#सभ
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hindisportsqanswerdotin · 2 years ago
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आप सभी शुभमन के परिवार के बारे में जानना चाहते हैं
आप सभी शुभमन के परिवार के बारे में जानना चाहते हैं
शुभमन गिल परिवार: भारतीय सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार प्रगति की है और आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 टीम में एक स्थान के लिए बंद कर दिया है। प्रतिभाशाली दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 2018 U19 विश्व कप में सुर्खियां बटोरीं, जिसे भारत ने पृथ्वी शॉ के नेतृत्व में जीता था। गिल उस टीम के उप-कप्तान थे और 124 की औसत से 372 रन बनाकर भारत के लिए अग्रणी रन-गेटर के रूप में उभरे। U19…
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sanjaydass9 · 29 days ago
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arnavpal123 · 10 months ago
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#संतरामपालजी_का_अयोध्याभंडारा
संत रामपाल जी महाराज जी ऐसे विशाल भंडारे का आयोजन हर वर्ष अपने सभी 12 आश्रमों में करवाते हैं। आज अयोध्या की धरती पर संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा शुद्ध देसी घी से निर्मित भंडारा निरंतर चल रहा है।
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nageshchandramishra · 2 months ago
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विश्व-स्तरीय तकनीकी शिक्षा लेल मातृभाषा मे पढ़ाई- लिखाई’क अनिवार्यता
(*लेखक: नागेश चन्द्र मिश्र,पूर्व अभियंता प्रमुख,झारखंड बिहार)
(Abstract : The author has emphasised the immediate need of promoting world class quality education through the medium of every individual’s own native languages included in the Eighth Schedule of Indian Constitution without too much dependence on English. He has cited some notable engineers’ own experiences quoting the book, “The English Medium Myth : Dismantling Barriers to India’s Growth” by Sankrant Sanu,an IIT luminary.
All the State Centres of Institution of Engineers ( India ) have been requested to come forward for active cooperation, consultation & participation in preparing appropriate courses of study needed from pre - nursery education to lower,medium, higher education in Engineering curriculum as needed by every individual in their own mother tongues for which Sustainable Development Forum,IEI should coordinate with all state centres , States & Central Government’s New Education Policy Initiatives.
At the end of this essay, the author has quoted the perception of Sustainable Development through the spectrum of two Shlokas of Veda and Upanishad . )
मैथिली मे एकटा कहबी छैक,”ऊपर सँ फ़िट फाट,त’र मे मोकामा घाट”,
अर्थात्, बाहर सँ देखबा’ मे तँ खूब नीक,किंतु भीतर मे फोंक - जेकरा अंग्रेज़ी मे “भैक्विटी” कहैत छैक।सरकार भले आई.आई.टी.; एम्स, इंजीनियरिंग - मेडिकल कॉलेज’क जाल पूरा देश मे बिछा दौ’क , मुदा आजुक पढ़निहार विद्यार्थी आ पढ़ौनिहार शिक्षक कें यदि ठीक से कोनो विषय बुझबा’ आ बुझेबा’ मे दिक़्क़त हेतैन्ह ,तँ “थ्री इडियट्स” सिनेमा वला उपहासजन्य रटन्त विद्या सैह भेटैत रहतैक - ओहेन पढ़ाई- लिखाई सँ देश कें कोन लाभ ? भारत मे, जतेक इंजीनियर सभ विभिन्न संस्थान सँ डिग्री प्राप्त क’ रहल छथि , ओहि मे,लगभग मात्र 20% डिग्रीधारी कें ओहि तरहक योग्यता रहैत छन्हिं जिनका कत्तौ नीक नोकरी-चाकरी भेटैन्ह ।
एतय, प्रसिद्ध शिक्षाविद श्री संक्रांत सानू जे गरूड़ प्रकाशनक सर्वे-सर्वा छथि, हुनक पुस्तक, “द इंगलिश मिडियम मिथ : डिसमैंटलिंग बैरियर्स टू इंडियाज ग्रोथ”क संस्मरण मोन पड़ि रहल अछि । हुनक एक संक्षिप्त विडियोक लिंक अनुलग्न अछि https://youtu.be/Fm6ZjnFsZuY?si=NYjVsnp6Y3AXOAsn , जेकरा अवश्य सुनल जाय । संक्रांत सानू जी , आई.आई.टी. कानपुर सँ कंप्यूटर साइंस मे डिग्री प्राप्त कय लगभग एक दशक माइक्रोसॉफ़्ट कॉरपोरेशन मे नोकरी कयलन्हिं । यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सस,ऑस्टिन सँ छह गोट टेक्नॉलजी पेटेंट हुनक नामे छन्हिं । एक बेर , ओ अपन ‘अल्मा मेटर’ आई.आई. टी. कानपुर’क फोर्थ ईयर कम्प्यूटर साइंस क्लास’क विद्यार्थी सभक बीच आबि हुनका लोकनिक प्रमुख दिक़्क़त सँ अवगत होअए चाहलाह । हुनका ई देखि-सुनि अपार दुख भेलन्हिं जे अधिकांश विद्यार्थी’क सभसँ पैघ अवरोधक, अंग्रेज़ी भाषा छलैक । तहिये से , श्री संक्रांत सानू , अपन देश वापस आबि, भारतीय भाषाक माध्यम सँ स्कूल - कॉलेज मे पढ़ाई-���िखाई होइक - अइ महायज्ञ मे तत्पर छथि ।
वर्तमान सरकार’क “नव शिक्षा नीति” (न्यू एजुकेशन पॉलिसी) मे , सभ क्षेत्रीय भाषाक माध्यम सँ प्राथमिक,माध्यमिक आ उच्च शिक्षा’क पढ़ाई-लिखाई होइक - ई प्रावधान प्रमुखता सँ कयल गेल अछि जेकर हम क़ायल छी ।
वाल्यावस्थे सँ, शिक्षा -साहित्यक सान्निध्य में लालन-पालन भेला सँ मातृभाषा मैथिली सहित हिन्दी-अंग्रेज़ी- संस्कृत आ अन्य सभ क्षेत्रीय भाषा सँ प्रेम अछि । प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक कार्ल रोजर्स’क उक्ति, “व्हाट इज मॉस्ट पर्सनल इज मॉस्ट जेनरल”क अनुभव सँ हमरा ई मानबा मे कोनो संकोच नहिँ अछि जे जहिया सँ होश भेल - तहिये सँ जे कोनो विचार मोन मे पहिने अबैए - ओ मातृभाषा मैथिलीए मे अबैत अछि ; क्रमिक रूप सँ , हिन्दी आ अंग्रेज़ी भाषा में ओकरा रूपान्तरित करबाक अभ्यास भेल गेल । एहेन कतेको ब्रिलियंट सहपाठी कें देखलयैन्ह जे कोनो विषयक पूर्ण ज्ञान रहलाक बादो, अंग्रेज़ी भाषा मे ओकरा पढ़बा- लिखबा मे स्ट्रगल करैत रहलाह ।
हमरा अपनहुँ, अंग्रेज़ी उच्चारण आ ऐक्सेंट बुझबा’ मे स्कूली शिक्षाक दौरान हरदम दिक़्क़त होइते रहल; इंजीनियरिंग कॉलेज मे जहिया पढ़ैत रही आ सिनेमा हॉल मे अंग्रेज़ी सिनेमा देखी - बहुत कम्मे बुझियैक जे कोन पात्र की बजलैक - हॉल मे देखनहार दर्शक सब कोनो सीन कें देखि-सुनि हँसय, तँ बिना बुझनहुँ, हमहूँ हँसय लागी - जे कमज़ोरी अइ बुढ़ारी धरि एखनो विद्यमान अछि - बिना सब-टाइटिल देखने पढ़ने एखनो बहुतो रास डायलॉग ठीक सँ बुझबा मे दिक़्क़त होइते अछि ।
अइ सँ, ई सद्यः अनुभूति कयल जा सकैत अछि जे कोनो मौलिक विषय ठीक सँ बुझबाक लेल जेना हमरा अपन मातृभाषा मैथिलीक कोरा-कंधा’क आवश्यकता पड़ैत अछि - ओहने आवश्यकता कोनो तेलुगू भाषा-भाषी कें सेहो धीया-पूता सँ होइते हेतैन्हि; तेलुगू मे पढ़ाई-लिखाई’क माध्यम सँ प्राथमिक, माध्यमिक आ उच्च - उच्चतर शिक्षा भेटैत रहला पर हुनका कतेक उपयोगी सिद्ध होइत हेतैन्हिं- से स्वत: अनुमान कय सकैत छी ।एहने आवश्यकता विभिन्न क्षेत्रीय भाषा-भाषी कें होइत हेतन्हिं ।
तैं, इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया)क सस्टेनेबल डेवलपमेंट फोरम सँ हम आग्रह करबन्हिं जे प्रत्येक स्टेट सेंटर सँ कॉर्डिनेट कय संप्रति संविधानक अष्टम सूची में शामिल 22 भाषा : Assamese, Bengali, Bodo, Dogri, Gujarati, Hindi, Kannada, Kashmiri, Konkani, Maithili, Malayalam, Manipuri, Marathi, Nepali, Oriya, Punjabi,Santhali, Sanskrit, Sindhi, Tamil, Telugu, Urdu
मे प्राथमिक, माध्यमिक आ उच्च शिक्षा, साइंस टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग वग़ैरह कोर्सक पढाई -लिखाई मे गुणवत्तापूर्ण शिक्षाक उन्नति आ विकास मे सक्रिय योगदान कोना दय सकैत छथि, ताहि पर गंभीरता सँ विचार करबाक कृपा करथि ।
ई. अजय कुमार सिन्हा, चेयरमैन,सस्टेनेबल डेवलपमेंट फोरम,इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) सँ ई जानि परम आनंदित भेलहुँ जे इंस्टीट्यूशनक पत्रिका “अभियंता- बंधु”क आगामी विशेष अंक मे विभिन्न क्षेत्रीय भाषाक उपयुक्त लेख प्रकाशित हेतैक जाहि हेतु , हमरो नोत भेटल जे मैथिली मे एक लेख लिखि पठाबी - प्रिय अजय बाबूक प्रति हम आभार प्रगट करैत छी ( इंस्टिट्यूशन सँ एकटा विशेष अनुरोध जे ‘अभियंता बहीन’ लोकनिक सम्मान आ ‘जेण्डर मेनस्ट्रिमिंग’क ख़ातिर, अइ पत्रिका’क नाम “अभियंता बंधु_बांधवी” जँ राखल जा’ सकय - तँ, अपने लोकनि कृपया विचार करियैक )।
अंत मे , ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट’क जे स्वरूप हमर मोन मे अभरैत अछि, ओहि वेद-उपनिषद्’क निम्नांकित दू गोट श्लोक कें उद्धरित कए , अपन लेख कें समेट रहल छी :-
पश्येम शरद: शतम्
जीवेम शरद: शतम्
बुद्ध्येम शरद: शतम्
रोहेम शरद: शतम्
पूषेम शरद: शतम्
भवेम शरद: शतम्
भूयेम शरद: शतम्
भूयसी शरद: शतात्
( अथर्व वेद , काण्ड 19 , सूक्त 67 )
यानि ,  – सौ बर्ष धरि देखी; सौ बर्ष धरि जीबी ; सौ बर्ष धरि बुद्धि सक्षम रहए; सौ वर्ष धरि वृद्धि होइत रहए ; सौ वर्ष पुष्टि-पोषण होइत रहए ; सौ वर्ष धरि आभामंडल बनल रहए ;सौ वर्ष धरि पवित्रता बनल रहए;सौ वर्षक आगुओ, ई सब कल्याणकारी योग बनल रहए ।
“ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्पूर्णमुदच्यते ।
पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥”
( बृहदकारण्य उपनिषद् )
( ओ पूर्ण छल /सृष्टि उत्पत्ति से पहिनहुँ सँ , उत्पत्ति के बादो ई पूर्ण अछि , माने जे एक पूर्ण सँ दोसर पूर्ण उत्पन्न भेल ओहो पूर्ण अछि। पूर्ण से पूर्ण निकालि दियौ, तैयो, बाद मे जे बचल अछि - ओहो पूर्ण अछि ! ओम्! शांति! शांति! शांति! )
🇮🇳जय हिन्द🇮🇳
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*Nagesh Chandra Mishra, Former Engineer-In-Chief, Drinking Water & Sanitation Department ( P.H.E.D. ) & Executive Director, ( PMU ) HRD/IEC , Jharkhand & Bihar is the Life Member of Institution of Engineers since 1970s . He is Founder Chairman, Indian Water Works Association, Bihar as well that of Jharkhand. He Founded Visvesvaraya Sanitation & Water Academy ( ViSWA ) at Ranchi with the active support of State & Central Govt. along with UNICEF.
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fortunetellersdilettante · 2 months ago
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mero buba bhannuhunchha ki jiwan tapainma chhito aunchha hami ghanska pataharu jastai chhaun hami primema aundachhaun r samayako sath hami kewal sukera janchhaun r yo sabai parivartan hunchha ek dekhine glasko sath mero drishyale atitlai samatnechhaina kewal photoharule hamilai dinbitdai gareko samjhana garaunchha oh, vigatdekhi kehi pani ustai rahandaina her, andhyarosanga daraeko m samjhanchhu r tedi biyarlai samatera darbata bachna m afailai kambalma berera rakhthen tyo bella thio r ahile m yahaan chhu ani raat mero ho to meri cheekh suno yasako arth bujhna m sanai thien m satra warshako nahunjel samma parkhin sakinan maile sochen ki usale jhoot bolyo jab usale sapanama mero samay linuhos bhanyo ab m chahanchhu ki m satra warshako samay friez garna sakuun oh oh oh oh oh oh oh oh oh oh m satra warshako bhaen oh oh oh oh oh oh oh oh oh oh satra oh oh oh oh oh oh oh oh oh oh satra ab m chahanchhu ki m satra warshako samay friez garna sakuun meri amale bhannubhayo, 'timi kahanbata aeka hau, kahaan thiyau bhanne kura nabirsanuhosha jahile pani afno najikaka sathiharulai rakhnuhos tiniharu tadha jaan sakdainan tiniharule timilai rakhchhan
priv
tatko mi veli desa zivotot doaga brzo kon tebe nie sme kako trevki doagame do vrvot y sow vreme ednostavno isumirame y seto toa s menuva mojot pogled sow ogledalo nema to go fati minatoto samo photographyite ne potsetuvaat nha pominuvanetto nha denovite au, nisto ne ostanuve isto at minatite godini vidite, s sekavam desa s plasev at temninata y drzejci s za plishani mechina s zavitkuvav vo kebinja samo za to s pocrie at stravovite toa beshe togas y sega sum tuka y nokta e moja chui mé kako vrescam bev premnogu mlad za to rasberam sto znachi toa ne mozev to chekam to napolnam sedumnaeset godini mislev desa laze coga mi rece to ne moe vreme to sonuvam sega posacuvam to go zamrznam vremeto nha sedumnaeset au, au, och jász imam sedumnaeset godini au, au, och sedumnaeset au, au, och sedumnaeset sega posacuvam to go zamrznam vremeto nha sedumnaeset majka mi rece ne zaboravite at kade doagate, kade ste bille sekogas guy cuvajte vashite neibliski prijatelli koa ne mozat to im s izliznat te zadrzuváat
हमर पिताजी कहैत छथि जे जीवन अहां पर तेजी सं अबैत अछि हम घासक ब्लेड जकाँ छी हम प्राइम पर अबैत छी आ समय पर हम बस मुरझा जाइत छी आ ई सभ बदलैत अछि देखए बला शीशाक संग हमर दृश्य अतीत के नहि पकड़त। केवल फोटो हमरा दिनक बीतबाक स्मरण कराबैत अछि ओह विगत काल सं किछु ओहन नहि रहैत अछि देखू, हमरा मोन अछि जे हम अन्हारसँ डरैत छलहुं आ टेडी बियर के पकड़ि कए हम अपना के कंबल मे लपेटि लेब बस हमरा भय सं झाँपए के लेल ओ तखन छल आ आब हम अईठाम छी आ राति हमर अछि त हमरा चिल्लाइत सुनू हम बहूत छोट छलहुं जे ई बुझि नहि सकलहुं जे एकर अर्थ की अछि हम इंतजार नहि कए सकैत छी जा धरि हम सत्रह साल के भए सकैत छी हम सोचलहुं जे ओ झूठ बोललाह जखन ओ कहलखिन जे सपना देखबाक लेल हमर समय लिय आब हम चाहैत छी ज�� हम सत्रह बजे के समय के जम सकैत छी ओह ओह ओह ओह ओह, ओह ओह ओह हम सत्रह छी ओह ओह ओह ओह ओह, ओह ओह ओह सत्रह ओह ओह ओह ओह ओह, ओह ओह ओह सत्रह आब हम चाहैत छी जे हम सत्रह बजे के समय के जम सकैत छी हमर माँ कहलखिन जे अहां कतए सं आबि रहल छी, कतए छी ई नहि बिसरू हरदम अपन निकटतम मित्र के राखू जे ओ फिसल नहि सकैत अछि ओ अहां के रखैत अछि
Татко ми вели дека животот доаѓа брзо кон тебе Ние сме како тревки Доаѓаме до врвот и со време едноставно изумираме И сето тоа се менува Мојот поглед со огледало нема да го фати минатото Само фотографиите не потсетуваат на поминувањето на деновите О, ништо не останува исто од минатите години Видите, се сеќавам дека се плашев од темнината И држејќи се за плишани мечиња Се завиткував во ќебиња само за да се покрие од стравовите Тоа беше тогаш и сега сум тука И ноќта е моја Чуј ме како врескам Бев премногу млад за да разберам што значи тоа Не можев да чекам да наполнам седумнаесет години Мислев дека лаже кога ми рече да не мое време да сонувам Сега посакувам да го замрзнам времето на седумнаесет О, о, ох Јас имам седумнаесет години О, о, ох Седумнаесет О, о, ох Седумнаесет Сега посакувам да го замрзнам времето на седумнаесет Мајка ми рече не заборавите од каде доаѓате, каде сте биле Секогаш ги чувајте вашите најблиски пријатели кои не можат да им се излизнат Те задржуваат
Mój papa groni, až žywjenje malsnje na tebje pśiźo. Smy ako spjełka tšawy. Pśiźomy na cas kwiśa a pó casu jadnorje jadnorje zmuśijomy. A wšykno se změnijo. Mój wid ze glědałkom njebuźo zachadnosć zapópadnuś. Jano fotografije dopominaju nas na pśejźenje dnjow. Ow, nic njejo wěcej tak wóstało ako jo było. Glědajśo, ja se dopominam, až som se bójał pśed jśmu. A se teddy mjadwjeźe kšuśe źaržaś. Som se zawił, jano aby se pśed tšachami šćitał. To jo tencas było a něnt how som. A noc słuša mě. Toś słuchaj mě wołaś. Som pśemłody był, aby rozměł, co to wóznamjenijo. Som mógał to lěbda docakaś, až njejsom mógał sedymnasćo byś. Som se myslił, až jo łdgał, ako jo gronił, až dejał se cas k cowanju wześ. Něnto som se žycył, až mógał cas pla sedymnasćo zamarznuś. Oh oh oh oh oh oh oh oh oh Som sedymnasćo Oh oh oh oh oh oh oh oh oh Sedymnasćo Oh oh oh oh oh oh oh oh oh Sedymnasćo Něnto som se žycył, až mógał cas pla sedymnasćo zamarznuś. Mója mama groni, njezabyń, wótkul pśiźoš, źo sy był. Wobchowaj pśecej twóje nejwuše pśijaśele, kenž njamógu śi wuběgnuś. Wóni śi kšuśe źarže.
Mano tėtis sako, kad gyvenimas pas tave ateina greitai Mes esame kaip žolės ašmenys Mes ateiname į premjerą ir laikui bėgant tiesiog nunykstame Ir viskas keičiasi Mano vaizdas su atrodančiu stiklu praeities nepagaus Tik fotografijos mums primena prabėgusias dienas Oi niekas nelieka tas pats nuo praėjusių metų Matai, prisimenu, kad bijojau tamsos Ir laikykis meškiukų Apsivyniočiau antklodėmis vien tam, kad apsivilkčiau nuo baimių Tai buvo tada ir dabar aš esu čia O naktis – mano Taigi išgirsk mane rėkiant Buvau per jaunas, kad suprasčiau, ką tai reiškia Negalėjau laukti, kol man bus septyniolika Maniau, kad jis melavo, kai pasakė, kad skirk laiko svajoti Dabar norėčiau, kad galėčiau užšaldyti laiką būdamas septyniolikos Oi oi oi oi oi, oi oi oi oi Man septyniolika Oi oi oi oi oi, oi oi oi oi Septyniolika Oi oi oi oi oi, oi oi oi oi Septyniolika Dabar norėčiau, kad galėčiau užšaldyti laiką būdamas septyniolikos Mano mama sakė nepamiršk, iš kur esi kilęs, kur buvai Visada laikykite savo artimiausius draugus, kurių jie negali nuslysti Jie jus išlaiko
Papa na ngai alobi ete bomoi eyaka epai na yo nokinoki sisi lokola matiti Eyelaka biso na prime mpe na tango tolekaki kaka Mpe nyonso ebongwanaka Likanisi na ngai na talatala oyo ezali komonana ekoki kokanga makambo ya kala te Kaka bafɔtɔ nde ezali kokundwela biso mikolo oyo ezali koleka Oh eloko moko te etikala kaka ndenge moko na yesteryears Namona lisusu ndenge nazalaki kobanga molili Mpe kokangama na teddy bears Nazalaki komizinga na babolangiti kaka mpo na kozipa ngai na kobanga Na ntango wana mpe sikoyo nazali awa Butu ezali ya ngai Na yango, yoká ngai nazali konganga Nazalaki naino elenge mpo na koyeba ndimbola na yango peut etre je ne peut pas ya pas mieux que le 17 mois Nakanisaki ete akosaki ntango alobaki azwa ntango na ngai ya kolɔta Sik'oyo nakolinga soki nakoki kokanga ngonga na frigo na mbula zomi na nsambo oh je suis le 17 bisous oh Zomi na nsambo oh Zomi na nsambo Sik'oyo nakolinga soki nakoki kokanga ngonga na frigo na mbula zomi na nsambo Mama alobaki kobosana te esika outi wapi, ozalaki wapi Batelá ntango nyonso baninga na yo ya motema bakoki kosɛtɛ te Bazali kobatela yo
Mans tētis saka, ka dzīve nāk pie tevis ātri Mēs esam kā zāles asmeņi Mēs nonākam pie pirmatnējā un ar laiku mēs vienkārši nokalstam Un tas viss mainās Mans skats ar stiklu neaizķers pagātni Tikai fotogrāfijas mums atgādina par dienu ritējumu Ak, nekas nepaliek nemainīgs no vakardienas gadiem Redziet, es atceros, ka baidījos no tumsas Un turoties pie rotaļu lācīšiem Es ietinu sevi segās tikai tāpēc, lai apsegtu mani no bailēm Tas bija toreiz un tagad es esmu šeit Un nakts ir mana Tāpēc dzirdi mani kliedzam Es biju pārāk jauns, lai saprastu, ko tas nozīmē Es nevarēju sagaidīt, kad man būs septiņpadsmit Es domāju, ka viņš meloja, kad teica, ka veltiet man laiku sapņošanai Tagad es vēlos, kaut es varētu iesaldēt laiku septiņpadsmit gadu vecumā Ak ak ak ak ak ak oh, ak ak Man ir septiņpadsmit Ak ak ak ak ak ak oh, ak ak Septiņpadsmit Ak ak ak ak ak ak oh, ak ak Septiņpadsmit Tagad es vēlos, kaut es varētu iesaldēt laiku septiņpadsmit gadu vecumā Mana māte teica, ka neaizmirstiet, no kurienes jūs nākat, kur esat bijis Vienmēr turiet savus tuvākos draugus, viņi nevar izslīdēt Viņi jūs notur
ພໍ່ ຂອງ ຂ້ອຍ ເວົ້າວ່າ ຊີວິດ ມາ ຫາ ເຈົ້າ ໄວ ເຮົາເປັນຄືໃບຫຍ້າ ເຮົາ ມາ ເຖິງ ຈຸດ ສໍາຄັນ ແລະ ໃນ ທີ່ ສຸດ ເຮົາ ກໍ ຫ່ຽວ ແຫ້ງ ໄປ ແລະ ທຸກ ສິ່ງ ກໍ ປ່ຽນ ໄປ ທັດ ສະ ນະ ຂອງ ຂ້າ ພະ ເຈົ້າ ດ້ວຍ ແວ່ນ ຕາ ຈະ ບໍ່ ຈັບ ອາ ດີດ ພຽງ ແຕ່ ຮູບ ພາບ ເທົ່າ ນັ້ນ ທີ່ ເຕືອນ ເຮົາ ເຖິງ ວັນ ເວລາ ທີ່ ຜ່ານ ໄປ ໂອ້ ບໍ່ ມີ ຫຍັງ ທີ່ ຈະ ປ່ຽນ ແປງ ຈາກ ອາ ດີດ ເບິ່ງ ແມ, ຂ້າ ພະ ເຈົ້າ ຈື່ ໄດ້ ວ່າ ຢ້ານ ຄວາມ ມືດ ແລະ ຈັບ teddy bears ໄວ້ ຂ້າ ພະ ເຈົ້າ ໄດ້ ຫຸ້ມ ຫໍ່ ຕົວ ເອງ ດ້ວຍ ຜ້າ ຫົ່ມ ພຽງ ແຕ່ ເພື່ອ ປົກ ປິດ ຂ້າ ພະ ເຈົ້າ ຈາກ ຄວາມ ຢ້ານ ກົວ ນັ້ນ ເປັນ ເວລາ ນັ້ນ ແລະ ບັດ ນີ້ ຂ້າພະ ເຈົ້າຢູ່ ທີ່ ນີ້ ແລະ ຄ່ໍາ ຄືນ ນັ້ນ ເປັນ ຂອງ ຂ້າ ພະ ເຈົ້າ ດັ່ງນັ້ນ ຈົ່ງຟັງຂ້ອຍຮ້ອງຂຶ້ນ ຂ້າ ພະ ເຈົ້າ ຍັງ ນ້ອຍ ເກີນ ໄປ ທີ່ ຈະ ເຂົ້າ ໃຈ ວ່າ ມັນ ຫມາຍ ຄວາມ ວ່າ ແນວ ໃດ ຂ້າພະ ເຈົ້າບໍ່ ສາມາດ ລໍຖ້າ ຈົນ ກວ່າ ຂ້າພະ ເຈົ້າຈະ ມີ ອາຍຸ ໄດ້ ສິບ ເຈັດ ປີ ຂ້າ ພະ ເຈົ້າ ຄິດ ວ່າ ລາວ ເວົ້າ ຕົວະ ເມື່ອ ລາວ ເວົ້າ ວ່າ ໃຫ້ ຂ້າ ພະ ເຈົ້າ ໃຊ້ ເວ ລາ ຝັນ ບັດ ນີ້ ຂ້າພະ ເຈົ້າຢາກ ຢຸດ ເວລາ ຕອນ ສິບ ເຈັດ ປີ ໂອ້ ໂອ້ ຂ້ອຍອາຍຸສິບເຈັດປີ ໂອ້ ໂອ້ ສິບເຈັດ ໂອ້ ໂອ້ ສິບເຈັດ ບັດ ນີ້ ຂ້າພະ ເຈົ້າຢາກ ຢຸດ ເວລາ ຕອນ ສິບ ເຈັດ ປີ ແມ່ ຂອງ ຂ້າພະ ເຈົ້າ ໄດ້ ເວົ້າວ່າ ຢ່າ ລືມ ວ່າ ລູກ ມາ ຈາກ ໃສ, ບ່ອນ ທີ່ ລູກ ເຄີຍ ໄປ ໃຫ້ ຫມູ່ ເພື່ອນ ທີ່ ໃກ້ຊິດ ຂອງ ທ່ານ ໄວ້ ສະ ເຫມີ ວ່າ ເຂົາ ເຈົ້າບໍ່ ສາມາດ ຫນີ ໄປ ເຂົາ ເຈົ້າ ຮັກສາ ທ່ານ ໄວ້
Faren min sier at livet kommer raskt mot deg Vi er som gresstrå Vi kommer til prime, og med tiden visner vi bare bort Og alt endrer seg Mitt syn med et speil vil ikke fange fortiden Bare fotografier minner oss om dagene som går Å ingenting forblir det samme fra tidligere år Jeg husker at jeg var redd for mørket Og holde på bamser Jeg pakket meg inn i tepper bare for å dekke meg mot frykt Det var da og nå er jeg her Og natten er min Så hør meg skrike Jeg var for ung til å forstå hva det betyr Jeg kunne ikke vente til jeg kunne bli sytten Jeg trodde han løy da han sa ta meg tid til å drømme Nå skulle jeg ønske jeg kunne fryse tiden på sytten Å åh åå åh, åh åh åh åh åh åh Jeg er sytten Å åh åå åh, åh åh åh åh åh åh Sytten Å åh åå åå åh, åh åh, åh, åh, åh, å Sytten Nå skulle jeg ønske jeg kunne fryse tiden på sytten Moren min sa at ikke glem hvor du kommer fra, hvor du har vært Behold alltid dine nærmeste venner som de ikke kan slippe unna De holder deg
मेरो बुबा भन्नुहुन्छ कि जीवन तपाईंमा छिटो आउँछ हामी घाँसका पातहरू जस्तै छौं हामी प्राइममा आउँदछौं र समयको साथ हामी केवल सुकेर जान्छौं र यो सबै परिवर्तन हुन्छ एक देखिने ग्लासको साथ मेरो दृश्यले अतीतलाई समात्नेछैन केवल फोटोहरूले हामीलाई दिनबित्दै गरेको सम्झना गराउँछ ओह, विगतदेखि केही पनि उस्तै रहँदैन हेर, अँध्यारोसँग डराएको म सम्झन्छु र टेडी बियरलाई समातेर डरबाट बच्न म आफैलाई कम्बलमा बेरेर राख्थें त्यो बेला थियो र अहिले म यहाँ छु अनि रात मेरो हो तो मेरी चीख सुनो यसको अर्थ बुझ्न म सानै थिएँ म सत्र वर्षको नहुञ्जेल सम्म पर्खिन सकिनँ मैले सोचेँ कि उसले झूट बोल्यो जब उसले सपनामा मेरो समय लिनुहोस् भन्यो अब म चाहन्छु कि म सत्र वर्षको समय फ्रिज गर्न सकूँ ओह ओह ओह ओह ओह ओह ओह ओह ओह ओह म सत्र वर्षको भएँ ओह ओह ओह ओह ओह ओह ओह ओह ओह ओह सत्र ओह ओह ओह ओह ओह ओह ओह ओह ओह ओह सत्र अब म चाहन्छु कि म सत्र वर्षको समय फ्रिज गर्न सकूँ मेरी आमाले भन्नुभयो, 'तिमी कहाँबाट आएका हौ, कहाँ थियौ भन्ने कुरा नबिर्सनुहोस्। जहिले पनि आफ्नो नजिकका साथीहरूलाई राख्नुहोस् तिनीहरू टाढा जान सक्दैनन् तिनीहरूले तिमीलाई राख्छन्
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jeevanjali · 4 months ago
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Bhar Do Jholi Meri Sherawali Lyrics in Hindi: भर दो झोली मेरी शेरोवाली, लौट कर मै ना जाउंगी खालीनवरात्रि में मां दुर्गा के प्रसन्न करने के लिए विधि-विधान के अलावा उनके प्रिय पकवानों का भोग लगाते हैं, ताकि माता रानी प्रसन्न होकर हमारी सभी मनोकामनाओं को पूरा कर दें
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22233541 · 5 months ago
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चार वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद को सभी जानते हैं लेकिन पाँचवाँ वेद "सूक्ष्मवेद" कौन सा है?
जानने के लिए पढ़िए पुस्तक "हिन्दू साहेबान नहीं समझे गीता, वेद, पुराण"
🫴🏻 अवश्य देखें
ईश्वर टी.वी. पर सुबह 6:00​
श्रद्धा MH ONE टी. वी. पर दोपहर 2:00​
साधना टी. वी. पर शाम 7:30​
📣 Visit our YouTube channel Sant Rampal ji Maharaj
📌अधिक जानकारी के लिए PlayStore से "Sant Rampal Ji Maharaj" App Download करें ।
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vewavethathiri · 5 months ago
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Let us gradually eliminate the system of multiplying the animals for their flesh and develop love towards all living beings.
हमनी के धीरे-धीरे जानवर के मांस खातिर गुणा करे के व्यवस्था के खतम क के सभ जीव के प्रति प्रेम के विकास कईल जाए।
For more information contact Ph: +91 79044-02887 www.kundaliniyoga.edu.in #vewavethathiri #vewa #wavesofvethathiri #wcscaliyar #Vethathirimaharishikundaliniyoga #VMKY #wavesofvethathiri #vethapearls #kundaliniawakening #yogaformordernage #KayakalapamExercise #SimiplifedExercise #Meditation #yoga #transformurlife #transforamation #Selfdevelopment #aliyar #wscs #worldcommunityservicecentre #Simplifiedkundaliniyoga(sky) #Scienceandsprituality #selfrealization #selfactualization #Introspection #mindbodysoul
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hindisportsqanswerdotin · 2 years ago
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जनवरी 2023 में फ्री फायर का बादशाह कौन है? सभी विवरण जांचें
जनवरी 2023 में फ्री फायर का बादशाह कौन है? सभी विवरण जांचें
गरेना फ्री फायर हाल ही में लोकप्रिय हुआ है। दुनिया भर के गेमर्स अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए इस गेम को खेल रहे हैं। लेकिन आपको क्या लगता है कि फ्री फायर में सबसे अच्छा कौन होगा? जैसा कि हम जानते हैं, YouTube का क्रेज बहुत अधिक है, और ऐसे ही खिलाड़ियों की संख्या भी है जो YouTube पर Garena Free Fire पर वीडियो स्ट्रीम या अपलोड करते हैं। याद रखें, उनमें से कुछ ही लोग जानते हैं कि इस गेमिंग दुनिया…
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showgovtjobs · 6 months ago
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aryasamaj0 · 6 months ago
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sharpbharat · 7 months ago
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jamshedpur Sakchi Gurudwara- 'हर जेठ जुड़न्दा लोड़िए, जिस अगै सभ निवन' शब्द-कीर्तन में लीन संगत ने जेठ माह का किया स्वागत
जमशेदपुर: साकची गुरुद्वारा में साध संगत ने शब्द-कीर्तन गायन द्वारा गुरु महाराज की स्तुति करते हुए नानकशाही ���ैलेंडर अनुसार जेठ माह का स्वागत किया. मंगलवार को जेठ माह की संग्रांद को समर्पित सजे दीवान में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शीश झुका कर आशीर्वाद लिया.साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी द्वारा सिख नौजवान सभा, स्त्री सत्संग सभा और सुखमणि साहिब कीर्तनी जत्था के सहयोग से जेठ की संग्राद कीर्तन दरबार…
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yogaislife2 · 10 months ago
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nageshchandramishra · 2 months ago
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विश्व-स्तरीय तकनीकी शिक्षा लेल मातृभाषा मे पढ़ाई- लिखाई’क अनिवार्यता
(*लेखक: नागेश चन्द्र मिश्र,पूर्व अभियंता प्रमुख,झारखंड बिहार)
(Abstract : The author has emphasised the immediate need of promoting world class quality education through the medium of every individual’s own native languages included in the Eighth Schedule of Indian Constitution without too much dependence on English. He has cited some notable engineers’ own experiences quoting the book, “The English Medium Myth : Dismantling Barriers to India’s Growth” by Sankrant Sanu,an IIT luminary.
All the State Centres of Institution of Engineers ( India ) have been requested to come forward for active cooperation, consultation & participation in preparing appropriate courses of study needed from pre - nursery education to lower,medium, higher education in Engineering curriculum as needed by every individual in their own mother tongues for which Sustainable Development Forum,IEI should coordinate with all state centres , States & Central Government’s New Education Policy Initiatives.
At the end of this essay, the author has quoted the perception of Sustainable Development through the spectrum of two Shlokas of Veda and Upanishad . )
मैथिली मे एकटा कहबी छैक,”ऊपर सँ फ़िट फाट,त’र मे मोकामा घाट”,
अर्थात्, बाहर सँ देखबा’ मे तँ खूब नीक,किंतु भीतर मे फोंक - जेकरा अंग्रेज़ी मे “भैक्विटी” कहैत छैक।सरकार भले आई.आई.टी.; एम्स, इंजीनियरिंग - मेडिकल कॉलेज’क जाल पूरा देश मे बिछा दौ’क , मुदा आजुक पढ़निहार विद्यार्थी आ पढ़ौनिहार शिक्षक कें यदि ठीक से कोनो विषय बुझबा’ आ बुझेबा’ मे दिक़्क़त हेतैन्ह ,तँ “थ्री इडियट्स” सिनेमा वला उपहासजन्य रटन्त विद्या सैह भेटैत रहतैक - ओहेन पढ़ाई- लिखाई सँ देश कें कोन लाभ ? भारत मे, जतेक इंजीनियर सभ विभिन्न संस्थान सँ डिग्री प्राप्त क’ रहल छथि , ओहि मे,लगभग मात्र 20% डिग्रीधारी कें ओहि तरहक योग्यता रहैत छन्हिं जिनका कत्तौ नीक नोकरी-चाकरी भेटैन्ह ।
एतय, प्रसिद्ध शिक्षाविद श्री संक्रांत सानू जे गरूड़ प्रकाशनक सर्वे-सर्वा छथि, हुनक पुस्तक, “द इंगलिश मिडियम मिथ : डिसमैंटलिंग बैरियर्स टू इंडियाज ग्रोथ”क संस्मरण मोन पड़ि रहल अछि । हुनक एक संक्षिप्त विडियोक लिंक अनुलग्न अछि https://youtu.be/Fm6ZjnFsZuY?si=NYjVsnp6Y3AXOAsn , जेकरा अवश्य सुनल जाय । संक्रांत सानू जी , आई.आई.टी. कानपुर सँ कंप्यूटर साइंस मे डिग्री प्राप्त कय लगभग एक दशक माइक्रोसॉफ़्ट कॉरपोरेशन मे नोकरी कयलन्हिं । यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सस,ऑस्टिन सँ छह गोट टेक्नॉलजी पेटेंट हुनक नामे छन्हिं । एक बेर , ओ अपन ‘अल्मा मेटर’ आई.आई. टी. कानपुर’क फोर्थ ईयर कम्प्यूटर साइंस क्लास’क विद्यार्थी सभक बीच आबि हुनका लोकनिक प्रमुख दिक़्क़त सँ अवगत होअए चाहलाह । हुनका ई देखि-सुनि अपार दुख भेलन्हिं जे अधिकांश विद्यार्थी’क सभसँ पैघ अवरोधक, अंग्रेज़ी भाषा छलैक । तहिये से , श्री संक्रांत सानू , अपन देश वापस आबि, भारतीय भाषाक माध्यम सँ स्कूल - कॉलेज मे पढ़ाई-लिखाई होइक - अइ महायज्ञ मे तत्पर छथि ।
वर्तमान सरकार’क “नव शिक्षा नीति” (न्यू एजुकेशन पॉलिसी) मे , सभ क्षेत्रीय भाषाक माध्यम सँ प्राथमिक,माध्यमिक आ उच्च शिक्षा’क पढ़ाई-लिखाई होइक - ई प्रावधान प्रमुखता सँ कयल गेल अछि जेकर हम क़ायल छी ।
वाल्यावस्थे सँ, शिक्षा -साहित्यक सान्निध्य में लालन-पालन भेला सँ मातृभाषा मैथिली सहित हिन्दी-अंग्रेज़ी- संस्कृत आ अन्य सभ क्षेत्रीय भाषा सँ प्र��म अछि । प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक कार्ल रोजर्स’क उक्ति, “व्हाट इज मॉस्ट पर्सनल इज मॉस्ट जेनरल”क अनुभव सँ हमरा ई मानबा मे कोनो संकोच नहिँ अछि जे जहिया सँ होश भेल - तहिये सँ जे कोनो विचार मोन मे पहिने अबैए - ओ मातृभाषा मैथिलीए मे अबैत अछि ; क्रमिक रूप सँ , हिन्दी आ अंग्रेज़ी भाषा में ओकरा रूपान्तरित करबाक अभ्यास भेल गेल । एहेन कतेको ब्रिलियंट सहपाठी कें देखलयैन्ह जे कोनो विषयक पूर्ण ज्ञान रहलाक बादो, अंग्रेज़ी भाषा मे ओकरा पढ़बा- लिखबा मे स्ट्रगल करैत रहलाह ।
हमरा अपनहुँ, अंग्रेज़ी उच्चारण आ ऐक्सेंट बुझबा’ मे स्कूली शिक्षाक दौरान हरदम दिक़्क़त होइते रहल; इंजीनियरिंग कॉलेज मे जहिया पढ़ैत रही आ सिनेमा हॉल मे अंग्रेज़ी सिनेमा देखी - बहुत कम्मे बुझियैक जे कोन पात्र की बजलैक - हॉल मे देखनहार दर्शक सब कोनो सीन कें देखि-सुनि हँसय, तँ बिना बुझनहुँ, हमहूँ हँसय लागी - जे कमज़ोरी अइ बुढ़ारी धरि एखनो विद्यमान अछि - बिना सब-टाइटिल देखने पढ़ने एखनो बहुतो रास डायलॉग ठीक सँ बुझबा मे दिक़्क़त होइते अछि ।
अइ सँ, ई सद्यः अनुभूति कयल जा सकैत अछि जे कोनो मौलिक विषय ठीक सँ बुझबाक लेल जेना हमरा अपन मातृभाषा मैथिलीक कोरा-कंधा’क आवश्यकता पड़ैत अछि - ओहने आवश्यकता कोनो तेलुगू भाषा-भाषी कें सेहो धीया-पूता सँ होइते हेतैन्हि; तेलुगू मे पढ़ाई-लिखाई’क माध्यम सँ प्राथमिक, माध्यमिक आ उच्च - उच्चतर शिक्षा भेटैत रहला पर हुनका कतेक उपयोगी सिद्ध होइत हेतैन्हिं- से स्वत: अनुमान कय सकैत छी ।एहने आवश्यकता विभिन्न क्षेत्रीय भाषा-भाषी कें होइत हेतन्हिं ।
तैं, इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया)क सस्टेनेबल डेवलपमेंट फोरम सँ हम आग्रह करबन्हिं जे प्रत्येक स्टेट सेंटर सँ कॉर्डिनेट कय संप्रति संविधानक अष्टम सूची में शामिल 22 भाषा : Assamese, Bengali, Bodo, Dogri, Gujarati, Hindi, Kannada, Kashmiri, Konkani, Maithili, Malayalam, Manipuri, Marathi, Nepali, Oriya, Punjabi,Santhali, Sanskrit, Sindhi, Tamil, Telugu, Urdu
मे प्राथमिक, माध्यमिक आ उच्च शिक्षा, साइंस टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग वग़ैरह कोर्सक पढाई -लिखाई मे गुणवत्तापूर्ण शिक्षाक उन्नति आ विकास मे सक्रिय योगदान कोना दय सकैत छथि, ताहि पर गंभीरता सँ विचार करबाक कृपा करथि ।
ई. अजय कुमार सिन्हा, चेयरमैन,सस्टेनेबल डेवलपमेंट फोरम,इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) सँ ई जानि परम आनंदित भेलहुँ जे इंस्टीट्यूशनक पत्रिका “अभियंता- बंधु”क आगामी विशेष अंक मे विभिन्न क्षेत्रीय भाषाक उपयुक्त लेख प्रकाशित हेतैक जाहि हेतु , हमरो नोत भेटल जे मैथिली मे एक लेख लिखि पठाबी - प्रिय अजय बाबूक प्रति हम आभार प्रगट करैत छी ( इंस्टिट्यूशन सँ एकटा विशेष अनुरोध जे ‘अभियंता बहीन’ लोकनिक सम्मान आ ‘जेण्डर मेनस्ट्रिमिंग’क ख़ातिर, अइ पत्रिका’क नाम “अभियंता बंधु_बांधवी” जँ राखल जा’ सकय - तँ, अपने लोकनि कृपया विचार करियैक )।
अंत मे , ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट’क जे स्वरूप हमर मोन मे अभरैत अछि, ओहि वेद-उपनिषद्’क निम्नांकित दू गोट श्लोक कें उद्धरित कए , अपन लेख कें समेट रहल छी :-
पश्येम शरद: शतम्
जीवेम शरद: शतम्
बुद्ध्येम शरद: शतम्
रोहेम शरद: शतम्
पूषेम शरद: शतम्
भवेम शरद: शतम्
भूयेम शरद: शतम्
भूयसी शरद: शतात्
( अथर्व वेद , काण्ड 19 , सूक्त 67 )
यानि ,  – सौ बर्ष धरि देखी; सौ बर्ष धरि जीबी ; सौ बर्ष धरि बुद्धि सक्षम रहए; सौ वर्ष धरि वृद्धि होइत रहए ; सौ वर्ष पुष्टि-पोषण होइत रहए ; सौ वर्ष धरि आभामंडल बनल रहए ;सौ वर्ष धरि पवित्रता बनल रहए;सौ वर्षक आगुओ, ई सब कल्याणकारी योग बनल रहए ।
“ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्पूर्णमुदच्यते ।
पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥”
( बृहदकारण्य उपनिषद् )
( ओ पूर्ण छल /सृष्टि उत्पत्ति से पहिनहुँ सँ , उत्पत्ति के बादो ई पूर्ण अछि , माने जे एक पूर्ण सँ दोसर पूर्ण उत्पन्न भेल ओहो पूर्ण अछि। पूर्ण से पूर्ण निकालि दियौ, तैयो, बाद मे जे बचल अछि - ओहो पूर्ण अछि ! ओम्! शांति! शांति! शांति! )
🇮🇳जय हिन्द🇮🇳
————————————————————————————————
*Nagesh Chandra Mishra, Former Engineer-In-Chief, Drinking Water & Sanitation Department ( P.H.E.D. ) & Executive Director, ( PMU ) HRD/IEC , Jharkhand & Bihar is the Life Member of Institution of Engineers since 1970s . He is Founder Chairman, Indian Water Works Association, Bihar as well that of Jharkhand. He Founded Visvesvaraya Sanitation & Water Academy ( ViSWA ) at Ranchi with the active support of State & Central Govt. along with UNICEF.
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screechingtyrantnacho · 11 months ago
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#TheMission_Of_SantRampalJi
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही हैं जिनका 17 फरवरी को बोध दिवस (आध्यात्मिक जन्म दिवस) है। जिन्होंने समाज कल्याण के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया। आज उनके ज्ञान से स्वच्�� समाज बनेगा जो नशे से दूर सभ मनुष्य ह���गे।
7Days Left For Bodh Diwas
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tarunsingha34 · 11 months ago
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শ্রী গুরু গ্রন্থ সাহিব জী-র ১১৬৮ নং পৃষ্ঠাতে অঙ্কিত আছে।
কবীর, বৈদ মুয়া রোগী মুয়া, মুয়া সভ সংসার।
এক কবীরা না মুয়া জিহ নাহী রোবনহার।।
অর্থ: _শ্রী কবীর সাহেব জী বলছেন যে, এই মৃত্যুলোকে সকলে মরে যায়।_ _যে রোগী সেও আর যে রোগীর চিকিৎসা করে অথবা যে রোগীর জীবন দান দেয় সেই বৈদ্যেরও মৃত্যু প্রাপ্ত হয়ে যায়।_
“কিন্তু কবীর জী বলেন যে আমি অর্থাৎ কবীর কখনোই মরি না”.......!!!!
श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पृष्ठ 1368 में अंकित है।
कबीर, बैद मुआ रोगी मुआ, मुआ सभ संसार
एक कबीरा ना मुआ जिह नाही रोवनहार
अर्थ: श्री कबीर साहेब जी फ़रमाते है, इस मातलोक में सभी मरते है। जो रोगी है वह भी ओर रोगी का उपचार करने वाला अथवा जो रोगी को जीवन देता है वह वैद भी मृत्यु को प्राप्त होता है।
“परन्तु कबीर जी कहते है मैं यानि कबीर नही मरता”...!!!!
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