#वार्मअप सामना
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Joan Gamper Trophy: Monaco ने Barcelona के 3-0 से हराकर रचा इतिहास
Barcelona का पांचवां और अंतिम मुकाबला हार के साथ समाप्त हुआ। सोमवार की रात को मोंटजुइक ओलंपिक स्टेडियम में वार्षिक जोआन गैम्पर ट्राॅफी में एएस मोनाको से 3-0 से हार का सामना करना पड़ है। प्रदर्शनी सत्र में हांसी फ्लिक के तहत सबसे कमजोर प्रदर्शन में, बार्सा ने वास्तवित मौके बनाने के लिए संघर्ष किया। कुछ खराब गोल खाए और शनिवार को वेलेंसिया के खिलाफ लीग ओपनर से पहले वार्मअप मुराबले में कही भी अच्छा…
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यू- १९ विश्वकपको वार्मअप खेलमा नेपालले वेस्टइन्डिजविरुद्ध टस जितेर पहिला बलिङ गर्दै
काठमाडौँ, २ माघ । आइसीसी यू- १९ विश्वकप खेल्न दक्षिण अफ्रिकामा रहेको नेपाली टिमले अभ्यास खेलमा आज वेस्टइन्डिजको सामना गर्दै छ । वेस्टइन्डिजविरुद्ध नेपालले टस जितेर पहिला बलिङ गर्ने भएको छ । योसँगै वेस्टइन्डिजले पहिला ब्याटिङ गर्ने भएको छ । यस अघि नेपालले खेलेको अफिसियल वार्मअप खेलमा स्कटल्याण्डलाई पराजित गरेको थियो । जनवरी १९ देखि शुरु हुने यस विश्वकपमा नेपाल समूह डी मा रहेको छ । यस समूहमा…
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भारत बनाम इंग्लैंड दूसरा वनडे लाइव स्कोर: लॉर्ड्स के खेल से पहले नेट्स में वार्मअप करते कोहली, IND सीरीज जीत पर मुहर लगाने के लिए
भारत बनाम इंग्लैंड दूसरा वनडे लाइव स्कोर: लॉर्ड्स के खेल से पहले नेट्स में वार्मअप करते कोहली, IND सीरीज जीत पर मुहर लगाने के लिए
IND vs ENG LIVE अपडेट: क्या प्रबंधन को कोहली के साथ जल्दबाजी करनी चाहिए? चूंकि विराट कोहली ने कमर में खिंचाव का सामना किया है, तो क्या भारत के पूर्व कप्तान को बीच में ले जाना समझदारी होगी? चलो एक नज़र डालते हैं: में एक रिपोर्ट के अनुसार पीटीआईग्रोइन स्ट्रेन आसानी से एक उचित आंसू में बढ़ सकता है यदि खिलाड़ी खुद को मोटी चीजों में ले जाता है। हम सभी जानते हैं कि कोहली स्ट्राइक रोटेट करने और तेजी से…
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जॉर्डन टोरुनरिघा नस्लवादी दुर्व्यवहार के बाद जर्मनी ने ओलंपिक के अनुकूल चलना बंद कर दिया
जॉर्डन टोरुनरिघा नस्लवादी दुर्व्यवहार के बाद जर्मनी ने ओलंपिक के अनुकूल चलना बंद कर दिया
जर्मनी की टीम अपने खिलाड़ी जॉर्डन तोरुनारिघा के साथ नस्लीय दुर्व्यवहार के बाद चली गई।© ट्विटर जर्मनी शनिवार की पूर्व संध्या के 85 मिनट के बाद चला गयाओलंपिक जॉर्डन टोरुनारिघा को नस्लवादी दुर्व्यवहार का सामना करने के बाद होंडुरास के साथ मित्रवत। 2016 के रजत पदक विजेताओं ने जापान के वाकायामा में मध्य अमेरिकियों की भूमिका निभाई, क्योंकि वे 22 जुलाई से शुरू होने वाले अपने खेल अभियान के लिए वार्मअप कर…
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Germany Walk Off Olympics Friendly After Jordan Torunarigha Racist Abuse | Football News
Germany Walk Off Olympics Friendly After Jordan Torunarigha Racist Abuse | Football News
जर्मनी की टीम अपने खिलाड़ी जॉर्डन तोरुनारिघा के साथ नस्लीय दुर्व्यवहार के बाद चली गई।© ट्विटर जर्मनी शनिवार की पूर्व संध्या के 85 मिनट के बाद चला गयाओलंपिक जॉर्डन टोरुनारिघा को नस्लवादी दुर्व्यवहार का सामना करने के बाद होंडुरास के साथ मित्रवत। 2016 के रजत पदक विजेताओं ने जापान के वाकायामा में मध्य अमेरिकियों की भूमिका निभाई, क्योंकि वे 22 जुलाई से शुरू होने वाले अपने खेल अभियान के लिए वार्मअप कर…
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जोड़ो के दर्द का घरेलू उपाय - Home remedy for joint pain in Hindi
Home remedy for joint pain in Hindi : दोस्तों आज हम आपको बताने वाले है। जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाने के कुछ घरेलू उपाय। साथ ही आप जानेंगे कि यह कैसे होता है? और क्यों होता है? हमारे जीवन की दिनचर्या में कहा गलती है? जिस कारण आपको इतनी परेशानी उठानी पड़ती है। यह बीमारी आज के समय में हर दो व्यक्ति को छोड़ तीसरे व्यक्ति में देखने को मिल जाता है। इसलिए जरूरी है कि हमें इसके बारे में पता हो और इसे बढ़ने से पहले ही रोक दिया जाए। तो आइए जानते हैं इसके बारे में…..
जोड़ो का दर्द क्या है ?
जोड़ो का दर्द वहां है। जो हमे घुटने, कोहिनी आदि में होती हैं। सरल भाषा में कहें तो जहा पर भी हमारे शरीर का जोड़ है। जैसे घुटने में जोड़ है ( जिससे हम अपने पैर को मोड़ पाते हैं।) यही जोड़ जोड़ो का दर्द कहलाता है। जब इसमें दर्द होता है। यह जोड़ो का दर्द अक्सर बुढ़ापे में बुजुर्ग लोगों को होता है, किन्तु आज के समय में यह बीमारी बुढ़ापे में नही अपितु किसी भी व्यक्ति को होने लगा है। जिसका कारण है। उचित खान पान का न होना या इसका ध्यान न रखना कि ज्यादा बार जोड़ो पर चोट लगने से यह जोड़ो का दर्द समय से पूर्व आपको हो सकता है। जोड़ों के दर्द का लक्षण : चलते समय जोड़ो का काम न करना। चलते समय जोड़ों में दर्द। थोड़ा सा हिलने - डुलने में भी जोड़ों में दर्द। आराम करते समय भी जोड़ो में दर्द। जोड़ो में मरोड़। शरीर में अकड़न। घुटने और बाकी के जोड़ो में दर्द। बाल और चेहरे में रूखापन। हाथ हिलने, पैर चलने में काफी तकलीफ़ का सामान करना । चौकड़ी मारकर बैठने में तकलीफ़ होना। शौचालय में बैठने में परेशानी का सामना करन���। यह सभी जोड़ों के दर्द के लक्षण हैं और ऐसे ओर न जाने और भी लक्षण हैं। इसलिए सही समय पर इसका इलाज जरूरी है। यदि आपको ऐसा कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
जोड़ो के दर्द के कारण : जोड़ो का दर्द तब होता हैं। जब वात और कफ जैसे दोष अपने चरम स्थिति में होते हैं। तब जोड़ो या घुटने, कोहिनी आदि का दर्द होता है। इस तरह के दर्द और भी बीमारियों की ओर ध्यान आकर्षित कराते हैं जैसे - जोड़ो का दर्द। घुटने का अर्थराइटिस। रूमेटाइड अर्थराइटिस। ऑस्टियोआर्थराइटिस। घुटने की चोट। मोच आना। झटका लगाना। जोड़ो के दर्द / घुटने के दर्द से बचाव के उपाय : इन जोड़ो और घुटने के दर्द से बचने के लिए बहुत ही सामान्य से उपाय है। जिसे हम रोजाना प्रयोग करें। तो इन बीमारियों से बचा जा सकता है। जोड़ों को चोट लगने से बचना चाहिए : अक्सर हम अपनी असावधानी के कारण जोड़ो पर चोट लगने देते हैं और फिर दर्द होता है। तो साधरण सी पैन किलर खा लेते हैं। हम इस बात का ध्यान भी नहीं देते कि अगर इस तरह चोट लगती रही तो हमारे जोड़ो कमजोर हो जाते हैं और कभी कभी जोड़ टूट भी जाते हैं। इसलिए हमें कोशिश करनी चाहिए कि कोई भी ऐसा खेल या कार्य न करें। जिससे जोड़ो पर असर हो। यदि करनी पड़ी तो सेफ्टी पैड्स का इस्तेमाल जरूर करें।
वजन को नियंत्रित रखें : अक्सर लोग अपने वजन पर ध्यान नही देते और सामान्य वजन से ज्यादा वजन हो जाता है और फिर इस वजह से शरीर का नियंत्रण भी अधिक मात्रा में हो जाता है। जिससे हमारे जोड़ो घुटने और कमर पर काफ़ी दवाब डालता है। जिससे हमारे शरीर का कार्टिलेज के टूटने का डर बना रहता है। इसलिए यह जरूरी है कि हम अपने शरीर के वजन को नियंत्रित रखें। हमेशा गतिशील रहे : जिन्हें भी जोड़ो की समस्या है या फिर इससे ग्रसित है। उन लोगों को ज्यादा समय तक एक ही स���थिति में नही रहना चाहिए और हमेशा गातिशील रहना चाहिए। कोई न कोई कार्य करते रहे नही तो आप एक ही मुद्रीरा में रहेंगे। जिससे आपके जोड़ो के दर्द में रहता नही मिलेगा। इसलिए कोई न कोई गति करते हैं और इससे फिर आपको लंबे समय तक जोड़ो के दर्द से राहत मिलेगा। सही आसन बनाए रखना चाहिए : अक्सर देखा जाता है कि लोग अपने बैठने उठाने आदि का ध्यान नही देते हैं और फिर जोड़ो के दर्द से ग्रसित हो जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपने सही आसन में उठे, बैठे और चले। जिससे आपके शरीर का सही आसन गर्दन से लेकर पूरे शरीर के जोड़ों की रक्षा करेगा।
व्यायाम करना चाहिए : व्यायाम यह हर किसी को करना चाहिए फिर चाहे वो किसी बीमारी से ग्रसित हो या न हो क्योंकि व्यायाम करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। जिन्हें जोड़ो के दर्द से निजात चाहिए। वह इसे जरूर अपनाएं ये आपके दिनचर्या में शामिल रहेगा। तो आपको कभी भी जोड़ो के दर्द से ग्रसित नही होना पड़ेगा। व्यायम में तैराकी सबसे अधिक फायदेमंद साबित होता है। ज्यादा स्ट्रेच न लें : यदि आप व्ययाम करते हैं। तो व्यायम करते समय आपको स्ट्रेचिंग की भी सलाह दी जाती हैं। इसलिए स्ट्रेचिंग करते समय यह बात ध्यान में रखें कि एकदम से यह न करें। सप्ताह में दो तीन बार ही करें। यह एकदम से शुरू न करें और ऐसा करने से पहले थोड़ा वार्मअप जरूर करें। रोजाना दूध पिए : दूध जो हर कोई रोजाना पीने की सलाह डॉक्टर भी जरूर देते हैं। जिन्हें जोड़ो या हड्डियों की समस्या होती है। उन्हें तो दूध अवश्य पीना चाहिए क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम औऱ विटामिन डी पाया जाता है। इसलिए दूध आपको रोजाना पीना चाहिए। इससे आपकी हड्डियां मजबूत बानी रहती है। यदि आप को दूध पसन्द न हो तो आप दूध के बने पर्दाथों का भी सेवन कर सकते हैं जैसे - दही, पनीर, खीर आदि। जोड़ो के दर्द से छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपाय : आम तौर पर लोग जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपाय को सबसे पहले अपनाते हैं। जिससे उन्हें काफी हद तक राहत भी मिलता है जैसे -
जोड़ो और घुटने के दर्द से छुटकारा दिलाता है हल्दी चुने का लेप : यह हमेशा ही जोड़ो के दर्द में राहत पाने का राम बाण उपाय साबित हुआ है। बस थोड़ा हल्दी और चुना ले और उसमें पानी डालें। फिर गैस पर थोड़ा गाड़ा होने तक पकाए। जब गाड़ा हो जाये तो उसे गर्म गर्म ही जहा दर्द है। वह पर लागए और कम से कम एक घंटे तक लगा रहने दे फिर उसे किसी सूती कपड़े के माध्यम से हटा लें। दिन में दो बार प्रयोग करें। इसे देखिएगा दो तीन दिन में राहत मिलेगा। जोड़ो और घुटने के दर्द से छुटकारा दिलाता है हल्दी वाला दूध : रोजाना दूध का सेवन करने से हमारे शरीर के हड्डियों को मजबूत बनाता है लेकिन यदि उसी में हम थोड़ा गांठ वाली हल्दी को पानी मे फुलाकर पीस ले और उसी दूध में मिलाकर दिन में दो बार उसका सेवन करें। तो वो हमारे हड्डियों के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। जोड़ो और घुटने के दर्द से छुटकारा दिलाता है विटामिन डी : यह एक ऐसा उपाय है जो प्रकृतिक है। जिससे हमें विटामिन डी मिलता है। रोजाना सुबह सुबह यदि हम धूप के सामने खड़े रहे थोड़ी देर तो वह एक प्राकृतिक विटामिन डी हमें प्रदान करता है। जो हमारे शरीर के हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है। जोड़ो और घुटने के दर्द से छुटकारा दिलाता है मसाज और सिकाई : मसाज और सिकाई यह जोड़ो के लिए काफी फायदेमंद होता है। जहां दर्द होता है। वह पर बस रोजाना मसाज करें और थोड़ा पानी उबालकर उसमे नमक डालें। फिर उससे सूती वस्त्र के द्वारा सिकाई करें। ऐसा करना आपके शरीर के लिए काफी बेहतर होगा और एक हफ्ते में असर दिखाई देगा।
जोड़ो और घुटने के दर्द से छुटकारा दिलाता है एक्सरसाइज : एक्सरसाइज यह हमारे सेहत और स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी हद तक फायदेमंद होता है। बस फिजियोथेरेपिस्ट की राय से एक्सरसाइज करें या फिर योगा शिक्षक से योगा सीखें और नियमित रूप से योगा करें। जोड़ों और घुटने के दर्द से छुटकारा दिलाता है पपीते का सेवन : पपीते का रोजाना सेवन करने से हमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी मिलता है। जो इम्यून सिस्टम के साथ साथ हमारे जोड़ो और हड्डियों के लिए भी काफ़ी फायदेमंद होता है। जानिए डॉक्टर से सलाह कब लेनी चाहिए। हमें डॉक्टर से सलाह तब लेनी चाहिए जब बुखार के साथ शरीर का दर्द भी हो या फैक्चर हो या थोड़ा सूजन हो या फिर गर्माहट हो या फिर लालिमा हो या फिर जोड़ो में दर्द हो आदि होने पर तुरंत ऑर्थोपीड़िक डॉक्टर से मिलाना चाहिए। उनकी सलाह से फिर बताई गई सलाह को अपना चाहिए। मैं ज्योति कुमारी, Lifestylechacha.com पर हिंदी ब्लॉग/ लेख लिखती हूँ। मैं दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हूँ और मुझे लिखना बहुत पसंद है।
(ज्योति कुमारी ) Read the full article
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Benefits of Running: दौड़ने से मानसिक परेशानियां रहेंगी दूर, सिर्फ इन बातों का रखें ध्यान
“दौड़ने से आपके दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन के साथ-साथ हॉर्मोन लेवल भी बेहतर होता है, जिससे आप अच्छा महसूस करते हैं। “
“Running improves blood circulation and increases hormone levels, which keeps you feeling fresh. “
फिटनेस में दौड़ने को सबसे अच्छी एक्सरसाइज माना जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि, रोजाना अपनी डेली लाइफ में दौड़ने को शामिल करके स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है। अगर आप रोजाना कुछ कारणों से एक्सरसाइज नहीं कर पा रहे हैं तो हफ्ते में दो से तीन दिन रनिंग की हेल्प से हेल्दी रह सकते हैं। अब तक आपने रोजाना रनिंग या फिर जॉगिंग के बारे में सुना होगा, लेकिन आज हम आपको रनिंग के फायदे (Benefits of Running) बताएंगे और इससे शरीर में होने वाले बदलावों के बारे में बताएंगे।
कई लोग जॉगिंग और दौड़ने में फर्क नहीं समझते। अक्सर लोग दोनों को एक दूसरे की तरह इस्तेमाल करते है। लेकिन दोनों में अंतर होता है आइये जानते है दोनों में क्या अंतर है।
जॉगिंग क्या है?
अक्सर लोग बोलते है कि मैं जॉगिंग या रनिंग के लिए जा रहा हूँ। लेकिन क्या आप इन दोनों के बीच फर्क जानते है। नहीं तो आपको बताते है रनिंग यानि दौड़ने में आपको तेज दौड़ना होता है और आपकी कैलोरी भी ज्यादा खर्च होती है जबकि जॉगिंग में कम कैलोरी खर्च होती है। आपको बता दें दोनों ही फिजिकल एक्टिविटी है, जिसके बाद आपको एनर्जी महसूस होती है। आपको जॉगिंग से शुरुआत करनी चाहिए क्योंकि शुरुआत में ही अगर आप ज्यादा कैलोरी खर्च कर लेंगे तो आप जल्दी थक जाएंगे। आइये जानते है जॉगिंग करने से पहले आप किन बातों का ध्यान रखें।
अगर आप मॉर्निंग में जॉगिंग की शुरुआत कर रहे है तो रात में नींद अच्छी लें, ताकि सुबह आपको किसी भी तरह की थकान महसूस ना हो।
जॉगिंग के पहले आपको वार्मअप करना चाहिए ताकि कोई समस्या का सामना ना करना पड़ें। शरीर को जब दौड़ के लिए तैयार करना हो तो पहले हल्का व्यायाम यानि वार्मअप करें।
आप पहले दिन उतनी ही जॉगिंग करें, जितना ��पसे हो सकें। अधिक जॉगिंग आपको थका सकती है इसलिए आप धीरे-धीरे अपनी दूरी बढ़ाएं।
अगर आप लंबी दूरी के लिए जॉगिंग कर रहे हैं तो अपने साथ पानी की बोतल रखें। जॉगिंग के दौरान आपको पसीना आता है अगर आप उस समय पानी नहीं पीते तो आपको कमजोरी लग सकती है। आप पानी की जगह एनर्जी ड्रिंक भी ले सकते है।
आइये आपको बताते है दौड़ने के फायदे (Benefits of Running)।
दौड़ने के फायदे (Benefits of Running):
थाई की टोनिंग के लिए रनिंग है जरूरी: रनिंग करने से वेट कम होता ही है और साथ ही ये पैरों को टोन करने का काम भी करता है। अगर आप अपनी मसल्स को टोन करना चाहते हैं तो रनिंग आपके लिए बहुत जरूरी है। यह रनिंग के फायदों (Benefits of Running) में से एक है। कई बार आपने यह देखा होगा कि जो लोग एक्सरसाइज नहीं करते है उनकी जांघ मोटी हो जाती है और फैट ज्यादा दिखने लगता है। अगर आप इस अतिरिक्त फैट से बचना चाहते है तो आप सप्ताह में तीन से चार बार निश्चित समय के लिए रनिंग जरूर करें। आपको कुछ समय बात खुद ही असर नजर आने लगेगा।
मानसिक परेशानियां रहेंगी दूर: नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार दौड़ना शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा माना जाता है। दौड़ने की वजह से ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन के साथ-साथ हॉर्मोन लेवल भी बेहतर होता है, जिससे आप अच्छा महसूस कर सकते हैं। इसलिए नियमित रूप से दौड़ने पर डिप्रेशन जैसी समस्या से भी बचा जा सकता है। यह दौड़ने के फायदों (Benefits of Running) में से एक है।
आइये अब जानते है दौड़ते समय किन बातों का रखें ध्यान।
दौड़ते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए: Things to kept in mind while running
पहले दिन 2 मिनट से ज्यादा ना दौड़े, रनिंग करने से पहले थोड़ा वार्मअप करना जरूरी है।
एक हफ्ते में कम से कम 3 या 5 दिन जरूर दौड़ें।
किलोमीटर के अनुसार या समय के अनुसार आप रोजाना या सप्ताह के आधार पर दौड़ने की क्षमता बढ़ा सकते हैं। एक ही दिन ज्यादा दौड़ने से आपको दिक्कतें हो सकती है।
दौड़ने के दौरान अच्छे जूतों का इस्तेमाल करना जरूरी है। जूते यदि कम्फर्टेबल ना हो तो आपके पैरों में सूजन आ सकती है या चोट लग सकती है। टाइट जूते न पहनें और जूते के साथ अच्छे मोजे पहने।
दौड़ने के लिए सही पोस्चर और दिशा का ध्यान रखना भी आवश्यक है।
पहले ही दिन तेज दौड़ने की जगह टहले। इसके बाद आप धीरे-धीरे अपनी स्पीड बढ़ाएं।
अगर आप लंबी दूरी की वॉकिंग करते हैं, तो हमेशा एक ही रस्ते में ना दौड़े।
जहाँ ट्रैफिक या गाड़ियाँ चलती हो वहाँ रनिंग करने ना जाए।
आप मॉर्निंग रनिंग, इवनिंग रनिंग या फिर जॉगिंग पर जाते हैं, तो जाने और आने का टाइम तय रखें और दौड़ने या जॉगिंग के दौरान बात ना करें। अगर आप म्यूजिक के शौकीन हैं, तो गाना सुनते हुए आप इस एक्टिविटी कर सकते हैं लेकिन इस दौरान यह ध्यान रखें कि गाने की आवाज ज्यादा तेज ना हो क्योंकि ज्यादा तेज आवाज कानों के लिए ठीक नहीं होती, तो वहीं त��ज आवाज की वजह से आप जहाँ दौड़ रहें हैं वहाँ की बाहरी गति विधियों की भी जानकारी आप तक नहीं पहुंचेंगी।
दौड़ने या जॉगिंग पर जाने से पहले, दौड़ने के दौरान एवं दौड़ने के बाद बॉडी को डिहाइड्रेट होने से बचाएं और ज्यादा से ज्यादा पानी पिएँ।
दौड़ने के पहले अत्यधिक खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
फिट रहने के लिए जिस तरह दौड़ने को आप अपने डेली रूटीन में शामिल कर रहें हैं या कर रहीं हैं, तो हेल्दी डायट प्लान फॉलो करें।
आपने साथ अपना मोबाइल फोन जरूर रखें क्योंकि आवश्यकता पड़ने पर आप अपने परिवार वालों या किसी निकट संबंधी को जरूर कॉल कर सकते हैं।
अगर दौड़ने के दौरान चोट लग जाती है, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।
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आईएसएल में इस तरह से मैच नहीं होने चाहिए : गोवा कोच लोबेरा has been published on PRAGATI TIMES
आईएसएल में इस तरह से मैच नहीं होने चाहिए : गोवा कोच लोबेरा
कोलकाता,(आईएएनएस)| इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के मुश्किल परिस्थिति में मैच कराने के फैसले को लेकर एफसी गोवा के मुख्य कोच सर्जियो लोबेरा का गुस्सा फूटा है।
उन्होंने कहा कि आईएसएल को इस तरह से मैचों का आयोजन नहीं करना चाहिए। एटीके और गोवा के बीच मैच तकरीबन तीन घंटे की देरी से शुरू हुआ था। दरअसल बुधवार सुबह गोवा की टीम को जिस विमान से आना था उसमें आग लग गई थी और इसी कारण वह समय से कोलकाता नहीं पहुंच पाई। एमआईजी-29के विमान में गोवा के डाबोलिम अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर रनवे पर आग पकड़ ली थी। गोवा के खिलाड़ियों को पूरे दिन इंतजार करना पड़ा। इसके बाद चाटर्ड फ्लाइट से उन्हें नई दिल्ली और फिर कोलकाता ले जाया गया। काफी देरी के बाद मैच 10:45 पर शुरू हुआ। गोवा की टीम 8:59 बजे कोलकाता पहुंची थी। उसने 9:42 बजे साल्ट लेक स्टेडियम में कदम रखा था। मैच वैसे आठ बजे शुरू होना था, लेकिन इस देरी के कारण मैच तकरीबन तीन घंटे की देरी से शुरू हुआ। यह मैच 1-1 से ड्रॉ पर समाप्त हुआ। मैच के बाद लोबेरा ने कहा, “मैंने ऐसी स्थिति का सामना पेशेवर फुटबाल में कभी नहीं किया। आईएसएल एक शानदार लीग है, लेकिन इस तरह से मैचों का आयोजन इस लीग में नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ दिनों से जो स्थितियां हमने देखी हैं उससे हम आज (बुधवार) का मैच खेलने की स्थिति में नहीं थे।” स्पेनिश कोच के मुताबिक, “आज का दिन अविश्वसनीय था। मैं कभी भी टीम को आम कपड़ों में वार्मअप करते हुए नहीं देखा था। यह हमारे प्रशंसकों और खिलाड़ियों के लिए भी अच्छा नहीं है।” गोवा की टीम बुधवार रात को आम जूतों, काली जैकेट और शॉर्टस में वार्मअप करते हुए देखी गई थी क्योंकि उनकी किट समय पर नहीं पहुंची थी।
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