#लोगों की नजर में!
Explore tagged Tumblr posts
aboutlifeg · 2 years ago
Text
0 notes
samsanghat · 2 years ago
Text
श्मसान घाट, लोगों की नजर में!
मैने देखा, घाट पर बहुत सी चिताओं को जलते हुए,
कुछ लोग दूर से घाट की चमकती सीढ़ियों पर खड़े होकर मोबाइल का कैमरा जूम करते हुए चिताओं की वीडियो क्लिप बना रहे थे और अपने दोस्तों को सेण्ड कर रहे थे और कह रहे थे, देख बे मैं श्मसान के पास खड़ होकर जलती चिताओं की फोटो तुझे सेण्ड कर रहा हॅूं। देख लेना, कितना मजा आयेगा। अबे जलती चितायें देखकर मैं रोमांचित हो रहा हॅूं।
काश वीडियों क्लिप बनाने वाले उन जलती चिताओं के पीछे देखते, जहाॅं इन चिताओं के पीछे कितने अरमान, कितनी ममता, कितने सपने जल रहे होगें और कितने के सुहाग व बन���-बनाई गृहस्थी जल रही होगी। जलती चितायें तो थोड़ी देर में जलकर बुझ जायेगी या गंगा जी के पानी से बुझा दी जायेगी, पर कुछ चिताओं के पीछे ऐसे भी परिवार हो सकते है, जिनके पेट की ज्वाला बुझाने के लिए कोई न बचा होगा। काश इसकी भी क्लिप बनाकर कोई सेण्ड करता! 
Tumblr media
0 notes
lucifar7000 · 5 months ago
Text
कानपुर वाले घर में मेरी मां, पापा और छोटी बहन रहती थी. मेरी बहन का नाम सुषमा है. उम्र में वो मुझसे तीन साल छोटी है. वो घर में सबकी लाडली है. ये कहानी जो मैं आप लोगों को आज बताने जा रहा हूं, यह करीबन दो साल पुरानी है.
उस वक्त मेरी बहन ने अपनी एमबीए की पढ़ाई पूरी की थी. पढ़ाई में हम दोनों भाई-बहन ही अच्छे थे. एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद मेरी बहन अब जॉब की तलाश में थी.
चूंकि मैं हैदराबाद जैसे बड़े शहर में रह रहा था तो मैंने उससे कहा कि तुम मेरे ही शहर में जॉब ढूंढ लो. मेरी यह बात मेरे माता-पिता को भी ठीक लगी. मेरे शहर में रहने से उनको भी अपनी बेटी की सेफ्टी की चिंता करने की आवश्यकता नहीं थी.
हैदराबाद में पी.जी. रूम लेकर मैं रह रहा था. मगर अब सुषमा भी साथ में रहने वाली थी तो मैंने एक बीएचके वाला फ्लैट ले लिया. कुछ दिन के बाद बहन भी मेरे साथ मेरे फ्लैट में शिफ्ट हो गई.
सुषमा के बारे में आपको बता दूं कि वो काफी खुलकर बात करने वालों में से है. उसकी हाइट 5.6 फीट है और मेरी हाइट 6 फीट के लगभग है. मेरी बहन के बदन की बात करूं तो उसकी गांड काफी उठी हुई है. जब वो अपनी कमर को लचकाते हुए चलती है तो किसी भी मर्द को घायल कर सकती है.
मेरी बहन का फीगर 36-30-38 का है. आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उसकी चूचियां भी कितनी बड़ी होंगी. उसकी चूचियां हमेशा उसके कपड़ों से बाहर झांकती रहती थीं. मैंने सुना था कि जवान लड़की की चूत चुदाई होने के बाद उसकी चूचियों का साइज भी बढ़ जाता है.
अपनी बहन की चूचियों को देख कर कई बार मेरे मन में ख्याल आता था कि कहीं यह भी अपनी चूत चुदवा रही होगी. मगर मैं इस बारे में विश्वास के साथ कुछ नहीं कह सकता था. मेरी बहन खुले विचारों वाली थी तो दोनों तरह की बात हो सकती थी.
जब वो मेरे साथ ��्लैट में रहने लगी तो अभी उसके पास जॉब वगैरह तो थी नहीं. वो अपना ज्यादातर समय फ्लैट पर ही बिताती थी. मैं सुबह ही अपने काम पर निकल जाता था. पूरा दिन फ्लैट पर रह कर वो बोर हो जाती थी.
एक ���ोज वो कहने लगी कि वो सारा दिन फ्लैट पर रह कर बोर हो चुकी है. उसका मन कहीं बाहर घूमने के लिए कर रहा था. उसने मुझसे कहीं बाहर घूमने चलने के लिए कहा.मैंने कह दिया कि हम लोग मेरी छुट्टी वाले दिन चलेंगे.
फिर वीकेंड पर मैंने अपनी बहन के साथ बाहर घूमने का प्लान किया. अभी तक मेरे मन में मेरी बहन के लिए कोई गलत ख्याल नहीं था. हम लोग पास के ही एक मॉल में घूमने के लिए गये. मेरी बहन उस दिन पूरी तैयार होकर बाहर निकली थी.
उसके कुर्ते में उसकी चूचियां पूरे आकार में दिखाई दे रही थीं. हम लोगों ने साथ में घूमते हुए काफी मस्ती की और फिर घर वापस लौटने लगे. मगर रास्ते में बारिश होने लगी. इससे पहले कि हम लोग बारिश से बचने के लिए कहीं रुकते, हम दोनों ऊपर से लेकर नीचे तक पूरे भीग चुके थे.
बारिश काफी तेज थी इसलिए मैंने सोचा कि बारिश रुकने का इंतजार करना ही ठीक रहेगा. हम दोनों बाइक रोक कर एक मकान के छज्जे के नीचे खड़े हो गये. सुषमा के बदन पर मेरी नजर गई तो मैं चाह कर भी खुद को उसे ताड़ने से नहीं रोक पाया.
उसकी मोटी चूचियों की वक्षरेखा, जिस पर पानी की बूंदें बहती हुई अंदर जा रही थी, मेरी नजरों से कुछ ही इंच की दूरी पर थी. उसको देख कर मेरे लौड़े में अजीब सी सनसनी होने लगी. मैंने उसकी सलवार की तरफ देखा तो उसकी भीगी हुई गांड और जांघें देख कर मेरे लंड में और ज्यादा हलचल होने लगी.
मैं बहाने से उसको घूरने लग गया था. ऐसा मेरे साथ पहली बार हो रहा था. फिर कुछ देर के बाद बारिश रुक गयी और हम अपने फ्लैट के लिए निकल गये. उस दिन के बाद से मेरी बहन के लिए मेरा नजरिया बदल गया था.
अपनी बहन की चूचियों को मैं घूरने लगा था. बहन की गांड को ताड़ना अब मेरी आदत बन चुकी थी. मेरी हाइट उससे ज्यादा थी तो जब भी वो मेरे सामने आती थी उसकी चूचियां ऊपर से मुझे दिखाई दे जाती थीं. कई बार हंसी-मजाक में मैं उसको गुदगुदी कर दिया करता था.
इस बहाने से मैं उसकी चूचियों को छेड़ दिया करता था. कभी उसकी गांड को सहला देता था. यह सब हम दोनों के बीच में अब नॉर्मल सी बात हो गई थी. जब भी वो नहा कर बाहर आती थी तो वह तौलिया में होती थी. ऐसे मौके पर मैं जानबूझकर उसके आस-पास मंडराने लगता था.
जब मैं उसके साथ छेड़खानी करता था तो वो मेरी हर हरकत को नोटिस किया करती थी. उसको मेरी हरकतें पसंद आती थीं. इस बात का पता मुझे भी था. जब भी मैं उसको छेड़ता था तो वो मेरी हरकतों को हंसी में टाल दिया करती थी.
वो भी कभी-कभी मुझे ��हां-वहां से छूती रहती थी. कई बार तो उसका हाथ मेरे लंड पर भी लग जाता था या फिर यूं समझें कि वो मेरे लंड बहाने से छूने की कोशिश करने लगी थी. अब आग दोनों तरफ शायद बराबर की ही लगी हुई थी.
ऐसे ही मस्ती में दिन कट रहे थे. एक दिन की बात है कि मैं उस दिन ऑफिस से जल्दी आ गया. हम दोनों के पास ही फ्लैट की एक-एक चाबी रहती थी. मैंने बाहर से ही लॉक खोल लिया था.
जब मैं अंदर गया तो उस वक्त सुषमा बाथरूम के अंदर से नहा कर बाहर आ रही थी. मैंने उसे देख लिया था मगर उसकी नजर मुझ पर नहीं पड़ी थी. उसने अपने बदन पर केवल एक टॉवल लपेटा हुआ था.
Nangi Behan
वो सीधी कबॉर्ड की तरफ जा रही थी. मैं भी उसको जाते हुए देख रहा था. अंदर जाकर उसने अलमारी से एक ब्रा और पैंटी को निकाला. उसने अपना टॉवल उतार कर एक तरफ डाल दिया. बहन के नंगे चूतड़ मेरे सामने थे.
मेरे सामने ही वो ब्रा और पैंटी पहनने लगी. उसका मुंह दूसरी तरफ था इसलिए उसकी नंगी चूत और चूचियां मैं नहीं देख पाया. मगर जल्दी ही उसको किसी के होने का आभास हो गया और वो पीछे मुड़ गई.
जैसे ही उसने मुझे देखा वो जोर से चिल्लाई और मैं भी घबरा कर बाहर हॉल में आ गया. कुछ देर के बाद वो कपड़े पहन कर बाहर आई और मुझ पर गुस्सा होते हुए कहने लगी कि भैया आपको नॉक करके आना चाहिए था.
मैंने उसकी बात का जवाब देते हुए कहा- अगर मैं नॉक करके आता तो क्या तुम मुझे वैसे ही अंदर आने देती?उसने मेरी बात का कोई जवाब नहीं दिया. मैं समझ गया कि उसकी इस खामोशी में उसकी हां छुपी हुई है.
अब मैंने थोड़ी हिम्मत की और उसके करीब आकर उसको अपनी बांहों में भर लिया. वो मेरी तरफ हैरानी से देख रही थी. मैंने उसकी आंखों में देखा और देखते ही देखते हम दोनों के होंठ आपस में मिल गये. मैंने उसके होंठों को चूमना शुरू कर दिया.
पहले तो मेरी बहन दिखावटी विरोध करती रही. फिर कुछ पल के बाद ही उसने विरोध करना बंद कर दिया. शायद उसको भी इस बात का अंदाजा था कि आज नहीं तो कल ये सब होने ही वाला है. इसलिए अब वो मेरा पूरा साथ दे रही थी.
दस मिनट तक हम दोनों एक दूसरे के होंठों को पीते रहे. उसके बाद मैंने उसके कपड़ों उतारना शुरू कर दिया. उसका टॉप उतारा और उसको ब्रा में कर दिया. फिर मैंने उसकी जीन्स को खोला और उसकी जांघों को भी नंगी कर दिया.
अब मैंने उसकी ब्रा को खोलते हुए उसकी चूचियों को नंगी कर दिया. उसकी मोटी चूचियां मेरे सामने नंगी हो चुकी थीं. उसकी चूचियों को मैंने अपने हाथों में भर लिया.
उसके नर्म-नर्म गोले अपने हाथ में भर कर मैंने उनको दबा दिया. अब एक हाथ से उसकी एक चूची को दबाते हुए मैं दूसरे हाथ को नीचे ले गया. उसकी पैंटी के अंदर एक उंगली डाल कर मैंने उसकी चूत को कुरेद दिया.
बहन की चूत पानी छोड़ कर गीली हो रही थी. मैंने उसकी चूत को कुरेदना जारी रखा. उसका हाथ अब मेरे लंड पर आ गया था. मेरा लंड भी पूरा तना हुआ था. वो अब मेरे लंड को पैन्ट के ऊपर से ��ी पकड़ कर सहला रही थी.
मैं भी उत्तेजित हो चुका था और मैंने अपनी पैंट को खोल दिया. पैंट नीचे गिर गयी. सुषमा ने मेरी पैन्ट को मेरी टांगों में से निकलवा दिया. वो अब खुद ही आगे बढ़ रही थी. उसने मेरे अंडरवियर को भी निकाल दिया.
मेरे लंड को पकड़ कर वो उसकी मुठ मारने लगी. मैं तो पागल ही हो उठा. मैं उसकी चूचियों को जोर से भींचने लगा. फिर मैंने झुक कर उसकी चूचियों को मुंह में भर लिया और उसके निप्पलों को काटने लगा.
इतने में ही मेरी बहन ने अपनी पैन्टी को खुद ही नीचे कर लिया. उसकी चूत अब नंगी हो गई थी. मैं उसकी चूचियों को चूस रहा था. उसके निप्पलों को काट रहा था. बीच-बीच में चूचियों के निप्पलों को दो उंगलियों के बीच में लेकर दबा रहा था.
सुषमा अब काफी उत्तेजित हो गई थी. अचानक ही वो मेरे घुटनों के बीच में बैठ गई और अपने घुटनों के बल होकर उसने मेरे लंड को अपने मुंह में भर लिया. मेरी बहन मस्ती से मेरे 8 इंची लंड को चूसने लगी. ऐसा लग रहा था जैसे उसको मेरा लंड बहुत पसंद है.
वो जोर से मेरे लंड को चूसती रही और मेरे मुंह से अब उत्तेजना के मारे जोर की आवाजें सिसकारियों के रूप में बाहर आने लगीं. आह्ह … सुषमा, मेरी बहन, मेरे लंड को इतना क्यों तड़पा रही हो!मैंने उसके सिर को पकड़ कर अपने लंड पर अंदर दबाना और घुसाना शुरू कर दिया.
दो-तीन मिनट तक लंड को चुसवाने के बाद मैं स्खलन के करीब पहुंच गया. मैंने बहन के मुंह में लंड को पूरा घुसेड़ दिया और मेरे लंड से वीर्य की पिचकारी बहन के मुंह में जाकर गिरने लगी.
मेरी बहन मेरा सारा माल पी गयी. मैंने उसको बेड पर लिटा लिया और उसकी चूत में उंगली करने लगा. वो तड़पने लगी. उसकी चूत पानी छोड़ रही थी. मगर उसकी चूत की चुदाई शायद पहले भी हो चुकी थी. चूत भले ही टाइट थी लेकिन कुंवारी चूत की बात ही अलग होती है. मुझे इस बात का अन्दाजा हो गया था.
मैं उसकी चूत को चाटने लगा. उसकी चूत का सारा रस मैंने चाट लिया.जब उससे बर्दाश्त न हुआ तो वो कहने लगी- भैया, अब चोद दो मुझे… आह्ह … अब और नहीं रुका जा रहा मुझसे.मैंने उसकी चूत में अन्दर तक जीभ घुसेड़ दी और वो मेरे मुंह को अपनी चूत पर जोर से दबाने लगी.
फिर मैंने मुंह हटा लिया. अब उसकी टांगों को मैंने बेड पर एक दूसरे की विपरीत दिशा में फैला दिया. बहन की चूत पर अपने लंड को रख दिया और रगड़ने लगा. मेरा लंड फिर से तनाव में आ गया. देखते ही देखते मेरा पूरा लंड तन गया.
मैंने अपने तने हुए लंड के सुपाड़े को चूत पर रखा और एक झटका दिया. पहले ही झटके में लंड को आधे से ज्यादा उसकी चूत में घुसा दिया. वो दर्द से चिल्ला उठी- उम्म्ह… अहह… हय… याह…मगर मैं अब रुकने वाला नहीं था. मैंने लगातार उसकी चूत में झटके देना शुरू कर दिया. बहन की चूत की चुदाई शुरू हो गई.
सुषमा की चूत में अब मेरा पूरा लंड जा रहा था. वो भी अब मजे से मेरे लंड को अंदर तक लेने लगी थी. मैं पूरे लंड को बाहर निकाल कर फिर से पूरा लंड अंदर तक डाल रहा था. दोनों को ही चुदाई का पूरा आनंद मिल रहा था.
अब मैंने उसको बेड पर घो��़ी बना दिया और पीछे से उसकी चूत में लंड को पेलने लगा. उसकी चूत में लंड घुसने की गच-गच आवाज होने लगी. मेरे लंड से भी कामरस निकल रहा था और उसकी चूत भी पानी छोड़ रही थी इसलिए चूत से पच-पच की आवाज हो रही थी.
फिर मैंने उसको सीधी किया और उसके मुंह में लंड दे दिया. मेरे लंड पर उसकी चूत का रस लगा हुआ था. वो फूल चुके लंड को चूसने-चाटने लगी. उसकी लार मेरे लंड पर ऊपर से नीचे तक लग गई.
अब दोबारा से मैंने उसकी टांगों को फैलाया और उसकी चूत में जोर से अपने लंड के धक्के लगाने लगा. पांच मिनट तक इसी पोजीशन में मैंने उसकी चूत को चोदा और वो झड़ गई. अब मेरा वीर्य भी दोबारा से निकलने के कगार पर पहुंच गया था.
मैंने उसकी चूत में तेजी के साथ धक्के लगाना शुरू कर दिया. उसकी चूत मेरे लंड को पूरा का पूरा अंदर ले रही थी. फिर मैंने दो-तीन धक्के पूरी ताकत के साथ लगाये और मैं अपनी बहन की चूत में ही झड़ने लगा. उसकी चूत को मैंने अपने वीर्य से भर दिया.
हम दोनों थक कर शांत हो गये. उस दिन हम दोनों नंगे ही पड़े रहे. शाम को उठे और फिर खाना खाया. उसके बाद रात में एक बार फिर से मैंने अपनी बहन की चूत को जम कर चोदा. उसने भी मेरे लंड को चूत में लेकर पूरा मजा लिया और फिर हम सो गये.
उस दिन के बाद से हम भाई-बहन में अक्सर ही चुदाई होने लगी. अब उसको मेरे साथ रहते हुए काफी समय हो गया है लेकिन हम दोनों अभी भी चुदाई करते हैं. मुझे तो आज भी ये सोच कर विश्वास नहीं होता है कि मैं इतने दिनों से अपनी बहन की चूत की चुदाई कर रहा हूं.
13 notes · View notes
helputrust · 4 months ago
Text
Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media
लखनऊ, 17.10.2024 l माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आइडियल डिग्री कॉलेज, कुर्सी रोड़, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें 88 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी जिम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना l
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तत्पश्चात आइडियल डिग्री कॉलेज की प्राचार्या श्रीमती ममता शुक्ला, शिक्षिकाओं सुश्री राधा, श्रीमती रुचि ने दीप प्रज्वलित कर माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया ।
आइडियल डिग्री कॉलेज की प्राचार्या श्रीमती ममता शुक्ला ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “सेल्फ-डिफेंस केवल शारीरिक तकनीक नहीं, बल्कि आत्म-सशक्तिकरण का महत्वपूर्ण माध्यम है । यह हमें न सिर्फ अपनी सुरक्षा का विश्वास देता है, बल्कि आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी भी बनाता है । हर उम्र के लोगों को आज चुनौतियों का सामना करना प��़ता है, इसलिए यह प्रशिक्षण अत्यावश्यक है । यह हमें सिखाता है कि कैसे सतर्क और मजबूत रहें, साथ ही अपने आत्मसम्मान की रक्षा करें । इस कौशल को विकसित कर हम न केवल खुद को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि दूसरों के लिए भी प्रेरणा बन सकते हैं । आइए, इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और अपनी सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें । अपने आसपास की परिस्थितियों को समझें, सतर्क रहें, और जरूरत पड़ने पर सीखे हुए कौशलों का सही इस्तेमाल करें ।“
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं l म��िलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है l आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है l महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है l आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी l आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं l फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं l हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा l आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके l"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका तंजीम अख्तर ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया l
कार्यशाला में आइडियल डिग्री कॉलेज की प्राचार्या श्रीमती ममता शुक्ला, शिक्षकों सुश्री राधा, श्रीमती रुचि, श्रीमती अवेस्ता भट्ट, श्री महेंद्र, श्री विमल, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, तंजीम अख्तर तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही  l
#Selfdefenseforwomen #Womenempowerment #Selfdefensetraining #FemaleEmpowerment #EmpowerWomen #Selfprotection #Personaldefense #Safetyfirst #Safetytips #Strongertogether #ServeHumanity #Selfdefencewarrior
#IdealDegreeCollege #MamtaShukla
#GoCampaign #RedBrigadeTrust #AjayPatel #SushmitaBharti
#NarendraModi #PMOIndia
#YogiAdityanath #UPCM
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust
#KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
#followers #highlight #topfans
www.helputrust.org
@narendramodi @pmoindia
@MYogiAdityanath @cmouttarpradesh
@theGOCampaign @redbrigadetrust.org
@HelpUEducationalAndCharitableTrust @HelpU.Trust
@KIRANHELPU
@HarshVardhanAgarwal.HVA @HVA.CLRS @HarshVardhanAgarwal.HelpUTrust
@HelpUTrustDrRupalAgarwal @RupalAgarwal.HELPU @drrupalagarwal
@HelpUTrustDrRupal
@followers @highlight @topfans
9 notes · View notes
sanewshimachal · 3 months ago
Text
नेक कर्म l Story of the Month
एक राजा अपनी प्रजा का भरपूर ख्याल रखता था। राज्य में अचानक चोरी की शिकायतें बहुत आने लगीं। कोशिश करने से भी चोर पकड़ा नहीं गया।
हारकर राजा ने ढींढोरा पिटवा दिया कि जो चोरी करते पकडा जाएगा उसे मृत्युदंड दिया जाएगा। सभी स्थानों पर सैनिक तैनात कर दिए गए। घोषणा के बाद तीन-चार दिनों तक चोरी की कोई शिकायत नही आई।
उस राज्य में एक चोर था जिसे चोरी के सिवा कोई काम आता ही नहीं था। उसने सोचा मेरा तो काम ही चोरी करना है। मैं अगर ऐसे डरता रहा तो भूखा मर जाउंगा। चोरी करते पकडा गया तो भी मरुंगा, भूखे मरने से बेहतर है चोरी की जाए।
वह उस रात को एक घर में चोरी करने घुसा। घर के लोग जाग गए। शोर मचाने लगे तो चोर भागा। पहरे पर तैनात सैनिकों ने उसका पीछा किया। चोर जान बचाने के लिए नगर के बाहर भागा।
उसने मुडके देखा तो पाया कि कई सैनिक उसका पीछा कर रहे हैं। उन सबको चमका देकर भाग पाना संभव नहीं होगा। भागने से तो जान नहीं बचने वाली, युक्ति सोचनी होगी।
चोर नगर से बाहर एक तालाब किनारे पहुंचा। सारे कपडे उतारकर तालाब में फेंक दिया और अंधेरे का फायदा उठाकर एक बरगद के पेड के नीचे पहुंचा।
बरगद पर बगुलों का वास था। बरगद की जड़ों के पास बगुलों की बीट पड़ी थी। चोर ने बीट उठाकर उसका तिलक लगा लिया और आंख मूंदकर ऐसे स्वांग करने बैठा जैसे साधना में लीन हो।
खोजते-खोजते थोडी देर मे सैनिक भी वहां पहुंच गए पर उनको चोर कहीं नजर नहीं आ रहा था। खोजते खोजते उजाला हो रहा था ओर उनकी नजर बाबा बने चोर पर पडी।
सैनिकों ने पूछा- बाबा इधर किसी को आते देखा है। पर ढोंगी बाबा तो समाधि लगाए बैठा था। वह जानता था कि बोलूंगा तो पकडा जाउंगा सो मौनी बाबा बन गया और समाधि का स्वांग करता रहा।
सैनिकों को कुछ शंका तो हुई पर क्या करें। कही सही में कोई संत निकला तो ? आखिरकार उन्होंने छुपकर उसपर नजर रखना जारी रखा। यह बात चोर भांप गया। जान बचाने के लिए वह भी चुपचाप बैठा रहा।
एक दिन, दो दिन, तीन दिन बीत गए बाबा बैठा रहा। नगर में चर्चा शुरू हो गई की कोई सिद्ध संत पता ��हीं कितने समय से बिना खाए-पीए समाधि लगाए बैठै हैं। सैनिकों को तो उनके अचानक दर्शऩ हुए हैं।
नगर से लोग उस बाबा के दर्शन को पहुंचने लगे। भक्तों की अच्छी खासी भीड़ जमा होने लगी। राजा तक यह बात पहुंच गई । राजा स्वयं दर्शन करने पहुंचे। राजा ने विनती की आप नगर मे पधारें और हमें सेवा का सौभाग्य दें।
चोर ने सोचा बचने का यही मौका है। वह राजकीय अतिथि बनने को तैयार हो गया। सब लोग जयघोष करते हुए नगर में ले जाकर उसकी सेवा सत्कार करने लगे।
लोगों का प्रेम और श्रद्धा भाव देखकर ढोंगी का मन परिवर्तित हुआ। उसे आभास हुआ कि यदि नकली में इतना मान-संम्मान है तो सही में संत होने पर कितना सम्मान होगा। उसका मन पूरी तरह परिवर्तित हो गया और चोरी त्यागकर संन्यासी हो गया।
शिक्षा संगति, परिवेश और भाव इंसान में अभूतपूर्व बदलाव ला सकता है। रत्नाकर डाकू को गुरू मिल गए तो प्रेरणा मिली और वह आदिकवि हो गए। असंत भी संत बन सकता है, यदि उसे राह दिखाने वाला मिल जाए।
अपनी संगति को शुद्ध रखिए, विकारों का स्वतः पलायन आरंभ हो जाएगा..!!
Tumblr media
2 notes · View notes
indrabalakhanna · 7 months ago
Text
Aaj Tak के पत्रकार Sudhir Chaudhary की झूठी खबरों का पर्दाफाश | Exposing...
youtube
#GodMorningFriday
#FridayMotivation
#FridayThoughts
#fridayfeeling
#पूर्णगुरु_से_होगा_मोक्ष
True Guru Sant Rampal Ji
#मीडिया_को_झूठ_शोभा_नहीं_देता
#SantRampalJi_SeMaafiMaango
#भारतीय_मीडिया_की_गिरती_गरिमा
#IndianMediaSpreadingLies
#trending #trendingreels #case #media #influencer #factcheck #viral #hindi #abpnews #hindinews #latestnews #crime #newsupdate #latestupdates #breakingnews
#SantRampalJiMaharaj
#mediacoverage #newschannel #lies #factsdaily #exposed #BlackDayForIndia #IndianMedia
#indianews #aajtak #reels #viralpost #foryou #khatushyamji #zeenews #timesnow #breaking #social #reaction #fake #fakenews #exposed
👇👇👇
🙏हम भारत के नागरिक मांग करते हैं कि
@abpasmitatv तुरंत गुमराह करने वाले लेख को वापस लें!
और संत रामपाल जी महाराज और उनके अनुयायियों से सार्वजनिक माफी मांगे!
*इस माफी में गलतियों को स्वीकार करना!* +
*हुए नुकसान को स्वीकार करना!*
+
*भविष्य में ऐसी गैरजिम्मेदार पत्रकारिता को रोकने के उपायों का उल्लेख होना चाहिए।*
*पूर्ण संत और पूर्ण सतगुरु है संत रामपाल जी महाराज!*
यदि मीडिया को
संत रामपाल जी महाराज क्षमा कर देंगे तो मीडिया समझ लें!
कि परमेश्वर ने उन्हें बख्श दिया !
लेकिन
*भविष्य में दोबारा ऐसी गलती ना करें!*
अगर मीडिया आम व्यक्ति के लिए भी ऐसी गलती करता है तो परमात्मा रुष्ट होते हैं,क्योंकि आत्मा परमात्मा का अंश है!
लेकिन यह तो सतगुरु रूप में स्वयं कबीर परमेश्वर हैं पूजनीय हैं, संत रामपाल जी महाराज जी तो कोई गलती कर ही नहीं सकते, इस संसार को कैसे समझाया जाए!
ऐसे पूर्ण सतगुरु और संत की तो पूजा होनी चाहिए!
जिन्होंने
एक महान सत्य के लिए के लिए संघर्ष किया है !
आत्मा और परमात्मा को मिलाने वाला पवित्र सत्य जन-जन तक पहुंचाने का पूर्ण रूप से प्रयास किया है!
संत रामपाल जी महाराज जो
समाज का सद्भक्ति के माध्यम से
+
सत्य तत्व ज्ञान के माध्यम से_ पूर्ण रूप से सुधार कर रहे हैं!
संत रामपाल जी महाराज के सभी शिष्य पूरी ईमानदारी से संत रामपाल जी महाराज जी की शिक्षाओं + नियमों + आज्ञाओं
का पालन करते हैं!
क्योंकि
संत रामपाल जी महाराज सभी बुराई से जीवात्मा को दूर कर रहे हैं और उनके कष्टों का भी निवारण कर रहे हैं!
संत रामपाल जी महाराज
की
कथनी और करनी में
किंचित मात्र भी अंतर नहीं है
Article Only For INDIAN Media
👇👇👇
🙏(1) मीडिया को चाहिए संत रामपाल जी महाराज के सत्संग अपने चैनलों पर चलाएं और दुनिया को दिखाएं की संत रामपाल जी महाराज सत्संग के माध्यम से क्या बता रहे हैं!
(2) विश्व में जितने भी गुरु हैं उन सब की एक-एक करके डिबेट संत रामपाल जी से महाराज जी से मीडिया के माध्यम से रखी जाए!
(3) मीडिया से अनुरोध है अपनी ईमानदारी दिखाएं !भारत का नाम ऊंचा करें !
फिर से भारत के लोगों में हृदय में अपनी जगह बनाएं!
🙏सत साहेब जी🙏
पूर्ण ब्रह्म कबीर परमेश्वर जी की वाणी में परमेश्वर जी ने कहा है कि
बावले मानव मौत भूल गया है यह बड़ी अचरज की बात है! तन ऐसे मिट्टी में मिल जाएगा,जैसे आटे में नून!!
इसलिए
🙏हे मीडिया वालों सुकर्म कर लो!
संत रामपाल जी महाराज जी से मीडिया के माध्यम से ही माफ़ी मांग लें!
🙏संत रामपाल जी महाराज के पवित्र शास्त्र अनुकूल सत्संग अपने मीडिया पर दिखाएं!
डिबेट रखें अन्य छोटे-बड़े सभी गुरुओं महा मंडलेशवरों के साथ!
जिससे संसार को पूर्ण सत्य रूप से सच्चाई का पता लगे !
आपके कर्म ऊंचे हो !
भगवान की नजरों में उठो !
इंसान की नजर में तो अपने आप उठ जाओगे!
आम जनता धोखे में ना रहने दें!
मनुष्य जन्म सभी के लिए अनमोल है!
बार-बार नहीं मिलता है !
आप इसके साथ खिलवाड़ ना करें!
वरना उस परम शक्ति के अपराधी हो जाएंगे आप !
डरें बुरी वक़्त से!
आशा करती हूं आप दासी की वचनों को हल्के में नहीं लेंगे
और बड़ाई और बधाई का काम करेंगे!
👇👇👇
*🙏मीडिया वालों बोलो *जय बंदी छोड की* आपकी सत्बुद्धि और विवेक दोनों सुचारु रूप से काम कर सकें!
👇👇👇
🙏यही प्रार्थना है हमारी उस परमपिता परमेश्वर से !
क्योंकि
हम सब उसके बच्चे हैं और वह हमारे दुखों से दुखी होता है,हमारी बुराई से भी दुखी होता है!
और
कॉल रूपी राक्षस इसका फायदा उठाता है जिसे हम भगवान समझ रहे हैं वह शैतान का कार्य कर और कर रहा है !
अपनी तीन गुण की माया फैलाकर
हम जीवों को उसने भ्रमित किया हुआ है !
👇👇👇
🙏जागो हे मीडिया वालों !
🙏एक आपके जागने से संसार जाग जा��गा !
🙏क्या आप लोग यह पुण्य कमाना नहीं चाहोगे!
4 notes · View notes
bakaity-poetry · 2 years ago
Text
शायरी, कविता, नज़्म, गजल, सिर्फ दिल्लगी का मसला नहीं हैं। इतिहास गवाह है कि कविता ने हमेशा इंसान को सांस ले��े की सहूलियत दी है। जब चारों ओर से दुनिया घेरती है; घटनाओं और सूचनाओं के तेज प्रवाह में हमारा विवेक चीजों को छान-घोंट के अलग-अलग करने में नाकाम रहता है; और विराट ब्रह्मांड की शाश्वत धक्कापेल के बीच किसी किस्म की व्यवस्था को देख पाने में असमर्थ आदमी का दम घुटने लगता है; जबकि उसके पास उपलब्ध भाषा उसे अपनी स्थिति बयां कर पाने में नाकाफी मालूम देती है; तभी वह कविता की ओर भागता है। जर्मन दार्शनिक विटगेंस्टाइन कहते हैं कि हमारी भाषा की सीमा जितनी है, हमारा दुनिया का ज्ञान भी उतना ही है। यह बात कितनी अहम है, इसे दुनिया को परिभाषित करने में कवियों के प्रयासों से बेहतर समझा जा सकता है।
कबीर को उलटबांसी लिखने की जरूरत क्यों पड़ी? खुसरो डूबने के बाद ही पार लगने की बात क्यों कहते हैं? गालिब के यहां दर्द हद से गुजरने के बाद दवा कैसे हो जाता है? पाश अपनी-अपनी रक्त की नदी को तैर कर पार करने और सूरज को बदनामी से बचाने के लिए रात भर खुद जलने को क्यों कहते हैं? फैज़ वस्ल की राहत के सिवा बाकी राहतों से क्या इशारा कर रहे हैं? दरअसल, एक जबरदस्त हिंसक मानवरोधी सभ्यता में मनुष्य अपनी सीमित भाषा को ही अपनी सुरक्षा छतरी बना कर उसे अपने सिर के ऊपर तान लेता है। उसकी छांव में वह दुनियावी कोलाहल को अपने ढंग से परिभाषित करता है, अपनी ठोस राय बनाता है और उसके भीतर अपनी जगह तय करता है। एक कवि और शायर ऐसा नहीं करता। वह भाषा की तनी हुई छतरी में सीधा छेद कर देता है, ताकि इस छेद से बाहर की दुनिया को देख सके और थोड़ी सांस ले सके। इस तरह वह अपने विनाश की कीमत पर अपने अस्तित्व की संभावनाओं को टटोलता है और दुनिया को उन आयामों में संभवत: समझ लेता है, जो आम लोगों की नजर से प्रायः ओझल होते हैं।
भाषा की सीमाओं के खिलाफ उठी हुई कवि की उंगली दरअसल मनुष्यरोधी कोलाहल से बगावत है। गैलीलियो की कटी हुई उंगली इस बगावत का आदिम प्रतीक है। जरूरी नहीं कि कवि कोलाहल को दुश्मन ही बनाए। वह उससे दोस्ती गांठ कर उसे अपने सोच की नई पृष्ठभूमि में तब्दील कर सकता है। यही उसकी ताकत है। पाश इसीलिए पुलिसिये को भी संबोधित करते हैं। सच्चा कवि कोलाहल से बाइनरी नहीं बनाता। कविता का बाइनरी में जाना कविता की मौत है। कोलाहल से शब्दों को खींच लाना और धूप की तरह आकाश पर उसे उकेर दे��ा कवि का काम है।
कुमाऊं के जनकवि गिरीश तिवाड़ी ‘गिरदा’ इस बात को बखूबी समझते थे। एक संस्मरण में वे बताते हैं कि एक जनसभा में उन्होंने फ़ैज़ का गीत 'हम मेहनतकश जगवालों से जब अपना हिस्सा मांगेंगे' गाया, तो देखा कि कोने में बैठा एक मजदूर निर्विकार भाव से बैठा ही रहा। उसे कोई फ़र्क नहीं पड़ा, गोया कुछ समझ ही न आया हो। तब उन्हें लगा कि फ़ैज़ को स्थानीय बनाना होगा। कुमाऊंनी में उनकी लिखी फ़ैज़ की ये पंक्तियां उत्तराखंड में अब अमर हो चुकी हैं: ‘हम ओढ़, बारुड़ी, ल्वार, कुल्ली-कभाड़ी, जै दिन यो दुनी धैं हिसाब ल्यूंलो, एक हांग नि मांगूं, एक भांग नि मांगू, सब खसरा खतौनी किताब ल्यूंलो।'
प्रेमचंद सौ साल पहले कह गए कि साहित्य राजनीति के आगे चलने वाली मशाल है, लेकिन उसे हमने बिना अर्थ समझे रट लिया। गिरदा ने अपनी एक कविता में इसे बरतने का क्या खूबसूरत सूत्र दिया है:
ध्वनियों से अक्षर ले आना क्या कहने हैं
अक्षर से फिर ध्वनियों तक जाना क्या कहने हैं
कोलाहल को गीत बनाना क्या कहने हैं
गीतों से कोहराम मचाना क्या कहने हैं
प्यार, पीर, संघर्षों से भाषा बनती है
ये मेरा तुमको समझाना क्या कहने हैं
कोलाहल को गीत बनाने की जरूरत क्यों पड़ रही है? डेल्यूज और गटारी अपनी किताब ह्वॉट इज फिलोसॉफी में लिखते हैं कि दो सौ साल पुरानी पूंजी केंद्रित आधुनिकता हमें कोलाहल से बचाने के लिए एक व्यवस्था देने आई थी। हमने खुद को भूख या बर्बरों के हाथों मारे जाने से बचाने के लिए उस व्यवस्था का गुलाम बनना स्वीकार किया। श्रम की लूट और तर्क पर आधारित आधुनिकता जब ढहने लगी, तो हमारे रहनुमा ही हमारे शिकारी बन गए। इस तरह हम पर थोपी गई व्यवस्था एक बार फिर से कोलाहल में तब्दील होने लगी। इसका नतीजा यह हुआ है कि वैश्वीकरण ने इस धरती पर मौजूद आठ अरब लोगों की जिंदगी और गतिविधियों को तो आपस में जोड़ दिया है लेकिन इन्हें जोड़ने वाला एक साझा ऐतिहासिक सूत्र नदारद है। कोई ऐसा वैचारिक ढांचा नहीं जिधर सांस लेने के लिए मनुष्य देख सके। आर्थिक वैश्वीकरण ने तर्क आधारित विवेक की सार्वभौमिकता और अंतरराष्ट्रीयतावाद की भावना को तोड़ डाला है। ऐसे में राष्ट्रवाद, नस्लवाद, धार्मिक कट्टरता आदि हमारी पहचान को त��� कर रहे हैं। इतिहास मजाक बन कर रह गया है। यहीं हमारा कवि और शायर घुट रहे लोगों के काम आ रहा है।
8 notes · View notes
vikaskumarsworld · 1 year ago
Text
🧭संत रामपाल जी महाराज द्वारा किए जा रहे समाज कल्याण के कार्य🧭
संत रामपाल जी महाराज ने धर्मग्रंथों के यथार्थ ज्ञान के आधार पर प्रमाण देकर नकली गुरुओं की पोल खोलकर पाखंड पर चोट की। व्यवस्��ा में व्याप्त भ्रष्टाचार को सार्वजनिक कर उसे समूल उखाड़ फेकने का कठिन कार्य प्रारंभ किया। नशावृत्ति, दहेज जैसी कई सामाजिक कुरीतियों को बंद कराने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए। रक्तदान, अन्नदान परमार्थ करने के लिए प्रेरित किया।
जाति, धर्म, लिंग के आधार पर होने वाले भेदभाव का केवल सन्त रामपाल जी ही सफल रूप से उन्मूलन कर सके हैं।
संत रामपाल जी महाराज कहते हैं कि -
जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा।
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, धर्म नही कोई न्यारा।।
प्राकृतिक आपदा के कारण मुसीबत में फंसे लोगों को संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों द्वारा खाद्य व अन्य राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य बड़ी तत्परता से किया जाता हैं। जुलाई 2023 में हरियाणा के 12 जिले बाढ़ की चपेट में आ गए। लोगों को खाने-पीने की समस्या उत्पन्न हो गई और जलभराव के कारण बीमारियों का भी खतरा इन इलाकों में मंडराने लगा। ऐसी विषम परिस्थिति में बाढ़ पीड़ितों तक खाद्य व अन्य राहत सामग्री पहुंचाने के लिए संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी अपनी जान को जोखिम में डालकर अलग-अलग जिलों, ब्लॉक आदि में यह मानवीय सेवा करते नजर आए।
संत रामपाल जी महाराज भारत व विश्व के सबसे बड़े समाज सुधारक है जिन्होंने देश को दहेज, भ्रूण हत्या, जातिवाद, रिश्वतखोरी आदि समस्याओं से निजात दिलाई है।
#समाज_सुधारक_संत_रामपालजी
#SantRampalJi_AvataranDiwas
#SantRampalJiMaharaj
अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" App Play Store से डाउनलोड करें और "Sant Rampal Ji Maharaj" YouTube Channel पर Videos देखें और Subscribe करें।
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम उपदेश लेने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जायें।
⬇️⬇️
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry
Tumblr media Tumblr media
3 notes · View notes
spayedl · 1 year ago
Text
Urfi Javed:इस मिस्टी संग रिलेशनशिप में आई है ऊर्फी जावेद, किस करते हुए शेयर
Tumblr media
Urfi Javed:इस मिस्टी संग रिलेशनशिप में आई है ऊर्फी जावेद, किस करते हुए शेयर
Urfi Javed New Photo: टीवी एक्ट्रेस और वर्जन उर्फी जावेद अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। उर्फी जावेद अपने स्टाइल से लेकर अपने बयानों के कारण लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी रहती हैं। इसी बीच उर्फी जावेद ने सोशल मीडिया पर एक ऐसी तस्वीर शेयर की है, जिसे लेकर उनके बारे में कई तरह की बातें कही जा रही ���ैं। दरअसल उर्फी जावेद ने लकड़ी की छड़ी के साथ एक तस्वीर शेयर की है। यह तस्वीर ऐसी है कि उर्फी जावेद की रिलेशनशिप लाइफ को लेकर एक बार फिर अटकलें लगने लगीं। आइए जानते हैं कि उर्फी जावेद को लेकर नई मुसीबत क्या है।
Tumblr media
उर्फी जावेद और काजोल का है खास कनेक्शन
उर्फी जावेद ने गुरुवार को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से स्टोरी से एक तस्वीर शेयर की है। इस तस्वीर में आप देख सकते हैं कि उर्फी जावेद एक छड़ी को लिपकिस करती हुई दिखाई दे रही हैं। इस फोटो में उर्फी जावेद ने काजोल को टैग किया है। इससे पता चलता है कि उर्फी जावेद ने अपनी खास दोस्त काजोल को लिप किस किया है।
इसके बाद लोग कयास लगा रहे हैं कि उर्फी जावेद और काजोल एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं। उर्फी जावेद और काजोल अक्सर एक साथ नजर आते हैं और काफी वक्त साथ बिताते हैं। उर्फी जावेद और काजोल की तस्वीरें और फिल्में सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं। उर्फी जावेद और काजोल के रिश्ते को लेकर भले ही चर्चाएं होती रहती हैं। लेकिन दोनों ने इस बात का खुलासा नहीं किया है।
उर्फी जावेद ने टीवी से शुरू किया था करियर
बता दें कि उर्फी जावेद हाल ही में ‘बिग बॉस ओटीटी 2’ में गेस्ट बनकर पहुंची थीं। उर्फी जावेद ने ‘बिग बॉस ओटीटी 2” के घर के अंदर प्रतियोगियों के साथ बातचीत की। काम के मोर्चे की बात करें तो उर्फी जावेद ने टीवी इंडस्ट्री में अपने करियर की शुरुआत साल 2016 में शो ‘बड़े भैया की दुल्हनिया’ से की थी। उन्होंने कई टीवी शोज में काम किया है। हालाँकि, उर्फी जावेद को ‘बिग बॉस ओटीटी 1’ में प्रदर्शन करने के बाद शीर्ष पायदान की प्रतिष्ठा मिली। उर्फी जावेद अन्य रियलिटी शो में भी नजर आ चुकी हैं।
2 notes · View notes
astrovastukosh · 1 hour ago
Text
Aaj Ka Aap Ka Rashifal 10 February 2025: आज महादेव की कृपा से मेष से मीन राशि तक के लोगों के लिए कैसा रहेगा आपका राशिफल, जानें!
Tumblr media
⛅👉📌✍मेष राशि का आज का राशिफल:- मेष राशि वालों के लिए शुभ दिन रहेगा। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी। वैवाहिक जीवन में खुशियों का माहौल रहेगा। प्रेम-संबंधों में मधुरता आएगी। लंबे समय के बाद पुराने मित्रों से मुलाकात संभव है। जिससे मन प्रसन्न रहेगा। बड़े भाई-बहनों का ��पोर्ट मिलेगा। आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होगी।
⛅👉📌✍वृषभ राशि का आज का राशिफल:- आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। नौकरी की तलाश करने वालों को नई जॉब का ऑफर मिल सकता है। विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा में सफलता हासिल होगी। स्वास्थ्य से जुड़ी छोटी-मोटी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आर्थिक मामलों में ज्यादा वाद-विवाद करने से बचें। कार्यस्थल पर वातावरण अनुकूल रहेगा।
⛅👉📌✍मिथुन राशि का आज का राशिफल:- लंबे समय से चली आ रहे परेशानियां दूर होंगी। कानूनी विवाद सुलझ जाएंगे। माता-पिता के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। रिलेशनशिप की गलतफहमी को दूर करें। कुछ जातकों को नई जॉब का ऑफर मिल सकता है। ऑफिस पॉलिटिक्स से दूरी बनाएं। करियर में तरक्की के नए मौकों पर नजर रखें।
⛅👉📌✍कर्क राशि का आज का राशिफल:- कर्क राशि वालों को कार्यों के सकारात्मक परिमाम मिलेंगे। कड़ी मेहनत रंग लाएगी। सफलता की सीढ़ियां चढ़ेंगे। आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। नए वाहन या प्रॉपर्टी की खरीदारी कर सकते हैं। कार्यों के तनाव से बचें। पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में संतुलन बनाए रखें।
⛅👉📌✍सिंह राशि का आज का राशिफल:- सामाजिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। मन प्रसन्न रहेगा। लक्ष्यों पर सफलता अर्जित करेंगे, लेकिन कोई आपकी छवि खराब करने की कोशिश कर सकता है। फैमिली मेंबर्स के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करें। इससे पारिवारिक जीवन की दिक्कतों को सुलझाने में मदद मिलेगी। धन का प्रबंधन होशियारी से करें। आर्थिक मामलों में किसी पर आंख मूंदकर भरोसा न करें।
⛅👉📌✍कन्या राशि का आज का राशिफल:- चुनौतियों का आत्मविश्वास के साथ सामना करें। विवादों को सुलझाने के लिए खुलकर बातचीत करें और जल्दबाजी में कोई फैसला न लें। आय के नवीन स्त्रोत बनेंगे। ऊर्जा और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। धार्मिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। मानसिक शांति मिलेगी।
⛅👉📌✍तुला राशि का आज का राशिफल:- आज का दिन अच्छा रहेगा। व्यापारिक स्थिति सुदृढ़ होगी। ऑफिस में कार्यों की अतिरिक्त जिम्मेदारी मिलेगी। यात्रा के योग बनेंगे। अपने स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही न बरतें। करियर में सफलता प्राप्त करने के लिए अपने लक्ष्यों पर फोकस करें।
⛅👉📌✍वृश्चिक राशि का आज का राशिफल:- आर्थिक स्थिरता आएगी। पुराने निवेशों से धन लाभ होगा। नई जॉब का ऑफर मिल सकता है। घर मरम्मत कराने या नई प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना सकते हैं। आज किसी को बड़े अमाउंट में धन उधार देने से बचें। इससे वापस मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
⛅👉📌✍धनु राशि का आज का राशिफल:- करियर में ��ड़ी कामयाबी हासिल करेंगे। आर्थिक मामलों में सावधानी से फैसले लें। अगर जरूरत हो, तो किसी एक्सपर्ट की सलाह लेने में संकोच न करें। ऑफिस में व्यर्थ के वाद-विवादों से बचें। इससे तनाव बढ़ सकता है।
⛅👉📌✍मकर राशि का आज का राशिफल:- व्यापार में विस्तार होगा। कार्यों के मनचाहे परिणाम मिलेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। भाई-बहन या करीबी दोस्त को आर्थिक मदद की जरूरत पड़ सकती है। अपने काम पर फोकस करें। ऑफिस में किसी से बहस करने से बचें। विद्यार्थियों को पढ़ाई-लिखाई में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
⛅👉📌✍कुंभ राशि का आज का राशिफल:- आज का दिन मिलाजुला परिणाम देने वाला रहेगा। ऑफिस में कुछ महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करने के लिए ज्यादा टाइम स्पेंड करना पड़ सकता है। जीवनसाथी से अनबन संभव है। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। आय के नवीन स्त्रोत बनेंगे। स्वास्थ्य में सुधार आएगा।
⛅👉📌✍मीन राशि का आज का राशिफल:- स्वास्थ्य को लेकर मन चिंतित रहेगा। तनाव महसूस हो सकता है। फैमिली और प्रियजनों के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करें। प्रोफेशनल लाइफ में नेटवर्किंग के कई मौके मिलेंगे। करियर की बाधाएं दूर होंगी। बिजनेस में किसी पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। धन हानि हो सकता है। घर-परिवार में खुशनुमा माहौल रहेगा।
👉ऐसी ही "सनातन धर्म" की "𝘼𝙨𝙩𝙧𝙤𝙡𝙤𝙜𝙮 और 𝙑𝙖𝙨𝙩𝙪𝙎𝙝𝙖𝙨𝙩𝙧𝙖" की रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी पाने के लिए अभी जुड़ें "𝘼𝙨𝙩𝙧𝙤 𝙑𝙖𝙨𝙩𝙪 𝙆𝙤𝙨𝙝" से✍ 📌𝟵𝟴𝟯𝟳𝟯𝟳𝟲𝟴𝟯𝟵
0 notes
sharpbharat · 15 hours ago
Text
Adityapur ward 17 residents meting : पूर्व पार्षद नीतू शर्मा ने बुलाई आदित्यपुर वार्ड 17 के निवासियों की बैठक, क्षेत्र की समस्याओं को लेकर जनता के साथ खड़े रहने का दिलाया भरोसा, पेयजल, साफ-सफाई के लिए आंदोलन शुरू करने की दी चेतावनी
आदित्यपुर : झारखंड में नगर निकायों का चुनाव नहीं होने का खामियाजा नगर निकाय क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है. ऐसे में निवर्तमान हो चुके पूर्व जन प्रतिनिधि भी बेबस और लाचार नजर आ रहे हैं. हालांकि कुछ निवर्तमान जन प्रतिनिधि ऐसे भी हैं जो पावर नहीं रहने के बाद भी जनता के सुख-दुख में और जन मुद्दों को लेकर आम लोगों के साथ खड़े दिखते हैं. (नीचे भी पढ़ें) ऐसी ही एक जनप्रतिनिधि हैं नीतू शर्मा, जो…
0 notes
countryinsidenews · 2 days ago
Text
भाजपा प्रदेश कार्यालय में जमकर बंटी मिठाई, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित कई मंत्री जश्न में हुए शामिल
पटना, 8 फरवरी। दिल्ली में भाजपा की अभूतपूर्व और ऐतिहासिक जीत के बाद बिहार भाजपा प्रदेश कार्यालय में जमकर जश्न मनाया गया। इस जीत की खुशी में मिठाइयां बांटी गई और लोगों ने एक-दूसरे को जीत की बधाई दी। भाजपा की जीत पर भाजपा कार्यालय में होली और दिवाली का नजारा एक साथ नजर आया। कार्यकर्ताओं ने इस मौके पर जमकर आतिशबाजी की।इस खुशी के मौके पर प्रदेश कार्यालय पहुंचे उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और मंत्री…
0 notes
imranjalna · 3 days ago
Text
प्रेम का उत्सव: वेलेंटाइन वीक की एक खूबसूरत यात्रा
Celebration of Love: A Beautiful Journey of Valentine’s Week प्यार की खुशबू हर ओर फैली हुई है, और वेलेंटाइन वीक की शुरुआत के साथ ही दुनिया लाल और गुलाबी रंगों में रंगी नजर आती है। यह खास समय सिर्फ एक दिन के उत्सव तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे एक हफ्ते तक प्यार के अलग-अलग रंगों को समर्पित है। यह सप्ताह हमें याद दिलाता है कि हमें उन लोगों की सराहना करनी चाहिए जो हमारी जिंदगी को खूबसूरत बनाते हैं।…
1 note · View note
helputrust · 11 months ago
Text
Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media Tumblr media
लखनऊ, 04.03.2024 l माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग, इंडस्ट्रियल स्टेट, सरोजनी नगर, कानपुर रोड, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें 144 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी जिम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना l
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य डॉ. लुबना, शिक्षिकाओ एवं रेड ब्रिगेड से यास्मीन बानो ने दीप प्रज्वलित किया |
जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य डॉ. लुबना ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “पंडित जवाहर लाल नेहरु के अनुसार, लोगों को जगाने के लिये महिलाओं का जागृत होना जरुरी है ।" एक बार जब वो अपना कदम उठा लेती है, परिवार आगे बढ़ता है, गाँव आगे बढ़ता है और राष्ट्र विकास की ओर उन्मुख होता है । भारत में, महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये सबसे पहले समाज में उनके अधिकारों और मूल्यों को मारने वाले उन सभी राक्षसी सोच को मारना जरुरी है जैसे दहेज प्रथा, अशिक्षा, यौन हिंसा, असमानता, भ्रूण हत्या, महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा, बलात्कार, वैश्यावृति, मानव तस्करी आदि | आज की इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला में आए हुए प्रशिक्षकों से आप निश्चित ही आत्मरक्षा के गुर सीख पाएंगे तथा अपने जीवन में किसी तरह की समस्या आने ���र इस प्रशिक्षण का उपयोग करके अपने आपको बचा पाएंगे |
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं | महिलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है | आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है | आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं | फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा | आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका यास्मीन बानो ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया |
कार्यशाला के समापन के बाद, छात्राओं ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि, हमें हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस 'आत्मरक्षा प्रशिक्षण' कार्यशाला में सीखने का मौका मिला । अगर हमें कोई पकड़ लेता है, तो हमें उससे कैसे बचना है, यह भी हमें अब पता है । अधिकांश लड़कियाँ अपने आप को दुर्बल महसूस करती हैं, लेकिन सेल्फ डिफेंस के माध्यम से हमें सिखाया गया है कि हमें कभी भी दुर्बल नहीं होना चाहिए । हम इन तकनीकों का उपयोग करके अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं ।
जी.एस.आर.एम मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्य डॉ. लुबना एवं शिक्षक/ शिक्षिकाओं सृष्टि मैसी, शिल्पी, सदफ खान, श्रेया मिश्रा, दीपलता साहू, श्रीमती अंजिली तिवारी, श्रीमती स्वाति मिश्रा, सुश्री सिंड्रेला, सुश्री ज्योति तिवारी, सुश्री रचना मिश्रा, श्रीमती दीपिका, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, यास्मीन बानो तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही l
#selfdefenseforwomen #womenempowerment #selfdefensetraining
#selfdefence #FemaleEmpowerment #EmpowerWomen #EmpoweringWomen #selfprotection #personaldefense #safetyfirst #safetytips
#strongertogether #ServeHumanity #selfdefencewarrior #FairFight
#GSRMMCollegeofNursing #DrLubna
#GoCampaign #RedBrigadeTrust #AjayPatel #SushmitaBharti
#NarendraModi #PMOIndia
#YogiAdityanath #UPCM
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust
#KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
www.helputrust.org
@narendramodi @pmoindia
@MYogiAdityanath @cmouttarpradesh
@theGOCampaign @redbrigadetrust.org
@HelpUEducationalAndCharitableTrust @HelpU.Trust
@KIRANHELPU
@HarshVardhanAgarwal.HVA @HVA.CLRS @HarshVardhanAgarwal.HelpUTrust
@HelpUTrustDrRupalAgarwal @RupalAgarwal.HELPU @drrupalagarwal
9 notes · View notes
ainnewsone · 5 days ago
Text
जैसलमेर में नाबालिग हिंदू लड़की की 40 वर्षीय मुस्लिम युवक से शादी रोकी गई, दूल्हा फरार ,जैसलमेर में नाबालिग की शादी का मामला?
Tumblr media
AIN NEWS 1: राजस्थान के जैसलमेर जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां 14 साल की हिंदू नाबालिग लड़की की शादी 40 वर्षीय मुस्लिम युवक से  कराई जा रही थी। पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर इस तरह के अवैध विवाह को रुकवा दिया। जैसे ही पुलिस वहां पहुंची, शादी समारोह में अफरा-तफरी मच गई, और दूल्हा भी मौके से फरार हो गया।
Tumblr media
शादी के दौरान ही पुलिस ने मारा छापा यह पूरी घटना गफूर भट्टा इलाके की है। स्थानीय पुलिस को यहाँ पर सूचना मिली थी कि एक नाबालिग लड़की की शादी की जा रही है। मंगलवार सुबह से ही करीब 7 बजे तहसीलदार परसाराम के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। वहां शादी की तैयारियां शुरू हो रही थीं। इस पूरे मामले में परिजनों का कहना था कि केवल सगाई की रस्म हो रही थी, लेकिन तहसीलदार ने यहां पर  स्पष्ट किया कि नाबालिग की सगाई भी अवैध है। प्रशासन ने इस  शादी को तुरंत रुकवा दिया और लड़की को बाल कल्याण समिति (CWC) को अभी सौंप दिया। इस दोरान पुलिस को देख दूल्हा हुआ फरार, बाराती हिरासत में पुलिस के पहुंचते ही शादी समारोह में मानो हड़कंप मच गया। सभी बाराती घबरा गए और दूल्हा अपना सहरा और गाड़ी छोड़कर मौके से ही भाग निकला। पुलिस ने वहां बारातियों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की जा रही है। शादी स्थल से टेंट, सजावट का सामान और अन्य सामग्री को भी पुलिस द्वारा जब्त कर लिया गया है। पुलिस अब दूल्हे और शादी में शामिल अन्य लोगों की तलाश कर रही है। इस शादी की कानूनी स्थिति यहां हम भारतीय कानून के अनुसार, 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की और 21 वर्ष से कम उम्र के लड़के की शादी को पूरी तरह से गैरकानूनी है। इस मामले में लड़की की उम्र 14 साल थी, जबकि इस दूल्हे की उम्र 35-40 साल के बीच बताई जा रही है। इस तरह के अवैध विवाहों को ही रोकने के लिए प्रशासन सख्ती से कार्रवाई कर रहा है। पुलिस ने परिजनों को यहां पर चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में फिर से ऐसी शादी करने की कोशिश की गई, तो कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी। प्रशासन की अब कार्रवाई और जांच जारी तहसीलदार परसाराम ने इस दोरान बताया कि जैसे ही उन्हें सूचना मिली, तुरंत शहर कोतवाली पुलिस के साथ मिलकर यह  कार्रवाई की गई। बाल संरक्षण कानूनों के तहत लड़की को अभी सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है, और शादी कराने वालों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, पुलिस इस मामले में ही  दूल्हे और शादी के आयोजन से जुड़े लोगों की तलाश भी  कर रही है। प्रशासन की सख्ती से इस तरह की अवैध शादियों को रोकने के लिए प्रयास जारी रहेंगे यह पूरा  मामला नाबालिगों की शादी के खतरे और कानून के उल्लंघन को लोगों के लिए दर्शाता है। प्रशासन और पुलिस की तत्परता के कारण ही एक मासूम लड़की को बाल विवाह से बचाया जा सका। इस पूरी घटना से साफ है कि यह अवैध शादियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है, और सख्त कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। https://youtube.com/shorts/Ur-Q5rVg6zY?si=jzATDSfPzUIdjC69 In a shocking incident from Jaisalmer, Rajasthan, police intervened to stop the illegal marriage of a 14-year-old Hindu girl to a 40-year-old Muslim man. As soon as the authorities arrived, the groom fled, leaving the wedding preparations in disarray. The Jaisalmer police and administration seized the wedding materials and handed over the minor to the Child Welfare Committee (CWC). This incident highlights the ongoing issue of illegal child marriages in India and the efforts by law enforcement to prevent such unlawful acts Read the full article
0 notes
rightnewshindi · 8 days ago
Text
महाकुंभ में हर रोज 1 करोड़ से ज्यादा लोग कर रहे स्नान, 7 दिनों में 20 करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान
#News महाकुंभ में हर रोज 1 करोड़ से ज्यादा लोग कर रहे स्नान, 7 दिनों में 20 करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान
Maha Kumbh 2025: शनिवार दोपहर का कोई 12:30 का समय होगा। संगम नोज की ओर श्रद्धालुओं का हुजूम बढ़ता जा रहा था। इसी भीड़ का हिस्सा थे 70 वर्षीय बुजुर्ग ओम प्रकाश। ग्वालियर से आए बुजुर्ग आगे जा रहे थे। उन पर नजर पड़ी तो सहज सवाल किया कि बाबा भीड़ में तकलीफ हो रही है तो वो बोल पड़े बिल्कुल नहीं, यही भीड़ तो यहां तक लेती आई। इतने लोग साथ चल रहे थे कि मालूम ही नहीं चला कब पांच किलोमीटर की दूरी पूरी हो…
0 notes