#साधु सती और सूरमा
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govindnager · 1 month ago
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sanjaydass9 · 1 month ago
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taapsee · 1 month ago
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#GodMorningMonday
कबीर, साधु सती और सूरमा, राखा रहै न ओट।
माथा बांधि पताक सों, नेजा घालैं चोट।।
कबीर साहिब जी कहते हैं कि साधु, सती स्त्री और शूरवीर यह पर्दे की वोट में रखने से नहीं रह सकते, अर्थात इन्हें छुपाया नहीं जा सकता।
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ramdhirajdas · 1 month ago
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#GodMorningMonday#noidagbnup16🙏🏼🌿🪴🌺कबीर, साधु सती और सूरमा, राखा रहे न ओट। माथा बांधि पताक सों, नेजा घालें चोट ।।जरूर देखें साधना टीवी 7:30-8:30PM
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sahunarottm · 3 months ago
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#सत_भक्ति_संदेश
कबीर साधु होना कठिन है लंबा पेड़ खजूर
चढ़े तो पीवे प्रेम रस गिरे तो चकनाचूर
कबीर शीश कटान शहज है एक घड़ी का काम
साधु होना कठिन है आठो पहर संग्राम
कबीर साधु सती और सूरमा इनका माता अगाध
आशा छोड़ें देह की तिन में अधिका साध
🫴🏻 अब संत रामपाल जी महाराज जी के मंगल प्रवचन प्रतिदिन सुनिए....
🏵️ ईश्वर टी.वी. पर सुबह 6:00​ से 7:00​ तक
🏵️ श्रद्धा MH ONE टी. वी. पर दोपहर 2:00​ से 3:00​ तक
🏵️ साधना टी. वी. पर शाम 7:30​ से 8:30​ तक
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mohanjaglan · 9 days ago
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@SaintRampalJiM
साधु सती और सूरमा, राखा रहै न ओट।
माथा बांधि पताक सों, नेजा घालैं चोट।।
👉कबीर साहेब जी कहते हैं कि साधु, सती स्त्री और शूरवीर ये परदे की ओट में रखने से नहीं रह सकते, अर्थात इन्हें छिपाया नहीं जा सकता।
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transparentdestinypaper · 26 days ago
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साधु सती और सूरमा, राखा रहै न ओट। माथा बांधि पताक सों, नेजा घालैं चोट ।।
कबीर साहेब जी कहते हैं कि साधु, सती स्त्री और शूरवीर ये परदे की ओट में रखने से नहीं रह सकते, अर्थात इन्हें छिपाया नहीं जा सकता। इनके पुरुषार्थ-कर्म की ध्वजा तो इनके माथे से बंधी हुई रहती है, चाहे कोई इन पर भाले की चोट ही क्यों न करे, परंतु ये अपने मत-संकल्प को नहीं त्यागते।
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grandballoonfun · 1 month ago
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#GodMorningMonday
#noidagbnup16
कबीर, साधु सती और सूरमा, राखा रहे न ओट । माथा बांधि पताक सों, नेजा घालें चोट ।।जरूर देखें साधना टीवी 7:30-8:30PM
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rdthakur · 1 month ago
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कबीर, साधु सती और सूरमा, राखा रहे न ओट। माथा बांधि पताक सों, नेजा घालें चोट ।।
कबीर साहेब जी कहते हैं कि साधु, सती स्त्री और शूरवीर ये परदे की ओट में रखने से नहीं रह सकते, अर्थात इन्हें छिपाया नहीं जा सकता। इनके पुरुषार्थ-कर्म की ध्वजा तो इनके माथे से बंधी हुई रहती है, चाहे कोई इन पर भाले की चोट ही क्यों न करे, परंतु ये अपने मत-संकल्प को नहीं त्यागते ।
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9897pansingh · 1 month ago
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#GodMorningMonday
कबीर, साधु सती और सूरमा, राखा रहै न ओट।
माथा बांधि पताक सों, नेजा घालैं चोट।।
कबीर साहिब जी कहते हैं कि साधु, सती स्त्री और शूरवीर यह पर्दे की वोट में रखने से नहीं रह सकते, अर्थात इन्हें छुपाया नहीं जा सकता।
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tejpa · 1 month ago
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#सत_भक्ति_संदेश
कबीर, साधु सती और सूरमा, राखा रहै न ओट।
माथा बांधि पताक सों, नेजा घालैं चोट।।
कबीर साहिब जी कहते हैं कि साधु, सती स्त्री और शूरवीर यह पर्दे की वोट में रखने से नहीं रह सकते, अर्थात इन्हें छुपाया नहीं जा सकता।
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sunilsharmasworld · 1 month ago
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#GodMorningMonday
कबीर, साधु सती और सूरमा, राखा रहै न ओट।
माथा बांधि पताक सों, नेजा घालैं चोट।।
कबीर साहिब जी कहते हैं कि साधु, सती स्त्री और शूरवीर यह पर्दे की वोट में रखने से नहीं रह सकते, अर्थात इन्हें छुपाया नहीं जा सकता।
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sahunarottm · 6 months ago
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*सबका मालिक एक*
कबीर साधु होना कठिन है लंबा पेड़ खजूर
चढ़े तो पीवे प्रेम रस गिरे तो चकनाचूर
कबीर शीश कटान शहज है एक घड़ी का काम
साधु होना कठिन है आठो पहर संग्राम
कबीर साधु सती और सूरमा इनका माता अगाध
आशा छोड़ें देह की तिन में अधिका साध
👉अपना नाम ,पूरा पता, पिन कोड ,मोबाइल नंबर हमें Whatsapp करें
+91 7496801825
पुस्तक और डिलीवरी चार्ज बिल्कुल निःशुल्क (फ्री) है।
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coralsoulrebel · 1 month ago
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#GodMorningMonday
कबीर, साधु सती और सूरमा, राखा रहै न ओट।
माथा बांधि पताक सों, नेजा घालैं चोट।।
कबीर साहिब जी कहते हैं कि साधु, सती स्त्री और शूरवीर यह पर्दे की वोट में रखने से नहीं रह सकते, अर्थात इन्हें छुपाया नहीं जा सकता।
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rajendersahab8 · 1 month ago
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#GodMorningMonday
कबीर, साधु सती और सूरमा, राखा रहै न ओट।
माथा बांधि पताक सों, नेजा घालैं चोट।।
कबीर साहिब जी कहते हैं कि साधु, सती स्त्री और शूरवीर यह पर्दे की वोट में रखने से नहीं रह सकते, अर्थात इन्हें छुपाया नहीं जा सकता।
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pappukushvaha123 · 1 month ago
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कबीर, साधु सती और सूरमा, राखा रहे न ओट । माथा बांधि पताक सों, नेजा घालें चोट ।।
कबीर साहेब जी कहते हैं कि साधु, सती स्त्री और शूरवीर ये परदे की ओट में रखने से नहीं रह सकते, अर्थात इन्हें छिपाया नहीं जा सकता। इनके पुरुषार्थ-कर्म की ध्वजा तो इनके माथे से बंधी हुई रहती है, चाहे कोई इन पर भाले की चोट ही क्यों न करे, परंतु ये अपने मत-संकल्प को नहीं त्यागते ।
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