Pashupati vrat | सावन में पशुपति व्रत करे या नहीं?
Pashupati vrat | सावन में पशुपति व्रत करे या नहीं?
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Sawan 2022: सावन महीने में इन राशि वालों पर रहेगी भोलेनाथ की विशेष कृपा, क्या आपकी राशि भी है लकी?
Sawan 2022: सावन महीने में इन राशि वालों पर रहेगी भोलेनाथ की विशेष कृपा, क्या आपकी राशि भी है लकी?
Sawan 2022: सावन का महीना भगवान शंकर को समर्पित माना गया है। इस साल 14 जुलाई से सावन का महीना शुरू होगा, जो कि 12 अगस्त को समाप्त होगा। हिंदू धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व होता है। यह महीना भगवान शंकर को अतिप्रिय होता है। इस माह में विधि- विधान से भोलेनाथ की पूजा की जाती है। मान्यता है कि सावन के सोमवार व्रत रखने से भोलेनाथ की कृपा से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है। धार्मिक मान्यताओं के…
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🌼 मंगला गौरी व्रत - Mangala Gauri Vrat
🌼 श्रावण माह शिव एवं माता पार्वती को समर्पित माना जाता है। साप्ताहिक दिन सोमवार को शिव की उ���ासना के रूप में सावन के सोमवार व्रत, तथा सावन के सोमवार की ही तरह मंगलवार को मंगला गौरी व्रत, माता पार्वती के गौरी रूप को समर्पित है।
🌼 ज्योतिषीयों के अनुसार जिन युवतियों और महिलाओं की कुंडली में वैवाहिक जीवन में कमी महसूस होती है अथवा शादी के बाद पति से अलग होने या तलाक हो जाने जैसे अशुभ योग निर्मित हो रहे हो, तो उन महिलाओं के लिए मंगला गौरी व्रत विशेष रूप से फलदायी है। 👇
📲 https://www.bhaktibharat.com/festival/mangala-gauri-vrat
🌼 मंगला गौरी व्रत कथा - Mangla Gauri Vrat Katha
📲 https://www.bhaktibharat.com/katha/mangla-gauri-vrat-katha
YouTube: https://www.youtube.com/watch?v=DGTujsykM48
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भगवान भोलेनाथ का प्रिय मास सावन (Savan 2022) इस वर्ष गुरुवार 14 जुलाई 2022 से शुरू होगी। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह साल का पांचवा महीना माना जाता है। ऐसी मान्यता है की जो भी भक्त श्रावण माह में भगवान शिव की आराधन करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। इस वर्ष सावन का महीना गुरुवार, 14 जुलाई से शुक्रवार, 12 अगस्त तक रहेगा। इस एक महीने में कुल 4 सोमवार के व्रत पड़ेंगे। 18 जुलाई 2022 को सावन का पहला सोमवार का व्रत किया जायेगा। इसके बाद दूसरा सोमवार का व्रत 25 जुलाई, तीसरा व्रत 01 अगस्त और चौथा सोमवार का व्रत 08 अगस्त को किया जायेगा।
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Sawan Somwar 2024: जानिए क्यों खास है सावन में सोमवार का व्रत? क्या है इसका महत्वShravan Month 2024: सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। यह शिव और महादेव के भक्तों का हुत ही प्रिय महीना होता है। इस साल 22 जुलाई 2024 दिन सोमवार कोश्रावण मास की शुरुआत होने जा रही है ।
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महादेव को रिझाने वाले सावन सोमवार व्रत विधि, पूजा सामग्री, व्रत का फल
सावन सोमवार भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित एक विशेष व्रत है। यह व्रत श्रावण मास के सभी सोमवारों को रखा जाता है। इस मास में भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है, इसलिए इन सोमवारों का व्रत रखना अत्यंत शुभ माना जाता है।
सावन सोमवार व्रत भगवान शिव की भक्ति और आशीर्वाद प्राप्त करने का एक उत्तम अवसर है। यदि आप इस व्रत को पूरे विधि-विधान से रखते हैं तो निश्चित रूप से आपको भगवान शिव की कृपा प्राप्त होगी और आपके सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।
सावन सोमवार व्रत विधि:
प्रातःकाल: सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें।
पूजा: घर के मंदिर में भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग स्थापित करें।
शिवलिंग को गंगाजल, दूध, और पुष्पों से स्नान कराएं।
बेलपत्र, धतूरा, भांग, आंकड़े, फल, मिठाई आदि अर्पित करें।
घी का दीपक जलाएं और धूप करें।
"ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें।
शिव चालीसा का पाठ करें।
दिन भर फलाहार करें।
शाम को सूर्यास्त के बाद फिर से पूजा करें।
रात में भोजन ग्रहण करने से पहले शिव आरती करें।
सावन सोमवार पूजा सामग्री:
शिवलिंग या भगवान शिव की प्रतिमा
गंगाजल
दूध
बेलपत्र
धतूरा
भांग
आंकड़े
फल
मिठाई
घी
दीपक
धूप
अगरबत्ती
फूल
शिव चालीसा
सावन सोमवार व्रत का फल:
सावन सोमवार व्रत रखने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
पापों का नाश होता है।
रोगों से मुक्ति मिलती है।
ग्रहदशाएं अनुकूल होती हैं।
वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।
संतान प्राप्ति में सफलता मिलती है।
मोक्ष की प्राप्ति होती है।
सावन सोमवार विशेष बातें:
व्रत के दौरान नकारात्मक विचारों से दूर रहें।
ब्रह्मचर्य का पालन करें।
झूठ बोलने और किसी को भी कष्ट पहुंचाने से बचें।
दान-पुण्य करें।
गरीबों और असहायों की मदद करें।
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Sawan Somwar: आज सावन का 5 वा सोमवार , जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि
Sawan Somwar :
सावन सोमवार के दिन महादेव पूजा की जाती है. व्रत रखकर शिव की पूजा और मंत्र जाप किए जाने पर पारिवारिक तथा आर्थिक समस्याएं दूर हो सकती हैं. आज यानि की 7 august को सावन के पांचवां सोमवार का व्रत रखा जा रहा है.
सनातन धर्म में सावन महीने को बेहद खास माना जाता है इसे पर्व की तरह मनाया जाता हे . सावन महीने की शुरुआत 4 जुलाई से हो गयी थी . इसके साथ ही इस बार 2 सावन हे उसे अधिकमास का…
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सावन सोमवार व्रत कथा।। sawan somvar vrat katha ।। सावन मास के तीसरे सोमव...
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वैश्य महासम्मेलन ने हनुमान चौक मंदिर में हलुआ का प्रसाद वितरित किया
सतना वैश्य महासम्मेलन द्वारा हनुमान चौक हनुमान मंदिर में सावन सोमवार और हरियाली अमावस्या के अवसर में *सुशील गुप्ता बजरंग* के संयोजक में हलुआ का वितरण किया गया। प्रदेश महामंत्री हरिओम गुप्ता ने कहा कि श्रावण मास में आशुतोष भगवान शंकर की पूजा का विशेष महत्व है। जो प्रतिदिन पूजन न कर सकें उन्हें सोमवार को शिव पूजा अवश्य करनी चाहिए और व्रत रखना चाहिए। सोमवार भगवान शंकर का प्रिय दिन है। अतः सोमवार को…
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हिंदू मान्यता के अनुसार, सावन महीने का हिंदुओं के लिए अद्वितीय महत्व है।
हिंदू मान्यता के अनुसार, सावन महीने का हिंदुओं के लिए अद्वितीय महत्व है। इस पवित्र मास में हर सोमवार, जिसे सावन सोमवार के नाम से जाना जाता है, का बहुत अधिक महत्व होता है। सावन महीना व्रत और धार्मिक अनुस्थानो का समय होता है, जब चारो और भक्ति रूपी माहौल रहता है और कई भक्त कावड़ यात्रा पर निकलते हैं और भगवान शिव की कृपा और आध्यात्मिक उन्नति की कामना करते हैं। आइए, हम इस पवित्र महीने की गहराई में जाकर सावन सोमवार के साथ जुड़ी परंपराओं और प्रथाओं को जानें। For More Information-https://www.evergreenbharat.com/%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%82-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%a4%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a5%81%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%b8/
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शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के उपाय
शिव पुराण के अंदर भगवान शिव की महिमा का वर्णन है। कैसे वह अपने भक्तों के दुखों को दूर करने के लिए तरह-तरह के उपायों से भक्तों की मदद करते हैं।
इसी तरह जिन महिलाओं को यहां संतान की प्राप्ति नहीं हो रही हो या जिन महिलाओं को पुत्र प्राप्ति की इच्छा हो। इनके लिए शिव पुराण में पुत्र प्राप्ति के कई उपाय बताए गए हैं।
शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के उपाय
लेकिन जिन दंपत्तियों को कई उपाय करने के बाद भी पुत्र की प्राप्ति नहीं हो पा रही हो तो उन्हें एक बार शिवपुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के उपायों को अपनाकर देखना चाहिए। धर्म शास्त्रों में शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के घरेलू उपाय बताए गए हैं।
इन उपायों से संतान प्राप्ति की संभावना काफी बढ़ जाती है। संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ाने वाले उपायों का भी संतान में विचार किया जाता है।
धतूरे के बीज से शिव पूजन करें
शिव पुराण के अनुसार यदि भगवान शिव की पूजा में धतूरे का फूल चढ़ाक��� पूजा की जाए और पुत्र प्राप्ति की कामना शिव के सामने रखी जाए तो दंपत्ति को सुंदर पुत्र की प्राप्ति होती है।
आप जिस किसी भी प्रकार से भगवान शिव की बड़ी श्रद्धा से पूजा करें, उस पूजा को करें। लेकिन एक बात का ध्यान रखें मांसाहार और बीड़ी, शराब, तंबाकू, सिगरेट और तामसिक चीजों का त्याग करना जरूरी है। क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने का काम करता है। मन की शुद्धि भी बहुत जरूरी है।
सावन के महीने में पुत्र प्राप्ति के घरेलू उपाय
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है. इस मास में दंपत्ति को एक समय भोजन करना चाहिए और व्रत रखकर तपस्या करनी चाहिए और प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। प्रत्येक सोमवार को 9 वर्ष से कम उम्र की 21 कन्याओं को भोजन कराएं। भगवान शिव आपकी मनोकामना अवश्य पूर्ण करेंगे। अपने मन को शुद्ध और शांत रखें और अपने आहार में केवल सात्विक खाद्य पदार्थों को ही शामिल करें।
वृक्षारोपण के उपाय
शिव पुराण में संतान प्राप्ति के कई उपायों का वर्णन मिलता है, जिनमें से एक तरीका बहुत आसान और बहुत कठिन माना जा सकता है। यदि दंपत्ति वृक्ष लगाते हैं और उन वृक्षों की देखभाल करते हैं और उन्हें बड़ा करते हैं तो उनके योग्य और सुंदर पुत्र रत्न का जन्म होता है।
मुख्य रूप से यदि आप अपने स्थान पर फल देने वाले और छायादार पेड़ लगाते हैं, तो यह अत्यधिक विशिष्ट लाभ प्रदान करता है। इसमें पीपल, आम तथा अन्य फलदार वृक्ष लगा सकते हैं।
यदि यह वृक्षारोपण सार्वजनिक स्थान पर किया जाए तो अत्यधिक लाभकारी होता है। क्योंकि इसका लाभ हर व्यक्ति को मिलेगा। यह एक तरह की सेवा है। आप पेड़ों को जीवन दे रहे हैं। तथा वृक्षों के माध्यम से जनकल्याण के कार्य होते हैं। जिसके फलस्वरूप आपको पुत्र जीवन का वरदान भी प्राप्त होता है।
भगवान शिव के लिए उपवास
सुयोग्य वर की प्राप्ति के लिए कन्याएं भगवान शिव का व्रत रखती हैं। यदि संतान या पुत्र प्राप्ति के लिए इस व्रत को बड़ी श्रद्धा से किया जाए तो भगवान शिव उनकी मनोकामना पूरी करते हैं। सोमवार के दिन आप भगवान शिव का व्रत इन अंक 11, 21, 41 में रख सकते हैं।
इन व्रतों को करने का विधान वही है जो आपके परिवार में और आपके समाज में प्राचीन काल से चला आ रहा है और जब आप भगवान शिव की पूजा करते हैं तो उनसे संतान प्राप्ति की कामना जरूर करनी चाहिए। आप व्रत की संख्या का संकल्प लेकर और अपनी मनोकामना रखकर इस व्रत को पूर्ण कर सकते हैं।
बाल सेवा उपाय
सेवा और जप में अपार शक्ति होती है। संतान प्राप्ति के उद्देश्य से दंपत्ति को छोटे बच्चों की सेवा करनी चाहिए। इसके लिए आप कुछ छोटे बच्चों के भोजन की व्यवस्था देख सकते हैं या किसी परिवार के कुछ बच्चों को पढ़ाने का खर्च वहन कर सकते हैं जो अपने बच्चों को पढ़ाने में सक्षम नहीं हैं या आप समय-समय पर बच्चों को स्कूल में खिला सकते हैं। .आप उनके लिए अध्ययन सामग्री या पोशाक आदि उपलब्ध करा सकते हैं।
इसके साथ ही अपने जीवन में सादगी और शांति लाने की भी जरूरत है। इस दौरान आपको किसी भी तरह के असामाजिक और शास्त्र विरोधी काम करने से बचना होगा, बल्कि इन कामों से हमेशा दूर रहना होगा।
आपको प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा करनी होगी। आप प्रतिदिन भगवान शिव से संबंधित किसी भी स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं या सोमवार के दिन भी इसका पाठ कर सकते हैं। सात्विक जीवन जिएं, सात्विक भोजन करें। आपका मनोरथ अवश्य पूरा होगा।
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क्या आप जानते हैं सावन का दूसरा प्रदोष व्रत कब है, जानें इस व्रत का महत्व और मुहूर्त | Do you know when is the second Pradosh fast of Sawan, know the importance and Muhurta of this fast
क्या आप जानते हैं सावन का दूसरा प्रदोष व्रत कब है, जानें इस व्रत का महत्व और मुहूर्त | Do you know when is the second Pradosh fast of Sawan, know the importance and Muhurta of this fast
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सावन के महीने का हर दिन भोलेनाथ के लिए समर्पित है। इस महीने में शिव पूजा के लिए सावन सोमवार, सावन शिवरात्रि के अलावा प्रदोष व्रत भी बहुत लाभकारी होता है। सावन के शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि को इस माह का दूसरा प्रदोष व्रत है। इस दिन तारीख 9 अगस्त और दिन मंगलवार होने से ये भौम प्रदोष रहेगा। भोलेशंकर की पूजा के लिए प्रदोष व्रत बहुत पुण्यकारी माना जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता…
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सावन के सोमवार - Sawan Ke Somwar
🔱 सावन के सोमवार - Sawan Ke Somwar
📲 https://www.bhaktibharat.com/festival/sawan-somwar
🔱 शिव चालीसा - Shiv Chalisa
📲 https://www.bhaktibharat.com/chalisa/shiv-chalisa
🔱 शिव भजन - Shiv Bhajan
📲 https://www.bhaktibharat.com/bhajan/shiv-shankar-bholenath-ke-bhajan
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🌚 सोमवती अमावस्या व्रत कथा - Somvati Amavasya Vrat Katha
📲 https://www.bhaktibharat.com/katha/somvati-amavasya-vrat-katha
🌚 सोमवती अमावस्या - #SomvatiAmavasya
📲 https://www.bhaktibharat.com/festival/somvati-amavasya
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🌱 हरियाली अमावस्या - #HariyaliAmavasya
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सावन के आखिरी सोमवार और पुत्रदा एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएं..भोलेनाथ और विष्णु जी की कृपा आप सभी पर बनी रहें 🙏
पुत्रदा एकादशी के व्रत से संतान की प्राप्ति होती है और संतान के सारे कष्ट दूर होते हैं।
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https://desigyani.com/2022/08/savan-putrada-ekadashi-2022-date-know-puja-vidhi-muhurt-and-significance-of-putrada-ekadashi.html
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Sawan 2024: सावन के पहले सोमवार पर किस विधि से करें पूजा, जानिए पूजा मुहू���्त और पूजा विधिSawan 2024: सावन सोमवार को भगवान शिव की पूजा के लिए बेहद खास माना जाता है. वहीं सावन में मंगलवार का दिन माता पार्वती को समर्पित होता है. सावन के मंगलवार को मां गौरी का व्रत माता पार्वती को समर्पित होता है
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