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#शिवराज सिंह चौहान स्पष्टीकरण
nandedlive · 2 years
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"...तर मोदींना मारायला तयार राहा"
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नवी दिल्ली | काॅंग्रेसचे(Congress) नेते राजा पटेरिया(Raja Pateriya) यांनी पंतप्रधान नरेंद्र मोदींबद्दल(Narendra Modi) वादग्रस्त वक्तव्यं केल्यानं ते वादाच्या भोवऱ्यात अडकले आहेत. पटेरिया यांच्या वादग्रस्त वक्तव्यानंतर राजकीय वातावरण चांगलंच तापलं आहे. पटेरिया एका सभेत बोलताना म्हणाले आहेत की, मोदी धर्म, जात, भाषा या आधारावर जनतेत फूट पाडतील. अल्पसंख्याक,दलित, आदिवासी यांचं पुढील जीवन धोक्यात आलं आहे. संविधान वाचवायचं असेल तर मोदींना मारायला तयार राहा. पटेरिया यांच्या वक्तव्यानंतर भाजप(BJP) नेते संतप्त झाले आहेत. मध्यप्रदेशचे गृहमंत्री नरोत्तरम मिश्रा यांनी पटेरियांच्या विरोधात एफआयआर नोंदवण्याचे आदेश दिले आहेत. पटेरिया यांच्या या वक्तव्याला मध्यप्रदेशचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यांनी प्रत्युत्तर दिलं आहे. चौहान म्हणाले आहेत की, भारत जोडा यात्रा करणारे देश तोडण्याची कामं करीत आहेत. असं वक्तव्य करणाऱ्यांना सोडलं जाणार नाही,असा इशाराही यावेळी सिंह यांनी दिला. पटेरिया यांनी त्यांच्या वक्तव्यावर स्पष्टीकरणही दिलं आहे. स्पष्टीकरण देताना ते म्हणाले आहेत की, माझ्या बोलण्याचा चुकीचा अर्थ मांडण्यात आला आहे. मोदींना मारणे म्हणजे निवडणुकीत त्यांना हरवणं, असं मला म्हणायचं होतं. दरम्यान, पवईत काॅंग्रेस नेत्यांना संबोधित करताना पटेरिया यांनी हे वक्तव्य केलं होतं. हे वक्तव्य रेकाॅर्ड झालेला पटेरिया यांचा व्हिडीओ सोशल मीडियावर व्हायरल होत आहे. महत्वाच्या बातम्या- Read the full article
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mwsnewshindi · 2 years
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एमपी घोटाला: मध्य प्रदेश में बिहार के 'चारा घोटाला' स्टाइल में हुआ घोटाला, ट्रक ने बाइक को बताया
एमपी घोटाला: मध्य प्रदेश में बिहार के ‘चारा घोटाला’ स्टाइल में हुआ घोटाला, ट्रक ने बाइक को बताया
भोपाल: मप्र (एमपी टेक होम राशन घोटाला) में बच्चों को मुफ्त में दी जाने वाली भोजन योजना में भारी गड़बड़ी सामने आई है। मप्र के एजी ने मध्याह्न भोजन और बच्चों के लिए मुफ्त भोजन योजना में भारी अनियमितताओं का पर्दाफाश किया है. ऑडिट में पाया गया कि लाभार्थियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। साथ ही स्कूटर, बाइक और ऑटो को ट्रक के रूप में सूचीबद्ध किया गया, जिनसे माल ले जाया जाता है। कुछ ऐसा ही बिहार…
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prabudhajanata · 3 years
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Uma Bharti ने शराब की दुकान में पत्थर फेंककर शराब की बोतलें तोड़ीं भोपाल: मध्य प्रदेश की सियासत में एक पत्...
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abhay121996-blog · 3 years
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दिग्विजय के 370 पर विवादित बयान से खुश हुए फारुख अब्दुल्ला, कह डाली ऐसी बात Divya Sandesh
#Divyasandesh
दिग्विजय के 370 पर विवादित बयान से खुश हुए फारुख अब्दुल्ला, कह डाली ऐसी बात
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह की क्लब हाउस चैट रूम के जरिये पाकिस्तानी पत्रकारों से की गई चर्चा का ऑडियो क्लिप जारी किया है। इसमें दिग्विजय सिंह अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के निर्णय को दुखद बता रहे हैं। इस ऑडियो क्लिप ने देश की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है। 
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर के जरिए दिग्विजय सिंह की इस ऑडियो क्लिप को जारी किया है और लिखा है कि यही पाकिस्तान चाहता है। मालवीय ने अपने ट्वीट पर कहा है कि क्लब हाउस चैट में राहुल गांधी के शीर्ष सहयोगी दिग्विजय सिंह पाकिस्तानी पत्रकारों से कह रहे हैं कि यदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो वह अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के निर्णय पर पुनर्विचार करेगी। 
दूसरी ओर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस पूरे विवाद से पल्ला झाड़ लिया है और कहा है कि अशिक्षित लोग ‘करने’ और ‘विचार करने’ के बीच अंतर नहीं समझ पाते हैं। 
इस विवादित ऑडियो क्लिप के सामने आने से उसके अलग-अलग राजनीतिक मतलब लगाए जा रहे हैं। भाजपा नेता व मंत्रियों ने एक स्वर में ट्विटर के माध्यम से कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा का कहना है कि “दिग्विजय सिंह वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने पुलवामा हमले को एक घटना बताया था।” पात्रा ने आगे कहा है कि “उन्होंने 26/11 के मुंबई हमले को संघ की षड्यंत्र बताया था और पाकिस्तान को क्लीन चिट देने की कोशिश की थी।” 
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दिग्विजय सिंह का कहना है कि अगर मोदी जी सत्ता से बाहर जाते हैं और कांग्रेस सत्ता में आती है तो वह अनुच्छेद 370 की जम्मू कश्मीर में दोबारा बहाली पर विचार करेंगे। 
अमित मालवीय की ओर से जारी ऑडियो क्लिप में दिग्विजय सिंह ने कहा है कि अनुच्छेद 370 हटाने के बाद कश्मीर में लोकतंत्र नहीं रहा है। इंसानियत नहीं रही है, क्योंकि सभी को जेल में बंद कर दिया गया है। कश्मीरियत बुनियादी तौर पर धर्मनिरपेक्षता का बुनियादी सिद्धांत हैं। मुस्लिम बहुल राज्य और हिंदू राजा दोनों एक साथ थे। असल में कश्मीर की सरकारी नौकरियों में कश्मीरी पंडितों को आरक्षण दिया गया था। ऐसे में अनुच्छेद 370 को हटाने का निर्णय और जम्मू कश्मीर राज्य का दर्जा घटाने का निर्णय काफी दुखद था। कांग्रेस पार्टी को इस पूरे मुद्दे पर नए सिरे से देखना चाहिए। 
जम्मू-कश्मीर से सांसद और केन्द्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि जब भी कांग्रेसी इस तरह की बातें करती है तो वह पाकिस्तान को पसंद आता है। इससे जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को और सहारा मिलता है और 30 साल से भी लंबे समय से चल रहे आतंकवाद को बढ़ावा मिलता है।  
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जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्लाह ने दिग्विजय सिंह के बयान का समर्थन किया है। अब्दुल्ला ने कहा है कि अनुच्छेद 370 वाले बयान को लेकर उनका धन्यवाद देते हैं और एक बार फिर भाजपा से इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह करते हैं। 
इसी बीच एक कश्मीरी पत्रकार ने कहा है कि कश्मीरी पंडितों को कभी भी सरकारी नौकरियों में कश्मीर या पूरे भारत में कहीं भी आरक्षण नहीं दिया गया है। इंदिरा गांधी के साथ काम कर चुके ज्यादातर कश्मीरी सलाहकार अपनी योग्यता के आधार पर वहां तक पहुंचे थे। 
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कांग्रेस का हाथ हमेशा से पाकिस्तान के साथ रहा है। धारा 370 के बहाने अलगाववाद को ���्रेय और आतंकवाद को आश्रय दिया गया था। 
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस संबंध में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी से स्पष्टीकरण मांगा है। पात्रा ने कहा कि वे कांग्रेस को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करें।
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wiplnews-blog · 6 years
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नसरुल्लागंज: बड़ी खबर:मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र में डॉक्टर नहीं करते मरीजों का इलाज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र में डॉक्टर नहीं करते मरीजों का इलाज ,परेशान होते क्षेत्र के मरीज | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्रों में स्वास्थ्य के लिए  हॉस्पिटल में मरीज तड़पते रहते हैं,डॉक्टर के इलाज के बिना कुर्सियां रहते नहीं होती इन पर कारवाईअस्पतालों में डॉक्टर की मनमानी,मरीज परेशान मुख्यमंत्री के क्षेत्र में सरकारी डॉक्टर भी हुए वेलागाम, कहने को तो नसरुल्लागंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नसरुल्लागंज दर्जनों ड्रा. पदयस्त है पर मरीजों को देखने के लिए ,उनके पास टाइम नहीं रहता,ना तो वे समय पर अस्पताल आते है,ना ही उन्हें मरीजों की कोई चिंता ,वैसे तो उनका हॉस्पिटल में मरीजों को देखने का समय 8 बजे से 1तक का है,पर डॉक्टर कभी 10 बजे आते है तो कभी आते ही नहीं ,घर पर बैठ कर पैसेंट देखते रहते है ,जिससे उन्हें मोटी कमाई होती है,वो भी टैक्स प्री, डॉक्टरों को घर पर पेसेंट देखने में जदा दिल जस्वी है,सरकारी सैलरी,और सरकारी सुविधओं का पूरा लाभ लेते है पर मरीजों को देखने के नाम पर आनाकानी करते है,इससे ये बात साफ़ होती है कि कहीं ना कहीं नेताओं का संरक्षण प्रात है,जिसके कारण उनपर आज तक कोई कार्यवाही नहीं होती।अस्पतालों में डॉक्टर की मनमानी से ,मरीज परेशान मुख्यमंत्री के क्षेत्र में सरकारी डॉक्टर भी हुए वेलागाम,कहने को तो नसरुल्लागंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर दर्जनों डॉक्टर पदयस्त है पर मरीजों को देखने के लिए ,उनके पास टाइम नहीं रहता,ना तो वे समय पर अस्पताल आते है,ना ही उन्हें मरीजों की कोई चिंता ,वैसे तो उनका हॉस्पिटल में मरीजों को देखने का समय 8 बजे से 1तक का है,पर डॉक्टर कभी 10 बजे आते है तो कभी आते ही नहीं ,घर पर बैठ कर पैसेंट देखते रहते है ,जिससे उन्हें मोटी कमाई होती है,वो भी टैक्स फ्री | सरकारी सैलरी,और सरकारी सुविधओं का पूरा लाभ लेते है पर मरीजों को देखने के नाम पर आनाकानी करते है,इससे ये बात साफ़ होती है कि कहीं ना कहीं नेताओं का संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण उनपर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। मरीज सीताराम का कहना है,की में सुबह 9 बजे से डॉक्टर के रूम में ही बैठा हूं अभी 10.15 बज चुके है अभी तक कोई भी डॉक्टर नहीं आया ,हम गरीबों को देखने बाला कोई नहीं है। मरीज रतनलाल का कहना है कि में अपनी पैर हड्डी से संबंधित रिपोर्ट दिखने के लिए 7 दिन से परेशान हू,आज भी यहां कोई डॉक्टर यहां कोई नहीं है,कोईभी डॉक्टर देखने बाला नहीं है। मनीष सारस्वत मेडिकल ऑफिसर सामुदायिक स्वासथ्य केंद्र नसरुल्लागंज,,में आज सीहोर जा रहा हूं,ड्रा.विश्वकर्मा,ड्रा.डोवले , छुट्टी पर है बाकी डॉक्टर को समय पर आना चाहिए,वे लोग क्यों नहीं आए,इसका में उनसे स्पष्टीकरण लुगा,वे समय पर क्यों नहीं आए,अगर वे समय पर नहीं आते तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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'पद्मावत' के रूप में 'पद्मावती' 25 जनवरी को रिलीज होगी has been published on PRAGATI TIMES
'पद्मावत' के रूप में 'पद्मावती' 25 जनवरी को रिलीज होगी
मुंबई,(आईएएनएस)| महीनों की अनिश्चितता के बाद संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म ‘पद्मावती’ 25 जनवरी को यू/ए प्रमाण पत्र के साथ ‘पद्मावत’ नाम से रिलीज होगी।
इस बहुप्रतीक्षित फिल्म का मुकाबला अक्षय कुमार अभिनीत ‘पैडमैन’ से है। फिल्म के निर्माता बैनर वायाकॉम 18 मोशन पिक्चर्स के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि फिल्म ‘पद्मावत’ 25 जनवरी को रिलीज होगी। फिल्म को यू/ए सर्टिफिकेट मिला है। ‘पद्मावती’ पहले 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन लंबे समय तक चले विवाद के बाद स्टूडियो ने स्वेच्छा से इसे स्थगित कर दिया था। अब नाम और कुछ दृश्यों में काट-छांट के बाद इस ‘पद्मावत’ नाम से रिलीज किए जाने की अनुमति मिल गई है। ‘पद्मावत’ मलिक मुहम्मद जायसी का लिखा महाकाव्य है, जिसकी नायिका पद्मावती है। इस फिल्म में दीपिका पादुकोण, रणबीर सिंह और शाहिद कपूर मुख्य भूमिकाएं निभा रहे हैं। राजपूतों का संगठन करणी सेना इस फिल्म का शुरू से विरोध करती रही है। संगठन का दावा है किया कि इस फिल्म में राजपूत समुदाय से संबंधित ऐतिहासिक तथ्यों को सही नहीं, बल्कि गलत रूप में दिखाया गया है। यह संगठन संसदीय समिति के समक्ष भंसाली के स्पष्टीकरण के बावजूद समूह फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की अपनी मांग पर अड़ा हुआ है, हालांकि भंसाली का कहना है कि फिल्म पर जारी विवाद सिर्फ अफवाहों पर आधारित था। नवंबर-दिसंबर में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के समय भाजपा ने राजपूट वोट पाने की गरज से करणी सेना का खुलकर साथ दिया। करणी सेना ने जहां अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की नाक काटने की धमकी दी, वहीं एक भाजपा सांसद ने कहा था कि संजय लीला भंसाली सिर्फ जूतों की भाषा समझते हैं। भाजपा शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री ने रिलीज होने से पहले ही फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया, जबकि संविधान ऐसा करने का अधिकार नहीं देता। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तो पद्मावती को ‘राष्ट्रमाता’ तक घोषित कर दिया और उनके नाम पर एक पुरस्कार की घोषणा तक कर डाली। भाजपा के ही नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हालांकि गौमाता को ‘राष्ट्रमाता’ मानते हैं। इससे पार्टी के अंदर ‘राष्ट्रमाता’ शब्द को लेकर मंथन शुरू हो गया। पिछले महीने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने एक विशेष सलाहकार समीति के साथ चर्चा के बाद फिल्म को शीर्षक को बदलने समेत पांच बदलावों के साथ यू/ए प्रमाणपत्र दिया था। निमार्ताओं को डिस्क्लेमर जोड़ने के लिए कहा गया था, जिसमें से एक में सती के अभ्यास की प्रशंसा नहीं करने और ‘घूमर’ गीत में प्रासंगिक संशोधनों को चित्रित करना शामिल है। अंतिम बदलाव के संबंध में ‘पद्मावत’ टीम के साथ एक आधिकारिक संपर्क में सामने आया है कि अभी तक बदलाव नहीं किए गए हैं। फिल्म की रिलीज की तारीख की घोषणा ने फिल्म व्यापार मंडलियों में हलचल मचा दी है। फिल्म और व्यापार विशेषज्ञ गिरीश जौहर ने आईएएनएस को बताया, “‘पद्मावत’ के लिए यह जटिल स्थिति है। उनके पास रिलीज के लिए बहुत कम समय है और साथ ही कुछ राज्यों ने इसपर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसके अलावा करणी सेना का फिल्म को लेकर विरोध जारी है।” उन्होंने कहा, “हालांकि बॉक्स ऑफिस के नजरिए से देखा जाए तो दो बड़ी फिल्में ‘पद्मावत’ और ‘��ैडमैन’ एक तारीख पर रिलीज हो रही है। वह सप्ताहांत बड़ा रहने वाला है। दर्शकों के पास दोनों फिल्मों में चुनाव करने का मौका है। जाहिर है कि जो बेहतर होगी, वह ज्यादा चलेगी।”
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'पद्मावत' के रूप में 'पद्मावती' 25 जनवरी को रिलीज होगी has been published on PRAGATI TIMES
'पद्मावत' के रूप में 'पद्मावती' 25 जनवरी को रिलीज होगी
मुंबई,(आईएएनएस)| महीनों की अनिश्चितता के बाद संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म ‘पद्मावती’ 25 जनवरी को यू/ए प्रमाण पत्र के साथ ‘पद्मावत’ नाम से रिलीज होगी।
इस बहुप्रतीक्षित फिल्म का मुकाबला अक्षय कुमार अभिनीत ‘पैडमैन’ से है। फिल्म के निर्माता बैनर वायाकॉम 18 मोशन पिक्चर्स के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि फिल्म ‘पद्मावत’ 25 जनवरी को रिलीज होगी। फिल्म को यू/ए सर्टिफिकेट मिला है। ‘पद्मावती’ पहले 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन लंबे समय तक चले विवाद के बाद स्टूडियो ने स्वेच्छा से इसे स्थगित कर दिया था। अब नाम और कुछ दृश्यों में काट-छांट के बाद इस ‘पद्मावत’ नाम से रिलीज किए जाने की अनुमति मिल गई है। ‘पद्मावत’ मलिक मुहम्मद जायसी का लिखा महाकाव्य है, जिसकी नायिका पद्मावती है। इस फिल्म में दीपिका पादुकोण, रणबीर सिंह और शाहिद कपूर मुख्य भूमिकाएं निभा रहे हैं। राजपूतों का संगठन करणी सेना इस फिल्म का शुरू से विरोध करती रही है। संगठन का दावा है किया कि इस फिल्म में राजपूत समुदाय से संबंधित ऐतिहासिक तथ्यों को सही नहीं, बल्कि गलत रूप में दिखाया गया है। यह संगठन संसदीय समिति के समक्ष भंसाली के स्पष्टीकरण के बावजूद समूह फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की अपनी मांग पर अड़ा हुआ है, हालांकि भंसाली का कहना है कि फिल्म पर जारी विवाद सिर्फ अफवाहों पर आधारित था। नवंबर-दिसंबर में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के समय भाजपा ने राजपूट वोट पाने की गरज से करणी सेना का खुलकर साथ दिया। करणी सेना ने जहां अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की नाक काटने की धमकी दी, वहीं एक भाजपा सांसद ने कहा था कि संजय लीला भंसाली सिर्फ जूतों की भाषा समझते हैं। भाजपा शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री ने रिलीज होने से पहले ही फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया, जबकि संविधान ऐसा करने का अधिकार नहीं देता। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तो पद्मावती को ‘राष्ट्रमाता’ तक घोषित कर दिया और उनके नाम पर एक पुरस्कार की घोषणा तक कर डाली। भाजपा के ही नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हालांकि गौमाता को ‘राष्ट्रमाता’ मानते हैं। इससे पार्टी के अंदर ‘राष्ट्रमाता’ शब्द को लेकर मंथन शुरू हो गया। पिछले महीने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने एक विशेष सलाहकार समीति के साथ चर्चा के बाद फिल्म को शीर्षक को बदलने समेत पांच बदलावों के साथ यू/ए प्रमाणपत्र दिया था। निमार्ताओं को डिस्क्लेमर जोड़ने के लिए कहा गया था, जिसमें से एक में सती के अभ्यास की प्रशंसा नहीं करने और ‘घूमर’ गीत में प्रासंगिक संशोधनों को चित्रित करना शामिल है। अंतिम बदलाव के संबंध में ‘पद्मावत’ टीम के साथ एक आधिकारिक संपर्क में सामने आया है कि अभी तक बदलाव नहीं किए गए हैं। फिल्म की रिलीज की तारीख की घोषणा ने फिल्म व्यापार मंडलियों में हलचल मचा दी है। फिल्म और व्यापार विशेषज्ञ गिरीश जौहर ने आईएएनएस को बताया, “‘पद्मावत’ के लिए यह जटिल स्थिति है। उनके पास रिलीज के लिए बहुत कम समय है और साथ ही कुछ राज्यों ने इसपर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसके अलावा करणी सेना का फिल्म को लेकर विरोध जारी है।” उन्होंने कहा, “हालांकि बॉक्स ऑफिस के नजरिए से देखा जाए तो दो बड़ी फिल्में ‘पद्मावत’ और ‘पैडमैन’ एक तारीख पर रिलीज हो रही है। वह सप्ताहांत बड़ा रहने वाला है। दर्शकों के पास दोनों फिल्मों में चुनाव करने का मौका है। जाहिर है कि जो बेहतर होगी, वह ज्यादा चलेगी।”
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