एसआई सौरभ कुमार, जगरनाथ पान, मुरली मनोहर सिंह दल बल के साथ मौके पर…
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