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#विश्वकर्मा जयंती कब हैं
blogalien · 3 years
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श्री विश्वकर्माजी की आरती : ॐ जय श्री विश्वकर्मा प्रभु, जय श्री विश्वकर्मा
श्री विश्वकर्माजी की आरती : ॐ जय श्री विश्वकर्मा प्रभु, जय श्री विश्वकर्मा
श्री विश्वकर्माजी की आरती हिंदी में  Shri Vishwakarma Ji Ki Aarti Hindi Me   हर विश्वकर्मा जयंती पर श्री विश्वकर्माजी की आरती हर क्षेत्र के शिल्पी अवश्य करते हैं ! श्री विश्वकर्माजी को देव शिल्पी, जगतकर्ता और शिल्पेश्वर आदी नामो से भी जाना जाता हैं ! विश्वकर्माजी के पिता का नाम वास्तुदेव तथा उनकी माता का नाम अंगिरसी हैं ! भगवान श्री विश्वकर्माजी की प्रमुख संतानों में बृहस्मति, नल-निल,संध्या,…
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studycarewithgsbrar · 2 years
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विश्वकर्मा पूजा 2022: विश्वकर्मा जयंती कब है? जानिए पूजा का समय, विषय-वस्तु और महत्व - पंजाब समाचार नवीनतम पंजाबी समाचार अपडेट आज
विश्वकर्मा पूजा 2022: विश्वकर्मा जयंती कब है? जानिए पूजा का समय, विषय-वस्तु और महत्व – पंजाब समाचार नवीनतम पंजाबी समाचार अपडेट आज
विश्वकर्मा पूजा 2022 दिनांक और समय: विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर 2022 (विश्वकर्मा जयंती 2022) को मनाई जाएगी। हर साल अश्विन महीने में कन्या संक्रांति के दिन, ब्रह्मांड के पहले शिल्पकार, शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाती है। विश्वकर्मा जयंती पर लोग अपने संस्थानों, कारखानों में औजारों और मशीनों की पूजा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान विश्वकर्मा ने देवताओं के हथियार (त्रिशूल, सुदर्शन चक्र…
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uknewsnetwork · 3 years
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विश्वकर्मा की पूजा हर वर्ष सितंबर माह में ​की जाती है। इस माह में विश्वकर्मा पूजा या भगवान विश्वकर्मा की जयंती मनाई जाती है। देवताओं के शिल्पी, निर्माण और सृजन के देवता कहे जाते हैं भगवान विश्वकर्मा। विश्वकर्मा पूजा के दिन विशेष तौर पर औजारों, निर्माण कार्य से जुड़ी मशीनों, दुकानों, कारखानों आदि की पूजा की जाती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विश्वकर्मा की कृपा से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, व्यापार में तरक्की और उन्नति होती है। जो भी कार्य प्रारंभ किए जाते हैं, वे पूरे होते हैं। भगवान विश्वकर्मा को संसार का पहला इंजीनियर भी कहा जाता है। आइए जानते हैं इस वर्ष कब है विश्वकर्मा पूजा?
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chaitanyabharatnews · 4 years
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पृथ्वी के प्रथम शिल्पकार हैं भगवान विश्वकर्मा, विधि विधान से पूजन करने से घर और दुकान में आती है सुख-समृद्धि
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चैतन्य भारत न्यूज भगवान विश्वकर्मा को निर्माण और सृजन का देवता माना जाता है। उन्हें दुनिया का सबसे पहला इंजीनियर भी कहा जाता है। हर साल शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा पूजा का त्योहार मनाते हैं। विश्वकर्मा पूजा का पर्व कन्या संक्रांति के दिन मनाया जाता है जो इस बार 16 सितंबर को है। इसे विश्वकर्मा जयंती भी कहा जाता है।
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कहा जाता है कि भगवान विश्वकर्मा ने ही देवी-देवताओं के लिए अस्त्रों, शस्त्रों, भवनों और मंदिरों का निर्माण किया था। पुराणों के मुताबिक, उन्होंने ही सृष्टि की रचना में भगवान ब्रह्मा की सहायता की जिसके बाद से उन्हें दुनिया का पहला शिल्पकार माना जाता है। बात दें शिल्पकार खासकर इंजीनियरिंग काम में लगे लोग उन्हें अपना आराध्य मानते हैं और उनकी पूजा करते हैं। आइए जानते हैं विश्वकर्मा पूजा का महत्व और पूजा-विधि। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
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विश्वकर्मा पूजा का महत्व ऐसा कहा जाता है कि भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने से मशीनें और औजार जल्दी खराब नहीं होते, क्योंकि भगवान विश्वकर्मा की कृपा उन पर बनी रहती है। यूपी, बिहार, दिल्ली, हरियाणा, पश्चिम बंगाल में प्रमुख रूप से विश्वकर्मा पूजा की जाती है। धन-धान्य और सुख-समृद्धि के लिए भगवान विश्वकर्मा की पूजा करना आवश्यक और मंगलदायी है। भगवान विश्वकर्मा के यथ��विधि पूजन करने से घर और दुकान में सुख-समृद्धि आती है।
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विश्वकर्मा पूजा-विधि सुबह जल्दी उठकर स्नानादि करने के बाद अच्छे कपड़े पहनकर भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति या तस्वीर के सामने बैठ जाएं। इसके बाद भगवान विश्वकर्मा की अक्षत, हल्दी, फूल, पान, लौंग, सुपारी, मिठाई, फल, धूप दीप और रक्षासूत्र आदि से विधिवत पूजा करें। पूजा के बाद सभी हथियारों को हल्दी चावल लगाएं। इसके बाद कलश को हल्दी चावल व रक्षासूत्र चढ़ाएं। इसके बाद पूजा मंत्रों का उच्चारण करें। पूजा संपन्न होने के बाद कार्यालय के सभी कर्मचारियों और आस पड़ोस  के लोगों को प्रसाद वितरण करें। ये भी पढ़े... सितंबर महीने में आने वाले हैं ये प्रमुख तीज-त्योहार, जानिए कब से शुरू हो रही नवरात्रि सबसे पहले इन्होंने किया था श्राद्ध, जानिए इसकी शुरुआत की कहानी पितृ पक्ष में इन चीजों का दान माना गया है महादान, पूर्वज भी होते हैं प्रसन्न Read the full article
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blogalien · 3 years
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श्री विश्वकर्मा जी चालीसा : जय श्री विश्वकर्म भगवाना, जय विश्वेश्वर कृपा निधाना I
श्री विश्वकर्मा जी चालीसा : जय श्री विश्वकर्म भगवाना, जय विश्वेश्वर कृपा निधाना I
विश्वकर्मा चालीसा हिंदी में  Shri Vishwakarma Chalisa In Hindi   सनातन धर्म में श्री विश्वकर्मा जी को निर्माण एवं सृजन का देवता माना जाता हैं। इसलिये श्री विश्वकर्मा जी चालीसा का पाठ हर वर्ग के लोगो को करना चाहिए ! शाश्त्रोनुसार मान्यता है कि स्वर्ण लंका का निर्माण श्री विश्वकर्मा जी ने ही किया था ! -: अन्य चालीसा संग्रह :- करणी माता का चालीसा शीतला माता का चालीसा माँ अन्नपूर्णा चालीसा श्री…
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studycarewithgsbrar · 2 years
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विश्वकर्मा जयंती 2022 तिथि: विश्वकर्मा जयंती कब? ध्यान दें तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि - पंजाब न्यूज़ लेटेस्ट पंजाबी न्यूज़ अपडेट आज
विश्वकर्मा जयंती 2022 तिथि: विश्वकर्मा जयंती कब? ध्यान दें तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि – पंजाब न्यूज़ लेटेस्ट पंजाबी न्यूज़ अपडेट आज
विश्वकर्मा जयंती 2022 तिथि: हिंदू धर्म में भगवान विश्वकर्मा का जन्मदिन बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह एक धार्मिक मान्यता है कि भगवान विश्वकर्मा दुनिया के पहले हस्तशिल्प कलाकार हैं। उनका जन्म कन्या संक्रांति के दिन हुआ था। इसलिए हर साल उनकी जन्मतिथि पर विश्वकर्मा जयंती मनाई जाती है। इस वर्ष विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर 2022, शनिवार को मनाई जाएगी। इस दिन सिद्धयोग भी किया जाता है। ऐसे योग में भगवान…
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chaitanyabharatnews · 5 years
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2020 में आने वाले हैं ये प्रमुख तीज त्योहार, यहां देखें पूरे साल की लिस्ट
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चैतन्य भारत न्यूज साल 2020 यानी नए साल के आते ही हर कोई जानना चाहता है कि कौन-सा त्योहार कब पड़ रहा है। इसलिए हम आपको वैदिक ज्योतिष कैलेंडर के अनुसार साल 2020 में पड़ने वाले त्योहार और व्रत की तारीख के बारे में बता रहे हैं। तो आइए जानते हैं इस नववर्ष में कौन सा त्योहार कब पड़ेगा? (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); जनवरी 2020 के त्योहार 6 जनवरी, सोमवार पौष पुत्रदा एकादशी 10 जनवरी, शुक्रवार  पौष पूर्णिमा 11 जनवरी,शनिवार  चंद्र ग्रहण 13 जनवरी,सोमवार  सकट चौथ 15 जनवरी,बुधवार  मकर संक्रांति, पोंगल 20 जनवरी, सोमवार  षट्तिला एकादशी 23 जनवरी, गुरुवार मासिक शिवरात्रि 24 जनवरी, शुक्रवार मौनी अमावस्या 29 जनवरी, बुधवार वसंत पंचमी फरवरी 2020 के त्योहार 1 फरवरी, शनिवार  रथ सप्तमी 2 फरवरी, रविवार  भीष्म अष्टमी 5 फरवरी,बुधवार  जया एकादशी 9 फरवरी,रविवार  माघ पूर्णिमा 13 फरवरी, गुरुवार  कुंभ संक्रांति 19 फरवरी, बुधवार  विजया एकादशी 20 फरवरी, गुरुवार प्रदोष व्रत (कृष्ण) 21 फरवरी, बुधवार महाशिवरात्रि 23 फरवरी, रविवार फाल्गुन अमावस्या मार्च 2020 के त्योहार 6 मार्च, शुक्रवार  आमलाकी एकादशी 9 मार्च, सोमवार  छोटी होली, होलिका दहन, फाल्गुन पूर्णिमा 10 मार्च, मंगलवार  होली 14 मार्च, शनिवार मीन संक्रांति 16 मार्च,सोमवार  शीतला अष्टमी, बसोड़ा 19 मार्च,गुरुवार  पापमोचनी एकादशी 21 मार्च, शनिवार प्रदोष व्रत (कृष्ण) 22 मार्च, रविवार मासिक शिवरात्रि 24 मार्च, मंगलवार चैत्र अमावस्या 25 मार्च, बुधवार  चैत्र नवरात्रि प्रारंभ, गुडी पडवा 27 मार्च, शुक्रवार  गौरी पूजा, गणगौर 30 मार्च, सोमवार  यमुना छठ अप्रैल 2020 के त्योहार 2 अप्रैल, गुरुवार  राम नवमी, स्वामी नारायण जयंती 3 अप्रैल, शुक्रवार चैत्र नवरात्रि पारणा 4 अप्रैल, शनिवार  कामदा एकादशी 5 अप्रैल रविवार प्रदोष व्रत (शुक्ल) 8 अप्रैल, बुधवार  हनुमान जयंती, चैत्र पूर्णिमा 10 अप्रैल, शुक्रवार  गुड फ्राइडे 11 अप्रैल, शनिवार संकष्टी चतुर्थी 13 अप्रैल, सोमवार मेष संक्रांति 18 अप्रैल,शनिवार  वरुथिनी एकादशी 20 अप्रैल,सोमवार प्रदोष व्रत (कृष्ण) 21 अप्रैल,मंगलवार मासिक शिवरात्रि 22 अप्रैल,बुधवार वैशाख अमावस्या 25 अप्रैल,शनिवार  परशुराम जयंती 26 अप्रैल, रविवार  अक्षय तृतीया 30 अप्रैल,गुरुवार  गंगा सप्तमी मई 2020 के त्योहार 2 मई,शनिवार  सीता नवमी 3 मई,रविवार  मोहिनी एकादशी 4 मई,सोमवार  गौण मोहिनी एकादशी 5 मई, मंगलवार प्रदोष व्रत (शुक्ल) 7 मई, गुरुवार  वैशाख पूर्णिमा, बुद्ध पूर्णिमा 10 मई, रविवार संकष्टी चतुर्थी 8 मई,शुक्रवार  नारद जयंती 14 मई,गुरुवार  वृषभ संक्रांति 18 मई,सोमवार  अपरा एकादशी 19 मई, मंगलवार प्र��ोष व्रत (कृष्ण) 20 मई, बुधवार मासिक शिवरात्रि 22 मई,शुक्रवार  शनि जयंती, वट सावित्री व्रत 24 मई,रविवार  ईद उल फितर जून 2020 के त्योहार 1 जून, सोमवार  गंगा दशहरा 2 जून, मगलवार  निर्जला एकादशी 3 जून, बुधवार प्रदोष व्रत (शुक्ल) 5 जून, शुक्रवार  ज्येष्ठ पूर्णिमा, वट पूर्णिमा व्रत 6 जून,शनिवार  चंद्र ग्रहण 8 जून, सोमवार संकष्टी चतुर्थी 14 जून, रविवार  मिथुन संक्रांति 17 जून, बुधवार  योगिनी एकादशी 18 जून, गुरुवार प्रदोष व्रत (कृष्ण) 19 जून, शुक्रवार मासिक शिवरात्रि 21 जून, रविवार  सूर्य ग्रहण 23 जून, मंगलवार  जगन्नाथ रथ यात्रा जुलाई के त्योहार 1 जुलाई, गुरुवार  देवशयनी एकादशी 2 जुलाई गुरुवार प्रदोष व्रत (शुक्ल) 5 जुलाई, रविवार अषाढ़ पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा, चंद्र ग्रहण 16 जुलाई, गुरुवार कमिका एकादशी, कर्क संक्रांति 8 जुलाई, बुधवार संकष्टी चतुर्थी 16 जुलाई, गुरुवार कामिका एकादशी , कर्क संक्रांति 18 जुलाई, शनिवार मासिक शिवरात्रि , प्रदोष व्रत (कृष्ण) 20 जुलाई, सोमवार  सोमवती अमावस्या 23 जुलाई,गुरुवार  हरियाली तीज 25 जुलाई, शनिवार  नाग पंचमी 30 जुलाई,गुरुवार  श्रावण पुत्रदा एकादशी अगस्त 2020 के त्योहार 1 अगस्त,शनिवार प्रदोष व्रत (शुक्ल) 3 अगस्त, सोमवार  श्रावण पूर्णिमा, रक्षाबंधन, राखी, गायत्री जयंती 6 अगस्त, मंगलवार  कजरी तीज 7 अगस्त, शुक्रवार संकष्टी चतुर्थी 11 अगस्त, मंगलवार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 12 अगस्त, बुधवार जन्माष्टमी 15 अगस्त,शनिवार  अजा एकादशी 16 अगस्त,रविवार  सिंह संक्रांति 17 अगस्त, सोमवार मासिक शिवरात्रि 19 अगस्त, बुधवार भाद्रपद अमावस्या 21 अगस्त, शुक्रवार हरतालिका तीज 22 अगस्त, शनिवार  गणेश चतुर्थी 23 अगस्त, रविवार  ऋषि पंचमी 26 अगस्त, बुधवार  राधाष्टमी 29 अगस्त, शनिवार परस्व एकादशी 30 अगस्त, प्रदोष व्रत (शुक्ल) 31 अगस्त, सोमवार  ओणम सितंबर 2020 के त्योहार 1 सितम्बर, मंगलवार  अनंत चतुर्दशी, गणेश विसर्जन 2 सितम्बर,बुधवार     भाद्रपद पूर्णिमा, पितृ पक्ष प्रारंभ 5 सितम्बर, शनिवार संकष्टी चतुर्थी 13 सितम्बर,रविवार    इंदिरा एकादशी 15 सितम्बर, मंगलवार मासिक शिवरात्रि , प्रदोष व्रत (कृष्ण) 16 सितम्बर, बुधवार   कन्या संक्रांति, विश्वकर्मा पूजा 17 सितम्बर, गुरुवार   सर्व पितृ अमावस्या 18 सितम्बर,शुक्रवार    मुहर्रम 27 सितम्बर,रविवार    पद्मीनी एकादशी 29 सितम्बर, मंगलवार प्रदोष व्रत (शुक्ल) अक्टूबर 2020 के त्योहार 1 अक्टूबर, गुरुवार  आश्विन अधिक पूर्णिमा 5 अक्टूबर, सोमवार संकष्टी चतुर्थी 13 अक्टूबर,शनिवार  परम एकादशी 14 अक्टूबर, बुधवार प्रदोष व्रत (कृष्ण) 15 अक्टूबर,गुरुवार मासिक शिवरात्रि 16 अक्टूबर, शुक्रवार अमावस्या 17 अक्टूबर, शारदीय  नवरात्रि प्रारंभ, तुला संक्रांति 21 अक्टूबर, बुधवार कल्परम्भ 24 अक्टूबर,शनिवार   दुर्गा अष्टमी, महानवमी 25 अक्टूबर,रविवार    दशहरा, विजयादशमी 27 अक्टूबर, मंगलवार  पापांकुशा एकादशी 30 अक्टूबर, शुक्रवार   कोजागरी पूजा, शरद पूर्णिमा नवंबर 2020 के त्योहार 4 नवबंर, बुधवार  करवा चौथ 8 नवबंर, रविवार अहोई अष्टमी 11 नवबंर, बुधवार रमा एकादशी 12 नवबंर, गुरुवार गोवत्स द्वादशी 13 नवबंर, शुक्रवार  धनतेरस, काली चौदस 14 नवबंर, शनिवार  नरक चतुर्दशी, दिवाली, लक्ष्मी पूजा 15 नवबंर, रविवार गोवर्धन पूजा 16 नवबंर, सोमवार  भैया दूज, वृश्चिक संक्रांति 20 नवबंर, शुक्रवार छठ पूजा 24 नवबंर, मंगलवार  कंस वध 25 नवबंर, बुधवार  देव उठनी एकादशी 26 नवबंर, गुरुवार  तुलसी विवाह 30 नवबंर, सोमवार  कार्तिक पूर्णिमा, चंद्र ग्रहण दिसंबर 2020 के त्योहार 7 दिसंबर,  सोमवार   काल भैरव जयंती 10 दिसंबर, गुरुवार   उत्पन्ना एकादशी 11 दिसंबर, शुक्रवार  गौण उत्पन्ना एकादशी 14 दिसंबर, सोमवार  सोमवती अमावस्या, सूर्य ग्रहण 15 दिसंबर, मंगलवार  मलमास प्रारंभ 25 दिसंबर, शुक्रवार   क्रिसमस 30 दिसंबर,  बुधवार  मार्गशीर्ष पूर्णिमा ये भी पढ़े... वार्षिक राशिफल 2020: जानिए नए साल में किसकी चमकेगी किस्मत और किसे करना पड़ेगा मुसीबतों का सामना ये है भगवान गणेश का अनोखा मंदिर, जहां चोर करते थे चोरी के माल का बंटवारा, बप्पा को भी देते थे हिस्सा इस देश में भभकते ज्वालामुखी पर पिछले 700 साल से विराजमान हैं भगवान गणेश Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years
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सितंबर महीने में आने वाले हैं ये प्रमुख तीज-त्योहार, जानिए कब से शुरू हो रही नवरात्रि
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चैतन्य भारत न्यूज आज से सितंबर माह की शुरुआत हो चुकी है। इसी के साथ हिंदू धर्म के पर्व व त्योहारों का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। सितंबर के पूरे माह लोग उत्सव व पर्वों का आनंद लेंगे। इस महीने को त्योहारों और पूजा-पाठ का महीना कहा जाता है। आज हम आपको बताने वाले हैं सिंतबर माह में आने वाले व्रत और त्योहारों की पूरी लिस्ट के बारे में। सितंबर माह में आने वाले मुख्य त्योहार 1 सितंबर- सामवेद उपाकर्म, वराह जयंती, गौरी हब्बा, हरतालिका तीज व्रत 2 सितंबर- विनायक गणेश चतुर्थी व्रत 3 सितंबर- ऋषि पंचमी व्रत, अरुंधति सहित सप्तऋषि पूजा, सांत्वसरी 4 पक्ष जैन, रक्षा पंचमी, गुरु पंचमी 4 सितंबर- सूर्य षष्ठी व्रत, चर्पटा षष्ठी, स्कन्द षष्ठी 5 सितंबर- मुक्ताभरण संतान सप्तमी व्रत, अपराजिता पूजा, ललिता सप्तमी, गौरी आवाहन 6 सितंबर- मासिक दुर्गाष्टमी, राधाष्टमी, महालक्ष्मी व्रत आरंभ, दूर्वा अष्टमी, गौरी पूजा 7 सितंबर- महानंदा नवमी, गौरी विसर्जन 8 सितंबर- दशावतार व्रत, महा रविवार व्रत 9 सितंबर- परिवर्तिनी एकादशी व्रत, डोल ग्यारस, जलझूलनी एकादशी 10 सितंबर- वामन जयंती, कल्की द्वादशी, भुवनेश्वरी जयंती, शुक्र पश्चिम में उदय, मुहर्रम-ताजिया 11 सितंबर- प्रदोष व्रत, ओणम 12 सितंबर- अनंत चतुर्दशी, गणेश विसर्जन 13 सितंबर- पूर्णिमा व्रत, पूर्णिमा श्राद्ध 14 सितंबर- भाद्रपद पूर्णिमा, महालय पितृपक्ष श्राद्ध शुरू, प्रतिपदा श्राद्ध 15 सितंबर- आश्विन प्रारंभ उत्तर, फसली नव वर्ष आरंभ 17 सितंबर- संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत, विश्वकर्मा पूजा, कन्या संक्रांति, तृतीया श्राद्ध 18 सितंबर- महाभरणी, चतुर्थ श्राद्ध 19 सितंबर- चंद्र षष्ठी, पंचमी श्राद्ध 20 सितंबर- षष्ठी श्राद्ध 21 सितंबर- श्री महालक्ष्मी व्रत, सप्तमी श्राद्ध, कालाष्टमी, रोहिणी व्रत 22 सितंबर- जीवित्पुत्रिका (जितिया) व्रत, अष्टमी श्राद्ध 23 सितंबर- नवमी श्राद्ध, शरद कालीन समाप्त 24 सितंबर- दशमी श्राद्ध 25 सितंबर- इंदिरा एकादशी व्रत, द्वादशी श्राद्ध 26 सितंबर- प्रदोष व्रत, त्रयोदशी श्राद्ध, मघा श्राद्ध, 27 सितंबर- मासिक शिवरात्रि व्रत, शिव चतुर्दशी व्रत, चतुर्दशी श्राद्ध 28 सितंबर- आश्विन अमावस्या, पितृ विसर्जन, महालय अमावस्या, तर्पण दिन, हस्त के सूर्य, सर्वपितृ अमावस्या 29 सितंबर- नवरात्रि आरंभ, चंद्र-दर्शन, घटस्थापना, महाराजा अग्रसेन जयंती ये भी पढ़े... गणेश चतुर्थी : इन चीजों को अर्पित करने से खुश होते हैं बप्पा, पूरी होती है सभी मनोकामनाएं दरिद्रता से बचना चाहते हैं तो गणेश चतुर्थी पर भूलकर भी न करें ये गलतियां इस बार गणेश चतुर्थी पर बन रहा है यह विशेष संयोग, इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा-अर्चना Read the full article
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