#सराव
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श्री. शिवाजी महाविद्यालयाच्या दिशा परदेशी हिची विद्यापीठ संघात निवड
बार्शी:- के.आय.आय.टी.भुवनेश्वर (ओडिसा) येथे दिनांक 24 ते 28 डिसेंबर 2024 या कालावधीत होणाऱ्या आखिल भारतीय आंतर विद्यापीठ योगा स्पर्धेसाठी श्री शिवाजी महाविद्यालयाच्या दिशा परदेशी हिची पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होळकर सोलापूर विद्यापीठ,सोलापूर संघात निवड झाली आहे. सदर संघाचे सराव शिबीर डॉ. सुरेश लांडगे यांच्या मार्गदर्शनाखाली कॉलेज ऑफ एज्युकेशन, बार्शी येथे चालू आहे. या निवडीबद्दल श्री शिवाजी शिक्षण…
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मातीच्या आरोग्याचे महत्त्व आणि ते महत्त्वाचे का आहे
माती हा पृथ्वीवरील जीवनाचा पाया आहे. हे वाढत्या अन्नासाठी आधार प्रदान करते, परिसं��्थांना समर्थन देते आणि ग्रहाचे आरोग्य राखण्यात महत्त्वपूर्ण भूमिका बजावते. मात्र, जमिनीच्या आरोग्याकडे अनेकदा दुर्लक्ष केले जाते. निरोगी माती का आवश्यक आहे हे समजून घेणे आम्हाला तिचे संरक्षण करण्यात आणि प्रत्येकासाठी शाश्वत भविष्य सुनिश्चित करण्यात मदत करू शकते.
मातीचे आरोग्य म्हणजे काय? मातीचे आरोग्य म्हणजे मातीची स्थिती आणि ती वनस्पती, प्राणी आणि लोकांना किती चांगल्या प्रकारे आधार देऊ शकते याचा संदर्भ देते. निरोगी माती पोषक तत्वांनी समृद्ध आहे, फायदेशीर जीवांनी परिपूर्ण आहे आणि जास्त कार्यक्षमतेने निचरा करताना पाणी धरून ठेवण्याची क्षमता आहे.
मातीचे आरोग्य महत्त्वाचे का आहे?
अन्न उत्पादनास समर्थन देते निरोगी माती झाडांना नायट्रोजन, फॉस्फरस आणि पोटॅशियम सारखी आवश्यक पोषक तत्वे प्रदान करते. हे सुनिश्चित करते की पिके चांगली वाढतात, आपल्याला खाण्यासाठी निरोगी आणि पौष्टिक अन्न देतात. खराब माती आरोग्यामुळे पीक उत्पादन कमी आणि पौष्टिक अन्न कमी होऊ शकते.
पाण्याची गुणवत्ता आणि पुरवठा राखतो निरोगी माती स्पंजप्रमाणे काम करते, पावसाचे पाणी शोषून घेते आणि साठवते. हे पाणी वाहून जाण्यापासून आणि त्यासोबत मौल्यवान माती आणि पोषक द्रव्ये घेण्यास प्रतिबंध करते. हे भूजल पुनर्भरण करण्यास मदत करते आणि नद्या आणि तलावांचे प्रदूषणापासून संरक्षण करते.
हवामान बदलाचा प्रभाव कमी होतो माती कार्बन साठवते, ज्यामुळे वातावरणातील कार्बन डायऑक्साइडचे प्रमाण कमी होण्यास मदत होते. माती व्यवस्थापनाच्या चांगल्या पद्धती अधिक कार्बन मिळवून आणि हवेत कमी सोडून हवामान बदलाशी लढण्यास मदत करू शकतात.
जैवविविधतेला प्रोत्साहन देते निरोगी माती जीवाणू, गांडुळे आणि वनस्पतींच्या वाढीस मदत करणाऱ्या कीटकांसह जीवनाने भरलेली असते. हे जीव सेंद्रिय पदार्थांचे विघटन करतात, पोषक घटकांचा पुनर्वापर करतात आणि माती सुपीक ठेवतात.
मातीची धूप रोखते जोरदार पाऊस किंवा वारा असतानाही मजबूत, निरोगी माती जागीच राहते. हे शेतजमिनी, जंगले आणि नैसर्गिक परिसंस्थांचे ऱ्हास होण्यापासून संरक्षण करते. आपण मातीच्या आरोग्याचे रक्षण कसे करू शकतो? रासायनिक खत���ंऐवजी सेंद्रिय खतांचा वापर करा. जमिनीची सुपीकता सुधारण्यासाठी पीक रोटेशनचा सराव करा आणि कव्हर पिके वाढवा. कीटकनाशके आणि तणनाशकांचा अतिवापर टाळा. नो-टिल शेतीचा अवलंब करून मातीचा त्रास कमी करा. मातीची धूप रोखण्यासाठी झाडे आणि वनस्पती लावा. निष्कर्ष मातीचे आरोग्य ही शाश्वत भविष्याची गुरुकिल्ली आहे. हे अन्न उत्पादनास समर्थन देते, जलस्रोतांचे संरक्षण करते आणि हवामान बदलाचा सामना करण्यास मदत करते. आमच्या मातीची काळजी घेऊन, आम्ही केवळ पर्यावरणाचे रक्षण करत नाही - आम्ही येणाऱ्या पिढ्यांसाठी निरोगी आणि समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करत आहोत. आपली माती निरोगी आणि समृद्ध ठेवण्यासाठी एकत्र काम करूया!
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ईमानदारी से पैसा कमाने का तरीका, घर बैठे बनें करोड़पति इन 11 तरीकों से (2024)
ईमानदारी से पैसा कमाने का तरीका: इज्जत से पैसा हर कोई कमाना चाहता है और पैसा कितनी अहमियत रखता है यह सब आप जानते हैं दुनिया में शायद ही कोई ऐसा इंसान होगा जिसे पैसा नहीं चाहिए। पैसा आपकी लाइफ स्टाइल को परफेक्ट करता है अवर लाइफ स्टाइल में आपको खुशी दे सकता है लेकिन एक बात पक्की है यह पैसे से सब कुछ नहीं खरीदा जा सकता। आज के टाइम में ईमानदारी से पैसा कमाना बहुत ही कम लोगों में देखने को मिलता है।
ईमानदारी से पैसा कमाने का तरीका एक ऐसा तरीका है जिससे आप न सिर्फ आप पैसा कमाते हैं बल्कि इसके साथ-साथ समाज में रिस्पेक्ट भी कमाते हैं। ईमानदारी से पैसा कमाना उन लोगों के लिए नहीं है जो सिर्फ सोचते हैं बिना कुछ किया उन्हें सब कुछ मिल जाएगा सच्चाई तो यह है कि बिना कुछ किया जीवन में कुछ भी नहीं मिलता ईमानदारी से पैसा कमाने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होती है तब जाकर आपको जीवन में कर पाते हैं।
आज के इस आर्टिकल में मैं आपको ईमानदारी से पैसा कमाने के ऐसे तरीके बताने वाला हूं जिससे आप बहुत ही आसानी से ईमानदारी से पैसा कमा सकते हैं। जिसका इस्तेमाल करके आप ईमानदारी से अपने पैसे से पैसा कमा सकते हैं हमारे द्वारा बताया गया यह तरीका 100% लीजेंड है।
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1. कोचिंग पढ़ा कर लाखों रुपए कमाएं
अगर आप 6th क्लास से लेकर 10th तक के स्टूडेंट्स को कोचिंग पढ़ाते हैं तो आप बहुत अच्छा प्रॉफिट मार्जिन कमा सकते हैं। मैं यहाँ होम ट्यूशन की बात कर रहा हूं। अगर आपको 5 से 10 बच्चे भी मिल जाते हैं तो आप 1 घंटे पढ़ करके 2000 हजार से 25,000 तक एक दिन में कमा सकते हो। इसके अलावा आप चाहो तो किड्स कोचिंग भी खोल करके अच्छा खासा पैसा कमा सकते हो। अगर आपने 10th और 12th के बच्चो को भी पढ़ना स्टार्ट कर दिया तो आप घर बैठ कर ही लाखो तक महीने का कमा सकते हो।
Requirements:
कोचिंग सेंटर में एक बेहतरीन टेबल और मेंच होना चाहिए इसमें बैठने की उचित व्यवस्था पानी की व्यवस्था, बेंच, कुर्सी, टेबल, लाइट्स, पंखे, और वाशरूम शामिल हैं।
कोचिंग सेंटर में बेहतरीन पंखे की सुविधा और बिजली की सुविधा होनी चाहिए।
टेस्ट से पहले छात्रों को उस टेस्ट के डिफ़िकल्टी लेवल के बारे में बताना होगा।
छात्र छात्रों की सुरक्षा के लिए कोचिंग सेंटर में कैमरे लगाए जा सकते हैं जिससे यह उसे कोचिंग के छात्रों की सुरक्षा को और बढ़ावा देता है।
Income:
2000 हजार से 25,000 रुपये Per Hour
2. लाइब्रेरी खोलकर पैसे कमाएं
इसके आलावा आप इसकी टाइमिंग फिक्स कर सकते हैं। बहुत सी लाइब्रेरी में इसकी टाइमिंग 8 घंटे की या फिर 12 घंटे की देते हैं और फिर उसके हिसाब से ही पेमेंट फिक्स कर देते हैं और मंथली पेमेंट रहता है। जिस तरीके से लोग जिम का पेमेंट देते हैं उसी तरीके से लोग लाइब्रेरी का पेमेंट देते हैं। अगर आप एक स्टूडेंट से 1000 रुपये लेते हैं तो आप 100 स्टूडेंट से 100,000 रुपये तक कमा सकते हैं। स्टूडेंट को अगर आपकी लाइब्रेरी में प्रॉपर सुविधा मिलेगी तो वह स्टूडेंट आपकी लाइब्रेरी में जॉइन रहेगा।
लाइब्रेरी में बच्चे लगभग 5 से 6 घंटे तक अपने पढ़ाई को एक कुर्सी पर टेबल पर बैठकर गुजरते हैं और ऐसे में उनकी फर्नीचर बहुत ही आरामदायक होनी चाहिए जैसे की उनके पास एक डेस्क होने चाहिए और साथ में एक आरामदायक कुर्सी और उनके पैर को कंफर्टेबल रखने के लिए एक फ्लैट फ्लोर होना चाहिए।
Requirement:
लाइब्रेरी स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी के आसपास वाले जगहों पर होने चाहिए ताकि पढ़ने वाले छात्र आपकी लाइब्रेरी तक पहुंच सकें।
लाइब्रेरी एक ऐसी जगह होना चाहिए जहां सोर सरावा बिल्कुल भी ना हो, लाइब्रेरी शांति वाली जगह पर होना चाहिए जिससे स्टूडेंट का फोकस सिर्उफ नकी स्टडी पर हो।
लाइब्रेरी में सेल्फ स्टडी करने वाले ही युवाएं आते हैं छात्रों की मांग के अनुसार लाइब्रेरी संचालक किताबों, पेपर, मासिक मैगजिन, वाई-फाई जैसी सुविधा उपलब्होनी चाहिए।
लाइब्रेरी में वाई-फाई और लाइट तकनीकी जैसी आदि चीजों की सुविधा होनी चाहिए।
लाइब्रेरी में कोई भी शोर सराव करने वाली वास्तु नही होनी चाहिए जैसे कि कूलर आदि ना हो जिससे स्टूडेंट्स को पढ़ाई करने में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
Income:
पर स्टूडेंट से 1000 रुपये लेते हैं तो आप 100 स्टूडेंट से 100,000 रुपये आसानी से कमा सकते हैं।
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3. फिल्टर्ड पानी से लाखो रुपये कमाएं
भयंकर बीमारियों से बचने के लिए और खुद को स्वस्थ रखने के लिए हर कोई प्यूरीफाइड पानी पीना ही पसंद करता है। भारत में बोतल बंद पानी का बिजनेस सालाना 20 फ़ीसदी की दर से पढ़ रहा है। एक लीटर के पानी की बोतल का बाजार में 75 फीसदी हिस्सेदारी है। ईमानदारी से पैसा कमाने का तरीका यह बहुत बेहतर है। मार्केट में पाउच से लेकर 20 लीटर की बोतल तक मुहैया कराई जा रही है।
अगर आपके पास 150 रेगुलर कस्टमर हैं और हर दिन प्रति व्यक्ति एक कंटेनर खरीदता है और प्रति कंटेनर की कीमत 25 रुपये है तो हर महीने में आप 1,12,500 रुपये बहुत ही आसानी से कमा सकते हैं।
Requirements:
आप मिनरल वाटर का बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले एक कंपनी बना लें।
कंपनी एक्ट के तहत आप इसका रजिस्ट्रेशन करा लें।
कंपनी का पैन नंबर और GST नंबर जैसी तमाम औपचारिक ताएँ कर लें।
इसके लिए आप बोरिंग आरो और चिलर मशीन और कैन आदि रखने के लिए 1000 से 1500 वर्ग फुट की जगह होनी चाहिए ताकि पानी के लिए स्टोरेज के लिए टंकियां बनायीं जा सकें।
Income:
₹1,12,500 प्रति रेगुलर कस्टमर
4. पशुपालन करके पैसे कमाएं
अगर आपके पास पर्याप्त जमीन है तो आप आसानी से 20 से 30 हजार रुपये खर्च करके आप एक आधुनिक डेयरी का निर्माण कर सकते हैं। इसके आलावा आप पशुपालन करके दूध दही पनीर बना सकते हैं मार्केट में जिसकी काफी डिमांड है। पशुपालन करके आप कितना कमा सकते हैं इसका कोई अंदाजा लगाया जा सकता। यदि आप 10 से 20 गाय का पालन करते हैं तो सामान्यतः 30 से 50 हजार रूपए हर महीने कमाई की जा सकती है।
Requirements:
अगर आप पशुपालन में अपना बिजनेस स्टार्ट करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको अपने पशु की नस्ल का चुनाव काफ़ी ध्यान से करना चाहिए। हर नस्ल का पशु अच्छा एवं ज्यादा दूध नहीं दे सकता। इसलिए आप पशु की नस्ल चुनते समय सावधानी बरतें।
पशुपालन से बिजनेस स्टार्ट करने के लिए आप अपने पशुओं को अच्छा चारा व दाना पानी देते हैं तो उससे न केवल उनकी सेहत अच्छी रहती है बल्कि पशु की उत्पादक क्षमता भी कई गुना बढ़ जाती है।
पशुपालन करते समय आप आपने पशु को सही मात्रा में पोषण आहार ही खिलाएं जिससे आपके पशु का स्वस्थ्य भी अच्छा रहेगा और आपको मुनाफा भी अधिक प्राप्त होगा।
पशु पालन के लिए सबसे जरूरी बात यह होती है के आप अपने पशु को सही समय आने पर उसे सभी आवश्यक टीके लगवाएं उसको लू लगने से बचाएं और चारा पर्याप्त मात्रा में दे ताकि उसका स्वास्थ ठीक बना रहे।
Income:
यदि आप 10 से 20 गाय का पालन करते हैं तो सामान्यतः 30 से 50 हजार रूपए हर महीने कमाई की जा सकती है।
5. किराना स्टोर खोलकर कमाएं हजारो रुपए
किराना दुकान वैसे तो गाँव और शहर में भी अच्छी चलती है लेकिन इन दोनों जगहों से बेहतर छोटे शहर में चलती है। अगर आप छोटे शहर में किराने की दुकान करते हैं तो आप 5000 से 6000 रूपए प्रतिदिन कमा सकते हैं। कमोबेश मार्जिन के आधार पर अगर ��िन का 500 रूपए भी अगर आप कमाई कर रहें हैं तो महीने में आपकी कमाई 15000 से 20,000 रूपए तक हो सकती है।
Requirements:
आपकी दुकान छोटे शहर में हो या बड़े शहर में दुकान की इनकम कई कारणों पर निर्भर करती है। जैसे की आपकी दुकान की लोकेशन, दुकान में प्रोडक्ट की वैराइटी कितनी है आपके कस्टमर के प्रति व्यवहार कैसा है आदि।
आप अपनी किराना दुकान को ऐसी जगह पर खोलने का भी डिसीजन ले सकते हैं जहां पहले से ही दस अन्य रिटेलर्स हैं बस शर्त यह है की इलाका अच्छी तरह से आबादी वाला हो और एक और किराना प्रोवाइडर के लिए भरपूर गुंजाइश हो।
यदि आप किराना स्टोर बिजनेस को प्रॉफिटेबल बनाना चाहते हैं तो कस्टमर प्रेफरेंस को समझना बहुत जरूरी है। कस्टमर के ओवरऑल प्रिफरेंस को समझे और उन ब्रांड या प्रोडक्ट्स की पेशकश करें जो उनकी पसंद के हिसाब से होंगे।
भारत के विभिन्न राज्यों में नगरपालिकाओं द्वारा एक्सचेंज परमिट जारी किए जाते हैं और इन्हें नगरपालिका विशेषज्ञों से प्राप्त किया जाना चाहिए। प्रक्रिया बहुत लंबी नहीं है लेकिन आपके क्षेत्र के आधार पर लाइसेंस प्राप्त करने में लगभग 6-8 दिन लगते हैं।
Income:
अगर आप एक दिन का 500 रूपए भी कमा रहें हैं तो महीने में आपकी कमाई 15000 से 20,000 रूपए तक हो सकती है। लेकिन इसकी कमाई आपके इलाके पर निर्भर करती है आप इससे अधिक भी कमा सकते हैं।
6. फल बेचकर कमाएं हजारो रुपए
अभी के समय में फल का भी मूल्य तेजी गति से बढ़ रहा है इसलिए आप फल की खेती करके फलों को मार्केट में बेचकर अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं। फल की दुकान चलाकर आप रोज़ाना 3 हज़ार रुपये की कमाई की जा सकती है। इसमें करीब 30-40 प्रतिशत की बचत होती है। एक फल विक्रेता सेब और संतरे खरीदने के लिए 500 रुपये की पूंजी लगा सकता है और सीज़नल फल बेचकर रोज़ाना 2-3 हज़ार रुपये तक की कमाई की जा सकती है।
Requirements:
अगर आप रोज़ाना 2,000 पाउंड से ज़्यादा ताज़े या जमे हुए फल और सब्ज़ियां खरीदते या बेचते हैं तो आपको PACA लाइसेंस लेना होगा।
अपने बिजेनस को बेहतर करने के लिए आपको फलों को आकर्षक तरीके से पैकेज करना है ताकि इसमें कोई खराबी ना आये और बेहतरीन दिखे।
ग्राहकों के लिए अपना व्यहवार अच्छा रखें उनसे प्यार से बातें करें।
दुकान में फलों की कीमतों में ज़्यादा बदलाव न करें।
Income:
एक फल विक्रेता सेब और संतरे खरीदने के लिए 500 रुपये की पूंजी लगा सकता है और आप सीज़नल फल बेचकर रोज़ाना 2-3 हज़ार रुपये तक की कमाई की जा सकती है। जिसकी महीने पर कमाई 60 से 90 हजार रुपये तक कमा सकते हैं।
7. आटा चक्की के बिजनेस से हजारो कमाएं
आपको इस बिजेनस में पैसे बहुत ही कम निवेश करने होते हैं आपको केवल चक्की मशीन और इससे जुड़े सामान के लिए वन-टाइम इन्वेस्ट करना पड़ता है। इसमें आप अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। अगर आप एक बड़े आकर की मशीन खरीदते हैं उसका खर्चा लगभग 20000 से लेकर ₹25000 के बीच होगी। इसके अलावा आज छोटे मशीन की कीमत ₹15000 है इसलिए हम कह सकते हैं कि निवेश के नजर से यह बिजनेस आपके लिए करना काफी सहज होगा।
Requirements:
आटा चक्की का बिजनेस स्टार्ट करने के लिए शुरुआत में आटा चक्की की मशीन और दूसरे ज़रूरी सामानों पर करीब 50,000 रुपये से 1 लाख रुपये तक खर्च हो सकते हैं।
उस आटा की चक्की से आप ज्वार, गेहूं, बाजरा, जैसे अनाज खरीदकर उनका आटा पीसकर भी कमाई की जा सकती है जिससे आप अच्छी कमाई कर लेंगे।
अगर आप खुद के गेहूं पीसकर बेचते हैं तो आप महीने के लाखो रुपये कमा सकते हैं।
अगर आप आटा चक्की का बिजेनस छोटे पैमाने पर भी स्टार्ट करते हैं तो आप अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं।
Income:
आटा चक्की के इस बिजनेस में आप छोटे स्तर पर 50 से 70 हजार रूपये महीने का बड़ी ही आसानी से कमा सकते हैं।
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8. कॉस्मेटिक की दुकान खोलकर लाखो रुपये कमाएं
मसलन कॉस्मेटिक्स के सम्मान में आप को आपको लागत कम लगाने पड़ते हैं और मुनाफा ज्यादा मिलता है। क्योंकि कॉस्मेटिक के सारे सामान प्रिंट रेट पर ही बाजार में बिकते हैं। जिसमें लोगों के लिए बारगेनिंग की कोई गुंजाइश नहीं होते हैं। भारत में कॉस्मेटिक का बिजनेस काफी फायदेमंद है जिसमें आप औसतन 20% से 70% का फ़ायदा होता है। आप ग्रामीण क्षेत्र में भी आप कॉस्मेटिक की दुकान खोलकर महीने में 50,000 से लेकर 70,000 हजार रुपये कमा सकते हैं।
Requirements:
कॉस्मेटिक की दुकान खोलने के लिए सबसे पहले आप व्यस्त जगह चुने जहाँ आपकी दुकान पर कस्टमर आसानी से पहुंच सकें।
कॉस्मेटिक की दुकान के अंदर और बाहर कॉस्मेटिक के प्रोडक्ट की अच्छी सजावट करें जिससे दुकान दिखने में और बेहतर लगेगी।+
अच्छे सप्लायर से सस्ते से महंगे तक सभी तरह के सामान रखें।
कॉस्मेटिक ब्रैंड बनाने के लिए एक नाम, लोगो, वेबसाइट, और मार्केटिंग एसेट तैयार करें।
कॉस्मेटिक की दुकान में मेकअप प्रोडक्ट बैक क्रीम, फेस पाउडर, फेस वॉश, मेकअप रिमूव, इत्यादि जैसे प्रोडक्ट होने चाहिए।
Income:
ग्रामीण क्षेत्र में भी आप कॉस्मेटिक की दुकान खोलकर महीने में 50,000 से लेकर 70,000 हजार रुपये कमा सकते हैं।
9. मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान खोलकर लाखो रुपये कमाएं
आज के समय में मोबाइल का इस्तेमाल बड़े से लेकर छोटे बच्चे तक कर रहे हैं जिसमें आए दिन कुछ न कुछ खराबी आती रहती है। ऐसे में अगर आप अपने घर के आसपास भी कहीं मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान खोलकर बैठ जाएंगे तब भी आप महीने का अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं। ईमानदारी से पैसा कमाने का तरीका बहुत ही बदिया है जिसमे आप पैसे के साथ साथ इज्ज़त भी कमाते हैं।
मोबाइल रिपेयरिंग बिजनेस में मोबाइल की बढ़ती डिमांड के हिसाब से देखा जाए तो काफी बढ़ोतरी आने वाली है। इसलिए इस बिजनेस में प्रॉफिट कामना और बिजनेस को अच्छे से करो करना बहुत ही आसान है। लेकिन इस बिजनेस में प्रॉफिट के लिए हमें बहुत सारे अलग-अलग फ��क्ट्स पर ध्यान देना होगा।
Requirements:
मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान खोलने के लिए सबसे पहले आपकी लोकेशन ठीक जगह होनी चाहिए जिससे कि आपकी दुकान पर कस्टमर आसानी से पहुंच सके।
आप जहां रहते हैं, वहां फ़ोन रिपेयरिंग के लिए ज़रूरी लाइसेंस और परमिट लेने की ज़रूरत हो सकती है।
इसमें आपकोकुछ ज़रूरी हार्डवेयर रखने होंगे। जैसे कि इसमें स्क्रूड्राइवर, स्पूज़र, चिमटी, क्लैंप सेट, मैग्नीफ़ाइंग ग्लास, मल्टी-बिट किट, और ESD मैट बैंक जैसी चीज़ें शामिल हैं।
मोबाइल रिपेयरिंग में डिप्लोमा कोर्स करने से आपको इस क्षेत्र में ज़्यादा जानकारी मिलेगी कई संस्थान मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स कराते हैं।
इसके अलावा आप किसी दुकान पर कुछ दिन का अनुभव लेकर भी अपने मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान खोल सकते हैं।
Income:
अगर आप एक महीने में 1 लाख का बिजनेस करते हैं तो आप 45 से 60 हजाररुपए के बीच मुनाफा कमा सकते हैं।
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10. ईट का भट्टा खोलकर करोड़ों रुपए कमाएं
अगर आप ईद का भट्टा खोलते हैं तो आप इसे भी महीने का लाखों रुपए कमा सकते हैं। ईटों के भट्टे का बिजनेस इंडिया सबसे ज्यादा चलने वाले बिजनेस में से एक है। इंडिया एक विकाश उद्देश है यहाँ पर बड़ी मात्रा में कंस्ट्रक्शन हो रह अहै जैउसे घर बन रहे हैं बिल्डिंग के बन रही है पुल बन रहे हैं रोड बन रहे हैं ऐसे बहुत ज्यादा कंस्ट्रक्शन हो रहा है इसलिए आज इंडिया के अंदर कंस्ट्रक्शन रॉ मटेरियल की बहुत ज्यादा रिक्वायरमेंट है।
इस बिजेनस को करना कोई कठिन काम नही बस मेहनत की करनी होगी व आपको नए एजेंट बनाने पड़ेगा जिससे आपकी ईटों की बिक्री बढ़ेगी। इस बिजनेस में कमाई आपकी बिक्री पर निर्भर करती है आप जितनी ट बेचेगौ आपकी कमाई जितनी होगी। फिर भी मान लीजिये आप लगभग महीने का 1 लाख रुपये कमा सकते हैं।
Requirements:
ईट का भट्टा लगाने के लिए सबसे जरूरी बात आपके पास लाइसेंस होना चाहिए इसके लिए, हरियाणा में निवेशक को investharyana.in पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा और फिर एक आवेदन पत्र भरना होगा।
ईट का भट्टे का बिजनेस शुरू करने के लिए भारत में सबसे बड़ा कोयले का उपभोक्ता है।
ईंट बनाने के लिए प्रौद्योगिकी में लगातार बदलाव लाने की ज़रूरत होती है।
ईट बनाने के लिए बहुत से परिजनों की जरूरत होती है।
Income:
इस बिजनेस में कमाई आपकी बिक्री पर निर्भर करती है आप जितनी ट बेचेगौ आपकी कमाई जितनी होगी। फिर भी मान लीजिये आप लगभग महीने का 1 लाख रुपये कमा सकते हैं।
11. मैरिज हॉल बनाकर ��रोड़ों हजारो रुपये
अगर बात करें मैरिज हॉल में कितना प्रॉफिट होगा तो यह आपके ग्राहकों पर निर्भर करता है कि आपके पास कितनी बुकिंग आती हैं। एक मैरिज हॉल की बुकिंग 40 से ₹50000 शादी के लिए होती है जबकि 25 से ₹30000 बर्थडे छोटे फंक्शन जैसे एनिवर्सरी आदि का चार्ज किया जाता है। इस तरह यदि आपके पास साल भर में सब मिलकर 30 बुकिंग भी आ जाए तो आप साल का 12 से 15 लख रुपए तक का प्रॉफिट कमा सकते हैं। ईमानदारी से पैसा कमाने का तरीका शनदार है।
Requirements:
आपके मैरिज हॉल में बड़े सुंदर बड़े बड़े रूम होने चाहिए जिसमें ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग एक साथ बैठ सके यह एक जरूरी सुविधा है।
आपके मैरिज हॉल की सजावट ऐसी होनी चाहिए की जो भी एक बार देखे वो आपके ही मैरिज हॉल को बुक करने की सोचे। अच्छी सजावट आपके ग्राहकों को तेज़ी से बढ़ा सकती है।
आपके मैरिज हॉल में साफ और अच्छे खान पान की सुविधा होनी चाहिए। इसके साथ ही एक मेनू जरुर होना चहिये जिससे आपके कस्टमर अपने पसंद का खाना चुन सकें।
आपके मैरिज हॉल में के पार्किंग सुविधा होनी चाहिए ताकि आने वाले गेस्ट को अपने वाहन खड़े करने में किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो।
मैरिज हॉल में मनोरजन के लिए डीजे स्टेज जरुर होना चाहिए जिसे कस्टमर एन्जॉय कर सकें और अच्छा अनुभव प्रदान करें।
Income:
एक शादी 40 से 50 हजार रुपये। अगर 40 बुकिंग भी आ जाए तो आप साल का 15 से 20 लख रुपए तक का प्रॉफिट कमा सकते हैं।
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Frequently Asked Questions (FAQs)
1 दिन में 1 लाख कैसे कमाएं?
यदि आप अपनी NFT बनाते हैं तो आप बिना पैसा लगाये इसके जरिये एक दिन में 1 लाख से अधिक भी कमा सकते हैं।
यदि आप स्टॉक मार्केट करते हैं तो आप एक दिन में से 1 लाख रुपये तक आसानी से कमा सकते हैं।
अगर आप फैन्टेसी खेलते हैं तो आप इसके जरिये रोजाना लाखों रुपये कमा सकते हैं।
इवेंट ब्लॉग्गिंग के ज़रिये 1 दिन में लाखों रुपये रोजाना कमाएं।
गांव में पैसे कैसे कमाएं?
गाँव में पैसे कमाने के लिए आप इन साधनों का इस्तेमाल करें जिससे आप अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं।
किराने का दुकान खोलकर गांव में में पैसा कमाने का तरीका सबसे बेस्ट है।
घर बैठे आप गाँव में ही सिलाई और कढ़ाई का बिजनेस शुरू करके हजारो रुपये कमा सकते हैं।
आप अपने गाँव में डेयरी फार्म स्टार्ट करके रोजाना के हजारो रुपये कमा सकते हैं। गाँव में डेयरी फार्म बहुत अच्छा बिजेनस रहेगा।
खाद और बीज का दुकान खोलें। किसानो को खाद लेने के लिए गाँव से बहार जाना पढता है अगर आप खाद बीज की दुकान गाँव में खुलते हैं तो किसानो को ना बहार जाने की जरूरत पड़ेगी और आपका बिजेनस भी अच्छा चलेगा।
कौन सी दुकान सबसे ज्यादा चलती है?
सबसे ज्यादा चलने वाली दुकान जनरल स्टोर है यह एक सदाबहार और साल क��� पूरे 365 दिन सबसे ज्यादा चलने वाला बिज़नेस है। रोज़मर्रा सामान जनरल स्टोर पर आपको मिलता है जो हर किसी की जरूरत है। अगर आप अपने आसपास के क्षेत्र में थोड़ा सोच-समझ कर और एक जगह लेकर आसानी से जनरल स्टोर खोल सकते हैं।
सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाला बिजनेस कौन सा है?
अब तक का सबसे ज्यादा कमाई देने वाला बिजेनस टिफिन सर्विश है। अगर आपको अच्छा खाना बनाना आता है और अप कुछ बिजेनस करने का प्लान कर रहे हैं तो आपके लिए टिफिन सर्विश का बिजेनस बहुत ही बेहतर है। इसमें आप महीने का लाखो रुपये तक कमा सकते हैं।
12 महीने चलने वाला बिजनेस कौन सा है?
12 महीनो तक चलने वाला बिजेनस जनरल स्टोर, बकरी पालन, सूखे मेवे का बिजनेस, सब्जी का बिजेनस, मोबाइल शॉप, मोबाइल रिपेरिंग, फोटोग्राफिक, ब्यूटी पार्लर इत्यादी।
निष्कर्ष
हमने आपको ईमानदारी से पैसा कमाने का तरीका बताया है जिसमे हमने 11 तरीके बताये हैं जिससे आप बहुत ही आसानी से हजारो से लाखो रुपये तक कमा सकते हैं। हमारे द्वारा बताया गया यह तरीका 100% लीजेंड है जिसका अगर आपने सही ढंग से और सोच समझ के अपने जोखिम पर आज अपने पैसे को इन्वेस्ट करते हैं तो आप अपने पैसे से पैसा कमा सकते हैं। Earn Money Wothout Investment in Hindi में जानने के लिए हमारी वेबसाइट AlamBlogger.in को विजित करते रहें।
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आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर प्रादेशिक बातम्या दिनांक ०१ डिसेंबर २०२४ दुपारी १.०० वा.
Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar Date - 01 December 2024 Time 01.00 to 01.05 PM Language Marathi आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर प्रादेशिक बातम्या दिनांक ०१ डिसेंबर २०२४ दुपारी १.०० वा.
पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी भुवनेश्वर इथं आयोजित पोलीस आणि गुप्तवार्ता संघटनांच्या वरिष्ठ अधिकाऱ्यांसमवेत पोलिसदल आणि सुरक्षेसंबंधीच्या विविध बाबींवर विचार मांडले तसंच काही सूचना केल्या. पंतप्रधान मोदी तीन दिवसीय अखिल भारतीय महासंचालक आणि पोलीस महानिरीक्षकांच्या परिषदेत आज सलग दुसऱ्या दिवशीही सहभागी झाले आहेत. या परिषदेत राष्ट्रीय सुरक्षेसंबंधी आव्हानांवर उहापोह करण्यात येत आहे. भारताच्या विकासात अडथळा आणणाऱ्या बाबी, सीमेपलीकडून होणारा दहशतवाद आणि तस्करी, देशांतर्गत नक्षलवादाचे आव्हान या विषयांचा समावेश आहे. या परिषदेला 200 पेक्षा अधिक अधिकाऱ्यांची उपस्थिती आहे. पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांच्या उपस्थितीत आज या परिषदेचा समारोप होत आहे.
नागालँड राज्याचा आज 62 वा वर्धापनदिन साजरा करण्यात येत आहे. 1963 मध्ये नागालँड देशातील 16 वे राज्य बनले होते. राष्ट्रपती द्रौपदी मुर्मू, पंतप्रधान नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा यांनी नागालँडला स्थापनादिनाच्या शुभेच्छा दिल्या आहेत. स्थापनादिनानिमित्त नागालँड इथं हॉर्नबिल उत्सवाचं आयोजन करण्यात आलं आहे.
फसवणूक करून धर्मांतर करण्याच्या विरोधात, राजस्थान सरकारनं विधानसभेत 'दी राजस्थान प्रोहिबिशन ऑफ अनलॉफुल कन्वर्जन ऑफ रिलिजन बिल २०२४' सादर करण्याचा निर्णय घेतला आहे. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा यांच्या अध्यक्षतेखाली राज्य मंत्र���मंडळाच्या काल झालेल्या बैठकीत हा निर्णय घेण्यात आला.
दिल्ली इथं नुकत्याच झालेल्या भारत आंतरराष्ट्रीय व्यापार मेळ्यात वंचित कारागिरांनी निर्माण केलेल्या वस्तुंना मोठी मागणी होती. या कारागिरांनी निर्माण केलेल्या वस्तुंची विक्री पाच कोटी ८५ लाख एवढी झाली. या व्यापार मेळ्यात महाराष्ट्रासह १८ राज्यांतील कारागिरांच्या वस्तु विक्रीसाठी ठेवल्या होत्या.
भारतीय वंशाचे काश पटेल यांची अमेरिकेच्या फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन-एफबीआय च्या प्रमुख पदावर नियुक्ती झाली आहे. अमेरिकेचे नियोजित राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प यांनी ही नियुक्ती केली आहे. काही दिवसांपूर्वीच ट्रम्प यांनी भारतीय वंशाचे अमेरिकन वैज्ञानिक जय भट्टाचार्य यांना अमेरिकेच्या आरोग्य संघटना आणि वित्त पोषण संस्था तसंच नॅशनल इन्स्टिट्युट ऑफ हेल्थच्या संचालकपदावर नियुक्त केलं आहे.
आज जागतिक एड्स दिन पाळला जात आहे. केंद्रीय आरोग्यमंत्री जगत प्रकाश नड्डा यांच्या अध्यक्षतेखाली इंदोर इथं देवी अहिल्या विद्यापीठात मुख्य कार्यक्रमाचं आयोजन करण्यात आलं आहे. सही रास्ते पर चलें ही या वर्षीच्या एड्स दिनाची संकल्पना आहे. 2030 पर्यंत एचआईवी/एड्सच्या निर्मुलनाचे उद्दिष्ट साध्य करण्यासाठी सरकारकडून विविध उपक्रमांचे आयोजन करण्यात येत आहे.
फेंगल चक्रीवादळाच्या परिणामामुळं पुदुच्चेरी इथं गेल्या २४ तासांत ४८ सेंमी पावसाची नोंद झाली आहे. कृष्णानगर भागात पाणी साचल्यामुळं सैन्यदलाच्या जवानांनी रहिवाशांना या भागातून बाहेर काढलं. हवामान विभागानं आज तामिळनाडूसाठीही रेड अलर्ट जारी केला आहे. यासोबतच दक्षिण कर्नाटक, आंध्र प्रदेशातील किनारी भागात पावसाची शक्यता व्यक्त केली आहे. यामुळं मध्य महाराष्ट्र आणि मराठवाड्यात किमान तापमानात ३ ते ५ अंश सेल्सिअसनी घट होणार असल्याची माहिती हवामान विभागानं दिली आहे. तसंच महाराष्ट्रातही बहुतांश भागात हलका ते मध्यम स्वरुपाचा पाऊस पडण्याची शक्यता व्यक्त केली आहे.
हिंगोली जिल्ह्याला इसापूर धरणातून रब्बी हंगामासाठी तीन पाणीपाळ्या तर उन्हाळी हंगामात चार पाणीपाळ्या देण्याच्या नियोजनास पाटबंधारे विभागानं मान्यता दिली. उर्ध्व पेनगंगा प्रकल्पांतर्गत इसापूर डावा कालवा व इसापूर उजवा कालवा आणि त्याअंतर्गत असलेल्या वितरण व्यवस्थेद्वारे प्रत्येक पाणीपाळीच्या कालवा संचलनाच्या प्रस्तावीत कार्यक्रमानुसार प्राप्त मागणीनुसार सिंचनासाठी पाणी सोडण्यात येईल, असं विभागानं कळवलं आहे.
लातूर जिल्��ा कृषी विभागाकडून परवा, तीन डिसेंबर रोजी जिल्हास्तरीय सीताफळ महोत्सवाचं आयोजन करण्यात आलं आहे. लातूर जिल्हा क्रीडा संकुल इथं हा महोत्सव साजरा केला जाणार असून, या सीताफळ महोत्सवात जिल्ह्यात उपलब्ध विविध प्रजातीची सिताफळं शेतकऱ्यांमार्फत विक्रीसाठी ठेवण्यात येणार आहेत.
ऑस्ट्रेलिया दौऱ्यावर असलेल्या भारतीय क्रिकेट संघाचा आज पंतप्रधान एकादश संघासोबत कॅनबेरा इथं सराव सामना सुरु आहे. भारतीय संघान नाणेफेक जिंकून गोलंदाजी करण्याचा निर्णय घेतला. शेवटचं वृत्त हाती आलं तेंव्हा पंतप्रधान एकादश संघानं ७ बाद २०० धावा केल्या होत्या. हर्षित राणानं चार तर प्रसिद्ध कृष्णानं एक बळी टिपला.
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पोलीस उपनिरीक्षक संवर्गाची शारीरिक चाचणी १७ ते २७ डिसेंबरला - महासंवाद
मुंबई, दि. १३ : महाराष्ट्र अराजपत्रित गट-ब सेवा मुख्य परीक्षा-२०२३ अंतर्गत पोलीस उपनिरीक्षक संवर्गासाठी शारीरिक चाचणी दिनांक १७ ते २७ डिसेंबर २०२४ दरम्यान पोलीस मुख्यालय, रोडपाली, सेक्टर-१७, कळंबोली, नवी मुंबई येथे घेण्यात येणार आहे. शारीरिक चाचणीसाठी पात्र ठरलेल्या उमेदवारांनी तयारीच्या दृष्टीने आवश्यक सराव करावा, असे आयोगाने सूचित केले आहे. शारीरिक चाचणीचा सविस्तर कार्यक्रम महाराष्ट्र लोकसेवा…
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40. कर्तेपणाच्या भावनेचा त्याग
श्लोक 2.48 मध्ये श्रीकृष्ण अर्जुनाला म्हणतात, तू आसक्ती सोडून तसेच सिद्धी आणि असिद्धीमध्ये समान भाव ठेवून योगात स्थिर होऊन कर्तव्यकर्मे कर. या समत्वालाच योग म्हणतात. दुसऱ्या प्रकारे सांगायचे झाल्यास आपण द्वंद्वाशी नाते जोडणे थांबविले की आपण जे काही करू ते सुसंगत होत जाते.
आपले दैनंदिन आयुष्य म्हणजे निर्णय आणि पसंतींची एक मालिकाच असते. आपले सतत जागृत असलेले मन हे उपलब्ध पर्यायांमधून सतत काहीतरी निवडत असते आणि श्रीकृष्ण त्यांची वर्गवारी सुख-दु:ख, नफा-तोटा, जय-पराजय आणि यश-अपयश यांच्यात करतात (2.38).
समत्व म्हणजे या ध्रुवांना समान मानणे, सामान्यतः त्यांना ओलांडणे असे म्हटले जाते. जेव्हा ही जाणीव गहन होते, तेव्हा मन शक्तीहीन होते आणि निवडहीन जाणीव प्राप्त होते. जेव्हा आपण झोपेत किंवा नशेत असतो तेव्हा आपण फरक करण्याची क्षमता गमावतो. पण समत्व विभाजन करण्यास सक्षम असूनही विभाजन करत नाही. हे फक्त एक निरीक्षक/ दृष्टा बन���न वर्तमान क्षणात जगत आहे.
कर्म करत असताना समत्व गाठण्यासाठीचा व्यावहारिक मार्ग म्हणजे कर्तेपणाची जाणिव त्यागणे आणि केवळ साक्षी बनून राहणे. एखाद्या नाटकात समरसतेने, झोकून देऊन, अचूकपणे आणि पूर्ण क्षमतेने काम करणे आहे, म्हणजेच उपलब्ध स्थितीत सर्वोत्कृष्ट काम करण्यासारखे आहे. त्याचप्रमाणे, आयुष्याच्या मोठ्या रंगमंचावर आपल्याला विविध भूमिका संपूर्ण समर्पणाने निभावाव्या लागतात. मग तो मुलगा/मुलगी, नवरा/बायको, पालक, मित्र, कर्मचारी, मालक, सहकारी, पर्यवेक्षक किंवा इतर कोणताही असू शकतो. एकाच दिवसात वेगवेगळ्या भूमिकेसाठी वेगवेगळे मुखवटे आपण चढवतो आणि प्रत्येक भूमिका निभावताना आपले सर्वोत्कृष्ट योगदान दिले पाहिजे आणि त्याचवेळी हे ही लक्षात ठेवले पाहिजे की आपली भूमिका ही या नाटकाचा केवळ एक भाग आहे.
जीवनात आम्हाला मिळालेल्या सर्व भूमिकांमध्ये तुम्ही काही दिवस याचा सराव सुरू करू शकता आणि तुमच्या आयुष्यात येणारा सुसंवाद स्वतः पाहू शकता.
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Money in Mind & Mind in Money
तुम्हाला किती पैसे मिळतात,त्यातील किती पैशांची बचत करायची,कुठे किती गुंतवणूक करायची ,भविष्यात किती पैसे लागतील याचा तुम्ही विचार करता का? करत असाल तर अभिनंदन, करत नसाल तर असा विचार करायला सुरुवात करा. असा विचार करून कोणती कृती करायची याची माहिती तुम्हाला त्या विषयातील तज्ञ येथे देत राहतील. मी त्या विषयातील तज्ञ नाही, मी मनातील भावना आणि विचार यांचा अभ्यासक आहे. मनातील भावना कशा निर्माण होतात, त्रासदायक भावना कशा बदलता येतात, भावनांचा आपल्या वागण्यावर कसा परिणाम होतो याची माहिती मी देऊ शकतो. पैसा,धन याविषयी देखील तुमच्या मनात ज्या भावना असतात त्यानुसार तुमचे वागणे होत असते. पैशांची बचत, गुंतवणूक, पैसे कोणत्या गोष्टींसाठी वापरायचे अशा अनेक गोष्टीविषयी प्रत्येकाच्या मनातील भावना वेगळी असू शकते, त्यानुसार प्रायोरिटी, प्राधान्य क्रम बदलतात. तुमचे व्यक्तिमत्व,संस्कार, तुमची आर्थिक धोका पत्करण्याची तयारी, तुम्ही भविष्याचा विचार कसा करता, आणि याविषयीच्या तुमच्या भावना कशा महत्वाच्या असतात याची चर्चा आपण येथे करणार आहोत.
भविष्याचा विचार अवश्य करायला हवा, त्यासाठी आवश्यक बचत आणि गुंतवणूक करायला हवी. पण एखादा माणूस सतत हाच विचार करत राहिला तर तो वर्तमान क्षणाचा आनंद घेऊ शकत नाही. असा आनंद घ्यायचा असेल तर विचार करणे आणि मनात आपोआप विचार येणे यातील फरक समजायला हवा.तुम्हाला हा फरक समजतो का? मन विचारात असते त्यावेळी तुम्ही विचार करत असतं किंवा मनात विचार येत असतात. पैशविषयी विचार करायला हवा पण त्याबद्दल आपोआप कोणते विचार मनात अधिक येत राहतात याबद्दल सजगता विकसित करायला हवी. ती काशी विकसित करायची याची माहिती तुम्हाला येथे मिळेल.
पैसे खर्च करून तुम्ही एखादा आनंददायी अनुभव विकत घेतला असेल पण त्यावेळी यासाठी इतका खर्च झाला आहे हाच विचार मनात येत राहिला आणि त्यावर तुम्ही विचार करत राहिलात तर खर्च केलेले पैसे वाया गेलेले असतात कारण असे विचार असताना आनंद अनुभवता येत नाही. भरकटणारे मन आनंदी नसते असे जगभरातील संशोधनात स्पष्ट होत आहेच पण तुम्हीही त्याचा अनुभव घेऊ शकता. कोणताही सुखद अनुभव घेताना लक्ष वर्तमान क्षणात कसे ठेवायचे या विषयी आपण येथे चर्चा करू. मात्र केवळ चर्चा पुरेशी नाही, त्यानुसार तुम्ही लक्ष देण्याचा सराव करायला हवा.
माझ्याकडे पुरेसे पैसे नाहीत, किंवा मला आत्ता जसे पैसे मिळत आहेत तसे ते भविष्यात मिळतील का असे त्रासदायक विचार बहुसंख्य माणसांच्या मनात येत असतात. मग असे विचार येऊ नयेत म्हणून ड्रिंक, डान्स, सेक्स किंवा मन दुसरीकडे वळवण्यासाठी अनेक उपाय केले जातात. पण सतत असे विचारांपासून पळून जाणे योग्य नसते, त्याचे अनेक दुष्परिणाम होत राहतात,मन दुसरीकडे वळवले तरी अबोध मनात ते विचार राहतात. त्यामुळे जाणीव होत नाही, जागृत मनाला समजत नाही असा मानसिक तणाव कायम राहतो. अशा तणावामुळे अनेक शारीरिक आजार होतात. ते कमी करायचे, टाळायचे असतील तर सतत व्यस्त न राहता काहीवेळ काहीही न करता शांत बसायचे. त्यावेळी अज्ञ मनात जे काही आहे त्यानुसार जागृत मनात विचार येतात. या आपोआप येत राहणाऱ्या विचारांच्या आणि भावनांच्या लाटाना सामोरे जाण्याचे कौशल्य विकसित करता येते. हे कौशल्य कसे विकसित करायचे याची माहिती तुम्हाला येथे मिळत राहील.
थोड्या कालावधीत भरपूर पैसे मिळायला हवेत असा विचार बरेच जण करत असतात. आर्थिक फसवणूक याच विचाराला बळी पडून होत असते. असे फसवणूक करणारे एक मोहजाल निर्माण करतात त्यामुळे तार्किक विचार करणारा मेंदूचा भाग काहीकाळ कामच करत नाही.अशा वेळी भावनांची सजगता असेल तर हा लोभ टाळता येतो. एक वर्षात दुप्पट पैसे करून देणारी व्यक्ती खोटे दावे करते आहे,तिने काही वेळा असे पैसे दिले तरीही या व्यवहारात फसवणूक होऊ शकते हा विचार करणे सजगता असेल तरच शक्य होते.अशी भावनांची सजगता कशी विकसित करायची हे आपण येथे पाहू.
अशी फसवणूक होऊ शकते या विचाराने काही माणसे कुठेही गुंतवणूक करायला घाबरतात. काहीजण तर येणाऱ्या पैशांची बचत करणे सोडाच, न आलेला पैसा ही आधीच खर्च करून टाकतात. आज वापरा नंतर पैसे द्या अशा अनेक जाहिराती आपल्याला सतत दिसत असतात. खिशात पैसे नसले तरीही खूप शॉपिंग करता येते. अशी क्रेडिट कार्ड सतत वापरण्याची मानसिकता का निर्माण होते, त्याचे कोणते फायदे आणि तोटे आहेत, समृद्धी वाढवण्यासाठी अशी मानसिकता कशी धोकादायक असते, याचाही विचार आपण येथे करूया. शॉपिंग करणे हे देखील एक व्यसन आहे, ते केले नाही की अस्वस्थ वाटू लागते यामागे मेंदूतील काही रसायने कारणीभूत असतात, त्यावर कसे नियंत्रण ठेवायचे हे देखील तुम्ही समजून घेऊ शकता.
माणसाचा मेंदू आळशी असत��, त्यामुळे तो फास्ट थिंकिंग करतो. त्यानुसार मनात येणाऱ्या विचारांचा प्रभाव माणसाच्या पूर्ण विचार प्रक्रियेवर राहतो. गुंतवणूक करताना कितीही तांत्रिक विश्लेषण केलेले असले तरीही निर्णय घेताना माणसे या फास्ट थिंकिंग नुसारच निर्णय घेतात. या विषयावर अनेक वर्षे संशोधन करून डॉ डनियल केनहमन यांनी थिंकिंग फास्ट अँड स्लो हे पुस्तक लिहिले आहे. त्यासाठी त्यांना नोबेल पारितोषिक मिळाले. त्यांच्यासारखे अनेक जण बिहेवियर इकॉनॉमी म्हणजे आर्थिक व्यवहारांची मानसिकता आणि वर्तन या नवीन विषयात काम करत आहेत. त्यांचे निष्कर्ष आपण येथे सोप्या भाषेत समजून घेऊ, त्यासाठी नियमितपणे येथे भेटत राहू.
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37th नॅशनल गेम्स २०२३-२४, गोवा येथे सुरू असलेल्या योगासन स्पर्धेमद्ये आपल्या अमित स्पोर्ट्स अकॅडमीचे विद्यार्थिनी कल्याणी चुटे ला पारंपरिक या प्रकारात रौप्य पदक🥈🥈व छकुली सेलोकरनी कांस्य पदक🥉🥉 प्राप्त केले 💐💐 वरिल विद्यार्थी अमित शाळेचा प्रांगणात प्रशिक्षक श्री. संदेश रमणजी खरे, सिध्दार्थ खरे याचां मार्गदर्शनाखाली सराव करतात यांच्या यशाबदल श्रीमती ताराबाई नखाते, आशिषजी नखाते, मधूकरजी डोये, सोनुताई नखाते शाळेचे मुखयाध्यापक श्री प्रमोदजी कडूकर सर यांनी शुभेच्छा दिल्या💐💐
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Virat Kohli : फायनलपूर्वी विराट कोहली २ सराव सत्रात का होता अनुपस्थित
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Meditation helps to streamline the mind. For that, we practise focusing the mind on life force.
ध्यान मन सुव्यवस्थित करपाक आदार करता. ते खातीर आमी मन प्राणशक्तीचेर केंद्रीत करपाची सराव करतात.
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सेंद्रिय शेतीचे फायदे
अलिकडच्या वर्षांत, सेंद्रिय शेतीला पारंपारिक कृषी पद्धतींचा एक शाश्वत पर्याय म्हणून प्रचंड लोकप्रियता मिळाली आहे. पर्यावरण, आरोग्य आणि अन्नसुरक्षेबाबत जग अधिक जागरूक होत असताना, सेंद्रिय शेती हा एक उपाय म्हणून उभा राहतो ज्यामुळे शेतकरी आणि ग्राहक दोघांनाही फायदा होतो. पण सेंद्रिय शेतीचे नक्की फायदे काय? चला त्यांचा तपशीलवार शोध घेऊया.
पर्यावरण संरक्षण सेंद्रिय शेतीचा एक महत्त्वाचा फायदा म्हणजे त्याचा पर्यावरणावर होणारा सकारात्मक परिणाम. पारंपारिक शेतीच्या विपरीत, जी कृत्रिम कीटकनाशके, तणनाशके आणि रासायनिक खतांवर जास्त अवलंबून असते, सेंद्रिय शेती या हानिकारक पदार्थांचा वापर टाळते. हे माती आणि पाण्याचे प्रदूषण कमी करण्यास, जैवविविधता टिकवून ठेवण्यास आणि जमिनीचा ऱ्हास रोखण्यास मदत करते.
सेंद्रिय शेती पद्धती जसे की पीक रोटेशन, हिरवळीचे खत आणि कंपोस्टचा वापर यामुळे माती निरोगी, चांगले पाणी टिकवून ठेवणे आणि मातीची धूप कमी होते. या पद्धती इकोसिस्टमची अखंडता टिकवून ठेवण्यास आणि अधिक शाश्वत कृषी प्रणालीला प्रोत्साहन देण्यास मदत करतात.
आरोग्यदायी अन्न उत्पादन सेंद्रिय शेती कृत्रिम रसायने, कीटकनाशके आणि जनुकीय सुधारित जीव (GMOs) पासून मुक्त अन्न तयार करते. याचा अर्थ असा की तुम्ही वापरत असलेल्या अन्नामध्ये हानिकारक अवशेष असण्याची शक्यता कमी असते ज्यामुळे मानवी आरोग्याला धोका निर्माण होऊ शकतो. सेंद्रिय अन्न देखील अँटिऑक्सिडंट्स सारख्या पोषक तत्वांमध्ये समृद्ध आहे, जे हृदयरोग, कर्करोग आणि मधुमेह यांसारख्या जुनाट आजारांचा धोका कमी करण्यासाठी महत्वाचे आहे.
सेंद्रिय शेती नैसर्गिक कीटक नियंत्रण आणि माती व्यवस्थापन तंत्रांवर अवलंबून असल्याने, उत्पादित केलेले अन्न बहुतेक वेळा अधिक चवदार आणि पौष्टिक असते. बरेच ग्राहक सेंद्रिय उत्पादन निवडतात कारण त्यांना विश्वास आहे की ते त्यांच्या कुटुंबासाठी सुरक्षित आणि आरोग्यदायी आहे.
मातीचे आरोग्य सुधारले सेंद्रिय शेतीमध्ये जमिनीच्या आरोग्याला प्राधान्य असते. सेंद्रिय शेतकरी जमिनीची सुपीकता आणि रचना सुधारण्यासाठी कंपोस्टिंग, मल्चिंग आणि पीक रोटेशन यासारख्या तंत्रांचा वापर करतात. या पद्धती जमिनीतील सूक्ष्मजीवांचे नैसर्गिक संतुलन राखण्यास मदत करतात, ज्यामुळे पोषक सायकल चालवण्यास प्रोत्साहन मिळते आणि कृत्रिम खतांची गरज कमी होते.
मजबूत, उत्साही पिके वाढवण्यासाठी निरोगी माती महत्त्वाची आहे आणि कालांतरा��े सेंद्रिय शेतीमुळे मातीची उत्पादकता वाढते. हे पारंपारिक शेतीच्या विरुद्ध आहे, ज्यामुळे मातीची झीज होऊ शकते आणि रासायनिक खतांचा अतिवापर आणि मोनोपीक पद्धतींमुळे सुपीकता कमी होते.
जैवविविधता संवर्धन सेंद्रिय शेती अधिक संतुलित आणि वैविध्यपूर्ण परिसंस्था निर्माण करून जैवविविधतेला प्रोत्साहन देते. जे शेतकरी सेंद्रिय शेतीचा सराव करतात ते सहसा कीटक नियंत्रणाच्या नैसर्गिक पद्धती वापरतात, जसे की लेडीबग आणि भक्षक बीटल सारख्या फायदेशीर कीटकांच्या उपस्थितीला प्रोत्साहन देणे. ते विविध प्रकारची पिके देखील वाढवतात, जी वनस्पती, कीटक आणि प्राण्यांच्या विस्तृत श्रेणीस समर्थन देतात.
हानिकारक रसायने टाळून, सेंद्रिय शेती पिकांच्या परागीकरणासाठी आवश्यक असलेल्या मधमाश्या आणि फुलपाखरांसारखे स्थानिक वन्यजीव आणि परागकणांचे संरक्षण करण्यास मदत करते. सेंद्रिय शेतीद्वारे समर्थित मोठ्या जैवविविधतेमुळे इकोसिस्टम रोग, कीटक आणि बदलत्या हवामान परिस्थितीसाठी अधिक लवचिक बनते.
कार्बन फूटप्रिंट कमी करणे सेंद्रिय शेती पद्धती हरितगृह वायू उत्सर्जन कमी करण्यासाठी योगदान देतात आणि हवामान बदल कमी करण्यास मदत करतात. सेंद्रिय शेती ही कृत्रिम खतांवर अवलंबून नसल्यामुळे, जे उत्पादनासाठी ऊर्जा-केंद्रित आहेत, त्यात सामान्यतः कमी कार्बन फूटप्रिंट असते. याव्यतिरिक्त, सेंद्रिय शेती पद्धती जसे की कृषी वनीकरण, मल्चिंग आणि कंपोस्टिंग जमिनीतील कार्बन वेगळे करण्यास मदत करतात.
शाश्वत शेती पद्धतींना चालना देऊन, सेंद्रिय शेती केवळ कार्बन कमी करण्यास हातभार लावत नाही तर हवामान बदलाच्या हानिकारक प्रभावांचा सामना करण्यास देखील मदत करते. हे पर्यावरणाच्या ऱ्हास विरुद्धच्या जागतिक लढ्यात एक महत्त्वाचे साधन बनते.
स्थानिक अर्थव्यवस्थेचे समर्थन करते सेंद्रिय शेती शेतकऱ्यांना त्यांच्या उत्पन्नात विविधता आणण्याची संधी देऊन स्थानिक अर्थव्यवस्थेला आधार देऊ शकते. सेंद्रिय शेततळे अनेकदा त्यांची उत्पादने थेट ग्राहकांना शेतकरी बाजार, अन्न सहकारी संस्था आणि समुदाय-समर्थित कृषी (CSA) कार्यक्रमांद्वारे विकतात. यामुळे ग्राहक आणि उत्पादक यांच्यात थेट संबंध निर्माण होतो, स्थानिक अर्थव्यवस्थेला फायदा होतो आणि शेतकऱ्यांना त्यांच्या मेहनतीची योग्य मोबदला मिळण्याची खात्री होते.
सेंद्रिय शेतीमुळे शेतीपासून वितरण, पॅकेजिंग आणि किरकोळ विक्रीपर्यंत विविध क्षेत्रांमध्ये नोकऱ्या निर्माण होतात. हे ग्रामीण भागात रोजगाराच्या संधी उपलब्ध करून देते, लहान शेतात आणि समुदायांना टिकवून ठेवण्यास मदत करते.
वर्धित प्राणी कल्याण सेंद्रिय शेती केवळ वनस्पती-आधारित शेतीवर लक्ष केंद्रित करत नाही तर प्राण्यांच्या नैतिक उपचारांवर देखील भर देते. सेंद्रिय शेती प्रणालीमध्ये, पशुधनांना फिरण्यासाठी अधिक जागा दिली जाते आणि ते लहान पिंजरे किंवा गर्दीच्या को��ारां��ध्ये मर्यादित नाहीत. त्यांना सेंद्रिय खाद्य दिले जाते आणि प्रतिजैविक किंवा ग्रोथ हार्मोन्सऐवजी नैसर्गिक उपायांनी उपचार केले जातात.
सेंद्रिय शेतीला पाठिंबा देऊन, ग्राहक हे सुनिश्चित करण्यात मदत करू शकतात की प्राणी मानवीय आणि नैसर्गिक वातावरणात वाढले आहेत, ज्यामुळे त्यांच्या संपूर्ण आरोग्याला प्रोत्साहन मिळते.
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नाशिक : पोलिस भरतीसाठी पळण्याचा सराव करताना तरुणाचा मृत्यू
https://bharatlive.news/?p=115677 नाशिक : पोलिस भरतीसाठी पळण्याचा सराव करताना तरुणाचा मृत्यू
नाशिकच्या ...
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महाराष्ट्राचा महाब्रॅण्ड आयआयबी चा नीट २०२३ मध्ये महानिकाल !!
फिजिक्स मध्ये ६, केमिस्ट्रि मध्ये २ तर बायोलॉजी मध्ये ५ विद्यार्थ्यांना पैकीच्या पैकी गुण ! तसेच तब्बल ७ विद्यार्थ्यांना ७०० पेक्षा अधिक गुण .. नांदेड (प्रतिनिधी) दि. 15 जुन 2023 वैद्यकीय पदवी अभ्यासक्रमांच्या प्रवेशासाठी घेण्यात आलेल्या राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षेचा (नीट-यूजी) निकाल राष्ट्रीय परीक्षा प्राधिकरणाने (एनटीए) मंगळवारी रात्री १३ जून २०२३ रोजी प्रसिद्ध केला. त्यात आयआयबी ने आपल्या गुणवत्तापूर्ण वाटचालीत आणखी एक पाऊल पुढे टाकतांना नवा उच्चांक प्रस्थापित केला आहे, यावर्षीच्या निकालात आयआयबीच्या पलक जाजू ,सायली महींद्रकर, व पलक शहा यांनी ७२० पैकी (७०५) गुण मिळवत नीट म्हणजेच आयआयबी असे सम��करण आणखी बळकट केले आहे. सर्वोच्च निकालाच्या बळावर नीट साठी आयआयबी पॅटर्न हा याही वर्षी संपूर्ण राज्यात हिट ठरला आहे.
नीट २०२३ च्या निकालात आयआयबी च्या पलक जाजू, सायली महिंद्रकर व पलक शहा या विद्यार्थिनीनी ७२० गुणापैकी (७०५), गुण प्राप्त करत सर्वोत्तम स्थान प्राप्त केले तर शिवम माहूरे, ज्ञानेश्वर जाधव, साक्षी वजिरगावे, अर्जुन लिगंदळे या ०४ विद्यार्थ्यानी ७२० पैकी ७०० गुण प्राप्त करत विक्रम प्रस्थापित केला. त्यासोबतच उझेर रुलानी याने ६९७ तर भारती देशमुख व अनुष्का भारसवाडकर यांनी ७२० पैकी ६९६ गुण प्राप्त करत घवघवीत यश मिळविले आहे . यासोबतच आयआयबीने विषयावार गुण प्राप्तीमध्येही गगनभरारी घेतली आहे. यामध्ये फिजिक्स विषयात १८० पैकी १८० गुण घेणारे एकुण ०६ विद्यार्थी आहेत. यात पलक जाजू, सर्वेश हटकर, उझेर रुलानी, रामप्रसाद पाटिल, सायली कदम, हफिज सोहेल यांचा समावेश आहे. तर बायोलॉजी या विषयात ३६० पैकी ३६० गुण घेणारे एकुण ०५ विद्यार्थी आहेत. यात ज्ञानेश्वर जाधव, भारती देशमुख, अक्षय मिसाळ, शिवाणी जाधव, गणराज नल्लावार यांचा समावेश आहे. तसेच केमेस्ट्री या विषयात १८० पैकी १८० गुण १८० गुण प्राप्त करणारे एकुण ०२ विद्यार्थी आहेत. यामध्ये सायली महिंद्रकर व तेजस पोरे या दोघांचा समावेश आहे. हे सर्व यश विधार्थ्यांनी आत्मविश्वास, जिद्द, चिकाटी, प्रयत्नांतील सातत्य, शिक्षकांचे सर्वोत्तम मार्गदर्शन व या सर्व बाबीनां नियोजनबध्द करण्यासाठी व्यवस्थापनाने केलेले प्रयत्न यातून प्राप्त झाले आहे. नीट’साठी आयआयबीचा “नीट मंत्रा, तडका, बायोपंच” ठरला मास्टर स्ट्रोक… नीट’साठी आयआयबीचा “नीट मंत्रा, तडका, बायोपंच” ठरला मास्टर स्ट्रोक… आयआयबीने विद्यार्थ्यांना कणखर बनविण्यासाठी फिजिक्स , केमिस्ट्री व बायोलॉजी साठी नीट मंत्रा , ‘नीट’ रँक बूस्टर – ऑरगॅनिक तडका , ‘नीट’ चॅलेजंर , ‘नीट’ मंत्रा, ,एक दिवा ज्ञानार्जनाचा - दिवाळी धमाका, बायोपंच मध्ये पाच वेगवेगळे एडिशन तयार केले होते, असे एका पेक्षा एक सरस प्रोगाम राबविले त्यामुळे विद्यार्थ्यांना ४०,००० पेक्षा जास्त प्रश्नांचा सराव करता आला आणि त्याच बरोबर याठिकाणी घेण्यात आलेली प्रत्येक सराव परिक्षा ही मुख्य ‘नीट’ परिक्षेच्या धर्तीवर घेण्यात आली त्यामुळे विद्यार्थ्यांचा आत्मविश्वास वाढला आणि त्याबळावर विद्यार्थ्यांनी ‘नीट’ चा टप्पा यशस्वीपणे पेलला असे मत या ऐतिहासिक निकालावर प्रतिक्रीया देतांना आयआयबी चे मुख्य कार्यकारी संचालक दशरथ पाटील यांनी व्यक्त केली ..टिम आयआयबी … Read the full article
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आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर प्रादेशिक बातम्या दिनांक: ०१ डिसेंबर २०२४ सकाळी ११.०० वाजता.
Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar Date 01 December 2024 Time 11.00 to 11.05 AM Language Marathi आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर प्रादेशिक बातम्या दिनांक: ०१ डिसेंबर २०२४ सकाळी ११.०० वाजता.
पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांच्या उपस्थितीत आज ओडिशातील भुवनेश्वर इथं पोलीस महासंचालक आणि पोलीस महानिरीक्षक परीषदेचा समारोप होत आहे. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा यांच्या हस्ते परिषदेचं २९ तारखेला उद्घाटन करण्यात आलं होतं. सर्व राज्यं आणि केंद्रशासित प्रदेशांचे पोलिस महासंचालक, तसंच केंद्रीय राखीव पोलिस बल, रॉ, राष्ट्रीय सुरक्षा दल - एनएसजी, गुप्तचर विभाग आणि विशेष सुरक्षा दल - एसपीजीचे प्रमुख या परिषदेला उपस्थित आहेत.
सीमा सुरक्षा दल आज आपला ६० वा वर्धापन दिन साजरा करत आहे. पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी सीमा सुरक्षा दलाच्या कामगिरीचं कौतुक करत वर्धापन दिनाच्या शुभेच्छा दिल्या आहेत. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा यांनीही सीमा सुरक्षा दलाला वर्धापनदिनाच्या शुभेच्छा दिल्या आहेत.
राज्य शासनाच्या “शासन आपल्या दारी” या उपक्रमाला प्रतिष्ठीत स्कॉच पुरस्कार नवी दिल्लीत काल प्रदान करण्यात आला. देशभरातील विविध श्रेणीतील २८० प्रकल्पांमधून “शासन आपल्या दारी” या राज्य शासनाच्या उपक्रमाची निवड करण्यात आली. तसंच लातूर जिल्हा प्रशासन, जिल्हा परिषद समाज कल्याण विभाग आणि सिद्धिविनायक प्रतिष्ठानच्या संयुक्त विद्यमानं सुरु करण्यात आलेल्या लातूर मधल्या उमंग ऑटिझम अँड मल्टीडीसिबिलिटी रिसर्च सेंटरलादेखील या कार्यक्रमात राष्ट्रीय स्तरावरील ‘स्कॉच अवॉर्ड’ पुरस्कारानं गौरवण्यात आलं.
राष्ट्रीय संरक्षण प्रबोधिनीच्या १४७ व्या तुकडीचा दीक्षान्त संचलन सोहळा काल पुण्यात पार पडला. वायुदल प्रमुख एयर चिफ मार्शल अमर प्रीत सिंग कार्यक्रमाच्या अध्यक्षस्थानी होते. अमरप्रित सिंग यांच्या हस्ते कॅडेटसना विविध पदकं प्रदान करण्यात आले. १४७ व्या तुकडीतील ३५७ छात्र सैन्यदलात दाखल झाले. यामध्ये १९ मित्र देशांच्या छात्रांचा समावेश होता.
३८ वी पुणे आंतरराष्ट्रीय मॅरेथॉन आज पार पडली. “शाश्वत पर्यावरणासाठी धावणे, हे स्पर्धेचं घोषवाक्य होतं. या स्पर्धेमध्ये १२ हजारहून अधिक धावपटू धावले, त्यात सुमारे ८० परदेशी स्पर्धकांचा समावेश होता.
आज जागतिक एड्स दिन. राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संघटना-नाको च्या वतीनं १९९२ पासून प्रत्येक वर्षी १ डिसेंबर ला जागतिक एड्स दिवस पाळला जातो. या औचित्यानं आज मध्यप्रदेशातल्या इंदुर इथे केंद्रीय आरोग्य आणि कुटुंब कल्याण मंत्री जे पी नड्डा यांच्या हस्ते एड्स दिवस २०२४ या कार्यक्रमाचं उद्घाटन होत आहे. सही रास्ते पर चले ही या वर्षी एड्स दिवसाची संकल्पना आहे. एच आय व्ही बद्दल जागरु��ता वाढवणं, उपचारासाठी अधिकार- आधारित दृष्टीकोनाला चालना देणं तसंच एच आय व्ही ने प्रभावित लोकांविरुद्ध भेदभाव संपवणं या उद्देशानं आज देशभरात अनेक उपक्रम आयोजित करण्यात आले आहेत. जळगाव इथं आज एड्स दिनानिमित्त, कौशल्य विकास आणि उद्योजकता मंत्रालय भारत सरकार पुरस्कृत जन शिक्षण संस्थान, दादासाहेब डॉ. सुरेश जी पाटील नर्सिंग महाविद्यालय आणि उपजिल्हा रुग्णालय चोपडा यांच्या संयुक्त विद्यमाने प्रबोधनपर रॅली तसंच पथनाट्याचं आयोजन करण्यात आलं. यावेळी डॉ. दीपक पाटील यांनी एड्स आजाराबद्दल मार्गदर्शन केलं तर जनशिक्षण संस्थान जळगावचे संस्थापक अध्यक्ष विधिज्ञ संदीप सुरेश पाटील यांनी समाजातील प्रत्येक घटकाने एड्स बद्दल दक्ष राहत सावधानता बाळगावी असं आवाहन केलं.
सिंगापूर इथे सुरु असलेल्या जागतिक बुद्धीबळ स्पर्धेत भारतीय बुद्धीबळपटू डी गुकेश आणि चीनच्या डिंग लिरेन यांच्यातल्या कालच्या पाचव्या डावातही ४० चालींनंतर बरोबरी झाली आहे. २ पूर्णांक ५ असे दोघांचे गुण असूने दोघेही जगज्जेतेपदापासून ५ गुण दूर आहेत.
नांदेड विभागातील दुरुस्तीच्या कामांमुळे, दक्षिण रेल्वे विभागानं आज काही रेल्वे गाड्या अंशतः रद्द करण्याचा निर्णय घेतला आहे. नांदेड - मनमाड रेल्वेगाडी नांदेड ते पूर्णा दरम्यान अंशतः रद्द करण्यात आली असून ती पूर्णा ते मनमाड दरम्यान धावेल. तर मनमाड - नांदेड ही रेल्वेगाडी परतीच्या प्रवासात पूर्णा ते नांदेड दरम्यान अंशतः रद्द करण्यात आली असून ते मनमाड ते पूर्णा दरम्यान धावेल.
ऑस्ट्रेलिया दौऱ्यावर असलेल्या भारतीय क्रिकेट संघाचा आज पंतप्रधान एकादश संघासोबत कॅनरा इथं सराव सामना सुरु आहे. शेवटचं वृत्त हाती आलं तेंव्हा पंतप्रधान एकादश संघाच्या २ बाद ३३ धावा झाल्या होत्या. मोहम्मद सिराज आणि आकाशदीपनं प्रत्येक एक बळी मिळवला.
नांदेड जिल्हयातल्या इतवारा उपविभागीय पोलीस अधिकारी कार्यालयानं काल प्रतिबंधित असलेला ७ लाख ९२ हजार रुपयांचा गुटख्याचा साठा आणि या गुटख्याची वाहतूक करणारं सुमारे ७ लाख रुपये किमतीचं वाहन जप्त केलं तसंच या वाहनातून प्रवास करणाऱ्यांनाही ताब्यात घेण्यात आलं.
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38. क्रिया आणि प्रतिक्रिया
श्रीकृष्ण म्हणतात की आपल्याला कर्म करण्याचा अधिकार आहे, परंतु कर्मफलांवर आपला काहीही अधिकार नाही. याचा अर्थ असा नाही की आपण अकर्माकडे आकर्षिले जातो, ज्याचा अर्थ कोणतीही कृती न करने किंवा परिस्थितीला केवळ प्रतिक्रिया देणे असा आहे.
जरी श्रीकृष्ण अकर्म हा शब्द वापरतात ज्याचा शाब्दिक अर्थ निष्क्रियता असा होतो, परंतु संदर्भ दर्शवितो की ते प्रतिक्रिया दर्शवते. श्लोक 2.47 जागरूकता आणि करुणेबद्दल बोलतो; जागरूकता ही अशी आहे की ज्यामध्ये कृती आणि परिणाम वेगळे असतात आणि इतरांबद्दल आणि स्वतःबद्दल करुणाची भावना असते.
श्रीकृष्ण म्हणतात की कर्म केल्याशिवाय आपले जगणे अशक्य आहे कारण भौतिक शरीराच्या देखभालीसाठी खाणे इत्यादी कर्मांची आवश्यकता आहे (3.8). सत्व, तमो आणि रजो हे गुण आपल्याला सतत कृतीकडे घेऊन जातात (3.5). त्यामुळे कारवाई न होण्यास क्वचितच जागा आहे.
बातम्या बघत किंवा वाचत असताना आपण आपल्या वागण्याकडे लक्ष दिले तर असे लक्षात येते की जेव्हा आपण आपली धर्म, जात, राष्ट्रीयत्व, विचारसरणी अशा सामायिक मिथके आणि विश्वासांबद्दल वाचतो, ऐकतो किंवा बघतो तेव्हा ही कर्मे ज्या प्रतिक्रिया निर्माण करतात त्यांची आपल्याला जा��ीव होते.
कौटुंबिक आणि कामाच्या ठिकाणी आपल्या परस्परसंवादातही असेच आहे, जिथे बहुतेकदा ती प्रतिक्रिया असते, जी शब्द आणि कृतींच्या संदर्भात निर्णय/विभाजित मनातून येते. परिस्थिती आणि लोकांवरील अशा प्रकारची प्रतिक्रिया, आपल्या जीवनातील आनंद हिरावून घेते कारण आपण जागरूकता आणि करुणेने प्रेरित निस्वार्थ कृतीची संधी गमावतो. जागरूक असलेली बुद्धिमत्ता इतरांचा दृष्टीकोन अधिक चांगल्या प्रकारे समजून घेण्यास सक्षम असेल आणि नंतर सहानुभूतीने वागू शकेल.
श्रीकृष्ण सांगतात की इतरांच्या कर्माला प्रतिसाद म्हणून आपल्यात निर्माण होणाऱ्या अकर्माची जाणीव ठेवली पाहिजे. तसेच श्रीकृष्ण आपल्याला अशा कृती न करण्याचा सल्ला देतात ज्यामुळे इतरांमध्ये प्रतिक्रिया निर्माण होईल. याचा सराव करून आपण परिपक्वता, अखंडता आणि आनंदाच्या सर्वोच्च पातळीवर पोहोचू शकतो.
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