#विवाह
Explore tagged Tumblr posts
Text
sex kis din karna chahiye
Sex Kis Din Karna Chahiye?
सेक्स एक व्यक्तिगत अनुभव है, और इसके लिए कोई निश्चित "दिन" नहीं होता है। हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियाँ और समय होते हैं, जब सेक्स करना अधिक सुखद और सुरक्षित हो सकता है। यहाँ कुछ बिंदु दिए गए हैं, जो सेक्स करने के उपयुक्त समय को दर्शाते हैं:
1. जब दोनों पार्टनर मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार हों
सेक्स तभी होना चाहिए जब दोनों पार्टनर शारीरिक और मानसिक रूप से इसके लिए ��ैयार महसूस करें।
आपसी सहमति और भावनात्मक जुड़ाव सबसे महत्वपूर्ण हैं।
2. आरामदायक और तनावमुक्त समय
सेक्स के लिए ऐसा समय चुनें जब आप दोनों आरामदायक और तनावमुक्त महसूस कर रहे हों।
छुट्टी के दिन, वीकेंड, या जब आपके पास एक दूसरे के लिए समय हो, तब सेक्स का अनुभव बेहतर हो सकता है।
अगर दोनों पार्टनर थके हुए हैं या तनाव में हैं, तो सेक्स से बचना चाहिए।
3. खास अवसरों पर
विवाह की सालगिरह, जन्मदिन, या स्पेशल डेट नाइट्स पर सेक्स करने से रोमांटिक माहौल बनता है।
यह समय आपके रिश्ते को और भी खास बना सकता है और भावनात्मक जुड़ाव को मजबूत करता है।
4. जब शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा हो
शारीरिक स्वास्थ्य का अच्छा होना सेक्स के लिए महत्वपूर्ण है।
अगर आप या आपका पार्टनर बीमार हैं, थकावट महसूस कर रहे हैं या किसी शारीरिक समस्या से जूझ रहे हैं, तो इस समय सेक्स से बचना चाहिए।
5. ओव्यूलेशन के समय (गर्भवती होने के लिए)
यदि आप गर्भवती होना चाहते हैं, तो ओव्यूलेशन का समय सबसे उपयुक्त होता है। यह समय गर्भधारण की संभावना को बढ़ाता है।
ओव्यूलेशन का समय सामान्यतः माहवारी के मध्य में होता है, लेकिन आप इसे ट्रैक करने के लिए ओव्यूलेशन किट का उपयोग कर सकते हैं।
6. रात का समय
रात का समय अक्सर शारीरिक संबंधों के लिए अधिक उपयुक्त होता है क्योंकि दोनों पार्टनर आराम से एक-दूसरे के साथ समय बिता सकते हैं।
दिन भर की थकान के बाद, रात का समय सेक्स को अधिक रोमांटिक और सहज बना सकता है।
7. जब आपसी भावनात्मक जुड़ाव हो
सेक्स का सबसे अच्छा समय वह होता है जब दोनों पार्टनर भावनात्मक रूप से एक-दूसरे से जुड़े होते हैं।
प्यार, समझ, और आपसी विश्वास के बिना सेक्स अनुभव को प्रभावित कर सकता है।
Click here to Read A Blog- शारीरिक संबंध कब नहीं बनाना चाहिए ?
निष्कर्ष
सेक्स का सबसे अच्छा समय वह होता है जब दोनों पार्टनर मानसिक, शारीरिक, और भावनात्मक रूप से इसके लिए तैयार हों। सही समय का चुनाव आपको और आपके पार्टनर को संतुष्टि और खुशी का अनुभव कराता है। हमेशा सहमति, स्वास्थ्य, और भावनात्मक जुड़ाव का ध्यान रखें।
#सहमत#सेक्स_संब��ध#भावनात्मक_जुड़ाव#स्वास्थ्य#सुरक्षित_सेक्स#समय_चुनना#रोमांस#विवाह#आपसी_समझ#शारीरिक_स्वास्थ्य
0 notes
Text
PavitraJyotishDotcom: ज्योतिष के साथ बेहतर भविष्य की ओर
भारत की प्रमुख ज्योतिषीय वेबसाइट पवित्र ज्योतिष में आपका स्वागत है। पंडित उमेश चंद्र पंत और उनकी टीम के अनुभवी ज्योतिषी, करियर, विवाह, स्वास्थ्य और अन्य जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर सटीक सलाह और उपाय प्रदान करते हैं। वैदिक ज्योतिष में आधारित हमारे समाधान आपकी जीवन की चुनौतियों को आसान बना सकते हैं। वर्ष 2000 से सेवाएं प्रदान करते हुए, हम आपके लिए दैनिक राशिफल, मासिक ज्योतिषीय सलाह और व्यक्तिगत परामर्श की सुविधा भी उपलब्ध कराते हैं।
#पवित्र_ज्योतिष#PavitraJyotish#करियर#शिक्षा#वित्त#विवाह#प्रेम#CareerHoroscope#PersonalHoroscope#EducationHoroscope#LoveHoroscope#Marriagehoroscope#BestJyotishInDelhi#Astrologer
0 notes
Text
इस गांव में मक्खियों के कारण लड़कों की नहीं हो रही विवाह, वजह जान चौक जाएंगे
विवाह किसी के भी जिंदगी की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है. कई बार लोगों की विवाह के रुकने की कई वजहें होती हैं. लेकिन सोचिए किसी की शादी घर की मक्खियों (bees) की वजह से नहीं हो रही हो तो यह काफी चौंकाने वाली बात होगी. एक ऐसी घटना सामने आई है जिसमें एक गांव के लड़कों की शादी इसलिए नहीं हो रही है क्योंकि मक्खियां ऐसा नहीं होने दे रही हैं. अगर आप इसका डिटेल कारण जानेंगे तो आपको यकीन नहीं…
View On WordPress
0 notes
Text
Aaj ka Rashifal 5 May 2023: विवाह समारोह में पार्टनर से मुलाकात होगी
Aaj ka Rashifal 5 May 2023 सेहत के मामलों को छोड़कर आज का दिन भाग्यशाली है। माता और संतान का स्वास्थ्य भी आपको थोड़ा परेशान मेष राशि, 5 मई 2023 राशिफल। आज ऑफिस में सहकर्मियों का सहयोग आपको मिलेगा। काम समय पर पूरा हो जाएगा। आपके सकारात्मक विचार किसी व्यक्ति को प्रभावित कर सकते हैं। आज आपकी छोटी सी मदद किसी के लिए बहुत फायदेमंद रहेगी। वृषभ राशि, 5 मई 2023 राशिफल सेहत के मामलों को छोड़कर आज का दिन…
View On WordPress
#2023#aaj#Aaj ka Rashifal 5 May 2023#Aaj ka Rashifal 5 May 2023: विवाह समारोह में पार्टनर से मुलाकात होगी#may#Rashifal#एस्ट्रो#पार्टनर#मुलाकात#में#विवाह#समारोह#से#होगी
0 notes
Text
Mukhymantri Kanya Vivah Yojana 2023 : मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के लिए आवेदन शुरू
Mukhymantri Kanya Vivah Yojana 2023 : नमस्कार दोस्तों अगर आप बिहार के निवासी हैं तो आपके लिए बिहार सरकार द्वारा लड़कियों के विवाह के लिए एक योजना चलाई जाती है इस योजना का नाम है मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना इस योजना के अंतर्गत कन्याओं के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है बिहार सरकार द्वारा लड़कियों की शादी, जिसके लिए आप मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना 2023 के बारे में पूरी तरह से आवेदन कर सकते…
View On WordPress
#2023#bihar#corner#kanya#mukhymantri#vivah#yojana#आवेदन#कन्या#के#मुख्यमंत्री#योजना#योजनायें#लिए#विवाह#शुरू#सरकारी
1 note
·
View note
Text
#संतरामपालजीके_परोपकारी_कार्य
संत रामपाल जी महाराज दहेज जैसी कुरीति को जड़ से खत्म करने के साथ-साथ जातीय, धार्मिक भेदभाव, छुआछूत, मृत्यु भोज व नशे जैसी अन्य बुराइयों को समाज से ख़त्म कर रहे हैं। जिससे एक स्वच्छ समाज का निर्माण हो रहा है।
#SantRampalJiMaharaj
#santrampaljiquotes#santrampalji is trueguru#santrampaljimaharaj#across the spiderverse#succession#satlokashram#supreme god kabir#दहेज मुक्त विवाह
2 notes
·
View notes
Text
#दहेज_मुक्त_विवाह
*✰627 वें कबीर साहेब प्रकट दिवस के अवसर पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य मे सतलोक आश्रम बैतूल में हुआ सैकड़ों दहेज रहित विवाह✰*
2 notes
·
View notes
Text
2 notes
·
View notes
Text
🎙️दहेज जैसी बुराई का होगा अब जड़ से खात्मा
संत रामपाल जी महाराज नहीं चाहते कि किसी बहन - बेटी की हत्या दहेज के कारण हो।
इसलिए उनके सानिध्य में बिना कुछ लेन देन किए हज़ारों दहेज मुक्त शादियां की गई। जिनसे प्रेरणा लेकर समाज तेजी से उनका अनुसरण कर रहा है।
#दहेज मुक्त विवाह#धरती ऊपर स्वर्ग“धरती ऊपर स्वर्ग” पुस्तक के माध्यम से संत रामपाल जी महाराज ने दहेज कुप्रथा के स
2 notes
·
View notes
Text
#FreedomFromEvilsSant Rampal Ji Maharaj#संत रामपाल जी महाराज द्वारा दी गयी अद्भुत विवाह व्यवस्था से हो रहा है दहेज रूपी राक्षस का खात्म
2 notes
·
View notes
Text
0 notes
Text
Vrindavan: जाते-जाते डॉ. विशाखा त्रिपाठी जी कर गईं 14,000 जरूरतमंदों की सहायता
वृंदावन में हाल ही में डॉ. विशाखा त्रिपाठी जी की अध्यक्षता में जगद्गुरु कृपालु परिषद ने एक विशाल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान करीब 14,000 जरूरतमंदों को ठंड से बचने की और दैनिक जीवन में इस्तेमाल लायक चीजें दी गईं। इस कार्यक्रम का आयोजन बीते 19 से 22 नवंबर के बीच हुआ। लेकिन चार दिन के इस विशाल वितरण कार्यक्रम के दो दिन बाद 24 नवंबर 2024 की सुबह, एक दुःखद सड़क हादसे में डॉ. विशाखा त्रिपाठी जी ने अपना देह त्याग दिया।
यह आयोजन श्री वृन्दावन धाम स्थित प्रेम मंदिर और बरसाना स्थित कीर्ति मंदिर में किया गया था। 19 और 20 नवंबर को श्री वृन्दावन धाम स्थित प्रेम मंदिर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में 5,000 गरीबों और 4,000 निराश्रित विधवा माताओं को राहत सामग्री दी गई। इस कार्यक्रम में जगद्गुरु कृपालु परिषद की अध्यक्ष डॉ. विशाखा त्रिपाठी जी ने इस सहायता सामग्री के वितरण का नेतृत्व किया।
डॉ. विशाखा के साथ जगद्गुरु कृपालु महाराज की बेटियों और उनकी बहनों व जगद्गुरु कृपालु परिषद की दूसरी अध्याक्षों डॉ. श्यामा त्रिपाठी जी और डॉ. कृष्णा त्रिपाठी जी ने भी सामग्री वितरित की। जयघोष के बीच संपन्न हुए इस आयोजन में ला��ार्थियों ने परिषद की सेवा भावना को सराहा और आभार जताया। यह वितरण समारोह हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के ठीक बाद आयोजित किया जाता है, ताकि ब्रजवासियों को ठंड के प्रकोप से बचाया जा सके और साथ ही साथ दैनिक उपयोग की सामग्री भी मुहैया कराई जा सके।
#kripalu maharaj#kripalu maharaj followers#kripalu ji#kripaluji Maharaj Hindi#Kripaluji Maharaj daughter#कृपालु महाराज का आश्रम#कृपालु महाराज विवाह दिनांक#कृपालु महाराज के भजन#कृपालु महाराज का जीवन परिचय#कृपालु महाराज के प्रवचन#जगद्गुरु कृपालु महाराज
1 note
·
View note
Text
डॉ. विशाखा त्रिपाठी का निधन: कैसे जगद्गुरु कृपालु जी महाराज की बेटी ने आगे बढ़ाये जन-कल्याण कार्य
जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज जैसे संत इस धरती पर कई शताब्दियों में एक बार आते हैं। श्री कृपालु जी महाराज ने 1922 में उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गाँव में जन्म लिया और 16 वर्ष की आयु से ही भगवान् का धुआँधार प्रचार प्रारम्भ कर दिया। 91 वर्षों के अपने जीवन काल में उन्होनें भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में वेदों-शास्त्रों के ज्ञान का भंडार खोल दिया। आध्यात्मिक उन्नति के साथ-साथ उन्होनें लोगों की सामाजिक एवं शारीरिक उन्नति के लिए भी कई सराहनीय प्रयास किये, जिन्हें उनकी ज्येष्ठा सुपुत्री डॉ. विशाखा त्रिपाठी जी ने बहुत लगन के साथ आगे बढ़ाया।
जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज ने साल 2002 में जगद्गुरु कृपालु परिषत् की बागडोर अपनी तीनों सुपुत्रियों - डॉ. विशाखा त्रिपाठी जी, डॉ. श्यामा त्रिपाठी जी और डॉ. कृष्णा त्रिपाठी जी के हाथों में सौंप दी थी। इसी क्रम में डॉ. विशाखा त्रिपाठी जगद्गुरु कृपालु परिषत् और मनगढ़, कुंडा स्थित भक्ति मंदिर की अध्यक्ष्या नियुक्त की गयीं। तब ही से उन्होंने जीवों के आध्यात्मिक एवं भौतिक उत्थान के अपने जगद्गुरु पिता के लक्ष्य को पूरा करने के प्रयास में अपना पूरा जीवन लगा दिया।
#कृपालु महाराज का आश्रम#कृपालु महाराज का जीवन परिचय#कृपालु महाराज के प्रवचन#कृपालु महाराज के भजन#कृपालु महाराज विवाह दिनांक#kripalu ji#kripalu maharaj#kripalu maharaj followers#kripaluji maharaj hindi#kripaluji maharaj daughter
0 notes