उत्तर प्रदेश में अपराध व अपराधियों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस
उत्तर प्रदेश, जिसे आज भारत के विकास का केंद्र माना जा रहा है, कभी अपराधियों के वजह से अक्सर समाचारों का विषय बनता रहता था। अपराध व अपराधियों खिलाफ कठोर कदम उठाने के लिए यूपी पुलिस ने ‘ज़ीरो टॉलरेन्स पॉलिसी यूपी’ को अपनाया है। यह पॉलिसी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए, पब्लिक सेफटी और क्राइम प्रिवेंशन में महत्वपूर्ण योगदान दे रही रही है। अपरधियों को अब ‘यूपी में लॉ एनफोर्समेंट’ का डर सताने लगा है और अपराधों में लगातार गिरावट और पिछले 7 सालों में राज्य में एक भी साम्प्रदाइक दंगा न होना इस बात का पुख्ता प्रमाण है। अपराधी अब खुद सरेंडर करने लगे हैं।
यूपी में लॉ एनफोर्समेंट को मजबूती देने और ‘ज़ीरो टॉलरेन्स पॉलिसी यूपी’ को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से पुलिस द्वारा 63055 अपराधियों के विरुद्ध गैंगस्टर अधिनियम और 836 अपराधियों के विरुद्ध एन.एस.ए. की कार्रवाई की गई है। इसके माध्यम से रु. 90 अरब 22 करोड़ 33 लाख की सम्पत्तियों का जब्तीकरण किया जा चुका है। माफिया और अपराधियों द्वारा अर्जित बेनामी और ग़ैरक़ानूनी संपत्तियों का भी जब्तीकरण किया जा रहा है, जिसमें 2819 करोड़ से अधिक की संपत्तियाँ शामिल हैं।
महिला सुरक्षा राज्य के विकास की एक अहम कड़ी है। महिला सुरक्षा के बिना कोई राज्य प्रगति के पथ पर आगे नहीं बढ़ सकता है। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों के खिलाफ भी जबरदस्त कार्रवाई देखने को मिली है। 487 अभियुक्तों को आजीवन कारावास, 1016 अभियुक्तों को 10 वर्ष से अधिक कारावास, और 3076 अभियुक्तों को 10 वर्ष से कम का कारावास दिया गया है।
यहाँ तक कि माफिया और उनके गैंग के सदस्यों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई का सिलसिला जारी है। पूरे प्रदेश में 77 माफियाओं और उनके सहयोगियों के खिलाफ कुल 340 अभियोग पंजीकृत किए जा चुके हैं, जिसमें से 90 की गिरफ्तारी, 61 के खिलाफ गुण्डा एक्ट, 35 के खिलाफ शस्त्र लाइसेंस, और 8 के खिलाफ एन.एस.ए. की कार्रवाई की गई है।
इससे न केवल अपराधियों को सज़ा मिल रही है, बल्कि क्राइम प्रिवेंशन के लिए पुलिस संरचना को भी मजबूती प्रदान हो रही है तथा अपराधियों के बीच कानून का डर व्याप्त हो रहा है। नए थानों की स्थापना, हर जिले में महिला थानों की स्थापना, महिला पुलिस की नियुक्ति, एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की शुरुआत, और साइबर क्राइम थानों का गठन यह सभी प्रमुख उपाय हैं जिनसे प्रदेश की सुरक्षा में सुधार किया जा रहा है। इस समय यूपी पुलिस द्वारा पॉक्सो एवं महिला संबंधी अपराधों के तहत 7276 अपराधियों को सजा दी दिलाई गई है। साथ ही साथ धार्मिक स्थलों से ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए भी कड़ी कार्रवाई देखने को मिली है।
इस प्रकार, उत्तर प्रदेश में अपराध और अपराधियों के खिलाफ ‘ज़ीरो टॉलरेन्स पॉलिसी यूपी’ लागू करने से न केवल अपराधों में कमी देखने को मिल रही है, बल्कि पब्लिक सेफटी की भावना भी मजबूत हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार के इन सख्त कदमों के परिणामस्वरुप न सिर्फ अपराध में कमी आएगी, बल्कि समाज भी एक सकारात्मक दिशा में अग्रसर होगा। यह यूपी पुलिस की एक बड़ी उपलब्धि है जो प्रदर्शित कर रही है कि एक सुरक्षित और सहयोगी समाज की दिशा में हमारे कदम आगे बढ़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश प्रशासन की कठोर कार्रवाइयों की इस श्रृंखला को देखते हुए जनता में भी ये भावना जागृत हो रही है कि शासन प्रशासन की निष्ठा और प्रतिबद्धता से अपराध और अपराधियों के खिलाफ ये लड़ाई उत्तर प्रदेश के उज्जवल भविष्य के निर्माण में अहम योगदान देगी।
Source: https://upidtransformed.blogspot.com/2024/02/blog-post.html
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ऑल इण्डिया लॉ इन्ट्रेन्स टेस्ट’ में सी.एम.एस. की कनिष्का मित्तल ‘सिटी टॉपर’
‘ऑल इण्डिया लॉ इन्ट्रेन्स टेस्ट’ में सी.एम.एस. की कनिष्का मित्तल ‘सिटी टॉपर’
सर्वाधिक 13 छात्र सी.एम.एस. से चयनित
लखनऊ, सिटी मोन्टेसरी स्कूल की मेधावी छात्रा कनिष्का मित्तल ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी,
दिल्ली के तत्वावधान में आयोजित ‘ऑल इण्डिया लॉ इन्ट्रेन्स टेस्ट (एआईएलईटी)’ में सिटी टॉपर का
खिताब अर्जित कर पूरे देश में लखनऊ का गौरव बढ़ाया है। अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित इस
प्रतिष्ठित परीक्षा में…
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जानिए क्या है साइबर अपराध ?
यदि कंप्यूटर को साइबर अपराध का जनक कहा जाए तो यह बात ग़लत नहीं होगी। कंप्यूटर के दुरुपयोग ने ही साइबर अपराध को जन्म दिया है। साइबर अपराध को ‘सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 द्वारा दंडनीय कार्यों के रूप में परिभाषित किया गया है। साथ ही साथ भारतीय दंड संहिता, 1860 के प्रावधान इस अधिनियम को और अधिक सशक्त बनाते हैं बनाते हैं। ई-मेल स्पूफिंग और साइबर मानहानि, धमकी भरे ई-मेल आदि भेजने जैसे कई अपराध…
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इंदौर लॉ कॉलेज बुक रो: मप्र पुलिस ने लेखक को गिरफ्तार करने के लिए टीमें बनाईं, जांच पैनल ने छात्रों के बयान दर्ज किए
इंदौर लॉ कॉलेज बुक रो: मप्र पुलिस ने लेखक को गिरफ्तार करने के लिए टीमें बनाईं, जांच पैनल ने छात्रों के बयान दर्ज किए
राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस ने एक विवादास्पद पुस्तक के लेखक को गिरफ्तार करने के लिए टीमों का गठन किया है, जिसके खिलाफ पिछले सप्ताह मामला दर्ज किया गया था।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने इंदौर के सरकारी लॉ कॉलेज के परिसर में एक विरोध प्रदर्शन के बाद मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि छात्रों को सिखाई जा रही किताब…
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15 साल की मुस्लिम लड़की मनपसंद लड़के से कर सकती है निकाह : हाई कोर्ट
15 साल की मुस्लिम लड़की मनपसंद लड़के से कर सकती है निकाह : हाई कोर्ट
रांची। झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस एसके द्विवेदी की पीठ ने 15 साल की एक लड़की को शादी की अनुमति दे दी है। हाई कोर्ट ने मुस्लिम पर्सनल लॉ का हवाला देते हुए अपना फैसला सुनाया। साथ ही जस्टिस द्विवेदी ने जमशेदपुर से सटे जुगसलाई की 15 साल की लड़की से शादी करने वाले युवक के खिलाफ की गयी निचली अदालत की कार्रवाई को निरस्त कर दिया है। हाई कोर्ट ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ के तहत 15 साल की लड़की अपनी पसंद…
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NEET: शीतल बोहरा ने लॉ NEET परीक्षा की उत्तीर्ण
NEET: शीतल बोहरा ने लॉ NEET परीक्षा की उत्तीर्ण
धारुहेड़ा: शीतल बोहरा ने एटीए द्वारा आयोजित लॉ नेट परीक्षा उत्तीर्ण करके इलाक़े का नाम रोशन किया। शीतल बोहरा धारुहेड़ा के बोहरा परिवार की बहु है।
Fire at Rewari: कूडे में फिर लगी भयंकर आग, धुआं धुआं धारूहेडा
इनकी माँ सास नगर पालिका की चेयरपर्सन रही है और इनके पति संदीप बोहरा समाजसेवी है। इस परीक्षा को पास करने के लिए शीतल बोहरा ने अपनी अपनी पढ़ाई में लग्न और कड़ी मेहनत के साथ साथ अपनी माँ सास…
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मतदाताओं को डराने धमकाने या रिश्वत देने वालों पर होगी कार्यावाही- डीसी
बिलासपुर, 15 अक्तूबर, 2022 – जिला निर्वाचन अधिकारी बिलासपुर पंकज राय ने आज भारतीय दंड सहिता की धारा 171-ख के अन्तर्गत प्रावधानों के अनुसार आदेश जारी करते हुए कहा कि जो व्यक्ति निर्वाचन के दौरान किसी भी व्यक्ति को मत का गलत प्रयोग करने के लिए नकद या वस्तु देता है या इस तरह लेता हुआ पाया जाता है तो उसे एक वर्ष तक के कारावास, जुर्माना या दानों से दण्डनीय होगा।
उन्होने भारतीय दंड सहिता की धारा 171-ग…
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लखनऊ, 21.03.2024 l माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में लखनऊ लॉ कॉलेज, अहिमामऊ, सुल्तानपुर रोड, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें 38 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी जिम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना l
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल, शिक्षकों एवं रेड ब्रिगेड से तन्ज़ीम अख्तर, महिमा शुक्ला ने दीप प्रज्वलित किया |
लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल ने हेल्प यू एजुकेशनल एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “महिला सशक्तिकरण का अर्थ महिलाओं को समाज में उचित स्थान और सम्मान दिलाना हैं । जो न सिर्फ समाज के विकास और प्रगति में महिलाओं की भूमिका को मजबूत करता है अपितु समाज को समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ाता है । हमारे बीच आकर आपने महिलाओं और बच्चों को उन अनैतिक ताकतों, जो कानून, समाज और नैतिकता के खिलाफ हैं, से आत्मरक्षा करने का तरीका सिखाया । हमें उम्मीद है कि आज की इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला में आए हुए प्रशिक्षकों से आप निश्चित ही आत्मरक्षा के गुर सीख पाएंगे तथा अपने जीवन में किसी तरह की समस्या आने पर इस प्रशिक्षण का उपयोग करके अपने आपको बचा पाएंगे ।"
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं | महिलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है | आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है | आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं | फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा | आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका तन्ज़ीम अख्तर, महिमा शुक्ला ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया |
कार्यशाला में लखनऊ लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ छोटेलाल एवं शिक्षकों श्री अखंड प्रसाद सिंह, डॉ मोहन कुमार, श्री रितेश प्रकाश सिंह, श्री सौमित्र सिंह, श्री उपेन्द्र नाथ तिवारी, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, तन्ज़ीम अख्तर, महिमा शुक्ला तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही l
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RideBoom Drivers Support From Agra . आगरा से ड्राइवर जो वहां राइड बूम लॉ...
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लीडरशिप
जो अर्जुन के संशय का समाधान करें वहीं कृष्ण है । हम किसी न किसी के लिए कृष्ण हैं और कोई हमारा कृष्ण है । मतलब हम किसी को राह दिखा रहें है और कोई हमे राह दिखा रहा है । जितने भी महान लोग है वो सभी अच्छे लीडर भी हैं। एक अच्छा नेतृव समाज का उत्थान ही करता है । चलिए लीडरशिप के महत्व को समझते हैं । आज कल AI का चलन बढ़ गया हैं । लोगो को लगता है AI सारे jobs को सीमित कर देगा । एक नई दुनिया जहां मशीनें वो सभी काम करेंगी जो पहले केवल इन्सान ही कर सकता था । अब लोगो को एक फुल प्रूफ करियर ऑप्शन चाहिए जो सही भी है । चलिए मैं आपको बताता हूं जैसे घोड़ागाड़ी की जगह मोटरगाड़ी ने ले लिया वैसे जाहिर सी बात है AI अभी वर्तमान जॉब को सीमित करेगा और कुछ नए जॉब उत्पन्न करेगा । पर एक क्षेत्र है जहां कोई टेक्नोलॉजी का उपयोग बहुत कम है और वह है लीडरशिप । मनुष्य का लीडर कभी AI या टेक्नोलॉजी तो नहीं हो सकता। मनुष्य का लीडर मनुष्य ही होगा हमेशा यह अखण्ड सत्य है । AI का अर्थ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस होता है लेकिन अब आप समझ गए होंगे की ज्यादा इंटेलिजेंस मनुष्य के पास है तो अब से इस आर्टिकल के लिए AI हमारे लिए ऑल्टरनेटिव इंटेलिजेंस है । एक अच्छा लीडर उसके अंदर के व्यतित्व से बनता है ना की ऑल्टरनेटिव इंटेलिजेंस से । Human resource management आज के समय एक कला है और इसके लिए एक विशेष वर्ग के लोग काम कर रहें हैं जिन्हें हम HR कहते है क्या सच में यह इतना जटिल काम जिसके लिए हमे निपुण लोगों को काम पर रखना पड़ता है । लीडरशिप केवल विशेष लोगो की जागीर नहीं है इसको सब को सीखना चाहिए क्यों की " हम किसी न किसी के लिए कृष्ण हैं और कोई हमारा कृष्ण है " , लीडरशिप एक कला है समय के साथ इंसान निपुण होता जाता है पर आज के दुनिया में धैर्य कहा उनको आत्मज्ञान को 30 सेकंड की वीडियो से प्राप्त करना है और लीडरशिप के गुण एक लेख से । इसलिए मुझे इस लेख पर ज्यादा ध्यान देना आवश्यक हो गया है । लेकिन फिर भी एक अच्छा लीडर एक दिन में नही बनता । समय के साथ बनता है और जन्म से कोई लीडर नही होता है । इसलिए कोई भी बन सकता है । मैं इकोनॉमिक्स का विद्यार्थी हूं और अभी तक इकोनॉमिक्स में ज्यादातर शॉर्टेजेस और डिमांड और सप्लाई के बारे में ही बात की जाती है जैसे oil , technology, money इत्यादि । पर मुझे लगता है केवल लीडरशिप के कमी के कारण सभी अधिकांश शॉर्टेज उत्पन्न होते है । कहने का अर्थ है एक अच्छा लीडर अर्थवस्था को स्थिर कर सकता है । एक अच्छा लीडर आजादी दिला सकता है जैसे बापू । अच्छे लीडर के उदाहरण समाज में कई है इसलिए सारे उदाहरण पे ध्यान देने का काम आप पर छोड़ता हूं । मेरे लिए अच्छा लीडर एक दूरदर्शी नागरिक है और देश के उत्थान की नींव है । मेरे बातों से यह ना समझें की लीडर मतलब केवल पॉलिटिकल लीडर । लीडर की जरूरत हर क्षेत्र में है जैसे पॉलिटिकल, एडमिनिस्ट्रेटिव, एजुकेशन , स्पोर्ट्स, लॉ एंड आर्डर इत्यादि | यहां पे मैं एक Palindrome से आपको बताना चाहता हूं " A Man a Plan a Canal Panama " इस लाइन की दो खासियत है 1. आगे और पीछे दोनो तरफ से पढ़ने पर यह एक ही जैसा साउंड करती है । 2. यह एक प्रेरक लाइन है जिसका मतलब है एक मैन था , उसके पास एक प्लान था , और वह प्लान एक canal का था । उसका नाम है आज पनामा है । मै अब आप से पूछता हूं वह एक मैन कौन है , एक लीडर । हां एक लीडर उसने दुनिया को पनामा दिया और आज इस नहर का दुनिया में कितना महत्व है मुझे बताने की आवश्यकता नहीं है यह जग जाहिर है । एक अच्छा लीडर मानवता के लिए वरदान है ।
चलिए देखते है लीडरशिप के गुण [ Attributes ]
1. पेशेवर ज्ञान और क्षमता
एक अच्छा नेता बनने के लिए व्यक्ति को अपने क्षेत्र के बारे में ज्ञान होना चाहिए। ज्ञान निरंतर अध्ययन और कड़ी मेहनत से आता है। जितना अधिक आप जानते हैं आप उतने अधिक सक्षम बनते हैं। ज्ञात तथ्यों के आधार पर सही निर्णय लेने के लिए ज्ञान आवश्यक है।
2. निर्णय लेने की क्षमता
एक अच्छे नेता में निर्णय लेने की क्षमता होती है और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि उसने जो निर्णय लिया है उसके लिए पूरी जिम्मेदारी स्वीकार करता है।
3. पूर्ण न्याय और निष्पक्षता
किसी भी व्यक्ति को पदावनत होना पसंद नहीं है और फिर भी यदि निष्पक्ष रूप से किया जाए तो वे इसे स्वीकार करते हैं। एक अच्छा नेता प्रत्येक अधीनस्थ के साथ उचित व्यवहार करता है। एक अच्छा नेता यह सुनिश्चित करता है कि वह न केवल सीखने और विकास के समान अवसर प्रदान करे बल्कि उसी गलती के लिए समान सजा भी प्रदान करे।
4. नैतिक और शारीरिक साहस
नैतिक साहस: यह सही और गलत के बीच अंतर करने की क्षमता है। एक अच्छा नेता दूसरों की परवाह किए बिना अपने विचारों और विश्वासों को सामने रखने में सक्षम होता है।
शारीरिक साहस: डरना और यह दिखाना कि आपको डर है, दो अलग-अलग चीजें हैं। एक अच्छा नेता दिखा��ा है कि वह सबसे कठिन परिस्थितियों का सामना करने के लिए काफी साहसी है क्योंकि वह जानता है कि वह जो कुछ भी करता है या जैसा व्यवहार करता है उसका उसके अधीनस्थों पर बहुत प्रभाव पड़ता है।
5. निष्ठा
शीर्षक से ही काफी समझ में आता है। यदि आप दूसरों से वफादारी की उम्मीद करते हैं तो आपको पहले उनके प्रति वफादार होना होगा।
6. मानव संसाधन प्रबंधन
अपने अधीनस्थों को संभालना सीखना एक ऐसी कौशल जो नेता होने के लिए सबसे अधिक आवश्यक है। एक नेता दृढ़ होना चाहिए लेकिन उसमें एक अच्छी sence of humor होनी चाहिए ताकि आप अपने लोगों को उनकी निराशा से बाहर निकाल सकें। आप कभी नहीं जानते कि दूसरे किस समस्या से जूझ रहे हैं, इसलिए एक अच्छा नेता हमारें साथी के भावनाओं को समझने में सक्षम होना चाहिए।
चाहे आप नेता हों या नेता बनने जा रहे हों या फिर यदि आप अनुयायी हों, दो सबसे मौलिक पहलू जो अधिकांश लोगों में कमी होती हैं और कोई भी नेतृत्व इसे ठीक नहीं कर सकता हैं वो हैं अनुशासन (समय पर आना महत्वपूर्ण है) और चरित्र (जानना कि आप कौन हो वास्तव में)।
इनके अलावा भी कई गुण हैं लेकिन महत्वपूर्ण गुण यही हैं । एक लीडर को राह कौन दिखाएगा यह सवाल भी आता है उसका जवाब है आपकी अपनी अंतरात्मा जो पवित्र होती है उसको सुनिए साथ में यह 6 गुण को आत्मसात करिए आप अच्छे लीडर अवश्य बनेंगे । किस के लिए लीडर बने , मतलब कोई विशेष कारण। उसका जवाब है "Be the change you wish to see in the world. इस वाक्य को ध्यान में रखें । मुझे उम्मीद है आप अच्छे लीडर बनेंगे और अपना और अपनो के साथ समाज का उत्थान करेगें । जय हो ।
- @divyavisharad
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पूरा पंजाब जल रहा है , पुलिस और सरकार सरेंडर है
और भ्रष्ट केजरीवाल दिल्ली में लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठा रहा है
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अगर हम आज के समय की बात करें तो युवाओं में नशे की लत बहोत तेजी से बढ़ती जा रही है। कुछ सालों पहले तक जहाँ एक अमूमन युवाओं में नशे की उम्र 18 से 22 साल हुआ करती थी पर अभी हम अधिकतर पाते हैं कि 12 से 14 साल के बच्चे अधिक नशे कि गिरफ्त में आते जा रहे हैं और ऐसा होने कि कई वजह हैं जैसे अशिक्षा, बेरोजगारी, मूवीज और गानों में नशे के उपयोग का प्रदर्शन और नशे का गुणगान, युवाओं की शारीरिक गतिविधियों में भागीदारी ख़तम होती जा रही है। आज कल के युवा और बच्चे टीवी, मोबाइल और सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी उम्र से पहले ही हाई प्रोफाइल जीवन शैली और नशे से प्रभावित होने लगते हैं और ये एक मुख्य वजह है जिसकी वजह से आज के डिजिटल युग में बच्चे अपने माँ-बाप और परिवार की अपेक्षा अकेले रहना और मोबाइल की रंगीन दुनिया में रहना ज्यादा पसंद करते हैं नतीजतन बच्चे कम उम्र में ही नशे और अपराध के गलत रस्ते की तरफ चले जाते हैं। शिक्षा का आभाव और बेरोजगारी भी नशे को बढ़ावा देने में अहम् कारण है। अगर हम ये कहें की “नशा-घरेलु हिंसा-अपराध” ये एक दूसरे का पर्याय बन चके हैं तो ये गलत नहीं होगा। समाजिक न्याय विभाग और aiims द्वारा किये गए हालिया सर्वे के अनुसार भारत में आज 28 करोड़ लोग नशे से प्रभावित हैं जो कि हमारे देश कि जनसँख्या का लगभग 20 प्रतिशत है और ये आंकड़े तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। - नशे को रोकने के लिए सबसे जरुरी कदम भी वही हैं कि हम उन कारणों पर कम करें जिनकी वजह से नशा बढ़ रहा है। - शिक्षा और रोजगार की नशे को रोकने में सबसे अहम् भूमिका है जितना ज्यादा रोजगार और शिक्षा का स्तर बढ़ेगा नशे के बढ़ते मायाजाल को रोकने की कोशिश उतनी अधिक कारगर होगी । -नशे के अवैध व्यापर को रोकने के लिए प्रॉपर लॉ इंफोर्स्मेंट का होना भी जरुरी है । हमारे देश में शराब के अलावा सभी नशों को अवैध तो बताया गया है पर ये नशे बड़ी ही सहजता है उपलब्ध हो जाते हैं और इसका मुख्य कारण है NDPS Act को किसी तस्कर पे लागू करने की कठिन और लम्बी प्रक्रिया। -नशे से होने वाले दुष्प्रभाव को हमारे पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए जिससे कि बच्चे और युवा इतना जागरूक बन पाएं कि वे समझें कि नशा करना कोई मजेदार चीज नहीं बल्कि इसके घातक परिणाम होते हैं। (at Shri GKS Nasha Mukti Kendra Bhopal) https://www.instagram.com/p/Ck5P-Z1vX7y/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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लाइब्रेरी में किताब पर ABVP की आपत्ति कोर्ट ने इंदौर लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल, प्रोफेसर को गिरफ्तारी से पहले जमानत देने से इनकार किया
लाइब्रेरी में किताब पर ABVP की आपत्ति कोर्ट ने इंदौर लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल, प्रोफेसर को गिरफ्तारी से पहले जमानत देने से इनकार किया
द्वारा पीटीआई
इंदौर: जिला अदालत ने बुधवार को एक सरकारी लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल और एक प्रोफेसर को गिरफ्तारी से पहले जमानत देने से इनकार कर दिया, जिसके खिलाफ पुलिस ने कॉलेज के पुस्तकालय में रखी एक किताब को लेकर प्राथमिकी दर्ज की थी.
सरकारी वकील अभिजीत सिंह राठौर ने कहा कि सत्र अदालत के न्यायाधीश आरके गोयल ने कॉलेज के प्रिंसिपल इनाम-उर-रहमान, जिन्होंने इस्तीफा दे दिया है, और प्रोफेसर मिर्जा मोजिज बेग…
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एचपीयू हॉस्टल की पांचवीं मंजिल से गिरा किन्नौर का छात्र, मौके पर हुई दर्दनाक मौत
#News एचपीयू हॉस्टल की पांचवीं मंजिल से गिरा किन्नौर का छात्र, मौके पर हुई दर्दनाक मौत
HPU Student Death: हिमाचल प्रदेश विवि ( HPU) में एक दर्दनाक हादसा हो गया है। एचपीयू के एक हॉस्टल से गिरने से छात्र की मौत हो गई है। घटना देर रात की है। एचपीयू के एसबीएस ( शहीद भगत सिंह ) हॉस्टल में एक छात्र की 5वीं मंजिल से गिरने से ही मौके पर दर्दनाक मौत ( Death) ही गई है।
छात्र की पहचान किन्नौर जिले (Kinnaur district)के रहने अखिल के रूप में हुई है और वह एचपीयू में विधि विभाग (लॉ) में प्रथम…
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Jharkhand cabinet meeting : झारखंड के कैबिनेट मीटिंग में 49 प्रस्तावों को मंजूरी, इंडो डेनिस टूल रुम में होगा कोल्हान के पोलिटेक्निकल कॉलेजों के छात्रों की ट्रेनिंग, को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज की आधारभूत संरचना के लिए करोड़ों रुपये की मंजूरी, 5 लाख नये राशन कार्ड भी बनाने की मंजूरी, ये फैसले लिये गये
रांची : झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार की कैबिनेट की बैठक में 49 प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी. इसके तहत पांच लाख नये राशन कार्ड बनाने को मंजूरी दी गयी. कोल्हान के सारे पोलिटेक्निक कॉलेजों की ट्रेनिंग सेंटर इंडो डेनिस टूल रुम को बनाने को भी मंजूरी दी गयी. इसके अलावा किसानों को दी जाने वाली 1000 रुपये की राशि को बढ़ाकर 2000 रुपये करने की भी मंजूरी दी गयी. इसके अलावा जमशेदपुर को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज को नये…
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