#श्राद्ध
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#सनातनी पूजा की सच्चाई!क्या मूर्ति पूजा#श्राद्ध#व्रत और देवी देवताओं की पूजा सनातनी पूजा के विरुद्ध तो नहीं? जानने के लिए देखिए “सनातनी पू
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#पितरों_का_उद्धार_कैसे_करें एक्स पर हुआ ट्रेंडः भूतों-पितरों की पूजा को गीता में बताया गया निषेध
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#पितरों_का_उद्धार_कैसे_करें
सूक्ष्मवेद (तत्वज्ञान) में तथा चारों वेदों (ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथवर्वेद) तथा इन चारों वेदों के सारांश गीता में स्पष्ट किया है कि आन-उपासना नहीं करनी चाहिए क्योंकि ये शास्त्रों में वर्णित न होने से मनमाना आचरण है जो गीता अध्याय 16 श्लोक 23, 24 में व्यर्थ बताया है। शास्त्रोक्त साधना करने का आदेश दिया है।
Sant Rampal Ji Maharaj
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#श्राद्ध#श्राद्धकी शास्त्रानुकूल विधिsantrampalji maharajश्राद्ध पितृपक्ष ancestors ancestorworship pinddaanpitrupaksha pitrapaksh shrad
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गीता भी हमें श्राद्ध के विषय में निर्णायक ज्ञान देती है। गीता के अध्याय 9 के श्लोक 25 में कहा है कि देवताओं को पूजने वाले देवताओं को प्राप्त होते हैं, पितरों को पूजने वाले पितरों को प्राप्त होते हैं, भूतों को पूजने (पिण्ड दान करने) वाले भूतों को प्राप्त होते हैं अर्थात भूत बन जाते हैं, शास्त्रानुकूल (पवित्र वेदों व गीता अनुसार) पूजा करने वाले मुझको ही प्राप्त होते हैं अर्थात ब्रह्मलोक के स्वर्ग व महास्वर्ग आदि में कुछ ज्यादा समय मौज कर लेते हैं और पुण्यरूपी कमाई खत्म होने पर फिर से 84 लाख योनियों में प्रवेश कर जाते हैं।
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#श्राद्धकी_शास्त्रानुकूल_विधि
🔥गीता अध्याय 2 श्लोक 53 में बताया है कि अर्जुन जब भिन्न भिन्न प्रकार से भर्मित करने वाले वचनों से तेरी बुद्धि हटकर एक तत्वज्ञान में स्थिर हो जाएगी। तब तो तू योगी बनेगा। तब तू योग को प्राप्त होगा। संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य सारे योगी हैं।
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श्रीराम ने त्रिजटा को क्या वर दिए?
लंका से लौटते समय श्रीराम ने विमान-पर बैठी हुई सीता के कहने से उनके वाक्य का आदर करते हुए प्रसन्न होकर त्रिजटा कों वरदान दिया । पहले उसको वस्त्र-अलंकार आदि से संतुष्ट करके कहा – हे त्रिजटे ! तुम मेरी मृदुलमयी वाणी सुनो। कार्तिक, वैशाख, माघ और चैत्र इन चार महीनों में पहले के तीन दिन सभी नरश्रे्ठ तुमको प्रसन्न करने के लिए हो स्नान करेंगे। इससे तुम कृतकृत्य हो जाओगी। जो मनुष्य इन चार महीनों में…
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जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक की प्राप्ति होती है।
सतलोक अविनाशी लोक है। वहां जाने के बाद साधक जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है और पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है।
#पितृपक्ष #ancestors #ancestorworship #pinddaan
#pitrupaksha #pitrapaksh #shradh #amavasya #astrology #karma #vastu #reels #trending
*✰वह कौनसा मंत्र है जिसके जाप मात्र से हमारे सभी पाप कर्म नष्ट हो जाते हैं?✰*
अवश्य पढ़ें पवित्र सद्ग्रंथों पर आधारित संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तक *ज्ञान गंगा*।
निःशुल्क पुस्तक प्राप्त करने हेतु अपना नाम, पूरा पता, और मोबाइल नंबर हमें व्हाट्सएप करें : +91 7496801825
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श्राद्ध
श्री विष्णु पुराण के तीसरे अंश में अध्याय 15 श्लोक 55-56 पृष्ठ 153 पर लिखा है कि श्राद्ध के भोज में यदि एक योगी यानी शास्त्रोक्त साधक को भोजन करवाया जाए तो श्राद्ध में आए हजार ब्राह्मणों तथा यजमान के पूरे परिवार सहित सर्व पितरों का उद्धार कर देता है। गीता अनुसार योगी कौन है
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"कबीर वाणी"
पढ़ि पढ़ाबै कछु नहीं, ब्राह्मण भक्ति ना जान।
ब्याहै, श्राधै कारनै, बैठा सुन्दा तान।।
अर्थात ब्राह्मण लोग गीता वेद आदि ग्रंथों से यथार्थ ज्ञान तो पढ़ते पढ़ाते भी नहीं हैं और भक्ति के विषय में कुछ भी नहीं जानते हैं। लेकिन शादी ब्याह और श्राद्धकर्म कराने में लोभवश मुंह फाड़कर बैठे रहते हैं।
"इसलिए श्राद्ध केवल धार्मिक धंधा है"
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#श्राद्ध_अंधश्रद्धा_भक्ति
श्राद्ध और पितृ पूजा से जीव का मोक्ष नहीं होता । प्रेत शिला पर जाय विराजे, फिर पितरों पिण्ड भराहीं । बहुर श्राद्ध खान कूं आये, काग भये कलि माहीं । ।
➡️ अधिक जानकारी हेतु देखें साधना चैनल शाम 7:30pm से
Supreme God Kabir
#श्राद्ध_अंधश्रद्धा_भक्तिश्राद्ध और पितृ पूजा से जीव का मोक्ष नहीं होता । प्रेत शिला पर जाय विर#फिर पितरों पिण्ड भराहीं । बहुर श्राद्ध#श्राद्ध
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